देहरादून(आरएनएस)। वयम वरेण्यम फाउंडेशन द्वारा आयोजित शौर्य महोत्सव-2024 मां भारती के अमर सपूतों, बलिदानियों, क्रांतिकारियों के स्मरण उनके त्याग को नमन करने का आयोजन है। यह उन लोगों का वंदन है जिन्होंने भारत माता के सम्मान हेतु अपना सर्वस्व अर्पण कर बलिदान की महान परम्परा से नई पीढ़ी को साक्षात्कार कराने का एक अवसर प्रदान किया है।
उक्त बात प्रदेश के पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई, पंचायतीराज, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने रविवार को लखनऊ स्थित इंदिरागांधी प्रतिष्ठान विभूति खंड के मर्करी हाल में वयम वरेण्यम फाउंडेशन द्वारा मां भारती के अमर सपूतों, बलिदानियों, क्रांतिकारियों के स्मरण उनके त्याग को नमन करने और भारत माता के सम्मान हेतु अपना सर्वस्व अर्पण कर बलिदान की महान परम्परा से नई पीढ़ी को साक्षात्कार कराने का एक अवसर प्रदान करने के लिए आयोजित शौर्य महोत्सव-2024 में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग करते हुए कही।
वयम वरेण्यम फाउंडेशन शौर्य महोत्सव-2024 के अवसर पर बोलते हुए महाराज ने कहा कि अब समय बदल चुका है। बलिदान के प्रकार भी बदल चुके हैं। अगर आप मानव समाज के उत्थान के लिए, उसकी बेहतरी के लिए अपना सामर्थ्य, शक्ति, अपने हिस्से का सुख और समय व्यय कर रहे हैं तो आप भी बलिदान कर रहे हैं। मुझे इस बात की खुशी है कि वरेण्यम फाउंडेशन एक ऐसे ही लोगों का समूह है जो समाज निर्माण से राष्ट्र निर्माण की पावन भावना को चरितार्थ कर रहा है। नए नए लोगों को इस पुनीत कार्य से जोड़ कर इस श्रृंखला को हर दिन मजबूत कर रहा है।
उन्होंने कहा कि वयम वरेण्यम फाउंडेशन ने 2020 में कोविड के दौरान बेहतर सेवा कार्य करने के साथ-साथ इस विभीषिका में सामुदायिक रसोई व अन्य सामाजिक सेवाएं शुरू करने के अलावा 2021 में जब एक बार फिर से कोविड ने दस्तक दी तो वयम् ने दवा व ऑक्सीजन सिलेंडर आदि से समाज सेवा शुरू की और अगस्त 2022 में पहले शौर्य महोत्सव का आयोजन कर समाज की उम्मीदों पर खरा उतरते का प्रयास किया।
समाज उत्थान के लिए कार्य करना सबसे बड़ा समर्पण-महाराज
खेल मंत्री रेखा आर्य ने खेला खिलाड़ियों के साथ अभ्यास मैच
उत्तराखंड पैरालंपिक एसोसिएशन के बैनर तले खिलाड़ियों को किया सम्मानित
देहरादून : उत्तराखंड सरकार में खेल मंत्री रेखा आर्य ने देहरादून स्थित एक निजी होटल में पैरालंपिक एसोसिएशन आफ उत्तराखंड द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की जहां उन्होंने उत्तराखंड पैरालंपिक वॉलीबॉल खिलाड़ियों को राष्ट्रीय प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन पर सम्मानित किया साथ ही उन्होंने सभी के साथ अभ्यास मैच भी खेला .
उन्होंने कहा कि निश्चित ही हमारे पैरालंपिक खिलाड़ियों ने अपने खेल के जरिए अन्य लोगों को भी प्रेरित करने का कार्य किया है आज केंद्र और राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल मार्गदर्शन में हमारे खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है.
इस मौके पर बतौर विशिष्ट अतिथि एवं संरक्षक पैरालंपिक संगठन सिंधु गुप्ता जी मौजूद रही वहीं प्रथम श्वास फाउंडेशन की अध्यक्ष अनामिका जिंदल सोल फिट की डायरेक्टर रूपा सोनी एवं दून गर्ल्स स्कूल की प्रबंधक मोनिशा दत्ता एवं तेजस्विनी ग्रुप की फाउंडर प्रिया गुलाटी बतौर वशिष्ठ अतिथि मौजूद रहे. कार्यक्रम में उपाध्यक्ष उमेश ग्रोवर, सचिव – अमिता सदस्य उमेश त्रिपाठी, पवन भट्ट, आदेश डबराल, संदीप चौधरी, वह अन्य लोगों का पूर्ण सहयोग रहा.
मौके पर संगठन के अध्यक्ष प्रेम को करने कहा कि उनको यदि ऐसे ही सरकार का सहयोग मिलता रहा तो एक वह दिन दूर नहीं जब ओलंपिक के हर खेल में पैरालंपिक का झंडा बुलंद होगा और उत्तराखंड का नाम पैरालंपियन एथलीट्स रोशन करेंगे.
विनय पत्रिका के कुमाउनी अनुवाद पुस्तक का हुआ लोकार्पण
देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र, देहरादून की ओर से आज प्रातःकालीन सत्र में गोस्वामी तुलसीदास कृत विनय पत्रिका के कुमाउनी अनुवाद पुस्तक का लोकार्पण किया गया। इसका कुमाउनी अनुवाद साहित्यकार श्रीमती भारती पाण्डे ने किया है। पुस्तक का प्रकाशन दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र और समय साक्ष्य ने किया है। गोस्वामी तुलसीदास जी की 527 वीं जयंती के अवसर पर आयोजित आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्कृत विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति डॉ. सुधारानी पाण्डे ने की। इस अवसर पर सुपरिचित भाषा विज्ञानी और विज्ञान लेखन से सम्बद्ध श्रीमती कमला पंत, खादी ग्रामोद्योग विभाग, उत्तराखण्ड की श्रीमती अल्का पाण्डे भी उपस्थित रहीं। कार्यक्रम के दौरान बीना जोशी,रमा जोशी, कमला पंत और बीना भट्ट नेे विनय पत्रिका के पदों का सुमधुर गायन कर उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। गीत गायन में तबले पर श्री राघव ने साथ दिया।
मंचासीन उपस्थित वक्ताओं ने विनय पत्रिका और इसके कुमाउंनी अनुवाद के विविध पक्षों पर प्रकाश डालते हुए विस्तार से चर्चा भी की। उल्लेखनीय है कि इस पुस्तक में सुपरिचित पत्रकार व साहित्यकार मृणाल पाण्डे ने अपनी टिप्पणी देते हुए मूल विनय पत्रिका के इस अनुवाद को कुमाउनी साहित्य के लिए महत्वपूर्ण कृति बताया। समाज विज्ञानी प्रो. बी.के. जोशी ने पुस्तक की भूमिका में इस पुस्तक को हिन्दी और कुमाउनी साहित्य के अध्येताओं व शोधार्थियों के लिए उपयोगी बताया है।
कार्यक्रम में अपने विचार रखते हुए कमला पंत ने कहा कि श्रीमती भारती पाण्डे ने अपनी कुमाउंनी बोली में अविकल अनुवाद करने का साहस जुटाया है। अनुवाद की पाण्डुलिपि जब मेरे हाथ में आई तो मुझे भारती के अथक परिश्रम और अटूट लगन का कायल होना पड़ा। विनय-पत्रिका का अपनी दुदबोली कुमांउनी में अनुवाद करने का जो उपक्रम उन्होंने किया है उसे बड़ी सरलता से स्वीकारा भी है कि राम की आज्ञा में भला कौन बाधक हो सकता है। उन्होनें कहा कि श्रीमती पांडे ने विनय पत्रिका जैसी गूढ़, धार्मिक और आध्यात्मिक कृति का कुमांउनी बोली में अनुवाद कर कुमांउनी साहित्य को एक अमूल्य भेंट दी है। आज की सामाजिक स्थितियों में संस्कृति, परम्पराओं और जीवन मूल्यों का जिस तरह ह्रास हो रहा है उस स्थिति में अपनी बोली को सहेजने का यह प्रयास सचमुच वंदनीय और अभिनंदनीय है। उन्होंने अपने वक्तव्य में उत्तराखंड की बोली-भाषा के विषय पर भी प्रकाश डाला।
संस्कृत विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति डॉ. सुधारानी पाण्डे ने अपने वक्तव्य में कहा कि भारती पाण्डे द्वारा संत तुलसीदास की विनय पत्रिका का कुमाउनी लोकभाषा में अनुवाद सुंदर सार्थक पहल है. तुलसीदास की चरम साधना की परिणीति ही है विनय पत्रिका. यानी वह राम के चरणों में लोक मंगल की याचिका है. तुलसीदास के रामचरित मानस से जो लोकप्रियता मिली उससे राम जान जान के करुणा वत्सल प्रिय बन गए. राम चरित मानस सहित विनय पत्रिका भी रामसाहित्य भक्तों और पाठकों का आधार बनी है. इसी लोकप्रियता के वजह से राम साहित्य की प्रस्तुति कई बोली भाषाओं में हुई है |
दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के प्रोग्राम एसोसिएट चन्द्रशेखर तिवारी ने कहा कि श्रीमती भारती पाण्डे ने तुलसीदास जी द्वारा रचित विनय पत्रिका को कुमाउंनी में अनुवाद करके स्तुत्य कार्य किया है। कुमाउनी बोलचाल में प्रयुक्त होने वाले अनेक पुराने शब्द जो विलुप्त के कगार में पहुंच गये हैं उन्हें श्रीमती भारती जी ने इस कुमाउनी भावानुवाद में सहज रुप से समावेश कर महत्वपूर्ण कार्य किया है।
डॉ. अल्का पाण्डेय ने कहा विनय पत्रिका के कुमाउंनी अनुवाद की पुस्तक स्कूलों के पाठ्यक्रमों में लगाने के लिए प्रयास किये जाने चाहिए। हिंदी-कुमाउनी भाषा के शोधार्थियों के लिए यह उपयोगी पुस्तक होगी।कुल मिलाकर यह पुस्तक भाषा के संवर्धन के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
श्रीमती भारती पाण्डे ने अपने इस पुस्तका के बारे में कहा कि विनय पत्रिका में तुलसीदासजी ने देवताओं की स्तुति व गुणगान कर अन्ततः उनसे रामभक्ति की याचना की है। विनय पत्रिका के पद विभिन्न रागों में लिखे गये हैं। उन्होनें कहा कि विनय-पत्रिका में आये हुए विविध कथा प्रसंगों की जानकारी आमजन को बहुत कम है अतः इस उद्देश से उन्होंने इसके कुमाउनी अनुवाद की ओर कदम उठाया। हिन्दी की व्याकरणिक संरचना, पदों की गेयता और कुमांउनी बोली के शब्दों के उच्चारण की जटिलता के कारण हांलाकि पदों का अनुवाद बहुत सरल नहीं हो पाया है लेकिन एक प्रयास के रूप में इसे पूर्ण करने का कार्य किया है।
कार्यक्रम का संचालन साहित्यकार शिवमोहन सिंह ने किया।
इस अवसर पर, डॉ. लालता प्रसाद, रजनीश त्रिवेदी, वीरेंद्र डंगवाल पार्थ,शांति प्रसाद जिज्ञासु, रमाकांत बेंजवाल, दर्द गढ़वाली, चन्दन सिंह नेगी, बीना बेंजवाल, प्रवीन भट्ट, बबीता शाह लोहनी, विवेक तिवारी, डी.के.पाण्डे, महेश चन्द्र पाण्डे, कमल रजवार, गोविंद पांडे,अवतार सिंह, सुन्दर सिंह बिष्ट, शोभा पाण्डे, दिनेश चंद्र जोशी, सुमित पाण्डे सहित कई लेखक, साहित्यकार, अनेक युवा पाठक व अन्य प्रबुद्ध लोग उपस्थित रहे।
हिंदूओं की रक्षा के लिए बांग्लादेश कूच करने से भी पीछे नहीं हटेंगे नागा सन्यासी -श्रीमहंत रविंद्रपुरी
हरिद्वार (कुलभूषण ) अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का कड़ा विरोध करते हुए अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन से हस्तक्षेप करने की मांग की है। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े में पत्रकारों को जानकारी देते हुए अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि विश्व में जहां भी हिंदु रहते हैं उनकी सुरक्षा होनी चाहिए। बांग्लादेश में जो हालत हो रहे हैं उस पर सरकार को ठोस निर्णय लेना चाहिए। हिंदू धर्म कभी भी हिंसा के पक्ष में नहीं रहा। बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद अराजक तत्व हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं। हिंदु मंदिरों को तोड़ा जा रहा है। हिंदुओं की संपत्ति को जलाया जा रहा है। हिंदू महिलाओं पर भी अत्याचार किए जा रहे हैं। अत्याचारों से त्रस्त हिंदू पलायन को मजबूर हो रहे हैं। जो कि बेहद चिंतनीय है। दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह है कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को लेकर तमाम मानवाधिकार संगठन और सभी देश चुप्पी साधे हुए हैं। लेकिन अखाड़ा परिषद और संत समाज चुप नहीं रहेगा। अखाड़ों और संतों ने हमेशा धर्म की रक्षा है। आवश्यकता हुई तो हिंदू हितों की रक्षा के लिए नागा सन्यासी बांग्लादेश कूच करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के हिंदूओं की रक्षा के लिए केंद्र सरकार को भी प्रभावी कदम उठाने चाहिए। अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार परिषद् को भी बांग्लादेश के हिंदुओं के हितों के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में अखिल भारतीय अखाड़ परिषद की और से अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार परिषद् को ज्ञापन भी भेजा जाएगा। जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेमगिरी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म ने हमेशा मानवता की सीख दी है। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का पूरे हिंदू समाज को एकजुट होकर जवाब देना होगा। संत बांग्लादेश के हिंदुओं की रक्षा के लिए तत्पर हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि बांग्लादेश के सभी हिंदुओं को भारत बुलाना चाहिए। साथ ही भारत में रह रहे गैर हिंदुओं को चिन्हित कर वापस भेजना चाहिए। केंद्र सरकार को इस मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भी उठाना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर डॉ सुनील कुमार बत्रा के द्वारा किया गया।
इस दौरान महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी, श्रीमहंत महेश पुरी, महंत महाकाल गिरी, महंत हीरा भारती, महंत अमृतपुरी, प्रोफेसर सुनील कुमार बत्रा सहित कई संत महंत एवं गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
श्रृद्वा व भक्ति के साथ किया गया मुलतान जोत महोत्सव का आयोेजन
हरिद्वार (कुलभूषण ) । कुम्भ नगरी हरिद्वार में रविवार सवेरे श्रद्धा व हर्षोल्लास के साथ निकाली गई मुलतान जोत महोत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं व भक्तो ने गंगा जी के साथ दूध की होली खेलते हुए गंगा जी का दुग्ध अभिषेक किया। हरकी पोड़ी पर श्रद्धा और आस्था की प्रतीक माँ गंगा जी की पूजा अर्चना कर शाम को गंगा आरती के बाद विश्व शांति के लिए सैकड़ो जोत गंगा में प्रवाहित कर 114 वर्ष पुरानी भक्त रूप चन्द की परम्परा को कायम रखा है ।
काँवड़ मेले के बाद गंगा तट पर मनाया जाने वाला जोत महोत्सव की तैयारियां शनिवार शाम को ही पूरी हो गयी थी तोरण द्वारो से सजी धर्म नगरी में सैकड़ो श्रदांलुओं ने मुल्तान जोत महोत्सव के अध्यक्ष डॉ महेंद्र नागपाल के नेतृत्व में भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष बिजेन्द सचदेवा रविवार की सुबह हरकी पैड़ी पहुचे । हाथों में दूध भरी पिचकारियां लेकर हर की पौड़ी पर पहुँचे भक्तो ने माँ गंगा की स्तुति कर दूध की होली खेली ।
दिल्ली के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बिजेंद्र सचदेवा ने कहा मुल्तान जोत एक धार्मिक आयोजन है. जो 114 वर्षो से भारत की एकता और अखंडता का परिचयक है, साथ युवा पीढ़ी अपनी संस्कृति से अवगत कराते हुए आने वाली पीढ़ी को भी इस पुनीत परम्परा से जोड़कर रखना है।
अपरान्ह 4 बजे के बाद भूपतवाला स्थित सुखी नदी से मुल्तान जोत महोत्सव की शोभा यात्रा प्रारम्भ हुई शोभा यात्रा का जगह जगह पर लोगो ने भव्य स्वागत कर प्रसाद वितरण किया ।शोभा यात्रा में मनमोहक रूप से सजी धार्मिक झांकियां लोगो की आकर्षण का केन्द्र रहा।इसके अलावा अमिताभ बच्चन ,बाबा रामदेव और कोहली के डुप्लीकेटो ने अपनी मनमोहक कला से लोगो का मन मोह लिया । शोभायात्रा का समापन हरकी पौड़ी पर शाम आरती के बाद हुआ।हजारो श्रदालुओ ने देश में आपसी सदभावना और भाई चारे की कामना को लेकर पवित्र जोतें हर की पौड़ी पर गंगा जी में प्रवाहित कर आतिशबाजी करी । सुबह दूध की होली शाम को आसमान में रंग बिरंगी आतिशबाजी देख लोग प्रफुलित थे । इसके बाद मनमोहक धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रम में मंच पर पहुँचे अमिताब ,रामदेव , विराट कोहली , के डुप्लीकेट चेहरों को देखने उमड़ी भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी ।
जोत महोत्सव् में अशोक नागपाल , एस पी गांधी ,सुरेन्द्र आहूजा ,सतपाल अरोड़ा ,अनूप गुप्ता आदि मौजूद रहे ।
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देश की एकता एवं अखण्डता को बनाए रखने के लिए भक्त रूप चन्द ने मुल्तान जोत महोत्सव की शुरुआत वर्ष 1911 में की थी ।पाकिस्तान के मुलतान शहर से जोत लेकर हरिद्वार आये लाला रूप चन्द आज भी जीवित प्रतीत हो रहे हैं ।हर वर्ष जोत महोत्सव की परम्परा को आगे बढ़ा रही हैं। डॉ महेंद्र नागपाल की टीम सामाजिक एकता की मिशाल है ।
सुखी नदी खड़खड़ी से हर की पौड़ी तक कांग्रेस जन जागरण यात्रा ने किया जन संपर्क
हरिद्वार ( कुलभूषण ) कांग्रेस द्वारा कॉरिडोर हटाओ हरिद्वार बचाओ जन जागरण यात्रा के तीसरे दिन आज सुखी नदी खड़खड़ी से हर की पौड़ी तक जन संपर्क किया।
कांग्रेस प्रदेश महासचिव अनिल भास्कर के नेतृत्व में निकाली गई जन जागरण यात्रा का मार्गदर्शन पूर्व राज्यमंत्री डॉ संजय पालीवाल व पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने किया।
इस अवसर पर बोलते हुए पूर्व महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि हरिद्वार की जनता को बीजेपी सरकार और नगर विधायक के झूठ को समझना होगा। कांग्रेस शहर और व्यापारियों के हित के लिए संघर्ष कर रही है यह शहर के लोगो को सोचना होगा कि उनके घर और व्यापार को वर्तमान सरकार उजाड़ने का काम करने को तैयार है उसके खिलाफ खड़ा होना होगा।
कार्यक्रम संयोजक अनिल भास्कर ने कहा कि कांग्रेस राहुल गाँधी जी के विचारों के साथ डरो मत के सिद्धांत के साथ आगे बढ़ रही है युवाओं और व्यापारियों को भी आगे आना होगा।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिनेश कुमार दुबे ने कहा कि बीजेपी दलितों और माध्यम वर्ग को बर्बाद करने पर तुली हुई है। लेकिन अब सभी लोग बीजेपी की नीतियाँ और कार्य समझ चुके है और बीजेपी को सबक सिखाने के लिए लोग तत्पर है।
प्रदेश प्रवक्ता हिमांशु बहुगुणा ने कहा कि बद्रीनाथ जी, काशी, अयोध्या, उज्जैन में जिस प्रकार हिन्दुओं के तीर्थ स्थलों को विकास के नाम पर अव्यवस्थित करने का काम किया गया वह बेहद दुःखद है।
युवा कांग्रेस के महासचिव रवि बाबू शर्मा ने कहा हरिद्वार का स्वरूप को बिगड़ने के रोकने के लिए हैं संभव आंदोलन और कार्य किये जायेंगे। युवा कांग्रेस इस आंदोलन में पूर्ण मनोयोग से भूमिका निभाएगी।
इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक शर्मा, सुभाष कपिल व गुलशन नैययर, यशवंत सैनी, ने भी सम्बोधित किया।
कार्यक्रम में युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव सागर बेनीवाल, कांग्रेस सेवादल के प्रदेश महासचिव वीरेंद्र भारद्वाज, महेद्र गुप्ता, जगदीश, महानगर अध्यक्ष विशाल प्रधान, स्वाति शर्मा, इंटक अध्यक्ष जगदीप असवाल, सतेन्द्र वशिष्ठ, शुभम अग्रवाल, प्रदीप अग्रवाल, शहजाद कुरैशी, बृजमोहन बर्थवाल, जीतू चौधरी, मणि खन्ना, ओबीसी अध्यक्ष अंकुर सैनी, राजकुमार ठाकुर, हिमांशु, शुभम थापा सहित अनेकों लोग उपस्थित थे।
पूर्व मेयर पति अशोक शर्मा के द्वारा नगर निगम में किए गए घोटालों की जांच की जाए: सुनील अग्रवाल “गुड्डू”
हरिद्वार ( कुलभूषण) भारतीय जनता पार्टी कनखल मंडल के कार्यकर्ताओं द्वारा आज कांग्रेस के खिलाफ दक्ष मंदिर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया गया और वहां पर गंगाजल से ब्राह्मणों के मंत्रोचार के साथ शुद्धिकरण अभियान चलाया गया
पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता कनखल स्थित दक्ष मंदिर के बाहर एकत्रित हुए इस अवसर पर हरिद्वार नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष सुनील अग्रवाल गुड्डू ने कहा की तीर्थ नगरी हरिद्वार में कांग्रेस जहां-जहां भी जिस स्थान पर भी कॉरिडोर के नाम पर झूठ बोलने का काम कर रही है और हरिद्वार जैसी पावन धरती को अपवित्र कर जनता को भ्रमित करने का घृणित प्रयास कर रही है अगले ही दिन उसी स्थान पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता गंगाजल छिड़क कर शुद्धिकरण अभियान चला रहे हैं और सच्चाई जनता के सामने ला रहे हैं उन्होंने कहा कि वे यह मांग करते कि पूर्व मेयर पति अशोक शर्मा के द्वारा अपने कार्यकाल में किए गए जिओ कंपनी भूमिगत केबिल घोटाला,फूल फरोशी घोटाला,होर्डिंग टेंडर घोटाला,उषा ब्रैको रोप–वे लीज घोटाला आदि की जांच की जाए
भाजपा के प्रदेश सह–संयोजक धर्म संस्कृति प्रकोष्ठ पंडित नितिन शुक्ला ने कहा कॉरिडोर को लेकर हरिद्वार कांग्रेस के स्थानीय नेता दो गुटों में बटे हुए हैं और आपस में ही वर्चस्व की लड़ाई और महापौर पद का टिकट पाने की होड़ में हरिद्वार की जनता से झूठ बोल रहे हैं उन्होंने कहा कि जब सरकार और प्रशासन द्वारा कोरोडोर पर अभी तक किसी प्रकार का कोई नोटिफिकेशन या नोटिस आदि जारी ही नहीं हुए हैं तो कांग्रेस किस आधार पर हरिद्वार के व्यापारियों को भ्रमित करने का कार्य कर रही है आज कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं रह गया है
भाजपा के कनखल मंडल अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट ने कहा की कांग्रेस और उनके नेताओं ने 60 साल सत्ता में रहते हुए भी हरिद्वार के विकास के लिए कुछ नहीं किया और भारतीय जनता पार्टी और और उनकी सरकार ने हरिद्वार विधायक मदन कौशिक से प्रयासों से हरिद्वार को आधुनिक हरिद्वार बनाने का काम किया है कांग्रेस हर प्रकार की विकास योजना का हमेशा से विरोध करती आई है
भाजपा के जिला उपाध्यक्ष और इस अभियान के संयोजक विकास तिवारी ने कहा की इसी प्रकार कांग्रेस की झूठ बोलने की नीतियों का पर्दाफाश होता रहेगा और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता जनता के सामने सच्चाई रखते रहेंगे और इसी प्रकार हरिद्वार की पावन धरती को कांग्रेस के झूठ से अपवित्र नहीं होने देंगे
आज के प्रदर्शन में विधायक प्रतिनिधि राजकुमार अरोड़ा, मयंक गुप्ता,अजय कुमार अखिलेश पंवार,राघव गुप्ता,धीर सिंह,कपिल वालियाँन,सर्वेश भूपेन्द्र कुमार,अमित प्रजापति, संजीव त्यागी,अनिमेष शर्मा राजेश कश्यप,तरुण सिंह आदि उपस्थित रहे!
नशे के खिलाफ विभिन्न जन संगठनों ने निकाला मार्च, सैकड़ों लोग हुए शामिल
“25 अगस्त को कौलागढ़ और 1 सितंबर को नेहरू ग्राम में निकाला जाएगा मार्च”
देहरादून, नशा विरोधी जन अभियान के द्वारा आज 11 अगस्त 2024 से प्रदेश व्यापी चलाए जाने वाले नशा विरोधी जन जागरण अभियान का आगाज किया गया I एफआरआई के प्रवेश द्वार पर पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत आज नशा विरोधी जन अभियान के द्वारा एक जन जागरण मार्च प्रातः 7:30 बजे प्रारंभ किया गया I
जोरदार बारिश व मौसम के बिगड़े हुए हालात के चलते हुए भी नशा विरोधी अभियान के कार्यकर्ताओं ने प्रातः 6:30 बजे से ही प्रवेश द्वार के सामने बाहर खड़े होना प्रारंभ कर दिया l लगातार बारिश के चलते हुए भी लोग वहां पर टस से मस नहीं हुए l इस बारिश के चलते लोग दूर-दूर से वहां पर इकट्ठा होने लगे साथ ही नारों व जन गीतों के साथ अभियान की शुरुआत की गई l “आंधी आए या तूफान जारी रहेगा यह अभियान, ” एक रहेंगे जुटे रहेंगे, अभियान को हम सफल करेंगे , “जन जन ने ये ठाना है ,नशे को भगाना है, नशा नहीं रोजगार दो, जीने का अधिकार दो, के नारों के गर्जन साथ मार्च करते हुए अभियान दल के कार्यकर्ता पंडित वाड़ी , बाजार से होते भुड़गांव , वहां से लवली मार्केट ,शहीद द्वार पर रुका I जहां पर नशा विरोधी अभियान दल द्वारा एक जनसभा आयोजित की गई l
जनसभा को अभियान टीम के नेतृत्वकारी त्रिलोचन भट्ट विमला अजय जोशी कमला पंत ने संबोधित किया व जनसभा का समापन अभियान दल टीम नेत्री उषा भट्ट द्वारा समापन किया गया l नशा विरोधी जन अभियान के बैनर तले पंडितवाड़ी के चौक पर पहुंचे सैकड़़ों लोगों की मौजूदगी में नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया। मार्च के दौरान लोगों से नशे के खिलाफ शुरू किये गये इस अभियान में शामिल होने की अपील की गई। अभियान नेत्री
राज्य आंदोलनकारी ऊषा भट्ट ने कहा कि हम लोगों ने पहाड़ की खुशहाली के लिए इस राज्य के लिए संघर्ष किया था, लेकिन आजं इस राज्य को नशे के चंगुल से छुड़ाने के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है। यदि आज हम नशे के खिलाफ खड़े नहीं हुए तो आने वाले समय में हर घर में कोई न कोई नशेड़ी पैदा होगा। क्योंकि नशे के तस्करों की नजर हमारे घरों के एक-एक बच्चे पर है। उन्होंने कहा कि हर घर से एक-एक व्यक्ति को इस अभियान में शामिल होना होगा।
अभियान नेतृत्वकारी एक्टिविस्ट और पत्रकार त्रिलोेचन भट्ट ने कहा कि हम उत्तराखंड को शराब से मुक्त करने की लड़ाई लड़ते रहे और शराब के साथ सिंथेटिक नशा भी राज्य के दूर-दराज के गांवों तक पहुंच गया। सरकार, प्रशासन, पुलिस लगातार नशे के खिलाफ अभियान चलाने का दावा कर रहे हैं। इस मुद्दे को मीडिया भी लगातार उठा रहा है, इसके बावजूद राज्य में नशे का चलन बढ़ता जा रहा है।
उत्तराखंड़ महिला मंच की कमला पंत ने कहा कि नशा विरोधी अभियान को पूरे राज्य में फैलाने की जरूरत है, ताकि हम अपने बच्चों को नशे के नरक में फिसलने से बचा सकें। उन्होंने कहा कि शराब के साथ ही तमाम तरह के ड्रग्स पहाड़ों के गांवों तक पहुंच गये हैं और कई परिवार नशे के कारण अपने जवान बच्चों को गंवा चुके हैं। पुलिस प्रशासन और पुलिस को जिस तरह की सख्ती बरतनी चाहिए, उनमें कहीं न कहीं कोई कमी है। यदि ऐसा नहीं होता तो हमारी युवा पीढ़ी आज इस तरह बर्बाद नहीं होती।
मार्च के अंत आयोजित नुक्कड़ सभा में आगामी 25 अगस्त को कौलागढ़ में और 1 सितंबर सहसपुर में मार्च निकालने का फैसला किया गया। इसके बाद सेलाकुई, धर्मपुर और नेहरूग्राम में भी वहां के लोगों से संपर्क कर मार्च निकालने का फैसला किया गया। इस अभियान को राज्यव्यापी अभियान बनाने की भी घोषणा की गई।
मार्च में उत्तराखंड इंसानियत मंच के डॉ. रवि चोपड़ा, नन्द नन्दन पांडे, पूरन बड़थ्वाल, श्रमयोग के अजय जोशी, विक्रम, इप्टा के हरिओम पाली, एडवोकेट जितेन्द्र्र, सुधीर बडोला, पीपुल्स फोरम उत्तराखंड के जयकृत कंडवाल, अनुज उपाध्याय, उत्तराखंड महिला मंच की निर्मला बिष्ट, लक्ष्मी थापा, रूपा क्षेत्री, शांत नेगी, विजय नैथानी, कृष्णा सकलानी, वीना थापा, मातेश्वरी रजवार, परला पुरोहित, बीना डंगवाल, शांति सेमवाल, कमला कोली, पदमा गुप्ता, रीना थापा, नीलम पालीवाल सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।
उत्तराखंड़ राज्य आंदोलनकारी संयुक्त मंच ने किया क्रमिक अनशन शुरू
देहरादून, उत्तराखंड़ राज्य आंदोलनकारी संयुक्त मंच के तत्वावधान में राज्य आंदोलनकारियों को राज्याधीन सेवाओं में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण और चिन्हीकरण के लंबित प्रकरणों के निस्तारण की माँग को लेकर जारी अनिश्चितकालीन धरना दसवें दिन भी जारी रहा। वहीं रविवार 11 अगस्त से आंदोलनकारियों ने क्रमिक अनशन प्रारम्भ कर दिया। आज क्रमिक अनशन के पहले दिन खुशपाल सिंह परमार, शकुंतला रावत व क्रांति अभिषेक बिष्ट बैठे।
इनके से समर्थन में बैठने वालों में उर्मिला शर्मा, ओमी उनियाल, जगदीश चौहान, ललित जोशी, क्रांति कुकरेती, अम्बुज शर्मा, विमल जुयाल, केशव उनियाल, शिवराज सिंह रावत, सुरेंद्र सिंह, रामचंद्र नौटियाल, शांति शर्मा, लोक बहादुर थापा, मार्कडी प्रसाद, मुरारी लाल खंडेलवाल, राम कृष्णन, पुष्पा बहुगुणा, सुधीर नारायण शर्मा, सुनीता ठाकुर, जबर सिंह पावेल, सतेन्द्र नॉगई, लुसुन टोडरिया, राम किशन, प्रभात डंडरीयाल, हरि प्रकाश शर्मा,अनीता रावत, सुनील जुयाल, विनोद असवाल आदि लोग उपस्थित थे।
वेद उनियाल विचार मंच तृतीय उत्कृष्ट सम्मान : विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य के लिए विभूतियों का हुआ सम्मान
देहरादून (दीपिका गौड़), वेद उनियाल विचार मंच द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य के लिए विभूतियों को सम्मानित किया गया। उत्तरांचल प्रेस क्लब में वरिष्ठ पत्रकार एम. एम. लखेड़ा, जितेंद्र अंथवाल, संदीप गोयल तथा रंगकर्मी सतीश धौलाखंडी व पहाड़ी व्यंजन को प्रोत्साहित करने हेतु पूनम डोभाल को उत्कृष्ट सम्मान दिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी सुभाष शर्मा द्वारा की गयी। मुख्य अतिथि सूचना आयुक्त उत्तराखंड योगेश भट्ट तथा विशिष्ट अतिथि में हर्षमणि व्यास, अजय राणा अध्यक्ष प्रेस क्लब, जगमोहन मेहंदीरत्ता, सुनील अग्रवाल, कवित्री व लेखिका नैना कंसवाल, आंदोलनकारी उर्मिला शर्मा मंचासीन रहे। संचालन मंच के संयोजक मनोरथ प्रसाद ध्यानी ने किया।
मुख्य अतिथि योगेश भट्ट ने कहा कि राज्य के असली अवधारणा के लिए एकबार फिर सभी क्षेत्रीय ताकतों को एकजुट होना पड़ेगा। स्व. वेद उनियाल के विचारों में राज्य विकास के लिए वेद भाई के विचारों को आगे लाना होगा, उन्होंने कहा कि जिस हिसाब से उत्तराखंड की नैसर्गिकता के साथ खिलवाड़ हो रहा है इसके लिए आंदोलनकारी ताकतों को एकत्र एक मंच में होना पड़ेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे समाजसेवी सुभाष शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड़ में हो रहे पर्यावरण परिस्थितिकी पर हमें गंभीर होना पड़ेगा। हिमालयी राज्यों को बचाने के लिए राज्य सरकार के साथ केंद्र सरकार को गंभीर होना पड़ेगा।
विशिष्ट अतिथि ओएनजीसी के रिटायर अधिकारी हर्षमणि व्यास ने कहा कि सरकारों की योजनाएं से प्राकृतिक क्षति के कारण आज आपदाओं का अम्बार लगा है। जिसके लिए सरकार ही नहीं आम जन को सचेत होना पड़ेगा। कवियत्री व लेखक नैना कंसवाल ने पलायन के कारणों पर विचार रखते हुए कविता के माध्यम से प्रस्तुति दी, सुनील अग्रवाल ने कहा कि युवाओं के बीच जनजागरण को करना होगा।
इस अवसर पर ओमी उनियाल, जगदीश चौहान, जगमोहन नेगी, प्रदीप कुकरेती, मोहन खत्री, पूरण सिंह लिंगवाल, एल मोहन लखेड़ा, बिजेंद्र रावत, राजेंद्र प्रधान, दीपक लिंगवाल, अशोक नेगी, प्रांजल नौडियाल, लुशुन, पुष्पा डोभाल, एम भंडारी, उषा चौहान, अनीता कोठियाल, रमा चौहान, जगदीश चौहान, रामपाल, प्रभात डंडरियाल, जय प्रकाश उपाध्याय, दीपक रावत, मनीष रावत, विनोद असवाल, मेजर महावीर रावत, गब्बर सिंह बिष्ट, अनिल डोभाल, निर्मल शाह, क्रांति कुकरेती, केशव उनियाल, संजय बलूनी आदि विभिन्न संगठनों से लोग उपस्थित रहे।
चौमासी से केदारनाथ पैदल ट्रेक को वैकल्पिक मार्ग के रूप में उपयोग में लाये जाने के लिए कयास शुरू
“केदारनाथ छैत्र में आपदाओं को देखते हुए जिला प्रशासन अब चौमासी से केदारनाथ पैदल मार्ग को बैकल्पिक मार्ग के रुप मे विकसित करने की योजना बना रहा है। इसके लिये जिलाधिकारी के निर्देशन में गठित टीम द्वारा चौमासी से पैदल ट्रेक का संयुक्त स्थलीय निरीक्षण किया गया। शीघ्र ही गठित टीम जिला प्रशासन को संयुक्त निरीक्षण आख्या सौंपेगी”।
रुद्रप्रयाग- आखिरकार जिला प्रशासन चौमासी से केदार नाथ पैदल मार्ग को यात्रा के लिये बैकल्पिक ट्रेक बनाने की कवायद मे जुट गया। इसके लिये जिलाधिकारी द्वारा संभावनो को तलासने के लिये जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार के नेतृत्व में टीम गठित कर पैदल मार्ग का निरीक्षण करने के निर्देश दिये है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार ने अवगत कराया कि केदार नाथ छैत्र में आपदाओं को देखते हुये जिलाधिकारी के दिशा निर्देशन में टीम का गठन किया गया जिसने द्बारा चौमासी से केदारनाथ पैदल ट्रेक का संयुक्त स्थलीय निरीक्षण किया गया। उन्होंने अवगत कराया कि आपदा की दृष्टिगत चौमासी से केदारनाथ पैदल ट्रेक मार्ग एक महत्वपूर्ण मार्ग है, जिसे आपदा जैसी घटना घटित होने पर वैकल्पिक ट्रेक मार्ग के रूप उपयोग में लाये जाने के लिए इस पैदल ट्रेक मार्ग का निरीक्षण हेतु दिनांक 09-08-2024 को चौमासी से एक दल रवाना हुआ था, जिसमें उनके साथ नरेंद्र कुमार, सहायक अभियंता,लो.नि.वि., उखीमठ, जुगल किशोर चौहान, सहायक वन संरक्षक, केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग, गोपेश्वर डा. कृष्ण सिंह सजवाण, भू वैज्ञानिक, रुद्रप्रयाग मौजूद रहे इस टीम द्वारा रेका खर्क तक मौका मुआयना कर दिनांक 10-08-2024 को चौमासी वापस पहुंचे। संयुक्त टीम द्वारा अपनी निरीक्षण आख्या जल्द ही जिला प्रशासन को उपलब्ध कराई जाएगी।
इस टीम मैं अन्य सदस्य मुलायम सिंह, ग्राम प्रधान, चौमासी डीडीआरएफ से जगमोहन व नरेंद्र वन विभाग से नवीन प्रसाद, वन आरक्षी अंशुल, बद्री आदि मौजूद रहे।