Wednesday, May 14, 2025
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उत्तराखंड सचिवालय संघ के चुनाव : प्रत्याशी को अकेले ही कराना होगा नामांकन, 22 को होगा मतदान

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देहरादून, उत्तराखंड सचिवालय संघ के चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए गये हैं जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि नामांकन के दौरान प्रत्याशी के अलावा कोई दूसरा नामांकन कक्ष में नहीं जाएगा साथ ही बिना मास्क के किसी प्रत्याशी को नामांकन कक्ष में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। मतदान के दौरान किसी को भी मोबाइल फोन के इस्तेमाल की अनुमति नहीं होगी।

कोई भी प्रत्याशी प्रचार के लिए प्लास्टिक की सामग्री का उपयोग नहीं होगा | सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं सचिवालय संघ चुनाव के निर्वाचन अधिकारी मस्तू दास ने सोमवार को चुनावों को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए। इसके मुताबिक चुनाव प्रक्रिया 19 जनवरी को नामांकन दाखिल करने के साथ शुरू होगी। 20 जनवरी को नाम वापसी होगी और 22 जनवरी को मतदान होगा। इसी दिन मतगणना के बाद शाम को परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, संयुक्त सचिव और कोषाध्यक्ष पद के लिए नामांकन एक कक्ष में और प्रचार सचिव, संप्रेक्षक और सदस्य कार्यकारिणी का नामांकन दूसरे कक्ष में होगा। सचिवालय परिसर एवं अन्य सार्वजनिक संपत्ति पर किसी भी प्रकार की प्रचार-प्रसार की सामग्री प्रदर्शित व चस्पा नहीं की जाएगी।

कोई भी प्रत्याशी अपने पक्ष में मतदान के लिए किसी प्रकार का प्रलोभन नहीं देगा। 21 जनवरी को प्रत्याशी सचिवालय परिसर स्थित एटीएम चौक पर आमसभा कर सकते हैं। इस दौरान प्रत्याशी वहां अपने फ्लेक्स बैनर लगा सकते हैं। मतदान के समय सभी को अपना परिचय पत्र दिखाना आवश्यक होगा। मतदान कक्ष में शारीरिक दूरी के नियमों का पालन किया जाएगा, सचिवालय संघ के चुनावों के लिए नामांकन पत्रों की बिक्री शुरू हो गई है। सोमवार को अध्यक्ष पद के लिए सचिवालय संघ के पांच सदस्यों ने नामांकन पत्र खरीदे।

इनमें मौजूदा अध्यक्ष दीपक जोशी, पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र प्रसाद रतूड़ी, मौजूदा उपाध्यक्ष संदीप मोहन चमोला, कार्यकारिणी सदस्य राजीव नयन पांडेय और बलवंत सिंह जयाड़ा शामिल रहे। उपाध्यक्ष पद के लिए सुनील कुमार लखेड़ा, विजेंद्र सिंह और अरविंद प्रकाश भट्ट ने नामांकन पत्र लिया। महासचिव पद के लिए मौजूदा महासचिव राकेश जोशी, पूर्व महासचिव प्रदीप पपने, व्योमकेश दूबे और विमल जोशी ने नामांकन पत्र लिए। कोषाध्यक्ष पद के लिए बची सिंह और प्रचार सचिव पद के लिए राकेश महर ने नामांकन पत्र लिया। इसके लिए संयुक्त सचिव के दो पदों के लिए तीन नामांकन पत्र और सदस्य कार्यकारिणी के आठ पदों के सापेक्ष तीन ने नामांकन पद लिए।

डेवलपमेंट चार्ज के अनुरूप विकास कार्य नहीं करता एमडीडीए, पूर्व विधायक ने लगाये आरोप दिया ज्ञापन

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देहरादून, जनता से नक्शा पास करने के एवज में एमडीडीए में मोटा विकास शुल्क (डेवलपमेंट चार्ज) वसूल करता है और यह शुल्क इसलिए लिया जाता है, क्योंकि एमडीडीए ऐसे क्षेत्रों में सड़क, नाली निर्माण समेत तमाम विकास कार्य करता है। हालांकि, डेवलपमेंट चार्ज के अनुरूप विकास कार्य नहीं किए जा रहे। यह बात राजपुर रोड क्षेत्र के पूर्व विधायक राजकुमार ने एमडीडीए उपाध्यक्ष रणवीर सिंह चौहान को ज्ञापन सौंपते हुए कही।

पूर्व विधायक व अनुसूचित जाति विकास (कांग्रेस) के अध्यक्ष के नेतृत्व में सोमवार को एमडीडीए के उपाध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा गया। राजकुमार ने कहा कि राजपुर रोड, डालनवाला क्षेत्र, रेसकोर्स, खुड़बुड़ा, करनपुर, डीएल रोड, मानसिंह वाला समेत कई ऐसे इलाके हैं, जहां की कॉलोनियों की स्थिति ठीक नहीं है। सड़कें खराब हैं और वहां नालियों का भी अभाव है। ऐसे में बरसात में स्थानीय निवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसी तरह मोहिनी रोड, फालतू लाइन, कांवली, तेगबहादुर रोड आदि क्षेत्रों में ड्रेनेज संबंधी कार्यों के इस्टीमेट बनाए गए थे और यह भी अधर में लटके हैं।

 

इसके अलावा कांग्रेस कार्यकर्त्‍ताओं ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार में स्वीकृत किए गए तमाम कार्य चार साल बाद भी शुरू नहीं हो पाए हैं। इंदिरा मार्केट रीडेवलपमेंट प्लान इसमें से एक है। यदि परियोजना का निर्माण हो पाता तो बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार मिलता और पार्किंग की समस्या भी दूर हो पाती। लिहाजा, परियोजना का निर्माण जल्द शुरू किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र इस दिशा में उचित कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन शुरू किया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में बलराज भांबरी, सौरभ सचदेवा, अश्वनी आदि शामिल रहे।

मोटर साइकिल चोर पुलिस के हत्थे चढ़ा, छह मोटरसाइकिल बरामद, एक साथी है फरार

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ऋषिकेश। कोतवाली ऋषिकेश क्षेत्र में पिछले एक सप्ताह से मोटरसाइकिल चोरी की सूचना के बाद पुलिस ने एक शातिर चोर को धर-दबोचने में सफलता हासिल की है। उसकी निशानदेही पर विभिन्न स्थानों से चुराई गई छह मोटर साइकिल बरामद की गई है। हालांकि, उसका एक साथी अब भी फरार है।

ऋषिकेश कोतवाली क्षेत्र से पिछले एक सप्ताह के भीतर तीन मोटरसाइकिल चोरी होने की घटना हुई। तीनों ही मामलों में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी। इस मामले में पुलिस ने एक शातिर चोर को गिरफ्तार किया है। उसका दूसरा साथी अभी फरार है। इनके कब्जे से छह मोटरसाइकिल बरामद की गई है। कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि एक सप्ताह के भीतर तीन मोटरसाइकिल चोरी की वारदात के बाद अलग-अलग टीम गठित की गई। मोटरसाइकिल चोरी होने के स्थान और आसपास सड़क प्रतिष्ठानों में लगे करीब 32 सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चेक की गई। इस तरह के मामलों में जेल गए 12 अपराधियों का भौतिक सत्यापन भी किया गया।

 

उन्होंने बताया कि पुराने अपराधियों के सत्यापन के दौरान जानकारी मिली की रायवाला थाना क्षेत्र से नीतू तोमर उर्फ नितिन तोमर नाम का एक व्यक्ति मोटरसाइकिल चोरी के आरोप में जेल गया था। वर्तमान में वह अपने एक अन्य साथी के साथ क्षेत्र में सक्रिय है, जिसके बाद पुलिस ने नितिन तोमर पुत्र कृष्ण पाल निवासी आजाद नगर थाना दोघट बड़ौद उत्तर प्रदेश हाल निवासी भट्टों वाला श्याम पुर की तलाश शुरू कर दी। रविवार की रात करीब साड़े दस बजे सूचना मिली की नीतीश उर्फ निक्कू तोमर बिना नंबर की मोटरसाइकिल पर सवार होकर श्यामपुर से ऋषिकेश की ओर आ रहा है।

पुलिस टीम ने उसे मनसा देवी फाटक पर चेकिंग के दौरान रोककर उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि यह मोटरसाइकिल उसने अपने साथी रोहित पुत्र सुखराम पाल निवासी लोढ़ा बड़ौत उत्तर प्रदेश के साथ डिग्री कॉलेज ऋषिकेश के पास से चोरी की थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि चोरी की अन्य पांच मोटरसाइकिल हमने छुपा कर रखी है। कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि नीतीश उर्फ निक्कू की निशानदेही पर बायपास मार्ग खांड गांव के समीप जंगल में छुपा कर रखी गई पांच अन्य मोटरसाइकिल भी बरामद की गई।

पुलिस के मुताबिक रोहित की गिरफ्तारी के लिए टीम विभिन्न स्थानों के लिए रवाना की गई है। पुलिस बरामद की गई तीन अन्य चोरी की मोटरसाइकिल के बारे में आसपास थाना क्षेत्रों से जानकारी जुटा रही है। पुलिस के मुताबिक नीतीश पूर्व निक्कू के खिलाफ उत्तर प्रदेश और दिल्ली में 10 अपराधिक मामले भी दर्ज है।

कोविड-19 : राज्य में 120 नए कोरोना संक्रमित मिले, छह मरीजों की मौत

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देहरादून, उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की रफ्तार लगातार कम होती जा रही है। पिछले 24 घंटे के भीतर 120 नए संक्रमित मिले हैं। वहीं छह मरीजों की मौत हुई है। प्रदेश में संक्रमित मरीजों की मौत की संख्या 1617 पहुंच गई है। कुल संक्रमितों का आंकड़ा 94923 हो गया है। जबकि 2136 सक्रिय मरीजों का उपचार चल रहा है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, रविवार को 11730 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। देहरादून में 36, चमोली में तीन, हरिद्वार में 23, नैनीताल में 38, अल्मोड़ा चार, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ में एक-एक, ऊधमसिंहनगर 10 और उत्तरकाशी में चार नए मरीज आए हैं। वहीं, बागेश्वर, पौड़ी गढ़वाल, और टिहरी गढ़वाल और चंपावत में एक भी भी संक्रमित मरीज नहीं मिला। जबकि रविवार को 330 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। इन्हें मिला कर अब तक 89882 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। साथ ही रिकवरी दर 94.69% फीसदी

आयुष अग्रवाल ने किया 17 वें पुलिस अधीक्षक के रूप में कार्यभार ग्रहण

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 पत्रकार वार्ता कर बताई अपनी प्राथमिकतायें

(देवेन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग-आज जनपद के नव नियुक्त पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल द्वारा 17 वें पुलिस अधीक्षक के रूप में कार्यभार ग्रहण कर किया गया। कार्यभार ग्रहण करने के उपरांत पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस कार्यालय रुद्रप्रयाग की समस्त शाखाओं का निरीक्षण किया गया तथा अधीनस्थों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।

2016 बैच भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी आयुष अग्रवाल ने पुलिस कार्यालय के निरीक्षण के पश्चात अपने कार्यालय में पत्रकार वार्ता कर अपनी प्रार्थमिकता को मीडिया के सामने रखा। उन्होंनेअपनी प्राथमिकता को बताते हुये कहा कि रुद्रप्रयाग में होने वाली श्री केदारनाथ यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को सुखद यात्रा का अनुभव कराना है, जनपद रुद्रप्रयाग की यातायात व्यवस्था के सुधार के लिए अन्य विभागों से समन्वय स्थापित करना,अपराध नियंत्रण पर कार्यवाही की जायेगी।

नये प्रकार के अपराध अर्थात साईबर अपराध के सम्बन्ध में लोगों को जागरुक करना, आने वाले फरियादियों की समस्या सुनकर उनका तत्काल निराकरण करना व अधीनस्थ पुलिस कर्मियों के वैलफेयर के लिए कार्य किया जायेगा।

गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में निशान साहिब को नये चोले पहनाये

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देहरादून, श्री गुरु गोविन्द सिंह जी के प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, आढ़त बाजार के श्री निशान साहिब को नये चोले पहनाये गए l
प्रात: नितनेम के पश्चात भाई सतवन्त सिंह ने आसा दी वार का शब्द गायन किया, स. मोहन सिंह जी एवं सोहन सिंह जी के परिवार द्वारा रखे गए श्री अखण्ड पाठ साहिब के भोग डाले गए l

हैड ग्रंथी भाई शमशेर सिंह ने कहा कि गुरुद्वारा साहिब में लगे निशान साहिब को देख कर कोई भी समझ जाता है कि यात्री को यहाँ रहने एवं लंगर कि व्यवस्था मिल जाएगी, इसलिए पंथ के निशान साहिब झूलते रहने चाहिए l
इस अवसर पर प्रधान गुरबख्श सिंह राजन, जनरल सेक्रेटरी गुलज़ार सिंह,सचिव अमरजीत सिंह छाबड़ा, मनजीत सिंह, सतनाम सिंह, बलजीत सिंह, त्रिलोचन सिंह, सेवा सिंह मठारू आदि उपस्थित थे l

राज्य में मनरेगा के कार्य दिवस 100 से बढ़ाकर 150 दिन किये जायेंगे : मुख्यमंत्री

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देहरादून, मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में सचिवालय में राज्य रोजगार गारंटी परिषद् की बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड आजीविका एप लॉच किया। उन्होंने कहा कि राज्य में जल्द ही मनरेगा के कार्यदिवसों की अवधि बढ़ाई जायेगी। मनरेगा के कार्यदिवस 100 दिन से बढ़ाकर 150 दिन किये जायेगें। जिसके लिए धनराशि की व्यवस्था राज्य फंड से की जायेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि मनरेगा के तहत कुछ जनपदों में अच्छा कार्य हुआ है। कार्य प्रकृति में सुधार के लिए सभी जिले एक-दूसरे से अपने अनुभवों को साझा करें। जिलाधिकारियों द्वारा मनरेगा के तहत होने वाले कार्यों की 15 दिनों में जिला स्तर पर समीक्षा की जाय। कोविड काल के दौरान की कार्य की भरपाई करने के लिए और मेहनत की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जल स्रोतों के पुनर्जीवीकरण के लिए सुनियोजित तरीके से कार्य किया जाए। जिन नदियों के पुनर्जनन के लिए कार्य किये जा रहे हैं, उनकी जीआईएस मैपिंग हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिथौरागढ़ जनपद में फिशरीज के क्षेत्र में अच्छा कार्य हो रहा है। इस क्षेत्र में लोगों को कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एवं कार्यप्रणाली की जानकारी के लिए भ्रमण कराया जाय। पौषण वाटिका के तहत जनपद पौड़ी में अच्छा कार्य किया जा रहा है। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा अच्छी योजना बनाई गई है। इस तरह के प्रयोग अन्य जिलों में भी किये जाएं। मनरेगा के तहत जनपदों में रोजगार दिवसों के औसत को और अधिक बढ़ाया जाय। जल संरक्षण एवं संवर्द्धन, कृषि विकास, पोषण अभियान, कलस्टर आधारित क्रियान्वयन रणनीति, सतत आजीविका संसाधन विकास एवं विपणन सुविधा विकास के क्षेत्र में मनरेगा के तहत विशेष प्रयास किये जाय।

बैठक में निर्णय लिया गया कि राज्य योजना एवं जिला योजना में विभागों द्वारा जो ऐसे कार्य प्रस्तावित किये जाते हैं, जो मनरेगा के तहत आसानी से किये जा सकते हैं। ऐसे कार्यों को मनरेगा से करने में प्राथमिकता दी जाय, ताकि राज्य एवं जिला योजना की धराशि का किसी अन्य मद में सदुपयोग किया जा सके। बैठक में जानकारी दी गई कि राज्य में मनरेगा के तहत कुल 12.19 लाख जॉब कार्ड बने हैं। जिसमें से 67.19 प्रतिशत सक्रिय जॉब कार्ड धारक है। राज्य में 58.69 प्रतिशत सक्रिय श्रमिक हैं। जॉब कार्ड धारकों में 53.65 प्रतिशत महिलाएं है। राज्य में पिछले एक साल में 02 लाख 66 हजार जॉब कार्ड धारकां की संख्या बढ़ी है। मनरेगा के तहत ससमय भुगतान एवं जॉब कार्ड सत्यापन में उत्तराखण्ड पर राष्ट्रीय स्तर पर दूसरी रैंकिंग है। मनरेगा के तहत न्यूनतम अकुशल मजदूरी प्रतिदिन 201 रूपये है। वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए अनुमोदित बजट में से 80 प्रतिशत धनराशि अवमुक्त की जा चुकी है। एनआरएलएम स्वयं सहायता समूहों द्वारा किये जा रहे नर्सरी कार्यों से 10.13 लाख रूपये की आय अर्जित की गई। इसके तहत 94 स्वयं सहायता समूह कार्य कर रहे हैं।
बैठक में ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. एस.एस. नेगी, अपर मुख्य सचिव श्रीमती मनीषा पंवार, अपर सचिव सुश्री वंदना,  उदयराज, राज्य नोडल अधिकारी मनरेगा  मोहम्मद असलम एवं सबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

हार्टफुलनेस संस्था द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति केन्द्रित तथा युवाओं को सकारात्मक जीवन पद्धति एवं स्वास्थ्य की प्रेरणा देने हेतु आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा संगोष्ठी

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देहरादून,  हार्ट फुल एजुकेशन ट्रस्ट के ‘यूनिवर्सिटी कनेक्ट’ उपक्रम के अंतर्गत नेशनल एजुकेशन कॉन्क्लेव 2021 का दूसरा दिन राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर केन्द्रित रहा और इसमें वर्तमान शिक्षा प्रणाली में समग्र तथा ह्रदय केन्द्रित शिक्षा को समावेशित किये जाने की आवश्यकता पर बल दिया गया। इस वर्चुअल कॉन्क्लेव के दूसरे दिन अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् के चेयरमैन डॉ. अनिल सहस्रबुद्धे, पद्म विभूषण एवं नेशनल रिसर्च प्रोफेसर डॉ. आर. ए. माशेलकर, मोरारजी देसाई नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ योग के सीईओ डॉ. ईश्वर बसवरेड्डी, स्वदेस फाउंडेशन के संस्थापक और अपग्रेड के चेयरमैन एवं सह-संस्थापक रौनी स्क्रूवाला, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में सेंटर फॉर कम्पैशन एंड आलट्रूइज्म के संस्थापक डॉ. जेम्स डोटी तथा डॉ. कमलेश पटेल (हार्टफुलनेस के मार्गदर्शक, जिन्हें दाजी के नाम से भी जाना जाता है) जैसे प्रख्यात वक्ताओं ने भाग लिया।

कॉन्क्लेव का एक प्रमुख आकर्षण था कई हार्टफुलनेस एजुकेशन ट्रस्ट की ओर से विश्वविद्यालयों के प्राध्यापकों और युवा प्रतिनिधियों को विभिन्न क्षेत्रों किए गए में उनके प्रशंसनीय प्रयासों हेतु सम्मानित करने के लिए आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह। ये पुरस्कार चार विभिन्न श्रेणियों हार्टफुल प्रोफेसर पुरस्कार, हार्टफुल शिक्षक पुरस्कार, विशिष्ट ज्यूरी पुरस्कार एवं हार्टफुल युवा प्रतिनिधि पुरस्कार में बाँट कर कुल 37 प्राध्यापकों और युवा प्रतिनिधियों को प्रदान किये गए।

‘हार्टफुल कैम्पस’ के उद्घाटन के बाद हार्टफुलनेस के मार्गदर्शक दाजी ने कहा, “एक बेहतर कल के लिए शिक्षा ही एकमात्र मार्ग है और एक जागृत समाज के लिए शिक्षा में शिक्षा के सभी तत्वों का सही सम्मिश्रण जरूरी है। नेशनल एजुकेशन कॉन्क्लेव 2021 का एकमात्र उद्देश्य देश की शिक्षा प्रणाली में ह्रदय आधारित दृष्टिकोण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और छात्रों को एक बेहतर भविष्य बनने के लिए प्रेरित करने एवं सक्षम बनाने में शिक्षण संस्थाओं की जिम्मेदारी को रेखांकित करना है।”

कॉन्क्लेव के दूसरे दिन का पहला सत्र ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति दृ विश्वविद्यालयों में शिक्षा के द्वारा सामाजिक-भावनात्मक शिक्षण को प्रेरित करना’ विषय पर आधारित था जिसमें पद्म विभूषण एवं नेशनल रिसर्च प्रोफेसर डॉ. रघुनाथ ए माशेलकर ने सही शिक्षा के महत्त्व पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षा संतुलित हो, सर्वांगीण हो और जिसका लक्ष्य ह्रदय में करुणा की पूरी शक्ति को जगाना हो और वह हमें अपनी हर क्रिया हार्टफुलनेस के साथ करने में सहायक हो। डॉ माशेलकर ने आगे कहा कि हृदय आधारित शिक्षा ही शिक्षा का मूल तत्व है और इस तरह की शिक्षा की संकल्पना को साकार करना ही आत्मविश्वास और आत्मसम्मान से भरे आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सहयोगी होगा।

अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् के चेयरमैन डॉ. अनिल सहस्त्रबुद्धे ने बताया कि लगभग सात हजार साल पहले, गुरुकुल पद्धति की शिक्षा के समय जब संसार को विश्वविद्यालयों की संकल्पना का ज्ञान भी नही था हार्टफुलनेस का अस्तित्व था। इस विचार को विस्तार देते हुए हुए उन्होंने भारत के नालंदा, तक्षशिला, विक्रमशिला जैसे संस्थानों का नाम लिया जहाँ विश्व भर से छात्र शिक्षा प्राप्त करने आते थे। उनकी वार्ता में उन दिनों के शिक्षक या गुरु कैसे होते थे और वे छात्रों को किस तरह शिक्षण देते और उसका अभ्यास करवाते थे यह स्पष्ट किया गया।

अपने मुख्य सत्र में डॉ. सहस्त्रबुद्धे ने सामाजिक- भावनात्मक शिक्षण के परिणामों को संस्थागत रूप देने के लिए विश्वविद्यालयों की शिक्षा फिर से परिभाषित करने के विषय पर आगे कहा कि नई शिक्षा-नीति फिर से उन बातों को सामने लाने की कोशिश कर रही है जो हजारों साल पहले मौजूद थी, जिन्हें भारतीय शिक्षा पद्धति के रूप में जाना जाता है। प्राथमिक विद्यालयों से विश्वविद्यालयों तक ज्ञान में परिवर्तन सही अनुपात में होना जरूरी है। यह भी बहुत जरूरी है कि चाहे शिक्षकों और छात्रों के बीच के सम्बन्ध हों या छात्रों के आपसी सम्बन्ध, इन्हें बेहतर बनाया जाना चाहिए।

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में सेंटर फॉर कम्पैशन एंड आलट्रूइज्म के संस्थापक डॉ. जेम्स डोटी ने अपने सत्र में युवाओं में सकारात्मक स्वास्थ्य एवं जीवनचर्या प्रेरित करने में विश्वविद्यालयों के योगदान पर चर्चा करते हुए उन पहलुओं को रेखांकित किया जो विशेषकर आज के छात्रों में तनाव और उद्विग्नता का कारण बनते हैं और उन्हें नुकसान पहुँचाते हैं। उन्होंने उन छात्रों की बड़ी संख्या की ओर भी ध्यान आकर्षित किया जो स्वयं ही अपने बारे में औरों से अधिक आलोचनात्मक होते हैं और अति आलोचनात्मक होना उनके लिए इतना हानिकारक होता है कि यह उन्हें गलत रास्तों पर ले जाता है, जिसके परिणाम बहुत बुरे होते हैं। उन्होंने कहा कि एक मनुष्य का महत्त्व उसकी शैक्षणिक योग्यताओं या पदवियों से नहीं होता। मनुष्य का महत्त्व उनके हृदय से है। क्या वे प्रेम करते हैं, औरों का ख्याल रखते हैं, क्या वे विनम्र हैं, करुणामय हैं?

एफसी गोवा ने आरबी लीपजिग की मदद से क्लब के नेशनल सॉकर कैम्प्स ऑनलाइन का प्रोग्राम डिटेल घोषित किया

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देहरादून,  एफसी गोवा ने घोषणा की है कि आरबी लीपजिग की मदद से क्लब के ‘नेशनल सॉकर कैम्प्स ऑनलाइन’ प्रोग्राम को तीन पैकेजों की शक्ल में उपलब्ध कराया जाएगा। 6 से 18 वर्ष की उम्र के प्रतिभागियों के लिए डिजाइन किए गए इन तीनों पैकेजों में से किसी भी पैकेज में प्रतिभागी अपनी पसंद, दिलचस्पी और प्राथमिकता के अनुसार नामांकन करा सकते हैं। लॉन्च किए गए तीनों पैकेज इस प्रकार हैंरू बिगिनर फ्री, बिगिनर स्टैंडर्ड और बिगिनर मैक्स।

 

“हम आरबी लीपजिग की मदद से नेशनल सॉकर कैम्प्स ऑनलाइन के अगले चरण का प्रोग्राम घोषित करते हुए गर्व महसूस कर रहे हैं। यह प्रोग्राम फुटबाल की गुणवत्तापूर्ण कोचिंग के दम पर बच्चों को उनके लक्ष्य हासिल करने में मदद करेगा, साथ ही उन्हें एक ऑनलाइन माध्यम के जरिए उनकी सुविधा के अनुसार सीखने का अवसर देगा।“- बता रहे हैं एफसी गोवा के फुटबाल निदेशक रवि पुष्कुर।

 

उन्होंने आगे बताया- “आरबी लीपजिग के साथ हमारी भागीदारी यह सुनिश्चित करेगी कि देश भर के फुटबालप्रेमी सर्वश्रेष्ठ सुविधाओं तक अपनी पहुंच बना सकें और फुटबाल से जुड़ी अपनी महत्वाकांक्षाएं पूरी कर सकें। इसके साथ-साथ उनके व्यक्तित्व का चैतरफा विकास भी होगा।“

 

आरबी लीपजिग के तकनीकी निदेशक क्रिस्टोफर वीवेल ने भी एफसी गोवा का नेशनल सॉकर कैम्प्स ऑनलाइन लॉन्च होने की सराहना की है। वह कहते हैं, “नेशनल सॉकर कैम्प्स ऑनलाइन प्रोग्राम से जुड़े सभी व्यक्तियों के लिए यह ऐतिहासिक दिन है! आरबी लीपजिग में हम आने वाले कल की प्रतिभाएं तैयार करने का खयाल रखते हैं और एफसी गोवा के साथ अपनी भागीदारी के प्रति हम प्रतिबद्ध हैं, जो यह सुनिश्चित करती है कि कामयाबी पाने के लिए बच्चों को यथासंभव सर्वश्रेष्ठ संसाधन और औजार मुहैया कराए जाएं।“

 

उन्होंने आगे कहा, “हमें पूरा भरोसा है कि यह प्रोग्राम बच्चों के भविष्य का निर्माण करने तथा उन्हें उन्मुक्त होकर खुद को अभिव्यक्त करने में सहायक सिद्ध होगा। हम सभी प्रतिभागियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं और उनको हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं।“

 

नेशनल सॉकर कैम्प्स ऑनलाइन एफसी गोवा और आरबी लीपजिग के बीच हुई रणनीतिक साझेदारी का पहला कदम है। यह अपनी तरह का पहला ऐसा प्रोग्राम है, जहां बच्चे देश में कहीं पर भी घर बैठे एक सुगठित ढंग से फुटबाल की बुनियादी बातें और तकनीक सीख सकते हैं।

 

बिगिनर फ्री पैकेज में 20 ट्रेनिंग वीडियो, आरबी लीपजिग के प्रशिक्षकों द्वारा 2 विशेष सत्र और प्रतिमाह एक मूल्यवर्द्धन सत्र शामिल है। मूल्यवर्द्धन सत्र में न्यूट्रीशन, चोट प्रबंधन, रणनीति बनाने आदि के विशेषज्ञों के साथ चलने वाले सत्र शामिल होंगे। यह खास पैकेज निःशुल्क है और इसमें कोई भी अपना नामांकन करा सकता है।

 

बिगिनर स्टैंडर्ड मासिक पैकेज में 20 ट्रेनिंग वीडियो, आरबी लीपजिग के प्रशिक्षकों द्वारा 6 विशेष सत्र और 2 मूल्यवर्द्धन सत्र शामिल हैं। इसके अलावा इसमें 2 कोच-संवाद, एफसी गोवा के खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों के साथ 2 मास्टरक्लास और पूरे महीने भर चलने वाला एक ट्रेनिंग प्लान भी शामिल है। एक माह के लिए इस पैकेज की कीमत 1750 रुपए है तथा यह नामांकन के लिए उपलब्ध है।

 

आखिर में, तीन माह का बिगिनर मैक्स पैकेज प्रतिभागियों को न केवल बिगिनर स्टैंडर्ड पैकेज के सभी लाभ प्रदान करता है, बल्कि उनको एफसी गोवा और आरबी लीपजिग की नेशनल सॉकर कैम्प वाली को-ब्रांडेड जर्सी मुफ्त में दी जाती है। इस पैकेज की कीमत 5250 रुपए है तथा यह नामांकन के लिए उपलब्ध है।

 

एफसी गोवा के जूनियर सदस्यों को 10% का डिस्काउंट भी दिया जाएगा। यह जूनियर सदस्यता बच्चों को एफसी गोवा की बेमिसाल एक्सेस प्रदान करती है, जिसके तहत वे खिलाड़ियों से बातचीत कर सकते हैं, उनको क्लब की जर्सी मुफ्त मिलती है और अन्य कई सुविधाएं उन्हें प्राप्त होती हैं।

 

बिगिनर स्टैंडर्ड और बिगिनर मैक्स पैकेज की उपलब्धता सीमित है तथा इसमें ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर दाखिला दिया जाएगा। नेशनल सॉकर कैम्प्स ऑनलाइन 15 फरवरी 2021 को शुरू होंगे और इनके लिए केवल 10 फरवरी 2021 तक ही पंजीकरण स्वीकृत किए जाएंगे।

ऊपर उल्लेख किए गए किसी भी पैकेज में नामांकन कराने के लिए https://soccercamps.fcgoa.in/courses पर जाएं और फुटबाल से जुड़े अपने सपनों को पूरा करने का अवसर हाथ से न जाने दें।

एफ़सी गोवा के नेशनल सॉकर कैम्प्स ऑनलाइन प्रोग्राम के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए https://soccercamps.fcgoa.in/home पर जाएं प्रोग्राम की सभी खास अपडेट हासिल करने हेतु हमें इंस्टाग्राम, ट्विटर और फेसबुक पर फॉलो करें- @fcgsoccercamps

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राजकीय बालिका इंटर कालेज डूंडा में छात्राओं को ‘गढ़भोज वर्ष 2021’ से कराया गया रूबरू

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उत्तरकाशी, उत्तराखण्ड के पारम्परिक भोजन को पहचान व बाज़ार दिलाने के लिये चलाये जा रहे ‘गढ़भोज वर्ष 2021’ अभियान के अन्तर्गत आज राजकीय बालिका इंटर कालेज डूंड़ा उत्तरकाशी में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया | विद्यालय में प्रार्थना सभा के दौरान स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती विजय लक्ष्मी रावत ने जाड़ी द्वारा चलाये जा रहे गढ़भोज वर्ष 21 के विषय में छात्राओं को विस्तृत जानकारी दी गयी है ।

विद्यालय के प्रवक्ता कृष्ण मोहन भट्ट ने छात्राओं को स्थानीय फसलों, सागो एव भोजन के उपयोग औषधीय गुण के बारे में जानकारी दी । विद्यालय परिवार में समस्त अध्याकिपायें एवं कर्मचारियो नें गढ़भोज को थाली का हिस्सा बनाने का सकल्प लिया । श्री कृष्ण मोहन भट्ट ने बताया की उत्तराखण्ड का पारम्परिक भोजन कोरोना जैसी बीमारी में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बनाये रखने में कारगर साबित होगा,

उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने वोकल फॉर लोकल का मंत्र इसीलिए दिया है ताकि हम अपने आसपास मौजूद संसाधनों का समाज के हित में उचित व्यावहारिक प्रयोगों को अपनाते हुए अपनी संस्कृति, आर्थिकी, सामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा दे सकें।
इस दौरान श्रीमती आभा बहुगुणाश्रीमती मंजू नेगी श्रीमती निशा थपालियाल श्रीमती मनोरमा नौटियाल एवं कार्यालय अध्यक्ष श्री मनमोहन सिह पडियार आदि उपस्थित रहे शामिल रहे |

 

सप्ताह में एक दिन गढ़भोज को परोसने के पुलिस महानिदेशक ने दिये आदेश

देहरादून, गढ़ भोज वर्ष 2021 अभियान के शुभारंभ के अवसर पर पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार जी से किये गये आग्रह पर महानिदेशक जी द्वारा की गई घोषणा के अनुरुप सप्ताह के एक दिन उत्तराखण्ड के पारम्परिक भोज को आवश्यक रूप से परोसने के लिये पुलिस विभाग द्वारा सभी जनपद के पुलिस अधीक्षक, कम्पनियों के मुख्य को पत्र जारी किया गया।
इस कार्य के लिये गढ़ भोज अभियान उत्तराखण्ड पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार जी का हार्दिक आभार प्रकट करता है।