Tuesday, June 17, 2025
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भीमताल (ओखलकांडा) : दूरस्थ क्षेत्र ढोलीगांव में श्रद्धा सोसायटी ने बांटी खाद्य सामग्री

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कोरोना संकट में लगातार श्रद्धा सोसायटी संस्था जरूरतमंदों की कर रहीं है मदद

(चंदन सिंह बिष्ट)

भीमताल/ ओखलकांडा,
श्रद्धा सोसाइटी समाजसेवी कई महीने से लगातार गरीब बस्तियों व भीमताल भवाली ओखलकांडा के दूरस्थ क्षेत्र ढोलीगांव में भोजन के पैकेट, राशन के साथ ही दैनिक उपयोग की वस्तुएं गरीब व कोरोना से पीड़ित लोगों को राशन की किट वितरित कर रहे हैं। श्रद्धा सोसायटी भीमताल ने ढोलीगांव 10, पजैना 15,कांडा 2, लोहाघाट40 व रीठा साहिब 25 में जरूरतमंद परिवारों को खाद्य सामग्री और रीठा साहिब और लोहाघाट की 12 आशा कार्यकर्ताओं को पीपी किट रीयूस इंफ्रारेड थर्मामीटर ऑक्सीमीटर एन 95मास्क ग्लवस हेड केप्ट फेस शिल्ड आशा कार्यकर्ताओं को वितरित किए गये ।

भीमताल ओखलकांडा में समाजसेवी डॉ आशीष बिष्ट के नेतृत्व में लोगों ने श्रद्धा सोसाइटी का लोहाघाट रीठा साहिब ढोलीगांव के ग्रामीणों ने जताया आभार।

श्रद्धा सोसायटी में जज्बा ऐसा कि अपने परिवार से अधिक फिक्र उन गरीब बेसहारा कोरोना ग्रस्त लोगों घर घर जाकर खाद्य सामग्री व दवाइयां बांट रहे हैं । बेसहारा लोगों के बीच कभी भोजन के पैकेट तो कभी दवाइयां बांटने का सिलसिला लॉकडाउन की शुरूआत से शुरू हुआ जो तृतीय चरण में दाखिल हो गया । जरूरतमंद परिवारों ने श्रद्धा सोसाइटी का आभार जताया । और श्रद्धा सोसायटी टीम में डॉ आशीष बिष्ट , डॉ मुकेश लाल शाह , डॉक्टर तीरथ कांबोज विपिन विश्वकर्मा , रोहित चतुर्वेदी ( पार्षद मेहरागांव भीमताल)नीरज रैकुनी ,हर्षिता रैखोला ,पवन सिंह रैखोला मौजूद रहे ।

देहरादून : कुंभ ड्यूटी से लौटने के बाद एसएसपी ने सीओ के कार्यक्षेत्र किया बदलाव

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देहरादून, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ. योगेंद्र सिंह ने कुंभ ड्यूटी से लौटने के बाद मंगलवार को कुछ सीओ के कार्यक्षेत्र में बदलाव किया है। सीओ सर्किल प्रेमनगर दीपक कुमार को थाना प्रेमनगर, सेलाकुई, सीओ कार्यालय, प्रधान लिपिक शाखा, सम्मन हाईकोर्ट सेल, पीसीसी, आरटीआइ, एसआइएस, एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स, होमी साइड सेल व अज्ञात शव शिनाख्त की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

इसके अलावा मसूरी के सीओ नरेंद्र पंत को थाना मसूरी, कैंट कोतवाली, साइबर सेल, वेब सेल, शिकायत जांच प्रकोष्ठ, विशेष जांच प्रकोष्ठ, सीआइयू, विसेल ब्लोअर, एसओजी और सीओ सदर अनुज कुमार को पटेल नगर कोतवाली, थाना क्लेमेंटाउन, सीएम हेल्पलाइन, सीसीटीएनएस और श्रमिक प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी दी गई है। सीओ विकासनगर वीरेंद्र दत्त उनियाल को थाना विकासनगर के अलावा सहसपुर, कालसी, चकराता, त्यूणी और प्रमोद कुमार घिल्डियाल को क्षेत्राधिकारी यातायात और डोईवाला का क्षेत्र आवंटित किया गया है, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कुछ पुलिस उपाधीक्षकों को स्थानान्तरित किया है। पूर्णिमा गर्ग को हरिद्वार से एसटीएफ और साइबर क्राइम कुमाऊं परिक्षेत्र, विनोद कुमार थापा को आइआरबी द्वितीय से पिथौरागढ़ और राकेश रावत निरीक्षक सीआइडी देहरादून को पुलिस उपाधीक्षक पदोन्नत करते हुए हरिद्वार भेजा गया है।

यूपी-बिहार के यात्रियों के लिए खुशखबरी, 5 जून से पटरियों पर दौड़ेंगी ये 24 ट्रेनें, देखें लिस्ट

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हाजीपुर: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप और यात्रियों की घटती संख्या के कारण रद्द कर दी गईं कई पैसेंजर ट्रेनों को रेलवे फिर से शुरू कर रही है। इसी क्रम में पूर्व मध्य रेलवे की ओर से बताया गया है कि यूपी और बिहार में चलने वाली 12 जोड़ी ट्रेनों को फिर से शुरू किया जा रहा है। इन ट्रेनों के चलने से उत्तर प्रदेश और बिहार के हजारों यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, ये ट्रेनें 5 जून से पटरियों पर दौड़ने लगेंगी।

यूपी-बिहार के यात्रियों को होगा लाभ

रेलवे ने जानकारी दी कि फिलहाल 24 पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन फिर से शुरू किया जा रहा है। इसके मुताबिक, सभी ट्रेनों का ठहराव, समय और मार्ग पहले की तरह रहेगा और इसमें किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। इन पैसेंजर ट्रेनों के शुरू होने से उत्तर प्रदेश के बलिया, गाजीपुर और चंदौली के हजारों यात्रियों को राहत मिलेगी। इसके साथ ही बिहार के दरभंगा, सहरसा, राजगीर, गया, वैशाली, सोनपुर, कटिहार, समस्तीपुर आदि जिलों के यात्रियों को भी ट्रेनों के परिचालन से लाभ होगा।

 

 

तीन दिनों की मसक्कत के बाद छोटे वाहनों के लिये खुला राष्ट्रीय राजमार्ग

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(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- तीन दिन पूर्व भारी वारिस के चलते नरकोटा व खांकरा के बीच बंद हुये राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 58 को आज यातायात हेतु खोल दिया गया है। अभी राष्ट्रीय राजमार्ग पर छोटे वाहन की ही आवाजाही हो सकती है। तीन दिनों की मसक्कत के बाद एन. एच. को राष्ट्रीय राजमार्ग को छोटे वाहनों के लिये खोलने में सफलता मिली। सीमांत जनपद रुद्रप्रयाग व चमोली के लिये फिलहाल राहत मिली है छोटे वाहनों से लोग आवाजाही कर सकते है।

विगत तीन दिन पहले जनपद में आई भीषण वारिस के चलते श्रषिकेश- बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग स्थान सम्राट होटल के समीप 30 मई को भारी मलबा आने के कारण अवरुद्ध हो गया था l लगभग 50 मी. सड़क भारी बोल्डर व मलबा आने से छतिग्रस्त हो गई थी। जिसे खोलने में एन. एच. को तीन बाद सफलता मिली। यातायात की असुविधा को देखते हुये जिला प्रशासन ने देहरादून- श्रषिकेश से आने व जाने वाले यात्रियों को मार्ग खुलने तक बैकल्पिक मार्ग के रुप मे रुद्रप्रयाग- सौंराखाल कीर्ति नगर व रुद्रप्रयाग-घनशाली- टिहरी होकर जाने को कहा गया था।

” भारी वारिस के चलते विगत तीन दिन से बंद राष्ट्रीय राजमार्ग 58 को छोटे वाहनों हेतु खोल दिया गया है । राष्ट्रीय राजमार्ग के खुलने से तीन दिन बाद सीमांत जनपद रुद्रप्रयाग के बचणस्यूं छैत्र सहित जनपद रुद्रप्रयाग व चमोली के लिये छोटे वाहनो से यातायात वहाल हो गया है”।

बता दें कि राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होनै से जनपद के बचणस्यूं छैत्र का संपर्क भी विगत तीन दिनों से जनपद मुख्यालय से कटा हुआ था। आपदा परिचालन केन्द्र रुद्रप्रयाग के अनुसार आज लगभग 4:20 बजे राष्ट्रीय राजमार्ग छोटे वाहनों हेतु खोल दिया गया जिससे लोगों को राहत मिली है।

इकोग्रुप देहरादून द्वारा पर्यावरण माह का शुभारंभ

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देहरादून, इकोग्रुप देहरादून ने 5 जून, विश्व पर्यावरण दिवस को मद्देनजर रखते हुए, जून माह को पर्यावरण माह बनाने की योजना बनाई है। इसके अंतर्गत पूरे माह पर्यावरण से जुड़े जरूरी और गंभीर मुद्दों पर कई ऑनलाइन चर्चा की जाएंगी जिसमें पर्यावरण से जुड़े विशेषज्ञों के साथ संवाद कर उतराखंड की जनता को जरूरी जानकारी साझा की जाएगी।भारत ने ''विश्व पर्यावरण दिवस'' को संगीत से सजाया, जानें इससे जुड़े सभी  रोचक तथ्य | Hari Bhoomi

इसी कड़ी में आज एक ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें देहरादून के पर्यावरणविद श्री भारत शर्मा द्वारा प्लास्टिक वेस्ट से कई बेहद उपयोगी घर में काम आने वाली वस्तुओं को सहजता से समझाया गया। यह वस्तुएं कोरोना लॉकडाउन में बच्चों द्वारा घर में ही बनाई जा सकती हैं। इस चर्चा का संचालन श्रीमती लक्ष्मी मिश्रा जी , एक पर्यावरण प्रेमी , सदस्य इको ग्रुप व अभिव्यक्ति, द्वारा सफलता पूर्वक किया गया। ऑनलाइन सेशन का तकनीकी संचालन  अमित भार्गव ,जो एनआईटी, त्रिची के तृतीय वर्ष के छात्र है द्वारा किया गया।

इसके साथ ही इकोग्रुप एक प्लास्टिक वेस्ट से उपयोगी एवम अभिनव वस्तुएं बनाने संबंधित ऑनलाइन प्रतियोगिता भी आयोजित कर रहा है जिसमें अलग अलग आयु वर्गों को आमंत्रित कर प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।

पिथौरागढ़ : खुशी के क्षण, सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट पर उत्तराखण्ड़ के लाल मनीष ने फहराया तिरंगा

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पिथौरागढ़, कोरोना की वैश्विक महामारी के बीच राज्य के लिये खुशी की खबर है, जनपद पिथौरागढ़ के युवा पर्वतारोही 26 वर्षीय मनीष कसनियाल ने विश्व की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया है। उनकी इस उपलब्धि पर पूरे राज्य में हर्ष की लहर है, मनीष ने अपनी महिला साथी सिक्किम की मनीता प्रधान के साथ विषम परिस्थिति में ये उपलब्धि हासिल की। कासनी निवासी मनीष ने मंगलवार सुबह पांच बजे समुद्र तल से 8848 मीटर की ऊंचाई पर स्थित विश्व की सबसे ऊंची चोटी को फतह कर लिया है। मनीष सोमवार रात दस बजे बेस कैंप चार से एवरेस्ट फतह के लिए साथी पर्वतारोही मनीता, टुक्टे और कमी शेरपाओं के साथ निकले। उनके एवरेस्ट फतह करने की सूचना के बाद उनके गृह क्षेत्र में खुशी की लहर है।

मंगलवार सुबह पांच बजे उन्होंने एवरेस्ट पर तिरंगा फहराकर इतिहास के स्वर्णिम अक्षरों में अपना नाम लिख दिया। वह मंगलवार देर रात तक बेस कैंप टू और बुधवार को बेस कैंप में पहुंचे। इस अभियान के लिए मनीष 28 मार्च को दिल्ली से नेपाल को निकले थे। छह अप्रैल से उन्होंने अभियान के लिए कड़ा प्रशिक्षण लिया। इस अभियान दल को केंद्रीय युवा कल्याण मंत्री किरन रिजिजू ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। एवरेस्ट विजेता मनीष कसनियाल सोशल मीडिया पर भी अपने अभियान की जानकारी लगातार देते रहे।

14 अप्रैल से आठ मई तक अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट करते रहे। आठ मई की पोस्ट में वे एवरेस्ट के आधे रास्ते पर थे। उन्होंने विधायक चंद्रा पंत, हंस फाउंडेशन और परिजनों समेत साथी बासू पांडे, जया, पूनम खत्री, राकेश देवलाल, मनीष डिमरी आदि लोगों का आभार जताया, जिन्होंने उन्हें इस अभियान के लिए उन्हें प्रेरित कर मदद की। एवरेस्ट मेसिफ अभियान के लिए वर्ष 2019 में देशभर से 110 युवा पर्वतारोहियों का चयन किया गया। मनीष ने कड़ी मेहनत के बाद अंतिम 12 की टीम में एवरेस्ट फतह करने के लिए जगह बनाई। इस अभियान के तहत 12 सदस्य चार समूहों में 8848 मीटर ऊंचे एवरेस्ट, 8516 मीटर ऊंचे ल्होत्से, 7864 मीटर ऊंचे पुमौरी, 7161 मीटर ऊंचे नुपसे पर्वत को एक साथ फतह करने निकले थे, त्रिशूल, गंगोत्री तृतीय, बलजोरी, लामचीर, बीसी रॉय आदि एक दर्जन से अधिक पर्वत मालाएं वर्ष 2017, 18, 19 में फतह हुईं हैं। वर्ष 2018 में मनीष और ब्रिटिश पर्वतारोही जॉन जेम्स कुक ने 5782 मीटर ऊंची मुनस्यारी की चोटी नंदा लपाक को पश्चिमी छोर से फतह किया था। इस अभियान में उन्हें एक सप्ताह लगा था। वह गढ़वाल में त्रिशूल और लद्दाख में स्टोक कांगड़ी तक गए। इसके लिए मनीष को दो बार राज्यपाल पुरस्कार और राज्य स्वच्छता गौरव सम्मान भी मिल चुका है। मनीष की पहल पर ही आइस संस्था ने भुरमुनी में पहली बार वॉटर फॉल रैपलिंग की शुरुआत की थी। मनीष बिर्थी में लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड के लिए हुई आइस संस्था की वॉटरफॉल रैपलिंग में भी शामिल रहे हैं।

मनीष के एवरेस्ट फतह करने की सूचना मिलते ही परिवार के लोगों में खुशी का माहौल है। पिता पूर्व प्रधान सुरेश चंद्र कसनियाल, मां ममता, दादा ईश्वरी दत्त कसनियाल, दादी बसंती देवी, बहन हिना, चाचा विद्या सागर, चाची हंसा देवी, भाई राहुल में खुशी की लहर है। पिता ने बताया उन्हें नेपाल से बेटे के एवरेस्ट पर सफल आरोहण की सूचना मिली। मनीष का बचपन से साहसिक खेलों से जुड़ाव रहा है। एवरेस्ट फतह करने पर गर्व महसूस हो रहा है।
मनीष ने पर्वतारोही आइस संस्था के बासू पांडेय और जया पांडेय से पर्वतारोहण की बारीकियां सीखीं हैं। बचपन से ही मनीष को साहसिक खेलों में रुचि थी। मनीष को साहसिक खेलों में लाने वाले उनके पर्वतारोही गुरु बासू देव पांडेय और जया पांडेय हैं। वर्ष 2008 में आइस संस्था से जुड़े। इसके बाद उन्होंने साहसिक खेलों में अपनी हुनर निखारा। प्रशिक्षक बासू देव ने बताया कि इस बार एवरेस्ट फतह करना चुनौतीपूर्ण रहा।

असम : कोविड केयर सेेंटर में डाक्टर के कपड़े उतार की पिटाई, घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल, सीएम ने दिए कार्रवाई के आदेश

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गुवाहटी, कोरोना वायरस से गंभीर रूप से संक्रमित मरीज की उडाली कोविड देखभाल केन्द्र में मौत हो गई थी। मरीज की मौत के तुरंत बाद, उसके रिश्तेदार और उसके परिचित लोगों का समूह वहां पहुंचा और चिकित्सक को मारने लगा।

असम में डॉक्टर पर भीड़ के हमले का वीडियो वायरल होने के बाद हेमंत सरकार एक्शन में है। ट्वीटर पर जब ये वीडियो एक यूजर के जरिये शेयर किया गया तो सीएम हेमंत विश्व शर्मा एक्शन में आ गए। उन्होंने ट्वीटर पर लिखा कि फ्रंट लाइन वर्कर पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सीएम ने तुरंत इस मामले में असम पुलिस और डीजीपी को दोषियों पर कार्रवाई करने के लिए कहा। जिसके बाद 24 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मुख्यमंत्री ने कहा है कि जल्द ही इन आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की जाएगी और वो खुद इस मामले की जांच की निगरानी करेंगे।

क्या है पूरा मामला

दरअसल, कोरोना वायरस से गंभीर रूप से संक्रमित मरीज की उडाली कोविड देखभाल केन्द्र में मौत हो गई थी। मरीज की मौत के तुरंत बाद, उसके रिश्तेदार और उसके परिचित लोगों का समूह वहां पहुंचा और चिकित्सक को मारने लगा। समूह अस्पताल के भीतर घुस कर डॉक्टर के कपड़े उतार कर उन्हें घसीट-घसीट कर पीट रहा था। लात-घूसों से डॉक्टर की पिटाई की गई थी। उनमें से एक अपने हाथ में बर्तन लेकर ताबड़तोड़ वार कर रहा था। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर तीन लोगों को गिरफ्तार किया। होजई के पुलिस अधीक्षक बरुन पुरकायस्थ ने बताया कि मामले की जांच जारी है।’’ इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें महिलाओं सहित कुछ लोग एक चिकित्सक को मारते नजर आ रहे हैं।

इस घटना के मामले में अब तक 24 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें मोहम्मद कमरुद्दीन, मोहम्मद जैनलुद्दीन, रेहनुद्दीन, सईदुल आलम, रहीमुद्दीन, राजुल इस्लाम, तैयबर रहमान और साहिल इस्लाम शामिल हैं।

CM खुद कर रहे मामले की निगरानी

मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि वो व्यक्तिगत रूप से इस घटना के संबंध में हो रही कार्रवाई की निगरानी कर रहे हैं और वादा करते हैं कि न्याय होगा। पीड़ित डॉक्टर ने बताया कि बदमाशों की भीड़ के कारण मेडिकल कर्मचारियों को अस्पताल में ताला लगा कर भागना पड़ा। अस्पताल की खिड़कियों सहित सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाया गया।

IMA ने गृह मंत्री को लिखा पत्र

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिख कर मेडिकल कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह करते हुए कहा कि पूरे देश में इस तरह की घटनाएँ सामने आ रही हैं, इसीलिए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए(साभार प्रभासाक्षी)।

खादी एंव ग्रामोद्योग मंत्री गणेश जोशी पहुंचे बोर्ड मुख्यालय, समीक्षा बैठक कर जाना बोर्ड का हाल

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बोर्ड चेयरमैन के तौर पर 2015 के बाद पहली बार विभागीय मंत्री के मुख्यालय पहुंचने पर कार्मिकों में उत्साह।
बोर्ड द्वारा 2017 से अभी तक 11684 रोजगार श्रृजित किए

देहरादून, खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गणेश जोशी अपने विभागों में सरकारी कामकाज को पटरी पर लाने और पूरी गति के साथ रिजल्ट ओरिएंटेड काम करने के लिए फ्रंटफुट पर आकर मोर्चा संभाल लिया है। बुधवार को काबीना मंत्री देहरादून के थानो रोड पर भोपालपानी स्थित खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के कार्यालय पहुंचे और बोर्ड की गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। साथ ही सभी कार्मिकों के साथ फेस-टू-फेस बैठक की। कोविड की दूसरी लहर के कमजोर पड़ने से देहरादून जनपद के कोविड उपचार व्यवस्थाओं के प्रभारी मंत्री को कोविड कार्यों से थोड़ी फुर्सत मिलते ही वह विभागों के लिए तय की गई प्राथमिकताओं के अनुसार काम पर लग गए हैं।

खादी ग्रामोद्योग बोर्ड में नवनियुक्त मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुरेश चन्द्र जोशी ने बताया कि बोर्ड के मंत्री के आज के दौरे से कार्मिकों में नया उत्साह आया है। क्योंकि 2015 के बाद से आज पहली बार ऐसा हुआ है कि विभागीय मंत्री जो कि बोर्ड के चेयरमैन भी हैं, हमारे मुख्यालय पधारे हैं। उन्होंने विभाग की गतिविधियों के बारे में चेयरमैन को अवगत कराया कि बोर्ड में 248 पदों के सापेक्ष मात्र 122 नियमित एवं 21 आउटसोर्स के कर्मचारी कार्यरत हैं। कालाढूंगी एवं पौड़ी में स्थापित प्रशिक्षण केन्द्रों को पुर्नजीवित करने के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है। बोर्ड द्वारा 2017 से इस वर्ष तक 11684 रोजगार श्रृजित किए हैं।

मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बोर्ड को पुनर्जिवित करने के लिए हमें एकदम नई ऊर्जा के साथ अपना योगदान करना होगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया किअतिशीघ्र एक कार्ययोजना बना कर उनके सामने प्रस्तुत की जाए, जिसमें बेहद आवश्यक एवं तकनीकी दक्षता वाले रिक्त पदों पर तत्काल नियुक्तियां की जांए ताकि आज के फैशनट्रेड के अनुसार खादी उत्पादों के गुणवत्ता तथा आधुनिक तकनीक के मिश्रण से बाजार में अपने ब्राण्ड को स्थापित किया जा सके।

आधुनिक वस्त्र डिजाईन और बाजार जरूरतों के अनुसार तैयार होंगे उत्पाद, मंत्री ने अधिकारियों को कहा कि आधुनिक फैशन तथा वस्त्र तकनीकी के जानकारों को व्यक्तिगत तौर पर अथवा ऐसे संस्थानों जैसे कि नेशनल इंस्ट्टियुट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी की सेवाएं प्राप्त की जाए। इसके साथ ही बाजार विपणन के अत्याधुनिक रिटेल चेन /आउॅटलेट चेन के माध्यम से हमारे उत्पादों को विक्रय का प्लेटफार्म मिलेगा। उत्पादों की पैकेजिंग तथा डिजाईन को आधुनिक बनाया जाएगा।

विभागीय योजना बना कर बोर्ड के माध्यम से दिया जाए रोजगार
मंत्री ने मुख्य कार्यपालक अधिकारी, अपर सीईओ तथा अन्य अधिकारियों को निर्देशित किया कि आगामी 07 दिनों में विभाग का रोडमैप तैयार कर उनके सामने प्रस्तुत करें। जिसमें प्रथम चरण में निम्नांकित विषयों सम्मिलित किया जाए।

खादी प्रशिक्षण सेंटरों को अतिशीघ्र चालू किया जाए।

चम्बा, श्रीनगर, अल्मोड़ा एवं जसपुर में स्थापित उत्पादन ईकाईयों को पुर्नजीवित किया जाए तथा वर्तमान बाजार ट्रेंड के अनुसार अपडेट किया जाए।

नयी टैक्नोलाजी के साथ काम करने वाले तकनीशियनों तथा विशेषज्ञों की भर्ती की जाए।

यदि कोई उत्पादन ईकाई उत्पादन नहीं कर रही है और कच्चे माल तथा कारिगरों की उपलब्धता के अनुसार उसे किसी अन्य जगह स्थानांतरित कर उत्पादन तथा रोजगार में बढ़ोत्तरी संभव हो तो इकाई को तत्काल स्थानान्तरित किया जाए।

सर्वोच्च प्राथमिकता बोर्ड उत्पादों की क्वालिटी कंट्रोल को दी जाए। बाजार प्रचलन के अनुसार अपने उत्पादों को तैयार किया जाए।

मुख्यालय स्थित भवन के निकट दो एकड़ भूमि में प्रशिक्षण केन्द्र कम केन्द्रीय भण्डारण गृह बनाने के लिए भारत सरकार हेतु प्रस्ताव बनाया जाए।

इस अवसर पर अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुरेश चन्द्र जोशी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष दीपक पुण्डीर सहित बोर्ड के वित्त नियंत्रक, उप सीईओ एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

उत्तराखंड : मुख्यमंत्री के निर्देश, अब एक भी हड़ताली मनरेगा कर्मचारी नहीं हटेगा

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देहरादून, हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर मनरेगा कर्मचारी ग्रेड पे देने की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे मनरेगा कर्मचारियों को नहीं हटाया जाएगा। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने काम पर नहीं लौटने वाले मनरेगा कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करने वाले आदेश पर रोक लगा दी है।

शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि एक भी मनरेगा कर्मचारी नहीं हटाया जाएगा। उधर, मनरेगा कर्मचारियों के संगठन ने लिखित आश्वासन मिलने के बाद ही काम पर लौटने का फैसला किया है। यहां आपको बता दें कि मनरेगा कर्मचारी 79 दिनों से हड़ताल पर हैं। वे हिमाचल प्रदेश सरकार की तर्ज पर मनरेगा कर्मचारियों को ग्रेड पे देने की मांग कर रहे हैं। मनरेगा कर्मचारी संघ का दावा है कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री से वार्ता में इस मांग पर सहमति बनी थी लेकिन इस बीच शासन ने 29 मई तक काम पर नहीं लौटे हड़ताली कर्मचारियों को हटाने का आदेश जारी कर दिया।

मंगलवार को मनरेगा कर्मचारियों के प्रतिनिधिमंडल ने शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल से मुलाकात की। उनियाल ने उनकी मांग पर मुख्यमंत्री से दूरभाष पर वार्ता की। उनियाल के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने साफ किया कि एक भी मनरेगा कर्मचारी को नहीं हटाया जाएगा। मनरेगा कर्मचारी पुरानी व्यवस्था के तहत कार्य करते रहेंगे। मनरेगा कर्मचारियों के लिए एनजीओ प्रणाली लागू नहीं होगी। शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल के अनुसार मुख्यमंत्री ने निर्देश दे दिए हैं कि एक भी मनरेगा कर्मचारी नहीं हटाया जाएगा। उनकी मांगों पर सरकार सहानुभूति पूर्वक विचार करेगी |
इस निर्णय पर मनरेगा संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुंदर मणि सेमवाल सरकार ने उदार और सकारात्मक रुख दिखाया है। लिखित आदेश मिलने के बाद ही हड़ताल वापस लेने का निर्णय लिया जाएगा। तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

उत्तराखंड : कर्फ्यू में राहत नहीं, व्यापारी हुये नाराज, थाली बजाकर किया विरोध, आंदोलन की दी चेतावनी

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रुद्रपुर, राज्य में लगातार चल रहे कोविड कर्फ्यू ने व्यापारियों के धन्धे को चौपट कर दिया | अब आर्थिक रुप से तंग हो चुके व्यापारी राज्य में बाजार खोलने की मांग सरकार से कल रहे हैं, लेकिन सरकार के कोविड कर्फ़्यू बढ़ाने और दुकानों को खोलने को लेकर कोई रियायत नहीं देने के प्रदेश सरकार के आदेश के खिलाफ प्रांतीय उधोग व्यापार मंडल के व्यापारियों ने प्रदेश के अलग अलग स्थानों पर सरकार को जगाने के लिए मुख्य बाजार में ताली, थाली बजाकर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि कोविड कर्फ्यू के चलते 43 दिनों से दुकानें बंद हैं। इससे व्यापारियों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। सरकार से दुकानें खोलने को लेकर छूट देने की मांग की गई थी, लेकिन सरकार ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाए हैं। इसके चलते आज थाली, ताली बजाकर सरकार को जगाने की कोशिश की गई है। कहा कि सरकार व्यापारी हित में कोई निर्णय नहीं लेगी तो व्यापारी आंदोलन तेज करेंगे।

ॠषिकेश के व्यापारियों ने भी खोला मोर्चा

ऋषिकेश योगनगरी के व्यापारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। व्यापारियों ने आज (बुधवार) को थाली बजाकर सांकेतिक प्रदर्शन किया। वहीं व्यापारियों ने जल्द बाजार न खुलने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है | सरकार की नई कोविड गाइलाइन के विरोध में व्यापारी ऋषिकेश घाट चौक पर आज प्रदर्शन किया। नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के अध्यक्ष ललित मोहन मिश्र ने कहा कि कोविड कर्फ्यू के चलते व्यापारियों की कमर टूट चुकी है। उन्होंने कहा कि हाल यह है कि व्यापारी और उनके परिवार के लिए भूखों मरने की नौबत आ गई है। उन्होंने कहा कि व्यापारियों ने सरकार से क्रमवार तीन से चार घंटे सभी दुकान खोलने का आग्रह किया था। लेकिन सरकार ने व्यापारी वर्ग की मांग को दरकिनार कर कोविड कर्फ्यू को आठ जून तक बढ़ा दिया। नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के महामंत्री प्रतीक कालिया ने कहा कि यूपी, हरियाणा समेत विभिन्न प्रदेशों में सरकार ने कोविड कर्फ्यू में ढील दी है।

उत्तराखंड में कोरोना के मामले कम हो रहे हैं। इसके बावजूद सरकार ने अनलॉक की प्रक्रिया शुरू नहीं की है। दोनों पदाधिकारियों ने बताया व्यापरी सामाजिक दूरी बनाते हुए थाली बजाकर सरकार केे निर्णय का विरोध करेंगे। अगर जल्द ही बाजार खोलने की अनुमति नहीं मिलती तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।

हरिद्वार : व्यापारियों ने थाली बजाकर किया विरोध
धर्मनगरी के व्यापारियों ने थाली बजाकर सरकार को जगाने और एक जून से बढ़ाए गए कोविड कर्फ्यू का विरोध किया है। कहा है कि सरकार व्यापारियों को नियमों के साथ दुकानें खोलने की अनुमति दें। वरना व्यापारी बर्बाद होकर सड़क पर आ जाएंगे।

प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल उत्तराखंड के प्रदेशव्यापी आह्वान पर शहर व्यापार मंडल ज्वालापुर के व्यापारियों ने श्रीराम चौक पर एकत्र होकर थाली बजाकर सरकार को जगाने का प्रयास किया। शहर अध्यक्ष विपिन गुप्ता व महामंत्री विक्की तनेजा ने कहा कि व्यापारी पिछले एक माह से अपने प्रतिष्ठान बंद करके निरंतर सरकार और स्वास्थ्य विभाग को सहयोग कर रहे हैं, लेकिन सरकार व्यापारियों को लेकर बिल्कुल उदासीन है।

न तो व्यापारियों को सरकार की ओर से कोई राहत पैकेज दिया जा रहा है और न ही कोरोना केस कम होने पर भी दुकानें खोलने दी जा रही हैं। इससे व्यापारियों के सामने परिवार का पालन-पोषण करने का संकट खड़ा हो गया है। दुकानों का किराया, कर, बैंक किस्त, बच्चों की फीस दुकानें बंद रहने से नहीं दी जा रही है।

मंडल के संरक्षक प्रवीण कुमार ने कहा कि सरकार अपने सारे दफ्तर चला रही है, सारे काम चल रहे हैं, लेकिन कोरोना केस कम होने पर भी अन्य राज्यों की तरह उत्तराखंड के जिलों को छूट नहीं दे रही है। इस मौके पर ओम पाहवा, ओम प्रकाश विरमानी, गौरव गोयल, शशि भूषण सिंघल, हेमंत रावल, सोनू अरोड़ा, ओम प्रकाश अरोड़ा, मगन बंसल, आशीष गुप्ता, सुमित अग्रवाल, सचिन अरोड़ा, राजकुमार, राहुल आहूजा, संदीप पाहवा, तिशू अरोड़ा, लोकेश तनेजा, मनीष धमीजा और विनय आदि मौजूद रहे। व्यापार मंडल कटहरा बाजार ज्वालापुर में भी सरकार को जगाने के लिए व्यापारियों ने थाली बजाकर विरोध किया। इस दौरान कमल अरोड़ा, हर्ष वर्मा, दीपक पुंडीर, विनोद वर्मा, लोकेश कुमार, जगमोहन सिंह और पंकज वर्मा आदि मौजूद रहे।