Wednesday, April 30, 2025
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उत्तराखंड़ एकता मंच ने उठाई राज्य के मूलनिवासियों को जनजातीय दर्जा देने की आवाज

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‘नई दिल्ली में आयोजित अधिवेशन में वक्ताओं ने कहा, संविधान की 5वीं अनुसूची लागू की जाय’

नई दिल्ली/देहरादून, उत्तराखंड़ के पर्वतीय क्षेत्र में संविधान की 5वीं अनुसूची लागू करने एवं पहाड़ के मूलनिवासियों को जनजातीय दर्जा लागू कराने के लिए उत्तराखंड एकता मंच का अधिवेशन नई दिल्ली में गांधी शांति प्रतिष्ठान में संपन्न हुआ l
अधिवेशन में इतिहासकार, वकील, पत्रकार, पूर्व प्रशासनिक अधिकारी, समाजसेवी तथा गढ़वाली ट्राइबल कमेटी एवं कुमाऊनी ट्राइबल कमेटी के पदाधिकारी शामिल हुए l
एकता मंच के अनूप बिष्ट ने कहा कि उत्तराखंडी जनमानस अपने नदी,जंगल ,पहाड़ पर वैसे ही अधिकार चाहते है, जैसे बाकी हिमालयी राज्यों को मिले हैं, इसलिए हम भारत सरकार से अन्य हिमालयी राज्यों की तरह संविधान की 5वीं अनुसूची लागू किए जाने और जनजातीय दर्जा प्रदान किए जाने की मांग कर रहे हैं l
वरिष्ठ लेखक और पत्रकार सुरेश नौटियाल ने कहा कि भारत सरकार एवं उत्तरप्रदेश सरकार के दस्तावेजों के आधार पर उत्तराखंड एकता मंच का दावा सही है कि उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्र में 5वीं अनुसूची पूर्व में लागू थी, जिसे सरकार ने हमसे 1972 में छीन लियाl उन्होंने कहा कि सन 1995 तक पहाड़ के लोगो को शिक्षा में 6% आरक्षण मिलता था, वह भी सरकार ने हमसे छीन लिया |
निशांत रौथाण ने कहा कि गढ़वाली और कुमाऊनी ट्राइबल कमेटियां दस्तावेजों के आधार पर सरकार से बातचीत करेंगीl उन्होंने आशा व्यक्त की कि जल्द ही पहाड़ में पांचवीं अनुसूची लागू होगी और क्षेत्र को जनजतीय दर्जा मिलेगाl
वक्ताओं में हिंदी, संस्कृत, गढ़वाली, कुमाऊनी एवं जौनसारी अकादमी के पूर्व सचिव डा. जीतराम भट्ट, वरिष्ठ पत्रकार हरीश लखेड़ा, उत्तराखंड पत्रकार परिषद् दिल्ली के पूर्व अध्यक्ष ज्ञानेंद्र पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार और अध्येता श्याम सिंह रावत, प्रोफेसर ईश मिश्रा और डॉ हरपाल सिंह नेगी जैसे महत्वपूर्ण लोगों ने उत्तराखंड में संविधान की पांचवीं अनुसूची लागू किए जाने और क्षेत्र को जनजातीय दर्जा दिए जाने की जोरदार वकालत की l
अधिवेशन में पांचवीं अनुसूची के लाभ पर विस्तार से चर्चा हुई l वक्ताओं ने कहा कि उत्तराखंड में पांचवीं अनुसूची लागू होने से कई लाभ होंगे जैसे – शिक्षा एवं नौकरियों में आरक्षण, नदी, जंगल, पहाड़ पर अधिकारl नदी एवं जंगल से रोजगार बड़ी कंपनियों की जगह पहाड़ के मूलनिवासियो को मिलेगा । केवल नदी एवं जंगल 2 लाख से ज्यादा परिवारों को रोज़गार दे सकते है l अनुसूचित जनजाति कल्याण अधिनियम से हमारी बहन, बेटियां सुरक्षित होंगी । स्थानीय उत्पादों और प्राकृतिक संसाधनों को बेचने का अधिकार भी स्थानीय लोगों को होगा। विकास के लिए राज्य एवं केन्द्र सरकार से अलग से बजट मिलेगा, भाषा एवं संस्कृति संरक्षण एवं विकास किया जाएगा , मूल निवास 1950 एवं 100% भू कानून स्वतः ही मिल जाएंगे l अधिवेशन में इस बात पर भी चर्चा हुई की देश में मूल निवास 1950 केवल जनजातीय दर्जा प्राप्त होने पर ही मिलता है l देश में कभी भी सामान्य वर्ग के लोगों को मूल निवास 1950 नहीं मिलता है l मूलनिवास 1950 पाने के लिए पहाड़ के लोगों को जनजातीय दर्जा पाना ही होगा l
अधिवेशन में महेंद्र रावत, अश्वनी मैंदोला, योगेश्वरबिष्ट , ज्योति डंगवाल ,पी.एनशर्मा,आदि समाजसेवी भी शामिल हुए l

राज्य आन्दोलनकारियों के लिए सरकारी सेवा में 10% आरक्षण को राज्यपाल ने दी मंजूरी

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देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य आन्दोलनकारियों के लिए सरकारी सेवा में 10 प्रतिशत आरक्षण दिये जाने की व्यवस्था से संबंधित विधेयक को प्रदेश के राज्यपाल ले.ज. से.नि. गुरमीत सिंह द्वारा स्वीकृति प्रदान किये जाने पर प्रसन्न्ता व्यक्त की है। इसके लिए मुख्यमंत्री ने राज्यपाल का आभार भी व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राज्य आन्दोलनकारियों के संघर्ष और बलिदान को कभी भूल नहीं सकती। राज्य आन्दोलनकारी हमारे लिए सदैव सम्मानीय रहे है। हमारी सरकार उनकी सुविधाओं को शीर्ष प्राथमिकता देती है।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य आन्दोलनकारियों एवं उनके सभी आश्रित पात्रों के लिए सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत आरक्षण देने का निर्णय लिया था तथा इसका विधेयक विधानसभा में पारित कर राज्यपाल जी को भेजा गया था, जिसपर उन्होंने अपनी सहमति प्रदान कर दी है।
इससे राज्य आन्दोलनकारियों की एक बड़ी लम्बित मांग की भी पूर्ति हुई है।मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने राज्य आन्दोलनकारियों की पेंशन बढ़ाने के साथ ही राज्य आन्दोलनकारियों की मृत्यु के पश्चात् उनके आश्रितों को भी पेंशन देने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार राज्य आन्दोलनकारियों के सपनों का उत्तराखण्ड बनाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है।

रोडवेज में बैठी पंजाब की नाबालिग संग दून में हुआ गैंगरेप, पांच को लिया हिरासत में, की जा रही पूछताछ

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देहरादून (दीपिका गौड़), राजधानी देहरादून में 16 वर्षीय नाबालिग से गैंगरेप का मामला सामने आया है। जिसके बाद पुलिस कुछ लोगों को हिरासत में लेके पूछताछ कर रही है।
कोलकाता में रेप-मर्डर की घटना के बाद उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में भी ऐसा ही देखने को मिला। अब इसकेे बाद राजधानी देहरादून में पंजाब की नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। यहां आइएसबीटी में रोडवेज की खड़ी बस में दरिंदों ने 16 वर्षीय किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म किया।
यह घटना 13 अगस्त रात 2 बजे की बताई जा रही है। जहां देहरादून ISBT से बस के अंदर एक किशोरी से गैंगरेप का मामला सामने आया है। किशोरी पंजाब की रहने वाली बताई जा रही है और मुरादाबाद से देहरादून आई थी।
जानकारी के अनुसार पंजाब की रहने वाली 16 वर्षीय किशोरी 13 अगस्त की रात करीब ढाई बजे आईएसबीटी देहरादून पहुंची। आरोप है कि बस खाली होने के बाद बस में करीब पांच लोगों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और उसके बाद किशोरी को बस से उतार कर आरोपी वहां चले गए।
चाइल्ड वेलफेयर टीम को मिली मामले की जानकारी में चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की हेल्पलाइन टीम को 13 अगस्त को किशोरी ISBT पर बदहवास हालत में मिली है। इसके बाद टीम उसे ISBT परिसर में बने चाइल्ड हेल्पलाइन बूथ पर ले गई। चाइल्ड वेलफेयर टीम ने किशोरी से पूछताछ की है, लेकिन वह रोती रही, फिर किशोरी ने बताया कि उसके साथ गलत काम हुआ है। मामले की गंभीरता देख चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम किशोरी को बालिका निकेतन ले गई और उसकी काउंसिलिंग कराई गई। चार दिन किशोरी की सीडब्ल्यूसी में काउंसिलिंग चलती रही।
वहीं पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में बीते दिनों एक 31 वर्षीय पीजी ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या पर पूरे देश में आक्रोश व्याप्त है। देशभर में डॉक्टर हड़ताल और प्रदर्शन कर अपना विरोध जता रहे हैं। इसी क्रम में उत्तराखंड के अलग-अलग शहरों में भी शनिवार को डॉक्टरों ने सड़कों पर उतरकर अपने-अपने तरीके से कोलकाता डॉक्टर रेप मर्डर केस सहित उधम सिंह नगर में नर्स का अपहरण कर उसका रेप मर्डर होने पर विरोध प्रदर्शन किया।

*न्यूयॉर्क के टाइम्स स्कवायर पर प्रदर्शन :

कोलकाता की घटना के विरोध में 14 अगस्त की रात को न्यूयॉर्क के टाइम्स स्कवायर पर एक धरना प्रदर्शन हुआ। इस दौरान करीब 40 लोग इकट्ठा हुए और बंगाल में प्रदर्शन करने वाले छात्रों और डॉक्टर्स के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया। अमेरिका के लॉस एंजेल्स में लेक हॉलीवुड पार्क में भी प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए और कोलकाता की घटना को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान करीब 250 भारतीय मूल के लोग इकट्ठा हुए और उन्होंने अपने हाथों में प्लेकार्ड और बैनर पकड़े हुए थे।

इस बीच उत्तराखंड के उधम सिंह नगर से भी एक ऐसी ही घटना सामने आई। जहां अस्पताल से घर लौट रही 33 वर्षीय नर्स के साथ बलात्कार कर उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी गई। जानकारी के मुताबिक, उसके साथ लूटपाट भी की गई है। पीड़ित नर्स नैनीताल के एक निजी अस्पताल में काम करती थी। पीड़िता उधम सिंह नगर जिले के रुद्रपुर के बिलासपुर कॉलोनी में अपनी 11 साल की बेटी के साथ रहती थी और 30 जुलाई को अस्पताल से लौटते वक्त लापता हो गई थी।
पुलिस के मुताबिक ISBT पर किशोरी 13 अगस्त की शाम को बदहवास हालत में मिली थी। किशोरी मूल रूप से पंजाब की रहने वाली है। वह उस समय पंजाब से दिल्ली फिर मुरादाबाद ओर फिर देहरादून पहुंची थी। जहां उसके साथ बस में सामूहिक दुष्कर्म हुआ। पटेनगर इंस्पेक्टर केके लुंठी ने बताया कि मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। कुछ लोगों को भी पूछताछ के लिए पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस को रोडवेज के चालक परिचालक और कुछ कर्मचारियों पर शक है।

पुलिस पांच को हिरासत में लेकर कर रही पूछताछ:

चालक और परिचालक शक के दायरे में होने से पुलिस सीसीटीवी खंगाल रही है, क्योंकि किशोरी ने बस में गैंगरेप की बात कही है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस टीम द्वारा नाबालिक बालिका की काउंसलिंग करते हुए उससे गहनता से पूछताछ की गई तो उसके द्वारा पुलिस को भी अपने मॉ-बाप के न होने की जानकारी दी गई तथा बार-बार अपने बयानो को बदला गया, पुलिस द्वारा पीडिता से तसल्लीपूर्वक पूछताछ व पुलिस के प्रयासो से पीडिता के परिजनो की जानकारी पुलिस को प्राप्त हुई व ज्ञात हुआ कि पीडिता के मॉ-बाप जिन्दा है व परिजनो से सम्पर्क करने पर उनके द्वारा नाबालिक बालिका के पूर्व में भी कई बार अपने घर से बिना बताये चले जाने की जानकारी दी गई तथा हर बार विभिन्न माध्यमों से प्राप्त सूचना पर पीडिता को घर वापस लाना बताया गया। अभियोग की विवेचना के दौरान दिनांक 12-13/08/2024 की रात्रि में उक्त नाबालिक बालिका के साथ दिल्ली से देहरादून आई बस में दुष्कर्म किया जाना प्रकाश में आया, जिस पर पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन करते हुए घटना में प्रयुक्त बस के सम्बंध जानकारी करते हुए उसे कब्जे मे लिया गया तथा घटना में शामिल सभी 05 संदिग्धों को पूछताछ हेतु हिरासत में लिया गया है। कब्जे में ली गई बस से फॉरसिक टीम द्वारा आवश्यक साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की जा रही है। घटना की गहनता से विवेचना प्रचलित है।

*हिरासत में लिए गए व्यक्तियों का नाम/ पता :

(1) धर्मेंद्र कुमार पुत्र यशपाल सिंह, निवासी ग्राम बंजारा वाला ग्रांट, थाना बुग्गा वाला, हरिद्वार, उम्र 32 वर्ष(2) देवेंद्र पुत्र फूलचंद निवासी चूडियाला, भगवानपुर, हरिद्वार उम्र 52 वर्ष(3) रवि कुमार पुत्र दयाराम निवासी ग्राम सिला, थाना – नवाबगंज, जिला फर्रुखाबाद, उम्र 34 वर्ष (4) राजपाल पुत्र स्व0 किशन सिंह निवासी बंजारावाला ग्रांट, थाना बुग्गावाला, हरिद्वार, उम्र 57 वर्ष (5) राजेश कुमार सोनकर पुत्र स्व0 लाल चंद्र सोनकर निवासी माजरा, पटेलनगर, उम्र 38 वर्ष

 

स्व. घूंगथुग टी सुलट्रीम के 46वें जन्मदिन पर जिला स्तरीय फुटबाल प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

देहरादून, तिब्बती परिवार के गुरु स्व0 घूंगथुग टी सुलट्रीम के 46वीं बर्थ एनिवर्सरी पर ढूंडुप्लीप फुटबाल क्लब द्वारा आयोजित जिला स्तरीय फुटबाल प्रतियोगिता का उद्घाटन तिब्बतन स्कूल क्लेमनटाउन में गुरु लामा और आयोजक तामदिन द्वारा किया गया।
आयोजन में महत्वपूर्ण सहयोग उत्तराखंड फुटबाल रेफरी एसोसिएशन के द्वारा किया जा रहा है। प्रतियोगिता में चीफ रेफरी/मैच कमिश्ननर डा. विरेन्द्र सिंह रावत, रेफरी विमल रावत, दोर्जी, वरुण चौहान, हर्षित चौहान, हिमांशु, सत्य जोशी, राजेंद्र पहाड़ी के द्वारा किया जायेगा
आयोजन का पहला मैच तिब्बतन नेशनल स्पोर्ट्स एसोसिएशन एवं विल्स यूथ एफसी के बीच हुआ जिसमें दोनों टीमों ने लीग मैच में 1-1 का स्कोर किया। तिब्बतन टीम से नवांग ने 68 मिनट में और विल्स युथ की तरफ से तुसार ने 7 मिनट में गोल मारा।
दूसरा मैच दून सिटी एफसी का मुकाबला ठकुरी एफसी के बीच हुआ। आकर्षक मैच में दून सीटी ने 2-0 से लीग मैच अपने नाम किया। दून सीटी की तरफ से सौरभ नेगी ने 12 मिनट में और नेशनल खिलाडी शैलेन्द्र नेगी ने 45 मिनट में गोल मारा।
मैच के दौरान डा. विरेन्द्र सिंह रावत के द्वारा आमंत्रित किया गए फीफा वर्ल्ड कप 2022 के मैच इंसट्रेक्टर जगन्नाथ ने डा. रावत की तारीफ की और कहा कि 25 साल से लगातार रेफरी करना और फिटनेस आज भी बेहतरीन है। आने वाले युवा रेफ्रियों को डा0 रावत से अनुभव लेना चाहिए।
डा. रावत ने तहेदिल से उन्हें धन्यवाद दिया कि विदेश से आए फीफा रेफरी जगन्नाथ ने उत्तराखंड आकर हमारे रेफ्रियों को जागरूक किया। डा0 रावत ने बताया है कि सितंबर अंत में रेफ्रियों की वर्कशॉप लगाई जाएगी जिसमें नए और पुराने रेफ्रियों को जागरूक किया जायेगा।

सीएम ने ₹3916.85 लाख रूपए की 26 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया

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राज्य में डेढ़ लाख महिलाओं को लखपति दीदी बनाए जाने पर कार्य गतिमान : धामी

चम्पावत, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को राजकीय महाविद्यालय अमोड़ी, चम्पावत में रक्षाबन्धन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए ₹3916.85 लाख रूपए की 26 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। जिसमें ₹ 2510.95 लाख की 13 योजनाओं का लोकार्पण एवं ₹ 1465.90 लाख की 13 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिलाओं ने मुख्यमंत्री की कलाई में रक्षा सूत्र बांधा तथा उनके दीर्घायु की कामना की।
इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कई घोषणाएं कि जिसमें बेलखेत क्षेत्र में बाढ़ सुरक्षा का कार्य किए जाने, राजकीय महाविद्यालय अमोड़ी की सुरक्षा हेतु बाढ़ सुरक्षा के लिए कार्य किए जाने, बेलखेत में झूला पुल का निर्माण किया जाने, चम्पावत में निर्माणाधीन स्टेडियम का नाम स्व० श्री कैलाश गहतोड़ी के नाम पर रखें जाने एवं भारतीय सेना के शहीद कमांडो नवीन सिंह बिष्ट के नाम से ग्राम पंचायत दुधौली के खरकोडी मार्ग को किए जाने की घोषणा शामिल है।
मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत महिला लाभार्थियों को चेक वितरण किए एवं जिला खनन न्यास निधि से पशुपालन विभाग को उपलब्ध कराई गई एक एंबुलेंस तथा पुलिस विभाग को आपदा प्रबंधन अंतर्गत उपलब्ध कराई गई तीन मोटरसाइकिलों को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया। मुख्यमंत्री ने जनपद में बेहतर कार्य कर रही महिलाओं को सम्मानित भी किया। उन्होंने जनपद की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा हस्त निर्मित पिरूल, ऐपण, सूत व अन्य स्थानीय उत्पादों से बनाई गई राखियों व अन्य निर्मित उत्पादों की भी सराहना की।
मुख्यमंत्री ने सभी महिलाओं को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि चंपावत उनका घर है एवं यहां का हर कोई उनका परिजन है। उन्होंने कहा वो हर स्थिति में अपने परिजनों एवं प्रदेशवासियों के साथ रहेंगे। माताओं एवं बहनों से मिले आशिर्वाद से वो स्वयं को ऊर्जावान एवं गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा रक्षाबंधन त्यौहार भाई बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक है, साथ ही रक्षाबंधन महिलाओं के सम्मान के साथ-साथ पौराणिक एवं सांस्कृतिक महत्व का पर्व भी है। यह पर्व हमें अपने कर्तव्य, वचनों के प्रति भी बोध करवाता है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महिलाओं के उत्थान पर राज्य सरकार निरंतर कार्य चल रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार महिला सशक्तिकरण पर पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। राज्य में डेढ़ लाख महिलाओं को लखपति दीदी बनाए जाने पर कार्य गतिमान है। विभिन्न जनकल्याणकारी एवं महिला सशक्तिकरण आधारित योजनाओं से हमारा प्रयास महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। आज हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित हो रही है। स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाएं, स्वयं को, परिवार एवं राज्य को आत्मनिर्भर बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं । राज्य सरकार ने महिलाओं को सरकारी नौकरी में 30% क्षैतिज आरक्षण देने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तराखंड के प्रत्येक जनपद में मातृशक्ति सबसे आगे हैं। स्वयं सहायता समूह के उत्पाद, मल्टीनेशनल कंपनी के उत्पादों को भी पीछे छोड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना के अंतर्गत महिलाओं के द्वारा निर्मित उत्पादों को बेचने के लिए उचित बाजार उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सर्वाधिक कार्य महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में हुए हैं। बेटियों के सपनों को पंख लगाने के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का शुभारंभ किया गया। आज मातृशक्ति हर क्षेत्र में प्रतिनिधित्व कर देश का नाम विश्व पटल पर अंकित कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेत में अनाज उगाने से लेकर अंतरिक्ष तक महिलाएं अपनी छाप छोड रही हैं। उन्होंने कहा चंपावत के साथ ही उत्तराखंड के विकास के लिए निरंतर बड़े फैसले लिए जा रहे हैं। चंपावत को आदर्श जनपद बनाने हेतु विशेष परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा आदर्श चम्पावत का जो संकल्प लिया गया है उसमें प्राथमिकता के आधार पर कार्य जारी हैं।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल मेहरा, ब्लॉक प्रमुख चंपावत रेखा देवी, लोहाघाट नेहा ढेक, पाटी सुमनलता, बाराकोट विनीता फर्त्याल, सदस्य जिला पंचायत क्षेत्र धूरा दीपा जोशी, ग्राम प्रधान अमोडी लाल मणि भट्ट, छटकोट विजय राणा, मण्डल भाजपा अध्यक्ष नवीन भट्ट, विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी, सामाजिक कार्यकर्ता सुंदर बोहरा, भाजपा महामंत्री मुकेश कलखुड़िया, जिलाधिकारी नवनीत पांडे, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

आईसीएआई की हरिद्वार शाखा ने टैक्स ऑडिट और जीएसटी पर सेमिनार आयोजित किया

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हरिद्वार, भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान (आईसीएआई) की हरिद्वार शाखा ने होटल गेंजीस रिवेरा में टैक्स ऑडिट और माल एवं सेवा कर (जीएसटी) में हाल ही में किए गए संशोधनों पर एक सेमिनार आयोजित किया। सेमिनार का उद्देश्य सदस्यों और छात्रों को टैक्स ऑडिट और जीएसटी में नवीनतम विकासों से अवगत कराना था।

आईसीएआई की हरिद्वार शाखा के अध्यक्ष सीए गिरीश मोहन ने बताया कि दिल्ली से आए प्रसिद्ध वक्ता सीए दीपक भोलुसारिया ने फॉर्म 3सीडी और आयकर अधिनियम की धारा 43(बी)(एच) में किए गए बदलावों पर विस्तार से बताया। उन्होंने टैक्स ऑडिट पर अमूल्य अंतर्दृष्टि और व्यावहारिक सुझाव दिए, जो उपस्थित लोगों द्वारा बहुत सराहा गया।

युवा और गतिशील सदस्य सीए विवेक पवार ने जीएसटी में हाल ही में किए गए संशोधनों के बारे में सदस्यों को अवगत कराया, जिसमें उन्होंने महत्वपूर्ण बदलावों और उनके प्रभावों पर प्रकाश डाला। उनका सत्र बहुत जानकारीपूर्ण और सहभागितापूर्ण था।

सेमिनार के अध्यक्ष सीए प्रभोद जैन ने वक्ताओं को उनके रोशनी भरे विचारों के लिए धन्यवाद दिया और सदस्यों को उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया।सीए अंकुर अग्रवाल ने मंच का संचालन किया।
सीए आशुतोष पांडे, सीए अनमोल गर्ग, सीए हरि रतुरी, सीए सुमीत शर्मा, सीए वासु अग्रवाल, सीए अनुज अग्रवाल, सीए कुलदीप अग्रवाल, सीए कमल चौहान, सीए सिंघल, सीए योगेश भाटिजा, सीए सारिका अग्रवाल, सीए प्रदीप, सीए विशाल, सीए हेमलता उपस्थित थे।

“हमारा लक्ष्य असहज सचाईयों को उजागर करना है,” कहते हैं फिल्म “द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल” के निर्माता जितेंद्र नारायण सिंह (वसीम रिज़वी)।

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देहरादून – जितेंद्र नारायण सिंह (वसीम रिज़वी) द्वारा निर्मित और सनो ज मिश्रा द्वारा निर्देशित जल्द ही रिलीज़ होने वाली फिल्म “द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल” ने अपने साहसी और बेबाक चित्रण के कारण पूरे भारत में एक गर्मागर्म बहस छेड़ दी है। यह फिल्म रोहिंग्या शरणार्थी संकट और बांग्लादेश से हो रही अवैध घुसपैठों को लेकर उठने वाले सवालों पर आधारित है। फिल्म में अर्जिन मेहता और यजुर मारवाह मुख्य भूमिकाओं में हैं, और उनके साथ रामेंद्र चक्रवर्ती, गौरी शंकर, अवध अश्विनी, और आशीष कुमार भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नज़र आएंगे। यह फिल्म पश्चिम बंगाल के दिल में जाकर ऐसे मुद्दों की पड़ताल करती है जिन्हें कई लोग अब तक वर्जित या राजनीतिक रूप से संवेदनशील मानते रहे हैं।

इसका ट्रेलर लॉन्च होने के बाद, इसे खूब सराहना मिली है। फिल्म एक ऐसे क्षेत्र की सजीव तस्वीर पेश करती है जो अपनी पहचान को लेकर संघर्ष कर रहा है, जहां अतीत की परंपराओं और आधुनिक समय की चुनौतियों के बीच सामाजिक ताना-बाना बिखरने के कगार पर है। फिल्म लव जिहाद जैसे विवादास्पद विषयों और सीमांत समुदायों द्वारा झेले जाने वाले कठोर वास्तविकताओं को उजागर करने में कोई झिझक नहीं दिखाती।

निर्माता जितेंद्र नारायण सिंह (वसीम रिज़वी) कहते हैं, “हम यहाँ जनता को खुश करने के लिए नहीं हैं। हमारा लक्ष्य असहज सचाईयों को उजागर करना है। ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ राष्ट्र को इन मुद्दों से सीधे तौर पर निपटने के लिए जगाने वाली एक पुकार है।”

निर्देशक सनो ज मिश्रा कहते हैं, “यह फिल्म सिर्फ एक कथा नहीं है; यह एक ऐसा दर्पण है जो पश्चिम बंगाल द्वारा झेले जा रहे सामाजिक परिवर्तनों और दबावों को प्रतिबिंबित करता है। हमने कठोर वास्तविकताओं को प्रदर्शित करने के लिए एक साहसी कदम उठाया है, और हम अपनी प्रस्तुति पर कायम हैं, क्योंकि कला को चुनौतीपूर्ण और उत्तेजक होना चाहिए।”

 

ट्रेलर यहां देखें-

 

अखिल भारतीय इंटर स्कूल आई पी एस सी टेबल टेनिस टूर्नामेंट – 2024

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देहरादून, अखिल भारतीय आईपीएससी टेबल टेनिस टूर्नामेंट द पेस्टल वीड स्कूल के सभागार में शुरू हुआ, जहां 18 अलग-अलग राज्यों के आईपीएससी के 19 विशिष्ट स्कूलों ने 12, 14, 17 और 19 साल के लड़कों की श्रेणी में एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए प्रतिबद्धता जताई।

उद्घाटन समारोह में प्रतिस्पर्धी टीमों द्वारा उपलब्धियों और दृढ़ता के साथ मार्च पास्ट का एक स्मार्ट और ऊर्जावान प्रदर्शन देखा गया, जो अपने स्कूल के झंडे के साथ गर्व से मार्च कर रहे थे और आदरणीय मुख्य अतिथि ने उत्साहपूर्वक प्रेरित किया।

मेजर जनरल शम्मी सभरवाल (सेवानिवृत्त), पूर्व जीओसी, सब एरिया, उत्तराखंड और श्री डी. आर. चौधरी, पूर्व महासचिव, टी टी एफ आई और 5 ओलंपिक खेलों के अधिकारी। जनरल सभरवाल ने अपने संबोधन में युवा नवोदित खिलाड़ियों को बताया कि कड़ी मेहनत के लिए खून और पसीने की खाद की आवश्यकता होती है और याद रखें कि फॉर्म अस्थायी है लेकिन क्लास स्थायी है इसलिए हार से कभी न डरें। आपका लचीलापन आपके सच्चे चरित्र की परीक्षा है और जीत बहुत विनम्र होनी चाहिए। उन्होंने भाग लेने वाली टीमों को बधाई दी और उनके प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार के मंच बहुत दुर्लभ हैं और टेबल टेनिस के युवा उभरते खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में भावी भारतीय प्रतिनिधि बनने के लिए इतना व्यापक और जीवंत मंच प्रदान करने के लिए डॉ. प्रेम कश्यप के प्रति आभार व्यक्त करते हैं।

द पेस्टल वीड स्कूल के अध्यक्ष डॉ. प्रेम कश्यप ने खिलाड़ियों को उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए आशीर्वाद दिया और आगे कहा कि अभ्यास मनुष्य को परिपूर्ण बनाता है और स्वस्थ शरीर में स्वस्थ दिमाग मौजूद होता है, इसलिए सभी युवा छात्र जो भी खेल खेलते हैं उनका एक लक्ष्य होना चाहिए उत्कृष्टता, सहनशक्ति, दृढ़ता और कभी न मरने का दृष्टिकोण विकसित करना। उन्होंने द पेस्टल वीड स्कूल्स में सभी टीमों का स्वागत किया और उन्हें अपनी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने तथा सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी की जीत की कामना की।

मेजबान टीम के कप्तान युवराज पुंडीर ने सभी दल की ओर से शपथ ली और टूर्नामेंट का औपचारिक उद्घाटन दिन के मुख्य अतिथि द्वारा किया गया।

पहला दिन 17 अगस्त 24 को लीग मैच अंडर-12, 14, 17 और 19 लड़कों के साथ शुरू हुआ। द पेस्टल वीड स्कूल के अध्यक्ष डॉ. प्रेम कश्यप ने खिलाड़ियों को उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए आशीर्वाद दिया और आगे कहा कि अभ्यास मनुष्य को परिपूर्ण बनाता है और स्वस्थ शरीर में स्वस्थ दिमाग मौजूद होता है, इसलिए सभी युवा छात्र जो भी खेल खेलते हैं उनका एक लक्ष्य होना चाहिए उत्कृष्टता, सहनशक्ति, दृढ़ता और कभी न मरने का दृष्टिकोण विकसित करना। उन्होंने द पेस्टल वीड स्कूल्स में सभी टीमों का स्वागत किया और उन्हें अपनी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने तथा सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी की जीत की कामना की।

मेजबान टीम के कप्तान युवराज पुंडीर ने सभी दल की ओर से शपथ ली और टूर्नामेंट का औपचारिक उद्घाटन दिन के मुख्य अतिथि द्वारा किया गया।

पहला दिन 17 अगस्त 24 को लीग मैच अंडर-12, 14, 17 और 19 लड़कों के साथ शुरू हुआ।जिस श्रेणी में एमराल्ड हाइट्स, इंदौर पूर्ववर्ती चैंपियन रहा, उसने एक बार फिर अपनी धाक साबित की और उसके बाद मॉडर्न स्कूल का स्थान रहा। क्वार्टर फ़ाइनल लाइन और सेमी फ़ाइनलिस्ट को तीसरे राउंड के बाद साफ़ किया जाएगा जो रविवार, 18 अगस्त, 2024 तक आयोजित किया जाएगा।

निम्नलिखित स्कूल प्रतिष्ठित ट्रॉफियों की अंडर-12, 14, 17 और 19 लड़कों की श्रेणी में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, जिसमें स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया का प्रतिनिधित्व करने वाली आई पी एस सी टीम का भी चयन किया जाएगा, इसलिए प्रतियोगिता कठिन है लेकिन उत्साह ऊंचा है। ये स्कूल हैं: एमराल्ड हाइट्स स्कूल, इंदौर, द सिंधिया स्कूल ग्वालियर, मॉडर्न स्कूल, बाराखंभा रोड, नई दिल्ली, बी.के. बिरला सेंटर फॉर एजुकेशन, पुणे, डीपीएस आर.के.पुरम नई दिल्ली, डीपीएस मथुरा रोड, नई दिल्ली, डेली कॉलेज इंदौर, एम डी आई वी सिंघानिया एजुकेशन सांसद, एल.के. सिंघानिया शिक्षा – सेंटर गोटन आरजे, मेयो कॉलेज अजमेर आरजे, पाइनग्रोव स्कूल धरमपुर एचपी, वेल्हम बॉयज़ स्कूल, देहरादून, द दून स्कूल, देहरादून, सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल देहरादून, राजकुमार कॉलेज, रायपुर (सीजी), द हैदराबाद पब्लिक स्कूल बेगमपेट एपी, मोती लाल नेहरू स्कूल ऑफ स्पोर्ट्स राय स्कूल हरियाणा, वल्लभ आश्रम का एमजीएम अमीन और वीएन सवानी स्कूल गुजरात, द संस्कार वैली स्कूल भोपाल एमपी, द पेस्टल वीड स्कूल देहरादून और मेजबान द पेस्टल वीड स्कूल।

दूसरे दिन 18 अगस्त 24 को खेल पूरे जोश और उमंग के साथ शुरू हुआ। विद्यार्थी जोश से भरे हुए थे। यह कांटे की टक्कर वाली प्रतियोगिता थी, कोई भी टीम ऐसा नहीं खेलना चाहती थी कि वे हारें लेकिन खेल तो खेल है, अगर एक विजेता है, तो दूसरा शुरुआती है।

अंडर – 12 के तहत आज के टेबल टेनिस प्रतियोगिता के विजेता निम्नलिखित स्कूल रहे एमराल्ड हाइट्स – प्रथम प्रथम रनर अप, डी पी एस आर के पुरम- द्वितीय रनर अप, पेस्टल वीड स्कूल देहरादून व मॉर्डन स्कूल तृतीय स्थान पर रहे तथा सेक्शन ट्रॉफी – एमराल्ड हाइट्स इंटरनेशनल इंदौर ने प्राप्त की।

इस प्रतियोगिता की मुख्य अतिथि वेल्हम गर्ल्स स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती विभा कपूर थीं । वे वर्तमान में वेल्हम गर्ल्स स्कूल देहरादून उत्तराखंड में प्रिंसिपल हैं। विभा कपूर वेल्हम गर्ल्स स्कूल में पिछली भूमिकाओं का अनुभव लेकर आई हैं।

किशोरी से आईएसबीटी पर बस में सामूहिक दुष्कर्म का मामला अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण : कुसुम कण्डवाल

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-महिला आयोग अध्यक्ष ने देहरादून एसएसपी अजय सिंह के साथ पीड़िता से की मुलाकात

-एसएसपी देहरादून को मामले में गंभीरता से कठोर कार्रवाई के निर्देश

देहरादून, आईएसबीटी देहरादून में एक मानसिक रूप से आंशिक विक्षिप्त 16 वर्षीय नाबालिग किशोरी से बस में सामूहिक दुष्कर्म का मामला संज्ञान में आते ही उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष सुबह 6.30 बजे राजकीय बालिका निकेतन/ किशोरी गृह पहुंची। जहां उन्होंने एसएसपी देहरादून अजय सिंह व जिला प्रोबेशन अधिकारी के साथ पीड़िता किशोरी से मुलाकात कर उसका का हाल जाना।
आयोग अध्यक्ष ने पीड़िता से मुलाकात कर घटना की सम्पूर्ण जानकारी ली, प्रकरण की जानकारी के उपरांत महिला आयोग की अध्यक्ष के सम्मुख आज सुबह एसएसपी अजय सिंह के निर्देशन में पुलिस द्वारा चिन्हित सभी आरोपियों की पहचान पीड़िता से फोटो के माध्यम से कराई गई है।
घटना की जानकारी लेने के उपरांत उन्होंने एसएसपी देहरादून अजय सिंह को निर्देश दिए हैं कि मामले में गंभीरता से गहन जांच करते हुए सभी आरोपियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें कोई भी आरोपी कोई भी साक्षी छूटना नहीं चाहिए।
जानकारी में पीड़िता के बयान के आधार पर पता चला है कि किशोरी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद क्षेत्र की निवासी है जो कि आंशिक रूप से मानसिक विक्षिप्त है। जिसके माता पिता नही है। 13 अगस्त की रात आईएसबीटी में तैनात गार्ड की सूचना पर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की टीम ने बदहवास हालत में मिली किशोरी को मौके से रेस्क्यू किया। कमेटी द्वारा किशोरी की काउंसलिंग के बाद घटना का खुलासा हुआ जिस पर सीडब्ल्यूसी टीम ने कल शनिवार को आईएसबीटी चौकी पर मुकदमा दर्ज कराया है।
घटना में दो बस एक देहरादून से और एक ऋषिकेश से पुलिस ने अपने कब्जे में ली है। आज पीड़ित किशोरी के मजिस्ट्रियल बयान के बाद उसका मेडिकल कराया जाएगा साथ ही पीड़िता के बताए तथ्यों के आधार पर सभी साक्ष्यों को एकत्रित कर जांच की जाएगी। साथ ही पीड़िता के द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार उसके परिवार से सम्पर्क करने के प्रयास किया जा रहा है। फिलहाल पीड़िता को बालिका निकेतन में रखा गया है।
आयोग अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण व संवेदनशील प्रकरण में पुलिस व सीडब्ल्यूसी मुस्तैदी से शीघ्र कार्रवाई कर रही है। कोई भी आरोपी कानून से नही बच सकता है।
इस मौके पर बालिका निकेतन में एसएसपी अजय सिंह, सीओ प्रेमनगर रीना राठौर, जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट, बाल कल्याण समिति सदस्य – पूजा शर्मा, प्रीति थपलियल, प्रतिभा शर्मा, दिगम्बर सिंह चौहान उपस्थित रहे।

शटलर लक्ष्य सेन को ग्राफिक एरा ने दिये 25 लाख रुपये

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जल्दबाजी में हुई गलतियों को हार की वजह बताया

देहरादून। ओलम्पिक में नया इतिहास रचकर लौटे शटलर लक्ष्य सेन को ग्राफिक एरा ने 25 लाख रुपये का पुरस्कार दिया। ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के छात्र व ओलम्पिक खिलाड़ी लक्ष्य सेन का आज विश्वविद्यालय पहुंचने पर जोरदार अभिनंदन किया गया। लक्ष्य ने ओलम्पिक का सेमी फाइनल हारने की वजह जल्दबाजी में हुई अपनी गलतियों को बताया।

देश के गौरव व ग्राफिक एरा के एमबीए के छात्र लक्ष्य सेन आज अपने परिवार के साथ अपने विश्वविद्यालय पहुंचे। अवकाश होने के बावजूद अपने चहेते लक्ष्य सेन के स्वागत के लिए शिक्षक और छात्र छात्राएं आज बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय पहुंचे थे। ग्राफिक एरा के सिल्वर जुबली कंवेंशन सेंटर पहुंचने पर लक्ष्य सेन का ढोल नगाड़ों और फूलों की वर्षा करके स्वागत किया गया।

अभिनंदन समारोह में शटलर लक्ष्य सेन ने कहा कि सेमी फाइनल की शुरुआत में वह अच्छा खेल रहे थे और उनके जीतने के चांस भी थे, लेकिन उन्होंने कुछ गलतियां की, जिनकी वजह से मैच हाथ से निकल गया। लक्ष्य सेन ने देश भर से मिले प्रेम और शुभकामनाओं के लिए सबका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि देश में खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के लिए हर स्तर पर सपोर्ट देने की पैरवी करते हुए कहा कि केवल बड़े मुकाबलों के लिए ही नहीं, बल्कि छोटे स्तर से सपोर्ट करना ज्यादा महत्वपूर्ण होगा।

लक्ष्य सेन ने कहा कि ओलम्पिक खेलों से उन्हें जो अनुभव मिला है, उसका लाभ उन्हें भविष्य में होने वाले मुकाबलों में मिलेगा। उन्होंने युवाओं को स्वस्थ रहने के लिए घर का खाना खाने की सलाह दी।

समारोह को सम्बोधित करते हुए ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ कमल घनशाला ने कहा कि ओलम्पिक खेलों में पहली बार मेन्स सिंगल्स में सेमी फाइनल तक पहुंच कर इतिहास रचने वाले शटलर लक्ष्य सेन देश और ग्राफिक एरा का गौरव हैं। लक्ष्य सेन ने अपने सामर्थ्य, कौशल और जुनून से पूरे देश के लोगों का दिल जीत लिया है। महज 23 साल की उम्र में युवा शटलर लक्ष्य सेन ने बैडमिन्टन के बड़े से बड़े खिलाड़ी को मात देने में कामयाबी हासिल की है।

डॉ घनशाला ने विश्वास जताया कि आने वाले समय में लक्ष्य सेन दुनिया के शीर्ष खिलाड़ियों में एक होंगे और एक के बाद एक गोल्ड जीतेंगे। ओलम्पिक खेलों का उनका यह पहला तजुर्बा है, यह सफलता की सीढ़ियां चढ़ने में उनका मददगार साबित होगा। उनके इस सफर में ग्राफिक एरा उनके साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने खुशी जाहिर की कि इस बार ओलम्पिक खेलों में ग्राफिक एरा के पांच छात्र-छात्राएं देश की ओर से खेले।

समारोह में डॉ कमल घनशाला और ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की वाइस चेयरपर्सन राखी घनशाला ने लक्ष्य सेन को 25 लाख रुपये का चैक भेंट करने के साथ ही फूलों और शॉल से उनका अभिनंदन किया। लक्ष्य सेन ने शिक्षकों और बच्चों के साथ सैल्फी भी ली।

अभिनंदन समारोह को लक्ष्य की माता श्रीमती निर्मला धीरेंद्र सेन और लक्ष्य के पिता श्री डी के सेन ने भी सम्बोधित किया। लक्ष्य के माता पिता के साथ उत्तरांचल स्टेट बैडमिन्टन एसोसियेशन के महासचिव बी एन मनकोटी का भी ग्राफिक एरा ने अभिनंदन किया। समारोह ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ नरपिंदर सिंह, ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ संजय जसोला और अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

एसडीआरएफ की मदों में रिकवरी एवं पुनर्निर्माण के पुनर्निधारण से लाभान्वित होगा उत्तराखंड

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देहरादून(आरएनएस)। गृह मंत्रालय भारत सरकार, आपदा प्रबंधन प्रभाग द्वारा एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की दरों का पुनर्निर्धारण किए जाने पर राज्य कैबिनेट ने प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री का धन्यवाद एवं आभार प्रकट किया है। इस मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्तर से प्रभावी पैरवी की गई जिसके फलस्वरूप सकारात्मक परिणाम सामने हैं।
दरअसल, पूर्व में एसडीआरएफ की मदों में रिकवरी एवं पुनर्निर्माण के लिए मानक तय नहीं थे और दरें भी काफी कम थी। इसके चलते आपदा से क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों की  मरम्मत में व्यावहारिक परेशानियों का सामना करना पड़ता था।
इन व्यवहारिक कठिनाईयों को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा कई बार गृह मंत्रालय, भारत सरकार को पत्र प्रेषित करते हुए अनुरोध किया गया था। मुख्यमंत्री द्वारा व्यक्तिगत रूप से भी प्रधानमंत्री व गृह मंत्री से मिलकर एस०डी०आर०एफ० के मानक की धनराशि बढ़ाये जाने के लिए कई बार अनुरोध किया गया। उनके द्वारा इस बारे में उत्तराखण्ड की विषम भौगोलिक परिस्थितियों का हवाला देते हुए धनराशि बढ़ाये जाने के लिए प्रभावी पैरवी की गयी, जिसके फलस्वरूप भारत सरकार, गृह मंत्रालय द्वारा अब रिकवरी और पुनर्निर्माण के सम्बन्ध में  14.08.2024 को विस्तृत नवीन दिशा-निर्देश निर्गत कर दिये गये हैं और विभिन्न कार्यों के लिए लागू मानकों में वृद्धि कर दी गयी है। ऐसा करने से उत्तराखण्ड जैसे आपदा से प्रभावित राज्य को अत्यधिक लाभ होगा तथा आपदा से क्षतिग्रस्त परिसम्पत्तियों की मरम्मत में सुविधा होगी और जन सामान्य की परेशानियो को दूर किया जाना संभव हो सकेगा।
मुख्य संशोधन
पूर्व में मैदानी इलाकों में पक्के घरों के लिये निर्धारित मानक रू0 1.20 लाख प्रति घर के स्थान पर अब 30 से 70 प्रतिशत क्षति होने की दशा में रू० 90 हजार प्रति घर तथा 70 प्रतिशत से अधिक क्षति होने पर रू0 1.80 लाख कर दिया गया है तथा पहाडी क्षेत्रों पूर्व निर्धारित मानक 1.30 लाख प्रति घर के स्थान पर अब 30 से 70 प्रतिशत क्षति होने की दशा में रु० 1.00 लाख प्रति घर तथा 70 प्रतिशत से अधिक क्षति होने पर रू0 2.00 लाख प्रति घर कर दिया गया है।
प्राथमिक स्कूलों के लिए पूर्व में निर्धारित मानक प्रति विद्यालय रुपये 2 लाख की सीमा के अध्यधीन रहते हुए वास्तविक व्यय के अनुसार परिवर्तित करते हुए प्राथमिक स्कूलों के लिये 30 से 70 प्रशित की क्षति होने पर रु0 7.50 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक की क्षति पर रु० 15.00 लाख अनुमन्य किया गया है।
माध्यमिक / वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के नाम से पूर्व में मानक निर्धारित नहीं थे, किन्तु अब माध्यमिक / वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के 30 से 70 प्रतिशत क्षति होने की दशा में रू0 12.50 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक की क्षति पर रू0 25.00 लाख अनुमन्य किया गया है।
प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के लिये पूर्व में रू0 2.50 लाख प्रति यूनिट की अधिकतम सीमा के अध्यधीन वास्तविक व्यय के अनुसार अनुमन्य था, जिसको अब वृद्धि कर उपकेन्द्र मैदानी क्षेत्र के लिये 30 से 70 प्रतिशत की क्षति तक रू0 9.20 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक की क्षति पर रू0 18.40 लाख अनुमन्य किया गया है। पर्वतीय क्षेत्र के लिये यह राशि क्रमशः रू0 7.91 लाख तथा रू0 15.81 लाख अनुमन्य किया गया है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के लिये मैदानी क्षेत्रों में 70 प्रतिशत की क्षति तक रू० 20.99 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक की क्षति पर 41.97 लाख अनुमन्य है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर्वतीय क्षेत्रों के लिये 70 प्रतिशत की क्षति तक रू0 24.72 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक रू0 49.45 लाख अनुमन्य है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मैदानी क्षेत्र के लिये 70 प्रतिशत की क्षति तक रू०79.06 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक की क्षति पर रू0 158.12 लाख अनुमन्य किया गया है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर्वतीय क्षेत्र के लिये 70 प्रतिशत की क्षति तक रू० 92.86 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक की क्षति पर रू0 185.72 लाख
अनुमन्य किया गया है।
पुल प्रति संख्या में 70 प्रतिशत की क्षति तक रू0 1750.00 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक की क्षति पर रू0 3500.00 लाख अनुमन्य किया गया है।
तटबन्ध प्रति कि०मी० के लिये 70 प्रतिशत की क्षति तक रू0 50.00 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक की क्षति पर रू0 100.00 लाख अनुमन्य किया गया है।
सामुदायिक भवन के लिये निर्धारित मानकों में भी वृद्धि की गयी है।
सड़क एवं परिवहन खण्ड में ईकाई प्रति कि०मी० के लिये प्रमुख जिला सड़के के लिये मैदानी क्षेत्र में 70 प्रतिशत की सीमा तक रू0 32.00 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक होने पर रू0 64.00 अनुमन्य किया गया है। इसी प्रकार पहाड़ी क्षेत्रों में 70 प्रतिशत की सीमा तक रू0 93.75 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक होने पर रू0 187.75 लाख अनुमन्य है।
अन्य जिला सड़कों के लिये भी मैदानी क्षेत्रों में 70 प्रतिशत की सीमा तक रू० 26.75 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक होने पर रू0 54.50 लाख अनुमन्य किया गया है। इसी प्रकार पहाड़ी क्षेत्रों के लिए 70 प्रतिशत की सीमा तक 80 लाख तथा पहाड़ी सड़कों के लिए 159.88 लाख अनुमन्य किया गया है।