Sunday, June 8, 2025
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हडको चण्डीगढ़ द्वारा सी.एस.आर. कार्यक्रम के अंतर्गत योग जागरूकता सत्र का आयोजन 

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चण्डीगढ़, हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लि0(हडको), क्षेत्रीय कार्यालय, चण्डीगढ़ के द्वारा दिनांक 18 जुलाई 2024 को राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सैक्टर- 26(टिम्बर मार्कीट), चण्डीगढ़ में योग जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया । श्री संजय भार्गव, क्षेत्रीय प्रमुख, हडको क्षेत्रीय कार्यालय, चण्डीगढ़ द्वारा अवगत कराया गया कि यह कार्यक्रम हडको सी एस आर के अंतर्गत छात्रों में योग के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतू स्कूल शिक्षा निदेशालय, चण्डीगढ़ एवं आर्ट आफ लिविंग संस्था के सहयोग से आयोजित किया गया । इस कार्यक्रम का संचालन कंवलजीत कौर, सहा0 महाप्रबंधक(प्रशा.), हडको, चण्डीगढ़ व आर्ट आफ लिविंग संस्था की वरिष्ठ योगा शिक्षिका दीपा शर्मा के द्वारा लिया गया । इसके अतिरिक्त इसमें आर्युवैदिक डा0 मेघना द्वारा आर्युवैदिक के महत्व के बारे में बताया गया । इस आयोजन में विद्यालय के कक्षा पांचवी से दसवीं कक्षा तक के लगभग 250 स्कूली छात्र-छात्राओं एवं अध्यापक व हडको कर्मचारियों ने प्रतिभागिता की । इस अवसर पर योग शिक्षिका दीपा शर्मा एवं योगाचार्य कुशाग्र शर्मा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि योग प्राणायाम को अपने जीवन में सम्मलित करने पर बल दिया । योग शारिरिक, मानसिक और आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग है । कार्यक्रम के आगे योगा शिक्षिका द्वारा अपने अनुभवों एवं ज्ञान को साझा करते हुए विभिन्न प्रकार की योगा की क्रियाओं को सरल और सहज तरीकों से समझाकर अभ्यास कराया गया । उनके द्वारा प्रणायाम आसन, ताड़ासन, भुजंगासन, वज्रासन, वीरभद्रासन व शिशुआसन योगाकन विशेषकर विद्यार्थियों के लिए उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थय में सुधार होता है ।
इसके अतिरिक्त विद्यालय के प्राध्यापक, डा0 अनिल कुमार गुगनानी, उप प्राध्यापक श्रीमती भूपिन्दर कौर, एवं शिक्षक श्रीमती रमन पराशर, पीजीटी-फिजीकल एजुकेशन, श्री अनिल वर्मा, एनएसएस प्रोग्राम आफिसर, श्री धर्मवीर सिंह, डीपीई, श्रीमती किरण राणा, टीजीटी-डिसीप्लन एंव कोरडीनेशन, श्रीमती चेतन शर्मा, जेबीटी-डिसीप्लन एंव कोरडीनेशन, श्रीमती दीपिका पराशर, पीजीटी-ईको क्लब इंचार्ज, श्रीमती रोजी यादव, टीजीटी-कारडीनेटर, श्रीमती सुधा शर्मा, पीजीटी, श्रीमती श्रुति माला, डिसीप्लन एंव कोरडीनेशन, श्रीमती जसप्रीत कौर, पीजीटी, श्रीमती दिप्ति, काउंसलर व श्री अजय कलवानिया, टीजीटी-फोटोग्राफी शिक्षिक के साथ-साथ हडको क्षेत्रीय कार्यालय, चण्डीगढ़ के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा भी प्रतिभागिता की गई ।
अंत में श्री संजय भार्गव, क्षेत्रीय प्रमुख, हडको क्षेत्रीय कार्लायल, चण्डीगढ़ द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया एवं प्रधानाचार्य एवं योग शिक्षिका को प्रतिक चिन्ह भेंट किये । हडको की ओर से कंवलजीत कौर, राजीव कुमार भण्डारी, आशीष गोयल, महेश शर्मा, मनमीत कौर, केसर सिंह व अब्बल चन्द ने भाग लिया ।

चोपडा-डुंगरी मोटर मार्ग पर आल्टो वाहन दुर्घटना ग्रस्त दो की मौत चार घायल

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रुद्रप्रयाग- आज सुबह रुद्रप्रयाग चोपडा डुंगरी मोटर मार्ग पर एक आल्टो कार गहरी खाई मे गिरने से दुर्घटनाग्रस्त हो गई। कार में कुल छः लोग सवार थे जिसमें से दो की मौत हो गई।
घटना आज प्राप्त लगभग 6:30 बजे की बताई जा रही है, मिली जानकारी के अनुशार डुंगरी निवासी एक परिवार के लोग आल्टो कार में चोपडा बाजार से अपने गाँव डुंगरी की ओर जा रहा थे, अचानक आल्टो स. Uk 13A4341 अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई कार मे एक ही परिवार के 6 लोग सवार थे जिसमें दो की दुःखद मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन, डीडीआरएफ व 108 मौके पर पहुँची घायलों को रेसक्यू कर जिला अस्पताल लाया गया।
जिला आपदा प्रबंधन ने मृतक एँव घायलो की सूचि जारी की है जो निम्नवत है।
मृतक-
1-कल्पेश्वरी देवी पत्नी बुद्धि लाल उम्र 58 वर्ष
2-आरती पुत्री जीतपाल उम्र 24 वर्ष
घायल-
1-जीतपाल पुत्र बुद्धि लाल उम्र 50 वर्ष
2-बुद्धिलाल पुत्र हीरु लाल उम्र 70 वर्ष
3-देवेश्वरी देवी पत्नी जीतपाल उम्र 45 वर्ष(गम्भीर घायल)
4- पूजा पुत्री जीतपाल उम्र 27 वर्ष

डेंगू के खतरे को देखते हुए श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल अलर्ट

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  •  शहर में हुई बारिश के बाद डेंगू को लेकर अस्पताल में अधिक सर्तकर्ता
     डाॅ जसकरन बजाद अस्पताल के डेंगू नोडिल अधिकारी
     अस्पताल की इमरजेंसी व ब्लड बैंक को अलर्ट पर रहने के निर्देश

देहरादून, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल ने डेंगू मरीजों के उपचार के लिए अभी 125 डेंगू बैड प्लान किए हैं। डंेगू मरीजों की आवश्यकता के अनुसार मरीजांे को डेंगू बैड उपलब्ध करवाए जाएंगे। देहरादून बारिश के कारण मच्छरों की बढ़ती सम्भावना को देखते हुए अस्पताल ने सतर्कता के मद्देनज़र और भी कई महत्वपूर्णं कदम उठाए हैं। डाॅ जसकरण बजाद को अस्पताल का डेंगू नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में डेंगू जाॅच के एलाइजा और रैपिड दोनों टैस्ट की सुविधा उपलब्ध है। यह जानकारी श्री महंत इन्दिरश्ेश अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाॅ प्रेरक मित्तल ने दी।
बुधवार को श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय में एक महत्वपूर्णं बैठक आयोजित हुई।
डेंगू की तैयारियों को लेकर बैठक में सभी प्रमुख विभागों के विभागाध्यक्षों ने प्रतिभाग किया। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने इमजरेंसी व ब्लड बैंक के अधिकारियों को भी आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए। सीएमएस ने कहा कि शहर में हुई बारिश से अब मच्छरों का खतरा बढ़ रहा है। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल प्रशासन ने डेंगू मरीजों के उपचार के लिए सभी आवश्यक तैयारियों को पूरा कर लिया है। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में समय समय पर फाॅगिंग का कार्य किया जा रहा है। सीएमएस ने फागिंग टीम को सर्तकता के मद्देनजर फाॅगिंग कार्य को और तेज करने के निर्देश जारी किए।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि पिछले वर्ष बड़ी संख्या में डेंगू मरीज़ श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचे थे। सभी डेंगू मरीजों को आवश्यकतानुसार उपचार एवम् प्लेटलेट्स उपलब्ध करवाए गए। डेंगू सीजन के दौरान श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के ब्लड बैंक पर दबाव बहुत अधिक बढ़ जाता है।
उन्होंने ब्लड बैंक टीम सदस्यों की सराहना की कि पिछले साल भारी मांग के बावजूद ब्लड बैंक की टीम ने प्लेटलेट््स की मांग को पूरा किया। ब्लड बैंक स्टाफ इस कार्य के लिए दिन रात जुटा रहा। उन्होंने ब्लड़ बैंक व इमरजेंसी की टीम की अलर्ट रहने के दिशा निर्देश जारी किए।

वैश्विक मजबूती के बीच सोना 550 रुपये चमका, चांदी 400 रुपये मजबूत हुई

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नई दिल्ली ।  आभूषण विक्रेताओं की ताजा लिवाली और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मजबूत रुख के कारण स्थानीय बाजार में मंगलवार को सोने की कीमत 550 रुपये की तेजी के साथ 75,700 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, सोमवार को सोना 75,150 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। दिल्ली सर्राफा बाजार में 99.9 प्रतिशत और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना तेजी के साथ क्रमश: 75,700 रुपये और 75,350 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। बाजार सूत्रों ने सोने की कीमतों में तेजी आने का श्रेय घरेलू बाजार में स्थानीय आभूषण विक्रेताओं और फुटकर विक्रेताओं के बीच मांग बढऩे को दिया। इसके अलावा चांदी भी 400 रुपए उछलकर 94,400 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। पिछले सत्र में यह 94,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। उनके अनुसार ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद के कारण सोने और चांदी की कीमतों में तेज सुधार देखा गया।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (एमओएफएसएल) के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटी रिसर्च) मानव मोदी ने कहा, सोमवार को कोई प्रमुख डेटा जारी नहीं किया गया लेकिन, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल की टिप्पणियां सुर्खियों में रहीं। फेडरल रिजर्व के चेयरमैन पॉवेल ने कहा कि दूसरी तिमाही के आंकड़ों ने नीति निर्माताओं को यह भरोसा दिलाया है कि मुद्रास्फीति केंद्रीय बैंक के दो प्रतिशत के लक्ष्य की ओर बढ़ रही है।
पॉवेल ने दोहराया कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक दरों में कटौती की जल्दी में नहीं है, लेकिन उन्होंने श्रम बाजार में ढील और घाटे में वृद्धि के बारे में भी चिंता जताई। मोदी ने कहा कि इस सप्ताह व्यापारी अमेरिकी खुदरा बिक्री, औद्योगिक उत्पादन और हाउसिंग से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण डेटा बिंदुओं पर नजर रखेंगे, जो समग्र आर्थिक स्वास्थ्य पर स्पष्टता प्रदान करेंगे।
विदेशी बाजारों में कॉमेक्स पर सोने का हाजिर भाव 28 डॉलर की तेजी के साथ 2,436 डॉलर प्रति औंस हो गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा कि ईटीएफ मांग बढऩे और वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई के करीब पहुंचने से पीली धातु में खरीदारी जारी रही।
ट्रेजरी यील्ड में गिरावट और अमेरिकी डॉलर इंडेक्स ने भी हाजिर सोने की कीमतों में तेजी को समर्थन दिया। इसी तरह चांदी की कीमत भी तेजी के साथ 30.77 डॉलर प्रति औंस हो गई। पिछले सत्र में यह 30.68 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुई थी।
ब्लिंकएक्स और जेएम फाइनेंशियल के उपाध्यक्ष (कमोडिटी और मुद्रा) प्रणव मेर ने कहा, अमेरिका और फ्रांस में राजनीतिक अनिश्चितता के संकेतों के बीच सुरक्षित निवेश के विकल्प के रूप में मांग में वृद्धि और मध्य-पूर्व में भू-राजनीतिक घटनाक्रमों पर कड़ी नजर रखने के कारण भी सर्राफा बाजार को समर्थन मिला।

नियुक्ति पत्र सभी युवाओं के सपनों की पहली सीढ़ी : सीएम

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सीएम धामी ने किए  प्राविधिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थानों से चयनित 212 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान

देहरादून(आरएनएस)।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में प्राविधिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थानों से चयनित 212 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थानों के अंतिम वर्ष के इन छात्र-छात्राओं को विभिन्न कंपनियों में नौकरी मिली है। इस वर्ष अभी तक राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थानों से 65 प्रतिशत युवाओं को रोजगार मिल चुका है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नियुक्ति पत्र सभी युवाओं के सपनों की पहली सीढ़ी है। यह परिश्रम और लगन से किए कार्य का सम्मान भी है। हर छात्र पूर्ण मनोयोग निष्ठा से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि युवाओं को हर क्षेत्र में रोजगार के उचित अवसर मिलें। राज्य के अंदर निजी क्षेत्र भी रोजगार देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। गैर सरकारी औद्योगिक इकाइयों का विकास हमारी आर्थिक विकास का प्रमुख स्तंभ है। देवभूमि उत्तराखंड में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, राज्य सरकार इन प्रतिभाओं को राज्य में सही दिशा और उचित अवसर देने का कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाना, विकसित भारत और विकसित उत्तराखंड के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण कड़ी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षो में टेक्नोलॉजी, रोजगार, कौशल विकास के क्षेत्र में कई ऐतिहासिक कार्य हुए हैं। देश के अंदर हर क्षेत्र में नौजवानों को आगे बढ़ने का अवसर मिला है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में इनोवेशन एवं टेक्नोलॉजी को प्रथमिकता दी गई है। स्टार्टअप इंडिया, मेक इन इंडिया जैसी योजनाओं से देश में नई औद्योगिक क्रांति की शुरुआत हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीकी शिक्षा के विद्यार्थियों हेतु राज्य में ऑनलाइन ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेंटर का निर्माण किया गया है। जिसके माध्यम से छात्रों को बेहतर रोजगार उपलब्ध कराने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होने छात्रों से कहा कि आपके द्वारा किए गए कार्य एवं अनुभव ही आपकी पूंजी के रूप में हमेशा आपके पास रहेगा। राज्य सरकार की प्राथमिकता प्रदेश के युवाओं को अधिक से अधिक रोज़गार से जोड़ना है। बीते 3 सालों में राज्य सरकार ने सरकारी विभागों में 15000 से भी ज्यादा युवाओं को नियुक्तियां दी है। राज्य में भर्ती प्रक्रिया को पूर्ण रूप से पारदर्शी बनाया गया है। परीक्षा से लेकर नियुक्तियां तक तय समय के अंदर हो रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में आई पारदर्शिता से युवाओं का सरकार के प्रति विश्वास बढ़ा है। यह पारदर्शिता युवाओं को भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने कहा राज्य के विभिन्न क्षेत्रों के भ्रमण के दौरान लोगों/युवाओं द्वारा नकल विरोधी कानून लागू करने हेतु विशेष रूप से सरकार का आभार व्यक्त किया जा रहा है। यह पारदर्शिता तभी संभव है जब सरकार की नीति और नीयत दोनों साफ हो। राज्य सरकार प्रदेश के हर वर्ग के लिए निरन्तरता से काम कर रही है। समेकित विकास सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा नीति आयोग द्वारा जारी सतत विकास के लक्ष्यों की प्राप्ति में उत्तराखण्ड प्रथम स्थान पर आया है।
तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि राज्य में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता परक शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। युवाओं को सीधे रोजगार मिले इसके लिए औद्योगिक संस्थानों की आवश्यकता के हिसाब से नये कोर्स चलाये जा रहे हैं। बच्चों को तकनीकी शिक्षा के माध्यम से रोजगार देना सरकार की प्राथमिकता है। राज्य के पॉलिटेक्निक कॉलेजों में फाइनल वर्ष के 3500 बच्चों में से 2303 बच्चों को रोजगार से जोड़ दिया गया है। पॉलिटेक्निक कॉलेजों को आधुनिक तकनीक से भी जोड़ा गया है। युवाओं को अन्य देशों में भी रोजगार के अवसर मिले इसके लिए सरकार ने राज्य के पॉलिटेक्निक एवं इंजीनियरिंग कॉलेजों में जर्मन और फ्रेंच भाषा पढ़ाने का भी निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि क्वालिटी एजुकेशन के लिए हर कॉलेज में अध्यापकों की नियुक्तियां की गई हैं। उन्होंने छात्रों से कहा कि केवल सर्विस प्राप्त करना उद्देश्य नहीं होना चाहिए, निजी सेक्टर में अपने समर्पण, ज्ञान, कार्यशैली के माध्यम से सफलता को प्राप्त करना है। जिस भी क्षेत्र में जाएं, उस क्षेत्र में हमेशा सर्वश्रेष्ठ कार्य कर निरन्तर सफलता के मार्ग पर आगे बढ़े। युवाओं को राज्य और समाज के बेहतर भविष्य के लिए सोचना चाहिए।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद डॉ. कल्पना सैनी, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, अपर सचिव तकनीकी शिक्षा   स्वाति भदौरिया, निदेशक तकनीकि शिक्षा आरपी गुप्ता, विभिन्न औद्योगिक संस्थानों के प्रतिनिधि एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

किरायेदार युवती ने दोस्त बुलाकर मकान मालिक पर हमला कराया

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देहरादून(आरएनएस)।  किरायेदार युवती ने अपने दोस्त बुलाकर मकान मालिक पर हमला बोल दिया। हमले में मकान मालिक के कान के पास चाकू लगा। वह किसी तरह बचे। इसके बाद पुलिस को तहरीर दी। सैनिक कॉलोनी केहरी गांव में हुई घटना को लेकर प्रेमनगर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसओ प्रेमनगर गिरीश नेगी ने बताया कि सुनील सिंह निवासी सैनिक कॉलोनी केहरी गांव ने मंगलवार को तहरीर दी। बताया कि उनके मकान में एक हफ्ता पहले पास के मकान से कमरा छोड़कर एक युवती किराये पर रहने के लिए आई। आरोप है कि वह अपने दोस्त सचिन को बदमाश बताते हुए रोब दिखाती है। आरोप है कि युवती शराब पीकर हंगामा करते हुए गाली गलौच करती है। युवती की मंगलवार को किसी बात को लेकर सुनील की पत्नी से कहासुनी हुई। युवती को चुप रहने को कहा गया। आरोप है कि इसके कुछ देर बाद वह अपने दोस्तों को लेकर सुनील के रेस्टोरेंट पर पहुंची। वहां हमला करते हुए सुनील पर चाकू से वार किया गया। वह किसी तरह बचे। इस दौरान कान के पास चाकू लगने से हल्का घाव हुआ। आरोप है कि इसके बाद युवती और सचिन दोनों ने पीड़ित को फोन कर धमकाया। मामले में युवती और उसके दोस्त के खिलाफ हमले और जान से मारने की धमकी देने को लेकर प्रेमनगर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

ऊर्जा निगमों के कर्मचारियों को भी मिले पुरानी पेंशन का लाभ

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देहरादून(आरएनएस)।  ऊर्जा निगमों के कर्मचारियों ने भी पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर दबाव तेज कर दिया है। ऊर्जा निगमों में 2005 से पहले वाले कर्मचारियों को भी पुरानी पेंशन का लाभ नहीं दिया जा रहा है। पॉवर इंजीनियर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र भेज पेंशन बहाली की मांग की। एसोसिएशन के महासचिव राहुल चानना ने कहा कि ऊर्जा निगमों में काम कर रहे सभी बिजली कर्मियों को एक समान पुरानी पेंशन व्यवस्था का लाभ दिया जाए। सभी पर पुरानी पेंशन लागू की जाए। कहा कि राज्य बिजली बोर्ड के विघटन के बाद नए बने ऊर्जा निगमों में भर्ती होने वाले बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों के लिए पुरानी पेंशन प्रणाली एकतरफा तरीके से समाप्त कर दी गई हैं। बिजली कर्मियों को अलग अलग प्रदेशों में सीपीएफ, ईपीएफ अथवा एनपीएस में शामिल कर दिया गया है। इलेक्ट्रिसिटी एक्ट 2003 में कहीं भी इस बात का कोई उल्लेख नहीं है कि बिजली बोर्ड के विघटन के बाद भर्ती किए जाने वाले बिजली कर्मियों को पुरानी पेंशन नहीं दी जाएगी। राज्यों के ऊर्जा निगमों में भी कोई एकरूपता नहीं है। कहीं पर ईपीएफ लागू है, तो कहीं पर सीपीएफ लागू है। कुछ निगमों में एनपीएस लागू है। राजस्थान, छत्तीसगढ़, और झारखंड की सरकारों ने ऊर्जा निगमों में काम करने वाले सभी कर्मचारियों और इंजीनियरों के लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू कर दी गई है। उत्तराखंड में भी इसे लागू किय जाए।
तत्काल दूर की जाए विसंगति
महासचिव राहुल चानना ने कहा कि केंद्र सरकार एनपीएस के तहत काम कर रहे केंद्रीय कर्मचारियों के लिए पेंशन प्रणाली में बदलाव करने जा रही है। ऐसे में राज्यों के ऊर्जा निगमों में काम कर रहे कर्मचारियों के बीच में एक प्रणाली लागू न होने से भविष्य में बड़ी विसंगतियां पैदा होंगी। देश के सभी ऊर्जा निगमों में एकरूपता लाने को केन्द्र सरकार सभी राज्यों को निर्देश जारी करे। सभी राज्यों में ऊर्जा निगमों में कार्य कर रहे बिजली कर्मियों के लिए एक समान पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाए।

स्मार्ट सिटी प्रबंधन ने मानी ऑडिट रिपोर्ट की खामियां, सुधार को लिए निर्णय

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देहरादून(आरएनएस)।  देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने माना है कि उत्तराखंड के अकाउंटेंट जनरल की ऑडिट रिपोर्ट में कुछ खामियां सामने आई हैं। इन्हें दूर करने के लिए प्रबंधन ने कुछ ठोस कदम उठाने का निर्णय लिया है। ताकि भविष्य में कार्यप्रणाली को बेहतर बनाया जा सके। ऑडिट रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट कंपनियों (पीएमसी) के लिए प्रोजेक्ट की शुरुआत के दौरान ही भुगतान का सही प्रक्रिया नहीं अपनाई गई। इस कारण पीएमसी को पूरा 28 करोड़ का भुगतान तो हुआ,लेकिन कई योजनाओं का काम अधूरा रह गया और ठीक से कार्य की मॉनीटरिंग नहीं हो पाई। स्मार्ट इलेक्ट्रिक बसों के संचालन पर अनुमान से अधिक घाटे की भरपाई के लिए ठोस कदम नहीं उठाने का जिक्र रिपोर्ट में किया गया है। इसके अलावा निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर कई आपत्तियां लगाई गई हैं। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि करोड़ों रुपये का बजट खर्च होने के बावजूद नगर निगम ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत तैयार सफाई मॉडल को नहीं अपनाया। इस कारण निरंतर स्मार्ट सिटी का लाखों का बजट बेवजह खर्च हो रहा है। हालांकि स्मार्ट सिटी के अधिकारियों का कहना है कि योजनाओं का काम करने के दौरान कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा। कार्यों में आई बाधाओं के कारण और जल्द काम करवाने के दबाव में कुछ खामियां रह गई। जिन्हें दूर करने की बात कही है।
स्मार्ट सिटी ने रखा अपना पक्ष
– जो छह सौ के आसपास मल्टीयूटिलिटी डक्ट शेष बची हैं, उनमें कुछ सिल्क्यारा भेजी गई थी। शेष का इस्तेमाल लोक निर्माण विभाग को करने के निर्देश दिए हैं।
– शहर में करीब  पचास जगह पर्यावरण सेंसर लगे हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इनमें कुछ को उचित स्थान पर शिफ्ट करवाने को कहा है,यह काम जल्द होगा।
– चकराता रोड पर जो मुख्य सड़क किनारे निजी स्कूल परिसर से सटी दीवार बनाई गई है, उस पर नगर निगम के सहयोग आय प्राप्त करने को विज्ञापन लगवाएंगे।
– जिन इलेक्ट्रिक बसों से ज्यादा घाटा हो रहा है, उन्हें ऐसे रूटों पर संचालित करेंगे जहां यात्रियों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके।
– लांघा रोड तक जा रही स्मार्ट इलेक्ट्रिक बसों के लिए हर्बटपुर में चार्जिंग स्टेशन की संभावना तलाशी जा रही है,ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को सुविधा का लाभ मिल सके।
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ऑडिट रिपोर्ट में दिए ये सुझाव
– वास्तविक राजस्व और अनुमानित राजस्व के अंतर को कम करने के लिए ठोस कदम उठाएं।
– प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट कंपनियों (पीएमसी) की कार्यों को लेकर जवाबदेही तय की जाए।
– कार्यदायी संस्थाओं पर निर्माण कार्य सही समय पर पूरे नहीं होने पर नियमानुसार कार्रवाई हो।

रिपोर्ट में बताई उपलब्धियां
– यातायात पुलिस ने आईटी पार्क स्थित स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम से कई चालान किए, 5 करोड़ का राजस्व प्राप्त किया।
– दून शहर के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित सीसीटीवी कैमरों की मदद से सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिली।
– आईटी पार्क स्थित स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम से सितंबर से अक्टूबर 2023 के दौरान डेंगू रोकथाम में सहयोग मिला।
– कोरोना महामारी के दौरान कंट्रोल रूम की मदद से लोगों को सहायता प्रदान की गई, ई पास आदि यहां से जारी किए।

ऑडिट में लगी ज्यादातर आपत्तियों का निस्तारण हो गया है। जो खामियां सामने आई हैं,उन्हें दूर करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कुछ सुझाव मिले हैं। इसके अलावा स्मार्ट सिटी प्रबंधन के स्तर से कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं।    – सोनिका, सीईओ स्मार्ट सिटी, प्रशासक नगर निगम

बोलेरो कैंपर अनियंत्रित होकर पलटा, तीन घायल, वाहन में 7 लोग थे सवार

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चमोली, बदरीनाथ जोशीमठ राजमार्ग पर बुधवार को एक सड़क दुर्घटना की खबर आयी है, मिली जानकारी के मुताबिक ऋषिकेश बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर मारवाड़ी के निकट एक बोलेरो कैंपर अनियंत्रित होकर ऊपर की सड़क से नीचे गिर गया, इस घटना में 3 लोग घायल हो गये हैं | जिन्हें उपचार के लिए जोशीमठ अस्पताल भेजा गया गया है |
घटना के वक्त बोलेरो कैंपर में 7 लोग सवार थे, मिली जानकारी के मुताबिक दोपहर के समय एक बोलेरो कैंपर जोशीमठ की तरफ जा रहा था, बोलेरो कैंपर जैसे ही मारवाड़ी के निकट पहुंचा तो वह अनियंत्रित होकर पलट गया | जिसमें 3 लोग घायल हुए हैं वहीं 4 लोगों को कोई चोट नहीं आई, घटना के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने घायलों को वाहन से बाहर निकाला और घायलों को उपचार के लिए जोशीमठ भेजा गया | इस दुर्घटना के बाद हाईवे पर जाम की स्थिति पैदा हो गई, सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतारे लग गई | वाहन को बीआरओ ने जेसीबी मशीन हटाकर यातायात सुचारू किया गया |

हिमालय के यशस्वी कवि मनोहर लाल उनियाल श्रीमन् की 105वीं जयंती पर आयोजित हुई काव्य गोष्ठी

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श्रीमन्’ ने राजशाही के जुल्मों को नजदीक से देखा, इसलिए उनकी कविताओं में राजशाही के प्रति विद्रोह साफ झलकता है : सोमवारी लाल उनियाल

बात करते हैं दिल दुखाने की, शर्त रक्कखी है मुस्कराने की, आइना देखना दिखाना है, शर्त ये कैसी ज़माने की : दर्द गढ़वाली

 

देहरादून, ‘रक्त रंजित पथ हमारा हम पथिक हैं आग वाले, नाम से जो क्रांति गीत टिहरी कारागार में लिखा, जिस गीत ने आजादी के मतवालों में एक क्रांति का बिगुल फूंक दिया, वह गीतकार थे मनोहर लाल उनियाल श्रीमन, बुधवार को दून के एक वेडिंग पॉइंट में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं हिमालय के यशस्वी कवि मनोहर लाल उनियाल श्रीमन् की 105वीं जयंती पर एक काव्य गोष्टी आयोजित की गई |
काव्य गोष्ठी में मुख्य वक्ता वरिष्ठ साहित्यकार सोमवारी लाल उनियाल , “प्रदीप” ने अपने संबोधन में कहा कि टिहरी जनपद के उनियाल गाँव मे जन्मे श्रीमन ने मात्र 22 साल की अवस्था में” हम पथिक हैं आग वाले”के नाम से जो क्रांति गीत टिहरी के कारागार में लिखा था वह आजादी के दिवानों का प्रयाण गीत बन गया था। उन्होंने कहा कि ‘श्रीमन्’ ने राजशाही के जुल्मों को नजदीक से देखा, इसलिए उनकी कविताओं में राजशाही के प्रति विद्रोह साफ झलकता है। काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुये वरिष्ठ कवि साहित्यकार असीम शुक्ल ने कहा कि प्रकृति के सानिध्य में बीता क्षण क्षण श्रीमन् जी की कविता में बोलता हुआ बीता, उन्होंने कहा कि ‘श्रीमन” की जन्म दिवस के अवसर पर हम एक कवि के जुझारू रूप को याद कर रहे हैं, उन्होंने कविता के माध्यम से कहा ‘बेला कचनार जूही चंपा कि आंचल पर गंध तोड़ लाई है पुरवइया मालिन, के माध्यम से अपने भाव व्यक्त किये,
कवि अरूण भट्ट ‘अरूण’ ने ‘बहारों पर फिजा का छा गया, आलम तो क्या होगा, बदल जाये तेरी अगर तेरी खुशी से गम तो क्या होगा, कविता के माध्यम से दर्शकों को भाव विभोर कर दिया, कवि राम दिनेश सिंह ने कहा ‘हर एक चीज का उल्टा तलाश लेते हैं कमाल लोग हैं क्या-क्या तलाश लेते हैं, हमें तो एकता की बात ही समझ पाई नहीं, वह हिंदू मुसलमान तलाश लेते हैं |
काव्य गोष्ठी को आगे बढ़ाते हुये लक्ष्मी प्रसाद बडोनी ‘दर्द गढ़वाली’ ने ‘बात करते हैं दिल दुखाने की, शर्त रक्कखी है मुस्कराने की, आइना देखना दिखाना है, शर्त ये कैसी ज़माने की, गजल गा कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया | प्रो. राम विनय सिंह ने कविता बदल रहे शब्दार्थ मनुज के बदले बदले मन में, नव चिंतन बदलाव ग्रस्त सत्वहीन जीवन में, सुनाकर वाहि वाहि लूटी, कवि शादाब अली ने कविता इस तरह कही कि
आहलादित घर द्वार दुखी हैं सारे परिजन, जन गण मन को याद बहुत आते हैं श्रीमन, खग मृग व्याकुल हैं विह्वल पर्वत कानन जन गण मन की याद बहुत आते हैं श्रीमन्। कवि चन्दन सिंह नेगी ने गढ़वाली गीत बैठकों में हल टगे हैं बल हमारे गांव में, बस पधानों के मजे हैं बल हमारे गांव में, के माध्यम से सामाजिक परिदृश्य पर कटाक्ष किया |
वहीं शान्ति प्रकाश जिज्ञासु की कविता ‘दुश्मनी और नफरत दोनों अलग-अलग चीज है जिसमें अंतर है जमीन आसमान का’ सुनाकर खूब तालियां बटोरी| काव्य गोष्ठी से पहले रजनीश त्रिवेदी ने श्रीमन् जी के काव्य रचनाओं और उनके व्यक्तित्व पर अपने विचार रखे |
कार्यक्रम में मनोहर लाल उनियाल श्रीमन् की पुत्री कल्पना बहुगुणा एवं पूनम नैथानी ने सभी अभ्यागतों को धन्यवाद प्रेषित करते हुये कहा कि आप सब की उपस्थिति ने श्रीमन जी को जीवंतता प्रदान की है | दो सत्रों चले इस कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ कवियत्री डा. बीना बैंजवाल और शान्ति प्रकाश जिज्ञासु ने संयुक्त रुप से किया |
इस अवसर पर मंजू काला, डा. अर्चना बहुगुणा, माहेश्वरी कनेरी, डा. मुनिराम सकलानी, प्रो. रामविनय सिंह, राकेश जैन, डा. राकेश बलूनी, शादाब मशहरी, रजनीश त्रिवेदी, दर्द गढ़वाली, वीरेन्द्र डंगवाल ‘पार्थ’, जसबीर सिंह हलधर, अंबर खरबंदा, प्रदीप कुकरेती, शिव मोहन सिंह, चंदन सिंह नेगी, डा. सत्यानंद बडोनी, डा. हर्षमणी भट्ट ‘कमल’, डा. नीता कुकरेती, मणी अग्रवाल, डा. सविता मोहन, मधु पाठक, पूनम नैथानी आदि कई गणमान्य साहित्यकार और कवि मौजूद रहे |