Tuesday, April 29, 2025
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उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले युवाओं की होती है राष्ट्र निर्माण में अहम भूूमिका : श्रीमहन्त राम रतन गिरि

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हरिद्वार ( कुलभूषण)  एस.एम.जे.एन. (पी.जी.) काॅलेज में आज 78 वां स्वतंत्रता दिवस पर्व बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया। सर्वप्रथम इस अवसर पर काॅलेज प्रबन्ध समिति के सचिव श्रीमहन्त राम रतन गिरि महाराज,एवं प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा द्वारा ध्वजारोहण किया गया। ध्वजारोहण के पश्चात् शहीदों को नमन करते हुए पुष्प अर्पित कर राष्ट्रगान गाया गया तथा काॅलेज में बनायी गयी शौर्य दीवार पर देश के अमर शहीदों को पुष्पाजंली अर्पित की।
इस अवसर पर काॅलेज प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष श्री महन्त राम रतन गिरि महाराज ने अपने संदेश में सभी राष्ट्रवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें देते हुए कहा कि हमें भारतवर्ष को आजाद कराने में हुए शहीदों के सपनों का भारत बनाने का प्रण लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाले युवाओं की राष्ट्र निर्माण में अहम भूूमिका होती है। उन्होंने युवाओं को नशा मुक्ति का सन्देश भी दिया।
काॅलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने स्वतंत्रता दिवस की अपनी शुभकामनायें प्रेषित करते हुए कहा कि आज हमारी राष्ट्रीय एकता का परिणाम तिरंगा अपने सर्वोच्च स्थान पर गर्व के साथ फहरा रहा है। हमें अपने देश की एकता व अखण्डता पर गर्व करना चाहिए। डाॅ. बत्रा ने निदेशक, उच्च शिक्षा हल्द्वानी प्रोफेसर डॉ अन्जु अग्रवाल का शुभकामना संदेश भी पढ़कर सुनाया, जिसमें निदेशक ने अपने बधाई संदेश में कहा कि स्वतंत्रता के इस अवसर पर राष्ट्र के विकास एवं आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में हम सबका व्यक्तिगत उत्तरदायित्व है कि एक सुदृढ़ एवं मजबूत राष्ट्र निर्माण में निष्काम भाव से कर्मशील रहकर अपनी श्रेष्ठतम कार्यक्षमता का प्रदर्शन कर अपना सर्वोत्तम योगदान दें।
कार्यक्रम का संचालन डाॅ. संजय माहेश्वरी द्वारा किया गया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से डाॅ. मन मोहन गुप्ता,प्रोफेसर डाॅ. तेजवीर सिंह तोमर, प्रोफेसर डाॅ. जगदीश चन्द्र आर्य, डॉ नलनी जैन, विनय थपलियाल, डाॅ. सुषमा नयाल, डाॅ. आशा शर्मा, श्रीमती रिंकल गोयल, डाॅ. विजय शर्मा, डाॅ. विनीता चौहान, डाॅ. मोना शर्मा, डाॅ. यादवेन्द्र सिहं, डाॅ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, डाॅ. पदमावती तनेजा, विनीत सक्सेना, प्रियंका, डाॅ. मनोज सोही, प्रिंस श्रेात्रिय, डाॅ. सरोज शर्मा, डाॅ. मिनाक्षी शर्मा, मोहन चन्द्र पाण्डेय, डॉ एस के चौहान, वैभव बत्रा, राजकुमार, श्रीमती हेमवती, संजीत कुमार, होशियार सिंह, सुशील राठौर, गौरव बन्सल, अर्शिका ,अपराजिता, मोनिका, अंशिका , विशाखा, सहित काॅलेज के अनेकों छात्र-छात्राऐ उपस्थित रहें।

मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को दी स्वतंत्रता दिवस की शुभकामना

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देहरादून|(आरएनएस)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश के 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, अमर शहीदों, राज्य आंदोलनकारियों सहित राष्ट्र निर्माण के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड को हर क्षेत्र में देश का सर्वश्रेष्ठ एवं अग्रणी राज्य बनाने का हमारा संकल्प है। समृद्ध और आत्मनिर्भर उत्तराखंड बनाने के लिए हमारे प्रयास निरन्तर जारी है। अनुकूल औद्योगिक नीति, शांत औद्योगिक वातावरण, दक्ष मानव संसाधन और उदार कर लाभों तथा पूंजी निवेश में वृद्धि के कारण उत्तराखंड भारत में तेजी से विकास करने वाले राज्यों में से एक बन गया है। नीति आयोग, भारत सरकार द्वारा जारी 2023-24 की एसडीजी रिपोर्ट में उत्तराखण्ड ने सतत विकास लक्ष्यों की कसौटी पर खरा उतरते हुए पूरे देश में पहला स्थान हासिल किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2023 के दौरान राज्य सरकार के साथ कुल 3.5 लाख करोड़ रूपये के निवेश समझौते हुए हैं, जिसमें 81 हजार करोड़ के समझौते की ग्राउण्डिंग की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड में लगभग 02 लाख करोड़ की योजनाओं पर तेजी से कार्य हो रहे हैं। राज्य सरकार के प्रयासों से उत्तराखण्ड पर्यटन हब, ऐडवेंचर टूरिज्म हब, फिल्म शूटिंग डेस्टिनेशन के रूप में भी तेजी से उभर रहा है। इसके लिये उद्योग तथा पर्यटन को बढावा देने के लिये नई नीतियां तैयार की गई है। दिल्ली देहरादून एलिवेटेड रोड तैयार होने तथा वंदे भारत एक्सप्रेस से देहरादून जल्द ही दिल्ली एनसीआर का हिस्सा बन जाएगा, जिससे यहां निवेश, उद्योगों के विकास, रोजगार के नए-नए अवसर उपलब्ध होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार समावेशी विकास के मूलमंत्र के साथ प्रदेश के सभी क्षेत्रों के संतुलित एवं समान विकास के साथ कार्य कर रही है। केदारनाथ व बदरीनाथ की तर्ज पर कुमायूं के पौराणिक मंदिरों को भव्य बनाने के लिये मानसखण्ड मंदिर माला मिशन की कार्ययोजना पर कार्य हो रहा है। चार धामों की कनेक्टिविटी के लिए ऑल वेदर रोड, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है जबकि टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन सर्वे का कार्य गतिमान है। जौलीग्रांट एयरपोर्ट एवं पंतनगर एयरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने का कार्य भी गतिमान है। पर्वतीय क्षेत्रों में रोपवे नेटवर्क निर्माण के लिए पर्वत माला परियोजना को भी मंजूरी मिली है। केदारनाथ, हेमकुंड साहिब एवं पूर्णागिरी मंदिर रोपवे के निर्माण का शिलान्यास किया जा चुका है। उधमसिंहनगर के किच्छा क्षेत्र में एम्स के सैटेलाइट सेंटर का निर्माण कार्य गतिमान है साथ ही वाइब्रेंट विलेज योजना के अन्तर्गत राज्य के सीमांत गाँवों के चहुँमुखी विकास पर तेजी से कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मातृशक्ति का सम्मान हमारी परम्परा रही है। राज्य निर्माण आन्दोलन तथा इसके बाद प्रदेश के विकास व प्रगति में राज्य की महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आज भी राज्य की मातृ शक्ति ग्रामीण जनजीवन, आर्थिकी, सामाजिक व सांस्कृतिक ताने बाने की रीढ़ हैं। महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने हेतु लखपति दीदी योजना के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों को 5 लाख तक का ऋण बिना ब्याज के दिया जा रहा है। 2025 तक 1.25 लाख महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया है। महिलाओं के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण लागू किया गया है। आंगनबाड़ी बहनों के मानदेय में बढ़ोतरी की गई है। अन्त्योदय निःशुल्क गैस रिफिल योजना के तहत वर्ष में 3 गैस सिलैण्डर रिफिल मुफ्त दिये जा रहे है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की इस स्वर्णिम यात्रा में उत्तराखण्ड का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उत्तराखण्ड देवभूमि के साथ वीरभूमि भी है। हमें अपनी सैनिक परम्परा और देशभक्ति की विरासत पर गर्व हैं। सैनिक परम्परा वाले वीरभूमि उत्तराखण्ड में पीढ़ियों से लगभग हर परिवार से वीर व वीरांगनाएं देश की रक्षा में अपना योगदान दे रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा शहीद सैनिकों के सम्मान में देहरादून में शौर्य स्थल का निर्माण किया गया है। राज्य में शहीद सैनिकों को मिलने वाली अनुग्रह अनुदान राशि 10 लाख रूपये से बढ़ाकर 50 लाख रूपये की गई है। शहीद सैनिकों के परिवार के एक सदस्य का सरकारी नौकरी में समायोजन किया जा रहा है।
बिजली से वंचित सभी गांवों का शत प्रतिशत विद्युतीकरण किया जा चुका है। उत्तराखण्ड में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिये कई योजनाओं पर काम किया जा रहा है। सोलर प्रोजेक्ट लगाने के लिये 70 फीसदी तक सब्सिडी दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के युवाओं के व्यापक हित में राज्य सरकार द्वारा अनेक ऐतिहासिक निर्णय लिए गए हैं। देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून सीमित समय में लागू कर प्रदेश के लाखों युवाओं का भविष्य सुरक्षित किया गया है। पिछले तीन वर्षों में 15 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार पर प्रभावी नियंत्रण के लिए शिकायत दर्ज करने के लिए जनता के लिए 1064 वेब एप लॉन्च किया गया है। अपणि सरकार पोर्टल, ई-कैबिनेट, ई-ऑफिस, सीएम डैशबोर्ड उत्कर्ष, सीएम हेल्पलाइन 1905, सेवा का अधिकार और ट्रांसफर एक्ट की पारदर्शी व्यवस्था अपनाकर राज्य में भ्रष्टाचार को मिटाने का प्रयास किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में समान नागरिक संहिता लागू करने की दिशा में हम आगे बढ़े हैं। इससे हमने देश और दुनिया को समानता और न्याय का एक प्रभावी संदेश देने का प्रयास किया है। बिना किसी भेदभाव के सभी को समान अधिकार मिलने चाहिए, इस सोच को मजबूत करना ही यूसीसी उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में जबरन धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिये एक सख्त धर्मांतरण विरोधी कानून लागू किया गया। अब प्रदेश में जबरन या प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराने या करने पर 10 साल तक की सजा का प्रावधान है। राज्य में दंगा रोधी कानून को कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है। अब दंगाइयों पर कड़ी कार्रवाई करने के साथ ही दंगे में होने वाली सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान की भरपाई भी दंगाइयों से ही की जाएगी। इसके लिए क्लेम ट्रिब्यूनल का गठन कर दिया गया है। हमने लैंड जेहाद पर कार्यवाही करके देवभूमि उत्तराखंड में सुख, शांति और अमन-चैन सुनिश्चित किया है। लैंड जिहाद के तहत की गई कार्यवाही के दौरान प्रदेश में करीब 5 हजार एकड़ सरकारी भूमि को कब्जामुक्त कराया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी का उत्तराखण्ड को विश्व की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी के रूप में विकसित करने का सपना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वेड-इन-उत्तराखण्ड का मंत्र दिया है। जिसके तहत राज्य सरकार नए वेडिंग डेस्टिनेशन की पहचान कर रही है। भविष्य में पूरी दुनिया से लोग यहाँ आत्मिक शांति के लिए आंएगे। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि इक्कीसवीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का होगा। यह हम हर उत्तराखण्डवासी के लिए हर्ष और गर्व का विषय है। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड के सभी नागरिकों से अपने कर्तव्य एवं दायित्वों का पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन करने के साथ एक उन्नत, श्रेष्ठ और प्रगतिशील उत्तराखण्ड बनाने में मददगार बनने की भी अपेक्षा की है।

देश के विभाजन के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता:  मुख्यमंत्री

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देहरादून|(आरएनएस)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सुभाष रोड स्थित होटल में आयोजित ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के अवसर पर देश के विभाजन के दौरान अपनी जान गंवाने वाले लोगों को नमन करते हुए विभाजन की विभीषिका का दर्द सहने वाले तमाम सेनानियों के परिजनों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होने कहा कि देश के विभाजन के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 अगस्त 1947 को जब हम आजादी का जश्न मना रहे थे वहीं दूसरी ओर देश के विभाजन का भी हमने दुःख सहा है। भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के कारण सामने आई परिस्थितियों को देखते हुए भारत दो टुकड़ों में विभक्त हुआ। लाखों लोग इधर से उधर हुए उनका घर-बार छूटा, परिवार छूटा, लाखों की जानें गईं। भारत के लिए यह घटना किसी विभीषिका से कम नहीं थी। वर्ष 2021 में इसी दर्द को याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अगस्त को ’’विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’’ मनाने का निर्णय लिया। तब से यह दिन मनाया जा रहा है, जिससे हम अपने उन लाखों सेनानियों व परिवारजनों से बिछड़े लोगों के बलिदान को याद कर सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दिन उन सभी सेनानियों की याद दिलाता है जिन्होंने भारत माँ के लिए बलिदान दिया। भारत के बंटवारे ने सामाजिक एकता, सामाजिक सद्भाव और मानवीय संवेदनाओं को तार-तार कर दिया था। उन्होंने कहा कि यह हमारा कर्तव्य है कि हम देश को स्वतंत्र कराने वाले और देश के विभाजन की यातनाएं झेलने वाले मां भारती के प्रत्येक सपूत के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभाजन विभीषिका की पीड़ा सह चुके लोग प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के विकास में सहयोगी बने हैं। देश विभाजन के समय हुई दर्दनाक हिंसक घटनाओं ने मानवता को ही शर्मसार नहीं किया बल्कि हिंसा का वह अमानवीय तांडव कभी न भरने वाला घाव दे गया, जिसकी टीस आज भी हमें महसूस होती है। यह दिवस हमारी भावी पीढ़ी को इतिहास की उस विभीषिका से परिचित कराता रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा पिछले वर्ष रुद्रपुर में आयोजित विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर उन्होंने विभाजन का दंश झेलने वालों की स्मृति भी विभाजन विभीषिका स्मृति स्मारक बनाये जाने की घोषणा की थी जिस पर कार्य चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने विभाजन की विभीषिका को इतिहास का काला अध्याय तथा दुनिया का सबसे बडा विभाजन बताते हुए कहा कि लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाकर विभाजन के साथ विस्थापना का दर्द झेला।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1947, 1971 के बाद आज फिर बांग्लादेश की घटना लोगों के लिये पलायन के लिये मजबूर कर रही है। आज हम सबको बांगलादेश के हिन्दुओं व अन्य अल्पसंख्यक समुदाय की चिंता करनी है। किन्तु देश में छोटी छोटी घटनाओं पर विरोध करने तथा मानवाधिकार का रोना रोने वाले न जाने कहां खो गये हैं, वे सीन से ही गायब हो गये हैं। यह अवसर सजग और सतर्क रहने के साथ ऐसे ढोंगियों से सतर्क रहने का भी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभाजन की पीड़ा झेलने वालों ने अपनी प्रबल इच्छा शक्ति तथा कौशल के बल पर देश व प्रदेश के विकास में अहम योगदान दिया है। उनका यह योगदान अविस्मरणीय है। उन्होने दिखाया है कि प्रबल इच्छा शक्ति के बल पर क्या कुछ नहीं किया जा सकता है। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर विभाजन विभीषिका से संबंधित फोटो प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
कार्यक्रम में उपाध्यक्ष उच्च शिक्षा उन्नयन समिति डॉ देवेन्द्र भसीन, उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण समिति विश्रवास डाबर, भाजपा महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल, उद्यमी राकेश ओबेराय तथा अपने बचपन में विभाजन की विभीषिका का सामना करने वाले डॉ कुलदीप दत्त, तथा किशन लाल बिज ने भी अपने विचार रखे।
इस अवसर पर विधायक खजान दास, उमेश शर्मा काऊ, श्रीमती सविता कपूर, पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल, अनिल गोयल, संतोष नागपाल, डी.एस.मान, नीरज कोहली सहित बडी संख्या में विभिन्न संस्थाओं से जुड़े लोग तथा सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।

सरकार कॉरिडोर की डीपीआर सार्वजनिक क्यों नहीं करती – करन माहरा

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हरिद्वार ( कुलभूषण) धर्मनगरी में कॉरिडोर की डीपीआर की मांग को लेकर जिला महानगर कांग्रेस हरिद्वार ने व्यापारियों के साथ जनाक्रोश सभा का आयोजन किया। हरिद्वार सब्जी मंडी चौक पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि सरकार कॉरिडोर की डीपीआर सार्वजनिक क्यों नहीं करती स्थानीय विधायक सदन में बिल क्यों नहीं लातेघ् जनता को भ्रमित किया जा रहा है प्रधानमंत्री ने जिस गुफा में ध्यान लगाया उसे मोदी गुफा का नाम देकर उसके दर्शन के पैसे लिए जा रहे धर्म के नाम पर राजनीति करते हैंए अधूरे मंदिर का उद्घाटन करते हैं शंकराचार्य को अपशब्द बोलते हैं केदारनाथ धाम को समाप्त करना चाहते हैं दिल्ली में अलग केदारनाथ धाम बना रहेए प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि संघर्ष को जारी रखो तभी मंजिल मिलेगी। लोगों को बिना परेशान किए कार्य होए अम्बरीष कुमार का नहीं होना हरिद्वार को बहुत नुकसान दे रहा हैए वह होते तो इस संघर्ष का रूप अलग होता।
महानगर अध्यक्ष अमन गर्ग और व्यापार मंडल अध्यक्ष राजीव पराशर ने कहा कि सरकार की मंशा साफ नहीं है हमारी सरकार से मांग है कि कारिडोर की डीपीआर सार्वजनिक हो एव्यापारियों में भय का माहौल समाप्त होना चाहिए सरकार व्यापारियों और स्थानीय लोगों को परेशान कर रही है विकास के नाम पर विनाश की ओर अग्रसर हैं।
स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी प्रकोष्ठ अध्यक्ष मुरली मनोहर ने कहा कि हम व्यापारियों की इस मांग को लेकर लगातार संघर्ष करेंगे और भविष्य में इस आंदोलन को और बड़ा करेंगे
युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष कैश खुराना व्यापारी नेता संजीव नैय्यर ने कहा कि सरकार कॉरिडोर पर सिर्फ राजनीति कर रही है डीपीआर सार्वजनिक होने से सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी लेकिन सरकार ऐसा चाहती नहीं इस अवसर पर पूर्व विधायक रामयश सिंह मुरली मनोहर ग्रामीण जिलाध्यक्ष राजीव चौधरी ओपी चौहान राजबीर सिंह अशोक शर्मा महेश प्रताप राणा एड अरविंद शर्माए संतोष चौहान राजीव भार्गव कैलाश भट्ट तरुण व्यास शहर महामंत्री व्यापार मण्डल अमन शर्माए सहित विभिन्न व्यापारी नेता व कांग्रेस जन उपस्थित रहे।

देश के प्रति समर्पण भावना रखने की आवश्यकता है-डा.विशाल गर्ग

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हर घर तिरंगा अभियान के तहत भाजपा नेता विशाल गर्ग ने राहगीरों को वितरित किए तिरंगे

हरिद्वार ( कुलभूषण )। हर घर तिरंगा अभियान में तेजी लाते हुए भाजपा नेता विशाल गर्ग ने हरिद्वार ज्वालापुर मुख्य मार्ग पर राहगीरों को तिरंगे वितरित किए। सड़क से गुजर रहे बैटरी रिक्शा, स्कूटर सवार एवं स्कूली बच्चों को तिरंगा देते हुए इसके महत्व को भी समझाया। भाजपा के वरिष्ठ नेता डा.विशाल गर्ग ने कहा कि देश के प्रति समर्पण भावना रखने की आवश्यकता है। देशभक्ति का जज्बा प्रत्येक भारतवासी में हो। तिरंगा हमारी आन बान शान का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि अनेकों बलिदानों के बाद देश को आजादी मिली है। वीर शहीदों के बलिदानों को हमेशा याद रखा जाएगा। राष्ट्र को मजबूती प्रदान करने के लिए संगठित होकर देश के विकास में अपना योगदान दें। केंद्र एवं राज्य सरकार हर घर तिरंगा अभियान को देशभर में बड़े पैमाने पर चल रही है। हमारा भी कर्तव्य बनता है कि प्रत्येक घर में तिरंगा अवश्य लगे। डा.विशाल गर्ग ने कहा कि युवा पीढ़ी को देश के प्रति समर्पित भावना से जुड़ना चाहिए। राष्ट्रीय एकता अखंडता बनाए रखने के लिए सभी को मिल जुल कर प्रयास करने होंगे। इस अवसर पर विवेक गर्ग, कार्तिक शर्मा, रोहित यादव, मुकेश कश्यप, सचिन, संदीप कश्यप, अभिषेक, निधि कपूर आदि मौजूद रहे।

एसडीआईएमटी संस्थान द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया

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हरिद्वार (कुलभूषण )। स्वामी दर्शनानन्द इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एण्ड टैक्नोलॉजी संस्थान द्वारा सवतंत्रता दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिनमें ‘‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’’, ‘‘हर घर तिरंगा अभियान’’, एक पेड़ मॉ के नाम’’, स्वच्छता अभियान’’, ‘‘जल संरक्षण’’ एवं ‘‘विकसित भारत अभियान’’ के अंतर्गत विभिन्न गोष्ठी एवं कार्यशालाऐं आयोजित की गयी। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजिका अंजुम सिद्दकी, दिव्या राजपूत एवं मितांशी विश्नोई ने विद्यार्थियों को बताया कि विभाजन विभिषिका स्मृति दिवस प्रत्येक वर्ष 14 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिवस 1947 के विभाजन के समय पीड़ित लोगों की याद में मनाया जाता है। इस अवसर पर छात्रों को यह भी बताया गया कि विकसित भारत अभियान के अंतगर्त उनकी क्या भूमिका काम आ सकती है तथा वह किस प्रकार भारत को एक विकसित देश बनाने में अपना योगदन दे सकतें है। इस अवसर पर स्वच्छता अभियान के अंतर्गत विद्यार्थियों को स्वच्छता की महता को बताया साथ इस अवसर पर हर व्यक्ति को कम से कम एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए की जानकारी दी तथा ‘‘हर घर तिंरगा अभियान के अंतर्गत’’ अध्यापकों एवं छात्रों ने एक तिरंगा रैली भी निकाली एवं पौधे भी रोपित किये। इस अवसर पर संस्थान की और से अशोक गोतम, अनुराग गुप्ता, पंकज चौधरी, सुधांशु जगता, दिप्ती, ज्योति राजपूत, साक्षी अग्रवाल, विकास अग्रवाल, धरणी धर वाग्ले, देवेन्द्र रावत आदि उपस्थित रहें।
(डॉ0 जयलक्ष्मी)

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश में सर्वोच्च निछावर करने वाले बलिदानियों को किया याद

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हरिद्वार (कुलभूषण ) एस.एम.जे.एन. काॅलेज, गोविन्दपुरी, हरिद्वार में आज स्वतंत्रता दिवस की पूर्व दिवस पर आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ तथा यूको बैंक, गोविन्दपुरी, हरिद्वार के संयुक्त तत्वाधान मे सांस्कृतिक कार्यक्रम यह देश है वीर जवानों का आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमहन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज, अध्यक्ष अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद व काॅलेज प्रबन्ध समिति उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में यूको बैंक, गोविन्दपुरी, हरिद्वार के प्रबंधक दिनेश कुमार रहे। इस कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं व समस्त कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
इस अवसर पर श्रीमहन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज, अध्यक्ष अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद व काॅलेज प्रबन्ध समिति ने अपने सम्बोधन में कहा कि पूरा देश आज स्वतंत्रता संग्राम के उन महान सेनानियों को याद कर रहा है जिनके कारण हम स्वतंत्रता के इस पर्व को आज हर्षोल्लास के साथ मना पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह उन महान सेनानियों की वीरता है कि जिसने विश्व के तब सबसे ताकतवर देश ब्रिटेन को पुण्य भारत भूमि को छोड़ने पर मजबूर किया था। उन्होंने युवाओं से महान सेनानियों के जीवन को अपने आदर्श के रूप में प्रतिस्थापित करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि आज का यह अवसर देश की आजादी के उन वीर सपूतों को याद करने का है जिन्होंने अपना सर्वोच्च बलिदान देकर आगे आने वाली पीढ़ी को स्वतंत्रता की खुली हवा में सांस लेने का सुअवसर प्रदान किया। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन के प्रमुख नायकों का भी स्मरण किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में होने वाली सरस्वती वंदना चारू, सांस्कृतिक नृत्य पलक, हंसिका, मानसी, कामाख्या, अलीशा, दीक्षा यादव, मोनिका, कविता प्रस्तुति अपराजिता द्वारा, योग प्रस्तुति मानसी, अंजली भट्ट, देशभक्ति गीत चारू, और नृत्य नाटिका रिया, मनीषा, पलक, ओमिशा ने प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में संगीतमय प्रस्तुति देने के लिए महाविद्यालय के पूर्व छात्र मेहताब आलम एवं पूर्व छात्रा शीना भी उपस्थित रही। इसके अतिरिक्त गोविन्दपुरी यूकों बैंक के समस्त कर्मचारी अभिषेक, सुश्री मोनिका, सुश्री नीलम, सुश्री मीनू उपस्थित थे। कार्यक्रम का सफल संचालन अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रो. जदगीश चन्द्र आर्य, विनय थपलियाल, डाॅ. मोना शर्मा, डाॅ. शिवकुमार चौहान, डाॅ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, डाॅ. विनीता चौहान, डाॅ. पदमावती तनेजा, डाॅ. सरोज शर्मा, श्रीमती रिचा मिनोचा, श्रीमती रिंकल गोयल, श्रीमती आस्था आनन्द, डाॅ. रजनी सिघंल, विनीत सक्सेना, दिव्यांश शर्मा, डाॅ. यादवेन्द्र सिंह, डाॅ. विजय शर्मा, एमसी पाण्डेय आदि उपस्थित रहे।

के.के डेंटल केयर एंड इंप्लांट सेंटर पॉली क्लिनिक ने सभी भारतीयों को हार्दिक शुभकामनाएं और विशेष ऑफर दिए

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विशेष पेशकशों के साथ भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाएं!

देहरादून। 15 अगस्त से 30 अगस्त 2024 तक निःशुल्क दंत परीक्षण जैसा कि भारत 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है, के.के. डेंटल केयर और इम्प्लांट सेंटर पॉली क्लिनिक इस महत्वपूर्ण अवसर का सम्मान करने में देश के साथ शामिल होने पर गर्व महसूस करता है। हम सभी भारतीयों को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं क्योंकि हम इस दिन स्वतंत्रता, एकता और देशभक्ति की भावना का प्रतीक हैं। दांतों को लंबे वक्त तक मजबूत और सुरक्षित रखना है जिनकी देखभाल का खास ख्याल रखना पड़ता है,  लेकिन अगर शुरुआत से ही दांतों की देखभाल की जाए तो ऐसी परेशानियों से बचा जा सकता है. कई बार दांतों में सेंसिटिविटी बढ़ जाती है जिसकी वजह से कुछ भी मीठा खाते हुए दांतों में तेज झनझनाहट और दर्द की शिकायत होने लगती है.

इस ऐतिहासिक दिन को चिह्नित करने के लिए, हमारा क्लिनिक विशेष रूप से हमारे मूल्यवान ग्राहकों के लिए विशेष ऑफ़र की घोषणा करने के लिए उत्साहित है। ये ऑफर हमारे ग्राहकों द्वारा वर्षों से हमें दिए गए समर्थन और विश्वास के प्रति आभार व्यक्त करने का हमारा तरीका है।

*प्रस्ताव की मुख्य बातें:*
15 अगस्त से 30 अगस्त 2024 तक निःशुल्क दंत परीक्षण
इलाज पर 20% तक की छूट

डॉ अमन झा और डॉ निवेदिता झा ने कहा, “हम अपने साथी भारतीयों के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए रोमांचित हैं।” “यह दिन हमारे राष्ट्र की ताकत और लचीलेपन का प्रतिनिधित्व करता है, और हम इन विशेष प्रस्तावों के साथ उत्सव में योगदान करने के लिए सम्मानित महसूस करते हैं। यह उस समुदाय को वापस देने का हमारा छोटा सा तरीका है जिसने हमारी पूरी यात्रा में हमारा समर्थन किया है।”

ग्राहक 15 अगस्त से 30 अगस्त तक इन ऑफर्स का लाभ उठा सकते हैं।May be an image of 2 people and hospital

उस आज़ादी का जश्न मनाने में हमारे साथ शामिल हों जो हम सभी को एकजुट करती है। हमारे स्वतंत्रता दिवस ऑफ़र के बारे में अधिक जानने के लिए हमारे के.के.डेंटल केयर एंड इम्प्लांट सेंटर पॉली क्लिनिक के बारे में देहरादून में 15 वर्षों का अनुभव

व्यक्ति का स्वैच्छिक रक्तदान करना अत्यंत सुखद अनुभूति : डॉ. तारा आर्या

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जिंदगी में कड़वाहट के बावजूद मानवता की निस्वार्थ सेवा करें : डाॅ.एम.एस.अंसारी

देहरादून, जिला रेडक्रॉस शाखा देहरादून एवं देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई, स्कूल ऑफ़ फार्मेसी एंड रिसर्च व देवभूमि मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के सहयोग से एक विशाल स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया मुख्य अतिथि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग उत्तराखंड की महानिदेशक डॉ. तारा आर्या ने युवाओं से स्वैच्छिक रक्तदान के लिए अपील की और नशे की आदत से दूर रहने का आग्रह किया और संदेश दिया कि ” न खुद पीयेंगे, ना किसी को पिलाएंगे ” ऐसा प्रयास सभी को करना होगा क्योंकि आप युवा ही इस राष्ट्र का भविष्य हैं।
जिला रेडक्रॉस शाखा देहरादून के चेयरमैन व राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त डॉ. एम. एस. अंसारी ने कहा कि रेडक्रॉस के सात सिद्धांतों पर चलते हुए मानवता की निस्वार्थ सेवा से बढ़कर कोई सेवा नहीं है। स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में रक्तदान करने वाले सभी युवक एवं युवतियों को बधाई दी एवं दूसरों के लिए कल्याणकारी कार्य करने की अपील की है। उन्होंने यह भी कहा कि देवभूमि यूनिवर्सिटी में यूथ रेडक्रॉस की इकाई को सक्रिय किया जाएगा और उसके माध्यम से विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल उत्तराखंड के निदेशक डॉ.एस.एस. कंडारी ने बताया कि 18 से 65 साल की अवस्था में स्त्री या पुरुष स्वैच्छिक रक्तदान कर सकते हैं पुरुषों द्वारा वर्ष में चार बार रक्तदान किया जा सकता है एवं महिलाओं द्वारा वर्ष में तीन बार रक्तदान किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि रक्तदान करने वालों में हार्ट अटैक पढ़ने की संभावना अन्य लोगों से 5% कम होती है इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति के एक यूनिट रक्तदान करने से वह तीन लोगों की जान बचा सकता है। अर्थात वह तीन लोगों के काम आता है। इसके अतिरिक्त भी उन्होंने बहुत सारी जानकारियां युवाओं को जागरूक करने हेतु दी।
इस अवसर यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर प्रोफेसर (डॉ.) प्रीति कोठियाल, उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी एवं रेडक्रॉस राज्य कोषाध्यक्ष मोहन खत्री, प्रबंध समिति सदस्य एवं सेंचुरियन ब्लड डोनर योगेश अग्रवाल, रेडक्रॉस सदस्य डॉ. शिफाअत अली, डॉ. जितेंद्र सिंह बुटोइया, जाहिद हुसैन, अनामिका सोनी गुप्ता, हुकम सिंह चौहान, दिगंबर सिंह पंवार एवं रक्तदान शिविर के आयोजन सचिव कार्यक्रम अधिकारी एन एस एस भूपेंद्र कुमार इत्यादि ने शिविर में सक्रिय सहयोग प्रदान किया।
स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में सुभारती हॉस्पिटल ब्लड बैंक, मान्या चैरिटेबल ब्लड सेंटर, दून हॉस्पिटल ब्लड बैंक एवं इंद्रेश हॉस्पिटल ब्लड बैंक की टीम द्वारा 200 यूनिट ब्लड एकत्रित किया गया।

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मास्टर करतार सिंह की 24 वीं पुण्यतिथि पर आयोजित हुआ “वो यादगार लम्हे” कार्यक्रम

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देहरादून, समाज में व्याप्त अव्यवस्थाओं, भ्रष्टाचार, अत्याचार, शोषण, असमानताओं, माफियाओं के खिलाफ आवाज उठाने वाले भी देशभक्त हैं इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक सौहार्द, पारस्परिक एकजुटता, भाईचारे को मजबूत बनाने में सक्रिय समाजसेवी भी इसी श्रेणी में आते हैं और यह किसी परिचय के मोहताज नहीं है। यह उद्गार स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, कामरेड मास्टर करतार सिंह की 24 वीं पुण्यतिथि पर आयोजित “वो यादगार लम्हे” नामक कार्यक्रम में उनके पुत्र सुशील त्यागी ने व्यक्त किये।
इस अवसर पर सेनानी के सामाजिक, राजनीतिक,भारत सोवियत मैत्री में योगदान से संबंधित इनके पौत्र विकास त्यागी द्वारा निर्मित डॉक्यूमेंट्री फिल्म “श्रद्धांजलि” का भी प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा साम्यवादी विचारों के दिवंगत सेनानी ने जहां ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ किए गए आंदोलन में कारावासों की सजायें भुक्ति वहीं आजादी के बाद इन्होंने आखिरी सांस तक सेनानियों को एकजुट करते हुए समाज में देश प्रेम, समाजवाद की लौ जलाए रखने का प्रयास किया। इनमें शहीद भगत सिंह, हकीकत, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, समाधि जैसी देशभक्ति की फिल्मों का सार्वजनिक प्रसारण शामिल था।भावनात्मक अभिव्यक्ति के माध्यम से श्रद्धासुमन व्यक्त करने वाले वक्ताओं में आर एस कैनथुरा, एडवोकेट रवि सिंह नेगी, अवधेश पंत, मधु त्यागी, कल्पना बहुगुणा, जगमोहन मेहंदीरत्ता, विशंभरनाथ बजाज, कर्नल विक्रमसिंह थापा, ब्रिगेडियर केजी बहल, मुकेश नारायण शर्मा, सुशील त्यागी, विनोद नौटियाल, जीएस जस्सल, प्रदीप कुकरेती, पदम सिंह थापा, आरपीएस रावत, रूची त्यागी, शेरिंग लयुडिंग आदि शामिल थे।
सेनानी के चित्र पर पुषपांजली के साथ नमन् कर सम्मान व्यक्त करने वालों में उषा कोठारी, ऋषिका चौहान, प्रेमखन्ना, सत्यप्रकाश चौहान, आशा टम्टा, अंकितानेगी,एमएल टम्टा, दीपचंद शर्मा, गिरीशचंद्र भट्ट, सुशील भंडारी,पदमाशाही, शक्तिप्रसाद डिमरी, श्याम राणा, नंदकिशोर त्रिपाठी, ठाकुर शेरसिंह, पूर्णिमा,गीता बिष्ट,जितेंद्र डडोना,चंदनसिंह नेगी, मनमोहन गोयल, राजेंद्र अग्रवाल, कर्नल वाईएस थापा, उपेंद्र बिजलवान, प्रमोद उप्रेती,प्रकाश नागिया,बीनाशर्मा, भरतसिंह नेगी, महेश बंसल, सुशील सैनी,मधु गोयल, हर्षनिधि शर्मा, अवधेश शर्मा, आदि शामिल थे।
कार्यक्रम का आयोजन संयुक्त नागरिक संगठन की ओर से राज्य अतिथि गृह में किया गया कार्यक्रम का संचालन अवधेश शर्मा ने किया।