Friday, June 20, 2025
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ऋषिकेश : टीएचडीसी में करीब 11 कर्मचारी व परिजनों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव, कॉलोनी के कुछ हिस्से को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित किया

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ऋषिकेश, उत्तराखण्ड़ में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है, पिछले दो हफ्तों के दौरान संक्रमण के केस बढ़ने से शासन प्रशासन में हड़कंप मच गया | ॠषिकेश के टीएचडीसी में करीब 11 कर्मचारी/परिजनों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन ने कॉलोनी के कुछ हिस्से को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। इसमें करीब 32 परिवार रहते हैं।

हरिद्वार बाईपास रोड स्थित टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के कॉरपोरेट ऑफिस तथा आवासीय कॉलोनी में करीब दर्जन भर कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। सूचना के बाद प्रशासन हरकत में आया और गाइड लाइन के मुताबिक एक्शन प्लान तैयार किया गया।

रविवार को प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्षेत्र का दौरा किया। दौरे के बाद क्षेत्र को माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने का निर्णय लिया गया।

राजस्व उपनिरीक्षक सतीश जोशी ने टीम के साथ टाइप-3 में चार, टाइप-4 में दो, तथा न्यू टाइप में दो भवनों को माइक्रो कंटेंटमेंट बनाया है। इन आठ भवनों में लगभग 32 परिवार निवासरत हैं। अग्रिम आदेश तक यह सभी परिवार कोविड-19 की गाइड लाइन के अनुसार आइसोलेशन में रहेंगे। जिन्हें सभी सुविधाएं माइक्रो कंटेनमेंट जोन के भीतर ही उपलब्ध कराई जाएंगी।

ऐतिहासिक श्रीझंडे जी मेला सम्पन्न, पारंपरिक भजनों के साथ निकली नगर परिक्रमा

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देहरादून, दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज की अगुआई में रविवार को नगर परिक्रमा निकाली गई। श्री गुरु रामराय के जयकारों और पारंपरिक भजनों के साथ नगर परिक्रमा दरबार साहिब से श्रीमहंत साहिबान की समाधि तक पहुंची। जहां-जहां से नगर परिक्रमा निकली श्रद्धालुओं ने जयकारों के साथ स्वागत किया। श्रीमहंत साहिबान की समाधि स्थल पर श्रद्धालुओं ने विश्व कल्याण और कोरोना के खात्मे की कामना की। नगर परिक्रमा के साथ ही झंडेजी का मेला भी संपन्न हो गया। कोरोना के चलते इस साल मेला सूक्ष्म स्वरूप में आयोजित किया गया। सामान्य तौर पर मेला करीब एक महीने तक चलता रहा है।

विधिवत पूजा-अर्चना और भजन कीर्तन के बीच श्रद्धालुओं को श्रीमहंत देवेन्द्र दास महाराज ने आशीर्वाद दिया। सुबह करीब साढ़े सात बजे नगर परिक्रमा दरबार साहिब से रवाना हुई। नगर परिक्रमा भंडारी बाग चौक, दर्शनी गेट, लक्खीबाग, रेलवे स्टेशन, सहारनपुर चौक से होते हुए लक्खीबाग स्थित श्री महंत साहिबान के समाधि स्थल पहुंची।

यहां संगत ने चुन-चुन कलियां मैं- कलियां मैं पावां सतगुरु दे हार…, लाई-लाई-लाई-लाई-लाई बाबे ने फुलां दी बरखा लाई…, आज दी घड़ी बाबा जी रोज-रोज आवे…, मेला खुशियां दां आंदा है हर साल मेला खुशियां दा… समेत अन्य पारंपरिक गीत एवं भजन गाकर श्री गुरु रामराय को श्रद्धांजलि दी। समाधि स्थल पर श्रद्धालुओं ने मत्था टेका। प्रसाद वितरण के बाद संगत वापस दरबार साहिब परिसर पहुंची और यहां झंडेजी की परिक्रमा के साथ ही नगर परिक्रमा संपन्न हुई। इसके बाद देर शाम तक श्रद्धालु झंडेजी की परिक्रमा कर मत्था टेककर आशीर्वाद लेते रहे। दरबार साहिब में खुशी का प्रसाद वितरित होने के बाद संगत अपने राज्यों को लौटने लगी, श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज ने नगर परिक्रमा के बाद मेले के समापन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि दूनवासियों की ओर से जो स्नेह व प्रेम दिया जाता है, उसी के चलते हर साल देश-विदेश से संगत यहां आती हैं। उन्होंने मेले के सफल आयोजन व गुरु संगत को दिए गए स्नेह व सम्मान के लिए दूनवासियों का आभार जताया। साथ ही पुलिस, प्रशासन व मीडिया को धन्यवाद दिया।

राज्य में वनाग्नि रोकने लिए भारत सरकार से मांगी सहायता: डा. धन सिंह

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देहरादून, प्रदेश में वनाग्नि की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग सक्रिय हो गया हैं। आपदा प्रबंधन मंत्री डा. धन सिंह रावत के निर्देश पर सचिव आपदा प्रबंधन द्वारा शनिवार को रक्षा मंत्रालय भारत सरकार को पत्र लिखा। पत्र में आपदा सचिव ने राज्य में विकराल होती वनाग्नि को रोकने के लिए वायुसेना से दो हेलिकाॅप्टर की मांग की। आपदा प्र्रबंधन मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बताया कि वनाग्नि की बढ़ती घटना को देखते हुए उन्होंने केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय से वार्ता कर यहां की स्थिति से अवगत कराया है। जिस पर गृह राज्य मंत्री ने उन्हें मदद के आश्वस्त किया।

सूबे में वनाग्नि की बढ़ती घटनाओं पर काबू पाने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा भारत सरकार से मदद मांग की है। आपदा सचिव ने भारत सरकार को राज्य में वनाग्नि की स्थिति से अवगत करा रक्षा मंत्रालय से वायुसेना के दो हेलिकाॅप्टर देने की मांग की। आपदा प्रबंधन मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बताया कि वह स्वयं वनाग्नि की घटनाओं पर स्वयं नजर बनाये हुए हैं। प्रदेश में बढ़ती वनाग्नि की घटनाओं पर नियंत्रण पाने के लिए उन्होंने केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय से वार्ता की। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया वह प्रदेश की हर संभव मदद करेंगे। वहीं उन्होंने बताया कि वनाग्नि की बढ़ती घटनाओं का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा शासन, पुलिस, आदपा प्रबंधन, वन विभाग एवं समस्त जिलाधिकारियों के साथ वनाग्नि प्रबंधन की समीक्षा की। आपदा मंत्री ने बताया कि स्वयं मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने केन्द्रीय गृह मंत्री से वार्ता की और राज्य में वनाग्नि की स्थिति से अवगत कराया।

आपदा प्रबंधन मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य में वनाग्नि पर काबू पान के लिए वायु सेना के दो हेलिकाॅप्टर की मांग की गई है। जिसमें एक हेलिकाॅप्टर गौचर में स्टेशन करेगा जो टिहरी झील और श्रीनगर बांध से पानी भरेगा। वहीं दूसरा हेलिकाॅप्टर हल्द्वानी में स्टेशन करेगा जो भीमताल और नौकुचियाताल से पानी भरेगा। आपदा मंत्री ने बताया कि राज्य में वनाग्नि की कुल 993 घटनाएं हुई है जिससे 1304 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। वर्तमान में नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर, हरिद्वार और रूद्रप्रयाग जिले ज्यादा प्रभावित हुए है। विभागीय मंत्री डा. रावत ने बताया कि वनाग्नि की घटनाओं को कम करने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग को अलर्ट कर दिया है। इसके साथ ही विभाग को वनाग्नि की रोकथाम के लिए ठोस योजना बनाने के निर्देश दिये हैं।

कुदरत का कहर: इंडोनेशिया में भूस्खलन और बाढ़ से 41 की मौत, हजारों लोग बेघर

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जकार्ता (इंडोनेशिया), चार अप्रैल (एपी) इंडोनेशिया के पूर्वी हिस्से में मूसलाधार बारिश के कारण हुए भूस्खलन और भीषण बाढ़ आने से अभी तक 41 लोगों की मौत हो गई । और हजारों लोग बेघर हो गए हैं तथा कई लोग लापता हैं।

स्थानीय आपदा एजेंसी की प्रमुख लेन्नी ओला ने बताया कि पूर्वी नूसा तेंग्गरा प्रांत के फ्लोरेस द्वीप के लमेनेले गांव के दर्जनों घरों पर आधी रात के बाद आसपास की पहाड़ियों से भारी मात्रा में मिट्टी गिरने लगी।

उन्होंने बताया कि बचावकर्ताओं ने 38 शवों और पांच घायलों को निकाला है।

ओला ने बताया कि ओयांग बयांग गांव में बाढ़ के पानी में बह गए तीन अन्य लोगों के शव मिले हैं। बाढ़ में 40 घर तबाह हो गए हैं और सैकड़ों घर पानी में डूब गए हैं और कुछ घर तो सैलाब में बह गए हैं।

उन्होंने बताया कि वैबुराक नाम के अन्य गांव में रात में भारी बारिश के बाद नदी में बाढ़ आने से तीन लोगों की मौत हो गई तथा सात अन्य लापता हैं। बाढ़ का पानी पूर्वी फ्लोरेस जिले के बड़े हिस्से में घुस गया है। चार घायलों का इलाज स्थानीय स्वास्थ्य क्लिनिक में किया जा रहा है।

राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण एजेंसी के प्रवक्ता रादित्य जाती ने बताया कि सैकड़ों लोग बचाव अभियान में लगे हुए हैं, लेकिन बिजली कटने, सड़कें अवरूद्ध होने तथा दूरदराज़ के इलाके होने के चलते सहायता एवं राहत पहुंचाने में दिक्कत आ रही है।

एजेंसी की ओर से जारी तस्वीरों में दिख रहा है कि बचावकर्ता, पुलिस व सैन्य कर्मी लोगों को आश्रय स्थलों की ओर ले जा रहे हैं, जबकि सड़कों पर मलबा पड़ा हुआ है।

जाती ने बताया कि पड़ोसी प्रांत पश्चिम नूसा तेंग्गरा के बीमा शहर में भी भीषण बाढ़ की रिपोर्ट मिली है, जिस वजह से करीब 10 हजार लोगों को अपने घरों को छोड़ना पड़ा है।

SBI Card से हुए ट्रांजैक्शन में ऑनलाइन पेमेंट की हिस्‍सेदारी है 50 फीसदी से ज्यादा

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नई दिल्ली. एसबीआई कार्ड (SBI Card) के जरिए होने वाले ट्रांजैक्शन में ऑनलाइन पेमेंट (Online Payment) का हिस्सा 50 फीसदी से ज्यादा है. इनमें किराना सामान, बिजली आदि के बिलों का पेमेंट, इंश्योरेंस प्रीमियम आदि का पेमेंट शामिल हैं. कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि ऑनलाइन पेमेंट का यह रुख और बढ़ने की उम्मीद है.

एसबीआई कार्ड के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर रामा मोहन राव अमारा ने देश में हाल में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों पर कहा कि अभी यह बता पाना मुश्किल है कि इसका असर लोगों के खरीद व्यवहार पर पड़ेगा या नहीं.

ऑनलाइन पेमेंट में करीब नौ फीसदी का इजाफा अमारा ने कहा कि ऑनलाइन पेमेंट ऐसा माध्यम है जो अभी और ऊपर की ओर जाएगा. अमारा ने कहा, ”एसबीआई कार्ड में अब 53 फीसदी से अधिक खर्च ऑनलाइन पेमेंट के जरिए होता है. पहले यह 44 फीसदी था. मुख्य रूप से किराना सामान, परिधान, यूटिलिटी बिलों का पेमेंट, इंश्योरेंस प्रीमियम और ऑनलाइन शिक्षा जैसी श्रेणियों की वजह से ऑनलाइन पेमेंट में करीब नौ फीसदी का इजाफा हुआ है.”

उन्होंने कहा, ”इन श्रेणियों में कंपनी ने ऑनलाइन खर्च में अचानक बढ़ोतरी देखी है. हमारा मानना है कि यह ऑनलाइन बना रहेगा. लोग अब इस आरामदायक स्थिति को पसंद कर रहे हैं. कोविड हो या नहीं हो, इससे अब कोई फर्क नहीं पड़ेगा.”

उज्जैन के निजी अस्पताल में लगी भीषण आग, चार मरीज झुलसे, दो की हालत गंभीर

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उज्जैन, । फ्रीगंज स्थित पाटीदार अस्पताल में रविवार सुबह आग लग गई। घटना के दौरान अस्पताल में 80 मरीज भर्ती थे, जिन्हें बचाव कर अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती किया गया। आग से चार मरीज झुलस गए, जिनमें से दो की हालत गंभीर है। दोनों को इंदौर रैफर किया गया है। बचाए गए मरीजों में 61 कोरोना संक्रमित अथवा संक्रमण के लक्षण (संदिग्ध) वाले थे। आग से आइसीयू वार्ड के बेड और अन्य चिकित्सकीय उपकरण जल गए। दमकल वाहनों ने 45 मिनट में आग पर काबू पाया। समय रहते आग पर काबू पाने और बचाव कार्य होने से बड़ा हादसा टल गया।

घटना सुबह 11.50 बजे हुई। 100 बेड वाले तीन मंजिला अस्पताल की पहली मंजिल पर स्थित आइसीयू से धुआं निकलते देख मरीजों और स्वजनों में अफरा-तफरी मच गई। कई लोग अस्पताल की छतों पर पहुंच गए और वहां से पास की इमारतों की छत पर कूद गए। बचाव दल ने सबसे पहले आइसीयू से मरीजों को निकाला और एंबुलेंस से अन्य अस्पतालों में भेजा। इसके बाद पूरा अस्पताल परिसर खाली कराया गया। झुलसे मरीजों को पास के गुरनानक अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां से दो गंभीर मरीजों को इंदौर रैफर कर दिया गया।

शार्ट सर्किट या और कोई कारण

प्राथमिक जांच में पता चला है कि आग आइसीयू वार्ड के समीप की जगह पर शार्ट सर्किट के कारण लगी। हालांकि, एफएसएल सहित पुलिस की अन्य टीमें कारणों का भी पता लगा रही है। एंबुलेंस, दमकल वाहन रास्ते के लिए मशक्कत करते रहे पाटीदार अस्पताल फ्रीगंज के जीरो पॉइंट ब्रिज के एक ओर स्थित है। यहां वाहनों को आने-जाने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ती है। संकरा रास्ता होने से एंबुलेंसों और दमकल के वाहनों को अस्पताल पहुंचने में मशक्कत करनी पड़ी।

अस्पताल के पास नगर निगम की एनओसी नहीं

घटना के बाद अस्पतालों में आग पर काबू पाने के इंतजामों पर भी सवाल खड़े हुए हैं। पाटीदार अस्पताल प्रबंधन ने अग्नि सुरक्षा मापदंडों पर ध्यान नहीं दिया था। अस्पताल के पास नगर निगम की एनओसी भी नहीं थी। नगर निगम के अनुसार शहर में कुल 26 निजी अस्पताल हैं, इनमें से आठ अस्पताल में ही पर्याप्त अग्नि शमन व्यवस्थाएं हैं, वहीं कुछ अस्पतालों में इन पर काम हो रहा है। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि इस तरह की घटना दोबारा नहीं हो, इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। अस्पतालों में अग्नि शमन इंतजामों की जांच करवाई जाएगी।

मुख्यमंत्री ने निशुल्क इलाज कराने के दिए निर्देश

मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने स्थानीय अधिकारियों से इसकी जानकारी ली। साथ ही घायल मरीजों का निशुल्क इलाज करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि मरीजों को आधे घंटे के भीतर दूसरे अस्पतालों में पहुंचा दिया गया। ये भी जानें 7 दमकल वाहन लगे आग बुझाने में। 21 दमकलकर्मियों ने 45 मिनट की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। 6 थानों का पुलिस बल और प्रशासन की रेस्क्यू टीम रही तैनात। 25 एंबुलेंस के जरिए मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया गया।(जेएनएन)

वनों में आग लगाने वालों पर करें मुकदमा दर्ज व कठोर कार्रवाई : वन मंत्री हरक सिंह रावत

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‘पर्वतीय क्षेत्रों में लग रही वनाग्नियों पर रोकथाम एवं काबू पाने के लिए वन एवं पर्यावरण मंत्री डाॅ. हरक सिंह रावत ने दिए वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश’

देहरादून, उत्तराखंड़ के वन एवं पर्यावरण मंत्री डाॅ. हरक सिंह रावत द्वारा राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में लग रही वनाग्नियों पर रोकथाम एवं काबू पाने के लिए वन विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। उक्त बैठक में वन मंत्री डा. हरक सिंह रावत द्वारा जंगल में लगने वाली आग को जल्द से जल्द काबू पाने के लिए वन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। मंत्री द्वारा अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि वनाग्नियों में आग लगाने वाले व्यक्तियों पर मुकदमा दर्ज कर कठोर से कठोर कार्यवाही की जाए।

वन मंत्री द्वारा अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गये कि अगर कोई व्यक्ति जंगल में आग लगाता है और तत्काल आरोपी का पता न चलने की स्थिति में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सख्त से सख्त कार्यवाही के आदेश दिए।
मुख्यमंत्री तथा वन मंत्री के निर्देशों से उत्तराखण्ड के प्रत्येक डिवीजन में जो भी टीम आग को बूझाने तथा उस पर काबू पाने के सबसे अच्छा कार्य करेगा, उसे ₹ 1 लाख की धनराशि पुरस्कार के रूप में दिया जायेगा।
साथ ही द्वितीय स्थान पर प्रत्येक डिविजन के चार लोगों को ₹ 51 हजार की धनराशि पुरस्कार के रूप में दिया जायेगा।
उत्तरखण्ड की 10 संस्थाओं को डिविजन स्तर पर (महिला मंगल दल, युवक मंगल दल, ग्राम पंचायत, वन पंचायत अन्य) को ₹ 31 हजार की धनराशि पुरस्कार के रूप में दिया जायेगा।

मंत्री ने जल्द से जल्द ग्राम स्तर पर वन प्रहरी की नियुक्ति के निर्देश भी दिए, जिससे ग्राम स्तर पर रोजगार बजी उपलब्ध हो पायेगा। मंत्री द्वारा के द्वारा यह निर्देश दिए गये है कि जिन भी स्थानों पर जंगलों में आग लगी है, उन समस्त स्थलों पर कर्मचारियों के साथ डीएफओ, एसडीओ तथा रेंजर समस्त अधिकारी भी आग को बूझाने तथा आग पर काबू पान के लिए कार्य करेंगे।
मंत्री हरक सिंह द्वारा उत्तराखण्ड की जनता से भी अपील की गयी कि प्रत्येक व्यक्ति, जो पर्वतीय क्षेत्र में निवासरत है, वह अपने घरों के आसपास जंगल में आग की घटना को रोके और वनाग्नि की घटना रोककर उत्तराखण्ड के जंगलों को जलने से बचाए। आप सभी के सहयोग से ही यह वनाग्नि की घटना को रोका जा सकता है।

75 लोगों को मिला झलक ऐरा कोरोना वाॅरियर सम्मान

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लगभग 20 डाक्टर एवं दून मेडिकल काॅलेज का निर्संग स्टाफ रहा शामिल

देहरादून। झलक ऐरा की दो दिवसीय प्रदर्शनी आज से होटल मधुबन में आरम्भ हो गई। जिसमें चित्रकला प्रतियोगिता एवं कोरोना वाॅरियर अवार्डस का आयोजन किया गया। इसमें लगभग 75 लोगों को कोरोना वारियर से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की शुरूवात प्रदर्शनी में दुकाने लगने के साथ हुई इस दौरान एक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें 35 बच्चों ने प्रतिभाग किया और बहुत ही खूबसूरत चित्रकारी की। इसमें प्रथम ग्रुप में अवनी गुप्ता ने प्रथम, अवनीता गोयल ने द्वितीय एवं अनीशा सिंह ने तीसरा स्थान प्राप्त किया वहीं दूसरे ग्रुप में मृदुल सेठी ने प्रथम, ऋद्धि भटट ने दूसरा एवं नव्या गुप्ता ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।

चित्रकला प्रतियोगिता का संचालन लीना सचदेवा, शलिनी चांदना ने किया। शाम के सत्र में कोरोना वाॅरियर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि विधायक खजान दास व बतौर विशिष्ट अतिथी मौजूद रहे। उन्होंने झलक ऐरा की सराहना करते हुए कहा कि आज के कोरोना काल में जब लोग कहीं भी बाहर घूमने नहीं जा पा रहे है वहां एक ही छत के नीचे दिल्ली, पंजाब, मुरादाबाद आदि से भी लोगो ने आ कर यहां पर दुकानें लगाई हुई है। उन्होंने कोरोना वाॅरियर सम्मान समारोह के बारे में कहा कि समाज से जुडे़ बहुत से लोगांें ने प्रथम पंक्ति में आकर लोगों की सेवा की उनके लिए जितनी तरीफ की जाए कम होगी। इस मौक पर कार्यक्रम का संचालन परवेज गाजी एवं कार्यक्रम संयोजक प्रिया गुलाटी ने किया। कार्यक्रम में रंगारंग प्रस्तुति कथक नृत्यांगना स्वीटी गुंसाई एवं अर्चना सिंघल एंड गु्रप की ओर से दी गई। कार्यक्रम में झलक ऐरा की आयोजक मीनाक्षी अग्रवाल एवं सुधीर अग्रवाल मौजूद रहे।

सम्मानित होने वाले लोग
अरूण यादव, आशा टमटा, दीपा बछेती, दीपक जेठी, अखिलेश बहुगुणा, दीपिका तिवारी, डा हरलीन कौर, मुकुल शर्मा, डा विदिशा, डा कुमार जी काॅल, डा अतुल कुमार, डा शोभा वी, फारूख राव, हेमराज अरोड़ा, हिमानी बंसल, हिमांशु, हनि पाठक, किरन भटट, कोमल वोहरा, लक्ष्मी पुनेठा, लक्ष्मी बिष्ट, मंजु कटारिया , मंजु चैहान, मलिनी जिंदल, मिली कौर, माॅंटी कोहली, साधना शर्मा, निधी अरोड़ा, पूजा सुब्बा, पूनम शर्मा, प्रवीन शर्मा, प्रीत शर्मा, राजीव सच्चर, राकेश आनंद, रमनप्रीत कौर, अरदास समाज कल्याण संस्था, रीता गोयल, रीता सिंह, रोमी सलूजा, रोशन राणा, रोजी क्षेत्री, सचिन आनंद, साधना जयराज, संजय गर्ग, सारिका प्रधान, शिवानी कौषिक गुप्ता, वर्षा गोयल, बबीता रावत, सुनीता पंडेय,ऋतु सिंघल, सपना नंदा, दीपा अग्रवाल, गीता जी, अदित्य नययर, लिली ढौंढियाल, अंकुर जैन, दून महिला शक्ति ट्रस्ट, राधिका सिकंद, डा रेखा खन्ना, अन्नपूर्णा रोटी बैंक, मानसी रस्तोगी, नलिनी त्रिखा तनेजा, ममता अग्रवाल देओरानी, हरपाल सिंह सेठी, डा अतुल कुमार सिंह, डा शोभा वी, भारती जुयाल, भारती सकलानी, भरत शर्मा, रमा गोयल, शवेता राय तलवार, इंद्रीनी पांधी, मधु सचिन जैन, मनोज गोविल।

पौड़ी : जनपद में तीन दिन में आये 38 कोरोना संक्रमित, रविवार को 12 संक्रमित मिले

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कोटद्वार, उत्तराखण्ड़ में कोरोना संक्रमण फिर से बढ़ने लगा है, पौड़ी जनफद में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती संख्या से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। दिन-प्रतिदिन जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। वर्तमान में जिले में 79 एक्टिव केस है। आज सहित पिछले दिन दिन में जिले में 38 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आये है। शुक्रवार को जनपद में 12 लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय परिसर में स्थापित वार रूम की रिपोर्ट के अनुसार सत्तीचौड़ कोटद्वार निवासी 50 वर्षीय पुरूष, मानपुर कोटद्वार निवासी 52 वर्षीय पुरूष, शिवपुर कोटद्वार निवासी 52 वर्षीय पुरूष, गुनेडी तल्ला ऋषिकेश निवासी 48 वर्षीय पुरूष, रिखणीखाल ब्लॉक निवासी 22 वर्षीय युवक, उत्तम नगर दिल्ली निवासी 65 वर्षीय वृद्धा, 40 वर्षीय पुरूष, कोट ब्लॉक निवासी 29 वर्षीय पुरूष, श्रीनगर निवासी 40 वर्षीय महिला, डांग श्रीनगर निवासी 21 वर्षीय युवक, कर्णप्रयाग चमोली निवासी 72 वर्षीय वृद्धा, खिर्सू ब्लॉक निवासी 22 वर्षीय युवती की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उक्त लोगों की कोरोना जांच के लिए सैंपल लिये थे। बेस अस्पताल श्रीकोट में कोरोना के पांच पॉजिटिव मरीज भर्ती है, जबकि राजकीय बेस अस्पताल कोटद्वार में 23 पॉजिटिव और 82 संदिग्ध मरीज भर्ती है। वहीं गीता भवन स्वर्गाश्रम ट्रस्ट में एक पॉजिटिव मरीज भर्ती है। जिले में अब तक 5119 लोगों कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके है। जिसमें से 4988 लोग ठीक हो चुके है। वर्तमान में पौड़ी ब्लॉक में 5, दुगड्डा ब्लॉक में 16, खिर्सू ब्लॉक में तीन और यमकेश्वर ब्लॉक में एक मरीज होम आइसोलेशन में है।

कोविड के नियमों का सख्ती से पालन कराने के मुख्यमंत्री ने दिये निर्देश

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‘बिना मास्क के नजर आने या सोशल डिस्टेंसिंग की अवहेलना करने पर होगा तुरंत चालान’

देहरादून, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सभी जिलाधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को कोविड-19 से बचाव के लिये मास्क का प्रयोग, सोशल डिस्टेंसिंग तथा समस्त नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये हैं। इसमें किसी तरह की रियायत न बरती जाए। प्रमुख बाजारों और भीड़ भाङ वाले स्थलों एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किये जाएं।

समस्त उपजिलाधिकारी एवं सर्कल ऑफ़िसर इसकी स्वयं माॅनिटरिंग करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि निरंतर बढ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए लिये जरूरी है कि कोविड गाइडलाइन का अनुपालन हर व्यक्ति द्वारा किया जाए। जो भी व्यक्ति इसका उल्लंघन करे, उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए। बिना मास्क के नजर आने या सोशल डिस्टेंसिंग की अवहेलना करने पर तुरंत चालान किया जाए। बाजारों व दुकानों पर भी लोग दो गज की दूरी बनाए रखें। इसके लिये दुकानदारों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को प्रेरित किया जाए। एक बार फिर से व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाए जाएं। लोगों को ‘दवाई भी और कङाई भी’ के लिए प्रेरित किया जाए।