Tuesday, June 17, 2025
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कांग्रेस के आईटी विभाग ने प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को सौंपी लोकसभा चुनाव की रिपोर्ट

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देहरादून, सोशल मीडिया के कार्यकारी अध्यक्ष विशाल मौर्य ने प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी के करन माहरा को लोकसभा चुनाव में सोशल मीडिया द्वारा किए गए कार्यों की रिपोर्ट सौंपी। रिपोर्ट सौंपते हुए उन्होने कहा कि सोशल मीडिया वॉर रूम द्वारा प्रत्येक प्रत्याशी के लिए फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, वाट्सअप द्वारा भरपूर प्रचार किया गया, प्रत्येक लोकसभा में चुनाव के दौरान प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा दिये गये निर्देश पर सोशल मीडिया वॉर रूम द्वारा सभी प्लेटफार्म पर (फेसबुक, इंस्टा, ट्विटर, वाट्सअप) प्रचार प्रसार कर प्रत्याशी को मजबूती की गई। जिसका असर साफ देखने को मिला और 2019 के चुनाव से इस बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का वोट प्रतिशत में बढ़ा हुई है।

मौर्य ने कहा कि सोशल मीडिया वॉर रूम ने भाजपा के दुष्प्रचार का डठकर मुकाबला किया और भी प्रदेश सोशल मीडिया लगातार इस शिलशिले को बनाये रखेगी।

पंडित धीरेंद्र शास्त्री पहुंचे बदरी धाम, सोमवार से होगी तीन दिवसीय कथा शुरू, भक्तों का लगा जमावड़ा

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चमोली (बदरीनाथ), बागेश्वर धाम के चर्चित कथावाचक पंडित धीरेंद्र शास्त्री बदरीनाथ धाम पहुंच गए हैं। वे यहां तीन दिनों तक हनुमान और राम भक्तों को सुनाएंगे। उनका चर्चित दरबार यहां भी लगेगा या नहीं यह अभी साफ नहीं हो सका है। फिलहाल दरबार में अपनी अर्जी लगाने के लिए भक्तों का जमावड़ा भी बदरीनाथ में लगने लगा है।
सोमवार से बदरीनाथ स्थित परमार्थ लोक आश्रम में तीन दिवसीय हनुमान एवं रामभक्ति कथा प्रवचन का शुभारंभ होागा। रविवार अपराह्न में धीरेंद्र शास्त्री अपनी मंडली के साथ धाम पहुंचे।
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का खाक चौक आश्रम में संत बालक योगेश्वर दास महाराज और संतों महात्माओं ने अभिनंदन किया। इस दौरान बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि धीरेंद्र शास्त्री भगवान बदरी विशाल के दर्शन भी करेंगे।
इस अवसर पर सर्वेश्वरानंद दास महाराज, बदरीनाथ पूर्व धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, मनोज ठाकुर, डॉ. हरीश गौड़, मोहन भट्ट समेत बाबा बागेश्वर के अनुयायी और तीर्थयात्री भी मौजूद रहे।

मौसम विभाग ने जारी किया पूर्वानुमान : अगले 5 दिन, हीटवेव- तूफान और बारिश की संभावना

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देहरादून, देश के साथ साथ उत्तराखंड में इन दिनों भीषण गर्मी ने आफत मचा रखी है। पिछले साल की तुलना इस वर्ष गर्मी ने सभी रिकाॕर्ड तोड़ डाले, जबकि जून के पहले हफ्ते में मानसून की धमक शुरू हो जाती थी, लेकिन इस बार राज्य में मानसून आने में अभी कम से कम 10 दिन का समय है उससे पहले गर्मी से बेहाल लोग प्री- मानसून की बारिश की आस लगाए बैठे हैं। मैदानी इलाकों में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है वहीं पहाड़ी इलाकों में भी गर्मी सताने लगी है।
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून ने आज राज्य में अगले 5 दिन का यानि 19 जून तक मौसम पूर्वानुमान जारी किया है। पांच दिवसीय मौसम पूर्वानुमान पर नजर डालें तो मैदानी इलाकों में अगले एक-दो दिन भीषण गर्मी का दौर बना रहेगा वहीं पहाड़ों में हवाओं के साथ बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। जबकि 17 जून से 19 जून के बीच में मैदानी इलाकों में भी आंधी तूफान और एक दो दौर की तेज बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी है।
वहीं 16 जून रविवार को उत्तराखंड राज्य के देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल, चंपावत, टिहरी पौड़ी और अल्मोड़ा जिले में कहीं-कहीं बिजली चमकने और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चलने को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं उधम सिंह नगर, हरिद्वार सहित अन्य जनपदों के मैदानी इलाकों में मौसम शुष्क रहने के साथ ही गर्म हवाएं चलने की संभावना जताई गई है। मौसम विज्ञान केंद्र ने अधिकांश मैदानी इलाकों में हीटवेव का यलो अलर्ट जारी किया है।

वहीं 17 जून सोमवार को अधिकांश पर्वतीय जनपदों में गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश और तेज झोंकेदार हवाएं चलने की संभावना को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है वहीं मैदानी इलाकों में मौसम शुष्क रहेगा जबकि कुछ इलाकों में आंधी और बिजली चमकने की संभावना जताई गई है। 17 तारीख को मैदानी इलाकों में हीटवेव का अलर्ट नहीं है यानी पहाड़ों में बारिश से मैदानी इलाकों में भी गर्मी से कुछ राहत रहेगी।

पौड़ी में दुर्घटनाग्रस्त हुआ वाहन, 09 लोगों को एसडीआरएफ ने रेस्क्यू कर बचाया

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पौड़ी, रविवार प्रातः 6:00 बजे सूचना प्राप्त हुई कि गुमखाल और सतपुली के बीच कुल्हड़ मोड़ के पास एक मैक्स वाहन (UK 15TA 0713) अनियंत्रित होकर 150 मीटर गहरी खाई में गिर गया है।
इस सूचना पर चौकी प्रभारी गुमखाल एवं सतपुली से Addi SI हरीश बंगारी के नेतृत्व में एसडीआरएफ टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और रेस्क्यू कार्य आरंभ किया।
उक्त वाहन में कुल 09 लोग सवार थे जो सतपुली से कोटद्वार पूजा में सम्मिलित होने जा रहे थे। SDRF रेस्क्यू टीम द्वारा कड़ी मशक्कत करते हुए घायलों तक पहुँच बनाई। SDRF रेस्क्यू टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर अत्यधिक विषम परिस्थितियों में सभी घायलों को स्ट्रेचर के माध्यम से मुख्य मार्ग तक पहुँचाकर एंबुलेंस के माध्यम से सतपुली चिकित्सालय भेजा गया है। घायलों को हंस फाउंडेशन चिकित्सालय भेजा गया है,जहाँ वे उपचाराधीन है।

गैस एजेंसी से 100 सिलेंडर चोरी

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ऋषिकेश(आरएनएस)। बुल्लावाला स्थित हिन्दुस्तान पेट्रोलियम की गैस एजेंसी में चोरी का मामला सामने आया है। यहां गैस एजेंसी से 100 सिलेंडर चोरी हुए है। एजेंसी संचालक की तहरीर पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। रविवार को एचपी गैस एजेंसी बुल्लावाला के मालिक हिमांशु बिजल्वाण ने डोईवाला कोतवाली में तहरीर दी। जिसमें उन्होंने बताया कि शनिवार दोपहर करीब एक बजे गैस एजेंसी से 100 सिलेंडर चोरी हो गए हैं। जिसमें 65 घरेलू, 35 कॉमर्शियल सिलेंडर शामिल हैं। कोतवाल विनोद गुसाईं ने कहा कि यह मामला शनिवार दोपहर एक बजे का बताया जा रहा है, लेकिन एजेंसी संचालक ने रविवार को तहरीर दी है। तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है।

पहाड़ पर जाने वाले वाहन चालकों के लाइसेंस के ‘हिल एंडोर्समेंट’ हेतु  आटोमेटिक फिजिकल टेस्ट होगा जरूरी

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देहरादून(आरएनएस)।  सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए उत्तराखंड सरकार एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। जल्द ही उत्तराखंड में पहाड़ पर जाने वाले वाहनों के चालकों के लाइसेंस के ‘हिल एंडोर्समेंट’ के लिए आटोमेटिक फिजिकल टेस्ट भी जरूरी होगा। उत्तराखंड के संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत सिंह ने रुद्रप्रयाग में हुए सड़क हादसे के मद्देनजर कहा कि पहाड़ पर सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए अब चारधाम यात्रा पर जा रहे वाहनों के अलावा पर्यटक वाहनों की भी जांच की जाएगी। इसमें चालकों के लाइसेंस के ‘हिल एंडोर्समेंट’ पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
उत्तराखंड के संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत सिंह ने कहा कि उत्तराखंड में चारधाम और हेमकुंड साहिब यात्रा के अलावा बहुत से वाहन पर्यटकों को लेकर आते हैं, लेकिन चारधाम यात्रा का दवाब ज्यादा होने के कारण अन्य वाहनों की जांच की अनदेखी हो जाती है। अब हमें चारधाम यात्रा से इतर पर्यटन पर भी ध्यान केंद्रित करने की जरूरत होगी। हम अब ड्राइविंग लाइसेंस के हिल एंडोर्समेंट पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
सनत सिंह ने बताया कि पहाड़ पर गाड़ी चलाने के लिए चालक के लाइसेंस का ‘हिल एंडोर्समेंट’ जरूरी होता है। उत्तराखंड के पास हिल एंडोर्समेंट के लिए टेस्ट करने की पहले सुविधा नहीं थी जिसे देखते हुए टेस्ट आनलाइन कर दिया गया था। ऑनलाइन टेस्ट में चालक को एक वीडियो दिखाकर उस पर आधारित सवाल पूछे जाते हैं, जिनके उत्तर देकर वह उसमें पास हो जाता है लेकिन उसमें उसके कोई व्यावहारिक ज्ञान अथवा कौशल की जांच नहीं हो पाती।
संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत सिंह ने कहा कि अब हमारा लक्ष्य है कि लाइसेंस के हिल एंडोर्समेंट के लिए चालकों का सही ढंग से आटोमेटिक टेस्ट हो जो वह भौतिक रूप से पास करें। इसके लिए हमारे यहां ड्राइविंग ट्रेक बनाए गए हैं। देहरादून में तो ऐसा ट्रेक पहले से चल रहा है। अब हरिद्वार और ऋषिकेश में भी ऐसे ट्रेक बन गए हैं जो एक-दो महीने में संचालित हो जाएंगे।
रुद्रप्रयाग में शनिवार को एक टेम्पो-ट्रैवलर के पहाड़ से नीचे गिर जाने से 15 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 11 अन्य घायल हो गए थे। इससे पहले, 11 जून को उत्तरकाशी जिले के गंगनानी में एक बस खाई में गिर गयी थी जिसमें तीन महिला श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहाड़ पर सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए अधिकारियों को तमाम मानकों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पुलिस और परिवहन विभाग के अधिकारियों को वाहनों की यांत्रिक दशा की जांच करने, लाइसेंस जारी करने से पूर्व चालकों का कड़ाई से परीक्षण करने, ग्रीन कार्ड जारी करने में सावधानी बरतने, ज्यादा गति और क्षमता से अधिक सवारी बैठाने तथा नशे की हालत में वाहन चलाने वाले चालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है।

डर,भय और चुप्पी के इस दौर में डा. पाल की कविताएं साहस के साथ बोलती हैं : प्रो. बेनीवाल

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“राजेश पाल के कविता संग्रह ‘आजादी में आजादी’ पर परिचर्चा का हुआ आयोजन”

देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से शनिवार शाम अंबेडकर वार्ता श्रृंखला के अंतर्गत डॉ. राजेश पाल के कविता संग्रह ‘आजादी में आजादी’ पर समीक्षात्मक परिचर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें प्रतिष्ठित साहित्यकारों ने प्रतिभाग किया ।
दून लाइब्रेरी के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जयपुर निवासी देश के चर्चित कथाकार रत्न कुमार सांभरिया ने की । उल्लेखनीय है कि राजस्थान साहित्य अकादमी के मीरा पुरस्कार से सम्मानित रत्न कुमार सांभरीय पिछले दिनों ‘सांप’ उपन्यास के लिए हिंदी साहित्य में चर्चित रहे हैं।
परिचर्चा में मुख्य वक्ता दलित साहित्य के आधार स्तम्भ डा. एन. सिंह रहे , जो सहारनपुर में निवास करते हैं. ये पूर्व में उ. प्र.उच्च शिक्षा सेवा आयोग के सदस्य और हिंदी विभागाध्यक्ष रहते हुए प्राचार्य पद से सेवानिवृत्त हुए हैं ।
इस कविता संग्रह पर परिचर्चा में विशिष्ठ वक्ता के रूप में वरिष्ठ कवि एवं संपादक राजेश सकलानी अपनी बात रखी । दिल्ली विश्वविद्यालय के राजधानी कॉलेज में हिंदी विभाग के प्रोफेसर तथा जाने माने कवि डॉ. महेंद्र सिंह बेनीवाल इस कार्यक्रम में विशिष्ठ वक्ता थे.
राजेश सकलानी ने कहा कि आज़ादी में आज़ादी ” काव्य संकलन पढ़ कर यह धारणा पुष्ट होती है कि दलित साहित्य को मुख्य धारा का साहित्य होना चाहिए। सामाजिक राजनीतिक जड़ता को तोड़ने के लिए बहुत काम करने की जरूरत है।
रत्न कुमार संभरिया ने अपने वक्तव्य में कहा कवि राजेश पाल आज के समय के संभावनापूर्ण एवं महत्वपूर्ण कवि है। उनकी कविताओं में पाठक जैसे जैसे उतरता जाता है उसे गहराई का अहसास होता जाता है। इनकी कविताएं संघर्ष एवं सामाजिक चेतना के लिए प्रेरित करती है।डॉ. ए. एन. सिंह ने जोर देकर कहा राजेश पाल अपनी पीढ़ी के सशक्त और जरूरी कवि है, वे अपने समय सच से सीधे सीधे टकराते है तथा अपने तर्क को तथात्मक रूप से रखते हैं ।
प्रो. महेंद्र सिंह बेनीवाल ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि डॉ. राजेश पाल अपने समय के महत्वपूर्ण कवि हैं।उनकी अपने समय पर बहुत मजबूत पकड़ है, जो उनकी कविताओं में बखूबी दर्ज़ है। डर,भय और चुप्पी के इस दौर में उनकी कविताएं साहस के साथ बोलती हैं और आम आदमी के पक्ष में खड़ी होती हैं। साथ ही उनकी कविताएं भौगोलिक सीमाएं तोड़कर वैश्विक दायरा बनाती हैं।
कार्यक्रम का संचालन सामाजिक चिंतक समदर्शी बड़थ्वाल ने किया।इसी दौरान राजेश पाल की प्रतिनिधि कविताओं के संकलन (संपादक: नरेंद्र वाल्मीकि, प्रकाशक स्वतंत्र प्रकाशन) का लोकार्पण भी किया गया।
आजादी में आजादी की कविताएं किस आजादी की बात करती हैं , ये कविताएं अपने प्रतिरोध एवं चेतना को समाज में किस स्तर तक पहुंचा पाती है, सामाजिक चिंतक और दुनिया को पैनी दृष्टि से देखने वाले इन विद्वान अतिथि वक्ताओं की राजेश पाल की कविताओं पर परिचर्चा के माध्यम से आजादी पर समीक्षात्मक दृष्टिकोण के साथ विश्लेषण किया गया । डा. राजेश पाल का यह पांचवा कविता संग्रह है। इनकी कविताओं का पंजाबी में अनुवाद हो चुका है। डा. राजेश पाल डी ए वी पी जी कॉलेज, देहरादून में गणित के प्रोफेसर हैं, इस कार्यक्रम में बिजू नेगी, डॉ. नरेन्द्र वाल्मीकि, राकेश कुमार,प्रवीन भट्ट,शिव मोहन सिंह,राजेंद्र गुप्ता, डॉ. धीरेन्द्र नाथ तिवारी,विजय बहादुर, डॉली डबराल, रजनीश त्रिवेदी,अवतार सिंह, अरुण कुमार असफल सहित अनेक लेखक, साहित्यकार, बुद्धिजीवी और युवा पाठक उपस्थित रहे |

अनुप्रिया का भारतीय खेल प्राधिकरण में सहायक निदेशक के पद पर हुआ चयन

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लोहाघाट/चम्पावत, लोहाघाट नगर के निकटवर्ती ग्राम कलीगांव की अनुप्रिया राय का देश की सर्वोच्च खेल नीति नियामक संस्था भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) में सहायक निदेशक के पद पर चयन हुआ है। लोहाघाट उप जिला अस्पताल में चीफ फार्मासिस्ट पिता मुकुल कुमार राय और फार्मासिस्ट मां किरन राय की बेटी की कामयाबी पर क्षेत्र के लोगों ने खुशी जताई है। वैसे इससे पूर्व अनुप्रिया राय का चयन हरियाणा राज्य लोक सेवा आयोग में चयन और खंड विकास एवं पंचायती अधिकारी के रूप में भी हुआ था। 2022 की UPSC सिविल सर्विसेज में चयनित होने के बाद वर्तमान में वे भारतीय डाक सेवा के अधिकारी का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। अनुप्रिया ने चम्पावत के एबीसी अल्मा मैटर पब्लिक स्कूल के बाद जवाहर नवोदय विद्यालय से शिक्षा ग्रहण की। बाद में वे दिल्ली विश्ववि‌द्यालय से पढ़ीं। एबीसी अल्मा मैटर पब्लिक स्कूल के निदेशक डॉ. मदन सिंह महर का कहना है कि मेहनती अनुप्रिया राय की निरंतर कामयाबी क्षेत्र के प्रतियोगी परीक्षार्थियों के लिए प्रेरणाप्रद है।अनुप्रिया की सफलता के पड़ाव :
2016 – दिल्ली के आरके पुरम से डीपीएस से इंटर किया।
2019 – दिल्ली विश्वविद्यालय में खालसा कॉलेज में इतिहास ऑनसज़ की टॉपर। 2023 – हरियाणा राज्य लोक सेवा आयोग में चयन और खंड विकास एवं पंचायती अधिकारी के पद पर चयन। कुछ समय इस पद की जिम्मेदारी संभाली।
2023 – उप्र राज्य लोक सेवा आयोग के सिविल सेवा का साक्षात्कार दिया।
2023 – संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विसेज में चयन और भारतीय डाक सेवा में चयन।
2024 – भारतीय खेल प्राधिकरण में सहायक निदेशक के पद ऋर चयन।

सीएम धामी के निर्देश के बाद 13 आईएएस अधिकारियों को प्रभारी जिलों की दी गयी जिम्मेदारी

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देहरादून, प्रदेश के के मुखिया पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद इन 13 आईएएस अधिकारियों को प्रभारी जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। आईएएस बृजेश कुमार सन्त को हरिद्वार, आईएएस एल. फैनई को नैनीताल,आईएएस सचिन कुर्वे, सचिव को टिहरी गढ़वाल,
आईएएस डाक्टर रंजीत कुमार सिन्हा को पिथौरागढ़,
आईएएस डाक्टर आर० राजेश कुमार को रुद्रप्रयाग,
आईएएस राधिका झा को देहरादून,
आईएएस दिलीप जावलकर को पौड़ी गढ़वाल,
आईएएस डॉक्टर बी०वी०आर०सी० पुरुषोत्तम को उधमसिंह नगर,
आईएएस डॉक्टर पंकज कुमार पाण्डेय कोअल्मोड़ा,
आईएएस चन्द्रेश कुमार यादव को चम्पावत,
आईएएस वी० षणमुगम को उत्तरकाशी,
आईएएस विनोद कुमार सुमन को बागेश्वर
आईएएस दीपेन्द्र कुमार को चमौली की जिम्मेदारी दी।

बीएड सत्र 2023-25 हेतु निजी कॉलेजों में होगा प्रवेश, उच्च न्यायालय ने दिया आदेश

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कॉलेजों में बीएड की बहुत सी सीटें खाली रह गई थी इसलिए उच्च न्यायालय में पांच कॉलेजों की तरफ से डाली गई थी याचिका : डा. अग्रवाल

देहरादून, उत्तराखण्ड़ में बीएड के 2023-25 के सत्र में गढ़वाल विश्वविद्यालय से संबद्ध निजी कॉलेजों में प्रवेश सीयूईटी परीक्षा के माध्यम से किए गए थे लेकिन परीक्षा एजेंसी की लापरवाही के चलते गढ़वाल के छात्रों के परीक्षा केंद्र 300 किलोमीटर दूर मुरादाबाद मेरठ मुजफ्फरनगर तक बना दिए गए थे, जिसके कारण अधिकांश छात्र परीक्षा देने से वंचित रह गए थे और इसी कारण से विभिन्न कॉलेजों में 50% से अधिक सीटें खाली रह गई थी, एसोसिएशन ऑफ सेल्फ फाइनेंसड इंस्टीट्यूट्स उत्तराखंड के अध्यक्ष डॉ. सुनील अग्रवाल ने बताया कि सीयूईटी के माध्यम से कराई गई प्रवेश परीक्षा में जब विभिन्न कोर्सों में सीटें खाली रह गई तो यूजीसी द्वारा 4 अक्टूबर 2023 कोई एसओपी जारी की गई कि खाली रह गई सीटों पर या तो विश्वविद्यालय अपने स्वयं से प्रवेश परीक्षा आयोजित करें या मेरिट के आधार पर छात्रों को प्रवेश करवाया जाए, प्रेस को जारी बयान में डा. अग्रवाल ने आरोप लगाया गढ़वाल विश्वविद्यालय ने उक्त एसओपी के पालन में बीएड कोर्स को छोड़कर अन्य कोर्स में मेरिट के आधार पर प्रवेश करवा दिए, वहीं इस संबंध में जब विश्वविद्यालय से चर्चा की गई तो विश्वविद्यालय ने मेरिट के आधार पर या अपने एंट्रेंस के आधार पर प्रवेश से इनकार कर दिया, क्योंकि कॉलेजों में बहुत सी सीटें खाली रह गई थी इसलिए उच्च न्यायालय में पांच कॉलेजों की तरफ से याचिका डाली गई, जिस पर विश्वविद्यालय को यूजीसी की एसओपी का पालन करने का आदेश दिया जाए, डा. अग्रवाल के मुताबिक उच्च न्यायालय में विश्वविद्यालय की तरफ से कहा गया कि यूजीसी ने प्रवेश के लिए 20 दिन का समय दिया था वह अब निकल चुका है इसलिए अब इसमें प्रवेश नहीं किया जा सकते, एकल बेंच में सही आदेश न मिलने के खिलाफ एक कॉलेज मंजीरा देवी शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान ने डबल बेंच में अपील दाखिल की और उसमें यह तर्क रखा गया की प्रवेश में देरी विश्वविद्यालय द्वारा एसओपी का पालन न करने के कारण हुई है और बीएड कोर्स 2 वर्षीय है लेकिन इसे 3 वर्ष में भी पूर्ण किया जा सकता है |
अपील में विश्वविद्यालय के साथ-साथ एनसीटीई और यूजीसी को भी पार्टी बनाया गया था जिसमें प्रवेश के संबंध में एनसीटीई और यूजीसी को कोई आपत्ति नहीं थी, इन सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए उच्च न्यायालय की डबल बेंच ने अपने आदेश में यह कहा कि सीटों को खाली रखना छात्रों के हित की दृष्टि से उचित नहीं है और छात्रों को उच्च शिक्षा का अवसर मिलना चाहिए | उच्च न्यायालय ने 3 मई 2024 के आदेश में कॉलेज को नियमानुसार प्रवेश के आदेश दिए, इसके बाद तीन और कॉलेज कुकरेजा इंस्टिट्यूट, उत्तरांचल कॉलेज और मालिनी वाली कॉलेज ने भी उच्च न्यायालय में अपील दाखिल की जिस पर माननीय उच्च न्यायालय ने 13 जून 2024 के आदेश में अपने पूर्व आदेश को फॉलो किया |
डॉ. सुनील अग्रवाल ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं निर्णय न लेने के कारण कॉलेजों को उच्च न्यायालय की शरण लेनी पड़ी और अब उक्त चारों कॉलेज में सत्र 2023 -25 की रिक्त सीटों पर मेरिट के आधार पर प्रवेश करेंगे जो छात्र किसी कारण से प्रवेश परीक्षा से वंचित रह गए थे अगर वह एनसीटी के नियमों के अनुसार एलिजिबिलिटी
पूरी करते हैं तो उन्हें उक्त सत्र में प्रवेश मिल सकता है, अब हाई कोर्ट के आदेश के बाद कुछ अन्य कॉलेजों ने भी उच्च न्यायालय में अपील दाखिल की है, डॉ. अग्रवाल ने कहा की प्रवेश के मामले में विश्वविद्यालय को अपने स्तर पर निर्णय लेने चाहिए जिससे कॉलेजों को न्यायालय का रुख न करना पड़े क्योंकि कॉलेज या विश्वविद्यालय छात्रों के लिये हैं, छात्रों के भविष्य को अटकाने के लिए या उनके कामों को रोकने के लिए नहीं।

 

श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में आयोजित हुआ रक्तदान शिविर : डाॅक्टरों ने बढ़चढ़ की भागीदारी, 100 यूनिट रक्तदान हुआ

देहरादून, दि एसोसिएशन आॅफ सर्जंस आॅफ इण्डिया एवम् श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के ब्लड बैंक के सहयोग से श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के सर्जरी विभाग के डाॅक्टरों व छात्र-छात्राओं ने बढ़चढ़ कर भागीदारी की। एमबीबीएस के छात्र-छात्राओं ने रक्तदान को बनाईए अभियान नुक्कड़ नाटक के जरिए जनजागरूकता की अलख जगाई।
शनिवार को श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के ब्लड बैंक में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। दि एसोसिएशन आॅफ सर्जंस आॅफ इण्डिया के स्वैच्छिक रक्तदान शिविर के राष्ट्रीय संयोजक एवम् श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के वरिष्ठ सर्जन डाॅ जे.पी.शर्मा ने जानकारी दी कि एसोसिएशन की तरफ से 15 जून 2024 को देश भर में रक्तदान शिविर के आयोजन किए गए हैं। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में 100 यूनिट रक्तदान हुआ। एसोसिएशन के द्वारा सामाजिक सेवाओं के निर्वहन मंे अपना योगदान देने हेतु देश भर में एसोसिएशन के द्वारा रक्तदान शिविरों के आयोजन किए गए हैं।
श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल एण्ड हैल्थ साइंसेज़ के एमबीबीएस के के छात्र-छात्राओं ने श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के प्रांगण में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से आमजन को रक्तदान के महत्व की जानकारी दी व उन्हें रक्तदान के लिए प्रेरित किया। नुक्कड़ नाटक को सफल बनाने में एमबीबीएस छात्र-छात्राओं अदिति शर्मा, आरोहण, आदित्य सैनी, अग्निवेश, अदिति सूद, आयशा व दिपांशु का विशेष सहयोग रहा। इंटर्न डाॅ दीपशिखा व उनकी टीम ने नुक्कड नाटक का संयोजन किया।