Monday, June 16, 2025
Home Blog Page 1465

मुआवजे से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए जीएसटी परिषद का विशेष सत्र जल्द आयोजित होगा: वित्त मंत्री

0

नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को कहा कि मुआवजे से जुड़े सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए वस्तु एवं सेवा कर जीएसटी) परिषद का एक विशेष सत्र जल्दी ही आयोजित किया जाएगा। उन्होंने साथ ही कहा कि पूरे देश में कोविड-19 टीकाकरणअच्छे से चलाया जाएगा और सभी राज्यों की जरूरतों का पूरा ध्यान रखा जाएगा।

जीएसटी के तहत राज्यों के राजस्व की क्षतिपूर्ति के मुद्दे पर वित्त मंत्री ने कहा, “मैंने एक विशेष सत्र आयोजित करने का वादा किया है जिसमें हम जीएसटी से जुड़े सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे।’ उन्होंने कर्नाटक के जीएसटी मुआवजे को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि हर राज्य के मुआवजे को लेकर काम किया जाएगा। यह पूछे जाने पर कि मुआवजे के लिए किस तरह का व्यय निर्धारित किया गया है, वित्त मंत्री ने कहा, “मैं इस समय आपको यह जानकारी नहीं दे सकती। यह राशि उस फॉर्मूले के आधार पर तय की जाती है जिसपर पिछले साल सहमति बनी थी और इसी के आधार पर वितरण शुरू किया जाएगा।”

वित्त मंत्री ने आज यहां के येलाहांका परिसर में स्थित कर्नाटक विद्युत निगम लिमिटेड केपीसीएल) में ऑक्सीजन की सुविधा से लैस 100 बिस्तरों वाले एक कोविड स्वास्थ्य सेवा केंद्र का दौरा किया। यह स्वास्थ्य केंद्र बोइंग इंडिया और सेल्को फाउंडेशन द्वारा वित्तपोषित है। उन्होंने कर्नाटक में कोविड टीके की कमी को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि हर राज्य को संक्रमण की गंभीरता, जनसंख्या के घनत्व और जनसंख्या के लिए जोखिम के आधार पर टीकों का आवंटन किया जाता है। निर्मला ने कहा कि सभी राज्यों की जरूरतें पूरी की जाएंगी और “केंद्र सरकार इसकी) अग्रिम रूप से आपूर्ति करती है ताकि वे सात दिनों पहले घोषणा कर सकें कि कितने टीके दिया जा रहे हैं। ऐसा हर महीने किया जा रहा है, टीके आते रहते हैं।” उन्होंने कहा, “टीकों के) प्रवाह का अच्छी तरह से प्रबंधन किया जाएगा। मैं मीडिया के जरिए यह आश्वासन देना चाहती हूं कि सभी लोगों के हितों का ध्यान रखा जाएगा और सबका टीकाकरण होगा।”

डिजिटल इंडिया : पीएम मोदी ने दून के टैक्सी चालक हरिराम से की बात

0

देहरादून, वन नेशन वन राशन कार्ड पर हुआ संवाद, इस अवसर पर डिजिटल इंडिया अभियान के छह वर्ष पूर्ण होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को देश भर के लाभार्थियों के साथ संवाद किया। इस क्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देहरादून के हरिराम से बात की।

हरिराम हरदोई के निवासी हैं और देहरादून में रहकर टैक्सी चलाते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरिराम से वन नेशन वन राशन कार्ड पर संवाद किया। हरिराम के पास हरदोई का राशन कार्ड है और वह देहरादून में राशन लेते हैं,
इसके अलावा हरिराम भीम एप पर अपनी टैक्सी का भुगतान लेते हैं। इसी संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरिराम से संवाद किया।

उत्तराखंड: सिक्किम में सेना का वाहन खाई में गिरा, चार सैन्यकर्मियों की मौत, मुख्यमंत्री ने जताया शोक

0

देहरादून, सिक्किम में सेना की गाड़ी खाई में गिरने से चार सैन्यकर्मियों की मौत हो गई, जबकि दो घायल हो गए। हादसा गंगटोक-नाथुला मार्ग पर हुआ। इन सैन्यकर्मियों में दो मृतक क्रमशः रामनगर और रानीखेत के बताए जा रहे हैं।

मिली जानकारी के अनुसार पूर्वी सिक्किम में सेना के जवानों को ले जा रहा एक ट्रक बुधवार को खाई में जा गिरा जिससे तीन जवानों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि यह दुर्घटना न्यू जवाहलाल नेहरू रोड पर हुई। यह मार्ग गंगटोक को सोमगो झील और भारत-चीन सीमा के निकट नाथुला से जोड़ता है।
अधिकारी के मुताबिक ट्रक में कुमाऊं रेजिमेंट के छह जवान सवार थे जो गंगटोक की तरफ जा रहे थे। यह हादसा चालक के वाहन से नियंत्रण खोने के चलते हुआ। वाहन 600 फुट गहरी खाई में जा गिरा। चालक एवं दो अन्य जवानों की मौत मौके पर ही हो गई। सेना, बीआरओ, पुलिस और स्थानीय लोगों ने इस दुर्गम क्षेत्र में खराब मौसम के बीच बचाव अभियान चलाया। तीन घायल जवानों को गंगटोक के सेना अस्पताल में भर्ती कराया। बाद में घायल जवानों को गंगटोक के सेना अस्पताल से बंगाल के सिलीगुड़ी में इलाज के लिए भेजा गया।

सैन्यकर्मियों की मौत पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अपनी संवेदना और दुख प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है।

उन्होंने लिखा है कि ‘सिक्किम में दुर्घटनाग्रस्त हुए सेना के ट्रक में कुमाऊं रेजीमेंट के जवानों के घायल होने के साथ ही तीन जवानों के दिवंगत होने की खबर अत्यंत दुःखद है। भगवान से पुण्यात्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान देने व घायलों को शीघ्र स्वस्थ करने की कामना करता हूं।’

कोरोना अपडेट : उत्तराखण्ड़ में आज 24 घंटे में मिले 124 नए संक्रमित, एक की हुई मौत, 244 मरीज हुए स्वस्थ

0

देहरादून, उत्तराखंड़ में कोरोना की रफ्तार कम पड़ती जा रही है, आज प्रदेश में गुरुवार को 124 लोग संक्रमित मिले हैं और एक मरीज की मौत हुई है। जबकि 244 मरीज स्वस्थ हुए हैं। 1966 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। अब कुल संक्रमितों की संख्या 340379 हो गई है।
हरिद्वार जिले में 11, देहरादून में 31, नैनीताल में 12, टिहरी में 3, पिथौरागढ़ में 25, उत्तरकाशी में 7, ऊधमसिंह नगर में 4, चंपावत में 7, रुद्रप्रयाग में 5, पौड़ी में 5, बागेश्वर में 6, चमोली में 7, अल्मोड़ा जिले में 3 संक्रमित मिले हैं।

बीते 24 घंटे में एक कोरोना मरीज ने उपचार के दौरान दम तोड़ा है। जबकि 244 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया। इन्हें मिला कर अब तक 325253 मरीज संक्रमण को मात दे चुके हैं। वर्तमान में प्रदेश की रिकवरी दर 95.56 प्रतिशत और संक्रमण दर 6.13 प्रतिशत दर्ज की गई है।

ब्लैक फंगस के 4 नए मरीज, 3 की मौत
प्रदेश में गुरुवार को ब्लैक फंगस के चार नए मामले सामने आए और तीन मरीजों की मौत हुई है। वहीं, तीन मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया। प्रदेश में अब तक ब्लैक फंगस के कुल 499 मरीज मिल चुके हैं, जबकि 98 मौतें हो चुकी है।

सेवानिवृत्त कर्मचारी के लिए गौरवमयी क्षण : सुनील कुमार

0

हरिद्वार 1 जुलाई (कुलभूषण)  गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के प्राचीन भारतीय इतिहासए संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग में कार्यरत माता प्रसाद मिश्रा के सेवानिवृत्त होने पर शिक्षकेत्तर कर्मचारी यूनियन द्वारा कोविड.19 को दृष्टिगत रखते हुए उनका विदाई समारोह यूनियन कार्यालय में आयोजित कर उन्हें विदाई दी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा0 सुनील कुमार ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि किसी भी कर्मचारी के लिए यह गौरवमयी क्षण होते है जब वह सेवानिवृत्ति प्राप्त कर अपने अनुभव अपने साथियों के साथ साझा करता है। इस अवसर पर उन्होंने माता प्रसाद मिश्रा को विश्वविद्यालय प्रशासन की तरह से शुभकामनाएं देते उनके आरोग्य व दीर्घ आयु की कामना करते हुए कहा कि एक निश्चित परम्परा के अनुसार वह विश्वविद्यालय सेवाओं से अवश्य ही सेवानिवृत्त हो रहे है परन्तु वह मानवीय दृष्टि से हमेशा विश्वविद्यालय परिवार के साथ जुड़े रहेंगे।

यूनियन के महामंत्री दीपक वर्मा ने कहा कि अपने तीन दशक से अधिक के सेवाकाल में माता प्रसाद मिश्रा ने समर्पित भाव से सेवा कर जो मानक स्थापित किए है। उन्हें हम सबको अपने जीवन में आत्मसात करने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में अपने अनुभव साझा करते हुए माता प्रसाद मिश्रा ने कहा कि उन्हें अपने लम्बे सेवाकाल में जो भी कार्य अधिकारियों द्वारा दिया गया उसे उन्होंने पूर्ण निष्ठा के साथ पूर्ण किया अपने सेवाकाल के दौरान यदि उनके द्वारा किसी की भावनाएं आहत हुई हों तो वह उसके लिए क्षमा प्रार्थना करते है। सम्पूर्ण सेवकाल में उन्हें सभी साथियों का पूर्ण सहयोग मिला जिसके लिए वह आजीवन आभारी रहेंगे।

प्रो0 राकेश शर्माए प्रमोद कुमार चन्द्रप्रकाश डा0 मनोज डॉ दिलीप कुशवाहाए ईसम सिंह अनिल धीमान ने अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर नवीन कुमारए सत्यदेवए डा0 गौरवदीप सिंह भिण्डर हेमंत सिंह नेगी मोहन सिंह नरेन्द्र मलिक राज राठौर रमेश चन्द्र ओमवीर राजेन्द्र ऋषि जितेन्द्र नेगी इत्यादि उपस्थित रहे। यूनियन के अध्यक्ष विजेन्द्र सिंह ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए माता प्रसाद मिश्रा के स्वस्थ एवं आरोग्य जीवन की कामना की।
फोटो न06

14 जुलाई से आंदोलन पर जाने का  चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने किया ऐलान

0

हरिद्वार 1 जुलाई (कुलभूषण)  लम्बे समय से लम्बित विभागीय प्रोन्नति व अन्य मांगो को लेकर चिकित्सा एवं स्वाथ्य विभाग के चतुर्थ श्रेंणी कर्मचारी संघ के नेताओ ने विभाग के आलाधिकारियो को नींद से जगाने के लिए मोर्चा खोल आन्दोलन पर जाने का ऐलान कर दिया है।

संघ के प्रान्तीय अध्यक्ष दिनेष लखेडा ने कहा कि संघ की तीन बार वार्ता होने के बाद भी आज तक कर्मियों की मांगों पर कोई भी ठोस कार्यवाही होने के कारण शासन से फाइल वापस आ रही है पचास प्रतिशत पदोन्नति पर समझौता होने के बाद भी  पच्चीस प्रतिशत कर भेज दिया गया जिस पर संघ को घोर आपत्ति है हाई स्कूल से कम वाले कर्मियों को उद्यान विभाग में माली को टेक्निकल घोषित कर उद्यान सहायक बना अगला ग्रैड वेतन 4200 दे दिया गया है स्वास्थ्य विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मियों का कार्य बेहद रिस्कीए टेक्निकल होने के बावजूद आज तक भी टेक्निकल करने की कोई भी प्रक्रिया शुरू नही की गई है जिससे कर्मियों में आक्रोश है।

प्रान्तीय महामंत्री सुनील अधिकारी  ने कहा कि कर्मचारियों को उद्यान विभाग के माली की भांति हाई स्कूल से कम कर्मचारियों को टेक्निकल घोषित किया जानाए लेब सहायकए डार्करूम सहायकए ओ टीए सहायकए ड्रेसरए के पदों पर हाई स्कूलए इंटरमीडिएट कर्मियों को 50प्रतिशत कोटे के तहत इन पदों पर पदोन्नतिएनर्सेस संवर्ग की भांति मरीजो के संपर्क में रहने पर पोष्टिक आहारचिकित्सालय के चतुर्थ  श्रेणी कर्मचारियों को भी दिया जाए

उपाध्यक्ष नेलसन अरोड़ा प्रदेश प्रवक्ता शिवनारायण सिंह ने कहा कि13 जुलाई तक कोई भी ठोस कार्यवाही न होने की दशा में14 जुलाई से     चरणबद्व ढंगसे आन्दोलन किया जायेगा
इसकी सूचना महानिदेशक निदेशक आयुर्वेद होमियोपैथी कुलसचिव आयूर्वेद विश्वविद्यालय को दे दी गई है।

विश्वविद्यालय के विकास हेतु शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी आगे आये : सुनील कुमार

0

हरिद्वार 1 जुलाई (कुलभूषण ) गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के शैक्षणिक सत्र 2021.22 की शुरूआत यज्ञ के साथ हुई। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ में कोविड.19 के नियमों का पालन करते हुए शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 रूपकिशोर शास्त्री ने सभी शिक्षकों व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को शुभकामनाएं देते हुए विश्वविद्यालय की प्रगति में योगदान करने का आह्वान करते हुए कार्य करने के लिए कहा।

उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हमें शोध कार्यो पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है  जिससे कि शिक्षा के क्षेत्र में और अधिक विकास का मार्ग प्रशस्त किया जा सके। उन्होंने सभी कर्मचारियों से विश्वविद्यालय को शिक्षा के क्षेत्र में आगे ले जाने के लिए शिक्षकों के साथ मिलकर अनुशासन के क्षेत्र में मानक स्थापित करते हुए अपना योगदान देने का आह्वान किया। वहीं आज विश्वविद्यालय में वृक्षारोपण के अवसर पर कुलपति प्रो0 रूपकिशोर शास्त्री ने वृक्षारोपण को मानव जीवन के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए वृक्षारोपण के साथ.साथ रोपित किए गए वृक्षों की संरक्षण किए जाने पर विशेष जोर दिया। कुलसचिव डा0 सुनील कुमार ने कहा कि वृक्षारोपण कर हम अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण को संरक्षित करने की दिशा में कार्य कर पर्यावरण को सुरक्षित करने की दिशा में अग्रसर हो।

विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा0 सुनील कुमार ने कहा कि कोविड.19 के समयान्तराल में शिक्षक ओर शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय के कार्य को बड़ी निष्ठा के साथ किया है। कोविड.19 में आर्य समाज की सभाओं द्वारा विश्वविद्यालय के चिकित्सा केंद्र में उपकरण भी दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षक और कर्मचारियों को मिलकर विश्वविद्यालय के उत्थान के लिए आगे आना चाहिए। विश्वविद्यालय की शोभा कार्य करने वाले कर्मचारियों से ही होती है। इसलिए बिना कर्मचारियों के विश्वविद्यालय को देश की अग्रिम पंक्ति में खड़ा नहीं किया जा सकता। आज उन्होंने कहा कि कुछ दिनों में नैक की टीम विश्वविद्यालय का विजट करने के लिए आने वाली है। सभी को मिलकर इस दिशा में कार्य करना है।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शारीरिक एवं शिक्षा विभाग में वृक्षारोपण का आयोजन किया गयाए जिसमें विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो  रूपकिशोर शास्त्री  कुलसचिव डा  सुनील कुमार  वित्ताधिकारी प्रो  एस के  श्रीवास्तवए परीक्षा नियंत्रक प्रो  एम आर  वर्मा  शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो  आर के एस  डागर  डा  दीनदयाल  डा  अजय मलिक  डा  शिवकुमार   चैहान ने वृक्षारोपण किया।

यज्ञ के ब्रह्मा के रूप में प्रो सोमदेव शतांशु ने यज्ञ सम्पन्न कराया। इस अवसर पर संयुक्त कुलसचिव डा श्वेतांक आर्य प्रो अम्बुज शर्मा  प्रो  राकेश शर्मा  प्रो  डी एस  मलिक  प्रो  वी के  सिंह  प्रो0 पंकज मदान  प्रो0 दिनेश चन्द्र शास्त्री  प्रो0 एम0आर0 वर्मा  प्रो0 सोहनपाल सिंह आर्य  प्रो0 सत्येन्द्र राजपुत  प्रो0 मनुदेव  प्रो0 प्रभात सेंगर प्रो0 नमिता जोशी  प्रो0 बिन्दु अरोड़ा  प्रो0 संगीता विद्यालंकार  डा0 मुदिता अग्निहोत्री  डा0 राकेश कुमार  डा0 विपुल भट्ट  डा0 अजेन्द्र  अजित तोमर  रमेश चन्द्र  डा0 पंकज कौशिक   राजकुमार जितेन्द्र नेगी इत्यादि उपस्थित रहे।

अब नहीं छिपा सकेंगे अपंजीकृत कारोबारी का Sales और Tax

0

नई दिल्‍ली, जासं। अक्टूबर से अपंजीकृत व्यापारी को बेचे गए माल और उस पर लगने वाले टैक्स को कारोबारी छिपा नहीं सकेंगे। वस्तु एवं सेवाकर (GST) इसकी शुरुआत अक्टूबर से 500 करोड़ रुपये से ऊपर के टर्नओवर वाले कारोबारियों से कर रहा है। इनको अपंजीकृत कारोबारियों को बेचे गए माल की इनवाइस पोर्टल से ही जनरेट करनी होगी। इससे इनकी बिक्री की रियल टाइम जानकारी जीएसटी के पास आ जाएगी।

GST ने बीते साल अक्टूबर में 500 करोड़ रुपये से ऊपर के टर्नओवर वाले कारोबारियों के लिए आदेश लागू किया था कि वे किसी पंजीकृत कारोबारी को कोई बिक्री करेंगे तो उसकी ई-इनवाइस GST पोर्टल से ही जारी करेंगे। ऐसा इसलिए किया गया था, जिससे बड़े कारोबारी जब कोई बिक्री करें तो उसकी जानकारी विभाग के पास तुरंत रहे। इसे बाद में 100 करोड़ और फिर 50 करोड़ रुपये की सीमा तक ले आया गया। अब जीएसटी ने अपंजीकृत कारोबारियों को बेचे गए माल पर भी यह निर्देश लागू कर दिए हैं, जिससे कोई कारोबारी अपंजीकृत व्यापारी को बेचे गए माल की इंट्री छिपा न सके। इसे एक जुलाई से लागू करना था, लेकिन अब एक अक्टूबर से लागू किया जाना है।

रियल टाइम बिक्री पर रहेगी नजर

अपंजीकृत कारोबारियों को माल बेचने के बाद रिटर्न में उसका उल्लेख करना अब नहीं चलेगा। कारोबारी अपने जिस साफ्टवेयर से ई-इनवाइस जारी कर रहे हैं। उसी से उन्हें इसकी भी इनवाइस बनानी होगी। इसके बाद जीएसटी के ई-इनवाइस पोर्टल पर क्रेता, विक्रेता का जीएसटीएन नंबर, कमोडिटी का एचएसएन कोड, कुल रकम और टैक्स की जानकारी अपलोड करेंगे तो इनवाइस रजिस्ट्रेशन नंबर व क्यूआर कोड जेनरेट हो जाएगा, जो हर ई-इनवाइस पर अलग-अलग जारी होगा। इनवाइस रजिस्ट्रेशन नंबर 64 डिजिट का होता है। हर इनवाइस में यह दोनों चीजें जरूर होनी चाहिए।

कैसे भी कर सकेंगे भुगतान

खरीदार इसमें कैश भी भुगतान कर सकते हैं। इसके अलावा क्यूआर कोड को स्कैन कर या किसी अन्य तरीके से भी भुगतान कर सकेंगे। भुगतान के तरीके पर कोई रोक नहीं है।

चार्टर्ड अकाउंटेंट प्रखर गुप्ता के मुताबिक अब तक अपंजीकृत कारोबारी को जो माल बेचा जा रहा था, उसकी 100 फीसद सही जानकारी GST के पास नहीं जा रही थी। अब GST के पास यह जानकारी तुरंत आ जाएगी। भविष्य में 500 करोड़ से नीचे टर्नओवर वाले कारोबारी भी इसके दायरे में लाए जा सकते हैं।

एम्स : डॉक्टर्स डे पर कोविडकाल में उल्लेखनीय योगदान देने वाले चिकित्सकों को किया गया सम्मानित

0

ऋषिकेश, एम्स में डॉक्टर्स डे पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े महापुरुषों प्रो. बीसी रॉय, मदर टेरेसा, डा. द्वारका नाथ कोटनीस, सिस्टर फ्लोरेंस नाइटिंगिल आदि का भावपूर्ण स्मरण किया गया। कार्यक्रम में अस्पताल प्रशासन द्वारा तैयार की गई कार्य की गुणवत्ता में सुधार के लिए क्वालिटी हैंडबुक का विमोचन किया गया। इस अवसर पर निदेशक एम्स प्रोफेसर रवि कांत ने कोविडकाल में उल्लेखनीय योगदान देने वाले चिकित्सकों को संस्थान की ओर से प्रशस्तिपत्र भेंटकर सम्मानित किया।

निदेशक एम्स ने संस्थान के चिकित्सकों से उत्तराखंड जैसे पहाड़ी प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं से विहींन सुदूरवर्ती क्षेत्रों में पहुंचकर जरुरतमंद लोगों की चिकित्सा सेवा के लिए संकल्पबद्ध होकर कार्य करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि यही एक चिकित्सक का चिकित्सा धर्म है। उन्होंने सभी चिकित्सकों व हैल्थ केयर वर्कर्स को डॉक्टर्स डे की बधाई दी। कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में कार्य करने वाले सभी लोग दिल से की गई सेवाओं की वजह से ही याद किए जाते हैं और हमेशा स्मरण किए जाएंगे।

डीन एकेडमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता ने चिकित्सकों को मरीजों की सेवा के साथ साथ अपने विभागीय स्तर पर भी बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया। डीन हॉस्पिटल अफेयर्स प्रो. यूबी मिश्रा ने कोरोना वॉरियर्स चिकित्सकों व हैल्थ केयर वर्करों को प्रोत्साहित किया, कहा कि सभी को इसी तरह मिल जुलकर कार्य करना चाहिए, जिससे जटिल से जटिल टास्क को भी आसानी से हासिल किया जा सके। कार्यक्रम के आयोजन में डा.अनुभा अग्रवाल, डा.गौरव चिकारा व डा.पूजा भदौरिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

इस अवसर पर एमएस प्रो. बीके बस्तिया, प्रो. सोमप्रकाश बासू, प्रो. संदीप एस. पाटिल, प्रो. डीके त्रिपाठी, डा. गिरीश सिंधवानी, डा. राेहित गुप्ता, डा. रजनीश अरोड़ा, डा. मीनाक्षी धर, डा. नम्रता गौर, डा. अमित त्यागी, डा. पीके पंडा, डा. पंकज शर्मा, डा. अंकुर मित्तल, डा. मधुर उनियाल, डा. यशवंत सिंह पयाल, डा. भारतभूषण भारद्वाज, डा. महेंद्र सिंह, डा. अजय कुमार, डा. अभिषेक अग्रवाल, डा. सुब्रह्मण्यम, डा. निधि लेले, डा. अंकित अग्रवाल, डा. भियांराम, डा. पूर्वी कुलश्रेष्ठा, डा. मृदुल धर आदि मौजूद थे।

रायपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 61 लाख का गबन, आरोपित वरिष्ठ सहायक गिरफ्तार

0

देहरादून, जनपद के रायपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में करीब 61 लाख रुपये के गबन के आरोप में वरिष्ठ सहायक को गिरफ्तार कर लिया गया है। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक की शिकायत पर रायपुर थाने में निलंबित वरिष्ठ सहायक राकेश कुमार गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।

पुलिस के मुताबिक, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक डा. आनंद शुक्ला ने 26 जून को शिकायती पत्र दिया था। जिसमें बताया गया कि अस्पताल की चिकित्सा प्रबंधन समिति में लाखों का गबन किया गया है। यह मामला चिकित्सा अधीक्षक के संज्ञान में जून 2018 में आया था। जिसके बाद चिकित्सा प्रबंधन समिति की बैंक पासबुक, ट्रेजरी चालान, नकद भुगतान संबंधी रजिस्टर का अवलोकन किया गया। समिति में शामिल राकेश कुमार गुप्ता ने समिति के बैंक खाते की जो पासबुक उपलब्ध कराई, उसमें खाते में लगभग 22 लाख रुपये की धनराशि दर्शाई गई थी, जबकि बैंक से पता चला कि खाते में महज 1716.20 रुपये हैं, इस संबंध में राकेश से पूछताछ की गई तो उसने 29 जून, 2018 को एक माफीनामा लिखकर दिया और 22 लाख की धनराशि का गबन स्वीकारा। इसके बाद चिकित्सा अधीक्षक ने अस्पताल स्तर पर टीम बनाकर प्रकरण की जांच कराई।

जिसमें पता चला कि राकेश की ओर से उपलब्ध कराई गई बैंक पासबुक में धनराशि की प्रविष्टियां कूटरचित हैं। राकेश ने जाली पासबुक व ट्रेजरी चालान दिखाकर उन्हें भ्रमित किया। हालांकि, उस समय विभागीय अनुमति व जांच न होने के कारण राकेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं कराया जा सका। तब उन्होंने उच्चाधिकारियों से चिकित्सा प्रबंधन समिति का स्पेशल आडिट करवाने का आग्रह किया। इसमें पाया गया कि 60 लाख 58 हजार रुपये बैंक खाते व कोषागार में जमा नहीं कराए गए। इसके बाद महानिदेशक के आदेश पर आरोपित राकेश को वरिष्ठ सहायक के पद से निलंबित कर दिया गया। अब विभाग से अनुमति मिलने के बाद उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। जिसके बाद पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।