देहरादून, मैड द्वारा अपनी 14वीं वर्षगांठ पर आयोजितय ‘मैडथॉन’ दौड़ मेयर सौरव थपलियाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौड़ का मुख्य उद्देश्य देहरादून की सिकुड़ती और सिमटती जल धाराओं के पुनर्जीवन हेतु एक विशाल जन अभियान का सूत्रपात करना और सरकार से इस विषय पर उचित नीति-नियोजन करने का आह्वान करना था।
इस दौड़ में प्रतिभाग करने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग दून के परेड ग्राउंड में एकत्र हुए। प्रातःकाल 5:30 बजे से 6:30 बजे के बीच ही परेड ग्राउंड प्रतिभागियों के जोश से भर गया। बढ़ती भीड़ को ध्यान में रखते हुए पुलिस भी परेड ग्राउंड पहुंची। आयोजकों ने पहले से ही दौड़ के आयोजन के लिए प्रशासन से अनुमति प्राप्त कर ली थी। दौड़ में बच्चों के अलावा कई वरिष्ठ नागरिकों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस ‘मैडथॉन’ का मुख्य आकर्षण यह था कि यह पूरी तरह से प्लास्टिक-मुक्त मैराथन थी। प्रचार-प्रसार हेतु जो बैनर छपवाए गए थे, वे मैड के स्वयंसेवकों द्वारा खुद कपड़े के ऊपर तैयार किए गए थे। इसके अतिरिक्त, प्रतिभागियों के लिए सैंडविच और रिफ्रेशमेंट इत्यादि की व्यवस्था भी मैड के स्वयंसेवकों ने खुद रात को अपने ही सदस्यों के घरों में तैयार करके की, ताकि किसी भी प्रकार की प्लास्टिक पैकेजिंग या प्लास्टिक रैपर का उपयोग न हो।
दौड़ के आयोजन के लिए परेड ग्राउंड को इस तरीके से सजाया गया था, जिसमें देहरादून की नदियों, मुख्य रूप से रिस्पना और बिंदाल की पूरी कहानी – उनके मुख्य उद्गम से लेकर गंगा में उनके विलय तक की व्याख्या की जा सके।
मैराथन दौड़ में पुरुषों में सबल कंडारी, कलम सिंह बिष्ट, लक्ष्मण लामा और नितिन भंडारी विजेता रहे। महिलाओं में मीणा कंधारी, कांति और अलका ने जीत हासिल की। सभी लोगों को प्रतिभाग के लिए उत्साहित करने हेतु विशेष रूप से अन्य आयु सीमा भी रखी गई थी।
इस आयोजन में एक ओर हजारों प्रतिभागियों ने मैड की मैराथन में भाग लिया, वहीं दूसरी ओर कई वरिष्ठ नागरिक और बुद्धिजीवी भी मैड की मैराथन से अपनी सहानुभूति व्यक्त करने और संस्था के 14 वर्ष पूर्ण होने पर अपनी बधाई देने पहुंचे। इनमें प्रमुख रूप से समाजसेवी और चिपको आंदोलनकारी पी.सी. तिवारी, समाजसेवी अभिनव थापर, संयुक्त नागरिक संगठन के चंद्रगुप्त विक्रम, मेजर एमएस रावत, अवधेश शर्मा, सुशील त्यागी, निखिल शर्मा, प्रमेंद्र बर्थवाल, नवीन कुमार, उमेश्वर सिंह रावत, परमजीत कक्कड़, पार्थ त्यागी रवि चोपड़ा शामिल थे।
“मैड” ने 14 वीं वर्षगांठ पर आयोजित की मैडथॉन, मेयर सौरव थपलियाल ने दिखाई हरी झंडी
हाईवे पर बड़ा हादसा, तेज रफ्तार और गलत दिशा के कारण हुई बस कार की टक्कर
बस में सवार अधिकतर लोग सुरक्षित, कार के चार यात्री घायल
ऋषिकेश, रविवार सुबह ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कौडियाला के पास एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। दिल्ली से गोपेश्वर जा रही उत्तराखंड रोडवेज की बस और हरियाणा के यात्रियों से भरी एक कार की आमने-सामने टक्कर हो गई। हादसे में कई लोग घायल हुए, जिन्हें तुरंत इलाज के लिए ऋषिकेश के सरकारी अस्पताल भेजा गया।
यह घटना सुबह करीब पांच बजे के आसपास की बताई जा रही है। रोडवेज बस नियमित सेवा के तहत कौडियाला होते हुए गोपेश्वर की ओर जा रही थी, तभी सामने से तेज रफ्तार में आ रही कार ने नियंत्रण खो दिया और विपरीत दिशा में आकर बस से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें सवार यात्रियों को बाहर निकालने के लिए स्थानीय लोगों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार में चार लोग सवार थे, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। उन्हें एंबुलेंस की मदद से तुरंत ऋषिकेश राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि घायलों को प्राथमिक उपचार दिया जा चुका है और जरूरी परीक्षण किए जा रहे हैं।
गनीमत यह रही कि रोडवेज बस में सवार अन्य करीब 30 यात्री बाल-बाल बच गए। हालांकि कुछ यात्रियों को हल्की चोटें आई हैं, लेकिन किसी को गंभीर नुकसान नहीं हुआ। बस चालक ने दुर्घटना की सूचना तत्काल पुलिस और परिवहन विभाग को दी।
नैनीताल की 126 करोड़ 69 लाख लागत की 27 विकास परियोजनाओं का मुख्यमंत्री ने किया लोकार्पण एवं शिलान्यास
नैनीताल ,मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को लालकुआं, नैनीताल में आयोजित कार्यक्रम में नैनीताल जनपद की लगभग 126 करोड़ 69 लाख लागत की 27 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में शिक्षा, सड़क, चिकित्सा, सिंचाई, सीवरेज, नगर विकास, सौंदर्यीकरण और निराश्रित गौवंश संरक्षण से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं। इस दौरान 25.93 करोड़ की लागत से 9 योजनाओं का लोकार्पण और 100.76 करोड़ की लागत से 18 योजनाओं का शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि ये परियोजनाएं क्षेत्र की आधारभूत संरचना को मजबूत बनाएंगी और नागरिकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराएंगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हो रहे देशव्यापी विकास कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि भारत आज रक्षा, विज्ञान, खेल और अवसंरचना सहित प्रत्येक क्षेत्र में अग्रणी बन रहा है। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’, धारा-370 की समाप्ति और कश्मीर में रेल ब्रिज के निर्माण का उल्लेख करते हुए देश की बदलती शक्ति और संकल्प का उल्लेख किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नैनीताल जनपद को आदर्श जिला बनाने की दिशा में मानसिक चिकित्सालय, कैंसर संस्थान, आयुष अस्पताल, ओपन जिम, अंबेडकर पार्क, रिंग रोड, बाईपास रोड, एस्ट्रो पार्क, पोलिनेटर पार्क और खेल विश्वविद्यालय जैसी परियोजनाएं तेज़ी से क्रियान्वित की जा रही हैं। हल्द्वानी को क्लीन एंड ग्रीन सिटी बनाने के लिए वेस्ट मैनेजमेंट और सीवरेज प्रबंधन योजनाएं शुरू की गई हैं, जबकि जाम की समस्या को दूर करने के लिए मल्टी-स्टोरी पार्किंग का निर्माण कराया जा रहा है। जमरानी बहुउद्देश्यीय बांध परियोजना और खुरपिया में इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी जैसे प्रयास तराई क्षेत्र को दीर्घकालिक लाभ देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार केवल विकास ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक पहचान और सामाजिक समरसता की रक्षा के लिए भी पूर्णतः प्रतिबद्ध है। धर्मांतरण, लव जिहाद, लैंड जिहाद आदि के विरुद्ध कठोर कदम उठाए गए हैं। समान नागरिक संहिता लागू करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य है और यहां देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून भी लागू किया गया है। गौवंश संरक्षण हेतु “गौ संरक्षण कानून” के तहत ठोस प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा कि राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाई है और पिछले तीन वर्षों में 200 से अधिक भ्रष्टाचारियों को जेल भेजा गया है। उन्होंने जनता से अपील की कि उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए विकास यात्रा में सभी नागरिकों को सहभागी बनना होगा।
*इन योजनाओं का किया गया लोकार्पण*
ओखलकांडा में क्षतिग्रस्त 11 नहरों का पुनर्निर्माण, भीमताल में जिला आयुर्वेदिक भवन, रामगढ़ में मल्ला सूफी-रूसानी-दीगड़-कफूवा लोधिया मोटर मार्ग, बेतालघाट में मल्ली सेठी लिफ्ट सिंचाई योजना, हल्द्वानी में पशु चिकित्सालय में वाहनों की पार्किंग एवं पशुओं हेतु ओटी निर्माण, कालाढूंगी में पशु चिकित्सालय भवन, गंगापुर कबडवाल में गौशाला निर्माण (फेज-1), रामनगर में राजकीय पॉलीटेक्निक भवन और पाण्डे नवाड़ हल्द्वानी में पुनर्वास केंद्र का जीर्णोद्धार।
*इन योजनाओं का किया गया शिलान्यास*
इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में बाढ़ सुरक्षा कार्य, फतेहपुर, कमलुवागांजा, गुनीपुर, पनियाली एवं बच्चीनगर में क्षतिग्रस्त नहरों का निर्माण, कोटाबाग में पॉलीटेक्निक भवन, रामपुर चकलुवा में नलकूप निर्माण, कैंचीधाम परिसर का विकास, भवाली में पर्यटक आवास गृह की मरम्मत, नैनीताल में पर्यटन कार्यालय भवन निर्माण, ग्रामीण मोटर मार्गों का पुनर्निर्माण एवं सुधार, झीड़ापानी वाटरफॉल का विकास, विभिन्न स्थानों पर नलकूप निर्माण, हल्द्वानी में राजपुरा और पर्वतीय मोहल्ला सीवरेज योजनाएं, लालकुआं में गौशाला निर्माण (फेज-2) तथा राजकीय बालिका इंटर कॉलेज हल्द्वानी में पुस्तकालय का पुनरुद्धार कार्य।
इस अवसर पर सांसद अजय भट्ट, विधायक बंशीधर भगत, मोहन सिंह बिष्ट, रामसिंह कैड़ा, मेयर गजराज बिष्ट, दर्जा मंत्री अनिल कपूर डब्बू, रेनू अधिकारी, दिनेश आर्य, दीपक मेहरा, सुरेश भट्ट, शंकर कोरंगा, जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, पान सिंह मेवाड़ी, रंजन बर्गली, कमलेश कबडवाल, दुग्ध संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा, पूर्व विधायक नवीन दुम्का सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में क्षेत्रीय जनता उपस्थित रही। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कार्यालय के आयुक्त/सचिव दीपक रावत, डीआईजी रिद्धिमा अग्रवाल, जिलाधिकारी वंदना सिंह, एसएसपी पीएन मीणा, अपर जिलाधिकारी विवेक रॉय और नगर आयुक्त ऋचा सिंह भी मौजूद थे।
नगर निगम में फर्जी सफाई कर्मचारियों के नाम पर हुआ करोड़ों का वेतन घोटाला, दर्ज हुई एफआईआर
आरटीआई से खुला भ्रष्टाचार का जाल, एडवोकेट विकेश सिंह नेगी की बड़ी भूमिका”
(एल मोहन लखेड़ा)
देहरादून, भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखण्ड़ का नारा कहना शायद बेनामी होगा, राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार कार्यकाल में कभी जमीन घोटाला तो कभी भर्ती घोटाला ने जहां एक के एक प्रश्न चिन्ह लगा दिये, वहीं राज्य के सबसे बड़े नगर निगम में भ्रष्टाचार का एक गंभीर मामला आखिरकार सवा साल की देरी के बाद मुकदमे के रूप में दर्ज हो गया है। यह प्रकरण देहरादून नगर निगम की मोहल्ला स्वच्छता समितियों में 99 फर्जी सफाई कर्मचारियों के नाम पर लगभग 9 करोड़ रुपये के वेतन गबन से जुड़ा है। यह फर्जीवाड़ा 2019 से 2023 तक पांच वर्षों तक लगातार चलता रहा और किसी ने इस पर गंभीरता से कार्रवाई नहीं की।
इस घोटाले का खुलासा जनवरी 2024 में तब हुआ जब जिलाधिकारी के आदेश पर मुख्य विकास अधिकारी ने जांच शुरू की। जांच में साफ हुआ कि जिन कर्मचारियों के नाम पर वेतन निकाला गया था, वे वास्तविकता में कभी मौजूद ही नहीं थे। जांच में यह भी सामने आया कि कई पार्षदों ने अपने रिश्तेदारों, पत्नियों और पार्टी पदाधिकारियों को सफाई कर्मचारी दर्शाकर, वर्षों तक उनके नाम से सरकारी वेतन प्राप्त किया ।
इस घोटाले को सार्वजनिक करने में आरटीआई एक्टिविस्ट और अधिवक्ता विकेश सिंह नेगी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही। नेगी ने सूचना के अधिकार के तहत नगर निगम से दस्तावेज मांगे और उन्हें खंगालने पर यह बड़ा घोटाला सामने आया। उन्होंने यह खुलासा किया कि न केवल फर्जी कर्मचारियों के नाम पर वेतन निकाला गया, बल्कि मोहल्ला स्वच्छता समितियों की आड़ में व्यवस्थित रूप से योजनाबद्व भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया।
विकेश नेगी ने अपने प्रयासों से न केवल इस पूरे तंत्र को बेनकाब किया, बल्कि कई बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के विरुद्व जन सुनवाई में साक्ष्य भी प्रस्तुत किए। उनके निरंतर दबाव के चलते प्रशासन को मामले की जांच तेज करनी पड़ी। अब इस प्रकरण में नगर निगम के उपनगर आयुक्त गौरव भसीन की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
एफआईआर में विशेष रूप से निम्न पक्षों की जांच की बात कही गई है- मोहल्ला स्वच्छता समितियों के अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष, निगम द्वारा रखी गई प्राइवेट कंपनी के माध्यम से नियुक्त कर्मचारी, वे पार्षद, जिनके परिजन फर्जी कर्मचारी के रूप में नामित पाए गए।
यह भी संभावना जताई जा रही है कि जांच का दायरा भविष्य में और भी व्यापक किया जाएगा और नगर निगम के कुछ अधिकारियों की सांठगांठ और मिलीभगत की भी जांच हो सकती है। देहरादून जैसे संवेदनशील शहर में इतने वर्षों तक बिना किसी रोक-टोक के इस तरह का भ्रष्टाचार होना शासन-प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है। यह घोटाला न केवल सरकार को कठघरे में खड़ा करती है, मामला जनता के पैसों की बर्बादी के साथ यह भी दर्शाता है कि निगम स्तर पर पारदर्शिता और जवाबदेही कितनी कमजोर है।
अब जब एफआईआर दर्ज हो चुकी है, जनता और नागरिक संगठनों की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या दोषियों को वाकई सजा मिलेगी या फिर यह मामला भी अन्य भ्रष्टाचार मामलों की तरह कागजों में ही दम तोड़ देगा। विकेश सिंह नेगी जैसे एक्टिविस्टों के प्रयास यह साबित करते हैं कि जागरूक नागरिकों की भूमिका लोकतंत्र को भ्रष्टाचार मुक्त करने में अत्यंत महत्वपूर्ण है।
आर्यवीर दल आवासीय शिविर में वैदिक संस्कार एवं चरित्र निर्माण हेतु निकाली गई शोभायात्रा
हरिद्वार ,आर्य समाज द्वारा आयोजित आर्यवीर दल आवासीय शिविर के अंतर्गत आज एक भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया । यह शोभायात्रा वैदिक संस्कृति के प्रचार-प्रसार और युवाओं में चारित्रिक निर्माण एवं नैतिक मूल्यों के संवर्धन हेतु निकाली गई ।
शिविर में विभिन्न स्थानों से आए युवाओं ने पूर्ण अनुशासन और गर्व के साथ वैदिक ध्वज, पथ संचलन, वेद मंत्रोच्चारण तथा देशभक्ति नारों के साथ नगर भ्रमण किया। शोभायात्रा में वेदों की महत्ता, स्वदेशी जीवनशैली, राष्ट्रभक्ति, समाज सेवा तथा चरित्र निर्माण जैसे संदेशों को जन-जन तक पहुंचाया गया ।
इस अवसर पर आर्य समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी, गुरुकुल आचार्य एवं समाजसेवियों ने भी सहभागिता की । यात्रा के मार्ग में नगरवासियों ने पुष्प वर्षा कर आर्यवीरों का स्वागत किया ।
यात्रा में प्रमुख रूप से डॉ० महेंद्र आहूजा, वरिष्ठ समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा, आचार्य योगेन्द्र मेधावी (शिविर प्रमुख अधिष्ठाता), संरक्षक आर्य समाज भेल ओ.पी. बत्रा, मंत्री राकेश गुप्ता, कोषाध्यक्ष राजवीर सिंह आर्य, शिविर प्रमुख संयोजक मदन सिंह, शिविर शिक्षक – जीवन लाल आर्य, आचार्य निरंजन, आचार्य रणजीत आदि सम्मिलित रहे |
डॉ महेंद्र आहूजा ने बताया कि इस प्रकार की शोभायात्राएं समाज में वैदिक मूल्यों की पुनर्स्थापना, युवाओं के नैतिक उत्थान और राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरणा स्रोत बनती हैं ।
कार्यक्रम का समापन देशभक्ति गीतों, योग प्रदर्शन तथा वैदिक मंत्रों के साथ हुआ ।
अमरनाथ यात्रा भारत की आत्मा का जागरण है, श्रद्धालु निर्भय होकर करे यात्राः अवधेशानन्द
हरिद्वार ( कुलभूषण ) श्रीनगर में अमरनाथ श्राइन बोर्ड की 49वीं बैठक जम्मू-कश्मीर के माननीय उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। यह बैठक आगामी अमरनाथ यात्रा 2025 की तैयारियों को लेकर अत्यंत महत्वपूर्ण और दूरदर्शी रही, जिसमें यात्रा मार्गों की सुरक्षा, तीर्थयात्रियों की सुविधा और समग्र अनुभव को बेहतर बनाने पर विशेष बल दिया गया।
बैठक की गरिमा को श्रीमत् परमहंस परिव्राजकाचार्य, जूनापीठाधीश्वर, आचार्यमहामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरि महाराज की उपस्थिति ने और अधिक प्रेरणादायक बना दिया।
स्वामी अवधेशानंद महाराज ने कहा— “अमरनाथ यात्रा केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि यह भारत की सनातन संस्कृति का जीवंत उत्सव है, जो राष्ट्र की आत्मा और संवेदनशीलता को साकार करती है। यहाँ भक्त बाबा अमरनाथ शिव की उस अलौकिक और विराट दिव्यता के दर्शन करते हैं, जो भारत के हर हृदय में धड़कती है। यह यात्रा भारत की आत्मा को अनुभव करने का एक अनुपम अवसर है।”
“आज का कश्मीर नया कश्मीर है – शांति, शक्ति और सनातन संस्कृति की पुनर्जनन का प्रतीक अमरनाथ यात्रा इस परिवर्तन की जीवंत सिद्धि बनकर उभर रही है, जो हर भारतीय के हृदय को गर्व और आनंद से भर देगी।
बैठक में बताया गया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के पश्चात यात्रा मार्ग – विशेषकर पहलगाम और बालटाल – पूर्णतः सुरक्षित और व्यवस्थित हैं। एसएएसबीऔर प्रशासन द्वारा विश्वस्तरीय सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है, जिनमें अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएँ, आरामदायक आवास, पौष्टिक भोजन और आपातकालीन सेवाएँ शामिल हैं।
बैठक में लिए गए प्रमुख निर्णयों में शामिल हैं:यात्रा मार्गों पर आधुनिक चिकित्सा केंद्र और हेल्थ यूनिट की स्थापना- त्वरित आपदा प्रतिक्रिया दल की तैनाती- सूचना एवं सहायता केंद्रों का निर्माण- स्थानीय प्रशासन, सुरक्षा बल और स्वैच्छिक संस्थाएँ एकजुट होकर कार्य करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर में शांति और स्थायित्व की पुनर्स्थापना ने इस यात्रा को एक राष्ट्रीय गौरव का अवसर बना दिया है। इस वर्ष की यात्रा न केवल सुरक्षित और सुव्यवस्थित होगी, बल्कि यह श्रद्धालुओं के लिए एक अलौकिक और अविस्मरणीय आध्यात्मिक अनुभव बनेगी।
बैठक में जम्मू-कश्मीर के डीजीपी, मुख्य सचिव, सेना और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारीगण भी उपस्थित रहे, जिनके सुझावों और समन्वय से इस यात्रा की रूपरेखा को ठोस स्वरूप मिला।
SASB सभी श्रद्धालुओं से अपील करता है कि वे निर्धारित पंजीकरण प्रक्रिया का पालन करते हुए यात्रा में सम्मिलित हों और बाबा अमरनाथ के दिव्य दर्शन कर भारत की सनातन परंपरा का अनुभव करें।
सहानुभूति एवं कर्तव्यनिष्ठा के पालन में नियमों को ध्यान में रखना आवश्यक
हरिद्वार ( कुलभूषण )गुरुकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय कोड ऑफ कंडक्ट विषय पर जागरूकता कार्यक्रम में बोलते हुए मेजर रीति उपाध्याय ने कहा कि सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों को अपने कोड ऑफ कंडक्ट का पालन करना चाहिए। जो नियम को भंग करने की कोशिश करेगा अथवा नियमों को तोड़ मरोड़कर उसके अनुसार कार्य करेगा तो उसके खिलाफ कानून के अनुसार कार्यवाही की जाती है। सरकार ने जिस कार्य के लिए जो प्रक्रिया निर्मित की है, उसी प्रक्रिया एवं नियम के अनुसार करना चाहिए। गोपनीय पत्रावली को नैतिकता के साथ उसे गोपनीय बनाए रखना सभी कर्मचारियों का कर्तव्य है। सहानुभूति एवं कर्तव्यनिष्ठा के पालन में नियमों को ध्यान में रखना आवश्यक है। नैतिकता के साथ अपने अधिकारों का प्रयोग करना चाहिए। अपने पद का दुरुपयोग एवं पक्षपात करना नियमों के विरुद्ध है अतः इस तरह के कार्यों को नहीं करना है। कार्यक्रम के संयोजक डॉ० राकेश भूटियानी ने इस अवसर कहा कि विश्वविद्यालय में यूजीसी, भारत सरकार के नियमों का पालन किया जाता है। सेवा सम्बन्धी नियम उपनियम सभी यूजीसी के अनुसार पालन करने सम्बन्धी, जागरूकता के लिए इस कार्यक्रम आयोजन किया गया है।
दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रथम दिन मुख्य वक्ता प्रो० एल०पी० पुरोहित ने कर्मचारियों को केंद्रीय सरकार के सेवा नियमों के बारे में कर्मचारियों को विस्तार से जानकारी देते हुए विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया वही उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा सेवा नियमों के अंतर्गत कर्मचारियों को प्राप्त अधिकारों के बारे में भी जानकारी दी|
कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ० ऊधम सिंह ने कहा कि स्वामी श्रद्धानंद ने इस विश्वविद्यालय की स्थापना के मूल में आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानन्द सरस्वती के दर्शन, भारतीय ज्ञान परम्परा एवं शिक्षा को रखा है। अतः हमें इसी के अनुरूप व्यवहार करना चाहिए।
इस अवसर पर प्रो० कर्मजीत भाटिया, डॉ० सुयश भारद्वाज, डॉ० भारत वेदालंकार, डॉ० बबलू वेदालंकार, रजनीश भारद्वाज, कुलभूषण शर्मा, हेमन्त सिंह नेगी, प्रकाश तिवारी, वीरेंद्र पटवाल, रविकांत शर्मा, अंकित, ललित सिंह नेगी, डॉ० पंकज कौशिक, धर्मेन्द्र बिष्ट, नरेन्द्र मलिक, प्रकाश चन्द्र तिवारी, महेश जोशी, मदन मोहन सिंह, सुशील रौतेला, उमेश, डॉ सचिन पाठक, अमित धीमान, गौरव कुमार, अरविन्द शर्मा, विजय प्रताप सिंह, नारायण नेगी, डॉ रोशन लाल, डॉ० शिव कुमार चौहान, अजय कुमार, संजय कुमार, किशन कुमार आदि उपस्थित रहे|
हेलीकॉप्टर की सड़क पर इमरजेंसी लैंडिंग
रुद्रप्रयाग, चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं को केदारबाबा के दर्शन के लिये सरकार हैली सेवाओं की समुचित व्यवस्था कर रखी है, वही इस बीच हैली दुर्घटना की भी खबर भी यात्रा के दौरान समाचारों की सुर्खियां में रही, इन सबके बीच आज शनिवार को फाटा और सिरसी के बीच बड़ासू में हेलीकॉप्टर की सड़क पर इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी, यह घटना किस कारण से हुई इसकी जांच की जा रही, लेकिन एक बार फिर हेलीकॉप्टर की सड़क पर इमरजेंसी लैंडिंग ने चारधाम यात्रा लगी हैली सेवाओं पर प्रश्न खड़ा कर दिया, आखिर क्यों सड़क पर इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी l
दिन दहाड़े युवक की गला रेत कर हत्या, लहूलुहान हालत में पुलिस ने शव सड़क से बरामद किया
हरिद्वार, जनपद में आज बकरीद के मौके पर दिन दहाड़े युवक की हत्या से सनसनी फैल गई। घटना हरिद्वार जनपद मंगलौर की है, घटना की सूचना पर पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल, एसपी देहात शेखर सुयाल समेत तमाम अधिकारी हत्या के उचित कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रहे है। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। प्रथमदृष्टया हत्या की वजह पुरानी रंजिश बताया जा रहा है। हत्या करने के बाद आरोपी ने खुद कोतवाली पुलिस के पास पहुंचकर आत्म समर्पण किया । घटना कोतवाली मंगलौर क्षेत्र की है।
घटना शनिवार 7 जून की सुबह की है, जहां मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला पठानपुरा में एक युवक की लहूलुहान हालत में शव सड़क से बरामद हुआ। इस घटना के बाद से मृतक के परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक का नाम साहिल पुत्र शमीम ने बीच सड़क पर रियासत पुत्र शौकत निवासी पठानपुरा की गला रेत कर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद आरोपी स्वयं ही कोतवाली पुलिस के पास पहुंच गया। पुलिा को पता चला कि आरोपी के पुत्र की एक साल पूर्व नहर में डुूबने से मौत हो गई थी। लेकिन पिता का शक था कि साहिल ने उसे डुबाकर मारा है। इस शक के चलते आरोपी ने उसकी हत्या की है। वहीं हत्या के कारणों का पुलिस पता लगाने का प्रयास कर रही है ।
अशक्त राज्य आंदोलनकारी अमित ओबराय की सुध लेने पहुंचे सुभाष बड़थ्वाल, दिलाया मदद का भरोसा
देहरादून, उत्तराखण्ड़ राज्य आंदोलनकारी सम्मान परिषद के उपाध्यक्ष सुभाष बड़थ्वाल के नेतृत्व में उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा धर्मपुर प्रगति बिहार में अशक्त राज्य आंदोलनकारी अमित ओबराय के आवास पर गये और उनकी सुध ली। सुभाष बड़थ्वाल द्वारा अमित को माल्यार्पण कर उनके गले में शुभकामना के साथ पटका पहनाया साथ ही उनकी माता को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। सुभाष ने कहा कि मैं लगातार मुख्यमन्त्री से राज्य आंदोलनकारियों के कल्याण हेतु प्रतिबद्ध हूं और एक एक मांगों को सीएम के साथ ही शासन के अधिकारियों से भी सम्पर्क बनाएं हुए हूं।
उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच कें महामन्त्री रामलाल खंडूड़ी एवं प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती द्वारा अमित ओबराय के पेंशन गतिमान हेतु उनके प्रारूप एक व प्रारूप दो फार्म को भरवाया ताकि वह फार्म जिलाधिकारी कार्यालय से कोषागार में जमा हो सके और सत्यापन की औपचारिकता के बाद निर्बाध रूप से उनकी पेंशन आती रहे, स्वयं अमित ओबराय के साथ आंदोलनकारी मंच के ने प्रदेश के दोनों राज्य आंदोलनकारियों की मासिक पेंशन बढ़ोतरी के साथ उन्हें गहन चिकित्सा की सुविधा भी प्रदान किये जाने की मांग की हैं।
अमित को उठाने बैठाने व आराम से बिस्तर पर लिटाने हेतु चार व्यक्तियों की आवश्यकता पड़ती है, पेंशन कम औऱ खर्चा ज्यादा बस इसी को लेकर उधेड़बुन लगी रहती हैं।
सुभाष बड़थ्वाल ने कहा कि मेरी कोशिश है कि मुख्यमन्त्री को इस वस्तु स्थिति के बारे में पूरी जानकारी दूं ।
उन्हें मिलने वालों में सम्मान परिषद कें उपाध्यक्ष सुभाष बड़थ्वाल आंदोलनकारी मंच कें प्रदेश महामन्त्री रामलाल खंडूड़ी एवं प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती व संजय वीजारिया मौजद रहें।