Sunday, June 8, 2025
Home Blog Page 1549

देहरादून : मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की ओटीएस (एक बार समाधान) स्कीम को लेकर आर्किटेक्ट जता रहे नाराजगी

0

देहरादून: कोविड कर्फ्यू के दौरान एमडीडीए प्रशासन ने 18 मई से वन टाइम सेटेलमेंट (ओटीएस) स्कीम लागू कर दी है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि कोविड कर्फ्यू के दौरान घरों में रहने को मजबूर लोग कैसे इस स्कीम का लाभ उठा सकेंगे, एमडीडीए की ओटीएस स्कीम के तहत ऐसे आवासीय और व्यावसायिक भवन की नए सिरे से कंपाउंडिंग की जाती है, जो बिना मानचित्र स्वीकृति के बनाए गए हैं, लेकिन कोविड कर्फ्यू के दौरान इस स्कीम का विरोध शुरू हो गया है, शहर के तमाम आर्किटेक्ट इस स्कीम के समय को लेकर नाराजगी जता रहे हैं |

प्राधिकरण की इस ओटीएस (एक बार समाधान) योजना को लेकर समाजसेवी और पेशे से इंजीनियर सुनील दत्त घिल्ड़ियाल कहते हैं कि वे और शहर के अन्य आर्किटेक्ट इस स्कीम के खिलाफ नहीं है, लेकिन कोविड कर्फ्यू के दौर में इस स्कीम को शुरू करना पूरी तरह से नाइंसाफी है, एमडीडीए की ओर से प्राप्त आदेश के तहत यह स्कीम 17 नवंबर 2021 तक प्रभावी है, ऐसे में इस दौर में जब लोग अपने घरों में कैद हैं और कोर्ट का काम बंद हैं तो लोग कंपाउंडिंग के लिए जरूरी दस्तावेज कैसे पूरे कर पाएंगे ?

ओटीएस स्कीम लागू किए जाने के संबंध में एमडीडीए सचिव ने साफ किया कि ओटीएस स्कीम लागू किए जाने को लेकर जो आदेश लोगों के बीच है वह सही नहीं है, फिलहाल एमडीडीए की ओर से ओटीएस स्कीम को लागू करने को लेकर कोई तिथि निर्धारित नहीं की गई है. अगले कुछ दिनों में इस स्कीम को शुरू करने की योजना है | उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस स्कीम का लाभ ले सकें, इसके लिए प्राधिकरण की ओर से कैंप भी लगाए जाएंगे. लोग ऑनलाइन भी प्राधिकरण की वेबसाइट mddaonline.in पर जाकर इस स्कीम का लाभ ले सकेंगे |

उत्तराखंड (कोरोना संकट) : मिशन हौसला, एसडीआरएफ ने 20 गांवों को लिया गोद, प्रत्येक गांव में दो सिपाही रहेंगे तैनात

0

देहरादून, उत्तराखण्ड़ में कोरोना के बढ़ते मामले के बीच अब मिशन हौसला के तहत राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) ने सक्रिय हो गया, एनडीआरएफ ने प्रदेश के 20 गांवों को गोद लिया है। इसके तहत इन गांवों में कोविड से सुरक्षा के कामों को अंजाम दिया जाएगा। प्रत्येक गांव में दो सिपाही तैनात किए जाएंगे। इन जवानों के पास दवाओं से लेकर ऑक्सीजन आदि मौजूद रहेगी।

डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि शुरूआती चरण में गढ़वाल के 14 और कुमाऊं के छह गांवों को गोद लिया गया है। इन्हें एसडीआरएफ का सुरक्षा कवच दिया जा रहा है।

इस अभियान की शुरूआत डीआईजी अग्रवाल व सेनानायक आईपीएस नवनीत भुल्लर ने वर्चुअल रूप से हरी झंडी दिखाकर की। इस अभियान में पर्वतीय जनपदों के वह गांव हैं जो जनसंख्या और क्षेत्रफल के साथ ही कोविड से अधिक प्रभावित हैं |

चौखुटिया डाक बंगले के पुराने भवन में दस बैंड के कोविड केयर सेंटर खोलने की तैयारी अंतिम चरण में हैl केयर सेंटर को सेना गोद लेगी l सेंटर के लिए ऑक्सीजन सहित सभी जरूरी सामान, उपकरण आदि सेना की डोगरा रेजीमेंट उपलब्ध कराएगी l

इसकी जानकारी एसडीएम गौरव पांडे के हवाले से देते सीएचसी के प्रभारी चिकित्साधकारी डाक्टर अमित रतन ने बताया कि कोविड केयर सेंटर में चिकित्सक व अन्य स्टाफ सीएचसी चौखुटिया का ही रहेगा l कोविड केयर सेंटर खुलने से चौखुटिया तहसील क्षेत्र के अलावा इससे लगे गढ़वाल के कुनीगाड, खंशर घाटी आदि क्षेत्रों के दर्जनों ग्राम वासियों को भी इसका लाभ मिलेगा l इसके तहत प्रत्येक गांव में दो जवान नियुक्त किए जाएंगे। यह ग्रामीणों को कोविड से जागरूकता के साथ ही मास्क भी देंगे। इसके अलावा सैनिटाइजेशन करेंगे और लोगों को सैनिटाइजर भी वितरित करेंगे। प्रतिदिन गांव की रिपोर्ट कंट्रोल रूम को प्रेषित की जाएगी।

जवानों के पास आवश्यकता होने पर ऑक्सीजन सिलिंडर भी फ्लोमीटर के साथ होगा। कोविड से आइसोलेट हुए ग्रामीणों को घर के बाहर न आने की हिदायत भी दी जाएगी। जवान प्रतिदिन लोगों को योग और प्राणायाम भी कराएंगे। एसडीआरएफ की टीम के पास मेडिसिन किट भी उपलब्ध है, जो जरूरत के हिसाब से दी जाएगी।

गांवों के नाम:

पिथौरागढ़- खोलिया और दौला गांव।
बागेश्वर- ऐठान
अल्मोड़ा- बलटा और माठ गांव।
चंपावत- ज्ञानखेड़ा
रुद्रप्रयाग- रामुपर, कलना।
पौड़ी- गोदी दुगड्डा, सिरौ, स्वीत और डूगरी पंथ।
टिहरी- कुट्ठा।
उत्तरकाशी- गणेशपुर, नेताला, क्यार्का, नगाण।
चमोली- रामणा, बोला, सीगधार और खडे़धार।

प्रतिदिन कर रहे पांच हजार को कॉल

वर्तमान में एसडीआरएफ हर दिन पांच हजार आइसोलेट हुए और संक्रमित हुए लोगों की जानकारी लेती है। इसके बाद इन्हें कंट्रोल रूम से भी लोगों को फोन किया जाता है। विशेषज्ञ प्रश्नोत्तरी के बाद घर जाकर मरीजों को चाही गई मदद पहुंचाते हैं।

उत्तराखंड पुलिस द्वारा प्रतिदिन ही लगभग पांच हजार से अधिक कॉल आइसोलेट हुए व्यक्तियों को किए जा रहे हैं। इसके अलावा एक टीम हाई रिस्क और लो रिस्क आइसोलेट हुए व्यक्तियों की पहचान कर रही है। साथ ही साथ लावारिस शवों का दाह संस्कार भी एसडीआरएफ ही कर रही है।

कोरोना संकट : कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से मुख्यमंत्री राहत कोष में दिये 25 करोड़

0

देहरादून, वन एवं पर्यावरण मंत्री डा. हरक सिंह रावत जी ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से कोरोना से जंग लड़ने के लिए 25 करोड़ की धनराशि का योगदान मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया है। इस धनराशि का चेक उन्होंने आज मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत को सचिवालय स्थित कार्यालय में भेंट किया। मुख्यमंत्री जी ने इस सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव वन श्री आनंद वर्धन, सदस्य सचिव प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड श्री एसपी सुबुद्धि भी उपस्थित थे।

इसके बाद मीडिया सेन्टर में आयोजित पत्रकार वार्ता में वन एवं पर्यावरण मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने प्रदेश के सभी व्यक्तियों, संस्थाओं व संगठनों से आग्रह किया है कि वैश्विक महामारी की वजह से पैदा हुए इस संकट में अपना यथासंभव आर्थिक योगदान मुख्यमंत्री राहत कोष में दें ताकि सरकार इससे पर्याप्त संसाधन जुटाकर मजबूती के साथ कोरोना से लड़ाई लड़ सके। उन्होंने कहा कि पिछले साल भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 50 करोड़ की राशि कोरोना काल में मुख्यमंत्री राहत कोष में प्रदान की थी।

उन्होंने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड हर साल पर्यावरण शुल्क लेता है। इससे हुई आमदनी से बोर्ड हमेशा सामुदायिक जिम्मेदारियों को भी बखूबी निर्वहन करता है। बोर्ड का कार्मिकों के वेतन आदि समेत का खर्च 20 करोड़ रुपया है। इस व्यय के बाद शेष बची राशि का उपयोग जनहित में भी किया जाता है। इसी मद से आज मुख्यमंत्री राहत कोष में बोर्ड से 25 करोड़ की राशि का सहयोग प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के पास सीमित संसाधन हैं और कोरोना के खिलाफ लड़ाई लम्बी चल सकती है।

वैज्ञानिकों का अनुमान है कि दूसरी लहर के बाद कोरोना की तीसरी लहर भी आ सकती है। ऐसे में सरकार को दूसरी लहर से निपटने के साथ ही तीसरी लहर के लिए भी तैयार रहना है। एकजुट होकर और सामूहिक सहभागिता से ही यह लड़ाई जीती जा सकती है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को एक साल से अधिक का समय हो गया है। हमें खुद को संभालने के साथ ही इस लड़ाई को जीतने में यथासंभव योगदान देना होगा। पर्याप्त धनराशि होने पर ही सरकार और अधिक संसाधन जुटा सकती है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में राज्य सरकार पूरे प्रदेश खासतैार पर पहाड़ी जिलों में ऑक्सीजन प्लांट लगा रही है। हर चिकित्सालय में ऑक्सीजन सिलेण्डर और कंसंट्रेटर मुहैया करवा रही है। आवश्यक चिकित्सकीय उपकरणों व दवाओं की खरीद बड़े पैमाने पर की जा रही है।

उत्तराखंड़ : पूर्व शिक्षा मंत्री नरेंद्र सिंह भंडारी का निधन, नहीं रहे लोक कलाकार रामरतन काला

0

देहरादून, उत्तराखंड के पूर्व शिक्षा मंत्री व कांग्रेस के दिग्गज नेता नरेंद्र सिंह भंडारी का बुधवार बीती रात निधन हो गया। उन्होंने कोटद्वार के बलभद्रपुर स्थित अपने आवास में अंतिम सांस ली।नरेंद्र सिंह भंडारी ने वर्ष 2002 से 2007 तक नारायण दत्त तिवारी सरकार में बतौर शिक्षा मंत्री सेवा दी थी। पौड़ी से विधायक भी रहे।
नरेंद्र सिंह भंडारी ने कांग्रेस अनुशासन समिति के अध्यक्ष भी रहे। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री नरेंद्र सिंह भंडारी के निधन पर दिवंगत की आत्मा की शांति व शोक संतप्त स्वजन को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है |

लोक कलाकार रामरतन काला का निधन

लोक कलाकार और गढ़वाली गीतों का सदाबहार गायक रामरतन काला अब इस दुनिया को अलविदा कह गया है। बीते कुछ सालों से लकवे के चलते उन्हें रंगमंच से दूर होना पड़ा था,
स्व. रामरतन काला ने लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी के वीडियो गीतों में भी यादगार अभिनय किया। जिसमें ‘नया जमना का छौरों कन उठि बौल रौक एण्ड रोल, तेरो मछोई गाड़ बोगिगे ले खाले अब खा माछा, समद्युला का द्वी दिन समलौणा ह्वै गीनि’ आदि सैकड़ों गीतों में काला ने बेहतरीन अदाकारी की थी।

नैनीताल : हाईकोर्ट का एसएसपी दून को निर्देश, 24 घंटे के भीतर याचिकाकर्ता को मुहैया कराएं सुरक्षा

0

देहरादून, नैनीताल हाईकोर्ट में दून निवासी रीता सूरी ने याचिका दायर कर कहा था कि बीते 14 मई को पुलिस ने बिना किसी आदेश के उनकी सुरक्षा हटा दी।
नैनीताल हाईकोर्ट में याचिकाकर्ता की सुरक्षा बिना किसी आदेश के हटाने के मामले में दायर याचिका पर सुनवाई की, जिसके बाद एसएसपी देहरादून को याचिकाकर्ता व उसके भाई को 24 घंटे के भीतर सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं,
मुख्य न्यायाधीश आरएस चौहान एवं न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ के समक्ष मामले की सुनवाई हुई।

याचिका में कहा गया कि 15 मई को इसकी शिकायत मुख्यमंत्री, डीजीपी, एसएसपी व जिलाधिकारी देहरादून से की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। याचिका में कहा कि सुरक्षा हटाने से उनकी व उनके भाई राज सूरी की जान का खतरा और अधिक बढ़ गया है क्योंकि उन्होंने दौलत राम ट्रस्ट की 700 बीघा भूमि घोटाला केस उजागर किया था। मामले की एसआईटी जांच कर रही है वह इस भूमि को सरकार के खाते में समायोजित कराना चाहती है। इसे देखते हुए इस बीच भूमाफिया व प्रशासन के कुछ लोग सक्रिय हो गए हैं और साजिशन उनकी सुरक्षा हटा दी गई। क्योंकि इसमें कई सरकारी अधिकारी व भूमाफिया फंस रहे हैं। पूर्व में भी याचिकाकर्ता की ओर से कोर्ट को अवगत कराया गया था कि उनको जो पुलिस सुरक्षा दी गई है उसमें पुलिस की ओर से लापरवाही की जा रही है। याचिका में कहा कि अब उनकी सुरक्षा बिना हाईकोर्ट के आदेश के हटा दी गई है।

याचिका में कहा कि उनके भाई अधिवक्ता राजेश सूरी की हत्या 30 नवंबर 2014 को उस वक्त हुई थी जब वह नैनीताल हाईकोर्ट से घोटालो से संबंधित केसों की पैरवी करके ट्रेन से देहरादून वापस आ रहे थे। तब उनको ट्रेन मे ही जहर देकर मार दिया गया था और राजेश की सभी महत्वपूर्ण फाइलें ट्रेन से ही गायब हो गईं थीं। राजेश की बहन रीता सूरी का कहना था कि देहरादून के कई भ्रष्टाचार के मामले उसके भाई राजेश ने उजागर किए थे।

जिसमे से एक बलवीर रोड पर जज क्वार्टर घोटाला था जिसमें भगीरथ कॉलोनी बनी है, उसके फर्जी कागजात बनाकर बेच दिया गया था। जिस पर 2003 में तत्कालीन जिलाधिकारी राधा रतूड़ी ने संपत्ति को फर्जी पाते हुए कुर्क करने के आदेश देने के साथ ही किसी भी तरह के निर्माण पर रोक लगा दी थी।

भूस्‍खलन से ऋषिकेश बदरीनाथ हाईवे बाधित

0

लगातार हो रही बारिश से हुए भूस्‍खलन से ऋषिकेश बदरीनाथ राजमार्ग कौडियाला और ब्‍यासी के पास बंद हो गया है। मार्ग खोलने का काम चल रहा है। वही जौनपुर ब्लॉक में जमुना पुल के पास  कांडीखाल के समीप सड़क धस गई है। जिससे मसूरी कैंप्‍टीफॉल में वाहनो की आवाजाही पूरी तरह से बाधित हो गई है। यमुना घाटी से मसूरी होकर देहरादून जाने वाले सभी बड़े वाहनों को विकास नगर होकर जान पड़ रहा है।

 

चमोली बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर लामबगड क्षेत्र में भारी तबाही की सूचना

लामबगड खचडा नाला मैं भारी बारिश से नाले में आया उफान

बद्रीनाथ राष्ट्रीय मार्ग पर कई जगहों पर हुआ क्षतिग्रस्त

बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग खचडा नाले में पानी के साथ बह कर आया ग्लेशियर

एक कच्ची दुकान भी हुई क्षतिग्रस्त

जोशीमठ: चमोली जनपद में बारिश ने तबाही मचानी की शुरू

बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारी बारिश के चलते बढने लगी है मुश्किलें

अतिवृष्टि के चलते नदी-नाले उफान पर

बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर लामबगड बगड़ के पास लगभग 50 मीटर सड़क भी क्षतिग्रस्त सड़क क्षतिग्रस्त होने से आवा जाही पूरी तरह से बंद

चकराता के बिजनाड़ में बादल फटा, एक युवक की मौत; दो लापता

0

विकासनगर । देहरादून जनपद के चकराता तहसील के अंतर्गत क्वांसी के पास खेड़ा बिजनाड़ में बादल फटने से एक युवक की मलबे में दबने से मौत हो गई, जबकि दो लोग लापता बताए जा रहे हैं। ग्रामीण उनकी तलाश कर रहे हैं।

गुरुवार सुबह अतिवृष्टि के कारण बिजनाड़ बादल फट गया। इससे स्थानीय ग्रामीण कालिया, फंकियारु व गुंता नामक तीन ग्रामीण परिवारों की छानी पर पहाड़ से भारी मात्रा में मलबा आ गया। इसकी चपेट में आने से एक युवक और दो लड़कियां समेत तीन लोग लापता हो गए। ग्रामीणों ने मलबे से युवक का शब बरामद कर लिया है, जबकि अन्‍य लोगों की तलाश जा रही है।सके अलावा ग्रामीणों के पशु और मवेशी भी मलबे के नीचे दब गए। घटना की सूचना के तुरंत बाद एसडीएम संगीता कनौजिया के निर्देशन में तहसीलदार पूरण सिंह तोमर के नेतृत्व चकराता से एसडीआरएफ की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है। घटनास्थल सड़क मार्ग से दो किमी दूर है। आसपास के लोग राहत बचाव कार्य में जुट गए।

कोरोना संकट : दून अस्पताल में दो बड़े ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगेंगे

0

देहरादून, उत्तराखण्ड़ सरकार दून अस्पताल के अलावा हल्द्वानी व श्रीनगर मेडिकल कॉलेज और अल्मोड़ा में कुल मिलाकर सात ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाएगी । दून अस्पताल में प्रति मिनट 1000 लीटर गैस की क्षमता के दो प्लांट लगाए जाएंगे। ऑक्सीजन प्लांट लगाने की जिम्मेदारी लखनऊ की एक निजी कंपनी को सौंपी गई है। कंपनी के अधिकारियों और तकनीकी विशेषज्ञों की टीम ने सोमवार को दून अस्पताल का दौरा कर प्लांट लगाने से जुड़ी तमाम जानकारियां जुटाईं। इसके अलावा यूपीआरएनएनएल की ओर से भी पांच-पांच सौ लीटर प्रति मिनट की क्षमता के दो प्लांट भी दून अस्पताल में लगाए जा रहे हैं।

दून अस्पताल के उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एनएस खत्री ने बताया कि चारों प्लांट के स्थापित होने के बाद दून अस्पताल में प्रति मिनट 3000 लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन होगा। इससे राज्य के अन्य जिलों को भी ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा सकेगी। डॉ. खत्री ने बताया कि हल्द्वानी, श्रीनगर मेडिकल कॉलेज और अल्मोड़ा में पांच ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे।

प्लांट लगाने वाली कंपनी के अधिकारियों और तकनीकी विशेषज्ञों की टीम ने सोमवार को दून अस्पताल का दौरा कर तमाम जानकारियां जुटाई हैं। कंपनी अधिकारियों का कहना है कि प्लांट को जल्द से जल्द स्थापित कर दिया जाएगा। ऑक्सीजन प्लांट के लिए पक्के निर्माण की जिम्मेदारी यूपीआरएनएनएल को सौंपी गई है।

दूसरी ओर राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने बताया कि दून अस्पताल में फिलहाल ऑक्सीजन की कोई किल्लत नहीं है। लेकिन जिस तरीके से कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है उसे देखते हुए भविष्य में ऑक्सीजन की जरूरत बढ़ सकती है। ऐसे में ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाना जरूरी हो गया है। प्लांट लगाए जाने के बाद ऑक्सीजन को लेकर निजी कंपनियों पर निर्भरता कम हो जाएगी।

पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की शहादत दिवस पर कांग्रेस ने किया रक्तदान शिविर का आयोजन

0

पौड़ी (कोटद्वार), देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. राजीव गांधी के शहादत दिवस के मौके पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बेस हास्पिटल स्थित ब्लड बैंक में रक्तदान शिविर का आयोजन किया। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वान एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दिशा निर्देशन में बुधवार से आगामी 25 मई तक एक सप्ताह तक पूरे देश में रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।

जिलाध्यक्ष डॉ. चंद्रमोहन खर्कवाल ने कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. राजीव गांधी की 21 मई 1991 में चेन्नई के पेराम्बुदूर नामक स्थान पर आंतकवादियों के द्वारा एक आत्मघाती हमले में की हत्या कर दी थी।पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी का आंतकवाद के खिलाफ लड़ाई में सर्वोच्च बलिदान देशवासियों को हमेशा याद दिलाता रहेगा।

उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने देश में सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नई दिशा प्रदान कर आधुनिक भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान हमेशा याद किया जाता रहेगा। डा. चन्द्रमोहन खर्कवाल ने कहा कि आज बुधवार से लेकर आगामी 25 मई तक कांग्रेस कार्यकर्ता रक्तदान करेगें। इस मौके पर डा. चन्द्रमोहन खर्कवाल, जिला प्रवक्ता बलवीर सिंह रावत, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष अमित राज सिंह, राजा आर्य, प्रदीप सिंह नेगी, कृपाल सिंह नेगी, बृजपाल सिंह नेगी, सूरज प्रकाश मौजूद थे।

कोटद्वार : गोवंश हत्या के मामले में पुलिस ने आठ लोगों को किया गिरफ्तार

0

कोटद्वार, नगर निगम क्षेत्र के गाड़ीघाट में बीते 19 अप्रैल को गौवंश का कटा सर मिला था जिसके बाद हिंदू संगठनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। बुधवार को इस मामले में पुलिस ने खुलासा किया है।

अपर पुलिस अधीक्षक मनीषा जोशी ने खुलासा करते हुए बताया कि मामले में संलिप्त 08 अभियुक्तों मौ0 इमरान पुत्र अब्दुल रसीद निवासी- पठानपुर, थाना- नजीबाबाद जनपद बिजनौर (उ.प्र.) उम्र- 21 वर्ष, नौशाद उर्फ दिल्लू पुत्र युसूफ निवासी- पठानपुर, थाना- नजीबाबाद जनपद बिजनौर (उ.प्र.) उम्र- 20 वर्ष, मौ0 नदीम पुत्र भूरा निवासी- पठानपुर, थाना- नजीबाबाद जनपद बिजनौर (उ.प्र.) उम्र- 19 वर्ष, मौ0 अमन उर्फ बादल पुत्र भूरा निवासी- पठानपुर, थाना- नजीबाबाद जनपद बिजनौर (उ.प्र.) उम्र- 20 वर्ष, आजम पुत्र रईस निवासी- पठानपुर, थाना- नजीबाबाद जनपद बिजनौर (उ.प्र.) उम्र- 20वर्ष, अफजल पुत्र अय्यूब उर्फ बॉबी निवासी- कलहेड़ी मुबारकपुर थाना नजीबाबाद उ.प्र. उम्र-19 वर्ष, मुन्नी निवासी लकड़ीपड़ाव थाना कोटद्वार जनपद पौड़ी गढ़वाल व अरबाज पुत्र इलीयास निवासी लकड़ीपड़ाव थाना कोटद्वार जनपद पौड़ी गढ़वाल को मौ. इरफान के किराये के कमरे गाड़ीघाट कोटद्वार से घटना में प्रयुक्त 02 छुरा, 01 गंडासा व 02 रस्सी के साथ गिरफ्तार किया गया।

अभियुक्तगणों ने पूछताछ में बताया कि लॉकडाउन की वजह से रोजगार न होने के कारण गौकशी कर गौ मांस को बेचकर हम लोगो ने धन अर्जित करने का विचार बनाया और 18 अप्रैल की रात को मौ0इमरान के कमरे के पास एक बछडे को काट कर उसका मांस लकड़ीपडाव में जरीफन उर्फ मुन्नी को बेच दिया था अवशेष ठिकाने लगाने के समय बछडे का शिर रास्ते मे गिर गया था और शेष अवशेष हमने नहर में बहा दिये थे और हम पुलिस से बचने के लिए नजीबाबाद (उ.प्र.) भाग गये थे। अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है। एक वांछित अभियुक्त फैजान उर्फ बिहारी पुत्र खुर्शीद निवासी- पठानपुर, थाना- नजीबाबाद जनपद बिजनौर (उ.प्र.) को भी जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा