Wednesday, April 30, 2025
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वन्यजीवों के लगातार बढ़ते हमलों के विरुद्ध सामाजिक संस्थाओं द्वारा सरकार को मांगपत्र जारी

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“रक्षाबंधन पर पांच वर्षीय बालक की गुलदार द्वारा हत्या पर हरेला गाँव-धाद और फील गुड़ ट्रस्ट द्वारा प्रदर्शन”

देहरादून, नागरिक प्रतिरोध के रूप में हरेला गाँव-धाद और फील गुड़ ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा शाम 6 बजे घंटाघर में इंद्रमणि बडोनी चौक पर प्रदर्शन करते हुए सरकार से एक मांगपत्र जारी किया गया I मांगपत्र मे जंगली जानवरों से मृत्यु पर 25 लाख रूपये का मुआवजा और अभिभावक की मृत्यु की दशा में परिवार को वैकल्पिक रोजगार दिए जाने , घायल व्यक्ति और पशु हानि की दशा में पूर्ण इलाज और क्षतिपूर्ती मुआवजा दिया जाए, प्राथमिकता के आधार पर संवेदनशील गांवों में जालीनुमा तार से ग्राम सुरक्षा घेर बाड़ करने और वन विभाग को उनके अधिकृत क्षेत्र में पर्याप्त पिंजड़े उपलब्ध करवाए जाने आदि मांगे रखी गई I
धाद के अध्यक्ष लोकेश नवानी ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं को वन्यजीव और मानव संघर्ष कहना ही गलत है I यह वन्य जीवों द्वारा एक तरफा हमला है जंहा मनुष्य पूर्णता लाचार है I वन्य जीवों की बढ़ती संख्या इकोसिस्टम की दृष्टि से भले ही सुखद लगे पर पहाड़ मे रह रहे मानवों के लिए यह भयावह है क्युकी मानवों के लिए तो सभी नियम कायदे व कानून है पर जानवर सिर्फ हमला करना जानता है I इसमे सरकार यदि वन्यजीव अधिनियम के अंतर्गत जंगली जीवों को सुरक्षित करना भी चाहती है तो पहाड़ को आबाद रखने वाले मनुष्यों के प्रति भी उनकी जिम्मेदारी है I सरकार को इन घटनाओं की पूर्णतया जिम्मेदारी लेते हुए कानून मे बदलाव और लोगों की व उनके उपयोगी जानवरों की सुरक्षा की ठोस पहल करनी चाहिए I
फीलगुड ट्रस्ट के संस्थापक सुधीर सुंदरियाल ने अपनी बात रखते हुए कहा की सन 2021 से लगातार गुलदार से पहाड़ बचाओ की मुहिम शुरू है। इसके तहत एक 12 सूत्रीय मांगपत्र नेता, पक्ष विपक्ष, शासन प्रशासन हर एक को सौंपा लेकिन अफसोस कि सरकार ने इन मांगों पर अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की है।मांग पत्र और प्रदर्शन के बाद जनहानि पर मुआवजा राशि 4 लाख की जगह 6 लाख घोषित की गई और पशु हानि पर 15 हजार से बढाकर 35 हजार तक हुई। लेकिन यह मांगपत्र का कारगर समाधान नहीं है । पहाड़ों में हर रोज कोई न कोई दुःखद घटना अब भी घट रही है।जब सरकार की तरफ से कोई शीघ्र कदम नही उठाया गया तो तब हमारे टीम सदस्य अन्नू पन्त ने गुलदार पर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की, जिसकी सुनवाइयां हाईकोर्ट में चल रही हैं। धाद संस्था इस मुहिम को आगे बढ़ा रही है।
धाद के सचिव तन्मय मंमगाई ने बताया कि रक्षाबंधन मनाने अपने पांच वर्षीय बेटे क साथ मायके आई अर्चना के बेटे को गुलदार उठा कर ले गया। पहाड़ में ये पहली घटना नहीं है। राज्य गठन के बाद से लेकर अब तक मानव-वन्य जीवन संघर्ष में 1125 से भी अधिक लोगों की जान जा चुकी हैं। सबसे अधिक जान गुलदार लेता है। वन्य विभाग के सूत्रों के मुताबिक प्रदेश में 3100 से भी अधिक गुलदार, 560 बाघ, 2 लाख गूणी-बांदर और 50 हजार से भी अधिक जंगली सूअर हैं। जब गाँव के पुनर्जीवन के नाम पर तमाम योजनाएं और बजट की घोषणा होती है तब एसी घटनाये उन सब लोगों का हौसला तोड़ देती है जो गाँव में रहकर उसे आबाद किये हुए है।
इस अवसर पर जगमोहन मेंहदीरत्ता, गणेश उनियाल, महावीर रावत, आशा डोभाल, नीना रावत, विजेंद्र रावत, किशन सिंह, साकेत रावत, शुभम, सुभाष नौटियाल, अनु पंत, लक्ष्मण रावत, ठाकुर शेर सिंह संयुक्त नागरिक संगठन आदि मौजूद थे I

बरसाती सिल्ट की तुरन्त करायी जाये सफाई: अनिरूद्ध भाटी

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हरिद्वार( कुलभूषण) 22 अगस्त विगत रात्रि हुई भारी बरसात के चलते उत्तरी हरिद्वार भूपतवाला के दुर्गानगर व मोतीचूर के बरसाती नालों में बरसाती पानी उफान पर रहा जिसके चलते जहाँ अनेक घरों व आश्रमों में जल भराव की समस्या उत्पन्न हो गई वहीं विद्युत लाईन व सीवर की लाईन भी क्षतिग्रस्त हो गई । साथ ही भारी बरसात से हाइवे स्थित मोतीचूर नाले की पुलिया भी क्षतिग्रस्त हो गई जिसके कारण बरसाती नाले में भारी सिल्ट व कचरा जमा हो गया । क्षेत्र के निवर्तमान पार्षद अनिरूद्ध भाटी ने क्षेत्रवासियों व भाजपा कार्यकर्ताओ के साभ मौका मुआयना करते हुए निरीक्षण करते हुए नगर निगम के अधिशासी अभियन्ता आनन्द मिश्रवाण को मौके पर बुलवाया
अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि भारी बरसात के चलते नालों में दुबारा सिल्ट व कचरा जमा हो गया है जिसकी तुरन्त सफाई होनी अत्यन्त आवश्यक है साथ ही क्षतिग्रस्त पुलिया की मरम्मत व सुरक्षा दीवार का निर्माण भी जनहित में जरूरी है ।
अनिरूद्ध भाटी ने विद्युत विभाग के एसडीओ कमल राज नेगी व तहसीलदार प्रियंका जी से दूरभाष पर सम्पर्क कर विद्युत लाईन की खराबी व जल भराव की समस्या से अवगत कराया ।
नगर निगम के अधिशासी अभियन्ता ने मौका मुआयना कर तुरन्त नाले की सफई का कार्य प्रारम्भ करवाया साथ ही पुलिया की मरम्मत व सुरक्षा दीवार के निर्माण हेतु नगर निगम के अधिकारियों व ठेकेदार को निर्देशित किया । साथ ही विद्युत विभाग के एसडीओ कमलराज नेगी व जेई एल. एस नेगी के नेतृत्व में विद्युत विभाग की टीम ने दुर्गानगर व मोतीचूर पुलिया पर क्षतिग्रस्त लाईनो व ट्रांसफारमर की मरम्मत का कार्य प्रारम्भ किया ।
तहसीदार के निर्देश पर पटवारी व तहसील के कर्मियों ने जलभराव की स्थिति का मुआयना किया ।
मौके पर नीरज शर्मा, दिनेश शर्मा, दीपक पंत, अरविन्द पाल, राघव ठाकुर, सुरेन्द्र सिंह रावत, राकेश, एस एन तिवारी, मनवीर शाह, संजय जैन, किरणपाल प्रजापति, अवधेश शर्मा, आदित्य यादव, रूपेश शर्मा, गोपाल अग्रवाल, सुखेन्द्र तोमर, बंटी चौधरी, राजेन्द्र यादव, बबलू, समेत अनेक क्षेत्रवासी व भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहें ।

 

निवेश करते समय सावधानी बरते ग्राहक, भ्रामक विज्ञापनों तथा योजनाओं से बनाए दूरी : डॉ भटनागरMay be an image of 13 people, people studying and text

हरिद्वार ( कुलभूषण) आज एस. एम.जे.एन. (पी.जी.) काॅलेज में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के प्रोजेक्ट गौरव के अंतर्गत आयजित की जा रही कार्यशाला के तीसरे दिन के तकनीकी सत्र में विद्यार्थियों को म्यूचुअल फंड्स तथा एस बी आई ए एम सी तथा निफ्टी के विषय में विस्तार से समझाया गया। तीसरे दिन के इस तकनीकी सत्र में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की ओर से आए मेंटर डॉ अंकुर भटनागर ने बताया कि ग्राहकों को निवेश करने से पूर्व योजना के सभी संबंधित दस्तावेज़ को सावधानी पूर्वक पढ़ कर ही निवेश करना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को सोवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना के विषय में भी समझाया। इस तकनीकी सत्र में यूको बैंक के अधिकारियों द्वारा विद्यार्थियों को बचत खातों के विषय में जानकारी दी तथा बैंक खाता खुलवाने के लिए फॉर्म भी वितरित किए गए। तकनीकी सत्र में अपना फीडबैक देते हुए विद्यार्थियों ने बताया कि वित्तीय साक्षरता के लिए इस कार्यशाला के आयोजन करवाने हेतु नेशनल स्टॉक एक्सचेंज तथा कॉलेज प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम के तीसरे दिन के इस तकनीकी सत्र के अंत में डॉ अंकुर भटनागर ने कॉलेज के प्राचार्य प्रो सुनील कुमार बत्रा, कार्यक्रम के संयोजक मंडल का धन्यवाद ज्ञापन किया। इस कार्यक्रम में तानिया शर्मा, खुशी पाल, मुस्कान अरोड़ा, दिशा कुमारी, राज केशरी, अनिकेत किशोर आदि विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।

 

डीपीएस दौलतपुर में आयोजित हुआ हरेला वृक्ष सम्मेलनMay be an image of 5 people and text

हरिद्वार, 22 अगस्त। डीपीएस दौलतपुर में भारतीय वृक्ष न्यास की ओर से विगत 6 जुलाई से हरेला लोकपर्व-24 अभियान के तहत आयोजित नियमित श्रृंखला में हरेला वृक्ष दिवस सम्मेलन का आयोजन किया गया। प्रधानाचार्य श्रीमती पूनम श्रीवास्तव ने अध्यक्षता और संचालन सुखविंदर कौर ने किया। हरेला वृक्ष दिवस सम्मेलन के संयोजक सुरेश सुयाल ने भारतीय वृक्ष न्यास (ट्री ट्रस्ट ऑफ इंडिया) द्वारा हरेला को विश्व स्तर तक मनवाये जाने की योजना से संबंधित विस्तृत जानकारी दी। मुख्य अतिथि के रूप में पधारे हरितऋषि विजयपाल बघेल (ग्रीनमैन ऑफ इंडिया) ने अपने संबोधन में कहा कि पेड़ ही प्राणवायु (ऑक्सीजन) बनाने की फैक्ट्री होते हैं जो निरंतर कम होते जा रहे हैं, जैसे जैसे पेड़ घट रहे हैं वैसे वैसे हमारी सांस भी कम होती जा रहीं हैं।

ग्रीनमैन बघेल ने आगे कहा कि वर्षाकाल में हर व्यक्ति को अधिकाधिक वृक्षारोपण करना चाहिए, जन्मदिन हो या वर्षगांठ सभी अवसरों को पौधारोपण करके ही मनाया जाना चाहिए। ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन की विश्वव्यापी समस्या का समाधान केवल हरित क्षेत्र बढ़ाने में ही निहित है। उन्होंने आगे कहा कि इस वर्ष हरिद्वार का तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था जो रिकॉर्डतोड़ रहा, हम अभी नहीं चेते तो धरती आग का गोला बन जायेगी। विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए भारतीय वृक्ष न्यास के संरक्षक जगदीश लाल पाहवा ने भी अपने संबोधन में पेड़ों के महत्व पर प्रकाश डाला और सभी से वृक्ष संरक्षण का संकल्प दिलवाया। हरेला वृक्ष दिवस सम्मेलन का शुभारंभ बच्चों के प्रस्तुत प्रेरणादाई एवं मनमोहक नाट्य “ना काटो मुझे बड़ा दिखता है” और ‘पेड़ बचाओ’ भाषण से किया गया।हजारों विद्यार्थियों के अलावा टीचिंग स्टाफ ने सम्मेलन में भाग लेकर आयोजन को उद्देश्यपूर्ण बनाया। समन्वयक की भूमिका में मोनिका ठाकुर ने अपने दायित्व को बखूबी निभाया। अतिथियों के कर कमलों द्वारा स्कूल में आयोजित की गई विभिन्न प्रतियोगिताओ के सफल प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र, शील्ड तथा नगद राशि देकर पुरस्कृत किया। सम्मेलन का शुभारंभ स्कूल प्रांगण में फलदार वृक्षों का रोपण करके किया गया।

 

खेलों के प्रति अभिभावकों को जागरूक करने के लिए चलाएंगे अभियान-डा.विशाल गर्गMay be an image of 11 people and text

हरिद्वार, 22 अगस्त। वरिष्ठ भाजपा नेता डा.विशाल गर्ग ने जिला क्रीड़ा अधिकारी शबाली गुरूंग से भेंटवार्ता कर खेल प्रतियोगिताओं को लेकर चर्चा की। रोशनाबाद स्टेडियम में खिलाड़ियों की चयन प्रक्रिया चल रही थी। लेकिन बालिकाओं की संख्या काफी कम होने से खिलाड़ियों को अब प्रोत्साहित करने के लिए जनजागरूकता अभियान चलाए जाने पर चर्चा की गयी। डा.विशाल गर्ग ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रतिभावान खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए छात्रवृत्ति सहित कई योजनाएं चला रहे हैं। लेकिन अभिभावकों का रूझान खेलों के प्रति कम होने के कारण चयन प्रक्रिया में बालिकाओं की संख्या काफी कम है। उन्होंने जिला क्रीड़ा अधिकारी से खिलाड़ियों की बढ़ोतरी पर चर्चा की। विशाल गर्ग ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में वृहद स्तर से खेलों के प्रति जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। अभिभावकों को जागरूक करने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि खेलों से बालिकाएं शारीरिक औेर मानसिक रूप से मजबूत होंगी। आज के परिवेश में फैल रही विसंगतियों को देखते हुए बालिकाओं का शारीरिक एवं मानसिक विकास होना अत्यन्त जरूरी है। उन्होंने चर्चा के दौरान यह भी कहा कि अभिभावकों को खेलों के प्रति जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाए। जिससे खेलों को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही राज्य सरकार द्वारा नौकरियों में खिलाड़ियों को बेहतर अवसर भी प्रदान किए जा रहे हैं। जिससे खिलाड़ी नौकरियां प्राप्त आसानी से कर लेते हैं।

 

कैंसर के निदान में जागरूकता ही प्रभावी पहल : डॉ दीपक सुंदरियाल

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रामनगर- राज्य में कैंसर रोगियों की बढ़ती संख्या पर रोकथाम के लिए जागरूकता कार्यक्रम को अधिक प्रभावी बनाने की पहल पर जोर देते हुए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश के कैंसर विशेषज्ञ और उत्तराखंड मानव सेवा समिति दिल्ली के चिकित्सा सलाहकार डॉ दीपक सुंदरियाल ने कहा कि राज्य में पहाड़ के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और कैंसर निदान के प्रति सम्यक जानकारी के अभाव में लोग कैंसर की जद में आ रहे हैं। रामनगर लूटाबड़ में आयोजित निशुल्क चिकित्सा एवम कैंसर जागरूकता शिविर के पश्चात पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में कैंसर जागरूकता पर संस्था द्वारा प्रभावी पहल शुरू की गई है और राज्य के दूरस्थ ग्रामीण इलाकों को अधिक केंद्रित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रामनगर लूटा बड़ में आगामी नवंबर माह में विशाल निशुल्क कैंसर जागरूकता एवम स्वास्थ्य चिकित्सा शिविर का पुन: आयोजन किया जाएगा।निशुल्क कैंसर जागरूकता एवम स्वास्थ्य शिविरों के संदर्भ में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि राज्य के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में 80 निशुल्क स्वास्थ्य शिवरों के माध्यम से चिन्हित कैंसर रोगियों को जहां समय से जानकारी मिलने से सही उपचार मिला और उन्हें जीवन दान मिला, वहीं महिलाओं में जागरूकता अभियान से उनमें स्वास्थ्य के प्रति सजगता बढ़ी है । जानकारी देते हुए कहा कि संस्था द्वारा राज्य के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों को अधिक केंद्रित करते हुए जनपद पौड़ी में विकास खंड नैनी डांडा पट्टी गुजडू के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों , किनाथ, अनंतनाथ धाम मजेड़ा, क्यार्की शंकरपुर के साथ ही अल्मोड़ा के कसार देवी के बाद रामनगर में निशुल्क कैंसर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया है।बताया कि कैंसर जागरूकता कार्यक्रम के प्रति ,जनता की बढ़ी सहभागिता और आवश्यकता को देखते हुए नवंबर माह में भी निशुल्क कैंसर जागरूकता अभियान शिविर और स्वास्थ्य शिविर का रामनगर में आयोजन किया जाएगा,जिसकी तिथि बाद में सुनिश्चित की जाएगी।

मैक्स हॉस्पिटल, देहरादून ने ज्वाइंट सर्जरी के लिए रोबोटिक प्रणाली लॉन्च की

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·       माको सर्जिकल रोबोट के लॉन्च के साथ, मैक्स अस्पताल, देहरादून रोबोटिक हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी को करने वाला क्षेत्र का पहला अस्पताल बन गया है

·       रोबोटिक ज्वाइंट रिप्लेसमेंट  सर्जरी के कई फायदे जैसे कि  कम चीरे, सटीकता, बेहतर परिणाम, जल्दी आराम, शीघ्र  स्वास्थ्य लाभ और कम रिकवरी समय

देहरादून, मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल ने ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी के लिए सर्जिकल रोबोट की घोषणा की। ज्वाइंट रिप्लेसमेंट के लिए यह अत्याधुनिक रोबोटिक प्रणाली डॉक्टरों को परिशुद्धता, सटीकता और प्राकृतिक हड्‌डी को संरक्षित करने, न्यूनतम रक्त हानि और एक अच्छी तरह से संतुलित जोड़ सुनिश्चित करने में मदद करती है। माको सर्जिकल रोबोट के लॉन्च के साथ, मैक्स अस्पताल, देहरादून रोबोटिक जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी को करने वाला क्षेत्र का पहला अस्पताल बन गया है।
बुधवार को आयोजित एक पत्रकार वार्ता में मैक्स अस्पताल कके डॉ. संदीप सिंह तनवर, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट ऑपरेशंस ने पत्रकारों से रूबरू होते हुये कहा कि यह नई रोबोटिक तकनीक मरीजों को डॉक्टरों के अनुभव और समझ के साथ-साथ मजबूत तकनीक का लाभ देती है। उन्होंने कहा कि नया लॉन्च किया गया रोबोटिक सिस्टम, जॉइंट रिप्लेसमेंट के लिए डॉक्टर को यह सुविधा देता है कि वह मरीज की बीमारी की स्थिति का आकलन कर सर्जरी की पहले से योजना बना सके और जॉइंट की स्थिरता का अनुमान लगा सके। इससे सर्जरी में सटीकता बढ़ती है और इम्प्लांट के गलत तरह से लगने की संभावना कम हो जाती है। पारंपरिक ज्वाइंट रिप्लेसमेंट प्रक्रियाओं की तुलना में रोबोटिक ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी के कई फायदे जैसे कि कम चीरे, सटीकता, बेहतर परिणाम, जल्दी आराम, शीघ्र स्वास्थ्य लाभ और कम रिकवरी समय ।
उन्होंने कहा कि इस उन्नत तकनीक के साथ, डॉक्टर छोटे चीरे वाली सर्जरी कर सकते हैं, जिसमें वे इंस्ट्रूमेंट्स को एक कंसोल के जरिए निर्देशित करते हैं। सर्जन कुछ छोटे चीरे से ऑपरेशन करते हैं और हाई-रिज़ॉल्यूशन 3D विज़न सिस्टम का उपयोग करते हैं, जो उन्हें प्राकृतिक रंगों में शरीर के अंदरूनी हिस्सों को देखने की सुविधा देता है। यह तकनीक कई जटिल जॉइंट्स की समस्याओं से पीड़ित मरीजों के इलाज में सफल रही है।
सर्जिकल रोबोट के लॉन्च पर टिप्पणी करते हुए, डॉ. संदीप सिंह तनवर, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट ऑपरेशंस और यूनिट हेड, मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, देहरादून ने कहा, “हम देहरादून के मैक्स हॉस्पिटल में जॉइंट सर्जरी के लिए मेको रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम लॉन्च करके बहुत उत्साहित हैं। मरीजों की सर्वोतम देखभाल प्रदान करने के लिऐ हमारी प्रतिबद्धता अटूट है, और यह लॉन्च हमारे मरीजों के बेहतर इलाज और चिकित्सा के क्षेत्र में नए मानदंड स्थापित करने की हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है।”

मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के ऑर्थोपेडिक्स विभाग में वरिष्ठ चिकित्सकों की एक टीम है, जिसमें ऑर्थोपेडिक्स विभाग में डॉ. आशीष मित्तल, डायरेक्टर ऑर्थोपेडिक्स और जॉइंट रेप्लसेमेन्ट, डॉ. हेमांशु कोचर, डायरेक्टर – ऑर्थोपेडिक्स और जॉइंट रेप्लसेमेन्ट, डॉ. गौरव गुप्ता, डायरेक्टर ऑर्थोपेडिक्स और जॉइंट रेप्लसेमेन्ट और डॉ. विनीत त्यागी एसोसिएट डायरेक्टर ऑर्थोपेडिक्स और जॉइंट रेप्लसेमेन्ट शामिल हैं।

गैरसैंण में विधानसभा का मानसून सत्र शुरू, दिवंगत विधायकों को दी गयी श्रद्धांजलि

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गैरसैण(चमोली), उत्तराखंड़ की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण की भराड़ीसैंण विधानसभा में तीन दिवसीय मानसून सत्र शुरू हो गया है। सत्र का आज पहला दिन है। सबसे पहले सदन में दिवगंत विधायकों को श्रद्धांजलि दी गई। वहीं, आज सदन पटल पर तीन विधेयक पेश किए जाएंगे।
भराड़ीसैंण में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। विपक्ष ने सदन के अंदर और बाहर आपदा और कानून व्यवस्था समेत अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरेगी, जबकि प्रदेश सरकार ने विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने के लिए रणनीति बनाई है। भराड़ीसैंण में पहली बार मानसून सीजन में सत्र आयोजित हो रहा है।
सत्र के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण, संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल समेत मंत्री व विधायक भराड़ीसैंण पहुंचे हैं। लगभग डेढ़ साल बाद सरकार के पहुंचने से भराड़ीसैंण में रौनक लौटी है।
तीन दिवसीय सत्र में प्रदेश सरकार की ओर से कल पांच हजार करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट सदन में पेश किया जाएगा। इसके अलावा कई विधेयक व प्रतिवेदन रिपोर्ट पटल पर रखी जाएगी।
विपक्ष की ओर से केदारनाथ समेत प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में आई आपदा, महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के बढ़ते मामले, भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सदन के अंदर व बाहर सरकार को घेरने की रणनीति है, जबकि सत्ता पक्ष सदन में विपक्ष के हर सवाल का मजबूती के साथ जवाब देगा।

कवि सम्मेलन का बजट पचा गया संस्कृति विभाग

-स्थानीय कवियों और राज्य आंदोलनकारियों ने जताई नाराजगी

-संस्कृति विभाग पर लगाया उपेक्षा का आरोप, मेलों में भी कर रहे अनदेखी

देहरादून, स्थानीय साहित्यकारों के सम्मान के लिए बड़ी-बड़ी बातें सरकार की ओर से की जाती हैं, लेकिन इनसे जुड़े विभाग सरकार की मंशा को पलीता लगाने पर तुले हुए हैं। इस साल तो दोनों राष्ट्रीय पर्वों पर कवि सम्मेलन/मुशायरे तक का आयोजन नहीं किया गया। ऐसी क्या मजबूरी थी, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। ऐसे में स्थानीय कवियों और कविता से प्रेम करने वालों में नाराजगी पैदा हो रही है। उनका कहना है कि सरकार और सरकार से पोषित संस्थाएं राज्य में आयोजित तमाम मेलों में बाहरी राज्यों के तथाकथित बड़े कवियों को बुलाकर करोड़ों रुपए की बंदरबांट कर रही है और स्थानीय कवियों की घोर उपेक्षा की जा रही है।
हाल यह है संस्कृति विभाग के पास तो स्थानीय कवियों की सूची ही नहीं है। यही नहीं, कई कवि तो ऐसे हैं, जिन्हें एक बार भी संस्कृति विभाग की ओर से न्योता नहीं मिला, जबकि उनकी राष्ट्रीय स्तर पर पहचान है। गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि संस्कृति विभाग तो ऐसे लोग बैठे हैं, जिनका संस्कृति से कोई लेना-देना नहीं है। उनके पास तो स्थानीय कवियों तक की सूची नहीं है, जिसकी सिफारिश चली गई, उसे ही बुला लिया जाता है।
राज्य आंदोलनकारी प्रदीप कुकरेती का कहना है कि पृथक राज्य आंदोलन में स्थानीय कवियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन उनकी घोर उपेक्षा की जा रही है, जो निंदनीय है। उन्होंने सवाल किया कि कवि सम्मेलन का बजट कहां गया, इसका जवाब जिम्मेदार अधिकारियों को देना चाहिए।
हर साल राष्ट्रीय पर्वों 26 जनवरी और 15 अगस्त की पूर्व संध्या पर कवि सम्मेलन/मुशायरे की परंपरा रही है, लेकिन इस बार दोनों ही आयोजन नहीं किए गए। जनकवि अतुल शर्मा ने बताया कि 60 और 80 के दशक में तो कवियों के लिए तीन-तीन आयोजन होते थे, जो धीरे-धीरे घटकर दो हुए और इस बार तो एक भी आयोजन नहीं हुआ, जबकि विभाग को राज्य स्थापना दिवस (9 नवंबर) पर भी सांस्कृतिक चेतना जगाने के लिए कवि सम्मेलन का आयोजन करना चाहिए।
राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने वाले जाने-माने कवि नीरज नैथानी को संस्कृति विभाग ने एक बार भी कवि सम्मेलन में आमंत्रित नहीं किया। नैथानी का कहना है कि बाहर के कवियों को बुलाकर स्थानीय कवियों का हक छीना जा रहा है। युवा कवि अवनीश मलासी ने कहा कि गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक तमाम मेलों में कवि सम्मेलन होते हैं, लेकिन उनमें बाहरी कवियों का ही बोलबाला होता है। स्थानीय कवियों के नाम पर दो-चार गिने-चुने कवियों को मौका देकर चुप करा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज को इस मामले का खुद संज्ञान लेना चाहिए और स्थानीय साहित्यकारों से बात करनी चाहिए, ताकि वह उपेक्षित महसूस न करें। इस मामले में संस्कृति विभाग के सचिव हरीश चंद्र सेमवाल से फोन पर संपर्क करना चाहा, तो वह स्विच ऑफ मिला।

 

बस में सामूहिक दुष्कर्म का विरोध, जनसंगठनों ने किया प्रदर्शन

आईएसबीटी में बस में सामूहिक दुष्कर्म का विरोध, जनसंगठनों ने किया प्रदर्शन, कांग्रेस ने निकाला कैंडल मार्च | Loksaakshya
देहरादून, बस के भीतर किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के खिलाफ आमजन मानस आक्रोशित है और विरोध प्रदर्शन लगातार हो रहे हैं। मंगलवार को विभिन्न दलों और जनसंगठनों ने संयुक्त रूप से आईएसबीटी के समक्ष प्रदर्शन किया, साथ ही राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, डीजीपी उत्तराखंड, जीएम देहरादून को तहसीलदार सदर के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किए। वहीं, देहरादून महानगर कांग्रेस के तत्वावधान में आईएसबीटी में घटना के विरोध में कैंडल मार्च निकाला गया।
जनसंगठनों ने संयुक्त प्रदर्शन के दौरान आईएसबीटी में सामूहिक दुष्कर्म की घटना की कड़े शब्दों में निंदा की गई। साथ ही दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाने की मांग की गई। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि कई महीनों से असमाजिक तत्वों, अपराधियों का अड्ढा बना हुआ है। बस अड्ढे की व्यवस्था एमडीडीए, रोड़वेज प्रशासन के साथ ही सुरक्षा की जिम्मेदारी आईएसबीटी पुलिस चौकी के पास है। इसके बावजूद अपराधी बेखौफ हैं। वक्ताओं ने कहा कि संविदा पर चल रही बसों के मालिकों, चालक, परिचालकों की पृष्ठभूमि को भी नहीं खंगाला गया। परिणामस्वरूप परिवहन क्षेत्र में माफियाओं का बोलबाला बना हुआ है।

यह रखी मांग :
1-राजधानी देहरादून में बिगड़ती कानून व्यवस्था को ठीक किया जाए। इसके लिए पुलिस विभाग में समुचित बदलाव किया जाए।
2-आईसीबीटी बलात्कार के दोषियों को जल्द जल्द कड़ी सजा दी जाए।
3-आईएसबीटी में अव्यवस्थाओं के दोषी अधिकारियों, एमडीडीए प्रशासन, आईएसबीटी पुलिस चौकी के खिलाफ भी कार्रवाई हो।
4-आईएसबीटी को सुरक्षित बस अड्डा बनाने के लिए सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया जाये। असमाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखकर आवश्यक कार्रवाई की जाए।
5-संदिग्ध सभी बस मालिकों, चालकों, परिचालकों तथा बस अड्ढे के आसपास रह रहे व्यक्तियों की जांच की जाए।

प्रदर्शन में ये रहे शामिल :
प्रदर्शनकारियों में महिला मंच से कमला पंत, जनवादी महिला सभा से इंदु नौडियाल, महिला समिति की प्रांतीय सचिव दमयंती नेगी, माकपा के जिला सचिव अनंत आकाश, एसएफआई के प्रांतीय अध्यक्ष नितिन मलेठा, आरयूपी से नवनीत गुसाईं, पत्रकार त्रिलोचन भट्ट, नुरैशा अंसारी, शैलेन्द्र परमार, दयाकृष्ण पाठक, सीपीआई (एमएल) से इन्देश मैखुरी, सीपीएम से विजय भट्ट, जगमोहन मेंदीरत्ता, उमा नौडियाल, निर्मला बिष्ट आदि शामिल थे।

यह है घटनाक्रम :
पीड़ित किशोरी पंजाब से दिल्ली आई और फिर मुरादाबाद के रास्ते 13 अगस्त की रात देहरादून पहुंची। जैसे ही किशोरी देहरादून आईएसबीटी पहुंची तो उसकी मानसिक हालत को देखते हुए कुछ अज्ञात आरोपियों ने कथित तौर पर उसके साथ बस में ही दुष्कर्म किया। उसके बाद मौके से फरार हो गए। किशोरी को घटना के बाद चाइल्ड वेलफेयर कमिटी (CWC) ने रेस्क्यू किया। कमेटी के सदस्यों ने जब किशोरी की काउंसिलिंग की, तब उन्हें इस घटना का पता चला। इसके बाद उन्होंने शनिवार देर रात पुलिस को इसकी सूचना दी।

पांच आरोपी गिरफ्तार :
किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से तीन ड्राइवर हैं, एक हेल्पर है और एक रोडवेज का कैशियर है। एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने दावा किया था कि इन सभी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में धर्मेंद्र कुमार उम्र 32 बुग्गावाला हरिद्वार, देवेंद्रकुमार उम्र 52 वर्ष भगवानपुर हरिद्वार, रवि कुमार उम्र 34 वर्ष नवाबगंज फरुखाबाद, राजपाल उम्र 57 वर्ष बुग्गावाला हरिद्वार, राजेश कुमार उम्र 38 वर्ष माजरा देहरादून निवासी हैं।

 

द हैरिटेज स्कूल व अधिराज चौधरी के नाम जुड़ी एक और उपलब्धि

देहरादून (केएस बिष्ट), द हैरिटेज स्कूल के साथ साथ बेहतरीन टेबल टेनिस खिलाड़ी अधिराज चौधरी के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है और आईसीएसई उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड रिजनल गेम्स टेबल टेनिस टूर्नामेंट 2024 के अंडर 14 वर्ग में शानदार खेल का परिचय देते हुए आईसीएसई नेशनल गेम्स के लिए अधिराज चौधरी का चयन किया गया।
यहां जानकारी देते हुए द हैरिटेज स्कूल की प्रधानाचार्य डाक्टर अंजू त्यागी ने बताया कि कक्षा सात में अध्ययनरत अधिराज चौधरी टीएमपीएस इंटरनेशनल स्कूल प्रयागराज में आईसीएसई उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड रिजनल गेम्स टेबल टेनिस टूर्नामेंट 2024 में शानदार खेल का परिचय दे रहे है और यह प्रतियोगिता 22 अगस्त तक चलेगी लेकिन अपने शानदार खेल से सभी को अपनी ओर आकर्षित करते हुए अधिराज चौधरी ने सितम्बर माह में लखनऊ के ली मारटीनिरी कॉलेज में होने वाली आईसीएसई नेशनल गेम्स में अंडर 14 वर्ग में चयन हो गया है।
उन्होंने बताया कि अधिराज चौधरी के टेबल टेनिस के नेशनल गेम्स में चयनित होने पर स्कूल प्रबंधक वर्ग के साथ ही साथ शिक्षक शिक्षिकाओं एवं उनके कोच को सभी ने बधाई दी है और स्कूल के चेयरमैन चौधरी अवधेश कुमार, निदेशक विक्रांत चौधरी, काउंसलर चारू चौधरी, प्रधानाचार्य डाक्टर अंजू त्यागी सहित अन्य शिक्षक, शिक्षिकाओं, कोच एवं छात्र छात्राओं ने शुभकामनायें दी है।

गढ़वाली कविता : आवा बौड़िक गौं अपणा

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(नैना कंसवाल)May be an image of 1 person and smiling

आज गौं मा पलायण होणू,
छोड़न लग्यां सब जोड्यूं जंत्यू घरबार,
करा कुछ तो गौं का हक मा ,
आवा बौडिक गौं अपणा,
तोड़ा ना दाना बुजुर्गों का सुपना ,
आवा बौडिक…..
खुटी मा खुटी धैरी रैंदी,
हर कैं तैं सुविधा चैंदी,
क्वी नी चांदी गौं मा रणूं,
सरल ह्वेगी शहर जाणु,
करा कुछ तो गौं का हक मा,
आवा बौड़िक गौं अपणा,
तोड़ा ना दाना बुजुर्गों का सुपना
आवा बौड़िक……
गौं कू सुकून रास नी औणू,
शहर कु हल्ला खूब पचौण,
प्रकृति सी दूर खुद ही जाणा,
खर्चा करीक घुमुण खूब औणा,
करा कुछ तो गौं का हक मा ,
आवा बौड़िक गौं अपणा,
तोड़ा ना दाना बुजुर्गों का सुपना
आवा बौडिक…..
क्या दैण हमुन औण वाली पीड़ी तै,
बांजा पुगुड़ा या हरी भरी डांडी कांठी सैं,
जावा ना यन छोड़िक,यू पहाड़ यू घर बार,
यू ही हम्मरू असली छ संसार
करा कुछ तो गौं का हक मा,
आवा बौडिक गौं अपणा,
तोड़ा ना दाना बुजुर्गों का सुपना
आवा बौडिक…..
(कवियत्री पेशे से शिक्षिका है और समय समय पर समसामयिक विषयों पर वेबाकी से अपने विचार लेख और कविता के माध्यम से प्रस्तुत करती रहती है | )

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सीएम ने किया तीन दिवसीय “नन्दा देवी लोकजात मेले” का शुभारंभ, जनपद के लिए की विभिन्न घोषणाएं

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चमोली, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को चमोली स्थित कुरुड़ पहुंचकर तीन दिवसीय नन्दा देवी लोकजात मेले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने मां नंदा के दर्शन कर पूजा अर्चना की एवं प्रदेश के सुख समृद्धि की कामना की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न घोषणा भी की। मुख्यमंत्री घोषणा में नंदानगर, नारायण बगड़ और देवाल में खेल मैदान निर्माण, प्राणमती नदी के दोनों तटों पर सुरक्षा कार्य, थराली के ढाडरबगड़ में बाढ़ सुरक्षा कार्य शामिल हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने नंदा देवी लोकजात मेले को राजकीय मेला घोषित करने, नंदानगर चिकित्सालय को उप जिला चिकित्सालय में उच्चीकृत करने की घोषणा भी की।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम में स्थानीय जनता को संबोधित करते हुए कहा कि पारंपरिक मेले हमें हमारी संस्कृति के साथ अपनी जड़ों से जोड़ने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश के पौराणिक मेलों को संरक्षण करते हुए नए आयामों को जोड़कर भव्यता प्रदान कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार धार्मिक आस्था का सम्मान करते हुए विकास कर रही है। प्रदेश सरकार राज्य में युवाओं के भविष्य को देखते हुए पारदर्शी भर्ती परीक्षाओं के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जहां एक ओर नकल विरोधी कानून बनाकर नकल पर प्रभावी रोक लगाई है, वहीं राज्य में भर्ती परीक्षाओं में नकल करवाने वाले 100 से अधिक दोषियों को जेल भेजने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की कार्य प्रणाली का प्रतिफल है कि अब तक 16 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र मिल चुके हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य में सतत विकास का कार्य भी तीव्र गति से हो रहा है। जिसके कारण उत्तराखण्ड देश में सतत विकास में पहले पायदान पर खड़ा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के निर्देशन में बद्रीनाथ और केदारनाथ का विकास किया जा रहा है।
इस अवसर पर थराली विधायक भूपाल राम टम्टा, मंदिर समिति अध्यक्ष सुखबीर रौतेला, राकेश गौड़, मेला समिति अध्यक्ष रेखा देवी, प्रकाश गौड़, कृपाल सिंह, प्रमुख भारती फर्स्वाण, जिला पंचायत सदस्त नंदिता रावत, हरेंद्र सिंह, सुरेन्द्र सिंह समेत बड़ी संख्या में स्थानीय जानता उपस्थित रही।

अल्प आयु में हिन्दी साहित्य को आपार साहित्य का भण्डार देकर गये हिमवंत कवि चंद्र कुवंर : ओम प्रकाश सेमवाल

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देहरादून, हिमवंत कवि चंद्र कुवंर बर्त्वाल शोध संस्थान द्वारा प्रकृति के चितेरे कवि चंद्र कुवंर बर्त्वाल की 105 वीं जयंती धूम धाम से मनाई गई। दून पुस्तकालय व शोध केन्द्र के सभागार में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित व चंद्र कुवंर बर्त्वाल के चित्र पर मार्ल्यापण कर किया गया। इस दौरान कार्यक्रम के मुख्यवक्ता कवि ओम प्रकाश सेमवाल व कवियत्री साहित्यकार बीना बेंजवाल,पूर्व आई ए एस चन्द्र सिंह, ठाकुर भवानी सिंह, राजगुरू कृष्णानंद नौटियाल ने वरिष्ठ साहित्यकार व पत्रकार स्व. डॉ. योगम्बर सिंह बर्त्वाल के छाया चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पितकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व आई ए एस चन्द्र सिंह ने की। कार्यक्रम के शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर किया गया।
मुख्य वक्ता कवि ओम प्रकाश सेमवाल ने अपने उद्वोधन में हिमवंत के चितेरे कवि चंद्र कुवंर बर्त्वाल को कालजयी रचनाकार बताते हुऐ कहा कि वह अल्प आयु में हिन्दी साहित्य को आपार साहित्य का भण्डार देकर गये है। जो हमारे लिए गौरव की बात है।उन्होंने कहा कि चन्द्र कुवंर बर्त्वाल को जिन्दा रखने के लिए डॉ योगम्बर सिंह बर्त्वाल जैसा जनूनू किसी न किसी को रखना होगा। इस दौरान उन्होंने स्वरचित गढ़वाली कविता ‘चन्द्रकुवंर रे पूरू सम्मान अभि नि मिल पायी रे’ गाया।
वही कवियत्री बीना बेंजवाल ने हिमवंत कवि चन्द्र कुवंर बर्त्वाल को महान साहित्यकार बताया जिन्होनें 12 वर्ष की आयु से शानदार कविता लिखनी शुरू कर दी थी। उन्होंने कहा कि चन्द्र कुवंर बर्त्वाल हिन्दी साहित्य को समृद्ध साहित्य दिया है। उनके साहित्य के प्रचार प्रसार में डॉ योगम्बर सिंह बर्त्वाल ने अतुलनीय योगदान दिया है।
इस दौरान संस्था के सचिव गौरव बर्त्वाल ने कहा कि चंद्र कुवंर बर्त्वाल शोध संस्थान सोसायटी बीते 30 सालों से इस कार्यक्रम को करते हुऐ आ रही है। डॉ योगम्बर के आकस्मिक निधन के बाद भी इस परम्परा को आगे चलाने का कार्यक्रम संस्था के द्वारा किया जा रहा है। जो निरंतर जारी रहेगा। संस्था के संस्थापक व सचिव द्वारा बीते समय में जो भी कार्य किये गये उन्हें आगे ले जाने का काम संस्था हर हाल में करेगी।May be an image of 12 people, people studying and text
वही पूर्व आई ए एस व चंद्र कुवंर बर्त्वाल शोध संस्थान के वरिष्ठ सदस्य चंद्र सिंह ने कवि चंद्र कुवंर बर्त्वाल को याद करते हुए कहा कि जिस कवि की तुलना अंग्रेजी साहित्य के महान कवियों व प्रसाद पंत निराला जैसे कालजयी छायावादी कवियों के साथ की जाती है उनकी कविताओं का स्तर किस कदर का होगा इसे समझने में कोई ज्यादा मस्कत नहीं करनी पड़ेगी। डॉ योगम्बर सिंह बर्त्वाल नहीं होते तो चंद्र कुवंर बर्त्वाल की कवितायें भी गुमनामी के अंधेरों में खोई रहती।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ हर्षमणि भट्ट ने कवि चन्द्रकुवंर बर्त्वाल की कविताओ का पाठ कर कविवर को याद किया।
कार्यक्रम के दौरान प्रसिद्ध रंगकर्मी डॉ राकेश भट्ट ने चन्द्रकुवंर बर्त्वाल की शानदार कविता का गायन किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ मानवेन्द्र बर्त्वाल ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम के दौरान ठाकुर भवानी सिंह,पूर्व मंत्री शूरबीर सिंह सजवाण,राजगुरू कृष्णानंद नौटियाल,डॉ. रमाकांत बेंजवाल, डॉ. मीनाक्षी रावत, प्रभा सजवाण, संस्था के मीडिया प्रभारी भानु प्रकाश नेगी, देवेन्द्र नेगी, एडवोकेट देवेन्द्र बर्त्वाल शक्ति बर्त्वाल,आन्दोलनकारी प्रदीप कुकरेती समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।May be an image of 4 people and people smiling

निकाय चुनाव 25 अक्टूबर तक संपन्न कराएगी राज्य सरकार, निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति भी होगी शीघ्र

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देहरादून, आखिरकार हाईकोर्ट की फटकार के बाद निकाय चुनाव कराने को लेकर अब राज्य सरकार ने स्थिति साफ कर दी है। सरकार ने कोर्ट को बताया कि निकाय चुनाव 25 अक्टूबर तक संपन्न करा लिए जाएंगे। साथ ही बताया कि राज्य निर्वाचन आयुक्त के पद पर इसी माह या सितंबर माह के पहले सप्ताह में नियुक्ति करा दी जाएगी। मामले में अब मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति ऋतु बाहरी व न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल की खंडपीठ ने सुनवाई के लिए 06 सितंबर की तिथि तय की है।
मंगलवार को मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति ऋतु बाहरी व न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल की खंडपीठ में जसपुर के मोहम्मद अनवर व अन्य की अलग-अलग जनहित याचिका पर एक साथ सुनवाई की गई। इस दौरान महाधिवक्ता एसएन बाबुलकर ने कोर्ट को बताया कि सरकार की ओर से कोर्ट में पूर्व में प्रार्थना पत्र दाखिल कर चुनाव के लिए अतिरिक्त समय मांगा गया था। साथ ही बताया कि शहरी विकास विभाग ने चुनाव तैयारी शुरू कर ली है। दूसरी तरफ शहरी विकास के निदेशक व अपर सचिव नितिन भदौरिया ने कोर्ट में व्यक्तिगत रूप से पेश होकर जानकारी दी कि सरकार की ओर से नए निकायों के गठन के साथ ही नए सिरे से कई निकायों में परिसीमन किया गया है। विभाग की ओर से राज्य निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति को लेकर शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। इस दौरान राज्य निर्वाचन आयोग के अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि 10 जुलाई को राज्य निर्वाचन आयुक्त का कार्यकाल पूरा हो गया है। कोर्ट ने मामले को सुनने के बाद अगली सुनवाई की तिथि छह सितंबर नियत कर दी है। निकाय चुनाव को लेकर सरकार की कवायद के लिहाज से अगली सुनवाई बेहद अहम हो सकती है।
इससे पूर्व उत्तराखंड शासन ने 02 जून के आदेश में नगर निकायों के प्रशासकों का कार्यकाल अधिकतम 03 माह तक ले लिए फिर से बढ़ा दिया था। उस आदेश में कहा गया था कि यदि इससे पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी कर नए बोर्डों का गठन कर लिया जाता है तो प्रशासकों का कार्यकाल तभी तक सीमित मान लिया जाएगा। जबकि इस आदेश से पहले राज्य सरकार ने नैनीताल हाई कोर्ट में कहा था कि नगर निकायों के प्रशासक का कार्यकाल नहीं बढ़ाया जाएगा और चुनाव तय समय के भीतर ही पूरे कराए जाएंगे।

कोर्ट में जसपुर निवासी मो. अनवर और नैनीताल निवासी राजीव लोचन साह ने याचिका दायर कर शीघ्र निकाय चुनाव कराने की मांग उठाई थी। तब यह बात सामने आई थी कि चुनाव प्रक्रिया 06 माह के भीतर पूरी करा ली जाएगी। कोर्ट के 09 जनवरी 2024 के आदेश के अनुसार महाधिवक्ता एसएन बाबुलकर ने कहा था कि निकायों में नियुक्त प्रशासकों का कार्यकाल उत्तराखंड नगर पालिका अधिनियम 1916 की धारा 10 ए (4) के तहत 06 माह की अवधि से अधिक नहीं बढ़ाया जाएगा।

विगत एक वर्ष पूर्व रेमकी कंपनी से isbt का संचालन लेने के बाद से लगातार सुधारी जा रही हैं तमाम व्यवस्थाएं

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देहरादून , Isbt देहरादून में व्यवस्थाओं को सुधारने में एमडीडीए उपाध्यक्ष महोदय श्री बंशीधर तिवारी के नेतृत्व में पूरी टीम तन्मयता से जुटी है। विगत एक वर्ष पूर्व रेमकी कंपनी से isbt के संचालन का जिम्मा लेने के बाद से लगातार प्राधिकरण द्वारा isbt की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए कई कार्य कराए जा चुके हैं जबकि कई नवीन कार्य किये जा रहे हैं।
एमडीडीए द्वारा पिछले एक वर्ष में यहां पर लगभग 12 से 15 करोड़ की लागत से कार्य किये गए हैं जिनमें प्रवेश व निकास द्वार पर महाराणा प्रताप अंतरराज्यीय बस अड्डा अंकित करने के साथ ही परिसर में 35 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। विगत दिनों isbt परिसर में हुई वारदात के खुलासे में उक्त कैमरों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इसके अलावा सड़कों व फुटपाथ के रेनोवेशन कार्य, दुकानों पर फसाड, isbt एसटीपी का जीर्णोद्धार, बोरवेल, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, परिसर के ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने के साथ ही पार्किंग व फुटपाथ पर इंटर लॉकिंग टाइल्स, शौचालय के जीर्णोद्धार के अलावा पिंक शौचालय का निर्माण कराया गया है। वहीं, मुख्य भवन के रंगाई पुताई, उद्यान अनुभाग द्वारा यहां के पार्कों के जीर्णोद्धार के अलावा नए पार्क का निर्माण प्रस्तावित है।
आने वाले दिनों में यहां पर दुकानों व डोरमेट्री के नवीनीकरण, सिटी जंक्शन मॉल के जीर्णोद्धार, चारबाग रेलवे स्टेशन लखनउ की तर्ज पर निर्माण कार्य व छत में डोम निर्माण के कार्य प्रस्तावित हैं। यहां पर कियोस्क प्लाजा का भी निर्माण किया जा रहा है।

प्राधिकरण के लगाए कैमरों से आसान हुई पुलिस की राह

प्राधिकरण द्वारा परिसर में लगाये गये CCTV कैमरों व सुरक्षा कर्मियों की सूझबूझ एवं कर्मियों द्वारा अपराधियों की शिनाख्त करते हुए उन्हें चिन्हित किया गया जिससे अपराधियों को पकडने में पुलिस प्रशासन को सहायता मिली व साक्ष्य के तैर पर प्राधिकरण द्वारा पुलिस प्रशासन को कार्यलय में CCTV हेतु लगे DVR की सम्पूर्ण Hard disk भी उपलब्ध करा दी गयी है।