Friday, May 2, 2025
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हमारे वीर सैनिकों पर हमें गर्व है: महंत रविन्द्र पुरी

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हरिद्वार ,6 दिसम्बर (कुल भूषण) एस एम जे एन पी जी कालेज में सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर आज शौर्य दीवार पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस अवसर पर महंत रविन्द्र पुरी अध्यक्ष मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट एवं सचिव कालेज प्रबंधन समिति ने कहा कि यह दिन राष्ट्र के सजग प्रहरियों के अविस्मरणीय बलिदानों और सेवाओं को स्मरण करने और उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का अवसर है। अदम्य साहस, पराक्रम एवं देश की रक्षा हेतु प्राणों की आहुति देने वाले तथा विषम परिस्थितियों में आम नागरिकों के जीवन की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहने वाले हमारे वीर सैनिकों पर हमें गर्व है।

मुख्य अतिथि आमोद चौधरी कमान्डेंट आफिसर ने सशस्त्र सेना झंडा दिवस के महत्व को बताते हुए कहा कि यह दिवस हमें  सैन्य शहीदों एवं भारतीय सेनाओं में कार्यरत सैन्यकर्मियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का अवसर प्रदान करता है।

कालेज प्रबंधन समिति के सचिव महंत रविन्द्र पुरी ने इक्यावन हजार रुपए सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर सैनिक कल्याण कोष  हेतु दिये।

कालेज के प्राचार्य डॉ सुनील कुमार बत्रा ने बताया कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस  भारतीय सशस्त्र बलों के कर्मियों के कल्याण हेतु भारत की जनता से धन-संग्रह के प्रति समर्पित एक दिन है। यह 7 दिसम्बर को भारत में प्रतिवर्ष मनाया जाता है।

इस अवसर पर कालेज के पूर्व छात्र मेहताब आलम ने भाव विभोर करने वाली अपनी प्रस्तुति कर चले हम फ़िदा जानों तन साथियों से मन मोह लिया।

इस अवसर पर  मुख्य अनुशासन अधिकारी डॉ श्रीमती सरस्वती पाठक,  छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ संजय माहेश्वरी , सुषमा नयाल, डॉ नलिनी जैन, विनय थपलियाल, डॉ  डॉ मनमोहन गुप्ता, दिव्यांश शर्मा, अंकित अग्रवाल, वैभव बत्रा,  डॉ पंकज यादव, डॉ पद्मावती तनेजा, नेहा गुप्ता, विनीत सक्सेना,, डॉ विनिता चौहान, रिंकल गोयल,, डॉ कुसुम नेगी,सुगंधा वर्मा, अश्वनी जगता,एम सी पांडे नेहा सिद्दीकी, दीपिका आनन्द,  आदि उपस्थित थे।

भारत बंद को लेकर उत्तराखंड कांग्रेस ने ठोकी ताल, तैयारी में जुटे कार्यकर्ता

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देहरादून, किसान आंदोलन के समर्थन में भारत बंद पर अब कांग्रेस ने ताल ठोक दी, कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के निर्देश पर पार्टी के दो महामंत्री राजेंद्र शाह और नवीन जोशी आज दिन भर राज्य की तमाम जिला और नगर इकाइयों से इस बंद को सफल बनाने की तैयारियों में फोन द्वारा बातचीत में जुटे रहे।

पार्टी के प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत और उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने बताया कि केंद्र की मोदी सरकार की तानाशाही को नीतियों के चलते अब पानी सिर से ऊपर निकल चुका है इसलिए कांग्रेस नै कल के बंद को प्रतिष्ठा का विषय बना दिया है। राज्य के कांग्रेस मुख्यालय में प्रीतम सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता शहर की ओर निकलेंगे और इस बंद को पूर्णता सफल बनाने हेतु हर संभव सहयोग करेंगे ।

किसानों पर लादे गए तीन कानूनों को इन्होंने काले कानूनों की संज्ञा देते हुए कहा कि जब तक इन कानूनों को वापस नहीं करा देंगे चैन से नहीं बैठेगै। आज देर शाम तक कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के निर्देश पर पार्टी महामंत्री संगठन विजय सारस्वत उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप महामंत्री राजेंद्र शाह नवीन जोशी पूर्व राज्य मंत्री अजय सिंह नगर कांग्रेस अध्यक्ष लालचंद शर्मा ,युवा कांग्रेस महासचिव संगठन संदीप चमोली समेत तमाम संगठन के लोग बंद की तैयारी में जुटे रहे जुटे रहे । कांग्रेस ने अपने झंडे लेकर निकम्मी मोदी सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरने का फैसला किया है।उन्होंने कहा कि किसानों के साथ अन्याय कांग्रेस कतई बर्दाश्त नहीं करेगी और काले कानूनों को वापस ले जाए लिया जाए इसके लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे ।

चम्पावत : तीन किलो 300 ग्राम चरस के साथ तीन गिरफ्तार, वाहन भी किया सीज

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चम्पावत, एसओजी व चल्थी चौकी, कोतवाली चम्पावत पुलिस टीम की संयुक्त कार्यवाही में पुलिस को 3 लोगों के कब्जे से 3 किलो 300 ग्राम चरस बरामद हुई गश्ती टीम ने जब स्वाला मन्दिर के पास से वाहन चेकिंग के लिए जब अल्टो कार संख्या UK03TA 1132 को रोका तो उसमें सवार तीन लोग भागने लगे जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए

जब कार की तलाशी ली तो तीन लोगों के कब्जे से 03 किलो 300 ग्राम चरस बरामद हुई पुलिस ने इस घटना में शामिल कृष्णानन्द मुरारी पुत्र चिन्तामणि मुरारी, निवासी ग्राम मोत्यूराज, कर्णकरायत, थाना लोहाघाट, उम्र-48 वर्ष के कब्जे से 01 किलो 300 ग्राम चरस, तथा ललित सिंह करायत पुत्र स्व0 दीवान सिंह करायत, निवासी कर्णकरायत, थाना लोहाघाट, उम्र-46 वर्ष के कब्जे से 800 ग्राम चरस एवं सुनील जोशी पुत्र विशन दत्त जोशी, निवासी ग्राम बस्तिया, थाना टनकपुर, उम्र-24 वर्ष के कब्जे से 01 किलो 200 ग्राम चरस बरामद की गयी ।

पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला पंजीकृत कर जब तीनों लोगों से पूछताछ में बताया कि उसके द्वारा यह चरस अपने घरों में ही तैयार कर पीलीभीत, बरेली उत्तर प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में ऊंचे दामों में बेचने हेतु ले जाया जा रहा थे लेकिन इससे ही पहले वह पकड़े गए ।।

पटना : राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने गये सुशील मोदी

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पटना, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुन लिए गए हैं। सोमवार को को निर्वाचन पदाधिकारी सह प्रमंडलीय आयुक्त संजय अग्रवाल ने सुशील मोदी को प्रमाणपत्र सौंपा। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद समेत कई मंत्री व नेता उपस्थित थे। भाजपा नेता सुशील मोदी पहले विधानसभा, लोकसभा और फिर विधान परिषद के बाद अब राज्यसभा सदस्य बन गए। सुशील मोदी बिहार के ऐसे तीसरे नेता बने हैं जो चारों सदनों के सदस्य रहे हैं। राज्यसभा का प्रमाणपत्र लेने के बाद सुशील मोदी भाजपा के इकलौते ऐसे नेता हैं, जो चारों सदनों के सदस्य बने। सुशील मोदी से पहले राजद प्रमुख लालू यादव चारों सदन के सदस्य रह चुके हैं। लालू यादव के अलावा एक और शख्स पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि हैं, जो चारों सदनों के सदस्य रह चुके हैं।

सुशील मोदी के चुने जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा मुझे पूरा भरोसा है कि पार्टी नेतृत्व के मार्गदर्शन में वे देश की सेवा करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग का लाभ बिहार को मिल रहा है और आगे भी मिलता रहेगा।

कांग्रेस ने घोषणापत्र में कृषि कानून बनाने का वादा किया, भाजपा ने बना दिया तो वादा करने वाले पलट गये : जेपी नड्डा

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देहरादून, भाजपा की बूथ समिति बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कार्यकर्ताओं से जनता के बीच जाकर सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी का सकारात्मक पक्ष रखने का आह्वान किया, बैठक के अंत में भाजपा कार्यकर्ता मीनाक्षी गर्ग ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से किसान आंदोलन पर सवाल पूछ लिया। उन्होंने कहा कि किसान भाईयों का जो आंदोलन है, क्या वह विपक्ष की साजिश है? इस पर जेपी नड्डा ने सहजता से जवाब दिया।

उन्होंने कहा कि किसान भाई बात करेंगे तो बात बन जाएगी। बिना बात किए सीधे कैसे बात बनेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और पूरा विपक्ष बहाना ढूंढ रहा है। वह चाहते हैं कि किसी तरह केंद्र की सरकार को अस्थिर किया जाए लेकिन वह नहीं जानते कि वह खुद अस्थिर हैं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने खुद अपने घोषणापत्र में कृषि कानून का वादा किया था। आज भाजपा सरकार ने कानून बना दिया तो वादा करने वाले पलट गए और विरोध में उतर आए। उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर जनता को समझाना है कि कांग्रेस या दूसरी विपक्षी पार्टियां किस तरह से भड़काने की साजिश कर रहे हैं।

200 कार्यकर्ताओं का व्हाट्सअप ग्रुप बनेगा

प्रदेश में भाजपा हर बूथ पर 200 कार्यकर्ताओं का एक व्हाट्सअप ग्रुप तैयार करेगी। इस ग्रुप पर संगठन के आईटी विभाग के सहयोग से हर 15 दिन में पीएम, सीएम, राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष व केंद्रीय नेताओं, सांसद व विधायकों के विकास से जुड़े विषयों की एक क्लीपिंग तैयार कर भेजी जाएगी। ये निर्देश रविवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने वर्चुअल संवाद के दौरान दिए।

उन्होंने पार्टी के मंडल अध्यक्षों और शक्ति केंद्र प्रमुखों को भी 15 दिन में प्रत्येक शक्ति केंद्र व बूथ पर प्रवास करने को कहा। नड्डा ने पार्टी को केंद्र और राज्य सरकार के बीच का सेतु बताया। उन्होंने कहा कि पार्टी की यह जिम्मेदारी है कि वह केंद्र और राज्य के अच्छे कार्य को जनता तक पहुंचाए। पार्टी का कार्यकर्ता मूक दर्शक नहीं हो सकता, उसे अपना यह दायित्व समझना होगा कि सरकारों ने अच्छा काम किया है तो उसे वे आमजन तक पहुंचाएं |
नड्डा ने कहा कि राजनीति कोई शौक नहीं, मिशन है। देश के परिवर्तन के लिए हम सब इसके उपकरण हैं। ऐसा नहीं हो सकता कि पार्टी में मन किया तो आ गए और मन किया तो चले गए। हमें कोई शाबाशी दे या न दें, हमें काम करना है | उन्होंने कहा कि सभी पार्टियां परिवार की पार्टी हो गई हैं। यह हमारी ही पार्टी है जो परिवार बन गया है। अगर कहीं अनदेखी भी हो जाए, चिंता नहीं करनी है। पार्टी सबकी चिंता करती है, पार्टी नेताओं, पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से चर्चा के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंशीधर भगत की तारीफ भी की |

किसान आंदोलन का 12 वां दिन, कल होगा भारत बंद कल, किसे मिलेगी छूट और क्या रहेगा खुला…!

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नई दिल्ली, केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन आज 12वें दिन में प्रवेश कर गया। किसानों के समर्थन में पूरा विपक्ष एकजुट हो गया है। ऐसे में सरकार को किसान नेताओं के बीच कई दौर की वार्ताएं भी हुई हैं, लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। वहीं, किसानों ने प्रदर्शनों के बीच आठ दिसंबर को देशव्यापी भारत बंद का एलान कर दिया है।

हरियाणा-पंजाब के अलावा उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश, राजस्थान व तमिलनाडु के किसानों ने भी बंद का समर्थन किया है। इसके अलावा 10 ट्रेड यूनियन भी बंद के समर्थन में आ गई हैं। दिल्ली सीमा पर डटे किसानों ने कहा, आठ तारीख को सुबह से शाम तक भारत बंद रहेगा। चक्का जाम शाम तीन बजे तक रहेगा। ऐसे में आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति भी प्रभावित हो सकती है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि 11 बजे से लेकर तीन बजे के बीच रहेगा भारत बंद रहेगा। इसलिए दफ्तर जाने वाले 11 बजे से पहले घर से निकलें और चार बजे के बाद अपने दफ्तरों से घर जाएं।

भारत बंद में क्या खुला रहेगा और क्या बंद रहेगा..

इन सेवाओं पर लगेगी रोक
तीन राज्यों हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में सभी मंडियां बंद रहेंगी।
सुबह आठ बजे से लेकर शाम तीन बजे तक चक्का जाम रहेगा।
यातायात सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। बस और रेल से यात्रा करने वाले यात्रियों को परेशानी हो सकती है।

आवश्यक चीजों जैसे दूध, फल और सब्जी पर रोक रहेगी।

इन सेवाओं को मिलेगी बंद से छूट
एंबुलेंस और आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी

मेडिकल स्टोर खोले जा सकते हैं
अस्पताल सामान्य दिनों की तरह खुले रहेंगे

शादियों पर कोई पाबंदी नहीं

ऑटो और टैक्सी यूनियनों ने दिया समर्थन

वहीं, दिल्ली में कुछ ऑटो और टैक्सी यूनियनों ने किसानों के भारत बंद को समर्थन दिया है। इस कारण शहर में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, कई अन्य संघों ने किसानों के आंदोलन को अपना समर्थन देने के बावजूद सेवाएं सामान्य तौर पर जारी रखने का निर्णय लिया है।

नोएडा में धारा 144 लागू
उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में छह दिसंबर,2019 से दो जनवरी, 2021 तक धारा 144 लागू की गई है। पुलिस उपायुक्त (कानून एवं व्यवस्था) आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि उत्तर प्रदेश आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा दो की उप धारा (जी) के अंतर्गत कोविड-19 के कारण फैल रही महामारी को आपदा घोषित किया गया है।

भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राजेश टिकैत ने कहा, हमारा विरोध शांतिपूर्ण है और हम इस तरह ही इसे जारी रखेंगे। कल का भारत बंद सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक है। यह हमारा विरोध दर्ज करने का सांकेतिक विरोध है। यह दिखाना है कि हम भारत सरकार की कुछ नीतियों का समर्थन नहीं करते हैं।

उन्होंने कहा, हम आम आदमी के लिए समस्याएं पैदा नहीं करना चाहते। इसलिए, हम सुबह 11 बजे बंद शुरू करेंगे, ताकि वे समय पर कार्यालय के लिए निकल सकें। कार्यालयों में काम के घंटे दोपहर 3 बजे तक समाप्त हो जाएंगे। एंबुलेंस, यहां तक कि शादियों जैसी सेवाएं भी हमेशा की तरह चल सकती हैं।
नवी मुंबई एपीएमसी के अध्यक्ष राजेंद्र शेल्के का कहना है कि भारत बंद के समर्थन में कल, वाशी और नवी मुंबई के एपीएमसी बाजार में सभी परिचालन बंद रहेंगे, कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के आठ दिसंबर को होने वाले भारत बंद को कांग्रेस, डीएमके, आप, बसपा और टीआरएस ने भी समर्थन देने का एलान किया है। अब तक 11 से ज्यादा विपक्षी दल और दस ट्रेड यूनियन भारत बंद का समर्थन कर चुकी हैं।

देहरादून : नगर निगम के लेखा अनुभाग का अधिकारी कोरोना संक्रमित, दो दिन बंद के आदेश

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देहरादून, नगर निगम देहरादून के लेखा अनुभाग के एक अधिकारी के कोरोना संक्रमित पाए जाने पर नगर निगम में फिलहाल जरूरी कार्य रोकने साथ ही सैनिटाइजेशन का कार्य भी शुरू कर दिया गया है, निगम के मुख्य गेट पर पुलिस तैनात कर दी गई है, जो नगर निगम में आने वालों को एहतियात के तौर पर वापस भेज रही है। नगर निगम के मेयर सुनील उनियाल गामा ने जानकारी दी कि नगर निगम पब्लिक के लिए 02 दिन के लिए बंद किया गया है।

अल्मोड़ा जिला अस्पताल में भर्ती मरीज समेत 5 लोग निकले कोरोना पॉजीटिव, 17 वर्षीय किशोर भी निकला संक्रमित 

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अल्मोड़ा, जनपद अस्पताल में एक भर्ती मरीज समेत 5 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिसमें एक 17 वर्षीय किशोर भी शामिल है। एक साथ 5 लोगों के कोरोना संक्रमित पाए जाने से अस्पताल में हड़कंप मच गया,

जिला अस्पताल में हर रोज भर्ती व संदिग्ध ओपीडी मरीजों की कोरोना जांच की जा रही है। सोमवार को भी 13 लोगों का रैपिड टेस्ट किया गया। जिसमें एक भर्ती मरीज व 4 ओपीडी मरीज कोरोना संक्रमित पाए गए। विकासखंड भैसियाछाना निवासी 28 वर्षीय युवक जो हाल ही में अस्पताल में भर्ती हुआ था। आज हुई कोरोना जांच में वह पॉजिटिव पाया गया।

इसके अलावा कोरोना पॉजिटिव पाए जाने वाले 4 ओपीडी मरीजों में 3 पुरुष व एक महिला शामिल है। जिसमें 3 व्यक्ति लोकल व एक 17 वर्षीय किशोर नैनीताल जनपद का निवासी है। कोरोना संक्रमित सभी मरीजों का आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया है। अस्पताल प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक कुल 515 मरीजों के टेस्ट किए गए है। जिसमें काफी संख्या में मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। अस्पताल के पीएमएस डॉ. आरसी पंत ने इसकी पुष्टि की है।

किसान आंदोलन के प्रति एकजुटता, सामाजिक संगठनों एवं बुद्धिजीवियों ने की भारत बंद को सफल बनाने अपील

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देहरादून, देश व्यापी किसान आंदोलन के प्रति एकजुटता जाहिर करने के लिए सामाजिक संगठनों एवम बुद्धिजीवियों की बैठक सम्पन्न हुई, उत्तराखंड किसान सभा के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह सजवाण ने सभी सामाजिक संगठनों व बुद्धिजीवियों से अपील की है कि 8 दिसम्बर (कल)के देशव्यापी भारत बंद को सफल बनाने की अपील की है, तथा सभी संगठनों सहयोग से समर्थन देने की अपील की है,

3 किसान विरोधी कानून वापस नही होने की दिशा में देश के अंदर कृषि व खाद्यान्न का संकट पैदा हो जाएगा, जिससे महंगाई अपने चरम सीमा में पहुंच जाएगी। बैठक में उपस्थित सभी संगठनों ने व्यापारियों संगठनों व ट्रांसपोर्ट संगठनों व छात्र संगठनों से भारत बंद को सफल बनाने की अपील की है।

बैठक में भूत पूर्व सैनिक व अर्धसैनिक संयुक्त संगठन के सरंक्षक पूर्व आई ए एस श्री एस एस पांगती जी की अध्यक्षता में , पीपुल्स फोरम उत्तराखंड के संयोजक जयकृत कंडवाल, दून साइंस फोरम संयोजक विजय भट्ट, सर्वोदय से कुसुम रावत, हरीश कुशवाहा, भूतपूर्व सैनिक संगठन से पी सी थपलियाल, बीज बचाओ आंदोलन से बीजू नेगी, चेतना आंदोलन से गोपाल कृष्णन, इतिहासकार योगेश धस्माना, प्रोफेसर एस के कुलश्रेष्ठ जी, आदि शामिल रहे।।

उत्तराखण्ड़ : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का दौरा, खोती जड़ों को वापस सींचने का प्रयास

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✒️ जय प्रकाश पाण्डेय

ण्ड की गुनगुनाती धूप में जगह जगह लगे स्वागत के बड़े बड़े पोस्टर , संगठन के पदाधिकारियों से लेकर विधायकों, मंत्रियों से चर्चा कार्यक्रम और भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व का उत्तराखंड दौरा एक मायने में एक मौका है खोती हुई जड़ों को वापस सींचने का ।

पहाड़ो से किये गए वादों को न पूरा किये जाने के कारणों को गिनाने का ,और धीमें धीमे से परिवर्तन की मांग कर रही असंतुष्ट जनता को संतुष्ट करने का ।

और शायद दिल्ली से कम दूरी और छोटे राज्य के कारण संभवतः भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी नड्डा का यह दौरा बना है । यह दौरा 2017 के उन दौरों की ही तरह ही जिसमें इस राज्य के सुदूरवर्ती जिलों तक भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज राजनेता शामिल हुए जिसमें स्वयं प्रधानमंत्री एवं देश के रक्षा मंत्री शामिल रहे ।

2001 में अपने गठन से ही वादों के सहारे जी रहे उत्तरांचलवासी कभी उत्तराखंडी कहलाने तो कभी गैरसैंण ऐसे ही मुद्दों को अखबार की सुर्ख़ियों से लेकर विधानसभा में गूँजते देखते हैं और शायद यही कारण है कि मतदान का प्रतिशत इस राज्य में गिरता जा रहा है ।
ऐसे शीर्ष नेतृत्व के दौरे राज्य के लिए एक उपलब्धि तो होते ही हैं बशर्ते उनसे कुछ हासिल हो । ब्राह्मण,ठाकुर, भू माफियाओं और पूंजीपतियों के बीच झूलता उत्तराखंड का विकास केंद्रीय अध्यक्ष के दौरे से कितना प्रभवित होगा यह तो वक़्त ही बताएगा बहरहाल मुख्य विषय यह है कि उत्तराखंड को उत्तराखंड विशेषकर पहाड़ का उत्तराखंड दिखाने के कितने प्रयास किये जा रहे हैं । शायद ही देहरादून कभी पहाड़ी राज्य उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व कर पाए ऐसे में देहरादून के निकटवर्ती क्षेत्रों में केंद्रीय अध्यक्ष का यह भ्रमण पहाड़ को जानने की कवायद कम, गुनगुनाती धूप और पूंजीवादी लोगों से भेंट की तरफ ज्यादा आगे बढ़ रहा है ।
कहते है कि लोहे का स्वाद लोहार से मत पूछो, उस घोड़े से पूछो जिसके मुँह में लगाम है ।

पहाड़ में भारतीय जनता पार्टी के लिए पैदा हो रहे असंतोष के लिए जरूरी है पहाड़ का रूख करने की वरना जिस तरह स्मार्ट सिटी से लेकर एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट एवं बड़े बड़े संस्थानों के सीएसआर फण्ड मात्र देहरादून, हरिद्वार में सिमटकर रह जाते हैं ऐसे में जरूरत है पहाड़ की दिक्कतों को समझने की, जानने की और जमीन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तरह कार्य करने की जिसने अपने तमाम सामजिक,आर्थिक,शैक्षिक प्रयासों से भारतीय जनता पार्टी के वेंटिलेटर का काम अभी किया है ।
कहते हैं पहाड़ के आदमी की रीढ़ की हड्डी सीधी होती है तो राजा ,रजवाड़ों ,नेताओं के सामने झुकने का अदब उसे नही आता लेकिन कार्य करने वालो को आंखों में बिठाकर रखता है यह पहाड़ी समाज ।
शायद यही कारण है 2017 में पिथौरागढ़ विधानसभा में स्वयं नरेंद्र मोदी जी ने आकर यहां एकत्र जनता के लिए अद्धभुत शब्द का इस्तेमाल किया । राजनाथ सिंह जी से लेकर प्रधानमंत्री जी का सानिध्य को प्राप्त इस विधानसभा में जो भी वादे किए गए वो सब वादे रहे ।एक फ्लाइट का सपना 1991 से यहां बेचा जा रहा है और वह बस चुनाव के दौर में चलती है । सरकारी बसें जो देहरादून में फ़ैल हो जाती हैं उनको इन सीमांत जिलों में भेज दिया जाता है । और कमोबेश यही स्थिति सभी पहाड़ी अवसंरचना वाले जिलो की है । 1970 के बाद शायद ही सरकारी विद्यालयों का जीर्णोद्धार हुआ हो । शायद ही जिला अस्पताल जिला अस्पताल के मानक पूरा कर पाए । मंत्री,संतरी तो बसे हैं दून और दिल्ली की वादियों में तो उनको कोई फर्क नही ऐसे में जनता से किये वादों को निभाने के लिए पार्टी के लिए सोचने वाले लोगों को पहाड़ को जानना जरूरी है और उसके लिए जनता के बीच जाना जरूरी है जो कि केवल देहरादून तक सीमित नही । जरुरी है कि पार्टी के बाहर के लोगों से भी जन संवाद कर समस्याओं को समझा जाये जो कि पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह की भी नीति रही है ।

सबसे बड़ी बात जेपी नड्डा जी के आगमन के बाद उनके साथ तस्वीरों की जो बाढ़ यहां के तथाकथित जान प्रतिनिधि अपने अपने सोशल पेज में लाये हैं ,ऐसे वो समस्याओं की बाढ़ केंद्रीय नेतृत्व के सामने रखते तो जरूर देवभूमि के वास्तविक हकदारों को फायदा मिलता ।

बहरहाल पार्टी के स्तर पर भी मुख्यमंत्री को तमाम कोशिशों के बाद भी समर्थन न देना, क्षमताओं को नजरअंदाज कर जी हजूरी करने वालों को पार्टी में पद देना, ऐसी राजनीति जिस तरह तेजी से पिछले एक दशक से उत्तराखंड में घर कर रही है ऐसे भी भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के इस दौरे से कुछ उम्मीद रखी जा सकती है ।
समझने वाली बात यह है कि राज्य सूची के विषयों पर जो भी काम हुए हैं वो जनता की नजरों में असंतोष ही भर रहे हैं । मुख्यमंत्री जी ने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना शुरू की लेकिन उसके फायदे लेने के लिए यहाँ के बाशिंदे तड़प जा रहे हैं । विभागों की मनमानी और खासकर बैंको की किसी भी योजना को चलने में मुख्य अवरोध है ।
राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण में बेहतरीन कार्य हुआ है लेकिन आज भी अधिकतर गांव सड़क के लिए तरस रहे हैं और वहीँ कहीं कहीं ऐसे विधायक हैं जिन्हीने शहर के बीच में मौजूद अपने घर तक अपने सफेद वाहन को निकलने के लिए लाखों ख़र्च कर डाले हैं । स्वास्थ्य सेवाओं की यह हालत है कि गाय,कुत्तों से घिरे प्रसव केंद्रों में उत्तराखंड का भविष्य जन्म लेता है । मेडिकल सेंटर और दवाइयों के धंधे अपने पूँजीवादी नकाब के साथ चरम पर हैं । गंगा, यमुना से सराबोर यह राज्य अपने लोगों के बीच जल की आपुर्ति नही कर पा रहा । शायद ही सीवर की समस्या को कोई भी जिला अभी तक सुलझा पाया हो । गुलदारों के आतंक को खत्म करने का कोई तरीका हम नहीं निकाल पाये हैं | गांवों में राशन वितरण व्यवस्था चरमराई है | जंगली सुवरों और बंदरों से निपटान की कोई व्यवस्था नहीं है | पंजाब से चलकर स्मैक का धंधा पहाड़ों में घर कर रहा है | पहाड़ के मूल नागरिक हासिए में खड़े हैं और प्रवासियों ने राजनीति, अकादमिक, प्रशासनिक, व्यापारिक सभी जगह कब्जा कर लिया है |
दरसल इस पहाड़ी राज्य की दिक्कत है कि यहां के जन प्रतिनधियों से लेकर पालिसी बनाने वालों तक में विजन की कमी है जो कि किसी भी जिले में जाने में साफ देखी जा सकती है ।
उम्मीद है राजनीतिक पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व कभी, प्राचीन भारत के मंत्री, राजाओं से प्रेरणा लेकर बिना हल्ले गुल्ले के , बिना प्रचार प्रसार के चुपचाप क्षेत्रों में जाये तब शायद वो समस्याओं को समझ पाएंगे और अपने संगठन को सशक्त कर पाएंगे वरना 4 दिन के प्रवास कार्यक्रमों में तो महज चाटुकारिता और वाह वाही का काम और आंखों को पसंद आने वाली चीजों की नुमाइशें ही होती हैं फिर चाहे वो बड़े बड़े पोस्टर हों या फिर पर्चियों से सदस्यता बनाकर सत्ता के गलियारों में अपने अपने लोगों के लिए टिकट की दावेदारी हो ।

(लेखक स्वतंत्र टिप्पणीकार एवं किरोड़ीमल महाविद्यालय (दिल्ली विश्विद्यालय) के पूर्व महासचिव रह चुके हैं )