Thursday, June 12, 2025
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उपनल संविदा कर्मचारियों का प्रदेशभर में दो दिवसीय कार्य बहिष्कार का ऐलान

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देहरादून, उपनल संविदा कर्मचारियों ने समय पर और सम्मानजनक मानदेय देने सहित विभिन्न सात सूत्री मांगों को लेकर आज से प्रदेशभर में दो दिवसीय कार्य बहिष्कार का ऐलान किया है। कुछ अन्य संगठनों की ओर से भी कर्मचारियों के आंदोलन का समर्थन किया जा रहा है।

उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण निगम लिमिटेड (उपनल) कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के प्रदेश संयोजक योगेंद्र विश्राल ने कहा कि कर्मचारी आंदोलन नहीं चाहते, लेकिन उनकी मांगों की लगातार अनदेखी कर उन्हें इसके लिए मजबूर किया जा रहा है। मोर्चा के प्रदेश संयोजक ने प्रेस क्लब में मीडिया से वार्ता में कहा कि उपनल संविदा कर्मचारियों को वर्षों की सेवा के बावजूद मात्र 10 से 12 हजार रुपये मानदेय दिया जा रहा है।
यह मानदेय भी उन्हें समय पर नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि शासन की ओर से उपनल कर्मचारियों को न हटाने का आदेश जारी किया गया है, इसके बाद भी सेल्स टैक्स से 49 और विद्युत विभाग से 12 कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। जबकि संबंधित विभाग की ओर से कहा गया है कि इन कर्मचारियों का बेहतर काम है, इन्हें हटाने से काम प्रभावित हो रहा है, लेकिन शासन में बैठे अधिकारी सुनने को तैयार नहीं हैं।

सुप्रीम कोर्ट में दाखिल एसएलपी (विशेष अनुमति याचिका) को वापस ले सरकार
उन्होंने कहा कि सरकार उपनल कर्मचारियों के मसले पर हाईकोर्ट के वर्ष 2018 में आए फैसले पर अमल करते हुए इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में दाखिल एसएलपी (विशेष अनुमति याचिका) को वापस ले। कर्मचारियों ने कहा कि उनके सुरक्षित भविष्य के लिए सरकार नीति बनाए। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांग पर शीघ्र अमल न किया गया तो दो दिवसीय कार्यबहिष्कार के बाद कर्मचारी बैठक कर आंदोलन की आगे की रणनीति बनाएंगे।

कार्यबहिष्कार के दौरान विभिन्न जिलों में कर्मचारी धरना, प्रदर्शन करेंगे। मीडिया से वार्ता के दौरान मुख्य संयोजक पीएस धामी, प्रदेश महामंत्री प्रमोद गुसाई, जिला संयोजक जगवेंद्र पंवार, सह संयोजक देवेंद्र रतूड़ी, उमेश खत्री, अनिल सिंह कोटियाल, संदीप कुमार, योगेश भाटिया, रतनमणि रणकोटी आदि मौजूद रहे।

 

कर्मचारियों की कुछ प्रमुख मांगें
– किसी भी कर्मचारी की सेवा समाप्त न की जाए।
– हटाए गए कर्मचारियों को बहाल किया जाए।
– कर्मचारियों के मानदेय से टैक्स न काटकर उन्हें इसका सीधा भुगतान किया जाए।
– सरकार सुप्रीम कोर्ट में दाखिल एसएलपी को वापस ले।
– उपनल एवं अन्य संविदा कर्मचारियों के सुरक्षित भविष्य के लिए सरकार कोई नीति बनाए।

जनआर्शीवाद रैली का शुभारंभ, समस्याओं से जुड़ी कोई भी फाइल बगैर निस्तारण बंद नहीं होगी : मुख्यमंत्री

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अल्मोड़ा, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने कहा, युवा उत्तराखंड की सरकार आमजन की साझीदार व सहयोगी है और मुख्य सेवक के रूप में नई कार्य पद्धति लागू की है, समस्या छोटी हो या बड़ी गंभीरता से सुनी जाएगी। समस्याओं से जुड़ी कोई भी फाइल निस्तारण के बगैर बंद नहीं होगी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जागेश्वर का श्रावणी मेला व द्वाराहाट (पौराणिक द्वारका) का ऐतिहासिक स्याल्दे बिखौती कौतिक को राज्य मेले का दर्जा देने का ऐलान किया। यह भी कहा कि अल्मोड़ा व पौड़ी में रेल लाइन बिछाने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजेंगे।

भाजपा की जनआर्शीवाद रैली का शुभारंभ करने सोमवार को नगर पहुंचे सीएम पुष्कर सिंह धामी ने यह बात रैमजे इंटर कॉलेज के प्रांगण में जनसभा में कही। उन्होंने कहा, वह जो भी घोषणा करेंगे शासनादेश भी कराएंगे। जनसमस्याओं पर फोकस करते हुए सीएम ने स्पष्ट किया कि पटवारी हो या तहसीलदार सभी अपने स्तर से समस्याएं निपटाएंगे। तहसील की समस्या जिले में और जनपदस्तर के मसले देहरादून न पहुंचें। अब जिम्मेदारी व जवाबदेही तय कर दी गई है। आमजन को कार्यालयों के चक्कर न काटने पड़ें, तहसील दिवस तय कर दिए गए हैं। प्रत्येक कार्यदिवस पर अधिकारी सुबह 10 से मध्याह्न 12 बजे तक जनसुनवाई कर निदान भी करेंगे।

अफसरशाही पर कहा कि प्रदेश में ऊपर से नीचे तक योग्यता के अनुसार फेरबदल किया गया है। ताकि व्यवस्थाएं दुरुस्त रहें और लोगों की सुनवाई आसान हो सके | सीएम ने कहा, राज्य के विभिन्न विभागों में रिक्त चल रहे 22 से 24 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। युवा अब रोजगार नहीं मांगेंगे बल्कि सरकार उन्हें विभिन्न योजनाओं के जरिये रोजगार देने योग्य बनाएगी। आजीविकास विकास को 119 करोड़ व पर्यटन, सांस्कृतिक व अन्य गतिविधियों से जुड़े युवाओं के लिए 200 करोड़ रुपये का पैकेज रखा गया है। यह धनराशि सीधे पात्रों के खातों में पहुंचेगी। वहीं स्वरोजगार को बगैर ब्याज पांच लाख तक लोन भी मिलेगा। कोरोना योद्धा चिकित्सक, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आदि के लिए 205 करोड़ रुपये का पैकेज तैयार है।

सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी केशव देसीराजू का निधन

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देहरादून, उत्तराखंड कैडर के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी केशव देसीराजू का निधन हो गया है। उन्होंने चेन्नई में अंतिम सांस ली। वह पूर्व राष्ट्रपति डा सर्वपल्ली राधाकृष्णन के नाती (बेटी के बेटे) थे। उनके निधन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी शोक प्रकट किया है।

केशव देसीराजू उत्तराखंड कैडर के 1978 बैच के आइएएस अधिकारी थे। उन्होंने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र और हावर्ड यूनिवर्सिटी से सामान्य प्रशासन विषय में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की थी। उन्होंने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकार में कई अहम पदों पर अपनी सेवाएं प्रदान की। उनकी छवि एक सरल, सौम्य, कर्तव्यनिष्ठ व ईमानदार अधिकारी की रही। वह अल्मोड़ा के जिलाधिकारी भी रहे। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य के रूप में उत्तराखंड में 108 एंबुलेंस स्वास्थ्य सेवा का सफल संचालन उनकी एक अहम उपलब्धि रहा है।

केंद्र में भी सचिव स्वास्थ्य के रूप में उन्होंने कई उल्लेखनीय कार्य किए। वह वर्ष 2016 में केंद्र में सचिव नागरिक उपभोक्ता मामले के पद से सेवानिवृत्त हुए। उत्तराखंड से उनका गहरा लगाव था। यही कारण रहा कि उन्होंने अल्मोड़ा के निकट अपना घर बनाया। वह बीते कुछ समय से चेन्नई में रह रहे थे। उनके निधन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शोक प्रकट किया है। अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि वह एक ईमानदार और कर्मठ अधिकारी थे। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत की आत्मा को श्रीचरणों में स्थान देने और शोक संतप्त स्वजन को धैर्य प्रदान करने की कामना की।

टिहरी बना पहला कोरोना मुक्त जिला, एक्टिव मरीजों की संख्या अब 379 रह गयी

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देहरादून, राज्य में अब कोरोना संक्रमण अब धीरे धीरे समाप्ती की ओर है, पिछले कई हफ्तों से कोरोना के केसों में कभी आयी है और अब टिहरी भी कोरोना मुक्त पहला जिला बन गया है जिसमें कोई भी एक्टिव केस नहीं है। जिले में संक्रमित सभी मरीजों के ठीक होने के बाद सोमवार को स्वास्थ्य बुलेटिन में यह जानकारी दी गई। कोरोना की दूसरी लहर के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब राज्य का कोई जिला कोरोना मुक्त हुआ है। हालांकि सोमवार को राज्य में कुल 25 नए मरीज मिले हैं।

जिसमें सबसे अधिक आठ मरीज राजधानी देहरादून में मिले हैं। इसके अलावा अल्मोड़ा में चार, चमोली में एक, चम्पावत में दो, हरिद्वार में एक, नैनीताल में एक, पौड़ी में दो, रुद्रप्रयाग में दो, यूएस नगर में एक जबकि उत्तरकाशी जिले में एक नया मरीज मिला है। इसके साथ ही राज्य में कुल कोरोना मरीजों की संख्या तीन लाख 43 हजार 125 हो गई है। सोमवार को 35 मरीजों को इलाज के बाद अस्पतालों व होम आईसोलेशन से डिस्चार्ज किया गया।

राज्य एक्टिव मरीजों की संख्या अब 379 रह गई है। इसमें से 166 एक्टिव मरीज अकेले देहरादून जिले में हैं। इधर टिहरी जिले में पिछले कई दिनों से एक भी नया मरीज नहीं मिला जिससे अब जिले में एक भी संक्रमित व्यक्ति यानी एक्टिव मरीज नहीं बचा है। शनिवार तक जिले में एक एक्टिव मरीज था जिसके ठीक होने के बाद अब जिला पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो गया है।

सोमवार को कोरोना संक्रमण की दर 0.15 प्रतिशत जबकि मरीजों के ठीक होने की दर 96 प्रतिशत के करीब रही। इधर, राज्य में ब्लैक फंगस का एक नया मरीज मिला। केस मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड में आ गया है। उत्तराखंड में आज 58 हजार के करीब लोगों को कोरोना रोधी टीके लगाए गए। विभाग ने कहा टीकाकरण अभियान में तेजी लाई गई है ताकि लोगों को संक्रमण से बचाया जा सके।

एम्स ने साइकिल रैली से दिया नेत्रदान का संदेश, 150 से अधिक लोग हुये शामिल

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ऋषिकेश, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश के नेत्र विभाग की ओर से नेत्रदान पखवाड़े के तहत जनजागरूकता के उद्देश्य से नगर क्षेत्र में साइकिल रैली निकाली गई। इसके माध्यम से नागरिकों से ब्लाइंडनेस को कम करने के लिए नेत्रदान का संकल्प लेने का आह्वान किया गया।

रविवार को संस्थान के गेट नंबर एक से एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने हरी झंडी दिखाकर साइकिल रैली को रवाना किया। इस अवसर पर निदेशक प्रो. रवि कांत ने समाज से अंधतत्व निवारण हेतु इस तरह के जनजागरूकता कार्यक्रमों को नितांत आवश्यक बताया, साथ ही रैली में प्रतिभाग करने वाले लोगों का आभार व्यक्त किया।

रैली में 150 से अधिक लोग शामिल हुए। जनजागरूकता रैली एम्स से बैराज मार्ग, कोयल घाटी, हरिद्वार रोड तिलक रोड, अंबेडकर चौक होते हुए आगे बढ़ी व देहरादून रोड स्थित जीजी आईसी, हीरालाल मार्ग, परशुराम चौक होते हुए एम्स परिसर में सम्पन्न हुई। ऋषिकेश आई बैंक की ओर से आयोजित रैली में एम्स फैकल्टी सदस्यों, वरिष्ठ चिकित्सकों, पीजी डाक्टरों, सिक्योरिटी गार्ड्स, संस्थान के आइ बैंक स्टाफ के सदस्यों के साथ ही रेड राइडर्स ग्रुप, ब्लू राइडर्स, ऋषिकेश साइकिल ग्रुप, लायंस क्लब के सदस्यों, विभिन्न स्कूल कालेजों के छात्रों व स्थानीय गणमान्य नागरिकों ने बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया।

इस अवसर पर आईबीसीसी प्रमुख व वरिष्ठ सर्जन प्रोफेसर बीना रवि, डीएचए प्रो. यूबी मिश्रा, संस्थान के नेत्ररोग विभागाध्यक्ष प्रोफेसर संजीव कुमार मित्तल, आई बैंक की मेडिकल डायरेक्टर डा. नीति गुप्ता, वरिष्ठ चिकित्सक डा. रोहित गुप्ता, डा. पीके पांडा, डा.अनुभा अग्रवाल, जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल, जयेंद्र रमोला, राकेश मियां, गोपाल नारंग, शैलेंद्र बिष्ट, ज्योति प्रकाश शर्मा, नीरज शर्मा, जितेंद्र बिष्ट, सरदार बूटा सिंह, यशपाल सिंह चौहान आदि मौजूद थे।

एम्स ने कैंसर मरीजों के लिए चलाया जन जागरूकता अभियान

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ऋषिकेश, एम्स के रेडियो थैरेपी विभाग में मरीजों के लिए नेशनल न्यूट्रिशन वीक के तहत पोषण जनजागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें विभाग की आहार एवं पोषण विशेषज्ञ द्वारा कैंसर मरीजों को उनके इलाज के दौरान होने वाली समस्याओं जैसे कुपोषण, रक्त की कमी होना आदि की रोकथाम के लिए उपयुक्त आहार एवं पोषण संबंधी जानकारियां दी गई।

इस अवसर पर एम्स निदेशक प्रोफेसर रवि कांत ने कैंसर मरीजों से जुड़े पोषण के बारे में बताया कि इस बीमारी के उपचार के दौरान मरीज को सही आहार एवं पोषण नहीं मिलने की वजह से शरीर में ऊर्जा, प्रोटीन, आयरन, पोटेशियम, सोडियम तथा अन्य पोषक तत्वों की कमी होने लगती है, जिसकी वजह से शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और शरीर कमजोर होने लगता है। जिससे कैंसर के उपचार के दौरान मरीज को कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। निदेशक एम्स प्रो. रवि कांत ने मरीजों को डाइट प्लान पर चर्चा करते हुए सही भोजन के सेवन की जानकारी दी। संस्थान के डीन एकेडमिक एवं रेडिएशन ओंकोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर मनोज गुप्ता की देखरेख में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि कैंसर की जंग को जीतने के लिए इलाज से पहले, इलाज के दौरान व उसके बाद आहार एवं पोषण का विशेषरूप से ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि उपचार के दौरान मरीज कई तरह के दुष्प्रभाव जैसे उल्टी आना, जी मनलाना, कब्ज होना, दस्त लगना आदि समस्याओं से ग्रसित हो जाता है। जिससे कि मरीजों के भोजन की मात्रा में कमी आने लगती है।

उन्होंने बताया कि मरीज के खाने में कमी आने से उसके पोषण में सीधेतौर पर इसका दुष्प्रभाव पड़ता है। डीन एकेडमिक ने आहार से मिलने वाले पोषण पर चर्चा करते हुए सभी मैक्रो तथा माइक्रो पोषक तत्वों जैसे कार्बोहाइड्रेट, पोटीन, फैट, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, सोडियम, पोटेशियम के बाबत बताया, जो कि सही व स्वच्छ भोजन से प्राप्त होते हैं। संस्थान की आहार एवं पोषण विशेषज्ञ डा. अनु अग्रवाल ने विशेषतौर पर पोषण सप्ताह की थीम (फीडिंग स्मार्ट राइट फ्राॅम द स्टार्ट) के मद्देनजर कैंसर मरीजों को बताया कि जिस प्रकार बच्चे का पोषण मां के गर्भ से शुरू होता है, ठीक उसी तरह से इस बीमारी की शुरुआत से ही जैसे ही हमें पता चलता है, हमें अपने आहार एवं पोषण के साथ साथ अपनी दिनचर्या पर भी ध्यान देना चाहिए। उन्होंने मरीजों को कुपोषण की वजह समझाते हुए बताया कि कुपोषण कैंसर के इलाज का दुष्प्रभाव नहीं है, बल्कि उपचार के दौरान सही आहार एवं पोषक तत्व नहीं लेने का दुष्प्रभाव होता है।

उन्होंने मरीजों की शारीरिक तथा मानसिक क्षमताओं तथा सुविधाओं ध्यान में रखते हुए बताया कि किस तरह से वह अपने इलाज के दौरान अपने आहार को संतुलित एवं पोषणयुक्त बना सकते हैं। जिससे अनावश्यक खर्चों तथा गलत तरीके के खानपान से बचा जा सके। मुख्यत: पोषण पर ध्यान देते हुए डा. अनु अग्रवाल ने पारंपरिक तथा स्थानीय खाद्य पदार्थों इंडियन एवं स्टेट फूड को किस तरह से अपने आहार की थाली में परोसा जाए ताकि शरीर में पोषक तत्वों की मात्रा पूर्ण हो सके। उन्होंने 7 खाद्य तत्वों व उनसे मिलने वाले पोषक तत्वों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि अनाज जैसे लाल गेहूं, ज्वार, रागी, बाजरा, कुट्टू, दालें जैसे सोयाबीन, लोबिया, मूंग दाल, राजमा, फल तथा सब्जियां व हरी सब्जियां, दूध, दही, घी, पनीर, मेवे व पानी का सेवन आवश्यक है। उन्होंने बताया कि उक्त तमाम तरह की चीजों से मिलने वाले पोषक तत्वों से शरीर तथा कोशिकाओं को ऊर्जा प्राप्त होती है। बताया कि प्रोटीन हमारे शरीर में मसल्स निर्माण में मदद करता है जबकि फैट बाहरी चोट से शरीर को बचाता है, साथ ही आयरन हमारे शरीर में रक्त की मात्रा बढ़ाने, कै​ल्शियम हड्डियों के निर्माण में, एंटी ऑक्सीडेंट्स एंटीबॉडी निर्माण करने व पानी हमारे शरीर से विषाख्त पदार्थों को हटाने तथा शरीर की चया पचय प्रक्रिया को सही रखता है।

लोक निर्माण, सिंचाई एवं शहरी विकास विभाग की घोषणाओं की हुई समीक्षा

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देहरादून,मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर विभिन्न विभागों के अन्तर्गत मा0 मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं की विभागवार समीक्षा अपर मुख्य सचिव श्री आनन्दवर्द्धन द्वारा की जा रही है। उनके द्वारा लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग एवं शहरी विकास विभाग से सम्बन्धित मा0 मुख्यमंत्री घोषणाओं की समीक्षा की गई है। उन्होंने सभी सम्बन्धित विभागों से निर्धारित समय सीमा के अन्दर घोषणाओं को पूर्ण करने के निर्देश दिये हैं।

लोक निर्माण विभाग
लोक निर्माण विभाग की समीक्षा के दौरान बताया गया कि लोक निर्माण विभाग के अन्तर्गत द्वितीय चरण के निर्माण कार्यों की कुल स्वीकृत घोषणायें 510 है जबकि प्रथम चरण प्री कंस्ट्रक्शन की स्वीकृत घोषणायें 234 है। अवशेष घोषणाओं में 12 निरस्त होने वालीं घोषणायें है तथा 98 घोषणाओं के आगणन शासन में प्राप्त हो चुके है जबकि 33 घोषणाओं के अवशेष आगणन प्राप्त होने है।
अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिये कि जिन 98 घोषणाओं के आगणन शासन में प्राप्त हो चुके हैं, उनका तकनीकी परीक्षण का कार्य 25 सितम्बर, 2021 तक कर लिया जाये तथा वित्त विभाग को प्रेषित घोषणाओं के दिनांक 15 सितम्बर, 2021 तक शासनादेश निर्गत कर दिये जायें। ऐसी घोषणायें जिनमें टेण्डर होने के उपरान्त अभी तक कार्यादेश निर्गत नहीं हुये हैं, उनके दिनांक 10 सितम्बर, 2021 तक कार्यादेश निर्गत करते हुये कार्य प्रारम्भ कराया जाये। साथ ही जिन घोषणाओं की शासन से स्वीकृति होने के उपरान्त बजट उपलब्ध होने के पश्चात् कार्य हेतु टेण्डर होने हैं, उनके अक्टूबर, 2021 के प्रथम सप्ताह तक टेण्डर की कार्यवाही पूर्ण कर निर्माण कार्य प्रारम्भ किया जाये। ऐसी घोषणाओं जिनमें सर्वेक्षण / समरेखण का कार्य गतिमान बताया गया है, में सर्वेक्षण/समरेखण की कार्यवाही सितम्बर, 2021 तक पूर्ण करा ली जाये। ऐसी घोषणाओं, जिनमें द्वितीय चरण की डी०पी०आर० गठन की कार्यवाही गतिमान बतायी गयी है, के डी०पी०आर०-गठन की कार्यवाही 20 सितम्बर, 2021 तक पूर्ण करा ली जाये।

सिंचाई विभाग
सिंचाई विभाग की समीक्षा के दौरान बताया गया कि विभाग के अन्तर्गत कुल 223 घोषणाओं में 133 के शासनादेश निर्गत किये जा चुके है जबकि 90 पर कार्यवाही गतिमान है। इस सम्बन्ध में अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द वर्द्धन ने निर्देश दिये कि विभाग द्वारा इंगित नाबार्ड के अन्तर्गत वित्त पोषित घोषणाओं के शासनादेश सितम्बर, 2021 तक निर्गत कर दिये जाए। विभाग द्वारा इंगित 50 प्रतिशत से अधिक भौतिक प्रगति वाली घोषणाओं को नवम्बर, 2021 तक पूर्ण किया जाना सुनिश्चित किया जाए। विभाग द्वारा इंगित 25 प्रतिशत से अधिक एवं 50 प्रतिशत से कम भौतिक प्रगति वाली घोषणाओं को मार्च, 2022 से पूर्व पूर्ण किया जाना सुनिश्चित किया जाए। विभाग द्वारा इंगित अवशेष घोषणाओं की वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति के शासनादेश सितम्बर, 2021 के अन्त तक निर्गत किये जाये।
उन्होंने निर्देश दिये कि ऐसी घोषणायें में जिसमें बजट की व्यवस्था उपलब्ध नहीं है तथा अन्य स्रोतों से भी वित्तीय-पोषण नहीं हो पा रहा है एवं उनकी लागत लगभग 01 करोड़ हो, के प्रस्ताव नियमानुसार मुख्यमंत्री घोषणा सैल को प्रेषित किये जायें। धारचूला जनपद पिथौरागढ़ में बाढ़/आपदा प्रभावित क्षेत्र हेतु सिंचाई विभाग द्वारा अविलम्ब कार्ययोजना तैयार कर समक्ष स्तर पर उसका प्रभावी प्रस्तुतीकरण एवं अनुश्रवण करते हुए 15 दिन के अन्दर कार्ययोजना की वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति सुनिश्चित की जाएं।
उन्होंने कहा कि टिहरी के कोटी में घाट का निर्माण किया जायेगा“ सम्बन्धी घोषणा का पुनः स्थलीय निरीक्षण किया जाये तथा विधायक, टिहरी से आवश्यक समन्वय स्थापित करते हुये घोषणा के क्रियान्वयन हेतु प्रयास किये जाएं। भगवानपुर औद्योगिक क्षेत्र में जल निकासी के लिये अविलम्व प्रस्ताव तैयार किये जाने के निर्देश भी उन्होंने दिये हैं।

शहरी विकास
शहरी विकास विभाग की समीक्षा के दौरान बताया गया कि विभाग के अन्तर्गत कुल 200 घोषणाएं हुई हैं, जिनमें से 138 घोषणाओं में शासनादेश निर्गत किये जा चुके हैं तथा 62 घोषणाओं में कार्यवाही गतिमान है। उक्त 62 घोषणाओं में से 15 घोषणाओं के प्रस्ताव शासन में प्राप्त हो चुके हैं। उक्त 15 घोषणाओं में मुख्यमंत्री कार्यालय को सन्दर्भित 06 घोषणाओं के शासनादेश 01 सप्ताह के भीतर निर्गत किये जायें।
अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिये कि प्रदेश में विभिन्न नगर पालिकाओं के गठन एवं विस्तारीकरण इत्यादि से सम्बन्धित घोषणा पर शहरी विकास विभाग के स्तर पर समयबद्ध रूप से प्रस्ताव तैयार किये जायें तथा इस प्रकार के प्रकरणों पर यथाशीघ्र सक्षम स्तर पर निर्णय प्राप्त कर निस्तारण की कार्यवाही सुनिश्चित की जाय।
उन्होंने निर्देश दिये कि शासन स्तर पर गतिमान घोषणाओं के क्रियान्वयन की कार्यवाही 3 माह में पूर्ण कर ली जाय। नगरपालिका क्षेत्रान्तर्गत प्रस्तावित विभिन्न नाली निर्माण से सम्बन्धित बड़ी लागत की परियोजनाओं हेतु शहरी विकास विभाग द्वारा सिंचाई विभाग को कार्यदायी संस्था नामित करते हुए यथाशीघ्र घोषणाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाय।
उन्होंने कहा कि शहरी विकास विभाग को आवंटित ऐसी घोषणायें जो अन्य विभागों को स्थानान्तरित की जानी हैं, को तीन दिन के भीतर स्थानान्तरित किये जाने की कार्यवाही की जाये। ऋषिकेश क्षेत्रान्तर्गत खाण्ड गांव को नगरपालिका क्षेत्र में सम्मिलित किये जाने पर सहमति प्रदान करते हुए निर्देशित किया गया कि कृष्णानगर चूँकि वन क्षेत्र में बसा हुआ है एवं राजस्व ग्राम नहीं है, अतः उक्त क्षेत्र को नियमानुसार नगरपालिका में सम्मिलित किया जा सकता है अथवा नहीं, के सम्बन्ध में एक सप्ताह के भीतर वस्तुस्थिति से मुख्यमंत्री कार्यालय को अवगत कराया जाये।
ऋषिकेश में कूड़ा निस्तारण हेतु ट्रेचिंग ग्राउंड की व्यवस्था सम्बन्धी घोषणा के सम्बन्ध में 01 माह के भीतर शासनादेश निर्गत किये जाने की कार्यवाही करने के भी निर्देश अपर मुख्य सचिव ने दिये हैं।

प्रदेश में कोविड कर्फ्यू फिर एक हफ्ते रहेगा लागू, उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया फैसला

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देहरादून, राज्य में कोरोना संक्रमण अब लगता है खात्मे की ओर जा रहा है, रोज मिल रहे आंकड़े तो यही बता रहे हैं, लेकिन प्रदेश सरकार अभी कोरोना कर्फ्यू को समाप्त करने के मूड में नहीं है, इसी को मद्देनजर प्रदेश में लागू कोविड कर्फ्यू एक हफ्ते और आगे बढ़ाया गया है। आज सोमवार को हुई उच्च स्तरीय बैठक में इस बारे में फैसला लिया गया है। वर्तमान में लागू कोविड कर्फ्यू की अवधि सात सितंबर को सुबह छह बजे खत्म हो रही है। हालांकि, कर्फ्यू के दौरान सभी प्रकार की गतिविधियां संचालित हो रही हैं। बाजार सप्ताह में छह दिन खुल रहे हैं तो शापिंग माल, मल्टीप्लेक्स, सिनेमाहाल आदि 50 फीसद क्षमता के साथ खुले हैं। शिक्षण व तकनीकी संस्थानों को भी खोलने की अनुमति दी जा चुकी है। सरकारी, गैर सरकारी कार्यालय, उद्योग आदि पूरी क्षमता के साथ खुले हैं, जबकि प्रदेश के भीतर आवागमन सुचारू है।

अन्य प्रदेशों से आने वाले उन व्यक्तियों को कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता से छूट दी गई है, जिन्होंने आगमन से 15 दिन पहले वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली हों। जिनके पास कोविड वैक्सीनेशन का प्रमाणपत्र नहीं है, उनके लिए कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य की गई है। इस बीच राज्य में कोरोना संक्रमण के मद्देनजर स्थिति भी नियंत्रण में है। बावजूद इसके मनोवैज्ञानिक दबाव बनाए रखने के उद्देश्य से सरकार कोविड कर्फ्यू को फिलहाल जारी रखने के पक्ष में है।

शिक्षक दिवस पर कवि सम्मेलन में केंद्रीय विद्यालय के शिक्षकों एवं राष्ट्रीय कवि श्रीकांत श्री, महिमा श्री, अवनीश मलासी ने अपनी रचनाओं से दर्शकों को मन्त्रमुग्ध किया

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अखिल भारतीय केंद्रीय विद्यालय शिक्षक संघ द्वारा शिक्षक दिवस पर राज्य स्तरीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन से पूर्व कोरोना काल में दिवंगत आत्माओं की याद में के.वि.बीरपुर के प्रांगण में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके उपरांत अपराह्न 4 बजे से कवि सम्मेलन का शुभारंभ हुआ,सम्मेलन की अध्यक्षता राष्ट्रीय कवि श्रीकांत श्री द्वारा की गई, उनकी कविता में इंसान को विषम से विषम परिस्थितियों में भी सदैव सकारात्मक सोच रखते हुए जीवन जीने की सीख मिली। विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय कवियत्री महिमा श्री ने अपनी सुरीली आवाज में नारी की पीड़ा से सम्मेलन में चार चांद लगा दिये वहीं अवनीश मलासी ने अपनी देशप्रेम से प्रेरित कविता के माध्यम से राष्ट्र के प्रति समर्पण के भाव से हर नागरिक को जागरूक कर भारत माँ की रक्षा के लिये हर कुछ करने को कहा !

कार्यक्रम संयोजक पीयूष निगम ने बताया
के.वि.एस.के वर्तमान एवं सेवानिवृत्त शिक्षकों ने अपनी रचनाओं से संस्था की गरिमा को प्रदर्शित कर समा बांध दिया। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा दीपप्रज्वलन से हुई, कार्यक्रम का संचालन करते हुए अनूप चौधरी ने अपनी रचना ‘गुरु वंदन’ और ‘तिरंगे की शान’ प्रस्तुत की जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।
इस अवसर पर अशोक शर्मा,कहकशाँ, बीना बेंजवाल, सुरेंद्र कुमार शर्मा,मीनाक्षी खाती, आशुतोष श्रीवास्तव, मुकुल नॉटियाल, अजय श्रीमाल, राजेश कुमार, वी.के.नौडीयाल, संजीव उपाध्याय, राजेश कुकरेती, चंदन सिंह,
अमित कपरवान आदि कवि शिक्षकों अपनी रचना प्रस्तुत की।
इस अवसर पर कोरोना काल मे शिक्षकों को अपनी सेवाएं देने वाली संस्था समर्पण चेरिटेबल ट्रस्ट की प्रमुख समाज सेविका अंजू बारी को भी सम्मानित किया गया।

मुख्य अतिथि उमा चंद्रा (प्राचार्या के.वि.बीरपुर) ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए इस नेक पहल की भूरि भूरि प्रशंसा की और कहा कि शिक्षा के अतिरिक्त हमारे के.वि.एस.के शिक्षक साहित्य,सांस्कृतिक एवं सामाजिक कार्यों में हमेशा समाज मे अग्रणी रहते हैं।
शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए उपायुक्त मीनाक्षी जैन, सहायक आयुक्त अल्का गुप्ता व सुकृति रैवानी ने इस दिवस के उद्देश्य को साकार करने का शिक्षकों को आह्वान किया !
इस अवसर पर संघ के अध्यक्ष नबील अहमद , महामंत्री डी एम लखेड़ा , पूनम शर्मा,चेतन देव, वी.एस. भंडारी,
बी.डी.गौड, राकेश गोयल,दिलीप सिंह,अनीश जोशी, एस.के.त्रिपाठी,सी.पी. थपलियाल,वीरेंद्र गुसाईं,
जे.के.श्रीवास्तव, ए.पी.सिंह,प्रदीप कुमार , आशीष जोशी,देवेंद्र सिंह,आदि संघ के सदस्य उपस्थिति थे

जनहित में समर्पित है महाराजा अग्रसेन सेवा सदन ट्रस्ट: स्वामी सुरेशानन्द

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हरिद्वार 6 सितम्बर (कुलभूषण )उत्तरी हरिद्वार स्थित महाराजा अग्रसेन सेवा सदन ट्रस्ट द्वारा संचालित अग्रवाल भवन भूपतवाला के प्रांगण में नवनिर्मित भवन का लोकार्पण संस्था के संरक्षक मुकंद हरि महाराज (मुकंदी लाल गोयल) ने किया।
लोकार्पण समारोह को सम्बोधित करते हुए स्वामी सुरेशानन्द महाराज ने कहा कि महाराजा अग्रसेन सेवा सदन ट्रस्ट सदैव जनहित के कार्यों में अग्रणीय भूमिका निर्वहन करता है। तीर्थयात्रियों को आवास भोजन की सुविधा हो अथवा क्षेत्र के बच्चों को शिक्षण सामग्री ड्रेस व भोजन की सुविधा भी संस्था द्वारा उपलब्ध करायी जाती है।
संरक्षक मुकुंद हरि महाराज (मुकंदी लाल गोयल) ने ट्रस्ट के समस्त ट्रस्टियों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि मानव सेवा ही माधव सेवा है इसी सूक्ति को चरितार्थ करते हुए महाराजा अग्रसेन सेवा सदन ट्रस्ट भूपतवाला हरिद्वार कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट के द्वारा समय-समय पर स्कूलों, चिकित्सालयांे एवं जरूरतमंद लोगों को मदद दी जाती है यहां पर चलने वाला नियमित अन्न क्षेत्र सेवा का अनुपम उदाहरण पेश कर रहा है इसके लिए समस्त ट्रस्टीजन एवं दानदाता साधुवाद के पात्र हैं।

पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी ने अपने संबोधन में कहा कि महाराजा अग्रसेन सेवा सदन ट्रस्ट तीर्थनगरी हरिद्वार की एक अग्रणीय संस्था है जो जन कल्याण के कार्यों में सेवा के नये आयाम स्थापित कर रही है।
भाजपा पार्षद दल के उपनेता अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि महाराज अग्रेसन सेवा सदन ट्रस्ट ने हरिद्वार में कोरोना काल में असहाय, वंचित, विप्रवर, छात्रों व मजदूर वर्ग की अपार सेवा करने का कार्य संस्था ने किया। संस्था द्वारा निरन्तर शिक्षण संस्थानों में सहयोग व अन्न क्षेत्र की परम्परा को चलाया जा रहा है।
ट्रस्ट के अध्यक्ष जयपाल जैन ने कहा कि ट्रस्टियों व दानदाताओं के सहयोग से संस्था ने नये भवन का निर्माण किया है जिससे तीर्थयात्रियों व स्थानीय जनों को लाभ मिलेगा। कार्यक्रम में संतजनों का महामंत्री भगवान दास गोयल वित्त सचिव अनिल गोयल चेयरमैन ईश्वर चंद गोयल ओपी गोयल, प्रबंधक रविप्रकाश मिश्रा समेत ट्रस्टियों ने प्रतीक चिन्ह व पगड़ी पहनाकर सम्मान किया।

कार्यक्रम में ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष दिलीप गुप्ता ईश्वर चंद बंसल भगवान दास गोयल राज कुमार गोयल अनिल गोयल मेघराज लक्ष्मी त्रिपाठी प्रदीप गुप्ता अमित गुप्ता नीरज शर्मा दिनेश शर्मा राघव ठाकुर रूपेश शर्मा सूर्यकान्त शर्मा सहित गणमान्यजन उपस्थित रहे।

शिक्षा से ही राष्ट्र निर्माण होता है :सुनील कुमार

हरिद्वार 6 सितम्बर (कुलभूषण) राष्ट्रीय मानव अधिकार संरक्षण समिति हरिद्वार द्वारा शिक्षक दिवस पर वेबिनार का आयोजन किया गयाद्य वेबीनार की अध्यक्षता करते हुये ई मधुसूदन आर्य ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र के निर्माण में भागीदार होते है और वे देश की संस्कृति को संरक्षण भी प्रदान करते है। राजीव राय ने सभी आगंतुकों का अभिवादन किया द्य
उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय हरिद्वार की कुलपति प्रो देवी प्रसाद त्रिपाठी ने मुख्य अतिथि बतौर कहा कि माता प्रथम गुरु है क्योंकि जितना माता अपनी संतान को प्रेम करती है और उसकी हितैषी होती है उतना अन्य कोई नहीं होता है। संतानों को भी माता से सर्वाधिक शिक्षा मिलती है। इस कारण माता प्रथम गुरु है। प्राचीन काल में गुरु और शिष्य के संबंधों का आधार था गुरु का ज्ञान मौलिकता और नैतिक बल उनका शिष्यों के प्रति स्नेह भाव तथा ज्ञान बांटने का नि स्वार्थ भाव शिक्षक में होती थी गुरु के प्रति पूर्ण श्रद्धा गुरु की क्षमता में पूर्ण विश्वास तथा गुरु के प्रति पूर्ण समर्पण एवं आज्ञाकारिताण् अनुशासन शिष्य का सबसे महत्वपूर्ण गुण माना गया हैद्य
गुरुकुल काँगड़ी विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ सुनील कुमार ने अति विशिष्ट अतिथि बतौर कहा कि शिक्षा से ही राष्ट्र का निर्माण होता है विकास होता है हमारा देश कभी विश्व गुरु था सभी विद्याओं में अग्रणी विश्व के अन्य देशों से विद्यार्थी हमारे विख्यात गुरुकुलों तक्षशिला नालंदा विक्रमशिला आदि में विद्यार्जन करने आते थेद्य गुरुकुल में वैदिक कल्चर को बचाकर रखा हुआ हैद्य शिक्षक का छात्र जीवन में अधिक महत्व है। शिक्षक छात्र जीवन में वह व्यक्ति होता हैए जो उन्हें अच्छी शिक्षा के साथ बहुत सी अन्य महत्वपूर्ण चीजों को सिखाता है।
गुरुकुल के दर्शन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो सोहनपाल सिंह आर्य ने कहा कि शिक्षा के बिना मनुष्य पशु के समान है। शिक्षा न सिर्फ मनुष्य को मानव धर्म का बोध कराती है बल्कि शिक्षा से सामाजिक कुरीतियों का नाश भी होता है।
राष्ट्रीय महामंत्री एस0आर0 गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कहा कि महर्षि दयानन्द सरस्वती द्वारा बनाये गये आर्य समाज के दस नियमों के अन्तर्गत विस्तृत कार्य कर रही है जिसमें नियम 06 के अन्तर्गत आने वाले नियम संसार का उपकार करना आर्य समाज का मुख्य उद्देश्य है।

इस अवसर पर पतंजली विश्वविद्यालय के प्रति उपकुलपति प्रो महावीर अग्रवाल उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो देवी प्रसाद त्रिपाठीए डा सुनील कुमार कुलसचिवए गुरुकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय हरिद्वार प्रो सोहनपाल सिंह आर्य डा अशोक कुमार आर्य ;अमरोहाद्ध डा वीणा आर्य ;अमरोहाद्ध डा चन्द्र मोहन कंसल डा मनमोहन आर्य ;हापुडद्ध डा सीमा गुप्ता ;सहारनपुरद्ध डा मनीषा दीक्षित ;ऋषिकुल आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज हरिद्वारद्ध डॉ मोना शर्मा ;एस एम जे एन हरिद्वारद्ध साधना रावत कंडारी पूनम मित्तल;पानीपतद्ध प्रीति जोशी ;पौढ़ी गढ़वालद्ध डा ईरा गुप्ता लीना शर्मा भावना ;ऋषिकेशद्ध वर्षा डा आकाश अग्रवाल भावना वर्षा ;ऋषिकेशद्ध डॉ वीरेंद्र गुप्ता आदि को शिक्षा के क्षेत्र में किए गए योगदान व कार्यों के लिए सम्मानित किया गया ।
वेबिनार में अंकुर गोयल रेखा नेगी विकास जैन डा अतर सिंह एडवोकेट गोपाल शर्मा राममेहर सिंह एस एन शर्मा पंकज कौशिक हेमन्त सिंह नेगी शोभा शर्मा वेद प्रचारक शैलेश मुनि आदि उपस्थित रहे।

शत प्रतिशत कॉलेज में उपस्थित रहने वाली छात्रा को किया सम्मानित

हरिद्वार 6 सितम्बर (कुलभूषण ) दिल्ली पब्लिक स्कूल रानीपुर की छात्रा तनीषा खिल्लन ने विद्यार्थियो के लिए एक मिसाल कायम की है उसने शत प्रतिशत उपस्थिति का रिकॉर्ड बनाया हैं पिछले 14 साल के अपने स्कूल की पढ़ाई के दौरान उसने एक भी दिन छुट्टी नहीं ली और 14 साल तक लगातार स्कूल खुलने पर अपनी उपस्थिति दर्ज कीण्इसके लिए उसे स्कूल द्वारा पुरस्कृत किया गया
वह उन बच्चों के लिए मिसाल है जो छोटी.छोटी बात पर स्कूल जाने से आनाकानी करने लगते है तनीषा खिल्लन ने अपने 14 साल के स्कूली पढ़ाई में एक भी छुट्टी नहीं लीण् पढ़ाई में होशियार तनीषा को दसवीं कक्षा में 96 प्रतिशत अंक और 12वीं कक्षा में 95ण्6 प्रतिशत अंक हासिल हुए हैं उसकी बहन भी बहुत मेहनती है और आर्किटेक्ट की पढ़ाई के लिए ऑस्ट्रेलिया में है तनीषा के पिता जसपाल खिल्लन पंजाब नेशनल बैंक सिडकुल शाखा में वरिष्ठ प्रबंधक के पद पर तैनात हैं जसपाल खिल्लन बताते हैं कि तनीषा बहुत मेहनती है और वह बीमारी में भी स्कूल जाती थी और स्कूल जाने के लिए वह परिवार के किसी भी समारोह में शामिल नहीं होती क्योंकि उसका स्कूल के प्रति लगाव है और वे एक भी छुट्टी नहीं करके ही इस मुकाम तक पहुंची हैण्
तनीषा अपने माता.पिता दोनों को अपना आदर्श मानती है उनकी मां मीनू का कहना है कि उन्होंने अपनी दोनों बेटियों को अनुशासित आदर्श नियमित और संयमित जीवन की प्रेरणा देने का हमेशा प्रयास किया है और जिस पर उनकी दोनों बेटियां खरी उतरी है तनीषा की इस कामयाबी पर दिल्ली पब्लिक स्कूल रानीपुर के प्रधानाचार्य डॉ अनुपम जग्गा ने उसे और उनके परिवार को बधाई दी है और कहा कि छात्र छात्राएं तनीषा से प्रेरणा लें

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