Monday, April 28, 2025
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सड़क पर फर्राटा भरती दिखी यह धांसू गाड़ी, जानिए कब होगी लॉन्च

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नई दिल्लीः कोरोना वायरस काल में ऑटोमोबाइल कंपनियों की बिक्री में काफी गिरावट देखने को मिली है, जिसके चलते कंपनियों ने लाखों कर्मचारियों को नौकरी से भी निकाल दिया। ऑटो जगत की बड़ी कंपनी टाटा मोटर्स के लिे यह साल काफी नुकसान दायक रहा है। लॉकडाउन में सेल कम होने के बाद कंपनी को Hexa का लॉन्च टालना भी पड़ा था।

यह SUV अब अगले साल लॉन्च होगी और Hexa अब टाटा मोटर्स लाइनअप का पार्ट नहीं है। BS6 नॉर्म्स लागू होने के बाद इस एसयूवी को 2020 में डिस्कॉन्टिन्यू कर दिया गया था। हालांकि, इस 7-सीटर की इंडियन ऑटोमोबाइल मार्केट में अगले साल एंट्री होना तय है।

Hexa को कंपनी ने इस साल की शुरुआत में हुई AutoExpo में शोकेस किया था और अलग अवतार में आई इस SUV के नाम के साथ Safari भी जोड़ा था। अब, Hexa को टेस्टिंग करते हुए देखा गया है, जिसका मतलब है कि अगले साल कंपनी इसे इंडियन मार्केट में लॉन्च कर सकती है। फिलहाल कंपनी का सारा फोकस 7-सीटर Gravitas और एंट्री लेवल HBX पर था और Hexa से जुड़ा कोई अपडेट ऑफिशली सामने नहीं आया था।

– जानिए कहां दिखी Hexa

यूट्यूब चैनल SP Auto Tech की ओर से Hexa BS6 को पुणे में कंपनी के प्लांट के पास टेस्टिंग करते हुए देखा गया और उन्होंने इससे जुड़े डिटेल्स शेयर किए। इस मॉडल का विडियो भी SP Auto Tech की ओर से शेयर किया गया है, जिसमें ट्रिम लेवल बेस 4×4 वेरियंट देख रहा है, जो स्टील वील्स के साथ आता है। इस SUV के हाई एंड वेरियंट्स ड्यूल-टोन अलॉय वील्स के साथ आ सकते हैं। यह टाटा की IMPACT डिजाइन फिलॉसफी के साथ डिजाइन की गई है।

हरिद्वार में हर की पैड़ी को स्केप चैनल घोषित करने का आदेश सरकार ने किया निरस्त, शासनादेश हुआ जारी

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देहरादून, प्रदेश सरकार ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार के हरिद्वार में हर की पैड़ी को स्केप चैनल घोषित करने के आदेश को निस्तर कर दिया है। बुधवार को मुख्यमंत्री के निर्देश पर सचिव आवास ने इसका शासनादेश जारी कर दिया है। गौरतलब हो कि कुछ दिन पूर्व ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने संतों की बैठक में स्केप चैनल को निरस्त करने की घोषणा की थी। इस फैसले के बाद संत समाज में मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया था।

क्या था पूरा मामला
वर्ष 2016 में हरीश रावत की कांग्रेस की सरकार ने हर की पैड़ी से होकर बहने वाली धारा को नहर(स्केप चैनल) घोषित किया था। उस के बाद से ही अखाड़ा परिषद सहित अन्य संत इसका विरोध कर रहे थे और जबकि यह मामला पिछले चार साल तक दबा रहा और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत इस आदेश को लेकर संतों के बीच पहुंच कर माफी मांगी तो यह मामला फिर उठ खड़ा हुआ था।

भोजपुरी गाना ‘बाजे खटिया चर-चर’ ने इंटरनेट पर मचाई धूम, वीडियो हो रहा वायरल

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नई दिल्ली, भौजपुरी फिल्मों में अपने दमदार अभिनय से लोगों पर राज करने वाले रवि किशन भले ही आज सांसद बन गए हों, लेकिन भोजपुरी गानों की बात जब भी आती है उन्हें भोजपुरी एक्टर के तौर पर याद किया जाता है। रवि किशन और पाखी हेगड़े ने कई गाने एक साथ किए हैं |
भोजपुरी सुपरस्टार रवि किशन और पाखी हेगड़े की फिल्में दर्शकों के बीच खूब सुर्खियों में बनी रहीं। दोनों ने कई हिट फिल्में साथ में की हैं। इस बीच दोनों का फिल्म ‘संतान ईगो तोहफा’ का बाजे खटिया चर-चर गाना इंटरनेट पर खूब धूम मचा रहा है।
रवि किशन और पाखी हेगड़े की रोमांटिक कैमिस्ट्री लोगों को खूब पसंद आई इस गाने को मनोज मिश्रा और इंदू सोनाली ने मिलकर गाया है।

Bhojpuri Hot Viral : भोजपुरी स्टार पवन सिंह के गाने 'रतिया की रानी' ने  यूट्यूब पर मचाई खलबली-bhojpuri hot video viral song pawan singh | News24

 

अनोखी संस्कृति : विचित्र किंतु सत्य “मृत्यु यात्रा के साथ नृत्य”

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✒️लोकेंद्र सिंह बिष्ट

स नृत्य कला में निपुण बड़कोट निवासी रामदास कहते हैं कि इस अदभुत संस्कृति व कला के संरक्षण की आवश्यकता है, अन्यथा संसाधनों के अभाव में ये एक दिन दम तोड़ देगी।
आपने आजतक किसी शवयात्रा/मृत्युयात्रा को पारंपरिक वाद्य यंत्रों ढोल नगाड़ों की थाप के साथ नृत्य करते हुए ले जाने की बात न सुनी होगी न देखी होगी,,,, लेकिन,,,, उत्तरकाशी जिले में खासकर रवाईं यमुनाघाटी में अभी भी जिंदा है एक अनोखी संस्कृति, जहां किसी बुजुर्ग के मरने पर शव यात्रा को मोक्षघाट तक गाजे बाजों व पारंपरिक ढोल नगाड़ों रणसिंघो के साथ नृत्य करते हुए ले जाया जाता है शमशान घाट तक।

सुनने व देखने मे जरूर अटपटा लग सकता है लेकिन यही विचित्र भी है, और सत्य भी है, अद्भुत भी है अकल्पनीय भी, मैं अपने रिश्तेदार चैन सिंह जयाड़ा जी उम्र 87 वर्ष, सेवानिवृत्त पंचायत राज अधिकारी निवासी डख्याट गांव, बड़कोट की मृत्यु का समाचार सुन उनके अंतिम दर्शन व उनकी शवयात्रा में शामिल होने के लिए गया। उनकी मृत्युयात्रा/ शवयात्रा को भव्य रूप से दर्जनों ढोल, नगाड़ों, रणसिंघो के साथ ले जाया गया । सैकड़ों लोग इस शवयात्रा में शरीक थे। रास्ते में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बड़कोट में शवयात्रा को एक जगह रोककर गढ़वाली पहाड़ी पारंपरिक वाद्य यंत्रों ढोल बाजे नगाड़े व रणसिंघो के साथ करीब 30 मिनट तक नृत्य किया गया है।

यह एक नया अनुभव था, जो अदभुत और अकल्पनीय था। मात्र और मात्र केवल शवयात्रा में किये जाने वाले इस नृत्य को ‘पैंसारा’ नाम दिया गया है। इस खास नृत्य को ढोल बजाने के साथ ही किया जाता है। जोड़ी में बारी बारी से नृत्य में निपुण लोग ढोल के साथ ढोल को विशेष अंदाज में बजाते बजाते इस नृत्य को प्रस्तुत करते हैं। बाकी ढोल, नगाड़े व पहाड़ी वाद्य यंत्रों को बजाने वाले इनका साथ देते हैं।। इन ढोल नगाड़े बजाने वालों को स्थानीय भाषा मे “बाजगी” कहा जाता है। जिस किसी के घर से किसी बुजुर्ग की मृत्यु होती है, उसके परिवारजन व रिश्तेदार मृत आत्मा की शांति के लिए पर्याप्त मात्रा में इस नृत्य को करने वालों व दूसरे वाद्य यंत्रों व पहाड़ी ढोल नगाड़े बजाने वालों को पैसे, रुपये भेंट करते हैं, वह भी बारी-बारी से, ताकि बीच नृत्य में कोई बाधा न हो।

इस पैंसारा नृत्य के निपुण लोग इस नृत्य के दौरान गजब का समां बांध लोगों के आकर्षण का केंद्र बन जाते हैं। गजब का समां बंध जाता है। लोग मंत्रमुग्ध इस नृत्य को देखते हैं। हालाँकि ये परंपरा व संस्कृति विलुप्ति की कगार पर है, लेकिन है अभी भी जिंदा।। केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर गढ़वाल के प्रोफेसर रहे प्रो डी आर पुरोहित कहते हैं कि पहले ये संस्कृति उत्तराखंड के उत्तरकाशी, चमोली, पौड़ी गढ़वाल में जिंदा थी। पहले जवान हो या बुजुर्ग, सभी की मृत्युयात्रा में इस नृत्य को किया जाता था। तब लोग मौत को भी सेलीब्रेट करते थे, क्योंकि मृत्यु ही अंतिम सत्य है। प्रशासनिक अधिकारी रहे मदन सिंह कुंडरा कहते हैं कि अपनी उम्र पूरी कर चुके बुजुर्गों की ही मृत्युयात्रा में इस नृत्य को किया जाता है। आज पहाड़ की एक मजबूत औऱ अदभुत, अनूठी, अकल्पनीय कला औऱ संस्कृति विलुप्ति के कगार पर है। ये एक ऐसी कला है जिसे लाखो करोडों खर्च करके भी किसी संस्थान से नहीं सीखा जा सकता है। इस अति महत्वपूर्ण कला के बचे खुचे माहिर और निपुण लोगों को चिन्हित कर सरकार उन्हें मदद और संरक्षण दे ताकि विलुप्ति की कगार पर यह अनूठी कला संसाधनो व संरक्षण के अभाव में कहीं दम न तोड़ दे।

पैंसारा नाम से विख्यात इस दुर्लभ कला को जानने वाले लोग शदियों से अपने ही पूर्वजों व बुजुर्गों से इस अनूठी कला को सीखते आये हैं। और इसी क्रम में ये अदभुत कला एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में हस्तांतरण हो रही है, बिना किसी सरकारी संसाधनों व संरक्षण के। इस नृत्य कला में निपुण बड़कोट निवासी रामदास कहते हैं कि इस अदभुत संस्कृति व कला के संरक्षण की आवश्यकता है, अन्यथा संसाधनों के अभाव में ये एक दिन दम तोड़ देगी,
इस नृत्य कला में निपुण बड़कोट निवासी रामदास कहते हैं कि इस अदभुत संस्कृति व कला के संरक्षण की आवश्यकता है, अन्यथा संसाधनों के अभाव में ये एक दिन दम तोड़ देगी।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार है और वर्तमान में निदेशक, GMVN, उत्तराखंड सरकार)

साप्ताहिक बंदी का पूरा असर, बाजार बंद रहे, सन्नाटा पसरा रहा

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मसूरी। पर्यटन नगरी मसूरी में साप्ताहिक अवकाश के तहत बाजार पूरी तरह बंद रहे जिसके कारण जन जीवन प्रभावित रहा व पर्यटकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जिला प्रशासन के निर्देश पर साप्ताहिक अवकाश का पालन सख्ती से कराने के निर्देश दिए गये थे।
जिलाधिकारी के निर्देश पर पर्यटन नगरी मंे साप्ताहिक अवकाश पर सभी दुकानें पूरी तरह बंद रहीं केवल सब्जी, दूध, शराब व मेडिकल की दुकानों सहित पेट्रोल पंप खुले रहे। जिस कारण बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा वहीं पुलिस भी पूरी मुस्तैदी के साथ तैनात रही। मालूम हो कि मसूरी के साप्ताहिक बंदी बुधवार को होती है लेकिन लॉक डाउन समाप्त होने के बाद से बाजार पूरी तरह खुलने लगे थे तथा साप्ताहिक अवकाश पर भी मसूरी में दुकाने बंद नहीं होती थी क्यों कि मसूरी पर्यटन नगरी है जिस कारण प्रशासन की ओर से ढिलाई दी जाती है।

लेकिन प्रदेश में लगातार कोरोना संक्रमण के बढने पर प्रदेश सरकार के आदेश पर जिला प्रशासन ने साप्ताहिक बंदी पर सख्ती की है। वहं दूसरी ओर बाजार बंद होने से सबसे अधिक परेशानी पर्यटकों को हुई व इन दिनों मसूरी घूमने आये पर्यटक बाजार बंद होने पर निराश नजर आये क्यो कि उन्हें खाना तो दूर चाय तक नहीं मिल पायी। दिल्ली से आये पर्यटक परिंदर सिंह का कहना था कि एक ओर सरकार पर्यटन को बढावा देने की बात करती है वहीं बाजार पूरी तरह बंद करने से उन्हें खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

न ही उन्हें खाना मिल पाया और न ही चाय मिल पायी वहीं वह बाजार में खरीदारी से भी वंचित रहे। उनका कहना था कि कम से कम चाय पानी की दुकान तो खुलनी चाहिए थी। इस संबंध में व्यापार संघ अध्यक्ष रजत अग्रवाल का भी कहना है कि साप्ताहिक बंदी मसूरी में लागू नहीं होनी चाहिए क्यों कि यह पर्यटक स्थल है और यहां पर पर्यटक आते रहते हैं ऐसे में बाजार बंदी से पर्यटन प्रभावित होता है व इसका संदेश गलत जाता है। जबकि मसूरी पर्यटन नगरी होने के कारण साप्ताहिक बंदी से मुक्त रखी जाती है व इसे मेला क्षेत्र घोषित किया गया था।

बाक्स- साप्ताहिक बंदी से पर्यटक स्थलों को दूर रखा गया है तथा वहां पर बड़ी संख्या में पर्यटकों की आवाजाही रही, वहीं पर्यटक स्थलों पर सभी दुकानें खुली रखी गई। वहंीं लोगों का कहना था कि जब पूरा बाजार बंद है तो शराब की दुकानों को छूट देना समझ से बाहर है क्यो कि यह कोई आवश्यक सेवा नहीं है।

मुंबई : योगी के दौरे से मचा हड़कंप, उद्धव बोले- ‘जबरन’ कारोबार ले जाने नहीं देंगे

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मुंबई(एजे़सी), यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मुंबई दौरे से महाराष्ट्र की राजनीति में हड़कंप है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि वह राज्य से किसी को ‘जबरन’ कारोबार नहीं ले जाने देंगे. उन्होंने स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र को किसी की उन्नति से “जलन” नहीं है, बशर्ते यह निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा के तहत हो. योगी आदित्यनाथ आज मुंबई दौरे पर हैं. इस दौरान उनके उद्योगपतियों और फिल्म जगत की शख्सियतों से मिलने का कार्यक्रम है. महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने आरोप लगाया कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री बॉलीवुड को मुंबई से बाहर ले जाने की साजिश की जा रही है.

छोटे कारोबारियों की हिमायत करने वाले एक संगठन आईएमसी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में उद्धव ठाकरे ने कहा, “हम किसी की प्रगति से नहीं जलते. अगर कोई प्रतिस्पर्धा करके प्रगति करता है तो हमें कोई दिक्कत नहीं है लेकिन, अगर आप जबरन कोई चीज ले जाना चाहेंगे तो मैं ऐसा नहीं होने दूंगा और आप (उद्योगपति) भी ऐसा नहीं चाहेंगे | निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अपने राज्य द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली टैगलाइन ‘मैग्नेटिक महाराष्ट्र’ का उल्लेख करते हुए ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र के पास अपनी संस्कृति और संस्थानों की शक्ति है. ठाकरे ने कहा, “आज कोई व्यक्ति आ रहा है. वे आपसे भी मुलाकात करेंगे और आपको निवेश करने के लिए कहेंगे लेकिन उन्हें महाराष्ट्र की आकर्षण क्षमता का पता नहीं है, यह इतना मजबूत है कि लोग यहां से वहां जाना भूल जाते हैं.”

‘ईर्ष्‍यालु नहीं लेकिन..’ : इंडस्‍ट्री को लुभाने के लिए योगी आदित्‍यनाथ की मुंबई यात्रा को लेकर बोले उद्धव ठाकरे
ठाकरे ने कहा कि महामारी के कारण अर्थव्यवस्था को झटका लगा लेकिन अब वह धीरे-धीरे पटरी पर आ रही है. उन्होंने कहा कि महामारी के कारण बनी स्थिति स्थायी नहीं है और आर्थिक गतिविधियां बहाल हो जाने पर धन प्रवाह भी शुरू हो जाएगा. उधर, महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (MNS) ने योगी आदित्यनाथ के खिलाफ मुंबई में पोस्टर्स लगवाए हैं, जिसमें उन्हें ऐसा ठग कहा गया है, जो मुंबई से फिल्म इंडस्ट्री ले जाने आया है |

नये मतदाता पंजीकरण हेतु करें फार्म 6 पर आवेदन, अंतिम तिथि 15 दिसम्बर

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देहरादून, मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीमती सौजन्या ने अन्तर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस दिनांक 03 दिसम्बर, 2020 के सुअवसर पर समस्त दिव्यांग जनो को शुभकामनाएँ दी है। साथ ही उन्होंने यह अपील भी की है कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार दिनांक 01 जनवरी 2021 की अर्हता तिथि के आधार पर विधान सभा की निर्वाचक नामावली (वोटर लिस्ट) के पुनरीक्षण हेतु दिनांक 16 नवम्बर 2020 से गतिमान विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत वोटर लिस्ट मे अपना नाम दर्ज कराये जाने हेतु आवेदन कर लोकतंत्र के सशक्त निर्माण में एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में अपना कर्तव्य निभाएँ।

नये मतदाता पंजीकरण हेतु फार्म-6 पर करें आवेदन।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीमती सौजन्या ने बताया कि यदि आप 01 जनवरी 2021 को 18 वर्ष या उससे अधिक की आयु पूर्ण कर चुके है एवं अभी तक वोटर लिस्ट में आपका नाम मतदाता के रूप में दर्ज नही है, तो मतदाता पंजीकरण हेतु एक नवीनतम रगीन फोटो, वर्तमान निवास एवं आयु के वैद्य दस्तावेज के साथ दिनांक 15 दिसम्बर 2020 तक फार्म- 6 पर आवेदन करें।

त्रुटि सुधार हेतु फार्म-8 पर आवेदन करें ।
उन्होंने बताया कि वर्तमान वोटर लिस्ट में दर्ज किसी मतदाता के व्यक्तिगत विवरण में किसी प्रकार की त्रुटि अथवा गलती है. तो त्रुटि सुधार हेतु तो फार्म-8 पर आवेदन करें। सामान्य निवास के पते में परिवर्तन अथवा स्थानान्तरण की दशा में नये पते के अनुसार वोटर लिस्ट में पंजीकरण हेतु हेतु फार्म-8 के (एक ही विधान सभा क्षेत्र के अन्त्तगत पते में परिवर्तन होने पर) पर एवं फार्म-6 (परिवर्तित पता/ निवास अन्य विधान सभा क्षेत्र में होने पर) पर आवेदन करें।
नाम विलोपन हेतु फार्म-7 पर आवेदन करें ।
मृत्यु/सामान्य निवास स्थान/पते में परिवर्तन आदि कारणों से मौजूदा नाम हटवाने हेतु फार्म 7 भरें। पूर्ण रूप से भरे हुए फार्म दिनांक 15 दिसम्बर 2020 तक तहसील कार्यालय में निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी/बूथ लेबिल अधिकारी जमा किये जा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि समस्त फार्म www.eci.gov.in, voterportal.eci.gov.in अथवा www.ceo.uk.gov.in से भी डाउनलोड किये जा सकते हैं। इसके साथ ही www.nvsp.in अथवा voterportal.eci.gov.in पर वर्तमान वोटर लिस्ट में अपना तथा अपने उपरिवार के सदस्यों का नाम चैक करने के साथ-साथ उपयुक्त फार्म पर online आवेदन भी कर सकते हैं। विस्तृत जानकारी टोल वोटर फ्री हैल्पलाइन नम्बर 1950 से प्राप्त की जा सकती है।

कोरोना ब्रैकिंग : प्रदेश में आज मिले 516 कोरोना पॉजिटिव, दून में मिले 194 संक्रमित

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देहरादून, उत्तराखंड़ में स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना संक्रमित मरीजो की जारी रिपोर्ट के अनुसार राज्य में आज 516 और नए मरीजों में कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई है, 13 मरीजों की हुई मौत, वहीं राज्य में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा पहुंचा 75784, जबकि अभी तक 68838 कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक हो चुके हैं। राज्य में कोरोना संक्रमितों का रेट 90.83 प्रतिशत पहुंचा |

जबकि प्रदेश में मौजूदा कोरोना संक्रमितों के 4955 एक्टिव केस मौजूद हैं, राज्य में अभी तक 1251 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत हो चुकी है |

हेल्थ बुलेटिन के अनुसार कोरोना पॉजिटिव के जिलेवार आंकड़े देहरादून – 194, हरिद्वार – 68, नैनीताल – 67, यूएसनगर – 47, अल्मोड़ा – 33, पिथौरागढ़ – 26, पौड़ी – 20 चमोली – 17, चंपावत – 16, टिहरी – 10, उत्तराकाशी – 08, रुद्रप्रयाग – 07,बागेश्वर – 03

जिलाधिकारी ने किया राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण कार्यो का निरीक्षण

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(देवेन्द्र चमोली) रुद्रप्रयाग,  जिलाधिकारी मनुज गोयल ने एन.एच. संख्या-58 पर केदारनाथ तिराहे से रुद्रा बैण्ड तक राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण के कार्यों का निरीक्षण किया। साथ ही स्थानीय व्यक्तियों की समस्याओं को सुनने के बाद निराकरण करने का आश्वासन दिया। इस बीच उन्होंने एन.एच. के अधिकारियों को चौड़ीकरण कार्यो में तेजी लाने के भी निर्देश दिए। इसके बाद जिलाधिकारी द्वारा गुलाबराय मैदान का भी निरीक्षण किया गया।

पूर्वाह्न 11 बजे केदारनाथ तिराहे पर पहुंचे जिलाधिकारी द्वारा एन.एच.व कार्यदायी संस्था सहित संबंधित अधिकारियों के साथ केदारनाथ तिराहे से चौड़ीकरण कार्यों के दौरान नालियों, अनावश्यक बह रहे पानी, सुरक्षा दीवारों आदि पर त्वरित गति से कार्य करने के साथ ही स्थानीय व्यापारियों व व्यक्तियों की चौड़ीकरण के कार्य से हो रहे नुकसान व मुआवजे के संबंध में भी आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने केदारनाथ तिराहे के तनुज इलैक्ट्रोनिक्स, अनिल मार्वल्स एवं सैनेट्री हाउस, राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे बोहरा नर्सिंग होम संपर्क मार्ग आदि स्थानों पर निरीक्षण करते हुए कार्याें में तेजी लाने निर्देश दिए।

इस बीच एन.एच. द्वारा चौड़ीकरण कार्य के दौरान चंद्रा देवी काला के टूटे हुए भवन का निरीक्षण करते हुए उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग को आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान रुद्रा बैण्ड पर नगर पालिका भवन के नीचे सुरक्षा दीवार दिए जाने के भी निर्देश एन.एच. के अधिकारियों को दिए। इसके बाद जिलाधिकारी ने गुलाबराय मैदान का निरीक्षण किया।

इसको लेकर उन्होंने कहा कि गुलाबराय मैदान को स्पोट्र्स काॅम्पलेक्स के रूप में तैयार किया जा सकता है। जल्द ही इसे लेकर अधिकारियों के साथ एक बैठक आहूत कर इसे भव्य व बेहतर बनाने की तैयारियों पर चर्चा की जाएगी। ताकि इसका लाभ स्थानीय युवा व खिलाडियों को मिल सके। इस दौरान अधिशासी अभियंता एन.एच. रुद्रप्रयाग व श्रीनगर उप जिलाधिकारी सदर ब्रजेश तिवारी, पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर, अधिशासी अभियंता जल संस्थान संजय सिंह, अधिशासी अभियंता विद्युत मोहित डबराल, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका सीमा रावत सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी, नगर व्यापार मंडल के अध्यक्ष चंद्रमोहन सेमवाल, प्रदीप बगवाड़ी व अन्य लोग मौजूद रहे।

सही मार्गदर्शन है सफलता की सीढ़ी: श्रीमहन्त रविन्द्र पुरी

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हरिद्वार 2 दिसंबर ( कुल भूषण) एस.एम.जे.एन.पी.जी. काॅलेज के पंकज यादव (संविदा प्रवक्ता) ने समाजशास्त्र, काॅलेज की छात्रा कु. आस्था आनन्द ने वाणिज्य तथा टेशूराज गौड़, पूर्व छात्र बी.काॅम. ने योग में यू.जी.सी. द्वारा संचालित नेट की परीक्षा उत्तीर्ण की। उक्त जानकारी देते हुए काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा ने तीनों अभ्यर्थियों को अपने बधाई संदेश में कहा कि काॅलेज में गुणवत्तापरक शिक्षा एवं शिक्षक साथियों के मार्गदर्शन का परिणाम है कि काॅलेज निरन्तर उत्तराखंड में शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति के पथ पर अग्रसारित है।

कालेज प्रबंधन समिति के सचिव श्री महंत रविन्द्र पुरी ने सफल विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि सफलता की कुंजी सही मार्गदर्शन पर निर्भर है।

इस अवसर पर काॅलेज प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष श्रीमहन्त लखन गिरि महाराज, काॅलेज प्रबन्ध तथा श्रीमहन्त रामरतन गिरि महाराज ने संयुक्त रूप से तीनों अभ्यर्थियों को अपनी शुभकामनायें प्रेषित करते हुए कहा कि सही मार्गदर्शन ही छात्रों को जीवन में ऊंचाईयों पर पहुंचाता है।

मुख्य अनुशासन अधिकारी डाॅ. श्रीमती सरस्वती पाठक व मुख्य अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी ने छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की।

वाणिज्य विभागाध्यक्ष डाॅ. मन मोहन गुप्ता ने तीनों सफल अभ्यर्थियों को बधाई देते हुए कहा कि काॅलेज परिवार यह आशा करता है कि काॅलेज के सभी छात्र-छात्रा अपनी कुशलता से महाविद्यालय से प्राप्त मूल्यों, शिक्षाओं तथा सद्आचरण के साथ ऐसे ही महाविद्यालय को गौरवान्वित करते रहें।

सी.ए. श्रीमती सोनल झा, सी.ए. गगन माथुर व डाॅ. प्रियंका पाण्डेय ने काॅलेज परिवेश की प्रशंसा करते हुए कहा कि श्रेष्ठ शैक्षणिक वातावरण में ही श्रेष्ठ परिणाम आते हैं।

इस अवसर पर डाॅ. मनोज कुमार सोही, वैभव बत्रा, डॉ शिव कुमार चौहान अंकित अग्रवाल, मोहन चन्द्र पाण्डेय,  आदि ने अपनी शुभकामनायें प्रेषित की।