हरिद्वार, (कुलभूषण)। गायिका कवि सिंह ने मंगलवार को हरकी पैड़ी से हिंदू राष्ट्र यात्रा का शुभारंभ किया। श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के तत्वावधान में हरकी पैड़ी पर पूजा अर्चना और गंगा जल कलश लेकर हिंदू राष्ट्र यात्रा यात्रा रवाना हुई गायिका कवि सिंह ने बताया कि हिंदू राष्ट्र के लिए हिंदुओं को जागृत करने मे लिए हर की पौड़ी से रामेश्वरम तक होने वाली पदयात्रा 14 राज्यों से होकर गुजरेगी। यात्रा के दौरान विभिन्न पड़ावों पर हिंदू समाज को सनातन धर्म संस्कृति के गौरवपूर्ण इतिहास से अवगत कराते हुए एकजुटता का आह्वान करेंगी। उन्होंने कहा कि सभी की एकजुटता से ही हिंदू राष्ट्र का स्वप्न साकार हो सकता है। इसलिए सभी को एकजुट होकर इस अभियान को आगे बढ़ाने में सहयोग करना चाहिए। इस अवसर पर श्रीअखण्ड परशुराम अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कवि सिंह को यात्रा की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश की प्रत्येक बेटी को इसी प्रकार से साहस एवं हिम्मत के साथ आगे बढ़ना चाहिए। धर्म और सनातन की रक्षा अखाड़े का संकल्प है। जहां पर भी आवश्यकता होगी श्री अखण्ड परशुराम अखाड़ा यात्रा में पूरा सहयोग करेगा। उन्होंने सभी से हिंदू राष्ट्र यात्रा अभियान में गायिका कवि सिंह का सहयोग करने की अपील भी की। इस दौरान भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री, विकास प्रधान, आचार्य विष्णु शास्त्री, समाजसेवी कुलदीप शर्मा, गौतम कुमार, रामानुज भारद्वाज, रवि प्रजापति, नितिन प्रजापति, उमेश राजपूत, राहुल, विक्की चौहान, जयवीर, प्रोमिल, शिमला, रामप्रकाश, हेमंत आदि शामिल रहे।
जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले में उत्तराखंड के पांच जवान शहीद
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले में उत्तराखंड के पांच जवान शहीद हो गए। जवानों की शहादत की खबर से देवभूमि शोक में डूब गई है।
बता दें कि कठुआ के बिलावर उपजिले में बदनोता के बरनूड इलाके में जेंडा नाले के पास सेना के एक वाहन पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला कर दिया। आतंकी हमले में पांच जवान बलिदान हो गए ,, वहीं कुछ अन्य बुरी तरह से घायल हो गए। हाई अलर्ट और हमले के इनपुट के बीच जम्मू-कश्मीर में एक माह में सबसे बड़ा आतंकी हमला अंजाम दिया गया।
हिजबुल मुजाहिदीन के दुर्दांत आतंकी बुरहान वानी की बरसी पर सुरक्षाबलों पर हमले के इनपुट सुरक्षा एजेंसियों को पिछले कुछ दिनों से लगातार मिल रहे थे। ऐसे में कठुआ जिले में भी हाई अलर्ट था। बाकायदा सभी एजेंसियों को एहतियात बरतने के निर्देश थे।
आतंकी हमले में कीर्तिनगर ब्लॉक के थाती डागर निवासी राइफलमैन आदर्श नेगी, रुद्रप्रयाग निवासी नायब सूबेदार आनंद सिंह, लैंसडौन निवासी हवलदार कमल सिंह, टिहरी गढ़वाल निवासी नायक विनोद सिंह, रिखणीखाल निवासी राइफलमैन अनुज नेगी बलिदान दिया।
मंगलौर और बद्रीनाथ उपचुनाव में भाजपा के लिए इस बार भी अंगूर खट्टे ही रहेंगे : राजीव महर्षि
देहरादून, उत्तराखंड़ प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मुख्य मीडिया समन्वयक राजीव महर्षि ने आज कहा कि मंगलौर विधानसभा सीट के लिए दस जुलाई को होने जा रहा उपचुनाव इस बार भाजपा के लिए अंगूर खट्टे ही सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा को यहां अपने स्थानीय नेताओं पर भरोसा नहीं रहा तो उसे प्रत्याशी हरियाणा से आयात करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी काजी निजामुद्दीन इस बार भारी अंतर से जीत दर्ज कर इतिहास रचने जा रहे हैं। इसमें कोई संशय नहीं रह गया है।
महर्षि ने कहा कि चुनाव प्रचार समाप्त होने के साथ ही मंगलौर की तस्वीर अब आईने की तरह साफ हो गई है कि वहां के तमाम मतदाता कांग्रेस प्रत्याशी को विजयश्री दिलाने जा रहे हैं। उत्तराखंड के प्रवेश द्वार मंगलौर में भाजपा की स्थिति ठीक अयोध्या जैसी होने वाली है और उसके पैराशूट प्रत्याशी ही नहीं राज्य सरकार में बैठे नेताओं को भी किरकिरी झेलनी पड़ेगी। महर्षि ने कहा कि 2022 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी काजी निजामुद्दीन मामूली अंतर से पराजित हुए थे। तब पूरे प्रदेश में एकसाथ चुनाव हो रहे थे और कांग्रेस पार्टी इस सीट पर बहुत ज्यादा मेहनत नहीं कर पाई थी लेकिन इस बार काजी निजामुद्दीन के साथ पूरी पार्टी चट्टान की तरह खड़ी है और पूरे चुनाव अभियान के दौरान पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने पूरी शिद्दत से पूरे चुनाव क्षेत्र का दौरा किया और लोगों के मिल रहे समर्थन से कांग्रेस की जीत सुनिश्चित हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व सीएम हरीश रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह समेत तमाम नेताओं ने मंगलौर क्षेत्र में कैम्प किया और लोगों से अधिकतम संवाद कर पार्टी की स्थिति मजबूत की है। मतदाताओं के रुख से स्पष्ट हो गया है कि इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी की रिकॉर्ड मतों के अंतर से जीत दर्ज होगी।
महर्षि ने कहा कि इसी तरह बदरीनाथ सीट पर भी कांग्रेस प्रत्याशी लखपत बुटोला आसानी से जीत दर्ज करने जा रहे हैं। पार्टी के तमाम नेताओं ने बदरीनाथ क्षेत्र का सघन दौरा कर भाजपा की कलई खोलने का बखूबी काम किया है।तमाम वरिष्ठ नेताओं सहित पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तथा लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे गणेश गोदियाल नामांकन के दिन से ही बदरीनाथ क्षेत्र में डटे हुए हैं और लोगों में उनके प्रति अथाह उत्साह दिखा है। महर्षि ने कहा कि कांग्रेस दोनों सीटें जीत कर भाजपा को उसकी जगह दिखाने जा रही है और उसके साथ ही प्रदेश की राजनीति में परिवर्तन की शुरुआत होगी।
आरएसएस ने शुरू किया जरूरतमन्दों के लिये गए वस्त्र वितरण केन्द्र
देहरादून (सुनील घिल्ड़ियाल), राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रान्त प्रचारक डाक्टर शैलेन्द्र ने आज इन्दिरा नगर स्थित संघ कार्यालय में ज़रूरतमन्दों के लिए शुरू किए गए वस्त्र वितरण केन्द्र का शुभारम्भ किया।
जनकल्याण न्यास द्वारा संचालित इस केन्द्र में बड़ी संख्या में आज समाज के समर्थ लोगों ने साड़ी, सूट के साथ ही बच्चों एवं युवाओं के लिए वस्त्र भेंट किए। आज चालीस ज़रूरतमन्दों को वस्त्र वितरित किए। इस अवसर पर डाक्टर शैलेन्द्र ने कहा कि समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में संघ के कार्यकर्ता उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं लेकिन समाज के अभावग्रस्त लोगों को हम सम्बल प्रदान कर सकें इस उद्देश्य को लेकर न्यास ने अच्छी पहल की है।
उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में चल रहे सेवा कार्यों की जानकारी दी।
न्यास के सचिव पवन शर्मा ने बताया कि देहरादून की विभिन्न बस्तियों में कार्यकर्ताओं की समिति बनाई जाएगी जो ऐसे लोगों का चयन करेगी जो वास्तव में अभाव ग्रस्त हों। भविष्य में वस्त्रों के साथ ही अन्य ग्रहोपयोगी सामग्री का भी वितरण किया जाएगा। न्यास के अध्यक्ष उद्योगपति कैलाश मैलाना ने आये हुए अतिथियों के प्रति आभार प्रकट किया।
कार्यक्रम में संघ के क्षेत्र सामाजिक समरसता संयोजक लक्ष्मी प्रसाद जायसवाल, प्रान्त संयोजक राजेन्द्र पन्त, नगर संघचालक चन्द्र मोहन गौड़, डाक्टर जगमोहन, कर्नल मदन मोहन चौबे, निशा अग्रवाल, सुनील बिष्ट, सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
मालन पुल निर्माण न कराए जाने के विरोध में कांग्रेस ने किया धरना प्रदर्शन
कोटद्वार, एक वर्ष व्यतीत हो जाने के बावजूद भी मालन पुल निर्माण न कराए जाने के विरोध में महानगर कांग्रेस कमेटी, कोटद्वार एवं जिला युवा कांग्रेस कोटद्वार के नेतृत्व में क्षतिग्रस्त मालन पुल में जाकर प्रदेश सरकार के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की। भाबर की लगभग 50 हजार आम जनता का कोटद्वार बाजार से लगभग सड़क मार्ग से संपर्क खत्म हो चुका है। लेकिन 1 वर्ष बीत जाने के बाद भी और अब जबकि दूसरी बरसात शुरू हो चुकी है तब जन प्रतिनिधियों की लचर कार्यशैली के कारण पुल का निर्माण नहीं हो पाया, जिससे आम जनता में भी भारी आक्रोश है, महानगर कांग्रेस कमेटी कोटद्वार एवं जिला युवा कांग्रेस कोटद्वार ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले साल पुल का केवल एक पिलर टूटा था, जिसका पुनर्निर्माण एक महीने के अंतराल में हो सकता था दूसरी ओर करोड़ों की लागत से बना वैकल्पिक मार्ग भी दो बार क्षतिग्रस्त हो जाना यह दर्शाता है कि जनता को गुमराह कर रही हैं जिसकी जांच होनी चाहिए और दोषियों पर शीघ्र कार्यवाही होनी चाहिए।
कांग्रेस पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि जानबूझकर दूसरी बरसात का इंतजार करके निर्माण कार्य करवाना सरासर गलत है और इसमें आम जनता के पैसों का दुरुपयोग हो रहा है। कांग्रेस पार्टी ने शीघ्र पुल निर्माण कराया जाने के साथ-साथ बरसात में आपदा से बचने के लिए कोटद्वार में जल्द इंतजाम सरकार सुनिश्चित करने की मांग की, वक्ताओं ने कहा आम जनता के सहयोग से कांग्रेस पार्टी को उग्र आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा।
इस दौरान प्रदर्शन करने वालों में महानगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष संजय मित्तल, कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीन रावत, यूथ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष विजय रावत, पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष धीरेंद्र बिष्ट, सेवा दल अध्यक्ष महावीर सिंह रावत, साबर सिंह नेगी, बृजपाल सिंह नेगी, शूरवीर खेतवाल, होशियार सिंह बिष्ट, सुदर्शन रावत, देवेंद्र सिंह नेगी, सुरेंद्र नेगी, हिम्मत सिंह नेगी, सूरभान सिंह नेगी, विनोद नेगी, हयात सिंह मेहरा, मनोज नेगी, मान शेर सिंह सैनी, जगदीश मेहरा, रमेश चंद्र, पूरन चंद्र, विकास मेहरा, शिवम भूषण, अजीत नेगी, विनोद, मनीराम, बॉबी बिष्ट, अंकुश घिल्डियाल,भूप सिंह, चंद्र सिंह रावत, दामोदर सिंह रावत, धर्मेंद्र सिंह रावत, कमल बिष्ट, अनिल नेगी, कुलवंत सिंह पुंडीर, गीता सिंह, मनोज सिंह, कृष्ण चंद्र खंतवाल, शशि भूषण, कीरत सिंह नेगी और तमाम कांग्रेस जन शामिल रहे।
उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन का ऐलान : 15 जुलाई से पंचायती राज निदेशालय में अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन
-निदेशक पंचायतीराज को दिया अल्टीमेटम
-दो वर्ष कार्यकाल बढ़ाने को लेकर आंदोलन होगा तेज
-मुख्यमंत्री से आंमत्रण नहीं मिलने से नाराज
देहरादून, उत्तराखंड़ की 12 जनपदों में त्रिस्तरीय पंचायतों का कार्यकाल 2 वर्ष बढ़ाए जाने की मांग को लेकर आंदोलित पंचायत प्रतिनिधियों के संगठन को अभी तक वार्ता के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी का न्यौता नहीं मिला है। इस बात से नाराज संगठन ने सोमवार को निदेशक पंचायती राज निधि यादव को ज्ञापन सौंपकर 15 जुलाई से निदेशालय पंचायत में अनिश्चितकालीन कालीन धरना-प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि जब तक मुख्यमंत्री संगठन को वार्ता के लिए आमंत्रित नहीं करेंगे, तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
उत्तराखंड़ त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के बैनर तले “एक राज्य एक पंचायत चुनाव” की मांग को लेकर आंदोलन लंबे समय से चलाया जा रहा है।
एक जुलाई 2024 को संगठन ने प्रत्येक जनपद मुख्यालय में धरना प्रदर्शन करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को ज्ञापन दिया था कि मुख्यमंत्री संगठन को इस मांग के समाधान के लिए वार्ता हेतु आमंत्रित करें।
इसके लिए निदेशक पंचायती राज को सेतु का कार्य किए जाने का अनुरोध भी किया गया था। एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा बातचीत का आमंत्रण नहीं मिलने से नाराज उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के एक प्रतिनिधि मंडल ने पंचायती राज विभाग की निदेशक निधि यादव से मुलाकात की।
उन्होंने निदेशक को सौंपे ज्ञापन में स्पष्ट ऐलान कर दिया है कि अगर 14 जुलाई से पूर्व मुख्यमंत्री की ओर से वार्ता हेतु आमंत्रण नहीं दिया गया तो 15 जुलाई से पंचायती राज निदेशालय में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार संगठन की परीक्षा ले रहा है। संगठन ने सरकार को महाधिवक्ता सहित अन्य विशेषज्ञों की राय लेने के लिए पर्याप्त समय दिया। जबकि इसकी आवश्यकता नहीं थी। उन्होंने कहा कि हम सरकार का सम्मान कर रहे है। इससे सरकार भी उत्तराखंड के 70 हजार प्रतिनिधियों के संगठन के सम्मान का भी ख्याल रखना चाहिए। संगठन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री, राज्यपाल, मुख्य सचिव सहित आला अफसरों के साथ डीजीपी उत्तराखंड को भी को ज्ञापन की प्रति प्रेषित की है।
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अब संगठन किसी भी कीमत में अपनी मांग को लेकर पीछे नहीं हटेगा। जब तक सरकार 2 वर्ष का कार्यकाल बढ़ाए जाने के लिए अधिसूचना जारी करने का लिखित आश्वासन नहीं देता है। तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन में राज्य के 12 जनपदों से तीनों पंचायतों के प्रमुख पदाधिकारी भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि हरिद्वार के साथ राज्य के 12 जनपदों के चुनाव होने चाहिए। इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “एक राष्ट्र-एक चुनाव ” भी साकार होगी।
प्रतिनिधि मंडल में देवेंद्र भंडारी प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदेश ग्राम प्रधान संगठन, संदीप सिंह पुष्पवान प्रदेश सलाहकार ग्राम प्रधान संगठन, निर्मला राठौर प्रधान कालसी, सुभाष रावत अध्यक्ष प्रधान संगठन ऊखीमठ, योगेंद्र नेगी मीडिया प्रभारी प्रधान संगठन ऊखीमठ, ग्राम प्रधान मनसूना देवेन्द्र पंवार, ग्राम प्रधान पाव जगपुडा अरविन्द रावत मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री द्वारा 133 करोड़ 14 लाख रुपए की 158 योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया
पौडी, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को गढ़वाल मण्डल मुख्यालय पौडी में विकास कार्यों की समीक्षा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 133 करोड़ की 158 योजनाओं का लोकार्पण तथा शिलान्यास किया, जिसमें 80 करोड़ की 137 योजनाओं का लोकार्पण तथा 53 करोड़ की 21 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
मुख्यमंत्री ने समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि योजनाओं का क्रियान्वयन नो पेंडेंसी के सिद्धांत के आधार पर किया जाए। उन्होंने पौड़ी के पुराने वैभव को बनाए रखने के लिए सभी विभागों से कार्य योजना तैयार करने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पौड़ी में प्रतियोगी परीक्षाओं और सेना में जाने की तैयारी करने वाले युवओं के लिए हॉस्टल का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि जनहित से जुड़े कार्य मात्र औपचारिक ना हो बल्कि उसका ठोस आउटकम भी निकले। मुख्यमंत्री ने सभी सरकारी भवनों की छत पर सोलर पैनल और रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाने के भी निर्देश दिये।
इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने विकासखंड कार्यालय पौड़ी के समीप 21 लाख की सहायता से बने पहाड़ी अंजीर(बेड़ू) प्रसंकरण इकाई का लोकार्पण किया। जिसका संचालन उमंग स्वायत्त सहकारिता पौड़ी द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने इकाई में बेड़ू से बनाये जा रहे उत्पादों का जायजा लिया तथा इस तरह के अनूठे प्रयास की सराहना की।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री धन सिंह रावत, विधायक श्री राजकुमार पोरी, महंत दिलीप रावत श्रीमती रेनू बिष्ट, आयुक्त गढ़वाल श्री विनय शंकर पाण्डे, आईजी करन सिंह नगन्याल, जिलाधिकारी पौड़ी श्री आशीष चौहान सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।
भाजपा ने किया कैंट विधानसभा में मतदाता अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित
‘लोकसभा चुनावो में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने बूथ अध्यक्षों को किया सम्मानित’
देहरादून, भाजपा द्वारा कैंट विधानसभा में मतदाता अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, कैंट विधायक सविता कपूर का मार्गदर्शन सभी कार्यकर्ताओं को प्राप्त हुआ ।
इस अवसर पर सांसद ने कहा की लगातार चौथी बार आप लोगों ने मुझे अपना आशीर्वाद दिया , मैं याद करती हूं जब मैं पहला चुनाव लड़ी तो हरबंस कपूर से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला और वो असली जनता के सेवक थे । इतना बड़ा अंतर आपने मुझे दिया और दिन रात कार्य किया । उन्होंने कहा कि मोदी जी का उत्तराखंड से विशेष लगाव है और भविष्य में बहुत बड़े काम देश में होने है । इस अवसर पर लोकसभा चुनावों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने बूथ अध्यक्षों को सम्मानित भी किया गया |
इस अवसर पर श्रीमति सविता कपूर ने कहा की आज लोकसभा चुनावो में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने बूथ अध्यक्षों को हमे सम्मानित करने का अवसर मिल रहा है मैं आप सभी कार्यकर्ताओं की आभारी हूं हम सबने मिलकर टिहरी लोकसभा संसदीय को जिताया और पीएम मोदी के हाथों को मजबूत किया और 33000 के अंतरा से विजय दिलाई ।
इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल , श्री विनय गोयल, अमित कपूर,सुमित पांडे, अंजुबिष्ट, विनोद रावत,विजय गुप्ता, शेखर नौटियाल, संजय अरोरा, विजेंद्र थपलियाल, समिधा गुरुंग, संजय सिंघल, अमिता सिंह ,सोनू कुमार, ओमेंद्र भाटी, अर्चना पुंडीर आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे ।
बद्रीनाथ विधानसभा के दूरस्थ बूथों की 17 पोलिंग पार्टियां रवाना
चमोली, बद्रीनाथ विधानसभा उप चुनाव के लिए दूरस्थ मतदेय स्थलों की 17 पोलिंग पार्टियों को मतदान दिवस के दो दिन पूर्व 08 जुलाई को चुनाव सामग्री के साथ उनके गंतव्य के लिए रवाना किया गया।
बद्रीनाथ विधानसभा में कुल 210 मतदेय स्थल बनाए गए है। जिसमें से 17 पोलिंग पार्टियां दो दिन पूर्व रवाना किया जा चुका है, जबकि 193 पोलिंग पार्टियों को मंगलवार को रवाना किया जाएगा। उप चुनाव के तहत 10 जुलाई, 2024 को मतदान होना है। पोलिंग पार्टियों की रवानगी के दौरान सामान्य प्रेक्षक अनीता रामाचन्द्रन, जिला निर्वाचन अधिकारी हिमांशु खुराना, अपर जिला निर्वाचन अधिकारी अभिनव शाह, उप जिला निर्वाचन अधिकारी विवेक प्रकाश, सहायक रिटर्निंग अधिकारी आरके पांडेय एवं अन्य नोडल अधिकारी मौजूद थे।
दूरस्थ मतदेय स्थल जिनके लिए दो दिन पूर्व पोलिंग पार्टियों रवाना हुई उनमें 36-मोल्टा, 43-जखोला, 44-किमाणा, 45-डुमक, 46 कलगोठ, 56-नीती, 59 गमशाली, 60-कैलाशपुर, 61-जेलम, 62-कोषा, 63-जुम्मा, 64-द्रोणागिरी, 65-मलारी, 132-ईराणी, 133-झींझी, 137-गौणा और 138-पाणा शामिल है।
पहली बरसात में सरकार व आपदा प्रबधंन विभाग के इंतजामों की खुली पोल : नेता प्रतिपक्ष
देहरादून, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि उत्तराखंड सरकार चाहे लाख दावे कर ले लेकिन आखिरकार वही हुआ जिसका डर था। मौसम की पहली बरसात में ही सरकार और उसके आपदा प्रबधंन विभाग के इंतजामों की पोल खुल गई।
उन्होंने कहा कि सरकार के दावे पूरी तरह कागजी और हवा हवाई हैं जमीन पर राज्य भर में सरकार आपदा प्रबंधन करने में पूरी तरह असफल है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पहली बारिश में ही पूरे प्रदेश में जगह-जगह भू-धंसाव, पानी घुसने के कारण पेयजल लाइनों, आवासीय मकानों, मुख्य सड़कों तथा सम्पर्क मार्गों को भारी नुक़सान हुआ है। पहली बारिश में ही जगह-जगह पर भूस्खलन होने से सड़कें और रास्ते बंद होने से राज्य भर का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
उन्होंने कहा कि पिछले कई साल से लगातार आ रही आपदाओं के चलते सैकड़ों पुल और हजारों किमीमीटर सड़क को नुकसान पहुंचा है जिन्हें ठीक करने में सरकार पहले से ही असफल है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार इस बात का दंभ भर रही है कि वो देश का पहला राज्य है जिसने अलग से आपदा प्रबंधन विभाग बनाया है, लेकिन हकीकत में इस विभाग में राज्य स्तर पर अधिशाषी अधिकारी सहित एक अन्य बरिष्ठ अधिकारी ने इस्तीफा दे दिया है और जिलों में जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी सहित सभी कर्मचारी संविदा पर रखे गए हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रभावित राज्य है जो हमेशा भूकम्प, बादल फटने, अतिवृष्टि, भूस्खलन, कृत्रिम झील के फटने आदि आपदाओं में से किसी एक की जद में रहता है। ऐसे में मुखिया विहीन आपदा प्रबंधन विभाग और जिलों के संविदाकर्मियों से अधिक आशा करना ठीक नही है। यशपाल आर्य ने कहा कि आपदा प्रभावित राज्य होने के बाबजूद भी आपदा प्रबंधन विभाग अभी भी परंपरागत तरीके से ही चल रहा है। सरकार और आपदा प्रबधंन के अफसरों की तैयारी हमेशा आपदा के बाद राहत और बचाव कार्यों पर ही केंद्रित है उन्होंने आपदाओं के पूर्वानुमान कर आपदा के प्रभाव को कम करने का कभी प्रयास नही किया है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में इस बार मौसम विभाग भारी बारिश की संभावना जता रहा है। ऐसे में बिना तैयारियों के स्वाभाविक आपदाओं की स्थिति में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालना, उन्हें समय रहते राहत सामग्री पहुंचाना सरकार के सामने बड़ी चुनौती होगी।
पर्यावरण संरक्षण के लिये आपसी समन्वय के साथ सुझावों के माध्यम से करनी होगी मानवीय पहल : डॉ. धनंजय मोहन
“सयुंक्त नागरिक संगठन की पहल पर मंथन सभागार में हुआ पर्यावरण संरक्षण में जनसहयोग पर संवाद”
“पर्यावरण प्रेमियों ने सहस्रधारा रोड, हरिद्वार बाई पास रोड, चकराता रोड, सहारनपुर रोड, हरिद्वार रोड आदि को पुन: हराभरा करने पर दिया जोर”
“पर्यावरण प्रेमियों के साथ सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने रखे अपने सुझाव”
देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), सयुंक्त नागरिक संगठन की पहल पर वन महोत्सव के अन्तर्गत पर्यावरण संरक्षण में जनसहयोग विषय पर वन विभाग के मंथन सभागार में मुख्य वन संरक्षक डॉ. धनंजय मोहन व अपर सचिव वन कहकशा नशीन, वन संरक्षक राजीव धीमान एवं डीएफओ नीरज शर्मा के साथ आयोजित संवाद में पर्यावरण प्रेमियों और सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों सुझाव रखे । पीसीसीएफ डा. धनंजय मोहन ने इस संवाद कार्यक्रम की अध्यक्षता की जबकि संचालन सयुंक्त नागरिक संगठन के सचिव सुशील त्यागी ने किया।
इस अवसर पर पर्यावरण प्रेमियों ने कहा उत्तराखंड में अतिक्रमित 11814 हेक्टेयर वन भूमि से अबतक 1380 हेक्टेयर भूमि ही मुक्त करायी जा सकी है।शेष दस हजार अतिक्रमण की चपेट में आयी वन भूमि के रहते उत्तराखंड को प्रतिपूरक वृक्षारोपण हेतु अन्य राज्यों मे भूमि तलाश करना गंभीर चिंता का विषय है। योगी के बुलडोजर को लेकर इस भूमि को पुलिस एसडीआरएफ के सहयोग से इसे खाली कराया जाना राज्य के हित में है। संवाद में यह भी सुझाव था की पहाड़ में सड़कों के चौड़ीकरण, चार धाम मोटर मार्ग, नए दून दिल्ली एक्सप्रेस वे में काटे गए लाखों पेड़ों के बदले इन सड़कों के किनारे छायादार फलदायी वृक्ष नहीं रोपित किये गये है। भूस्खलन, भू-धसाव को रोकने के लिए यह जरूरी है की जनसहयोग से यहां हरेला में व्यापक अभियान चलाया जाए।
दून वासियो की मांग थी कि दून में रिस्पना बिंदाल नदियों के किनारे रिवर डेवलपमेंट फ्रंट योजना में विकसित 05 किलोमीटर भूमि पर वन-विभाग को हजारों पेड़ों का वृक्षारोपण कर अर्बन फॉरेस्ट विकसित किया जाना चाहिए। वक्ताओं ने कहा उत्तराखंड़ में विगत वर्षों में हुए वनाग्नि काण्ड में हजारों एकड़ वन क्षेत्र राख बन गया। पशु पक्षियों सहित जानमाल की बर्बादी हुई। इस विनाश को रोकने में जनसहयोग अनिवार्य बनाया जाए। पहाड़ों में जल संरक्षण हेतु बनाए जाने वाले चालखाल में जनसहयोग को जोड़ने का भी सुझाव भी संवाद कार्यक्रम में दिया गया। शहर में और शहर के बाहर सडकों के किनारे किनारे वृक्षारोपण और संरक्षण हेतु ट्री गार्ड उपलब्ध कराने की योजना बनाई जानी चाहिए। सबसे पहले शहर में पुराने पेड़ों के सफाये से शमशान बनी सहस्रधारा रोड, हरिद्वार बाई पास रोड, चकराता रोड, सहारनपुर रोड, रिस्पना से आगे हरिद्वार रोड, आदि को पहले की तरह हरा भरा करने की योजना में वन विभाग और सरकार को खुद पहल करनी चाहिए। इसमें आमजन तथा अन्य विभागों का भी सहयोग उपयुक्त रहेगा।
मंथन सभागार में दो घंटे चले इस संवाद बैठक में मुख्य वन संरक्षक डा. धनंजय मोहन ने सयुंक्त नागरिक संगठन की पहल का स्वागत करते हुये कहा कि हमें आपस में समन्वय के साथ सुझावों के माध्यम से और मानवीय पहल करनी होगी। उन्होंने कहा कि हमने बाहरी वनों से आच्छादित क्षेत्र में बेहतरीन बढ़ोतरी की हैं जबकि अर्बन क्षेत्र में आबादी के बढ़ते घनत्व के कारण काफी वनों को नुकसान हुआ हैं।
उन्होंने कहा कि सयुंक्त नागरिक संगठन के साथ विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा हमें बहुत अच्छे सुझाव जो आज मिले हैं, राज्य में वन लगाने से लेकर वन बचाने तक साथ ही वनाग्नि से वनों को बचाने के लिये संस्थाओं के साथ समन्वय बनाकर वन विभाग प्रगति की ओर बढ़ेगा।
इस मौके पर वन संरक्षक राजीव धीमान व जिला वन अधिकारी नीरज शर्मा के साथ ही अपर सचिव वन कहकशा नशीन ने भी अपने विचार प्रकट किये।
सोमवार को हुये इस संवाद कार्यक्रम में ब्रिगेडियर केजी बहल , सुशील त्यागी , डॉ. बृज मोहन शर्मा, नवीन कुमार , सडाना, प्रदीप कुकरेती , मनोज ध्यानी, कर्नल विक्रम सिंह थापा, देवेन्द्र पाल मोंटी , जगदीश बावला, जीसी भट्ट , पदम् सिंह थापा , चंदन सिंह नेगी , खुशवीर सिंह , प्रकाश नागिया, यशवीर आर्य, जीएस जस्सल, अवधेश शर्मा, प्रिंस कपूर, परमजीत सिंह कक्कड़ , पीसी नागिया , बिश्म्बर दत्त बजाज, अब्बास, कर्नल वीएस थापा, अखिलेश अन्थ्वाल, नीरज उनियाल, जस्मिन्दर कौर जस्सल, जीतमणि पैन्युली आदि मौजूद रहे |
टिहरी लेक डेवलपमेंट प्रोजेक्ट पर स्थानीय लोगों के सुझाव लिए जाए : मुख्य सचिव
देहरादून, पर्यटन विकास के सभी प्रोजेक्ट में स्थानीय आमजन की ऑनरशिप एवं भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिये, इसके साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटन विकास की गतिविधियों में सोलिड वेस्ट मेनेजमेंट को शीर्ष प्राथमिकता एवं टूरिज्म एवं इकोलॉजी में संतुलन रखने की नीति का पालन करते हुए सभी टूरिज्म प्रोजेक्ट पर कार्य करने के भी मुख्य सचिव ने निर्देश दिए, स्थानीय लोगों को कितना लाभ मिला इस आधार पर हो सभी टूरिज्म प्रोजेक्ट का मूल्यांकन किया जाय, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने टिहरी झील तथा इसके कैचमेंट एरिया के सम्पूर्ण विकास हेतु एडीबी (एशियन डेवलपमेंट बैंक ) की गाइडलाइन्स के अनुसार तैयार डीपीआर पर कार्य करने के साथ ही इस तरह के प्रोजेक्ट में सभी स्टेकहोल्डर्स विशेषकर स्थानीय ग्रामीणों की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए उनके सुझाव लेने के निर्देश दिए हैं। सीएस ने निर्देश दिए कि राज्य में संचालित पर्यटन विकास से सम्बन्धित सभी प्रोजेक्ट में स्थानीय आमजन की ऑनरशिप एवं भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होंने सभी प्रोजेक्ट में हितधारकों एवं स्थानीय लोगों के साथ विचार विमर्श करने व सुझाव लेने की संस्कृति अपनाने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने निर्देश दिए हैं कि पर्यटन विकास के सभी प्रोजेक्ट में पर्यावरणीय हितों का विशेष ध्यान रखा जाए। विशेषरूप से पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटन विकास की गतिविधियों में सोलिड वेस्ट मेनेजमेंट को शीर्ष प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने चारधाम यात्रा मार्ग पर भी ठोस अवशिष्ट प्रबन्धन हेतु पुख्ता व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही श्रीमती राधा रतूड़ी ने ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित होम स्टे हेतु भी कूड़ा प्रबन्धन की व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए हैं। सीएस ने टूरिज्म एवं इकोलॉजी में संतुलन रखने की नीति का पालन करते हुए सभी टूरिज्म प्रोजेक्ट पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य में पर्यटन के विकास से सम्बन्धित सभी प्रोजेक्ट का इस आधार पर मूल्यांकन किया जाए कि इससे कितने स्थानीय लोगों को रोजगार, विकास एवं कल्याण से सम्बन्धित लाभ पहुंचा है |
मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सोमवार को सचिवालय में टिहरी झील विकास परियोजना पर सतत्, समावेशी तथा जलवायु अनुकूल पर्यटन विकास से सम्बन्धित द्वितीय उच्चाधिकार प्राप्त समिति ( एचपीसी) बैठक के दौरान निर्देश दिए हैं कि इस प्रोजेक्ट के तहत स्थानीय समुदायों को विकास का भागीदार बनाते हुए टिहरी को एक ब्राण्ड पर्यटन गंतव्य के रूप में विकसित किया जाना चाहिए।
सीएस ने निर्देश दिए कि प्रोजेक्ट के तहत टिहरी शहर के ऐतिहासिक महत्व को पुनः स्थापित करने, पर्यटन की बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करने, क्षेत्र में सत्त एवं रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म को प्रोत्साहित करने, पलायन रोकने, स्थानीय लोगों की आजीविका के अवसर बढ़ाने तथा क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों को कम से कम 3 तीन दिन तक यहां रहने के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में जानकारी दी गई कि 1294 करोड़ रूपये लागत के एडीबी सहायता प्राप्त टिहरी लेक प्रोजेक्ट के तहत 52 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के लगभग 103 गांवों की लगभग 96875 आबादी को लाभ पहुंचेगा। प्रोजेक्ट के तहत डोबरा चांटी, तिवार गांव, कोटी कॉलोनी, न्यू टिहरी, मदन नेगी तथा झील कलस्टर में विभिन्न पर्यटन सुविधाओं को विकास किया जाएगा।…बैठक में सचिव श्री आर मीनाक्षीसुन्दरम, श्री सचिन कुर्वे, श्री दिलीप जावलकर, श्री पंकज कुमार पाण्डेय सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
देहरादून विकास भवन में हुआ “प्लास्टिक बैंक” का विधिवत शुभारंभ
देहरादून, प्लास्टिक कचरे के निपटान के लिए देहरादून स्थित सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज (एसडीसी) फाउंडेशन का जन समुदाय आधारित प्लास्टिक बैंक जनपद देहरादून के विकास भवन में भी स्थापित किया गया है।
देहरादून की मुख्य विकास अधिकारी झरना कामठान ने इसे जनपद के विकास खण्डों के साथ मिलकर अमलीजामा पहनाने की बात कही है। उन्होंने बल दिया की आने वाले दिनों में देहरादून के विकास खण्ड मुख्यालयों में भी प्लास्टिक बैंक से संबंधित जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाएं
जनपद देहरादून के विकास भवन के सभागार में प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट पर आयोजित कार्यक्रम में प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट, क्लाइमेट चेंज और उत्तराखंड प्रदेश के समसामयिक मुद्दों पर कार्यरत एसडीसी फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल ने प्लास्टिक बैंक अभियान को लेकर एक विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया।
इस कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी एवं विकास भवन में स्थापित विभिन्न विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारियों ने भारी संख्या में हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में अनूप नौटियाल ने कहा कि प्लास्टिक बैंक अभियान के माध्यम से उनकी संस्था द्वारा देहरादून में पिछले 8 महीनों में 140 प्लास्टिक बैंकों की स्थापना की गयी है। उन्होंने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि वर्तमान में एसडीसी फाउंडेशन 41 स्कूलों के 25,000 से ज्यादा छात्र- छात्राओं, 37 मैगी प्वाइंट, 31 हॉस्टल, 7 रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, 7 शोरूम, 6 विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और बहुत से अन्य संस्थानों के साथ प्लास्टिक बैंकों को संचालित कर रही है।
अनूप नौटियाल ने अपने प्रस्तुतीकरण में प्लास्टिक बैंक प्रोजेक्ट को प्लास्टिक कचरे से सेग्रेगेशन, कलेक्शन और रीसाइक्लिंग की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास बताया और कहा कि स्कूलों, विश्वविद्यालय, दुकानों और शोरूम, दफ्तरों, हॉस्टल, अस्पताल और सरकारी विभागों के माध्यम से इस अभियान को जन समुदाय तक पहुंचाने की जरूरत है। उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि विकास भवन अथवा विकास खण्ड मुख्यालयों को इस अभियान को लागू करने में एसडीसी फाउंडेशन की जरूरत हो तो उनकी संस्था हर संभव सहायता उपलब्ध करवाने के लिए तैयार है।
कार्यक्रम के दौरान विकास भवन में स्थित विभिन्न विभागीय अधिकारियों के द्वारा अपशिष्ट प्रबंधन पर विभाग के द्वारा किये जा रहे प्रोग्राम के बारे में भी विस्तृत जानकारी साझा की गयी। उक्त कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले प्रतिनिधियों के द्वारा प्लास्टिक बैंक अभियान की अवधारणा की सराहना करते हुए इसे विस्तार देने हेतु अभिरुचि व्यक्त की गयी। उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा इस अभियान के बारे में कई अन्य जानकारियां लेने के साथ ही अपने विभागों के अंतर्गत इसे तत्काल शुरू करने की भी बात की गई।
कार्यक्रम का संचालन एसडीसी फाउंडेशन के दिनेश सेमवाल ने किया। उन्होंने कहा कि इस प्लास्टिक बैंक में विकास भवन में संचालित विभिन्न विभागों से निकलने वाले प्लास्टिक कचरे के अलावा इस परिसर में कार्यरत समस्त कार्मिकों के घरों का प्लास्टिक कचरा भी कलेक्ट एवं रीसायकल किया जायेगा। इस कार्यक्रम में एसडीसी फाउंडेशन से प्यारे लाल एवं गौतम भी मौजूद रहे ।