देहरादून(आरएनएस)। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने एलटी संवर्ग वाले शिक्षकों के अंतरमंडलीय तबादले के लिए एसओपी बनाने के निर्देश दिए हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि इसके लिए एलटी शिक्षकों की सेवा नियमावली में संशोधन किया जाएगा। शिक्षकों को सम्पूर्ण सेवाकाल में मात्र एक बार संवर्ग परिवर्तन का मौका मिलेगा। शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बुधवार को बयान जारी कर बताया कि एलटी संवर्ग शिक्षकों की वर्षों पुरानी मांग पर विचार करते हुये राज्य कैबिनेट पहले ही उत्तराखंड अधीनस्थ शिक्षा (प्रशिक्षित स्नातक श्रेणी) (संशोधन) सेवा नियमावली-2024 में संशोधन कर अंतरमंडलीय स्थानांतरण को मंजूरी प्रदान कर चुकी है। सरकार ने इस संशोधन के जरिए एलटी संवर्ग के शिक्षकों को सम्पूर्ण सेवा काल में एक बार मंडल परिवर्तन का मौका दिया है। डा रावत ने बताया कि एलटी शिक्षकों के संवर्ग परिवर्तन के लिए अपनाई जाने वाली प्रक्रिया के संबंध में शीघ्र ही शासन स्तर से एसओपी जारी की जाएगी। इसके लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं। विभागीय मंत्री ने बताया कि नए प्राविधानों के तहत ऐसे सहायक अध्यापको को मंडल परिवर्तन का मौका मिलेगा जिन्होंने अपने मूल संवर्ग में न्यूनतम पांच वर्षों की संतोषजनक सेवा पूर्ण कर ली हो। उन्होंने बताया कि शिक्षकों को मंडल परिवर्तन का लाभ सम्पूर्ण सेवा में मात्र एक बार ही अनुमन्य होगा। एक मंडल से दूसरे मंडल में स्थानांतरित शिक्षक कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से नवीन संवर्ग में कनिष्ठतम हो जाएंगे।
डा रावत ने बताया कि मंडल परिवर्तन करते समय सामान्य शाखा में कार्यरत शिक्षकों का स्थानांतरण सामान्य शाखा जबकि महिला शाखा में कार्यरत शिक्षिकाओं का स्थानांतरण महिला शाखा में ही किया जाएगा। दोनों मंडलों में जिस मंडल में विषयवार वास्तविक रिक्तियों की संख्या कम होगी उस विषय में उतनी सीमा तक ही समान श्रेणी के विद्यालयों में शिक्षकों के स्थानांतरण किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इच्छुक शिक्षकों से सम्बंधित मंडल स्तर पर ही आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। डा. रावत ने बताया कि अंतरमंडलीय स्थानांतरण में पारदर्शिता को लेकर शासन स्तर पर अपर सचिव माध्यमिक शिक्षा की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति गठित की गई है।
एलटी शिक्षकों के होंगे अंतरमंडलीय तबादले : शिक्षा मंत्री
नशा कारोबारियों का होगा सामाजिक बहिष्कार : नेगी
# नशे ने युवाओं को कर दिया खोखला
# कई-कई मुकदमे दर्ज होने के बाद भी नहीं सुधर रहे
# महिलाओं-बच्चों के इस कारोबार में शामिल होने से बिगड़ रही स्थिति
देहरादून (विकासनगर), ग्राम कुंजा ग्रांट एवं आसपास के इलाकों में नशे के बढ़ते कारोबार एवं युवाओं के नशे की गिरफ्त में आने के चलते ग्रामीणों ने रात्रि चौपाल का आयोजन किया।
चौपाल में विशेष तौर पर ग्रामीणों के बीच पहुंचे जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि क्षेत्र में नशे का बहुत व्यापक कारोबार चल रहा है तथा इस कारोबार में अधिकतर महिलाओं एवं बच्चों की भागीदारी के चलते अधिकांश युवा नशे की गिरफ्त में आगे गए हैं। प्रदेश की सीमा से लगते हुए जनपदों से बहुत बड़ी मात्रा में नशे की खेप पहुंच रही है, जिस पर अंकुश लगाना बहुत जरूरी है। नेगी ने कहा कि अगर यही हाल रहा तो गांव में सिर्फ मकान ही रह जाएंगे, रहने वाले नहीं। अगर कारोबारी नहीं सुधारते हैं तो पुलिस से और सख्ती बरतने को कहा जाएगा।
नेगी ने ग्रामीणों से इस कारोबार को समाप्त करने का संकल्प लेने एवं शिक्षा पर जोर देने की बात कही। चौपाल के संयोजक एवं वरिष्ठ नेता मोहम्मद आरिफ एवं ग़ालिब प्रधान ने ग्रामीणों के सुझाव पर सर्वसम्मति से नशे के कारोबारियों का सामाजिक बहिष्कार यथा शादी- विवाह, जीने-मरने आदि में शामिल न होने की बात कही।
मुफ्ती मोहम्मद शाहिद ने कहा कि इस्लाम में इस तरह का असामाजिक कृत्य बहुत ही घिनौना काम है, जिसको रोकना हर नागरिक का काम है।
चौपाल में हाजी तासीन, मुफ्ती फारूक, कारी निसार अहमद, कारी शहजाद, कारी शोएब, हाफिज इसरार, नसीम अहमद, सलीम, राकिब, रफीक अहमद, अयूब खान, इम्तियाज, सुलेमान, इसरार, आबिद , रियासत, सुलेमान, फुरकान, गफूर, सरवर, सलीम मास्टर, उस्मान, दिलशाद ,मसूद,नौशाद, अफजल, फरमान अली, शहादत, शाह हुसैन, शेरखान, जीशान आदि बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल थे।
कक्षा 10 और 12 में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए छात्रों को किया गया सम्मानित
देहरादून, मंथन वेलफेयर सोसायटी और कुसुम कांता फाउंडेशन की सहयोगी पहल के तहत, आज उत्तराखंड बोर्ड, देहरादून के छात्रों को आंचलिक विज्ञान केंद्र देहरादून में उनके कक्षा 10 और 12 में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। प्रोफेसर दुर्गेश पंत, महानिदेशक, यूकॉस्ट ने छात्रों को सम्मानित किया। उन्होंने छात्र- छात्राओं को विज्ञान के महत्व और वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया ।
इस कार्यक्रम में देहरादून के सरकारी स्कूलों के कक्षा 10 और 12 के 27 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया । उन्हें आंचलिक विज्ञान केंद्र, देहरादून की गैलरियों का भ्रमण करने का भी मौका मिला, जहां उन्होंने हैंड्स-ऑन वैज्ञानिक गतिविधियों में भाग लिया ।
उत्तराखंड राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद ने इस पहल के लिए एक सकारात्मक मंच प्रदान किया। यूकास्ट छात्र छात्रओं को एक प्रेरणादायक वातावरण में सीखने और विकसित होने का अवसर प्रदान करता है।
मिस पूजा पोखरियाल सचिव, मंथन वेलफेयर सोसायटी और मिस शिवानी गुप्ता, कार्यक्रम निदेशक, कुसुम कांता फाउंडेशन इस समारोह में मौजूद थे, साथ ही मिस मोनिका शर्मा, मिस नूपुर दत्ता, मिस प्रीति बक्शी सनराइज एकेडमी के प्रतिभागी भी उपस्थित थे।
यह पहल पिछले साल भी दोनों संस्थाओं द्वारा शुरू की गई थी, जो विद्यार्थियों की शैक्षणिक यात्रा में प्रोत्साहन और मार्गदर्शन का कार्य करती है।
अमेज़न.इन पर होम, किचन एवं आउटडोरस प्रोडक्टस कैटेगरी में सालाना आधार पर डबल डिजिट ग्रोथ के साथ उत्तराखंड रहा अव्वल
● देहरादून में होम, किचन एवं आउटडोरस कारोबार में सालाना आधार पर 30% की ग्रोथ देखने को मिली
● सोलर पावर प्रोडक्ट और इलेक्ट्रिक वाहनों जैसे पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों के मामले में उत्तराखंड सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले बाजारों में से एक रहा है
देहरादून, देहरादून में अमेज़न.इन ने होम, एवं किचन एवं आउटडोरस कारोबार में सालाना आधार पर डबल डिजिट की ग्रोथ दर्ज की है और हैवेल्स, बजाज, अगारो, मिल्टन और प्रेस्टीज सबसे पसंदीदा ब्रांड के रूप में उभरे हैं। इतना ही नहीं, देहरादून और उत्तराखंड में अमेज़न.इन पर नए ग्राहकों की संख्या में 10% की ग्रोथ देखने को मिली है। इन क्षेत्रों में, ग्राहकों का झुकाव सेहतमंद, सुविधाजनक और स्मार्ट जीवनशैली की ओर है। यही कारण है कि यहां रोबोटिक वैक्यूम, जिम फिटनेस एक्सेसरीज, मेटालिक कुकवेयर आदि जैसे प्रोडक्ट की मांग में जोरदार तेजी आई है। भारत के प्रमुख कैंपिंग स्थलों में से एक, उत्तराखंड में स्लीपिंग बैग की मांग में सालाना आधार पर 50% से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है। देश में हमेशा से क्रिकेट को लेकर दीवानगी देखने को मिली है, इसी के चलते, अमेज़न.इन को क्रिकेट बैट और किट की बिक्री में उत्तराखंड में सालाना आधार पर 100% की, वहीं देहरादून में 130% से अधिक की ग्रोथ देखने को मिली है।
लखनऊ और चंडीगढ़ में होम एंड किचन एक्सपीरियंस एरेना के सफल आयोजन के बाद, अमेज़न.इन को देहरादून में भी दिनभर चले इस कार्यक्रम को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है। यहां फर्नीचर, होम एसेंशियल, किचन एवं अप्लायंसेस, होम डेकोर एवं लाइटिंग, स्पोर्ट एवं फिटनेस, इलेक्ट्रिक वाहन, ऑटो एक्सेसरीज़, आउटडोर और बागवानी जैसी विभिन्न कैटेगरी में प्रोडक्ट पेश किए गए हैं। अपनी तरह के इस खास कार्यक्रम ने मीडिया और हमारे भागीदारों को भी अमेजन इंडिया की लीडिरशिप से बातचीत करने के साथ ही अपने पसंदीदा ब्रांडों और उत्पादों का अनुभव लेने का अवसर प्रदान किया।
इस मौके पर बात करते हुए, के एन श्रीकांत, डायरेक्टर, होम, किचन एवं आउटडोरस, अमेजन इंडिया ने कहा, ‘‘ग्राहकों को ध्यान में रखकर तैयार किए गए एक मार्केटप्लेस के रूप में, हम अमेजन इंडिया में ‘हर मुस्कान की अपनी दुकान’ की दिशा में प्रयास कर रहे हैं। उत्तराखंड में होम, किचन एवं आउटडोरस प्रोडक्टस के क्षेत्र में हमें सालाना आधार पर 30% की शानदार ग्रोथ देखने को मिली है। हमारे सम्माननीय ग्राहक जिस प्रकार हम पर लगातार विश्वास बनाए हुए हैं, इसे देखकर हम बेहद रोमांचित हैं। ग्राहकों के शानदार रिस्पॉन्स को देखते हुए, हम लगातार बेहतरीन ग्राहक सेवा प्रदान करने की दिशा में काम कर रहे हैं। इसी के साथ ही हम ग्राहकों को सुविधा एवं संतुष्टि प्रदान करते हुए, टॉप ब्रांडों के प्रोडक्ट के विशाल संग्रह उपलब्ध करा रहे हैं।’’
यहां उत्तराखंड और देहरादून में शॉपिंग के कुछ खास ट्रेंड देखने को मिले हैं:
● ग्राहक तेजी से प्रीमियम और स्मार्ट जीवन शैली अपना रहे हैं: हमें सोफा और बेड जैसे प्रोडक्ट की मांग में 65% से ज्यादा ग्रोथ देखने को मिली है, वहीं वार्डरोब की मांग में 80% और डाइनिंग फर्नीचर में 45% से अधिक की ग्रोथ देखने को मिली है। 2024 की बात करें तो, Amazon.in को इंस्टॉलेशन सर्विसेज के ग्राहकों में सालाना आधार पर 1.25 गुनी ग्रोथ देखने को मिली है। लगभग 11,000 ग्राहक इन सेवाओं का लाभ उठा रहे थे। इसके अलावा, इस क्षेत्र में वॉटरप्रूफिंग उत्पादों और पेंट्स के बाजार में 150% से अधिक की ग्रोथ हुई है। इसके अलावा, देहरादून में ग्राहक होम सेफ्टी और स्मार्ट लिविंग प्रोडक्ट जैसे डिजिटल डोर लॉक और वीडियो डोरबेल को खरीदने में प्राथमिकता दे रहे हैं। ग्राहकों की इस पसंद के चलते इन प्रोडक्ट में सालाना आधार पर 65% से अधिक की वृद्धि देखने को मिली है। इसके अलावा, पूरे उत्तराखंड में रोबोटिक वैक्यूम में लगभग 100% की ग्रोथ देखने को मिली है।
● पर्यावरण के अनुकूल प्रोडक्ट की बढ़ती मांग: पूरे उत्तराखंड में ग्राहक तेजी से पर्यावरण के अनुकूल प्रोडक्ट चुन रहे हैं। 2024 में, सोलर पावर प्रोडक्ट की मांग में 175% की ग्रोथ देखने को मिली है। पर्यावरण के अनुकूल यातायात के विकल्पों को लेकर आम लोगों के शानदार रिस्पॉन्स को देखते हुए, अमेजन ने हीरो विडा, चेतक और ओकाया एम्पियर जैसे प्रतिष्ठित ब्रांडों के साथ-साथ ग्रीन और कोमाकी इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ अपने ईवी पोर्टफोलियो का विस्तार किया है।
● घर पर रहकर फिट रहें और बेहतर जीवनशैली अपनाएं: होम वर्कआउट और जिम फिटनेस एक्सेसरीज की मांग में 50% से अधिक की वृद्धि हुई है। यह बताता है कि उत्तराखंड और देहरादून में ग्राहकों के बीच सेहत और फिटनेस को लेकर रुचि तेजी से बढ़ रही है।
● ग्राहकों के लिए बेहतर सुविधा और कार्यक्षमता उत्पादों के चयन को कर रही हैं प्रेरित : देहरादून में लोगों के बीच खाना पकाने की कला को लेकर रुचि तेजीसे बढ़ रही है। जिसके चलते यहां कॉफी मशीन के मामले में 40% से अधिक और मिक्सर ग्राइंडर के मामले में 50% से अधिक की ग्रोथ देखने को मिली है। इसके अलावा, मेटालिक कुकवेयर सेट की मांग में 95% और बेकिंग एवं पेस्ट्री टूल्स की मांग में 40% की ग्रोथ हुई है। यह चलन खाना पकाने, बेकिंग और परोसने की गुणवत्ता और कार्यक्षमता पर ज़ोर देता है। यह बदलता रुझान खाना पकाने के प्रति ग्राहकों की बदलती रुचि को प्रदर्शित करता है।
अमेज़न.इन की ग्रोथ में उत्तराखंड के बाजार की महत्वपूर्ण भूमिका है। भारत का सबसे पसंदीदा मार्केटप्लेस भविष्य में भी राज्य और देश भर में स्थानीय स्टोरों और एमएसएमई के साथ काम करता रहेगा। साथ ही अमेजन नए टूल्स, टेक्नोलॉजी, इनावेशन और नई पहल पेश करता रहेगा। हमारा यह प्रयास भारतीय कारोबारियों की उद्यमशीलता को बेहतरीन तरीके से प्रदर्शित करता है। इसके अलावा, Amazon.in के पास राज्य में 100 से अधिक ‘आई हैव स्पेस’ पाटनर्स के साथ 20 से अधिक ओन्ड एवं पार्टनर डिलीवरी स्टेशन हैं।
सूबे में बेसिक शिक्षकों के 3600 पदों पर होगी भर्तीः डा. धन सिंह रावत
विभागीय अधिकारियों को दिये निर्देश, जनपदवार शीघ्र जारी करें विज्ञप्ति
पूर्व में आवेदन कर चुके अभ्यर्थियों को नहीं करना होगा दोबारा आवेदन
देहरादून, सूबे में प्राथमिक शिक्षा के अंतर्गत सहायक अध्यापक (बेसिक) के लगभग 3600 रिक्त पदों पर शीघ्र भर्ती की जायेगी। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को जनपदवार विज्ञप्ति जारी करने के निर्देश दे दिये गये हैं। बेसिक शिक्षकों की नई भर्ती में ऐसे डीएलएड व डीएड योग्यताधारी अभ्यर्थियों को आवेदन करने में छूट प्रदान की गई है जिन्होंने पूर्व में जारी विज्ञप्ति के लिये आवेदन किया किया था। ऐसे अभ्यर्थियों को पूर्व में किये गये आवेदन के आधार पर नई भर्ती के लिये अर्ह माना जायेगा और उन्हें पुनः आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी।
सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य सरकार प्राथमिक स्तर पर शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में जुटी है। प्रदेश के नौनिहालों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिये सरकार ने प्रत्येक प्राथमिक विद्यालयों में सभी संसाधान मुहैया कराने के साथ-साथ प्राथमिक शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में प्राथमिक शिक्षा विभाग ने प्रदेश में लागू आदर्श आचार संहिता के बीच निर्वाचन आयोग से बेसिक शिक्षकों के लम्बे समय से रिक्त चल रहे पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की अनुमति मांगी थी जिस पर आयोग ने अपनी स्वीकृत प्रदान कर दी है। विभागीय मंत्री ने कहा कि प्रदेश में बेसिक शिक्षकों के लगभग 3600 पद रिक्त पड़े हैं, जिन पर जनपदवार शीघ्र भर्ती विज्ञापन जारी करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शीघ्र शुरू कर प्रत्येक प्राथमिक विद्यालयों में रिक्त पदो ंके सापेक्ष शिक्षकों की तैनाती की जायेगी ताकि प्रदेश की प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जा सके। डा. रावत ने बताया कि राज्य में बेसिक शिक्षकों की भर्ती उत्तराखंड राजकीय प्रारम्भिक शिक्षा (अध्यापक) (संशोधन) सेवा नियमावली-2024 में निर्धारित प्राविधानों के अनुरूप की जायेगी। नये प्राविधानों के तहत डीएलएड व डीएड योग्यताधारी अभ्यर्थी ही बेसिक शिक्षक पद के लिये अर्ह होंगे।
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पुराने अभ्यर्थियों को मिलेगी पुनः आवेदन करने में छूट : डा. रावत
प्रदेश के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बताया कि वर्ष 2020 एवं 2021 में सहायक अध्यापक प्राथमिक के अवशेष रह गये रिक्त पदों को नई भर्ती में शामिल किया गया है। ऐसे में जिन डीएलएड व डीएड योग्यताधारी अभ्यर्थियों ने पूर्व की इन विज्ञप्तियों के लिये आवेदन किया था लेकिन उन्हें नियुक्ति प्रदान नहीं की गई। ऐसे अभ्यर्थियों को नई विज्ञप्ति में पुनः आवेदन करने में छूट प्रदान की गई है। ऐसे अभ्यर्थियों को फिर से आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी। उन्होंने कहा कि ऐसे अभ्यर्थियों को पूर्व में किये गये आवेदन के आधार पर नई भर्ती प्रक्रिया में सम्मिलित करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं।
नाबालिग लड़की को होटल लेकर पहुंचे दो युवक, सड़क पर जमकर हुआ हंगामा
रुड़की(आरएनएस)। होटल में नाबालिग के साथ दो युवकों के मिलने पर एक संगठन से जुड़े लोगों ने हंगामा कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने किसी तरीके से मामला शांत कराया। रविवार को मामला चर्चा में रहा। दोनों युवक और नाबालिग के परिजनों को पुलिस ने मामले की सूचना दी। नाबालिग के परिजनों ने शिकायत नहीं करने की बात कही। जिसके बाद पुलिस ने युवकों के परिजनों को बुलाकर उन्हें जमकर फटकार लगाकर आइंदा दोबारा ऐसी हरकत करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी देकर उन्हें छोड़ दिया।
बीती शाम रुड़की कोतवाली के बस अड्डे के पास एक होटल में नाबालिग के होने की एक संगठन को सूचना मिली। संगठन के कार्यकर्ता होटल पहुंचे तो वहां नाबालिग के साथ दो युवक भी मिले। जिसके बाद मौके पर जमकर हंगामा हुआ। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने किसी तरीके से मामले में तनाव न बढ़े, इसको लेकर वहां लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया। जिसके बाद पुलिस नाबालिग और युवकों को अपने साथ कोतवाली लेकर पहुंची। इसके बाद पुलिस ने नाबालिग और युवकों के परिजनों को सूचना देकर कोतवाली बुला लिया। इंस्पेक्टर आरके सकलानी ने बताया कि एक नाबालिग के होटल में मिलने पर हंगामा हो गया था। डांट फटकार के बाद कुछ जरूरी लिखा-पढ़ी कर युवक और नाबालिग को परिजनों को सौंप दिया गया है।
नाबालिग को होटल में कैसे मिल गया कमरा: पुलिस की लापरवाही का फायदा कुछ होटल वाले उठा रहे हैं। नियमों को ताक पर रखते हुए ये होटलकर्मी नाबालिग को भी कमरा उपलब्ध करवा रहे हैं। जबकि ऐसा करना कानूनन अपराध है। इधर, एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने कहा कि पुलिस द्वारा समय-समय पर होटलों का भी औचक निरीक्षण किया जाता है। बिना आईडी उपलब्ध कराए किसी को भी होटल में कमरा देना कानूनन अपराध है। ऐसे होटल प्रबंधकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री के निर्देशों पर उत्तराखण्ड स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों के लिए जारी की अग्नि सुरक्षा एडवाइजरी
देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने गर्मी के महीनों के दौरान अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए एक व्यापक एडवाइजरी जारी की है।
उत्तराखण्ड के स्वास्थ्य सचिव, डॉ. आर. राजेश कुमार द्वारा जारी इस एडवाइजरी में राज्य के सभी सरकारी और निजी स्वास्थ्य सुविधाओं में अग्नि सुरक्षा उपायों को तुरंत और पूरी तरह से लागू करने की मांग की गई है।
डॉ. राजेश ने अस्पताल प्रबंधन, स्टाफ और नियामक निकायों की सामूहिक जिम्मेदारी पर जोर देते हुए कहा, “यह आवश्यक है कि हम ऐसी विनाशकारी घटनाओं को रोकने के लिए सक्रिय कदम उठाएं।”
एडवाइजरी में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएच एंड एफडब्ल्यू), नई दिल्ली द्वारा जारी “स्वास्थ्य सुविधाओं में अग्नि सुरक्षा के लिए दिशा-निर्देशों” का पालन करने के महत्व पर प्रकाश डाला गया है। अस्पतालों को इन दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करना, राज्य अग्निशमन विभाग से वैध अग्नि अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) प्राप्त करना, और नियमित अग्नि सुरक्षा ऑडिट और ऑन-साइट निरीक्षण करने की आवश्यकता है।
एडवाइजरी में उल्लिखित प्रमुख उपाय निम्नलिखित हैं:
स्थापना और रखरखाव:
अस्पतालों को प्रत्येक जरूरी स्थानों पर अग्निशामक, धुआं डिटेक्टर और अग्नि अलार्म स्थापित करने चाहिए, विशेष रूप से नवजात और गहन चिकित्सा इकाइयों में नियमित निरीक्षण के साथ। महत्वपूर्ण क्षेत्रों में स्वचालित स्प्रिंकलर सिस्टम और अन्य अग्नि शमन तंत्र से सुसज्जित होना चाहिए।
आपातकालीन निकास और अग्निशमन विभाग के साथ सहयोग:
स्पष्ट रूप से चिन्हित आपातकालीन निकास अनिवार्य हैं। अस्पतालों को स्थानीय अग्निशमन विभागों और आपातकालीन सेवाओं के साथ जरूरी कार्यसंबंधी संबंध स्थापित करना चाहिए।
ऑक्सीजन सुरक्षा:
ऑक्सीजन सिलेंडरों या पाइप्ड ऑक्सीजन के उचित स्थान और भंडारण के साथ-साथ सख्त धूम्रपान निषेध नीतियां और ऑक्सीजन के पास हीट सोर्स पर नियंत्रण।
भवन कोड:
अग्नि सुरक्षा, विद्युत तारों, और आपातकालीन अवसंरचना सहित भवन सुरक्षा कोड का पालन।
विद्युत ऑडिट:
विशेष रूप से जब नया उपकरण जोड़ा जाता है या स्थानों को आईसीयू में परिवर्तित किया जाता है, तो वार्षिक विद्युत लोड ऑडिट करें।
नियमित निरीक्षण:
प्रमाणित पेशेवरों द्वारा नियमित अग्नि सुरक्षा निरीक्षणों का समयबद्ध तरीके से आयोजन करें और किसी भी कमी को तुरंत दूर करें।
प्रशिक्षण:
सभी अस्पताल कर्मचारियों, जिसमें डॉक्टर, नर्स, प्रशासनिक कर्मी और सुरक्षा कर्मचारी शामिल हैं, को व्यापक अग्नि सुरक्षा प्रशिक्षण प्रदान करें।
रखरखाव:
सभी विद्युत उपकरणों, तारों और अन्य संभावित अग्नि खतरों के लिए सख्त रखरखाव कार्यक्रम लागू करें।
संवेदनशील क्षेत्रों के लिए उन्नत उपाय:
नवजात और बाल चिकित्सा इकाइयों पर विशेष ध्यान दें, यह सुनिश्चित करते हुए कि इन क्षेत्रों में उन्नत अग्नि सुरक्षा उपाय हैं।
आगंतुक दिशानिर्देश:
आगंतुकों के लिए सख्त दिशानिर्देश स्थापित करें ताकि अग्नि खतरों, जैसे कि ज्वलनशील सामग्री का जोखिम कम हो।
परिचय और प्रोटोकॉल:
अस्पताल कर्मचारियों को अस्पताल के लेआउट और अग्नि सुरक्षा योजनाओं से परिचित कराएं, और अग्नि घटनाओं और निकट-मिस की रिपोर्टिंग के लिए विशिष्ट प्रोटोकॉल विकसित करें।
एडवाइजरी में अस्पताल निर्माण और साज-सज्जा में गैर-दहनशील और अग्नि-प्रतिरोधी सामग्री के उपयोग का भी आह्वान किया गया है, विशेष रूप से मरीजों की देखभाल के क्षेत्रों में।
डॉ. राजेश ने सभी स्वास्थ्य सुविधाओं से इन उपायों को गंभीरता से लेने का आग्रह किया ताकि मरीजों, कर्मचारियों और आगंतुकों के जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड स्वास्थ्य विभाग राज्य भर के अस्पतालों में उच्चतम अग्नि सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
चारधाम यात्रा और पर्यटन सीजन को देखते हुए खाद्य विभाग ने मिलावट खोरों पर कसा शिकंजा, यात्रा मार्ग पर मिलावट कर रहे कई प्रतिष्ठानों को नोटिश जारी
विकासनगर के धर्मावाला से खाद्य विभाग की टीम ने हिमाचल भेजा जा रहा पांच कुंतल दूषित पनीर कराया नष्ट, अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने कहा मिलावटखोरों पर होगी कड़ी कार्रवाई
देहरादून, चारधाम यात्रा और पर्यटन सीजन को देखते हुए खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग का छापेमारी अभियान पूरे प्रदेश में जारी है। आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन डॉ आर राजेश कुमार के निर्देश पर खाद्य विभाग की टीमों द्वारा राज्य के अलग-अलग जनपदों में मिलावटखोरों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। खाद्य विभाग की टीम द्वारा प्रदेशभर में बड़ी संख्या में सैंपल लेने के साथ ही मिलावट कर रहे प्रतिष्ठानों को नोटिश जारी किये जा रहे हैं।
अपर आयुक्त आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन ताजबर सिंह जग्गी ने कहा राज्य में खाद्य पदार्थों में हो रही मिलावट की रोकथाम हेतु चलाये जा रहे विशेष अभियान की कमान उपायुक्त खाद्य मुख्यालय जी०सी० कण्डवाल को सौंपी गई है। उनके के नेतृत्व में संयुक्त टीम गठित कर चारधाम यात्रा मार्ग पर स्थित खाद्य निर्माण ईकाइयांे, थोक विक्रेताओं व फुटकर विक्रेताओं के प्रतिष्टानों पर खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की चौकिंग की जा रही है। जिसमें पुलिस प्रशासन की मदद से मिलावट खोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई आ रही है। मिलावटखोरों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगी।
अपर आयुक्त आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन ताजबर सिंह जग्गी ने कहा आज पायुक्त खाद्य मुख्यालय जी०सी० कण्डवाल के नेतृत्व में टीम द्वारा देहरादून जनपद के विकासनगर क्षेत्र के सेलाकुई, हर्बटपुर, धर्मावाला क्षेत्र में स्थित होटल, रेस्टोरेंट, डेयरी आदि का निरीक्षण किया। खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम 2006 के प्राविधानों के अन्तर्गत टीम द्वारा पूरे इलाके में सघन निरीक्षण किया गया। संयुक्त टीम द्वारा सबसे पहले सुबह हरबर्टपुर पौंटा रोड़ पर दूध व अन्य खाध पदार्थों के आपूर्तिकर्ता वाहनों का औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें देहराडून से आपूर्ति हो रहे दुग्ध एवम् दुग्ध उत्पादकों की लेवलिंग, कॅडिशन व स्टोरेज की जाँच की गई। मौके पर लाइसेंस तलब किये गये। बिना लाइसेंस के सप्लाई करने पर नोटिस जारी किये गये।
अपर आयुक्त आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि उसके बाद टीम मुखबिर की सूचना पर अधूवाला कुंज ग्रांट में स्थित एक पनीर निर्माता प्रतिष्ठान का औचक निरीक्षण करने पहुंची। टीम ने निरीक्षण के दौरान पनीर निर्माण करता हुआ नहीं पाया। जबकि प्रतिष्ठान में 4-5 कुन्तल पनीर रखा हुआ था। टीम द्वारा पनीर के सम्बन्ध में मौके पर मौजूद सलमान नाम के व्यक्ति से कडाई के साथ पूछताछ की गई। प्रतिष्ठान मैं मौजूद सलमान नाम के व्यक्ति द्वारा बताया गया कि यह पनीर पांच से छ दिन पुराना है। और इसे हिमाचल प्रदेश में सप्लाई के लिए बनाया गया है।
उन्होंने बतातया कि टीम द्वारा मौके पर प्रतिष्ठान सघन निरीक्षण करने पर कुछ पाम आयल के खाली पैकेट, कुछ पैकेट सैक्रीन जैसा पदार्थ तथा सेट्रिक एसिड जैसा लिक्विड पदार्थ पाया गया। इसके बारे में पूछताछ करने पर सलमान द्वारा बताया गया कि हम कभी कभी पनीर बनाने में पदार्थ का प्रयोग करते हैं। उसके बाद वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय तिवारी द्वारा मौके पर जांच हेतू पनीर का नमूना लिया गया।
उन्होंने बताया कि टीम द्वारा इस कार्रवाई की सूचना संबधित पुलिस चौकी कुल्हान के चौकी इंचार्ज को हर्ष आगेरा को दी गई और मौके पर पुलिस बल भेजने का आग्रह किया गया। उनके द्वारा दो आरक्षी मौके पर भेजे गये। टीम द्वारा पुलिस बल की मौजूदगी में सलमान द्वारा पनीर नष्ट किया गया। यह पनीर बासी एवम् व्यक्तियों को बीमार करने वाला था। इसका प्रयोग न हो सके इसलिए इसे नष्ट करया गया। अपर आयुक्त आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि इस अभियान के दौरान दो पनीर के नमूने एवं आधे दर्जन प्रतिष्ठान का निरीक्षण किया गया। कार्यवाही टीम में उपायुक्त खाद्य (मुख्यालय) जी०सी० कण्डवाल, वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी, विकासनगर संजय तिवारी, एफ०डी०ए० विजिलेंस से संजय नेगी, योगेन्द्र सिह तथा कुल्हाल चौकी चौकी प्रभारी कुल्हाल हर्ष आगेरा, का० मोनू कुमार, मुकेश कुमार सम्मलित रहे।
शराब की दुकान के आगे ग्रामीणों ने दिया धरना प्रदर्शन
अल्मोड़ा (काफलीखान), सरकारी शराब की दुकान पर ग्रामीणों ने जुलूस निकाल कर शराब की दुकान के आगे धरने में बैठ गए। मंगल को ग्रामीणों ने जुलूस निकालकर नारेबाजी की, शराब नहीं, शिक्षा दो के नारे लगाते हुए क्षेत्रीय विधायक पर नाराजगी व्यक्त करते हुए शराब की दुकान को बंद न करवाने में सहयोग न करने पर नाराजगी व रोष व्यक्त किया ।
जबकि ब्लॉक प्रमुख धौलादेवी के प्रमुख प्रतिनिधि वह भाजपा के वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह बिष्ट को ग्रामीणों ने धरना स्थल पर रोक कर शराब की दुकान बंद करवाने में सहयोग करने हेतु कहा। बिष्ट ने आबकारी विभाग से दूरभाष में वार्ता का ग्रामीणों की नाराजगी से अवगत कराकर समस्या के समाधान करने हेतु कहा।
शराब की दुकान की सुरक्षा व शांति बनाए रखने के लिए दन्या थाने की पुलिस धरना स्थल पर मौजूद रही । धरना देने वालों में प्रधान राजेंद्र प्रसाद, नवीन लाल, सुमित लाल, गोविंद देवी ,कलावती देवी, गुड्डी देवी , तारा देवी राजन्ती देवी, कलावती देवी, भगवती देवी समेत दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे।
एसजीआरआर एजुकेशन मिशन की शिक्षक चयन प्रक्रिया : उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों से अभ्यर्थियों ने किया प्रतिभाग
एसजीआरआर पब्लिक स्कूल तालाब शाखा में चार दिवसीय प्रक्रिया 31 मई 2024 तक होगी आयोजित
रोजगार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा एसजीआरआर एजुकेशन मिशन
लिखित परीक्षा व साक्षात्कार के आधार पर एसजीआरआर पब्लिक स्कूलों की 100 से अधिक शाखाओं के लिए होगा चयन
देहरादून, श्री गुरु राम राय एजुकेशन मिशन के 100 से अधिक स्कूलों में शिक्षक भर्ती चयन प्रक्रिया का आयोजन किया गया। चयन प्रक्रिया में उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों से आए अभ्यर्थी लिखित व साक्षात्कार प्रक्रिया में भाग लिया। चार दिवसीय चयन प्रक्रिया 28 मई से आरम्भ हुई है व 31 मई तक चलेगी। यह जानकारी शिक्षक भर्ती चयन प्रक्रिया के संयोजक सदस्यों ने दी।
श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल तालाब शाखा में मिशन की शिक्षक भर्ती चयन प्रक्रिया का आयोजन किया गया है। काबिलेगौर है कि एसजीआरआर पब्लिक स्कूल की श्रृंखला में एसजीआरआर पब्लिक स्कूल तालाब शाखा सबसे पहला स्थापित स्कूल है। भर्ती चयन प्रक्रिया में 1,200 से अधिक आवेदक प्रतिदिन लिखित व साक्षात्कार प्रक्रिया में भाग ले रहे हैैं, चार दिनों तक चलने वाली प्रक्रिया में करीब 5,000 पांच हजार अभ्यर्थी भाग लेंगे। मंगलवार को एसजीआरआर पब्लिक स्कूल तालाब शाखा में सुबह 7ः00 बजे से ही अभ्यर्थियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था, चयन प्रक्रिया देर शाम तक जारी रही। चयन प्रक्रिया के अन्तर्गत 80 नम्बरों की लिखित परीक्षा व 20 अंकों का साक्षात्कार है। लिखित परीक्षा में अभ्यर्थियों का विश्लेषण, प्रस्तुतीकरण व विषय ज्ञान का मूल्यांकन किया जा रहा है। परीक्षा के उत्कष्ट अभ्यर्थियों को वरीयता सूची के आधार पर साक्षात्कार प्रक्रिया के लिए बुलाया जा रहा है व चयन प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
चयन प्रक्रिया की एक खास बात यह भी है कि आवेदकों की सुविधा को देखते हुए एसजीआरआर एजुकेशन मिशन प्रबंधन ने लिखित परीक्षा के दिन ही मूल्यांकन, साक्षात्कार व परिणाम घोषित करने की व्यवस्था रखी हुई है। इस व्यवस्था के लिए आवेदकों ने एसजीआरआर एजुकेशन मिशन प्रबन्धन का आभार व्यक्त किया है।
चयन प्रक्रिया में शामिल होने के लिए दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड सहित उत्तर भारत से अभ्यर्थी पहुंच रहे हैं। चयन प्रक्रिया में मूल्यांकन व परिणम घोषित करने हेतु उत्तराखण्ड के ख्यातिप्राप्त विषय विशेषज्ञों व शिक्षाविदों का सहयोग लिया जा रहा है। परीक्षा आयोजन समिति के सदस्यों ने स्पष्ट किया कि यदि कोई अभ्यर्थी चयन परीक्षा परिणाम से संतुष्ट नहीं होता है तो वह पुनर्मूल्यांकन हेतु प्रार्थना पत्र दे सकता है, परीक्षा मूल्यांकन विशेषज्ञ समिति के सदस्यों की कमेटी ऐसे मामलों का ऑन कैमरा पुनर्मुल्यांकन करेगी।
श्री गुरु राम राय एजुकेशन मिशन के संस्थान उत्तराखण्ड के युवाओं के अलावा उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों के युवाओं के लिए रोजगार के स्वर्णिम अवसर प्रदान करने में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।
ध्वस्तीकरण की कार्यवाही अवैध, सबूत पेश करने लिए समय देने की मांग को लेकर नगरनिगम पर हुआ प्रदर्शन
देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), ध्वस्तीकरण की कार्यवाही अवैध ठहराते हुऐ तथा प्रभावितों को समय देने की मांग को लेकर आज विभिन्न जनसंगठनों राजनैतिक दलों ने नगर निगम पर जोरदार प्रदर्शन कर धरना दिया तथा नगर आयुक्त को ज्ञापन देकर ध्वस्तीकरण कि कार्यवाही गैरकानूनी तथा प्रभावितों को सबूत के समय के लिऐ और अधिक समय देने कि मांग कि है ।
ज्ञापन में कहा गया है कि सबूत के तौर पर बिजली /पानी बिलों के अलावा आधार/वोटर कार्ड/राशन कार्ड अन्य सभी आवश्यक कागजातों को सबूतों के रूप माना जाना चाहिए ।प्रदर्शन के दौरान हि एक प्रतिनिधिमण्डल ने नगर आयुक्त श्री गौरव कुमार से भेंट की तथा उन्हें ज्ञापन देकर वस्तुस्थिति से अवगत कराया तथा उनसे हस्तक्षेप मांग की ।
नगर आयुक्त ने प्रदर्शनकारियों के मध्य आकर आश्वासन दिया कि वे प्रभावितों के मामले में गम्भीरता से विचार करेंगे तथा सभी प्रभावितों पक्ष रखने का पूरा का पूरा मौका देंगे उन्होंने कहा है कि यदि इस जद में कोई भी प्रभावशाली व्यक्ति का कब्जा पाया गया तो उसके खिलाफ भी नगरनिगम कार्यवाही करेगा ।
प्रदर्शनकारियों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि वे 30 मई को सचिवालय पर होने वाले प्रदर्शन में अधिक से अधिक संख्या में हिस्सा लेंगे ।
इन्होंने दिया समर्थन :
प्रदर्शन को सपा, महिला मंच, जनवादी महिला समिति, सीपीआई ,एआईएलयू , आयूपी ,उत्तराखंड आन्दोलनकारी परिषद, उत्तराखण्ड़ पीपुल्स फ्रन्ट, नेताजी संघर्ष समिति, किसान सभा तथा सर्वोदय मण्डल आदि ने समर्थन दिया ।
प्रदर्शन में चेतना आन्दोलन के शंकर गोपाल ,सीपीआई एम के राजेन्द्र पुरोहित, अनन्त आकाश, बसपा के दिग्विजय सिंह, आयूपि के नवनीत गुसांई , सीआईटीयू के लेखराज ,रामसिंह भण्डारी ,एटक के अशोक शर्मा, एस एस रजवार, एसएफआई से हिमान्शु चौहान, कर्मचारी महासंघ के एस एस नेगी ,विनोद बडोनी, सुनीता देवी, रमन के अलावा हरिश कुमार, अर्जुन रावत, विनोद कुमार,राजेन्द्र शर्मा, दयाकृष्ण पाठक अर्जुन सिंह रावत आदि शामिल रहे |
इस अवसर पर मुख्यमंत्री, शहरी विकास मन्त्री , मुख्य सचिव तथा जिलाधिकारी देहरादून को ज्ञापन भी प्रेषित किया ।
प्रदर्शन कि प्रमुख मांगे :
(1)अतिक्रमण अभियान से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देशित किया जाऐ कि किसी भी साक्ष्य या दस्तावेज को वे लें और अगर कोई भी साक्ष्य है जिससे पता चलता है कि लोग 2016 से पहले बसे हैं तो प्रभावित परिवार का नाम अतिक्रमण की सूची सूची से हटाये जाये ।
(2) किसी को भी बेदखल करने से पहले कानूनी – प्रक्रिया को पूरा करें।साक्ष्य पेश करने के लिऐ कम से कम 30 दिन का समय दिया जाऐ ,हर व्यक्ति को सुना जाऐ ।
(3)बेदखल करने से पहले कानून और उच्चतम न्यायालय के फैसलों के अनुसार नियमितीकरण और पुनर्वास के लिऐ कदम उठाये जायें ।
(4)कार्यवाही पूरी तरह से निष्पक्ष हो और बेदखली की कार्यवाही बड़े इमारतों एवं प्रतिष्ठानों से शुरू करें ।
प्रदर्शन को सपा ,महिला मंच ,जनवादी महिला समिति ,सिपिआई ,एआईएलयू ,आयूपी ,उत्तराखंड आन्दोलन कारि परिषद ,उत्तराखण्ड पीपुल्स फ्रन्ट, नेताजी संघर्ष समिति,किसान सभा तथा सर्वोदय मण्डल आदि समर्थन दिया ।
प्रदर्शन में चेतना आन्दोलन के शंकर गोपाल ,सिपिआई एम के राजेन्द्र पुरोहित ,अनन्त आकाश ,बसपा के दिग्विजय सिंह ,आयूपि के नवनीत गुसांई , सीआईटीयू के लेखराज ,रामसिंह भण्डारी ,एटक के अशोक शर्मा ,एस एस रजवार ,एस एफ आई से हिमान्शु चौहान ,कर्मचारी महासंघ के एस एस नेगी ,विनोद बडोनि ,सुनीता देवी ,रमन के अलावा हरिश कुमार ,अर्जुन रावत ,विनोद कुमार ,राजेन्द्र शर्मा ,दयाकृष्ण पाठक अर्जुन रावत मौजूद रहे |
प्रेमनगर में खुला मान्या नाम से ब्लड बैंक, विधायक सविता कपूर ने आयोजकों को शुभकामनाएं दी
देहरादून, त्यागी मार्केट, प्रेमनगर में मान्या ब्लड बैंक नाम से शुभारंभित करते हुए विधायक सविता कपूर ने आयोजकों को शुभकामनाएं दी, तथा मान्या ब्लड बैंक के कार्यों तथा इसकी उपयोगिता के विषय में गहन रुचि ली।
द्वीप प्रज्वलन और मंगल मंत्रो के साथ हुए मान्या ब्लड बैंक के उद्घाटन अवसर पर पधारे 130 बार रक्तदान कर चुके योगेश अग्रवाल ने कहा कि यह ब्लड बैंक की सेवाएं से अल्प रक्त रोगियों के जीवन रक्षार्थ बड़ा उपयोगी सिद्ध होगा।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रुप में पधारे योगेश अग्रवाल द्वारा मान्या ब्लड बैंक में पहला रक्तदान और अपने जीवन काल का 131 वी बार का रक्तदान कर रक्तदान कार्य का शुभारंभ किया।
मान्या ब्लड बैंक के शुभारंभ अवसर पर विधायक सविता कपूर, योगेश अग्रवाल,मान्या ब्लड बैंक के कमल साहू, डॉ० पीयूष अग्रवाल, सुभारती अस्पताल के डॉ०अनिल रोहेला आदि अनेक महानुभाव उपस्थित रहे।