देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में हंस फाउंडेशन द्वारा राज्य को उपलब्ध कराई गई 30 एम्बुलेंस का फ्लैग ऑफ किया। हंस फाउंडेशन के संस्थापक भोले जी महाराज का जन्मोत्सव पर हंस फाउंडेशन द्वारा उत्तराखण्ड के दूरगामी क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए उत्तराखंड को 30 एम्बुलेंस, 20 ट्रूनेट जांच मशीनें और 500 ऑक्सीजन सिलेंडर प्रदान किए गए है।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने श्री भोले जी महाराज को जन्मदिवस की बधाई देते हुए कहा कि यह उत्तराखण्ड वासियों के लिए सौभाग्य की बात हैं कि श्री भोले जी महाराज जी एवं माता मंगला जी जैसे व्यक्तित्व हमारे साथ खड़े है। जो हर संकट के समय में राज्य के हित में कार्य कर रहे है और उनका आशीर्वाद एवं सहयोग हमेशा राज्य की जनता को मिलता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार आम जनमानस तक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ कराने हेतु कृत-संकल्प है। हमारे इस संकल्प के साथ हंस फाउंडेशन भी निरंतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है। इसके लिए उन्होंने भोले जी महाराज एवं माता मंगला का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हंस फाउण्डेशन द्वारा प्रदेश के विकास में विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग दिया जा रहा है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, डाॅ धन सिंह रावत, हंस फाउण्डेशन से श्री विकास वर्मा उपस्थित थे।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हंस फाउंडेशन द्वारा राज्य को उपलब्ध कराई गई 30 एम्बुलेंस का किया फ्लैग ऑफ
काशी सिंह ऐरी के नेतृत्व में जाने माने चिकित्सकों ने थामा उक्रांद का दामन
“ऐरी की अपील उत्तराखंड की जमीन व जमीर बचाने को आगे आये प्रबुद्ध जन , युवा शक्ति व मातृ शक्ति ने राज्य बनाने मे कुर्बानी दी अब राज्य बचाने के लिये छैत्रीय दल को मजबूती को आगे आना होगा”।
देहरादून- देहरादून के जाने माने चिकित्सकों ने उत्तराखंड क्रान्ति दल में आस्था जताते हुये अपना समर्थन दिया। इस अवसर पर कई चिकित्सकों ने उक्रांद में आस्था जताते हुए दल की सदस्यता ग्रहण की व छैत्रीय दल को मजबूत बनाने का संकल्प लिया।
उत्तरांचल प्रेस क्लब देहरादून में दल के नव नियुक्त केन्द्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी की अगुवाई में ओली नेत्र चिकित्सालय के जाने माने नेत्र सर्जन बी.के ओली, पूर्व निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य डा. वी.सी पाठक, सेवानिवृत्त मेजर महाबीर सिंह रावत, एडवोकेट एस.एन.विष्ट आदि ने उत्तराखंड क्रान्ति दल की सदस्यता ग्रहण की।
इस अवसर पर सीएमआई के जाने माने न्यूरो सर्जन डा. महेश कुड़ियाल, परम हास्पिटल के डा. विमल नौटियाल, सर्जन डा. माधव मैठाणी, ने भी उत्तराखंड की बेहतरी के लिये उत्तराखंड क्रान्ति दल का समर्थन करने की बात कही।
उत्तरांचल प्रेस क्लब मे आहुत प्रेस वार्ता मे उक्रांद के नव नियुक्त केन्द्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने उत्तराखंड के प्रबुद्ध जनो , युवा शक्ति, मातृ शक्ति से उत्तराखंड की वेहतरी के लिये उक्रांद से जुड़ने का आवाह्न किया।उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की जमीन व जमीर. बचाने के लिये प्रदेश के बुद्धिजीवी व आम जनता को आगे आना होगा।
उन्होंने दल की मजबूती के लिये पुराने चेहरों को दल से जोड़ने पर भी बल दिया। उन्होंने जानकारी देते हुये बताया कि दल की कार्यकारिणी कै विस्तार होने तक दल के पूर्व महामंत्री किसन मेहता को अग्रिम ब्यवस्थाओं तक दल के केन्द्रीय कार्यालय संचालन की जिम्मेदारी दी गई। इस अवसर पर दल के पूर्व अध्यक्ष डा. नारायण सिंह जंतवाल, पूर्व विधायक पुष्पेश त्रिपाठी, पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष हरीश पाठक, वरिष्ठ नेता चन्द्रशेखर कापड़ी, पूर्व महामंत्री बहादुर रावत, आनंद सिलमाना, सुनील ध्यानी, विजथ बौड़ाई, महानगर अध्यक्ष दीपक रावत आदि मौजूद थे।
बड़ी खबर : ऊर्जा निगम के 3500 से ज्यादा कर्मचारी हड़ताल पर बैठे, बिजली घरों पर लटके ताले, मुख्य सचिव से वार्ता विफल
देहरादून, अपनी 14 सूत्री मांगों को लेकर उत्तराखंड के तीनों निगमों के ऊर्जाकर्मियों की सचिव और फिर मुख्य सचिव से वार्ता विफल हो गई। उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने सोमवार रात 12 बजे से हड़ताल शुरू कर दी। इसके तहत न तो यूजेवीएनएल के विद्युत गृहों पर कर्मचारी काम करेंगे और न ही बिजली से जुड़ी किसी भी गतिविधि में सहयोग करेंगे।
बिजली कर्मियों की हड़ताल के बाद उत्तरकाशी में मंगलवार सुबह मनेरी भाली एक और मनेरी पाली दो की टरबाइन थमी गई है। जिससे विद्युत उत्पादन ठप हो गया है। वहीं, उत्तरकाशी के कई इलाकों में बिजली गुल है। ऊर्जा निगम में सचिव ऊर्जा सौजन्या, एमडी दीपक रावत, पूर्व एमडी नीरज खैरवाल सहित कई अधिकारी मौजूद हैं। अधिकारी लगातार कर्मचारियों को समझाने में जुटे हैं। वहीं, देहरादून में भी कई फीडर से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। दून के सभी बिजलीघरों में ताले लटके हैं। अधिकारियों के मोबाइल बंद हैं। उधर, बिजली कटने की वजह से लोग भी परेशान हो रहे हैं।
राजधानी देहरादून में भी 20 फीसदी इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप है। उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड के लगभग सभी पावर हाउस में बिजली उत्पादन रुक गया है। बता दें कि रात मलेरी भाली परियोजना ठप होने की वजह से सरकार ने करीब 250 मेगावाट बिजली एनटीपीसी से ली है।
14 सूत्री मांगों को लेकर यूपीसीएल, यूजेवीएनएल, पिटकुल के 10 संगठनों के करीब 3500 बिजली कर्मचारी चरणबद्ध आंदोलन चला रहे हैं। सोमवार को यूजेवीएनएल मुख्यालय पर सत्याग्रह और यूपीसीएल तक रैली निकालने के बाद यूपीसीएल परिसर में ही बिजली कर्मचारी धरने पर बैठ गए।
उधर, कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को दोपहर पहले करीब चार घंटे तक सचिव ऊर्जा सौजन्या और निगमों के आला अधिकारियों से वार्ता की, यह वार्ता विफल हो गई।
इसके बाद मुख्य सचिव डॉ.एसएस संधू ने उन्हें वार्ता के लिए बुलाया। यहां भी करीब चार घंटे तक वार्ता चली। वार्ता के बाद जहां शासन के अधिकारी हड़ताल न होने को लेकर आश्वस्त दिखे तो वहीं संयुक्त मोर्चा के तेवर तल्ख थे। मोर्चा के संयोजक इंसारुल हक ने बताया कि वार्ता बेनतीजा रही। रात 12 बजे तक सरकार कोई सकारात्मक निर्णय न होने पर समस्त बिजली कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी। इस हड़ताल में करीब 3500 बिजली कर्मचारी शामिल हो रहे है, ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन के अध्यक्ष शैलेंद्र दुबे ने कहा कर्मचारी लगातार बारिश के बावजूद उत्तराखंड विद्युत अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले भारी संख्या में बिजली कर्मचारी यूजेवीएनएल मुख्यालय में एकजुट हुए।
सोमवार को सुबह नौ बजे से ही जीएमएस रोड स्थित यूजेवीएनएल मुख्यालय पर बिजली कर्मचारियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया। सुबह 11 बजे तक जीएमएस रोड पर सड़क के दोनों ओर प्रदेशभर से आए बिजलीकर्मियों के वाहन खड़े हो गए। मुख्यालय के गेट के बाहर बने पंडाल में सभी एकजुटता से बैठ गए। मोर्चा के संयोजक इंसारुल हक ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि चार साल से वह हक की लड़ाई लड़ रहे हैं लेकिन इस बार चुप नहीं बैठेंगे।
वहीं, ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शैलेंद्र दुबे ने कहा कि उत्तराखंड की सरकार की न नीयत है और न ही कोई नीति है। उन्होंने कहा कि बिजली कर्मचारियों का काम अंधेरें को खत्म कर रोशनी लाना है, लेकिन सरकार उनके जीवन में अंधेरा लाने की जिद पर अड़ी है। 40 साल से जो लाभ बिजली कर्मचारियों को मिलते आ रहे थे, वह 2017 के बाद से खत्म कर दिए गए। उन्होंने कहा कि वह हड़ताल नहीं चाहते, लेकिन सरकार उन्हें इसके लिए मजबूर कर रही है। सभा में उत्तराखंड जनरल-ओबीसी इंप्लाइज एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष दीपक जोशी भी अपनी प्रांतीय कार्यकारिणी के साथ समर्थन देने पहुंचे। उन्होंने कहा कि ऊर्जा निगमों के कर्मचारियों की सभी मांगें जायज हैं, वह उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।
आंदोलनकारी बिजली कर्मचारियों की वजह से जीएमएस रोड पर दिनभर लंबा जाम लगा रहा। सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक तो यहां से वाहनों का निकलना भी मुश्किल हो गया। हालांकि बाद में पुलिस ने ट्रैफिक की व्यवस्था संभाली, दोपहर तीन बजे तक यूजेवीएनएल मुख्यालय पर सत्याग्रह करने के बाद बिजली कर्मचारी उत्साह के साथ यूपीसीएल मुख्यालय तक रैली लेकर पहुंचे। नारेबाजी करते हुए कई बिजली कर्मचारी मुख्यालय के भीतर घुस गए। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें बाहर आने के लिए बोला तो वह नहीं माने। बाद में बिजलीकर्मियों और पुलिसकर्मियों के बीच धक्कामुक्की हुई। हालांकि फिर पुलिस ने उन्हें बाहर निकालकर धरनास्थल पर पहुंचा दिया।
ऊर्जाकर्मियों की मांगें
ऊर्जा निगम के कार्मिक पिछले 4 सालों से एसीपी की पुरानी व्यवस्था तथा उपनल के माध्यम से कार्य कार्योजित कार्मिकों के नियमितीकरण एवं समान कार्य हेतु समान वेतन को लेकर लगातार सरकार से वार्ता कर रहे हैं। 22 दिसंबर 2017 को कार्मिकों के संगठनों तथा सरकार के बीच द्विपक्षीय समझौता हुआ परंतु आज तक उस समझौते पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। ऊर्जा निगम के कार्मिक इस बात से क्षुब्ध हैं कि सातवें वेतन आयोग में उनकी पुरानी चली आ रही 9-5-5 की एसीपी व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया है, जो कि उन्हें उत्तर प्रदेश के समय से ही मिल रही थी। यही नहीं पे मैट्रिक्स में भी काफी छेड़खानी की गई। संविदा कार्मिकों को समान कार्य समान वेतन के विषय में कोई कार्यवाही नहीं हुई। इसके अतिरिक्त ऊर्जा निगमों में इंसेंटिव एलाउंसेस का रिवीजन नहीं हुआ।
विधायक कपूर से मिले स्वयं सहायता समूह बिजली कर्मचारी
स्वयं सहायता समूह (एसएचजी उपभोक्ता सेवा समिति) के विद्युत कर्मचारियों ने विधायक हरबंस कपूर से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि विभाग को काफी लंबे समय से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। बहुत ही कम वेतन मिलता है, जिसमें आज के महंगाई के दौर में गुजारा करना मुश्किल हो गया है। बिजली विभाग का कोई अधिकारी उनकी सुध लेने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि कई कर्मचारी काम के दौरान अपनी जान गवां चुके हैं, उनके परिजनों को भी उचित मुआवजा नहीं दिया जाता है। दिन रात सेवा दे रहे कर्मियों को अवकाश की भी सुविधा नहीं है। न ही ओवर टाइम दिया जाता है। कर्मचारियों ने विधायक से मांग की कि उनकी समस्याओं को वह सरकार तक पहुंचाएं। इस दौरान विनोद कुमार, निशिकांत सोनकर, रवि ध्यानी, विकास कुमार, विजय कुमार, अनादि उप्रेती, मधु सूधन, सुरेश चौधरी, अमित कुमार, दिनेश, छोटे लाल, मनीष आदि मौजूद रहे।
रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने दिया समर्थन
उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन की प्रांतीय कार्यकारिणी ने ऊर्जा निगम कर्मियों के आंदोलन को समर्थन दे दिया है। यूनियन के प्रांतीय महामंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि ऊर्जा कर्मियों की 14 सूत्री मांगों का अध्ययन किया गया। यह पाया गया कि यह सभी मांगें बिल्कुल सही हैं। लिहाजा, उन्होंने भी बिजलीकर्मियों की हड़ताल को समर्थन दे दिया है। उन्होंने उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा को समर्थन संबंधी पत्र भेजा।
राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के तहत पंचायत प्रतिनिधियों को दिया प्रशिक्षण
देहरादून- राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के तहत विकास खंड चकराता के क्षेत्र पंचायत सदस्य एवं रेखीय विभागीय क्रमिकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। राजकीय गुलाब सिंह महाविद्यालय पुरोडी में सम्पन्न कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य प्रशिक्षक डा. सुभाष चन्द्र पुरोहित ने उपस्थित सभी प्रतिभागियों को जानकारी दी कि 9 अप्रैल 2021 से उत्तराखंड के सभी 13 जनपदों के 95 विकासखंडों की 7791 ग्राम पंचायतों के पंचायत प्रतिनिधियों को उनकी क्षमता विकास के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान, पंचायतों के वार्ड सदस्य, ग्राम स्तर पर स्वयं सहायता समूह के सदस्य, समितियों के सदस्य एवं रेखीय विभागीय क्रमिक प्रतिभाग कर रहे हैं।
विकास खंड चकराता की 9 न्याय पंचायतों में से तीन न्याय पंचायतों में न्याय पंचायत भुनाड, न्याय पंचायत बृनाड बास्तिल , न्याय पंचायत रंगेऊ में पंचायत प्रतिनिधियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न होने चुका है, शेष 6 न्याय पंचायतों में प्रशिक्षण कार्यक्रम 12 अगस्त तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
प्रशिक्षक भरत सिंह बिष्ट ने 73वें संम्विधान संशोधन की बारीकियों को समझाते हुए बताया कि 73वें संविधान संशोधन के तहत पंचायतों को संवैधानिक अधिकार दिए गए। पंचायतों में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण का प्रावधान किया गया, जबकि उत्तराखंड सरकार द्वारा महिलाओं को 50 प्रतिशत पंचायतों में भागीदारी सुनिश्चित कीमत गयी।
पंचायतों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए वित्त आयोग का गठन किया गया। गांव की खुशहाली एवं समृद्धि में हर पंचायत प्रतिनिधि की महत्वपूर्ण भूमिका है, सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों को अपने क्षेत्र के विकास में पूर्ण निष्ठा के साथ भागीदारी करनी चाहिए। सहायक खंड विकास अधिकारी राजेश नेगी ने उपस्थित सभी क्षेत्र पंचायत सदस्यों से आह्वान किया कि सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को गांव के हर परिवार तक पहुंचाने में क्षेत्र पंचायत सदस्य अपनी जिम्मेदारी सुनिश्चित करें। इस अवसर पर ग्राम विकास अधिकारी अखिलेश कुमार, ग्राम विकास अधिकारी प्रविन्द्र , ग्राम विकास अधिकारी हिमांशु नेगी, क्षेत्र पंचायत सदस्य महेंद्र सिंह, श्याम दत्त शर्मा, रमेश, वनीता, जगवीर सिंह, रीता देवी, हिमांशु सैनी , कैलाश चन्द्र , ए पी सेमवाल आदि मौजूद रहे।
खास खबर : उत्तराखंड़ कैबिनेट बैठक में 11 प्रस्तावों पर लगी मुहर, शिक्षण संस्थानों को 1 अगस्त से खोलने का निर्णय
देहरादून, मुख्यमंत्री धामी कैबिनेट की बैठक उत्तराखंड सचिवालय में सम्पन्न हो गई, बैठक में 11 प्रस्तावों पर मुहर लगी | प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कैबिनेट फैसलों की जनाकारी दी।
कैबिनेट ने शिक्षण संस्थानों को 1 अगस्त से कक्षा 6 से दोपहर 12 तक के स्कूलों को खोले जाने का फैसला लिया है।
इसके साथ ही 23 से 27 अगस्त तक होगा विधानसभा सत्र होगा।
कैबिनेट ने कौसानी को क्षेत्र घोषित कर दिया है. इसके साथ ही कौसानी को नगर पंचायत बनाने के रूप में मंजूरी दे दी है।
पंतनगर में ग्रीनफील्ड एअरपोर्ट को लेकर भी चर्चा हुई, जिस पर कैबिनेट ने 6 महीने के अंदर DPR बनाने के निर्देश दिए हैं।
एयर इंडिया को कंसल्टेंट नियुक्त करने की भी मंजूरी दी है।
आर्थिक संकट से गुजर रहे छात्रों को यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा आयोजित परीक्षा में जिसमें प्रीमलरी टेस्ट का प्रावधान है उसमें बच्चों को 50 हज़ार सहायता किया जाएगा, यानी 100 बच्चों को तैयारियों के लिए राज्य सरकार पैसा देगी।
सरकार द्वारा पर्यटन क्षेत्रों के तमाम लोगों को पैकेज के माध्यम से मदद करने की घोषणा को सरकार ने अनुमोदित किया।
सांस्कृतिक दलों को ₹2000 प्रति माह के हिसाब से 5 महीने तक सहायता दी जाएगी।
देहरादून एसीपी वेतन विसंगति सम्बन्धी प्रकरणों में फैसला।
पूर्व चीफ सेक्रेटरी इंदु कुमार पांडेय के नेतृत्व में कमेटी बनी इस रिपोर्ट के आधार पर सब कमेटी की रिपोर्ट बनेगी।अधिकतम तीन माह में मिलेगी रिपोर्ट।
ऊर्जा महकमे में जारी आंदोलन के बाबत कमेटी बनी
अमिता जोशी, अरुन्द्र चौहान, वित्त अनुभाग के अफसर होंगे शामिल।
रुद्रपुर राइजिंग फाउंडेशन की सातवीं वर्षगांठ पर 100 पौधे रोपे
रुद्रपुर, स्वच्छता व पर्यावरण के क्षेत्र में कार्यरत रुद्रपुर राइजिंग फाउंडेशन के सातवें स्थापना दिवस पर सर्वेश्वरी कालोनी में विभिन्न प्रजातियों के 100 पौधे रोपे गए।राइजिंग सदस्यों ने रुद्रपुर को हरा भरा व साफसुथरा बनाने का संकल्प दोहराया।
मंगलवार को सर्वेश्वरी कालोनी में आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने कहा कि वर्तमान समय में सभी प्रकार की पर्यावरण सम्बन्धी समस्याओं का एक मात्र समाधान पौधरोपण ही है। हमें वृक्ष लगाने के साथ-साथ उसके संरक्षण की भी प्रतिज्ञा लेनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण संतुलित रखने व स्वस्थ समाज के लिए पौधारोपण करें। रुद्रपुर राइजिंग द्वारा चलाया जा रहा अभियान प्रेरणास्त्रोत है।
प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने कहा कि कोरोना काल में सभी लोगों ने पेड़ पौधे के महत्व को समझा है। देखा है कि किस प्रकार आक्सीजन की कमी से मानव जिदगी दम तोड़ रही थी। मानव के जीवन में वनों का बहुत महत्त्व है। पशु पक्षियों से लेकर मानव तक सबके लिए वन बहुत उपयोगी है। वन किसी से कुछ मांगते नही है वो मानव को देने का कार्य करती है।
उन्होंने कहा कि पेड़ हमें धुप में छाया और फल–फूल देते है। पेड़ मानव के बहुत उपयोगी होते है। वन की प्राकृतिक सुन्दरता और आकर्षण सबसे अच्छी दिखती है।
रुद्रपुर राइजिंग अध्यक्ष विजय आहूजा ने फाउंडेशन के कार्यकलापों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वृक्ष प्रकृति के अनमोल रत्न हैं। इनकी रक्षा हम सबका दायित्व है। पर्यावरण सुरक्षित रहेगा, तो हम स्वस्थ रहेंगे।उन्होंने कहा कि पर्यावरण को नुकसान से अनेक बीमारियां, मानव जीवन व जीव सृष्टि को त्रस्त करेंगी। ऐसी स्थिति से बचने के लिए हम सभी को ‘वन है तो जीवन है, जल है तो कल है’ के संकल्प के साथ पर्यावरण की सुरक्षा एवं संरक्षण के प्रयास करने होंगे।
इससे पहले नीम ,गुलमोहर, कटहल,शहतूत,निम्बू,आंवला,मेहंदी,कढ़ी पत्ता आदि विभिन्न प्रजातियों के 100 पौधे रोपे गए।कालोनीवासियों ने इन पौधों को संरक्षित करने की जिम्मेदारी ली।
इस अवसर पर राइजिंग उपाध्यक्ष सुनील आर्य,आलोक जैन,आलोक राय,मुनीन्द्र सिंह,अवनीश राय,मनोज जोशी,डॉक्टर गौरव वाष्णेय,विनीत पाठक,राजकुमार, अमित ठाकुर,नरेंद्र ठाकुर,महिला अध्यक्ष
चन्द्रकला राय,मीनू जोशी,एकता यादव,मैरी थापा, दीपा राय,अर्चना राय,सुमन तिवारी,नीलम।काण्डपाल,रीता राय,गीता सक्सेना,निधि ठाकुर,सौरभी आदि मौजूद थी।
देहरादून : पुलिस ने किया सेक्स रैकेट का खुलासा, सात महिलाओं के साथ छह पुरुष गिरफ्तार
देहरादून : पटेलनगर के देहराखास में चल रहा था देह व्यापार का धन्धा, पुलिस ने छापा मार 13 को किया गिरफ्तार
देहरादून, जनपद की पटेलनगर पुलिस ने देह व्यापार में लिप्त कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है, क्षेत्र के एसओ प्रदीप राणा को जानकारी मिली की थाना पटेलनगर क्षेत्रान्तर्गत विभिन्न स्थानों में कुछ व्यक्तियों द्वारा मिलकर अवैध देह व्यापार का धन्धा किया जा रहा है । जिसकी बुकिंग ऑनलाइन स्कॉट वेवसाईड के माध्यम से की जाती है और इन लोगों द्वारा देहराखास में मितान्स अपार्टमेन्ट देवऋषि एन्क्लेव लेन नं.-7 में अपना हैड ऑफिस बनाकर कॉल गर्ल्स (लडकियों) को पर्यटक स्थल देहरादून , मसूरी , ऋषिकेश आदि स्थानों पर मोटी रकम लेकर भेजा जा रहा है।
इस सूचना पर प्रभारी निरीक्षक पटेलनगर द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए एक टीम गठित कर उक्त मितान्स अपार्टमेन्ट देवऋषि एन्क्लेव लेन नं.-7 पर दबिश दी गई जहाँ पर बाहर के कमरे में एक महिला पुरुष आपत्तिजनक अवस्था में पाये गये तथा उसी अपार्टमेन्ट के दूसरे कमरे मे 6 लडकियाँ 5 पुरुष नीचे बिस्तर डालकर रंगरलियाँ मनाते हुए आपत्ति जनक स्थिति में पाये गये । जिनसे पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि हमारा लीडर अजय कुशवाह उर्फ वरुण उर्फ साहिल है जिसके माध्यम से हम इस अपार्टमेन्ट में रुककर बुकिंग मिलने पर अलग-अलग स्थलों पर ग्राहक के पास जाते है।
आकर्षक फोटो दिखा करते थे बुकिंग
हम और हमारा लीडर अजय कुशवाह वेवसाईड व वट्सअप्प के द्वारा अपनी सुन्दर व आकर्षित फोटो को भेजते है और जिसके एवज में हम ग्राहक से दस हजार रुपये प्रति रात्रि लेते है और आजकल काम कम होने के कारण हम लोगों ने इस अपार्टमेन्ट में भी सैक्स रैकेट चला रखा है । पकडे गये व्यक्तियों से उनके द्वारा ग्राहकों को बुलाने के लिए प्रयोग किये जा रहे मोबाइल फोनों, लैपटॉप व एटीएम कार्ड , कार को बरामद किया गया, कमरे से उत्तेजक वर्द्वक दवाईयाँ और आपत्ति जनक वस्तुएँ बरामद हुई । इन महिलाओं और पुरुषों द्वारा देव भूमि की छवि को धूमिल करने के लिए नेपाल , पश्चिम बंगाल , कलकत्ता और दिल्ली आदि स्थानों से आकर अनैतिक देह व्यापार किया जा रहा था जिनको धारा 3/4/6/7 अनैतिक देह व्यापार अधि0 में गिरफ्तार किया गया ।
नाम पता अभियुक्त-
1- अभिषेक कुशवाह उर्फ वरुण उर्फ साहिल पुत्र अनिल कुमार निवासी E-160 कृष्णा गली भावपुर सादरा दिल्ली 32 उम्र 28 वर्ष –(गैंग लीडर)
2- नौशाद हुसैन पुत्र खालिद हुसैन निवासी मौहल्ला औरंगाबाद पो0 ओ0 हुसैनपुर तहसील नजीवाबाद थाना कीरतपुर जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश उम्र 28 वर्ष ।
3- राजवीर गिल पुत्र किलवेन्द्र सिह गिल निवासी गाँव कुकियाली पो0 ओ0 गुरबाग तहसील जिला चण्डेर पंजाव उम्र 22 वर्ष ।
4- रसैल हुसैन पुत्र कारी हुसैन निवासी J-1/407 गोविन्द पुरी कालकाजी डीडीए फ्लैट दिल्ली उम्र 26 वर्ष ।
5- संजीत भारोई पुत्र सन्तोष भरोई निवासी ग्राम नगेटिया थाना नगेटिया जिला पीलीभीत उत्तर प्रदेश उम्र 19 वर्ष ।
6- सुरेन्द्र सिह पुत्र गोपाल निवासी चन्दनी पो0 व थाना खटीमा जिला उधमं सिह नगर उम्र 38 वर्ष (ड्राईवर)
7- प्रीति पुत्री बनवारी लाल निवासी साकेत इग्नु रोड गली नं0-03 दिल्ली उम्र -30 वर्ष ।
8- पलक पुत्री वीरभान निवासी कृष्णा कालोनी शिवाजी हरियाणा उम्र 24 वर्ष ।
9- महिमा पुत्री अकासैली तोरबदल निवासी भाजून भट्ट थाना किशनगंज जिला नौदिया कलकत्ता उम्र 29 वर्ष ।
10- सोनिया पुत्री मोहन दास निवासी बजीराबाद दिल्ली उम्र 25 वर्ष ।
11- लाबोनी पुत्री स्व0 कमल निवासी गोविन्दपुर दिल्ली उम्र 22 वर्ष ।
12- नूरेशा खातून पत्नी अमहद निवासी खोडा कालोनी दिल्ली उम्र र23 वर्ष ।
13- कु0 कुसुमा भूसाल पुत्री टीका राम भूसाल निवासी 95 ए गढी गाँव ईस्ट कैलाश नई दिल्ली स्थाई पता गाँव देशना वार्ड नं0-06 जिला कैलाल नेपाल उम्र 23 वर्ष
अभियुक्तगणों से बरामदगी का विवरण :
1- महंगे मोबाइल फोन – 17 अदद
2- लैपटॉप – 01 गैंग लीडर से बरामद
3- एटीएम कार्ड-13 गैंग लीडर से बरामद
4- स्वीफ्ट डिजायर कार संख्या- DL1CAB-8620D
5- रुपये 16,000/-
6- गैंग लीडर से – तीन ड्राईविंग लाईसेन्स बरामद
पुलिस टीम
1- श्री प्रदीप कुमार राणा –प्रभारी निरीक्षक कोतवाली पटेलनगर
2- श्री भुवन चन्द्र पुजारी – व0उ0नि0 कोतवाली पटेनगर
3- श्री कुन्दन राम – उ0नि0 -कोतवाली पटेलनगर
4- श्री विवेक राठी –चौकी प्रभारी बाजार कोतवाली पटेलनगर
5- श्रीमती ज्योति कन्याल-उ0नि0 कोतवाली पटेलनगर
6- श्रीमती सरिता बिष्ट-उ0नि0 कोतवाली पटेलनगर
7- महिला कानि0 148 पिंकी भण्डारी कोतवाली पटेलनगर
8- महिला कानि0 184 निकिता कोतवाली पटेलनगर
9- महिला कानि0 ऊषा भट्ट कोतवाली पटेलनगर
10- कानि0 1148 अजय कुमार कोतवाली पटेलनगर
11- कानि0 1617 प्रदीप कुमार कोतवाली पटेलनगर
12- कानि0 1081 रिंकू कुमार कोतवाली पटेलनगर
13- कानि0 559 योगेश कुमार कोतवाली पटेलनगर
14- कानि0 11 सन्दीप कुमार कोतवाली पटेलनगर
पेगासस और कृषि विधेयकों को लेकर हंगामा, लोकसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित
नयी दिल्ली, पेगासस जासूसी मामला, तीन केंद्रीय कृषि कानूनों सहित विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण सोमवार को लोकसभा की कार्यवाही तीन बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई, हालांकि इससे पहले सरकार ने सदन में शोर-शराबे के बीच दो विधेयक भी पारित कराये। मॉनसून सत्र के पहले सप्ताह में भी इन मुद्दों को लेकर सदन की कार्यवाही बाधित रही। सोमवार को सदन की कार्यवाही तीन बार के स्थगन के बाद अपराह्न तीन बजे आरंभ हुई तो विपक्षी दलों के सदस्यों का हंगामा जारी रहा |
पीठासीन सभापति रमा देवी ने विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और चर्चा में भाग लेने की अपील की। इसके बाद भी हंगामा नहीं थमा। सदन में विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के बीच ‘फेक्टर विनियमन (संशोधन) विधेयक, 2020’ और ‘राष्ट्रीय खाद्य उद्यमिता और प्रबंध संस्थान विधेयक, 2021’ पारित किये गए। दोनों विधेयकों को पारित करने के दौरान विपक्षी सदस्यों ने ‘तानाशाही नहीं चलेगी’ के नारे लगाए। इससे पहले, हंगामे के बीच ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिवाला और शोधन अक्षमता संहिता (संशोधन) विधेयक, 2021 पेश किया और मसूर दाल पर आयात शुल्क घटाकर शून्य करने तथा मसूर की दाल पर कृषि बुनियादी ढांचा विकास उपकर को भी आधा कर 10 प्रतिशत करने संबंधी अधिसूचना को पेश किया।
आज सुबह निचले सदन की कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने करगिल विजय दिवस पर वीर सैनिकों का स्मरण किया। सदन में सदस्यों ने कुछ पल मौन रखकर मातृभूमि की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों के प्रति सम्मान प्रकट किया। अध्यक्ष बिरला ने ओलंपिक में महिलाओं की 49 किलोग्राम वर्ग भारोत्तोलन स्पर्धा में रजत पदक जीतने वाली मीराबाई चानू की उपलब्धि का जिक्र किया और सदन तथा अपनी ओर से उन्हें बधाई दी। इसके बाद बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने को कहा, वैसे ही कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्य अपनी-अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करने लगे। कुछ सदस्यों ने अपने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शोर-शराबे के बीच ही प्रश्नकाल की कार्यवाही को आगे बढ़ाया। इस दौरान कुछ सदस्यों ने पूरक प्रश्न पूछे और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान तथा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उनके जवाब भी दिये। इस बीच, अध्यक्ष ओम बिरला ने सदस्यों से अपने स्थान पर लौटने का आग्रह किया। बिरला ने शोर-शराबा कर रहे विपक्षी सदस्यों से कहा, ‘‘जनता ने आपको चुनकर भेजा है ताकि आप यहां उनके मुद्दे उठा सकें लेकिन आप नारेबाजी कर रहे हैं, तख्तियां लहरा रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि यह ठीक नहीं है।
बिरला ने कहा कि सदस्य अपने स्थान पर जाएं और कार्यवाही चलने दें। हालांकि, सदस्यों का हंगामा जारी रहा। व्यवस्था बनते हुए नहीं देख लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजकर 25 मिनट पर दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी। बैठक पुन: शुरू होने पर कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों के सदस्य विभिन्न मुद्दों पर नारेबाजी करने लगे। शोर-शराबे के बीच ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिवाला और शोधन अक्षमता संहिता (संशोधन) विधेयक, 2021 पेश किया। पीठासीन सभापति किरीट सोलंकी ने नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से अपने स्थानों पर जाने और कार्यवाही चलेने देने का अनुरोध किया। लेकिन हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने बैठक को करीब पांच मिनट बाद ही अपराह्न 2:45 बजे तक स्थगित कर दिया।
कार्यवाही अपराह्न 2:45 बजे आरंभ होने के बाद विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी जारी रही जिसके बाद पीठासीन सभापति रमा देवी ने कार्रवाई तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी। सदन की बैठक तीन बजे आरंभ होने के बाद भी हंगामा जारी रहा और शोर-शराबे के बीच ही दो विधेयकों के पारित होने के बाद रमा देवी ने अपराह्न करीब तीन बजकर 20 मिनट पर कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
भीमताल मुख्यालय में हुआ बृहद रूप से रक्तदान, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. संदीप तिवारी ने कहा रक्तदान श्रेष्ठदान
(चंदन सिंह बिष्ट )
भीमताल/नैनीताल, समाज कल्याण विभाग के तत्वावधान में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत भीमताल ब्लाक मुख्यालय सभागार में वृहद रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ मुख्य विकास अधिकारी डा. संदीप तिवारी ने फीता काटकर किया। श्री तिवारी ने कहा रक्तदान श्रेष्ठदान और श्रेष्ठ कर्म है प्रत्येक इंसान को इंसानियत के खातिर अपने जीवन में रक्तदान अवश्य करना चाहिए।
इंसान द्वारा दान किया गया रक्त किसी जरूरतमंद व्यक्ति के प्राणों की रक्षा करता है। शिविर में समाज कल्याण अधिकारी दीपांकर घिल्डियाल व एसओ रमेश बोहरा ने रक्तदान किया। इसके अलावा विकास भवन के विभिन्न विभागों के 25 कर्मचारियों व अधिकारियों ने शिविर में रक्तदान किया। शिविर हल्द्वानी बेस चिकित्सालय के डा.उषा भट्ट की देखभाल में सम्पन्न हुआ। शिविर में समाज कल्याण अधिकारी दीपांकर घिल्डियाल तथा ब्लाक प्रमुख डा. हरीश बिष्ट,स्वास्थ विभाग की टीम व रक्तदाताओं का आभार प्रकट करते हुए भविष्य में भी जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आने की बात कही।
शिविर में बीडीओ रमेश भट्ट, एसओ रमेश बोहरा, मनोज कुमार, राहुल कुमार, प्रिंस कौशल, हर किशन व पूनम रावत आदि मौजूद थे।
भारतीय फैंस की उम्मीदों को बड़ा झटका, टेबल टेनिस के तीसरे दौर में हारीं मनिका बत्रा
टोक्यो, भारतीय खिलाड़ी मनिका बत्रा तोक्यो ओलंपिक खेलों की टेबल टेनिस प्रतियोगिता के महिला एकल में सोमवार को यहां आस्ट्रिया की सोफिया पोलकानोवा से सीधे गेम में हारकर बाहर हो गईं। इससे पहले अपने से अधिक रैंकिंग की खिलाड़ियों को हराने वाले मनिका के पास विश्व में 16वें नंबर की पोलकानोवा के नियंत्रित और दमदार खेल का कोई जवाब नहीं था। उन्होंने 0-4 (8-11, 2-11, 5-11, 7-11) से यह मैच गंवाया। मनिका इससे पहले अचंता शरत कमल के साथ मिश्रित युगल में भी बाहर हो गई थी।
वहीं, दूसरी ओर टेबल टेनिस में अपना चौथा ओलंपिक खेल रहे अचंता शरत कमल ने शुरू में पिछड़ने के बाद अच्छी वापसी करते हुए टोक्यो ओलंपिक खेलों की टेबल टेनिस प्रतियोगिता में सोमवार को यहां पुरुष एकल के तीसरे दौर में प्रवेश किया लेकिन महिला एकल में सुतिर्था मुखर्जी सीधे गेम में हारकर बाहर हो गई।
शरत कमल ने 49 मिनट तक चले इस मैच में पुर्तगाल के 20वीं वरीयता प्राप्त टियागो अपोलोनिया को 4-2 (2-11, 11-8, 11-5, 9-11, 11-6, 11-9) से जीत दर्ज की। उन्हें मंगलवार को तीसरे दौर में चीन के मौजूदा चैंपियन मा लांग की कड़ी चुनौती का सामना करना होगा। लांग अभी विश्व चैंपियन भी हैं। उन्होंने इस खेल से जुड़ा हर खिताब जीता है। अब भारत की उम्मीद शरत कमल पर जाकर टिक गई है। देखना होगा कि क्या शरत भारत को टेबल टेनिस में मेडल दिला पाते हैं या नहीं।