Monday, June 16, 2025
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आपका मन तय नहीं करेगा कि आईसीयू चलेगा या नहीं, स्वछंद कार्यशैली मेरे जनपद में नहीं : डीएम

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पब्लिक अस्पतालों में नहीं चलेगी मनमर्जी, पब्लिक हित में कार्य नहीं तो आपकी भी आवश्यकता नहीं- डीएम

सरकारी संसाधन स्वैच्छा, स्वछद प्रणाली के लिए नही जन सुविधा व सेवा के उपयोग हेतु मान्य- डीएम

आईसीयू का संचालन 15 दिन के भीतर शुरू नही किया तो होगी कार्यवाही- डीएम

उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश को डीएम ने दिए एक एएलएस एम्बुलेंस व ब्लड बैंक सेपरेटर यूनिट भी किया स्वीकृत

24 घंटे ब्लड बैंक यूनिट के संचालन के लिए डीएम ने 04 लैब टैक्निशियन व 04 लैब सहायक किए तैनात

देहरादून, जिलाधिकारी सविन बंसल ने ऋषिपर्णा सभागार में राजकीय उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश प्रबन्धन समिति बैठक करते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी एवं उप जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों को चिकित्सालय में मरीजों एवं तीमारदों की समस्या को देख व्यथित होकर दिए सख्त निर्देश।

जिलाधिकारी ने कहा कि चिकित्सालयों में उपलब्ध सुविधाओं एवं सेवाओं का लाभ जनमानस को मिले यही ध्येय होना चाहिए। उन्होंने चिकित्सालय का आईसीयू बंद होने पर कड़ी नाजराजगी जाहिर करते हुए 15 दिन के भीतर आईसीयू संचालन करने के निर्देश दिए ऐसा नही करने पर कार्यवाही की चेतावनी दी।

जिलाधिकारी ने चिकित्सालय में बल्ड बैंक की सैपरेट यूनिट की स्वीकृति देते हुए बल्ड बैंक के 24 घंटे संचालन के लिए पद न होते हुए भी 04 लैब टैक्निशियन व 04 लैब सहायक का हल निकालते हुए मस्ट्रोल पर कार्मिकों की तैनाती दी स्वीकृति। इसके अतिरक्ति चिकित्सालय को 01 एएलएस एम्बुलेंस की सीएसआर मद से तथा रक्तकोष में कम्पोनेटे हेतु मशीनरी एवं उपकरण आदि की स्वीकृति दी।

जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी एवं सीएमओ को अस्पताल का संयुक्त निरीक्षण करते हुए समुचित व्यवस्था को सुगम बनाने के आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कहा कि किसी भी प्रकार के उपकरण की कमी नही होनी चाहिए, चिकित्सालय में जनमानस के लिए सुविधा को बढायें इसके लिए धन की कमी नही होने दी जाएगी। साथ ही सीएमओ को निर्देशित किया कि उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश एवं जिला अस्पताल कोरोनेशन ब्लड डोनर यूनिट के तकनीकि परीक्षण हेतु हल्द्वानी मेडिकल कालेज के बजाय दून अस्पताल से टाईअप करने हेतु अग्रिम कार्यवाही करें।

जिलाधिकारी ने हिदायत दी कि यदि चिकित्सालय संचालन में मनमानी किये जाने की शिकायत मिली तो सम्बन्धित के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही करने मेें किसी भी प्रकार का गुरेज नही करेंगे। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय निरीक्षण के दौरान जो अव्यवस्थाएं देखने को मिली वह भविष्य में न दिखे यह ध्यान रखें।

बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संजय जैन, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ प्रदीप कुमार चंदोला, समिति के अन्य सदस्यों सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।

उपनल कर्मचारियों का सचिवालय कूच, संगठन से जुड़े 22 हजार कर्मचारी कर सकते है हड़ताल

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देहरादून, उपनल कर्मचारी संगठन सोमवार 11 नवंबर को सचिवालय कूच करेगा ।कर्मचारियों का कहना है, यदि उनकी मांगों पर अमल न हुआ तो इसी दिन से संगठन से जुड़े 22 हजार कर्मचारी हड़ताल पर चले जाएंगे। वहीं, राज्य निगम कर्मचारी महासंघ और हाईड्रो इलेक्टि्रक इंपलाइज यूनियन ने कर्मचारियों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया है।
उपनल कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के प्रदेश संयोजक विनोद गोदियाल के मुताबिक हाईकोर्ट ने 2018 में उपनल कर्मचारियों को समान काम के लिए समान वेतन देने और नियमितीकरण के लिए नियमावली बनाने का फैसला सुनाया था, लेकिन राज्य सरकार ने इस फैसले पर अमल न कर इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल की।

प्रदेश भर के उपनल कर्मचारियों में नाराजगी :

सुप्रीम कोर्ट सरकार की एसएलपी खारिज कर चुका है। इसके बाद भी सरकार की ओर से हाईकोर्ट के 2018 के फैसले पर अमल नहीं किया गया। सरकार फिर से सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका दाखिल करने की तैयारी में है। जिससे प्रदेश भर के उपनल कर्मचारियों में नाराजगी है। उधर भगवानपुर की विधायक ममता राकेश ने भी उपनल कर्मचारियों की मांग का समर्थन किया है। लंबित मांगों को लेकर प्रदेश भर से दून पहुंचने वाले उपनल कर्मचारी परेड ग्राउंड में एकत्र होंगे। जो परेड ग्राउंड से सचिवालय कूच करेंगे।

मॉल ऑफ देहरादून में पर्वत पर्व की रही धूम

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देहरादून-  देहरादून के मॉल ऑफ देहरादून में तीन दिवसीय पर्वत पर्व मनाया गया जो 8 नवंबर से लेकर 10 नवंबर तक चला l इस पर्वत पर्व में उत्तराखंड के सांस्कृतिक और सभ्यता का मिश्रण दर्शकों को देखने के लिए मिला l

पर्वत पर्व की शुरुआत अमित श्रीवास्तव डीआईजी उत्तराखंड होमगार्ड ने सड़क सुरक्षा और यातायात प्रबंधन एवं से जो टू ड्रग्स के जागरूकता के लिए बाइक रैली को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया l वहीं सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम में उत्तराखंड के लोकनाट्य रमान एवं चक्रव्यूह पर्वत आरती की प्रस्तुति दी गई जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में नेहा जोशी उपस्थित रही l

सांस्कृतिक संध्या कि अन्य प्रस्तुतियों में अमित सागर एवं रोहित चौहान ने भी अपनी धमाकेदार प्रस्तुतियों से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया, वही इंडियन आइडल फेम रजत राठौर ने भी अपनी प्रस्तुति से पर्वत पर्व के समापन में दर्शकों का दिल जीत लिया l कार्यक्रम में भारत कुकरेती भी उपस्थित रहे एवं उन्होंने सैन उत्तराखंड गाने का लॉन्च किया जो मॉल ऑफ देहरादून के ऊपर बनाया गया है l कार्यक्रम में मुख्य सहयोगी के रूप में डिस्कवर उत्तराखंड एवं लिलीमिन ने अपना सहयोग दिया l

उत्तराखण्ड में चल रहा विकास का महायज्ञ: पीएम मोदी

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–    धामी सरकार की जमकर की सराहना, कहा उत्तराखंड की नीतियां देश के लिए बन रही उदाहरण
–    9 अंक को शक्ति का प्रतीक बताते हुए प्रधानमंत्री ने किए नौ आग्रह, पांच उत्तराखंडवासियों से और चार उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों से
–   प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंडवासियों को राज्य स्थापना दिवस की शुभकामना दी

देहरादून(आरएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य स्थापना दिवस पर उत्तराखंडवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार के युग में उत्तराखंड में विकास का महायज्ञ चल रहा है। उन्होंने प्रदेश की धामी सरकार की प्रशंसा करते हुए, राज्य के सर्वागीण विकास के लिए प्रदेशवासियों और यहां आने वाले पयर्टकों से नौ आग्रह भी किए हैं।

विकसित भारत के लिए विकसित उत्तराखंड का संकल्प
शनिवार को पुलिस लाइन में आयोजित पुलिस रैतिक परेड को वीडियो संदेश के जरिए संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज से उत्तराखंड का रजत जयंती वर्ष शुरु हो रहा है, अब हमें उत्तराखंड के उज्जवल भविष्य के लिए अगले 25 वर्ष की यात्रा शुरू करनी है। उन्होंने कहा कि यह सुखद संयोग है कि देश भी 25 वर्षों के लिए अमृत काल में है,  विकसित भारत के लिए विकसित उत्तराखंड के संकल्प को इसी कालखंड में पूरा होते देखेगा।

यह दशक उत्तराखंड का दशक, बाबा केदार के चरणों में बैठकर किए गए इस विश्वास को उत्तराखंड ने सही साबित किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभी दो दिन पहले ही प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन का भी सफल आयोजन हुआ है, उन्हें पूरा विश्वास है कि हमारे प्रवासी उत्तराखंडवासी राज्य के विकास यात्रा में ऐसी ही बड़ी भूमिका निभाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लोगों को अपनी आशाओं, आकांक्षाओं के अनुरूप  अलग राज्य प्राप्त करने के लिए लंबे समय तक प्रयास करना पड़े, यह प्रयास तब पूरे हुए, जब केंद्र में श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेई के नेतृत्व में  सरकार बनी। बेहद खुशी की बात है कि अब हम सब उत्तराखंड को अपने सपनों को साकार करते हुए देख पा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड ने खूब सारा प्यार और अपनत्व दिया है, हम भी इसी भावना के साथ देवभूमि की सेवा करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ साल पहले उन्होंने बाबा केदार के चरणों में बैठकर विश्वास व्यक्त किया था कि यह दशक उत्तराखंड का दशक साबित होने जा रहा है, और उत्तराखंड ने उनके विश्वास को सही साबित किया है। आज उत्तराखंड विकास के नए रिकॉर्ड बना रहा है, पिछले साल एसडीजी इंडेक्स में उत्तराखंड को पहला स्थान मिला है, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में अचीवर्स और स्टार्टअप रैंकिंग में लीडर कैटेगरी हासिल हुई है। बीते डेढ़ दो वर्षों में उत्तराखंड की विकास दर में सवा गुना से ज्यादा की बढ़ोत्तरी हुई है। इस साल जीएसटी कलेक्शन में 14 प्रतिशत की उछाल दर्ज हुई है। 2014 में राज्य की प्रतिवर्ष आय सवा लाख रुपए सालाना थी, जो आज बढ़कर 2 लाख 60 हजार हो चुकी है, 2014 में उत्तराखंड राज्य का सकल घरेलू उत्पादन यानि स्टेट जीडीपी एक लाख 50 हजार करोड़ के आस- पास थी। जो अब बढ़कर तीन लाख पचास हजार करोड़ हो गई है। यह आंकडे बता रहे हैं कि उत्तराखंड में कैसे युवाओं के लिए नए अवसर बन रहे हैं, कैसे औद्योगिक तरक्की हो रही है।

डबल इंजन सरकार का सही अर्थ उत्तराखंड में नजर आ रहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उत्तराखंड में 2014 से पहले पांच प्रतिशत से कम घरों में नल से जल आता था, आज यह बढ़कर करीब 96 प्रतिशत हो गया है। 2014 से पहले उत्तराखंड में सिर्फ छह हजार किमी की पीएमजीएसवाई सड़क बनी थी, आज इन सड़कों की लंबाई 20 हजार किमी से अधिक हो गई है। उत्तराखंड ने लाखों शौचालयों का निर्माण करने के साथ ही हर घर बिजली और उज्जवला गैस योजना के तहत लाखों गैस कनेक्शन देकर हर वर्ग का ध्यान रखा है। डबल इंजन सरकार का सही अर्थ उत्तराखंड में नजर आ रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को केंद्र से मिलने वाला अनुदान अब दोगुना हो गया है। डबल इंजन की सरकार ने उत्तराखंड को एम्स का सेटेलाइट सेंटर, देश के पहले ड्रोन एप्लीकेशन रिसर्च सेंटर की सौगात दी है, साथ ही यूएसनगर में स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप बनाने की भी योजना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज उत्तराखंड में केंद्र सरकार के दो लाख करोड के प्रोजेक्ट चल रहे हैं, कनेक्टिविटी योजनाओं को तेज गति से पूरा किया जा रहा है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना को 2026 तक पूरा किए जाने की तैयारी है। राज्य के 11 स्टेशन को अमृत के रूप में विकसित किया जा रहा है। देहरादून – दिल्ली एक्सप्रेस वे बनने से देहरादून से दिल्ली का सफर ढाई घंटे में हो जाएगा।

उत्तराखंड में चल रहा विकास का महायज्ञ
पीएम ने जोर देकर कहा कि इस समय  एक तरह से उत्तराखंड में विकास का महायज्ञ चल रहा है, इससे पलायन पर रोक लग रही है। सरकार विकास के साथ विरासत को भी संजोने में जुटी हुई है। केदारनाथ धाम का भव्य और दिव्य पुनर्निर्माण  किया जा रहा है, बदरीनाथ मास्टर प्लान के कार्य तेजी के साथ चल रहे हैं। इसी तरह मानसखंड मंदिर माला मिशन के तहत पहले चरण में 16 पौराणरिक मंदिरों को विकसित किया जा रहा है। ऑल वेदर रोड से चारधाम यात्रा को सुगम किया जा रहा है, पर्वत माला के तहत धार्मिक और पयर्टन स्थलों को रोपवे से जोड़ा जा रहा है।

सीमाओं पर स्थित गांव हमारे लिए देश के पहले गांव
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार सीमांत के गांवों को पहला गांव मानते हुए, कार्य कर रही है, इसी क्रम में माणा गांव की यात्रा के दौरान उन्होंने वाइब्रेंट विलेज योजना की शुरुआत की। इसके तहत उत्तराखंड में करीब 50 गावों का विकास किया जा रहा है।

पर्यटन और श्रद्धालु की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ सप्ताह पहले की रिपोर्ट में बताया गया है कि उत्तराखंड में इस साल छह करोड़ पर्यटक और श्रद्धालु आए हैं, 2014 से पहले चारधाम यात्रियों की संख्या 24 लाख तक ही पहुंच पा रही थी, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 54 लाख को छू गया है। इससे होटल से लेकर होम स्टे वालों को, टैक्सी से टैक्सटाइल वालों को लाभ मिला है। बीते वर्षों में पांच हजार से अधिक होम स्टे का रजिस्ट्रेशन हुआ है।

उत्तराखंड की नीतियां देश के लिए उदाहरण बन रही

यूनिफॉर्म सिविल कोड यानि सैकुलर सिविल कोड

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज उत्तराखंड ऐसे निर्णय ले रहा है, जो देश के लिए उदाहरण बन रहे हैं। इसी क्रम में उत्तराखंड ने गहन अध्ययन के बाद यूनिफॉर्म सिविल कोर्ड लागू किया, जिसे वो सही मायने में सैकुलर सिविल कोड मानते हैं। आज पूरा देश यूसीसी पर चर्चा करते हुए, इसकी जरूरत महसूस कर रहा है। इसी तरह उत्तराखंड ने युवाओं का भविष्य सुरक्षित करने के लिए नकल विरोधी कानून लागू करते हुए, माफिया पर सख्त कार्रवाई की है। उत्तराखंड के ऐसे कई कार्य दूसरे राज्यों के लिए उदाहरण बन रहे हैं।

प्रधानमंत्री के नौ आग्रह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज 9 नवंबर है, 9 का अंक शुभ माना जाता है, यह शक्ति का प्रतीक होता है। इसलिए आज वो उत्तराखंड के लोगों से 5 और यहां आने वाले पयर्टकों के सामने 4  यानि कुल 9 आग्रह करना चाहते हैं।

01 – बोली भाषा का संरक्षण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपकी गढ़वाली, कुमांउनी, जौनसारी सहित सभी बोलियां बेहद समृद्ध हैं, इनका संरक्षण बेहद जरूरी है। इसलिए उत्तराखंड के लोग आने वाली पीढ़ियों को अपनी बोली भाषा जरूर सिखाएं, उत्तराखंड की पहचान के लिए भी यह जरूरी है।

02 – एक पेड़ मां के नाम

पूरा देश जानता है कि उत्तराखंड के लोग प्रकृति और पर्यावरण के प्रेमी होते हैं। उत्तराखंड तो गौरा देवी की भूमि है, यहां हर महिला मां नंदा का रूप है। इसलिए यह बहुत आवश्यक है कि हम प्रकृति की रक्षा करें। इसके लिए एक पेड़ मां के नाम के तहत पौधारोपण करें, क्लामेंट चेंज से लड़ने के लिए भी यह बेहद जरूरी है।

03 – स्वच्छ जल
उत्तराखंड में नौलों -धारों की पूजा किए जाने की परंपरा है। इसलिए आप सभी अपने नौलों, धारों को संरक्षित करते हुए, पानी की स्वच्छता के सभी अभियानों को गति देने का प्रयास करेंगे।

04 – गांव से जुड़ाव
उत्तराखंड के लोग अपने गांव में आना जाना बनाते हुए, जड़ों से जुड़े रहें। खासकर रिटायरमेंट के बाद गांव में समय जरूर बिताएं, इससे गांवों के साथ आपके संबंध मजबूत होंगे।

05 – तिबारी वाले घरों को संवारें
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के लोग अपने गांव में पुराने तिबारी वाले घरों को बचाने और संरक्षित करने के लिए भी आगे आएं। पुराने घरों को होम स्टे में बदलकर, आय का साधन बना सकते हैं।

पयर्टकों से अपील

06 – सिंगल यूज प्लास्टिक से बचें
पर्यटक के रूप में आप जब भी आप हिमालय की गोद में जांए, स्वच्छता को सबसे उपर रखें इस सोच के साथ जाएं कि पहाड़ में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करना है।

07 – वोकल फॉर लोकल
पहाड़ों में घूमने फिरने के दौरान वोकल फॉर लोकल याद रखें, अपनी यात्रा का कम से कम पांच प्रतिशत खर्च स्थानीय उत्पादों को खरीदने में करें।

08 – यातायात के नियम अपनाएं
आप जब भी पहाड़ों पर जाएं, वहां के ट्रैफिक नियमों का पालन करें, सावधान रहें, हर किसी का जीवन अमूल्य है।

09 – तीर्थों की मर्यादा का पालन करें
धार्मिक स्थलों पर स्थानीय रीति -रिवाजों और नियम कायदों का पालन करते हुए, वहां की मर्यादा का ध्यान रखें। इस बारे में उत्तराखंड के लोगों की मदद ले सकते हैं।

ड्रग्स फ्री उत्तराखण्ड़ के निर्माण में सभी अपना योगदान दें : राज्यपाल

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“राज्यपाल ने रैतिक परेड का निरीक्षण कर सलामी ली”

देहरादून, उत्तराखण्ड़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर शनिवार को पुलिस लाईन, देहरादून में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने रैतिक परेड का निरीक्षण कर सलामी ली। राज्यपाल ने विशिष्ट सेवाओं के लिए ‘राष्ट्रपति पुलिस पदक’ एवं ‘पुलिस पदक’ प्राप्त पुलिस अधिकारियों को सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने वीडियो संदेश के द्वारा सभी प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री द्वारा सूचना एवं लोक संपर्क विभाग की पत्रिका ‘‘संकल्प सतत विकास का’’ एवं ‘‘उत्तराखण्ड पुलिस पत्रिका-2024’’ का विमोचन किया गया। कार्यक्रम में पुलिस विभाग द्वारा विशिष्ट साहसिक प्रदर्शन किया गया, इसमें विशेष रूप से श्वान दल द्वारा किए गए उत्कृष्ट प्रदर्शन ने उपस्थित दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम में इस वर्ष का उत्तराखण्ड गौरव सम्मान भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, लोक गायक प्रीतम भर्तवाण, समाज सुधारक एवं आध्यात्मिक गुरु माता मंगला, अभिनेता हेमंत पांडेय और वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. महेश कुड़ियाल को दिया गया। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड गौरव सम्मान पुरस्कार-2024 के महानुभावों को सम्मानित किया।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन से जुड़े सभी ज्ञात-अज्ञात अमर शहीदों और आंदोलनकारियों को नमन किया।
राज्यपाल ने कहा कि राज्य स्थापना दिवस पर हम सभी एक संकल्प अवश्य लें। हम अपने युवाओं को हर प्रकार के नशे और ड्रग्स की आदतों से दूर रखने का प्रयास करें। इसके लिए उत्तराखण्ड पुलिस को समाज के सभी वर्गों के साथ मिलकर पहल करनी होगी। उन्होंने कहा कि ड्रग्स फ्री उत्तराखण्ड के निर्माण में सभी अपना योगदान दें, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी को उज्ज्वल भविष्य के लिए एक सुरक्षित वातावरण मिल सके।
अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड आज विकास के कई पैमानों में देश के अग्रणी राज्यों में से एक है। हमारे प्रदेश में सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा, वित्तीय समावेश, सामाजिक सुरक्षा से जुड़े हर एक क्षेत्र में बहुत बड़ा बदलाव आ रहा है। सभी के सामूहिक प्रयासों से हमारा प्रदेश प्रगति के पथ पर निरंतर अग्रसर है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है, जिसके लिए हम सभी का सामूहिक योगदान जरूरी है।
राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए नौ आग्रह के संबंध में राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमसे जो नौ आग्रह किए हैं वह हमारे लिए नौ संकल्पों के समान है और हम इन संकल्पों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करेंगे।
राज्यपाल ने कहा कि हमारे राज्य की तरक्की का मंत्र खेती, बागवानी, एरोमैटिक खेती, शहद उत्पादन, होम स्टे, पर्यटन, योग और वेलनेस सेक्टर में समाहित है। इन क्षेत्रों में अच्छा काम कर हम अपने गांव में रोजगार के साथ समृद्धि ला सकते है। जो गांव आज पलायन के कारण घोस्ट विलेज कहे जाते है, उनको होस्ट विलेज बनाना हमारा कर्तव्य है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की दुर्गम भौगोलिक स्थिति के कारण यहां लोगों को जन-सुविधाएं देने के लिए टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट की सेवाएं बढ़ाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि विगत दिनों अल्मोड़ा में हुई सड़क दुर्घटना से सबक सीखकर प्रभावशाली कदम उठाए जाने आवश्यक हैं।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड में होम स्टे योजना से राज्य के पर्यटन व्यवसाय में एक नई क्रांति आ रही है। इस योजना से न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार के नए अवसर उत्पन्न हो रहे हैं, बल्कि इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिल रही है। सीमावर्ती गांवों के सर्वांगीण विकास के लिए 51 गांवों में चल रही वाइब्रेंट विलेज योजना रिवर्स पलायन के लक्ष्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
राज्यपाल ने कहा कि आज हम राज्य स्थापना के बाद अपने 24 वर्षों की उपलब्धियों का उत्सव मना रहे हैं। हमें नए संकल्पों के साथ उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए पूरे उत्साह, ऊर्जा और सामर्थ्य से अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना है।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, डॉ. धन सिंह रावत, सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, राज्यसभा सांसद महेन्द्र भट्ट, जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चौहान, विधायक बंशीधर भगत, विधायक खजान दास, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, डीजीपी अभिनव कुमार सहित शासन, पुलिस एवं जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य महानुभाव उपस्थित थे।

*राज्य स्थापना दिवस के मौके पर सीएम धामी ने की बड़ी घोषणाएं
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-वर्ष 2030 तक 50 से अधिक आबादी वाले गांवों में पहुंचेगी सड़कः सीएम

-सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए बनायी जायेगी एक समग्र नीतिUttarakhand Foundation Day: उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस पर सीएम धामी ने की यह बड़ी घोषणाएं - Uttarakhand Morning Post

देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि राज्य में 50 एवं उससे अधिक जनसंख्या वाले सभी गाँवों को 2030 तक सड़क मार्ग से जोड़ा जाएगा। साथ ही सड़क दुर्घटनाओं की प्रभावी रोकथाम के लिए विभिन्न विभागों को साथ लेकर एक समग्र नीति बनायी जायेगी।
पुलिस लाइन में आयोजित राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम में संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कई अहम घोषणाएं की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में आपदा के कारण मार्ग एवं पुलों के बह जाने की दशा में यातायात को तुरन्त सुचारू करने के लिए वैलीब्रिज स्थापित किए जाएंगे। उत्तराखण्ड राज्य में महिलाओं का समग्र विकास सुनिश्चित करने के लिए महिला नीति को यथाशीघ्र अधिसूचित किए जाने के साथ ही युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए एक विशिष्ट ’’युवा नीति’’ भी बनाई जाएगी। इसी तरह आगामी राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखण्ड के जो खिलाड़ी मेडल जीतेंगे, उनकों पुरस्कार हेतु नियत धनराशि के बराबर की धनराशि राज्य सरकार द्वारा अतिरिक्त रूप से प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड से बाहर दूसरे राज्यों में रहने वाले प्रवासियों के लिए प्रतिवर्ष नवंबर माह में ’राष्ट्रीय उत्तराखंडी प्रवासी दिवस’ आयोजित किया जायेगा व प्रतिवर्ष जनवरी माह में विदेशों में रहने वाले प्रवासी उत्तराखण्डियों के लिए ’अन्तराष्ट्रीय उत्तराखण्डी प्रवासी दिवस’का आयोजन किया जाएगा। सड़कों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कान्ट्रैक्टर एवं अभियन्ताओं का उत्तरदायित्व निर्धारित करने के लिए विशेष प्रक्रिया बनाई जायेगी। महिलाओं को प्रसव के दौरान जच्चा—बच्चा की देखभाल हेतु ’मुख्यमंत्री जच्चा—बच्चा प्रोत्साहन सहायता’ प्रदान करने के लिए कार्यवाही प्रारंभ की जाएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन की शुरुआत राज्य स्थापना दिवस शुभकामनाएं देने के साथ ही गत दिनों अल्मोड़ा जिले में हुई बस दुर्घटना में दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ की। मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को भी याद करते हुए कहा कि अटल जी के प्रधानमंत्रित्व काल में ही उत्तराखण्ड राज्य की स्थापना का सपना साकार हुआ। और अब उत्तराखण्ड राज्य आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का एक अग्रणी राज्य बनने की ओर अग्रसर है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार ने उत्तराखण्ड का विकास सुनिश्चित करने के साथ ही प्रदेश के हित में कई कठोर एवं ऐतिहासिक निर्णय भी लिए हैं। इसी क्रम में यूसीसी का कानून पास किया गया, साथ ही देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून और धर्मांतरण रोधी कानून के साथ ही दंगा रोधी कानून लागू किया जा चुका है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस वर्ष के ’उत्तराखण्ड गौरव सम्मान पुरस्कार’ से सम्मानित भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, लोक गायक प्रीतम भर्तवाण, समाज सुधाकर एवं आध्यात्मिक गुरु माता मंगला, अभिनेता हेमंत पांडेय और डॉ. महेश कुड़ियाल को पुरस्कार के लिए शुभकामनाएं दी।

 

 

विधानसभा भवन में सादगी से मनाया गया 25वां राज्य स्थापना दिवसविधानसभा भवन में सादगी से मनाया गया 25वां राज्य स्थापना दिवस – Janaagaj

देहरादून, उत्तराखंड़ विधानसभा सचिवालय देहरादून में राज्य स्थापना दिवस का कार्यक्रम ऋतु खण्डूडी भूषण की अध्यक्षता में सादगी से मनाया गया। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और राज्य निर्माण के आंदोलनकारियों की सेवा एवं संघर्ष को याद किया। इस दौरान उन्होंने राज्य स्थापना दिवस के इस अवसर पर अल्मोड़ा जिले में हुए दर्दनाक बस दुर्घटना में मृतकों की याद में संवेदनाएं व्यक्त कर श्रद्धांजलि दी और 1 मिनिट का मौन रखा।
ऋतु खण्डूडी भूषण ने विधानसभा कर्मियों को संबोधित करते हुए बताया कि राज्य आंदोलन में इन वीर सेनानियों का योगदान हमेशा याद किया जाएगा और उनके बलिदान की ही देन है कि आज हमे अपना यह राज्य मिला है। अपने संबोधन में उन्होंने राज्य के इन 24 वर्षों की यात्रा को संक्षेप में रेखांकित करते हुए कहा, ट्टराज्य स्थापना दिवस, हमारे लिए गर्व और सम्मान का दिन है। इन वर्षों में राज्य ने अनेक उतार—चढ़ाव देखे हैं, लेकिन हर कठिनाई के बावजूद उत्तराखंड ने प्रगति की राह पर निरंतर कदम बढ़ाए हैं। राज्य की जनता ने हमेशा विकास के लिए संघर्ष किया है और हम सभी ने मिलकर उत्तराखंड को एक समृद्ध राज्य बनाने के लिए प्रयास किए है। उन्होंने राज्य के निर्माण के समय की कठिनाइयों और संघर्षों को याद करते हुए कहा, उत्तराखंड के निर्माण के समय यहां की जनता ने जो संघर्ष किया था, वह कभी भुलाया नहीं जा सकता। राज्य के विकास के लिए हर नागरिक की भूमिका महत्वपूर्ण है, और हम सभी को मिलकर इस राज्य को एक नया मुकाम तक पहुंचाना है।
विधानसभा अध्यक्ष ने राज्य के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक उत्थान के लिए सरकार की योजनाओं की भी चर्चा की। उन्होंने विशेष रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य, इंफ्रास्ट्रक्चर और पर्यावरणीय संरक्षण के क्षेत्र में राज्य की उपलब्धियों का उल्लेख किया। उन्होंने आगे कहा, हमें अपने युवाओं को राज्य के विकास में सक्रिय रूप से शामिल करना होगा, ताकि आने वाली पीढ़ी को एक मजबूत और समृद्ध उत्तराखंड मिल सके। इस दौरान कार्यक्रम में अपर सचिव संसदीय एवं विधायी अरविन्द भटृ ,प्रभारी सचिव विधानसभा हेम पंत ,विशेषकार्य अधिकारी अशोक शाह ,संयुक्त सचिव चंद्र मोहन गोस्वामी ,उपसचिव मनोज जसपुरिया ,विशाल शर्मा ,नरेंद्र रावत, अजय अग्रवाल, रवि बिष्ट पंकज पुंडीर प्रकाश रावत आदि उपस्थित रहे।

‘उत्तराखण्ड की वर्तमान दशा, दिशा’ पर विचार गोष्ठी का हुआ आयोजन

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देहरादून, उत्तरांचल उत्थान परिषद की ओर से 25वें उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर अलकनंदा इनक्लेव जोगीवाला रिंग रोड में स्थित से्वा निकेतन सभागार में ‘उत्तराखण्ड की वर्तमान दशा, दिशा,जल, जंगल और जमीन जुड़ी समस्याओं का समाधान’ विषय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ठाकुर भवानी प्रताप सिंह के द्वारा दीप प्रज्वलित कर विचार गोष्ठी कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। उन्होंने उत्तराखण्ड कहा कि उत्तराखण्ड राज्य की 70 प्रतिशत बन भूमि एवं मात्र 30 प्रतिशत भूमि आवासीय एवं कृषिगत भूमि है। राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में मैदानी क्षेत्रों की तुलना में आवागमन एवं जीवन यापन की समस्याएं अधिक गम्भीर एवं जटिल हैं। उन्होंने सरकार को इन जटिलताओं को दूर करने को अत्यंत आवश्यक बताया।
परिषद के संरक्षक प्रेम बुड़ाकोटी ने उत्तराखण्ड राज्य की मांग के लिए यहां के लोगों के संघर्ष एवं बलिदान की याद करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड विशेषकर सीमांध्र एवं पर्वतीय क्षेत्रों में रोजगार के लिए लगातार पलायन बड़ी चिन्ता का विषय है। इस पर सभी लोगों एवं सरकार को गम्भीर चिन्तन-मनन एवं चर्चा कर कारगर नीति बनाने पर विचार करना चाहिए।ज्ञएवं दीप प्रज्वलन के पश्चात सभी अतिथियों का बैज अलंकरण, माल्यार्पण, पुष्प गुच्छ व प्रतीक चिन्ह भेंट एवं शाल ओढ़ाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्युत विभाग के अवकाश प्राप्त अधिशासी निदेशक श्री हिमांशु अवस्थी के द्वारा की गई।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता प्रखर राज्य आन्दोलन कारी एवं समाजसेवी दिगम्बर सिंह नेगी ने अपने संबोधन में पर्वतीय क्षेत्रों के पलायन के कारण लगातार खाली हो रहे गांव पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों से सम्पन्न होने के बावजूद गांवों में रोजगार सृजन न होना कहीं न कहीं सरकार की जल जंगल एवं जमीन, कृषि एवं अनुसांगिक ब्यवसाय आधारित उद्यम स्थापित करने कारगर नीति का अभाव है। कार्यक्रम में आमंत्रित बतौर विशिष्ट वक्ता डी०ए०वी० (पी०जी०) कालेज देहरादून की प्रवक्ता डा० रश्मि रावत ने अपने सम्बोधन में कहा कि उत्तराखण्ड को हिमालय की गोद में बसा भारतीय ज्ञान, परम्परा एवं अध्यात्मिक शक्ति का केन्द्र है। उन्होंने आधुनिक शिक्षा में बच्चों में नैतिक शिक्षा एवं संस्कारों के नितांत अभाव पर चिंता व्यक्त करते हुए माता-पिता एवं अभिभावकों को बच्चों को केवल किताबी ज्ञान नहीं बल्कि सृजनात्मक संस्कार दिये जाने को समय की आवश्यकता बताई।
कार्यक्रम में बतौर विशेषज्ञ वक्ता शासकीय अधिवक्ता जया ठाकुर ने उत्तराखण्ड में जगह-जगह मूल निवास 1950 एवं भू-कानून की मांग के आंदोलनों का उल्लेख करते हुए इनके कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में डा० माधव प्रसाद मैठाणी ने हाल ही में जगह-जगह बच्चियों एवं महिलाओं के सिर अष्लील हरकतें एवं लव जिहाद जैसी घटनाओं में वृद्धि को सुनियोजित षड्यंत्र की आशंका ब्यक्त करते हुए सम्पूर्ण समाज को सजग एवं सतर्क होकर इसके खिलाफ मजबूती से अआवाज उठाने व ऐसी बुराइयों का डटकर करने की आवश्यकता बताई।
समाजिक क्षेत्र में विशिष्ट कार्य के लिए 300 से अधिक महिला समूह के माध्यम से स्वरोजगार में योगदान हेतु श्रीमती गौरी तोमर, जैविक उत्पाद श्री अन्न एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य हेतु धाद संस्था के श्री विजय जुयाल तथा सामाज सेवी एवं वयोवृद्ध भूतपूर्व सैनिक आर्नरी कैप्टन उमेद सिंह रावत को अंग वस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया।
सभा के अन्त में कार्यक्रम अध्यक्ष हिमांशु बडोनी ने मंचासीन अतिथियों एवं कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का आभार व्यक्त कर उन्हें धन्यवाद दिया गया।
कार्यक्रम में उत्तरांचल उत्थान परिषद के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपाध्यक्ष श्रीमती ऊषा रावत, भारती डिमरी, सरिता सिंह संगठन मंत्री शम्भू प्रसाद पुरोहित, डी.एन.उनियाल, आनन्द सिंह रावत, डी..डी.चौनियाल, नरेश चन्द्र कुलाश्री, सुरेंद्र नौटियाल, शम्भू प्रसाद सती, विजय सिंह बिष्ट, मानवेन्द्र प्रसाद तिवारी, नत्थी सिंह राणा आदि तथा बड़ी संख्या मातृशक्ति एवं अन्य सामाजिक सेवी विचार गोष्ठी में उपस्थित रहे।

भाजपा प्रत्याशी ने दशज्यूला क्षेत्र पहुंचकर मांगा आशीर्वाद

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रुदप्रयाग- केदारनाथ उप चुनाव की तारीख नजीदक आते ही भाजपा ने अपना प्रचार अभियान तेज कर दिया है। भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल ने दशज्यूला क्षेत्र के विभिन्न गांवों का भ्रमण कर जनता से विजयी आशीष मांगा। इस दौरान उन्होने जनता को केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा प्रदत्त सुविधाओं को गिनाया।
दूसरी ओर रुद्रप्रयाग विधायक व विधानसभा संयोजक भरत सिंह चौधरी ने मद्महेश्वर घाटी पहुंचकर भाजपा प्रत्याशी के लिए वोट देने की अपील की। साथ ही भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी जनता को सरकार की योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
शनिवार को केदारनाथ उप चुनाव में भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल दशज्यूला क्षेत्र पहुंची। जहां उन्होंने बेंजी कांडई स्थित कार्तिक स्वामी व महड़ गांव स्थित प्राचीन चंडिका शिव शक्ति मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना कर क्षेत्र व प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना की। इसके पश्चात उन्होंने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों व पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ क्षेत्र के तलगढ़, कोखंडी, आगर, बेंजी कांडई, क्यूडी मलास, इशाला, जरम्वाड, ढुंग, महड़, थपलगांव, बोरा, जग्गी कांडई सहित कई गांवों का भ्रमण किया। इस मौके पर भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जगतोली में मिनी स्टेडियम के लिए एक करोड़ व महड़ मंदिर के सौन्दर्यीकरण के लिए २५ लाख की स्वीकृति दी गई है। जबकि बहुप्रतिक्षित कोटखाल-बेंजी कांडई मोटरमार्ग को रुद्रप्रयाग-उडामांडा मार्ग से जोडऩे के लिए मिसिंग लिंक का कार्य भी किया जा रहा है। कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने क्षेत्र में संचालित विकास योजनाओं को गति देने के लिए भाजपा के पक्ष में मतदान की अपील की। दूसरी ओर विधायक भरत सिंह चौधरी ने मद्महेश्वर घाटी के रांसी, राउंलैक, बुरुआ, गैड़, गडगू, मनसूना तथा पाली फापंज आदि गांवों में पहुंचकर जनसंपर्क करते हुए भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान की अपील की। जबकि भाजपा नेता व सामाजिक कार्यकतात्र कुलदीप रावत ने प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी के साथ केदारघाटी के रामपुर, फाटा, बडासू, सीतापुर आदि क्षेत्रों का भ्रमण किया। जबकि राज्य मंत्री चंडी प्रसाद भट्ट ने कालीमठ के चौमासी, जालतल्ला, जाल मल्ला आदि गांवों का भ्रमण कर भाजपा प्रत्याशी के लिए वोट मांगे। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर पंवार, जिपंस सविता भंडारी, शीला रावत, भाजपा नेता कुलदीप नेगी आजाद, पंकज भट्ट, हीरा सिंह नेगी, राजेंद्र नेगी, विजयपाल कठैत, सतवीर जग्गी, दीपक नेगी, प्रधान हेमा कांडपाल, जयवद्र्धन कांडपाल, उमेश कांडपाल, चंद्रवीर, मंडल अध्यक्ष त्रिलोचन भट्ट, मगन नेगी, युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष विमल बिष्ट, बिमला बत्र्वाल, महिला मोर्चा अध्यक्ष दुर्गा करासी, राकेश रावत, पूर्व प्रधान रणवीर सिंह वासकंडी, प्रधान अमित प्रदाली, पूर्व प्रधान आशा कांडपाल, चंडी सेमवाल समेत युवक मंगल दल व महिला मंगल दलों के लोग मौजूद थे।

केदारनाथ क्षेत्र में हुए विकास कार्यों को सार्वजनिक करें सरकार- भंडारी

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रुद्रप्रयाग- उक्रांद प्रत्याशी के समर्थन में उक्रांद कार्यकर्ता गाँव गाँव जाकर जन संपर्क करने में जुटे है।उक्रांद प्रत्याशी डा.आशुतोष भंडारी ने आज तल्ला नागपुर के स्वारीं, ग्वासं, क्यूडी, फलासी, चोपता, बावई सहित विभिन्न गाँवों का भ्रमण कर जनता से आशीर्वाद माँगा। इस दौरान उन्होने जनता से अपने हक हकूकों व अपनी पहचान बचाने के लिये राष्ट्रीय दलों का मोह छोडने की बात कही। उन्होने कहा कि आज दोनों राष्ट्रीय पार्टियों के प्रदेश स्तरीय नेता गाँव गाँव भटक रहे हैं यदि इस छैत्र का विकास हुआ होता तो भटकने की आवश्यक्ता नहीं होती।
उन्होने भाजपा, काँग्रेस पर आरोप लगाते हुये कहा कि दोनो ने पक्ष व विपक्ष में रहते हुये उत्तराखण्ड वासियों के हक हकूकों को छीनने का काम किया।
उन्होने सरकार को कठगरे में खडा करते हुये कहा कि ऐन उप चुनाव के वक्त केदारनाथ छैत्र विकास के लिये करोडो की घोषणा से स्पष्ट हो गया कि आज तक केदारनाथ विधान सभा में कोई विकास कार्य हुये ही नहीं। यदि छैत्र का विकास हुआ होता तो आज घोषणा करने की आवश्यक्ता नहीं पडती।
उन्होने जन संपर्क के दौरान जनता से संवाद करते हुये कहा कि आज राज्य में उत्तराखंड वासियों के मूल निवास के अधिकार को छीन कर बाहरी प्रदेश के लोगों को नौकरियाँ देने का रास्ता साफ किया। केदारनाथ यात्रा, में स्थानीय बेरोजगारों का रोजगार उखाड कर बाहर के अपने चहेतों को रोजगार दिया गया। इस अवसर पर उनके साथ उक्रांद के वरिष्ठ नेता पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख विष्णु कान्त शुक्ला, प्रकाश भट्ट, आशीष नेगी, वीपी भट्ट, , आशुतोष नेगी, पान सिंह रावत, सुंदर सिंह राणा, सहित दर्जनों उक्रांद कार्यकर्ता मौजूद थे।

केदारनाथ विस उप चुनाव मे काँग्रेस भारी बहुमत से जीतेगी : करन महारा

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रुद्रप्रयाग- केदारनाथ विधान सभा उप चुनाव को धार देने के लिए कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करण महारा ने कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत के समर्थन में विधान सभा छैत्र के गाँवो में जन संपर्क व बाजारों में जन सभाएँ कर जनता से कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत के पक्ष में मतदाध की अपील की। इस दौरान उन्होने काग्रेस की जीत को निश्चित बताते हुये कहा कि भाजपा सरकार की केदारनाथ छैत्र की उपेक्षा पर जनता भाजपा को सबक सिखायेगी।

इससे पूर्व केदारनाथ उपचुनाव को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने जनपद के वरिष्ठ नेताओं के साथ विधान सभा उप चुनाव को धार देने के लिये विचार विमर्श किया। प्रदेश अध्यक्ष करन माहया ने अगस्त्यमुनि व विजयनगर में पार्टी के चुनावी कार्यालयों का उद्घाटन किया। साथ ही ग्रामीण क्षेत्र रूमसी व जगोठ गांवों में जनसभा को संबोधित कर राज्य में भाजपा सरकार की विफलताओं को गिनाकर कांग्रेस को जिताने का आवाह्न किया। महारा ने राज्य सरकार पर चारधाम यात्रा मार्ग पर स्थानीय लोगों के व्यवसाय को उजाड़ने का आरोप लगाते हुए कहा जनता उप चुनाव में भाजपा को करारा जवाब देने जा रही है।

उन्होंने तल्लानागपुर के फलासी व क्यूड़ी की जनसभाओं में केंद्र सरकार व राज्य सरकार को कटघरे के खड़ा करते हुए कहा कि राज्य में वर्तमान सरकार के चलते बेरोजगारी चरम पर है, अपराधियों का बोलबाला है। अधिकारी अपनी मनमानी पर उतारू हुए हैं, और कानून व्यवस्था चौपट है। वहीं फसल को जंगली जानवर नुकसान पहुंचा रहे हैं। अग्निवीर योजनाओं से नौजवानों का भविष्य चौपट होने वाला है। जबकि व्यापारियों को व्यापार में भारी घाटा उठाना पड़ रहा है, राज्य खनन व शराब माफियाओं की गिरफ्त में है। और सरकार चैन की नींद सो रही है। उन्होंने जनता से इस चुनाव में भाजपा को करारा जवाब देकर कांग्रेस को विजयी बनाने की अपील की। इससे राज्य की सरकार पर जनहित के कार्यों को आगे बढ़ाने का दबाव डाला जा सके।

कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण महारा का अगस्त्यमुनि, विजयनगर, रूमसी, जगोठ, दुर्गाधार, फ़लासी, चोपता, क्यूडी में पार्टी कार्यकर्ताओं व स्थानीय जनता द्वारा ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया। इस दौरान पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह साजवान, बद्रीनाथ विधायक लखपत बुटोला, ब्लॉक प्रमुख प्रदीप थपलियाल, ब्लॉक प्रमुख विजया देवी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष कुंवर सजवान, चमोली जिलाध्यक्ष मुकेश नेगी, प्रदेश सचिव लक्ष्मण रावत, पीसीसी सदस्य बीरेंद्र बुटोला व कुलदीप कंडारी, जिला महामंत्री दीपक भंडारी, विजयपाल जगवान, ब्लॉक अध्यक्ष हरीश गुसाईं , संपन्न नेगी, डॉ. योगम्बर नेगी, किसान कांग्रेस जिला अध्यक्ष दीप राणा, सूरबीर जगवान, भूपेंद्र राणा, प्रमोद बिष्ट, गोविंद सिंह साजवान, विजय चमोला, मोहन रौतेला, दीपक नेगी, शूरवीर जगवान, देवेंद्र भंडारी, अखिलेश दास, संतोष रावत, अजय झिंकवान, दिनेश लाल, प्रकाश लाल, योगेश्वर नेगी, देवेश्वर नेगी, रणजीत सिंह करासी सहित कई कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यक्रमों मे भाग लिया।

महिला का जंगल में ही हुआ प्रसव, सड़क न होने से गांव तक नहीं पहुंच पायी एंबुलेंस

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टिहरी (नरेन्द्र नगर), राज्य बने दो दशक से ज्यादा का समय बीत गयलेकिन अभी भी कई गांव सड़क सुविधा से वंचित हैं, जिसके कारण ग्रामीणों को कई समस्याओं से दो चार होना पड़ता है, ऐसी ही एक घटना ने हम सब के आगे एक प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया, गांव में सड़क की सुविधा नहीं होने से नरेंद्रनगर ब्लॉक के नौडू गांव की महिला का आधे रास्ते में जंगल में ही प्रसव हो गया। गांव की महिलाएं उसे 12 किमी दूर सड़क मार्ग तक पहुंचाने के लिए पल्ली में लेटाकर ले जा रहीं थीं। सड़क से करीब पांच किमी पहले लंबधार के पास जंगल में ही महिला ने बच्चे काे जन्म दे दिया। हालांकि, जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। ग्रामीणों ने कहा कि सड़क की सुविधा नहीं होने से गांव तक एंबुलेंस नहीं पहुंच पाती है। गर्भवतियों या बीमार लोगों को सड़क तक पहुंचाने के लिए काफी मशक्कत झेलनी पड़ती है।
ग्राम प्रधान नौडू काटल की सीमा देवी ने बताया कि बृहस्पतिवार को नौडू गांव निवासी नीलम भंडारी (28) पत्नी गजेंद्र भंडारी को सुबह करीब आठ बजे प्रसव पीड़ा शुरू हुई। परिजनों ने 108 को सूचित किया, लेकिन सड़क सुविधा नहीं होने से एंबुलेंस काटल चौक पर ही खड़ी रही। गांव की महिलाएं गर्भवती को पल्ली में लेटाकर सड़क तक ले जाने लगीं। गांव से करीब पांच किमी दूर लंबधार में महिला को तीव्र प्रसव पीड़ा हुई। आधे रास्ते जंगल में ही महिला का प्रसव हो गया। ग्राम प्रधान ने बताया कि जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। महिला की यह चौथी संतान है। महिला का पति पंजाब के एक होटल में काम करता है।
नौडू गांव में करीब 45 परिवार रहते हैं। काटल चौक तक सड़क सुविधा है। यहां से नौडू गांव की दूरी करीब 12 किमी है। वर्ष 2021-22 में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने गांव में सड़क निर्माण की घोषणा थी। वर्ष 2023 में लोक निर्माण विभाग नरेंद्रनगर की ओर से प्रथम चरण में इसका सर्वे भी शुरू हो गया था। लेकिन, सड़क का निर्माण आज तक सर्वे से आगे नहीं बढ़ा है। स्थानीय ग्रामीण सुरेंद्र भंडारी, ओमकार सिंह, सूरत सिंह, प्यार सिंह, कमल सिंह और प्रेम सिंह ने बताया कि गांव में यदि सड़क सुविधा होती तो गर्भवतियों का प्रसव स्वास्थ्य केंद्र में होता। इस तरह आधे रास्ते मेंं प्रसव नहीं होता। कहा कि शासन-प्रशासन की उदासीनता का दंश स्थानीय ग्रामीणों को झेलना पड़ रहा है।
लोक निर्माण विभाग की ओर से काटल-नौडू गांव के लिए सड़क का सर्वे कार्य किया गया है। वन भूमि होने के कारण मामला लटक रहा है। अगस्त 2024 में इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई है। वन विभाग से क्लीन चिट मिलते ही आगे की प्रक्रिया शुरू होगी।