Thursday, May 15, 2025
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लालकुआँ : आगामी चुनाव को लेकर आप के जोनल प्रभारी ने ली कार्यकर्ताओं की बैठक

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(मुन्ना अंसारी)

लालकुआँ, उत्तराखण्ड़ में आगामी विधान सभा की चुनावी दस्तक के नजदीक आते ही आम आदमी पार्टी (आप) ने कमर कस ली है |

उत्तराखण्ड में आप के होने वाले आगामी कार्यक्रमों की जानकारी देने लालकुआँ पहुँचे | आप के नैनीताल-उधमसिंह नगर जोनल प्रभारी धरमवीर अवाना ने लालकुआँ स्थित कार्यालय में कार्यकर्ताओं की बैठक लेते हुए आगामी चुनाव के कार्यक्रमों पर चर्चा की साथ ही उत्तराखण्ड में चल रहे कार्यक्रम हर गाँव कोरोना मुक्त में सहभागिता कर रहे जिम्मेदार पदाधिकारियों से फीडबेक लिया ।
इस दौरान नैनीताल-उधमसिंह नगर जोनल प्रभारी धर्मवीर अवाना ने कहा कि कुछ कार्यक्रम राजनीतिक से हटकर भी आयोजित किये जाते है जब कोरोनाकाल मे भाजपा और कांग्रेस पार्टी घरो में बैठी हुई थी, तब आप के कार्यकर्ताओं ने आगे आकर राशन वितरित किये और हर गाँव कोरोन मुक्त के तहत घर-घर जाकर लोगों के तापमान की जांच करते हुए जरूरतमंदों को कोरोना किट भी उपलब्ध करवाई जिसको जनता ने सराहा है ।

हडको देगा राज्य के विकास में सहयोग

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देहरादून।  हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लि (हडको) आवासन एवम शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार के उपक्रम   के क्षेत्रीय प्रमुख संजय भार्गव ने उत्तराखंड राज्य के सचिव आवास एवं शहरी विकास एवं सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय  श्री शैलेश बघौली से भेंट की तथा जानकारी दी कि हडको द्वारा अब तक उत्तराखंड में 775 करोड़ रु के परियोजना कार्यों पर हडको द्वारा वित्तीय सहयोग दिया है।

हडको द्वारा राज्य के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सीएसआर में लगभग 11 करोड़ रु की मदद दी जा चुकी है। संजय भार्गव द्वारा हडको द्वारा उत्तराखंड राज्य की विकास योजनाओं में निकट सहयोग देने का प्रस्ताव रखा तथा  वित्तीय वर्ष 2021- 22 में हडको द्वारा 750 करोड़ रु के लिए रखा है।

  जिसमे विकास प्राधिकरणों की आवास योजनाएं, भूमि अधिग्रहण, मेट्रो ,बहुमंजिल  पार्किंग एवम व्यवसायिक केंद्र, हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर, पुलिस आवास, कंसल्टेंसी सर्विसेज में मास्टर प्लानिंग, फिसिबिलिटी स्टडीज आदि विभिन्न क्षेत्रों में वित्तीय एवं तकनीक सहयोग का प्रस्ताव रखा। बैठक में  हडको द्वारा अन्य  राज्यों में दिए गए सहयोग की जानकारी मांगी जो हडको द्वारा उपलब्ध करा दी जाएगी। इस बैठक से उम्मीद है राज्य में विकास में तेजी आ सकती है। इस बैठक में हडको से अशोक लालवानी संयुक्त महाप्रबन्धक(वित्त) भी उपस्थित रहे।

दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले बुजुर्गों तक पहुंचे योजनाओं के लाभ : सीएम तीरथ

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देहरादून,,

मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने एसटीपीआई बिल्डिंग, आईटी पार्क, देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में सीनियर सीटिजन नेशनल हेल्पलाईन एल्डरलाईन 14567 का उत्तराखण्ड में शुभारंभ किया। भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय और उत्तराखण्ड सरकार के द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण के लिए हेल्पलाइन 14567 शुरू की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विजन सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के अनुरूप यह हेल्पलाईन बुजुर्गों की समस्याओं के निदान में सहायक होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बुजुर्गों की सहायता के लिये सभी को आगे आना चाहिए।

इसके लिये जनजागरूकता बहुत जरूरी है। उत्तराखण्ड के दूरस्थ व पर्वतीय क्षेत्रों में बङी संख्या में वरिष्ठ जन एकाकी जीवन जी रहे हैं। हमें उन सभी तक पहुंचना है और उनकी समस्याओं का समाधान करना है। ग्राम स्तर तक जागरूकता लानी जरूरी है। वरिष्ठ जनों के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी ग्राम स्तर तक दी जाए। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि हेल्पलाईन 14567 बुजुर्गों की समस्याओं को दूर करने के उपयुक्त मंच होगा और उनको भावनात्मक सपोर्ट भी प्रदान करेगा।

कैबिनेट मंत्री श्री यशपाल आर्य ने कहा कि इस हेल्पलाईन से वरिष्ठ जनों की समस्याओं का समाधान घर बैठे होगा। यह काॅल सेंटर ही नहीं बल्कि सच्चे मायनों में कनेक्ट सेंटर बनेगा। श्री आर्य ने कहा कि काॅल सेंटर पर काम करने वाले कर्मचारी व्यवहार कुशल हों। विभागीय अधिकारी भी लगातार इसकी मानिटरिंग करें।

अपर सचिव समाज कल्याण श्री रामविलास यादव ने कहा कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार व समाज कल्याण विभाग उत्तराखण्ड द्वारा  वरिष्ठ नागरिकों को सहायता देने एवं आवश्यक सेवाएं प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन (एल्डर लाइन-14567) स्थापित की गई है।  सुबह 8 बजे से सांय 8 बजे तक इस पर सम्पर्क किया जा सकता है।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव श्री एल फैनई सहित समाज कल्याण विभाग व काॅल सेंटर का संचालन करने वाली संस्था आर्टिवा ग्रुप के अधिकारी भी उपस्थित थे। वीडियो कांफ्रेंसिग द्वारा जिलों के  जिलाधिकारी भी मौजूद थे।

देहरादून : समाज सेवा के लिए कुसुमकांता फाउंडेशन ने दिए पुरस्कार

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‘शिक्षिका और कवयित्री कुसुमकांता की स्मृति में बने फाउंडेशन की वर्षगांठ पर कार्यक्रम’

‘एक वर्ष में जरूरतमंदों को राशन बांटा, महिला जागरूकता कार्यक्रमों का किया आयोजन

 

 

देहरादून। जनजागरूकता और समाजसेवा के निमित्त बने कुसुकांता फाउंडेशन की पहली वर्षगांठ पर मेधावी छात्राओं को सम्मानित किया गया। साथ ही चिकित्सा क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाली और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने वाली महिलाओं को भी पुरस्कार दिए गए। इस मौके पर शिक्षिका और कवयित्री कुसुमकांता का भावपूर्ण स्मरण कर उनकी अल्प जीवन-यात्रा पर प्रकाश डाला गया। संकल्प लिया गया कि कुसुमकांता फाउंडेशन अपने कार्य का निरंतर विस्तार करेगा।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में केंद्रीय शिक्षा मंत्री डाॅ0 रमेश पोखरियाल की धर्मपत्नी कुसुमकांता पोखरियाल एक प्रसिद्ध शिक्षिका थीं।

उन्होंने अनेक काव्य रचनाएं रचकर ख्याति प्राप्त की थी, परंतु जीवन के आधे पड़ाव पर ही उनका निधन हो गया था। उनकी स्मृति में कुसुमकांता फाउंडेशन बनाया गया है। बुधवार को फाउंडेशन की पहली वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एक वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित किया गया। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक की उपस्थिति में आयोजित इस कार्यक्रम में वर्षभर तक फाउंडेशन की ओर से आयोजित विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों का ब्योरा प्रस्तुत किया गया।

बताया गया फाउंडेशन की ओर से एक वर्ष में एक हजार से अधिक जरूरतमंत लोगों को राशन वितरित किया गया। महिलाओं की समस्याओं पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए और सैनिट्री पैड वितरित किए गए। लावारिस जानवरों को खाना बांटा गया। कुष्टरोगियों की भी सहायता की गयी। एक असहाय बालिका को छात्रवृत्ति प्रदान की गयी। उत्तरकाशी में कोरोना काल में राशन की राहत किटें बांटी गयीं।
फाउंडेशन ने मेधावी छात्राओं का चयन कर उन्हें नकद राशि से पुरस्कृत किया। पूर्वचंद्र तिवारी इंटर काॅलेज, जसपुर की छात्रा ब्यूटी वत्सल को 12वीं में 96.6 प्रतिशत अंक प्राप्त करने पर प्रथम पुरस्कार दिया गया। किलेस्ट्रीट, काशीपुर स्थित सरस्वती विद्यामंदिर इंटर काॅलेज की दसवीं की छात्रा को 97.8 प्रतिशत अंक लाने पर द्वितीय पुरस्कार दिया गया। सनराइज अकेडमी की छात्रा दिव्यांगी गर्ग की अग्रिम कक्षा की पूरी फीस दी गयी।

समाजसेवा के लिए पूजा तोमर को पुरस्कार स्वरूप 11 हजार रुपये की राशि प्रदान की गयी। पूजा तोमर ने महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने और पहाड़ की संस्कृति के संरक्षण और प्रचार-प्रसार में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में सराहनीय योगदान के लिए दून मेडिकल काॅलेज की सीनियर नर्सिंग आॅफिसर इंदु शर्मा को पुरस्कृत किया गया। उन्हें भी 11 हजार की राशि प्रदान की गयी। इस उपलक्ष्य मंे आयोजित कहानी प्रतियोगिता की प्रथम, द्वितीय और तृतीय रहीं प्रतिभागियों क्रमशः कविता रतूड़ी, राधा मैंदोली तथा सुषमा मक्कड़ को भी पुरस्कृत किया गया। कहानी प्रतियोगिता के निर्णायकों में डाॅली डबराल, बीना बेंजवाल और विद्या सिंह शामिल थीं।
मुख्य अतिथि उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति डाॅ. सुधारानी पांडेय ने इस मौके पर शिक्षिका तथा कवयित्री कुसुमकांता का स्मरण कर उनकी कविताओं में व्याप्त मानवीय संवेदनाओं की अभिव्यक्ति दी। उन्होंने कहा कि कुसुम एक संवेदनशील मां थीं। वे अपनी तीनों बेटियों-आरुषी, श्रेयसी और विदुषी को सफलता के उच्च शिखर पर देखना चाहती थीं। उनकी तीनों बेटियों ने अपनी मां के इस सपने को पूरा किया है। बेटियों की मां के लिए यह सच्ची श्रद्धांजलि है। हिंदी के प्रसिद्ध विद्वान प्रो. योगेंद्र नाथ शर्मा ’अरुण’ ने कुसुमकांता जैसी समाजसेविका के नाम पर फाउंडेशन बनाने और उसके कार्यों की सराहना की।
वक्ताओं ने इस मौके पर कुसुमकांता का स्मरण कर कहा कि कुसुम कांता का जन्म कोटद्वार में हुआ था। वे मेधावी थीं। संगीत में उनकी गहरी रुचि थी। उन्होंने नजीबाबाद से संगीत की शिक्षा ली थी। गढ़वाल विश्वविद्यालय से उन्होंने बीए-एमए किया।

आकाशवाणी नजीबाबाद से उनके अनेक कार्यक्रम प्रसारित होते थे। वे संगीत की ही अध्यापिका के रूप में सरकारी सेवा में चयनित हुईं, लेकिन बाद में इतिहास विषय की सेवा के लिए भी चुनी गयीं। बाद में उन्होंने सरस्वती विद्या मंदिन जोशीमठ में तत्कालीन प्राचार्य डाॅ. रमेश पोखरियाल निशंक से विवाह किया। उन्होंने देहरादून के विद्यालय में भी सेवा दीं। समाज के गरीब वर्ग के प्रति उनके मन में असीम दया थीं। उन्होंने अनेक बार अपने वेतन से निर्धन छात्राओं की सहायता की तथा जीर्ण-शीर्ण विद्यालय भवनों की मरम्मत करवायी। समाज के प्रति ऐसी उच्च सोच रखने वाली उस महान शिक्षिका के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि उनके नाम पर समाजसेवा की जाए। जरूरतमंदों की सहायता की जाए।
इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ संयोजिका डाॅ. सविता मोहन ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कुसुमकांता की पुत्री विदुषी निशंक ने धन्यवाद ज्ञापन किया। संचालन अभिनव शर्मा ने किया।
इस मौके पर डाॅ. राजेश नैथानी, बालकृष्ण चमोली, उपलब्धि गुप्ता, विधि चैहान, नवीन चंद्र लोहनी,शर्मिला सक्सेना,डाॅ. अनीता रावत, डाॅ. पुष्पा खंडूड़ी, हर्षवंती बिष्ट, कमल पांडेय,चेतना पोखरियाल, डाॅ. राकेश बलूनी, डाॅ.अनीता चौहान आदि उपस्थित रहे।

किसान आंदोलन : सात महीने से जारी, राकेश टिकैत की चेतावनी, हर महीने आती है 26 तारीख

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नयी दिल्ली, केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों का पिछले सात महीने से आंदोलन जारी है। किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) कानून बनाया जाए। इसी बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का बयान सामने आया है।

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि 4 लाख ट्रैक्टर्स और 25 लाख लोग यहां पर हैं। ये ट्रैक्टर इसी देश के हैं और हम लोग अफगानिस्तान से नहीं आए हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक किसान नेता ने कहा कि पिछले सात महीने से हमारा आंदोलन चल रहा है, सरकार को शर्म नहीं आती? कोरोना की तीसरी वेव आती है तो भी हम यहीं रहेंगे। आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से चलता रहेगा।

इससे पहले उन्होंने ट्वीट करके सरकार को चेतावनी दी कि 26 तारीख हर महीने आती है। सरकार इस बात को याद रख लें। उन्होंने कहा कि चार लाख ट्रैक्टर भी यही हैं, 25 लाख किसान भी यही हैं और 26 तारीख भी हर महीने आती है ये सरकार याद रख लें …।

 

गौरतलब है कि किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि 26 तारीख को लोग हर राज्य में राज्यपाल या उपराज्यपाल के यहां जाएंगे। उनको ज्ञापन देंगे और मिलेंगे। कोरोना है तो 5-6 लोग जाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि अगर सरकार नहीं सुन रही है तो राज्यपाल और राष्ट्रपति बड़े होते हैं। हम राज्यपाल के माध्यम से अपनी बात कहेंगे। आपको ज्ञात हो तो 26 जनवरी के दिन किसानों ने दिल्ली कूच किया था। जिनमें शामिल कुछ अराजक तत्वों ने लाल किले में एक धर्म विशेष का झंडा फहराया गया था।

कोविड से लगा परिवारों की बचत को झटका, कर्ज में दर्ज हुई बढ़त

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नई दिल्ली। पिछले साल कोविड-19 महामारी से परिवार की बचत पर नकारात्मक असर पड़ा है। बुधवार को जारी रिजर्व बैंक के आंकड़े के अनुसार परिवारिक वित्तीय बचत 2020-21 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में घटकर सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी) के 8.2 प्रतिशत पर आ गयी जो इससे पिछली तिमाही में 10.4 प्रतिशत थी। केंद्रीय बैंक ने एक विज्ञप्ति में कहा कि महामारी से प्रभावित जून तिमाही में बचत में वृद्धि दर्ज की गयी थी। लेकिन उसके बाद लगातार दो तिमाहियों में इसमें कमी आयी और वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही में यह जीडीपी का 8.2 प्रतिशत रही।

क्यों आई बचत में गिरावट
रिजर्व बैंक के मुताबिक, ”घरेलू वित्तीय संपत्ति के प्रवाह में भारी कमी के कारण बचत में नरमी आई है।” सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी) के अनुपात में परिवार की बैंक जमा घटकर पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 3 प्रतिशत पर आ गयी जो इससे पूर्व जुलाई-सितंबर तिमाही में 7.7 प्रतिशत थी।

कर्ज में आई बढ़त
आरबीआई ने यह भी कहा कि जीडीपी के अनुपात में परिवार का कर्ज मार्च 2019 के अंत से लगातार बढ़ा है। इसके अनुसार, ”परिवार का कर्ज जीडीपी-अनुपात दिसंबर 2020 को समाप्त तिमाही में बढ़कर 37.9 प्रतिशत पहुंच गया जो सितंबर 2020 को समाप्त तिमाही में 37.1 प्रतिशत था।” बयान के अनुसार बैंकों तथा आवास वित्त कंपनियों से अधिक कर्ज के बावजूद परिवार की वित्तीय देनदारी तीसरी तिमाही में अपेक्षाकृत कम रही। इसका कारण गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों से कर्ज में कमी थी।

क्या रहे आंकड़े
आंकड़े के अनुसार जमा, जीवन बीमा कोष, भविष्य निधि और पेंशन कोष, मुद्रा, म्यूचुअल फंड और शेयर में निवेश समेत वित्तीय संपत्तियां तथा लघु बचत पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 6,93,001.8 करोड़ रुपये रही जो इससे पूर्व दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर, 2020) में 7,46,821.4 करोड़ रुपये थी। वहीं वित्तीय देनदारी यानी कर्ज 2020-21 की तीसरी तिमाही में 2,48,418.7 करोड़ रुपये रहा जो इससे पूर्व तिमाही में यह 2,54,915.2 करोड़ रुपये था।

गर्लफ्रेंड की शादी की खबर सुन घर के बाहर पहुंचा प्रेमी, परिवार वालों ने इतना पीटा की हो गई मौत

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नई दिल्ली

तमिलनाडु के डिंडीगुल जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां पर एक 21 साल के लड़के को पीट-पीटकर मार डाला गया। भारतीराजा नाम यह युवक अपनी गर्लफ्रेंड के घर पहुंचा था जहां उसके परिवार वालों ने उसकी हत्या कर दी। परिवार वाले किसी दूसरे लड़के से अपनी लड़की की शादी करने वाले थे जिसके सिलसिले में युवक गर्लफ्रेंड के घर पहुंचा था। इस मामले में हत्या करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। भारतीराजा (21) डिंडीगुल जिले के नाथम के पास पुडुपट्टी का रहने वाला था। उसने कैटरिंग की पढ़ाई की थी और सिरुमलाई के एक निजी होटल में काम करता था।

भारतीराजा को तमिलनाडु के मुंगिलपट्टी के मुलई नगर की रहने वाली 20 साल की परमेश्वरी नाम की लड़की से प्यार हो गया था। दोनों पिछले पांच साल से रिलेशनशिप में थे। जब लड़की के परिवार को भारतीराजा के साथ उसके रिश्ते के बारे में पता चला, तो उन्होंने उसकी शादी किसी और से करने का फैसला किया।

परमेश्वरी ने जब भारतीराजा को अपनी शादी के बारे में बताया तो वह अपने दो दोस्तों के साथ, सोमवार को परमेश्वरी के घर पहुंच गया। भारतीराज को घर के बाहर देखकर, परमेश्वरी के माता-पिता, भाई मलाइचामी और रिश्तेदारों की भारतीराजा के साथ बहस हो गई।

गुस्से में परमेश्वरी के भाई ने एक पत्थर उठा कर भारतीराज पर हमला कर दिया। लड़ाई में गंभीर रूप से घायल भारतीराजा को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। लेकिन, अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई।

घटना की सूचना नाथम के पुलिस को दी गई। वे मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए नाथम सरकारी अस्पताल भेज दिया।

भारतीराजा के पिता सेतुराजन ने आरोप लगाया कि परमेस्वरी के परिवार ने प्लान बनाकर उनके बेटी की हत्या की है। उन्होंने कहा कि भारतीराजा को पहले नाथम आने के लिए कहा गया जहां उसे पीट-पीटकर मार डाला गया।

पुलिस ने परमेश्वरी के पिता रासु (63), मां अलकुनाची (58), भाई मलाइचामी (33) और दूसरे भाई बालकुमार (28) को गिरफ्तार कर नाथम कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है।

CM योगी आदित्यनाथ बोले- तीसरी लहर को लेकर तैयार हैं, ब्रेकर बनी कोरोना महामारी

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने indian express e adda के साथ इंटरव्यू में कहा कि आबादी के हिसाब से यूपी देश का सबसे बड़ा राज्य है और यहां चुनौतियां भी बड़ी हैं. सीएम ने कहा कि विरासत में जो मिला था वो सबके सामने है. लेकिन, आज यूपी को लेकर लोगों की धारणा बदली हुई है. यूपी ने बहुत कुछ अर्जित किया है. आज ये देश की दूसरे नंबर की आर्थव्यवस्था है. सीएम योगी ने कहा कि आगले पांच साल में यूपी नंबर एक अर्थव्यवस्था होगी.

 

कोरोना महामारी ब्रेकर बनी
इंटरव्यू के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी में बीजेपी की सरकार बनने के बाद पहले 3 साल में कोई समस्या नहीं आई. लेकिन, कोरोना महामारी ब्रेकर बनी और कार्य को प्रभावित किया. उन्होंने कहा कि यूपी के चैलेंज अलग थे. लेकिन, कोरोना के दौर में एक भी प्रवासी, कामगार या श्रमिक ये नहीं कह सकता है कि यूपी में उसके साथ भेदभाव हुआ है. हमने हर तरह की सुविधाएं दी. कहीं से कोई शिकायत नहीं मिली.

 

चार लाख टेस्ट रोजाना करने की क्षमता है
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना की शुरुआत हुई थी तो यूपी में टेस्ट की सुविधा नहीं थी, आज चार लाख टेस्ट रोजाना करने की क्षमता रखते हैं. इसके लिए केंद्र से सहयोग मिला है और देश के किसी भी राज्य से बेहतर रिजल्ट है. सीएम ने कहा कि दूसरी लहर को लेकर तमाम लोगों के भ्रांतियां फैलानी शुरू की. मैं खुद कोरोना की चपेट में आ गया था. रिपोर्ट निगेटिव आने पर खुद फील्ड पर उतरा. लोगों ने कहा कि कोरोना गांवों में फैल गया. गांवों में इंतजाम किए गए और दैरे शुरू हुए.

 

कुछ लोगों ने भ्रम फैलाने की कोशिश की
सीएम योगी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई देश की लड़ाई है. इसे सामूहिक रूप से लड़ा जाना चाहिए. लेकिन, ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोगों ने भ्रम फैलाने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सबकी सामूहिक जिम्मेदारी थी. कुछ लोगों ने ना केवल नकारत्मकता फैलाई बल्कि इसी मिशन में लगे रहे. लोग कह रहे थे मई और जून में स्थिति खराब होगी लेकिन यूपी का महोबा जिला कोरोना से मुक्त हो चुका है. कई जिलों में सिंगल डिजिट में कोरोना केस आए हैं. आज प्रदेश में एक्टिव केस 3666 रह गए हैं. सीएम ने कहा कि एक-एक मौत दुखद है, सबके प्रति हमारी संवेदना है.

 

जीवन के साथ-साथ जीविका को भी चलाने का काम किया
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना कर्फ्यू खुल गया है, सामान्य कामकाज हो रहा है, साप्ताहिक बंदी जारी है. उन्होंने कहा कि दूसरी लहर में उद्योग और ऑफिस बंद नहीं हुए. खेती-बड़ी का काम चलता रहा. यूपी परिवहन निगम की बसें चलती रहीं. लोगों को समस्या ना हो इसका भी ध्यान रखा गया. जीवन के साथ-साथ जीविका को भी चलाने का काम किया.

 

भ्रामक प्रचार का बुरा प्रभाव पड़ा
सीएम ने कहा कि हम महामारी का सामना कर रहे हैं. आज कोविड का बेहतर प्रबंधन है. महामारी में हर प्रकार के संसाधन कम पड़ जाते हैं. दूसरी लहर तीव्र थी और इन सबके बीच भ्रामक प्रचार का भी बुरा प्रभाव पड़ा. ऐसे वक्त में पब्लिक अवेयरनेस जरूरी है. सरकार ने ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलवाई, एयरफोर्स की मदद ली गई. वो चेहरे एक्सपोज किए जाने चाहिए थे जिन्होंने भ्रम फैलाया लेकिन ऐसा नहीं हो पाया.

 

तीसरी लहर को लेकर तैयार हैं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तीसरी लहर को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है. मिशन मोड में काम कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि तीसरी लहर बच्चों को चपेट में ले सकती है. ऐसे में हमने टीकाकरण का काम तेज किया है. दूसरी लहर में निगरानी समितियों ने अच्छा काम किया था. अब बच्चों की भी मेडिसिन किट बनाई है. निगरानी समिति के माध्यम से ये किट घर-घर किट पहुंचाएंगे. तीसरी लहर को लेकर तैयार हैं.

आपदा के दौरान दो घंटे में बहाल हो सड़क, पानी और बिजली की सुविधा : धनसिंह रावत

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देहरादून, मानसून सीजन में संभावित आपदा के मद्देनजर सभी रेखीय विभागों को 24 घंटे अलर्ट मोड में रहने को कहा गया है। इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, लोक निर्माण विभाग, जल संस्थान, ऊर्जा निगम के अधिकारियों को आपदा के दौरान दो घंटे के भीतर पानी, बिजली, सड़क से संबंधित सेवाएं बहाल करने के लिए निर्देशित किया गया है।

आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास राज्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने मंगलवार को विधानसभा में विभागीय समीक्षा बैठक के बाद यह जानकारी दी। डा. रावत ने बैठक में कहा कि संपूर्ण उत्तराखंड आपदा की दृष्टि से संवेदनशील है। ऐसे में आपदा प्रबंधन समेत सभी रेखीय विभागों को 24 घंटे अलर्ट रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि राज्य में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए फिलहाल दो हेलीकाप्टर किराए पर लिए गए हैं। इनमें से एक की तैनाती पिथौरागढ़ में कर दी गई है, जबकि दूसरा हेलीकाप्टर शीघ्र ही गौचर में तैनात किया जाएगा।

बैठक में आपदा के दौरान सूचनाओं के आदान-प्रदान, त्वरित कार्रवाई और राहत व बचाव कार्यों के कुशल संचालन को राज्य एवं जिला स्तर पर आधुनिक तकनीक एवं सुविधाओं से युक्त रिस्पांस सिस्टम तैयार करने की जरूरत पर बल दिया गया। इससे आपदा के दौरान आपदा प्रबंधन एवं रेखीय विभागों के पास मौजूद उपकरणों, मानव संसाधन और समस्याओं के निदान की जानकारी तत्काल प्राप्त हो सकेगी। सभी रेखीय विभागों ने बरसात के मद्देनजर की जा रही तैयारियों की जानकारी देते हुए अपने-अपने विभागों की कार्ययोजना के बारे में जानकारी दी।

उत्तराखण्ड़ : 29 जून को होगा उपनल कर्मियों के मानदेय में बढ़ोतरी पर फैसला, निकाले गए कर्मियों की सूची भी तलब

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(फोटो प्रतीकात्‍मक)

देहरादून, उपनल कर्मियों के मानदेय बढ़ोतरी पर अब 29 जून को फैसला होगा। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी की अध्यक्षता में गठित मंत्रिमंडल की उपसमिति की बैठक में विस्तृत-विचार विमर्श के बाद यह निर्णय लिया गया। उन्होंने अगली बैठक में प्रबंध निदेशक उपनल को उपनल कर्मियों की श्रेणीवार पूरी जानकारी लाने को कहा। उन्होंने विभिन्न विभागों से निकाले गए उपनल कर्मियों की सूची भी तलब की है, ताकि उन्हें फिर से तैनात करने का निर्णय लिया जा सके।

सचिवालय में मंगलवार को सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडलीय उपसमिति की बैठक हुई। बैठक में उपनल कर्मियों के मानदेय को बढ़ाने और इससे सरकार पर पड़ने वाले खर्च के संबंध में चर्चा हुई। हालांकि, इस दौरान उपनल कर्मियों का श्रेणीवार आंकड़ा न होने के कारण इसमें आने वाले कुल खर्च का अंदाजा नहीं लगाया जा सका। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि बैठक में कुछ अधिकारियों के न आने और उपनल कर्मियों से संबंधित कुछ आंकड़े पूरे न होने के कारण मंगलवार 29 जुलाई को फिर बैठक बुलाई गई है।
इसमें अधिकारियों से उपनल कर्मियों की श्रेणीवार सूची लाने को कहा गया है। इसके साथ ही उपनल के जरिये तैनात विभिन्न विभागों से निकाले गए कार्मिकों के बारे में भी जानकारी उपलब्ध कराने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि उपनल कर्मी केवल कर विभाग में ही नहीं, अन्य विभागों में भी ऐसे में सभी निकाले गए कार्मिकों का ब्यौरा लाने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को होने वाली बैठक में मानदेय बढ़ाने के संबंध में निर्णय ले लिया जाएगा। बैठक में मुख्य सचिव ओमप्रकाश, सचिव वित्त अमित नेगी, एल फैनई व एमडीडी उपनल बिग्रेडियर पीपीएस पाहवा (सेवानिवृत्त) भी मौजूद थे।