Wednesday, May 14, 2025
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आईएएस संजय कुमार द्वारा लिखित ‘बर्ड्स इन एंड अराउंड मसूरी’ का मसूरी में हुआ विमोचन

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, देहरादून:* आईएएस संजय कुमार द्वारा लिखित मसूरी की पक्षी विविधता पर आधारित पुस्तक ‘बर्ड्स इन एंड अराउंड मसूरी’ का विमोचन वेलकमहोटल द सेवॉय मसूरी में किया गया। यह कार्यक्रम विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया था। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उत्तराखंड के माननीय राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह, पीवीएसएम, यूवाईएसएम, एवीएसएम, वीएसएम (सेवानिवृत्त) उपस्थित रहे।

दर्शकों को संबोधित करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने कहा, “विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर और शानदार पुस्तक ‘बर्ड्स इन एंड अराउंड मसूरी’ के विमोचन के अवसर पर यहां उपस्थित होकर मुझे बेहद खुशी हो रही है। पक्षी निर्माता की सुंदरता हैं, लेकिन उस सुंदरता का आनंद लेने के लिए इंसान में एक ख़ास जुनून होना चाहिए। संजय जी ने अपनी यह पुस्तक अपने मन, शरीर और आत्मा से लिखी है। उन्होंने इस पुस्तक को पर्यटन से जोड़ते हुए एक महत्वपूर्ण और शक्तिशाली संदेश दिया है कि अगर कोई वास्तविक सुंदरता और भव्यता को देखना और अनुभव करना चाहता है, तो उसे ‘देवभूमि’ उत्तराखंड आना चाहिए।”

भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 2002 बैच के अधिकारी संजय कुमार द्वारा लिखित यह पुस्तक मसूरी के सुरम्य शहर में और उसके आसपास पाई जाने वाली समृद्ध पक्षी विविधता का विस्तृत अन्वेषण है। यह पुस्तक पर्यटकों, पक्षी प्रेमियों और क्षेत्र की प्राकृतिक विरासत में रुचि रखने वाले संरक्षणवादियों के लिए एक शैक्षिक संसाधन और मार्गदर्शक दोनों के रूप में काम करेगी।

इस अवसर पर बोलते हुए संजय कुमार ने कहा, “यह पुस्तक मसूरी शहर और उसके आस-पास के पक्षियों के बारे में है, जो इस जगह को और भी शानदार बनाते हैं। मैं उत्तराखंड के माननीय राज्यपाल श्री गुरमीत जी और सभी सहयोगी व्यक्तियों और संगठनों को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने इस लेखन यात्रा के दौरान मेरा बहुत साथ दिया। मैं श्री रस्किन बॉन्ड का भी आभार व्यक्त करना चाहूंगा, जो पुस्तक लिखने में मेरे लिए प्रेरणा रहे हैं।”

संजय कुमार ने पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यूपी के 10 जिलों में जिला मजिस्ट्रेट के रूप में एक दशक से अधिक के अनुभव के साथ, उन्होंने सीतापुर में वेटलैंड संरक्षण का बीड़ा उठाया, डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-इंडिया के साथ रामगंगा नदी के जीर्णोद्धार का नेतृत्व किया और बरेली में कछुआ संरक्षण केंद्र की स्थापना की। उनके प्रयासों में प्रयागराज में चांद-खमरिया ब्लैकबक कंजर्वेशन रिजर्व की स्थापना और हैदरपुर वेटलैंड को रामसर साइट का दर्जा देना भी शामिल है। एक उत्साही वन्यजीव फोटोग्राफर, कुमार ने सात किताबें लिखी हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश के संकटग्रस्त पक्षी और लखनऊ के पक्षी शामिल हैं।

पुस्तक विमोचन के अलावा, एक पैनल चर्चा भी आयोजित हुई, जिसमें संरक्षण, इतिहास और स्थानीय संस्कृति में विशेषज्ञता रखने वाले वक्ताओं के एक प्रतिष्ठित समूह ने भाग लिया। पैनलिस्टों में डॉ. धनंजय मोहन, आईएफएस, प्रधान मुख्य वन संरक्षक और वन बल के प्रमुख, उत्तराखंड; संजय कुमार, आईएएस, एमडी, पीसीएफ, उत्तर प्रदेश सरकार; गणेश सैली, प्रसिद्ध लेखक और मसूरी के लंबे समय से निवासी, और लोकेश ओहरी, मानवविज्ञानी, इतिहासकार और बीटीडीटी (बीन देयर डून दैट) के संस्थापक शामिल थे।

स्किल उत्तराखण्ड: युवाओं को मिले साढ़े तीन लाख रुपए मासिक वेतन के ऑफर

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कोटद्वार निवासी प्रशांत रावत, जीएनएम का कोर्स करने के बाद वर्तमान में देहरादून के निजी अस्पताल में नौकरी कर रहे हैं। प्रशांत अब जर्मन भाषा में बी– 2 का प्रशिक्षण पूरा करने का इंतजार कर रहे हैं, इसके बाद वो जर्मनी में ढाई से साढ़े तीन लाख रुपए मासिक वेतन वाली नौकरी शुरू कर सकेंगे, जिसका ऑफर लेटर उन्हें पहले ही मिल चुका है। उत्तराखण्ड सरकार की ओर से चलाई जा रही ‘मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना’ ने प्रशांत के इन सपनों को रंग भरने का काम किया है। इसके लिए चयनित सभी युवाओं ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया है।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा और उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन से सेवायोजन विभाग की ओर से चलाई जा रही ‘मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना’, राज्य के युवाओं को विदेश में रोजगार के अवसर प्रदान कर रही है। योजना के तहत जर्मनी में नर्सिंग के क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक 15 युवाओं को देहरादून में जर्मन भाषा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उक्त सभी युवा बीएससी नर्सिंग, जीएनएम जैसे कोर्स करने के बाद वर्तमान में देहरादून में प्राइवेट जॉब कर रहे हैं। अब वो विदेशी भाषा का प्रशिक्षण हासिल करने के बाद, जर्मनी में रोजगार हासिल कर, उत्तराखण्ड ही नहीं देश का भी नाम रोशन करने जा रहे हैं। उत्तराखण्ड सरकार के प्रयासों से इन युवाओं का चयन पहले ही जर्मनी के विभिन्न अस्पतालों में ढाई से साढ़े तीन लाख रुपए प्रति माह के वेतन पर हो चुका है, बस उन्हें इसके लिए जर्मन भाषा में बी – 2 परीक्षा पास करनी है।

सरकार का भरोसा और आधे से कम खर्च

योजना के तहत प्रशिक्षण ले रही देहरादून त्यागी रोड निवासी अवंतिका बताती हैं कि यदि वो बाहर से जर्मन भाषा का प्रशिक्षण लेती तो, इसमें चार लाख रुपए तक का खर्च आता। लेकिन उत्तराखंड सरकार के अधीन आधे से कम खर्च में प्रशिक्षण मिल रहा है। उस पर सरकार के जरिए चयन होने से किसी तरह की ठगी की भी संभावना नहीं है। वो इसके लिए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त कर रही हैं।

मिलेगा दो साल का वर्क वीजा

देहरादून रानीपोखरी निवासी आस्था शर्मा भी चयनित युवाओं में शामिल है। आस्था बताती हैं कि करीब एक साल के प्रशिक्षण पर औसत डेढ़ लाख का व्यय आ रहा है। इसमें 20 प्रतिशत व्यय उत्तराखण्ड सरकार उठा रही है, इसमें वीजा खर्च भी शामिल है। उन्होंने बताया कि योजना के तहत उन्हें जर्मनी मे दो साल का वर्क वीजा भी मिलेगा। टिहरी निवासी काव्य चौहान के मुताबिक उन्होंने सरकारी नौकरी के उद्देश्य से बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई की थी, लेकिन योजना की जानकारी के बाद उन्होंने जर्मनी में अपना करियर बनाने का निर्णय लिया, जहां नौकरी के लिए उन्हें ऑफर लेटर भी मिल चुका है। देहरादून निवासी प्रवीण लिंगवाल के मुताबिक इस योजना के कारण ही उनका विदेश में रोजगार का सपना पूरा हो रहा है।

उत्तराखण्ड के युवाओं में प्रतिभा की कमी नहीं है, हमारे युवा मेहनत और ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं। इसलिए हमारी कोशिश है कि युवा शक्ति को कौशल प्रदान कर वैश्विक रोजगार के लिए तैयार किया जाए, उक्त युवा विदेश में उत्तराखण्ड ही नहीं वरन देश का भी नाम रोशन करेंगे, सभी प्रशिक्षणरत युवाओं को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकानाएं।

सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित जनता दरवार कार्यक्रम का ग्रामीणों को मिल रहा लाभ-विक्रम कंडारी

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रुद्रप्रयाग– संगठन महापर्व सदस्यता अभियान 2024 के तहत सतेराखाल चोपता भाजपा मंडल के अंतर्गत शक्ति केंद्र बैंजी काण्डई, के बूथ संख्या 167 कोखण्डी और 168-आगर बूथ, शक्ति केंद्र दुर्गाधार के 158- बोरा पर भाजपा का सदस्यता अभियान चलाया गया
सतेराखाल- चोपता भाजपा मंडल प्रवास पर पहुंचे प्रदेश कार्य समिति सदस्य व मंडल प्रभारी विक्रम सिंह कंडारी कई दिनों से शक्ति केंद्र संयोजकों और मंडल के कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा संगठन महापर्व 2024 सदस्यता अभियान घर-घर डोर टू डोर जनसंपर्क करके नए सदस्य बनाने अभियान में जुटे हैं,
बेंजी काण्डई, के आगर में नये सदस्य अभियान के दौरान कंडारी ने मोदी सरकार कार्ड पत्रक वितरण करके ग्राम वासियों को अवगत कराया भाजपा सरकार में अब नया परिवर्तन देखने को मिल रहा है सरकार और विभागों के अधिकारियों द्वारा सभी जगह जनता दरबार का आयोजन किया जा रहा है जनता की समस्याओं का निराकरण पर जोर दिया जा रहा है ताकि सरकार की योजनाओं का लाभ दूर दरस्त क्षेत्र ग्रामीणो लाभार्थियों आम जनता परिवार तक पहुंचे,
पहले जिन कार्यों की कल्पना भी नहीं की गई मोदी सरकार ने उन कार्यों को पूर्ण करने के लिए योजनाएं बनाई बल्कि उनको सफलतापूर्वक धरातल पर उतरने का कार्य किया आज डीबीटी के माध्यम से सीधा भुगतान लाभार्थियों के खाते में धनराशि जमा की जाती है,
केंद्र में मोदी सरकार और प्रदेश में धामी सरकार के विकास कार्यों को देखते हुए आप सभी लोग इस बीजेपी सदस्यता अभियान में ज्यादा से ज्यादा बढ़ चढ़कर हिस्सा लें,
इस अवसर पर अलग-अलग बूथों पर, मंडल अध्यक्ष त्रिलोचन प्रसाद भट्ट कोषाध्यक्ष राकेश रावत मंडल महिला मोर्चा उपाध्यक्ष राखी गुसाई, गोकुल लाल टम्टा,शक्ति केंद्र प्रवासी बृजभूषण वशिष्ठ , बूथ अध्यक्ष ताजबर फरस्वांण , सुदर्शन सिंह राणा जसवंत सिंह सतेंद्र सिंह राणा , आदि ग्राम वासी उपस्थित रहे।

हर घर को है भगत सिंह की जरूरत : प्रो. जगमोहन

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– शहीद भगतसिंह की जयंती पर उत्तराखंड इंसानियत मंच की ओर से ‘रंग दे बसंती’ कार्यक्रम का आयोजन

देहरादून (एल मोहन लखेड़ा), अक्सर लोग कहते हैं कि देश में भगतसिंह पैदा होने चाहिए, लेकिन मेरे नहीं दूसरे के घर में। आज इसे पूरी तरह बदलने की जरूरत है। जिस तरह से समाज में नफरत फैलाई जा रही है, जिस तरह से समाज को बांटने का प्रयास हो रहा है, उससे तभी निपटा जा सकता है, जब हर घर में भगतसिंह पैदा हों। यह बात शहीद भगत सिंह का भानजे और पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में कम्प्यूटर साइंस विभाग के पूर्व हेड प्रो. जगमोहन सिंह ने कही। वे शहीद भगतसिंह की 117वीं जयंती पर उत्तराखंड इंसानियत मंच और अन्य संगठनों द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘रंग दे बसन्ती’ में बोल रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन नगर निगम सभागार में किया गया था।
प्रो. जगमोहन ने इस मौके पर शहीद भगतसिंह के पारिवारिक और क्रान्तिकारी जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने भगतसिंह के बारे में पूछे गये सवालों का जवाब भी दिया। देहरादून में हुई साम्प्रदायिक घटना के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है, जो कुछ हुआ वह साजिशन था, वरना रात के 11 बजे किसी को कैसे पता चला कि कोई लड़का किसी लड़की से मिलने आ रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं से निपटने का एक ही उपाय है कि हम शहीद भगतसिंह के साम्प्रदायिक एकता के विचार का अनुशरण करें। उन्होंने कहा कि भगतसिंह के पैदा होने से घर परिवार कितना मजबूत होता है, ये बात वे अच्छी तरह जानते हैं, इसलिए भगतसिंह हर परिवार में पैदा होना चाहिए, न कि सिर्फ दूसरों के घर में।
महात्मा गांधी और शहीद भगत सिंह के रिश्तों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि वैचारिक भिन्नता के बावजूद दोनों एक-दूसरे का सम्मान कहते थे। भगतसिंह ने कहा था कि हम क्रांतिकारियों को महात्मा गांधी को सेल्यूट करना चाहिए कि वे अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में आम लोगों को सड़कों पर ले आये। जबकि महात्मा गांधी ने कई बार भगतसिंह और उनके क्रांतिकारी साथियों के बारे में लिखा और उन्हें फांसी की सजा दिये जाने के खिलाफ पत्र भी लिखे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राज्य आंदोलनकारी कमला पंत ने कहा कि उत्तराखंड जिस तरह से साम्प्रदायिकता की प्रयोगशाला बनाया जा रहा है, उससे निपटने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है और ऐसा सिर्फ भगतसिंह की रास्ते पर चलकर ही संभव है। उन्होंने देहरादून और उत्तराखंड में भाईचारा को बिगाड़ने का प्रयास करने वालों के खिलाफ एकजुट होने की बात भी कही। भारत ज्ञान विज्ञान समिति के विजय भट्ट ने शहीद भगतसिंह के वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर अपनी बात रखी। उन्होंने भगतसिंह के लेखों में पृथ्वी की उत्पत्ति और चार्ल्स डारविन के उत्पत्ति के सिद्धान्त का उल्लेख होने की चर्चा की। मैड संस्था की वंदना और उत्तराखंड महिला मंच की चन्द्रकला ने भी शहीद भगतसिंह के जीवन के विभिन्न पहलुओं और उनकी वैचारिक परिपक्वता के बारे में अपनी बात रखी। डॉ. रवि चोपड़ा ने प्रो. जगमोहन की परिचय दिया, जबकि परमजीत सिंह कक्कड़ ने उत्तराखंड इंसानियत मंच के कार्यों के बारे में बताया। सतीश धौलाखंड और उनकी टीम ने जनगीत से कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम की समाप्ति पर एसएफआई के छात्रों ने ‘ऐ भगतसिंह तू जिन्दा है’, गीत प्रस्तुत किया। त्रिलोचन भट्ट में कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों का आभार व्यक्त किया।
इस कार्यक्रम में उत्तराखंड़ महिला मंच, एसएफआई, मैड, सर्वोदय मंडल उत्तराखंड, किसान सभा, भारत ज्ञान विज्ञान समिति आदि संस्थाओं ने भी सहयोग किया। कार्यक्रम में गढ़वाल सभा, उपनल कर्मचारी संघ, श्रमयोग, स्पेक्स, एनएपीएसआर आदि संगठनों के साथ ही कांग्रेस, सीपीआई, सीपीएम, सीपीआई एमएल, यूकेडी आदि राजनीतिक दलों के लोग भी शामिल हुए, कार्यक्रम का संचालन एसएफआई के हिमांशु चौहान ने किया।

 

 

प्रथम पुण्य तिथि पर सुरजीत किशोर दास को किया गया यादNo photo description available.

देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से शनिवार सायं दून पुस्तकालय के संस्थापक संरक्षक और पूर्व मुख्य सचिव उत्तराखण्ड़ शासन, सुरजीत किशोर दास की प्रथम पुण्य तिथि पर उन्हें भावपूर्ण सम्मान के साथ याद किया गया।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने उन्हें एक कुशल व प्रतिबद्ध प्रशासनिक अधिकारी बताते हुए उन्हें साहित्य,इतिहास कला, गीत, संगीत और खेल विषयों में गहन जानकारी रखने वाला एक संवेदनशील व्यक्ति की संज्ञा देकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
उनकी याद में में रवींद्र संगीत के स्वरों की एक प्रस्तुति की गई। इस संगीत में स्वर व हारमोनियम में दिया गया साथ सुनील मुखर्जी का था जबकि तबले पर बेहतरीन संगत युवा कलाकार सैकत मण्डल ने की। इस अवसर पर ‘रिमम्बरिंग सुरजीत‘ (यादों में सुरजीत) नामक पुस्तक का लोकार्पण भी किया गया। दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से प्रकाशित इस पुस्तक में सुरजीत किशोर दास पर उनकी स्मृतियों से जुड़े प्रबुद्ध जनों के 21 आलेख शामिल किये गये हैं। इस स्मृति ग्रन्थ का सम्पादन गांधीवादी विचारक बिजू नेगी ने किया है।
कार्यक्रम के आरम्भ में अपने स्वागत सम्बोधन में दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के निदेशक एन. रवि शंकर ने कहा कि श्री सुरजीत कुमार दास सिविल सेवक, विद्वान, क्रिकेट प्रेमी, संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ ही मानवतावादी प्रकृति के बहुमुखी व्यक्ति थे। एक सिविल सेवक के रूप में उन्होनें सार्वजनिक सेवाओं के वितरण में सुशासन के सिद्धांतों का पालन करने पर जोर दिया था। इस ढांचे के भीतर, उन्होंने सांस्कृतिक गतिविधियों, विद्वानों की गतिविधियों को खूब बढ़ावा दिया, पुस्तकालयों के विकास और सामान्य रूप से खेल गतिविधियों पर भी उन्होनें खूब जोर दिया।
उन्होंने आगे कहा कि दून में कई संस्थानों की स्थापना में भी उनका अथक प्रयास रहा। सीएसआई, दून पुस्तकालय का नये परिसर, दून जिला अस्पताल के दून मेडिकल कॉलेज में उन्नयन में उनकी बड़ी भूमिका रही। उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उन्होंने कहा कि जो भी उनसे मिला वह उनके मानवतावादी मूल्यों से प्रभावित हुए बिना नहीं रहा। सुरजीत दास हमारे पीछे उपलब्धियों की एक समृद्ध विरासत छोड़ गए हैं।
इस दौरान सुरजीत दास द्वारा लिखी उनकी कुछ प्रिय कविताओं का पाठ भी किया गया। निकोलस हॉफलैण्ड, इरा चौहान व बिजू नेगी ने इन कविताओं का सस्वर वाचन किया। कार्यक्रम के अन्त में सुरजीत किशोर दास जी की पु़त्री निवेदिता मिश्रा और उनकी पत्नी तथा पूर्व प्रमुख सचिव, उत्तराखण्ड़ शासन श्रीमती विभापुरी दास ने सभागार में उपस्थित जनों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर सभागार में इन्दुकुमार पाण्डे, एन.एस नपलच्याल, कर्नल एस.एस रौतेला, चन्द्रशेखर तिवारी, कर्नल वी के दुग्गल, अभि नन्दा, विनीता शाह, डॉ.योगेश धस्माना, अम्मार नक़वी, एस फारुख, एलेन सीली, अरविंद कृष्ण मेहरोत्रा, अनिल नौरिया, विजय शुक्ला, कुसुम रावत,शैलेन्द्र कुमार, जय भगवान गोयल, के बी नैथानी, रॉबिन कर्माकर, सुंदर सिंह बिष्ट, जगदीश सिंह महर सहित, अनेक लेखक, साहित्यकार, साहित्य प्रेमी, सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्विजीवी, पुस्तकालय के सदस्य तथा बड़ी संख्या में युवा पाठक उपस्थित रहे।

 

एक राज्य एक पंचायत चुनाव की मांग : त्रिस्तरीय पंचायत संगठन ने किया सीएम आवास कूचMay be an image of 5 people and text

देहरादून, पिछले कई दिनों से एक राज्य एक पंचायत चुनाव की मांग को लेकर त्रिस्तरीय पंचायत संगठन आंदोलित है,
इसी क्रम में शनिवार को अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर त्रिस्तरीय पंचायत संगठन से जुड़े सैकड़ों पंचायत प्रतिनिधियों ने सीएम आवास कूच किया l
राज्य भर से आए पंचायत प्रतिनिधि सुबह परेड ग्राउंड में एकत्रित हुए, इसके बाद मुख्यमंत्री आवास कूच करने के लिए जैसे ही सुभाष रोड पर पहुंचे, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को सुभाष रोड पर बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया l इसके बाद प्रदर्शनकारी सड़क पर ही धरने पर बैठ गए l उन्होंने अपनी मांग को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी l
प्रदेश प्रधान संगठन के प्रदेश महामंत्री सुधीर ने कहा जब तक राज्य सरकार उनकी एक सूत्रीय मांग पर सकारात्मक निर्णय नहीं लेती है तब तक त्रिस्तरीय पंचायत संगठन इसी तरह देहरादून की सड़कों पर आंदोलन करता रहेगा, उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक देश एक चुनाव की पहल को सफल बनाने के लिए उत्तराखंड प्रदेश में भी एक राज्य एक पंचायत चुनाव का सिद्धांत लागू होना चाहिए, वहीं संगठन से जुड़े प्रतिनिधियों का कहना है कि उत्तराखंड में एक राज्य एक पंचायत चुनाव की मांग को लेकर वह लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री ने उनकी मांग का संज्ञान नहीं लिया है l
प्रदर्शन के दौरान सरकार ने संगठन के प्रतिनिधि मंडल को वार्ता के लिए बुलाया, लेकिन वार्ता में संगठन की मांग को लेकर कोई निर्णय नहीं हो सका l जिससे खफा होकर संगठन ने अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर आंदोलन लगातार रखेगा, जोर शोर से अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत रहेंगे l

 

सीएम आवास कूच से कोई लेना-देना नहीं है : मर्तोलिया

दूसरी तरफ उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन ने आज शनिवार 28 सितंबर को मुख्यमंत्री आवास कूच से अपने को अलग रखा। संगठन के प्रदेश संयोजक जगत मर्तोलिया ने कहा कि सीएम आवास कूच के संदर्भ में संगठन की कोई बैठक इस बीच नहीं हुई है। संगठन से जुड़े घटक संगठन के सदस्य इस कूच में भाग नहीं लेंगे। मीडिया को जारी बयान में उन्होंने कहा कि कुछ स्वार्थी तत्व पंचायत संगठन को कमजोर करने में लगे हुए हैं। 24 सितंबर को एक फर्जी बैठक दिखाकर 28 सितंबर को मुख्यमंत्री आवास कूच की सूचना दी जा रही। संगठन से जुड़े ग्राम प्रधान संगठन, क्षेत्र प्रमुख संगठन, जिला पंचायत अध्यक्ष संगठन और जिला पंचायत सदस्य संगठन का 28 सितंबर के कूच से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि आंदोलन को कमजोर करने और सत्ता पक्ष को समर्पित करने के लिए इस तरह के प्रयास किया जा रहे हैं। उन्होंने संगठन से जुड़े पंचायत सदस्यों का आह्वान किया है कि आगे जो भी आंदोलन होगा, लोकतांत्रिक ढंग से बैठक आयोजित कर निर्णय लिया जाएगा।

दो दिवसीय फैशन वीक एंड लाइफ स्टाइल शो की शुरुआतMay be an image of 10 people and text

‘इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन एक्ट्रेस लता सब्बरवाल और प्रियंका कंडवाल होंगी शो स्टॉपर’

देहरादून, सिनमिट कम्युनिकेशन्स की ओर से डीबीएस ग्लोबल यूनिवर्सिटी प्रेजेंट्स कमल ज्वेलर्स देहरादून फैशन वीक एंड लाइफ स्टाइल शो के पहले दिन डिजाइनर्स ने एक से बढ़कर एक कलेक्शन प्रेजेंट किए। इस मौके पर खास रहा बड़ो का बच्चा बन जाना। डिजाइनर अभिषेक वशिष्ट के दा टॉय स्टोरी चाइल्डहुड मेमोरीज से हर कोई बड़ा बच्चे जैसा नजर आया । वहीं शो में देहरादून सहित दिल्ली, मुम्बई, कलकत्ता,जयपुर, बैंगलोर आदि जगहों के डिजाइनर्स और मॉडल्स ने प्रतिभाग किया।
सिनमिट कम्युनिकेशन्स की ओर से राजपुर रोड स्थित होटल हयात सेंट्रिक में शनिवार को देहरादून फैशन वीक एंड लाइफ स्टाइल शो की शुरुआत की गई। इस मौके पर मनु आहूजा ने बीच वियर, बॉलीवुड स्टाइल ड्रेसेज और दुर्गा पूजा कलेक्शन प्रेजेंट किया। जिसको दर्शको ने बेहद पसंद किया। गौरव राज का राजस्थानी कलेक्शन जो कि रजवाड़ों की ड्रेसेज पर बेस्ड था, इसको खास अंदाज में मंच पर उतारा गया। सचिन सिंह राजपूत ने कोटा वर्क का एथेनिक कलेक्शन प्रस्तुत किया।
इस मौके पर आयोजक दलीप संधि और राजीव मित्तल ने बताया कि इस बार शो में काफी कुछ नया है। बताया कि इस बार इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन एक्ट्रेस लता सभरवाल और प्रियंका कंडवाल शो की स्टॉपर होंगी। डॉ संजना जॉन यहां अपना कलेक्शन लेकर आई हैं जो डोनल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी की डिजाइनर रह चुकी हैं। इस मौके पर फैशन शो डायरेक्टर अगेंद्र सिंह,कोरियोग्राफर जैज पुष्कर सोनी और शाहना हेनवी और राहुल आदि ने विशेष सहयोग किया।

रविवार को ये होगा खास

इस मौके पर देशभर से कुल 39 डिजाइनर्स पहुंचे हैं। अभिषेक वशिष्ट वृक्ष कलेक्शन लाएं हैं जो उत्तराखंड में काटे जा रहे पेड़ो पर आधारित है। नितेश बहल वाराणसी के घाटों पर बेस्ड कलेक्शन लाएं हैं। शो में जहा उत्तराखंड के ढोल दमाऊ के साथ डिजाइनर्स डॉ संजना जॉन के मॉडल्स रैंप वॉक करेंगे तो आसाम के हैदर अली की ओर से बम्बू ड्रेसेज लाई जाएंगी। सहारनपुर से समीर खान वुडन एंब्रोड्री वाली ड्रेसेज रिप्रेजेंट करेंगे।

28 सितंबर को ये रहे डिजाइनर्स :

तान्या साई फैशन डिज़ाइन अकादमी, निर्मला राय, निर्वाहन सैनी, सोनम और अमन मलिक
हिमानी भारद्वाज, शालिनी, मनु आहूजा, अभिषेक विशिष्ट,दीपक कुमार, न्यू टैलेंट मॉडल मेनेजमेंट
प्रिंस लाहोट, तबस्सुम खान
अरविन्द शर्मा, सचिन सिंह राजपूत, सलमान ख़ान, एंड्रीका जॉन और शगुफ्ता सबा
शेखर, समीर कुरेशी, जसमेहर कौर और यश रेवलिया l

 

पंकज बिष्ट जी को वि‌द्यासागर नौटियाल स्मृति सम्मानMay be an image of 1 person and beard

देहरादून, इस बार साहित्य के क्षेत्र में वि‌द्यासागर नौटियाल स्मृति सम्मान– 2024 वरिष्ठ कथाकार, पत्रकार, विचारक व संस्कृति कर्मी पंकज बिष्ट को दिय़ा जाएगा। पुरस्कार के लिए बनी पांच सदस्य चयन समिति ने नामांकन के आधार पर पंकज बिष्ट के नाम का चयन किया है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ कवि व पत्रकार इब्बार रब्बी होंगे।
यह पुरस्कार साहित्यकार विद्यासागर नौटियाल की कथा संवदेना, सामाजिक संघर्ष, संस्कृति की चेतना का विस्तार है अतः सम्मान के लिये ऐसे ही विचारक, कथाकार का चयन किया जाता है जो वर्तमान में अपनी लेखन में विद्यासागर के विचारों को अपने शब्दों में चरितार्थ करता हो ।
सेव हिमालय मूवमेंट के समीर रतूड़ी ने बताया कि इस बार कार्यक्रम 29 सितम्बर, 2024 को प्रातः 11 बजे प्रेस क्लब देहरादून में आयोजित किया जायेगा। यह कार्यक्रम सेव हिमालय मूवमेंट व संवेदना संस्था द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
विद्यासागर सम्मान 2021 में सुभाष पंत को 2022 में स्व. शेखर जोशी और 2023 को डॉ. शोभा राम शर्मा को दिया गया था । इस वर्ष 2024 में चयन की प्रक्रिया में बदलाव लाते हुए साहित्यकारों द्वारा दो-दो दूसरे साहित्यकारों के नामांकन के आधार पर सम्मान के लिये नामो का चयन किया गया। तत्पश्चात उन नामों पर चयन समिति के सदस्यों द्वारा मंथन कर सम्मान का चयन किया गया ।
निर्धारित मानको के आधार पर पंकज बिष्ट जी के सम्पूर्ण साहित्य लेखन जिसमें प्रमुख रूप से उपन्यास “उस चिड़िया का नाम” पर आम सहमति बनी। पंकज बिष्ट की उत्तराखंड के अंचलों पर आधारित कथा और उनके उल्लेखनीय लेखन के आधार पर यह पुरस्कार दिया जाएगा। चयन समिति में वरिष्ठ कथाकार सुभाष पन्त, हम्माद फारुकी, धीरेन्द्र नाथ तिवारी, जितेंद्र भारती व राजेश पाल शामिल थे।

 

 

उच्च रक्तचाप और मधुमेह की दवा लेकर ऋषिकेश से चम्बा पहुंचा ड्रोन, 30 मिनट में तय की 33 किमी की दूरी

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ऋषिकेश, स्वास्थ्य देखभाल पहुंच तकनीक को आगे बढ़ाते हुए एम्स ऋषिकेश ने जनपद टिहरी के चम्बा शहर में दवा पंहुचाकर ड्रोन डिलीवरी प्रणाली को और अधिक विकसित किया है। विश्व हृदय दिवस 29 सितम्बर के अवसर पर संस्थान ने यह उपलब्धि हासिल की है।
विश्व हृदय दिवस (29 सितम्बर) के अवसर पर बीते रोज एम्स ऋषिकेश ने टिहरी जिले के दूरदराज के गांवों में ड्रोन डिलीवरी द्वारा उक्त रक्तचाप की दवा पंहुचाकर अभूतपूर्व पहल शुरू की है। संस्थान का यह कदम हृदय रोगों के खिलाफ लड़ाई में व्यक्तियों और समुदायों को सशक्त बनाने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। ड्रोन मेडिकल सेवा के माध्यम से शुक्रवार को एम्स के हेलीपैड से 10 किलोग्राम का पेलोड टिहरी के चम्बा ब्लाक में भेजा गया। इसमें उच्च रक्तचाप और मधुमेह की दवाओं शामिल थीं। 33 किमी की हवाई दूरी और 5,600 फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित चंबा ब्लॉक तक पहुंचने में ड्रोन को 30 मिनट का समय लगा। ड्रोन संचालन टीम ने चम्बा ब्लाॅक स्थिति स्कूल के प्रांगण में मौजूद स्वास्थ्य विभाग के स्टाफ को दवाओं की डिलीवरी उपलब्ध करवायी।
इससे पूर्व एम्स ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह ने ड्रोन को चंबा के लिए रवाना किया। इस दौरान प्रो. मीनू सिंह ने कहा कि खराब मौसम और विपरीत भौगोलिक परिस्थितियों की वजह से ऐसे इलाकों में दवा पंहुंचाना स्वयं में चुनौतीपूर्ण है। कहा कि एम्स का प्रयाय है कि अत्याधुनिक मेडिकल तकनीक के माध्यम से राज्य के दूर-दराज के इलाकों तक ड्रोन सेवा द्वारा जरूरतमंदों को दवा उपपलब्ध करवायी जाय। उल्लेखनीय है कि विश्व हृदय दिवस 2024 की थीम ’यूज हार्ट फाॅर एक्शन’ रखी गयी है। यह हृदय स्वास्थ्य के लिए व्यक्तिगत जिम्मेदारी के महत्व पर जोर देने के साथ ही समाज को दिशा देने वाले जन प्रतिनिधियों और स्वास्थ्य संस्थानों से कार्रवाई करने का भी आग्रह करती है। एम्स ऋषिकेश की ड्रोन मेडिकल सेवा की यह पहल बताती है कि एम्स ऋषिकेश विश्व हृदय दिवस की थीम के अनुरूप स्वास्थ्य असमानताओं को दूर करने हेतु नेतृत्व कर रहा है। दिल के दौरे, स्ट्रोक और क्रोनिक किडनी रोग के शीर्ष जोखिमों में उच्च रक्तचाप को विशेष कारक माना जाता है।
एम्स ऋषिकेश के सीएफएम विभाग के एडिशनल प्रोफेसर डॉ. प्रदीप अग्रवाल के अनुसार इस तरह के नुकसान का एक कारण दवाओं की नियमित पूर्ति का न होना है। उन्होंने बताया कि पहाड़ी क्षेत्रों से कई लोग बीपी व शुगर की दवा लेने के लिए नियमित तौर से इसलिए नहीं आ पा रहे हैं क्योंकि आवागमन के संसाधनों के अभाव और मार्ग अवरूद्ध होने की वजह से वो दूर-दराज से निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक नहीं पँहुच पाते हैं। यदि किसी तरह पहुंच गए तो दवा का पर्याप्त स्टाक उपलब्ध न होने से उनका पूरा दिन खराब हो जाता है। ऐसे मेें एम्स के सीएफएम विभाग द्वारा ड्रोन मेडिकल सेवा के माध्यम से सरल लॉजिस्टिक तंत्र को विकसित कर समस्या हल करने का निर्णय लिया। बताया कि उन्नत पैथोलॉजी परीक्षण करने के लिए ड्रोन सुविधा का भी उपयोग किया जा रहा है।
संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल ने कहा कि ज्यादा ऊंचाई में उच्च रक्तचाप की प्रसार दर को देखते हुए अत्याधुनिक ड्रोन डिलीवरी प्रणाली सुनिश्चित करेगी कि पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले व्यक्तियों को बिना किसी देरी के ड्रोन मेडिकल सेवा के माध्यम से उच्च रक्तचाप की दवा समय रहते मिल जाय। इस अवसर पर डीन एकेडमिक प्रो. जया चतुर्वेदी, डीन रिसर्च प्रो. शैलेन्द्र हाण्डू, ड्रोन मेडिकल सेवा के नोडल अधिकारी डाॅ. जितेन्द्र गैरोला, ग्लोबल हेल्थ एडवोकेसी इनक्यूबेटर में हेल्थ सिस्टम स्ट्रेंथनिंग की उपाध्यक्ष सुश्री वंदना शाह सहित कई अन्य मौजूद रहे।

राज्य स्तरीय मैराथन “रेड रन” प्रतियोगिता का आयोजन

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देहरादून, उत्तराखण्ड राज्य एड्स नियंत्रण समिति, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, उत्तराखण्ड, खेल विभाग, उत्तराखण्ड, भारत स्काउट एवं गाईड, उत्तराखण्ड एवं एन०एस०एस०, उत्तराखण्ड के संयुक्त तत्वावधान में एच०आई०वी०/एड्स के नियन्त्रण एवं जागरूकता विषय पर राज्य स्तरीय मैराथन “रेड रन” प्रतियोगिता का आयोजन प्रातः 07:00 बजे से किया गया। मैराथन प्रतियोगिता का शुभारम्भ डॉ० अमित शुक्ला, अपर परियोजना निदेशक, यूसैक्स श्री धर्मेन्द्र रावत, उप निदेशक, वित्त एवं महाराणा प्रताप स्पोर्टस कॉलेज के प्रतिनीधियों द्वारा फ्लैग ऑफ कर किया गया। मैराथन प्रतियोगिता में 17-25 वर्ष तक के लगभग 300 छात्र/छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।

मैराथन प्रतियोगिता ब्रह्मकमल चौक (राजपुर रोड), कैनाल रोड, एच०पी० पेट्रोल पम्प, एन०आई०ई०पी०वी०डी०, बाला सुन्दरी मन्दिर, स्कालरहोम बैक गेट, इन्दरबाबा मार्ग, नियर पॉलीकिड से वापस ब्रह्मकमल चौक पर समाप्त की गयी।

उक्त अवसर पर श्री धर्मेन्द्र रावत, उप निदेशक, वित्त, यूसैक्स द्वारा जानकारी दी गयी कि गत वर्ष 2023 में नाको, भारत सरकार द्वारा गोवा में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की रेड रन मैराथन प्रतियोगिता में उत्तरखण्ड राज्य से सुश्री सोनिया महाराणा प्रताप स्पोर्टस कॉलेज द्वारा प्रथम स्थान प्राप्त किया गया।

“रेड रन” प्रतियोगिता में छात्र वर्ग में स्पोर्टस कॉलेज के छात्र श्री अमरदीप, श्री आदर्श यादव, अक्षम डावरे द्वारा क्रमशः प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त किया गया। महिला वर्ग में स्पोर्टस कॉलेज की छात्रा सुश्री सोनिया, सुश्री अन्जली, सुश्री गौरी द्वारा क्रमशः प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त किया गया। मैराथन प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर आने वाले (छात्र/छात्राओं) को क्रमशः रू0 10,000/-, रू0 7,500/- एवं रू0 5,000/- का नगद पुरूस्कार दिया जायेगा।

मैराथन प्रतियोगिता में महाराणा प्रताप स्पोर्टस कॉलेज से श्री लोकेश, एथलेटिक्स प्रशिक्षक, श्री प्रकाश भट्ट, एथलेटिक्स प्रशिक्षक, श्री पंकज रावत, एथलेटिक्स प्रशिक्षक, श्री हेमराज सिंह, एथलेटिक्स प्रशिक्षक, श्री जगदीश पंवार, एथलेटिक्स प्रशिक्षक यूसैक्स स्टाफ के साथ सहयोगी एन०जी०ओ० होप सोसाईटी, देहरादून, चौखम्भा, बालाजी सेवा संस्थान एवं पी०ई० जे०के०एस० संस्थाओं के प्रतिनीधियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी की अध्यक्षता में ल्वारा व ऊखीमठ में आयोजित हुआ बहुउद्देशीय शिविर

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राजकीय प्राथमिक विद्यालय ल्वारा में आयोजित शिविर में 26 शिकायतें हुई दर्ज 11 शिकायतों का मौके पर ही निराकरण, पीएम श्री अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर काॅलेज गुप्तकाशी में आयोजित शिविर में 15 शिकायतें दर्ज, 07 शिकायतों का निराकरण”।

रुद्रप्रयाग- तीन दिवसीय जनपद भ्रमण पर पहुंचे प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण, सैनिक कल्याण एवं ग्राम्य विकास विभाग मंत्री श्री गणेश जोशी की अध्यक्षता में आज तीसरे दिन विकास खंड ऊखीमठ के अंतर्गत ग्राम ल्वारा में बहुउद्देशीय शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों द्वारा विभिन्न विभागों से संबंधित शिकायतें दर्ज की गई।
राजकीय प्राथमिक विद्यालय ल्वारा में आयोजित बहुउद्देशीय शिविर में लमगौंडी प्रधान अखिलेश सजवाण ने गांव में खुली विद्युत तारों को एबी केबल में विस्थापित करने की मांग की। अध्यापक अभिभावक संघ के अध्यक्ष शिवन कुमार ने राजकीय इंटर कॉलेज ल्वारा में राजनीतिक विज्ञान का पद सृजित करने सहित विद्यालय की अन्य समस्याओं से अवगत कराया। इसी तरह ल्वारा के कन्हैया कुमार ने भैरव नाम तोक में सुरक्षा दीवार निर्माण, सुधारीकरण करने सहित पोल्ट्री फाॅर्म और सिंचाई टैंक निर्माण करने तथा मनोहर लाल ने क्षेत्र में रंदा गेज मशीन लगाने हेतु आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के संबंध में प्रार्थना-पत्र दिया। सिंगोली गांव निवासी दीपा देवी ने गांव की विभिन्न समस्याओं से तथा ल्वारा निवासी यशपाल सिंह बुटोला ने कुंड-सिंगोली-गुप्तकाशी मोटर मार्ग निर्माण को अवगत कराया। नवयुवक मंगल दल द्वारा ल्वारा में नागराजा तोक में खेल मैदान निर्माण तथा देवलीभणिग्राम के सुरेंद्र बगवाड़ी ने गांव में बंदरों के आतंक से निजात दिलाने की मांग की। ल्वारा के विशंबर लाल एवं विनोद लाल ने उनके आवासीय भवन से गुजर रही विद्युत लाइन को अन्यंत्र शिफ्ट करने के संबंध में प्रार्थना-पत्र दिया। सिंगोली निवासी दिनेश त्रिवेदी ने एनएच के निर्माण कार्य से उनके गौशाला में जा रहे पानी तथा प्रेम लाल ने उनके आंगन की सुरक्षा दीवार टूटने की समस्या से निजात दिलाने की मांग की।
इस अवसर पर प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण, सैनिक कल्याण एवं ग्राम्य विकास विभाग मंत्री श्री गणेश जोशी ने *बहुउद्देशीय शिविर* की अध्यक्षता करते हुए कहा कि जनता की सरकार, जनता के द्वार कार्यक्रम के तहत पूरे प्रदेश के अंदर *बहुउद्देशीय शिविर* का आयोजन कर स्थानीय स्तर पर ही लोगों की समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है। बताया कि पिछले तीन दिनों से जनपद में लगातार शिविर आयोजित किए जा रहे हैं जिसके तहत आज पांचवें शिविर में स्थानीय लोगों की समस्याओं को सुना गया। इसमें शासन स्तर की समस्याओं को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाया जाएगा जबकि स्थानीय स्तर की समस्याओं का निराकरण हेतु जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि बाबा केदारनाथ धाम में वर्ष 2013 की आपदा के बाद देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण के कार्य किए गए। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने कहा कि आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा। बताया कि पुनर्निर्माण के कार्यों से यात्रा में वृद्धि हुई है। साथ ही पर्यटन की दृष्टि से काफी विकास किया गया है। उन्होंने कहा कि विगत दिनों 31 जुलाई की अतिवृष्टि के बाद से प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी लगातार माॅनीटरिंग कर रहे हैं। साथ ही प्रभावित श्रमिकों, व्यापारियों व अन्य व्यक्तियों के लिए लगभग 10 करोड़ का पैकेज निर्गत किया गया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार द्वारा गरीब व असहाय व्यक्तियों के लिए अनेक योजनाएं बनाई जा रही हैं। इसी तरह मातृशक्ति के लिए भी योजनाएं बनाई गई हैं जो धरातल पर उतर रही हैं। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा किए जा रहे भ्रमण में उनके संज्ञान में लाया जा रहा है कि लखपति दीदी योजना के तहत बड़ी संख्या में स्थानीय बहिनें लखपति दीदी बनी हैं। ल्वारा, कोटमा आदि गांवों में इस योजना से लाभान्वित हुई महिलाओं के बारे में प्रसन्नता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि समूह के माध्यम से हमारी बहिनें आत्मनिर्भर होने की ओर अग्रसर हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के आत्मनिर्भर होने से पूरा परिवार आत्मनिर्भर होता है। केंद्र व राज्य की सरकार इसी दिशा में बड़ी गंभीरता से कार्य कर रही हैं।
इसके बाद पीएम श्री अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज गुप्तकाशी में भी प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण, सैनिक कल्याण एवं ग्राम्य विकास विभाग मंत्री श्री गणेश जोशी की अध्यक्षता में शिविर आयोजित किया गया। इस दौरान विभिन्न विभागों से संबंधित कुल 15 शिकायतें दर्ज की गई। इनमें 5 लिखित तथा 10 मौखिक शिकायतें दर्ज की गई। जिनमें 07 शिकायतों का मौके पर ही निराकरण किया गया तथा शेष शिकायतों का निस्तारण करने हेतु संबंधित विभागों को प्रेषित किया गया।
आयोजित *बहुउद्देशीय शिविर* में के अवसर पर पूर्व प्रमुख ममता नौटियाल ने श्री विश्वनाथ मंदिर मार्ग सुधारीकरण करने की मांग की। राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य सुबोध सेमवाल द्वारा विद्यालय हेतु दो अतिरिक्त कक्षा-कक्षों का निर्माण एवं विद्यालय सुरक्षा दीवार निर्माण करने की मांग की। स्थानीय ग्रामीणों ने उप जिला चिकित्सालय गढ़तरा नाला को अन्यंत्र स्थानांतरित न करने तथा रणवीर सिंह नेगी ने विकासखंड ऊखीमठ की ग्राम पंचायत भैंसारी से गुजरने वाले खांकरा एवं चारी गदेरे का ट्रीटमेंट करने की मांग की। नारायणकोटी निवासी दीपक ने कृषि, उद्यान तथा जीव विज्ञान के पदों पर हुई परीक्षा का परिणाम शीघ्र जारी करने के संबंध में प्रार्थना-पत्र दिया।
इस अवसर पर बाल विकास विभाग द्वारा 06 महिलाओं को महालक्ष्मी किट भी प्रदान की गई। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती ने कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी के बहुउद्देशीय शिविर में आगमन पर उनका स्वागत किया। साथ ही मुख्य विकास अधिकारी ने उन्हें आश्वस्त करते हुए कहा कि उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का संबंधित अधिकारियों से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा। कार्यक्रम का सफल मंच संचालन किशन सिंह रावत द्वारा किया गया।
इस अवसर भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती आशा नौटियाल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी, ब्लाक प्रमुख ऊखीमठ श्वेता पांडेय, कनिष्ठ प्रमुख शैलेंद्र कोटवाल, वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित श्रीनिवास पोस्ती, जिलापंचायत सदस्य गणेश तिवारी, पूर्व ब्लाक प्रमुख ममता नौटियाल, जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे, जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश मिश्रा, मुख्य कृषि अधिकारी लोकेंद्र सिंह बिष्ट, खंड विकास अधिकारी सूर्य प्रकाश शाह सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण मौजूद रहे।

दो दिवसीय शिविर में 31 बच्चों के दांतों का उपचार किया

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दो दिवसीय शिविर में 31 बच्चों के दांतों का उपचार किया
देहरादून; स्माइलिंग स्कूल कार्यक्रम के तहत हिमडेंट फाउंडेशन की ओर से राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय और राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ओणी में दो दिवसीय निशुल्क दंत चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जनपद टिहरी गढ़वाल के मुख्य शिक्षा अधिकारी एपी सेमवाल उपस्थित रहे।
शिविर के पहले दिन डॉ. आदित्य वोहरा ने बच्चों की काउंसलिंग की और उन्हें दांतों की देखभाल के महत्व के बारे में जानकारी दी। शिविर में 31 बच्चों का उपचार किया गया, जिनमें से शिविर के पहले 26 बच्चों के दांतों में स्थायी भराई की गई।
इस मौके पर दोनों विद्यालय के प्रधानाध्यापक
बी पी गुप्ता व प्रधानाध्यापिका श्रीमति गीता लखेड़ा , विद्यालय के समस्त अध्यापक अध्यापिका उपस्थित रहे। पिछले तीन वर्षों से हिमडेंट फाउंडेशन की ओर से उत्तराखंड के सुदूरवर्ती गांव के विभिन्न शैक्षिक संस्थानों में निशुल्क दन्त स्वास्थ्य शिविर लगाए जा रहे हैं ।

मसूरी को मिलेगी जाम से राहत, जनपद में प्रथम बार शटल सेवा होगी संचालित

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देहरादून , जिलाधिकारी देहरादून सविन बंसल ने पर्यटन नगरी मसूरी में किंक्रैग पार्किंग को फिर से शुरू किए जाने की कवायद शुरू कर दी है। ज़िलाधिकारी ने अधिकारियों को इसके लिए किंक्रैग पार्किंग से पुस्तकालय एवं पिक्चर पैलेस तक शटल बस सेवा शुरू किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने *10 दिन के अन्तर्गत टैण्डर प्रस्तुत करने के निर्देश* देते हुए *पुलिस विभाग को किंक्रैग में अपना ऑफिस सेटअप कम्प्यूटर नेटवर्क स्थापित किए जाने के भी निर्देश दिए।* पुलिस के पास सभी होटलों की अधिकतम पार्किंग सीमा की जानकारी रहेगी। किसी होटल की पार्किंग फुल होने के उपरांत वाहनों को किंक्रैग में ही रोका जाएगा। किंक्रैग से आगे शटल सेवा के माध्यम से भेजा जाएगा।

जिलाधिकारी ने एसपी ट्रैफिक को दिए इस व्यवस्था को सख्ती से लागू करने के निर्देश। उन्होंने कहा कि पुलिस को जो भी संसाधन की आवश्यकता हो, इसके लिए फंडस जिलाधिकारी त्वरित उपलब्ध कराएगें। उन्होंने उप जिलाधिकारी मसूरी, पुलिस अधीक्षक यातायात एवं अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद मसूरी को दिए जल्द कार्यवाही के निर्देश।
बैठक में पुलिस अधीक्षक यातायात मुकेश कुमार, संयुक्त मजिस्टेªट मसूरी अनामिका, उप जिलाधिकारी मुख्यालय शालिनी नेगी सहित नगर पालिका परिषद मसूरी के अधिकारी उपस्थित रहे।

शिक्षा विभाग को मिले 292 और अतिथि शिक्षिकः डॉ. धन सिंह रावत

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विभागीय अधिकारियों को निर्देश, एक सप्ताह के भीतर दें तैनाती

देहरादून, विद्यालयी शिक्षा विभाग में शिक्षकों की कमी को दूर करने के दृष्टिगत प्रवक्ता संवर्ग में 292 और अतिथि शिक्षकों की तैनाती की जायेगी। इस संबंध में विभागीय अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर चयनित अभ्यर्थियों को तैनाती देने के निर्देश दे दिये गये हैं। इन अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, जीव विज्ञान, अंग्रेजी तथा गणित विषय के रिक्त पदों के सापेक्ष की जायेगी।

सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा. रावत ने बताया कि राजकीय विद्यालयों में शैक्षिक गतिविधियां प्रभावित न हो इसके लिये राज्य सरकार ने प्रवक्ता संवर्ग में 851 और अतिथि शिक्षकों की तैनाती का निर्णय लिया था। जिसके तहत दो चरणों में प्रदेश के विभिन्न राजकीय विद्यालयों में अतिथि शिक्षकों की तैनाती की जा चुकी है। इसके उपरांत सभी जनपदों के मुख्य शिक्षा अधिकारियों से विषयवार रिक्त पदों के सापेक्ष अतिथि शिक्षकों की डिमांड मांगी गई थी। जिसके तहत तीसरे चरण में विभिन्न विषयों के 300 रिक्त पदों के सापेक्ष 292 अभ्यर्थियों का चयन पूर्व में तैयार मेरिट सूची से किया गया है। जिसमें गणित में 46, भौतिक विज्ञान में 52, रसायन विज्ञान में 62, जीव विज्ञान 32 तथा अंग्रेजी में 100 अतिथि शिक्षक शामिल हैं। भौतिक विज्ञान में आरक्षित सीटों पर अभ्यर्थी न मिलने पर 8 सीटें रिक्त रह गई हैं। डॉ. रावत ने बताया कि तीसरे चरण के तहत चमोली जनपद में विभिन्न विषयों में 43 अतिथि शिक्षकों को तैनाती दी जायेगी। इसी प्रकार पिथौरागढ़ में 58, पौड़ी 74, अल्मोड़ा 53, उत्तरकाशी 03, टिहरी 08, नैनीताल 07, चम्पावत 22, बागेश्वर 19, रूद्रप्रयाग 10 तथा देहरादून में 03 अतिथि शिक्षकों को एक सप्ताह के भीतर तैनाती दी जायेगी। विभागीय मंत्री ने बताया इन सभी चयनित अतिथि शिक्षकों को प्राथमिकता के आधार पर प्रदेश के पर्वतीय एवं दूरस्थ क्षेत्र के ऐसे विद्यालयों में तैनाती देने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये गये हैं जहां पर शिक्षकों के अधिक पद रिक्त हो ताकि वहां शिक्षकों की कमी को दूर कर शैक्षिक गतिविधियों को सुचारू किया जा सके। उन्होंने बताया कि इस संबंध में चमोली, पिथौरागढ़, पौड़ी, अल्मोड़ा, उत्तरकाशी, टिहरी, देहरादून, नैनीताल, चम्पावत, बागेश्वर तथा रूदप्रयाग के मुख्य शिक्षा अधिकारी को स्पष्ट निर्देश जारी किये गये हैं कि किसी भी विद्यालय में शिक्षकों की कमी न हो और विद्यालयों में शिक्षण कार्य निर्बाध रूप से संचालित किया जाय। डा. रावत ने कहा कि सरकार की मंशा प्रदेश में शैक्षिक महौल को बेहतर बनाना है और प्रदेश के नौनिहालों को गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध कराना है। इस दिशा में सरकार लगातार प्रयासरत है।

भू-कानून के मुद्दे का समाधान भी हमारी सरकार ही करेगी: मुख्यमंत्री

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मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अगले बजट सत्र में वृहद भू-कानून लाने हेतु प्रयासरत

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में पत्रकारों को संबोधित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में उत्तराखण्ड में नगर निकाय क्षेत्र से बाहर ढाई सौ वर्ग मीटर भूमि कोई भी व्यक्ति बिना अनुमति खरीद सकता है, परंतु ऐसा संज्ञान में आया है कि एक ही परिवार में अलग-अलग नामों से भूमि क्रय करके उक्त प्राविधानों का उल्लंघन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम इसकी जांच करायेंगे और जिन भी व्यक्तियों ने ऐसा किया है उनकी भूमि राज्य सरकार में निहित की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जिन भी व्यक्तियों ने पर्यटन, उद्योग आदि व्यवसायिक गतिविधियों के लिए अनुमति लेकर भूमि क्रय की है, परंतु उस भूमि का उपयोग इस प्रयोजन हेतु नहीं किया, ऐसी जमीनों का विवरण तैयार करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के विरुद्ध भी सख्त कार्यवाही की जायेगी और उनकी जमीनें राज्य सरकार में निहित की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भी संज्ञान में आया है कि भूमि क्रय संबंधी नियमों में वर्ष 2017 में जो बदलाव किए गए थे, उनका परिणाम सकारात्मक नहीं रहा है।उन्होंने कहा कि ऐसे प्राविधानों की समीक्षा की जायेगी और आवश्यक हुआ तो इन प्राविधानों को समाप्त कर दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के मूल स्वरूप को बचाने के उद्देश्य से उठाए जा रहे इन कदमों से किसी भी ऐसे व्यक्ति या संस्थाओं को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है, जिनके निवेश से उत्तराखंड में पर्यटन, शिक्षा, उद्योग, व्यापार आदि विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार सृजन होता है तथा अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार भू कानून एवं मूल निवास के मुद्दे को लेकर संवदेनशील है और हम अगले बजट सत्र में उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप एक वृहद भू कानून लाने हेतु प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार मार्च 2021 से अब तक लंबे समय से चले आ रहे विभिन्न मामलों का निस्तारण हमारी सरकार ने ही किया है, उसी प्रकार मैं, उत्तराखंड की जनता को यह विश्वास दिलाता हूं कि भू कानून के मुद्दे का समाधान भी हमारी सरकार ही करेगी।