Friday, June 20, 2025
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लापता हुई दो छात्राओं की बरामदगी के बाद एक और किशोरी हुई लापता

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हल्द्वानी, बनभूलपुरा थाना क्षेत्र से लापता हुई दो छात्राओं की बरामदगी के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली ही थी कि इसी बीच इसी थाना क्षेत्र से एक और बिटिया लापता हो गई। पांच दिन पहले लापता हुई किशोरी के मामले में पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर ली है। एक और मामला आने के बाद पुलिस के सामने किशोरी को सकुशल बरामद करने की चुनौती है।

बनभूलपुरा थाना क्षेत्र निवासी महिला ने बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी को सौंपी तहरीर में कहा कि उनकी पुत्री 20 जून को दोपहर तीन बजे घर से बगैर बताए कहीं चली गई। देर शाम तक नहीं लौटने पर उसकी खोजबीन की गई लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। परिजनों ने मूल मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश और हाल निवासी इंदिरानगर नूरी मस्जिद बनभूलपुरा निवासी युवक पर भगा ले जाने का आरोप लगाया है।

महिला का कहना है कि उसकी पुत्री अपने साथ घर में रखे 45 हजार रुपये और अन्य सामान भी साथ ले गई है। पुलिस को यह तहरीर ऐसे वक्त पर मिली है जब पिछले कई दिनों से लापता दो नाबालिग की पुलिस बमुश्किल बरामदगी कर पाई थी। बनभूलपुरा थाना क्षेत्र में एक के बाद एक बच्चियों के लापता होने से स्थानीय लोगों में गुस्सा है। हालांकि पुलिस जल्द किशोरी को खोजने का दावा कर रही है। एसओ भाकुनी का कहना है कि तहरीर के आधार पर गुमशुदगी दर्ज कर ली है।

महिला और 5 साल के बेटे को पिकअप ने कुचला, दर्दनाक मौत

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अल्मोड़ा, अल्मोड़ा के लमगड़ा में पिकअप के नीचे दबकर एक महिला और उसके पांच साल के बेटे की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक मंगलवार देर शाम दन्या के बलसूना निवासी गीता पत्नी आन सिंह अपने पांच साल के बेटे को लेकर अपनी बड़ी बहन दुर्गानगर निवासी कविता के साथ अपने मायके गौलीमहर जा रही थी, बताया जाता है कि तीनों एक पिकअप (यूके 01 सीए/1276) में सवार हुए। लमगड़ा-गौलीमहर सड़क पर तीखी ढलान में गीता और उसका बेटा अचानक दरवाजे से बाहर छिटक कर पिकअप के पिछले टायर के नीचे दब गए। इस घटना में महिला की मौके पर ही मौत हो गई जबकि मासूम को सीएचसी पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना से परिजनों में कोहराम है। थानाध्यक्ष लमगड़ा राहुल राठी ने कहा कि वाहन का दरवाजा कैसे खुला इसका पता लगाने की कोशिश की जा रही है। शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिए। फिलहाल मामले में किसी भी पक्ष से कोई तहरीर नहीं मिली है।

हाथों में हाथ : संसद भवन में दिखी कंगना और चिराग की गजब केमिस्ट्री

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नई दिल्ली, सांसद कंगना रनौत और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें दोनों की गजब की केमिस्ट्री देखने को मिली।
यह वायरल वीडियो संसद भवन का है। बता दें कि चिराग बिहार की हाजीपुर से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे हैं। नवनिर्वाचित दोनों सांसद संसद भवन पहुंचे थे। इसी दौरान कंगना और चिराग की गर्मजोशी से मुलाकात हुई। वीडियो में देखा जा सकता है कि कंगना और चिराग एक दूसरे को गले लगा रहे हैं। फिर कुछ देर आपस में बात करते हैं। इसके बाद ताली मारते हैं और हंसते हैं। फिर हाथ थामे हुए दोनों सांसद संसद के अंदर चले जाते हैं। वीडियो को सोशल मीडिया पर जबरदस्त रिस्पांस मिल रहा है। कई नेटिजन दोनों सांसदों के बीच रोमांटिक एंगल भी निकाल रहे हैं।

बता दें कि चिराग और कंगना 13 साल पहले ‘मिले ना मिले हम’ एक मूवी में नजर आए थे। चिराग पासवान अपनी डेब्यू फिल्म में कंगना रनौत के साथ काम कर चुके हैं।

जनरल हणुत सिंह सेवा ट्रस्ट को भूमि आवंटित कराने मोर्चा पहुंचा शासन

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# नगर निगम ने 2022 में किया था प्रस्ताव पारित

# फक्र-ए-हिंद/महावीर चक्र विजेता का भी नहीं रखा शासन ने ख्याल

# आपत्ति पर आपत्ति लगाकर पत्रावली डाल दी ठंडे बस्ते में

देहरादून, जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने प्रमुख सचिव, शहरी विकास विभाग आरके सुधांशु से मुलाकात कर संत सोल्जर जनरल हणुत सिंह सेवा ट्रस्ट को पट्टे पर भूमि आवंटित कराने के मामले में पुनर्विचार करने का आग्रह किया, जिस पर सुधांशु ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
नेगी ने कहा कि अगस्त 2022 को नगर निगम द्वारा सर्व समिति से प्रस्ताव पारित कर 30/11/2022 को नगर आयुक्त नगर निगम के माध्यम से सचिव, शहरी विकास को पत्रावली प्रेषित की गई थी, जिसमें 1597.50 वर्ग मीटर भूमि महानायक/महावीर चक्र विजेता/फक्र-ए-हिंद की स्मृति में समाधि स्थल एवं तपसी स्थल हेतु आवंटित करने का आग्रह किया था, लेकिन शासन में बैठे अधिकारियों ने आपत्ति पर आपत्ति लगाकर पत्रावली ठंडे बस्ती में डाल दी थी।नेगी ने कहा कि महानायक जनरल हणुत सिंह की उपलब्धियां का शासन को संज्ञान लेना चाहिए, जिससे जनता को उनके कृत्यों से प्रेरणा मिल सके।

देवभूमि हुई शर्मसार : एक और नाबालिग हुई शिकार गैंगरेप के बाद नृशंस हत्या, भाजपा नेताओं से जुड़े तार : गरिमा दसौनी

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देहरादून, उत्तराखंड़ कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेरा दसौनी ने राज्य की कानून व्यवस्था पर धामी सरकार को आड़े हाथों लिया। कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से रूबरू होते हुये दसौनी ने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर चुकी है, उत्तराखंड़ जो देवभूमि के नाम से देश विदेश में ख्याति प्राप्त है ,वहां आए दिन महिलाओं के प्रति अपराधों में बढ़ोतरी हो रही है।दसौनी ने कहा कि बीते रोज हरिद्वार के बहादराबाद से जो खबर सामने आई है वह रोंगटे खड़े कर देने वाली है, हरिद्वार के बहादराबाद में एक नाबालिग बच्ची के के साथ न सिर्फ गैंगरेप हुआ बल्कि दुष्कर्म के बाद उस बच्ची की नृशंस और जघन्य हत्या तक कर दी गई, गरिमा में कहा कि इस पूरे हत्याकांड को अंजाम सत्ता रूढ़ भाजपा के प्रधान पति अमित सैनी और ओबीसी आयोग के सदस्य आदित्य राज सैनी के द्वारा दिया गया।
गरिमा ने कहा कि देहरादून जो उत्तराखंड की अस्थाई राजधानी है जहां मंत्री से लेकर संतरियों तक की फौज है वहां महिलाओं के साथ अपराध रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं।
दसौनी ने कहा की देहरादून में ही 15 वर्षीय नाबालिग का मुंह बोले मामा के द्वारा दुराचार का मामला हो या पटेल नगर में 6 माह की बच्ची और उसकी मां का क्षत विक्षत शव जो कि दो-तीन दिन पुराना था वह पाया गया है ।
देहरादून में ही उपनल कर्मी द्वारा खुद को वनकर्मी बता कर आरक्षी के साथ दुष्कर्म किया गया जो कि नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र का मामला है। देहरादून के कैंट में शादी का झांसा देकर महिला के साथ कई महीनो से दुराचार किया जा रहा था। देहरादून के ही पटेल नगर में 12 वर्षीय नाबालिग बच्ची जो की शौच के लिए बाहर गई थी वह घर से थोड़ी ही दूर पर निर्वस्त्र नग्न अवस्था में पाई गई। हल्द्वानी के बनभूलपुरा से दो छात्रों का लापता हो जाना, द्वाराहाट की 19 वर्षीय दलित युवती के साथ शराब का नशा करा कर तीन युवकों द्वारा गैंग रेप किया जाना, साहनी आत्महत्या कांड और प्रॉपर्टी डीलर रवि बडोला की दिनदहाड़े हत्या बताता है की प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज बची नहीं है।
दसौनी ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि पुलिस प्रशासन कुंभकरण की नींद में सोया है, अपराधियों और बलात्कारी के अंदर पुलिस प्रशासन का कोई डर भय या आतंक नहीं है। दसौनी ने धामी सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा की धाकड़ धामी को आत्ममुग्धता से बाहर आना चाहिए और प्रदेश में क्या चल रहा है इसका संज्ञान लेना चाहिए चाहे धामी के मंत्रियों के विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार हो या महिलाओं के साथ अपराध और दुष्कर्म ऐसा लगता है कि या तो मुख्या इन सभी बातों से अनजान हैं या फिर अंजान बने रहना चाहते हैं।
दसौनी ने प्रदेश की भाजपा सरकार को पर हमला करते हुए कहा की प्रदेश की जनता ने अपना प्रेम विश्वास और सर्वस्व भारतीय जनता पार्टी पर न्योछावर करते हुए 2017 में 57 का प्रचंड बहुमत और 2022 में 47 का प्रचंड बहुमत भारतीय जनता पार्टी पर लुटाया इतना ही नहीं एक बार नहीं तीन-तीन बार प्रदेश के पांचो सांसद भारतीय जनता पार्टी की झोली में डालने का काम किया ऐसे में भारतीय जनता पार्टी की सरकार की यह जिम्मेदारी थी कि वह प्रदेश की महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करें और प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाएं परंतु उपरोक्त सभी गंभीर मामलों का ना तो महिला आयोग संज्ञान ले रहा है और ना ही महिला एवं बाल विकास मंत्री का खेद प्रकट करते हुए कोई बयान सामने आया है।
दसौनी ने कहा कि भाजपा सरकार बताए की आखिर उत्तराखंड की जनता को किस बात की सजा मिल रही है?
क्यों आज भाजपा राज में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं ? प्रेस वार्ता के दौरान प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट मौजूद रहे।

रक्तदान शिविर के साथ हुआ, सीए सप्ताह का शुभारंभ

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25 जून से लेकर एक जुलाई तक प्रतिदिन आयोजित होंगे कार्यक्रम

हरिद्वार। सीए आशुतोष पांडेय ने कहा कि हर वर्ष 1 जुलाई – सीए दिवस मनाया जाता है। यह महत्वपूर्ण अवसर महज एक उत्सव नहीं है, बल्कि सीए पेशे को परिभाषित करने वाले समर्पण, अखंडता और उत्कृष्टता के प्रतीक है|
गौरतलब है कि इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स , हरिद्वार शाखा के तत्वावधान में सीए सप्ताह समारोह का शुभारंभ मंगलवार को रक्तदान शिविर के साथ किया गया।‌ शिवर में 60 से ज्यादा सीए एवं छात्रों ने रक्तदान किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मनीष दत्त मौजूद रहे। इस मौके पर सीए गिरीश मोहन, अध्यक्ष- हरिद्वार शाखा (ICAI) ने बताया कि हर वर्ष 01 जुलाई को पूरे भारतवर्ष में विभिन्न शाखाओं पर सीए समारोह दिवस पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है। इस कड़ी में ICAI की हरिद्वार शाखा की ओर से 25 जून से 1 जुलाई 2024 तक CA सप्ताह मनाने जा रहा है। मंगलवार 25 जून को रक्तदान शिविर के साथ सीए सप्ताह समारोह का शुभारंभ हो गया है। आने वाले दिनों में लगातार 07 निरंतर कार्यक्रमों की एक प्रेरक श्रृंखला शामिल है।26 जून – वृक्षारोपण, 27 जून – स्कूल किट वितरण , 28 जून – योग शिविर,
29 जून – खेल दिवस, 30 जून – सीए दौड़ विकसित भारत के लिए
1 जुलाई – सीए दिवस समारोह धूमधाम से मनाया जाएगा।‌ उन्होंने कहा कि इन समृद्ध आयोजनों में हरिद्वार, ऋषिकेश, रुड़की व कोर्टद्वार के सीए सदस्य व छात्र भाग लेकर अपनी साझा प्रेरणा को प्रदर्शित करेगे| कार्यक्रम को सफल बनाने में सीए प्रबोध जैन, सीए अर्पित वर्मा, सीए अंकित वर्मा, सीए अंकुर अग्रवाल, सीए योगेश भाटेजा का विशेष योगदान रहा। इस मौके पर सीए हरीश रतुड़ी, सीए सुमित शर्मा, सीए अनमोल गर्ग, सीए आशुतोष पांडेय, सीए वासु अग्रवाल, सीए अतुल जिंदल, सीए अनिल वर्मा, सीए सुधांशु शर्मा, सीए अनिल जैन, सीए विकास बंसल, सीए राकेश तनेजा, सीए अमन भारद्वाज, सीए रोहित खुराना, सीए चित्रा नाहटा एवं सीए विष्णु बर्मन सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहें।‌

 

शिवभक्तों को ना हो किसी प्रकार की दिक्कत-स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती

कांवड़ियों की सुविधा के लिए रैन बसेरे, जलापूर्ति, भोजन आदि की बेहतर व्यवस्थाएं लागू की जाएं-पंडित अधीर कौशिक

हरिद्वार, 25 जून। कांवड मेले के सकुशल संपन्न कराने एवं विभिन्न राज्यों से आने वाले शिवभक्त कांवड़ियों की सुविधाओं की मांग को लेकर सन्यास मार्ग स्थित रामेश्वर धाम में श्री अखंड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक के संयोजन में बैठक आयोजित की गयी। बैठक की अध्यक्षता महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वरांनद सरस्वती ने की। बैठक को संबोधित करते हुए स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि आगामी कांवड़ मेले में शिवभक्त कांवड़ियों की सुविधाओं की तैयारियां प्रशासन को पूर्व से ही कर लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान भगवान शिव के भक्त कांवड़ियों को किसी भी प्रकार की दिक्कतें नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शिवभक्त कांवड़िएं भी धार्मिक प्रयोजन से ही जल भरकर अपने गंतव्यों को रवाना हों। धार्मिक यात्रा को उत्साहपूर्वक मनाना चाहिए। भगवान शिव शिव भक्त कांवड़ियों की मनोकामनाओं को पूर्ण करेंगे। श्री अखंड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी एवं शासन प्रशासन शिवभक्त कांवड़ियों की सुविधा के लिए रैन बसेरे, जलापूर्ति, भोजन आदि की व्यवस्था के साथ शौचालय आदि की बेहतर व्यवस्था को लागू कराएं। उन्होंने शिवभक्त कांवड़ियों से मांग की कि यात्रा के दौरान किसी प्रकार का हुड़दंग ना करें। यात्रा के दौरान सड़कों पर नृत्य आदि ना करें। उन्होंने कहा कि कांवड़ मेले के दौरान समुचित व्यवस्था उपलब्ध होनी चाहिए। मार्गो पर साइन बोर्ड अंकित होने चाहिए। जिससे बाहर से आने वाले श्रद्धालु इधर उधर ना भटकें। पार्किंग स्थलों पर भी सभी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं। फर्जी पार्किंग पर अंकुश लगाए जाए। होटल, ढाबों और रेस्टोरेंट आदि पर रेट लिस्ट लगायी जाएं। जिससे अनावश्यक विवाद ना हों। पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि बाहरी राज्यों से आने वाले शिवभक्त कांवड़ियों की सुरक्षा को भी सुनिश्चित किया जाए। जूना अखाड़े के भास्करपुरी महाराज, पंडित पवन कृष्ण शास्त्री, गोपाल कृष्ण बड़ोला आदि ने भी कांवड़ियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की। बैठक में सीताराम, विष्णु गौड़, विष्णु शास्त्री, पंकज, कुलदीप शर्मा, रूद्राक्ष आदि मौजूद रहे।

25 जून 1975 को देश में आपातकाल लगाकर कांग्रेस ने किया लोकतंत्र का चीर हरण :मदन कौशिक

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हरिद्वार( कुलभूषण) भारतीय जनता पार्टी विधानसभा हरिद्वार के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस द्वारा 25 जून 1975 को देश में आपातकाल लगाए जाने के विरोध में आपातकाल की बरसी बनाई और कैंडल मार्च निकालकर उन शहीदों को श्रद्धांजलि जिन्होंने आपातकाल में अपने प्राण गवाए है
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं हरिद्वार विधायक मदन कौशिक ने कहा कि आज का दिन भारत के इतिहास में लोकतंत्र की हत्या का दिन गिना जाता है। कहा कि कांग्रेस सरकार ने 25 जून 1975 की रात को केवल अपनी कुर्सी बचाने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने देश में इमरजेंसी लगा दी और संविधान का गला घोट दिया। आपातकाल लगाने के बाद राजनीतिक नेताओं, पत्रकारों और अन्य को जेल में डाल दिया । उन्होंने कहा कि देश को बदनाम करने के लिए कांग्रेस साजिश कर रही है और संविधान सहित कई संस्थाओं को भी अपनी राजनीति का शिकार बना रही है।
आज ही के दिन देश में आपातकाल लगाने की घोषणा तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने 25 जून, 1975 की देर रात आकाशवाणी पर एक प्रसारण में की थी। इससे कुछ घंटों पहले, सुप्रीम कोर्ट ने लोकसभा सदस्य के रूप में इंदिरा गांधी के निर्वाचन को अमान्य घोषित करने के इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले पर सशर्त रोक लगा दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने इंदिरा गांधी से कहा था कि, वह संसदीय कार्यवाही से दूर रहें। हालांकि, उन्‍होंने कुछ और ही सोच रखा था। यह आपातकाल देश में 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक की 21 महीने की अवधि के लिए आपातकाल लागू था। तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार की सिफारिश पर भारतीय संविधान के अनुच्छेद 352 के तहत देश में आपातकाल की घोषणा की थी।
भाजपा महिला मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष अनु कक्कड़ ने कहा की संविधान के अनुच्छेद 352 के अनुसार, राष्ट्रपति देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा-चाहे वह युद्ध या बाहरी आक्रमण या सशस्त्र विद्रोह से हो- होने पर आपातकाल की घोषणा कर सकते हैं।
भाजपा जिला उपाध्यक्ष विकास तिवारी ने आपातकाल को लोकतंत्र पर लगा ‘काला धब्बा’ करार देते हुए आज मंगलवार को कहा कि इसकी 50वीं बरसी के मौके पर देशवासी यह संकल्प लें कि भारत में फिर कभी कोई ऐसा कदम उठाने की हिम्मत नहीं करेगा।
उन्होंने कहा, “आज 25 जून है, जो लोग इस देश के संविधान की गरिमा के प्रति समर्पित है, जो लोग भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं पर निष्ठा रखते हैं… उनके लिए 25 जून ना भूलने वाला दिवस है। भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष ठाकुर सुशील चौहान ने कहा की 25 जून को भारत के लोकतंत्र पर जो काला धब्बा लगा था, उसके 50 वर्ष हो रहे हैं। भारत की नयी पीढ़ी इस बात को कभी नहीं भूलेगी कि उस समय कैसे देश के संविधान को पूरी तरह नकार दिया गया था। देश को जेल खाना बना दिया गया था और लोकतंत्र को पूरी तरह दबोच दिया गया था।
भाजपा ने सोमवार को कहा कि वह कांग्रेस की तानाशाही और संविधान के प्रति उसकी सोच का ‘पर्दाफाश’ करने के लिए 1975 के आपातकाल की बरसी के मौके पर एक राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम प्रत्येक मंडल में आयोजित कर रही है
“आपातकाल भारत के महान लोकतंत्र का एक काला अध्याय है जिसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। देश में लोकतंत्र का गला घोंटते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 को देश पर ‘आपातकाल’ थोप दिया था।”
वर्ष 1975 में 25 जून को ही पूरे देश में आपातकाल लगाई गई थी। इंदिरा गांधी के नेतृत्व में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के इशारे पर सरकारी एजेंसियों ने तमाम विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया था। आम लोगों के अधिकारों पर कैंची चलाई गई और विरोध करने वालों को हाशिये पर डाल दिया गया। इसे भारतीय लोकतंत्र के काले अध्याय के रूप में याद किया जाता है। बीजेपी हर साल इस दिन को इमरजेंसी के विरोध में कार्यक्रम आयोजित करती है

भाजपा मंडल अध्यक्ष राजेश शर्मा और तरुण नैय्यर ने कहा कि वर्ष 25-26 जून 1975 की मध्य रात्रि में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगा दिया था जिसमें विपक्ष के नेताओं को जेलों में डाल दिया गया. इसमें देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई , पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी समेत देश के अनेकों राजनेताओं को जेलों में डाल दिया गया था . इतना ही नहीं समाचार पत्रों मीडिया पर भी पाबन्दी लगा कर लोकतंत्र का गला घोंटा गया . खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ाई गयी. न्यायपालिका को अपने अधीन कर देश में आम जनता को बंधक बनाने का कार्य उन दिनों के कांग्रेस काल में हुआ जो घोर निंदनीय था .
कहा कि 1975 से 1977 लगभग 19 माह के कार्यकाल में कांग्रेस ने इमरजेंसी लगाकर देश की संस्थागत संस्थाओं पर अपना अधिकार जमा लिया. यह सब उन्होंने रायबरेली लोकसभा चुनाव में जीत को हाई कोर्ट बेंच ने स्थगित कर दिया और वह सुप्रीम कोर्ट चली गई. 11 अगस्त को उनका रायबरेली सीट का निर्णय आना था उस निर्णय से भयभीत होकर इंदिरा गाँधी ने पूरे देश में आपातकाल लगाया और उन्होंने देश को 19 माह तक कानून व्यवस्था न्यायपालिका शासन प्रशासन को अपने हाथ में लेकर विपक्ष के नेताओं को और उनके खिलाफ में बोलने वाले सभी नेताओं को पूरे देश से लगभग डेढ़ लाख लोगों को जेलों में पहुंचा दिया .
आज के कार्यक्रम में महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष मृदुल सिंघल मंडल महामंत्री आकाश चौहान पार्षद अनिरुद्ध भाटी सपना शर्मा सपना शर्मा नेपाल सिंह मोनिका सनी सरोज जाखड़ निशा पुंडीर विजय पाल सिंह निशा पुंडीर हर्षित त्रिपाठी हर्षित त्रिपाठी की बीपी सिंह देवेश मुंबई सुनील शेट्टी प्रशांत सैनी आदि उपस्थित थे

कृषि मंत्री से मांगा स्पष्टीकरण : क्या है ? अदानी समूह के निवेश का असली राज

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देहरादून, उत्तराखंड़ कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी एवं प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कृषि मंत्री से अदानी समूह द्वारा उत्तराखंड में 500 करोड़ का निवेश किए जाने पर स्पष्टीकरण मांगा है। दसौनी ने कहा कि उत्तराखंड़ के कृषि मंत्री कह रहे हैं कि अडानी समूह उत्तराखंड के कृषि क्षेत्र में कृषि उपज को खरीदने के लिए 500 करोड रुपए का निवेश करेगा लेकिन हरियाणा, पंजाब के किसान हों या देश के किसान, लगातार अडानी और अंबानी समूह के खिलाफ मुखर विरोध कर रहे हैं क्योंकि अदानी समूह मनमाने तरीके से किसानों की फसल को खरीदने का काम करता है और फिर मनमाने दामों पर उसको बाजार में बेचने का काम करता है। दसौनी ने कहा की इसलिए हमें आशंका है कि सुनियोजित षड्यंत्र के तहत पूरी कृषि उपज मनमाने तरीके से उद्योगपति मित्रों के हाथों में सौंपने की पूरी तैयारी की जा रही है और राज्य सरकार बताए की आखिर ये काम क्यों उत्तराखंड के बेरोजगार नौजवानों को नहीं सौंपा जा सकता और तो और सरकार क्यूं स्वयं की जिम्मेदारियां को नहीं समझ रही है ?सरकार को अगर भंडारण केंद्र ही बनाने हैं, कोल्ड स्टोरेज बनाने हैं तो अपने दम पर क्यों नहीं बना रही ?
प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट ने कहा की यह कार्य उत्तराखंड के किसानों को सरकार द्वारा प्रोत्साहन देकर क्यों नहीं दिया जा सकता? आखिर ऐसा क्या है की इसके लिए भी उनको अदानी समूह में ही संभावनाएं नजर आ रही हैं और इसकी क्या गारंटी है कि आने वाले समय में उत्तराखंड की पूरी कृषि उपज , फलों की उपज मनमाने तरीके से अडानी समूह के हाथ में नहीं चली जाएगी? इस पर भी सरकार को अपना रवैया स्पष्ट करना चाहिए। या फिर कहीं ऐसा तो नहीं कि उद्यान घोटाले में संदेहास्पद भूमिका होने के चलते और सीबीआई का शिकंजा कसते देख ध्यान भटकाने के लिए कृषि मंत्री कोई नया पैंतरा चल रहे हो ?

 

नदियों के पुनर्जीवन के नाम पर केवल बजट ठिकाने लगाने का इंतजाम कर रही सरकार : धस्मानाTeach children the lesson of unity in diversity Dhasmana - बच्चों को पढ़ाएं  अनेकता में एकता का पाठ : धस्माना, देहरादून न्यूज

ऋषिपणा और कोसी नदी पर पहले श्वेत पत्र जारी करे सरकार : सूर्यकांत

देहरादून, उत्तराखंड राज्य में जल संरक्षण अभियान के नाम पर नदियों को पुनर्जीवित करने का सरकार केवल ढकोसला कर रही है वास्तविकता यह है कि इस नाम पर केवल हजारों करोड़ रुपए के बजट को ठिकाने लगाने का इंतजाम किया जा रहा है यह बात आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने आज अपने कैंप कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही। राज्य सरकार के जलस्रोत नदी पुनर्जीवन प्राधिकरण सारा के द्वारा राज्य की पांच नदियों टिहरी देहरादून में सोंग, पौड़ी की पूर्वी व पश्चिमी न्यार,नैनीताल की शिप्रा, व चम्पावत में गौड़ी नदियों को पुनर्जीवित करने के निर्णय पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सूर्यकांत ने कहा कि पहले राज्य की सरकार श्वेत पत्र जारी कर राज्य की जनता को बताए कि।वर्ष 2017 में भाजपा सरकार के तत्कालीन मुखिया श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के द्वारा रिसपना नदी (जिसका उन्होंने नया नामकरण ऋषिपणा कर दिया था ) व कोसी नदी के पुनर्जीवन की घोषणा 2017 में की थी और पिछले सात वर्षों में कई सौ करोड़ रुपए इनके पुनर्जीवन के कार्यक्रम में खर्च किए गए किंतु इन दोनों नदियों का पुनर्जीवित होना तो दूर इनकी स्थिति बद से बदतर हो गई । उन्होंने कहा कि रिसपना का हाल तो यह है कि उसके स्रोत तक सरकार व शासन की नाक के नीचे अतिक्रमण हो गया जिस पर अब एन जी टी द्वारा संज्ञान लेने व सरकार को अतिक्रमण हटाने के आदेश के बाद अब जा कर कुछ कार्यवाही की जा रही है । श्री धस्माना ने कहा कि सारा को निश्चित रूप से राज्य की नदियों के पुनर्जीवन व खत्म हो चुके जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने का अभियान चलाना चाहिए किंतु इससे पहले उन कारणों को समाप्त करने की आवश्यकता है जिनके कारण हमारी नदियां व जल स्रोत सूख रहे व लुप्त हो रहे हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष धस्माना ने कहा कि पिछले दस वर्षों में पहाड़ों में जिस तरीके से अंधाधुंध निर्माण हुए , ऋषिकेश से लेकर कर्णप्याग तक रेल लाइन बिछाने के लिए सुरंगें खोदी गई, चार धाम के लिए आल वैदर रोड के नाम पर पहाड़ों के सीने पर भारी मशीनें चलाई गईं व लंबी लंबी सुरंगें बनाई गई , लाखों हैक्टेयर जंगल जल कर राख हो गए ये मुख्य कारण हैं हमारी नदियों व जल स्रोतों के सूखने का। श्री धस्माना ने कहा कि श्री केदारनाथ व श्री बद्रीनाथ जी में जिस प्रकार से बुलडोजर व भारी मशीनें चलाई जा रही हैं उनसे उच्च हिमालई क्षेत्र में ग्लेशियर पिघल रहे हैं जिनसे रैणी जैसी आपदाएं घट रही हैं। श्री धस्माना ने कहा कि बिना इन विषयों को संबोधित किए केवल नदियों व जल स्रोतों के पुनर्जीवन का अभियान केवल कागजी कसरत है जिनका परिणाम रिसपणा व कोसी जैसा ही होना तय है और इस अभियान का मकसद केवल मोटा बजट ठिकाने लगाना ही हो सकता है।

अपहृत किशोरियां को पुलिस ने यूपी से किया बरामद, पांच आरोपी गिरफ्तार

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हल्द्वानी, पुलिस ने 6 दिन पूर्व अपहृत किशोरियों को यूपी से बरामद कर लिया गया है। इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें किशोरियों को अगवा करने वाले किशोर के साथ ही संरक्षण देने वाले उसके रिश्तेदार शामिल हैं।
मंगलवार की देर सायं एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा कोतवाली में किशोरियों के बरामद होने की जानकारी दी। बताया कि छह दिन पूर्व बनभूलपुरा थाने में जवाहर नगर क्षेत्र की दो नाबालिग लड़कियां गायब हो गई थी। उनके साथ बनभूलपुरा क्षेत्र के एक नाबालिग बालक के जाने का मामला भी दर्ज कराया गया था। इस मामले की रिपोर्ट वनभूलपुरा थाने में दर्ज की गई थी। पुलिस ने मामले के खुलासे के लिए चार टीमों का गठन किया था।
सीसीटीवी फुटेज में दोनो लापता किशोरियां रोडवेज बस स्टेशन से एक युवक के साथ ई रिक्शा में सवार होकर मंगलपड़ाव की ओर जाती हुई दिखाई दी। पुलिस ने ई रिक्शे में सवार बालक के बारे में जानकाीर हासिल की तो उसकी पहचान 16 वर्षीय बालक निवासी जवाहर नगर वनभूलपुरा के रूप में हुई। पुलिस टीम ने बालक के रिश्तेदारो, दोस्तो, पहचान वालो आदि से गहन पूछताछ की, साथ ही गुमशुदा बालिकाओं और बालक के मोबाइल को सर्विलांस पर लगाकर उनकी लोकेशन आदि के बारे में जानकाीर प्राप्त की। उनकी लोकेशन बदायूं के सहसवान में मिली तो एक टीम को बदायूं केे लिए रवाना कर दिया गया। इसके बाद दूसरी पुलिस टीमों को काशीपुर, मुरादाबाद, दिल्ली भेजकर गुमशुदाओ की तलाश की गयी और उन क्षेत्रो गुमशुदाओ व संदिग्ध बालक के रिशतेदार, पहचान वाले, दोस्तों के घर जाकर तलाश तथा पूछताछ की गयी।
पुलिस ने जांच में पाया कि दोनों बालिकाओं को पहले नाबालिग अपनी बहन निशा पत्नी उजैर उर्फ आसिफ निवासी मृदाटोला थाना सहसवान जिला बदायूं के पास ले गया। इस षड्यंत्र में मौ. अब्दुल शमी उर्फ भोला भी शामिल मिल रहा। पुलिस ने अपहृत बालिकाओं को रेलवे स्टेशन मंसूरपुर मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश से बरामद किया गया। साथ ही नाबालिग बालक को भी बरामद कर लिया गया। आरोपियों में आमिल निवासी ग्राम बिहारी थाना सिखेडा जिला मुजफ्फरनगर, निशा पत्नी उजैर निवासी मृदाटोला थाना सहसवान जिला बदायूं, उजैर निवासी मृदाटोला थाना सहसवान जिला बदायूं, अब्दुल समी निवासी लाइन नम्बर 17 थाना बनभूलपुरा और विधि विवादित किशोर शामिल हैं।

हृषिकेश मुखर्जी के जीवन उनकी फिल्मों पर वार्ता

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देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र कि ओर से आज शाम हृषिकेश मुखर्जी के जीवन उनकी फिल्मों पर एक वार्ता का कार्यक्रम किया गया।
कार्यक्रम में हृषिकेश मुखर्जी की फिल्मों पर वक्ताओं ने विस्तार से प्रकाश डाला। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. विद्या सिंह और फ़िल्म विशेषज्ञ डॉ. मनोज पंजानी ने अनाड़ी, अनुपमा, आशीर्वाद, सत्यकाम, गुड्डी, आनंद, अभिमान, नमक हराम, चुपके-चुपके, मिली, गोल माल और बेमिसाल, फिल्मों पर गहनता से बात की। कार्यक्रम का संचालन मीनाक्षी कुकरेती भारद्वाज ने किया।
कार्यक्रम की शुरुआत में मनोज माथुर द्वारा माउथ ऑर्गन पर उनकी फिल्मों कि धुन बजायी गयी और राधा पुंडीर के गीतों का गायन किया ।
कार्यक्रम के दौरान हृषिकेश मुखर्जी के साथ काम करने वाले लोगों के संदेश थिएटर कलाकारों के साथ ही विनीता ऋतुंजय और राहिला परवीन, रिशु, नीरज वर्मा हिमानी डांगी और पंकज शर्मा जैसे युवा छात्रों द्वारा पढ़े गए।
कार्यक्रम में अनेक फ़िल्म प्रेमी, लेखक, साहित्यकार सहित दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के अनेक युवा पाठक उपस्थित रहे