गौरवान्वित हुआ उत्तराखण्ड़ : लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा नए डीजी असम राइफल्स बने
संस्कृति और साहस की भूमि है भारत : प्रो. बत्रा
हरिद्वार (कुलभूषण)महाविद्यालय में आज कारगिल विजय दिवस के 25 वर्ष पूर्ण होने पर भारतीय सेना एवं शहीदों के सम्मान में काॅलेज में निर्मित शौर्य दीवार पर देश के परमवीर चक्र से सम्मानित वीर शहीदों को नमन कर पुष्पाजंलि अर्पित की गयी।
इस अवसर पर काॅलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने वीर बहादुर सैनिकों अपनी पुष्पाजंलित अर्पित करते हुए कहा कि भारत संस्कृति, क्षमा और साहस की भूमि है। अदम्य साहस एवं नैतिक बल दुनिया के लिए उल्लेखनीय और प्रेरणादायक है। प्रो. बत्रा ने कहा कि भारतीय सेना अपने देश का गौरव रखने में सदा कामयाब रही हैं। हमारे सैनिकों ने अनेक लड़ाईयाँ लड़ी और उनमें जीत हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि कारगिल दिवस भारतीय सेना की बढ़ती सामरिक क्षमता का परिचायक है। आज का दिन सशस्त्र बलों के वीरतापूर्ण प्रयासों और बलिदान को याद करने का दिन है। प्रो. बत्रा ने कहा कि कारगिल विजय दिवस भारत के शौर्य का प्रतीक है। इस अवसर पर प्रो. बत्रा ने माखनलाल चतुर्वेदी की कविता पुष्प की अभिलाषा भी सदन को सुनाई। अर्थशास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष डाॅ. नरेश कुमार गर्ग ने अपने सम्बोधन में कहा कि कारगिल जैसी विषम भौगोलिक परिस्थितियों में युद्ध लड़ना और जीतना निसन्देह भारतीय सेना की शक्ति का परिचायक है। उन्होंने महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वे अधिक से अधिक सेना में अपनी सेवाओं देकर अपने देश की उन्नति का मार्ग प्रशस्त करें। यह दिन उन वीर सपूतों के लिए समर्पित है जिन्होंने अपना आज हमारे कल के लिए बलिदान कर दिया।
अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी ने विजय दिवस की शुभकामनायें प्रेषित करते हुए कहा कि आज शौर्य दिवस है, जो कारगिल विजय की याद दिलाता है। उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं की रक्षा हेतु उत्तराखण्ड ने सदैव अपना योगदान दिया है तथा देश की सम्प्रभुता, एकता व अखण्डता की सुरक्षा के लिए भारतीय सेना कभी भी अपने सर्वोच्च बलिदान देने से पीछे नहीं हटी। राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष विनय थपलियाल ने कहा कि भारतीय सेना उच्च प्रशिक्षित एवं युद्ध कौशल में विश्व में सर्वश्रेष्ठ है।
इस अवसर पर प्रो. जगदीश चन्द्र आर्य, डाॅ. सुषमा नयाल, डाॅ. शिवकुमार चौहान, डाॅ. मोना शर्मा, श्रीमती रिचा मिनोचा, डाॅ. सुगन्धा वर्मा, विनीत सक्सेना, डाॅ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, वैभव बत्रा, डाॅ. विजय शर्मा, श्रीमती रिंकल गोयल, श्रीमती रिचा मिनोचा, श्रीमती हेमवती, मधुर अनेजा, डाॅ. अमिता मल्होत्रा, मोहन चन्द्र पाण्डेय, राजनकुमार साहित काॅलेज के अनेक छात्र-छात्रा उपस्थित रहें ।
कारगिल विजय दिवस के अवसर पर 26वी बार रक्तदान किया
हरिद्वार ( कुलभूषण ) जिला चिकित्सालय रक्तकोष में आज स्वास्थ्यकर्मी अशोक कालरा(चीकू) ने अपना 26व रकतदान किया, जिसमे 15 बार whole blood व 11 बार SDP प्लेट्लेट्स डोनेशन शामिल है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को समाज के प्रति अपनी इस जिम्मेदारी को समझना चाहिए। एक आम नागरिक देश के लिए सरहद पर शहीद हुए बिना भी देश के लिए सेवा कर सकता है। हमारे देश में प्रति दिन अनेक व्यक्ति रक्त की कमी के चलते अपनी जान गवा देते हैं। उन्होंने जनता से अपील करी कि सभी को जीवन में रक्तदान करके अपना कर्तव्य निभाना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मनीष दत्त ने उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर उनका उत्साह वर्धन किया।
आपको बता दे कि अशोक कालरा ब्लड वालंटियर्स हरिद्वार के सक्रिय सदस्य है।
वृक्षारोपण सम्पूर्ण जन्तुओ व पृथ्वी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण- ममता
हरिद्वार ( कुलभूषण) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम के अंतर्गत आज पुलिस मॉडर्न स्कूल रोशनाबाद में संपन्न हुआ। स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती ममता तोमर ने इस अवसर पर कहा कि वृक्षारोपण के महत्व को समझते हुए संपूर्ण जीव, जंतुओं व इस पृथ्वी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। वृक्षों को अधिक से अधिक संख्या में लगाया जाना आज के समय में अत्यंत आवश्यक है। प्रधानाचार्य ने उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं को इस अभियान के निमित्त प्रेरित भी किया। इस मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष संदीप गोयल ने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण करना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। हमारे वातावरण में वृक्षों का बहुत अधिक महत्व है वृक्ष हमें आक्सीजन प्रदान करते हैं और वायु की गुणवत्ता में सुधार करते हैं वृक्ष लगाने से प्रदूषण भी कम होता है। जिससे आने वाली पीढ़ियां का जीवन अधिक सुरक्षित रहेगा। वृक्ष जीवन को कई तरह से हमारे जीवन सुरक्षित बनाते हैं। इस कार्यक्रम में भाजपा जिला महामंत्री आशु चौधरी, आशुतोष शर्मा, स्कूल के शिक्षक नूतांजी, इंद्रेश, रितु, मीनाक्षी चमोली, लता, पूर्णिमा सिंह, मंजू आदि उपस्थित रहे।
सुप्रीम कोर्ट में यूपी सरकार का जवाब, ‘शांतिपूर्ण कांवड़ यात्रा के लिए नेमप्लेट लगाने के दिए निर्देश
नई दिल्ली (आरएनएस)। उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण तरीके से पूरा करने के लिए नेमप्लेट लगाने का निर्देश जारी किया गया था। राज्य सरकार ने कहा कि निर्देश जारी करने के पीछे का मकसद कांवडिय़ों की यात्रा के दौरान उनके भोजन को लेकर सूचित विकल्प पेश करना था, ताकि उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुंचे।
सहारनपुर के संभागीय आयुक्त द्वारा शपथ-पत्र में कहा गया है, कांवडिय़ों को परोसे जाने वाले भोजन के बारे में छोटी-छोटी भ्रांतियां भी उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा सकती हैं और खासकर मुजफ्फरनगर जैसे सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र में तनाव पैदा कर सकती हैं।
यूपी सरकार ने कहा है कि यह निर्देश 2 सप्ताह से भी कम अवधि के लिए कांवड़ यात्रा मार्ग तक ही सीमित था, केवल कांवड़ यात्रा के शांतिपूर्ण समापन को सुनिश्चित करने के लिए। सालाना 4.07 करोड़ से अधिक कांवडि़ए ये यात्रा करते हैं।
यूपी सरकार ने अपने जवाब मे कहा है कि राज्य द्वारा जारी निर्देश दुकानों और भोजनालयों के नामों से होने वाले भ्रम के बारे में कांवडिय़ों की ओर से मिली शिकायतों के बाद किए गए थे। शिकायतें मिलने पर ही पुलिस अधिकारियों ने कांवडिय़ों की चिंताओं को दूर करने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्रवाई की।
यूपी सरकार ने कहा है कि राज्य ने खाद्य विक्रेताओं के व्यापार या व्यवसाय पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है और वे अपना व्यवसाय सामान्य रूप से कर सकते हैं। मालिकों के नाम और पहचान प्रदर्शित करने की आवश्यकता पारदर्शिता सुनिश्चित करने और कांवडिय़ों के बीच किसी भी भ्रम से बचने के लिए किया गया है।
राज्य सरकार के निर्देश के अनुसार, राज्यों में सभी खाद्य दुकानों, भोजनालयों और फूड जॉइंट्स को मालिकों/प्रोपराइटरों और कर्मचारियों के नाम प्रदर्शित करने वाली नेमप्लेट लगानी होगी। ऐसा श्रावण मास में कांवड़ यात्रा करने वाले हिंदू श्रद्धालुओं की आस्था की पवित्रता को बनाए रखने के लिए किया गया।
सावन का महीना सोमवार से शुरू हो गया। इस दौरान भक्त और श्रद्धालु कांवड़ लेकर भोले शंकर को जल चढ़ाने के लिए कई किलोमीटर की यात्रा करते हैं। इसी यात्रा के दौरान कई दुकानों और ढाबों से वो खाने का सामान व अन्य चीजें खरीदते हैं। यूपी सरकार ने सबसे पहले आदेश जारी कर इन दुकानों पर मालिकों का नाम लिखने का आदेश जारी किया था, ताकि श्रद्धालु अपनी पसंद की दुकान से सामान खरीद सकें। उसके बाद ऐसा ही आदेश उत्तराखंड सरकार ने भी जारी किया।
भारी बरसात को लेकर ऑरेंज अलर्ट के चलते कल 27 जुलाई को देहरादून के स्कूलों में 01 दिन का अवकाश घोषित
सैनिकों और शहीद आश्रितों को राज्य सरकार देगी कई सुविधाएं, सीएम ने की घोषणा
देहरादून, राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज कारगिल विजय दिवस के अवसर पर गांधी पार्क, देहरादून स्थित शहीद स्मारक पर अमर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में वीर शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया।
इस दौरान शहीद आश्रितों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि ₹10 लाख से बढ़ाकर ₹50 लाख करने, वीरगति प्रमाण पत्र प्राप्त होने के उपरांत सरकारी नौकरी के लिए आवेदन की अवधि दो वर्ष से बढ़ाकर पांच वर्ष करने और शहीद आश्रितों हेतु जिलाधिकारी कार्यालय में पद न होने पर अन्य विभागों में नौकरी प्रदान करने के साथ ही सैनिक कल्याण विभाग में कार्यरत संविदा कर्मियों को उपनल कर्मियों के समतुल्य अवकाश देने की घोषणा की।
इस अवसर पर सीएम ने कहा कि हम सैनिकों एवं उनके परिजनों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारी सरकार अग्निवीरों को सरकारी नौकरी में आरक्षण देने पर भी कार्य कर रही है, जल्द ही इस निर्णय को भी लागू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कारगिल युद्ध में माँ भारती की रक्षा के लिये हमारे वीर जवानों ने पराक्रम और अदम्य साहस का परिचय दिया। भारतीय सैनिकों ने कारगिल युद्ध में जिस प्रकार की विपरीत परिस्थितियों में वीरता का परिचय देते हुए घुसपैठियों को सीमा पार खदेड़ा, उससे पूरे विश्व ने भारतीय सेना का लोहा माना। कारगिल युद्ध में देश की सीमाओं की रक्षा के लिए वीर सैनिकों के बलिदान को राष्ट्र हमेशा याद रखेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कारगिल की यह विजय गाथा भी उत्तराखंड के वीरों के बिना अधूरी है और अपने 75 सपूतों का बलिदान ये वीर भूमि कभी नहीं भुलाएगी। आज भी प्रधानमंत्री ने कारगिल वॉर मेमोरियल, लद्दाख में कारगिल विजय दिवस के अवसर पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अग्निवीरों को सरकारी सेवाओं में आरक्षण का प्रावधान किया जायेगा, इसके लिए एक्ट लाया जायेगा।
इस अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, कैबिनेट मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल, विधायक श्रीमती सविता कपूर, बृज भूषण गैरोला और निवर्तमान मेयर सुनील उनियाल गामा ने भी शहीद स्मारक पर कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम में सचिव सैनिक कल्याण दीपेंद्र चौधरी, मेजर जनरल सम्मी सबरवाल (से.नि), लेफ्टिनेंट जनरल अश्वनि कुमार (से.नि), मेजर जनरल के.एस राणा (से.नि), ब्रिगेडियर कीर्ति बहल (से.नि), ब्रिगेडियर हरीश सेट्ठी (से.नि), निदेशक सैनिक कल्याण ब्रिगेडियर अमृत लाल (से.नि), एमडी उपनल ब्रिगेडियर जे.एस. बिष्ट (से.नि), जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका, एसएसपी अजय सिंह एवं अन्य सैन्य अधिकारी, पूर्व सैनिक और शहीदों के परिवार जन उपस्थित थे।
जंगलों की आग से होने वाले प्रभाव एवं उससे निपटने के उपायों को लेकर हुई बैठक
-दून में विभिन्न जन संगठनों एवं जन आंदोलन के साथियों ने की एक दिवसीय बैठक का आयोजन
-वनों के संवर्धन और वगनाग्नि से निपटने के लिये वन भूमि जन मंच का हुआ गठन
देहरादून, उत्तराखंड़ में लगातार बढ़ रही वनाग्नि की घटनाओं को लेकर शुक्रवार को दून में विभिन्न जन संगठनों एवं जन आंदोलन के साथियों ने एक दिवसीय बैठक का आयोजन किया गया, बैठक में उत्तराखंड़ में बढ़ती जंगलों की आग से होने वाले प्रभाव एवं उससे निपटने के उपायों पर विस्तार से चर्चा की गई ।
बैठक में 2024 के दौरान लगी भीषण जंगलों की आग से मारे गए उन 11 लोगों को श्रद्धांजलि दी गई जो अलग-अलग जगह पर जंगल की आग से काल कलावित हुए ।
इस बैठक में उत्तराखंड़ भर के विभिन्न जनपदों से पहुंचे हुए तमाम जन संगठनों के प्रतिनिधि जन आंदोलन के साथी उत्तराखंड़ सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधि आदि सबने मिलकर जंगलों की आग से होने वाले पर्यावरणीय नुकसान परिस्थितिकीय नुकसान एवं सामाजिक तथा आर्थिक नुकसान को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की ।
उपस्थित प्रतिभागियों ने जंगलों की आग तथा उसके प्रभाव से निपटने के लिए सरकार के प्रयासों को न कहीं पाया तथा यह तय किया गया कि उत्तराखंड़ जो मूलत बनवासी प्रदेश है जो वनों से घिरा हुआ है, जहां की संपूर्ण ग्रामीण अर्थव्यवस्था वनों पर आधारित है और ग्रामीण जनजीवन की आजीविका का मुख्य आधार यहां के वनों की उपज है, उसको बचाए रखने के लिए तथा संवर्धन करने के लिए एक दीर्घ कालीन योजना बनाने पर सहमति बनी, सभी साथियों ने मिलकर वन भूमि जनमंच का गठन किया।
यह मंच आने वाले दिनों में पूरे प्रदेश में वनों पर आधारित जीवन जीने वाले ग्रामीण तथा जनजातियों से संवाद करेगा और एक प्रदेश स्तर की सहमति बनाएगा कि सरकार को उत्तराखंड़ के लिए एक अलग से वन नीति का निर्माण करना चाहिए । जो वन नीति, बदलते मौसम में मौसम परिवर्तन तथा ग्लोबल वार्मिंग के समय में वनों पर आधारित लोगों की आजीविका उनका जीवन तथा उनके सामाजिक सांस्कृतिक अधिकारों की रक्षा कर सके।
साथ ही वनों पर निर्भर पशु नदियों वृक्षों एवं तमाम गैर मानवीय जनजीवन की सुरक्षा तथा संवर्धन किया जा सके ।इसको लेकर आगामी दिनों में एक प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम तय किया गया है जिसमें प्रदेश के समस्त जिलों में एक वृहद संवाद कार्यक्रम तथा 1 दिसंबर से 15 दिसंबर के बीच कौसानी में प्रदेश स्तरीय एक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। जिसमें वन अग्नि एवं वन अधिकारों को लेकर व्यापक स्तर पर चर्चा और संवाद कर एक ठोस रणनीति तैयार करने का निर्णय लिया जायेगा ।
इस बैठक में वरिष्ठ पर्यावरणविद् रवि चोपड़ा, विनीत शाह, अजय जोशी, रेनू ठाकुर, पर्यावरणविद् द्वारिका प्रसाद सेमवाल, नंदनी आर्य, हीरा जनपंगी, मुन्नी बिष्ट, ईशान अग्रवाल, अमरेंद्र बिष्ट, अनिल मैठाणी, अरुण सरकार, भुवन पाठक, देवांश बलूनी, कृष समेत कई साथियों ने भागीदारी की।
कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के गांवों को शहीद धाम का दर्जा देने की मांग
देहरादून, कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के गांवों को शहीद धाम का दर्जा देकर उत्तराखंड़ में भावी पीढ़ियों में देशभक्ति के जज्बे की लौ जलाए रखने की मांग संयुक्त नागरिक संगठन ने की है, गांधी पार्क स्थित कारगिल युद्ध स्मारक पर आयोजित श्रद्धासुमन कार्यक्रम में पूर्व सैन्य अधिकारियों, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों, सेवानिवृत्त राज्य सरकार के अधिकारियों, दून बुद्धिस्ट सोसाइटी की तिब्बती बहिनो और राज्य आंदोलनकारियों ने शहीदों के सम्मान में पुष्पांजलि अर्पित करते हुए 2 मिनट मौन रखकर श्रद्धांजली दी।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि युद्ध में तिरंगे में लिपट कर आए जवानों के गांवों को शहीदधाम का दर्जा देकर उत्तराखंड़ सरकार उनके परिवारों की कठिनाइयों को दूर करने के साथ हर माह उनके परिवार से मुलाकात करने हेतु स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए। इस मौके पर वरिष्ठजनों का कहना था कि शहीदों के परिवारों के प्रति सम्मान और सहयोग की भावना को धरातल पर उतारे जाने की जरूरत है केवल औपचारिक भाषणों से इनका भला नही होगा।
इस अवसर पर लै.कर्नल विक्रम सिंह थापा, ब्रिगेडियर केजीबहल, लै.कर्नल बीएम थापा, डा. ब्रजमोहन शर्मा, जीएस जस्सल, मधु त्यागी, परमजीत कक्कड़, खुशबीर सिंह, प्रदीप कुकरेती, रुचि त्यागी, प्रकाश नागिया,अवधेश शर्मा,सुशील त्यागी, जगदीश बावला, ओमप्रकाश उनियाल, लेफ्टिनेंट कर्नल जीएस गंभीर, आशा टम्टा, अमर सिंह धुन्ता, सुशील सैनी, जयपाल सिंह, मोहन खत्री, सत्य प्रकाश चौहान, गिरीशचंद्र भट्ट, चौ.चंद्रपाल सिंह, जसमीतकौर जस्सल तथा तिब्बती वूमेन फेडरेशन की महिलाएं भी शामिल थी।
मनबीर कौर चैरिटेबल ट्रस्ट और आगाज़ फैडरेशन ने चलाया औषधीय पादप बीज बम अभियान
देहरादून, मनबीर कौर चैरिटेबल ट्रस्ट और आगाज़ फैडरेशन द्वारा संयुक्त रूप से जनपद देहरादून में औषधीय पादप बीज बम अभियान चलाया गया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत वर्तमान तक प्रेमनगर, झाझरा, मालदेवता, रायपुर में सौंग नदी के किनारे 4000 बीज बम प्रत्यारोपित/फेंके गये। यही नहीं कार्यक्रम के अंतर्गत 150 छायादार, सजावटी और औषधीय पौधे भी रोपे गये।
संस्थाओं द्वारा तुनवाला, रानीपोखरी, थानो और शंकरपुर क्षेत्र में किसानों को 1500 डाबर इंडिया/जीवन्ती वेलफेयर एण्ड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा 1500 से अधिक वरूणा, कुटज, कचनार के पौधे भी बांटे गये।
इस कार्यक्रम में यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम के 10 छात्र-छात्राओं के साथ-साथ नवग्रह /शनिधाम मंदिर के आचार्य सुशांत राज जी, मनबीर कौर चैरिटेबल ट्रस्ट की अध्यक्ष रमनप्रीत कौर, मिन्नी चावला, विनोद रावत, वंदना बिष्ट, अंजु भर्तरि, रूक्मणी, कृष्ण जी, बाबू राम शर्मा, अक्षत बंसल, आशीष कुमार, सुमन अवि, हर्ष, पूनम, इंद्रेश, अर्जुन, जान्ह्वी, ध्रुव, प्रखर, वंशिका, अक्षिता, शैफाली, आयुष मैठाणी, देवांग आदि शामिल रहे। यह कार्यक्रम पिछले दो सप्ताह से चल रहा है और आगे भी जारी रहेगा।
राज्य स्वास्थ्य विभाग में हुये तबाड़तोड़ तबादले, जारी हुई अधिकारियों की सूची
देहरादून, उत्तराखंड़ शासन ने 21 स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के तबादला आदेश जारी कर दिए है।। सचिव स्वास्थ्य आर राजेश कुमार के आदेश जारी कर बताया कि सभी अधिकारियों को तत्काल नवीन तैनाती स्थल पर ज्वाइन करने के निर्देश दिए गए है।।
इन अधिकारियों का हुआ तबादला :
-डॉक्टर चंद्रप्रकाश त्रिपाठी को जिला चिकित्सालय हरिद्वार से प्रभारी निदेशक स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय,
-भागेंद्र सिंह रावत प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी उत्तरकाशी से मुख्य चिकित्सा अधिकारी उत्तरकाशी,
-हरिश्चंद्र मार्तोलिया मुख्य चिकित्सा अधिकारी रुद्रप्रयाग से स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय उत्तराखंड,
-राजकेश पांडे उप जिला चिकित्सालय रुड़की से मुख्य चिकित्सा अधिकारी चमोली,
-विजय सिंह उप जिला चिकित्सालय विकास नगर देहरादून से मुख्य चिकित्सा अधिकारी रुद्रप्रयाग,
-तरुण कुमार टम्टा स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय उत्तराखंड से प्रमुख अधीक्षक बीडी पांडे जिला चिकित्सालय नैनीताल,
-कमलेश कुमार पांडे उप जिला चिकित्सालय हल्द्वानी से प्रमुख अधीक्षक उप जिला चिकित्सालय हल्द्वानी,
-राजीव सिंह पाल संभागीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण प्रशिक्षण केंद्र चंदननगर से मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय देहरादून,
-प्रेम पोखरियाल जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी से प्रमुख अधीक्षक जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी,
-अनुराग धनिक जिला चिकित्सालय देहरादून से प्रमुख अधीक्षक जिला चिकित्सालय गोपेश्वर चमोली,
-सुनीता चुफाल निदेशक स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय से संभागीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण प्रशिक्षण केंद्र चंदननगर,
-केके अग्रवाल मुख्य चिकित्सा अधिकारी चंपावत से मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय रुद्रपुर,
-देवेश चौहान अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी से प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी चंपावत,
-कुमार आदित्य प्रभारी प्रमुख चिकित्सा जिला चिकित्सालय पौड़ी से प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी बागेश्वर,
-हरीश पंत उप जिला चिकित्सालय काशीपुर से प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी नैनीताल,
-मनु जैन प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी टिहरी से प्रभारी निदेशक एनएचएम,
-श्याम विजय संयुक्त निदेशक मुख्यालय से प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी टिहरी,
-दीपा रुवाली अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी टिहरी से प्रभारी प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय टिहरी,
-मनीष दत्त प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी, हरिद्वार से मुख्य परामर्शदाता जिला चिकित्सालय हरिद्वार,
-आरके सिंह अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिद्वार से प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिद्वार,
-विजयेश भारद्वाज प्रमुख अधीक्षक उप जिला चिकित्सालय कोटद्वार से प्रभारी प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय हरिद्वार,
बेरोजगारी एवं पलायन की समस्या उद्यमिता कौशलों में दक्ष बनने दूर होगी – मनवानी
देहरादून, 21वीं सदी में युवाओं का रुझान खुद का व्यवसाय शुरू करने की और ज्यादा देखा जाने लगा है। युवा अब उद्यमिता के क्षेत्र में अपना करियर बनाकर स्वरोजगार की ओर अग्रसर हो रहे हैं। वे अब अपने पैरों पर खड़े होना चाहते हैं। राज्य में बेरोजगारी एवं पलायन की समस्या दूर करने, छात्रों को उद्यमिता कौशलों में दक्ष बनाने और उन्हें उद्यमिता के क्षेत्र में अपना करियर बनाने के लिए प्रेरित करने के लिए उत्तराखण्ड के राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान एवं उद्यम लर्निंग फाउंडेशन ने विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों हेतु कौशलम् एक्स्पो का आयोजन किया है, जिसका उद्देश्य छात्रों में उद्यमिता की मानसिकता को विकसित करना है। एक्स्पो में प्रदेश के विभिन्न विद्यालयों से आए हुए छात्रों ने अपने नवाचारी आइडिया एवं उत्पादों का प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर श्री हरीश मनवानी, निदेशक, उद्यम लर्निंग फाउंडेशन ने कहा,”हमने 2020 में महज 10 स्कूलों से यह कार्यक्रम शुरू किया था, जिसमे अब 2200 से अधिक स्कूलों शामिल हो चुके हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से 9वीं से 12वीं कक्षा के 3 लाख से अधिक छात्रों द्वारा मिली सराहना को देखते हुए हमने अपने पाठ्यक्रम को बेहतर बनाने के लिए इसमें बदलाव किए हैं।”
कौशलम कार्यक्रम के बारे में बात करते हुए, अनीता कुमार, हेड- अमेज़ॅन कम्युनिटी इम्पैक्ट, भारत और एपेक, ने कहा, “भारत में उद्यमशीलता संस्कृति को मजबूत करने के संयुक्त मिशन में उत्तराखंड में आयोजित कौशलम कार्यक्रम पर उद्यम लर्निंग फाउंडेशन के साथ साझेदारी करना गर्व की बात है। अमेज़ॅन में, हम पूरे भारत में युवाओं की उद्यमशीलता की भावना को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
इस अवसर पर ममता नेगी चौहान सहायक निदेशक, सेवायोजन ने छात्रों को उद्यमिता के क्षेत्र नवीन उद्यमियों की सहायता हेतु सरकार द्वारा चलाई जाने वाले विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया। कार्यक्रम का संचालन कौशलम् कार्यक्रम के राज्य समन्वयक श्री राजेश खत्री ने किया। कार्यक्रम में श्रीमती आशा रानी पैन्यूली, संयुक्त निदेशक एस सी ई आर टी, श्रीमती कंचन देवराड़ी संयुक्त निदेशक एस सी ई आर टी, डॉ कृष्णानंद बिजलवाण, सहायक निदेशक एस सी ई आर टी एवं उद्यम लर्निंग फाउंडेशन सदस्य मौजूद थे।