Wednesday, June 11, 2025
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पारिवारिक कलह से था युवक परेशान, दो माह पहले मां का हुआ था निधन

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रांची ।  बिरसानगर थाना क्षेत्र के विजय गार्डन स्थित केदारनाथ अपार्टमेंट के 10वीं मंजिल से कूद अभिजीत मजूमदार (40) नामक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली। उसी अपार्टमेंट में मृतक के भाई अभिषेक मजूमदार रहते हैं। मृतक की मां का दो माह पूर्व देहांत हुआ था।  स्थानीय लोगों ने शव देख इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मृतक के भाई भी मौके पर पहुंचे।

अभिषेक मजूमदार ने बताया- अभिजीत अपनी पत्नी नीलाक्षी मजूमदार से अलग रहता है। उनकी एक 12 साल की बेटी भी है। भाई की पत्नी नीलाक्षी टाटा मोटर्स में कर्मी है। भाई कहां रहता था, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। दो माह पूर्व मां का निधन होने पर वह श्राद्ध कर्म में घर आया था।  इधर, पुलिस ने अपार्टमेंट में लगे सीसीटीवी फुजेट को खंगाला।

सीसीटीवी फुजेट में अभिजीत सुबह 5.09 में लिफ्ट के माध्यम से छत पर जाते हुए दिखा। वहां कुछ देर रुकने के बाद 5.36 बजे उसने छत से छलांग लगा दी। पुलिस आत्महत्या का कारण पारिवारिक विवाद मान रही है।   एक समय रंजीत का परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। उसके पिता पर बड़े परिवार को चलाने की जवाबदेही थी। रंजीत के बड़े भाई जयराम शर्मा की हत्या के बाद परिवार कई साल तक सदमे में रहा था। लेकिन शिक्षण संस्थानों में दाखिला दिलाने का काम शुरू करने के बाद कुछ सालों में ही परिवार की स्थिति बदल गई। आज रंजीत के पास महंगी लग्जरी कारें हैं। रंजीत का परिवार लंबे समय तक रंजीत का परिवार लंबे समय तक आदित्यपुर शिवमंदिर स्थित एनआईटी कर्मियों के चर्टर हाउसिंग कॉलोनी में रहा। रंजीत का परिवार अब हरिअेाम नगर जानकी अपार्टमेंट रोड में नए मकान में रहता है। एनआईटी जमशेदपुर के समीप इस परिवार की चार-पांच दुकानें हैं।

उसने चार साल पहले आदित्यपुर कांड्रा मेन रोड पर व्यवसायिक जमीन को चार करोड़ में खरीदा था। रंजीत बिल्डिंग और जमीन का कारोबार भी करता। रंजीत के पिता एनआईटी जमशेदपुर में ड्राफ्ट्स मैन पद से रिटायर हुए हैं। उन्होंने रंजीत को इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए बेंगलुरू भेजा। पढ़ाई के दौरान ही वह इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन कराने वाले गिरोह के संपर्क में आया। अपने परिचितों के बच्चों का एडमिशन कराने लगा। देखते ही देखते वह मुन्नाभाई बन गया। पेपर सॉल्व करके उसने करोड़ों की संपत्ति बनाई।

रंजीत आदित्यपुर मेन रोड स्थित ईडीयू इंडिया नामक कंसल्टेंसी का संचालक है। 10 साल पहले उसने यहां कंसल्टेंसी खोली थी। वह फिलहाल पुणे में रहकर अपना सिंडिकेट चलाता है। इंजीनियरिंग कॉलेजों में नामांकन के खेल में रंजीत के मददगार सोनू ठाकुर को गुरुवार को सीबीआई की टीम हिरासत में लेकर रांची ले गई। सीबीआई की पूछताछ में सोनू ठाकुर ने रंजीत के लिए काम करने की बात कही थी। सोनू और रंजीत रिश्तेदार है।

अमेठी की बदौलत राजनीति चमकाते रहे लेकिन पीने के पानी की भी व्यवस्था नहीं की : स्मृति ईरानी

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अमेठी ,। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी में 50 बिस्तरों के आयुर्वेद चिकित्सालय सहित 16 करोड़ रुपये से अधिक कीयोजनाओं का लोकार्पण किया और कहा कि आजादी के बाद से जो परिवार (गांधी परिवार) अमेठी से चुनकर दिल्ली जाता रहा और वहां अपनी राजनीति को यहीं की बदौलत चमकाता रहा, उसने अमेठी के लोगों के लिए पीने के पानी तक की व्यवस्था नहीं की। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पराजित करने वाली स्मृति ईरानी ने उनका नाम लिए बिना गांधी परिवार पर हमला करते हुए कहा कि लोग लंबे समय तक अमेठी से चुनकर गए लेकिन यहां के विकास के विषय में नही सोचा।

उन्होंने कहा कि जब से केंद्र में नरेंद्र मोदी और प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बनी है, यहां विकास कार्य बहुत तेजी में हो रहा है। स्मृति ईरानी अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी के दो दिवसीय दौरे पर हैं। अमेठी को अपना घर और परिवार बताते हुए उन्होंने कहा कि वह जानती हैं कि परिवार की देखभाल कैसे की जाती है। स्मृति ईरानी ने कहा कि जब से देश में आयुष मंत्रालय की स्थापना हुई है, उसके अच्छे परिणाम सामने आए हैं और आज इसका बाजार एक लाख करोड़ का है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान आयुर्वेद को लेकर लोगों के बीच नई चेतना का संचार हुआ है और आयुर्वेद की दवाएं, जड़ी बूटियों ने कोविड-19 से लडऩे काफी मदद की है।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के दौरान किसी को भूखा नहीं रहने दिया और देश के 80 करोड़ एवं अमेठी के 14 लाख परिवारों को नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराने का काम किया है। स्मृति ने कहा कि किसान सम्मान योजना के तहत अमेठी के ढाई लाख किसानों को फायदा मिल रहा है। ईरानी ने कहा कि आप सब ने देखा है कोरोना महामारी के दौरान कोरोना की जांच के लिए सैंपल लखनऊ भेजना पड़ता था, लेकिन उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने ऐसी व्यवस्था की कि कोरोना वायरस की जाँच अमेठी में हो रही है। उन्होंने कहा कि जो अमेठी में 70 साल में नहीं हुआ वह हमारी सरकार ने थोड़े समय में करके दिखा दिया। उन्होंने कहा कि आज कोरोना वायरस जैसी महामारी से लडऩे में अमेठी की चिकित्सा व्यवस्था सक्षम है।

जगदीशपुर में ट्रॉमा सेंटर का निरीक्षण करने के बाद ईरानी ने कहा कि 70 साल तक अमेठी को तमाम सुविधाओं से वंचित रखा गया, यहां तक कि अमेठी में एक ऑक्सीजन प्लांट भी नहीं था, लेकिन आज अमेठी में सात ऑक्सीजन प्लांट काम कर रहे हैं और ऑक्सीजन के क्षेत्र में अमेठी पूरी तरह से आत्मनिर्भर है। उन्होंने कहा, मैं अमेठी में रहूं या बाहर, मैं हर पल अमेठी की खबर रखती हूं, प्रशासन के संपर्क में रहती हूं और मेरा अधिकारियों से यह साफ कहना है कि मेरी अमेठी के लोगों को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। जगदीशपुर में ऑक्सीजन प्लांट के उद्घाटन, ट्रॉमा सेंटर के निरीक्षण के दौरान जिला अधिकारी अरुण कुमार, पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशुतोष दुबे मौजूद रहे। ईरानी ने अधिकारियों से ट्रॉमा सेंटर की चिकित्सा व्यवस्थाओं की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश भी दिए।

किसानों की महापंचायत हुई शुरू, राकेश टिकैत ने किया बड़े फैसले का ऐलान

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नई दिल्ली ,। उत्तर प्रदेश में संयुक्त किसान मोर्चा ने मुजफ़्फ़ऱनगर में किसान महापंचायत का आयोजन किया है। यह आयोजन मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज मैदान में हो रहा है। ट्विटर पर बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने एक बयान में कहा कि, महापंचायत ऐतिहासिक होने जा रही है। राकेश टिकैत ने ट्वीट किया कि, मुजफ्फरनगर में 5 सितंबर की किसान महापंचायत ऐतिहासिक होगी। 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर चलते हैं। आप सभी किसान महापंचायत में आमंत्रित हैं। वहीं एक महिला किसान ने बताया कि, हम यहां 3 क़ानूनों को वापस कराने के लिए इक_ा हुए हैं। क्करू से हमारा अनुराध है कि इस आंदोलन को 9 महीने हो गए हैं इससे और न बढ़ाएं तथा 3 क़ानूनों को वापस लें।

किसान महापंचायत से पहले सुरक्षा के कड़े इंतजाम
मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार ने कमर कस ली है। मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अभिषेक यादव ने कहा, हमें 70,000 लोगों की भीड़ की उम्मीद है। सूत्रों के मुताबिक, अर्धसैनिक बलों की दस कंपनियां और 4,000 पुलिस कर्मियों को भी तैनात किया जा रहा है। इसके अलावा हवाई निगरानी के लिए ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल किया जाएगा और 200 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।सरकारी इंटर कॉलेज ग्राउंड के आयोजन स्थल से 4 किलोमीटर के दायरे में 20 से अधिक एलईडी स्क्रीन और माइक्रोफोन लगाए गए हैं। मुजफ्फरनगर और आसपास के इलाकों में पहले से ही 500 से ज्यादा लंगर चल रहे हैं । जानकारी के लिए बता दें कि,शामली, मुजफ्फरनगर और बागपत के जिला प्रशासन ने शनिवार रात से सभी शराब की दुकानों को बंद कर दिया है और यह रविवार रात तक जारी रहेगा।

गौरतलब है कि, किसान तीन नए अधिनियमित कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले साल 26 नवंबर से दिल्ली की  विभिन्न सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान नेताओं और केंद्र ने कई दौर की बातचीत की है लेकिन गतिरोध बना हुआ है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने 25 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया है
सिंघू सीमा पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के बाद, संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने शनिवार को 25 सितंबर को भारत बंद का भी आह्वान किया है। पिछले नौ महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान संघ ने एक बयान में कहा कि, सिंघू सीमा पर एसकेएम नेशनल कन्वेंशन ने भारत के सभी राज्यों और जिलों में एसकेएम की संयुक्त समितियां बनाने का फैसला किया है।एसकेएम का राष्ट्रीय अधिवेशन 26-27 अगस्त को दिल्ली के पास सिंघू बॉर्डर पर हुआ था। बयान में कहा गया है कि 22 राज्यों के सैकड़ों संगठनों के 2000 से अधिक प्रतिनिधियों ने इस सम्मेलन में भाग लिया।

बीमा धोखाधड़ी में सेना के दिग्गजों को ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़

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दिल्ली पुलिस ने चार आर्थिक अपराधियों के एक गिरोह को गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर सेना के दिग्गज अधिकारियों को निशाना बनाकर बीमा धोखाधड़ी के मामले में शामिल हैं।
समूह बकाया बकाया बीमा बोनस जारी करने की सुविधा के नाम पर दिग्गजों को धोखा दे रहा था। जालसाज अपने निशाने पर लिए गये लोगों से पैसे की मांग कर रहे थे।

पुलिस के अनुसार, सेना के 54 सेवानिवृत्त अधिकारी निशाने पर थे, जिनमें से 13 कथित तौर पर जालसाजों के शिकार हुए एक साथ करोड़ों रुपये खर्च किए।

गिरफ्तार चार लोगों की पहचान राज राजपूत (36), प्रभात कुमार (33), राम नरेश (52) राम सागर (28) के रूप में हुई है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि समूह धोखाधड़ी के कई अन्य मामलों में शामिल था उसने कई राज्यों में लोगों को धोखा दिया है।

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (आर्थिक अपराध विंग), आरके सिंह, धोखाधड़ी करने वाले दिग्गजों को एजीआईएफ (आर्मी ग्रुप इंश्योरेंस फंड) से कुछ मौद्रिक लाभ जारी करने के लिए बुला रहे थे। उन्होंने रिश्तेदारों को 3-4 लाख रुपये की सीमा में बड़ी राशि का वादा करके पेंशनभोगियों को टेलीफोन कॉल किए बदले में, धन जारी करने के लिए प्रोसेसिंग शुल्क के नाम पर अग्रिम रूप से 30,000-40,000 रुपये की बहुत छोटी राशि की मांग की।

सिंह ने आगे कहा, पीड़ितों में से एक आर्मी सर्विस कोर के कर्नल जीएम खान ने अपने खाते से अब तक इन धोखेबाजों को 1.27 करोड़ रुपये का भुगतान किया। अन्य सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों को भी कथित व्यक्तियों द्वारा लक्षित किया गया था 12 अधिकारियों ने इन धोखेबाजों के निदेशरें के अनुसार खाते बैंक में अलग-अलग राशि जमा की थी।

पुलिस ने कहा कि खाताधारकों के सभी उपलब्ध पतों आर्थिक अपराधियों द्वारा इस्तेमाल किए गए फोन नंबरों के सत्यापन के अलावा 50 से अधिक बैंक खातों का विश्लेषण किया गया।

सिंह ने कहा, जांच से पता चला है कि जिन बैंक खातों में पीड़ितों की राशि जमा की गई थी, आरोपी राम नरेश राम सागर द्वारा किराए के पते पर विभिन्न फर्मों के नाम से खोले गए थे। संपत्तियों के मालिकों को इन अपराधियों के बारे में कोई सुराग नहीं था। ठगी की राशि एटीएम या चेक के माध्यम से तुरंत नकद में वापस ले ली गई। बैंक खातों के विश्लेषण से पता चला कि आरोपी प्रभात कुमार स्वयं चेक के माध्यम से नकद निकाल रहा था।

दिल्ली पुलिस ने 17 सितंबर 2019 को भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 120-बी के तहत मामला दर्ज किया था इन जालसाजों की तलाश में थी।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

पत्नी को लेने गये युवक से ससुरालियों ने की मारपीट

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रुद्रपुर। पत्नी को लेने गये एक युवक पर ससुरालियों ने जानलेवा हमला कर दिया। आरोप है कि उस पर धारदार हथियारों से वार किये गये। इससे वह घायल हो गया। युवक ने पुलिस को तहरीर सौंपकर कार्रवाई की मांग की है। इस्लाम नगर निवासी इस्लाम ने थाने में तहरीर देकर बताया कि लगभग दो वर्ष पूर्व उसका विवाह पास के ही गांव से हुआ था। कुछ समय पहले इस्लाम काम करने के लिए बाहर गया, इस दौरान उसकी पत्नी मायके चली गयी। रविवार को वह लौटा और पत्नी को लेने उसके मायके पहुंचा। आरोप है कि वहां किसी बात पर विवाद के बाद ससुरालियों ने उस पर धारदार हथियार से हमला बोल दिया। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। वह किसी तरह जान बचाकर थाने पहुंचा। पुलिस ने तत्काल मेडिकल के लिये स्वास्थ्य केन्द्र भेजा।  थाना प्रभारी सतीश कापड़ी ने बताया मामले की जांच की जा रही है।

देहरादून के बहल चौक का नाम होगा स्व. ले.जनरल ओपी कौशिक चौक : केन्द्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट

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(एल. मोहन लखेड़ा)

‘मेजर जनरल,कर्नल सहित दर्जनों पूर्व सैनिकों ने थामा भाजपा का दामन’

देहरादून, रविवार को देहरादून के हाथीबरकला में आयोजित पूर्व सैनिक संवाद कार्यक्रम में केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। कार्यक्रम में दर्जनो पूर्व सैनिकों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
सैनिक एकता जिंदाबाद के नारे के साथ अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश के एकमात्र पार्टी है वह सैनिकों के सम्मान के लिए काम करती है और यही वजह है कि सेवा निर्मित होने के बाद वह भाजपा से जुड़े। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से बहल चौक का नाम लेफ्टिनेंट जनरल कौशिक के नाम पर रखने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि शहीदों के आंगन की पवित्र भूमि से सैन्य धाम हेतु मिट्टी लाई जाएगी और साथ ही उनके परिवारजनों को ताम्रपत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि हल्द्वानी में जल्द ही देहरादून के तर्ज पर 150 बेड के छात्रावास का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उनके पास लगातार सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों की कैंट क्षेत्र को करमुक्त करने की मांग आ रही थी, जिस पर उन्होंने मुख्यमंत्री धामी का कैंट क्षेत्र के सैनिकों को करमुक्त करने के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही उन्होंने बताया कि सैनिकों की समस्या के निवारण हेतु उप जिलाअधिकारी स्तर का अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर कोई सैनिक वीरगति को प्राप्त होता है तो उसके परिवार के एक सदस्य को प्रदेश सरकार उसकी योग्यता अनुरूप नौकरी देगी। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में 36 सैनिक विश्राम ग्रहों का जीर्णोद्धार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने द्वितीय विश्व युद्ध के पेंशनधारियों की पेंशन को बढ़ाकर ₹10000 प्रतिमाह कर दिया है। साथ ही उन्होंने बताया कि पूर्व सैनिकों के आश्रितों को सीडीएस,एनडीए की परीक्षा उत्तीर्ण करने पर एसएसबी की तैयारी हेतु 50,000 रुपए की धनराशि प्रदेश सरकार देगी।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने पूर्व सैनिकों द्वारा भाजपा को सहयोग व स्नेह देने हेतु आभार प्रकट किया। उन्होंने कैबिनेट मंत्री के आग्रह को स्वीकार करते हुए बहल चौक का नाम ले. जनरल ओपी कौशिक चौक किए जाने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि जितना स्नेह और सम्मान उनके दिल में सैनिकों के लिए है, उतना किसी और के लिए नहीं है। जब वह सीमांत क्षेत्रों का भ्रमण कर रहे थे, उस दौरान उन्होंने सैनिकों की जीवटता को देखा कि किस तरह विपरीत परिस्थितियों में भी देशभक्ति का जज्बा बनाए रखते हैं। उन्होंने कहा कि गलवान में हमारे सैनिकों ने चीन को सेना को उसकी हदें दिखा दी और आज कोई भी देश भारत देश के को आंखे दिखाने का साहस नहीं कर पा रहा है। उन्होंने बताया कि पूरे विश्व में सबसे ऊंची उड़ान भारतीय वायुसेना के जहाज भरते हैं और सबसे ऊंची सड़क पर भारतीय टैंक चलते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी की प्रसंशा करते हुए केन्द्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि उनके जैसा देशभक्त मैंने आज तक नही देखा जो दिन-रात किसी बात की परवाह किए बिना देश की सेवा में लगे रहते हैं। पहले हम दूसरे देशों से सैन्य उपकरण आयात किया करते थे मगर मोदी जी के नेतृत्व में आज हम सिर्फ अपने लिए हथियार नहीं बना रहे हैं बल्कि दूसरे देशों को भी निर्यात कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 11000 करोड़ रूपए के सैन्य उपकरण मेक इन इंडिया के तहत भारत निर्यात कर चुका है और आज दुनिया हर मोर्चे पर भारत की तरफ देखती है।

मेजर जनरल सम्मी सब्बरवाल ने प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हमें मोदी जैसा नेतृत्व करने वाला जनसेवक मिला है और हमारा दायित्व बनता है कि हम ऐसे नेतृत्वकर्ता का साथ हमेशा बनाए रखें।
भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने वालों में स्वर्गीय ले० जनरल ओपी कौशिक की धर्मपत्नी बिनोद कौशिक, मेजर जनरल नीरज वर्मा, मेजर जनरल ओपी सोनी, मेजर जनरल एके राघव, कर्नल एसडी मिश्रा, कर्नल दीपक ढिंगरा, कर्नल विजय शर्मा, मेजर अभिषेक कुलश्रेस्ठ, कैप्टन अमिताभ राय, कैप्टन टीबी थापा मुख्य रहे।

पूर्व सैनिक संवाद कार्यक्रम में मेजर जनरल सम्मी सभरवाल, मेजर जनरल आनंद सिंह रावत, ब्रिगेडियर केजी बहल, ब्रिगेडियर संदीप काला, टीडी भूटिया, शमशेर सिंह बिष्ट, कर्नल रघुवीर सिंह भंडारी, महावीर सिंह राणा, सुरेंद्र सिंह नेगी, कैप्टन कुंवर, कैप्टन गुलाब सिंह, विनोद कुमार, भगत सिंह राणा, कैप्टन चंद्रवीर थापा, कैप्टन खेमबहादुर थापा, दिनेश प्रधान, आरके थापा, नरेंद्र थापा, कैप्टन आरडी शाही, कमल थापा आदि उपस्थित रहे।

हाईकोर्ट : सहायक निदेशक समाज कल्याण कांति राम जोशी के खिलाफ सुनवाई 27 सितंबर को होगी अगली सुनवायी

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देहरादून, राज्य के समाज कल्याण विभाग के सहायक निदेशक कांति राम जोशी के आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने तथा देहरादून में फर्जीवाड़ा कर अनुसूचित जाति की दुकानों के आवंटन आदि प्रकरणों में हाई कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के बाद इस मामले की अगली सुनवाई 27 सितंबर को नियत की गई है।

क्या है पूरा मामला :
उत्तराखंड शासन के निर्देश पर मार्च दो हजार अट्ठारह में कांति राम जोशी के विरुद्ध समाज कल्याण योजनाओं में भ्रष्टाचार कर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले की जांच विजिलेंस को सौंपी गई थी।

तीन वर्षों से इस जांच में कोई कार्यवाही ना होने पर एसके सिंह (एडवोकेट) ने एक जनहित याचिका उत्तराखंड हाई कोर्ट में दायर की।

याचिकाकर्ता ने कोर्ट से इस प्रकरण पर जल्दी कार्यवाही का अनुरोध किया। याचिकाकर्ता ने याचिका में कांति राम जोशी के विरुद्ध भ्रष्टाचार अधिनियम के अंतर्गत डालनवाला थाने में वर्ष 2019 में दर्ज मुकदमे में अभी तक कोई ठोस कार्यवाही ना होने के प्रकरण को भी जनहित याचिका में उठाया गया है।
कांति राम जोशी के विरुद्ध अनुसूचित जाति के व्यक्तियों की दुकानों का फर्जी आवंटन मामले में शासन के निर्देशों पर डालनवाला थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए कांति राम जोशी ने हाईकोर्ट की शरण ली थी, परंतु हाई कोर्ट द्वारा कांति राम को गिरफ्तारी से प्राप्त देने से साफ इनकार कर दिया।

ट्रक परिवहन महासंघ ने राज्य सरकार से की वाहनों की सरेंडर पालिसी को यथावत् रखने की मांग

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ऋषिकेश, उत्तराखण्ड़ ट्रक ओनर्स एसोसिएशन कार्यालय में महासंघ की बैठक में अध्यक्ष जगमोहन सकलानी ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में ट्रक चालक,परिचालक व अन्य कर्मियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी है। महासंघ ने राज्य सरकार से वाहनों की सरेंडर पालिसी को यथावत् किए जाने की मांग की है। महासंघ का कहना का सभी लोग आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। लेकिन सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है।

उन्होंने कहा कि सरकार इन वाहनों के टैक्स में छह माह की छूट प्रदान करें और छह महीने तक चालक परिचालकों को 2000 रुपये आर्थिक सहायता दी जाए। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से ट्रकों की माल भार क्षमता 16200 के सापेक्ष 18500 कुंतल किया गया है। जिसका लाभ उत्तराखंड के ट्रकों को भी मिलना चाहिए। वाहन सरेंडर की पालिसी पूर्व की भांति यथावत रखी जानी चाहिए। यूनियन अध्यक्ष ने कहा कि उत्तराखंड के भीतर अन्य प्रांतों के ट्रक संचालन आसान है लेकिन उत्तराखंड में पंजीकृत इन वाहनों का संचालन मुश्किल हो गया है। हरियाणा राज्य में 10 टायर ट्रक का टैक्स 6330 है, जबकि उत्तराखंड राज्य में पंजीकृत ट्रकों का टैक्स 9500 है |

उन्होंने कहा कि यदि समान मांगों पर सरकार अति शीघ्र कार्यवाही नहीं करती है तो ट्रक मालिक और चालक आंदोलन शुरू करने पर बाध्य होंगे। बैठक में सचिव दीप शर्मा, दिनेश बहुगुणा,मनमोहन सूदन शर्मा, मनोज ध्यानी, कुंवर राव, सरदार दलजीत मान, आदेश सैनी आदि मौजूद रहे।

देहरादून के नए कप्तान जन्मेजय खंडूरी ने ग्रहण किया पदभार

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देहरादून, जनपद के नए कप्तान जन्मेजय खंडूरी ने आज पदभार ग्रहण कर लिया, पदभार ग्रहण करने के बाद कप्तान खंडूरी ने कहा कि पीड़ित किसी समस्या को लेकर पुलिस के पास आती है ऐसे में उनकी समस्या सुनी जानी बहुत जरूरी है। जनता की समस्या सुनने और उनकी शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए रात के लिए ड्यूटी ऑफिसर की तैनाती की जाएगी।

ड्यूटी ऑफिसर एसपी या सीओ स्तर का होगा जोकि शिकायत मिलते ही तुरंत उस पर कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा कि राजधानी में दिल्ली कमिश्नरी की तर्ज पर पुलिसिंग शुरू की जाएगी। हर पीड़ित को न्याय मिले यह उनकी प्राथमिकता में रहेगा। उन्होंने कहा कि उनकी सबसे पहली प्राथमिकता जनता की सेवा करना है क्योंकि जनता सत्य के साथ रहती है। शिकायतकर्ता अधिकारियों के पास शिकायत लेकर आते हैं क्योंकि उनका अधिकारियों के प्रति अच्छी सोच और व्यवहार रहती है, लेकिन यदि थाने में पीड़ित की शिकायत नहीं सुनी जा रही है तो ऐसे में कार्रवाई की जाएगी

सिंगटाली में अभी तक नहीं बना मोटर पुल, दो अक्टूबर से क्रमिक अनशन पर बैठेगी ढांगू विकास समिति

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देहरादून, सिंगटाली में बनाए जाने वाले मोटरपुल का निर्माण शुरू करने की मांग को लेकर ढांगू विकास समिति ने अब आंदोलन के मूड में है और पुल नहीं वोट नहीं के तहत सरकार को जगाने का काम करेगी, गढ़वाल और कुमाऊं को जोड़ने के लिए सिंगटाली में पुल निर्माण की मांग काफी समय से स्थानीय लोग आंदोलित हैं और अब दो अक्टूबर से सिंगटाली में क्रमिक अनशन करने का निर्णय लिया है। समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि यदि सिंगटाली में पुल का निर्माण शुरू नहीं होता है तो क्षेत्र की जनता वोट भी नहीं देगी।

लोक निर्माण विभाग ऋषिकेश के अतिथि गृह में आयोजित पत्रकार वार्ता में ढांगू विकास समिति के अध्यक्ष उदय सिंह नेगी ने बताया कि 2006 में शासन की ओर से सिंगटाली में मोटरपुल की स्वीकृति दी गई थी। 2017 में लोक निर्माण विभाग श्रीनगर ने इस पुल की मिट्टी की टेस्टिंग के साथ ही अप्रोच रोड की सर्वे कर दिया था। मोटरपुल के निर्माण के लिए विश्व बैंक से 17 करोड़ रुपयेभी स्वीकृत हुए थे। उन्होंने बताया कि सितंबर 2019 में एक एनजीओ के कहने पर तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की ओर से इस पुल का स्थान परिवर्तित करने के आदेश दिए थे। जिसका स्थानीय नागरिकों ने विरोध किया था |

क्षेत्र के नागरिकों का कहना था कि मोटरपुल पुराने स्थान पर ही बनना चाहिए। 15 जनवरी 2020 को शासन की ओर से मोटरपुल की जगह बदलने के शासनादेश हुआ था, जिसका स्थानीय लोग ने विरोध किया था। उन्होंने बताया कि स्थानीय नागरिकों के विरोध को देखते हुए राज्य सभा सदस्य अनिल बलूनी ने पुराने चयनित स्थल पर ही मोटर पुल बनाने का आश्वासन स्थानीय जनता को दिया था, उसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने 18 मई 2021 को पुराने चयनित स्थल पर ही मोटर पुल बनाने के आदेश किए थे, लोक निर्माण विभाग की ओर से इसका शासनादेश भी जारी किया गया था, शासनादेश जारी होने के बाद लोक निर्माण विभाग श्रीनगर की ओर से मोटर पुल के दोनों और अप्रोच रोड का सर्वे भी किया गया था। लेकिन सरकार की ओर से मोटरपुल की वित्तीय स्वीकृति ना दिए जाने से अभी तक मोटर पुल का निर्माण शुरू नहीं हो पाया है। इस मोटर पुल के बनने से नेशनल हाईवे 58 तोता घाटी का भी वैकल्पिक मार्ग बनेगा। इसके निर्माण होने से गढ़वाल से कुमाऊं के बीच की दूरी में करीब 45 किलोमीटर की कमी आएगी। सिंगटाली से ब्यासघाट होते हुए देवप्रयाग तक का सफर आसान हो जाएगा। इस पुल के निर्माण होने से पौड़ी जिले के द्वारीखाल, कल्जीखाल, कोट, एकेश्वर, जयहरीखाल, बीरोंखाल, थलीसैंण के करीब 1000 गांव के लोगों को लाभ मिलेगा।

उन्होंने कहा कि यदि सरकार की ओर से मोटर पुल को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है तो सितंबर माह के आखिरी सप्ताह में क्षेत्रीय जनता सिंगटाली में एकदिवसीय सांकेतिक धरना देगी। दो अक्टूबर गांधी जयंती से सिंगटाली में ग्राम सभा वार क्रमिक अनशन किया जाएगा। फिर भी पुल निर्माण को लेकर कोई कार्रवाई नहीं होती है तो क्षेत्र के सात ब्लाक के करीब 1000 गांव के लोग सिंगटाली में मोटर पुल नहीं तो वोट नहीं तो का नारा बुलंद करेंगे। क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों का भी विरोध किया जाएगा। इस दौरान में ढांगू विकास समिति के उपाध्यक्ष भारत सिंह रावत, विनोद बड़थ्वाल, वेद प्रकाश मैठाणी, शैलेंद्र नौटियाल, राजीव बिष्ट, प्रशांत मैठाणी आदि उपस्थित थे।