Monday, June 23, 2025
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उत्‍तराखंड के चमोली आपदा में लापता 9 राज्यों के 115 लोगों की पहली सूची जारी

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Uttarakhand Disaster: केदारनाथ त्रासदी के सात साल बाद उत्तराखंड के पहाड़ों का धैर्य फिर टूट गया। रविवार को चमोली जिले के तपोवन के पास रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने के कारण तबाही मच गई। अबतक आपदा में मारे गए 18 लोगों के शव बरामद हुए हैं। वहीं उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, झारखंड, बिहार, पंजाब, पश्चिम बंगाल, नेपाल, जम्मू-कश्मीर और ओडिशा के करीब 202 व्यक्तियों की तलाश जारी है। आज (सोमवार) प्रशासन ने लापता 115 लोगों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। साथ ही 7 लापता लोग फिलहाल अज्ञात है। लापता लोगों की लिस्ट में सबसे ज्यादा यूपी और बिहार के लोग है। इधर रविवार को आइटीबीपी के जवानों ने 12 श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाल लिया था।

यह भी पढ़ें:-ब्रैकिंग न्यूज : उत्तराखण्ड़ के विष्णुप्रयाग में ग्लेशियर फटा, बाढ़ की आशंका, प्रशासन ने गांव खाली कराये

नीचे देखें आपदा में लापता लोगों का नाम और राज्य

उत्तराखंड के लापता लोग

1. त्रेपन सिंह, टिहरी गढ़वाल

2. अनिल कुमार, टिहरी गढ़वाल

3. विनोद सिंह, टिहरी गढ़वाल

4. अनिल कुमार, चमोली

5. धीरेंद्र, पौड़ी गढ़वाल

6. विक्रम सिंह, देहरादून

7. जगदीश तोमर, देहरादून

8. हर्ष चौहान, देहरादून

9. सलदार सिंह, देहरादून

10. जीवन सिंह, देहरादून

11. कल्याण सिंह, देहरादून

12. अनिल, देहरादून

13. अनिल, देहरादून

14. संदीप चौहान, देहरादून

15. अमित डोभाल, चमोली

16. रविंद्र सिंह, पिथौरागढ़

17. रोहित सिंह, चमोली

18. रामकिशोर सिंह, चमोली

19. साजन सिंह, चमोली

20. अरविंद सिंह, चमोली

21. ओम प्रकाश, चमोली

22. मनोज सिंह नेगी, चमोली

23. महेंद्र लाल, चमोली

24. पंकज सिंह चमोली

25. शिव सिंह, चमोली

26. अजनेश, हरिद्वार

27. दीपेश कुमार, टिहरी गढ़वाल

28. शुभम घिल्डियाल, टिहरी गढ़वाल

29. जीत सिंह ठाकुर, देहरादून

30. दीपक टम्टा, चमोली

31. गौरव प्रसाद, देहरादून

32. अनूप थपलियाल, चमोली

33. राजेश थपलियाल, चमोली

34. नरेंद्र लाल मैसोन, चमोली

35. जितेंद्र थापा, देहरादून

36. महेंद्र सिंह, चमोली

37. नरेंद्र कुमार, चमोली

38. पदमेंद्र बिष्ट, चमोली

39. आलम सिंह, टिहरी गढ़वाल

40. सत्यपाल, चमोली

41. अमित पाल, चमोली

42. कुलदीप सैनी, हरिद्वार

उत्तरप्रदेश के लापता लोगों की लिस्ट

1. छोटू, श्रावस्ती

2. वेद प्रकाश, श्रावस्ती

3. प्रभुनाथ राणा, श्रावस्ती

4. हरि लाल, श्रावस्ती

5. अजय कुमार, श्रावस्ती

6. अर्जुन लाल, लखीमपुर खीरी

7. मनोज कुमार पाल, लखीमपुर खीरी

8. संतोष कुमार, लखीमपुर खीरी

9. सतेंद्र कुमार, लखीमपुर खीरी

10. जितेंद्र कुमार, लखीमपुर खीरी

11. पाकर्मा गिरी, लखीमपुर खीरी

12. पंकज कुमार पांडेय, चंदौली

13. राशिद खान, लखीमपुर खीरी

14. राजू गुप्ता, लखीमपुर खीरी

15. श्रीकिशन, लखीमपुर खीरी

16. जलाल हुसैन, लखीमपुर खीरी

17. भलभल, लखीमपुर खीरी

18. अवधेश, लखीमपुर खीरी

19. उरफान खान, लखीमपुर खीरी

20. रामविलास, लखीमपुर खीरी

21. जगदीश, लखीमपुर खीरी

22. उमेश, लखीमपुर खीरी

23. मुकेश, लखीमपुर खीरी

24. जयकिशन, मिर्जापुर

25. प्रमोद, लखीमपुर खीरी

26. विनोद, लखीमपुर खीरी

27. रामू, मथुरा

28. शेरसिंह, शाहजहांपुर

29. रंजीत गिरी, लखीमपुर खीरी

30. रामतीर्थ, लखीमपुर खीरी

31. जावेद खान, लखीमपुर खीरी

32. इस्लाम हुसैन, लखीमपुर खीरी

33. गौरीशंकर, लखीमपुर खीरी

34. शेर बहादुर, लखीमपुर खीरी

35. इरशाद खान, लखीमपुर खीरी

36. विमलेश, लखीमपुर खीरी

37. धमेंद्र, लखीमपुर खीरी

38. हीरालाल, लखीमपुर खीरी

39. सूरज कुमार, लखीमपुर खीरी

40. अरुण, लखीमपुर खीरी

41. अर्जुन, लखीमपुर खीरी

42. प्रवीन धीमान, सहारनपुर

झारखंड के लापता लोगों के नाम

1. अमृत कुमार, बोकारो

2. मदन मेहतो, रामगढ़

3. मिथिलेश मेहतो, रामगढ़

4. बिरशे मेहतो, रामगढ़

5. कुलदीप कुमार मेहतो, रामगढ़

6. नेमश बख्ला, लोहरदग्गा

7. ज्योतिष बख्ला, लोहरदग्गा

8. दीपक कुजुर, लोहरदग्गा

9. विक्की भगत, लोहरदग्गा

10. मंजनू बख्ला, लोहरदग्गा

11. सुनील बख्ला, लोहरदग्गा

12. उर्वानस बख्ला, लोहरदग्गा

13. रबिंदर ओरोन, लोहरदग्गा

पंजाब के लापता लोगों के नाम

1. सुखविंदर, लुधियाना

2. केवल सिंह, लुधियाना

3. सुखविंदर, लुधियाना

4. कुलबीर सिंह, लुधियाना

बिहार के लापता लोग

1. मुन्ना कुमार सिंह, सारण

2. सोनू कुमार यादव, सारण

3. नरेश दास, समस्तीपुर

नेपाल के लापता लोगों के नाम

1. सोहन चौधरी, टीकापुर

2. शंकर चौधरी, टीकापुर

3. विष्णु मल्ल, टीकापुर

पश्चिम बंगाल के लापता लोग

1. अश्वनि तंतुबई, पुरुलिया

2. शुभांकर तंतुबई, पुरुलिया

जम्मू-कश्मीर के लापता लोग

1. जितेंद्र कुमार, डोडा

ओडिशा के लापता का नाम

1. नागेंद्र दास, भदरक

(साभार – नई दुनिया)

चमोली में जल प्रलय : आपदा के बाद अब तक विभिन्न स्थानों से 24 लोगों के शव हुये बरामद, अभी भी कई लोग टनल में हैं फंसे

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चमोली, उत्तराखंड के चमोली जिले में आयी जल प्रलय ने एख बार फिर उत्तराखण्ड़ को हिलाकर रख दिया, प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा करने के लिए जोशीमठ पहुंचे। चमोली के आपदा में अब तक 18 लोगों के शव बरामद हो गए हैं जबकि 202 लोग लापता हैं। टनल में अभी 25 से 35 लोग फंसे हुए हैं। इन्‍हें निकालने के लिए सेना, आइटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमें लगी हुई हैं। वहीं, इस हादसे में छह लोग घायल हो गए हैं। बीते रोज एनटीपीसी से 12 लोगों को बचाया गया है।

रविवार को ग्लेशियर टूटने के कारण ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट और तपोवन-विष्णुगाड़ जल विद्युत परियोजना ध्वस्त हो गई थी। तपोवन-विष्णुगाड प्रोजेक्ट की दूसरी सुरंग में 30 से 35 व्यक्ति फंसे हैं। टनल में मलबा भरे होने के कारण उनके रेस्क्यू में दिक्कत आ रही हैं, ऋषिगंगा नदी और धौलीगंगा नदी के उफान में इन दोनों प्रोजेक्टों में काम करने वाले कई श्रमिक व स्थानीय लोग लापता है, जिनकी तलाश में एसडीआरएफ की 11 टीम जुटी हैं, दो टीम रैणी, चार टीम तपोवन, दो टीम जोशीमठ व तीन टीम श्रीनगर में तलाशी अभियान चला रही हैं। एयरफोर्स के चार हेलीकाप्टरों की भी मदद ली जा रही है। सोमवार को राहत-बचाव के साथ लापता व्यक्तियों के तलाशी में एसडीआरएफ के 70 जवान, एनडीआरएफ के 129 जवान, आइटीबीपी के 425 जवान, एसएसबी की एक टीम, सेना के 124 जवान, आर्मी की दो मेडिकल टीम और स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की दो टीमें लगी है |

– पुलिस के मुताबिक चमोली में आपदा के बाद अब तक विभिन्न स्थानों से 24 लोगों के शव बरामद किए गए हैं।

– सोमवार रात को भी टनल में फंसे लोगों को निकालने के लिए बचाव अभियान जारी है। आइटीबीपी, सेना, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की संयुक्त टीम इन अभियान में जुटी है।

-मुख्‍यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सोमवार देर शाम जोशीमठ रवाना हो गए हैं। वे प्रभावित क्षेत्रों का स्‍थलीय निरीक्षण करने के साथ अधिकारियों के साथ समीक्षा करेंगे। कहा , तपोवन स्थित टनल में फंसे लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना की एक संयुक्त टीम बचाव अभियान चला रही है। टीम तपोवन टनल में 130 मीटर के निशान तक पहुंच गई है। माना जा रहा है कि टी-पॉइंट तक पहुंचने में 2-3 घंटे लग सकते हैं। सुरंग में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के प्रयास जारी हैं।

-आइटीबीपी के पश्चिमी कमान के एडीजी एमएस रावत ने तपोवन सुरंग और जोशीमठ में किए जा रहे बचाव कार्यों पर उत्तराखंड के सीएम को जानकारी दी।

-उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा करने के लिए जोशीमठ पहुंचे।

-आइटीबीपी, सेना, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की संयुक्त टीम ने चमोली में तपोवन सुरंग में प्रवेश किया है।

-उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद आपदा राहत अभियान की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्‍होंने राहत और बचाव कार्य के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष से 20 करोड़ रुपये जारी किए।

 

– केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने आपदा प्रभावित तपोवन का निरीक्षण किया।

-उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा जो कार्यकर्ता लापता हैं, वे शायद पूर्वी यूपी और बिहार के हैं। मुझे इस संबंध में संपर्क किया गया है कि इनमें से 30 लोग (लापता) लखीमपुर खीरी (यूपी) के हैं।

-गौचर के पास सारी में अलकनंदा नदी के किनारे शव मिला।

-एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने बताया कि 2.5 किलोमीटर लंबी सुरंग में बचाव अभियान चल रहा है। समस्या मलबे के साथ है, जो धीरे-धीरे साफ हो रही है। 27 लोग जिंदा, 11 मरे, 153 लापता हैं। 153 में से 40-50 सुरंग में फंसे हुए हैं। उत्तराखंड में शेष लोगों के बहने की आशंका है।

ग्लेशियर टूटने का कारण जानने को इसरो की मदद

-केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि यह एक बहुत ही मुश्किल स्थिति है, लेकिन आइटीबीपी ने सफलतापूर्वक एक सुरंग से लोगों को बचाया और अब वे दूसरी सुरंग पर काम कर रहे हैं, जो लगभग 3 किमी लंबी है। एनडीआरएफ और सेना भी इस काम में लगी है। दोपहर तक हम कुछ सकारात्मक परिणामों की उम्मीद कर सकते हैं।

-एसडीआरएफ और उत्तराखंड पुलिस की टीम ने श्रीनगर डैम के आसपास तलाशी अभियान चलाया।

-इंजीनियरिंग टास्क फोर्स सहित सेना के जवानों के अथक प्रयासों के बाद सुरंग का मुंह साफ किया गया। जनरेटर और सर्च लाइट लगाकर रातभर काम जारी रहा। फील्ड अस्पताल घटना स्थल पर चिकित्सा सहायता प्रदान कर रहा है।

-उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि दहशत फैलाने की जरूरत नहीं। ग्लेशियर कल टूटा था। बोल्डर और मलबे ने तपोवन पर बड़े पैमाने पर रैणी बिजली परियोजना को नुकसान पहुंचाया। यह सब कल हुआ। दो परियोजना से 121 लोग लापता हैं।

-उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि अब तक तपोवन से 3 और कर्णप्रयाग के मार्ग में 7 कुल 10 शव बरामद किए गए हैं। कल तपोवन में छोटी सुरंग से 12 लोगों को बचाया गया, जबकि बड़ी सुरंग को खोलने के प्रयास जारी हैं। इससे मलबा निकाला जा रहा है।

-भारतीय वायु सेना के अनुसार, देहरादून से जोशीमठ के लिए एमआई -17 और एएलएच हेलीकॉप्टरों ने उड़ान भरी। साथ ही हवाई बचाव और राहत मिशन फिर से शुरू हो गए हैं।

-चमोली पुलिस ने बताया कि सुरंग में फंसे लोगों को बचाने का ऑपरेशन चल रहा है। जेसीबी मशीन की मदद से सुरंग को साफ करने के प्रयास जारी हैं। कुल 15 लोगों को बचाया गया है और 14 शव अब तक विभिन्न स्थानों से बरामद किए गए हैं।

-आइटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडे ने बताया कि हमने दूसरी सुरंग में खोज अभियान तेज कर दिया है। हमें जानकारी है कि लगभग 30 लोग वहां फंसे हुए हैं। सुरंग को साफ करने के लिए लगभग 300 आइटीबीपी के जवान तैनात हैं। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि लगभग 170 लोग लापता हैं।

-आइटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडे ने बताया कि आइटीबीपी ने कल एक सुरंग से 12 लोगों को बचाया, ये 30 लोग एक अलग सुरंग में फंसे हुए हैं। विभिन्न क्षेत्रों में बचाव अभियान चल रहा है। यदि आवश्यक हुआ तो और टीमें वहां भेजी जाएंगी, हम पहले सुरंग से लोगों को निकालने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

– अब तक 10 लोगों के शव मिल चुके हैं।

-टनल से मलबा हटाने का काम रात्रिभर चला। जेसीबी कर रही है काम, रेस्क्यू टीमे मौके पर मौजूद हैं।

-चमोली में एनटीपीसी की निर्माणाधीन तपोवन विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना की टनल में अभी 30 लोग फंसे हैं।

 

हेलिकॉप्टर के माध्यम से पहुंचाई जा रही राशन और मदद

आपदा में सडक पुल बह जाने के कारण नीति वैली के जिन 13 गांवों से संपर्क टूट गया है उन गांवों में जिला प्रशासन चमोली द्वारा हेलिकॉप्टर के माध्यम से राशन, मेडिकल एवं रोजमर्रा की चीजें पहुंचायी जा रही है। डीएम ने कहा कि जब तक यहां पर वैकल्पिक व्यवस्था या पुल तैयार नहीं हो जाता तब तक हैली सेवा से यहां पर रसद पहुंचाया जाएगा।

उत्तराखंड : राज्य में 825 किमी ऑल वेदर रोड निर्माण की योजना, 671 किमी निर्माण को दी जा चुकी है मंजूरी

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नई दिल्ली (एजेंसी), केंद्र सरकार ने सोमवार को बताया कि पर्वतीय राज्य उत्तराखंड में उसकी 825 किमी लंबी ऑल वेदर रोड (सभी तरह के मौसम में सफर योग्य) के निर्माण की योजना है। इसमें 12,072 करोड़ रुपये की लागत से 671 किमी रोड के निर्माण को मंजूरी प्रदान की जा चुकी है।

आम आदमी पार्टी के नारायण दास गुप्ता के सवाल के जवाब में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने उक्‍त जानकारी दी। श्री गडकरी ने बताया कि उत्तराखंड में मंत्रालय की योजना ऋषिकेश से जानकी चट्टी (यमुनोत्री), गंगोत्री, गौरीकुंड (केदारनाथ) और माना (बदरीनाथ) तक 825 किमी ऑल वेदर रोड निर्माण की है। इसमें कैलास मानसरोवर मार्ग पर टनकपुर से पिथौरागढ़ का सेक्शन भी शामिल है। शुरुआत में इसका निर्माण मार्च, 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य था, लेकिन नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल और सुप्रीम कोर्ट में याचिका की वजह से कार्य पूर्ण होने की निर्धारित अवधि में देरी हुई है।

 

अप्रैल-दिसंबर के बीच रोज 28 किमी हुआ राजमार्ग का निर्माण

एक सवाल के जवाब में गडकरी ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान पिछले साल अप्रैल से दिसंबर के बीच प्रतिदिन औसतन 28 किमी राजमार्ग का निर्माण हुआ। इस दौरान निर्मित 7,767 किमी राजमार्गो में से 6,858 करोड़ रुपये की लागत से महाराष्ट्र में 1,662 किमी, उत्तर प्रदेश में 552 किमी (1,351 करोड़ रुपये), मध्य प्रदेश में 495 किमी (1,446 करोड़ रुपये), राजस्थान में 464 किमी, उत्तराखंड में 441 किमी और बिहार में 406.5 किमी का निर्माण हुआ। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में गडकरी ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने 200 तकनीकी संस्थानों के साथ सहमति पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इसका मकसद उन्हें अनुसंधान के लिए राजमार्गो के हिस्सों को स्वैच्छिक रूप से अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है।

उत्तराखंड : आज से खुले कक्षा 6 से 11वीं तक के स्कूल, बंद स्कूलों को खोलने से पहले किया गया सैनिटाइजेशन

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देहरादून, कोरोना काल के दौरान उत्तराखंड में दस महीने बाद सोमवार से कक्षा छह से 11वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल खुल गए। साथ ही ऑनलाइन पढ़ाई भी जारी रहेगी। शिक्षा निदेशक आरके कुंवर के मुताबिक स्कूलों को खोले जाने को लेकर विभाग ने अपनी ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। उन्होंने कहा कि अभिभावकों की सहमति के बाद ही छात्रों को स्कूल में प्रवेश दिया जा रहा है।

शिक्षा निदेशक के मुताबिक बंद स्कूलों को खोलने से पहले सैनिटाइजेशन किया गया। यह प्रक्रिया हर दिन प्रत्येक पाली के बाद नियमित रूप से की जाएगी। इसके अलावा स्कूलों में सैनिटाइजर, हैंडवाश, थर्मल स्कैनिंग एवं प्राथमिक उपचार की व्यवस्था की गई है। कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए संबंधित स्कूल की ओर से एक नोडल अधिकारी नामित किया गया है।

जो सोशल डिस्टेंसिंग एवं कोविड प्रोटोकाल संबंधी दिशा निर्देशों के पालन के लिए उत्तरदायी होंगे। यदि स्कूल में छात्रों, शिक्षकों और अन्य स्टाफ के बीच संक्रमण की स्थिति पैदा होती है तो इससे जिला प्रशासन को अवगत कराने की जिम्मेदारी नोडल अधिकारी की होगी, सोमवार से दून विश्वविद्यालय भी सामान्य रूप से खुला गया है। विवि में सभी कोर्सों की ऑफलाइन कक्षाएं चलेंगी। हॉस्टल के छात्रों को भी प्रवेश मिल रहा है। हालांकि, प्रवेश पाने वाले छात्रों व शिक्षकों को विवि की सख्त गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य है।

विवि की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल ने बताया कि छात्रों को अभिभावक सहमतिपत्र लाना अनिवार्य है। हॉस्टल के छात्रों को अभिभावक सहमति के साथ कोविड जांच रिपोर्ट भी दिखानी होगी। हॉस्टल में भी गाइडलाइन के तहत व्यवस्थाओं में कई बदलाव किए गए हैं। हॉल व कमरों में क्षमता से आधे बेड लगाए गए हैं। कहा कि सभी कोर्सों की ऑनलाइन कक्षाएं पहले की तरह जारी रहेंगी |
स्कूल आने वाले छात्रों को हैंडवाश, सैनिटाइजेशन व थर्मल स्कैनिंग के बाद ही स्कूल में प्रवेश दिया गया। यह भी तय किया गया कि छात्र के मास्क पहनने के बाद ही उसे स्कूल में प्रवेश की अनुमति दी जाए। स्कूल में प्रवेश तथा छुट्टी के समय मेन गेट पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। यह भी देखना होगा कि सभी छात्रों की छुट्टी एक साथ न कर अलग-अलग कक्षाओं की छुट्टी अलग-अलग समय पर की जाए।

खुले नौ हजार से अधिक स्कूल
प्रदेश में छह से 12 वीं तक नौ हजार से अधिक स्कूल खुल गए हैं। जिनमें उच्च प्राथमिक सरकारी, अशासकीय और प्राइवेट स्कूलों की संख्या 5452 है। जबकि 1354 हाईस्कूल और 2479 इंटरमीडिएट कॉलेज हैं, जबकि प्रदेश में एक से पांचवीं कक्षा तक के स्कूल अभी बंद रहेंगे। इन स्कूलों को खोले जाने को लेकर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ। इन स्कूलों के बच्चों की ऑनलाइन क्लास जारी रहेगी।

कोरोना संक्रमण : राज्य में आज मिले 43 संक्रमित, तीन की हुई मौत

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देहरादून, उत्तराखंड में सोमवार को 24 घंटे के भीतर तीन कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है, जबकि 43 और लोग संक्रमित मिले हैं। कुल संक्रमितों की संख्या 96536 हो गई है। वहीं, 142 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 808 आ गई है।

राज्य स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 5437 सैंपल जांच में निगेटिव मिले हैं, जबकि चार जिलों में 43 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं। हालांकि पहले की तुलना में सैंपल जांच में कमी आई है। पिछले एक सप्ताह से प्रतिदिन 10 हजार से कम सैंपलों की जांच की जा रही है। देहरादून जिले में 22, हरिद्वार में 16, नैनीताल में दो, ऊधमसिंह नगर जिले में दो व चंपावत जिले में एक संक्रमित मिला है।

 

बीते 24 घंटे में प्रदेश में तीन मरीजों की मौत हुई है। एम्स ऋषिकेश, सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज, सेना अस्पताल रुड़की में एक-एक मरीज ने दम तोड़ा है। प्रदेश में अब तक 1671 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है। जबकि 142 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया है। इन्हें मिलाकर 92696 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। संक्रमितों की तुलना में ज्यादा मरीज ठीक होने से रिकवरी दर पहली बार 96 प्रतिशत हो गई है।

शहर की सफाई व्यवस्था को शीघ्र किया जाये दुरूस्त: अनिरूद्ध भाटी

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हरिद्वार 8 फरवरी (कुल भूषण)    हरिद्वार नगर क्षेत्र की सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने एवं तीन वार्डों में सफाई व्यवस्था ठप्प होने के कारण क्षेत्रवासियों को हो रही परेशानी के दृष्टिगत भाजपा पार्षद दल ने उपनेता अनिरूद्ध भाटी व राजेश शर्मा के नेतृत्व में कुम्भ मेला अधिकारी दीपक रावत को ज्ञापन सौंपकर सफाई व्यवस्था बहाल किये जाने की मांग की।

भाजपा पार्षद दल के उपनेता अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि हड़ताल समाप्त होने के पश्चात भी मेयरपति व कांग्रेसी नेताओं के दवाब में रामनगर, संदेशनगर तथा कनखल चैक बाजार स्थित तीन वार्ड में विगत 10 दिनों से सफाई व्यवस्था ठप्प पड़ी है। सफाई न होने से जगह जगह कूड़े के ढेर लग गये हैं जिससे स्थानीय निवासियों व तीर्थयात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

उपनेता राजेश शर्मा ने कहा कि अत्यन्त खेद का विषय है कि मेयर ने तीन वार्डों में कूड़ा न उठने की शर्त पर कर्मचारी संगठनों से समझौता कर इन क्षेत्रों को कूड़े के ढेर में बदल दिया है। मेयर की इस कार्यशैली से तीन वार्डों में गहरा आक्रोश पनप रहा है।

भाजपा पार्षद दल को आश्वस्त करते हुए कुम्भ मेला अधिकारी दीपक रावत ने कहा कि सफाई व्यवस्था हमारी प्राथमिकता में है। उन्होंने एमएएन जय भारत सिंह को सफाई व्यवस्था दुरूस्त किये जाने हेतु निर्देशित किया
इस अवसर पर पार्षद शुभम मंदौला सचिन अग्रवाल विवेक उनियाल ललित सिंह रावत रेनू अरोड़ा पिंकी चैधरी लोकेश पाल विनित जौली सुनीता शर्मा व भाजयुमो नेता विदित शर्मा, दिव्यम यादव उपस्थित रहे।

हरीश रावत को पार्टी हाई कमान प्रदेश में मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करे राव अफाक

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हरिद्वार 8 फरवरी (कुल भूषण )  वरिष्ठ कांग्रेस नेता राव अफाक अली व राज्य कर्मचारी सफाई कर्मचारी  आयोग के पूर्व अध्यक्ष किरणपाल बाल्मिकी पूर्व महिला आयोग की अध्यक्ष संतोश चैहान  ने प्रेस क्लब में पत्रकारो को सम्बोधित करते हुए कहा कि  प्रदेष के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को आने वाले विद्यान सभा चुनावों में मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोशित करना चाहिए इससे आने वाले चुनावों में कांग्रेस पार्टी को प्रदेष में लाभ मिलेगा।

राव अफाक ने हरीश रावत के समर्थन में विभिन्न समर्थको के नामो की सूची संलग्न कर उनके  द्वारा पार्टी अध्यक्ष व पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा संगठन महासचिव वेणुगोपाल को हरीश रावत के समर्थन में पत्र लिखकर उन्हे मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोशित करने का पत्र प्रेस को जारी किया

राव अफाक ने कहा की  हरीश रावत के नेतृत्व वाली तत्कालीन प्रदेश सरकार ने विभिन्न जनहीत के कार्य कर लोगो को कंाग्रेस से जोडने का काम किया है ऐसे मंे पार्टी हाई कमान द्वारा हरीश रावत के नतृत्व में चुनाव लडाये जाने पर कांग्रेस पार्टी मजबूती क साथ विद्यान सभा चुनावों में जीत दर्ज कर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने का मार्ग प्रषस्त करेगी

साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन

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हरिद्वार 8 फरवरी (कुल भूषण)     अपर जिलाधिकारी प्रशासन हरिद्वार द्वारा अवगत कराया गया कि  09 फरवरी  को आदर्श बाल सदन इण्टर काॅलेजए ग्राम व  पोस्ट बहादराबाद जटए जनपद हरिद्वार में बहुउद्देशीय विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया जाएगाए जिसमें लोगों को निशुल्क विधिक सहायता दी जाएगी तथा सरकार द्वारा विभिन्न वर्गो हेतु चलायी जा रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त हो सके इसके लिए शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं के सम्बन्ध में पात्र व्यक्तियों का रजिस्ट्रेशन होना है तथा लाभार्थियों का डेटा भी माननीय उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण नैनीताल को प्रेषित किया जाएगा।
शिविर में संबंधित विभागों को अपने विभाग की योजनाओं सहित प्रतिभाग करने के निर्देश दिये गये हैं।

प्रदेश में शांति के लिए जूना अखाड़े के संतों ने किया विशेष पूजा का आयोजन

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हरिद्वार 8 फरवरी (कुल भूषण)चमोली जिले में नंदा देवी गलेशियर टूटने व बादल फटने से मची तबाही से हुई जनहानि से संत समाज व अखाड़ों में शोक की लहर दौड़ गयी है। इस भयानक आपदा में हुई जनहानि व नुकसान को कम करने तथा प्रदेश की षांति   व सुरक्षा के लिए मायादेवी में जूना अखाड़े के अन्र्तराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि के संयोजन में शांति यज्ञ किया गया।

मायादेवी मन्दिर  आनंद भैरव मन्दिर दुःखहरण हनुमान मन्दिर मौजगिरि मन्दिर प्रयागराजएभवनाथ मन्दिर जूनागढ़एनीलगंगा नासिक व अन्य सभी मन्दिरों में विशेष पूजा अर्चना व हवन हुए। श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े के अन्र्तराष्ट्रीय संरक्षक व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने इस आपदा की घड़ी में प्रदेश सरकार व प्रशासन को सभी अखाड़ो की ओर से हर सम्भव सहायता व सहयोग दिए जाने का आश्वासन देते हुए कहा कि हम सभी प्रशासन तथा सरकार के साथ है।

उन्होने इस आपदा में हताहत हुये लोगों की आत्मा की शांति तथा उनके परिजनों को इस दारूण कष्ट को सहने की शाक्ति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। अखाड़े के अन्र्तराष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमहंत विद्यानंद सरस्वती ने इस संकट की घड़ी में सभी पीड़ित परिवारों को धैर्य रखने तथा इसका मुकाबला करने के लिए ईश्वर से साहस प्रदान करने की कामना की।

मायादेवी प्रांगण में शांतियज्ञ में अखाड़े के सभी प्रमुख पदाधिकारियों पूर्व सभापति श्रीमहंत सोहन गिरि व श्रीमहंत उमाशंकर भारती,सचिव श्रीमहंत मोहन भारती,श्रीमहंत महेशपुरी,श्रीमहंत गणपतगिरि,श्रीमहंत शेलैन्द्र गिरि,अष्टकौशल श्रीमहंत संध्यागिरि,श्रीमहंत शिवानंद सरस्वती,निर्माण सचिव श्रीमहंत शैलजा गिरि,कोठारी लालभारती,कारोबारी महंत महादेवानंद गिरि,पुजारी महंत परमानंद गिरि,थानापति नीलकंठ गिरि,थानापति विवेकपुरी,आजाद गिरि आदि कई संतो महंतो व नागा सन्यासियों ने भाग लिया।

चमोली : टनल में फंसे लोगों को निकालने की जद्दोजहद जारी

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भारतीय सेना के साथ ITBP, NDRF, SDRF और उत्तराखंड पुलिस मजदूरों को निकालने में लगी

चमोली, रविवार को उत्तराखंड के चमोली में ऋषिगंगा में बाढ़ से मची तबाही के बाद अब जिंदगी बचाने की जद्दोजहद जारी है, तबाही के सैलाब में तपोवन स्थित हाइड्रोपावर प्रॉजेक्ट में फिलहाल 40 से 50 मजदूरों के फंसे होने की आशंका है। वहीं भारतीय सेना के साथ ITBP, एनडीआरएफ, SDRF और उत्तराखंड पुलिस मजदूरों को निकालने के लिए युद्धस्तर पर डटी हैं। मिली जानकारी के अनुसार यह सुरंग ढाई किमी लंबी है और अभी केवल 70-80 मीटर तक ही साफ हो गई है। सिल्ट और मलबे की वजह से रेस्क्यू में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

अब तक 27 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है। वहीं अलग-अलग इलाकों से 19 शव बरामद हो चुके हैं और 203 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।
बाढ़ के कारण रैनी पुल बह गया है जिससे 9 गांव पूरी तरह कट चुके हैं। आईटीबीपी जवान इन गांवों में फंसे लोगों को चॉपर की मदद से राहत सामग्री भेज रहे हैं। इस बारे में एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने बताया, ‘ढाई किमी लंबी सुरंग में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मलबे की वजह से समस्या हो रही है जिसे अब धीरे-धीरे साफ किया जा रहा है। 27 लोग जिंदा बचाए गए हैं जबकि 11 की मौत हो चुकी है। इनमें 40 से 50 लोग टनल में फंसे हैं। जबकि बाकी लापता लोगों के बाढ़ में बह जाने की आशंका है। यहां जटिल क्षेत्र होने की वजह से पहुंचने में मुश्किलें आ रही हैं। सड़क मार्ग से सिर्फ दो टीमें जोशीमठ पहुंच सकी हैं जबकि बाकी टीमों को एयरलिफ्ट किया गया। अभी कहना मुश्किल है लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन में संभवत: 24 घंटे ज्यादा समय लग सकता हैं।

उत्तराखंड में पावर प्रॉजेक्ट में कार्यरत यूपी के लखीमपुर खीरी के 30 मजदूर भी लापता बताए जा रहे हैं। इनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है। ये मजदूर जिले के बाबूपुरवा, भेरामपुर, मांझा और कडिया गांव से थे और तपोवन प्रॉजेक्ट पर काम कर रहे थे। उत्तराखंड डीजीपी ने बताया, ‘लापता मजदूरों में से अधिकतर बिहार और यूपी से होंगे। यह भी जानकारी मिल रही है कि इनमें से 30 लोग लखीमपुर खीरी के हैं। इस आपदा में ‘रैनी स्थित ऋषिगंगा प्रोजेक्ट पूरी तरह से बह चुका है। यहां से 5 किमी दूर तपोवन प्रोजेक्ट है जो अंडर कंट्रक्शन था। फिलहाल 203 लोग लापता हैं। 11 शव बरामद हुए है। तपोवन में 24-25 लोगों की एक सहायक कंपनी थी जिनके बारे में कोई जानकारी नहीं है।’ चमोली में ऋषिगंगा में आई बाढ़ की वजह असली वजह क्या थी यह पता लगाने के लिए DRDO-SASE के वैज्ञानिकों की टीम रविवार रात देहरादून रवाना हो चुकी है।