Sunday, May 11, 2025
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कोविड-19 : देश में दैनिक नये मामलों की संख्‍या में गिरावट, पिछले 24 घंटों में 16,504 पॉजिटिव मामले दर्ज

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भारत में अब तक कुल 99.5 लाख रोगी ठीक हो गए हैं; वैश्विक रूप से यह संख्‍या सबसे अधिक है,पिछले 11 दिनों में 1 करोड़ लोगों की जांच की गई है

नई दिल्ली, देश में कोविड के दैनिक नये मामलों में लगातार गिरावट हो रही है। पिछले 24 घंटों में पूरे देश में 16,504 नये मामले दर्ज हुए हैं।

दैनिक मामलों में गिरावट के कारण सक्रिय मामलों की संख्‍या में लगातार गिरावट सुनिश्चित हुई है। देश में आज सक्रिय मामलों की संख्‍या घटकर 2,43,953 हो गई है। कुल पॉजिटिव मामलों में सक्रिय मामलों की हिस्‍सेदारी संचयी मामलों की संख्‍या की केवल 2.36 प्रतिशत ही रह गई है।

पिछले 24 घंटों के दौरान कुल सक्रिय मामलों में 3,267 गिरावट होने का पता चला है।

देश में अब तक परीक्षणों की संख्‍या कुल मिलाकर 17 करोड़ 50 लाख (17,56,35,761) से अधिक हो गई है। पिछले 24 घंटों में 7,35,978 नमूनों की जांच की गई।

भारत के परीक्षण बुनियादी ढांचे में भारी बढ़ोतरी देखी गई है। आज देश में 2,299 प्रयोगशालाएं कार्यरत हैं।

पिछले 11 दिनों में 1 करोड़ परीक्षण किये गये हैं। अधिक परीक्षणों के कारण पॉजिविटी दर घटकर 5.89 प्रतिशत हो गई है।

बड़ी संख्‍या में मरीजों के ठीक होने और दैनिक नये मामले कम होने के कारण भारत में कोविड के ठीक होने वाले मरीजों की कुल संख्‍या बढ़कर लगभग 1 करोड़ हो गई है। आज तक ठीक हुए मरीजों की कुल संख्‍या लगभग 99.5 लाख (99,46,867) हो गई है। इस कारण मरीजों के ठीक होने की दर 96.19 प्रतिशत हो गई है।

पिछले 24 घंटों में 19,557 मरीज ठीक हुए हैं।

76.76 प्रतिशत ठीक हुए नये मरीज 10 राज्‍यों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों से संबंधित हैं।

केरल में एक दिन में सबसे अधिक 4,668 रोगी ठीक हुए हैं। महाराष्‍ट्र और पश्चिम बंगाल में एक दिन में क्रमश: 2,065 और 1,432 मरीज स्‍वस्‍थ हुए हैं।

83.90 प्रतिशत नये मामले 10 राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों के हैं।

केरल में पिछले 24 घंटों के दौरान सबसे अधिक संख्‍या में नये मामलों का पता चला है। राज्‍य में कोविड के 4,600 नये मरीज सामने आए हैं। महाराष्‍ट्र और पश्चिम बंगाल में कल क्रमश: 3,282 और 8,96 नये मामलों का पता चला है।

पिछले 24 घंटों के दौरान दैनिक मौत के 214 मामलों का पता चला है। दैनिक मौत के 77.57 प्रतिशत मामले 10 राज्‍यों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों से संबंधित हैं।

दैनिक मौत के 16.35 प्रतिशत नये मामले महाराष्‍ट्र के हैं, राज्‍य में 35 लोगों की मौत हुई है। पश्चिम बंगाल और केरल में पिछले 24 घंटों के दौरान क्रमश: 26 और 25 मौत के नये मामले दर्ज हुए हैं।

सचिवालय में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की राज्य स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक

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जनपदों में जन्म के समय लिंगानुपात में कमी देखी गई
है, उन जनपदों को फोकस करते हुए गहन माॕनिटरिंग की जाए : मुख्य सचिव

देहरादून , मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश की अध्यक्षता में सोमवार को सचिवालय में महिला सशक्त्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की राज्य स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गयी।
बैठक के दौरान, मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन जनपदों में जन्म के समय लिंगानुपात में कमी देखी गयी है, उन जनपदों को फोकस करते हुए गहन माॅनिटरिंग की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि मदर चाईल्ड ट्रेकिंग सिस्टम (एम.सी.टी.एस.) में सक्रिय भागीदारी निभाते हुए,

गर्भवती महिला की प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय तिमाही की जाँच अवश्य करायी जाए। उन्होंने कहा कि द्वितीय तिमाही जाँच बहुत ही महत्त्वपूर्ण होती है। ऐसे समयावधि में गर्भपात होना अथवा जाँच न कराया जाना संदिग्ध होता है, यदि गर्भपात हुआ है तो इसके कारणों की भी जाँच की जानी चाहिए।

मुख्य सचिव ने कहा कि लिंगानुपात में सुधार के लिए प्रोएक्टिव होकर काम करना होगा। इससे सम्बन्धित सभी विभागों को आपस में समन्वय बनाकर कार्य करना होगा। उन्होंने महिलाओं में आयरन की कमी एवं कुपोषण के साथ ही, मातृ मृत्यु दर को कम किए जाने हेतु लगातार प्रयास किए जाने की बात कही।

मुख्य सचिव ने वन स्टाॅप सेंटर को और अधिक सक्रिय किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वन स्टाॅप सेंटर में पंजीकृत केसों में से कितनों में चार्जशीट दाखिल हुयी, कितनों में सजा हुयी इसका भी ब्यौरा दिया जाना चाहिए। मुख्य सचिव ने कहा कि ड्राॅप आउट बालिकाओं के ड्राॅप आउट करने के कारणों को जानकर उनके निराकरण के प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि ड्राॅप आउट करने वाले बच्चों में अधिकतर प्रवासी और मजदूरों के बच्चे होते हैं, ऐसे में उनके लिए नोन-फार्मल एजुकेशन पर विचार किया जा सकता है।

बैठक में बताया गया कि राज्य में जन्म के समय लिंगानुपात वर्ष 2018-19 में 938 बालिका प्रति हजार बालक था जो अब बढ़कर 949 बालिका प्रति हजार बालक हो गया है। जन्म के समय लिंगानुपात की दृष्टि से उत्तराखण्ड, देश के टाॅप 10 राज्यों में शामिल है और राज्य के 05 जनपद बागेश्वर, अल्मोड़ा, चम्पावत, देहरादून एवं उत्तरकाशी देश के टाॅप 50 जनपदों में शामिल हैं। बताया गया कि चमोली, नैनीताल एवं पिथोरागढ़ में लिंगानुपात में गिरावट आयी है।
इस अवसर पर सचिव श्री एल. फैनई एवं श्री एच.सी. सेमवाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

 

 

कोरोना के चलते पूर्व ब्लाक प्रमुख का निधन, आखिरकार कोरोना की जंग हार गए पूर्व ब्लाक प्रमुख आनंद आर्य

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(चंदन सिंह बिष्ट)

भीमताल/ओखलकांडा,खटीमा और ओखलकांडा के ब्लॉक प्रमुख रहे व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद आर्य का कोरोना के चलते निधन हो गया बताया जा रहा है कि कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां से उन्हें हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर कर दिया गया था ।

कई दिनों से हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने जताया गहरा दु:ख

विगत कुछ दिनों से वह सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती थे कोरोना के चलते उनका निधन हो गया उनके निधन पर क्षेत्र के सामाजिक संगठनों के लोगों ने गहरा दुख जताया ।

दुखद : तेज रफ्तार डंपर ने ले ली 7 साल के मासूम की जान

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(चन्दन बिष्ट) हल्द्वानी, तेज रफ्तार डंपर ने 7 साल के बच्चे को कुचल दिया जिससे मासूम की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। दुर्घटना की खबर मिलते ही परिजनों सहित, आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और जमकर हंगामा किया और डंपर पर पथराव भी किया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को नियंत्रण में कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

बता दें कि राजपुरा गौला गेट किनारे रहने वाले बच्चे अक्सर गौला में खेलते रहते हैं। आज भी एक 7 साल का बच्चा गौला में खेल रहा था कि इस दौरान खनन में लगे डंपर ने बच्चे को कुचल दिया जिससे बच्चे की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया।

माता-पिता का रो रो कर बुरा हाल है। बच्चे की मां तो रोते-रोते बेसुध हो गई।उधर आसपास के लोग एकत्र होकर आक्रोशित हो गये उन्होंने डंपर पर पथराव किया। इस दौरान पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने आक्रोशित भीड़ को शांत किया और ड्राइवर को हिरासत में लेकर डंपर को भी अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

 

डैफोडिल सॉफ्टवेयर और विनोव सॉफ्टवेयर एंड सर्विसेज ने किया तुलाइट्स को भर्ती

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देहरादून, तुलाज़ इंस्टीट्यूट के प्रशिक्षण और प्लेसमेंट कार्यालय ने आज वर्चुअल पूल कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव का आयोजन किया। तुलाज़ सहित 7 अन्य कॉलेजों के 300 से अधिक छात्रों ने इस प्लेसमेंट ड्राइव में भाग लिया।

इस ड्राइव के लिए योग्य कोर्सेज बीटेक (सीएसई) ईसीई, बीसीए, एमसीए, बीबीए और एमबीए रहे। प्लेसमेंट ड्राइव्स का आयोजन डैफोडिल सॉफ्टवेयर में सॉफ्टवेयर डेवलपर व विनोव सॉफ्टवेयर एंड सर्विसेज में जूनियर एसोसिएट सॉफ्टवेयर डेवलपर के पद के लिए किया गया था। इंटरव्यू के पैनल के रूप में सीनियर एसोसिएट एचआर अंकिता त्यागी और हीना बच्छानी शामिल रहीं।

भर्ती प्रक्रिया अंकिता त्यागी और शाक्षी सिंह द्वारा एक संक्षिप्त परिचय के साथ शुरू हुई। इसके बाद एक ऑनलाइन टेक्निकल टेस्ट और टेलिफोनिक पर्सनल इंटरव्यू आयोजित हुए।

तुलाज़ इंस्टिट्यूट के बीटेक (सीएसई) के छात्र योगेश्वर मैथानी को डैफोडिल सॉफ्टवेयर गुड़गांव में 5 लाख प्रति वर्ष के पैकेज पर भर्ती करा गया। वहीँ तुलाज़ इंस्टिट्यूट के छात्र विकास खर्कवाल (बीटेक सीएसई) और अभिषेक दुबे (बीटेक सीएसई) को विनोव सॉफ्टवेयर एंड सर्विसेज नोएडा में 4.2 लाख प्रति वर्ष के पैकेज भर भर्ती करा गया।

नए साल में आईआईएम सम्बलपुर ने की एक नए सफर की शुरुआत

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देहरादून- देश में नई पीढ़ी के आईआईएम में सबसे आशाजनक और ऊर्जस्वी प्रबंधन संस्थानों में से एक, आईआईएम सम्बलपुर नए साल के आगमन के अवसर पर एक और बड़ी उपलब्धि का साक्षी बन गया है। 2 जनवरी, 2021 को भारत के माननीय प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी ने आईआईएम सम्बलपुर के स्थायी परिसर का शिलान्यास किया।

इस समारोह में ओडिशा के माननीय राज्यपाल, श्री गणेशी लालय ओडिशा के माननीय मुख्यमंत्री, श्री नवीन पटनायकय माननीय शिक्षा मंत्री, भारत सरकार, श्री रमेश पोखरियाल श्निशंकश्य माननीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री, भारत सरकार, श्री धर्मेंद्र प्रधानय माननीय राज्य मंत्री, एमओएएचडी एवं मत्स्य पालन और एमएसएमई, भारत सरकार, श्री प्रताप चंद्र सारंगीय माननीय सांसद, श्री नितेश गंगा देबय माननीय विधायक, श्री जे.एन. मिश्राय माननीय विधायक, श्री नूरी नायकय श्रीमती अरुंधति भट्टाचार्य, अध्यक्ष, बोर्ड, आईआईएम सम्बलपुर और भारतीय स्टेट बैंक की पूर्व अध्यक्ष, तथा प्रो. महादेव जायसवाल, निदेशक, आईआईएम सम्बलपुर ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम का गौरव बढ़ाया। इस वर्चुअल समारोह में भारत सरकार के गणमान्य अतिथि, उड़ीसा सरकार के गणमान्य अतिथि, उद्योग जगत की जानी-मानी हस्तियां, सार्वजनिक उपक्रमों के अधिकारीगण, आईआईएम, आईआईटी, आईआईएसईआर के निदेशक, मीडिया के पत्रकार, बुनकर समुदाय के सदस्य, किसान समुदाय के सदस्य, छात्र, पूर्व-छात्र, प्राध्यापक और आईआईएम सम्बलपुर के कर्मचारियों सहित लगभग 5000 से अधिक आमंत्रित अतिथियों ने भाग लिया।

उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों को संबोधित करते हुए, भारत के माननीय प्रधानमंत्री, श्री नरेंद्र मोदी, ने कहा, “आईआईएम सम्बलपुर के परिसर के शिलान्यास के साथ-साथ देश के युवाओं के लिए एक नए युग की आधारशिला भी रखी जा रही है। मुझे विश्वास है कि, आने वाले दिनों में आईआईएम सम्बलपुर ओडिशा में प्रबंधन शिक्षा का केंद्र बन जाएगा। मौजूदा दशक भारत में नए बहुराष्ट्रीय निगमों के विकास को समर्पित होगा। कोविड के बावजूद, इस साल भारत में कई निजी स्टार्टअप इकाइयों (यूनिकॉर्न) की शुरुआत हुई है। टियर-2 और टियर-3 श्रेणी के शहरों में इनका बड़े पैमाने पर विकास हो रहा है। आज के स्टार्टअप ही कल की बहुराष्ट्रीय कंपनियां हैं। इन स्टार्टअप्स के बेहतर संचालन के लिए सक्षम प्रबंधकों की जरूरत है और संस्थान के छात्र इस क्षेत्र में भारत को नई ऊँचाइयों पर ले जाएंगे।

उन्होंने आगे कहा, ष्अखंडता, नवप्रवर्तन और समाज के हर वर्ग के समावेश के अपने बुनियादी मूल्यों के साथ, आईआईएम सम्बलपुर देश के सामने प्रबंधन शिक्षा के क्षेत्र में अपने सामर्थ्य का प्रदर्शन करेगा। ’ब्रांड इंडिया’ को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाना और सभी के समावेश के साथ विकास को प्रोत्साहन देना, इस संस्थान के छात्रों की जिम्मेदारी है। लोकल को ग्लोबल बनाने के लिए आईआईएम के छात्रों को नए और अभिनव तरीकों की तलाश करनी होगी। मुझे पूरा विश्वास है कि श्आत्मनिर्भर भारतश् के निर्माण में आईआईएम सम्बलपुर के प्रयासों का अहम योगदान होगा।”

इस अवसर पर ओडिशा के माननीय राज्यपाल, श्री गणेशी लाल, ने कहा, “ओडिशा और संपूर्ण पूर्वी भारत के हाथों में देश के रूपांतरण, नवप्रवर्तन और बदलाव की कमान होगी। छात्र श्भय से मुक्त और भाव से युक्तश् के सनातन मूल्यों को बरकरार रखने वाले सबसे महत्वपूर्ण घटक हैं। नए भारत में ओडिशा देश के परिवर्तन के लिए एक इंजन की भूमिका निभाएगा। मुझे पूरा विश्वास है कि ओडिशा और संपूर्ण पूर्वी भारत देश को समग्र रूपांतरण, नवप्रवर्तन और बदलाव की ओर ले जाएगा। आईआईएम सम्बलपुर अपने छात्रों के प्रबंधन कौशल के माध्यम से दुनिया में बदलाव लाने की क्षमता रखता है।

ओडिशा के माननीय मुख्यमंत्री, श्री नवीन पटनायक, ने कहा, “अपने 5 वर्षों के सफर में, आईआईएम सम्बलपुर एक प्रीमियम प्रबंधन संस्थान के रूप में पहले से ही अपनी श्रेष्ठता साबित कर चुका है और अब तक इसका प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है। आईआईएम सम्बलपुर में ओडिशा राज्य के उद्यमिता केंद्र बनने की असीम संभावनाएं मौजूद हैं। स्थानीय बुनकरों और कृषि-आधारित व्यापार मॉडल के प्रतिभाशाली उद्यमियों के संवर्धन पर बल देते हुए, इस संस्थान ने लघु एवं मध्यम उपक्रम मंत्रालय के साथ समझौता ज्ञापन (डवन्) पर हस्ताक्षर किए हैं। हम सार्वजनिक हित के क्षेत्रों में आईआईएम सम्बलपुर के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं। मैं आईआईएम सम्बलपुर के सभी प्रयासों में इस सरकार के समर्थन का संकल्प लेता हूं।

माननीय शिक्षा मंत्री, भारत सरकार, श्री रमेश पोखरियाल श्निशंकश्, ने कहा, “एक दिन आईआईएम सम्बलपुर अपने असाधारण कार्यों के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध होगा। इस संस्थान के छात्र न केवल देश के जिम्मेदार नागरिक बनेंगे, बल्कि वे रोजगार सृजन में मदद करने वाले उद्यमी भी बनेंगे। वे दुनिया में भारत के लिए ब्रांड एंबेसडर की भूमिका निभाएंगे। मुझे पूरा विश्वास है कि, आईआईएम सम्बलपुर उद्यमिता और नवप्रवर्तन के माध्यम से भारत को 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था वाला देश बनाने के माननीय प्रधानमंत्री के विजन को साकार करने में सहायक सिद्ध होगा, साथ ही आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भी मदद करेगा।

माननीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री, भारत सरकार, श्री धर्मेंद्र प्रधान, ने कहा, “मुझे विश्वास है कि आईआईएम सम्बलपुर वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए एक हॉटस्पॉट की तरह उभरकर सामने आएगा। यह संस्थान संबलपुर के समृद्ध क्षेत्र के लिए नए आर्थिक मॉडल निर्माण में बेहद मददगार साबित होगा।”

माननीय राज्य मंत्री, एमओएएचडी एवं मत्स्य पालन और एमएसएमई, भारत सरकार, श्री प्रताप चंद्र सारंगी, ने चर्चा को आगे बढ़ाते हुए कहा, ष्आईआईएम सम्बलपुर देश के प्रीमियम संस्थानों में एक है और बेहद कम समय में इस संस्थान ने जिन ऊंचाइयों को छुआ है वह प्रशंसनीय है। यह देश के शीर्ष 75 प्रबंधन संस्थानों की सूची में शामिल हो गया है।”

माननीय सांसद, श्री नितेश गंगा देब ने कहा, “आईआईएम के इस नए परिसर के निर्माण से निश्चित तौर पर छात्रों एवं अध्यापकों के लिए बुनियादी सुविधाएं समान रूप से बेहतर होंगी। मुझे उम्मीद है कि इस संस्थान के सभी छात्र स्वयं को देश के सर्वश्रेष्ठ उद्यमी सिद्ध करने में सक्षम होंगे।”

इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए, श्रीमती अरुंधति भट्टाचार्य, अध्यक्ष, बोर्ड, आईआईएम सम्बलपुर और भारतीय स्टेट बैंक की पूर्व अध्यक्ष, ने कहा, “इस संस्थान के माध्यम से हम ने छात्रों को डिग्री देने से परे जाने का प्रयास किया है। हमारी महत्वाकांक्षा यह है कि, इस संस्थान से पढ़ाई पूरी करने वाले सभी छात्र रचनात्मक मानसिकता के साथ अधिक परिपक्व उद्यमी बनेंगे और कई लोगों को रोजगार का अवसर उपलब्ध कराने में सक्षम होंगे। हमारे नए परिसर में ओडिशा की पारंपरिक वास्तुकला का समावेश होगा। हम पारिस्थितिक संवहनीयता के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं, इसलिए हमारा नया परिसर पर्यावरण-अनुकूल और ऊर्जा-कुशल भी होगा।”

इसके बाद, प्रो. महादेव जायसवाल, निदेशक, आईआईएम सम्बलपुर, ने कहा, “वर्ष 2015 में भारत सरकार द्वारा आईआईएम सम्बलपुर की स्थापना की गई थी, ताकि उद्यमी मानसिकता वाले युवाओं को मार्गदर्शन व प्रोत्साहन दिया जा सके। नवप्रवर्तन, अखंडता और समाज के हर वर्ग का समावेश हमारे कार्यों के संचालन के मूल सिद्धांत हैं। नई शिक्षा नीति के दृष्टिकोण के अनुरूप, प्प्ड सम्बलपुर ने पढ़ने और पढ़ाने के तरीके में एक अभिनव बदलाव किया है, और इस प्रक्रिया को शिक्षक केंद्रित से छात्र केंद्रित बनाया है। उद्योग जगत के लाइव प्रोजेक्ट को क्लासरूम में लाकर हमने श्फ्लिप्ड क्लासरूमश् की अवधारणा को प्रस्तुत किया है, जिससे छात्र पढ़ाई से ज्यादा लगाव महसूस करते हैं और उनकी सीखने की क्षमता बढ़ जाती है। संस्थान में 49ः छात्राओं के साथ लैंगिक विविधता के मामले में भी हम सबसे बेहतर हैं। संस्थान के परिसर के शिलान्यास के लिए, हम अपने माननीय प्रधानमंत्री के आभारी हैं। हम ओडिशा के माननीय राज्यपाल, ओडिशा के माननीय मुख्यमंत्री, माननीय शिक्षा मंत्री, माननीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री और अन्य सभी गणमान्य व्यक्तियों, मित्रों और आईआईएम सम्बलपुर परिवार के सभी सदस्यों का हृदय से आभार व्यक्त करना चाहते हैं, जिन्होंने अपनी गरिमामय उपस्थिति से इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।”

सम्बलपुर शहर के निकट स्थित गौशाला के पास बसंतपुर गाँव में लगभग 200 एकड़ के भूखंड पर भारतीय प्रबंधन संस्थान, सम्बलपुर के स्थायी परिसर का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना के पहले चरण में लगभग 60,280 वर्गमीटर क्षेत्र का निर्माण किया जाएगा, जिसके अंतर्गत परियोजना की अलग-अलग इमारतें शामिल होंगी।

परिसर की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसमें क्षेत्रीय कला का समावेश किया जाएगा जो वास्तुकला के साथ पारस्परिक जुड़ाव को दर्शाता है। ओडिशा की पारंपरिक इकात (प्ज्ञ।ज्) कृ विशेष पैटर्न के साथ कपड़ा-रंगाई की तकनीक कृ को अद्भुत सुंदरता के साथ ईंट के अग्रभाग पर चित्रित किया गया है, जिसकी रंगत राज्य की मिट्टी के रंगों के समान है।

जीआरआईएचए (ळत्प्भ्।) के मानकों के अनुरूप 4-स्टार की रैंकिंग वाला यह संवहनीय परिसर ऊर्जा कुशल और विकास के पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील सिद्धांतों का

नेशनल मेट्रोलॉजी कॉन्क्लेव : पूरा देश वैज्ञानिकों और तकनीशियनों का ऋणी है : प्रधानमंत्री मोदी

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नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ‘नेशनल एटॉमिक टाइमस्‍केल’ और ‘भारतीय निर्देशक द्रव्य’ राष्ट्र को समर्पित किया और नेशनल एनवायरमेंटल स्टैंडर्ड लैबोरेट्री की भी आधारशिला रखी। इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम दुनिया में सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम शुरू करने की दहलीज पर हैं। पूरा देश सभी वैज्ञानिकों और तकनीशियनों का ऋणी है। नए साल में भारत को दो कोरोना वैक्सीन की मंजूरी मिली है।

उन्होंने कहा कि सीएसआईआर के वैज्ञानिक देश के ज्यादा से ज्यादा छात्रों के साथ संवाद करें , कोरोना काल के अपने अनुभवों को और इस शोध क्षेत्र में किये गए कामों को नई पीढ़ी से साझा करें। इससे आने वाले कल में आपको युवा वैज्ञानिकों की नई पीढ़ी तैयार करने में बड़ी मदद मिलेगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश में सर्विसेज की क्वालिटी हो, चाहे सरकारी सेक्टर में हो या फिर प्राइवेट में। प्रोटक्ट्स की क्वालिटी हो। हमारे क्वालिटी स्टैंडर्ड ये तय करेंगे कि दुनिया में भारत और भारत के प्रोडक्ट्स की ताकत कितनी ज्यादा बढ़नी चाहिए। 2047 में हमारी आजादी के 100 वर्ष होंगे पूर्ण

उन्होंने कहा कि देश 2022 में अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे कर रहा है, 2047 में हमारी आजादी के 100 वर्ष पूर्ण होंगे। हमें आत्मनिर्भर भारत के नए संकल्पों को ध्यान में रखते हुए, नए मानकों, नए पैमानों, नई स्टैंडर्ड्स और न्यू बेंचमार्कस को घड़ने की दिशा में आगे बढ़ना ही है।
उन्होंने कहा कि आज भारत दुनिया के उन देशों में है जिनके पास अपने नेविगेशन सिस्टम है। आज इसी ओर एक और कदम बढ़ा है।

टाइल्स कारोबारी के यहां डकैती मामले में पांच बदमाशों को पुलिस ने दबोचा, दो चल रहे फरार

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कोटद्वार, पिछले माह 25 दिसंबर की सुबह कोटद्वार के देवी रोड में खुशी होटल के पीछे पांच नकाबपोश बदमाशों ने टाइल्स कारोबारी प्रमोद प्रजापति के घर में उनकी मां, पत्नी और बेटी को बंधक बनाकर लाखों की नकदी और जेवरों की लूटपाट की थी। कारोबारी की तहरीर पर कोतवाली में पांच अज्ञात बदमाशों के खिलाफ डकैती और संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्जकर जांच शुरू कर दी थी।

 

मामले के खुलासे के लिए घटना के ही दिन ही पुलिस की छह टीमें गठित कर दी गई थी। पुलिस टीमों को सर्विलांस, सीसीटीवी फुटेज से अच्छी लीड मिली और इसके बाद सभी टीमों ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में डेरा जमाया रखा। टाइल्स कारोबारी मूल रूप से मुजफ्फरनगर जनपद के निवासी हैं। उसकी वहां पर नाते रिश्तेदारी भी है।

हरिद्वार में प्रमोद प्रजापति की टाइल्स की फैक्ट्री के साथ ही एक आटा मिल भी है। पुलिस का पूरा फोकस हरिद्वार के बाद मुजफ्फरनगर पर ही था। घटना को अंजाम देने के बाद बदमाशों के मुजफ्फरनगर पहुंचने की पुष्टि हुई। पुलिस शुरू से ही डकैती के तार हरिद्वार से जोड़कर चल रही थी।

बताया जा रहा है कि डीआईजी नीरू गर्ग, एसएसपी पी. रेणुका देवी और एएसपी प्रदीप राय लगातार पुलिस टीमों का मार्गदर्शन कर रहे थे। हरिद्वार पुलिस से पहले बदमाशों का कोटद्वार पुलिस के हत्थे चढ़ना बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। पांचों बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ चुके है और उनसे बरामदगी चल रही है।

डॉक्टर मां ने नींद की गोली खिलाकर सात साल के बेटे की जान ली, फिर की आत्महत्या

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आंध्र प्रदेश के राजमुंदरी में एक डॉक्टर मां ने अपने सात साल के बेटे को काफी सारी नींद की गोली देकर उसकी जान ले ली, बाद में मां ने भी गोली खाकर आत्महत्या कर ली. पहले मां-बेटे दोनों कोमा में चले गए, बाद में उनकी मौत हो गई. डॉक्टर मां की पहचान दोथामशेट्टी लावण्या के रूप में हुई है, जो डर्मेटोलॉजिस्ट थी. इनके पिता का नाम डॉ. बुद्धा, जो इलाके के जाने-माने डॉक्टर हैं.

33 वर्षीय लावण्या की शादी तेलंगाना स्थित एक डॉक्टर से हुई थी. हालांकि बाद में दोनों के बीच संबंध खराब हो गए थे. विवाद की वजह से लावण्या अपने पति से दूर राजमुंदरी में अपने पिता के साथ रह रही थी. बताया जा रहा है कि पति ने तलाक की नोटिस भेजा था. शायद इसी वजह से लावण्या ने इतना बड़ा कदम उठा लिया.

जानकारी के मुताबिक लावण्या ने सबसे पहले अपने बेटे निशांत को नींद की गोली दी थी. बाद में उसने खुद भी नींद की गोली खा ली. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.

11वीं की छात्रा ने 20वीं मंजिल से कूदकर दी जान

उत्तर प्रदेश के नोएडा में ग्यारहवीं की एक छात्रा ने शनिवार देर शाम 20वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली. सेक्टर-39 थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा दिया. पुलिस के मुताबिक, छात्रा के पास या कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है. पुलिस का कहना है कि अभी आत्महत्या के कारणों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है. घटना की जांच की जा रही है. (साभार -आज तक)

श्मशान घाट हादसे में अब तक 25 लोगों की मौत, ठेकेदार-इंजीनियर पर एफआईआर

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दिल्ली से सटे गाजियाबाद के मुरादनगर में श्मशान में हुए हादसे में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है. घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए तत्काल राहत पहुंचाने और कार्रवाई के निर्देश दिए. ठेकेदार, नगरपालिका की कार्यपालन अधिकारी समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है. अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

निहारिका सिंह- ईओ, मुरादनगर नगरपालिका
चंद्रपाल- जूनियर इंजीनियर
आशीष- सुपरवाइजर
अजय त्यागी- ठेकेदार

ये हैं वो लोग जिनकी लापरवाही गाजियाबाद के मुरादनगर में दो दर्जन से ज्यादा जिंदगियों पर भारी पड़ गई. गाजियाबाद पुलिस ने इन चारों समेत कुछ अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. अब इंतजार है एक्शन का. वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद प्रशासन से इस हादसे की पूरी रिपोर्ट मांगी है.

पीएम मोदी ने जताया दुख
हादसा इतना भीषण था कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इससे विचलित हो गए. उन्होंने ट्वीट करके कहा, ‘मुरादनगर में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे की खबर से अत्यंत दुख पहुंचा है. राज्य सरकार राहत और बचाव कार्य में तत्परता से जुटी है. इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं, साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’

अंतिम संस्कार के दौरान गिरा छत
अपने परिजन के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट पहुंचने परिवार और रिश्तेदारों ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि बारिश से बचने के लिए जिस शेड की तरफ वो कदम बढ़ा रहे हैं, वहीं उनकी जीती जागती कब्रगाह जाएगी. प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, उसके दादा का अंतिम संस्कार चल रहा था और बाकी लोग दूर खड़े होकर देख रहे थे. इसी दौरान जोर की आवाज आई और जब वो उस तरफ दौड़े तो देखा छत के नीचे कई लोग दबे हुए थे.

अब तक 25 लोगों की मौत
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि इस हादसे में उनके चाचा की भी मौत हो गई जबकि बड़े चाचा का लड़का अभी भी मलबे के नीचे दबा हुआ है. देवेंद्र ने बताया की उनके पिता को कंधे पर चोट आई है लेकिन वो हादसे में बाल बाल बच गए. इस हादसे में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है. मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता का ऐलान यूपी सरकार ने तो कर दिया है.

घोटाले ने ली लोगों की जान?
घटना के बाद से सवाल उठ रहा है कि क्या श्मशान घाट में हुए घोटाल ने ले ली लोगों की जान? स्थानीय लोगों के मुताबिक, तीन महीने पहले श्मशान घाट का छत डाला गया था, जिसमें कच्ची रेत का इस्तेमाल किया गया. लोगों ने कहा कि श्मशान घाट की छत में घोटाला हुआ, जिसका नतीजा ये था कि जरा सी बारिश में ढह गया. खैर पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की गई है, अब देखना होगा कि सरकार क्या कार्रवाई करती है.(साभार -आज तक)