Sunday, May 11, 2025
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दिल्ली-एनसीआर में भीषण गर्मी के बाद आंधी और तेज बारिश, लोगों ने राहत की सांस ली, देखें वीडियो

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नई दिल्लीः दिल्ली-एनसीआर के कुछ हिस्सों में शुक्रवार को हुई बारिश ने भीषण गर्मी से राहत दिलायी। उच्च तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार करने के कारण दिल्ली भीषण गर्मी की चपेट में है।

भीषण गर्मी से जूझ रही दिल्ली को आज शाम को राहत मिली, क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में बारिश हुई।आज लगातार चौथे दिन दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर था, जो अब शहर में छिटपुट बारिश के कारण कुछ डिग्री गिर गया है।

तीन दिनों से लू से जूझ रहे दिल्लीवासियों को कुछ राहत

राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में शुक्रवार को हुई बारिश से पिछले तीन दिनों से लू से जूझ रहे दिल्लीवासियों को कुछ राहत मिली। मौसम विभाग ने शाम को आंधी चलने और बारिश होने का अनुमान जताया था। राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 43.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो 2012 के बाद जुलाई में दर्ज किया गया सर्वाधिक तापमान था।

विभाग के अनुसार, शहर में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह साढ़े आठ बजे हवा में आर्द्रता का स्तर 25 प्रतिशत रहा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि शहर में सात जुलाई तक मानसून आने की ”कोई संभावना” नहीं है। राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार शाम को मौसम में अचानक बदलाव हुआ और तेज गति से हवाएं चलने लगी तथा कुछ क्षेत्रों में बारिश भी हुई।

कम बारिश की गतिविधि जारी रहने की संभावना

क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र (आरडब्ल्यूएफसी) नई दिल्ली ने गुरुवार को दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के आसपास के क्षेत्रों में कई स्थानों पर मध्यम तीव्रता के साथ गरज के साथ बारिश की भविष्यवाणी की थी। अगले 5-6 दिनों के दौरान प्रायद्वीपीय भारत के उत्तर पश्चिमी, मध्य और पश्चिमी हिस्सों में कम बारिश की गतिविधि जारी रहने की संभावना है।

निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर ने भी दक्षिणी दिल्ली और फरीदाबाद के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी और हल्की बारिश की भविष्यवाणी की थी। स्काईमेट के अधिकारी महेश पलावत ने ट्विटर पर कहा, “एनसीआर के अन्य इलाकों में भी तेज हवाओं के साथ गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं।”

राजधानी में तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस से नीचे था

मानसून की बारिश निर्धारित समय से देरी से चलने के कारण दिल्ली में भीषण गर्मी ने तापमान को नौ साल के उच्चतम स्तर पर धकेल दिया है। दिल्ली में गुरुवार को 43.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जो 2012 के बाद से शहर में सबसे गर्म जुलाई का दिन है, जब राजधानी में तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस से नीचे था।

 

 

तेज हुई अटकलेंं : क्या उत्तराखंड के लिए भाजपा हाईकमान तलाश रहा एक और नया चेहरा..? ‘सीएम तीरथ की खामोशी’ – विशेष रिपोर्ट

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(शंभू नाथ गौतम वरिष्ठ पत्रकार)

उत्तराखंड की सत्तारूढ़ भाजपा सरकार में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर अटकलों का दौर पूरे ‘शिखर’ पर है । इसी को लेकर राज्य भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं के साथ विपक्ष कांग्रेस की भी दिल्ली की ओर निगाहें लगी हुई है । उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के बाद अब उत्तराखंड की तीरथ सरकार को लेकर पार्टी हाईकमान जबरदस्त ‘उधेड़बुन’ में है। तीन दिनों से राजधानी देहरादून से लेकर दिल्ली तक ‘कयासों का बाजार गर्म है। वहीं मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ‘मौन’ हो गए हैं । दो दिन पहले यानी बुधवार को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह को दिल्ली के नेतृत्व में अचानक तलब किया था। उसके बाद उसी दिन देर रात तीरथ की गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात हो पाई थी। जिसके बाद पार्टी आलाकमान ने मुख्यमंत्री को दिल्ली में रुकने के लिए कहा गया था ।

सियासी अटकलों के बीच अब चर्चा इस बात की हो रही है कि आखिरकार दिल्ली में कौन सी ‘हलचल’ चल रही है। ‘मुख्यमंत्री तीन दिन से दिल्ली में है, ऐसे में सवाल ये कि आखिरकार भाजपा हाईकमान क्या कोई बड़ा फैसला लेने जा रही है’। आज सीएम के दिल्ली से वापस देहरादून पहुंचने की भी बात सामने आ रही है। लेकिन अभी भी तीरथ राजधानी देहरादून नहीं लौटे हैं। वह आज सुबह से ही दिल्ली में अपने सांसद आवास ‘कावेरी अपार्टमेंट’ पर रुके हुए हैं। सुबह से ही मुख्यमंत्री तीरथ दिल्ली स्थित अपने आवास में ‘चुपचाप’ नजर आए न उन्होंने किसी से मुलाकात की और नहीं बाहर निकले। इस बीच दोपहर करीब एक बजे एक बार फिर तीरथ ने जेपी नड्डा से मिलने पहुंचे। इसके बाद फिर कयासों का दौर शुरू हो गया है

‘देहरादून में तो यहां तक चर्चा है कि भाजपा हाईकमान ने उत्तराखंड की कमान देने के लिए एक नया चेहरा भी तलाश लिया है’। ‘उत्तराखंड की सियासत में अटकलों का बाजार और तेज हो गया जब केंद्रीय नेतृत्व ने उत्तराखंड तीरथ सरकार के दो मंत्रियों को अचानक दिल्ली बुला लिया’। जमीनी स्तर पर मिल रहे फीडबैक के आधार पर नेता दिल्ली तलब किए गए हैं। यहां हम आपको बता दें कि कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और धन सिंह रावत को आज दिल्ली बुलाया गया। इससे पहले मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को भी चिंतन बैठक के तुरंत बाद दिल्ली तलब किया गया था। आज सीएम तीरथ सिंह रावत की देहरादून वापसी थी, लेकिन अभी तक वह नहीं पहुंच सके हैं। संभव है तीरथ के देहरादून लौटने पर पार्टी कोई ‘बड़ा एलान’ कर सकती हैैैै ।

दिल्ली में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को लेकर क्या हो चुका है फैसला …??

 

भाजपा हाईकमान अगले साल उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव तीरथ सिंह के नेतृत्व में लड़ने के ‘मूड’ में नहीं है। इसके साथ ही उत्तराखंड के दिग्गज भाजपाई भी इस पक्ष में नहीं हैं। चर्चा यह भी है कि दो-तीन दिन में पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व कोई बड़ा फैसला ले सकता है। यह बड़ा फैसला क्या है, इस पर कोई भी खुलकर नहीं बोल रहा। यदि उपचुनाव की स्थिति नहीं बनी तो सरकार में फिर से नेतृत्व परिवर्तन हो सकता है। बता दें कि ‘दिल्ली में इस बार तीरथ सिंह रावत राज्य की सत्ता पर काबिज रहेंगे या हटाए जाएंगे, पार्टी आलाकमान ने रणनीति बना ली गई है’ । घोषणा करना बाकी रह गया है।

रावत ने इसी साल 10 मार्च को मुख्यमंत्री की कमान संभाली थी। ऐसे में उन्हें 10 सितंबर से पहले विधायक बनना होगा। क्योंकि इसकी छह महीने की अवधि समाप्त हो रही है और यह भाजपा नेतृत्व को ‘परेशान’ किए हुए है। दूसरी ओर कई दिनों से चर्चा चली आ रही है कि विधायक के निधन के बाद राज्य की खाली हुई ‘गंगोत्री’ सीट से उपचुनाव तीरथ सिंह रावत लड़ सकते हैं। लेकिन इस सीट से तीरथ उप चुनाव लड़ने के लिए अपने आप को ‘तैयार’ नहीं कर पा रहे हैं । यदि उपचुनाव होता है तो मुख्यमंत्री गंगोत्री सीट से शायद ही चुनाव लड़ें, क्योंकि ‘देवस्थानम बोर्ड’ को लेकर वहां तीर्थ पुरोहित ‘नाराज’ चल रहे हैं। दूसरी ओर ‘चुनाव आयोग के नए नियम भी तीरथ के लिए मुश्किल बढ़ा रहे हैं’ । अंतिम समय में चुनाव से बचने के लिए भाजपा नया मुख्यमंत्री नियुक्त कर सकती है। ऐसे में पार्टी के सामने अन्य विकल्पों को देखते हुए कई उम्मीदवारों ने हाईकमान के सामने खुद को राष्ट्रीय राजधानी में ‘तैनात’ कर लिया है। यह अटकलें भी लगाई गईं कि यदि उपचुनाव की स्थिति नहीं बनी तो सरकार में फिर से ‘नेतृत्व परिवर्तन’ हो सकता है। दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी पिछले दिनों से अपनी सियासी सक्रियता अचानक तेज कर दी है ।

हरिद्वार : भाजपा नेत्री ने पार्टी के विधायक पर दर्ज कराया दुष्कर्म का मुकदमा

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हरिद्वार, जनपद हरिद्वार के ज्वालापुर से भाजपा विधायक सुरेश राठौर के खिलाफ भाजपा नेत्री की तहरीर पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया गया है, यह मुकदमा बहादराबाद थाने में दर्ज हुआ है। ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर के खिलाफ दुष्कर्म की गंभीर धाराओं में बहादराबाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। इस मुकदमे के पीछे की कहानी की कहानी क्या है, यह पुलिस की विवेचना के बाद ही साफ हो पाएगी। इस प्रकरण के बाद से विधायक सुरेश राठौर की प्रतिष्ठा सवालों के घेरे में आ गई है।

दूसरी तरफ बीते दिनों भाजपा विधायक सुरेश राठौर ने ज्वालापुर कोतवाली पुलिस को बताया था जिसमें आरोप लगाया था कि कुछ लोग कथित अश्लील वीडियो वायरल कर उन्हें ब्लैकमेल कर रहे हैं। विधायक की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। जिसके बाद पुलिस ने दो पत्रकारों सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया |
पुलिस ने मीडिया को बताया था कि आरोपी भाजपा विधायक को कथित आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने के नाम पर डेढ़ करोड़ रुपए मांग रहे थे। गिरफ्तार आरोपियों में एक रुड़की तथा दूसरा सहारनपुर का रहने वाला था।

जिसके बाद पुलिस ने इसी मुकदमे में एक भाजपा नेत्री और उसके पति सहित तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों में रणवीर गौतम, सतीश दास, एसडी गौतम, निवासी बेगमपुर बहादराबाद और विजेंद्र के नाम सामने आए थे,
इसी प्रकरण में अब पीड़िता ने विधायक सुरेश राठौर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर सनसनी मचा दी है।

राजपुर विधानसभा में सोशल मीडिया की कांग्रेस के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं की बैठक

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देहरादून, कांग्रेस पार्टी के अनुसूचित विभाग के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक राजकुमार के कैंप कार्यालय में सोशल मीडिया की बैठक का आयोजन किया गया

बैठक संचालन प्रदेश सचिव सोमप्रकाश वाल्मीकि द्वारा मीटिंग को आगे बढ़ाएं गया मुख्य अतिथि के रूप में युवा कांग्रेस प्रदेश सोशल मीडिया अध्यक्ष श्री विजय रतूड़ी मोंटी ने सभी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं से सुझाव मांगे

विजय रतूड़ी मोंटी ने कहा सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफार्म है जिससे हम सच्चाई को दर्शा सकते हैं राजकुमार जी के 5 साल के कार्य को अगर देखा जाए तो आने वाले 20 सालों में भी यह सरकार पूरी नहीं कर सकती चाहे वह कावली रोड का नाला हो या फिर रिस्पना नदी के पास मलिन बस्तियों का मालिकाना हक राजकुमार जी के कार्यकाल में ऐसे भी कई प्रोजेक्ट पास हुए थे जिन्हें वर्तमान सरकार ने भुला दिया है चाहे वह इंदिरा मार्केट का प्रोजेक्ट हो या फिर घंटाघर के पास पोस्ट ऑफिस का नाला जिन्हें कवर किया जाना था

आज हम देखेंगे तो राजकुमार के समय में बने हुए उस राजीव गांधी कंपलेक्स कि हालत क्या हो रखी है जहां वर्तमान सरकार द्वारा सभी योजनाएं आती है तहसील होने के बावजूद वहां पर इतनी गंदगी होती है मानो वर्तमान सरकार के पास नगर निगम कर्मचारी ना हो जबकि नगर निगम में बैठे मेयर वर्तमान सरकार के हैं
आज की यह वर्तमान की सरकार सिर्फ और सिर्फ झूठे वादे और जुमलेबाजी मैं ही प्रसिद्ध माने जा रही है और हम सभी सोशल मीडिया के माध्यम से उस चीज का प्रसार एवं प्रचार करेंगे

इस अवसर पर राजकुमार ने कहा कांग्रेस पार्टी सदैव जनहित के लिए कार्य करती आई है चाहे वह समाज कल्याण से बेटियों की शादी का हो या फिर श्रमिक विभाग से श्रमिक मजदूरों को जरूरतमंद समान दिलाना या स्वास्थ संबंधित सुविधाओं को उपलब्ध कराना कांग्रेस का उद्देश्य हमेशा से ही बेरोजगार को रोजगार दिलाना है और इस समय भी हम वही लड़ाई लड़ रहे हैं आज आप देखिए युवा बेरोजगार है समाज कल्याण में कोई भी योजनाएं गरीबों के लिए नहीं चलाई जा रही है और श्रम विभाग में आए दिन कांग्रेस से चले आ रही योजनाओं को निरस्त किए जा रहे हैं और अस्पतालों की व्यवस्था ऐसे हैं कि लाखों लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा इस बैठक में पार्षद देविका रानी , निखिल कुमार , देवेंद्र कौर, तेजेंद्र कौर ,महिला प्रदेश सचिव इमरान प्रवीण , ब्लॉक अध्यक्ष राजेंद्र खन्ना ,
विवेक चौहान , राम कपूर , शेखर कपूर , मक्खन सिंह , रवि कुमार , प्रियांशु , शहजाद , सूरज भट्ट , सचिन मेहता आदि उपस्थित रहे

भारतीय स्टेट बैंक कर्मियो ने मनाया 66 वां स्थापना दिवस

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हरिद्वार 2 जुलाई (कुलभूषण) भारतीय स्टेट बैंक की एस एम ई रानीपुर शाखा में  द्वारा बैंक का 66 वां स्थापना दिवस मनाया गया।  इस अवसर पर बैंक प्रशासन की ओर से कई आयोजित कार्यक्रमों के तहत एक ओर सामाजिक सेवाए पर्यावरण संरक्षण स्वास्थ्य  डिजिटल बैंकिंग सुविधाएं  और पौधरोपण कर सामाजिक दायित्व का निर्वहन किया गया।
बैंक के सभी कर्मचारियों के द्वारा शाखा उपप्रबंधक रुबि मिश्रा एवं सहायक शाखा उपप्रबंधक अमृता शर्मा बत्रा के संयोजन में बैंक को ग्राहकों की प्रथम वरीयता बैंक के रूप में बनाए रखने की शपथ ली।

इसके बाद शाखा उपप्रबंधक रुबि मिश्रा एवं सहायक शाखा उपप्रबंधक अमृता शर्मा बत्रा ने सीआईएसएफ के कमान्डेंट एस डी आर्य से भेंट कर कारपोरेट सामाजिक सुरक्षा के तहत् उन्हें सीआईएसएफ हेतु कम्प्यूटर भेंट किये।
कार्यक्रम के दौरान बैंक के अधिकारियों कर्मचारियों  द्वारा केक  काट कर स्थापना दिवस समारोह को कोविड 19 की एस ओ पी के दृष्टिगत मनाया गया।

उप महाप्रबंधक रुबि मिश्रा एवं सहायक शाखा उपप्रबंधक अमृता शर्मा बत्रा ने पौधरोपण  किया । सुश्री रुबि मिश्रा ने कहा कि वैसे तो हम अपना 66 वां स्थापना दिवस मना रहे हैं परंतु हमारा गौरवशाली अतीत 213 वर्ष का रहा है। सन 1806 में बैंक ऑफ बंगाल और उसके बाद बैंक ऑफ मद्रास और बैंक ऑफ बांबे की स्थापना हुई। 1921 में इन तीनों बैंको का विलय करके इंपीरियल बैंक बनाया गया। एक जुलाई 1955 को भारतीय स्टेट बैंक का गठन कर इंपीरियल बैंक का इसमें विलय कर दिया।

उत्तराखंड : वन महोत्सव का शुभारंभ, पौधे लगाना ही नहीं उन्हें बचाना भी है जरूरी : वन मंत्री हरक सिंह रावत

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देहरादून, वन मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने बड़ोवाला में पौधा रोपने के साथ ही वन महोत्सव की शुरूआत की इस दौरान वन मंत्री ने क्षेत्रवासियों से भी संवाद किया। उन्होंने कहा कि वन को बचाने के लिए पौधे लगाना जरूरी है, लेकिन पौधों को बचाए बिना वन का संरक्षण संभव नहीं।

बरसात में पौधारोपण कर अपनी जिम्मेदारी समाप्त नहीं समझी जा सकती। बल्कि ये पौधे भविष्य में पेड़ बनें तब तक इनका ख्याल रखा जाए। गुरुवार को देहरादून वन प्रभाग की आशारोड़ी रेंज के तहत आरकेडिया ग्रांट में वन मंत्री ने बड़ का पौधा रोपा। वन विभाग ने पीपल, बड़, पीलखन, कपूर, बेलपत्री, कंजू, नीम, शीशम, जामुन, रुद्राक्ष आदि के 350 पौधे रोपे। वन मंत्री ने वन एवं वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए आगे आने व वृहद स्तर पर पौधारोपण करने को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि इस कोरोना महामारी में आक्सीजन का महत्व समझ में आया है। हमें एक मिशन के तौर पर अधिक से अधिक पौधों का रोपण करना होगा। उन्होंने ‘आओ मिलकर वृक्ष लगाएं, अपना वातावरण स्वच्छ बनाएं’ स्लोगन भी दिया |

प्रमुख मुख्य वन संरक्षक राजीव भरतरी ने वन विभाग के पौधारोपण अभियान की जानकारी दी। बताया गया कि उत्तराखंड वन विभाग, विभागीय पौधारोपण के साथ वन महोत्सव, हरेला एवं अन्य कार्यक्रम के माध्यम से जनता के साथ मिलकर विभिन्न प्रजातियों के पौधों का रोपण कराएगा। इस अवसर पर वन निगम के प्रबंध निदेशक डीके शर्मा, अपर प्रमुख वन संरक्षक समीर सिन्हा, मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल सुशांत पटनायक, वन संरक्षक शिवालिक वृत्त अखिलेश तिवारी, वन संरक्षक यमुना वृत्त अमित वर्मा, डीसीएफ पंकज कुमार, डीएफओ राजीव धीमान, एसडीओ लाखन पंवार वनक्षेत्राधिकारी डा. उदय गौड़, जितेंद्र गुसाईं आदि ने भी पौधे रोपे।

दून के बड़ोवाला वार्ड-93 में डीएसपी चौक के पास स्थित वन विभाग के टोंगा ग्राउंड में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। मंत्री हरक सिंह रावत ने पीर बाबा मजार के पास एक हैंडपंप निर्माण का आश्वासन दिया। साथ ही वन विभाग का टोंगा ग्राउंड बच्चों के लिए उपलब्ध कराने के आदेश दिए। इस दौरान पार्षद विनय रावत, खेमचंद गुप्ता, जीवन रावत, सुखबीर बुटोला, बीना रतूड़ी आदि ने मंत्री का आभार जताया।

राज्य में रूसा फेज-3 में प्रस्तावित कार्यों के क्रियान्वयन हेतु तैयारियों के दिये निर्देश

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देहरादून, राज्य के सभी राजकीय विश्वविद्यालयों में एक माह के भीतर रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जायेगी अन्यथा विश्वविद्यालयों को इन पदों से हाथ भी धोना पड़ सकता है। इसके अलावा विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में सीबीसीएस सेमेस्टर प्रणाली लागू करने के लिए शासन स्तर पर उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जायेगा जो दो सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। राज्य में रूसा फेज-3 के तहत प्रस्तावित कार्यों के यथा समय क्रियान्वयन के लिए उच्च शिक्षा विभाग सभी प्राचार्यों एवं नोडल अधिकारियों के साथ रूपरेखा तैयार करेगा।

यह बात उच्च शिक्षा, सहकारिता, प्रोटोकाल, आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास राज्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने आज विधानसभा स्थित सभा कक्ष में उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में कही। उन्होंने कहा कि सभी राज्य विश्वविद्यालयां के कुलपतियों को वर्षों से रिक्त चल रहे शैक्षिणिक एवं शिक्षणेत्तर पदों पर एक माह के भीतर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिये हैं। जो विश्वविद्यालय रिक्त पदों को भरने में विफल रहेगा उनके रिक्त पदों को भविष्य में निरंतरता नहीं दी जायेगी। नई शिक्षा नीति के तहत सीबीसीएस प्रणाली को राज्य विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में लागू करने के लिए शासन स्तर पर एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है। जिसमें कुलपति, निदेशक उच्च शिक्षा, सलाहकार उच्च शिक्षा एवं प्रभारी सचिव उच्च शिक्षा शामिल होंगे। समिति सभी पहलुओं पर विचार-विमर्श कर दो सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। राज्य में रूसा फेज-02 की सफलता के बाद भारत सरकार ने रूसा फेज-03 की स्वीकृति प्रदान कर दी है। जिसके सफल क्रियान्वयन के लिए उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत राजकीय महाविद्यालयों के प्राचार्यों एवं नोडल अधिकारियों के साथ बैठक कर फेज-03 के तहत प्रस्तावित कार्यों की रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिये।

बैठक में सचिव उच्च शिक्षा विनोद प्रसाद रतूड़ी, कुलपति श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय डा. पी.पी. ध्यानी, कुलपति कुमाऊं विश्वविद्यालय प्रो. एन.के. जोशी, कुलपति सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय प्रो. एन.एस. भण्डारी, कुलपति दून विश्वविद्यालय प्रो. सुरेखा डंगवाल, निदेशक उच्च शिक्षा डा. कुमकुम रौतेला, अपर सचिवएम.एम. सेमवाल, सहालकार रूसा प्रो. एम.एस.एम रावत, प्रो. के.डी. पुरोहित, उप सचिव शिवस्वरूप त्रिपाठी, कुलसचिव दून विवि मंगल सिंह मद्रवाल, कुलसचिव कुमाऊं विवि दिनेश चन्द्रा, अनु सचिव ब्योमकेश दुबे, अनुभाग अधिकारी भवानी राम आर्य सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

आपदा प्रभावित परिवारों का पुनर्वास सरकार की प्राथमिकता : डा. धन सिंह रावत

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तीन जनपदों के 192 परिवारों के विस्थापन को मिली मंजूरी

विभागीय मंत्री के अनुमोदन के बाद शासन ने जारी की 63 करोड़ की धनराशि

देहरादून, राज्य सरकार ने प्राथमिकता के आधार पर विस्थापन एवं पुनर्वास नीति के अंतर्गत कुल 192 परिवारों का विस्थापन की स्वीकृति प्रदान कर दी है। जिसमें जनपद पिथौरागढ के 185 परिवार, बागेश्वर के चार और रूद्रप्रयाग के तीन परिवार शामिल हैं। इसके लिए शासन ने विभागीय मंत्री के अनुमोदन के उपरांत कुल 63 करोड़ की धनराशि जारी कर दी है। जिसमें 13 करोड की धनराशि राज्य आपदा मोचन निधि तथा 50 करोड़ की धनराशि विश्व बैंक सहयतित डिजास्टर रिकवरी प्रोजेक्ट के तहत स्वीकृत की गई है।

सूबे के आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास राज्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि विभिन्न दैवीय आपदाओं से प्रभावित परिवारों का विस्थापन एवं पुनर्वास राज्य सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। इसी के तहत सरकार ने आपदा प्रभावित परिवारों के विस्थापन में तेजी दिखाते हुए 192 परिवारों के विस्थापन की स्वीकृति प्रदान की है। जिसमें जनपद पिथौरागढ़ के 185 परिवारों का विस्थापन किया गया है।

जिनके विस्थापन के लिए शासन ने 7 करोड़ 85 लाख 20 हजार की धनराशि जारी कर दी है। पुनर्वास नीति के तहत विस्थापन के लिए जनपद पिथौरागढ की़ धारचूला तहसील में 26 परिवार, पिथौरागढ़ तहसील में 20 परिवार, मुनस्यारी तहसील में 108 परिवार, बंगापानी तहसील में 24 परिवार, डीडीहाट के 4 परिवार और तेजम के तीन परिवार शामिल है। जनपद रूद्रप्रयाग की जखोली तहसील में 3 परिवारों के विस्थापन के लिए शासन द्वारा कुल 12 लाख 75 हजार की धनराशि स्वीकृत की गई है जबकि बागेश्वर में 4 परिवारों के विस्थापन के लिए 17 लाख की धनराशि स्वीकृत कर दी गई है। इसके तहत आपदा प्रभावित परिवारों को भवन निर्माण के लिए रूपये चार लाख, गौशाला निर्माण के लिए रूपये 15 हजार एवं विस्थापन भत्ते के तौर पर रूपये 10 हजार की धनराशि दी जायेगी।

ब्रैकिंग न्यूज : उत्तराखण्ड़ के सीएम तीरथ ने की इस्तीफे की पेशकश

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देहरादून, सत्ता के गलियारों से बड़ी खबर आ रही है कि उत्तराखण्ड़ के सीएम तीरथ सिंह रावत ने इस्तीफा दे दिया, अब मुख्यमंत्री के चुनाव को लेकर चल रही अटकलें अब खत्म हुई है।
मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आज भाजपा सुप्रीमो जेपी नड्डा को इस्तीफा सौंप दिया, जबकि इससे पहले मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से मुलाकात के लिए समय मांगा था लेकिन घटना क्रम क्या हुआ कि मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को इस्तीफा ना सौंपकर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को इस्तीफा सौंप दिया। सीएम के अचानक इस्तीफे से उत्तराखण्ड़ में भाजपा के भीतर ही भीतर जरूर कुछ तो चल रहा है कि सीधे और सरल राजनीति करने वाले मुख्यमंत्री तीरथ को इस्तीफा देना पड़ा, जबकि राज्य में आगामी साल में विधानसभा चुनाव होने हैं | अब कौन सीएम पद का कांटों भरा ताज पहनेगा यह भी भाजपा हाई कमान के लिये चुनौती भरा है |

कोरोना अपडेट : राज्य में 24 घंटे में मिले 109 नए संक्रमित, दो की हुई मौत, एक्टिव केस घटकर 1864 हुये

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देहरादून, उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण कम होने लगा है, पिछले 24 घंटे में राज्य में कोरोना संक्रमण के 109 नए मामले सामने आए हैं। वहीं दो मरीजों की मौत हुई है। इसके अलावा आज 108 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। वहीं, एक्टिव केस की संख्या घटकर 1900 से कम हो गई है।
राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, शुक्रवार को 21082 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, अल्मोड़ा में दो, बागेश्वर में एक, चमोली में चार, चंपावत में एक, देहरादून में 49, हरिद्वार में नौ, नैनीताल में 13, पौड़ी में तीन, पिथौरागढ़ में 12, रुद्रप्रयाग में दो, टिहरी में दो, ऊधमसिंह नगर में पांच और उत्तरकाशी में छह मामले सामने आए हैं।

प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या तीन लाख 40 हजार 488 हो गई है। इनमें से तीन लाख 25 हजार 361 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं, सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 1864 पहुंच गई है। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7327 लोगों की जान जा चुकी है।

ब्लैक फंगस मरीजों का आंकड़ा पांच सौ पार

प्रदेश में शुक्रवार को ब्लैक फंगस के तीन नए मरीज मिले और एक की मौत हुई है। कुल मरीजों का आंकड़ा 500 के पार हो गया है। जबकि 99 मरीजों की मौत हो चुकी है। हेल्थ बुलेटिन के अनुसार देहरादून जिले में तीन नए मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है। जिन्हें उपचार के लिए एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया। वहीं, एम्स में एक मरीज ने इलाज के दौरान मौत हुई है। प्रदेश में ब्लैक फंगस मरीजों का आंकड़ा 502 पहुंच गया है, जिसमें 242 मरीज दूसरे राज्,यों से हैं। मरने वालों की संख्या 99 हो गई है। जबकि 103 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।