Tuesday, April 29, 2025
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अभिनव पहल : अभिलेख पोर्टल पर अब एक ही क्लिक में आनलाईन मिलेगी जानकारी

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देहरादून, जनपद दून की अभिनव पहल शीघ्र रिकार्डरूम के अभिलेख पोर्टल पर अभिलेखों की तहसीलवार जानकारी अब एक ही क्लिक में आनलाईन मिलेगी। जिस पर आज जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने अपने कार्यालय कक्ष में वेबसाईट पर अद्यतन कार्यों का अवलोकन करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों के साथ कार्य प्रगति की समीक्षा की। जिला प्रशासन देहरादून द्वारा जनपद में तहसीलवार अभिलेखों को पोर्टल पर अद्यतन किये जाने की कार्यवाही गतिमान है। जिलाधिकारी ने जल्द से जल्द कार्यों को पूर्ण करने के कड़े निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने आनलाईन किये जाने रहे अभिलेखों के तहसीलवार डेमों का अवलोकन करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों निर्देशित किया कि जल्द से जल्द अभिलेखों को अपलोडिंग कार्य पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने प्रभारी अधिकारी रिकार्डरूम/ उप जिलाधिकारी मुख्यालय शालिनी नेगी एवं ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर को निर्देशित किया कि रिकार्ड अभिलेखों की एक कॉपी आईटीडीए के सम्बन्धित अधिकारी को उपलब्ध करेंगे। साथ ही आईटीडीए के अधिकारियों को निर्देशित किया कि त्रुटिरहित डाटा को वेबसाईट पर अपलोड करेंगे। उन्होंने कहा कि कार्यों को शीघ्रता से सम्पादित करें, जिससे कि जनमानस को अपने भूमि, अभिलेखों सम्बन्धी दस्तावेज आसानी से प्राप्त हो सके। उन्होंने वेबपेज पर सुधार लाने हेतु आईटीडीए के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

सुपरहिट फिल्म बॉबी के प्रदर्शन के साथ पांच दिवसीय ग्रीष्म कला उत्सव हुआ शुरू

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फिल्म में राजदूत जीटीएस 150 मोटर साइकिल जो ‘बॉबी बाइक‘ के रूप में रही चर्चित’

देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), पहली बार जनपद में पांच दिवसीय ग्रीष्म कला उत्सव शुरू हो गया, दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के प्रेक्षागृह में आयोजित उत्सव में बुधवार को सुबह के समय देहरादून शहर समेत पूरे देश में धूम मचाने वाली सुपरहिट फिल्म बॉबी का प्रदर्शन किया गया। साथ ही शाम को देहरादून के बन्द पड़े सिनेमाघरों पर सार्थक विमर्श किया गया।
ग्रीष्म कला उत्सव का पहला दिन सत्तर के दशक की लोकप्रिय हिट फिल्म बॉबी (1973) के नाम रहा। यह बात उल्लेखनीय है कि बॉबी ने सत्तर के दशक की शुरुआत में ऋषि कपूर, डिंपल कपाड़िया, प्राण और प्रेमनाथ के अभिनय ने युवा सिनेमा को नये सिरे से परिभाषित किया। यह फिल्म जबरदस्त व्यावसायिक सफलता के मोड़ पर पहुंच गयी थी। इस फिल्म ने निर्माता निर्देशक राज कपूर को मेरा नाम जोकर के साथ अपनी पिछली सारी फिल्मों के भारी नुकसान की भरपाई करने में सक्षम बना दिया। इस फिल्म के गाने लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल द्वारा रचे गये थे और गीत आनंद बख्शी, राजकवि इंद्रजीत सिंह तुलसी और विट्ठलभाई पटेल की संयुक्त प्रतिभा से उभरे थे। बॉबी फिल्म की इस घटना ने देश को नरेन्द्र चंचल की अद्भुत गायन प्रतिभा से परिचित कराया और प्रतिष्ठित राजदूत जीटीएस 150 मोटर साइकिल को एक बड़ा मंच प्रदान कर जन-जन में उसे लोकप्रिय बना डाला। बॉबी फिल्म के वजह से ही मोटर साइकिल हमेशा के लिए बॉबी बाइक के रूप में जाना जाने लगी। इस सत्र का शुभारम्भ प्रभात सिनेमा प्रमुख रहे दीपक नागलिया ने किया। फिल्म प्रदर्शन के दौरान सभागार में अनेक फिल्म प्रेमी व दर्शक मौजूद रहे।
सांध्यकालीन सत्र में प्रभात सिनेमा के दीपक नागलिया से बिजू नेगी ने बातचीत की।
इस बातचीत में देहरादून के बंद पड़े सिनेमाघरों की भूली बिसरी यादों पर शानदार बात हुई। बातचीत के दौरान सिंगल स्क्रीन भारतीय सिनेमा प्रदर्शनी उद्योग के सुनहरे युग और उस दशक के दौरान हिंदी सिनेमा से जुड़ी विविध कहानियों को बेहतरीन तरीके से याद किया गया । बातचीत को जीवंत बनाने के लिए एक स्लाइड शो भी किया गया। दीपक नागलिया ने पिछले दशकों में देहरादून के सिनेमाघरों की सामाजिक पहचान, उससे जुड़ी हर वर्ग की अर्थव्यवस्था़, फिल्म प्रर्दशन के तकनीकी पक्ष, व्यवस्था, प्रचार-प्रसार, वितरण और आम लोगों की फिल्म देखने की दीवानगी से जुड़े अनेकानेक प्रसंगों को रोचक संस्मरणों के साथ प्रस्तुत किया। इस बातचीत से देहरादून में प्रभात सिनेमा के साथ ही अन्य सिनेमाघरों की तत्कालीन सामाजिक हैसियत के कई दिलचस्प प्रसंग उजागर हुए। बातचीत के बाद उपस्थित श्रोताओं ने सवाल-जबाब भी किये।
इस अवसर पर सभागार में निकोलस हॉफलैण्ड, बिजू नेगी, चन्द्रशेखर तिवारी, हिमांशु आहूजा, जनकवि अतुल शर्मा, विभापुरी दास, विजय भट्ट, भूमेश भारती, गोपाल थापा, वेदिका वेद ,मनमोहन चड्ढा व सुंदर सिंह बिष्ट, सहित फिल्म से जुड़े लोग, फिल्म प्रेमी, लेखक, साहित्यकार, साहित्य प्रेमी, सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्विजीवी, पुस्तकालय के सदस्य तथा बड़ी संख्या में युवा पाठक उपस्थित रहे

सीबीआई ने आरएमएल हॉस्पिटल के दो डॉक्टर समेत नौ लोगों को किया गिरफ्तार

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नई दिल्ली, सीबीआई ने दिल्ली के आरएमएल हॉस्पिटल में रेकैट का पर्दाफाश करते हुए अस्पताल के दो डॉक्टरों समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि ये लोग मरीजों से इलाज के नाम पर रिश्वत वसूल रहे थे। वहीं गिरफ्तार किए गए लोगों में मेडिकल उपकरणों की आपूर्ति करने वाले भी शामिल हैं। बता दें ये लोग पूरा रैकेट चलाकर अस्पताल आने वाले मरीजों से इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूल रहे थे।
एफआईआर के मुताबिक, सूत्रों ने बताया कि कार्डियोलॉजी विभाग के डॉक्टर खुलेआम रिश्वत की मांग कर रहे हैं। ये लोग आवश्यक उपकरणों की आपूर्ति करने वाली कंपनियों के प्रतिनिधियों के माध्यम से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से मरीजों से वसूली कर रहे थे।

सैम पित्रोदा ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा

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नई दिल्ली, कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने बुधवार को ‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस’ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। पित्रोदा की उस टिप्पणी को लेकर बुधवार को विवाद खड़ा हो गया जिसमें उन्होंने कहा है कि ‘‘पूर्व के लोग चीनी और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी नागरिकों जैसे दिखते हैं’’। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पित्रोदा की ‘‘नस्ली’’ टिप्पणियों को लेकर उन पर निशाना साधते हुए दावा किया कि इससे विपक्षी दल की ‘‘विभाजनकारी’’ राजनीति बेनकाब हो गई है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने पित्रोदा के निर्णय को स्वीकार कर लिया है। रमेश ने कहा, ‘‘ सैम पित्रोदा ने अपनी मर्जी से ‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस’ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने उनका निर्णय स्वीकार कर लिया है।

ग्राहक इस अक्षय तृतीया पर कमल ज्वैलर्स पर विशेष छूट का उठा रहे हैं लाभ

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 देहरादून: 10 मई को अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर कमल ज्वैलर्स पर चल रहे ऑफर के दौरान ग्राहक विशेष छूट का लाभ उठा रहे हैं। इन ऑफ़र में प्रत्येक खरीदार को उनकी खरीदारी पर निश्चित उपहार के साथ-साथ सोने, हीरे और पोल्की सहित विभिन्न प्रकार के आभूषणों पर मेकिंग चार्ज पर 100% तक की छूट शामिल है।

देहरादून के एस्ले हॉल और पलटन बाजार के साथ-साथ विकासनगर और हरिद्वार सहित कमल ज्वैलर्स के सभी स्टोर्स पर ग्राहक विशेष अक्षय तृतीया ऑफर के लाभ उठा रहे हैं।

इस दौरान कमल ज्वैलर्स में ख़रीदारी के बारे में अनुभव साझा करते हुए, ग्राहकों में से एक ने कहा, “बेटी की शादी के लिए गहनों की ख़रीदारी करने पर हमने कमल ज्वेलर्स पर चल रहे अक्षय तृतीया के ऑफर्स का खूब लाभ उठाया। यहाँ मिलने वाले ऑफर्स और डिस्काउंट, और स्टाफ के बेहतरीन व्यवहार की वजह से मैं और मेरा परिवार काफ़ी वर्षों से कमल ज्वेलर्स से गहनों की ख़रीदारी करते आये हैं।”

अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर सभी ग्राहक 12 मई तक चल रहे इन विशेष ऑफर का लाभ उठा सकते हैं।

कमल ज्वैलर्स उत्तराखंड के सबसे पुराने हॉलमार्क शोरूम्स और सबसे प्रतिष्ठित जेवेलरी स्टोर्स में से एक है। यह ब्रांड अपने मनमोहक जेवेलरी डिजाइनों और अद्वितीय कीमतों के साथ-साथ समय-समय पर आकर्षक छूट की पेशकश के लिए जाना जाता है, जो इसके ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण को दर्शाता है।

चार धाम यात्रा में स्थानीय लोगों के रोजगार को ध्वस्त कर रही सरकार – नेगी

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* *मुख्यमंत्री धामी का दौरा दिखावा मात्र बंद कमरे में बैठक करने से यात्रा मार्ग के मुख्य पड़ावों पर हो रहीअव्यवस्थाओं का नहीं होगा समाधान*
*श्री केदारनाथ धाम की यात्रा को लेकर सरकार की तैयारी नाकाफी बिना स्थानीय लोगों के यात्रा की सफलता की कामना असंभव*

रुद्रप्रयाग,उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने कहा की प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चार धाम यात्रा की तैयारी को परखने के लिए जनपद रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय में बंद कमरे में अधिकारियों के साथ बैठक कर यह संदेश देना चाहते हैं किसरकार की तैयारी पूरी है परंतु जमीनी हकीकत कुछ और ही है सरकार की ओर से सोनप्रयाग से केदारनाथ तक भारी अब्यवस्था हैं यहां तक किइस साल प्रशासन द्वारा यात्रा को लेकर मुख्य यात्रा पड़ाव पर यात्रा संबंधित बैठकों तक का आयोजन नहीं किया गया अगर सरकार गंभीर होती तो मुख्यमंत्री और उनके मंत्री धरातल पर उतरकर यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लेते उन्होंने कहा की जो बैठक मुख्यमंत्री धामी रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय पर ले रहे थे वह बैठक केदारनाथ धाम में भी ली जा सकती थी जिससे यात्रा व्यवस्था में तैनात सभी अधिकारियों को जमीनी सच्चाई का पता चलता लेकिन ना तो सरकार और ना ही अधिकारी यात्रा में आने वाली अव्यवस्थाओं को उजागर होने देना चाहते हैं ऐसे में तीर्थ यात्रा पर आ रहे श्रद्धालुओं को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है उन्होंने कहा चार धाम यात्रा को शुरू होने में कुछ ही घंटों का समय है लेकिन सरकार और प्रशासन द्वारा स्थानीय लोगों के साथ समन्वय नहीं बनाया जा रहा है यात्रा पर निर्भर रहने वाली केदार घाटी के निवासियों का मनोबल भी प्रशासन द्वारा लगातार गिराया जा रहा है जिसके चलते घाटी के युवा बेरोजगार चेहरों के दिलों दिमाग पर मायूसी छाई हुई है उन्होंने कहा कि सरकार के बेलगाम अधिकारी अपनी मनमर्जी पर उतारू है तथा यात्रा को अपने हिसाब से चलाना चाहते हैं जो वहां के हक खूब धारी बेरोजगारी घोड़े खच्चर संचालक होटल व्यवसायिक एवं यात्रा मार्ग पर छोटा-छोटा व्यवसाय करने वाले स्थानीय लोगों की अवहेलना को दर्शाता है उन्होंने कहा किश्री केदारनाथ यात्रा व्यवस्था को लेकर आज तक असमंजस की स्थिति बनी हुई है जहां हजारों वर्षों से इस सनातन धर्म की निरंतरता चलने वाली यह यात्रा एक आस्था का केंद्र बिंदु है वही आज हज़ारों उत्तराखंड वासियों खासकर जनपद रुद्रप्रयाग के निवासियों का मूल रूप से रोजगार का केंद्र बिंदु है जिसका मुख्य रूप से तीर्थ पुरोहित समाज का पूजा-पाठ और छोटी मोटी पूजा सामग्री की दुकान का व्यवसाय आज उनसे छीना जा रहा है उनकी मकान पर सरकार ने अधिकार कर दिया है और दुकान व व्यवसाय को ध्वस्त कर दिया है वहीं दूसरी तरफ घोड़ा खच्चर डंडी कंडी व आम मजदूर को भी रोजी रोटी आजीविका करने के लिए प्रशासन ने स्थानीय लोगो को बहुत परेशान कर रखा है दूसरी तरफ होटल स्वामियों के लिए घाटी में यात्रियों की सिमित सांख्य करके संकट में दाल दिया है जहां एक तरफ गुप्तकाशी से लेकर पूरी केदार घाटी में डेढ़ लाख तीर्थयात्रियों की रहने की जगह और घुमने वाली आबादी की समग्र व्यवस्था का निर्माण हो चुका है, वहीं दूसरे तरफ प्रशासन क्षेत्र में केवल 18000 यात्रियों को जाने जो अनुमति दे रहा है जो क्षेत्रवासियों की आय के लिए बड़ा चिंता का बिसय बना हुआ है जबकी भगवान भोलेनाथ की आस्था है, समंदर को संभव रूप से चलने के लिए दीया जाना चाहिए था और आज अगर जरूरत थी तो सिर्फ इस बात की कि तीर्थ यात्रियों को समस्त रूप से सुविधा उपलब्ध करने की जरूरत है या घोड़ा खाच्चर समय पर उपलब्ध हो व नियम कानूनों के अनुपालन का उल्लांघन ना हो और उनके साथ किसी प्रकार का दुर्व्यवहार या कोई दुर्घटना न घटे इस प्रकार के बंधन की जरूरत थी लेकिन प्रशासन ने अस्थानीय लोगों का जीना हराम करा हुआ है दुनिया भर के प्रतिबंध लगाकर लोगों के रोज़गार के ठिकानों को ध्वस्त कर दिया गया है जो लोगों के हक हकुकों के साथ खिलवाड करने के समान है जो वर्तमान सरकार का चाल चरित्र और चेहरा भ्रष्टाचार को उजागर करता है सरकार और प्रशासन के इस फैसले के खिलाफ अस्थानीय जनता मे रोश ब्याप्त है उन्होंने कहा कि सरकार सराब माफियाँ और खनन माफियाओं के हाथों मे खेल रही है बेरोजगार युवा धक्के खा रहे हैं यात्रा मार्ग पर अपने लिए आईस्थायि रोजगार के अवसर तलाश रहे हैं लेकिन सरकार को उनकी आवाज सुनाई नही दे रही है

भविष्य को ध्यान में रखकर बनाई जाएं यात्रा से जुड़ी रणनीति: मुख्यमंत्री

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“रुद्रप्रयाग पहुँचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा को लेकर जिला स्तरीय अधिकारी एवं नोडल अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली उन्होने श्री केदारनाथ धाम यात्रा को लेकर सम्वेदनशीलता से कार्य करने के निर्देश अधिकारियों को दिये उन्होने कहा कि, यात्रा पर आ रहे श्रद्धालुओं के साथ अतिथि देवो भव का व्यवहार करने को कहा

रुद्रप्रयाग- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को रुद्रप्रयाग पहुँच कर चारधाम एवं श्री केदारनाथ धाम यात्रा के दृष्टिगत जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा केदारनाथ जी से देश- विदेश के लोगों की श्रद्धा जुड़ी है और हर वर्ष बाबा के दर्शनों को आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है, आने वाले समय में यात्रा और बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे में जरूरी है कि भविष्य को ध्यान में रखते हुए ही सभी रणनीति एवं योजनाए बनाई जाएं। इस अवसर पर उन्होंने रुद्रप्रयाग से गुप्तकाशी तक यात्रा मार्ग का भी निरीक्षण किया।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुशार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का जिलाधिकारी सौरभ गहरवार एवं पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे ने पुलिस लाइन मैदान रतूड़ा हैलीपैड पर तुलसी का पौधा भेंट कर स्वागत किया। कलैक्ट्रेट सभागार में केदारनाथ यात्रा की समीक्षा बैठक करते हुये मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यात्रा मार्ग पर सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत क्रैश बैरियर के साथ ही पेड़ लगाये जाने की पहल शुरू की जाए। इससे सड़क हादसों एवं नुकसान में कमी लायी जा सकेगी। जनपद में यह प्रयोग सफल होने पर पूरे राज्य में इसे लागू करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होने कहा जनपद रुद्रप्रयाग बाबा केदारनाथ जी का निवास स्थान है ऐसे में जनपद प्रशासन की कोशिश होनी चाहिए कि यहां इस प्रकार की पहल शुरू हो और पूरा राज्य उसे अपनाए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड विविधताओं से भरा राज्य है ऐसे में जनपद के भूगोल एवं अन्य संसाधनो को ध्यान में रखते हुए ही विकास की रणनीति बननी चाहिए। विकास के साथ साथ विरासत का ध्यान रखा जाना भी जरूरी है। उन्होंने वृक्षारोपण के अलावा जल संचय के लिए भी विशेष प्रयास करने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए।
मुख्यमंत्री ने प्रशासन एवं पुलिस को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि किसी भी हाल में श्रद्धालुओं को असुविधा न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए। ड्यूटी में तैनात कर्मचारी एवं सुरक्षा बल खुद वीआईपी दर्शन की होड़ में न रहें यह भी सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा सड़क, स्वच्छता, शौचालय, बिजली-पानी की आपूर्ति, स्वास्थ्य सहित रहने व खाने की उचित व्यवस्था हो और इसे लगातार सुनिश्चित की जाए। उन्होंने पुलिस प्रशासन को हेली सेवाओं के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी से श्रद्धालुओं को सुरक्षित रखने के लिए मजबूत सिस्टम तैयार करने के निर्देश दिए। वहीं यात्रा ड्यूटी में लगे सभी कर्मचारियों को श्रद्धालुओं के साथ सौम्यता के साथ पेश आने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने पेयजल आपूर्ति को लेकर भी व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने एवं आगामी मानसून सत्र के लिए अभी से तैयारियां करने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए। बैठक में जिलाधिकारी सौरभ गहरवार एवं पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे ने केदारनाथ यात्रा को लेकर जिला स्तर से की गई तैयारियों एवं नए प्रयासों की रिपोर्ट पेश की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा यात्रा को लेकर की गई तैयारियों की सराहना भी की। इस अवसर पर
कर्मचारियों के लिए प्रशासन की ओर से तैयार गर्म जैकेट, यात्रा गाइडलाइन एवं बीमा किया लांच किया गया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रप्रयाग अमरदेई शाह, विधायक रुद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी, दर्जा धारी चंडी प्रसाद भट्ट, जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे, आईजी गढ़वाल करण सिंह, मुख्य विकास अधिकारी जीएस खाती, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग आशीष घिल्डियाल, ऊखीमठ अनिल शुक्ला, जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश मिश्र, पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे सहित जिला स्तरीय अधिकारी एवं नोडल अधिकारी मौजूद रहे।

ये रहे मुख्यमंत्री दौरे के मुख्य कार्यक्रम।

कर्मचारियों के लिए गर्म जैकेट लांच किया

मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने जिला प्रशासन की ओर से यात्रा रूट पर तैनात सफाई कर्मचारियों, पीआरडी जवानों, स्वयंसेवकों, पुजारियों एवं अन्य कर्मचारियों के लिए तैयार किए गए गर्म जैकेट एवं यूनीफॉर्म भी लॉन्च की। इसके साथ ही यात्रा रूट के लिए तैयार गाइडलाइन एवं हेल्प बुक की भी लांचिंग की। इस दौरान जिला प्रशासन की ओर से सभी कर्मचारियों के लिए करवाए जा रहे सामूहिक बीमा मुख्यमंत्री ने लांच करते हुए पहला बीमा पत्र भी जारी किया।

यात्रा मार्ग का किया निरीक्षण

यात्रा संबंधी तैयारियां की समीक्षा के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुद्रप्रयाग से गुप्तकाशी तक सड़क मार्ग का निरीक्षण कर विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन की ओर से यात्रा मार्ग पर महिला समूहों के सशक्तिकरण के लिए दुग्ध विभाग की ओर से गिवाणी गांव में नव निर्मित आँचल कैफे का भी उद्घाटन किया। साथ ही विभिन्न स्थानों पर बनाई गई पार्किंग एवं पार्क का भी अवलोकन किया।

पिरुल लाओ धन पाओ
की शुरुआत”

मुख्यमंत्री रुद्रप्रयाग वन प्रभाग के अन्तर्गत वनाग्नि सुरक्षा कार्यो का जायजा लिया तथा रतूडा के निकट चीड वन क्षेत्र में वनाग्नि रोकथाम में लगे वनकर्मियो एवं फायर वाचरो से मिले। माननीय मुख्यमत्री द्घारा फायर टीम के साथ फायर रेक द्घारा पिरूल हटाया तथा ब्लोअर को पिरूल हटाने व फायर लाइन सफायी में कारगर बताया। प्रभागीय वनाधिकारी रुद्रप्रयाग द्वारा अवगत कराया कि वनाग्नि मुक्त चारधाम यात्रा हेतु प्रभाग के अन्तर्गत पाँच वनाग्नि नियत्रण सेक्टर बनाये गये है जो त्वरित एवं कुशल ढंग से आग को नियंत्रित करेगी । माननीय मुख्यमंत्री द्वारा चीड पिरूल का एकत्रीकरण कर ब्रेकैट बनाने को प्रोत्साहन देने पर बल दिया एंव स्थानीय रोजगार को जोडने की पहल “पिरुल लाओ धन पाओ” की शुरुआत स्वयं पिरुल एकत्रीकरण कर की। साथ ही माननीय मुख्यमंत्री जी ने फायर लाइन प्रबंधन हेतु सामुदायिक भागीदारी एवं मिशन मोड पर किए जाने पर ज़ोर दिया।

वीनस बेकरी के पास खड़े स्वस्थ वृक्ष के कटान की विभागीय जांच कराये जाय : सुशील त्यागी

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देहरादून, चकराता रोड स्थित वीनस बेकरी के पास खड़े स्वस्थ उन प्रजाति के वृक्ष के कटान की विभागीय जांच कराये जाने की प्रमुख वन संरक्षक धनंजय मोहन से संयुक्त नागरिक संगठन ने मांग की । संयुक्त नागरिक संगठन का कहना है कि दून में वर्षो पुराने उन प्रजाति के स्वस्थ वृक्ष जिससे स्थानीय पर्यावरण और निवासियों राहगीरों और पक्षियों को सुकून मिल रहा था और पूर्व मे यहां के निवासियों को इससे कभी असुविधा भी नहीं हुई, ना ही यह वृक्ष गिरने की अवस्था में था। फिर इसको काटा जाना पूर्णतया जनहित में नही था। संगठन ने कहा कि विभागीय अनुमति फर्जी आवेदक के हस्ताक्षर से नियम विरूद्ध दी गयी।
इन तथ्यों की विस्तृत गहन जांच उच्च स्तर के विभागीय अधिकारी (प्रमुख वन संरक्षक) से कराई जाने की मांग संगठन के सचिव सुशील त्यागी ने की। उनका यह भी कहना है कि सड़कों के किनारे स्थित स्वस्थ पेड़ों को काटने की अनुमति में व्यक्तिगत हितों की जगह जनहित/सार्वजनिक हित/ पर्यावरण संरक्षण को प्रमुखता दी जाए। त्यागी का कहना कि जिस तरह से दून में गर्मी तापमान बढ़ता जा रहा है वह कहीं न कहीं पर्यावरण जुड़ा है |
इस प्रकरण में सिटिजन फार ग्रीन दून की जयासिंह, ईरा चौहान हिमांशु अरोडा आदि ने भी डीएफओ डीएलएम से मिलकर इस कटान को रोकने की मांग की थी।

 

एनजीटी और हाईकोर्ट के निर्देश के बाद फिर अवैध बस्तियों पर होगी कार्रवाई, पहले चरण में 27 अवैध बस्तियों पर चलेगा डंड़ा

देहरादून, दून में सरकारी जमीनों पर कब्जा कर बस्तियां बसाने का खेल अनवरत जारी है, राज्य बनने के बाद जमीन की खरीद फरोख्त के चलते भूमाफिया बेखोफ होकर सरकारी भूमि पर भी अपना शिकंजा जमा रखे हैं, पंचायत की जमीन अथवा नदी-नालों के किनारे खाली जमीनों पर कब्जा और फिर अवैध निर्माण कर खरीद-फरोख्त का खेल राज्य बनने के बाद से बिना रोक टोक के खूब चल रहा है। सरकारी भूमि पर मकान बनाकर स्टांप के माध्यम बेचने खरीदने में कई भोले भाले लोग फंस जाते हैं। लेकिन अब प्रशासन की सख्ती से इन मकानों को खरीदने वालों पर बेघर होने का खतरा मंडरा रहा है।
वैसे तो प्रदेश राजधानी दून में कई मर्तबा अतिक्रमण पर प्रशासनिक कार्यवाही लगातार होती आ रही है, लेकिन सरकार की सख्ती के बाद भी लोग बस्तियां बनाकर अवैध निर्माण कर रहे हैं।
लेकिन अब एनजीटी और हाईकोर्ट के निर्देश पर नगर निगम देहरादून अतिक्रमण के खिलाफ सख्ती के मूड़ में है और वर्ष 2016 के बाद की अवैध बस्तियों को हटाने के लिए निगम ने अपनी कमर कस ली है। नगर निगम ने इसके तहत पहले चरण में रिस्पना नदी के किनारे काठ बंगला से मोथरोवाला तक 27 अवैध बस्तियों को चिन्हित किया है। अब कमेटी जांच करके इन सभी को नोटिस भेजने का काम कर रही है।
नगर निगम में दून क्षेत्र में कुल 129 बस्तियों को चिन्हित किया है और इनमें करीब 40 हजार भवन होने का अनुमान है। वर्ष 2016 के बाद किए गए निर्माण नियम के अनुसार ये अवैध करार दिए गए हैं। बेखौफ होकर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध रूप से बस्तियों का विस्तार करके इनमें सैकड़ों नए भवन तैयार किए गए हैं। नगर निगम ने पिछले आठ साल से सोया रहा । जिसके फलस्वरूप अवैध बस्तियां बढ़ती चली गयी, वैसे तो सरकारी नियमानुसार मलिन बस्तियों में जमीन या भवनों की खरीद-फरोख्त की अनुमति किसी को नहीं है लेकिन शहर की तमाम बस्तियों में धड़ल्ले से खरीद-फरोख्त चल रही है। सिर्फ पर 10 से लेकर 100 रुपये तक के स्टांप पेपर पर बस्तियों में नए निर्माण कर बेच दिए गए हैं, वहीं अब नगर निगम रिस्पना की वास्तविक चौड़ाई जानने के लिए सर्वे कर रहा है।

पहले चरण में यह 27 मलिन बस्तियां की गयी चिन्हित :

काठ बंगला ढाक पट्टी, काठ बंगला-2, आर्य नगर बस्ती करनपुर, वीर गब्बर सिंह कॉलोनी किशनगर, बार्डी गार्ड जाखन, अंबेडकर कॉलोनी डीएल रोड अधोईवाला, रिस्पना खटीक कॉलोनी, विजय नगर अघोईवाला, भगत सिंह कॉलोनी अघोइवाला, चंदर रोड डालनवाला, पंचपुरी चंद्र नगर डालनवाला, गांधी बस्ती डालनवाला, बलबीर रोड डालनवाला, संजय कॉलोनी मोहिनी रोड धर्मपुर, शिव नगर अजबपुर, राजीव नगर भाग-2 रिस्पना, राजीव नगर भाग-1, रिस्पना नगर अजबपुर कला, अपर राजीव नगर धर्मपुर, केदारपुर मलिन बस्ती केदारपुर, दीप नगर अजबपुर कला, ऋषि नगर अघोईवाला, आनंद ग्राम अघोईवाला, राजीव नगर कंडोली, गैस गोदाम किशन नगर राजपुर रोड, नेमी रोड मलिन डालनवाला, शास्त्री नगर चूना भट्टा और इंद्रा पुरम कॉलोनी को चिन्हित किया गया है।

अरविंद केजरीवाल को राहत नहीं, कोर्ट ने शराब घोटाले में 20 मई तक बढ़ाई न्यायिक हिरासत

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नई दिल्ली  (आरएनएस)।  दिल्ली की अदालत ने कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत 20 मई तक बढ़ा दी है। केजरीवाल को उनकी हिरासत की अवधि समाप्त होने पर वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अदालत में पेश किया गया था। सीबीआई और ईडी के विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा की अदालत ने केजरीवाल की हिरासत की अवधि 20 मई तक बढ़ा दी। अदालत ने सह-अभियुक्त चनप्रीत सिंह की न्यायिक हिरासत भी 20 मई तक बढ़ा दी।
ट्रायल कोर्ट ने यह फैसला ऐसे वक्त में दिया है जब सुप्रीम कोर्ट शराब घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने के संबंध में अपना आदेश जारी करने वाला है। न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता की पीठ ने कहा कि केजरीवाल आदतन अपराधी नहीं हैं।
शीर्ष अदालत ने मुख्यमंत्री की ओर से पक्ष रख रहे वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक सिंघवी से कहा कि न्यायालय यह नहीं चाहता कि वह अंतरिम जमानत मिलने पर सरकारी कामकाज करें। यदि आप सरकारी कामकाज करते हैं तो यह हितों का टकराव होगा। हम ऐसा नहीं चाहते हैं। इस पर सिंघवी ने अदालत को भरोसा दिया कि यदि केजरीवाल को मामले में अंतरिम जमानत मिल जाती है तो वह कथित शराब घोटाले से जुड़ी कोई फाइल नहीं देखेंगे।
वहीं ईडी ने अपनी दलील में कहा कि कोर्ट नेताओं के लिए अलग श्रेणी नहीं बना सकती है। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने ईडी की ओर से दलीलें रखी। उन्होंने कहा कि मौजूदा वक्त में सांसदों से जुड़े करीब 5,000 मामले लंबित हैं। क्या उन सभी को जमानत पर छोड़ दिया जाएगा? क्या एक किसान का महत्व किसी नेता से कम है? किसान के लिए तो फसलों की कटाई और बुवाई का मौसम है? केजरीवाल ने जांच में सहयोग नहीं किया। यदि वह जांच में सहयोग करते तो उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाता।

चारधाम यात्रा मार्ग पर तैनात एसडीआरएफ टीम में शामिल हुई 12 महिला रेस्क्यूर

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देहरादून, एसडीआरएफ वाहिनी, जॉलीग्रांट में प्रतिनियुक्ति पर नियुक्त पुलिस के 53 जवानों का 84 दिवसीय बेसिक फर्स्ट रेस्पॉन्डर कोर्स का विधिवत समापन हुआ। समापन समारोह में सेनानायक एसडीआरएफ मणिकांत मिश्रा ने कहा कि आगामी चारधाम यात्रा को सफल एवं सुगम बनाना एसडीआरएफ की सर्वोच्च प्राथमिकता में है।
चारधाम यात्रा एवं मानसून सीजन की तैयारियों के क्रम में पहली बार महिला रेस्क्यूर को भी एसडीआरएफ की विभिन्न पोस्टों पर तैनात किया जा रहा है। चारधाम यात्रा मार्ग पर तैनात होने वाली एसडीआरएफ
महिला रेस्क्यूर श्रद्धालुओं को रेस्क्यू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
उन्होंने बताया कि 03 माह के प्रशिक्षण के दौरान समस्त पुलिस जवानों के द्वारा प्रत्येक रेस्क्यू ड्रिल में उच्च कोटि का प्रदर्शन किया गया है।

 

सुशीला बलूनी की प्रथम पुण्यतिथि पर लघु वृत्त चित्र ‘अद्म्या’ का होगा लोकार्पणUttarakhand State Agitator And Former Chairperson Of Women Commission Sushila  Baluni Passed Away - Amar Ujala Hindi News Live - Uttarakhand:राज्य  आंदोलनकारी व महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी ...

उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन की हस्ताक्षर व प्रतिमूर्ति रही वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी महिला आयोग व सम्मान परिषद की पूर्व अध्यक्ष स्वo सुशीला बलूनी की प्रथम पुण्यतिथि पर उनका स्मरण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे।
उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच के प्रदेश अध्यक्ष ने सभी कार्यकर्ताओं व राज्य आंदोलनकारियों अवगत कराते हुये बताया कि 9 अप्रैल को सायं 4-बजे श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जायेगा, प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती ने बताया कि जयदेव भट्टाचार्य द्वारा स्व सुशीला बलूनी पर अद्म्या नाम से एक लघु वृत्त चित्र (डॉक्यूमेंट्री) बनाई गईं हैं। उनकी प्रथम पुण्यतिथि पर सायं 05-बजे ‘अद्म्या’ का लोकार्पण कर एल ई डी स्क्रीन पर दिखाया जायेगा।
राज्य आंदोलनकारी व कई संस्थाओं के लोग व जनप्रतिनिधि ताई जी को श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे और जिलाधिकारी से मिलकर राज्य आंदोलनकारियों की महीनों से पेंशन ना मिलने की समस्या से अवगत करायेंगे।

 

युवा राज्य आंदोलनकारी संतोष सेमवाल का निधन, उत्तराखण्ड़ राज्य आंदोलनकारी मंच ने अर्पित किये श्रद्धा सुमन

उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच ने युवा राज्य आंदोलनकारी संतोष सेमवाल को दी  श्रद्धांजलि | Devbhoomi Khabar ( Dehradun)

देहरादून, उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा अपने युवा राज्य आंदोलनकारी साथी 53 वर्षीय संतोष सेमवाल के निधन पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
वह एक सप्ताह से कैलाश अस्पताल में भर्ती थे उनके चेस्ट में गांठ बनने के चलते काफी दिक्कत में थे। उन्होंने देर रात अन्तिम सांस ली वह अपने पीछे पत्नी व दो पुत्रों को छोड़ गये ।
प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती ने बताया कि वह पृथक उत्तराखण्ड़ राज्य आन्दोलन में मुजफ्फरनगर गोली काण्ड में घायल हुये थे, वह रेसकोर्स धर्मपुर क्षेत्र से अन्य युवाओं के साथ बन्द चक्का जाम व धरना प्रदर्शन से लेकर सभी कार्यक्रमों में सक्रिय रहें। इस दौरान वह 7 दिन घायल की केटेगरी में जेल भी रहे, स्वर्गीय संतोष सेमवाल परिवहन विभाग में निरीक्षक पद पर तैनात थे। उनके दोनों बच्चें अभी शिक्षा लें रहें हैं औऱ उनकी पत्नी गृहणी हैं। अब परिवार की सारी जिम्मेदारी उनकी पत्नी पर हैं जिनकी आय का कोई अन्य साधन भी नहीं हैं।
प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी व सलाहकार केशव उनियाल ने माननीय मुख्यमन्त्री से मांग की हैं कि सरकार ऐसे परिवारों का तत्काल संज्ञान लें जिन्होंने इस राज्य के लिये अपना सर्वस्व त्याग किया।
अन्तिम संस्कार हरिद्वार खड़खडी़ घाट पर उनके पुत्र द्वारा मुखाग्नि देकर किया गया। वहीं घाट पर परिवहन विभाग के अधिकारी एआरटीओ प्रवर्तन राजेन्द्र विराटिया की मौजूदगी में प्रवर्तन निरीक्षकों व सिपाहियों द्वारा सेल्यूट देकर सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी गईं।
श्रद्धांजलि देने वालों में मुख्यतः केशव उनियाल , नरेश नेगी , जगमोहन सिंह नेगी , प्रदीप कुकरेती , रवीन्द्र सोलंकी , नागेन्द्र जुयाल , क्षेत्रीय पार्षद गणेश बड़थ्वाल , राकेश थपलियाल , विनीत सेमवाल, राकेश सेमवाल , मुकेश वर्मा, संजय, कपिल, प्रमोद, वीरेंद, आनंद असवाल, शूरवीर कण्डवाल, पुनीत कुमार , संजय कुमार , संजय पुण्डीर , सुशील चमोली व रामलाल खंडूड़ी , प्रभात डण्डरियाल व गणेश डंगवाल , राकेश नौटियाल , गौरव खंडूड़ी , रघुवीर तोमर व भानु रावत आदि रहें।

 

ट्रांसवूमन निशा चौहान को हाई कोर्ट नैनीताल से हुऐ तीसरी बार सुरक्षा के आदेश

देहरादून, सीमाद्वार शास्त्री नगर निवासी ट्रांसवूमेन निशा चौहान के ऊपर रजनी रावत एवं उसके गिरोह द्वारा बार-बार हो रहे  हमले रुक नहीं रहे थे। दो बार हाई कोर्ट से सुरक्षा लेने के बावजूद भी 13 अप्रैल 2024 को निशा चौहान का अपहरण कर ट्रांसजेंडर रजनी रावत उर्फ राम बहादुर (मूल निवासी नेपाल) एवं उसके गिरोह ने जानलेवा हमला किया था। निशा चौहान पहले ही ऐलान कर चुकी है कि वह रजनी एवं उसके गिरोह के लिए बंधवा मजदूर बनकर काम नहीं करेगी, वह स्वयं ही नाचने गाने एवं बधाई लेने का कार्य करेगी।
उत्तराखंड देहरादून शहर के कोई भी ट्रांसजेंडर समुदाय के अधिकतर व्यक्ति ट्रांसजेंडर रजनी रावत को अपना अभिभावक नहीं मानते हैं। निशा चौहान का कहना है की किन्नर परंपरा की आड़ में इलाका देकर महीना हफ्ता वसूली लेने का कार्य किया जाता है जिससे वह अत्यंत दुःखी और परेशान है। इसलिये फैसला लिया कि वे अपने तरीके से अपने नाचने, गाने, बधाई लेने का कार्य करेगी एवं रजनी गिरोह द्वारा हो रही महीना हफ्ता वसूली नहीं देगी।
26 अप्रैल 2024 को हाईकोर्ट नैनीताल ने एसएसपी देहरादून को कडे़ आदेश देते हुए कहा की “हमें दुख है कि इस अदालत के आदेश के बावजूद पुलिस याचिकाकर्ता की सुरक्षा नहीं कर पाई है, इसलिए हम एसएसपी, देहरादून को निर्देश देते हैं कि याचिकाकर्ता को सादे कपड़ों में एक निजी सुरक्षा अधिकारी उपलब्ध कराया जाए, जो पूरे दिन उसके साथ रहेगा और याचिकाकर्ता की चौबीसों घंटे सुरक्षा सुनिश्चित करें |
इससे पहले भी सन 2018 में एसएसपी देहरादून को और हाल ही अप्रैल 2024 में शहर के काफी ट्रांसजेंडर बच्चे ने रजनी रावत एवं उसके गिरोह से खतरा बताते हुए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी जी को शिकायत पत्र भी दिया है।
स्थानीय ट्रांसजेंडर बच्चों का आरोप है कि रजनी रावत ने नेपाल से आकर उत्तराखंड देहरादून में अपना गढ़ स्थापित किया है, इस गढ़ में ज्यादातर लोग नेपाल , बांग्लादेश, बंगाल व अन्य राज्यों से लिये गए हैं, यह गढ़ एक गिरोह की तरह ट्रांसजेंडर रजनी रावत के लिए काम करता है, देहरादून, ऋषिकेश,कोटद्वार, बागेश्वर में अवैध वसूली का कार्य भी इसी गिरोह द्वारा किया जाता है और देहरादून शहर के लोकल स्थानीय ट्रांसजेंडर बच्चों पर हमला करना इनके लिए आम बात है।

 

आयरन फोलिक सिरप पीने से बाइस बच्चों की तबियत बिगड़ी

देहरादून, रेस्ट कैंप स्थित एक निजी स्कूल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बच्चों को आयरन फोलिक सिरप पिलाए जाने से बाइस बच्चों की तबियत बिगड़ गई। दवाई देते ही बच्चों के पेट में दर्द उल्टी और बेचैनी शुरू हो गई जिससे बच्चे जोर जोर से रोने लगे और स्कूल में हड़कंप मच गया।
बच्चों के माता पिता और अभिभावकों को पता चला तो स्कूल में बड़ी संख्या में वे पहुंच गए और बच्चों को स्कूटर मोटरसाइकिल व ऑटो रिक्शा में दून अस्पताल ले कर पहुंचे इस बीच क्षेत्र में रहने वाले महानगर कांग्रेस के महामंत्री आदर्श सूद ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना को घटना की सूचना दी।
धस्माना ने तत्काल दून अस्पताल के प्रधानाचार्य डाक्टर सयाना को बच्चों के इलाज के लिए प्रभावी कदम उठाने के लिए कहा और स्वयं दून।अस्पताल पहुंच गए व बच्चों के डाक्टर मुकेश उपाध्याय से बातचीत कर उनका इलाज शुरू करवाया गया। सभी बच्चों को इंजेक्शन लगाए गए और दवा दी गई। श्री धस्माना ने घबराए हुए अभिभावकों को ढांढस बंधाया और लगभग पौना घंटा बच्चों को देखरेख में रख कर जब सभी बच्चे सामान्य हो गए तो श्री धस्माना ने सभी बच्चों से तबियत के बारे में पूछा और फिर डाक्टर मुकेश उपाध्याय से परामर्श किया और सभी बच्चों की छुट्टी कर दी गई।

इस अवसर पर श्री धस्माना के साथ ब्लॉक अध्यक्ष धर्मपुर ललित भद्री, आदर्श सूद, पूर्व पार्षद अनूप कपूर और अनुजदत्त शर्मा उपस्थित रहे।