Wednesday, April 30, 2025
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बदरीनाथ धाम में श्री नर-नारायण जयंती 9 अगस्त से होगी शुरू, 10 अगस्त को होगा समापन

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बदरीनाथ, श्री बदरीनाथ धाम में भगवान नर- नारायण जी की जयंती श्रावण शुक्ल पंचमी शुक्रवार 9 अगस्त तथा शनिवार 10 अगस्त को मनायी जायेगी।
श्री बदरीनाथ -केदारनाथ मंदिर समिति मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि भगवान नर-नारायण जी के जन्म उत्सव के अवसर पर पहले दिन 9 अगस्त को श्री बदरीनाथ मंदिर में बाल भोग के पश्चात भगवान नर-नारायण जी की विग्रह डोली माता मूर्ति मंदिर पहुंचेगी। अभिषेक पूजा-अर्चना पश्चात देव डोली वापस श्री बदरीनाथ मंदिर पहुंचेगी। मान्यता है कि भगवान विष्णु के अवतार नर-नारायण ने श्री बदरीनाथ धाम में तपस्या की तथा सहस्रकवच दैत्य के अत्याचार से मुक्त किया।
शनिवार 10 अगस्त को भगवान नर- नारायण भगवान की विग्रह मूर्तियां बदरीविशाल के जन्मस्थल‌ लीला ढुंगी पहुंचेंगी जहां धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल तथा वेदपाठी रविंद्र भट्ट एवं पुजारी सुशील डिमरी भगवान नर-नारायण का अभिषेक संपन्न करेंगे। इसके पश्चात भगवान नर-नारायण श्री बदरीनाथ धाम का भ्रमण करेंगे।
इसके पश्चात भगवान नर-नारायण बदरीनाथ मंदिर परिसर में वापस विराजमान हो जायेंगे। इसी के साथ ही श्री नर-नारायण जयंती का समापन हो जायेगा। इस अवसर पर मंदिर समिति पदाधिकारी, अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहेंगे।

धामी के नेतृत्व में चले शानदार रेस्क्यू अभियान से बच गयी हजारों जिंदगियां : विनोद चमोली

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देहरादून, भाजपा ने आपदा में हजारों लोगों की जान बचाने के लिए मुख्यमंत्री धामी समेत सभी रेस्क्यू ऐजेंसियों का आभार व्यक्त किया है। पार्टी के वरिष्ठ विधायक विनोद चमोली ने विश्वास जताया कि शीघ्र ही जनता के सहयोग से हम चार धाम यात्रा को पुनः शुरू करने में सफल होंगे।

उन्होंने कहा, देश इन दिनों चारों और आपदा का दंश झेल रहा और देवभूमि भी इससे अछूती नहीं है। लेकिन सीएम पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में राज्य में चलाए गए शानदार बचाव अभियान का नतीजा है कि हम 16 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित निकालने में कामयाब हुए हैं। इसे संभव करने में पुलिस प्रशासन एवं आपदा से जुड़ी एजेंसियों ने एकजुट होकर रात दिन काम किया है। साथ ही स्थानीय लोगों एवं विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के अभियान में दिए सहयोग ने इस संकट से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ।

चमोली ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता आपदा में फंसे लोगों को बचाने की थी और अब प्राथमिकता, चार धाम यात्रा को दोबारा शीघ्र शुरू करने की है । जिसको लेकर मुख्यमंत्री ने गंभीरता दिखाते हुए अधिकारियों को शीघ्र यात्रा शुरू करने के निर्देश दिए हैं। यही वजह है कि 25 फीसदी की छूट के साथ हेलीकॉप्टर सेवा का शुरू होना हम सब लोगों के लिए उत्साहवर्धन करने वाला है।

पैदल यात्रा पुनः शुरू करना सबसे बड़ी चुनौती है, क्योंकि लगभग 75 फीसदी से अधिक मार्ग क्षतिग्रस्त है। इस चुनौती को स्वीकार करते हुए उन्होंने सर्वश्रेष्ठ तकनीक और श्रम का इस्तेमाल करते हुए यात्रा शुरू करने का लक्ष्य एक सप्ताह निर्धारित किया है। उन्होंने भरोसा जताया कि तय समय में एक बार पुनः श्रद्धालुओं के लिए यात्रा सुगम हो जाएगी जो प्रदेश में आर्थिकी को बढ़ाने में मददगार होगी।

उन्होंने कहा कि हम सब आपदा संकट से निपटने में सफल हुए हैं और अब समय उससे उबरने का है। लिहाजा उनके नेताओं को राजनैतिक लाभ के लिए होने वाली बयानबाजियों से बचते हुए, रचनात्मक सहयोग देना चाहिए।

 

रोपित पौधों की देखभाल करना हमारी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है : सौरभ बहुगुणा

श्रीनगर (पौड़ी), प्रदेश के पशुपालन, दुग्ध विकास, मत्स्य पालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने जनपद पौड़ी में अंतर्गत एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम के तहत श्रीनगर के श्रीयंत्र टापू, पौड़ी के तल्ली भिताई शहीद कुलदीप रावत के स्मृति वन व रांसी स्टेडियम के समीप विभिन्न प्रजाति के पौधों का रोपण किया। साथ ही उन्होंने कलेक्ट्रेट पौड़ी के समीप अपने दादा जी स्व. हेमवती नंदन बहुगुणा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।
मंत्री ने कहा कि एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम के तहत पूरे देशभर में विभिन्न प्रजाति के पौधों का रोपण किया जा रहा है। कहा कि पौधे लगाना बेहद जरूरी है, जससे भविष्य में अच्छे परिणाम देखने को मिल सकेंगे। कहा कि पेड़ हवा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए कई अलग-अलग तरीकों से काम करते हैं। वायु प्रदूषकों को हटाना और ओजोन के निर्माण को कम करना, कुछ ऐसे तरीके हैं जिनसे पेड़ वातावरण की स्थिति को बेहतर बनाते हैं।
मंत्री ने कहा कि हमें प्रकृति और पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारियों की याद दिलाता है। हमने आज जो पौधे रोपे हैं, उनकी देखभाल करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। पौधों की सही देखभाल और संरक्षण से ही हम अपने पर्यावरण को हरा-भरा और स्वस्थ बना सकते हैं। कहा कि देवभूमि उत्तराखंड अपने धर्म, अध्यात्म और संस्कृति के लिए विख्यात है। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य और जैव विविधता आकर्षण को आकर्षित करती है। इसलिए, पर्यावरण संरक्षण के प्रति हमारी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है।
मंत्री ने श्रीनगर के श्रीयंत्र टापू में आम, पौड़ी के भिताई तल्ली शहीद कुलदीप रावत स्मृति वन में अमरुद व रांसी स्टेडियम के समीप देवदार पौधों का रोपण किया। उन्होंने सभी लोगों को अधिक से अधिक संख्या में पौध रोपण करने की अपील की है।
इस मौके पर स्थानीय विधायक राजकुमार पोरी, डीएफओ सिविल एवं सोयम शिशुपाल सिंह रावत, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ. देवेंद्र सिंह बिष्ट, मत्स्य अधिकारी अभिषेक मिश्रा, एसडीओ वन विभाग लक्की शाह, रेंजर भूपेंद्र रावत, सहित अन्य अधिकारी व कार्मिक उपस्थित थे।

 

स्वतंत्रता दिवस पर हर घर तिरंगा अभियान को लेकर भाजपा महानगर ने आयोजित की बैठक

देहरादून,15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में भाजपा महानगर द्वारा एक विशेष बैठक आयोजित की गई, जिसमें हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाने पर चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए भाजपा महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और कार्यक्रम की रूपरेखा साझा की।
सिद्धार्थ अग्रवाल ने कहा कि इस वर्ष भी स्वतंत्रता दिवस को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाते हुए हर घर तिरंगा लहराना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे प्रत्येक मंडल के नेतृत्व में अपने-अपने क्षेत्रों में तिरंगा फहराने की तैयारी करें |
बैठक में मुख्य वक्ता के रूप में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. शैलेंद्र बिष्ट ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि ‘हर घर तिरंगा कार्यक्रम का महत्व अत्यधिक है। भाजपा कार्यकर्ता हमेशा राष्ट्र को प्राथमिकता देते हैं।’ उन्होंने बताया कि 11 से 14 अगस्त तक युवा मोर्चा द्वारा तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी और 12 से 14 अगस्त तक महापुरुषों की प्रतिमाओं के समक्ष स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा।
सभी उपस्थित नेताओं ने स्वतंत्रता दिवस के इस अभियान को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं दी और कहा कि हर घर तिरंगा फहराना हम सबकी जिम्मेदारी है।
इस बैठक में दर्जाधारी मंत्री डॉ. देवेंद्र भसीन, विधायक खजान दास, विधायक उमेश शर्मा, निवर्तमान मेयर सुनील उनियाल, और कई अन्य नेता एवं सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे। बैठक में उपस्थित सभी ने मिलकर हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाने का संकल्प लिया।

सामाजिक दायित्वों को हमेशा सर्वोपरी मान कर कार्य कर रही है संस्कार शाखा : प्रमिला दत्ता

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-महिलाओं तीज महोत्सव पर गाये देश भक्ति के गीत, रंगबिरंगी वेषभूषा में किये नृत्य

-आत्मनिर्भर बनाने हेतु संस्कार शाखा ने महिलाओं को वितरित की सिलाई मशीन

 

हरिद्वार, भारत विकास परिषद की शाखा संस्कार ने ज्वालापुर स्थित एक होटल में हरियाली तीज महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अध्यक्ष प्रमिला दत्ता, सचिव शोभना पालीवाल, काषोध्यक्ष नीलम तोमर, महिला संयोजिका आंचल लूथरा ने संयुक्त रूप दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम में शाखा की महिलाओं द्वारा सांस्कृतिक एवं मेंहदी प्रतियोगिता में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।महिलाओं ने अलग-अलग सांस्कृतिक वेषभूषा में देश भक्ति पर आधारित नृत्य किया।
इस अवसर पर शाखा अध्यक्ष प्रमिला दत्ता ने कहा कि भारत में वर्ष भर अनेक त्यौहार मनाये जाते है जिसमें से हरियाली तीज का विशेष महत्व है। तीज का त्यौहार प्रत्येक श्रावण माह के शुल्क पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। तीज का त्यौहार राजस्थान, हरियाणा समेत कई राज्यों में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि जो सुहागन महिलाएं सोलह श्रृंगार करके शिव -पार्वती की पूजा करती हैं, उनका सुहाग लम्बी अवधि तक बना रहता है, साथ ही देवी पार्वती के कहने पर भागवान श‌िव ने आशीर्वाद दिया कि जो भी कुंवारी कन्या इस व्रत को रखेगी और शिव पार्वती की पूजा करेगी उनके विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होंगी साथ ही योग्य वर मिलेगा।
उन्होंने कहा कि भारत विकास परिषद की शाखा संस्कार अपने सामाजिक दायित्वों को हमेशा सर्वोपरी मान कर कार्य कर रही है, क्योंकि यह त्योहार महिलाओं के लिए विशेष महत्त्व रखता है इसीलिऐ आज के दिन हमारी शाखा ने अपनी गरीबी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक नई पहल करते हुए पांच सिलाई मशीन निशुल्क वितरित की हैं। सिलाई मशीन परवेश, किरन, उर्मिला, सुनीता और आशा को दी गई।
इस मौके पर एपीएस तोमर, विजय सेठी, रामेन्द्र कुमार दत्ता एडवोकेट, विजेन्द्र पालीवाल, एनके गुप्ता, एसके गर्ग, राज कुमार छाबड़ा, अश्विनी मित्तल, एडवोकेट कुशलपाल सिंह चौहान, जिला समन्वयक, और अमित कुमार गुप्ता जिला सह समन्वयक ने संस्कार शाखा के सभी सदस्यों को इस कार्य के लिए बधाई देते हैं कहा कि आपकी शाखा अपने सामाजिक दायित्वों को बखूबी निभाया रही है।

 

उत्तराखण्ड़ राज्य आंदोलनकारी मंच क्रांति दिवस पर देगा धरना

देहरादून, उत्तराखण्ड़ राज्य आंदोलनकारी मंच के प्रदेश प्रवक्ता व जिला अध्यक्ष ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेशवासियों की मांग के बाद भी आज तक सशक्त भू कानून व मूल निवास की प्रक्रिया प्रारम्भ नहीं की गयी और ना ही लोकायुक्त लागू किया गया।इसलिये क्रांति दिवस 9 अगस्त को प दीनदयाल पार्क में सशक्त भू–कानून एवं मूल निवास के साथ ही लोकायुक्त लागू कराने की मांग को लेकर धरना दिया जायेगा।
प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती ने बयान जारी करते हुये सभी राज्य आंदोलनकारियों के साथ सामाजिक संस्थाओं व संगठनों को प्रदेश हित में आवाज उठाने वाले इस धरने में प्रतिभाग करने की अपील की हैं।
बता दें कि गत वर्ष क्रांति दिवस पर उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा इसी मांग को लेकर भारी जनसमूह के साथ मुख्यमन्त्री आवास कूच किया था, लेकिन मुख्यमन्त्री ने कमेटी गठित होने की बात कह कर जल्द लागू कराने की घोषणा की थी , लेकिन वह आज भी लागू नहीं

हिमालय बचाओं, वर्ना सीमा सील बंद, मुनस्यारी के जिपंस मर्तोलिया ने दी जनता की धमकी

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“बलाती फॉर्म से सेना को करे शिफ्ट, पानी के जलस्रोत तथा जैव विविधता को बचाने के लिए बनाओं ट्रीटमेंट प्लान”

देहरादून, चीन सीमा से लगे मुनस्यारी क्षेत्र की समस्याओं को लेकर 620 किलोमीटर दूर देहरादून पहुंचे प्रतिनिधि मंडल ने जिपंस मर्तोलिया के नेतृत्व में बुधवार को प्रमुख वन संरक्षक जयंत मोहन से मुलाकात की गई।
प्रतिनिधि मंडल ने मुनस्यारी के खालिया टॉप तथा बलाती फॉर्म को बचाने के लिए दूरगामी ट्रीटमेंट प्लान बनाने के साथ-साथ बलाती फार्म से भारतीय सेना को शिफ्ट करने की मांग भी उठाई। उन्होंने कहा कि अपने हिमालय को बचाने के लिए अभी हम बातचीत कर रहे है कल जनता के सहयोग से लोकतांत्रिक ढंग से “सीमा सील बंद” जैसा आंदोलन भी करेंगे। कहा कि हम अपने हिमालय से बहुत प्यार करते है।उसको बचाने के लिए कुछ भी कर सकते है?
प्रतिनिधिमंडल ने उत्तराखंड के पूर्व वन संरक्षक डॉक्टर भगत सिंह बरफाल द्वारा किए गए अध्ययन तथा संस्तुतियों पर आधारित किताब भी प्रमुख वन संरक्षक को भेंट की।
चीन सीमा से लगे पिथौरागढ़ जनपद के मुनस्यारी के जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया के नेतृत्व में देहरादून पहुंचे शिष्टमंडल मंडल ने मुख्य वन संरक्षक डा.धन्नजय मोहन से मुलाकात कर उन्हें मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के पत्र की याद दिलाई।
उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव में 50 ग्राम पंचायतों ने जिन मुद्दों पर चुनाव बहिष्कार की घोषणा की थी। जिलाधिकारी रीना जोशी ने जिला निर्वाचन अधिकारी की हैसियत से इन मामलों को मुख्य सचिव को भेज दिया था। मुख्य सचिव द्वारा अग्रेत्तर कार्रवाई के लिए प्रमुख वन संरक्षक को यह पत्रावली भेजी भेजी गई थी, आगे की कार्रवाई समय बंद हो इसके लिए आज सिस्टम मंडल ने प्रमुख वन संरक्षक से विस्तार से बातचीत की।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने बताया कि विकासखंड मुनस्यारी के 50 ग्राम पंचायतों के पीने का पानी का भंडार खालिया टॉप तथा बलाती फॉर्म है। इस क्षेत्र में मानव हस्तक्षेप बढ़ने के कारण पेयजल स्रोतों में पानी कम हो रहा है, वर्ष1999 से स्थानीय जन प्रतिनिधियों के विरोध के बाद भी बलाती फॉर्म में भारतीय सेना लगातार अपना विस्तार कर रही है। भारतीय सेना को इस संवेदनशील क्षेत्र से शिफ्ट किए जाने की मांग की जा रही है। शिफ्टिंग के लिए भूमि चयन के लिए स्थानीय जनता तथा जनप्रतिनिधि भारतीय सेना को सहयोग करने के लिए तत्पर है।
उन्होंने बताया कि खलिया टॉप तथा बलाती फॉर्म का क्षेत्र इस हिमालय क्षेत्र के लिए भेद महत्वपूर्ण है।
50 वर्षों में इस क्षेत्र में हुए प्राकृतिक जल स्रोत तथा जैव विविधता को हुए नुकसान के मूल्यांकन के लिए पंडित गोविंद बल्लभ पंत पर्यावरण संस्थान अल्मोड़ा ,वाडिया इंस्टीट्यूट देहरादून, वन अनुसंधान संस्थान (एफ.आर. आई.) देहरादून सहित इस क्षेत्र में कार्य तथा राज्य का अनुभव रखने वाली एक गैर सरकारी संगठन के वैज्ञानिकों की टीम बनाकर एक समय सीमा के भीतर क्षेत्र में हुए नुकसान का आंकलन किया जाना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि वन विभाग की अनुमति के बगैर खालिया टॉप के निकट कुमाऊं मंडल विकास निगम ने बंबू हट की जगह हिमालय को खुर्द बुर्द कर गेस्ट हाउस बना दिया है। इस पर 2011 से निगम के ऊपर कार्यवाही लंबित है, जिस पर से छाये काले बादल हटाने की मांग की है।
उन्होंने बताया कि बलाती फॉर्म तथा खलिया टॉप क्षेत्र में मानव हस्तक्षेप के बढ़ने के कारण 8 स्थानों पर भारी भू-स्खलन, 16 पर आंशिक तथा अनगिनत स्थानों पर पहाड टूट रहा है। उन्होंने कहा कि भू-स्खलन के घटनाक्रम इस तरह से बढ़ता रहा तो मुनस्यारी टाउन सहित 50 ग्राम पंचायतों के लिए भविष्य में गंभीर खतरे का संकेत है।
उन्होंने इसकी उच्च स्तरीय भूगर्भीय मूल्यांकन करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र से निकलने वाले पानी के जलस्रोत प्रदूषित हो गए है। इसका भी मूल्यांकन किया जाना आवश्यक है।
शिष्टमंडल द्वारा उत्तराखंड के पूर्व प्रमुख संरक्षक डॉ. भगत सिंह बरफाल द्वारा इस क्षेत्र के भूगर्भीय जल स्रोतों को संरक्षित किए जाने के लिए किए गए अध्ययन तथा संस्तुतियों पर आधारित किताब वर्तमान प्रमुख वन संरक्षक को भेंट किया गया।आशा जताई गयी है कि डॉक्टर बरफाल के संस्तुतियों के आधार पर ट्रीटमेंट के लिए वन विभाग को इस समयबद्ध प्लान बनायेगा।
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के एक वन पंचायत सरमोली जैती में भारी वित्तीय अनियमितताएं की गई है।
वन पंचायत क्षेत्र को नुकसान पहुंचाया गया है। डेढ़ वर्ष से इसकी जांच को लंबित रखा गया है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों द्वारा उठाए गए जांच के बिन्दुओं पर ठोस तथा अंतरिम कार्रवाई की मांग की।
प्रमुख वन संरक्षक डॉक्टर जयंत मोहन ने कहा कि शिष्टमंडल द्वारा उठाए गए संवेदनशील एवं गंभीर मुद्दों पर वन विभाग गंभीरता से विचार करते हुए कार्रवाई करेगा।

विनेश फोगाट 100 ग्राम वजन अधिक होने के कारण ओलंपिक से बाहर, नहीं मिलेगा कोई पदक, हालत बिगड़ी, चिकित्सालय में भर्ती

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पेरिस, ओलंपिक से भारतीयों के लिये बुरी खबर आयी है, देश की रेसलर बेटी विनेश फोगाट निश्चित कैटेगरी में ज्यादा वजन होने की वजह से पेरिस ओलिंपिक से बाहर हो गई है। विनेश 50 किग्रा की कैटेगरी में खेलती हैं। बुधवार को उनका वजन करीब 100 ग्राम ज्यादा मिला। इसके बाद उन्हें ओलिंपिक महिला कुश्ती से अयोग्य घोषित कर दिया गया। इसके बाद विनेश की तबीयत बिगड़ गई, उन्हें चिकित्सालय में भर्ती कराना पड़ा। अब उनके चाचा महावीर फोगाट ने उनका हौसला बढ़ाते हुए कहा है कि वह एक न एक दिन देश को स्वर्ण अवश्य दिलाएंगी।
भारतीय ओलिंपिक संघ ने विनेश के अयोग्य घोषित होने की पुष्टि कर दी है। वे बुधवार रात होने वाला 50 किग्रा कैटेगरी की विमेंस रेसलिंग का फाइनल नहीं खेल सकेंगी।
उन्हें कोई मेडल भी नहीं मिलेगा। सबसे मुश्किल बात यह है कि इस फैसले के खिलाफ अपील भी नहीं की जा सकती। विनेश पहली बार 50 किग्रा कैटेगरी में खेल रही थीं। इससे पहले वे 53 किग्रा में खेलती थीं।
इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) ने कहा- बेहद खेदजनक है कि विनेश फोगाट को ज्यादा वजन के कारण महिला कुश्ती के 50 किग्रा कैटेगरी में अयोग्य घोषित कर दिया गया है। रातभर की कोशिशों के बावजूद सुबह उनका वजन 50 किग्रा से कुछ ग्राम अधिक पाया गया।
भारतीय दल की तरफ से इस बारे में फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की जाएगी। विनेश की निजता का सम्मान करने का अनुरोध है। हम आने वाली प्रतियोगिताओं पर फोकस करना चाहेंगे। विनेश मंगलवार को 3 मुकाबले जीतकर 50किग्रा रेसलिंग ओलिंपिक में फाइनल में पहुंचने वालीं पहली भारतीय महिला रेसलर बनी थीं।
सेमीफाइनल में उन्होंने क्यूबा की पहलवान गुजमान लोपेजी को, क्वार्टरफाइनल में यूक्रेन की ओकसाना लिवाच और प्री-क्वार्टरफाइनल में वर्ल्ड चैंपियन जापान की युई सुसाकी को 3-2 से मात दी थी। उन्हें बुधवार रात करीब 10 बजे गोल्ड मेडल के लिए अमेरिकी रेसलर सारा एन हिल्डरब्रांट से मुकाबला करना था।

आर्थिक कारणों से कोई भी आपदा प्रभावित बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा

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-महिलाओं को वितरित की डेढ़ सौ साड़ियां और तोलिया, 60 स्कूली बच्चों को दी गर्म स्वेटर

-राहत सामग्री के साथ आपदाग्रस्त क्षेत्र बूढ़ाकेदार पहुँची मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति की टीम

-सहयोग के लिए धाद संस्था, समूण फाउंडेशन, पहाड़ी स्वाभिमान सेना, देवभूमि युवा संगठन, राष्ट्रीय जनता पॉवर का जताया आभार

टिहरी, मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति की टीम ने टिहरी जनपद के आपदाग्रस्त क्षेत्र बूढ़ाकेदार में आपदा प्रभावितों से मुलाकात कर उनका दुःख-दर्द जाना। साथ ही उन्हें राहत सामग्री वितरित की।

टिहरी जनपद के बूढ़ाकेदार क्षेत्र के तिनगढ़, तोली सहित अन्य स्थानों पर आपदा से लोग प्रभावित हैं। आपदाग्रस्त क्षेत्र के करीब डेढ़ सौ परिवारों ने अपने घर छोड़ दिये हैं। ये सभी परिवार राजकीय इंटर कॉलेज में बनाये गए राहत शिविर में रहने को मजबूर हैं।
मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी की अगुवाई में पहुँची टीम ने आपदा प्रभावितों से बातचीत कर उनका दुःख-दर्द जाना। हरेक पीड़ित अपने सुरक्षित भविष्य को लेकर चिंतित दिखाई दिया। बेघर हो चुके प्रभावितों के सामने पुनर्वास/विस्थापन की चिंता है। इस पर सरकार को तेजी से काम करने की आवश्यकता है। सरकार को जल्द सुरक्षित स्थान पर जमीन चिन्हित कर इन सभी प्रभावितों का पुनर्वास करना चाहिए।
मूल निवास भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति की टीम ने धाद संस्था की ओर से प्राप्त 150 साड़ियों और तौलिया को महिलाओं को वितरित किया। साथ ही समून संस्था की ओर से प्राप्त 60 बच्चों के गर्म स्वेटर बच्चों को दिए गए। पहाड़ी स्वाभिमान सेना की ओर से प्राप्त दवाइयां, फर्स्टएड, दैनिक उपयोग की वस्तुएं और देवभूमि युवा संगठन की ओर से प्राप्त राशन और अन्य जरूरत का सामान बांटा गया।
समिति की ओर से प्रभावितों को भरोसा दिलाया कि आगे भी जितना संभव हो, प्रभावित परिवारों की मदद करेंगे। हम भविष्य में आपदा प्रभावित बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए काम करेंगे। आर्थिक कारणों से कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा। यह हमारा वादा है।
इस सहयोग के लिए समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने विशेष तौर पर धाद संस्था के सचिव तन्मय ममगाई, समून फाउंडेशन के संस्थापक विनोद जेठूडी, पहाड़ी स्वाभिमान सेना के समन्वय पंकज उनियाल, प्रशांत कांडपाल, देवभूमि युवा संगठन के अध्यक्ष आशीष नौटियाल, बृजेश चंद्र, राष्ट्रीय जनता पॉवर के संस्थापक सुरेंद्र सिंह नेगी, समाजसेवी वंदना रावत, स्वतंत्र पत्रकार मेघा जी, कीर्ति रावत का धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही उन्होंने स्थानीय स्तर पर सहयोग हेतु प्राथमिक शिक्षक संगठन के जिलाध्यक्ष चंद्रवीर नेगी, ब्लॉक अध्यक्ष महावीर धनियाल, शिक्षक राधाकृष्ण सेमवाल और स्थानीय पत्रकार शैलेन्द्र रावत का आभार जताया।

कॉरिडोर मामले पर राजनीति बंद करें कांग्रेसी,पहले यह बताएं 60 वर्षों में हरिद्वार के लिए कांग्रेस ने क्या विकास कार्य किया, भाजपा पर आरोप लगाने वाले पहले अपने गिरेबान में झांके:विकास तिवारी

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हरिद्वार (कुलभूषण ) भारतीय जनता पार्टी विधानसभा हरिद्वार की बैठक खड़खड़ी स्थित भाजयुमो प्रदेश मंत्री दीपांशु विद्यार्थी के कार्यालय पर संपन्न हुई!
बैठक को संबोधित करते हुए भाजपा के जिला उपाध्यक्ष विकास तिवारी ने कहा की कॉरिडोर प्रकरण पर कांग्रेसी राजनीति न करें उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले यह बताएं की आजादी के 60 वर्षों बाद भी उन्होंने हरिद्वार के लिए क्या किया है जबकि राज्य बनने के बाद 10 साल उनकी उत्तराखंड में भी और केंद्र में भी सरकारे रही है कांग्रेस का हरिद्वार से सांसद भी रहा है और वे केंद्र में मंत्री भी रहे हैं
हरिद्वार नगरपालिका और नगर निगम में भी दो बार कांग्रेस के पालिकाध्यक्ष और मेयर रहे हैं अतः उन्हें इस प्रकरण पर हरिद्वार की जनता को भ्रमित नहीं करना चाहिए उन्होंने कहा कि जब-जब कोई भी चुनाव आता है कांग्रेस को जनता की याद आ जाती है वैसे पूरे 5 साल कांग्रेसी जनता के बीच से नदारद रहते हैं उन्होंने कहा कि भाजपा ने जब मेडिकल कॉलेज बनवाया कांग्रेस ने विरोध किया, भाजपा जल भराव की समस्या का समाधान करती है कांग्रेस विरोध करती है, भाजपा भूमिगत बिजली और भूमिगत गैस की लाइन डालते हैं कांग्रेस विरोध करती है भाजपा भूपतवाला में अस्पताल और डिग्री कॉलेज बनवाती है कांग्रेस विरोध करती है बीजेपी नेशनल हाईवे और रिंग रोड बनाती है कांग्रेस विरोध करती है कांग्रेस वर्तमान में मुद्दा विहीन और नेतृत्वहीन हो गई है अतः जन कल्याण से जुड़े कार्यों का विरोध कर रही है
भारतीय जनता पार्टी के सप्तऋषि मंडल अध्यक्ष तरुण नैय्यर और कनखल मंडल अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि जब कॉरिडोर प्रकरण पर हरिद्वार विधायक माननीय मदन कौशिक जी माननीय मुख्यमंत्री जी से मिलकर स्पष्ट यह कह चुके हैं की मुख्यमंत्री जी ने यह विश्वास दिलाया कि हरिद्वार में किसी प्रकार की तोड़फोड़ नहीं की जाएगी और कॉरिडोर को उन्होंने हरिद्वार के रोड़ी बेल वाला क्षेत्र पंतदीप क्षेत्र में बनाए जाने की मांग भी मुख्यमंत्री जी से की है अतः कांग्रेस को इस विषय पर राजनीति नहीं करनी चाहिए
भाजयुमो के प्रदेश मंत्री दीपांशु विद्यार्थी ने कहा कि माननीय मदन कौशिक जी लगातार 22 वर्षों से हरिद्वार विधानसभा के विधायक है उन्हें हरिद्वार की जनता के हितों की चिंता है और यही कारण है कि हरिद्वार की जनता लगातार राज्य बनने के बाद उन्हें अपना आशीर्वाद दे रही है और अपना प्रतिनिधि चुन रही है
भाजपा के वरिष्ठ पार्षद अनिल मिश्रा और अनिरुद्ध भाटी ने कहा की पोर्ड कार टैक्सी को लेकर भी मदन कौशिक जी का स्पष्ट मत रहा था कि हरिद्वार का पौराणिकांत आध्यात्मिक स्वरूप बना रहना चाहिए और इसी कारण से राज्य सरकार ने उस पर अभी रोक लगा दी है उन्होंने कहा कि हेरीटेज सिटी की मांग को भी कांग्रेसी तोड़ मरोड़ कर पेश कर रहे हैं जबकि राज्य सरकार को यह अधिकार होता है कि वह किसी भी शहर को हेरीटेज सिटी बनाने का प्रस्ताव भेज सकती है
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवम व्यापारी नेता सुनील सेठी ने कहा कि आज नगर निगम का चुनाव नजदीक आते ही कांग्रेसी सक्रिय हो गए हैं इसलिए जनता का ध्यान भटकने की कोशिश कर रहे हैं इस प्रकरण को लेकर भी हरिद्वार कांग्रेस दो धड़ों में बटी हुई नजर आ रही है
आज की बैठक में मंडल महामंत्री विक्की आडवाणी देवेश ममगई मनीष गुप्ता आकाश चौहान अनिमेष कुमार अनुज कोठियाल विदित शर्मा विनीत जौली अनिल वशिष्ठ मुकेश पुरी ललित सचदेवा करुण मदान अभिषेक शर्मा दीपक चौहान गौरव गिरी आशीष गिरी नीरज पाल बॉबी बंसल उपस्थित रहे

हरियाली तीेज के अवसर पर महाविद्यालय की छात्राओं ने लगायी मेहन्दी

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हरिद्वार( कुलभूषण )  एस.एम.जे.एन. (पी.जी.) काॅलेज में महाविद्यालय प्रशासन द्वारा हरियाली तीज के अवसर पर काॅलेज की बी.ए. पंचम सेमेस्टर की छात्रा पूजा गौड़, तनु, जौरिया नाज द्वारा महिला प्राध्यापकों व छात्राओं को मेहन्दी लगायी गयी।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने हरियाली तीज की शुभकामनायें प्रेषित करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन का उद्देश्य छात्राओं में रचनात्मक प्रतिभा एवं उनकी कौशल सम्वर्धन को बढा़वा देना है। उन्होंने कहा कि यह हरियाली तीज भगवान शिव और पार्वती के पवित्र बन्धन को याद करने का अवसर है और महाविद्यालय में मातृशक्ति की भूमिका सदैव से महत्वपूर्ण रही है।
मुख्य अतिथि संस्कृत विभाग की पूर्व अध्यक्ष डाॅ. सरस्वती पाठक ने हरियाली तीज की शुभकामनायें प्रेषित करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन से छात्राओं के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है और उन्होंने प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा को ऐसे सफल आयोजन के लिए साधुवाद दिया।
हरियाली तीज के अवसर पर महाविद्यालय की बी.ए. प्रथम सेमेस्टर की छात्रा अदिति, यासमीन, वैष्णवी कौशिक, ललिता, अनुष्का, गुड्डी, अमिषा, पायल, खूशबु तथा महाविद्यालय की अनेक शिक्षिकाओं ने अपने हाथों पर मेहन्दी लगवायी।
इस अवसर पर मुख्य रूप से डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी, डाॅ. आशा शर्मा, डाॅ. पल्लवी राणा, डाॅ. रजनी सिंघल, डाॅ. मीनाक्षी शर्मा, श्रीमती रिंकल गोयल, श्रीमती रिचा मिनोचा, डाॅ. सरेाज शर्मा, डाॅ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, डाॅ. पुनीता शर्मा, डाॅ. पदमावती तनेजा आदि शिक्षिकाओं सहित काॅलेज की अनेक छात्रा उपस्थित रहे।

बाबा केदार से ठगी करने वाले सनातनी नहीं हो सकते,केदार शिला को दिल्ली से वापस लेकर रहेगें- अर्जुन गहरवार

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रुद्रप्रयाग- पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख जखोली अर्जुन सिंह गहरवार ने सरकार पर सनातन धर्म का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होने कहा कि खुद राख लपेटकर जगत कल्याण करने वाले भोले बाबा के साथ ठगी करने का दुष्परिणाम आपदा के रुप में सामने दिख रहा है। केदारनाथ धाम से शिला ले जाकर दिल्ली में केदारधाम मंदिर उद्घघाटन करने के लिये उन्होनें उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री की सनातन विरोधी मानसिकता बताया ओर कहा कि वे सनातन धर्मावलम्बियों के सहयंग से हर कीमत पर दिल्ली से शिला को वापस केदारनाथ लायेगें।
रुद्रप्रयाग गढ़वाल मंडल विकास निगम अतिथि गृह में पत्रकार वार्ता करते हुये पूर्व ज्येष्ट प्रमुख अर्जुन सिंह गहरवार ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों व सनातन विरोधी कार्यों के कारण केदारनाथ छैत्र में आपदा का खामियाजा यात्रियों व स्थानीय जनता को भुगतना पड रहा है। उन्होने केदारनाथ यात्रा मार्ग मे हुई आपदा के बाद युद्धस्तर पर कार्य करने के लिये जिला प्रसासन, सेना, स्थानीय जनता, ब्यापारियों, वाहन चालकों का आभार
ब्यक्त किया साथ ही उनहोने स्थानीय ग्रामीणो खासकर चौमासी के ग्रामीणों के सहयोग की प्रसंशा की। उन्होने
यात्रा रजिस्ट्रेसन प्रणाली पर सवाल उठाते हुये कहा कि आपदा के बाद सरकार फँसे यात्रियों के आकडे नहीं दे पायी जिससे यात्रा रजिष्ट्रेसन की हकीकत सामने आई है। उन्होने कहा कि यात्रा को ऋषिकेश में रोकना सरकार की नाकामी को दर्शाता है।
काग्रेस की हिटो केदार यात्रा में भी चौमासी मार्ग को यात्रा के बैकल्पिक मार्ग के रूप मे विकसित करने की बात हुई थी। लेकिन आज तक उस दिशा में कोई कार्य नहीं हुआ 2013 की आपदा के बाद आज फिर यह मार्ग फँसे यात्रियों की जान बचाने मे कारगर साबित हुआ।
उन्होने भारत सरकार पर भी केदारनाथ आपदा के प्रति संवेदन हीन होने का आरोप लगाया। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक शब्द केदारनाथ यात्रा पर हुई आपदा पर नही बोला। उन्होने कहा कि भोले नाथ को सोना चडाने के नाम पर ठगी की गयी। जो कि बिना सरकार की सहमति के संभव नहीं है।
उन्होने ज्योर्तिपीठ के शंकराचार्य अभिमुक्तेश्वरा नंद सरस्वती जी का आभार ब्यक्त करते हुये कहा कि अधर्म के खिलाफ उनका अभियान करोडो सनातनियों के लिये प्रेरणदायक होगा। कहा कि बौखलाये लोग धर्माचार्यो को ही अनाप सनाप बोल रहे है ऐसे लोग सनातन धर्मी नहीं हो सकते।
शंकराचार्य पर मंदिर समिति अध्यक्ष के बयान पर सरकार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी इससे स्पष्ट है कि सरकार खुद इसमें शामिल है। इससे सरकार का सनातन विरोधी चरित्र उजागर हुआ है।
उन्होने कहा कि एक सनातन धर्मावलम्बी होने के नाते वे किसी भी कीमत पर केदारनाथ से दिल्ली ले जाई गयी शिला को वापस लायेंगे। इसके लिये सभी सनातन धर्मियों के साथ जंतर मंतर पर धरना प्रर्दशन करेगें।

बड़थ्वाल कुटुंब ने स्थापना दिवस पर किया उत्तराखंड़ी प्रतिभाओं को सम्मानित

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“भीष्म कुकरेती, डा. दयाल सिंह पंवार, अंकिता ध्यानी और जगदीश बाबला को किया गया सम्मानित”

नई दिल्ली/देहरादून, पर्वतीय सरोकार को समर्पित संस्था बड़थ्वाल कुटुंब ने अपना स्थापना दिवस धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया, नई दिल्ली के पंचकुइयां में स्थित गढ़वाल भवन में राज्यसभा सांसद रहे तरुण विजय, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत सहित अन्य गणमान्य विभूतियों ने मुख्य समारोह की शोभा बढ़ाई।
कार्यक्रम का श्रीगणेश मंचासीन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से किया गया। मंच पर संस्थापक महासचिव प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल, उपाध्यक्ष हरीश बड़थ्वाल ,अध्यक्ष राज कुमार बड़थ्वाल व कुटुंब का गौरव पद्मश्री डॉ. माधुरी बड़थ्वाल का परिचय व स्वागत कुटुंब द्वारा किया गया। कुटुंब के महासचिव प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल ने बड़थ्वाल कुटुंब की स्थापना कि सोच, विगत तीन वर्षों के कार्यकलापों, उद्देश्यों और भावी योजनाओं का उल्लेख गढ़वाली भाषा में किया।
पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड़ तीरथ सिंह रावत ने सामुदायिक सद्भाव और बंधुत्व पुख्ता करने की दिशा में बड़थ्वाल कुटुंब की पहल की सराहना और विशेषताओं का उल्लेख कर समाज को इससे प्रेरणा लेने की बात की। उन्होंने कहा कि कुटुंब के इस कार्यक्रम में उपस्थित होकर वे गदगद और भावुक भी है और बड़थ्वाल कुटुंब को शुभकामनाएं प्रेषित की।
इस अवसर पर श्री तरुण विजय ने कुटुंब की एकजुटता और विरासती मूल्यों को सवंर्धित करने की मुक्तकंठ से सराहना की। मानव जाति के विकास बल्कि अस्तित्व के लिए सुदृढ़ परिवार की भूमिका को रेखांकित करते हुए तरुण विजय जी ने बड़थ्वाल कुटुंब को आदर्श बताया।
उत्तराखंडी लोक साहित्य और संस्कृति के संवर्धन की कड़ी में बड़थ्वाल कुटुंब बड़थ्वाल बंधुओं तथा अन्य उत्तराखंड़ी प्रतिभाओं को प्रतिवर्ष सम्मानित करता है। आज के स्थापना दिवस समारोह में वर्ष 2024 के बड़थ्वाल कुटुंब गौरव सम्मान पांच प्रतिभाओं मोहित बड़थ्वाल, मीनाक्षी बड़थ्वाल आचार्य, पम्मी बड़थ्वाल, दिनेश बड़थ्वाल और रश्मि बड़थ्वाल को विभिन्न क्षेत्रों में उनके विशिष्ट योगदान स्वरूप प्रदान किया गया। इस मौके पर राजेन्द्र एम बड़थ्वाल को स्नेह सम्मान भी कुटुंब द्वारा प्रदान किया गया।
इस अवसर पर उत्तराखंड सम्मान श्रेणी में साहित्य के लिए पीतांबर दत्त बड़थ्वाल सम्मान से से भीष्म कुकरेती को तथा पंड़ित मुकुंद दैवज्ञ सम्मान से डा. दयाल सिंह पंवार को नवाजा गया। वहीं उत्तराखंड विभूति सम्मान अंकिता ध्यानी (खेल) तथा जगदीश बाबला (पर्यावरण प्रेमी) और उत्तराखंड लोक संस्कृति सम्मान आचार्य कृष्णानंद नौटियाल को प्रदान किया गया।

मेधावी छात्र प्रोत्साहन कार्यक्रम में इस वर्ष उच्च प्राप्तांकों के लिए 12वीं बोर्ड के पांच छात्रों दीपांशु बड़थ्वाल, आर्यन बड़थ्वाल, आयुष महेश बड़थ्वाल, स्वाति बड़थ्वाल, संध्या बड़थ्वाल तथा 10वीं बोर्ड के तीन छात्रों आदित्य बड़थ्वाल, देव बड़थ्वाल और निश्चय बड़थ्वाल को पुरस्कृत किया गया। सभी विजेताओं को प्रमाणपत्र दिए गए।

ढ़ोल दमाओ और लोक संगीत की मनभावन प्रस्तुतियों से पांच घंटे चले स्थापना समारोह के कार्यक्रम में उपस्थित संभागियों भावविभोर हो गए दिखे। इस अवसर पर डा. माधुरी बड़थ्वाल और पं. कृष्णानंद नौटियाल ने अपने विचार रखे।

अध्यक्षीय संबोधन में कुटुंब के अध्यक्ष राजकुमार बड़थ्वाल ने बताया कि जहां सम्मान प्राप्त विभूतियों को असाधारण योगदान की प्रशस्ति मिलती है वहीं अन्य व्यक्ति बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित होते हैं। कुटुंब की गतिविधियों को व्यापक तथा समावेशी बनाने की दृष्टि से उन्होंने छात्रों के लिए हालिया संचालित कैरियर गाइडेंस सत्र तथा रेडक्रास सोसाइटी के सहयोग से संपन्न रक्तदान शिविर की जानकारी दी।

कार्यक्रम में बच्चों द्वारा शानदार प्रस्तुतियाँ दी गई। गढ़वाली काव्य पाठ में गढ़वाली भाषा के वरिष्ठ कविजन व साहित्यकार श्री रमेश चंद्र घिल्डियाल, श्री जयपाल सिंह रावत, श्री जबर सिंह कैन्थुरा श्री जगमोहन सिंह जगमोरा (प्रथम गढ़वाली पजलकार), सुश्री अंजली भण्डारी व श्री दिनेश ध्यानी ( काव्यपाठ मंच संचालन) जी ने श्रोताओं को मन मोह लिया। बड़थ्वाल कुटुंब द्वारा उत्तराखण्ड लोक-भाषा साहित्य मंच दिल्ली, व गढ़वाल हितैषिणी सभा, नई दिल्ली को सहयोग सम्मान भी दिया गया। करीब छह घंटे चले इस कार्यक्रम का शानदार संचालन पंकज बड़थ्वाल व योगिता बड़थ्वाल ने संयुक्त रुप से किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या कुटुंब परिवार के सदस्य मौजूद रहे।

 

‘तीज महोत्सव’ महिलाओं के सौंदर्य, श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक है : प्रथम महिला

देहरादून, मंगलवार को राजभवन में भारतीय संस्कृति की प्राचीन त्योहारों में से एक ‘‘हरियाली तीज’’ के पावन अवसर पर राजभवन में कार्यरत महिला अधिकारियों एवं कर्मचारियों व अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों की पत्नियों ने एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग कर पारंपरिक तीज उत्सव की महत्ता और भारतीय संस्कृति में इसके महत्व पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम की शुरुआत मंगलाचरण से हुई, जिसके बाद विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं। नृत्य और संगीत के माध्यम से कलाकारों ने तीज के त्योहार का जीवंत चित्रण किया। इस अवसर पर प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर ने कहा कि तीज महोत्सव महिलाओं के सौंदर्य, श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक है। यह हमें भारतीय संस्कृति की गहराई और विविधता की याद दिलाता है।
यह हमें भारतीय संस्कृति की गहराई और विविधता की याद दिलाता है। उन्होंने उपस्थित सभी महिलाओं को तीज की शुभकामनाएं दीं और इस पर्व के माध्यम से सभी के जीवन में खुशहाली और समृद्धि की कामना की। कार्यक्रम के समापन पर प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर ने सभी का आभार व्यक्त किया और कार्यक्रम की सफलता के लिए आयोजकों की सराहना की।
उन्होंने उपस्थित सभी महिलाओं को तीज की शुभकामनाएं दीं और इस पर्व के माध्यम से सभी के जीवन में खुशहाली और समृद्धि की कामना की। कार्यक्रम के समापन पर प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर ने सभी का आभार व्यक्त किया और कार्यक्रम की सफलता के लिए आयोजकों की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और संजोए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। तीज प्रतियोगिता में श्रीमती संतोषी तीज क्वीन बनी। दूसरे स्थान पर श्रीमती सोनिया एवं तीसरे स्थान पर श्रीमती मीनाक्षी पंवार रहीं। इस अवसर पर विजेता महिलाओं को सम्मानित भी किया गया।
इस कार्यक्रम में आई.जी. श्रीमती विम्मी सचदेवा रमन, अपर सचिव श्री राज्यपाल श्रीमती स्वाति एस. भदौरिया, वित्त नियंत्रक डॉ0 तृप्ति श्रीवास्तव सहित राजभवन परिवार की महिलाओं ने प्रतिभाग किया।