Monday, May 12, 2025
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केदारनाथ धाम के मार्गों को ठीक करने के लिए 30 करोड़ हुये जारी

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देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास, देहरादून में वर्चुअल रूप से रूद्रप्रयाग में आयोजित जागतोली दशज्यूला विकास महोत्सव-2024 कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जागतोली दशज्यूला महोत्सव की सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि दशज्यूला का यह क्षेत्र सांस्कृतिक, सामाजिक और शैक्षिणिक गतिविधियों का केंद्र एवं प्राचीन परंपराओं, मेलों और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध रहा है। इस क्षेत्र की नैणी चोटी पर विराजमान मां नैणी देवी समस्त उत्तराखंड वासियों की रक्षा करती हैं। यह क्षेत्र उत्तराखंड की आस्था, समृद्ध परंपराओं और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय संगम भी है। पारंपरिक मेले हमारे भीतर धार्मिक ऊर्जा को मजबूत कर हमें हमारी जड़ों से जोड़ते हैं और एकता, समर्पण एवं आस्था की भावना को बढ़ाते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा केदार की धरा से कहा था कि 21 वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा। राज्य सरकार प्रधानमंत्री के कथन को चरितार्थ करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा राज्य सरकार प्रदेश को आर्थिक, औद्योगिक और सतत विकास के दृष्टिकोण से देश दुनिया में एक अलग पहचान बना रहा है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र की पूर्व विधायक स्व. शैला रानी ने इस क्षेत्र के विकास और यहां के लोगों के कल्याण की हमेशा चिंता की। राज्य सरकार उनके सपनों को अवश्य पूरा करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल सहित हर क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत हो रहा है। विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के जरिए प्रदेश के हर वर्ग का जीवन स्तर ऊपर उठाया जा रहा है। केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धाम सहित विभिन्न पौराणिक स्थलों के पुनर्निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। केदारनाथ धाम में करीब 2 हजार करोड़ रूपये से अधिक की लागत से पुनर्निमाण कार्य करवाए जा रहे हैं। बद्रीनाथ के मास्टर प्लान पर भी तेजी से कार्य हो रहे हैं। राज्य सरकार चार धाम यात्रा को और अधिक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सुविधाजनक बना रही है। उन्होंने कहा बड़ी आपदाओं का सामना करने के बावजूद सरकार समय पर प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करने का कार्य कर रही है।
सीएम ने कहा कि उन्होंने स्वयं आपदा प्रभावित विभिन्न जगहों पर जाकर वहां की स्थिति का जायजा लिया और स्थानीय लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देश भी दिए। केदारनाथ धाम का पैदल मार्ग भी प्राकृतिक आपदा के चपेट में आने से यात्रा मार्ग में फंसे हर एक श्रद्धालु को सुरक्षित लाया गया। बाबा केदार के आशीर्वाद से ही हजारों लोगों को सकुशल नीचे लाने में कामयाब हुए। राज्य सरकार ने केदारनाथ धाम के मार्गों को ठीक करने एवं यात्रियों की सुरक्षा और भी पुख्ता करने की दिशा में 30 करोड़ रूपए की राशि जारी की है। उन्होंने कहा प्रदेश का हर नागरिक उनका परिवार है और अपने परिवार के किसी भी सदस्य को आपदा में अकेला नहीं छोड़ना उनका संकल्प है। उन्होने कहा केदारनाथ क्षेत्र सहित पूरे प्रदेश में विकास की धारा को अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाना ही हमारा संकल्प है।

सीएम धामी से मिली विस अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूडी, किसानों की समस्याओं के हल का किया आग्रह, सौंपा मांग पत्र

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देहरादून, विस अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूडी ने कोटद्वार के भाबर क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को माँग पत्र सौंपा। उन्होंने कहा कि कोटद्वार विधानसभा के अन्तर्गत भाबर क्षेत्र के काश्तकारों का खेती, पशुपालन, बागवानी ही जीवन यापन करने का लम्बे समय से प्रमुख साधन रहा है। कृषि भूमि का आवासीय भवनों व व्यवसायीकरण होने के कारण खेती पर निर्भर काश्तकारों की आय के संसाधन समाप्त हो रहे हैं।
ऋतु खण्डूडी ने कहा कि कोटद्वार भाबर क्षेत्र को नगर निगम में सम्मिलित होने के बाद अधिकतर क्षेत्र या कृषि भूमि नगर निगम की परिधि मे आ गयी है जिससे इस क्षेत्र के काश्तकारों को ग्रामीण क्षेत्र की भांति विभिन्न मदों में सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी, छूट व किसानों से सम्बन्धित अन्य सुविधाओं का लाभ नही मिल पाता।
ऋतु खण्डूडी भूषण ने कहा कि पूर्व की भांति काश्तकारों को सभी सरकारी लाभ यथावत मिलने चाहिए। साथ ही नगर निगम परिसीमन विस्तार किये जाने पर भी कृषि क्षेत्र को किसी भी स्थिति में यथावत रखे जाने की मांग की है।

कश्मीर में शहीद हुए नायक प्रमोद डबराल का पार्थिव शरीर पहुंचते ही रो पड़ा गांव, नम आंखों के साथ अंतिम विदाई दी

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रुद्रप्रयाग(आरएनएस)।  जम्मू कश्मीर के तंगधार में शहीद हुए रुद्रप्रयाग जनपद के जवाड़ी निवासी सैनिक प्रमोद डबराल को उनके पैतृक घाट में बड़ी संख्या में लोगों ने नम आंखों के साथ अंतिम विदाई दी। इस दौरान उनके भाई ने चिता को मुखाग्नि दी। सम्पूर्ण भरदार क्षेत्र और रुद्रप्रयाग नगर में सैनिक के शहीद होने की खबर से शोक की लहर है। भरदार पट्टी के जवाड़ी (उत्यासू) गांव निवासी 30 वर्षीय प्रमोद डबराल वर्ष 2014 में भारतीय सेना के 2 गढ़वाल राइफल में भर्ती हुए थे। करीब दस वर्षो की सेवा के बाद वे वर्तमान में जम्मू कश्मीर के 46 आरआर तंगधार में तैनात थे। बीती 12 सितम्बर को सुबह सेना की बस की छत पर डयूटी के दौरान प्रमोद को बिजली का झटका लगा। जिसके बाद सेना के जवान उसे उपचार के लिए पहले एमआई 46 आरआर ले गए और फिर वहां से उसे सेंटल एमआई रूम 319 एफडी अस्पताल बारामुल्ला में रेफर किया गया। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद सेना के अधिकारियों ने सैनिक के शहीद होने की सूचना उसके परिजनों को दी।

आज का युवा देश के प्रति जिम्मेदार व कर्तव्य परायण है : सीएम धामी

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हरिद्वार, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज का युवा देश के प्रति जिम्मेदार भी है और कर्तव्य परायण भी, यह धर्म संसद विकसित राष्ट्र के निर्माण में मील का पत्थर साबित होगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पतंजलि ऑडिटोरिम पहुॅचकर युवा धर्म संसद कार्यक्रम का दीप जलाकर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या महासचिव चम्पत राय, सिद्धपीठ श्री हनुमन्निवास अयोध्या आचार्य मिथिलेश ननिदनी शरण महाराज व बाबा रामदेव भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सेवाज्ञ संस्थानम द्वारा आयोजित चतुर्थ युवा धर्म संसद में राष्ट्र निर्माण का लक्ष्य लेकर देश की युवा पीढ़ी को सही दिशा देने के उद्देश्य से कार्यक्रम में पहुॅचे सभी महानुभावों तथा युवा शक्ति का देवभूमि उत्तराखण्ड पहुॅचने पर हार्दिक स्वागत तथा अभिनन्दन करते हुए कहा कि 11 सितम्बर 1893 में स्वामी विवेकानन्द द्वारा अमेरीका के शिकागों शहर में दिए गए उद्बोधन को आधार मानकर आयोजित यह कार्यक्रम देश की युवा शक्ति को राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देने के लिए अवश्य ही प्रेरित करेगा क्योंकि यह संसद निष्ठावान और जागरूक नागरिकों के निर्माण का कार्य करती है। उन्होंने कहा कि आज का युवा देश के प्रति जिम्मेदार भी है और कर्तव्य परायण भी, यह धर्म संसद विकसित राष्ट्र के निर्माण में मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जिस प्रकार इंजन को चालू करने के लिए ईंधन की आवश्यकता होती है, उसी प्रकार राष्ट्र की प्रगति सुनिश्चित करने हेतु युवा शक्ति की ताकत, उनकी इनोवेटिव सोच और प्रतिभा की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि देश को विश्व गुरू बनाने तथा वर्ष 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए युवाओं को अपने कन्धों पर जिम्मेदारी लेनी होगी। उन्होंने युवाओं का मार्ग—दर्शन करते हुए कहा कि हमारा विकल्प रहित सकल्प होना चाहिए क्योंकि संकल्प में विकल्प ले आते हैं तो संकल्प वहीं पर समाप्त हो जाता है, हमारे रास्ते बदल जाते हैं, मंजिल हमसे दूर हो जाती है और सपने हम से रूठ जाते हैं। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड अध्यात्म की धरती रही है। सरकार उत्तराखंड के अंदर धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है।
कार्यक्रम में विधायक प्रदीप बत्रा, जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह, एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल, सीडीओ आकांक्षा कोण्डे, उपाध्यक्ष एचआरडीए अंशुल सिंह, संयुक्त मजिस्ट्रेट रूड़की आशीष मिश्रा, पूर्व विधायक सुरेश राठौर, बजरंग दल के राजेन्द्र पंकज सहित प्रोफेसर रामनाथ झा, ऋषिकेश उपाध्याय, बजरंग देव, बीजेपी जिलाध्यक्ष शोभाराम प्रजापति, सन्दीप गोयल सहित बड़ी संख्या में युवक युवतिया आदि उपस्थित थे।

 

हिंदी राजभाषा के रूप में अपने अस्तित्व के साथ प्रगति पथ पर गतिमान है : डा. सुधा पाण्डेय

“दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र में हुआ हिन्दी दिवस का आयोजन”

देहरादून, राजभाषा हिन्दी दिवस की पूर्व सन्ध्या पर दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सरस्वती वन्दना तथा हिन्दी के महत्व पर आधारित विभिन्न कवयित्रियों ने सस्वर कविताओं का वाचन से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार व दून स्कूल के प्राचार्य सुदेश ब्याला ने की, मुख्य अतिथि के तौर पर डॉ. सुधा रानी पाण्डेय मौजूद रहीं। इस मौके पर मुख्य वक्ता श्रीमती कमला पंत व वरिष्ठ साहित्यकार व राजभाषा विशेषज्ञ डॉ. मुनिराम सकलानी की पुस्तक आजादी का अमृत महोत्सव और राजभाषा हिन्दी की प्रगति यात्रा का लोकार्पण किया।
अपने उद्बोधन में डॉ. सुधा रानी पाण्डेय ने कहा कि इस पुस्तक में डॉ.सकलानी ने हिन्दी के उद्भव व विकास से लेकर भारत की राजभाषा तक हिन्दी की सुदीर्घ यात्रा और उसके विकास के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डाला है। उन्होंने राजभाषा हिंदी के सम्मान में आयोजित इस कार्यक्रम में डॉ. मुनिराम सकलानी की पुस्तक को राजभाषा हिंदी की प्रगति यात्रा के सन्दर्भ में बड़ी उपलब्धि बताया। डॉ. सुधा रानी पाण्डेय ने यह भी कहा कि धारा 343 में ही स्पष्ट किया गया है कि संघ की उदात्त स्तर पर अपनी भावाभिव्यक्ति साहित्य और दैनंदिन के कार्यों में करना राजभाषा का सम्मान ही नहीं, आजाद भारत की भाषाओं का अभिनंदन भी है। आज भी हिंदी राजभाषा के रूप में अपने अस्तित्व के साथ प्रगति पथ पर गतिमान है। राजभाषा हिंदी सहित अन्य प्रांतीय भाषाओं और बोलियों का विकास भी सहज रुप से हुआ है। हिंदी के वैश्विक प्रसार के कारण हिन्दी सांस्कृतिक एकता की श्रंखला भी बन चुकी है । निज भाषा की उन्नति के लिए उसका अधिकाधिक प्रयोग करना हम सभी के लिए गौरव का विषय होना चाहिए।
मुख्य वक्ता के रुप में डॉ. सकलानी ने अपनी पुस्तक की चर्चा करते हुए कहा कि 14 सितम्बर को सर्व सम्मति से हिन्दी को भारत की राजभाषा का गौरवशाली स्थान मिला, इससे हमें भावनात्मक रुप से जुडना चाहिए। क्योंकि स्वभाषा के विकास से ही स्वदेश की प्रतिभा प्रतिपादित होती है। यह राष्ट्रीय एकता की कड़ी है और वैश्विक स्तर पर आगे बढ़ रही है।
श्रीमती कमला पंत ने कहा कि हमें अंग्रेजी की मानसिकता त्याग कर हिन्दी को अपने व्यक्तिगत व सरकारी कार्यों में आधिकाधिक प्रयोग में लाना चाहिए। भाषा संस्कृति की वाहक होती है और संस्कृति के मूल्यों को आधार प्रदान करती है।
कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुये डॉ. रामविनय सिंह ने कहा कि आज आवश्यकता है कि हम सभी जन हिन्दी का स्वाभिमान जागृत करें और इसे अपने व्यवहार में व्यापक तौर प्रयोग करने का कार्य करें।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के प्रोगाम एसोसिएट चन्द्रशेखर तिवारी ने मंचासीन अतिथियों और सभागार में उपस्थित लोगों का स्वागगत किया और संस्थान के उपलब्धियों के साथ यहां आयोजित होने वाले कार्यक्रमों तथा प्रकाशित होने पुस्तकों के सन्दर्भ में राजभाषा हिन्दी के प्रयोग की संक्षिप्त जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में उत्तराखंड भाषा संस्थान की निदेशक डॉ.सविता मोहन ने भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में श्रीमती ज्योति झा ने सरस्वती वंदना, श्रीमती कुलवीर कौर ने डॉ0 त्रिवेदी की हिन्दी कविता तथा श्रीमती शोभा पाण्डेय ने अपनी स्वरचित कविता ‘मैं हिन्दी हूुं‘, का वाचन किया । इसके अलावा श्रीमती ज्योति नैनवाल की ओर से ‘जिसको नही निज देश का अभिमान है‘ तथा श्रीमती पूनम नैथानी द्वारा गाया गीत ‘जन गण मन की अभिलाषा, राष्ट्रभाषा यह हिन्दी‘ का गायन भी किया गया।

इस अवसर पर राकेश बलूनी, सतीश धौलाखण्डी, ब्रिगेडियर के जी बहल, कल्पना बहुगुणा, मंजू काल,अमर खरबंदा, रजनीश त्रिवेदी, आर पी भारद्वाज,भारती पांडे,अभि नंदा, सुंदर सिंह बिष्ट, राकेश जुगरान,देवेंद्र कांडपाल, हर्षमणि भट्ट ‘कमल’, मीरा नन्दा, कई लेखक, साहित्यकार, हिन्दी व साहित्य प्रेमी सहित अनेक पाठकगण व अन्य प्रबुद्ध लोग उपस्थित रहे।

जनमानस की शिकायत पर नहीं रुक रहा डीएम का निरीक्षण अभियान

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-लचर कार्यप्रणाली और सुस्त कर्मचारियों पर डीएम का हमला बोल
-डीएम की एक टूक, लापरवाह नौकरशाही नहीं होगी बर्दाश्त मूसलाधार बारिश भी नहीं तोड़ सकी डीएम के सिस्टम को दुरुस्त करने का जज़्बा
-10 बजने से चंद मिनट पहले पहुँचे तहसील कार्यालय साढ़े दस बजे तक भी ना पहुँचने वालों पर गिरी गाज, कुछ का तबादला, कुछ का वेतन कटा
-कोर्ट मामलों को छोड़ते हुए 10 लाख से ऊपर की वसूली की पेंडेंसी ख़त्म करने को अधिकारियों को एक माह समय दिया, उसके बाद होगी कार्रवाही
-एमडीडीए के एसई को लताड़ लगाते हुए एमडीडीए बिल्डिंग की ख़राब लिफ्ट को एक माह में दुरुस्त करने के दिए निर्देश
-पुरानी तहसील की भूमि का भी किया निरीक्षण एसपी ट्रैफिक और प्रशासन की संयुक्त टीम के साथ निरीक्षण कर मैकेनिकल ऑटोमेटेड पार्किंग बनाये जाने का लिया गया निर्णय
-अधिकारियों कर्मचारियों को कार्यप्रणाली सुधारने की नसीहत देते हुए आमजन की समस्याओं को संवेदनशीलता से निस्तारित करने की दी हिदायत

देहरादून, जिलाधिकारी सविन बसंल ने तहसील सदर का किया औचक निरीक्षण। जिलाधिकारी आज सुबह वर्षा के बीच प्रातः 9ः50 बजे तहसील सदर पंहुचे। जिलाधिकारी ने उपस्थिति पंजिका का निरीक्षण करते हुए देरी से आने वाले कार्मिकों जारी की चेतावनी, 10ः30 बजे बाद आने वाले कार्मिकों का 01 दिन के वेतन रोकने के दिए निर्देश। सुस्त कार्य प्रणाली पर डब्लू.बी.एन, ए.डब्लू.बी.एन के तबादले को किया आदेशित।
जिलाधिकारी ने कार्यालयों में जनमानस हेतु आदर्श माहौल स्थापित करने तथा जनमासन के साथ व्यवहार में सौम्यता रखने तथा आमजन की समस्याओं को संवेदनशीलता से निस्तारण करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने तहसील परिसर में सीढीयों पर गंदगी पाए जाने पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए सफाई व्यवस्था हेतु लगाए गए ठकेदार पर अर्थदण्ड की कार्यवाही के निर्देश दिए,जिलाधिकारी के निर्देशो के अनुपालन में नगर निगम द्वारा सम्बन्धित ठकेदार पर 01 लाख का अर्थदण्ड लगया। साथ ही तहसील परिसर में लिफ्ट खराब होने पर नाराजगी जाहिर की। मौके पर मौजूद एमडीडीए के अधिकारियों ने बताया कि लिफ्ट पर मरम्मत कार्य किया जा रहा है, जिस पर जिलाधिकारी ने 01 माह के भीतर लिफ्ट ठीक कराने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान तहसील में वसूली की प्रकरणों की अद्यतन स्थिति की जानकारी लेते हुए वसूली बढाने के निर्देश दिए। साथ ही निर्देशित किया कि 10 लाख से अधिक के बकायेदारों से 01 माह के भीतर वसूली की जाए।, इस कार्य में लापरवाही बरतने पर निलंबन की कार्यवाही की चेतावनी दी। उन्होंने लम्बित वाद की स्थिति जानी, म्यूटेशन आदेश के उपरान्त पोर्टल पर अद्यतन किये गए अभिलेखों का विवरण जाना। निर्देशित किया कि म्यूटेशन के आदेश उपरान्त तत्काल पोर्टल पर अद्यतन कर लिए जाएं।
इसके उपरान्त जिलाधिकारी ने पुलिस, नगर निगम, एमडीडीए के अधिकारियों केसाथ पुरानी तहसील का निरीक्षण कर इस स्थान पर मल्टीलेवल ओटोमैटिक/ मैकेनाईज पार्किंग बनाने की दिशा में कार्य करने के निर्देश दिए। पुराने तहसील परिसर में पार्किंग बनने से जहां बाजार की सड़के जाममुक्त रहेंगी, वहीं यातायात व्यवस्था में सुधार होगा।

 

 

संविधान मात्र दस्तावेज़ नहीं, अपितु जीवन जीने का एक माध्यम भी है

देहरादून, भारतीय संविधान और संवैधानिक मूल्यों पर आधारित फिल्म की श्रंखला के छठवें एपिसोड का प्रदर्शन दून पुस्तकालय के सभागार में किया गया। सुपरिचित फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल द्वारा इस लोकप्रिय धारावाहिक का निर्देशन किया गया है। इस अवसर पर पत्रकार भूपेन्द्र कण्डारी ने कहा कि समाज की संरचना में जो महत्व दैवीय उत्पत्ति के सिद्धांत का है, वही महत्व विकसित समाज की स्थापना में संविधान का है। संविधान केवल दस्तावेज़ नहीं है बल्कि जीवन जीने का एक माध्यम है। वर्तमान परिपेक्ष में संविधान की मूल भावना और उसके उद्देश्य को आम लोगों तक ले जाया जाना नितांत आवश्यक है। इस मौके पर जन संवाद समिति के प्रमुख सतीश धौलाखंडी नेे कार्यक्रम के उद्देश्यों पर जानकारी दी और कहा कि संविधान पर आधारित यह एपिसोड सामान्य जनों के लिए ज्ञानवर्धक साबित हो रहे हैं।
कार्यक्रम के अंत में सफ़दर हाशमी द्वारा लिखित ‘औरत’ नाटक का मंचन किया गया। कलाकारों द्धारा इस नाटक के माध्यम से इस बात को मुखरता के साथ दर्शाने का प्रयास किया गया कि महिलायें आज हर क्षेत्र में आगे हैं पर फिर भी पुरुष प्रधान समाज उनकी प्रगति में अवरोध पैदा करता है। उनकी मानसिक, शारीरिक, नैतिक और बौद्धिक क्षमता समृद्ध होने के बाद भी भी उनकी स्थिति शोचनीय बनी हुई है। नारी चाहे वह बच्ची हो, लड़की हो, पत्नी हो, मां हो, उसे क़दम-क़दम पर शोषण और उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। उसे भाई की तुलना में अधिक काम करना पड़ता है। उसकी पढने-लिखने और आगे बढ़ने की आकांक्षाओं को सीमित किया जाता है। कारखानों में उसे कम वेतन और छंटनी का शिकार होना पड़ता है। ससुराल में दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता है। सड़कों पर अपमानित होना पड़ता है। समाज में यह अमूमन यह ही माना जाता है कि उसका सौंदर्य और यौवन उपभोग के लिये ही है।

नाटक में हिमांशु बिम्सवाल, मेघा,पंकज डंगवाल, गायत्री टम्टा,सुधीर,शेखर,प्रियांशी,संजना,उपासना,अमित,विनीता ऋतुंजय,सैयद इक्देदार अली, सतीश धौलाखंडी ,धीरज रावत ने उत्कृष्ट अभिनय किया ।
कार्यक्रम के आरम्भ में दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के प्रोग्राम एसोसिएट चंद्रशेखर तिवारी ने उपस्थित सभी लोगों का स्वागत किया। इस कार्यक्रम का संचालन इप्टा के उत्तराखण्ड अध्यक्ष डॉ. वी. के. डोभाल ने किया।
इस अवसर पर सुंदर बिष्ट, मनोज कुमार,शोभा शर्मा, अवतार सिंह, साहब नक़वी,हर्षमनी भट्ट, राकेश कुमार, कुलभूषण नैथानी, सुधांशु ,देवेंद्र कुमार, डॉ.अतुल शर्मा, कांता डंगवाल,सहित शहर के अनेक रंगकर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता, लेखक, सहित दून पुस्तकालय के कुछ युवा पाठक उपस्थित रहे।

जम्मू कश्मीर और हरियाणा में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी बतौर स्टार प्रचारक कर रहे प्रचार

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जम्मू कश्मीर , जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनावों के तीसरे चरण में भी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री एक बार फिर धुआंधार प्रचार करते हुए दिखेंगे। भारतीय जनता पार्टी की ओर से तीसरे चरण के लिए 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है जिसमें प्रधानमंत्री मोदी व केंद्रीय मंत्रियों के अलावा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी भी शामिल हैं।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री धामी का भाजपा आलाकमान निरंतर चुनावों में प्रचार के दौरान इस्तेमाल कर रहा है। लोकसभा चुनावों के दौरान धामी ने देशभर में 60 से अधिक जनसभाओं को संबोधित किया था। जम्मू कश्मीर विधानसभा के प्रथम चरण के चुनाव में भी उनका आलाकमान ने भरपूर उपयोग किया। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भी उन्हें स्टार प्रचारकों में शामिल किया गया है। अब, जम्मू कश्मीर विधानसभा के तीसरे चरण के चुनावों के लिए जारी सूची में भी धामी को स्टार प्रचारक के रूप में शामिल किया गया है।

दरसअल, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड में लागू किए गए तमाम फैसलों को लेकर देश में चर्चित रहे हैं। समान नागरिक संहिता, नकल विरोधी सख्त कानून, धर्मांतरण कानून और लैंड जिहाद के जरिए मुख्यमंत्री धामी अपनी अलग छवि बनाने में कामयाब रहे हैं। पुष्कर सिंह धामी की पहचान पिछले तीन वर्षों में सख्त कानून बनाने वाले मुख्यमंत्री के रूप में उभरी है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल रूप से रूद्रप्रयाग में आयोजित जागतोली दशज्यूला विकास महोत्सव-2024 कार्यक्रम को किया संबोधित

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केदारनाथ क्षेत्र, उत्तराखंड की आस्था, समृद्ध परंपराओं और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय संगम।

केदारनाथ धाम के मार्गों को ठीक करने एवं यात्रियों की सुरक्षा और भी पुख्ता करने की दिशा में जारी किए 30 करोड़ रूपए।

देहरादून, मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास, देहरादून में वर्चुअल रूप से रूद्रप्रयाग में आयोजित जागतोली दशज्यूला विकास महोत्सव-2024 कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जागतोली दशज्यूला महोत्सव की सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि दशज्यूला का यह क्षेत्र सांस्कृतिक, सामाजिक और शैक्षिणिक गतिविधियों का केंद्र एवं प्राचीन परंपराओं, मेलों और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध रहा है। इस क्षेत्र की नैणी चोटी पर विराजमान मां नैणी देवी समस्त उत्तराखंड वासियों की रक्षा करती हैं। यह क्षेत्र उत्तराखंड की आस्था, समृद्ध परंपराओं और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय संगम भी है। पारंपरिक मेले हमारे भीतर धार्मिक ऊर्जा को मजबूत कर हमें हमारी जड़ों से जोड़ते हैं और एकता, समर्पण एवं आस्था की भावना को बढ़ाते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बाबा केदार की धरा से कहा था कि 21 वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा। राज्य सरकार प्रधानमंत्री के कथन को चरितार्थ करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा राज्य सरकार प्रदेश को आर्थिक, औद्योगिक और सतत विकास के दृष्टिकोण से देश दुनिया में एक अलग पहचान बना रहा है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र की पूर्व विधायक स्व. शैला रानी ने इस क्षेत्र के विकास और यहां के लोगों के कल्याण की हमेशा चिंता की। राज्य सरकार उनके सपनों को अवश्य पूरा करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल सहित हर क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत हो रहा है। विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के जरिए प्रदेश के हर वर्ग का जीवन स्तर ऊपर उठाया जा रहा है। केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धाम सहित विभिन्न पौराणिक स्थलों के पुनर्निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। केदारनाथ धाम में करीब 2 हजार करोड़ रूपये से अधिक की लागत से पुनर्निमाण कार्य करवाए जा रहे हैं। बद्रीनाथ के मास्टर प्लान पर भी तेजी से कार्य हो रहे हैं। राज्य सरकार चार धाम यात्रा को और अधिक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सुविधाजनक बना रही है। उन्होंने कहा बड़ी आपदाओं का सामना करने के बावजूद सरकार समय पर प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करने का कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने स्वयं आपदा प्रभावित विभिन्न जगहों पर जाकर वहां की स्थिति का जायजा लिया और स्थानीय लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देश भी दिए। केदारनाथ धाम का पैदल मार्ग भी प्राकृतिक आपदा के चपेट में आने से यात्रा मार्ग में फंसे हर एक श्रद्धालु को सुरक्षित लाया गया। बाबा केदार के आशीर्वाद से ही हजारों लोगों को सकुशल नीचे लाने में कामयाब हुए। राज्य सरकार ने केदारनाथ धाम के मार्गों को ठीक करने एवं यात्रियों की सुरक्षा और भी पुख्ता करने की दिशा में 30 करोड़ रूपए की राशि जारी की है। उन्होंने कहा प्रदेश का हर नागरिक उनका परिवार है और अपने परिवार के किसी भी सदस्य को आपदा में अकेला नहीं छोड़ना उनका संकल्प है। उन्होने कहा केदारनाथ क्षेत्र सहित पूरे प्रदेश में विकास की धारा को अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाना ही हमारा संकल्प है।

महाविद्यालय में स्ट्रेस मैनेजमेंट पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

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 टिहरी गढ़वाल , स्ट्रेस मैनेजमेंट पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन राजकीय महाविद्यालय खाडी में किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्रों को तनाव से निपटने के तरीके के बारे में जागरूक करना और स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करना था। इस कार्यशाला में विषय विशेषज्ञों द्वारा अपने अनुभव साझा किए गए तथा स्ट्रेस मैनेजमेंट की तकनीकी और समय प्रबंधन पर विस्तार से चर्चा की गई ।उन्होंने बताया कि इन तकनीकियों को दैनिक जीवन में शामिल करके तनाव को काफी हद तक काम किया जा सकता है। तनाव आज के समय में एक आम समस्या बन चुका है और इसका प्रबंधन अत्यंत आवश्यक है विषय विशेषज्ञ डॉक्टर तनुजा पोखरियाल ने बताया कि हमें अपने तनाव व समस्या के बारे में अपने परिजनों से खुलकर चर्चा करनी चाहिए जिससे समाधान की ओर बढ़ा जा सके उनके द्वारा बताया गया कि किस प्रकार नकारात्मक विचार दबाव और जीवन की अनिश्चितताएं तनाव को जन्म देती हैं उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आत्म जागरूकता और सकारात्मक सोच तनाव को प्रबंध करते हैं। कार्यशाला की संयोजक डॉक्टर सीमा पांडे द्वारा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया गया कि योग और ध्यान न केवल शरीर को लचीला और स्वस्थ बनाते हैं बल्कि मन को शांत और स्थिर भी रखता है तनाव से बचने के लिए यह सबसे सरल और प्रभावित तरीका है ,उन्होंने छात्राओं को यह भी कहा कि जितना ज्यादा हम संचार के माध्यम का प्रयोग करेगे उतना ही हम परिवार और समाज से दूर होते जायेगे ।इसी क्रम में कार्यशाला की आयोजक डॉक्टर संगीता बिजलवान जोशी द्वारा छात्राओं को तनाव से निपटने के लिए समूह गतिविधियों के माध्यम से समस्या समाधान और तनाव निवारण की तकनीकियों को सिखाया उनके द्वारा बताया गया कि किस तरह हम तनाव के शारीरिक मानसिक लक्षणों की पहचान करते हैं तथा उनसे निपटने के लिए रणनीतियां को विकसित करते हैं उनके द्वारा छात्रों को स्वस्थ भोजन ,व्यायाम तथा पसंद के कार्य करने के लिए प्रेरित किया समापन सत्र में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर ए 0के 0सिंह ने कार्यशाला के सफल होने तथा इस कार्यशाला द्वारा तनाव प्रबंधन के महत्व को उजागर किया और सभी को अपने जीवन में संतुलन बनाए रखने की प्रेरणा दी साथ यह कहा कि समय-समय पर इस तरह के कार्यशालाएं का आयोजित होते रहनी चाहिए जिससे छात्रा छात्राओ को तनाव से निपटने के लिए सशक्त बनाया जा सके और जीवन को एक नई दृष्टि से देखने के लिए प्रेरित किया जा सके ।कार्यशाला में महाविद्यालय की वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ0 निरंजना ,डॉ शन्नवर, डॉ0 मीना डॉ0 ईरा सिंह डॉ0अनुराधा कार्यालय अधीक्षक आर 0एस 0बिष्ट दीपक ,मनीषा ,आशीष ,तथा कार्यशाला के वॉलिंटियर्स काजल, सुभाष ,अमन, रितिका राखी, निकिता ,कल्पना, मीनाक्षी प्रीति ,प्रियंका,कोमल, सहित महाविद्यालय के सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे. यह पहल मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है जिससे सभी प्रतिभागियों ने बेहद सराहा और इसमें भाग लेने के लिए आभार व्यक्त किया।

उपायुक्त सुकृति रैवानी सहित केंद्रीय विद्यालय संगठन के तीन लोगों को मिला सम्मान

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देहरादून, अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन में भारत विकास परिषद द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये हिंदी दिवस के अवसर पर 15 लोगों को सम्मानित किया गया जिसमें केंद्रीय विद्यालय संगठन देहरादून संभाग की उपायुक्त डॉ सुकृति रैवानी सहित सहायक आयुक्त स्वाति अग्रवाल एवं केंद्रीय विद्यालय सर्वेक्षण विभाग के प्राचार्य विजय नैथानी को सम्मानित किया गया !
जोहड़ी गावँ स्थित एक विद्यालय में आयोजित इस सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अथिति राजपुर विधायक खजांनदास ने कहा कि शिक्षा एवं सामाजिक क्षेत्र की इन हस्तियों को सम्मानित करते हुए उन्हें स्वयं गर्व का अनुभव हो रहा है !
उन्होंने कहा शिक्षा ही एक ऐसा माध्य्म है जो मनुष्य को जीवन के उच्च शिखर तक ले जाकर देश की मजबूत आधारशिला रख सकता है !
समान्नित व्यक्तियों में केंद्रीय विद्यालय संगठन की उपायुक्त डॉ सुकृति रैवानी को देश के 25 संभागों में शिक्षा , खेल , सांस्कृतिक एवं अन्य रचनात्मक कार्यो में देहरादून संभाग का नाम रोशन करने के लिये समानित किया गया।

दशज्यूला महोत्सव- खराब मौसम के चलते नहीं पहुँच पाये मुख्यमंत्री, वर्चुअली किया जनता को संबोधित

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“तीन दिवसीय दशज्यूला महोत्सव का आज रंगारंग कार्यक्रमों के साथ समापन हो गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल रूप से जनता को सम्बोधित किया व छैत्र के विकास के लिये प्रतिबद्धता दिखाई। मेले में पहुँचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एँव राज्य सभा सदस्य महेन्द्र भट्ट ने सरकार की ओर से मेले के लिये पाँच लाख देने व छैत्र की बहुप्रतिक्षित माँग गढी धार मोटर मार्ग को कोटखाल जागतोली मोटर मार्ग मिसिझग लिंक को जोडने की घोषणा की”।

(देवेंन्द्र चमोली)
रूद्रप्रयाग- नन्दाष्टमी को जागतोली में आयोजित तीन दिवसीय दशज्यूला महोत्सव का आज रंगारंग कार्यक्रमों के साथ समापन हो गया। समापन समारोह के समापन अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पहुँचना था लेकिन विगत दो दिनों से हो रही भारी वारिस के कारण मुख्यमंत्री नहीं पहुँच पाये। उन्होने वर्चुअल माध्यम से मेले में उपस्थित जनमानस को सम्बोधित किया व छैत्र का हर संभव विकास करने का वादा किया। समापन अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद महेन्द्र भट्ट ने जनता को सम्बोधित किया व सरकार की ओर से मेले व छैत्र के विकास की घोसणा की।
आज दशज्यूला महोत्सव के समापन अवसर पर सूबे के मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास देहरादून से वर्चुअल रूप जागतोली में उपस्थित दशज्यूला छैत्र की जनता को सम्बोधित किया। अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री ने जागतोली दशज्यूला महोत्सव की सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी।

उन्होंने कहा कि दशज्यूला का यह क्षेत्र सांस्कृतिक, सामाजिक और साहित्यिक गतिविधियों का केंद्र एवं प्राचीन परंपराओं, मेलों और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध रहा है। इस क्षेत्र की नैणी चोटी पर विराजमान मां नैणी देवी समस्त उत्तराखंड वासियों की रक्षा करती हैं। यह क्षेत्र उत्तराखंड की आस्था, समृद्ध परंपराओं और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय संगम भी है। उन्होने कहा कि पारंपरिक मेले हमारे भीतर धार्मिक ऊर्जा को मजबूत कर हमें हमारी जड़ों से जोड़ते हैं और एकता, समर्पण एवं आस्था की भावना को बढ़ाते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बाबा केदार की धरा से कहा था कि 21 वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा। राज्य सरकार प्रधानमंत्री के कथन को चरितार्थ करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा राज्य सरकार प्रदेश को आर्थिक, औद्योगिक और सतत विकास के दृष्टिकोण से देश दुनिया में एक अलग पहचान बना रहा है।
केदारनाथ छैत्र की दिवंगत विधायक शैला रानी रावत का जिक्र करते हुये उन्होंने कहा कि केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र की पूर्व विधायक स्व. शैला रानी ने इस क्षेत्र के विकास और यहां के लोगों के कल्याण की हमेशा चिंता की। राज्य सरकार उनके सपनों को अवश्य पूरा करेगी।
उन्होने कहा कि सरकार द्वारा केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धाम सहित विभिन्न पौराणिक स्थलों के पुनर्निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। केदारनाथ धाम में करीब 2 हजार करोड़ रूपये से अधिक की लागत से पुनर्निमाण कार्य करवाए जा रहे हैं। बद्रीनाथ के मास्टर प्लान पर भी तेजी से कार्य हो रहे हैं। राज्य सरकार चार धाम यात्रा को और अधिक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सुविधाजनक बना रही है। उन्होंने कहा बड़ी आपदाओं का सामना करने के बावजूद सरकार समय पर प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करने का कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने स्वयं आपदा प्रभावित विभिन्न जगहों पर जाकर वहां की स्थिति का जायजा लिया और स्थानीय लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देश भी दिए। केदारनाथ धाम का पैदल मार्ग भी प्राकृतिक आपदा के चपेट में आने से यात्रा मार्ग में फंसे हर एक श्रद्धालु को सुरक्षित लाया गया। बाबा केदार के आशीर्वाद से ही हजारों लोगों को सकुशल नीचे लाने में कामयाब हुए। राज्य सरकार ने केदारनाथ धाम के मार्गों को ठीक करने एवं यात्रियों की सुरक्षा और भी पुख्ता करने की दिशा में 30 करोड़ रूपए की राशि जारी की है। उन्होंने कहा प्रदेश का हर नागरिक उनका परिवार है और अपने परिवार के किसी भी सदस्य को आपदा में अकेला नहीं छोड़ना उनका संकल्प है। उन्होने कहा केदारनाथ क्षेत्र सहित पूरे प्रदेश में विकास की धारा को अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाना ही हमारा संकल्प है।
दशज्यूला महोत्सव के समापन अवसर पर लोक गायक गजेन्द्र राणा, पूनम सती व सौरभ मैठाणी के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भारी वारिस के बाबजूद दर्शको ने देर सांय तक भरपूर लुफ्त उठाया।
तीन दिवसीय दशज्यूला महोत्सव के समापन अवसर पर शिरकत करते हुए राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भटट् ने कहा कि जागतोली में दशज्यूला महोत्सव के आयोजन के लिए पांच लाख रुपये देने, महोत्सव को राजकीय मेला घोषित करने तथा दशज्यूला क्षेत्र में फैली हर समस्या के निराकरण के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है एवं जल्द क्षेत्र को मुख्यमंत्री कई सौगात देने जा रहे हैं। छैत्र को गढीधार उडामांडा मोटर मार्ग से कोटखाल जागतोली मार्ग से जोडने की बहुप्रतिक्षित 1700 मीटर मिसिंग लिंक के 14 सितम्बर को टेंडर निकाले जाने की उन्होने मंच से घोषणा की।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, राज्य मंत्री चण्डी प्रसाद भटट्, भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल, सामाजिक कार्यकर्ता कुलदीप रावत, भाजपा जिलाध्यक्ष महाबीर पंवार, पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल, जिला पंचायत सदस्य सविता भण्डारी ने भी अपने विचार रखे। मेला समिति के महासचिव कालिका काण्डपाल ने दशज्यूला की धार्मिक महत्ता पर प्रकाश डालते हुए अतिथियों को रूबरू करवाया जबकि महोत्सव अध्यक्ष जयवर्धन काण्डपाल ने आगन्तुकों व आम जनमानस का स्वागत करते हुये आभार व्यक्त किया।
महोत्सव के समापन अवसर पर लोक गायक सौरभ मैठाणी ने तू रैली मां तू रैदी दुर्गा की स्तुति से कार्यक्रम का शुभारंभ किया तथा गजेन्द्र राणा व पूनम सती द्वारा अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जिसका दर्शकों ने देर सांय तक भरपूर आनन्द उठाया। बीरेन्द्र बर्त्वाल, आशुतोष पुरोहित, राजेन्द्र काण्डपाल ने महोत्सव का संचालन सयुंक्त रूप से किया। इससे पहले जागतोली दशज्यूला महोत्सव के समापन अवसर पर दो मिनट का मौन रखकर अमर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किये गए।
इस मौके पर जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे ,मेला समिति के संरक्षक लखपत सिंह भण्डारी, संयोजक निधे किशोर काण्डपाल, मेला समिति उपाध्यक्ष सुमन पंवार, भूवेन्द्र नेगी, दलेब सिंह राणा, भाजपा प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी, भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर पंवार, भाजपा जिला प्रभारी ऋर्षि कन्डवाल, अजय सेमवाल, सुमन जमलोकी, गम्भीर बिष्ट,भाजपा चोपता मण्डल अध्यक्ष त्रिलोचन भटट्, महामंत्री अर्जुन नेगी, मुख्यमंत्री समन्वय अधिकारी दलवीर सिंह दानू, हीरा सिंह नेगी, विजयपाल सिंह कठैत, पार्वती गुसाईं, शान्ति चमोला,आचार्य विपिन चन्द्र काण्डपाल, पूर्ण सिंह नेगी, सहित महोत्सव पदाधिकारी, सदस्य, छैत्रीय जनप्रतिनिधि सहित छैत्र के विभिन्न गाँवो के ग्रामीण मौजूद रहे।