Monday, June 9, 2025
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पक्का मकान गिरने से दो बच्चे मलबे में दबे, एक को सुरक्षित निकाला

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देहरादून, जिले के थाना सहसपुर अंतर्गत कोटडा बिरसनी में पक्का मकान गिरने से दो बच्चे मलबे में दब गए। एक लड़की को पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर सुरक्षित बचा लिया है, जबकि दूसरे का रेस्क्यू किया जा रहा है।

दरअसल, सोमवार को कोटडा बिरसनी में एक मकान अचानक धंस गया। मकान के एक हिस्से से मलबा गिरने से घर में मौजूद दो बच्चे दब गए। दोनों बच्चे नए मकान के नीचे पुराने मकान की छत पर थे। मौके पर पहुंची सहसपुर थाना पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने तत्काल राहत बचाव कार्य शुरू किया।

इस दौरान मकान के पीछे से सुरंग खोदकर एक आठ वर्षीय बालिका आस्था को सुरक्षित बाहर निकाला गया। हालांकि, बच्ची हादसे के डर से सहमी हुई थी, लेकिन ज्यादा चोट नहीं आई। वहीं, मकान अभी एक 6 वर्षीय मासूम आरव फंसा हुआ है। उसका रेस्क्यू किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि हादसा नवनिर्मित मकान का पिलर धंस जाने के कारण हुआ। बच्चे को बचाने के लिए टीम को तमाम कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

मकान में प्लास्टर का काम चल था। लेबर ने भी इस दौरान भागकर जान बचाई। गनीमत रही कि घर के अन्य सदस्य बाहर थे। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण स्वतंत्र कुमार, पुलिस क्षेत्राधिकारी वीडी उनियाल, थानाध्यक्ष सहसपुर नरेंद्र गहलोत थाने का पूरा पुलिस फोर्स मौके पर रेस्क्यू में लगा हुआ है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता नवीन ठाकुर समेत कई जनप्रतिनिधि रेस्क्यू कार्य में पुलिस टीम को सहयोग दे रहे हैं |

हरबर्टपुर में पांवटा रोड पर मकान में अचानक लगी आग, फायर ब्रिगेड ने पाया काबू

विकासनगर, हरबर्टपुर में पांवटा रोड पर एक मकान में अचानक आग लग गई। इससे हजारों का सामान स्वाहा हो गया। पड़ोसी के मकान को भी आग से नुकसान पहुंचा है। मौके पर अग्निशमन केंद्र डाकपत्थर की टीम ने पहुंचकर आग पर काबू पाया।

मिली जानकारी के मुताबिक हरबर्टपुर में पांवटा रोड पर खाले के किनारे सुभाष चंद का मकान है, जहां आज अचानक आग लग गई। मौके पर पहुंची अग्निशमन की टीम ने आग को बुझाया गया, लेकिन तब तक मकान के एक कमरे में रखा सारा सामान स्वाहा हो हो चुका था। इतना ही नहीं पड़ोसी वृह्मपाल के मकान को भी आग से नुकसान पहुंचा, क्षेत्र के भाजपा सभासद विपुल अग्रवाल ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने के लिए प्रशासन से बात की। सभासद विपुल अग्रवाल ने बताया कि आग लगने के कारणों का पता नहीं चला है लेकिन जांच के पश्चात ही आग लगने के सही कारणों का पता चलेगा।

मुकेश बिष्ट स्मृति संस्था ने विभिन्न खेलों से जुड़े 100 से अधिक खिलाड़ियों को किया सम्मानित

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कोटद्वार, हॉकी के जादूगर मेजर ध्यान चंद के जन्म दिन पर शहीद मुकेश बिष्ट स्मृति संस्था द्वारा हमेशा की तरह इस वर्ष भी राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाते हुए विभिन्न खेलों से जुडे हुए 100 से अधिक खिलाडियों को सम्मानित किया गया। भाबर क्षेत्र के अंतर्गत बालभारती पब्लिक स्कूल में रविवार देर सांय को आयोजित कार्यक्रम का प्रदेश के पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी एवं महापौर श्रीमती हेमलता नेगी ने मेजर ध्यान चंद के चित्र पर दीपप्रज्वलित कर शुभारंभ किया।

अपने संबोधन में प्रदेश के पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि विगत कई सालों से कोटद्वार के विभिन्न स्कूलों में बेहतर खेल प्रशिक्षकों के लग्न एवं मेहनत से विभिन्न खेलों में उदीयमान खिलाड़ी उभर कर आ रहे है, जो राज्यस्तरीय एवं राष्ट्रीय स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करते हुए क्षेत्र का नाम रोशन कर रहे है। इस अवसर पर मेजर ध्यानचंद के जीवन पर बनी लघु फ़िल्म भी दिखाई गई ताकि उदयीमान खिलाडी हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जीवन से प्रेणना लेकर खेलों के प्रति लगन को अपने जीवन मे उतार सके।

इस मौके पर पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी एवं महापौर श्रीमती हेमलता नेगी ने कोटद्वार भाबर में विभिन्न खेलों से जुड़े हुये 100 से अधिक बच्चों को सम्मानित किया गया। जिसमें फुटबॉल ,हॉकी ,बॉक्सिंग,क्रिकेट ,एथेलेटिक्स, आदि विधाओं से स्कूली लेवल,व राष्ट्रीय लेवल में प्रतिभाग करने वाले बालक/बालिका उपस्थित रहे। इस अवसर पर बाल भारती पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य गिरिराज सिंह रावत , कोटद्वार फुटबॉल संघ के अध्यक्ष सुनील रावत, श्रीमती लक्ष्मी रावत, बी डी शर्मा, धीरेन्द्र कंडारी ,राजीव थपलियाल, संदीप डुकलान कोच राजकीय स्टेडियम कोटद्वार, अरुण नेगी कोच (फुटबॉल) गढ़वाल राइफल लैंसडौन, कोच(फुटबॉल) महेंद्र रावत राजकीय स्टेडियम कोटद्वार , मुकेश बिष्ट संस्था के सिद्धार्थ रावत, प्रदीप राणा, सुरदीप गुसांई, अरुण गुसाई, शिवा चौधरी, तरुण इस्तवाल, मुकेश भंडारी मुख्य रूप से उपस्थित थे।

मसूरी : कैंपटी फॉल पर्यटकों के लिये हुआ बंद, यूपी के पर्यटक की डूबने से हुई थी मौत

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देहरादून, उत्तराखंड में मसूरी के कैंपटी फॉल में यूपी के पर्यटक के डूबने के बाद प्रशासन ने पर्यटकों के लिए फॉल को बंद कर दिया है। कैपटी फॉल पुलिस स्टेशन के इंचार्ज इंस्पेक्टर नवीन चंद ने बताया कि फॉल का तीसरा नंबर का पुल को पर्यटकों के लिए प्रतिबंधित किया गया है। यह पुल मुख्य पुल से अलग होने के साथ ही आगे स्थित है। बताया कि पर्यटकों की सुरक्षा के लिए तीन नबंर पुल में पर्यटकों के जाने में प्रतिबंध लगाया गया है कि क्योंकि बरसात के बाद पुल का जल स्तर कभी घटता-बढ़ता रहता है।

कैंपटी फॉल में रविवार को नहाते हुए एक पर्यटक की डूबने से मौत हो गई है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। यूपी के बुलंदशहर से सात पर्यटक कैंपटी फॉल घूमने आए थे।

कैंपटी थाना प्रभारी नवीन चंद्र ने बताया कि रविवार को बुलंदशहर उत्तर प्रदेश से नीरज कुमार, कल्याण सिंह, अजय कुमार, महेश चंद, जितेंद्र सिंह, सोनू और अरविंद कैंपटी फॉल घूमने आए थे, इस दौरान सभी लोग कैंपटी फॉल में अलग-अलग तालाब में नहा रहे थे। अरविंद उर्फ जहूर की नहाते समय तालाब में डूबने की वजह से मौके पर ही मौत हो गई। उक्त घटना के संबंध में मृतक के परिजनों से संपर्क कर उनको अवगत करा दिया गया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

भाजपा कार्यकर्ताओं से संवाद : बूथ संगठन की महत्वपूर्ण कड़ी : सह प्रभारी रेखा वर्मा

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हरिद्वार (कुलभूषण), जिला भाजपा कार्यालय हरिद्वार पहुंची भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, लोकसभा सांसद एवं उत्तराखंड सह प्रभारी रेखा वर्मा ने कार्यकर्ताओं से संवाद स्थापित करते हुए उन्होंने कार्यकर्ताओं से आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए संगठन द्वारा दिए जा रहे कार्यों में जुटने का आह्वान किया | उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा इस समय राष्ट्रीय स्वास्थ्य स्वयंसेवक अभियान एवं बूथ समिति सत्यापन अभियान के रूप में दो प्रमुख कार्यक्रम चल रहे हैं, उन्हें गंभीरता से लेते हुए सभी कार्यकर्ता बढ़ चढ़कर प्रतिभाग करें, क्योंकि बूथ ही हमारे संगठन की सबसे अहम कड़ी है |

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में जनकल्याण के लिए अनेकों योजनाएं चलाई जा रही हैं वह अत्यंत सराहनीय है उनके युवा नेतृत्व में उत्तराखंड विकास के नए आयाम स्थापित कर रहा है | इस अवसर पर जिला अध्यक्ष डॉ. जयपाल सिंह चौहान ने पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश संगठन द्वारा किए गए आह्वान अबकी बार 60 पार, में हरिद्वार जिले के सभी कार्यकर्ताओं की ओर से मैं यह विश्वास दिलाता हूं कि हम हरिद्वार जनपद की सभी सीटों पर रिकॉर्ड मतों से विजय प्राप्त करने जा रहे हैं | इसके लिए उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से बूथ स्तर तक जाकर कार्य करने को कहा इस अवसर पर आदेश सैनी, विकास तिवारी, संदीप गोयल, सुनील सैनी, जिला कार्यालय प्रभारी लव शर्मा, मंडल अध्यक्ष नागेंद्र राणा, प्रमोद शर्मा चौहान आदि पदाधिकारी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

जन्माष्टमी के पर्व पर शांति कुंज में किया गया वृक्षारोपण कार्यक्रम

हरिद्वार, शांतिकुंज में स्थापना की स्वर्ण जयंती के अवसर पर जन्माष्टमी पर्व के दिन राष्ट्रीय स्तर पर तरुपुत्र रोपण महायज्ञ आयोजित हुआ। इस अवसर पर उत्तराखण्ड़ सरकार में अपर सचिव सी रविशंकर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। देश के विभिन्न राज्यों के परिजनों ने आनलाइन जुड़कर इस महायज्ञ में भागीदारी की।
इस अवसर पर आनलाइन जुड़े अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि शांतिकुंज स्थापना की स्वर्ण जयंती के अवसर पर चलाये जा रहे रचनात्मक कार्यक्रमों की शृंखला में शांतिकुंज स्वर्ण जयंती वन की स्थापना प्रमुख आंदोलनों में से एक है। कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर देश के चयनित पचास से अधिक स्थानों पर एक साथ शांतिकुंज स्वर्ण जयंती वन में पौधे लगाकर शुभारंभ हुआ। इसकी संख्या भविष्य में और बढ़ाई जायेगी।
मुख्य अतिथि सी रविशंकर सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य उत्तराखण्ड़ ने कहा कि शांतिकुंज की स्वर्ण जयंती वर्ष में महा वृक्षारोपण अभियान पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक कारगर कदम है।May be an image of 3 people and people standing

इस अभियान में सभी को एक साथ जुड़कर कार्य करना चाहिए। जब पर्यावरण शुद्ध होगा तभी हमारा भविष्य सुरक्षित रह पायेगा। रविशंकर ने कहा कि गायत्री परिवार विगत कई वर्षों से विभिन्न रचनात्मक अभियान चला रहा है, हम सभी को इसमें भागीदारी करनी चाहिए। देवसंस्कृति विश्व विद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि प्रकृति का सिद्धांत बोओ और काटो का है। हमने प्रकृति का दोहन किया है परिणाम स्वरूप हमें इन दिनों विभिन्न कष्ट कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की समस्या किसी एक धर्म या सम्प्रदाय की नहीं वरन् सभी प्राणी के लिए है। इसलिए धर्म सम्प्रदाय से ऊपर उठकर सामूहिक जिम्मेदारी के साथ कार्य करना चाहिए।
इस अवसर पर शांतिकुंज परिसर में देवसंस्कृति विवि के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या एवं सी रविशंकर ने सपत्नीक एक-एक पौधे रोपे।

उत्तराखण्ड़ के कण कण में देवताओं का वास : विष्णुदास महाराज

 

“गढवाली महासभा ने किया नगर की विभिन्न संस्थाओं को सहयोग के लिए सम्मानित”

हरिद्वार, गढवाली महासभा द्वारा कुम्भ पर्व के दौरान देवभूमि उत्तराखंण्ड़ के विभिन्न स्थानों से कुम्भ में गंगा स्नान करने आयी देव डोलियों के आयोजन को सम्पन्न कराने में योगदान कर आयोजन को सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने के चलते आयोजन समिति द्वारा नगर की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं, गणामान्य लोगों, जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उछाली आश्रम के परमाध्यक्ष महंत विष्णुदास महाराज ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड़ की सांस्कृतिक विरासत समृद्ध है। जिस प्रकार अन्य प्रदेशों में अपनी संस्कृति व सभ्यता को विभिन्न माध्यमों से सुरक्षित रखते हुए आगे बढ़ाया जा रहा है उसी प्रकार गढ़वाल महासभा प्रदेश की युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति व संस्कारों से जोड़ने का कार्य कर रही है। उत्तराखण्ड देवभूमि है यह हर व हरि का द्वार है। उत्तराखण्ड के कण-कण में देवताओं का वास है ऐसे में प्रत्येक प्रदेशवासी व आने वाले तीर्थ यात्रियों तथा पर्यटकों को अपनी संस्कृति से अवगत कराना संस्कृति का संरक्षण करना हम सबका सामूहिक दायित्व है।

गढ़वाल महासभा के संरक्षक महंत अनिल गिरि ने कहा कि गढ़वाल महासभा ने महाकुम्भ के अवसर पर देव डोलियों के स्वागत का विराट कार्यक्रम आयोजित करने की व्यवस्था की थी, अचानक कोविड गाइड लाईन के चलते सूक्ष्म रूप में देव डोलियों का स्वागत किया गया | जिसमें प्रशासनिक अधिकारियों, जन प्रतिनिधियों, व्यापार मण्डल, गंगा सभा व सामाजिक संस्थाओं का अपार सहयोग मिला। भविष्य में भव्य रूप में देव डोलियों का स्वागत व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन गढ़वाल महासभा करेगी।

संस्था के अध्यक्ष मुकेश जोशी ने कहा कि गढ़वाल महासभा को समाज के सभी लोगों का सहयोग प्राप्त होता है। उत्तराखण्ड की संस्कृति व संस्कारों को अक्षुण्ण रखते हुए गढ़वाल महासभा सदैव सामाजिक व जनहितकारी कार्यों में अपना योगदान प्रदान करेगी।
गढ़वाल महासभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम प्रसाद गोदियाल, महामंत्री बीडी मंडोलिया, कोषाध्यक्ष जसराम व अन्य पदाधिकारियों ने उपस्थित गणमान्यजनों का स्वागत किया। उसके पश्चात हरकी पौडी पर गंगा पूजन व गंगा आरती की गयी।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से डाॅ. सुनील जोशी, डाॅ. सुनील बत्रा, पुरूषोत्तम शर्मा, कुम्भ एसपी डाॅ. सुरजीत सिंह पंवार, कुम्भ सीओ प्रकाशचन्द्र देवली, भाजपा पार्षद दल के उपनेता अनिरूद्ध भाटी पूर्व पार्षद सुभाष चन्द कन्हैया खेवड़िया संजीव नैयर पंडित जगदीश पोखरियाल गोपालकृष्ण बड़ोला निर्दोश ममगांई रतनमणि डोभाल ललितेन्द्र नाथ समेत अनेक गणमान्यजनों को सम्मानित किया गया।
इस मौके पर रमेश रतूड़ी, सरोज ममगाईं, उर्मिला, सच्चिदानंद भट्ट, सोहनलाल कुकरेती, अनु कोठियाल, भगवान जोशी, डॉ. देवीप्रसाद उनियाल अरविंद थपलियाल, आर के चतुर्वेदी, प्रमोद डोभाल समेत अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे।May be an image of 9 people, people standing and text that says 'मढ़वाल महासभा आपका हार्दिक स्वागत करती है'

पिथौरागढ़ के जुम्मा में बादल फटने से 3 लोगों की मौत और 7 लापता

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पिथौरागढ़. उत्तराखंड के पिथौरागढ़ (Pithoragarh) जिले में एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां के धारचूला स्थित जुम्मा गांव (Jumma Village) में बादल फट गया. बादल फटने (Cloud Burst) से व्‍यापक पैमाने पर नुकसान की सूचना है. दर्जनों घर जमीदोंज हो गए हैं. जानकारी के मुताबिक, मलबे की चपेट में आने से 3 लोगों की मौत हो गई है, जबिक 7 लोग अभी भी लापता हैं. वहीं, इस घटना से स्थानीय लोग दहशत में हैं. जानकारी के मुताबिक, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीम मौके पर पहुंच कर राहत एवं बचाव कार्य में जुट गई है.

धारचूला के जुम्मा में बादल फटने की घटना पर सीएम धामी की नजर, लगातार ले रहे जानकारी; दिए ये निर्देश

 पिथौरागढ़, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद पिथौरागढ़ के तहसील धारचूला के ग्राम जुम्मा में भारी वर्षा से हुए नुकसान के बारे में कुमाऊं कमिश्नर श्री सुशील कुमार एवं अपर जिलाधिकारी पिथौरागढ़ श्री फिंचाराम से वर्चुअल माध्यम से जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्र में मौजूद जिलाधिकारी श्री आशीष चौहान से फोन पर राहत व बचाव कार्यों की जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने कुमाऊं कमिश्नर एवं जिलाधिकारी पिथौरागढ़ को निर्देश दिए कि प्रभावित क्षेत्र से लोगों को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर लाया जाय। प्रभावितों को रहने के साथ ही खाद्य सामग्री, दवाइयों एवं बच्चों को दूध की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। यह सुनिश्चित किया जाय की प्रभावित क्षेत्र में कोई न फंसे।

मुख्यमंत्री ने कुमाऊं कमिश्नर को निर्देश दिए की प्रभावित क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को जल्द शुरू करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जाय। लोक निर्माण विभाग की टीम से जल्द रास्ते का मलवा हटाया जाय। एनएच के जो भी रूट बाधित हो रहे हैं, उनको शीघ्र खुलवाने के लिए जेसीबी एवं अन्य करण की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए।
मुख्यमंत्री ने कुमाऊं कमिश्नर एवं जिलाधिकारी पिथौरागढ़ से बारिश से हुए नुकसान की जानकारी ली । प्राप्त जानकारी के अनुसार 03 लोगों के मृत्यु एवं 04 लोगों के लापता होने की सूचना है। प्रशासन एवं एसएसबी की टीम घटना स्थल पर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी है। जिलाधिकारी पिथौरागढ़ श्री आशीष चौहान प्रभावित क्षेत्र में हैं। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी फोन से जिलाधिकारी से लगातार अपडेट ले रहे हैं। मौसम साफ होते ही मुख्यमंत्री प्रभावित क्षेत्र का दौरा करेंगे।

इस अवसर पर केबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, विधायक श्रीमती चंद्रा पंत, श्री खजान दास, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, आपदा प्रबंधन श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल, अपर सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. आनन्द श्रीवास्तव, पिथौरागढ़ से वर्चुअल माध्यम से एडीएम श्री फिंचाराम चौहान मौजूद थे।

 

बलिया में कच्चे तेल की खोज का दावा करने वाली रिपोर्ट गलत : ओएनजीसी

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नयी दिल्ली, तेल एवं प्राकृतिक गैस उत्पादक कंपनी ओएनजीसी ने उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में कच्चे तेल की विशाल खोज का दावा करने वाली मीडिया रिपोर्ट को सिरे खारिज करते हुए आज कहा कि यह रिपोर्ट प्रदेश में कंपनी की गतिविधियों को प्रतिबिंबित नहीं करती है।

कंपनी ने रविवार को यहां कहा कि बलिया जिले में ओएनजीसी द्वारा कच्चे तेल की विशाल खोज का दावा करते हुए कुछ मीडिया रिपोर्ट सामने आई हैं। इस रिपोर्ट में श्रीकृष्ण गोपाल और श्री ताराचंद के नामों का भी उल्लेख है। यह रिपोर्ट सत्य नहीं है। तथ्यों को सही करने के लिए यह सूचित किया जाता है कि ओएनजीसी के अधिकारियों की एक टीम ने जमीनी जांच के लिए 27 जून से 03 जुलाई 2021 के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के क्षेत्रों का दौरा किया था। इस दौरे का उद्देश्य संभावित क्षेत्रों की पहचान करना और अन्वेषित क्षेत्रों में अन्वेषण गतिविधियों का विस्तार करने के अवसर की जांच करना था।

ओएनजीसी ने कहा कि काम की प्रक्रिया में, स्थानीय लोगों के साथ आकस्मिक बातचीत के दौरान जहां आने वाले अधिकारियों ने पूछे जाने पर खुद को ओएनजीसी से होने की पहचान की। ओएनजीसी के कामकाज के बारे में पूछे जाने पर स्थानीय लोगों को बताया गया कि ओएनजीसी एक ऐसी कंपनी है जो तेल और गैस की खोज करती है। यह एक प्रारंभिक सर्वेक्षण था। अधिकारियों ने न तो किसी प्राधिकरण या मीडिया के साथ कोई औपचारिक बातचीत की और न ही कोई बयान दिया।

कंपनी ने कहा कि जहां तक ​​उत्तर प्रदेश में ओएनजीसी के कामकाज का संबंध है, मीडिया रिपोर्ट में सच्चाई का कोई सार नहीं है। रिपोर्ट की गई विस्तृत गतिविधियां सामान्य विवरण हैं और उत्तर प्रदेश में ओएनजीसी की वर्तमान गतिविधियों को प्रतिबिंबित नहीं करती हैं(साभार उत्तम हिन्दू न्यूज)।

सखी ने महिलाओं को प्रदान किए लघु एवं मध्यम उद्योगों के अवसर

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पंतनगर। लघु और मध्यम उद्यमियों (एमएसएमई) को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिवर्ष 30 अगस्त को लघु उद्योग दिवस मनाया जाता है ताकि ज्यादा से ज्यादा लघु उद्यमियों को प्रोत्साहन मिले और वे आगे आये व स्वरोजगार को बढ़ावा मिले। भारत जैसे देश के आर्थिक विकास में छोटे उद्योगों की महत्वपूर्ण भूमिका है जो स्टार्टअप के रूप में पिछले पांच सालों में सामने आए है। लगभग 36.1 मिलियन इकाइयों के साथ, यह बताया गया है कि एमएसएमई विनिर्माण सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 6.11 प्रतिशत और सेवा गतिविधियों से सकल घरेलू उत्पाद का 24.63 प्रतिशत योगदान करते हैं जो कि 2025 तक बढ़ कर 50 प्रतिशत होने की क्षमता हैं। इस समय पूरे भारत में एमएसएमई उद्योग के कर्मचारी 120 मिलियन लोग हैं।

राष्ट्र निर्माण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर खरे उतरते हुए हिन्दुस्तान जिंक ने अपनी सूक्ष्म उद्यम पहल सखी उत्पादन समिति के तहत उत्तराखंड के पंतनगर में ग्रामीण और आदिवासी महिलाओं सहित राजस्थान के अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद और उदयपुर में महिलाओं को स्थायी आजीविका के अवसर प्रदान किए हैं।

‘आत्मनिर्भर भारत’ को अपने मूल सिद्धांत के रूप में रखते हुए, हिंदुस्तान जिंक की सखी उत्पादन समिति, ग्रामीण महिला किसानों से उच्च गुणवत्ता, रसायन मुक्त उत्पाद प्राप्त कर 4 कृषि-व्यवसाय और 2 सिलाई केन्द्र चलाती है जो 130 से अधिक सखी महिलाओं को रोजगार
देती हैं।

हिन्दुस्तान जिंक के सीईओ अरुण मिश्रा ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘वोकल फॉर लोकल’ होने का हमारा मूल उद्देश्य हमारे स्थानीय समुदायों में छोटे उद्योग के विकास को बढ़ावा देता है। हम ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनने की दिशा में आगे बढ़ने के लिए अपने स्थानीय समुदायों को उद्यमशीलता और कौशल विकास की शक्ति के साथ सशक्त बनाने में विश्वास करते हैं। हमारी सखियाँ हमारे स्थानीय समुदायों में सामाजिक परिवर्तन की उत्प्रेरक हैं और हमारी सखी उत्पादन समिति के सामूहिक सूक्ष्म उद्यमों के माध्यम से हमने उन्हें कुशल बनाया है। इस प्रकार उन्हें एक समानतावादी समाज में महिलाओं का सामाजिक और वित्तीय समावेश कर मुख्यधारा में लाने के लिए एक मंच प्रदान किया है।”

गुड़िया कंवर और जमना खटीक इस बात का जीवंत प्रमाण हैं कि महिला उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए एक मंच बनाने का अरुण मिश्रा का विजन सफलतापूर्वक आकार ले रहा है। राजस्थान के अजमेर के गांव कायड़ में अचार बनाने वाले केंद्र में काम करने वाली गुड़िया अपने अनुभव के बारे में बताती हैं, “ सखी के इस केंद्र में शामिल होने से मेरी ज़िंदगी बदल गई है। आज, मैं अकेले ही अपने बेटे की शिक्षा व उसका लालन-पालन कर रही हूं और अपना नया घर भी बनवा रही हूं। मुझे उम्मीद है कि किसी दिन हमारा यह छोटा सा केंद्र अचार की फैक्टरी में तबदील हो जाएगा। गुड़िया अब 4 से 5 पांच हजार रुपए प्रतिमाह कमाती है जिससे उसका परिवार का पालन-पोषण कर रही है।

राजस्थान के भीलवाड़ा के आगुचा गांव में कपड़ा सिलाई केंद्र में काम करने वाली जमना खटीक का कहना है, मैंने केंद्र में बहुत कुछ सीखा है। अब सिलाई में मेरी गति में सुधार हुआ है। प्रति दिन 50 से 500 सिलाई कर रही हूं। मेरा सपना है कि मैं अपना खुद का सिलाई केंद्र बनाऊं जहां मैं रोजगार दे सकूं और अन्य सखियों को पढ़ा सकूं, जिससे वे समाज में अपनी सामाजिक स्थिति को बढ़ा सकें। ”जमना ने अपनी यात्रा 4 से 5 हजार रुपये के मासिक वेतन के साथ शुरू की। वह अब 25,000 रुपये से अधिक कमा रही है। अपनी कमाई के साथ, वह अपने बच्चों की उच्च शिक्षा को सुरक्षित करने के लिए एक एफडी करवाने जा रही है।

हिंदुस्तान जिंक ने अपने बिजनेस पार्टनर्स मंजरी फाउंडेशन और सहेली समिति के साथ मिलकर गुड़िया और जमना जैसी महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों से जोड़कर दूर दराज की महिलाओं को सशक्त बनाया है।

Jio Bumper Offer: बिल्कुल FREE मिलेगा जियोफोन,2 साल की फ्री कॉलिंग और डेटा भी,जानें जियो का नया ऑफर

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नई दिल्ली। अपने फ्री और अनलिमिटेड प्लान से लोगों को लुभाने के बाद देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी का खिताब रिलायंस जियो( Reliance Jio) के पास है। जियो अक्सर न और आकर्षक प्लान लॉन्च करती रही है। एक बार फिर से रिलायंस जियो ने बंपर प्लान पश किया है। इस प्लान में लोगों को न केवल नया जियो फोन( Jio Phone) मुफ्त में मिल रहा है बल्कि 2 साल की फ्री कॉलिंग और डेटा का भी ऑफर मिल रहा है
रिलायंस जियो का नया प्लान
Reliance Jio ने अपने जियो फोन यूजर्स के लिए धमाकेदार प्लान पेश किया है। कंपनी ने JioPhone Offer 2021 के तीन लॉग टर्म प्लान पेश किए हैं। इस प्लान के साथ खास ऑफर मिल रह हैं। आपको बता दें कि ये प्लान जियो फोन(Jio Phone) के ग्राहकों के लिए पेश किया गया है। कंपनी ने 1999 रुपए, 1499 रुपए और 799 रुपए वाले तीन नए प्लान पेश किए हैं। इन प्लान्स के मलने वाले बेहतरीन ऑफर के बारे में जानना जरूरी है।

FREE में मिलेगा नया जियो फोन
रिलायंस जियो ने हाल ही में तीन नए प्लान पेश कि हैं। इन प्लान के साथ यूजर्स को नया फीचर फोन JioPhone मुफ्त में मिल रहा है। पको इन प्लान के बारे में बारी-बारी स बताते हैं। सबसे पहल बात करत हैं 1999 रुपए वाले प्लान के बारे में। 1999 रुपए बारे प्लान के साथ जियो फोन यूजर्स को 2 साल की अनलिमिटेड कॉलिंग और डेटा के साथ-साथ एक नया जियो फोन मुफ्त में मिल रहा है। नए जियो फोन के साथ-साथ यूजर्स को सभी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग और हर महीने 2 जीबी डेटा का ऑफर मिल रहा है। प्लान की वैधता 2 साल की है।

1499 रुपए वाला प्लान
जियो ने 1499 रुपए वाला लॉग टर्म प्लान पेश किया है। जिसमें यूजर्स को 1 साल के लिए अनलिमिटेड वॉइस कॉलिंग के साथ-साथ डेटा और फ्री जियो ऐप्स सब्सक्रिप्शन की सुविधा मिलती है। वहीं नए यूजर्स को नया जियो फोन मुफ्त में मिलता है। इस प्लान की वैधता 1 साल की है। इस प्लान में यूजर्स को सभी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग के अलावा हर महीने 2 जीबी डटा का ऑफर मिल रहा है।

799 रुपए वाला प्लान
1999 रुपए 1499 रुपए वाले प्लान के अलावा जियो ने 799 रुपए वाला प्लान भी पेश किया है। इस प्लान को खासकर जियो फोन के पुराने यूजर्स के लिए पेश किया गया है। इस प्लान में यूजर्स को 1 साल के लिए सभी नटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग और डेटा का ऑफर मिलता है। वहीं यूजर्स को जियो ऐप्स का सब्सक्रिप्शन मिलता है।

source: oneindia.com

वित्त मंत्रालय ने जीएसटी माफ करने की योजना का लाभ उठाने की अंतिम तारीख बढ़ायी

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वित्त मंत्रालय ने रविवार को जीएसटी माफ करने की योजना का लाभ उठाने की अंतिम तारीख तीन महीने के लिए बढ़ाकर 30 नवंबर कर दी। योजना के तहत करदाताओं को मासिक रिटर्न दाखिल करने में देरी के लिए कम शुल्क का भुगतान करना होगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता वाली जीएसटी परिषद ने मई में लंबित रिटर्न के लिए करदाताओं को विलंब शुल्क में राहत प्रदान करने की खातिर एक माफी योजना लाने का फैसला किया था। सभी राज्यों के वित्त मंत्री जीएसटी परिषद के सदस्य हैं।

जुलाई 2017 से अप्रैल 2021 के लिए जीएसटीआर-3बी दाखिल ना करने पर उन करदाताओं की खातिर विलंब शुल्क 500 रुपये प्रति रिटर्न तक सीमित कर दिया गया है, जिन पर कोई कर देयता नहीं है। वहीं कर देयता वाले लोगों के लिए, अधिकतम 1,000 रुपये प्रति रिटर्न विलंब शुल्क लिया जाएगा, बशर्ते ऐसे रिटर्न 31 अगस्त, 2021 तक दाखिल कर दिए गए हों। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, विलंब शुल्क माफी योजना का लाभ उठाने की अंतिम तिथि अब मौजूदा 31 अगस्त, 2021 से बढ़ाकर 30 नवंबर, 2021 कर दी गयी है।

अगले महीने से फिर शुरू होगा पराली जलने का सीजन, रोकथाम के लिए अब तक करोड़ों खर्च पर समस्या जस की तस

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नई दिल्ली, । दिल्ली-एनसीआर को पराली के जहरीले धुएं से बचाने के लिए अब तक भले ही केंद्र ने करोड़ों रुपये खर्च कर दिए हैं लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। यही वजह है कि जैसे ही पराली जलने का सीजन नजदीक आता है, केंद्र और इससे निपटने के लिए गठित एजेंसियों की चिंताएं बढ़ जाती हैं। हालांकि इस बार केंद्र की चिंताएं कुछ ज्यादा हैं क्योंकि पंजाब और उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में किसानों की नाखुशी से बचने के लिए राज्य सरकारें शायद ही इस पर सख्ती बरतें।

सितंबर के अंतिम हफ्ते से शुरू होने वाले पराली जलने के इस सीजन को लेकर केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश सहित दिल्ली के सभी पड़ोसी राज्यों को सतर्क कर दिया है। साथ ही इससे जुड़ी तैयारियों को समय पर पूरा करने और प्रचार करने को कहा है। पंजाब और हरियाणा में पराली जलने का सीजन 20 सितंबर से शुरू होकर 30 नवंबर तक होता है। इस दौरान किसान अपने खेत को कम समय में बुआई के लिए तैयार करने के लिए धान की कटाई से बचे निचले हिस्सों को जला देते हैं।

यह ¨चता इसलिए भी है क्योंकि पिछले तीन साल में केंद्र इससे निपटने के लिए पंजाब सहित दिल्ली-एनसीआर के पड़ोसी राज्यों को 17 सौ करोड़ से ज्यादा की वित्तीय मदद और संसाधन मुहैया करा चुका है। इसके बावजूद पिछले साल यानी वर्ष 2020 में अकेले पंजाब में पराली जलने की 76 हजार से ज्यादा घटनाएं रिपोर्ट हुईं, जो वर्ष 2019 के मुकाबले 46 फीसद ज्यादा थीं। यह स्थिति तब थी, जब पंजाब को इसके लिए 793 करोड़ की वित्तीय मदद दी गई थी।

वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक इन वर्षो में हरियाणा को 499 करोड़, उत्तर प्रदेश को 374 करोड़ और दिल्ली को साढ़े चार करोड़ रुपये दिए गए। खास बात यह है कि पराली जलने की सबसे ज्यादा घटनाएं इन्हीं राज्यों में हैं। हरियाणा में पराली जलने की घटनाओं में कमी आई है। पिछले साल वहां पराली जलने की पांच हजार घटनाएं रिपोर्ट हुईं, जबकि इससे पहले वर्ष 2019 में 6,652 घटनाएं दर्ज हुई थीं। मालूम हो कि पंजाब और हरियाणा में जलने वाली पराली का यह धुंआ दिल्ली और एनसीआर के ऊपर हवा के कब दबाव का क्षेत्र निर्मित होने से छा जाता है। इस दौरान जहरीली हवाओं की धुंध छा जाती है और जनजीवन के लिए स्थिति गंभीर हो जाती है।

स्थिति गंभीर हुई तो इस बार कराई जा सकती है कृत्रिम बारिश

पराली के जहरीले धुएं से निपटने की तैयारियों के बीच सरकार दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की स्थिति ज्यादा गंभीर होने पर कृत्रिम बारिश कराने के विकल्प को भी साथ लेकर चल रही है। मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों की मानें तो कृत्रिम बारिश कराने का पूरा रोडमैप पहले से तैयार है। जरूरत पड़ी तो विमानन एवं रक्षा मंत्रालय की मंजूरी लेकर इस प्रयोग को अंजाम दिया जाएगा। बता दें कि पर्यावरण मंत्रालय ने इससे पहले इसरो और आइआइटी कानपुर के वैज्ञानिकों की मदद से दिल्ली-एनसीआर में कृत्रिम बारिश कराने की तैयारी की थी। हालांकि बाद में यह योजना टल गई थी।(जेएनएन)