Wednesday, June 18, 2025
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देवभूमि का माहौल खराब करने की नहीं किसी को छूट, कड़ी कार्रवाई को रहें तैयार: मुख्यमंत्री

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-डोभाल चौक हत्याकांड पर मुख्यमंत्री धामी की दो टूक, बदमाश छोटा हो या बड़ा, नहीं बचेगा कानून से
-पीड़ित परिवार के साथ खड़ी सरकार, बदमाशों के खिलाफ होगी कड़ी से कड़ी कार्रवाई
-बदमाशों की प्रॉपर्टी, कारोबार और तालुकात रखने वालों की होगी जांच
-पुलिस, नगर निगम और एमडीडीए से मांगी बदमाशों की प्रॉपर्टी की रिपोर्ट

देहरादून। राजधानी के डोभाल चौक में प्रॉपर्टी कारोबारी की हत्याकांड पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दो टूक कहा कि बदमाश छोटा हो या बड़ा, किसी को देवभूमि का माहौल खराब करने की छूट नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। ऐसे में बदमाशों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई के पहले ही निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा बदमाशों की अवैध प्रॉपर्टी, कारोबार पर रिपोर्ट मांगी गई है।

रायपुर क्षेत्र के डोभाल चौक के पास रविवार को प्रॉपर्टी डीलर रवि बडोला की बदमाशों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी। जबकि रवि के दो साथियों को घायल किया था। घटना संज्ञान में आते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डीजीपी की मामले में कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। पुलिस ने 24 घण्टे के भीतर मुख्य बदमाश को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है। जबकि वारदात में कुल 5 बदमाशों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि देवभूमि में बदमाशों के लिए कोई जगह नहीं है। पुलिस को मामले में कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। साथ बदमाशों की अवैध प्रॉपर्टी, कारोबार और बदमाशों से तालुकात रखने वालों की जांच की जा रही है। नगर निगम, एमडीडीए से प्रॉपर्टी की रिपोर्ट मांगी गई है। कानून अपना काम कर रहा है। सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए साथ खड़ी है। इसके अलावा घायलों को उचित इलाज दिया जाएगा। मुख्यमंत्री धामी ने बदमाश प्रवृत्ति रखने वालों को स्पष्ट चेतावनी दी कि वह देवभूमि छोड़ दें, अन्यथा सरकार को कड़ी कार्रवाई को बाध्य होना पड़ेगा।

सीएम धामी ने पीएम किसान कार्यक्रम के अन्तर्गत किसान सम्मेलन और 17 वीं किस्त के हस्तांतरण अवसर पर वीसी के माध्यम से प्रतिभाग

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देहरादून(आरएनएस)।  इसी क्रम में मंगलवार को नैनीताल क्लब सभागार से सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीएम किसान कार्यक्रम के अन्तर्गत किसान सम्मेलन और 17 वीं किस्त के हस्तांतरण अवसर पर वीसी के माध्यम से प्रतिभाग किया। 17वीं किस्त में राज्य के 771567 किसानों को 830414 किस्तों में रुपए 166.08 करोड़ की धनराशि उनके खाते में हस्तांतरित की जाएगी। जिसमें जिले अल्मोड़ा के 94122, बागेश्वर के 38132, चमोली के 45566, चंपावत के 34915, देहरादून के 40250, हरिद्वार के 96088, नैनीताल के 49059, पौड़ी गढ़वाल के 59221, पिथौरागढ़ के 55575, रुद्रप्रयाग के 36891, टिहरी गढ़वाल के 102076, यूएस नगर के 72089 और उत्तरकाशी के 47583 के किसानों को इस योजना का लाभ मिलेगा। राज्य में वित्तीय वर्ष 2018-19 से 2023-24 तक कुल 2579.16 की धनराशि वितरीत की जा चुकी है। वर्तमान में प्रदेश में योजना के अंतर्गत किसानों की संख्या 9.13 लाख है, जिसमें राज्य के 771567 किसानों को रुपए 166.08 करोड़ की धनराशि उनके खाते में हस्तांतरित की।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर पीएम नरेंद्र मोदी का पहला निर्णय किसान के हितों के लिए किया गया। पीएम-किसान योजना से किसानों की आय दोगुनी, बेहतर सिंचाई योजना, नई तकनीक से छोटे-छोटे किसानों को लाभ मिल रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मोटे अनाज का उत्पादन और खेती को बढ़ावा देना हमारी प्राथमिकता है। और क़ृषि में महिलाओं का योगदान महत्वपूर्ण है। कहा कि केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं से किसानों को बेहतर लाभ मिल रहा है। जिससे कृषि के साथ लोगों को रोजगार आदि भी मिल रहा है। जिससे अब पर्वतीय इलाकों के लोगों को रोजगार के लिए शहरों में भटकना नहीं पड़ रहा है। और पलायन भी कम हो रहा है। बता दें केंद्र सरकार पीएम किसान योजना के तहत किसानों को साल में 6,000 रुपए प्रदान करती है, यह राशि साल में तीन किस्तों में 2,000 रुपए में प्रदान की जाती है। साथ ही किसानों को मिलने वाली ये धनराशि सीधे किसानों के बैंक खाते आती है। योजना का मुख्य उद्देश्य कृषकों की आर्थिक स्थिति का सुधार, आत्मनिर्भर और कृषि को बढ़ावा देना है।
इस दौरान क़ृषि एवं कृषक कल्याण विभाग ने माया नेगी पुत्री मोती सिंह नेगी गॉव गिनती विकास खंड कोटाबाग को 2023-24 में राष्ट्रीय क़ृषि विकास योजना के तहत ड्रोन क़ृषि कार्य हेतु प्रदान किया गया। जिसका कुल मूल्य 10 लाख एवं अनुदान 7.50 लाख डी. बी. टी. के माध्यम से कृषक भुगतान किया गया। पूनम दुर्गापाल गांव हिम्मतपुर विकासखंड हल्द्वानी को 2023-24 में इफको योजना के तहत ड्रोन दीदी योजना के तहत प्रदान किया गया। इसका कुल मूल्य दस लाख एवं अनुदान मूल्य 10 लाख डी. बी. टी. के माध्यम से कृषक को भुगतान किया गया। जबकि अर्जुन सिंह रावत पुत्र सुदर्शन सिंह रावत गांव नंदपुर न्याय पंचायत चिल्किया विकासखंड रामनगर की 2023-24 में योजना युवा स्वरोजगार (इफको) के तहत स्वरोजगार के अंतर्गत प्रदान किया गया। जिसका कुल मूल्य 10 लाख एवं अनुदान मूल्य 10 लाख डी. बी. टी. के माध्यम से भुगतान किया गया। इस दौरान कृषकों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने विभिन्न विभागों द्वारा कृषि उत्पादों से संबंधित लगाए गए स्टॉल का निरीक्षण कर उत्पादों की भी जानकारी ली।

जिलाधिकारी ने किया चिलचिलाती गर्मी में निर्माण कार्यों का पैदल स्थलीय निरीक्षण

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देहरादून, जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने चिलचिलाती गर्मी में सहारनपुर चौक से भंडारी बाग तक चल रहे निर्माण कार्यों का पैदल स्थलीय निरीक्षण करते हुए कार्यदाई संस्था के अधिकारियों को मानसून से पूर्व कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। निर्माणधीन कार्यों की निर्धारित समय सीमा के उपरांत भी कार्यों को पूर्ण न किए जाने तथा जिन स्थानों पर कार्य पूर्ण हो गया है वहां पर निर्माण सामग्री रखी होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारियों को निर्देशित किया कि दिन रात युद्ध स्तर पर कार्य कराना सुनिश्चित करेंगे। तथा जिन स्थानों पर कार्य पूर्ण हो चुका है वहां से निर्माण सामग्री हटाते हुए सड़क को समतलीकरण करने के निर्देश दिए। कहा कि जनमानस को आवागमन में असुविधा न हो इस बात को गंभीरता से लेना सुनिश्चित करेंगे।

जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया की जनपद में संचालित निर्माण कार्यों को यथाशीघ्र पूर्ण कर लिया जाए। तथा मानसून के दृष्टिगत नालों एवं नाली सफाई कार्यो को अभिलंब पूर्ण करें।

 

जिला प्रशासन ने की “हरित देहरादून पहल” की शुरुआत, आप भी बने भागीदार

“उस स्थान को चुनें जहां आप पेड़ लगाना चाहते हैं और करें 18001802525 पर संपर्क”

देहरादून, भीषण गर्मी के बीच अब देहरादून जिला प्रशासन “हरित देहरादून पहल” की शुरुआत कर रहा है। जिलाधिकारी के नेतृत्व में जिला प्रशासन द्वारा सभी नागरिकों को दून को और भी हरा-भरा और स्वस्थ बनाने के हमारे मिशन में शामिल होने का आह्वान किया है।
नागरिक अपनी भागीदारी के लिए स्थान का चयन करें, उस स्थान को चुनें जहां आप पेड़ लगाना चाहते हैं। चुने हुए स्थान की जानकारी हमें 18001802525 पर संपर्क करके बताएं।
पेड़ लगाना और उनकी देखभाल करना हम सब की ज़िम्मेदारी होगी।आइए, मिलकर देहरादून को हरा-भरा शहर बनाएं !
जिलाधिकारी ने सभी नागरिकों से अनुरोध किया हरित देहरादून बनाने के लिए जिला प्रशासन की इस मुहिम से जुड़े। उन्होंने कहा कि हम सब लोग संकल्प लें, कि पेड़ लगाएंगे तथा उसकी देखभाल करेंगे। उन्होंने कहा नागरिक अपने चुने हुए स्थान की जानकारी 18001802525 टोलफ्री नंबर पर दे सकते हैं।

 

ग्राम सभा पाब में श्रीकृष्ण भगवान की मूर्ति की हुई प्राण प्रतिष्ठा, ध्याणियों द्वारा देवी देवताओं को भेट किये गए चांदी की प्रतीक चिन्ह

नैनबाग (शिवांश कुंवर), टिहरी गढ़वाल के तहसील नैनबाग के ग्राम सभा पाब में तीन दिवसीय पूजा अर्चना कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें के श्री कृष्ण भगवान की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गयी, इस दौरान पाब की ध्याणियों द्वारा श्री कृष्ण भगवान को चाँदी का मुकुट व बांसुरी भेंट की गयी, इसके साथ भद्राज देवता पालकी के लिए व भद्राज मंदिर कोटि के लिए चांदी का छत्र व थाल, देवीकुल में कुलदेवी मां भगवती व मां भद्रकाली को चाँदी का छत्र भेंट किया गया, इस अवसर पर गांव के समस्त लोगों ने सुख: समृद्धि की कामना की। इस तीन दिवसीय आयोजन में दूर-दूर से भक्तजन श्री कृष्ण व भद्राज देव डोली दर्शन के लिए आये। दो दिवसीय रात्रि जागरण भी किया गया जिसमें सभी भक्तजन ग्रामवासियों ने पूरी रात्रि भजन गाये व भक्ति भाव में लीन रहे, गांव की समस्त महिलाओं ने अपनी जोनपूरी वेषभूषा के साथ तादी नृत्य किया। ग्रामवासियों ने भद्राज देव डोली की विदाई थान जयद्वार के लिए जयकारों के साथ विधा की।
इस अवसर पर पंडित शंकर लाल बिज्लवाण, पंडित महादेव नोटियाल, पंडित अरविन्द कवि, जबर सिंह पंवार (भद्राज देवता पुजारी), विरेन्द्र दत्त बिज्लवाण (भद्राज देवता पुजारी), रणवीर सिंह कैंतुरा (स्याणा), पूर्व खेल मंत्री नारायण सिंह राणा, सोबत सिँह कैंतुरा,सेवक सिँह कैंतुरा,गोपाल सिँह कैंतुरा, प्रेम सिँह कैंतुरा, कुंदन सिँह पांवर, राजेश कैंतुरा, मीरा देवी ग्राम प्रधान,अंजलि कैंतुरा क्षेत्र पंचायत,धीरेन्द्र पंवार, अजय कैंतुरा, अनिल कैंतुरा, संजय कैंतुरा, सुरेश कैंतुरा, मंजीत कैंतुरा,अरुण कैंतुरा, मनीष कैंतुरा, आशीष कैंतुरा,आकश कैंतुरा आदि समस्त ग्रामसभा वासी एवं भक्तजन मौजूद रहे |

जलवायु परिवर्तन और बढ़ते मानवीय दबाव के प्रभाव में आपदाओं की आवृत्ति और तीव्रता में और वृद्धि हो रही : प्रो. जोशी

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“केदारनाथ त्रासदी पर समीक्षात्मक विमर्श का आयोजन”

देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र की ओर से आज पूर्वाह्न 10:30 बजे केदारनाथ त्रासदी पर एक समीक्षात्मक विमर्श का आयोजन किया गया। इस विमर्श बैठक मेें पर्यावरण विशेषज्ञों,सामाजिक विज्ञानियों व चिंतकों द्वारा आज से 11 साल पूर्व इसी दिन आयी भीषण आपदा के कारणों और भविष्य में ऐसी आपदाओं से किस तरीके से सुरक्षा की जाय, इस पर गहन चिंतन किया गया। प्रमुख समाज विज्ञानी और दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के अध्यक्ष प्रो. बी. के. जोशी के अध्यक्षता में चली इस विमर्श बैठक में कई विशेषज्ञ लोगों ने प्रतिभागिता की।
प्रो. बी. के. जोशी ने अपने बीज वक्तव्य में कहा कि वर्ष 2013 की केदारनाथ आपदा को ग्यारह साल हो गये हैं। प्राकृतिक आपदाओं के प्रति हिमालय की संवेदनशीलता के बारे में सोचने और विमर्श के लिए कदाचित उचित बात होगी कि क्या इस त्रासदी से हमने कोई सबक सीखा है? प्राकृतिक आपदाओं को रोकने या उनसे निपटने के लिए हम क्या कदम उठा रहे हैं।
केदारनाथ त्रासदी ने तीर्थयात्रियों को प्रभावित किया था। हिमालय प्राकृतिक आपदाओं के प्रति अत्यधिक संवेदनशील है और हाल के वर्षों में जलवायु परिवर्तन और बढ़ते मानवीय दबाव के प्रभाव में आपदाओं की आवृत्ति और तीव्रता में और वृद्धि हो रही है। प्रो. जोशी ने कहा कि महत्वपूर्ण मुद्दा उन नीतियों, उपायों और कदमों की पहचान करने पर विचार करना है जो आपदाओं को रोकने के लिए कारगर हो सकते हैं। यह सुनिश्चित किया जाय कि हिमालय की संवेदनशीलता को न बढ़ाएं बल्कि इसकी संवेदनशील पारिस्थितिकी को होने वाले नुकसान को कम करने का प्रयास किया जाय।
उन्होंने आगे कहा आज उत्तराखंड में दो विरोधाभासी प्रवृत्तियाँ देखने को मिल रही हैं – एक ग्रामीण क्षेत्रों से अधिक से अधिक लोग या तो राज्य के बाहर या नजदीकी शहरी क्षेत्रों में पलायन कर रहे हैं जिसके परिणामस्वरूप भूतिया गाँवों की संख्या बढ़ रही है जबकि दूसरी तरफ राज्य के बाहर से लोग यहाँ आकर पहाड़ों में घर,रिजॉर्ट्स आदि बना रहे हैं।
बैठक में पर्यावरण विद डाॅ. रवि चोपड़ा ने कहा कि अब यह स्पष्ट होने लगा है कि ग्लाबल वार्मिंग का दौर शुरू हो चुका है हिमालय की भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए यहां के तेजी से बढ़ते नगरीकरण के साथ ही वहां के स्थानीय पर्यावरण पर भी ध्यान दिया जाना जरूरी है। पर्यावरण संरक्षण व जागरूकता के लिए लोगों को जोड़ने की पहल होनी चाहिए। वाडिया हिमालय भू-विज्ञान के पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ.वी. के. तिवारी ने स्लाइड शो के माध्यम से केदारनाथ त्रासदी के विविध पक्षों पर गहन प्रकाश डाला।
भू-विज्ञानी डाॅ. एस. पी. सती ने कहा कि यह विडम्बना है कि केदारनाथ त्रासदी से सबक न लेकर भी हम लोग आज भी उन संवेदनशील जगहों पर पहले से ज्यादा संख्या में निर्माण करते जा रहे हैं। हमें इस प्रदेश में तीर्थटन व पर्यटन दोनों को स्पष्ट तौर पर अलग अलग परिभाषित करने की आवश्यकता है।
सामाजिक कार्यकर्ता अनूप नौटियाल ने कहा कि पर्यावरण की अनदेखी कर किये गये विकास से आम लोगों में निराशा, गुस्से व चिन्ता का भाव पैदा हो रहा है। कुल मिलाकर प्रदेश को दोहरे चरित्र वाले विकास से विकास से बचाया जाना चाहिए।
ज्ञान विज्ञान समिति के विजय भट्ट ने कहा कि परम्परागत लोक में गांव ढालदार जगहों व नदियों के किनारे की जगहों में नहीं बसा करते थे,पर आज हमने लोक के इस परम्परागत ज्ञान को बिसरा दिया है और हम बिना सोचे समझे कहीं भी अपनी बसावट बना ले रहे हैं,इससे आपदा में नुकसान की और बढोतरी हो रही है, यह बेहद चिन्ताजनक बात है।
स्वतन्त्र पत्रकार फिल्मकार जयप्रकाश पंवार ने कहा कि मोरेन वाली संवंदनशील जगहों पर भारी भरकम निमाण कार्य भी आपदा को बढाने में मददगार होते है।आज गुप्तकाशी, जोशीमठ, नैटवाड सहित कई संवेदनशील जगहों पर भारी भवन के निमाण कार्य हो रहे हैं। इस तरह के विनाश को आमंत्रण देने वाले विकास से बचा जाना चाहिए।
सामाजिक चिंतक बिजू नेगी ने कहा कि हमें अपनी जिम्मेदरियों को समझते हुए पर्यावरण सम्मत विकास के प्रति सिटीजन कौंसिल जैसी समिति का गठन करके उसके माध्यम से भी अपनी आवाज मुखरित करने के प्रयास करने होंगे।
हिमोत्थान की पूर्व प्रमुख मालविका चौहान ने कहा कि हमें इस बात पर गहराई से सोचना होगा कि उत्तराखण्ड में लोग किस वजह से यहां आने के लिए अधिकाधिक लालायित रहते हैं। हमें इनके कारणों की गहन पडताल करके ही सही विकास मूलक रणनीति बनाने की जरूरत है। प्राचार्य व भूविज्ञानी डाॅ. डीसी नैनवाल ने कहा कि उत्तराखण्ड की भूआकृति व भूविज्ञान के आधारभूत बिन्दुओं को पाठ्यक्रम में शामिल कर छात्रों को स्कूल कालेजों में पढाया जाना चाहिए।
राज्य आपदा प्रबन्धन के डाॅ. पीयूष रौतेला ने कहा कि देहरादून,हल्द्वानी, रामनगर आदि जैसे कुछ और शहर भूकम्प के लिहाज से अतिसंवेदनशील हैं। केदारनाथ आपदा 2013 के बारे में कई महत्वपूर्ण बातों की जानकारी देते हुए उन्होने कहा कि हमें यहां की धारणक्षमता इसके प्रति सचेत रहकर आपदा के सुरक्षात्मक उपायों पर सोचने की आवश्यकता है, सामाजिक कार्यकर्ता व घुमक्कड़ हिमांशु आहूजा ने कहा कि नियोजन में यह ध्यान रखना होगा कि आपदाग्रस्त इलाकों में आर्थिकी के नये स्रोतों को विकसित करने की जरूरत समझनी होगी क्योकिं आर्थिकी ही असल तौर पर आपदा की जड़ है। अतः हमें इस दिशा में सोचने की जरूरत समझी जानी चाहिए ।
पत्रकार व पूर्व विधायक केदारनाथ मनोज रावत ने कहा कि हमें बदरीनाथ व केदारनाथ को बचाना ही होगा इसकी संवेदनशीलता को देखते हुए इसके परम्परागत यात्रा स्वरूप को बचाये व बनाये रखनेे की महति आवश्यकता है। आज हालत यह है कि स्थानीय सामान्य आदमी तक को केदारनाथ तक जाने में अनेक दिक्कतों का सामना करना पड रहा है। अतः सरकार, प्रशासन व जन सामान्य के उचित समन्वय से इन संवेदनशील तीर्थ स्थलों व यहां आने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधा और आपदा से सुरक्षित रखने के दीर्घगामी प्रयास करने चाहिए।
इस बैठक में प्रसिद्व पुरातत्वविद प्रो. महेश्वर प्रसाद जोशी, दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के प्रोग्राम एसोसिएट चन्द्रशेखर तिवारी, पीपुल्स साइंस इंस्टीट्यूट के देवाशीष सेन, पूरन बर्तवाल, सहायक पुस्तकालयध्यक्ष जगदीश सिंह महर सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

जौनपुर का ऐतिहासिक मौण मेला 29 जून को, मेले के लेकर पांतिदारों व क्षेत्र के लोगों ने की बैठक

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टिहरी/नैनबाग (शिवांश कुंवर), जौनपुर का ऐतिहासिक राज मौण मेला शनिवार 29 जून को धूमधाम से मनाया जाएगा, मेले के आयोजन को लेकर पांतिदारों व क्षेत्र के लोगों की एक बैठक लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस नैनबाग में बैठक संपन्न हुई। जिसमें मौण मेले के संबंध में सभी बिंदुओं पर चर्चा और विचार विमर्श किया गया।
जौनपुर का ऐतिहासिक राजमौण मेला अगलाड़ नदी में मछलियों को पकड़ने के साथ-साथ ढोल नगाड़ों की थाप पर जौनपुरी रासो तांदी नृत्य भी किया जाता है। जौनपुर क्षेत्र के साथ-साथ जौनसार, रवांई उत्तरकाशी के क्षेत्र के लोगों के साथ-साथ विकास नगर पछवादून के लोग इस मौण मेले में पहुंचकर मछली पकड़ने के साथ-साथ रवांई जौनपुर जौनसार की संस्कृति को कायम रखते हुए खूब आनंद लेते हैं। क्षेत्र के लोगों के साथ-साथ देश-विदेश के पर्यटक भी मौण मेले में आकर खूब आनंद लेते हैं। मछलियों को पकड़ने हेतु ग्रामीणों द्वारा टिमरू का पाउडर मौण को एक साथ नदी में डालकर इससे मछलियां बेहोश हो जाती है । उसके बाद सभी लोगों में नदी में मछलियों को पकड़ने की होड़ मच जाती है। विभिन्न क्षेत्रों से लोग हजारों की संख्या में मौड़ मेले में पहुंचते हैं। जौनपुर के अगलाड़ नदी में मनाए जाने वाला यह मौण मेला टिहरी राजशाही के जमाने से चला आ रहा है।
मेला समिति के सदस्य प्रदीप कवि ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा करीब एक माह पूर्व टिमरू के पौधों की छाल निकल कर उसे धूप में सूखाने के बाद आग की हल्की आंच में भुना जाता है। जिसके बाद घराड़ में पीसकर टिमरू का पाउडर मौण मेले हेतु तैयार किया जाता है। प्रत्येक वर्ष क्षेत्र के अलग-अलग गांव के लोगों को पाउडर तैयार करने की जिम्मेदारी दी जाती है इस बार टिमरू का पाउडर तैयार करने हेतु लालूर पट्टी के खैराड़, मरोड़, नैनगांव, भुटगांव, मुनोग, मातली,कैथ गांव को जिम्मेदारी दी गई है।
बैठक में प्रदीप कवि ,शिव प्रसाद कवि ,श्याम सिंह चौहान, गंभीर सिंह रावत, प्रधान दिनेश खन्ना ,गुलशन कवि ,अनिल बिजल्वाण , मंसाराम कवि , महिशानंद कवि, राजेश राणा ,दिनेश कुमार, संदीप चौहान, अर्जुन सिंह मातली ,अर्जुन रावत, रणवीर सिंह रावत, श्याम सिंह चौहान मंसाराम कवि शांति सिंह चौहान विक्रम सिंह चौहान, सुरवीर सिंह चौहान, राजेश राणा, आदि लोग मौजूद।

यूपीईएस के छात्रों ने पेश की हाई-टेक व्हीलचेयर

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देहरादून, यूपीईएस स्कूल ऑफ एडवांस्ड इंजीनियरिंग के छात्रों ने एक सरल व्हीलचेयर विकसित की है जो बुजुर्गों और निचले अंगों की विकलांगता वाले व्यक्तियों के लिए गतिशीलता को बढ़ाती है। व्हीलचेयर के मॉड्यूलर डिज़ाइन में ज़रूरी टेक्नोलॉजी का उपयोग करके हाथ के हाव-भाव की पहचान, चार पहिया वाहन के स्टीयरिंग की नकल करने वाला एक दोहरी मोटर नियंत्रण प्रणाली और गिरने का पता लगाने जैसी कई आवश्यक सुविधाएँ शामिल हैं। अपनी तरह की यह अनूठी तकनीक पारंपरिक व्हीलचेयर को आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक व्हीलचेयर में बदल देती है जो इलेक्ट्रॉनिक संवेदी इनपुट का जवाब दे सकती है।
व्हीलचेयर के मॉड्यूलर डिज़ाइन में ज़रूरी टेक्नोलॉजी का उपयोग करके हाथ के हाव-भाव की पहचान और चार पहिया वाहन के स्टीयरिंग की तरह दिखने वाला एक दोहरी मोटर नियंत्रण प्रणाली, गिरने का पता लगाने जैसी कई आवश्यक सुविधाएँ शामिल हैं। यह डिवाइस उपयोगकर्ताओं को अधिक स्वतंत्रता और किफ़ायती कीमत देकर पारंपरिक मैनुअल और जॉयस्टिक व्हीलचेयर पर एक नया दृष्टिकोण प्रदान करता है। गंभीर अंग गतिशीलता समस्याओं वाले रोगियों के लिए, यह व्हीलचेयर विशेष रूप से फायदेमंद है क्योंकि इसे केवल हाथ और उंगली की हरकतों का उपयोग करके नियंत्रित किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, कुशल बिजली वितरण के लिए एक अंतर धुरी का एकीकरण, एक हाथ-इशारे नियंत्रण उपकरण के साथ संयुक्त, एक नई विशेषता है जिसे अभी तक प्रलेखित नहीं किया गया है, जो हमारे इनोवेशन में विशिष्टता और महत्व जोड़ता है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग के दो अंतिम वर्ष के छात्रों, कृति चौहान और अनुभव त्यागी के साथ-साथ संरक्षक प्रो. पीयूष कुच्छल की टीम ने इस अभिनव और लागत प्रभावी समाधान के लिए पेटेंट के लिए आवेदन किया है। इन तंत्रों के साथ मोटर्स के एकीकरण के माध्यम से, यह इनोवेशन उपयोगकर्ताओं को अधिक बहुमुखी और उत्तरदायी गतिशीलता समाधान के साथ सशक्त बनाता है। सहज नियंत्रण प्रणाली, उपयोगकर्ताओं को सरल हाथ के इशारों का उपयोग करके आसानी से नेविगेट करने की अनुमति देती है। परियोजना को विचार से लेकर परीक्षण तक 8 महीने में पूरा किया गया।

दून में ब्‍याज के कारोबारियों ने तीन को गोली मारी, एक की मौत, दो गंभीर घायल

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देहरादून, दून के रायपुर क्षेत्र में गोली चलने से हड़कंप मच गया, मिली जानकारी के मुताबिक ब्‍याज का कारोबार करने वाले दो सगे भाईयों ने एक गाड़ी के विवाद में अपने साथियों के साथ मिलकर तीन लोगों को गोली मार दी, जिसमें दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं और एक की मौत हो गयी। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि जबकि उनके तीन साथी फरार हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

वरिष्‍ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि बीती 16 जून की रात्रि में कंट्रोल रूम 112 के माध्यम से थाना रायपुर को सूचना प्राप्त हुई थी कि डोभाल चौक पर फायरिंग की घटना हुई है, जिसमें 2-3 लोग घायल हो गये है। घटना को अंजाम देने वाले व्यक्ति घटना के बाद वाहन संख्या यूके 07 डीए-6262 में बैठकर भाग गये हैं, घटना की सूचना पर सम्पूर्ण जनपद में चैकिंग के आदेश दिये गये एवं क्षेत्राधिकारी डोईवाला के नेतृत्व में तीन पुलिस टीमें गठित कर अभियुक्तगणों की गिरफ्तारी हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। पुलिस की सघन चेकिंग को देखते हुए घटना कर वाहन से फरार हुए दोनों अभियुक्त उक्त वाहन को आशारोड़ी बैरियर से आगे छोड़कर जंगल में भाग गए, जिनकी तलाश हेतु पुलिस द्वारा सघन चेकिंग/ कांबिंग की जा रही है।
घटना की सूचना पर अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा थानाध्यक्ष रायपुर मय पुलिस बल के मौके पर पहुंचे । वहां मौजूद लोगों ने थाना प्रभारी कुन्‍दन राम को बताया कि नेहरूग्राम निवासी सागर यादव पुत्र दिनेश यादव ने एक वाहन टाटा स्ट्रोम को सोनू भारद्वाज के घर के पास सवा चार लाख रूपये में गिरवी रख कर गया था, उक्त वाहन का मालिक दीपक बडोला उर्फ रवि बडोला था, जिसकी बिना रजामंदी से सोनू भारद्वाज ने उक्त वाहन को गिरवी रख दिया था।
इस बात की जानकारी जब दीपक बडोला को हुयी तो उसने सागर यादव उर्फ शम्भू यादव से अपना वाहन मांगा तो शम्भू यादव ने दीपक बडोला को गाली गलौच व वाहन वापस न करने की धमकी दी, जिस पर दीपक बडोला ने सोनू भारद्वाज से अपना वाहन वापस माँगने के लिए संपर्क किया पर सोनू भारद्वाज ने भी वाहन देने से मना कर दिया। जिस पर दीपक बडोला ने उक्त बात अपने जानने वाले सुभाष क्षेत्री, मनोज नेगी व अन्य लोगों को बतायी, कल दीपक बडोला, सुभाष क्षेत्री व मनोज नेगी के साथ अपना वाहन वापस मांगने सोनू भारद्वाज के घर गया।
घर के पास सोनू भारद्वाज, मोनू भारद्वाज, रामवीर, मनीष, अंकुश, योगेश द्वारा उन पर फायरिंग कर सुभाष क्षेत्री, मनोज नेगी व दीपक बडोला को गम्भीर रूप से घायल कर दिया, जिसके पश्चात सुभाष क्षेत्री को उसके परिजन पहले कैलाश अस्पताल व उसके पश्चात इन्द्रेश अस्पताल ले गये व मनोज नेगी को पुलिस द्वारा उपचार हेतु दून अस्पताल भिजवाया गया।
जहां से उसके परिजन उसे इन्द्रेश अस्पताल ले गये, वर्तमान में दोनों घायलों का देहरादून के इन्द्रेश अस्पताल में उपचार चल रहा है । तीसरे घायल दीपक बडोला को पुलिस व उसके परिजनों द्वारा घटना के पश्चात रात्रि से प्रात; तक काफी तलाश किया गया, परंतु उसका कुछ पता नहीं चल सका। आज प्रात: दीपक बडोला का शव डोभाल चौक के पास नाले में मिला, जिसे कब्जे में लेकर अग्रिम कार्रवाई के लिए कोरोनेशन अस्पताल भिजवाया गया।
मौके पर फील्ड यूनिट द्वारा घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण करते हुए वीडियो ग्राफी/ फोटोग्राफी की गई तथा साक्षय संकलन की कार्यवाही की गई।
इस संबंध में सचिन छेत्री पुत्र किशन बहादुर क्षेत्री निवासी अपार नेहरू ग्राम रायपुर की लिखित तहरीर के आधार पर अंतर्गत धारा 307 आईपीसी में अभियोग पंजीकृत किया गया तथा दीपक बडोला का शव मिलने पर धारा 302 व 120बी भादवि की बढोत्तरी की गयी। घटना में संलिप्त देवेंद्र उर्फ सोनू भारद्वाज तथा उसके भाई मोनू शर्मा व शम्भू यादव को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया है, अन्य अभियुक्त गणों की गिरफ्तारी हेतु 02 पुलिस टीमो को संभावित स्थानों को रवाना किया गया है।
मौके से घायल सुभाष क्षेत्री को उसके परिजन उपचार हेतु कैलाश अस्पताल ले गये एवं पुलिस द्वारा मौके पर मौजूद अन्य घायल मनोज नेगी को एम्बुलेंस की सहायता से दून अस्पताल भर्ती कराया गया, घायलों से पूछताछ में उनके द्वारा बताया गया कि देवेंद्र कुमार उर्फ सोनू भारद्वाज पुत्र इन्द्र कुमार शर्मा व मोनू भारद्वाज पुत्र इन्द्र कुमार शर्मा निवासी गढवाली कालोनी रायपुर देहरादून ब्याज का काम करते हैं, जिसके घर में कुछ दिनों से रामवीर निवासी मु0नगर, योगेश निवासी मेरठ उ0प्र0, मनीष निवासी पटना बिहार रह रहे थे ।

अखिल भारतीय केंद्रीय विद्यालय गैर शेक्षिक संघ के चुनाव में संजय गुसाईं अध्यक्ष नरेंद्र कुमार महासचिव निर्वाचित

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देहरादून, अखिल भारतीय केंद्रीय विद्यालय गैर शेक्षिक संघ की आम सभा में आज राष्ट्रीय संयुक्त सचिव श्री कमल बहादुर छेत्री एवं नॉर्थ जोन उपाध्यक्ष श्रीमती सुषमा बर्मन जी की उपस्थिति में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई तथा एक स्वर से केंद्रीय स्वास्थ्य योजना का लाभ दिए जाने सहित सब्स्टाफ़ की नियुक्ति एवं विभागीय पदोन्नति पर जोर दिया गया ! आम सभा में देहरादून संभाग केवीटंसा के अध्यक्ष संजय गुंसाई एवं नरेन्द्र कुमार ने पिछले दो सालों में संघ द्वारा किये गये कार्यो पर प्रकाश डाला इसके बाद पूर्व कार्यकारिणी को चुनाव अधिकारी डी एम लखेड़ा ने भंग करते हुए अगली कार्यकारिणी के चुनाव कि घोषणा करते हुए नामांकन के लिये अधिसूचना जारी की !
केंद्रीय विद्यालय संगठन देहरादून संभाग के पर्यवेक्षक प्राचार्य केंद्रीय विद्यालय एचबीके नं-01 श्री मंयक शर्मा एवं चुनाव अधिकारी डी एम लखेड़ा की देखरेख में गैर शेक्षिक संघ के चुनाव सम्पन्न करवाये गये जिसमें सर्वसम्मति से अध्यक्ष संजय गुसाईं , वरिष्ठ उपाध्यक्ष गिरीश भारद्वाज, कनिष्ठ उपाध्यक्ष अरुण बिष्ट , महासचिव नरेंद्र कुमार , संयुक्त सचिव आलोक गुप्ता, कोषाध्यक्ष प्रीत कुमार ,सीईसी कैलाश चंद, प्रेम भारती, कार्यकारिणी सदस्य गुमान शर्मा, लीगल सलाहकार प्रमोद भट्ट , विनोद उनियाल मनोनीत हुए! इस अवसर पर विशिष्ट अथिति राजेंद्र सिंह भण्डारी एवं नव निर्वाचित कार्यकारिणी ने सेवानिवृत्त होने वाले साथी केसर सिंह फोनिया जी को सम्मानित किया गया।

रैतोली दुर्घटना- जिला अस्पताल में उपचाराधीन दो ओर घायलों को एयर लिफ्ट कर हायर सेंटर किया गया रैफर

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(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- बीते रोज रुद्रप्रयाग मुख्यालय के समीप रैंतोली के पास दुर्घटना के दो ओर गम्भीर घायलों को रविवार शाँय एयर लिफ्ट कर हायर सेंटर रैफर किया गया। जबकि जिला अस्पताल में ईलाज के लिए भर्ती चार लोगों के परिजन उन्हें अपने साथ ले गए हैं। अब केवल एक व्यक्ति का ईलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि बीते रोज दुर्घटनाग्रस्त हुए वाहन में कुल 26 लोग सवार थे। जिसमें से 14 लोगों की मृत्यु शनिवार शाम तक रिपोर्ट की गई थी। जिला अस्पताल में भर्ती कुल 07 लोगों में से चार लोगों के परिजन उन्हें रविवार को अस्पताल से डिस्चार्ज कर अपने साथ ले गए हैं। जबकि शशांक बिष्ट उम्र -24 वर्ष, पुत्र नरेन्द्र बिष्ट निवासी हल्द्वानी एवं लक्ष्य अग्रवाल, उम्र-22 वर्ष मथुरा उतरप्रदेश की हालत डॉक्टरों ने गंभीर बतायी जिसके बाद उन्हें तुरंत एम्स ऋषिकेश के लिए गुलाबराय मैदान से एयर लिफ्ट कर भेजा गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एचसीएस मर्तोलिया ने बताया कि जिला अस्पताल में लाए गए सभी मृतकों का पोस्ट मार्टम हो गया है। 08 लोगों का शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया है, अन्य के परिजन भी पहुंचने वाले हैं।

16/06/2024 तक जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग में भर्ती घायलों का विवरणः-

1- अमित, पुत्र मनोहर सिंह, उम्र 27, मध्य प्रदेश।

16/06/2024 तक एयर लिफ्ट किए गए घायलों का विवरणः-*

1- धमेन्द्र कुमार उर्फ सैम पुत्र मोहन राम (उम्र-23) दिल्ली
2- सौनिक, उम्र 24 सोनीपत, हरियाणा
3- आदित्य, उम्र 25, मथुरा, उत्तर प्रदेश
4- छवि, झांसी, उत्तर प्रदेश
5- अभिषेक,
6- देव, दिल्ली (उपचार के दौरान मृत्यु हो गयी है)
7- साहिल पुत्र संजय निवासी धोबी घाट वेस्ट दिल्ली
8- लक्ष्य अग्रवाल, उम्र 22, मथुरा, उत्तर प्रदेश।
9- शंशाक, उम्र 24, बिष्ट पुत्र नरेन्द्र बिष्ट, हल्द्वानी, उत्तराखण्ड।

मृतकों का विवरण

1- स्मृति शर्मा, उम्र-28, पुत्री राजेश कुमार, डी-01 मुर्धवा हाईटेक काॅलोनी, रेनुकूट सोन भद्र उत्तर प्रदेश।
2- मोहनी पाॅण्डे उम्र- 27, पुत्री महेश प्रसाद पांडे, जगपुर प्रतापगढ़, उत्तरप्रेदश।
3- करन सिंह, (वाहन चालक) अलीगढ़ उत्तर-प्रदेश, हाल गुड़गांव।
4- निकिता भट्ट, खटीमा, उत्तराखंड।
5- गुरुकीरत सिंह,
6- आकांक्षा, झांसी, उत्तर प्रदेश
7- स्मृति त्रिपाठी, उत्तरप्रदेश ।
8- अंजलि श्रीवास्तव
9- निकेत सुनील शर्मा, गुजरात।
10- शेखर पांडे
11- मोहित सिंगला, पंजाब
12- बृजेश, पुत्र ध्यान सिंह, नैनीताल उत्तराखंड

पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व अध्यक्ष अशोक वर्मा की मुख्यमन्त्री से की मुलाकात

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पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में उत्तराखंड उन्नति और प्रगति की राह पर अग्रसर होगा : अशोक वर्मा

देहरादून, पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व अध्यक्ष अशोक वर्मा ने यूसीसी के नायक प्रदेश के युवा ,ऊर्जावान, यशस्वी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उनके कैंप कार्यालय पर शिष्टाचार भेंट कर उत्तराखंड में उनके अथक प्रयासो से भाजपा द्वारा पांचो लोकसभा सीट पर विजय श्री प्राप्त करने पर शॉल उढा कर एवं पुष्पगुच्छ भेट कर हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई दी। इस अवसर पर वर्मा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उत्तराखंड की विकास, उन्नति के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उत्तराखंड को और प्रगतिशील और उन्नतशील बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर इस दौरान चर्चा भी की। वर्मा ने आशा व्यक्त की कि पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में उत्तराखंड और उन्नति और प्रगति की राह पर अग्रसर होगा। कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा चुनावों में भी भाजपा को राज्य से पांचों लोकसभा की सीटें बड़े बहुमत से जिताने में सीएम धामी की सरकार के किए गए जनहित के कार्यों की अहम भूमिका रही। इस बार सरकार के कार्यों के कारण न सिर्फ
उत्तराखंड बल्कि पूरे देश में भी भाजपा के पक्ष में माहौल बना। सख्त नकल विरोधी कानून बना कर सीएम धामी ने युवाओं को भर्ती की एक पारदर्शी व्यवस्था प्रदान की। आज राज्य सरकार के प्रयासों से लगातार नौकरी की विज्ञप्ति न सिर्फ जारी हो रही हैं, बल्कि समय पर नौकरी भी मिल रही है।

 

राष्ट्रीय तलवारबाजी में एसबीपीएस ने जीता एक गोल्ड, दो ब्रांज मेडल

– अंडर-12 सुब्रे में प्रकाम्या को स्वर्ण, गणेश और आयुष्मान को कांस्य

देहरादून, सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल (एसबीपीएस) फेंसिंग एकादमी के खिलाड़ियों ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। ओडिशा के कटक में हाल में आयोजित नेशनल फेंसिंग चैंपियनशिप में एसबीपीएस ने एक गोल्ड और दो ब्रांज मेडल हासिल किये हैं। इस प्रतियोगिता में स्कूल की छात्रा प्रकाम्या कोठारी ने अंडर-12 सुब्रे में गोल्ड मेडल हासिल किया। जबकि आयुष्मान भट्ट ने सुब्रे के बालक वर्ग में कांस्य पदक तो गणेश टाकुली ने एप्पी इवेंट में कांस्य पदक हासिल किया।
कटक में 14 जून से शुरू हुई पहली मास्टर्स नेशनल फेंसिंग चैंपियनशिप 18 जून तक चलेगी। एकादमी की इस उपलब्धि पर बलूनी ग्रुप के एमडी विपिन बलूनी ने खुशी जतायी है। उन्होंने तीनों पदक विजेताओं को अपनी शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि एसबीपीएस छात्रों के चहुंमुखी विकास के लिए प्रतिबद्ध है। छात्रों की इस जीत से उनका ही नहीं बल्कि अन्य खिलाड़ियों का भी मनोबल बढ़ेगा और एकादमी में स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा बढ़ेगी। गौरतलब है कि एसबीपीएस फेंसिंग एकादमी के कई छात्रों ने राष्ट्रीय स्तर पर कई बार उत्तराखंड का नाम रोशन किया है।