Wednesday, May 14, 2025
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विस उपाध्यक्ष ने सुनी ग्रामीणों की समस्याएं, अधिकारियों को दिये दिशा निर्देश

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अल्मोड़ा,विकासखंड भैसियाछाना के ग्राम पंचायत चनौली एवं पांडेतोली की बैठकों में माननीय विधानसभा उपाध्यक्ष  द्वारा प्रतिभाग किया गया एवं ग्रामीणों की समस्याओं को सुना इस अवसर पर ग्रामीणों द्वारा विद्युतीकरण डामरीकरण एवं पेयजल से संबंधित समस्याएं रखी गई, कई समस्याओं का माननीय विधानसभा उपाध्यक्ष जी द्वारा विभागीय अधिकारियों से दूरभाष से वार्ता कर समाधान करवाया पेयजल की समस्या के लिए केंद्र सरकार द्वारा संचालित जल जीवन मिशन के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत में हर घर नल हर घर जल के तहत पेयजल की लाइनों का कार्य करवाया जा रहा है

इस अवसर पर माननीय विधानसभा उपाध्यक्ष जी द्वारा ग्रामीणों को केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारियां दी ग्रामीणों द्वारा सी सी मार्ग आदि के लिए विधायक निधि से धनराशि की मांग रखी गई जिस पर माननीय विधानसभा उपाध्यक्ष जी द्वारा सहमति जताते हुए विधायक निधि से विकास कार्यों हेतु धन आवंटन की स्वीकृति प्रदान की इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष  राजेंद्र सिंह ग्राम प्रधान  दीपा बिष्ट ग्राम प्रधान  गोपाल सिंह अनुसूचित मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष  बलदेव आर्य  रमेश राम उमेश सिंह  गोपाल सिंह जी ग्राम प्रधान  राजेंद्र सिंह  वरिष्ठ कार्यकर्ता  भगवत सिंह  सहित विकासखंड स्तर के कर्मचारी गण एवं ग्रामीण जनता एवं माताएं बहने एवं बुजुर्ग नवयुवक साथी उपस्थित रहे

राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशों के बाल संरक्षण गृहों में रहने वाले बच्चों की पढ़ाई के लिए 2 हजार प्रतिमाह देने के सुप्रीम कोर्ट ने दिये आदेश

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नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि कोरोना महामारी के चलते बाल संरक्षण गृहों में रह रहे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होनी चाहिए। कोर्ट ने राज्यों को बच्चों की पढ़ाई के लिए किताबें, स्टेशनरी और सभी जरूरी संसाधन मुहैया कराने का आदेश दिया है। इसके साथ ही कोर्ट ने कहा कि कोरोना के कारण जो बच्चे बाल संरक्षण गृहों से वापस परिवार के पास भेजे गए हैं और अगर उन परिवारों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है तो राज्य सरकार जिला बाल संरक्षण समिति की संस्तुति पर उन परिवारों को बच्चे की पढ़ाई के लिए 2,000 रुपये प्रतिमाह देगी। यह रकम सिर्फ बच्चे की पढ़ाई पर खर्च की जाएगी।

राज्य 22 से 24 बच्चों पर एक शिक्षक की नियुक्ति करें

ये आदेश जस्टिस एल. नागेश्वर राव की अध्यक्षता वाली पीठ ने बाल संरक्षण गृहों में रह रहे बच्चों के कल्याण के मुद्दे पर सुनवाई के दौरान दिए। कोर्ट ने यह भी कहा कि राज्य 22 से 24 बच्चों पर एक शिक्षक की नियुक्ति करें। छूटी पढ़ाई पूरी कराने के लिए एक्स्ट्रा क्लासेज भी कराई जाएं। इससे पहले मामले में न्याय मित्र (एमाइकस क्यूरी) ने कोर्ट को बताया कि जब कोरोना शुरू हुआ था उस समय 2,27,518 बच्चे बाल संरक्षण गृहों में रह रहे थे।

इसमें से 1,45,788 बच्चे परिवारों या संरक्षकों के पास वापस भेज दिए गये, सुप्रीम कोर्ट ने बाल संरक्षण गृहों और वहां से वापस परिवार के पास भेजे गए बच्चों की पढ़ाई की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कहा कि जिला बाल संरक्षण समिति इस मामले की निगरानी करेगी। साथ ही जिला बाल संरक्षण इकाई बच्चों को मिल रही सुविधाओं के बारे में जिला लीगल सर्विस अथारिटी को सूचित करेगी। इससे पहले एमाइकस क्यूरी गौरव अग्रवाल ने कोर्ट से कहा कि बाल संरक्षण गृहों में रह रहे बच्चों की समुचित पढ़ाई जारी रहने के बारे में कोर्ट को आदेश देना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की नियुक्ति होनी चाहिए। कोर्ट ने इस बारे में एमाइकस क्यूरी की ओर से दिए गए सुझावों को स्वीकार करते हुए ही राज्यों को निर्देश दिए।

अल्मोड़ा : पालिका ने नगर में राज मिस्त्री और मजदूरों की मजदूरी रेट करे तय

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अल्मोड़ा, जनता की मांग पर पालिका ने विभिन्न संगठनों के साथ बैठक कर अल्मोड़ा नगर में राज मिस्त्री और मजदूरों की दैनिक मजदूरी तय कर दी है। साथ ही माल ढुलाई का भाड़ा भी तय कर दिया गया है। बैठक में विभिन्न संगठनों ने इस पर सहमति जताई है।
पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी की अध्यक्षता में पालिका सभागार में विभिन्न संगठनों की बैठक हुई जिसमें राज मिस्त्रियों और मजदूरों की दैनिक मजदूरी तय करने पर समहति बनी। इसके अलावा माल ढुलाई के रेट भी तय कर दिए गए। शहर में मजदूरों की मजदूरी प्रतिदिन 500 रुपये, राज मिस्त्री, कारपेंटर, वेल्डर की सात सौ रुपये, पेंटर की छह सौ रुपये तय की गई।

इसके अलावा गैस सिलिंडर 50 मीटर तक लाने-ले जाने का 40 रुपये, सौ मीटर तक लाने-ले जाने का पचास रुपये, 500 मीटर तक 100 रुपये, स्टेशन से सौ मीटर तक एक क्विंटल बोझ ढोने का भाड़ा 50 रुपये, दो सौ मीटर तक 80 रुपये, 500 मीटर तक एक सौ रुपये निर्धारित किया गया है।
इसके अलावा बड़ी गाड़ी से माल उतारकर पचास मीटर दूरी तक ले जाने का तीन हजार रुपये, सौ मीटर तक 4200 रुपये, आधा किमी तक 6500 रुपये, छोटी गाड़ी से सीधे माल उतारकर 50 मीटर तक ले जाने का दो हजार रुपये, सौ मीटर तक 3500 रुपये, आधा किमी दूरी तक 4800 रुपये तय किया। बड़े वाहन से माल उतारकर चढ़ाई मार्ग में 50 मीटर तक ढुलान का 3500 रुपये, सौ मीटर तक पांच हजार रुपये, आधा किमी तक आठ हजार रुपये, छोटी गाड़ी से माल उतारकर चढ़ाई मार्ग पर 50 मीटर तक ले जाने का 2500 रुपये, सौ मीटर तक 3500 रुपये, आधा किमी दर 500 रुपये निर्धारित किए गए।

यह भी तय किया गया कि जिन भवनों में राज मिस्त्री, मजदूर निवास करते हैं। वह भवन स्वामी श्रमिकों का नगर पालिका में पंजीकरण कराएं। साथ ही राज मिस्त्रियों और मजदूरों को भी पालिका में पंजीकरण कराना होगा। बैठक में कांग्रेस नगर अध्यक्ष पूरन रौतेला, भाजपा नगर अध्यक्ष कैलाश गुरुरानी, व्यापार मंडल अध्यक्ष सुशील साह, सभासद सौरभ वर्मा, जगमोहन सिंह बिष्ट, सचिन आर्या, दीप्ति सोनकर, दीपा साह, अमित साह, हेम चंद्र तिवारी, मनोज जोशी, दीपक वर्मा, रोबिन मनोज भंडारी, गजेंद्र फर्त्याल, संजय कांडपाल, लाल सिंह जलाल, अंबी राम आर्या, रमेश नेगी, आनंदी वर्मा, पूरन चंद्र तिवारी, चंद्रमणि भट्ट आदि उपस्थित थे।

84 दिनों की वैलिडिटी के साथ ये हैं प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों के बेस्ट प्री-प्रेड प्लान

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नई दिल्लीः अगर आप स्मार्टफोन इस्तेमाल करते हैं, तो जाहिर सी बात है आप किसी न किसी कंपनी का सिम कार्ड (SIM Card) करते होंगे. अधिकतर लोग प्री-पेड सिम कार्ड का इस्तेमाल करते हैं. नया साल आने वाला है ऐसे में सभी कंपनियों की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा आकर्षक ऑफर दे रही हैं. आज आपको हम प्रमुख कंपनियों के प्री-पेड प्लान (Pre-Paid Plans) के बारे में बता रहे हैं, जिसमें आप 84 दिनों की वैलिडिटी, डाटा, अनलिमिटेड कॉल्स के साथ मैसेज भी मिलते हैं.

BSNL

 

बीएसएनएल का 599 का प्री-पेड प्लान सबसे जबरदस्त है. इसमें 84 दिनों की वैलिडिटी के साथ आपको अनलिमिटेड इंटरनेट (5GB प्रतिदिन) मिल रहा है. इसके अलावा आपको किसी भी नेटवर्क पर हर दिन 250 मिनट मिलेंगी, जिन्हें आप इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि अगर आप 250 मिनट एक दिन में इस्तेमाल कर लेते हैं, तो आपको रात 12 बजे के बाद ही अगली 250 मिनट दी जाएंगी. इस प्लान के मुताबिक आपको 84 दिनों तक हर दिन 100 एसएमएस भी दिए जाएंगे.

 

Airtel

 

अगर आप एयरटेल की प्री-पेड सिम इस्तेमाल कर रहे हैं, तो 698 रुपए का प्लान आपके लिए बेस्ट हो सकता है. इस प्लान में आपको 84 दिनों की वैलिडिटी मिलती है. सभी नेटवर्क पर लोकल/एसटीडी की अनलिमिटेड कॉल्स और हर दिन 100 एसएमएस मिलते हैं. साथ ही आप देश के किसी भी हिस्से में रोमिंग फ्री होकर बात कर सकते हैं. साथ ही हर दिन 2GB हाई-स्पीड इंटरनेट भी मिल रहा है.

 

Vi (वोडाफोन-आइडिया)

 

वोडाफोन-आइडिया दे रहा है आपको स्पेशल ऑफर. अगर आप 699 रुपए से रीचार्ज करते हैं, तो आपको 84 दिनों की वैलिडिटी के साथ हर दिन 4GB इंटरनेट मिलेगा. इसके साथ अनलिमिटेड कॉल्स और हर दिन 100 नेशनल एसएमएस भी दिए जा रहे हैं. इन सुविधाओं के अलावा आप इस प्लान में वीआई मूवीज और टीवी को भी मुफ्त में एक्सेस कर सकते हैं.

 

Jio

 

जियो के लिए अगर आप 84 दिनों का प्री-पेड प्लान देख रहे हैं, तो अन्य कंपनियों की अपेक्षा थोड़ा सस्ता मिल रहा है. हालांकि इसमें आपको नेशनल एसएमएस नहीं मिल रहे. 599 रुपए के प्लान में आपको 2GB प्रति दिन के हिसाब से हाई-स्पीड डाटा मिलेगा और उसके बाद कम स्पीड वाला अनलिमिटेड डाटा. जियो से जियो अनलिमिटेड और अन्य नेटवर्क पर एफयूपी मिल रही है.

दिसंबर में दूसरी बार बढ़ी गैस सिलिंडरों की कीमत, एलपीजी सिलेंडर का दाम, जानें अब कितने रुपये देने होंगे

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तेल कंपनियों ने एलपीजी सिलिंडर के दाम बढ़ा दिये हैं. 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू रसोई गैस सिलिंडर का दाम 50 रुपये बढ़ गया है. इसी तरह 5 किलो वाले छोटे सिलिंडर के दाम में 18 रुपये की बढ़ोतरी की गयी है.

19 किलोग्राम के सिलिंडर के दाम में 36.50 रुपये का इजाफा किया गया है. तेल कंपनियां हर महीने एलपीजी सिलिंडर के दामों की समीक्षा करती है. इस महीने 1 दिसंबर को एक बार कीमतों की समीक्षा हुई थी. तब कॉमर्शियल गैस सिलिंडर की कीमत में बढ़ोतरी की गयी थी. हर राज्य में टैक्स अलग-अलग होता है और इसके हिसाब से एलपीजी के दामों में अंतर होता है.

अब कहां-कितनी कीमत 

Indian Oil की वेबसाइट से प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिल्ली में 14.2 किलोग्राम वाला गैर-सब्सिडी एलपीजी सिलिंडर अब 644 रुपये का हो गया है. कोलकाता में इसका दाम 670.50 रुपये, मुंबई में 644 रुपये और चेन्नई में 660 रुपये है. 1 दिसंबर को हुई समीक्षा के अनुसार इन शहरों में सिलिंडर की कीमत क्रमश: 594 रुपये, 620.50 रुपये, 594 रुपये और 610 रुपये थी.

कॉमर्शियल सिलिंडर का दाम भी बढ़ा 

19 किलोग्राम के कॉमर्शियल गैस सिलिंडर के दाम में भी इजाफा हुआ है. दिल्ली में यह 1296 रुपये का हो गया है. कोलकाता और मुंबई में यह 55 रुपये बढ़कर 1351.50 और 1244 रुपये का हो गया है. वहीं चेन्नई में यह 56 रुपये बढ़कर 1410.50 रुपये का हो गया है. पहले इन शहरों में इसकी कीमत क्रमश: 1241.50, 1296.00, 1189.50 और 1354.00 रुपये थी. इस महीने 1 दिसंबर को भी कॉमर्शियल गैस सिलिंडर की कीमत में बढ़ोतरी की गयी थी.

तेल की कीमतों में इजाफा नहीं 

गौरतलब है कि मंगलवार को देश में लगातार आठवें दिन पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ. दिल्ली में मंगलवार को भी पेट्रोल 83.71 रुपये पर तो डीजल 73.87 रुपये प्रति लीटर पर टिका रहा.

उत्तराखंड : कोरोना के आज मिले 496 नये मरीज, 11 की मौत, देहरादून 177

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देहरादून, उत्तराखण्ड़ में लगातार कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है, प्रदेश में मंगलवार 15 दिसम्बर सोमवार को कोरोना के 496 नए मामले सामने आए है। अब राज्य में कोरोना का आंकड़ा 83502 पहुंच गया है।  जबकि, 11 पॉजिटिव मरीजों की मौत भी हुई है।मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार राज्य में 496 नए लोगों में कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई , जिनमें  देहरादून में 177, अल्मोड़ा 16, बागेश्वर 08, चमोली में 17, चम्पावत में 13, हरिद्वार में 18, नैनीताल में 104, पौड़ी गढ़वाल में 17, पिथौरागढ़ में 60, रुद्रप्रयाग में 04, टिहरी गढ़वाल में 13, ऊधमसिंहनगर 25 और उत्तरकाशी में 24 नए मरीज चिन्हित हुए हैं।

थाती पोस्ट ऑफिस गबन पर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा, तहसील डुंडा पर किया प्रदर्शन

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उत्तरकाशी, जनपद के थाती गांव के ब्रांच पोस्ट ऑफिस में हुये गबन की उच्चस्तरीय जांच की मांग लेकर डुंडा तहसील में ग्रामीणों के प्रदर्शन से ब्रांच पोस्ट ऑफिस थाती में हुए गबन से डाक विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। गबन के आरोपी पोस्टमास्टर की गिरफ्तारी के बाद धोखाधड़ी का शिकार हुए खाताधारकों ने डुंडा तहसील मुख्यालय पर प्रदर्शन कर प्रशासन से मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने व गबन हुई धनराशि शीघ्र लौटाने की मांग की।

मिली जानकारी के मुताबिक थाती गांव के डाकघर में तैनात ब्रांच पोस्टमास्टर पर खाताधारकों द्वारा जमा रकम के गबन का आरोप है। प्रारंभिक जांच में गबन की पुष्टि होने पर पुलिस ने आरोपी पोस्टमास्टर धर्म सिंह शाह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मंगलवार को बड़ी संख्या में धनारी क्षेत्र के ग्रामीण तहसील मुख्यालय डुंडा में एकत्र हुए। यहां उन्होंने डाक विभाग के खिलाफ प्रदर्शन कर मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने व गबन की गई धनराशि शीघ्र लौटाने की मांग की। ग्रामीणों ने डाक विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से घोटाला होने का आरोप लगाया।

बताया जा रहा है कि पोस्टमास्टर ने खाताधारकों द्वारा जमा की गई धनराशि उनकी पासबुकों में तो दर्ज की, लेकिन फर्जीवाड़ा कर खातों में जमा नहीं की। इस तरह का फर्जीवाड़ा न हो इसके लिए डाक विभाग के अधिकारियों द्वारा समय-समय पर ब्रांच पोस्ट ऑफिसों की जांच का नियम है। लोगों का आरोप है कि यदि समय पर प्रभावी जांच होती, तो इतनी बड़ी धनराशि का गबन नहीं होता। उन्होंने मामले की उच्च स्तरीय जांच व शीघ्र गबन हुई राशि लौटाने की मांग को लेकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शनकारियों में जगवीर बुढेरा, धर्मेंद्र बिष्ट, राजेंद्र पाल परमार, शैलेंद्र, मनोज परमार, पवन नौटियाल, नरेंद्र, जसपाल, जयेंद्र आदि शामिल रहे।

ऊर्जा निगम के कार्यालय का ग्रामीणों ने किया घेराव, तालाबंदी की दी चेतावनी

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ॠषिकेश, श्यामपुर क्षेत्र के ग्रामीणों ने बिजली से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान के नेतृत्व में ऊर्जा निगम के श्यामुपर स्थित कार्यालय का घेराव किया। ग्रामीणों ऊर्जा निगम के अधिकारियों पर बिना रीडिंग के बिल भेजे जाने, नए बिजली कनेक्शन के लिए अधिक शुल्क वसूलने, बिजली के नए पोल लगाने के लिए चक्कर कटवाने का आरोप लगाया है।

ऊर्जा निगम के कार्यालय में अधिकारियों से वार्ता के दौरान जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान ने कहा कि ऊर्जा निगम के स्थानीय कर्मचारियों के कारण जनता परेशान हो रही है। बिजली के नए कनेक्शन का शुल्क 1400 रुपये निर्धारित है, लेकिन ऊर्जा निगम के अधिकारी सात-सात हजार रुपये वसूल रहे हैं। निर्धारत शुल्क जमा करने के बाद सात माह बाद भी कनेक्शन नहीं जोड़ा जा रहा है।

बिजली के कनेक्शन के दौरान विभाग की ओर से जो केबल दी जाती है उसे विभाग की ओर से बाजार में बेच दिया जाता है, उपभोक्ता को केबल खरीदने के लिए मजबूर किया जाता है। कई स्थानों पर लंबे स्पान के मध्य में बिजली का पोल नहीं हैं, ऐसे में लोगों को 200 मीटर केबल डालकर अपने घर बिजली पहुंचानी पड़ रही है। ऊर्जा निगम के अधिकारियों को पोल बदलने की मांग की जाती है लेकिन स्टोर में पोल न होने का बहाना बनाकर बात को नजरंदाज किया जाता है। क्षेत्र में आबादी बढ़ने पर ट्रांसफार्मरों की क्षमता भी नहीं बढ़ाई जा रही है। ग्रामीणों ने 25 दिसंबर तक इन मामलों में कार्रवाई नहीं होने पर ऊर्जा निगम के श्यामपुर कार्यालय में तालाबंदी की चेतावनी दी है। घेराव करने वालों में सतपाल सिंह, वीरेंद्र प्रसाद, राहुल, दयाल सिंह, हरिकृष्ण नौटियाल, रेश्मा देवी, हेमंत, रामरतन रतूड़ी आदि थे।

दून की महिला से ठगी का मामले में टीवी एक्टर मुंबई से गिरफ्तार, दून पुलिस को मिली रिमांड

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देहरादून, पटेलनगर थाना इलाके में खुद को पुलिसकर्मी बताकर ठगी करने के मामले में मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने टीवी एक्टर जाकिर को गिरफ्तार किया है। देहरादून पुलिस आरोपी एक्टर को रिमांड पर लेकर दून लेकर आने की तैयारी में है, एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि बंजारावाला इलाके में स्थित दुर्गा मंदिर पहुंच कर बदमाशों ने बुजुर्ग महिला विमला जसोला से कंगन व चेन उतरवा लिए थे। बदमाशों ने महिला से कहा कि वो पुलिसकर्मी हैं और उनकी सुरक्षा में तैनात हैं। बदमाशों ने पहले अपने ही एक परिचित पुरुष से चेन उतरवाकर महिला को भरोसे में लिया था। महिला की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी की खोज शुरू की थी।

ठगी के बाद आरोपी के मुंबई में होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद दून पुलिस ने मुंबई पहुंचकर 40 वर्षीय आरोपी एक्टर को सोमवार शाम ओशिवारा में उसके आवास से गिरफ्तार किया।

आरोपी एक्टर फ्लाइट से सफर करता था और उसने चित्तौड़गढ़ की राजकुमारी पद्मिनी, छत्रपति राजा शिवाजी’, सावधान इंडिया जैसे कई धारावाहिकों में काम किया है। दिलचस्प बात यह है कि आरोपी अपराध करने के लिए फ्लाइट से देहरादून, चंडीगढ़ और उत्तर भारत के अन्य शहरों में यात्रा करता था। इसके बाद वह वापस मुंबई चला जाता था। पुलिस के अनुसार, देहरादून के पटेल नगर पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।

पूछताछ के दौरान आरोपी ने शुरू में आरोपों का खंडन किया और पुलिस को बताया कि वह टीवी उद्योग में काम कर रहा है और उसकी अच्छी प्रतिष्ठा है। बाद में आरोपी ने धोखाधड़ी के मामलों में अपनी संलिप्तता स्वीकार की।

प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी ने नागपुर और उत्तराखंड में दो-दो अपराध किए हैं। उन्होंने कहा कि आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर देहरादून पुलिस को सौंप दिया गया है।

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित हुई ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग की बैठक

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देहरादून, मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में मंगलवार को सचिवालय में ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग की बैठक आयोजित हुई। आयोग में सदस्यों की नियुक्ति के पश्चात आयोग की यह पहली बैठक रही जिसमें उपाध्यक्ष सहित सभी नामित सदस्य एवं उच्चाधिकारी मौजूद रहे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने जनपद बागेश्वर के ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक व आर्थिक विकास को सुदृढ़ करने एवं पलायन को कम करने हेतु आयोग द्वारा की गई सिफारिशों से सम्बन्धित पुस्तिका का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि पलायन आयोग द्वारा पलायन के मूल कारणों से सम्बन्धित दी गई प्राराम्भिक रिपोर्ट से ही स्पष्ट था कि राज्य से पलायन मुख्यतः शिक्षा व स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा एवं रोजगार की कमी रही है। उन्होंन कहा कि आयोग के सुझावो पर राज्य सरकार द्वारा नीतिगत निर्णय लिये जा रहे है। उन्होंने कहा कि आयोग को वर्किंग एजेन्सी के रूप में नहीं अपितु राज्य से पलायन रोकने तथा ग्रामीण क्षेत्रों के सामाजिक व आर्थिक विकास के लिये थिंकटेक के रूप में कार्य करना होगा। आयोग के सदस्यों को ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न स्तरों पर कार्य करने का अनुभव है। उनके अनुभव राज्य के समग्र विकास में उपयोगी होंगे इसका उन्होंने विश्वास जताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोविड-19 से पूर्व ही मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, सोलर स्वरोजगार योजना तथा ग्रोथ सेन्टरों की स्थापना, एलईडी योजना का कार्य गतिमान रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों के आर्थिक विकास एवं स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार के साधन उपलब्ध करना इसका उद्देश्य था। सीमान्त क्षेत्रों के समग्र विकास के लिये मुख्यमंत्री सीमान्त सुरक्षा निधि की व्यवस्था की गई है। स्वयं सहायता समूहों द्वारा उत्पादित वस्तुओं की सरकारी खरीद के लिये 5 लाख तक की सीमा निर्धारित की गई है।
उन्होंने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा यूनीफार्म आपूर्ति के क्षेत्र में भी कार्य किया जा रहा है, पर्वतीय क्षेत्रों में इसे और विस्तार दिये जाने की जरूरत है। इनमें आत्मविश्वास जगाने की भी उन्होंने जरूरत बतायी। मुख्यमंत्री ने अच्छी शिक्षा व्यवस्था के लिये भी सदस्यों से सुझाव देने को कहा। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्राकृतिक संसाधनों के कारगर ढ़ंग से उपयोग की दिशा में पहल की गई है। चीड़ से बिजली व पेलेटस बनाये जा रहे है। एलईडी निर्माण में 15 संस्थाये कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने राज्य में स्वयं का रोजगार खड़ा कर समाज को प्रेरणा देने वाले युवाओं को प्रोत्साहित करने पर भी ध्यान देने को कहा। उन्होंने क्षेत्रीय स्तर पर युवाओं को तकनीकि प्रशिक्षण आदि की व्यवस्था पर भी ध्यान देने को कहा। मुख्यमंत्री ने ग्रोथ सेन्टरों में क्रेडिट कार्ड योजना आरम्भ किये जाने की भी बात कही।
बैठक में उपाध्यक्ष, ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग डॉ0 एस0एस0नेगी ने बताया कि आयोग द्वारा अब तक राज्य के पर्वतीय जनपदों, ईको टूरिज्म, ग्राम्य विकास एवं कोविड-19 के प्रकोप के दौरान राज्य में लौटे प्रवासियों एवं उनके पुनर्वास पर आधारित 11 सिफारिशे प्रस्तुत की जा चुकी है।
बागेश्वर के ग्रामीण क्षेत्रों पर आधारित रिपोर्ट के सम्बन्ध में डॉ. नेगी ने बताया कि जनगणना वर्ष 2011 के अनुसार जनपद बागेश्वर की जनसंख्या 2,59,898 है, इनमें 1,24,326 पुरूष तथा 1,35,572 महिलाएं है। पिछले 10 वर्षों में 346 ग्राम पंचायतों से कुल 23,388 व्यक्तियों द्वार अस्थायी रूप से पलायन किया गया है। पिछले 10 वर्षों में 195 ग्राम पंचायतों से 5912 व्यक्तियों द्वार पूर्णरूप से स्थायी पलायन किया गया है। आंकड़े दर्शाते है कि जनपद के सभी विकास खण्ड़ो में स्थायी पलायन की तुलना में अस्थायी पलायन अधिक हुआ है। जनपद की प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2016-17 के लिए अनन्तिम रूप से 1,00,117 रूपये है।
आयोग द्वारा जनपद हेतु जो सिफारिशें रखी हैं उनमें प्रमुख रूप से पशुधन की गुणवत्ता में सुधार लाने एवं कृत्रिम गर्भाधान केन्द्रों की संख्या बढ़ाना, दुग्ध उत्पादन एवं दुग्ध उत्पादकों की उपज हेतु पनीर, घी आदि बनाने का प्रशिक्षण दिये जाने, दुग्ध समितियों की सक्रियता बढ़ाने एवं दुग्ध प्रसंस्करण केन्द्र खोले जाने। होम स्टे की संख्या बढ़ाये जाने, इकोटूरिज्म गतिविधियों को पर्यटक स्थलों के रूप में विकसित किए जाने, पर्यटन से जुड़े कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रमों को बढ़ाए जाने, क्षमता निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं उद्यमिता विकास कार्यक्रम आयोजित किये जाने, मनरेगा में समान अवसर और भागीदारी सुनिश्चित करके महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बनाए रखना, फसलों को बंदरों और जंगली सूअरों जैसे जानवरों से नुकसान से बचाव हेतु वन विभाग की सहायता से बन्दरबाड़ो/सोलर पावर फैन्सिंग का निर्माण कराये जाना, ग्राम पंचायतों में नर्सरियों बनाये जाना तथा औषधीय एवं सुगंधित पौंधों की कृषि को महत्वपूर्ण आजीविका उत्पादन गतिविधियों में विकसित किए जाना, जनपद में जड़ी-बूटी की खेती एवं कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा दिया जाना, जनपद में चाय के क्षेत्रफल को बढ़ावा दिया जाना, जनपद में बागवानी के क्षेत्रों को बढ़ाये जाना शामिल है।
इस अवसर पर आयोग के सदस्यों  रामप्रकाश पैन्यूली,  सुरेश सुयाल,  दिनेश रावत घण्डियाल, अनिल सिंह शाही एवं वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से रूद्रप्रयाग से  रंजना रावत ने अपने सुझाव रखे।
अपर मुख्य सचिव  मनीषा पंवार ने आयोग की सिफारिशों पर की जा रही कार्यवाही की जानकारी दी। आयोग के सदस्य सचिव  रोशन लाल एवं अन्य अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।