मुंबई , । भारत के हालिया विकास प्रदर्शन ने कई पंडितों को आश्चर्यचकित कर दिया है, जिससे आईएमएफ तथा दूसरे वित्तीय संस्थानों में पूर्वानुमान बढ़ाने की होड़ लग गई है। इस बीच, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने प्रकाशित अपने मासिक बुलेटिन में उन छह कारकों का उल्लेख किया है जो देश के दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में सर्वाधिक योगदान देंगे।
आरबीआई बुलेटिन में बताया गया है कि क्रय शक्ति समता (पीपीपी) के संदर्भ में भारतीय अर्थव्यवस्था पहले से ही दुनिया में तीसरे नंबर पर है। ओईसीडी के दिसंबर 2023 के अपडेट के अनुसार, भारत पीपीपी के मामले में 2045 तक अमेरिका से आगे निकल जाएगा और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
बुलेटिन के अनुसार, भारत की उड़ान को गति देने वाले समर्थक कारक इस प्रकार हैं :
* विकास की बढ़ती प्रोफ़ाइल को जनसांख्यिकी से मदद मिल रही है। वर्तमान में, देश में दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे युवा आबादी है। औसत आयु लगभग 28 वर्ष है; जो 2050 के दशक के मध्य तक बुढ़ापे की उम्र में नहीं पहुंचेगी। इस प्रकार, भारत के पास तीन दशक से अधिक समय तक जनसांख्यिकीय का लाभ रहेगा। यह व्यापक रूप से उम्र बढऩे की चुनौती का सामना कर रही दुनिया के विपरीत है।
* भारत का विकास प्रदर्शन ऐतिहासिक रूप से घरेलू संसाधनों पर आधारित रहा है, जिसमें विदेशी बचत एक छोटी और पूरक भूमिका निभाती है। यह चालू खाता घाटा (सीएडी) में भी परिलक्षित होता है, जो सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 2.5 प्रतिशत की स्थायी सीमा के भीतर रहता है। वर्तमान में, सीएडी का औसत लगभग एक प्रतिशत है, और यह बाह्य क्षेत्र के लचीलेपन के विभिन्न संकेतकों से जुड़ा है। उदाहरण के तौर पर, बाह्य ऋण सकल घरेलू उत्पाद के 20 प्रतिशत से नीचे है और शुद्ध अंतर्राष्ट्रीय निवेश देनदारियां 12 प्रतिशत से नीचे हैं।
*कोविड महामारी के बाद अपनाए गए राजकोषीय समेकन के क्रमिक मार्ग ने मार्च 2024 तक सामान्य सरकारी घाटे को सकल घरेलू उत्पाद के 8.6 प्रतिशत और सार्वजनिक ऋण को सकल घरेलू उत्पाद के 81.6 प्रतिशत तक पहुंचा दिया है। डीएसजीई मॉडल लागू करने पर यह अनुमान लगाया गया है कि उत्पादक रोजगार पैदा करने वाले क्षेत्रों को लक्षित करके राजकोषीय खर्च की प्राथमिकता नये सिरे से तय करने, संक्रमण को अपनाने और डिजिटलीकरण में निवेश करने से 2030-31 तक सामान्य सरकारी ऋण घटकर जीडीपी के 73.4 प्रतिशत तक रह सकता है।
इसके विपरीत, आईएमएफ द्वारा उन्नत अर्थव्यवस्थाओं के लिए ऋण-जीडीपी अनुपात बढक़र 2028 में 116.3 प्रतिशत और उभरते तथा मध्यम आय वाले देशों के लिए 75.4 प्रतिशत होने का अनुमान है।
* भारत का वित्तीय क्षेत्र मुख्यत: बैंक आधारित है। वित्त वर्ष 2015-2016 में, वैश्विक वित्तीय संकट के मद्देनजर परिसंपत्ति की हानि की समस्या का समाधान परिसंपत्ति गुणवत्ता समीक्षा (एक्यूआर) के माध्यम से किया गया था।उसके बाद 2017-2022 के दौरान बड़े पैमाने पर पुनर्पूंजीकरण किया गया। लाभकारी प्रभाव 2018 से दिखना शुरू हुआ – मार्च 2023 तक सकल और शुद्ध गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) अनुपात घटकर क्रमश: 3.9 प्रतिशत और एक प्रतिशत हो गया, जिसमें बड़े पूंजी बफर और तरलता कवरेज अनुपात 100 प्रतिशत से ऊपर थे।
दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) ने बैंकों की बैलेंस शीट पर को दूर करने के लिए संस्थागत वातावरण तैयार किया है। व्यापक आर्थिक और वित्तीय स्थिरता मध्यम अवधि की विकास संभावनाओं के लिए आधार प्रदान कर रही है।
भारत प्रौद्योगिकी के बल पर परिवर्तनकारी बदलाव के दौर से गुजर रहा है। जैम की त्रिमूर्ति – जन धन (बुनियादी नो-फ्रिल्स खाते); आधार (सार्वभौमिक विशिष्ट पहचान); और मोबाइल फोन कनेक्शन – औपचारिक वित्त के दायरे का विस्तार कर रहा है, तकनीकी स्टार्टअप को बढ़ावा दे रहा है, और प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के लक्ष्य को सक्षम कर रहा है। भारत का यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफ़ेस (क्कढ्ढ), एक ओपन-एंडेड सिस्टम जो किसी भी भाग लेने वाले बैंक के एकल मोबाइल एप्लिकेशन में कई बैंक खातों को सशक्त बनाता है, अंतर-बैंक, पीयर-टॉपियर और व्यक्ति-से-व्यापारी लेनदेन को निर्बाध रूप से बढ़ावा दे रहा है।
* महामारी, मौसम से प्रेरित खाद्य कीमतों में बढ़ोतरी, आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान और रूस-यूक्रेन संघर्ष के बाद वैश्विक कमोडिटी मूल्य दबाव के कारण कई आपूर्ति झटकों के कारण बढऩे के बाद देश में मुद्रास्फीति कम हो रही है।
आरबीआई ने देश के तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में सहायक छह कारकों को किया रेखांकित
अतिक्रमण पर फिर चला बुलडोजर : सरकारी जमीन पर बने 15 अवैध मकानों को किया ध्वस्त
देहरादून, राज्य सरकार लोकसभा के निपटते ही एक्कशन मोड़ में आ गयी, हालाकि अभी लोकसभा चुनाव के वोटों की गिनती नहीं हुई है, लेकिन एक बार फिर अवैध निर्माण के खिलाफ बुलडोजर ऐक्शन शुरू हो गया है। सरकारी जमीन पर बने 15 मकानों को तोड़ा गया। जिला प्रशासन और नगर निगम की टीमों ने सख्ती दिखाई है। चेताया कि भविष्य में भी अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।
देहरादून में सहस्रधारा रोड से लगते ग्राम चक नागल हटनाला में जिला प्रशासन और नगर निगम ने संयुक्त रूप से अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया। यहां करीब चार घंटे तक चली कार्रवाई के दौरान सरकारी जमीन पर बन रहे पंद्रह मकान तोड़े गए। प्लॉटिंग के लिए बनाई गई बीस बाउंड्री वॉल को ध्वस्त किया गया। इस दौरान टीम को विरोध भी सहना पड़ा।
जिला प्रशासन को शिकायत मिली थी कि पूर्व में गोल्डन फॉरेस्ट और वर्तमान में राज्य सरकार के नाम दर्ज हो चुकी जमीन पर कुछ बिचौलिये सहस्रधारा रोड से लगते ग्राम चक नागल हटनाला में अवैध रूप से कॉलोनी बसा रहे हैं। मौके पर पूछताछ में अफसरों को लोगों ने बताया कि एक व्यक्ति ने उनको दो से ढाई लाख रुपये में जमीन बेची, जिसके बाद उन्होंने मकान बनाने शुरू किए। बुधवार को जिला प्रशासन और नगर निगम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए पंद्रह निर्माणाधीन मकान और बाउंड्री वॉल को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया।
यह कार्यवाही दोपहर एक बजे से शाम पांच बजे तक जारी रही। इस दौरान कुछ महिलाओं ने विरोध किया, लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे उनकी एक न चली।
इस दौरान लोगों ने पुलिस प्रशासन से मांग की कि उनको यहां अवैध रूप से जमीन बेचने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जाए। कानूनगो संजय सैनी और कर एवं राजस्व अधीक्षक-भूमि राहुल कैंथोला ने बताया कि यहां 15 और ऐसे मकान हैं, जहां लोग रह रहे हैं, उनको मकान खाली करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है।
देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में अवैध रूप से प्लॉटिंग की जा रही है। कई जगह एमडीडीए से ले-आउट पास करवाए बिना ही लोगों को प्लॉट काटकर बेचे जा रहे हैं, जिसका खामियाजा बाद में आम जनता को ही भुगतना पड़ रहा है।
वहीं चक नागल हटनाला में जमीन बेचने वाला घर से फरार
दून में बुधवार को अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई के दौरान अफसरों ने लोगों से कहा कि जिस व्यक्ति ने जमीन बेची, उससे जाकर पूछें कि किस आधार पर उसने प्लॉटिंग की और किसने उसे जमीन बेचने का अधिकार दिया। इसके बाद लोग आरोपी के घर पहुंचे, लेकिन वह तब तक मौके से फरार हो चुका था।
डॉ. धनंजय मोहन होंगे उत्तराखंड वन विभाग के नये मुखिया
देहरादून। उत्तराखंड में वन विभाग के मुखिया यानी हेड ऑफ फॉरेस्ट फोर्स पद के लिए डीपीसी हो गई हैं। गुरुवार को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में डीपीसी कर दी गई हैं और शासन ने डॉ. धनंजय मोहन को नया HOFF बनाने को लेकर फैसला लें लिया हैं |
शासन में हॉफ पद के लिए गुरुवार को डीपीसी की तारीख तय की। जिसमें उत्तराखंड के नए हेड ऑफ फॉरेस्ट फोर्स के नाम पर अंतिम मुहर लगा दी गई। मौजूदा वन विभाग के मुखिया अनूप मलिक के बाद सबसे सीनियर धनंजय मोहन, विजय कुमार और फिर समीर सिन्हा के नाम पर चर्चा हो रही थी। लेकिन अंत में सीनियर अधिकारी को ही मौका दिया गया।
अनूप मलिक 1987 बैच के आईएफएस अधिकारी हैं। जबकि, धनंजय मोहन 1988 बैच के अधिकारी हैं। वहीं, विजय कुमार भी 1988 बैच के ही अधिकारी हैं। हालांकि, विजय कुमार इसी साल दिसंबर में सेवानिवृत हो रहे हैं। विभाग में इसके बाद 1990 बैच के अधिकारी समीर सिन्हा भी इस रेस में शामिल बताए जा रहें थे।
वन विभाग के मुखिया पद के लिए डीपीसी की बैठक में उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव वन आरके सुधांशु, उत्तराखंड के मौजूदा हॉफ अनूप मलिक और कमेटी के लिए भारत सरकार की ओर से नामित हिमाचल के हॉफ मौजूद रहें।
बता दें कि उत्तराखंड में इस समय अनूप मलिक वन विभाग के मुखिया के तौर पर जिम्मेदारी देख रहे हैं। करीब 1 साल पहले ही अनूप मलिक को हॉफ बनाया गया था। उससे पहले अनूप मलिक जायका प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी देख रहे थे। अनूप मलिक की सेवानिवृत्ति इसी महीने 30 अप्रैल को है।
पुलिस की लापरवाही घटना के लिए जिम्मेदार : सूर्यकान्त धस्माना
“महामहिम राष्ट्रपति की उपस्थिति में राजधानी में दूसरी बार दुस्साहसी घटना को अंजाम दे कर अपराधियों ने कानून व्यवस्था का उड़ाया मखौल”
“पलटन बाजार की आगजनी की घटना जर्जर कानून व्यवस्था का नमूना”
देहरादून, उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना ने आज देहरादून के पलटन बाजार आगजनी मामले में राज्य की भाजपा सरकार व राजधानी पुलिस पर जबरदस्त प्रहार किया व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से दोषी अधिकारियों के खिलाफ तुरंत सख्त कार्यवाही की मांग की।
उन्होंने कहा कि यह संयोग है या प्रयोग कि उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में लगातार दूसरी बार ऐसा हुआ है कि देश की महामहिम राष्ट्रपति की राज्य की राजधानी में मौजूदगी में पहली बार रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में दिन दहाड़े पुलिस मुख्यालय से सौ कदम की दूरी पर दुस्साहसी डकैती को अंजाम दिया गया व इस बार भी शहर के बीचों बीच देहरादून के हृदय स्थल पलटन बाजार में कोतवाली से मात्र सौ कदम की दूरी पर रात्रि एक बजे एक्टिवा स्कूटर सवार ने आराम से आ कर बोतल से ज्वलंतशील पदार्थ दुकान के शटर के नीचे से डाल कर तीन मंजिला रेडीमेड गारमेंट्स की दुकान को आग के हवाले कर दिया। यह घटना मात्र आगजनी की नहीं बल्कि एक ऐसी घटना है जो देहरादून की कानून व्यवस्था के खोखले पन और ध्वस्त पड़ी कानून व्यवस्था की पोल खोलती है। श्री धस्माना ने कहा कि राजधानी देहरादून में भारतीय मिल्ट्री अकादमी, विधानसभा भवन,आईआईपी, आईआरडीई, ऑर्डनेंस फैक्ट्री व अनेक राष्ट्रीय महत्व के संस्थान हैं,मुख्यमंत्री,राज्यपाल समेत तमाम मंत्रीगण विधायक यहां रहते हैं और सबसे बड़ी बात यह कि देश की राष्ट्रपति राजधानी में दो दिवसीय प्रवास व अनेक कार्यक्रमों के लिए राजधानी में मौजूद थीं और तब किसी अपराधी ने यह घटना दुस्साहसी तरीके से अंजाम दे दी यह बहुत बड़ी सुरक्षा चूक का मामला है जिसे राज्य सरकार व मुख्यमंत्री जो प्रदेश के गृहमंत्री भी हैं गंभीरता से लेना चाहिए और दोषी पुलिस अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही भी करनी चाहिए। श्री धस्माना ने कहा को अगर उक्त मामले में अपराधी की शीघ्र गिरफ्तारी और लापरवाह पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई तो कांग्रेस पार्टी सड़क पर आंदोलन करेगी।
उत्तराखंड को शक्तिशाली बनाते हुए: डाइवइन प्रो फाउंडेशन के एक्सीईआईएल द्वारा सभी महिलाओं के उद्यमिता को साकार करने का पहला कोर्स,
तेजस्वानी ट्रस्ट के साथ मिलकर लॉन्च – एम ओ यू पर हुए हस्ताक्षर
देहरादून। महत्वपूर्ण पल का दस्तावेज़ बन रहा है जब डाइवइन प्रो फाउंडेशन के एक्सीईआईएल, तेजस्वानी ट्रस्ट के साथ मिलकर, उत्तराखंड में पहली बार सभी महिलाओं के लिए उद्यमिता कोर्स का शुभारंभ कर रहा है। इस प्रेरणास्पद पहल का उद्देश्य महिलाओं को एक्सीईआईएल के अंतर्गत उद्यमिता, नवाचार और नेतृत्व (एक्सीईआईएल) कौशलों से संपन्न करना है, जो एक जीवंत महिला उद्यमिता समुदाय को प्रोत्साहित करेगा।
डॉ। जूही गर्ग, डाइवइन प्रो फाउंडेशन की संस्थापिका, और प्रिया गुलाटी, तेजस्वानी ट्रस्ट की संस्थापिका, के दूरदर्शी नेतृत्व के तहत, सहयोग और मार्गदर्शन के साथ, यह प्रयास महिलाओं को घरेलू काम से उद्यमिता उत्पन्न करने के लिए विचार करता है। यह कोर्स महिलाओं को आवश्यक व्यापारिक ज्ञान के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में अपना स्वायत्त पथ चार्ट करने के लिए आत्मविश्वास प्रदान करता है, छोटे स्तर के उद्योग से लेकर बड़े उद्योगों तक।
XEIL ke प्रशिक्षक अभिजीत सिंह जी के मार्गदर्शन में, लॉन्च कार्यक्रम में डेहरादून से 35 गतिशील महिला व्यापार उद्यमियों की भागीदारी देखी गई, जिन्होंने अपने व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुकता से उपायों को स्वागत किया। चर्चाएँ नवाचारिक दृष्टिकोण से लेकर सांयुक्तिक योजनाओं तक कई बातों पर चर्चा करती थीं, जो उद्यमिता और महिलाओं के बीच आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने का उद्देश्य रखती है।
एक्सीईआईएल का इस नई कोर्स का उद्घाटन वेदांता आईएएस अकादमी, निम्बुवाला में, इसकी संस्थापिका अर्चना जी के मार्गदर्शन में, एक समर्पितता को दर्शाता है कि महिलाओं को उत्तराखंड के न केवल भारत में, बल्कि विश्व स्तर पर उद्यमिता का परिचय दें। सहयोग और समर्पण के माध्यम से, यह पहल उत्तराखंड के विकास में महिलाओं की भूमिका को मजबूत करने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।
देहरादून के ऋतु सिंह को “मिसेस स्कल्प्टेड परफेक्शन” का खिताब मिला
देहरादून , देहरादून के ऋतु सिंह को “मिसेस स्कल्प्टेड परफेक्शन” का खिताब मिला। हम सभी को यह ज्ञात है कि महिला सशक्तिकरण समाज के न्यायसंगत, समृद्ध, और समावेशी निर्माण के लिए अत्यंत आवश्यक है। इन पंक्तियों का एक उदाहरण है हमारी उत्तराखंड की एक महिला, मिसेस ऋतु सिंह, जो पेशे से कंप्यूटर शिक्षिका हैं, जिन्हें मुंबई में आयोजित कॉर्डेलिया क्रूज के कार्यक्रम में “मिसेस स्कल्प्टेड परफेक्शन” का खिताब से नवाजा गया। इस कार्यक्रम को नारी फर्स्ट और ज्यूल ऑफ़ इंडिया ने आयोजित किया था, और इसके मुख्य अतिथि बॉलीवुड स्टार मलाइका अरोड़ा थी।
भारतीय महिलाओं के लिए इस कार्यक्रम में पहली बार व्यक्तित्व पेजेंट का आयोजन किया था, जिसमें 129 महिलाएं भाग ली थीं। मिसेस ऋतु सिंह ने बताया कि ऐसी पेजेंट्स महिलाओं को उनकी प्रतिभा, बुद्धिमत्ता, और आकर्षण का प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करते हैं, और इससे उनका आत्मविश्वास और आत्मसम्मान बढ़ता है। इस कार्यक्रम में कई राउंड हुए, जिसमें ब्राइडल विथ इंट्रोडक्शन राउंड, टैलेंट राउंड, नृत्य, गायन, चित्रकला, लोक संगीत, कविता, योग आदि शामिल थे। इन सभी राउंड के बाद, मिसेस ऋतु सिंह को “मिसेस स्कल्प्टेड परफेक्शन” का खिताब दिया गया।
इसके अलावा, इस कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को विभिन्न पृष्ठभूमियों और अनुभवों से आये महिलाओं के साथ दोस्ती और नेटवर्किंग का अवसर मिला, जो उन्हें व्यक्तिगत और पेशेवर चुनौतियों के साथ सामना करने में मदद कर सकता है।
यह कार्यक्रम महिलाओं के समर्थन, उनकी प्रतिभा, और उनके समाज में योगदान को बढ़ावा देने वाले हैं और इसके जरिए अन्यों महिलाओं को भी प्रेरित करते हैं।
मिसेस ऋतु सिंह को “मिसेस स्कल्प्टेड परफेक्शन” का खिताब दिया जाना, उनकी असाधारण क्षमताओं का प्रमाण है।
चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले सभी व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली जाएं: मुख्यमंत्री
देहरादून(आरएनएस)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों की बैठक लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले यात्रा मार्गों पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। चारधाम यात्रा से जुड़े सभी विभागों के सचिव यात्रा मार्गों का स्थलीय निरीक्षण कर सभी व्यवस्थाएं समय पर पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा की सभी तैयारियों को लेकर साप्ताहिक समीक्षा बैठक की जाए। चारधाम यात्रा में यातायात प्रबंधन और कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए डीजीपी को भी चारधाम यात्रा से पूर्व स्थलीय निरीक्षण के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये हैं। बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए चारधाम यात्रा मार्ग पर जग्ह-जगह प्राईवेट हेल्थकेयर टेस्टिंग किट की व्यवस्था की जायेगी।
चारधाम यात्रा मार्गों पर प्लास्टिक और कूड़ा प्रबंधन के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की चारधाम यात्रा देश-दुनिया के श्रद्धालुओं के लिए आस्था के प्रमुख केन्द्र हैं। यह सुनिश्चित किया जाए कि देवभूमि उत्तराखण्ड का अच्छा संदेश देश और दुनिया तक जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि यात्रा मार्गों में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। प्लास्टिक और कूड़ा प्रबंधन के लिए चारधाम यात्रा से जुड़े जनपदों के जिलाधिकारियों को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा धनराशि उपलब्ध कराई जाए।
घोड़े और खच्चर चालकों का किया जायेगा वेरिफिकेशन ।
चारधाम यात्रा के लिए घोड़ा और खच्चर चालकों का वेरिफिकेशन कराया जाए। तथा सभी का पुलिस और आपराधिक रिकॉर्ड चेक कर लिया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि जो भी घोड़े और खच्चर चारधाम यात्रा में लगाये जाएं उनका स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही पंजीकरण किया जाए। घोड़े और खच्चरों के लिए गर्म पानी की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाय।
चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं से शालीनतापूर्ण व्यवहार किया जाए।
मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा मार्गों पर विद्युत, पेयजल और सड़कों की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यात्रा मार्गों पर जगह-जगह बने शौचालयों को दुरस्त किया जाए एवं महिलाओं के लिए पृथक शौचालय की व्यवस्था की जाए। चारधाम यात्रा से जुड़े सभी अधिकारी और कर्मचारी शालीनता एवं सहनशीलता का परिचय दें, यह सुनिश्चित किया जाए कि श्रद्धालुओं के साथ अभद्रता न हो। यात्रा ड्यूटी में तैनात सुरक्षाकर्मी अलर्ट मोड पर रहें। यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक छह घंटे के बाद सुरक्षा में तैनात कर्मियों को आराम दिया जाए। यात्रा में आने वाले वाहन चालकों के रहने और सोने की उचित व्यवस्था की जाए। यह भी प्रयास हो कि चारधाम यात्रा में जाने वाले वाहनों में दो-दो वाहन चालकों की व्यवस्था हो। वाहनों की फिटनेस का विशेष ध्यान रखा जाए।
चारधाम यात्रा के दृष्टिगत श्रद्धालुओं को आवश्यक सूचनाएं समय पर मिल सके, इसके लिए सूचना तंत्र मजबूत किया जाए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा के कुशल प्रबंधन के लिए सभी विभाग अलर्ट मोड पर रहें। श्रद्धालुओं को मौसम से संबंधित जानकारी, यातायात प्रबंधन और अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी समय पर प्राप्त हो, इसके लिए श्रद्धालुओं को आवश्यक सूचनाएं ससमय प्राप्त हो इसके लिए सोशल मीडिया का बेहतर प्रयोग किया जाए। होटल, गेस्ट हाउस एवं होम स्टे में चारधाम यात्रा संबंधित निर्देशिका विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए। इस निर्देशिका में चारधाम के साथ ही अन्य पर्यटक स्थलों की जानकारी भी विस्तृत रूप से दी जाए।
10 मई 2024 को केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे जबकि 12 मई 2024 को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। अभी तक चारधाम यात्रा के लिये 15 लाख से अधिक श्रद्धालु ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन करा चुके है।
वनाग्नि पर प्रभावी नियंत्रण के लिए भी अलर्ट मोड पर रहें अधिकारी: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में इस समय चारधाम यात्रा के साथ ही वनाग्नि को रोकना महत्वपूर्ण विषय है। उन्होंने कहा कि वनाग्नि की रोकथाम के लिए वन विभाग के अलावा अन्य विभाग भी अलर्ट मोड पर रहें। वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए सूचना तंत्र और मजबूत किया जाए। क्विक रिस्पांस टाईम कम से कम किया जाए। वनाग्नि पर प्रभावी रोकथाम के लिए स्थानीय स्तर पर लोगों का सहयोग लिया जाए।
बैठक में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, शहरी विकास मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल, बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, डीजीपी अभिनव कुमार, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, सचिन कुर्वे, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, अरविन्द सिंह ह्यांकी, डॉ. रंजीत सिन्हा, डॉ. आर. राजेश कुमार, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी एवं चारधाम यात्रा से जुड़े विभागों के वरिष्ठ अधिकारी और वर्चुअल माध्यम से संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
घर पर रखे केयर टेकर परिवार ने ही लगाया बुजुर्ग कर्नल को 4.20 लाख का चूना
देहरादून(आरएनएस)। सेना से रिटायर बुजुर्ग कर्नल ने घर में कामकाज के लिए जिस महिला के परिवार को रखा उसने ही 4.20 लाख रुपए का चूना लगा दिया। आरोपियों ने ऑनलाइन भुगतान के लिए कर्नल के पेंशन खाते से कई ई वॉलेट जोड़ लिए। इनके जरिए रकम ट्रांसफर की गई। बुजुर्ग कर्नल का बेटा भी सेना में कर्नल है और हाल में हिमाचल प्रदेश में तैनात है। उन्होंने आरोपियों का फर्जीवाड़ा पकड़ लिया। मामले में क्लेमनटाउन थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसओ क्लेमनटाउन दीपक धारीवाल ने बताया कि सेना से रिटायर कर्नल सुरेश चंद त्यागी सी-22 टर्नर रोड पर रहते हैं। उनकी उम्र करीब 83 वर्ष है। वह मोबाइल को ई वालेट आदि ठीक से नहीं चला पाते हैं। घर में कामकाज के लिए अनीता देवी को रखा हुआ। अनीता का परिवार सर्वेंट क्वार्टर में रहता है। आरोप है कि अनीता संग मिल उसके पति कन्हैया रावत और बेटे अखिलेश रावत ने बुजुर्ग कर्नल को वर्ष 2021 में कहा कि वह अपने बिल आदि के भुगतान ई वॉलेट एप के जरिए कर सकते हैं। आरोप है कि इसके बाद दो ई वॉलेट एप कर्नल के मोबाइल में डाल दी और एक एप चोरी से अखिलेश ने अपने मोबाइल में डाल ली। अखिलेश ने अपने मोबाइल में डाली एप में भी कर्नल का खाता लिंक कर लिया। आरोप है कि इनके जरिए आरोपियों ने तीन साल में बुजुर्ग कर्नल के खाते से 4.20 लाख रुपए अपने निजी उपयोग के लिए ट्रांसफर कर लिए। बुजुर्ग के बेटे कर्नल सुनील त्यागी हाल में हिमाचल प्रदेश में तैनात हैं। उन्होंने पिता के खाते की ट्रांजेक्शन देखी तो केयर टेकर परिवार का फर्जीवाड़ा पकड़ लिया। एसओ दीपक धारीवाल ने धोखाधड़ी के इस केस में आरोपियों के खिलाफ जांच की जा रही है।
हाई क्वालिटी वीडियो अपलोड करने के लिए टीवी ऐप लॉन्च करेगा एक्स, सीईओ ने की घोषणा
नई दिल्ली , । गूगल के स्वामित्व वाले यूट्यूब को टक्कर देते हुए, एक्स सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जल्द ही यूजर्स के लिए हाई क्वालिटी वीडियो अपलोड करने के लिए एक टीवी ऐप लॉन्च करेगा। इसकी घोषणा सीईओ लिंडा याकारिनो ने की। एक्स टीवी ऐप का यूजर इंटरफेस काफी हद तक यूट्यूब जैसा होगा।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में याकारिनो ने कहा कि छोटे पर्दे से लेकर बड़े पर्दे तक, एक्स सब कुछ बदल रहा है। एक्स सीईओ ने कहा, जल्द ही हम एक्स टीवी ऐप के साथ आपके स्मार्ट टीवी पर रियल टाइम कंटेंट लाएंगे। बड़ी स्क्रीन पर हाई क्वालिटी, शानदार एंटरटेनमेंट एक्सपीरियंस के लिए यह आपका पसंदीदा साथी होगा।
यूजर्स ट्रेंडिंग वीडियो एल्गोरिदम, एआई-पावर्ड टॉपिक, क्रॉस-डिवाइस एक्सपीरियंस, बेहतर वीडियो सर्च, आसान कास्टिंग और व्यापक उपलब्धता (अधिकतर स्मार्ट टीवी पर जल्द ही आने वाले) की उम्मीद कर सकते हैं। याकारिनो ने कहा, हम आपको अपडेट रखेंगे। और हां, कृपया अपने आइडिया शेयर करें। हम अपने कम्युनिटी के लिए एक्स में बदलाव करते रहते हैं।
ट्रेंडिंग वीडियो एल्गोरिदम यूजर्स को पॉपुलर कंटेंट के जरिए अपडेट रहने में मदद करने के लिए डिजाइन किया गया है। एक एक्स यूजर ने कहा कि क्रिएटर्स के लिए एक वीडियो प्लेलिस्ट/इंडेक्स अच्छा होगा, ताकि हम अपनी खुद की प्लेलिस्ट बना सकें।
यूजर ने लिखा, कई यूजर्स अलग-अलग तरह के वीडियो पोस्ट करते हैं और अपने ओरिजनल कंटेंट को 30 सेकंड के न्यूज क्लिप से अलग करना चाहते हैं, जिस पर वे कमेंट कर रहे हैं। इससे दर्शकों को केवल उनके क्यूरेटेड वीडियो देखने में मदद मिलेगी।
‘टाटा आईपीएल फन पार्क’ में उठाये मैचों का स्टेडियम जैसा लुफ्त, 27 एवं 28 अप्रैल को होगा यह आयोजन
“दून शहर के बन्नू स्कूल के मैंदान पर होगा जायंट स्क्रीन पर हर रोमांचक पल कैप्चर करने के साथ प्रत्येक वेन्यू लाइव एक्शन का मजा”
देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), देश में आजकल टाटा आईपीएल की धूम मची है और एक से बढ़कर एक खिलाड़ी इस आईपीएल में खेल रहे हैं | हर मैंच में क्रिकेट के स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भरे हैं, जिन्हें स्टेडियम में इन मैंचों को देखने का मौका नहीं मिल पा रहा उनके लिये बीसीसीआई ने इन मैचों का लुफ्त उठाने के लिये अलग से आयोजन किया है, टाटा आईपीएल फन पार्क नाम से आयोजित इन मैंचों को दर्शक 23 मार्च से देश के 50 शहरों में “टाटा आईपीएल फन पार्क” के माध्यम देख कर स्टेडियम जैसा लुफ्त उठा रहे हैं |
देहरादून शहर में भी इसका आयोजन 27 एवं 28 अप्रैल को बन्नू स्कूल रेसकोर्स के मैंदान में किया जाना, जिसमें 8 टीमों के मैचों को बड़ी एलएडी स्क्रीन पर दिखाया जायेगा |
दून में होने वाले इस टाटा आईपीएल फन पार्क को लेकर स्थानीय प्रेस क्लब में एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया | पत्रकारों से रूबरू होते हुये बीसीसीआई के सीनियर मैनेजर सुमित मल्लापोरकर ने बताया कि हर कोई व्यक्ति आईपीएल के हो रहे मैचों को देख नहीं सकता और स्टेडियम जैसा माहौल उसे घर पर नहीं मिल पाता है, बस लोगों को आईपीएल के मैचों का आनन्द स्टेडियम की तरह उठाने के लिये बीसीसीआई ने यह एक सार्थक कदम उठाया है |
उन्होंने कहा कि टाटा आईपीएल फन पार्क में 32 फीट चौड़ी और 80 फीट लम्बी स्क्रीन लगाई जायेगी, जिसमें हाईटे साउंड सिस्टम भी होगा | इसके साथ ही बन्नू स्कूल के मैंदान का हर कोना कवर किया जायेगा, जिसमें 10 से 15 हजार लोग के बैठने की व्यवस्था की गयी है |
उन्होंने कहा कि इस बार इस आयोजन में सारा धमाल फैन्स करेंगे, सीटियाँ बजाना, चीयर करना, फेस पेंटिंग, शोर मचाना, पागलपंथी (क्रेजी स्टंट), सबसे क्रेजी फैन्स क्रिकेट के खेल, खिलाड़ियों, पसंदीदा टीमों पर प्यार लुटाएंगे और भी बहुत कुछ होने वाला है जब आईपीएल 2024 लेकर आएगा फैन पार्क के फैन्स को।
सुमित ने कहा कि ये फैन पार्क्स 50 शहरों के फैन्स के साथ मिल कर पूरे देश में आईपीएल फीवर पैदा करने के लिए तैयार है। जायंट स्क्रीन पर हर रोमांचक पल कैप्चर करने के साथ प्रत्येक वेन्यू लाइव एक्शन दिखाएगा ताकि फैन्स को स्टेडियम की तरह मैच देखने का आनंद मिले। इंट्री फ्री है इसलिए एक भी फैन मिस नहीं करने वाला है। और फिर म्युज़िक, मर्चेंडाइज, फूड स्टाल, मजेदार पेय और आईपीएल के ऑफिशिल स्पांसर भी कुछ मजेदार एक्टिविटी करेंगे, तो मस्ती और एक्साइटमेंट दोगुना हो जाएगा।
सुमित मल्लापोरकर ने कहा कि एक साथ इतनी मस्ती होगी, तो फैन्स को लगेगा कि वे स्टेडियम में बैठ कर अपनी-अपनी टीमों को चीयर कर रहे हैं, रोमांच और एक्साइटमेंट का तड़का लगाने के लिए फैन पार्क के विजिटर अपनी फेवरीट टीम, खिलाड़ी या क्रिकेट के खेल पर सच्चा प्यार लुटा कर यह दिखा सकते हैं कि क्या होता है फैन मोमेंट।
सुमित ने कहा कि उत्तराखंड़ की राजधानी दून सभी क्रिकेट प्रेमी फैन पार्क में अपना फैनडम दिखायेंगे और बाउंड्री लगते, हैट्रिक बनते और स्पिन होते देखिए। जिसके लिये ज़्यादा इंतजार नहीं करना होगा, काउंट डाउन शुरू हो गया है |
पत्रकार वार्ता में क्रिकेट एसोसिएशन आफ उत्तराखण्ड़ के सीईओ मोहित डोभाल, काउंसलर संतोष गैरोला आदि मौजूद रहे |