Wednesday, May 14, 2025
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पिथौरागढ़ : मुनस्यारी और धारचूला क्षेत्र में कोविड नियंत्रण के ग्राम स्तर पर पहल शुरू, गांव के लोग आगे आकर दे रहे जांच के लिये अपना सैम्पल

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पिथौरागढ़, नेपाल व चीन की सीमा से लगे मुनस्यारी व धारचूला क्षेत्र में कोविड नियंत्रण के लिए ग्राम स्तर पर पहल शुरु हो गई है। अब गांव के लोग खुद आगे आकर अपना सैम्पल जांच के लिए दे रहे है। जिलाधिकारी आनंद स्वरुप की रोज मोनेटेरिंग ने इस मुहिम को बल दिया है। ग्राम स्तर पर बनी कोविड नियंत्रण समिति को एक्टिव किया जा रहा है।
आशा व आंगनबाडी कार्यकत्री इस अभियान की रीढ़ बनकर उभर रही है। मुनस्यारी के गांव – गांव में आशा कार्यकत्री एक एक मरीज की चिंता कर रही है। सुरिंग की ग्राम प्रधान ललिता मर्तोलिया ने सबसे पहले ग्राम स्तरीय कोविड नियंत्रण समिति की बैठक कर गांव में कोविड की स्थिति की समीक्षा कर बचाव के लिए फैसले लिए।

सरमोली के ग्राम प्रधान नरेन्द्र राम ने आशा कार्यकत्री के साथ होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों की खोज खब़र ली ओर उन्हें दवा दी। दरकोट की ग्राम प्रधान सावित्री पांगती ने बताया कि उनके गांव में एक व्यक्ति की अस्पताल में मौत हो गई थी, अंतिम संस्कार से पहले कोविड की पुष्टि होने पर इससे जुड़े 20 परिवारों को होम आइसोलेशन पर रखा गया है।
पापड़ी की आशा हिमती देवी ने आज गांव के सभी संदिग्धों को घर घर जाकर दवा दी। कवाधार की आशा अनिता देवी ने आठ, सेरा सुराईधार की जानकी देवी ने सात बूंगा की शांति देवी ने आठ तथा तल्ला बूंगा में आंगनबाडी कार्यकर्ती कौश्लया बृजवाल,आशा कार्यकर्ती शांति बृजवाल ने संदिग्ध मरीजों का हाल चाल जाना।

रांथी की आशा सती देवी ने अपने क्षेत्र के पांच संदिग्ध मरीजों को दवा दी। डीएम के आदेश के बाद रोज जिला पंचायतराज अधिकारी हरीश चन्द्र आर्या ऐंचोली, सेराघाट तथा चौकोड़ी चैक पोस्ट से आने वाले इस क्षेत्र के लोगों के नाम, गांव का नाम, मोबाइल नंबर उपलब्ध करा रहे है। इस सूचना के आधार पर बाहर से आने वाले लोगों को कहां व कैसे रखना है, इसकी तैयारी हो रही है।

कोविड नियत्रण के लिए पहले केवल सरकारी तंत्र ही पहल कर रहा था, लेकिन अब मुनस्यारी में जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया की पहल के बाद सरकारी तंत्र से ज्यादा समुदाय कोविड नियंत्रण की चिंता तथा धरातल पर कार्य कर रही है। हर गांव में ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, वन पंचायत सरपंच, वार्ड सदस्य, महिला व युवक मंगल दल के अध्यक्ष, नेहरु युवा केन्द्र के स्वंय सेवक अपने -अपने गांव की चिंता कर कोविड से बचने की रणनीति बना रहे है।
अपर जिलाधिकारी आर.डी.पालीवाल ने दरकोट में होम आइसोलेशन में रह रहे चार परिवारों को राशन की दिक्कत के मामले का स्वतः संज्ञान लिया।

जिपं सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि मेडिकल टीम का सबसे अधिक सहयोग मिल रहा है। कोविड नियंत्रण के लिए बने गुरुप के फीडबैक से हम हर गांव को चैक कर रहे है। इससे गांव के पहली पंक्ति के जागरुक लोगों द्वारा खुद पहल किया जाना समाज के लिए बेहतर संदेश है। कहा कि आज से हमने धारचूला ब्लाक के सभी गांवों में भी टीम को अधिक सक्रिय कर दिया है।

एम्स में टेलीमेडिसिन प्रोजेक्ट का मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने किया उद्घाटन

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ऋषिकेश, उत्तराखंड के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना संक्रमण को देखते हुए एम्स ऋषिकेश की टीम गरुड़ ने टेली मेडिसन प्रोजेक्ट तैयार किया है। जिसका शुभारंभ सोमवार को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने किया। एम्स ऋषिकेश में आयोजित संक्षिप्त कार्यक्रम में एम्स के निदेशक प्रोफेसर रविकांत ने बताया कि टीम गरुड़, टेलीमेडिसिन उत्तराखंड राज्य के किसी भी संस्थान में पढ़ाई कर रहे हैं अथवा कार्य कर रहे हैं। ऐसे सभी मेडिकल और पैरामेडिकल से जुड़े छात्र जो उत्तराखंड के दुर्गम व पहाड़ी इलाकों के गांव ब्लॉक व तहसील स्तर तक कोरोना पॉजिटिव मरीजों को टेलीमेडिसिन के माध्यम से परामर्श देकर अपना योगदान देना चाहते हैं। ऐसे सभी छात्र छात्राओं को एम्स ऋषिकेश एवं प्रदेश के अन्य संस्थानों के वरिष्ठ चिकित्सकों की ओर से ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग के बाद सभी छात्रों को तहसील व जिला स्तर पर टेलीमेडिसिन के माध्यम जोड़ दिया जाएगा। सामाजिक कार्यकर्त्‍ता जो हमारे साथ इस कार्य में जुड़ना चाहते हैं वह गूगल फॉर्म के माध्यम से और सीधा हमारी टीम से जुड़ सकते हैं।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कोरोना संकटकाल में एम्स ऋषिकेश की टीम बेहतर और सराहनीय कार्य कर रही है। उत्तराखंड के विभिन्न ग्राम पंचायत और तहसील को टेलीमेडिसिन के जरिये जोड़ने का यह प्रयास निश्चित रूप से दुरस्त क्षेत्र में रह रहे नागरिकों को लाभ पहुंचाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान संकट के दौर में सब ने एकजुटता के साथ खड़ा होना है। सरकार के स्तर पर सभी प्रयास किए जा रहे हैं। आइडीपीएल में डीआरडीओ की टीम 500 बेड सुविधा वाले अस्पताल का निर्माण कर रही है। एम्स के सहयोग से चिकित्सालय का लाभ शीघ्र मरीजों को मिलने लगेगा। इस कार्य में जन सहयोग भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोविड कर्फ्यू का पालन करके प्रदेश की जनता कोरोना को हरा सकती है |
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, नगर निगम महापौर अनीता ममगाईं, डीन अस्पताल प्रशासन प्रोफेसर यूबी मिश्रा, डीन एकेडमिक ऑफिसर मनोज कुमार गुप्ता, नोडल अधिकारी कोविड डॉ. मधुर उनियाल, एम्स के कोविड इंचार्ज डॉ.प्रसन पांडा आदि मौजूद रहे।

डॉक्टर निशंक को मिला अंतरराष्ट्रीय सम्मान, कोरोना योद्धाओं को किया समर्पित

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व्लोड्रोप, दी नेदरसलैण्ड

वैश्विक महर्षि महेश योगी संगठन एवं विश्व के महर्षि विश्वविद्यालयों की ओर से भारत के शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक को प्रतिष्ठित सम्मान “अंतरराष्ट्रीय अजेय स्वर्ण पदक” को चयनित किया गया है।

सम्मान की घोषणा दो दिवसीय वर्चुअल अधिवेशन में की गयी जिसमे एक सौ दस देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

इस आशय की घोषणा करते हुए महर्षि संस्थाओं के वैश्विक अध्यक्ष डॉ टोनी नाडर ने कहा है कि डॉ निशंक ने अपने उत्कृष्ट लेखन एवं अपने सामाजिक और राजनैतिक दायित्वों द्वारा वैश्विक स्तर पर मानवीय मूल्यों की स्थापना के लिए उल्लेखनीय कार्य किया है। डॉ निशंक को यह प्रतिष्ठित सम्मान इस वर्ष गुरुपूर्णिमा के अवसर पर प्रदान किया जायेगा । डॉ नाडर ने आगे बताया कि डॉ निशंक ने नई भारतीय शिक्षा नीति के माध्यम से भी सार्वभौमिक मानवीय मूल्यों की स्थापना की दिशा में अद्वितीय कार्य किया है।

डॉ निशंक ने अपने भाषण में इस विशिष्ट सम्मान के लिए आभार प्रकट करते हुए इसे उन सभी कोरोना योद्धाओं को समर्पित कर दिया जो अपनी जान हथेली पर रख कर कोविड संक्रमितों की जान बचाने में लगे हैं।

डॉ निशंक ने कहा कि उन्हें इस बात की अत्यंत प्रसन्नता है कि उनके लेखन, सामाजिक और सार्वजनिक जीवन में मानवीय मूल्यों की स्थापना हेतु उनके प्रयासों को सराहा गया है। अपने भावनात्मक उदबोधन में डॉ निशंक ने कहा कि वे अभी अभी कोविड संक्रमण से बाहर निकले हैं। उन्होंने इस पीड़ा को महसूस करते हुए अत्यंत नजदीकी से हमारे डॉक्टर , नर्सों, स्वास्थ्य कर्मियों के समर्पण , संघर्ष, कर्तव्यपरायणता , सेवाभाव को देखा है । दूसरों की जान बचाने की मुहीम में वे अपने प्राणो को संकट में डालते हैं । उन्होंने कहा अपने कोरोना योद्धाओं के बल पर हम अवश्य विजयी होंगे

डॉ निशंक ने कहा कि उन्हें इस बात का गर्व है कि भारत ने अपनी नयी राष्ट्रीय शैक्षिक प्रणाली में सार्वभौमिक मानवीय मूल्यों को समाहित किया है जिसके कारण हमारी नीति का स्वागत विश्व के अनेको देशों में हो रहा है। उन्होंने कहा मानवीय मूल्यों से ओतप्रोत, समावेशी, नवचारयुक्त, गुणवत्तापरक, वैज्ञानिक और व्यवहारिक नीति से हम भारत को पुनः विश्व गुरु के रूप में स्थापित करने हेतु प्रतिबद्ध हैं वहीँ इस नीति से हम मानवीय मूल्यों के प्रति समर्पित वैश्विक नागरिक तैयार कर पाएंगे जो विश्व के समक्ष चुनौतियों को अवसरों में बदलने की क्षमता से परिपूर्ण होंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय चिंतन धारा के अनुरूप सभी शास्त्रों के मूल आधार एवं मार्ग दर्शक वेद , उपनिषद , पुराण एवं स्मृतियाँ हैं। हमारी अजर अमर भारतीय संस्कृति हमे एकता, समरसता, सहयोग, भाईचारा, सत्य, अहिंसा, त्याग, विनम्रता, समानता आदि जैसे मूल्य जीवन में अपनाकर की भावना से आगे बदने के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने कहा कि पारम्परिक ज्ञान परंपरा और भारत के शाश्वत जीवन मूल्यों पर वैज्ञानिक और व्यावहारिक शोध के लिए हम प्रतिबद्ध हैं ताकि इससे मानवता का कल्याण किया जा सके ।

वर्तमान चुन्नौतियों के विषय में डॉ निशंक ने कहा कि मनुष्य तन-मन की व्याधियों से जूझ रहा है। ऐसे में हमारा शाश्वत ज्ञान, हमारी परम्पराएं , हमारे विचार एवं संस्कार ही बचाव का रास्ता है। विचार से ही हम बड़ी से बड़ी लड़ाई जीत सकते हैं और आज भी इन्ही विचारों से हम अपनी चुन्नौतियों पर विजय हासिल करेंगे।

उन्होंने सभी से अपील की कि हम सभी एकजुट होकर कोविड संक्रमण का मुक़ाबला करें और अपनी पूरी सामर्थ्य अनुसार एक दूसरे की मदद को आगे आएं

रानीखेत स्थित संयुक्त सिविल मिलिट्री कोविड केयर अस्पताल का सीएम ने किया वर्चुअल उद्धाटन

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देहरादून, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने देहरादून कैंप कार्यालय से अल्मोड़ा जिले के रानीखेत स्थित संयुक्त सिविल मिलिट्री कोविड केयर अस्पताल का वर्चुअल उद्घाटन किया । इस दौरान महिला बाल विकास मंत्री  रेखा आर्य, अल्मोड़ा सांसद  अजय टम्टा, विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान, रानीखेत विधायक  करण माहरा,सचिव  अमित नेगी व जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।

रानीखेत में 50 बेड क्षमता वाले संयुक्त अस्पताल में 10 बेड ऑक्सीजन युक्त बनाए गए हैं। यह अस्पताल कुमाऊँ रेजीमेंट सेंटर एवं जिला प्रशासन अल्मोड़ा के संयुक्त प्रयास से शुरू किया गया है। अस्पताल के वर्चुअल उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि सेना एवं जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयास से शुरू किए गए इस अस्पताल का लाभ रानीखेत व आसपास के इलाकों के लोगों को मिल सकेगा। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन अल्मोड़ा को निर्देश दिए कि इस अस्पताल में ऑक्सीजन बैड की संख्या बढ़ाने के लिए प्रयास किए जाएं। *मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह की प्रेरणा से लगातार कोरोना संक्रमण को रोकने के प्रयास किये जा रहे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि डीआरडीओ के सहयोग से अगले कुछ दिन में हल्द्वानी और ऋषिकेश में बनाए जा रहे अस्थाई कोविड अस्पताल भी तैयार हो जाएंगे जिससे प्रदेशवासियों को उपचार में लाभ मिल सकेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय के लिए हमें अभी से तैयार होना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत से पहले ही हमें सीएचसी, पीएचसी स्तर के अस्पतालों को मजबूत करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता को जागरूक करना बेहद जरूरी है। दवाई के साथ- साथ कड़ाई भी करनी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में टेस्टिंग को और बढ़ाया जाए और अधिक से अधिक लोगों को टेस्टिंग के लिए प्रेरित किया जाए। आशा, आंगनवाड़ी और ग्राम समिति के माध्यम से डोर टू डोर कोविड किट, होम आइसोलेशन में उपचार करवा रहे संक्रमितों तक समय से पहुंचा दी जाए।

महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती रेखा आर्य ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों पर विधायक निधि का इस्तेमाल जनप्रतिनिधि अपने विवेक अनुसार कोविड के लिए कर रहे हैं जिसका फायदा प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्र को मिल रहा है। इस दौरान सांसद श्री अजय टम्टा ने कहा कि मुख्यमंत्री का प्रयास सराहनीय है मुख्यमंत्री द्वारा बेस अस्पताल अल्मोड़ा और मेडिकल कॉलेज को जोड़कर कोविड अस्पताल बनाने से बड़ा लाभ आम जनता को हो रहा है। विधानसभा उपाध्यक्ष  रघुनाथ सिंह चौहान ने कहा कि सरकार का सार्थक प्रयास धरातल पर नजर आ रहा है। कार्यक्रम में रानीखेत विधायक श्री करण माहरा ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के सहयोग के बिना यह अस्पताल संभव नहीं था। इस दौरान जिला अधिकारी अल्मोडा  नितिन भदौरिया, कुमायूँ रेजिमेंट सेंटर के ब्रिगेडियर  आइएस सौमयाल एव जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।

‘देवभूमि संस्थान में स्टॉक एक्सचेंज में भविष्य की संभावनाएं विषय पर कार्यशाला आयोजित’

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देहरादून-देवभूमि ग्रुप्स ऑफ इंस्टीट्यूशन में स्टॉक एक्सचेंज को लेकर एक ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में एमबीए व बीबीए के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।

ट्रैनिंग एंड प्लसमेन्ट सेल की ओर से आयोजित इस वेबिनार का उद्देश्य छात्रों में स्टॉक मार्केट के अलग अलग पहलुओं से रूबरू कराना था। स्टॉक मार्केट विशेषज्ञ और साइन प्रोजेक्ट के सीईओ वेंकटा  हर्षा ने छात्रों के साथ अपने अनुभव साझा किए।

छात्रों को स्टॉक मार्केट में भविष्य की संभावनाओं को तलाशने के लिहाज से यह कार्यक्रम कारगर साबित हुआ।  वेंकटा ने शेयर मार्केट, स्टॉक एक्सचेंज एवं सेंसेक्स औरनिफ्टी के बीच के अंतर को विस्तार से बताया।  हर्षा ने उद्योगों में स्टॉक एक्सचेंज के महत्व को विस्तार से बताया। ऑनलाइन वेबिनार का संचालन शिवानी गुंसाईं के द्वारा किया गया। इसके अलावा  कमल कांत राणा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

कोविड से लङाई में संत समाज भी आगे आया, 50 लाख का चैक मुख्यमंत्री को सौंपा

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आज मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में श्री महंत रविंद्र पुरी जी, परमाध्यक्ष श्री माँ मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट हरिद्वार एवं सचिव निरंजनी अखाड़ा द्वारा मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत को कोविड से लङाई में सहयोग हेतु 50 लाख रुपए का चेक भेंट किया गया। मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने श्री महंत रविंद्र पुरी जी का आभार जताते हुए कहा कि कोविड के ख़िलाफ इस जंग में संत समाज का यह योगदान बहुत महत्वपूर्ण है। हम सभी मिलकर कोविड से लङाई में अवश्य जीत हासिल करेंगे। इस दौरान श्री हरवीर सिंह मौजूद रहे।

नई दिल्ली : राजनाथ सिंह ने लॉन्च की DRDO की कोविड-19 रोधी दवा 2-डीजी, DGCI द्वारा प्रमाणित है दवाई

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नयी दिल्ली, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने DRDO द्वारा विकसित एंटी-कोविड दवा 2DG के पहले बैच का विमोचन किया गया। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से विकसित की गयी कोविड-19 रोधी दवा 2-डीजी की पहली खेप सोमवार को लॉन्च की गयी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन इस दवा को लॉन्च करने के लिए समारोह में शामिल हुए। अधिकारियों ने रविवार को इस बात की जानकारी दी।

रक्षा मंत्रालय ने इस महीने के शुरू में कहा था कि कोविड-19 के मध्यम लक्षण वाले तथा गंभीर लक्षण वाले मरीजों पर इस दवा के आपातकालीन इस्तेमाल को भारत के औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई)की ओर से मंजूरी मिल चुकी है। अधिकारियों ने बताया कि डीआरडीओ के मुख्यालय में सोमवार को आयोजित एक कार्यक्रम में दोनों केन्द्रीय मंत्री इस दवा की पहली खेप को लॉन्च करें |
रक्षा मंत्रालय ने आठ मई को एक बयान में कहा था कि 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-डीजी) के क्लीनिकल परीक्षण में पता चला है कि इससे अस्पताल में भर्ती मरीजों की ऑक्सीजन पर निर्भरता को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही इस दवा से मरीज जल्दी ठीक होते हैं।

आरबीआई ने जारी किया अलर्ट : 23 मई को इतने घंटों के लिए काम नहीं करेगी बैंक की ये सर्विस

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नई दिल्ली, 23 मई को NEFT सर्विस कुछ समय के लिए बंद रहेगी। RBI ने अपने Twitter हैंडर के जरिए ट्वीट करके बताया है 22 मई को बैंकों में कामकाज खत्म होने के बाद टेक्निकल अपग्रेडेशन के चलते NEFT 23 मई को 00:01 से लेकर 14:00 बजे (रात 12 बजे से लेकर सुबह 2 बजे तक) तक काम नहीं करेगा। लेकिन RTGS सर्विस पूरी तरह से काम करती रहेगी। इससे पहले 18 अप्रैल को RTGS को लेकर ऐसा ही टेक्निकल अपग्रेड पूरा हो चुका है।

RBI ने यह भी कहा है कि मेंबर बैंक अपने ग्राहकों को NEFT सर्विस में रविवार को पैदा होने वाले अवरोध के हिसाब से अपने पेमेंट प्लान करने को लेकर सूचित कर सकते हैं। NEFT मेंबर्स को NEFT सिस्टम ब्रॉडकास्ट्स के जरिए ईवेंट अपडेट्स प्राप्त होते रहेंगे।

आपको बता दें कि नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर सिस्टम (NEFT) पूरे देश में चलाया जाने वाला पेमेंट सिस्टम है जिसमें किसी बैंक के अकाउंट से दूसरे अकाउंट में पैसा ट्रांसफर किया जाता है। एनईएफटी ऑनलाइन बैंकिंग का हिस्सा है जिसमें मिनटों में पैसा ट्रांसफर होता है। इस इलेक्ट्रॉनिक विधि से किसी बैंक ब्रांच से किसी दूसरे व्यक्ति को पैसा ट्रांसफर किया जाता है। इसके लिए बैंक ब्रांच जाने की जरूरत नही हैं। हालांकि एनईएफटी इनेबल्ड बैंक में ही यह सुविधा मिलती है.फंड ट्रांसफर करने की अधिकतम या न्यूनतम सीमा नहीं है।

ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग केदारनाथ के कपाट ग्रीष्म काल के लिये खुले

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(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- भगवान आशुतोष के ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग केदारनाथ धाम के कपाट आज ब्रह्म मुहूर्त में लग्नानुसार विधि विधान पूर्वक मंत्रोचारण के साथ ग्रीष्म काल के लिये खोल दिये गये है। कोरोना महामारी के चलते सिमित लोगों की उपस्थिति में कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरु हुई प्रातःकाल 5 बजे लग्नानुसार केदार धाम के कपाट खोले गये।
केदारनाथ धाम मे आज प्रातः तीन बजे से कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरु हुई , पूजा अर्चना व विधि विधान से मेष लग्न, पुनर्वसु नक्षत्र में प्रात: पांच बजे मंदिर के कपाट खोले गये हैं। कपाट खुलने के बाद प्रथम पूजा प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी की ओर से की गई।
बता दें कि विगत वर्ष की भॉति इस वर्ष भी कोरोना महामारी के कारण केदारनाथ यात्रा स्थगित की गई है स्थिति सामान्य होने तक धाम में केवल पूजा पाठ ही संचालित होती रहेगी।

इस अवसर पर रावल भीमाशंकर ,मुख्य पुजारी बागेश लिंग, देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी. सिंह ,जिलाधिकारी मनुज गोयल , पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिल मनराल बीकेटीसी पूर्व सदस्य शिवसिंह रावत, एसडीएम रवीन्द्र वर्मा,तहसीलदार जयराम बधाणी, धर्माधिकारी आचार्य औंकार शुक्ला,मंदिर के प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, प्रबंधक अरविंद शुक्ला एवं प्रदीप सेमवाल, पारेश्वर त्रिवेदी,महावीर तिवारी,मृत्युंजय हीरेमठ, विपिन कुमार आदि मौजूद रहे।

वहीँ तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट आज दोपहर को लग्नानुसार खोले जायेगें।
देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई प्रात:4 बजकर 15 मिनट पर खुल रहे है। आज श्री योगध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर से आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी के साथ श्री उद्धव जी, श्री कुबेर जी तथा तेलकलश (गाडू घड़ा) श्री बदरीनाथ धाम पहुंचेगा।

उत्तराखंड चारधाम: हिमालय स्थित ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुले

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• मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने पर प्रसननता जताई। जनकल्याण तथा आरोग्यता की कामना की।

• श्री केदारनाथ धाम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नाम से रूद्राभिषेक।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की पहल पर श्री केदारनाथ धाम सहित चारों धामों में प्रथम पूजा यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नाम से।

• कोरोना महामारी का असर सीमित संख्या में रहे पूजा-अर्चना से जुड़े प्रतिनिधि।

• रावल भीमाशंकर लिंग, देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी. सिंह, जिलाधिकारी मनुज गोयल सहित तीर्थ पुरोहित, प्रशासन पुलिस के अधिकारी
मौजूद रहे।

• कल मंगलवार 18 मई को खुलेंगे श्री बदरीनाथ धाम के कपाट जबकि 14 मई को श्री यमुनोत्री धाम, 15 मई को खुले श्री गंगोत्री धाम के कपाट।

• तृतीय केदार श्री तुंगनाथ जी के कपाट आज दोपहर में खुलेंगे। चतुर्थ केदार श्री रूद्रनाथ जी के कपाट भी आज खुल रहे है।
• द्वितीय केदार श्री मदमहेश्वर जी के कपाट 24 मई को खुल रहे हैं।

• श्री गुरूद्वारा हेमकुंड साहिब एवं श्री लक्ष्मण मंदिर के कपाट खुलने की तिथि अभी तय नहीं।

• कोरोना का कहर चारधाम यात्रा स्थगित केवल सांकेतिक पूजा-अर्चना हेतु खुल रहे कपाट।

केदारनाथ/ देहरादून: 17 मई। ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ धाम के कपाट विधि विधान पूर्वक मंत्रोचारण के साथ आज सोमवार मेष लग्न, पुनर्वसु नक्षत्र में प्रात: पांच बजे खुल गये हैं। कपाट खुलने की प्रक्रिया प्रात: तीन बजे से शुरू हो गयी थी।

रावल भीमाशंकर एवं मुख्य पुजारी बागेश लिंग तथा देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी. सिंह एवं जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग मनुज गोयल ने पूरब द्वार से मंदिर मुख्य प्रांगण में प्रवेश किया तथा मुख्य द्वार पर पूजा अर्चना की मंत्रोचार के पश्चात ठीक पांच बजे भगवान केदारनाथ मंदिर के कपाट खोल दिये गये। मंदिर के कपाट खुलने के पश्चात मुख्य पुजारी बागेश लिंग ने स्यंभू शिवलिंग को समाधि से जागृत किया तथा निर्वाण दर्शनों के पश्चात श्रृंगार तथा रूद्राभिषेक पूजाएं की गयी।
श्री केदारनाथ धाम में भी प्रथम रूद्राभिषेक पूजा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की ओर से की गयी तथा जनकल्याण की कामना की गयी। कोरोना महामारी को देखते हुए चारधाम यात्रा अस्थायी तौर पर स्थगित है धामों में केवल पूजापाठ संपन्न हो रही है यात्रियों को आने की अनुमति नहीं है। केदारनाथ के कपाट खुलते समय पूजापाठ से जुड़े चुंनिंदा लोग मौजूद रहे। धाम में मौसम सर्द है मंदिर के कुछ दूरी पर बर्फ मौजूद है। तथा रास्ते में कहीं- कहीं हिमखंड नजर आ रहे है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने पर प्रसन्नता ब्यक्त की है तथा भी के आरोग्यता की कामना की है। कहा है कि कोरोना महामारी के कारण अस्थाई तौर पर यात्रा स्थगित है सभी लोग वर्चुअली दर्शन करें तथा अपने घरों में पूजा-अर्चना करें।
पर्यटनमंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि कोरोना महामारी समाप्त होगी तथा शीघ्र चारधाम यात्रा शुरू होगी। उल्लेखनीय है कि पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की पहल पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नाम से जनकल्याण की भावना के साथ सभी धामों में प्रथम पूजा संपन्न करवायी जा रही है।

श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर ऋषिकेश के दानीदाता सौरभ कालड़ा ग्रुप द्वारा श्री केदारनाथ मंदिर को 11 क्विंटल फूलों से सजाया गया था। इस अवसर पर रावल भीमाशंकर लिंग, केदार लिंग, मुख्य पुजारी बागेश लिंग, देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी. सिंह, जिलाधिकारी मनुज गोयल,पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिल मनराल बीकेटीसी पूर्व सदस्य शिवसिंह रावत, एसडीएम रवीन्द्र वर्मा,तहसीलदार जयराम बधाड़ी, धर्माधिकारी आचार्य औंकार शुक्ला,मंदिर प्रशासनिकअधिकारी यदुवीर पुष्पवान, प्रबंधक अरविंद शुक्ला एवं प्रदीप सेमवाल, पारेश्वर त्रिवेदी,महावीर तिवारी,मृत्युंजय हीरेमठ, विपिन कुमार आदि मौजूद रहे।

पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया की श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के पश्चात केदारनाथ मास्टर प्लान कार्यों में अधिक गति आयेगी।
कपाट खुलने के दौरान कोरोना बचाव मानकों का पालन किया गया। मास्क, सेनिटाईजर, थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य किया गया। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने कपाट खुलने के लिए एसओपी द्वारा ब्यापक दिशा निर्देश जारी किये हैं। केदारनाथ में जिला प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ तथा स्वास्थ्य विभाग, विद्युत, जल संस्थान की टीम अपना कार्य कर रही हैं।
देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई प्रात:4 बजकर 15 मिनट पर खुल रहे है। आज श्री योगध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर से आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी के साथ श्री उद्धव जी, श्री कुबेर जी तथा तेलकलश (गाडू घड़ा) श्री बदरीनाथ धाम पहुंचेगा।

तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट आज दोपहर में खुल रहे है जबकि चतुर्थ केदार रूद्रनाथ जी के कपाट भी आज खुल रहे हैं। द्वितीय केदार मदमहेश्वर जी के कपाट 24 मई को खुल रहे हैं। जबकि गुरूद्वारा श्री हेमकुंड साहिब एवं श्री लक्ष्मण मंदिर के कपाट खुलने की तिथि अभी निश्चित नहीं है।

•मीडिया प्रकोष्ठ देवस्थानम बोर्ड