रुद्रप्रयाग/ऊखीमठ- जाने माने समाज सेवी कुलदीप रावत के लिये जन समर्थन कार्यक्रमों का दौर जारी है। आज केदार घाटी के ऊखीमठ में आयोजित जन समर्थन/जन संवाद कार्यक्रम में क्षेत्र के विभिन्न गाँवों से भारी संख्या में जनता व जन प्रतिनिधियों ने शिरकत की। जनता से मिल रहे अपार जनसमर्थन से गदगद कुलदीप रावत ने उपस्थित जनता का आभार जताया व सदैव जन सेवा में समर्पित रहने का वादा किया।
रविवार को मंधुगंगा हेलीपैड ऊखीमठ में सामाजिक कार्यकर्ता कुलदीप सिंह रावत के पक्ष मे जनसमर्थध/ जन संवाद कार्यक्रम आयोजन किया गया जिसमें मद्महेश्वर घाटी, तुंगनाथ घाटी व कालीमठ घाटी से भारी संख्या में क्षेत्रीय जनता ने भागीदारी की। जन समर्थन कार्यक्रम में होटल ऐसोसिएशन से अमित मैखण्डी ने कहा कि कुलदीप सिंह रावत केदारघाटी में निस्वार्थ भाव से सामाजिक सरोकारों से जुडे हुये है जिससे क्षेत्र की जनता को लाभ मिला है। पूर्व सैनिक प्रहलाद सिंह राणा ने कहा कि कुलदीप रावत के रुप मे क्षेत्र को एक मजबूत नेता मिला है जो केदारघाटी की जन समस्याओ का समाधान कलिये संघर्ष कर रहा है। वक्ताओं ने कहा कि युवाओं के रोजगार का मुद्धा हो चाहे असहाय जरूरत मंदो की मदद कुलदीप रावत पिछले 12 सालो से केदारघाटी के वाशिंदो के हर सुख दुःख में साथ देते आ रहे हैं ।
प्रधान विजय लक्ष्मी देवी व महिला मंगल दल अध्यक्ष प्रेम नगर सरिता देवी ने कहा कि सामाजिक कार्यकर्ता कुलदीप रावत लगातार छैत्र में मातृ शक्ति के हर सुख दुःख में बढ़ चढ़कर भागीदारी करते आ रहे है।
जनता को सम्बोधित करते हुये सामाजिक कार्यकर्ता कुलदीप रावत ने कहा कि कुछ लोग उन्हे बदनाम कर उनकी छबि खराब करने की कोशिष कर रहे है। उन पर धन बल का प्रयोग करने का आरोप लगा रहे है लेकिन उन्हें जनता का मिल रहा प्यार ऐसे लोगों के मुँह पर तमाचा है।
मंच संचालन सामाजिक कार्यकर्ता लवेश राणा, व मनोज बेजवाल द्वारा किया गया। इस मौके पर महिला मंगल दल अध्यक्ष औकारेश्वर आरती शैव, महिला मंगल दल अध्यक्ष गांधीनगर मीरा देवी, राजेश्वरी देवी, वन पंचायत सरपंच पवन राणा, संजय मनवाल, सतेश्वरी देवी, दिलबर सिंह नेगी, सौरभ भट्ट, नागेंद्र राणा, राकेश कर्नाटकी, यशपाल रावत, विनोद अन्थवाल, दिलिप सिंह सहित छैत्रीय जनता व जन प्रतिनिधि मौजूद थे।
क्षेत्र व समाज के विकास के लिये सदैव जनता के साथ खडा रहूँगा-कुलदीप
सख्ती लाई रंग, राज प्लाजा में पार्किंग के उपयोग को बनाया गया रैंप
देहरादून, एमडीडीए की सख्ती के बाद राजपुर रोड स्थित राज प्लाजा कॉम्प्लेक्स में बेसमेंट पार्किंग के इस्तेमाल हेतु रैंप का निर्माण कर दिया गया है। प्राधिकरण उपाध्यक्ष वंशीधर तिवारी ने विगत दिनों शहर में तमाम कॉम्प्लेक्स व अन्य कमर्शियल भवनों में बेसमेंट पार्किंग के नियम के पालन की दिशा में सभी सेक्टरों में रिपोर्ट मांगी थी। इसके क्रम में प्राधिकरण के अभियंताओं द्वारा इसे लेकर रिपोर्ट उपाध्यक्ष को प्रस्तुत की गई। उपाध्यक्ष ने निर्देशित किया था कि बेसमेंट पार्किंग के नियम का कड़ाई से पालन कराया जाए।
बीते दिनों राजपुर रोड स्थित राज प्लाजा में इस मानक का उल्लंघन पाए जाने पर यहां सीलिंग की कार्रवाई की गई थी। प्राधिकरण की सख्ती के फलस्वरूप यहां पर बेसमेंट में रैंप का निर्माण कॉम्प्लेक्स संचालक द्वारा प्रारंभ करा दिया गया है। बताया गया कि अब मौके पर रैंप का निर्माण कर लिया गया है। ऐसे में यहां अब पार्किंग की समस्या दूर होने जा रही है।
पैराग्लाइडिंग – आसमान की ऊंचाई नापने के लिए तैयार हैं उत्तराखंड के युवा
पर्यटन विभाग दे रहा है युवाओं को पैराग्लाइडिंग का निशुल्क प्रशिक्षण
पुरुषों के साथ उत्तराखण्ड की महिलाएं भी ले रही हैं व्यावसायिक प्रशिक्षण
साहसिक पर्यटन को बढ़ावा दे रही धामी सरकार
देहरादून। उत्तराखण्ड का पर्यटन अब तक मुख्य तौर पर धार्मिक और सामान्य पर्यटन तक सीमित था, लेकिन अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार इसमें साहसिक पर्यटन के जरिए नए आयाम जोड़ रही है। मुख्यमंत्री के विजन के अनुरूप इसके लिए पर्यटन विभाग 700 से अधिक युवाओं को पैराग्लाइडिंग का निशुल्क कोर्स करवा रहा है।
उत्तराखण्ड में नैनीताल जिले के भीमताल और देहरादून में मालदेवता जैसे कुछ स्थानों पर पैराग्लाइडिंग पर्यटन बढ़ रहा है। नई संभावनाओं को देखते हुए पर्यटन विभाग ना सिर्फ इसके लिए नए स्पॉट तलाश रहा है, बल्कि स्थानीय युवाओं को निशुल्क प्रशिक्षण भी दे रहा है। इस तरह साहसिक पयर्टन में अपने कौशल के जरिए युवा ना सिर्फ अपना रोजगार , स्वरोजगार कमा सकेंगे, बल्कि उत्तराखण्ड में पर्यटन को भी बढ़ावा दे सकेंगे।
इसी क्रम में सरकार की ओर से टिहरी में कुल 15 बैच में युवाओं को बेसिक से लेकर गाइडेड पैराग्लाडिंग के पांच अलग – अलग कोर्स कराए जा रहे हैं। पयर्टन विभाग इसमें प्रशिक्षण, रहने, खाने की सुविधा निशुल्क दे रहा है। विभाग ने प्रथम चरण में 741 युवाओं को प्रशिक्षण का लक्ष्य रखा है, जिसमें से 124 महिलाएं शामिल हैं।
उत्तराखण्ड में साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में स्वरोजगार की अपार संभावनाएं हैं। इसलिए युवाओं को पैराग्लाइडिंग, वाईट वाटर राफ्टिंग, माउंटेनियरिंग जैसे साहसिक खेलों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। हमारा प्रयास है कि अगले कुछ सालों में उत्तराखंड के पास इस क्षेत्र में पर्याप्त प्रशिक्षित मानव संसाधन हो, ताकि उत्तराखण्ड में साहसिक पर्यटन ना सिर्फ फूले फले बले, बल्कि यह सुरक्षित भी हो।
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री
सफलता की कहानी
01 – उत्तरकाशी जिले में सांकरी के पास सौड़ गांव निवासी संगीता रावत भी चुनिंदा महिला प्रशिक्षणार्थियों में शामिल हैं। संगीता अपने क्षेत्र में एक एडवेंचर टूरिज्म कंपनी चलाती हैं, अब वो पैराग्लाइडिंग के जरिए अपने काम को नई ऊंचाई देना चाहती हैं। संगीता अपनी बैच की अकेली महिला ट्रेनी हैं। अब तक वो सोलो फ्लाई सीख चुकी हैं। अब एडवांस कोर्स के बाद उनका प्रशिक्षण पूरा हो जाएगा, संगीता इसे शानदार अनुभव करार देती हुई कहती हैं कि इससे उत्तराखंड में साहसिक पर्यटन को नई ऊंचाई मिलेगी।
02 – नैनीताल जिले में भीमताल निवासी भरत जोशी, डिप्लोमा करने के बाद दिल्ली में प्राइवेट जॉब कर रहे हैं। भरत जोशी बताते हैं कि वो वापस अपना घर लौटना चाहते हैं, इसलिए जैसे ही सरकार की तरफ से निशुल्क पैराग्लाइडिंग कोर्स की जानकारी मिली तो उन्होंने, अपना रजिस्ट्रेशन करवा लिया। जोशी बताते हैं कि उनके क्षेत्र में पहले से ही कई लोग इस पेशे में काम कर रहे हैं, प्रशिक्षण पूरा करने के बाद वो भी वापस भीमताल लौट आएंगे, वो अब तक टिहरी झील के ऊपर कई प्रशिक्षण उड़ानें भर चुके हैं।
03 – सीमांत जिला चमोली के कुनौल गांव निवासी दिनेश सिंह अभी संविदा की नौकरी कर रहे हैं। दिनेश सिंह अब पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित पैराग्लाइडिंग कोर्स का प्रशिक्षण ले रहे हें। दिनेश सिंह मई जून और सितंबर में दो अलग कोर्स पूरा कर चुके हैं, फरवरी तक वो प्रशिक्षण पूरा कर लाइसेंस लेकर व्यावसायिक उड़ान के लिए तैयार हो जाएंगी। दिनेश के साथ उनके गांव के तीन अन्य युवा भी प्रशिक्षण ले रहे हैं। दिनेश बताते हैं कि सरकार रहने खाने से लेकर प्रशिक्षण तक निशुल्क दे रही है। दिनेश सिंह इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त कर रहे हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया बीआरओ द्वारा निर्मित 75 प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का लोकार्पण , 09 परियोजनाएं उत्तराखंड की शामिल
देहरादून(आरएनएस)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को सीमा सड़क संगठन द्वारा निर्मित 75 प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का लोकार्पण कर राष्ट्र को समर्पित किया। इसमें 09 परियोजनाएं उत्तराखंड की शामिल हैं। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी वर्चुअल रूप से उपस्थित थे।
उत्तराखंड में जिन 09 परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया उनमें गढ़वाल क्षेत्र में करछा पुल, मींग गधेरा पुल, घस्तोली पुल, पागल नाला पुल और देहरादून जनपद में शिवालिक परियोजना का कार्यालय और रहने का स्थान शामिल हैं। कुमाऊं क्षेत्र में सुरिंगघाट पुल, चिमला पुल, पैनागढ़ पुल और गोसीगढ़ पुल का लोकार्पण किया गया।
उत्तराखंड की 09 परियोजनाओं का लोकार्पण करने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में पूरी हुई बुनियादी ढांचे की ये परियोजनाएं विशेष रूप से दूरदराज और वंचित क्षेत्रों के उत्थान के लिए काफी सहायक होंगी। ये परियोजनाएं कनेक्टिविटी को बढ़ाकर और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देकर राज्य के परिदृश्य को बदलने में सहयोग करेंगी। इनसे न केवल पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि महत्वपूर्ण रोजगार के अवसरों के सृजन का भी अवसर मिलेगा। ये परियोजनाएं जीवंत ग्राम समुदायों के विकास को गति देंगी और दूरदराज के सीमावर्ती क्षेत्रों तक पहुंच में सुधार करेंगी, जिससे इन रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण स्थानों में आर्थिक विकास और रक्षा क्षमताएं दोनों मजबूत होंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नए पुलों के निर्माण से राज्य में कनेक्टिविटी में काफी सुधार होगा। यात्रा के समय को कम करेंगे। इससे धार्मिक एवं सामान्य पर्यटन के साथ ही सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देंगे और उत्तराखंड को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करेंगे। ये बुनियादी ढांचा परियोजनाएं क्षेत्र के लिए दीर्घकालिक सतत विकास और समृद्धि को बढ़ावा देंगी।
इस अवसर पर सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, शिवालिक परियोजना के मुख्य अभियंता ब्रिगेडियर प्रसन्न जोशी और कर्नल प्रदीप शर्मा उपस्थित थे।
आपसी विवाद में पत्नि ने पति पर किया धारदार हथियार से हमला, पति की हालत नाजुक
रुद्रपुर, उधमसिंह नगर के रुद्रपुर थाना ट्रांजिट कैंप में एक पत्नी द्वारा अपने पति पर धारदार हथियार से हमला कर घायल करने का मामला सामने आया है। घायल को आनन फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है और डॉक्टरों ने उसे हल्द्वानी रैफर कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार थाना ट्रांजिट कैंप के गन्ना भवन के पीछे ठाकुर नगर निवासी रवि सरकार मेहनत मजदूरी का कार्य करता है और अपनी पत्नी कविता सरकार के साथ रहता है, जबकि उसके दोनों बच्चे अपने मामा के घर रहते है। बताया जा रहा है कि शनिवार की सुबह किसी बात को लेकर पति पत्नी के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि आवेश में आकर पत्नी कविता ने अपने पति रवि पर धारदार हथियार से हमला कर लहूलुहान कर दिया। चीख पुकार सुनकर पड़ोसी घटनास्थल पर पहुंचे। तो आरोपी महिला फरार हो चुकी थी और आनन फानन में रवि को जिला अस्पताल ले जाया गया।
जहां खून से लथपथ रवि की नाजुक हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे हल्द्वानी रैफर कर दिया। थाना ट्रांजिट कैंप प्रभारी मोहन चंद्र पांडेय ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और फिलहाल घायल की हालत की जानकारी जुटा रही है। पुलिस में शिकायत आने पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।
जिलाधिकारी की सख्ती, अब नहीं डाल सकेंगे अपनी मर्जी से मलवा
देहरादून, जिलाधिकारी सविन बंसल ने निर्माण कार्यों हेतु अनुमति मौके पर ही दिये जाने हेतु एक ही टेबल पर निर्णय की व्यवस्था बनाई गई है ताकि निर्माण कार्य बाधित न हों तथा निर्माण हेतु बार—2 सड़क न खोदी जाए। इसी परिपेक्ष्य में जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग के देहरादून क्षेत्रान्तर्गत विभिन्न मार्गों पर रोड कटिंग की अनुमति के सम्बन्ध में ऋषिपर्णा सभागार में सम्बन्धित विभागों एवं कार्यदायी संस्थाओं के साथ बैठक ली।
जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्थाओं द्वारा निर्माण कार्यों हेतु खोदी गई सड़क को समय नहीं किया जाता है, जिससे जनमानस को समस्या होती है तथा बड़ी दुर्घटना की संभावना बनी रहती है, जिस पर उन्होंने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि अनुमति से अधिक तथा बिना अनुमति के सड़क कटिंग करने पर विधिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बैठक में निर्माण कार्यों हेतु आधी—अधूरी तैयारी से आए पेयजल निगम, यूपीसीएल, यूयूएसडीए के अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्थाओं को जिलाधिकारी ने फटकार लगाई।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि पेयजल निगम एवं अन्य समस्त कार्यदायी संस्था अपने निर्माण कार्यों की अनुमति के साथ डंपिंग जोन की स्थति भी स्पष्ट रूप से वर्णित करेंगे। साथ जो भी कार्यदायी संस्थाएं निर्माण कार्यों हेतु अनुमति हेतु आवेदन कर रहीं हैं वे पूर्ण जानकारी एवं कार्यों निर्धारित समयावधि का उल्लेख करेंगे। उन्होंने निर्देश दिए कि निर्माण के तत्काल बाद सड़क को करना होगा सुव्यवस्थित तथा सड़क खुदाई की अनुमति से पूर्व जमा करनी होगी सड़क ठीक कराने की धनराशि। साथ ही पुराने कार्य पूर्ण करने के उपरान्त ही नए कार्यों की अनुमति दी जाएगी। निर्माण साईटों पर कार्यदायी संस्थाओं को मौके पर रखने होगा अपना कार्मिक।
जिलाधिकारी ने सभी ऐसे विभाग जिनमें विघुत, पेयजल निगम, जल संस्थान बीएसएनल आदि विभाग आपसी समन्वय बैठक करें ताकि सड़क न खोदी जाए । साथ ही निर्देशित किया कि बाजारों एवं एवं व्यस्ततम सड़कों रात्रि 10 बजे ये प्रातः 05 तक ही कार्य करना होगा, जिससे जनमानस को समस्या न हो।
बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन जयभारत सिंह, उप जिलाधिकारी सदर कुमकुम जोशी, पुलिस क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार, अधीक्षण अभियंता लोनिवि मोहित कुमार, यूपीसीएल, एडीबी, पेयजल निगम, जल संस्थान, यूयूएसडीए, गैल आदि के अधिकारी कार्मिक उपस्थित रहे।
दर्दनाक सड़क हादसा : कार खाई में गिरी, तीन की मौत, तीन घायल
देहरादून, विजयदशमी के पर्व पर एक सड़क हादसे की खबर है जिसमें तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, मिली जानकारी के मुताबिक एक आॕल्टो कार जिसमें 6 लोग सवार थे के गहरी खाई में गिरने से उसमें सवार तीन लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया जबकि तीन लोगों ने इस घटना में दम तोड़ दिया l
घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने राहत और बचाव कार्य करते हुए घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाया, मृतकों की पहचान
सौरांश पुत्र उमेश निवासी ग्राम मेघाटू थाना त्यूणी उम्र – 03 वर्ष, अनीता पत्नी उमेश निवासी ग्राम मेघाटू थाना त्यूणी उम्र – 30 वर्ष, सूरत राम जोशी पुत्र टांगरू निवासी ग्राम मुंदोल थाना त्यूणी जनपद देहरादून उम्र 78 वर्ष के रूप में हुई है।
शनिवार को थाना त्यूणी देहरादून पर कंट्रोल रूम के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि छुमरा से त्यूणी आने वाली एक ऑल्टो कार रायगी मंदिर के पास सड़क से करीब 100 मी नीचे गिर गई है। सूचना पर थाने से पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुचा तो पाया कि एक आल्टो कार संख्या यूके07-डीडी-5541 मुख्य सड़क से लगभग 100 मीटर नीचे खाई में गिरी हुई थी।
स्थानीय लोगों के साथ पुलिस टीम द्वारा तत्काल रेस्क्यू आपरेशन चलाते हुए कार सवार 06 व्यक्तियों को कार से बाहर निकाल कर तत्काल उपचार हेतु नजदीकी चिकित्सालय पंहुचाया गया, जहां चिकित्सकों द्वारा 03 घायलों को मृत घोषित किया गया। शेष अन्य 03 घायलों को प्रार्थमिक उपचार के उपरान्त हायर सेंटर रेफर किया गया। मृतकों के पचांयतनामा/पोस्टमार्टम की कार्यवाही कर शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है पृथम दृष्टया कार चालक द्वारा वाहन से नियंत्रण खो देने के कारण दुर्घटना घटित होना प्रतीत हुआ, दुर्घटना के कारणों की विस्तृत जांच की जा रही है। इस घटना में इतिका पुत्री सहजराम निवासी ग्राम मुन्दोल थाना त्यूणी देहरादून, उम्र – 25 वर्ष, मनीष नौटियाल पुत्र बारूदत्त ग्राम डगोली थाना मोरी उत्तरकाशी उम्र – 25 वर्ष।जयेन्द्र पुत्र पातीराम निवासी ग्राम चिल्हड़ तहसील त्यूणी देहरादून उम्र – 38 वर्ष गंभीर रूप से घायल हुये हैं जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
द्वितीय केदार मद्महेश्वर के कपाट 20 नवंबर तथा तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर के कपाट 4 नवंबर को बंद होंगे
रुद्रप्रयाग-(उखीमठ/ मक्कूमठ) – पंचकेदार में प्रतिष्ठित द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट 20 नवंबर को लग्नानुसार प्रात काल को बंद होंगे। तथा तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर के कपाट सोमवार 4 नवंबर पूर्वाह्न 11 बजे बंद होंगे। कपाट बंद होने के बाद श्री मद्महेश्वर भगवान की चल विग्रह उत्सव डोली विभिन्न पड़ावों से होकर शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी। तथा 23 नवंबर को मद्महेश्वर मेला आयोजित होगा।
श्री बदरीनाथ -केदारनाथ मंदिर समिति मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़ ने बताया कि श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट बंद होने की तिथि पंचकेदार गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ तथा तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट बंद होने की तिथि शीतकालीन गद्दीस्थल मर्केटेश्वर मंदिर मक्कूमठ में आज शनिवार 12 अक्टूबर दशहरे के शुभ अवसर पर पंचांग गणना पश्चात घोषित हुई , इस बीच मद्महेश्वर मेला तथा देव डोलियों के शीतकालीन गद्दीस्थल पहुंचने का कार्यक्रम भी घोषित हो गया।
मद्महेश्वर जी के कपाट बंद होने के बाद भगवान मद्महेश्वर की चल विग्रह डोली 20 नवंबर को प्रथम पड़ाव गौडार गांव 21 नवंबर को दूसरे पड़ाव रांसी 22 नवंबर गिरिया तथा 23 श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी। शनिवार 23 नवंबर को श्री मद्महेश्वर मेला संपन्न होगा।
कपाट बंद होने की तिथि तय करने के अवसर पर पुजारी बागेश लिंग, वेदपाठी यशोधर मैठाणी, नवीन मैठाणी,वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डीएस भुजवाण, प्रशासनिक अधिकारी रमेश नेगी, देवानंद गैरोला, जेई सूरज मलासी, प्रेम सिंह रावत, वीरेश्वर भट्ट नवीन शैव,वर्ध जमलोकी, सत्यप्रसाद सेमवाल, शंकर स्वामी, पंच गौंडार से मदन पंवार ( भंडारी) ब्राह्मण खोली पंडितगण सहित पंचगाई हक हकूहकधारी आदि मौजूद रहे।
इसी तरह तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट तुला लग्न में सोमवार 4 नवंबर पूर्वाह्न 11 बजे को बंद होंगे।
कपाट बंद होने की तिथि शीतकालीन गद्दीस्थल श्री मर्केटेश्वर मंदिर मक्कूमठ में तय हुई इस अवसर पर मठापति रामप्रसाद मैठाणी, प्रबंधक बलबीर नेगी, पुजारी भारत मैठाणी, मुकेश मैठाणी, उमादत्त, विनोद मैठाणी, आचार्य रविंद्र मैठाणी,माहेश्वर प्रसाद, शांति प्रसाद,शेखर चंद्र, क्षेत्र पंचायत सदस्य जयबीर नेगी,दिलवर नेगी, एवं हक-हकूकधारी मौजूद आदि मौजूद रहे।
श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ प्रभारी/प्रशासनिक अधिकारी रमेश नेगी तथा प्रबंधक बलबीर नेगी ने संयुक्त बयान में बताया है कि इस यात्रा वर्ष 13372 श्रद्धालु द्वितीय केदार मद्महेश्वर पहुंचे तथा 140322 से तीर्थयात्रियों ने तृतीय केदार श्री तुंगनाथ जी के दर्शन किये।
कपाट बंद होने के बाद तृतीय केदार तुंगनाथ जी की चल विग्रह उत्सव डोली 4 नवंबर को प्रथम पड़ाव चोपता पहुंचेगी 5 नवंबर को भनकुन गुफा 6 नवंबर को भी भनकुन प्रवास करेगी तथा बृहस्पतिवार 7 नवंबर को शीतकाल गद्दीस्थल श्री मर्केटेश्वर मंदिर मक्कूमठ मंदिर गर्भ गृह में शीतकाल हेतु विराजमान हो जायेगी।
चार धामों के कपाट बंद होने की तिथियां घोषित
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 17 नवंबर को रात्रि 9 बजकर 07 मिनट पर बंद होंगे।
परंपरानुसार श्री केदारनाथ धाम एवं श्री यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज के दिन बंद होते है।
श्री गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट गोवर्धन पूजा के दिन बंद होते है।
• द्वितीय केदार मद्महेश्वर के कपाट 20 नवंबर
तथा तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर के कपाट 4 नवंबर को बंद होंगे । आज तय हुई कपाट बंद होने की तिथि
,उत्तरकाशी (मोहन सिंह राणा) श्री बदरीनाथ / केदारनाथ धाम/ देहरादून : । इस यात्रा वर्ष विश्व प्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के कपाट रविवार 17 नवंबर
नवंबर रात्रि 9 बजकर 07 मिनट पर मिथुन लग्न में शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे।
तथा पंच पूजायें बुधवार 13 नवंबर से शुरू होंगी इसी के साथ उत्तराखंड चार धाम के कपाट बंद होने की तिथियां घोषित कर दी गयी है।
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि आज विजय दशमी/ दशहरे के अवसर पर श्री बदरीनाथ धाम मंदिर परिसर में पंचाग गणना पश्चात समारोहपूर्वक तय की गयी। कपाट बंद होने की तिथि तय करने हेतु दोपहर साढ़े ग्यारह बजे से कार्यक्रम शुरू हो गया था।
समारोह में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु एवं तीर्थयात्री भी मौजूद रहे।
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि घोषित होने के कार्यक्रम विजय दशमी के अवसर पर श्री बदरीनाथ -केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने अपने संदेश में तीर्थयात्रियों को शुभकामनाएं दी है। यात्रा से जुड़े सभी विभागों,संस्थाओं, संगठनों सभी का आभार जताया।
कहा कि इस यात्रा वर्ष श्री बदरीनाथ -केदारनाथ यात्रा सरल सुगम रही अभी यात्रातथा यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में चारधाम यात्रा में बड़ी संख्या में तीर्थयात्री दर्शन को पहुंचे। सरकार एवं मंदिर समिति के प्रयासों से सभी यात्री सुविधाएं मुहैया हुई है।
बदरीनाथ धाम से मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने बताया है कि अभी तक 11 लाख से अधिक तीर्थयात्री श्री बदरीनाथ धाम पहुंचे है तथा साढे 13 लाख से अधिक तीर्थयात्री श्री केदारनाथ धाम दर्शन को पहुंचे।
इस तरह साढ़े 24 लाख तीर्थयात्रियों ने श्री बदरीनाथ -केदारनाथ के दर्शन कर लिए है एवं साढ़े अड़तीस लाख तीर्थयात्री चारधाम यात्रा पर पहुंच गये है।
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि घोषित होने के कार्यक्रम विजय दशमी के अवसर पर रावल अमरनाथ नंबूदरी, बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार एवं सदस्यगण, मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल,प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी एवं बामणी, पांडुकेश्वर एवं माणा के हक-हकूकधारियों एवं तीर्थ पुरोहितों की उपस्थिति में धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, वेदपाठी रविंद्र भट्ट पंचांग गणना के अनुसार कपाट बंद होने की तिथि तय की।
तथा आज ही देव डोलियों के योग बदरी पांडुकेश्वर तथा श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ प्रस्थान का कार्यक्रम भी तय हुआ। साथ ही यात्रा वर्ष 2025 के लिए भंडार व्यवस्था हेतु सम्मान स्वरूप पगड़ी भेंट की गयी।
भंडारी तोक से कुंदन सिंह भंडारी,कमदी थोक से अनुपम पंवार,मेहता थोक से यशवंत मेहता एवं सोबित मेहता को पगड़ी भेंट की गयी।
कपाट बंद होने से पहले होने वाली पंच पूजाओं के अंतर्गत
सोमवार 13 नवंबर को पहले दिन श्री गणेश जी की पूजा तथा शायं को गणेश जी के कपाट बंद होंगे। 14 नवंबर को आदि केदारेश्वर मंदिर के कपाट बंद होंगे, 15 नवंबर को खड़क पुस्तक वाचन तथा वेद ऋचाओं का वाचन बंद हो जायेगा, शनिवार 16 नवंबर को माता लक्ष्मी जी को कढ़ाई भोग लगाया जायेगा।
तथा 17 नवंबर शाम सात बजे बाद कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी। रावल जी स्त्री रूप धारण कर माता लक्ष्मी को परिसर स्थित मंदिर से श्री बदरीनाथ मंदिर के गर्भगृह में विराजमान करेंगे।
इससे पहले श्री उद्धव जी एवं कुबेर जी मंदिर गर्भगृह से बाहर परिसर में आयेंगे। इसी के साथ रात्रि 9 बजकर 07 मिनट पर श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे।
इसी दिन साथ ही श्री कुबेर जी रात्रि प्रवास हेतु बामणी गांव प्रवास हेतु पहुंचेंगे तथा श्री उद्धव जी रावल निवास आ जायेंगे
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़ ने बताया कि देव डोलियों के शीतकालीन पूजा स्थल प्रस्थान के तहत सोमवार 18 नवंबर को श्री उद्धव जी, श्री कुबेर जी सहित रावल अमरनाथ नंबूदरी तथा आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी रात्रि प्रवास हेतु योग बदरी पांडुकेश्वर पहुंचेंगे।
श्री उद्धव जी एवं श्री कुबेर जी शीतकाल में पांडुकेश्वर प्रवास करेंगे जबकि आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी 19 नवंबर मंगलवार को श्री नृसिंह मंदिर परिसर में विराजमान हो जायेगी।
इस तरह इस वर्ष की श्री बदरीनाथ धाम यात्रा का भी समापन हो जायेगा।
आज ही श्री बदरीनाथ मंदिर परिसर में नौ दिन से चल रही मां दुर्गा पूजा एवं माता उर्वशी पूजन का भी आज हवल यज्ञ के साथ समापन हो गया है।उसके बाद कपाट बंद होने की तिथि निर्धारित का कार्यक्रम शुरू हुआ।
आज कपाट बंद होने की तिथि निर्धारित होने के अवसर पर बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार, सदस्य भास्कर डिमरी,मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी,ईओ नगर पंचायत सुनील पुरोहित, थाना प्रभारी नवनीत भंडारी,प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट, डिमरी पंचायत पूर्व अध्यक्ष विनोद डिमरी,जेई गिरीश रावत, राजेंद्र सेमवाल, जगमोहन बर्त्वाल, संतोष तिवारी, लेखाकार भूपेंद्र रावत, संदेश मेहता, विश्वनाथ,केदार सिंह रावत, स़जय तिवारी अजय सती अनसूया नौटियाल, अजीत भंडारी, संजय थपलियाल योगंबर नेगी, वैभव उनियाल, सत्येन्द्र चौहान,विकास सनवाल, दिनेश भट्ट,हरीश जोशी आदि मौजूद रहे।
परंपरागत रूप से श्री केदारनाथ धाम के कपाट दीपावली के पावन पर्व के पश्चात भैया दूज को बंद हो जाते है। इस बार श्री केदारनाथ धाम के कपाट 3 नवंबर भैयादूज को सुबह 8.30 बजे बंद हो रहे है। इसी दिन 3 नवंबर को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली पहले पड़ाव रामपुर ( निकट फाटा) को प्रस्थान करेगी।
4 नवंबर को पंचमुखी डोली श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंचेगी 5 नवंबर को गुप्तकाशी से पंचकेदार गद्दस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में शीतकाल हेतु विराजमान होगी।
यह भी उल्लेखनीय है कि इसी दिन यमुनोत्री धाम के कपाट भी बंद होते है तथा भैया दूज से एक दिन पहले अन्नकूट गोवर्धन पूजा के दिन श्री गंगोत्री धाम के कपाट अभिजीत मुहूर्त में बंद होते है इस यात्रा वर्ष भैयादूज रविवार 3 नवंबर को यमुनोत्री धाम के कपाट दोपहर 12 बजकर 3 मिनट पर बंद हो रहे है तथा अन्नकूट गोवर्धन पूजा शनिवार 2 नवंबर को है इस दिन गंगोत्री धाम के कपाट दोपहर 12 बजकर 4 मिनट पर शुभ मुहूर्त में बंद हो रहे है।
श्री गंगोत्री तथा यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि तथा समय की घोषणा श्री गंगोत्री मंदिर समिति तथा यमुनोत्री मंदिर समिति द्वारा पृथक-पृथक रूप से की गयी है वहीं प्रसिद्ध गुरुद्वारा हेमकुंट साहिब तथा लोकपाल तीर्थ लक्ष्मण मंदिर के कपाट बीते बृहस्पतिवार 10 अक्टूबर को बंद हो गये है।
वही द्वितीय केदार मद्महेश्वर जी के कपाट 20 नवंबर को बंद हो रहे है तथा तृतीय केदार श्री तुंगनाथ मंदिर के कपाट 4 नवंबर को बंद हो रहे है। जबकि मद्महेश्वर मेला 23 नवंबर को है इसी दिन श्री मद्महेश्वर भगवान की चल विग्रह डोली विभिन्न पड़ावों से होकर शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेंगे जबकि श्री तुंगनाथ जी की चलविग्रह उत्सव डोली विभिन्न पड़ावों से होकर 7 नवंबर को मर्केटेश्वर मंदिर मक्कूमठ पहुंचेगी।
नहाते वक़्त डुंडा के पास गंगा नदी मे एक व्यक्ति की मौत
उत्तरकाशी ( डॉक्टर उनियाल l)
भखंडा निवासी मुंशीलाल उम्र लगभग 50 वर्ष शुक्रवार शाम को शिव मंदिर झूला पुल डुंडा के पास देर सायं गंगा नदी में नहाने गए तथा नहाते समय संतुलन खोने से उनकी नदी में डूबने से मौत हो गई l
शनिवार सुबह जब पुलिस को कॉल कर सूचना दी गई एक अज्ञात व्यक्ति की नदी में डूबने से मौत हो गई है, मिलते ही चौकी प्रभारी डुंडा तस्लीम आरिफ माय फोर्स घटनास्थल पर गए, आपको गंगा से निकाल कर उन्होंने पूछताछ करने पर अमित व्यक्ति के नाम तथा ज्ञात किया एवं परिवार वालों को सूचना दी गई जिस पर परिवार वालों ने किसी भी कार्यवाही करने को मना किया, पुलिस ने शव का पंचनामा कर शव परिवार को सौप जा रहा है l मौके पर थाना प्रभारी तस्लीम आरिफ, हेड कांस्टेबल मोहन, हेड कांस्टेबल गजपाल, का0 अनिल नौटियाल आदि उपस्थित रहे l