Wednesday, April 30, 2025
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रक्षाबंधन पर पांच साल के बच्चे को घर के आंगन से उठाकर ले गया गुलदार

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कोटद्वार, रिखणीखाल विकासखंड के गुठेरथा ग्राम पंचायत के तोक गांव कोटा में माता के साथ रक्षाबंधन पर्व पर नानी के घर आए पांच साल के बच्चे को गुलदार घर के आंगन से उठाकर ले गया। जिसके बाद गांव में दशहत फैल गई। सैकड़ों ग्रामीण देर रात तक बच्चे की तलाश करते रहे। सूचना पर पहुंची पुलिस प्रशासन की टीम भी खोजबीन में जुट गई।
कोटा गांव के निवासी भारत सिंह की बेटी अर्चना देवी का विवाह विकासखंड के उनेरी गांव में हुआ है। रक्षाबंधन पर्व पर वह सोमवार सुबह अपने पांच साल के बेटे आदित्य को लेकर अपने मायके कोटा गांव आई। देर शाम करीब 7 बजे घर के पास घात लगाकर बैठे गुलदार ने बच्चे पर हमला कर दिया और जबडे़ में दबोचकर झाड़ियों में लापता हो गया।
घटना की सूचना ग्रामीणों ने लैंसडौन की तहसीलदार शालिनी मौर्य को दी। सूचना पर रिखणीखाल के थानाध्यक्ष संतोष कुमार को मौके के लिए रवाना करवाया। इसके बाद सैकड़ों लोग बच्चे की तलाश में जुट गए।
मंगलवार सुबह उन्हें वापस उनेरी गांव लौटना था। रिखणीखाल के कानूनगो प्रीतम सिंह ने बताया कि घर से करीब डेढ़ किमी दूर झाड़ियों में बच्चे का एक पैर मिला है अभी तलाश जारी है।

नशे खिलाफ लामबंद हुये आम नागरिक, गठित की शराब विरोधी जन अभियान के लिए 34 सदस्यीय टीम

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“25 अगस्त को कौलागढ़, 1 सितंबर को नेहरूग्राम और 8 सितंबर को सेलाकुंई क्षेत्र में निकाला जाएगा मार्च”

देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), उत्तराखंड़ में नशा के बढ़ते चलन के खिलाफ अब आम नागरिकों ने कमर कस ली और एक जन आंदोलन के माध्यम से क्रमबद्ध अभियान चलाने की हुंकार भर दी की तैयारी शुरू कर दी । जिसको लेकर दून के कचहरी स्थित शहीद स्मारक में विभिन्न संगठनों, समाजिक कार्यों में सक्रिय नागरिकों की बैठक में शराब विरोधी जन अभियान को आगे बढ़ाने के बारे में विचार किया गया। सभी संगठनों और बैठक में मौजूद नागरिकों ने देहरादून के अलग-अलग हिस्सों में हर रविवार को जागरूकता मार्च निकालने की बात कही। इसके साथ ही अभियान को पूरे राज्य तक ले जाने के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में सक्रिय जनसंगठनों और इस मुहिम में सक्रिय होने के इच्छुक लोगों से संपर्क करने की बात कही गई ।
उत्तराखंड इंसानियत मंच के डॉ. रवि चोपड़ा ने कहा कि आने वाले कार्यक्रमों का ढांचा और प्रक्रिया सुनिश्चित करने के साथ ही अभियान के लिए साधनों की व्यवस्था भी करनी होगी। पूर्व शिक्षा निदेशक नन्दनंदन पांडे ने राज्य भर में किसी भी तरह का जनजागरूता अभियान चलाने वालों और निःस्वार्थ भाव से सिर्फ जनहित के किसी भी मुद्दे के लिए ही संघर्ष करने वाले लोगों को चिह्नित कर उन्हें इस मुहिम से जोड़ने की जरूरत बताई।
पूर्व प्राथमिक शिक्षक संघ अध्यक्ष महिला मंच वरिष्ठ नेत्री उषा भट्ट का कहना था कि इस समय सबसे बड़ा खतरा ड्रग्स का है जो बच्चों की जिंदगी बर्बाद कर रहा है l गढ़वाल सभा के अध्यक्ष रोशन धसमाना ने अभियान की प्रसंशा करते हुए सुझाव दिया कि सरकार से मांग की जाए कि प्राइवेट नशा मुक्ति केंद्र नहीं बल्कि स्वयं सरकार द्वारा उत्कृष्ट कोटि के रिहैब सेंटर खोले जांय I उत्तराखंड के सुरेन्द्र सिंह सजवाण ने कहा कि नशे की सबसे ज्यादा समस्या युवाओं के साथ है, इसलिए इस मुहिम में ज्यादा से ज्यादा युवाओं को जोड़ने की जरूरत है।
सर्वोदय मंडल के बीजू नेगी ने कहा कि इस समय कई ऐसे मुद्दे हैं, जिनसे आम लोग प्रभावित हो रहे हैं, लेकिन नशा सबसे बड़ा मुद्दा है। इसलिए इस संबंधी तथ्यों की जानकारी भी एकत्र की जानी चाहिए I क्यूंकि तभी हम लोगों को ज्यादा प्रभावित व प्रेरित कर पाएंगे ।
राजेन्द्र प्रसाद सेमवाल ने कहा कि जिन क्षेत्रों में नशा का चलन सबसे ज्यादा है,उन क्षेत्रों को चिन्हित करके वहां जनजागरूकता अभियान चलाने होंगे। तुषार रावत ने खेलों के माध्यम से युवाओं को जोड़ने की जरूरत बताई। पूरन बड़थ्वाल ने कहा कि ऐसे लोगों की तलाश भी करनी चाहिये जो नशे के चंगुल से बाहर निकले हैं, वे अपनी कहानियां बताएंगे तो नशे में फंसे युवाओं को इससे निकलने की प्रेरणा मिलेगी। भारत ज्ञान विज्ञान समिति के विजय भट्ट ने कहा कि नशा करने वाले अलग अलग वर्ग हैं , इनका विश्लेषण करके तय करना होगा कि हमारा अभियान किस वर्ग को फोकस करेगा। उन्होंने कहा कि जितने गलत काम हो रहे हैं, उनमें नशा का एंगल जरूर है। इप्टा के हरिओम पाली ने जन जागरूता अभियान के दौरान नशे को लेकर पर्चे बांटने की जरूरत बताई।
जन संवाद समिति के सतीश धौलाखंडी ने कहा कि नशे की सप्लाई करने के लिए कई तरह के तरीके ईजाद किये गये हैं। कुछ लोग तो टिफिन सर्विस के नाम पर भी हॉस्टलों और दूसरी जगहों पर नशा सप्लाई कर रहे हैं। ट्रांसजेंडर समुदाय की ओर से नेत्री ओसीन ने कहा कि उनके समुदाय मे भी नशे की लत तेजी से बढ़ी है। ट्रांसजेंडर समुदाय को भी जागरूकता अभियान से जोड़ने की जरूरत है।
बैठक का संचालन करते हुए कमला पंत और एक्टिविस्ट त्रिलोचन भट्ट ने अभियान की भावी रणनीति के बारे में चर्चा की l इसी के साथ बैठक में रुद्रपुर में और देहरादून के बस अड्डे पर हुई रेप की घटनाओं पर कड़ी नारागजी जताई गई और 20 अगस्त को शाम 6 बजे देहरादून आईएसबीटी के बाहर होने वाले प्रदर्शन में ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचने की अपील कीगई है।
इस बैठक में निर्मला बिष्ट, पद्मा गुप्ता, विजय नैथानी, शकुंतला गुसाईं सहित 50 से ज्यादा लोग मौजूद थे।

मुख्यमंत्री ने रक्षाबंधन के अवसर पर देवीधुरा स्थित मां वाराही धाम में लगने वाले विश्व प्रसिद्ध बग्वाल मेले में किया प्रतिभाग

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–  विश्व प्रसिद्ध पाषाण युद्ध के साक्षी बने मुख्यमंत्री।
–   चार खाम सात थोक के बीच फलों फूलों से खेले जाने वाला पाषाण युद्ध 11 मिनट तक चला।
–   बग्वाल मेला हमारी लोक संस्कृति, आस्था और परंपराओं का संगम है : मुख्यमंत्री।
–   पीढ़ी दर पीढ़ी लोक संस्कृति और परम्पराओं को आगे बढ़ाना हम सभी का कर्तव्य है।

देहरादून। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को रक्षाबंधन के अवसर पर चंपावत जिले के देवीधुरा स्थित मां वाराही धाम में लगने वाले बगवाल मेले में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने माँ वाराही मंदिर में घंटी चढ़ाई तथा राज्य की खुशहाली एवं तरक्की की कामना की। मुख्यमंत्री, मां वाराही धाम में चार खाम सात थोक के बीच फलों फूलों से खेले जाने वाले विश्व प्रसिद्ध पाषाण युद्ध के साक्षी बने। इस वर्ष पाषाण युद्ध करीब 11 मिनट तक चला।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि रीठा में रतिया नदी में बाढ़ सुरक्षा का निर्माण कार्य एवं वैकल्पिक एप्रोच रोड का निर्माण कार्य किया जायेगा एवं मानसखण्ड कॉरीडोर के अन्तर्गत वाराही मंदिर के छूटे हुये अवस्थापना कार्यों को सम्मिलित किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलो का अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं देते हुए सभी देवी-देवताओं को नमन किया। उन्होंने कहा देवीधुरा के  ऐतिहासिक और रमणीक क्षेत्र में आकर स्वयं को अभिभूत महसूस कर रहा हूं। बग्वाल मेला हमारी लोक संस्कृति, आस्था और परंपराओं का संगम है। यह मेला हमारी संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा देने के साथ ही हमारी संस्कृति का भी संवर्धन करता है। उन्होंने कहा पुरानी परंपराओं को निभाने और आगे बढ़ाने की ऊर्जा आने वाली पीढ़ी को मिलते रहनी चाहिए। पीढ़ी दर पीढ़ी लोक संस्कृति को आगे बढ़ाना हम सभी का कर्तव्य है।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि देवभूमि के कण-कण में देवताओं का वास है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार देवभूमि की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के साथ ही पौराणिक स्थलों का भी संवर्धन कर रही है। मानसखंड मंदिर माला मिशन के अंतर्गत कुमाऊं क्षेत्र के पौराणिक मंदिरों का सौंदर्यीकरण हो रहा है। देवीधुरा भी इस मिशन का महत्वपूर्ण भाग है। उन्होंने कहा चार धामों के साथ ही मानसखंड में मंदिरो को भी रोपवे से जोड़ने का कार्य जारी है। माँ पूर्णागिरि धाम को रोप-वे से जोड़ा जा रहा है। मानसखंड यात्रा के तहत विशेष ट्रेन भी चलवाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राज्य में मंदिर के संवर्धन के साथ ही कृषि, दुग्ध उत्पादन, शिक्षा, बागवानी, जैसे विभिन्न क्षेत्रों में निरंतर कार्य कर रही है। चंपावत महाविद्यालय को सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के कैंपस के रूप विकसित किया जा रहा है। चंपावत मुख्यालय में एआरटीओ का उप कार्यालय खोला गया है। चंपावत को आदर्श जिला बनाने के साथ ही उत्तराखंड को एक सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने पर राज्य सरकार निरंतर कार्य कर रही है।
इस दौरान मुख्यमंत्री जी द्वारा लोक कलाकार गिरीश बरगली द्वारा तैयार “जय मां वाराही“ वीडियो को लांच किया।
इस अवसर पर श्री धामी द्वारा हेलीपेड के निकट जीआईसी परिसर देवीधुरा में पौधा रोपण किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ज्योति राय, विधायक श्री खुशाल सिंह अधिकारी, विधायक राम सिंह कैड़ा, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री निर्मल महरा, पूर्व सांसद डॉ. महेंद्र सिंह पाल, उपाध्यक्ष सेतु श्री राजशेखर जोशी, बाराही मंदिर समिति संरक्षक लक्ष्मण सिंह लमगड़िया , अध्यक्ष श्री मोहन सिंह बिष्ट, जिलाधिकारी नवनीत पांडे, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

नाबालिग से दुष्कर्म का प्रयास, मौके पर पकड़ा गया आरोपी, मुकदमा दर्ज

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हल्द्वानी, राज्य महिलाओं से छेड़छाड़ और दुष्कर्म के अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे हैं, 12 अगस्त को दून के आईएसबीटी में रात एक नाबालिग  के गैंगरेप की घटना को लेकर आक्रोश अभी शांत नहीं हुआ था कि हल्द्वानी के सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में एक नाबालिक से छेड़छाड़ और दुष्कर्म के प्रयास का मामला सामने आ गया। जिसे लेकर नेता विपक्ष यशपाल आर्य ने विरोध जताते हुए उपवास किया |
प्राप्त जानकारी के अनुसार मेडिकल कॉलेज की चौथी मंजिल पर बीती रात एक युवक द्वारा एक नाबालिग  लड़की से छेड़छाड़ और दुष्कर्म का प्रयास किया गया। बताया जाता है कि आरोपी का कोई परिजन मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती था उसके तीमारदार के रूप में आरोपी यहां रुका हुआ था। रात में आरोपी ने एक नाबालिक लड़की से वाशरूम का पहले रास्ता पूछा और फिर उसे घसीट कर वॉशरूम में ले जाने का प्रयास किया गया , लेकिन लड़की के शोर मचाने के कारण सुरक्षा गार्ड व कुछ लोग मौके पर पहुंच गए जिन्होंने आरोपी युवक को मौके पर दबोच लिया।
शोर शराबे की आवाज सुनकर आरोपी युवक के परिजन और लड़की के परिजन भी मौके पर पहुंच गए तथा दोनों पक्षों के बीच वाद विवाद हो गया। इस दौरान पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने लड़की से पूछताछ की तो उसने पुलिस को पूरी कहानी बता दी। पुलिस ने आरोपी को तुरंत ही गिरफ्तार कर लिया। आरोपी युवक का नाम जावेद बताया गया है। पीड़ित नाबालिग के परिजनों की शिकायत पर युवक के खिलाफ पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
सोमवार की सुबह इस मामले की जानकारी जैसे ही लोगों को मिली तो उनमें आक्रोश देखा गया। रक्षाबंधन का दिन होने के बाद भी बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर आ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। नेता विपक्ष व उनके समर्थकों द्वारा अंबेडकर पार्क में उपवास कर विरोध जताया गया है। आर्य का कहना है कि दून, रुद्रपुर, हरिद्वार और पौड़ी के बाद हल्द्वानी की यह घटना बताती है कि भाजपा सरकार महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों को रोकने में असफल साबित हो चुकी है।

एसटीएफ ने अध्यापक एलटी की परीक्षा में धांधली करने से पहले किये दो गिरफ्तार

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देहरादून, एसटीएफ ने अध्यापक एलटी की परीक्षा में धांधली करने पहुंचे दो लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। गिरोह का मास्टर माइंड पहले भी परीक्षा में धांधली के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है।
आज यहां वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि कुछ समय पहले उत्तराखंड एसटीएफ को सूचना मिली थी कि जनपद मेरठ उत्तर प्रदेश का रहने वाला एक व्यक्ति उधम सिंह जिसका भर्ती परीक्षा में नकल कराकर पास कराने का अपना एक गिरोह है, जो भिन्न—भिन्न राज्यों में समय—समय पर आयोजित होने वाली अलग—अलग प्रकार की परीक्षाओं में अपने साथियों के साथ परीक्षा में नकल कराकर पैसे लेकर अभ्यर्थियों को पास कराता है। इस व्यक्ति के बारे में जानकारी मिली कि यह व्यक्ति अपने एक साथी के साथ 18 अगस्त को आयोजित की गई उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग की सहायक टीचर /एलटी की भर्ती परीक्षा में एक परीक्षार्थी की जगह अपने साथी (सॉल्वर) को बिठाकर उसकी परीक्षा दिलवाएगा। इस एवज में 16 लाख में सौदा तय किया गया है। जानकारी मिली कि उधम पूर्व में भी फर्जी भर्ती कराने के अपराध में अपने साथियों के साथ थाना ब्रह्मपुरी जनपद मेरठ उत्तर प्रदेश से जेल जा चुका है।
सूचना पर कार्यवाही करतेे हुए एसटीएफ द्वारा अपनी टीमों को हरिद्वार में तैनात कर दिया गया तथा 18 अगस्त को हरिद्वार मायापुर स्थित परीक्षा केन्द्र एसवीएम इण्टर कॉलेज के बाहर से इस गिरोह का मास्टरमाइंड/ सरगना उधम सिंह पुत्र सुखपाल सिह निवासी ग्राम चकबन्दी थाना सरघना जिला मेरठ एवं उसके बिहार के रहने वाले साथी अनुपम कुमार पुत्र बनारस प्रसाद निवासी निकट देवनारायण मार्केट, ओम साई अस्पताल के पीछे, मोहल्ला रामकृष्णा नगर, थाना रामकृष्णानगर, जनपद पटना, बिहार जो कि परीक्षार्थी की जगह बैठकर पेपर सॉल्व करने वाला था,दोनों को इस परीक्षा में गड़बड़ी करने से पहले ही गिरफ्तार कर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर देर रात कोतवाली हरिद्वार में दाखिल किया गया है। पूछताछ करने पर आरोपी उधम सिंह ने बताया कि उसने यूकेएसएसएससी की सहायक टीचर भर्ती परीक्षा(एलटी) परीक्षा में पेपर साल्व कराने के लिये अनुपम कुमार को बिहार से बुलाया था, उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की एलटी भर्ती परीक्षा के लिए कुलदीप नाम के कैंडिडेट के संबंध में उसके रिश्तेदार सचिन से उसकी बात चल रही थी जिसने उसको परीक्षा केंद्र सरस्वती विघा मंदिर इंटर कॉलेज हरिद्वार में कुलदीप के बजाय अन्य परीक्षार्थी से परीक्षा दिलवाकर पास करने की एवज में 16 लाख रूपये देने का करार हुआ था। जिस पर उसने कुलदीप सिंह का प्रवेश पत्र एवं आधार कार्ड प्राप्त कर उसके स्थान पर अपने दोस्त अनुपम कुमार जो पटना बिहार का रहने वाला है, से परीक्षा दिलाने की योजना बनाई जिसके लिये परीक्षा के बाद उसको अनुपम को 4 लाख रूपये देने थे। इस पर आज योजना के अनुसार वह दोनो यहां पर कुलदीप सिंह की जगह परीक्षा देने के लिये आये थे।

वर्क प्लेस पर कार्य के दौरान भी सेन्स ऑफ सिक्युरिटी देना हमारी प्राथमिकता : एसएसपी

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देहरादून, महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उठे सवालों के बीच रक्षाबंधन के दिन एसएसपी देहरादून अजय सिंह द्वारा महिला सुरक्षा को लेकर आवश्यक रणनीति बनाते हुए समाज में हर वर्ग की महिलाओं को भविष्य में पूर्ण सुरक्षा का भरोसा दिया |
रक्षाबंधन के दिन एसएसपी दून ने सबसे व्यस्ततम रहने वाले कोरोनेशन और दून हास्पिटल पहुँचकर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया, इस दौरान उन्होंने अस्पताल में आवश्यकतानुसार कई बिंदुओं पर वार्ता कर तत्काल अतिरिक्त फ़ोर्स तैनात सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के निर्देश अपने अधिकारों को दिये.इसके साथ ही अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था के सम्बन्ध में एसएसपी देहरादून द्वारा अस्पताल प्रबंधन से वार्ता कर इस विषय पर जानकारी लेते हुए सुरक्षा का दायरा कैसे बेहतर हो सकें,इसको लेकर सम्बंधित पुलिस अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए |
अस्पतालों में महिला सुरक्षा का जायजा लेने दौरान कोरोनेशन हास्पिटल और दून अस्पताल में ड्यूटी पर नियुक्त महिला डाक्टरों एवं नर्सों द्वारा एसएसपी अजय सिंह और उपस्थित पुलिस टीम की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर रक्षाबंधन पर्व मनाया गया..इन मौके पर एसएसपी द्वारा उपस्थित महिला डाक्टरों व अन्य महिला स्टाफ को आश्वस्त किया गया कि उनकी सुरक्षा देहरादून पुलिस की सर्वोच्च प्रार्थमिकता है.इसके साथ एसएसपी ने डॉक्टर व नर्स को भरोसा दिलाया कि वर्क प्लेस पर कार्य के दौरान भी सेन्स ऑफ सिक्युरिटी देना हमारी प्राथमिकता है, एसएसपी द्वारा सुरक्षा जायजा लेने के दौरान कोरोनेशन अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर वी के चौहान व दून मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ गीता जैन मौजूद रही |

 

चोरी का खुलासा दो गिरफ्तार, लाखों के जेवरात व नगदी बरामद

देहरादून, पुलिस ने नेहरू कालोनी क्षेत्र में हुई चोरी का खुलासा करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार कर लाखों के जेवरात व नगदी बरामद कर ली। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको न्यायालय में पेश किया जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 17 अगस्त को सुरेंद्र सिंह गुसाईं निवासी कुमार गली, अजबपुरकंला, थाना नेहरू कॉलोनी, रिटायर्ड इन्जीनियर सीपीडब्लूडी द्वारा थाना नेहरू कॉलोनी पर तहरीर देकर बताया कि चोरों द्वारा उनके घर में घुसकर लगभग 30 लाख रूपये कीमत की ज्वैलरी व नगदी चोरी कर ली गयी है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान सुरेन्द्र गुसांई द्वारा बताया गया कि चोरी हुई ज्वैलरी की कुल कीमत 41 लाख रूपये है। घटना स्थल पर चोरों द्वारा घटना के समय सुरेन्द्र एवं उनकी पत्नी के कमरे का बाहर से कुन्डा लगा दिया गया था एवं घटना स्थल रेलवे पटरी के समीप था। पुलिस टीम को जानकारी मिली कि इस प्रकार से अपराध करने का तरीका सपेरा जनजाति के कुछ अपराधियों द्वारा अपनाया जाता है, जिस पर पुलिस टीम द्वारा नेहरू कॉलोनी क्षेत्र स्थित सपेरा बस्तियों में आरोपियों के सम्बन्ध में जानकारी करते हुए संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की गई तो पुलिस टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि कुछ सपेरा जनजाति के व्यक्ति 10—12 दिन पहले नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में देखे गए थे तथा जो स्थानीय नही थे। पुलिस टीम द्वारा किये जा रहे अथक प्रयासों से दूधली रोड से घटना में सम्मिलित दो आरोपियों सौरभ पुत्र ठंडू तथा मनदीप पुत्र चंडू को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी का शत प्रतिशत माल बरामद किया गया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे दोनों सपेरा जनजाति के खानाबदोश किस्म के लोग हैं, जिनका कोई स्थाई ठिकाना नहीं है। चोरी की घटना अंजाम देने के दौरान आरोपियों द्वारा मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं किया जाता है तथा सीसीटीवी कैमरों से बचने के लिए घटना स्थल तक आने जाने हेतु रेलवे पटरी का प्रयोग किया जाता है तथा घटना को अंजाम देने के बाद तुरंत अपने कपडे भी बदल लिए जाते है, जिससे कोई उन्हें पहचान न सके। घटना करने के लिए आते समय और घटना करने के बाद जाते समय पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग किया जाता है तथा रेलवे पटरी के आसपास कोई सीसीटीवी कैमरा न होने के कारण उसके आस पास के घरों को ही घटना के लिए चिन्हित किया जाता है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको न्यायालय में पेश किया गया जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

प्राथमिक शिक्षा में 1500 बेसिक शिक्षक चयनितः डॉ धन सिंह रावत

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देहरादून, सूबे में प्राथमिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत बेसिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। सभी जनपदों में दो चरण की काउंसलिंग सम्पन्न होने के उपरांत 1501 बेसिक शिक्षकों का चयन किया जा चुका है। अवशेष 1405 रिक्त पदो ंके लिये तीसरे और चौथे चरण की काउंसलिंग भी की जायेगी, जिसके निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं। नये शिक्षकों के चयन से प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में लगभग शिक्षकों की कमी दूर हो जायेगी।
सूबे के विद्यालय शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश के राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को दूर करने तथा प्राथमिक स्तर पर नौनिहालों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने को लेकर विभाग ने बड़े पैमाने पर प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की है।
जनपद स्तर पर आयोजित बेसिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में अब तक दो चरण की काउंसलिंग सम्पन्न होने के बाद कुल 1501 शिक्षकों का चयन किया जा चुका है। प्रथम चरण की काउंसलिंग में 473 जबकि द्वितीय चरण की काउंसलिंग में 1028 शिक्षकों का चयन किया गया है। जिसमें पौड़ी जनपद में 179, चमोली में 285, रूद्रप्रयाग 38, टिहरी 135, उत्तरकाशी 57, देहरादून 26, हरिद्वार 97, नैनीताल 95, अल्मोड़ा 42, बागेश्वर 68, चम्पावत 11, पिथौरागढ़ 164 तथा ऊधमसिंह नगर में 304 बेसिक शिक्षक शामिल है। चयनित बेसिक शिक्षकों को संबंधित जनपदों में नियुक्ति पत्र भी वितरित किये जा रहे हैं ताकि वह आवंटित विद्यालयों में शीघ्र योगदान से सके।
विभागीय मंत्री ने बताया कि अवशेष 1405 पदों को भरने के लिये विभागीय अधिकारियों को तीसरे व चौथे चरण की काउंसलिंग करने के निर्देश दे दिये गये हैं ताकि सभी पदों को समय पर भरा जा सके। उन्होंने बताया कि प्राथिमक शिक्षा विभाग ने सभी जनपदों में बेसिक शिक्षकों के कुल 2906 पदों पर विज्ञप्ति निकाली थी जिसके सापेक्ष प्रदेशभर में 26 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। जिसमें से अधिकांश अभ्यर्थियों ने एक से अधिक जनपदों में आवेदन किया है, जिस कारण आवेदकों की संख्या में इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि इस बार सभी जनपदों में एक साथ काउंसलिंग होने से अभ्यर्थियों को दूसरे जनपद में काउंसलिंग में जाने का मौका नहीं मिला है, जिस कारण दो चरण की काउंसलिंग के बावजूद लगभग 50 प्रतिशत अभ्यर्थीयों का ही चयन हो पाया है। जिसके चलते विभाग को तीसरे और चौथे चरण की काउंसलिंग करानी पड़ रही है।

जनपदों में इतने पदों पर निकली है भर्ती :
सूबे के प्राथमिक शिक्षा विभाग ने विभिन्न जनपदों में बेसिक शिक्षकों के कुल 2906 पदों पर भर्ती निकाली थी। जिसमें पौड़ी जनपद में 298, चमोली 446, रूद्रप्रयाग 182, टिहरी 315, उत्तरकाशी 211, देहरादून 41, हरिद्वार 184, नैनीताल 190, अल्मोड़ा 142, बागेश्वर 187, चम्पावत 75, पिथौरागढ़ 326 तथा ऊधमसिंह नगर में 309 पदों पर बेसिक शिक्षकों की भर्ती निकली है। जिसमें से 1501 पदों पर शिक्षकों का चयन कर दिया गया है। चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित किये जा रहे हैं।

पहाड़ और नदियां हमारी पहचान हैं, इनकी सुरक्षा के हरसंभव प्रयास हों : विद्या भूषण रावत

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देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र की ओर से आज सायं सामाजिक चिंतक व लेखक विद्या भूषण रावत की सचित्र वार्ता आयोजन किया गया। यह वार्ता हिमालयी विकास या हिमालयी आपदा ? के सन्दर्भ उत्तराखंड के संकट को समझने पर केन्द्रित थी। विद्या भूषण रावत उपस्थित श्रोताओं को स्लाइड चित्रों व वार्ता के माध्यम से हिमालय की संवेदनशीलता और यहां हो रहे अनियंत्रित विकास को रेखांकित करते स्थानीय समाज व पर्यावरण के समक्ष आ रही गम्भीर समस्याओं व चुनौतियों की तथ्यात्मक जानकारी दी। अपनी वार्ता में विद्या भूषण रावत ने पिछले 10-11 सालों के दरम्यान केदारनाथ व रैणी आपदा सहित जोशीमठ भू-ध्ंासाव जैसे अन्य तमाम घटनाओं का उदाहरण देते हुए चिन्ता व्यक्त की और कहा कि उत्तराखंड न केवल अपने भूगोल अपितु अपनी पहचान से जुड़े गंभीर संकट से भी जूझ रहा है। धार्मिक पर्यटकों की भरकम आमद, अपर्याप्त बुनियादी ढांचे व बड़े विकास एजेंडे ने लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या यही वास्तविक विकास की परिभाषा है।
उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य, अनियंत्रित पर्यटन, स्थानीय समुदायों से वंचित वन क्षेत्रों में रिसॉर्ट और होटलों के खुलने से उत्तराखण्ड पर्यावरण के साथ ही लोगों का जीवन खतरे में पड़ गया है।
उत्तराखंड के तराई और मैदानी इलाकों में बेतहाशा आबादी बढ़ने और हिमालयी क्षेत्रों में आबादी कम होने से असंतुलन पैदा होगा। नये परिसीमन में पहाड़ अल्पमत में आ आकर अपनी विधानसभा की सीटों को भी खो सकता है। पहले से ही, पर्वतीय लोगों और उनके मैदान में बसे समकक्षों के बीच आय का अंतर बहुत बड़ा है। ऐसे में हिमालयी क्षेत्रों की विशिष्ट सांस्कृतिक भौगोलिक प्रकृति को सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है।
विद्या भूषण रावत ने आगे यह भी कहा कि उत्तराखंड को अपने भूमि कानूनों और अधिवास नीतियों को बदलना होगा।
पहाड़ और नदियाँ हमारी पहचान हैं इनकी सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करने चाहिए। उत्तराखंड के सामाजिक सांस्कृतिक जीवन पर खतरा सीधे तौर पर इसकी प्राकृतिक विरासत के संरक्षण से जुड़ा है इसलिए हमें लीक से हटकर भी सोचने की जरूरत है। हिमालय और इसकी समृद्ध नदी घाटी प्रणाली की रक्षा के लिए स्थानीय समुदायों और लोगों को शामिल कर इस मुद्दे पर गम्भीर बहस शुरू करने की जरूरत है।
विद्या भूषण रावत एक सक्रिय लेखक हैं जिनकी प्राकृतिक विरासत और उससे जुड़े समुदायों में विशेष रुचि है।
उन्होंने भूमि और खाद्य सुरक्षा के मुद्दों पर काम किया है और बड़ी संख्या में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर बात की है। रावत ने लगभग 25 पुस्तकें लिखी हैं। उन्होंने उत्तराखंड के पर्यावरण संकट के साथ-साथ हिमालय में हमारी नदियों की स्थिति पर विस्तार से लिखा है। उन्होंने गंगा, यमुना और काली नदी पर कई वृत्तचित्र बनाए हैं। वर्तमान में, विद्या भूषण रावत गंगा और उत्तराखंड के सामाजिक सांस्कृतिक जीवन पर इसके प्रभाव पर काम कर रहे हैं।
इस अवसर पर दयानन्द अरोड़ा,प्रवीन कुमार भट्ट, जितेंद्र भारती, बिजू नेगी, प्रोफेसर राजेश पाल, सुरेंद्र एस सजवान, चंद्रशेखर तिवारी, निकोलस, सुंदर सिंह बिष्ट सहित शहर के अनेक सामाजिक कार्यकर्ता, लेखक ,पत्रकार, साहित्यकार व पुस्तकालय के कुछ युवा पाठक उपस्थित रहे।

उत्तराखंड के अस्पतालों में महिला सुरक्षा प्राथमिकता : डॉ. आर राजेश कुमार

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देहरादून। स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार ने कहा है कि अस्पतालों में कार्यरत डाक्टरों और मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा प्रदेश सरकार के लिए प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत के निर्देशों के क्रम में सुरक्षा के मद्देनजर सरकार अस्पतालों के लिए एसओपी यानी गाइडलाइन में आवश्यक बदलाव करेगी। जल्द नई एसओपी जारी की जाएगी।

स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार आज सुबह रक्षाबंधन के मौके पर दून मेडिकल कालेज पहुंचे। यहां रेजीडेंट डाक्टर, नर्सों और महिला कर्मचारियों ने उन्हें राखियां बांधी। इस मौके पर स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि दून मेडिकल कॉलेज में पुलिस चौकी खोलने की कवायद की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में डीजीपी और गृह सचिव को पत्र लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में कार्यरत महिला डाक्टरों, नर्सों और कर्मचारियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। अस्पतालों में सुरक्षा के लिए जल्द ही एसओपी भी बनाई जाएगी।

  • :- स्वास्थ्य सचिव ने कहा, अस्पतालों में महिला सुरक्षा के लिए बनेगी मजबूत एसओपी
  • :-महिला सुरक्षा को लेकर गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखेंगे स्वास्थ्य सचिव
  • :- दून अस्पताल पहुंच कर की नई पहल, डाक्टरों, नर्स और स्टाफ के साथ मनाया रक्षाबंधन

 

स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार आज रक्षाबंधन के मौके पर दून मेडिकल कालेज पहुंचे। इस मौके पर महिला मेडिकल स्टाफ ने उन्हें राखियां बांधी। महिला डाक्टरों, नर्स और महिला कर्मचारियों ने अस्पताल में रात्रि पाली में कार्य के दौरान सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की। महिला कार्मिको का कहना है कि अस्पताल में एक महिला और एक पुरुष पुलिसकर्मी की 24 घंटे तैनाती की जाएं ताकि वो अपने को सुरक्षित महसूस कर सकें। इस पर स्वास्थ्य सचिव ने सभी महिलाओं कार्मिकों को सुरक्षा देने का आश्वासन दिया। स्वास्थ्य सचिव ने महिला डॉक्टर या स्टाफ के द्वारा सुरक्षा को लेकर उठाए गए विषय पर अस्वस्थ किया कि जल्द ही विभाग की तरफ से गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक को पत्र भेज कर दून मेडिकल कॉलेज में पुलिस चौकी खोलने और पुलिस चौकी में महिला सिपाहियों के तैनाती करने की मांग की जाएगी जिससे वहां पर ड्यूटी कर रहे स्टाफ को सुरक्षा मिल सके।

कोलकत्ता की डाक्टर बेटी की निर्मम हत्या के बाद डाक्टरों में रोष व्याप्त है। प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य सचिव के मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा को प्राथमिकता देने का आश्वासन दिया है। स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक प्रदेश के सभी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं सामान्य ढंग से चल रही हैं।

इस मौके पर स्वास्थ्य चिकित्सा निदेशक डा. आशुतोष सयाना ने कहा कि महिला सुरक्षा के उपाय सरकार की प्राथमिकताओं में हैं। अस्पतालों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जाएंगे। इस मौके रेजीडेंट डाक्टरों ने कहा कि अस्पताल में कोलकत्ता की घटना के बाद डर का माहौल था लेकिन स्वास्थ्य सचिव के आश्वासन के बाद यह भय कम हुआ है।

दून मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉक्टर गीता जैन ने कहा कि आज उनके कॉलेज का महिला स्टाफ खुश है.. क्योंकि रक्षाबंधन पर उन्हें उनके भाई स्वास्थ्य सचिव की तरफ से सुरक्षा का आश्वासन मिला है।

दून मेडिकल कॉलेज में रेजीडेंट डॉक्टर ईशान सिंह ने कहा कि जिस तरीके से पश्चिम बंगाल में महिला डॉक्टर के साथ घटना घटी है उसे पूरे देश में आक्रोश है और तरफ महिला डॉक्टर की सुरक्षा का सवाल उठने लगा है।

इस दौरान डॉ आशुतोष सयाना, डॉक्टर गीता जैन, डॉ अनुराग अग्रवाल, डॉक्टर धनंजय डोभाल, डॉक्टर एमके पंत, डॉ अनिल जोशी, डॉ नितिन, डॉक्टर शिव, डॉ अंकुर पांडे, डॉ योगेश्वरी, दून मेडिकल कॉलेज के पीआरओ महेंद्र भंडारी के अलावा विनोद नैनवाल, प्रमोद मिश्रा, नवीन खंडूरी मौजूद रहे।

आंदोलनकारियों के साथ गैरसैंण में उपवास करेंगे मोहित डिमरी, 21 अगस्त को विधानसभा कूच का निर्णय

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चमोली (गैरसैंण), मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति की गैरसैंण में हुई एक अहम बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
बैठक में तय किया गया कि 20 अगस्त को मूल निवास-भू-कानून स्वाभिमान आंदोलन के संयोजक मोहित डिमरी के साथ ही आंदोलनकारी
मूल निवास 1950, स्थायी राजधानी गैरसैंण और सशक्त भू-कानून की मांग को लेकर गैरसैंण में 20 अगस्त को उपवास करेंगे । यह तय किया गया कि 21 अगस्त को आंदोलनकारी विधानसभा का घेराव करेंगे।
मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति के केंदीय संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि हम लोग 20 अगस्त को गैरसैंण में उपवास करेंगे। इसके अगले दिन 21 अगस्त विधानसभा कूच करेंगे और मूल निवास 1950, स्थायी राजधानी गैरसैंण और मजबूत भू-कानून को लेकर मुख्यमंत्री को प्रस्ताव सौपेंगे। उन्होंने कहा कि पहाड़ी राज्य की अस्मिता को बचाने के लिए इन सभी मुद्दों पर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए।
स्थायी राजधानी गैरसैंण संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट ने कहा कि अब आर-पार की लड़ाई लड़ने का समय आ गया है। तभी सरकार की नींद टूटेगी। गैरसैंण के नाम पर सैर-सपाटा बंद हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी लोग दलगत राजनीति छोड़कर एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिए लड़ें।
नगर पंचायत अध्यक्ष पुष्कर सिंह रावत, राज्य आंदोलनकारी संगठन के अध्यक्ष हरेंद्र कंडारी, मूल निवास, भू-कानून संघर्ष समिति के स्थानीय संयोजक जसवंत सिंह बिष्ट ने कहा कि आज पहाड़ियों का वजूद पहाड़ी राज्य में खतरे में है। पहाड़ बचाने के लिए राजधानी पहाड़ी में बननी जरूरी है। बाहर के लोग जमीन न खरीद पाए, इसके लिए कड़े कानून बनने चाहिए। मूल निवास 1950 का अधिकार देकर यहां के लोगों को नौकरियों में पहला अधिकार मिलना जरूरी है। इन मांगों को पूरा नहीं किया गया तो उत्तराखंड आंदोलन से भी बड़ा आंदोलन शुरू होगा।
इस मौके पर युवा नेता दान सिंह नेगी, दयाल सिंह पुंडीर, जगदीश ढोंडियाल, दीवानी राम, जसवंत सिंह बिष्ट, कुसुमलता गैडी, पूर्व सैनिक नयन सिंह नेगी सहित कई लोग मौजूद थे ।

 

स्वर्गीय इन्द्रमणि बड़ोनी की 25वीं पुण्यतिथि पर अर्पित किये श्रद्धा सुमन

देहरादून, पर्वतीय गांधी स्वर्गीय इन्द्रमणि बड़ोनी जी पुण्यतिथि पर उत्तराखण्ड़ राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा राज्य आंदोलन का पुरोधा रहे पर्वतीय गाँधी स्वर्गीय इन्द्रमणि बड़ोनी की 25वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
रविवार को बडोनी जी की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाते हुये मूर्ति की सीढ़ी एवं उपर फ्रेम टूटे होने के कारण पेर अन्दर घुस गय़ा औऱ तीनों के घुटने से नीचे छिल गया और अन्य जगह फ्रेम के एंगिल ठुका जिसमें सुनील ध्यानी, सुरेश कुमार के साथ एक अन्य व्यक्ति गिरा।
पिछले एक वर्ष पूर्व भी इस स्तिथि के बारे में निगम व संस्कृति विभाग को अवगत कराया गय़ा था लेकिन परिणाम शून्य रहा।
प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी व प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती ने कहा कि हमारे प्रदेश के नेता व प्रशासन के अधिकारियों ने कभी बडोनी पार्क की सुध नहीं ली औऱ ना ही वंहा पुष्प चढ़ाने की जहमत उठा पाते उनके सपनों के अनुसार ना स्थाई राजधानी , ना 371 की तर्ज पर सशक्त भू कानून , ना मूल निवास व अधिकार ना छोटी इकाइयों (जिलों) का गठन , ना गंभीरता के साथ पहाड़ पर बेहतरीन नीतियां बनाई गईं। ओमी उनियाल व पूरण सिंह लिंगवाल ने कहा कि राज्य आंदोलनकारी मंच प्रदेश हितों के लियॆ लगातार संघर्ष करता रहेगा चाहे मुजफ्फरनगर काण्ड के दोषियों को न्याय दिलाने की आवाज हो या लोकायुक्त लागू कराने की मांग हो या रोजगार शिक्षा के साथ बेहतरीन स्वास्थ्य की मांग हो।
श्रद्धांजलि देने वालों में मुख्यतः केशव उनियाल, जगमोहन सिंह नेगी, रवीन्द्र जुगरान, ओमी उनियाल, रामलाल खंडूड़ी, प्रदीप कुकरेती, पूरण सिंह लिंगवाल, मोहन खत्री, गौरव खंडूड़ी, मनोज नौटियाल, द्वारिका बिष्ट, प्रभात डण्डरियाल, नरेन्द्र नौटियाल , आदि रहें।