Tuesday, May 13, 2025
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चक्रवात ताउते : प्रभावित इलाकों का प्रधानमंत्री ने किया हवाई सर्वेक्षण, 1000 करोड़ रुपये की मदद का ऐलान

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नई दिल्ली/अहमदाबाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात ताउते से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए बुधवार को गुजरात और केंद्र शासित क्षेत्र दीव के प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। प्रभावित इलाकों का मुआयना करने के बाद प्रधानमंत्री अहमदाबाद में एक बैठक भी किया जिसमें मुख्यमंत्री के अलावा उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। पीएमओ ने एक बयान में कहा कि पीएम मोदी ने गुजरात में तत्काल राहत गतिविधियों के लिए 1,000 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की। केंद्र सरकार राज्य में नुकसान का आकलन करने के लिए राज्य में एक अंतर-मंत्रालयी दल भेजेगी। चक्रवात ताउते के कारण मृतकों के परिजनों के लिए 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि पूरे भारत में प्रभावित सभी लोगों को दी जाएगी।

इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात ‘‘ताउते’’ के चलते तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) के एक बजरे पर फंसे कर्मियों को बचाने के लिए चलाए जा रहे अभियान का बुधवार को जायजा लिया। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। नौसेना अधिकारियों के अनुसार बजरे पी 305 पर मौजूद लोगों में से कम से कम 22 की मौत हो चुकी है जबकि 65 लोग अब भी लापता हैं।

पीएम मोदी चक्रवात से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए एक दिवसीय गुजरात दौर पर आज भावनगर पहुंचे जहां मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने उनका स्वागत किया। एक अधिकारी ने बताया कि मोदी हेलीकॉप्टर पर सवार होकर प्रभावित क्षेत्रों के हवाई सर्वेक्षण के लिए निकले। रूपाणी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावनगर पहुंच गए हैं। वह चक्रवात ताउते से प्रभावित अमरेली, गिर सोमनाथ और भावनगर जिलों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे।’’ चक्रवात के कारण गिर सोमनाथ जिले के दीव और उना शहर के बीच सोमवार को जल भराव की स्थिति बन गई थी और इससे संपत्ति को भी खासा नुकसान पहुंचा है। क्षेत्र में पेड़ भी बड़ी संख्या में गिर गए हैं।

मसूरी : प्रख्यात लेखक पद्मश्री रस्किन बांड ने परिवार संग मनाया अपना 87वां जन्मदिन

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देहरादून, पहाड़ों की रानी मसूरी मसूरी में निवास करने वाले अंग्रेजी के प्रख्यात लेखक पद्मश्री रस्किन बांड इस बार कोरोना संकट के चलते अपना जन्मदिन परिवार के साथ ही मनायेंगे, बुधवार को उनका 87वां जन्मदिन है। मालरोड कैंब्रिज बुक डिपो में कोविड कर्फ्यू की वजह से वे इस बार प्रशंसकों से नहीं मिल पाएंगे। वे हर साल बुक डिपो में प्रशंसकों के साथ अपना जन्मदिन मनाते चले आ रहे हैं |

प्रसिद्ध अंग्रेजी लेखक रस्किन बांड का जन्मदिन 19 मई 1934 को हिमाचल प्रदेश के कसौली में हुआ था। उनके पिता का नाम अब्रे बांड और माता का नाम एरिथ क्लार्के था। वे वर्ष 1963 में मसूरी आकर बस गए थे। यहां छावनी क्षेत्र की खूबसूरती उनके मन को भा गई और मसूरी को अपनी कर्मभूमि बना दिया।
रस्किन बांड आज भी बच्चों के लिए कहानियां लिखने का काम करते हैं। रस्किन बांड सौ से अधिक कहानियां, निबंध, उपन्यास साथ ही तीस से अधिक बाल साहित्य सबंधी पुस्तकें लिख चुके हैं। 17 साल की उम्र में रस्किन बांड ने रूम ऑन द रूफ किताब लिखी थी। इस किताब के लिए उनको जाॅन लेवेलिन इयर्स मेमोरियल पुरस्कार मिला था।

रस्किन के उपन्यास, कहानियों पर कई बॉलीवुड फिल्में बन चुकी हैं। जिनमें प्रमुख रुप से सात खून माफ, जुनून, द ब्लू अंब्रेला सहित कई अन्य फिल्म शामिल हैं। उनको भारत सरकार ने 1999 में पद्मश्री, 1992 साहित्य अकादमी पुरुस्कार, 2014 में पद्मभूषण और 2017 में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड मिला है।

उत्तराखण्ड़ : मौसम ने ली करवट, मचाया कहर, कहीं नाला उफान पर, तो कहीं फटा बादल, तीन की हुई मौत

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देहरादून, चक्रवात ताउते ने देश के तटीय इलाकों के साथ ही उत्तराखंड में भी अपना कहर दिखाया है। इस चक्रवात के चलते उत्तराखंड में रेड अलर्ट जारी किया गया है। दो दिन से कभी रूक कर और कभी लगातार पहाड़ों में हो रही बारिश और तेज हवाओं ने इस गर्मी कू मौसम में सर्दी महसूस करा दी, चक्रवात ताउते की वजह हुये मौसम में परिवर्तन से पहाड़ों में कहीं बादल फटने तो कहीं अतिवृष्टि की खबर है, बदरीनाथ हाईवे पर अतिवृष्टि के कारण लामबगड़ नाला उफान पर आ गया है। जिस वजह से यहां एक मालवाहक ट्रक फंस गया। चालक और परिचालक ने भागकर अपनी जान बचाई।बादलों ने उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों के साथ ही मैदानी इलाकों में कहर बरपाया है। बुधवार के बाद गुरुवार तड़के से जारी बारिश ने जीवन अस्त व्यस्त हो गया | देहरादून जिले में बादल फटने की घटना सामने आई है। जिसमें तीन लोगों और कई जानवरों के बहने की सूचना है। तीनों लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के जौनसार बाबर के क्वासी क्षेत्र में बिजनाड खड्ड नामक स्थान पर बादल फटने की घटना में तीन लोग लापता हो गए। इस घटना में कुछ पशुओं के भी बह जाने की सूचना है, राज्य में ताऊते का असर से लगातार दूसरे दिन मौसम खराब, ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी, नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा |

प्राप्त जानकारी के अनुसार तहसील चकराता के क्वासी क्षेत्र के बिजनाड खड्ड में गुरुवार की सुबह लगभग 8:30 बजे बादल फटने से तेज वर्षा हुई। जिससे पानी व मलबे की चपेट में आकर तीन लोग बह गए। कुछ पशु भी गायब बताए जा रहे हैं। क्षेत्र की उप जिलाधिकारी कालसी चकराता संगीता कनौजिया ने बताया कि तहसीलदार चकराता, पुलिस, एनडीआरएफ की टीम, स्वास्थ्य विभाग की टीम एंबुलेंस मौके पर है हैं। जिसमें मुना (32 वर्ष), काजल (13 वर्ष) और साक्षी (13 वर्ष) की मौत हो ई |

दूसरी तरफ बदरीनाथ हाईवे पर अतिवृष्टि के कारण लामबगड़ नाला उफान पर आ गया है। जिस वजह से यहां एक मालवाहक ट्रक फंस गया। चालक और परिचालक ने भागकर अपनी जान बचाई। कुमाऊं मंडल में दो मकान टूटने की खबर है। वहीं लगातार हो रही बारिश की वजह से मैदानी इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है। देहरादून सहित हरिद्वार में जलभराव की समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है, गढ़वाल मंडल की बात करें तो यहां चमोली जिले में बारिश ने ज्यादा तबाही मचाई है। खराब मौसम से ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी, नदियों का जलस्तर बढ़ गया है | गंगोत्री हाईवे भी बुधवार रात से हो रही बारिश के कारण मलबा आने से बंद हो गया है। यहां खनेडा मोटर पुल के पास भूस्खलन होने से मार्ग बंद हो गया है। यहां आसपास के इलाके में मौजूद घरों पर मलबा गिरने का खतरा बना गया है।

गुरुवार को मसूरी के गलोगी धार-देहरादून मार्ग पर पहाड़ी गिरने से मलबा आ गया। लोक निर्माण विभाग ने मौके के लिए जेसीबी भेजी, जिसके बाद मार्ग खोलकर आवाजाही शुरू की गई।
नैनीताल जिले में ज्योलिकोट वीरभट्टी पुल के पास मलबा आने से हाईवे बंद हो गया है। मलबा हटाने के लिये जेसीबी लगाई गई है।

ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर देवप्रयाग से कौडियाला के बीच जगह-जगह बोल्डर आने से यातायात बंद हो गया है। थाना प्रभारी देवप्रयाग महिपाल रावत ने बताया कि राजमार्ग पर बारिश से लगातार पत्थर गिर रहे हैं। मुनिकी रेती और कीर्तिनगर से वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। एम्बुलेंस को जाने दिया जा रहा है। एम्बुलेंस का रास्ता बनाने के लिए पुलिस के जवानों की ड्यूटी लगाई गई है। देहरादून, टिहरी, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, नैनीताल और हरिद्वार जैसे जिलों में भी अगले 24 घंटे बारिश की आशंका है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मैदान से लेकर पहाड़ तक बारिश के साथ ही कई स्थानों पर बिजली गिरने का भी खतरा है। मैदानी क्षेत्रों में 40 से 50 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक समुद्री चक्रवात और पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते मौसम में आए बदलाव की वजह से उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं अत्यंत भारी बारिश की आशंका है।

किसी भी आपदा की स्थिति से त्वरित निपटने हेतु विभागीय अधिकारीयों को देंगे आवश्यक निर्देश

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देहरादून., राज्य के उच्च शिक्षा, सहकारिता, प्रोटोकॉल एवं आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास मंत्री डॉ. धन सिंह रावत दिनांक 21 मई से 23 मई तक गढ़वाल मंडल के विभिन्न जनपदों का दौरा कर विभागीय अधिकारीयों एवं स्थानीय प्रशासन के साथ आपदा प्रबन्धन सम्बन्धी तैयारियों की समीक्षा करेंगे. इस समीक्षा के माध्यम से विभाग की किसी भी आकस्मिक आपदा की स्थिति में उनकी तैयारियों की समीक्षा करते हुए उन्हें किसी भी स्थिति से निपटने हेतु आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी लेंगे.

विभागीय मंत्री डॉ. रावत ने मीडिया को दिए अपने बयां में कहा है कि, उत्तरखण्ड राज्य आपदा की दृष्टि से अत्यन्त संवेदनशील राज्य है. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं को हम रोक नहीं सकते लेकिन आपदा प्रबन्धन की पूर्व और समुचित तैयारी द्वारा इसके प्रभावों को कम किया जा सकता है. आपदा के बेहतर प्रबंधन के द्वारा संभावित जान माल की क्षति को कम किया जा सकता है.

इस हेतु इसकी पूर्व तैयारी आवश्यक है जिसके लिए सरकार पूरी तरह से सजग और प्रयत्नशील है और विभाग को इस दिशा में और सशक्त तथा संसाधन युक्त बनाया जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि आपदा प्रबंधन हेतु पूर्व सूचना प्रणाली को मजबूत करते हुए जनसहभागी बनाने की आवश्यकता है, इस हेतु प्रत्येक जनपद में सामुदायिक रेडियो की स्थापना सहित अनेक प्रयास किये जा रहे हैं. अपने दौरे के दौरान विभागीय मंत्री आपदा प्रभावित उर्गम घाटी, आपदाग्रस्त क्षेत्र रेणीगाँव एवं आपदाग्रस्त क्षेत्र तपोवन का भी निरीक्षण कर आवश्यक सुविधाओं की स्थिति का परीक्षण करेंगे.

अब 21 मई को 7 से 12 बजे तक खुलेंगी दुकानें.. शासन ने जारी किया यह आदेश..

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देहरादून। कोविड कर्फ्यू को लेकर शासन ने बड़े बदलाव का निर्णय लिया है। शासन ने 21 मई को खुलने वाली राशन की दुकानों, किराने के सामान की दुकाने जनरल स्टोर को खोलने के समय में किया है संशोधन। अब सुबह 7:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक खुली रहेंगी दुकाने पहले 10:00 बजे तक ही खुले रहने का था फैसला।

देहरादून : मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की ओटीएस (एक बार समाधान) स्कीम को लेकर आर्किटेक्ट जता रहे नाराजगी

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देहरादून: कोविड कर्फ्यू के दौरान एमडीडीए प्रशासन ने 18 मई से वन टाइम सेटेलमेंट (ओटीएस) स्कीम लागू कर दी है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि कोविड कर्फ्यू के दौरान घरों में रहने को मजबूर लोग कैसे इस स्कीम का लाभ उठा सकेंगे, एमडीडीए की ओटीएस स्कीम के तहत ऐसे आवासीय और व्यावसायिक भवन की नए सिरे से कंपाउंडिंग की जाती है, जो बिना मानचित्र स्वीकृति के बनाए गए हैं, लेकिन कोविड कर्फ्यू के दौरान इस स्कीम का विरोध शुरू हो गया है, शहर के तमाम आर्किटेक्ट इस स्कीम के समय को लेकर नाराजगी जता रहे हैं |

प्राधिकरण की इस ओटीएस (एक बार समाधान) योजना को लेकर समाजसेवी और पेशे से इंजीनियर सुनील दत्त घिल्ड़ियाल कहते हैं कि वे और शहर के अन्य आर्किटेक्ट इस स्कीम के खिलाफ नहीं है, लेकिन कोविड कर्फ्यू के दौर में इस स्कीम को शुरू करना पूरी तरह से नाइंसाफी है, एमडीडीए की ओर से प्राप्त आदेश के तहत यह स्कीम 17 नवंबर 2021 तक प्रभावी है, ऐसे में इस दौर में जब लोग अपने घरों में कैद हैं और कोर्ट का काम बंद हैं तो लोग कंपाउंडिंग के लिए जरूरी दस्तावेज कैसे पूरे कर पाएंगे ?

ओटीएस स्कीम लागू किए जाने के संबंध में एमडीडीए सचिव ने साफ किया कि ओटीएस स्कीम लागू किए जाने को लेकर जो आदेश लोगों के बीच है वह सही नहीं है, फिलहाल एमडीडीए की ओर से ओटीएस स्कीम को लागू करने को लेकर कोई तिथि निर्धारित नहीं की गई है. अगले कुछ दिनों में इस स्कीम को शुरू करने की योजना है | उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस स्कीम का लाभ ले सकें, इसके लिए प्राधिकरण की ओर से कैंप भी लगाए जाएंगे. लोग ऑनलाइन भी प्राधिकरण की वेबसाइट mddaonline.in पर जाकर इस स्कीम का लाभ ले सकेंगे |

उत्तराखंड (कोरोना संकट) : मिशन हौसला, एसडीआरएफ ने 20 गांवों को लिया गोद, प्रत्येक गांव में दो सिपाही रहेंगे तैनात

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देहरादून, उत्तराखण्ड़ में कोरोना के बढ़ते मामले के बीच अब मिशन हौसला के तहत राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) ने सक्रिय हो गया, एनडीआरएफ ने प्रदेश के 20 गांवों को गोद लिया है। इसके तहत इन गांवों में कोविड से सुरक्षा के कामों को अंजाम दिया जाएगा। प्रत्येक गांव में दो सिपाही तैनात किए जाएंगे। इन जवानों के पास दवाओं से लेकर ऑक्सीजन आदि मौजूद रहेगी।

डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि शुरूआती चरण में गढ़वाल के 14 और कुमाऊं के छह गांवों को गोद लिया गया है। इन्हें एसडीआरएफ का सुरक्षा कवच दिया जा रहा है।

इस अभियान की शुरूआत डीआईजी अग्रवाल व सेनानायक आईपीएस नवनीत भुल्लर ने वर्चुअल रूप से हरी झंडी दिखाकर की। इस अभियान में पर्वतीय जनपदों के वह गांव हैं जो जनसंख्या और क्षेत्रफल के साथ ही कोविड से अधिक प्रभावित हैं |

चौखुटिया डाक बंगले के पुराने भवन में दस बैंड के कोविड केयर सेंटर खोलने की तैयारी अंतिम चरण में हैl केयर सेंटर को सेना गोद लेगी l सेंटर के लिए ऑक्सीजन सहित सभी जरूरी सामान, उपकरण आदि सेना की डोगरा रेजीमेंट उपलब्ध कराएगी l

इसकी जानकारी एसडीएम गौरव पांडे के हवाले से देते सीएचसी के प्रभारी चिकित्साधकारी डाक्टर अमित रतन ने बताया कि कोविड केयर सेंटर में चिकित्सक व अन्य स्टाफ सीएचसी चौखुटिया का ही रहेगा l कोविड केयर सेंटर खुलने से चौखुटिया तहसील क्षेत्र के अलावा इससे लगे गढ़वाल के कुनीगाड, खंशर घाटी आदि क्षेत्रों के दर्जनों ग्राम वासियों को भी इसका लाभ मिलेगा l इसके तहत प्रत्येक गांव में दो जवान नियुक्त किए जाएंगे। यह ग्रामीणों को कोविड से जागरूकता के साथ ही मास्क भी देंगे। इसके अलावा सैनिटाइजेशन करेंगे और लोगों को सैनिटाइजर भी वितरित करेंगे। प्रतिदिन गांव की रिपोर्ट कंट्रोल रूम को प्रेषित की जाएगी।

जवानों के पास आवश्यकता होने पर ऑक्सीजन सिलिंडर भी फ्लोमीटर के साथ होगा। कोविड से आइसोलेट हुए ग्रामीणों को घर के बाहर न आने की हिदायत भी दी जाएगी। जवान प्रतिदिन लोगों को योग और प्राणायाम भी कराएंगे। एसडीआरएफ की टीम के पास मेडिसिन किट भी उपलब्ध है, जो जरूरत के हिसाब से दी जाएगी।

गांवों के नाम:

पिथौरागढ़- खोलिया और दौला गांव।
बागेश्वर- ऐठान
अल्मोड़ा- बलटा और माठ गांव।
चंपावत- ज्ञानखेड़ा
रुद्रप्रयाग- रामुपर, कलना।
पौड़ी- गोदी दुगड्डा, सिरौ, स्वीत और डूगरी पंथ।
टिहरी- कुट्ठा।
उत्तरकाशी- गणेशपुर, नेताला, क्यार्का, नगाण।
चमोली- रामणा, बोला, सीगधार और खडे़धार।

प्रतिदिन कर रहे पांच हजार को कॉल

वर्तमान में एसडीआरएफ हर दिन पांच हजार आइसोलेट हुए और संक्रमित हुए लोगों की जानकारी लेती है। इसके बाद इन्हें कंट्रोल रूम से भी लोगों को फोन किया जाता है। विशेषज्ञ प्रश्नोत्तरी के बाद घर जाकर मरीजों को चाही गई मदद पहुंचाते हैं।

उत्तराखंड पुलिस द्वारा प्रतिदिन ही लगभग पांच हजार से अधिक कॉल आइसोलेट हुए व्यक्तियों को किए जा रहे हैं। इसके अलावा एक टीम हाई रिस्क और लो रिस्क आइसोलेट हुए व्यक्तियों की पहचान कर रही है। साथ ही साथ लावारिस शवों का दाह संस्कार भी एसडीआरएफ ही कर रही है।

कोरोना संकट : कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से मुख्यमंत्री राहत कोष में दिये 25 करोड़

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देहरादून, वन एवं पर्यावरण मंत्री डा. हरक सिंह रावत जी ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से कोरोना से जंग लड़ने के लिए 25 करोड़ की धनराशि का योगदान मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया है। इस धनराशि का चेक उन्होंने आज मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत को सचिवालय स्थित कार्यालय में भेंट किया। मुख्यमंत्री जी ने इस सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव वन श्री आनंद वर्धन, सदस्य सचिव प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड श्री एसपी सुबुद्धि भी उपस्थित थे।

इसके बाद मीडिया सेन्टर में आयोजित पत्रकार वार्ता में वन एवं पर्यावरण मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने प्रदेश के सभी व्यक्तियों, संस्थाओं व संगठनों से आग्रह किया है कि वैश्विक महामारी की वजह से पैदा हुए इस संकट में अपना यथासंभव आर्थिक योगदान मुख्यमंत्री राहत कोष में दें ताकि सरकार इससे पर्याप्त संसाधन जुटाकर मजबूती के साथ कोरोना से लड़ाई लड़ सके। उन्होंने कहा कि पिछले साल भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 50 करोड़ की राशि कोरोना काल में मुख्यमंत्री राहत कोष में प्रदान की थी।

उन्होंने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड हर साल पर्यावरण शुल्क लेता है। इससे हुई आमदनी से बोर्ड हमेशा सामुदायिक जिम्मेदारियों को भी बखूबी निर्वहन करता है। बोर्ड का कार्मिकों के वेतन आदि समेत का खर्च 20 करोड़ रुपया है। इस व्यय के बाद शेष बची राशि का उपयोग जनहित में भी किया जाता है। इसी मद से आज मुख्यमंत्री राहत कोष में बोर्ड से 25 करोड़ की राशि का सहयोग प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के पास सीमित संसाधन हैं और कोरोना के खिलाफ लड़ाई लम्बी चल सकती है।

वैज्ञानिकों का अनुमान है कि दूसरी लहर के बाद कोरोना की तीसरी लहर भी आ सकती है। ऐसे में सरकार को दूसरी लहर से निपटने के साथ ही तीसरी लहर के लिए भी तैयार रहना है। एकजुट होकर और सामूहिक सहभागिता से ही यह लड़ाई जीती जा सकती है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को एक साल से अधिक का समय हो गया है। हमें खुद को संभालने के साथ ही इस लड़ाई को जीतने में यथासंभव योगदान देना होगा। पर्याप्त धनराशि होने पर ही सरकार और अधिक संसाधन जुटा सकती है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में राज्य सरकार पूरे प्रदेश खासतैार पर पहाड़ी जिलों में ऑक्सीजन प्लांट लगा रही है। हर चिकित्सालय में ऑक्सीजन सिलेण्डर और कंसंट्रेटर मुहैया करवा रही है। आवश्यक चिकित्सकीय उपकरणों व दवाओं की खरीद बड़े पैमाने पर की जा रही है।

उत्तराखंड़ : पूर्व शिक्षा मंत्री नरेंद्र सिंह भंडारी का निधन, नहीं रहे लोक कलाकार रामरतन काला

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देहरादून, उत्तराखंड के पूर्व शिक्षा मंत्री व कांग्रेस के दिग्गज नेता नरेंद्र सिंह भंडारी का बुधवार बीती रात निधन हो गया। उन्होंने कोटद्वार के बलभद्रपुर स्थित अपने आवास में अंतिम सांस ली।नरेंद्र सिंह भंडारी ने वर्ष 2002 से 2007 तक नारायण दत्त तिवारी सरकार में बतौर शिक्षा मंत्री सेवा दी थी। पौड़ी से विधायक भी रहे।
नरेंद्र सिंह भंडारी ने कांग्रेस अनुशासन समिति के अध्यक्ष भी रहे। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री नरेंद्र सिंह भंडारी के निधन पर दिवंगत की आत्मा की शांति व शोक संतप्त स्वजन को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है |

लोक कलाकार रामरतन काला का निधन

लोक कलाकार और गढ़वाली गीतों का सदाबहार गायक रामरतन काला अब इस दुनिया को अलविदा कह गया है। बीते कुछ सालों से लकवे के चलते उन्हें रंगमंच से दूर होना पड़ा था,
स्व. रामरतन काला ने लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी के वीडियो गीतों में भी यादगार अभिनय किया। जिसमें ‘नया जमना का छौरों कन उठि बौल रौक एण्ड रोल, तेरो मछोई गाड़ बोगिगे ले खाले अब खा माछा, समद्युला का द्वी दिन समलौणा ह्वै गीनि’ आदि सैकड़ों गीतों में काला ने बेहतरीन अदाकारी की थी।

नैनीताल : हाईकोर्ट का एसएसपी दून को निर्देश, 24 घंटे के भीतर याचिकाकर्ता को मुहैया कराएं सुरक्षा

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देहरादून, नैनीताल हाईकोर्ट में दून निवासी रीता सूरी ने याचिका दायर कर कहा था कि बीते 14 मई को पुलिस ने बिना किसी आदेश के उनकी सुरक्षा हटा दी।
नैनीताल हाईकोर्ट में याचिकाकर्ता की सुरक्षा बिना किसी आदेश के हटाने के मामले में दायर याचिका पर सुनवाई की, जिसके बाद एसएसपी देहरादून को याचिकाकर्ता व उसके भाई को 24 घंटे के भीतर सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं,
मुख्य न्यायाधीश आरएस चौहान एवं न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ के समक्ष मामले की सुनवाई हुई।

याचिका में कहा गया कि 15 मई को इसकी शिकायत मुख्यमंत्री, डीजीपी, एसएसपी व जिलाधिकारी देहरादून से की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। याचिका में कहा कि सुरक्षा हटाने से उनकी व उनके भाई राज सूरी की जान का खतरा और अधिक बढ़ गया है क्योंकि उन्होंने दौलत राम ट्रस्ट की 700 बीघा भूमि घोटाला केस उजागर किया था। मामले की एसआईटी जांच कर रही है वह इस भूमि को सरकार के खाते में समायोजित कराना चाहती है। इसे देखते हुए इस बीच भूमाफिया व प्रशासन के कुछ लोग सक्रिय हो गए हैं और साजिशन उनकी सुरक्षा हटा दी गई। क्योंकि इसमें कई सरकारी अधिकारी व भूमाफिया फंस रहे हैं। पूर्व में भी याचिकाकर्ता की ओर से कोर्ट को अवगत कराया गया था कि उनको जो पुलिस सुरक्षा दी गई है उसमें पुलिस की ओर से लापरवाही की जा रही है। याचिका में कहा कि अब उनकी सुरक्षा बिना हाईकोर्ट के आदेश के हटा दी गई है।

याचिका में कहा कि उनके भाई अधिवक्ता राजेश सूरी की हत्या 30 नवंबर 2014 को उस वक्त हुई थी जब वह नैनीताल हाईकोर्ट से घोटालो से संबंधित केसों की पैरवी करके ट्रेन से देहरादून वापस आ रहे थे। तब उनको ट्रेन मे ही जहर देकर मार दिया गया था और राजेश की सभी महत्वपूर्ण फाइलें ट्रेन से ही गायब हो गईं थीं। राजेश की बहन रीता सूरी का कहना था कि देहरादून के कई भ्रष्टाचार के मामले उसके भाई राजेश ने उजागर किए थे।

जिसमे से एक बलवीर रोड पर जज क्वार्टर घोटाला था जिसमें भगीरथ कॉलोनी बनी है, उसके फर्जी कागजात बनाकर बेच दिया गया था। जिस पर 2003 में तत्कालीन जिलाधिकारी राधा रतूड़ी ने संपत्ति को फर्जी पाते हुए कुर्क करने के आदेश देने के साथ ही किसी भी तरह के निर्माण पर रोक लगा दी थी।