Thursday, May 1, 2025
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प्रदेश में एक अक्टूबर से स्कूल खुलने का समय बदला, सभी माध्यमिक स्कूल सुबह 9.30 बजे खुलेंगे

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देहरादून, उत्तराखण्ड़ के स्कूली छात्र छात्राओं के लिए काम की खबर है। प्रदेश में एक अक्टूबर से स्कूल खुलने का समय बदल जायेगा। शुक्रवार से प्रदेश के सभी माध्यमिक स्कूल सुबह 9.30 बजे खुलेंगे।

माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी द्वारा जारी आदेश के मुताबिक 1 अक्टूबर 2021 से 31 मार्च 2022 तक शीतकाल के दौरान प्रदेश के सभी माध्यमिक स्कूल सुबह 9.30 बजे खोले जाएंगे। स्कूल में दोपहर 3.30 बजे तक पठन पाठन कार्य हो सकेगा। ग्रीष्मकाल में अभी स्कूल सुबह 8 बजे से अपराह्न 1 बजे तक खुल रहे थे।

शिक्षा विभाग द्वारा सभी स्कूलों को निर्देशित किया गया है कि कोरोना गाइडलाइन का पालन करें। SOP का अक्षरश: अनुपालन करते हुए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। हरिद्वार जिले के लिए हरिद्वार के मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा अलग आदेश जारी किया गया है। आदेश में लिखा है कि विद्यालयों के संचालन के सम्बन्ध में शिक्षक संगठनों द्वारा की गई वार्ता एवं उनके अनुरोध पर जनपद के समस्त माध्यमिक एवं प्रारम्भिक विद्यालयों के संचालन का समय 16 अक्टूबर 2021 से शीतकालीन किये जाने का निर्णय लिया गया है। मतलब की हरिद्वार जिले में 16 अक्टूबर से स्कूल खुलने के समय में परिवर्तन होगा।

मुंबई में 4 से खुलेंगे 8वीं से 12वीं तक स्कूल, जानिए दिल्ली में कब से खुलेंगे निचली कक्षाओं के लिए स्कूल

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Delhi Mumbai School Reopening News देश में कोरोना के लगातार कम हो रहे मामलों के मद्देनजर कई राज्यों में स्कूल खुल गए हैं. वहीं, मुंबई में भी स्कूलों को खोले जाने की घोषणा कर दी गई है. इधर, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी स्कूलों को खोलने को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. यहां त्योहारी सीजन के बाद निचली कक्षाओं के लिए स्कूल खोलने की अनुमति दी जाएगी.

बीएमसी के कमिश्नर इकबाल चहल ने बुधवार को कहा कि 4 अक्टूबर से मुंबई में 8वीं से 12वीं तक के स्कूल खुलेंगे. बाकी कक्षाओं के लिए बीएमसी नवंबर में फैसले लेगी. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जारी सभी कोरोना के लिए एसओपी को लागू किया जाएगा. बता दें बीएमसी क्षेत्राधिकार क्षेत्र में पांचवें सीरो सर्वेक्षण में मुंबई में 86.64 फीसद कोविड19 के एंटीबाडी पाए गए. 90.26 फीसद लोगों में एंटीबाडी पाए गए, जिन्हें पूर्ण या आंशिक रूप से टीका लगाया गया था. 79.86 फीसद अशिक्षित नागरिकों में एंटीबाडी पाए गए.

वहीं, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने बुधवार को एक बैठक में यह फैसला लिया कि त्योहारी मौसम के बाद निचली कक्षाओं के लिए स्कूल खोलने की इजाजत दी जाएगी. डीडीएमए ने कक्षा 6वीं-8वीं के स्कूल को त्योहार सीजन के बाद खोलने पर विचार करने का निर्णय लिया है. फिलहाल सिर्फ 8वीं से ऊपर के क्लास के बच्चों को स्कूल आने की इजाजत है. उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में हुई बैठक में मौजूद सूत्रों ने बताया कि डीडीएमए ने कहा कि दिल्ली में कोविड की स्थिति अब काबू में है, लेकिन एहतियात जरूर बरतने चाहिए.

इससे पहले डीडीएमए ने 1 सितंबर से कक्षा 9 से 12 के स्कूलों को फिर से खोलने की अनुमति दी थी. उल्लेखनीय है कि देश में पिछले 24 घंटे के दौरान एक्टिव मामलों में करीब 10 हजार की कमी आई है. 194 दिन बाद सक्रिय केस सबसे कम 2,82,520 हो गए हैं, जो कुल मामलों का 0.84 फीसद है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से बुधवार सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटे में 18,870 नए मामले मिले हैं. जिनमें 11 हजार से ज्यादा सिर्फ केरल में मिले हैं.

 

 

मोदी सरकार का बड़ा फैसला, इन लोगों को जिंदगीभर मिलेगी पेंशन

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नई दिल्‍ली, Family Pension के हकदार लोगों के लिए बड़ी खबर है। सरकार ने मानसिक या शारीरिक अक्षमता से पीड़ित बच्चों/भाई-बहनों को पारिवारिक पेंशन देने के लिए आय मानदंड (income limit) में बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है। ऐसे बच्चे/भाई-बहन आजीवन पारिवारिक पेंशन के लिए पात्र होंगे, अगर उनकी इस पारिवारिक पेंशन के अलावा दूसरे स्रोतों से अर्जित कुल आय पारिवारिक पेंशन से कम रहती है। यानि मृतक सरकारी कर्मचारी द्वारा प्राप्त अंतिम वेतन का 30% और संबंधित पेंशनभोगी के लिए उस पर स्वीकार्य मंहगाई राहत (Dearness Relief) को मिलाकर पेंशन बनेगी।

ऐसे मामलों में लाभ 08 फरवरी 2021 से मिलेगा। वर्तमान में दिव्यांग बच्चे/भाई-बहन परिवार पेंशन के लिए पात्र हैं, अगर परिवार पेंशन के अलावा अन्य स्रोतों से दिव्यांग बच्चे/भाई-बहन की कुल मासिक आय 9,000/- रुपये के साथ-साथ उस पर महंगाई राहत से अधिक नहीं है।

इससे पहले सरकार ने बैंक कर्मचारियों के परिवारों को राहत देने के लिए इंडियन बैंकिंग एसोसिएशन के परिवार पेंशन को अंतिम आहरित वेतन के 30% तक बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। सरकार के इस कदम से बैंक कर्मचारियों की प्रति परिवार पारिवारिक पेंशन 30,000 रुपये से 35,000 रुपये तक हो गई है।

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक कर्मचारियों के वेतन संशोधन पर 11वें द्विपक्षीय समझौते में, जिस पर इंडियन बैंक एसोसिएशन (आईबीए) ने 11 नवंबर, 2020 को यूनियनों के साथ हस्ताक्षर किए थे, राष्ट्रीय पेंशन योजना के तहत पारिवारिक पेंशन वृद्धि और नियोक्ता के योगदान की बढ़ोतरी का भी प्रस्ताव था। इसे स्वीकार कर लिया गया है। पहले इस योजना में पेंशनभोगी के अंतिम आहृत वेतन का 15, 20 और 30 प्रतिशत का स्लैब था। इसकी अधिकतम सीमा 9,284/- रुपये थी। वह बहुत ही मामूली रकम थी। यही नहीं सरकार ने नई पेंशन योजना (New Pension Scheme) के तहत नियोक्ताओं के योगदान को मौजूदा 10% से बढ़ाकर 14% करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी है।

डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर से वित्तीय समावेशन को बढ़ाने में मदद मिली : सीतारमण

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नयी दिल्ली  ।  केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में भारत ने वित्तीय सेवाओं को लोकतांत्रिकीकरण किया है और डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर को तीव्र गति से लागू कर वित्तीय समावेशन को बढ़ाने तथा संयुक्त राष्ट्र के एसडीजी लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ा है।
श्रीमती सीतारमण ने इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, नीति आयोग, रिजर्व बैंक के इन्नोवेशन हब, स्टार्टअप इंडिया, इनवेशट इंडिया , विश्व बैंक , सीबीकेन्या और यूएनसीडीएफ के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2021 में यूएन प्रिसिंपल फॉर रिस्पॉसिबल डिजिटल पेमेंट को लॉच किया। इसके बाद उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि संयुक्त राष्ट्र का यह सिद्धांत विश्वास, आपसी सहमति, निजता और अंतिम उपयोगकर्ता के पंसद के सिद्धांत पर आधारित डिजिटल भुगतान के सभी हितधारकों के महत्वपूर्ण संसाधनों को पूरा करेगा।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के बेटर दैन कैश गठबंधन की अगुवाई में यह सिद्धांत भुगतान के मध्य में उपयोगकर्ता को रखा है। इसमें महिलाओं को ग्रामीण क्षेत्र में रहने वालों पर भी ध्यान दिया गया है जो अब तक औपचारिक वित्तीय सेवाओं से बाहर रहे हैं।

विभागों द्वारा संचालित योजनाओं के निर्माण की प्रगति की मॉनिटरिंग के लिए तैयार किया जाए पोर्टल

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मुख्यमंत्री ने की सिंचाई एवं लघु सिंचाई विभाग की समीक्षा।

सिंचाई एवं लघु सिंचाई विभाग के एकीकरण के दिये निर्देश।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सचिवालय में सिंचाई एवं लघु सिंचाई विभाग की समीक्षा की, उन्होंने सिंचाई एवं लघु सिंचाई विभाग के एकीकरण की कार्य योजना तेयार कर इस सम्बन्ध में शीघ्र प्रस्ताव कैबिनेट में रखने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। मुख्यमंत्री ने प्रस्तावित जमरानी एवं सौंग बांध के निर्माण के प्रयासों में तेजी लाये जाने, ग्राउण्ड वाटर रिचार्ज के लिये छोटे-छोटे बांध एवं चेकडैम के निर्माण की कार्य योजना बनाये जाने, सिंचाई एवं बाढ़ सुरक्षा कार्यों में बदलते समय के अनुरूप आधुनिक तकनीक का उपयोग किये जाने तथा बैराज एवं नहरों में जमा सिल्ट सफाई की व्यवस्था करने के साथ ही प्रदेश में ग्राउंड वाटर रिसोर्स की स्टडी किये जाने के निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री ने विभागों द्वारा संचालित योजनाओं के निर्माण की प्रगति की मॉनिटरिंग के लिए पोर्टल तैयार करने के भी निर्देश दिये। इससे योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी उपलब्ध होगी। उन्होंने योजनाओं की जीओ टेगिंग की भी व्यवस्था बनाने को कहा है।

मुख्यमंत्री ने सिंचाई एवं बाढ़ सुरक्षा आदि योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये वन भूमि हस्तान्तरण प्रक्रिया का भी सरलीकरण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जन संसाधनों का प्रदेश हित में कैसे बेहतर उपयोग हो सके इस पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। राज्य में संचालित सिंचाई योजनाओं के स्वामित्व आदि के सम्बन्ध में भी प्रभावी प्रयास किये जाने की मुख्यमंत्री ने जरूरत बतायी तथा इस सम्बन्ध में आपसी समन्वय पर भी ध्यान देने को कहा।

मुख्यमंत्री ने सिंचाई निर्माण निगम के माध्यम से निर्माण कार्यों में तेजी लाये जाने, विभाग में उपलब्ध मानव संसाधनों का शत प्रतिशत उपयोग करने, सिंचाई एवं लघु सिंचाई की मैदानी एवं पर्वतीय क्षेत्रों के लिये अलग अलग नीति के अनुरूप योजनाओं को क्रियान्वयन के भी निर्देश दिये हैं। उन्होंने पर्वतीय क्षेत्रों में ड्रिप इरिगेशन की योजना संचालित करने की भी बात कही।

सिंचाई विभाग के विभागाध्यक्ष श्री मुकेश मोहन ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से सिंचाई विभाग के कार्यकलापों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 3051 नहरों, 1700 नलकूपों एवं 268 लघु नहरों के द्वारा गत वर्ष खरीफ फसल में 1.638 हेक्टेयर तथा रबी फसल में 1.593 लाख हेक्टेयर सींच दर्ज की गई है। राज्य में कुल 1282 बाढ़ सुरक्षा योजनायें संचालित हैं। प्रदेश में गंगा एवं उसकी सहायक नदियों में चरणबद्ध ढंग से बाढ़ मैदान परिक्षेत्रण की योजना क्रियान्वित की गई है।

उन्होंने बताया कि हल्द्वानी से 10 कि.मी. अप स्ट्रीम में 2584 करोड़ लागत की जमरानी बांध परियोजना का कार्य उत्तराखण्ड परियोजना विकास एवं निर्माण निगम के अंतर्गत गठित पी.आई.यू. के माध्यम से किया जाना प्रस्तावित है। इस बहुउद्देशीय परियोजना के निर्माण के अंतर्गत 150.60 मी. ऊंचा रोलर कम्पेक्ड कंक्रीट ग्रेविटी बांध निर्मित किया जायेगा। जिसमें 14 मे.वा. विद्युत का उत्पादन होगा तथा उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड में 150027 हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। जबकि सौंग बांध मालदेवता से लगभग 10 कि.मी. दूर सौंग नदी पर प्रस्तावित है। इस पर 130.60 मी. ऊंचा बांध व 12.40 कि.मी. लम्बी पाइप लाइन का निर्माण होगा जिसकी लागत 1580.25 करोड़ है। इससे देहरादून की 2053 तक की आबादी को पेयजल आपूर्ति हो सकेगी।

लघु सिंचाई के विभागाध्यक्ष श्री वी.के.तिवारी ने विभाग की कार्य योजना की जानकारी देते हुए बताया कि विभाग द्वारा राज्य के पर्वतीय व मैदानी इलाकों में सोलर पंप सेटों, सिंचाई हेतु सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली, स्प्रिंकलर/ड्रिप की स्थापना, भूजल सुधार हेतु रिचार्ज शाफ्ट का निर्माण, आर्रिजन कूपों के निर्माण के साथ ही प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा उत्थान एवं महाअभियान (KUSUM) के अंतर्गत डीजल चालित पंपसेटों को सोलर पंप सेटों में परिवर्तित करने की योजना प्रस्तावित है।

बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. सन्धु, अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, सचिव श्री अमित नेगी, श्री हरिचन्द सेमवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

केवल ई-पास वाले ही करा सकेंगे केदारनाथ यात्रा को हेली सेवा बुकिंग

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रुद्रप्रयाग। एक अक्टूबर से केदारनाथयात्रा के लिए उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण हवाई सेवा शुरू करने जा रहा है। हेलीकाप्टर के जरिये केवल वही श्रद्धालु केदारनाथ धाम जा सकेंगे, जिनके पहले से ही ई पास बने हुए हैं। इसके लिए जीएमवीएन व यूकाडा की वेबसाइट पर टिकट बुकिंग का काम शुरू हो गया है। वहीं, हेली सेवा शुरू होने से पहले डीजीसीए की टीम हेलीपैड का निरीक्षण करेगी।

प्रदेश सरकार ने चारधाम यात्रा शुरू कर दी है। इसके अंतर्गत ही केदारनाथ की यात्रा चल रही है। सरकार ने कोर्ट के निर्देशों पर यहां प्रतिदिन 800 श्रद्धालुओं को दर्शन करने की अनुमति दी है। केदारनाथ की यात्रा दुर्गम होने के कारण यहां हेली सेवा भी संचालित होती है। चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद हवाई सेवाओं के संचालन की कवायद शुरू हो गई थी। इस कड़ी में यूकाडा ने कुछ समय पहले देवस्थानम बोर्ड को पत्र लिखकर एक अक्टूबर से चारधाम यात्रा के लिए हेली सेवा शुरू कराने और हेली सेवा के जरिये आने वाले 200 यात्रियों को दर्शन की अनुमति देने का अनुरोध किया था। इस पर देवस्थानाम बोर्ड ने यूकाडा को यह स्पष्ट किया कि जिन व्यक्तियों ने दर्शन के लिए बोर्ड की वेबसाइट पर पंजीकरण नहीं कराया है, उन्हें यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जा सकती।

इसे देखते हुए अब यूकाडा ने भी व्यवस्था बना दी है। इसके तहत केवल उन्हीं श्रद्धालुओं को हेली सेवा के बुकिंग स्वीकार की जाएगी, जिनके यात्रा के लिए ई-पास जारी हैं।
यूकाडा की मुख्य अधिशासी अधिकारी स्वाति भदौरिया ने कहा कि एक अक्टूबर से हेली सेवा शुरू करने की तैयारी है। इस कड़ी में बुधवार को डीजीसीए की टीम केदारघाटी में बने हेलीपैड और जरूरी सुविधाओं को लेकर निरीक्षण करेगी। उन्होंने कहा कि गुप्तकाशी में भी बुकिंग काउंटर व हेल्प डेस्क बनाई जाएगी, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा यात्री किराया भी बीते वर्ष जितना ही रखा गया है।
यह रहेगा किराया
गुप्तकाशी से केदारनाथ व वापसी – 7800
सिरसी से केदारनाथ व वापसी   – 4600
फाटा से केदारनाथ व वापसी    – 4660

दो बसों की भिड़ंत में तीन यात्री घायल

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कोटद्वार। एनएच पर कुल्हाड़ बैंड के पास दो बसों की भिड़ंत में तीन यात्री घायल हो गए। घायलों को संयुक्त चिकित्सालय सतपुली लाया गया है। जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया। थानाध्यक्ष सतपुली लाखन सिंह के अनुसार एनएच पर कुल्हाड़ बैंड पर करीब 2:30 बजे दो बसों की आमने-सामने भिड़ंत हो गई। दुर्घटना की सूचना मिलते ही सतपुली पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को संयुक्त चिकित्सालय लाई। दुर्घटना में घायल बसंती देवी (61) पत्नी हयात सिंह निवासी ग्राम कोटलमंडा (द्वारीखाल) का पांव फैक्चर हो गया। उन्हें हंस अस्पताल सतपुली रेफर किया गया। घायल संतोष (35) पुत्र प्रेम सिंह निवासी ग्राम संदणा (जयहरीखाल) और चालक धन सिंह (50) पुत्र मदन निवासी ग्राम कफुल (पौड़ी) को चोटें आईं। हादसे की सूचना मिलते ही सतपुली और कोटद्वार से परिवहन कंपनियों से जुड़े मोटर मालिक और पदाधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। हादसे के कारणों का पता नहीं लग पाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

भाजपा कार्यकर्ता आधारित पार्टी है और वही पार्टी की जीत को सुनिश्चित करते हैं : जे. पी. नड्डा

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देहरादून, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता आधारित पार्टी है और वही पार्टी की जीत को सुनिश्चित करते हैं। पार्टी को अपने वायदो पर खरा उतरने के कारण ही जनता का आशिर्वाद मिलता रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने वर्चुअल रूप से आयोजित शक्ति केन्द्र संयोजकों, प्रभारियों तथा वरिष्ठ पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कोरोना की लड़ाई में जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं ने अदभुद योगदान दिया है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष के उध्बोधन को आईआरडीटी ऑडिटोरियम सर्वे चौक सहित पूरे प्रदेश में सभी 70 विधानसभाओं में वर्चुवली पदाधिकारियों तथा कार्यकर्ताओं द्वारा सुना गया। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता ही हमारे चुनाव जीतने का शस्त्र है। भारतीय जनता पार्टी देश की एकमात्र पार्टी है जो नेताओं के आधार पर नहीं वरन कार्यकर्ताओ के आधार पर चुनाव लड़ती है और जीतती है। ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। विभिन्न योजनाएं संचालित हो रही है, सिटी गैस के तहत हरिद्वार देहरादून को पाइप लाइन से गैस मिलने वाली है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा कि कांग्रेस अपनी सरकारों द्वारा किये गए कार्यो का हिसाब दें। हमारा एक-एक बूथ का कार्यकर्ता उनसे चर्चा करने के लिए तैयार है। इसके कारण हमारे द्वारा किए गए कार्य हैं। भाजपा जनकल्याण की पार्टी है और सबका साथ सबका विकास व सबका विश्वास हमारा मूल मंत्र है। उन्होंने पदाधिकारियों से बूथ संरचना,शक्ति केंद्र प्रमुख आदि की समय-समय पर बैठक लेकर समीक्षा को कहा। क्योंकि 100 दिन के बाद तो चुनाव कैम्पेन शुरू हो जाएगा।

इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि रामनगर की चिंतन शिविर में जो 2022 के जीत के लिए नक्शा तैयार किया गया उस पर हमारे बूथ से लेकर प्रदेश तक सक्रिय होकर काम कर रहे हैं। हमारे यहां मीडिया की कार्यशाला संपन्न हो चुकी है और हाल में राष्ट्रीय महिला मोर्चा की सफल कार्यसमिति संपन्न हुई है। हमारे यहां सभी बूथ समितियों का सत्यापन हो गया है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री निरंतर जनहित के लिए निर्णय ले रहे हैं और उनके नेतृत्व में उत्तराखंड विकास के नए आयाम गड रहा है। उन्होने कहा कि 2364 शक्ति केंद्र हैं यह सभी शक्ति केंद्र चुनाव का आधार है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का मार्गदर्शन हम सभी के लिए जनहित के कार्य करने के लिए प्रेरणा देता है। उन्होंने रोजगार पर सभी का ध्यान केंद्रित करते हुए कहा कि हमने रोजगार देने के लिए सभी स्तर पर सार्थक प्रयास किए हैं और यह निरंतर जारी रहेगा। स्वरोजगार के माध्यम से भी हमने रोजगार देने का बीड़ा उठाया है और अच्छी पहल साबित हो रही है। हमारी सरकार में ऋण लेना बहुत आसान हुआ है हमने आते ही सरलीकरण का मंत्र दिया था और वह आज लोगों की जुबान पर सुनाई भी दे रहा है।

कार्यक्रम का संचालन प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने किया। इस अवसर पर लोकसभा सांसद चुनाव प्रबंधन समिति के सयोंजक अजय टम्टा, प्रदेश सरकार में मंत्री रेखा आर्य, महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महामंत्री दीप्ति रावत, मेयर सुनील उनियाल कौस्तुबा नंद जोशी प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान, प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी शेखर वर्मा, प्रदेश आईटी संयोजक हिमांशु, अजीत नेगी, प्रदेश आईटी सह संयोजक प्रवीण लेखवार, भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे ।

ब्रैकिंग : प्रेमनगर के धौलास क्षेत्र में गुमशुदा महिला व नौकर की हत्या

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देहरादून, जनपद के प्रेमनगर पुलिस थाने के कंट्रोल रूम के मुताबिक अवगत कराया गया कि धौलास क्षेत्र में एक व्यक्ति सुभाष शर्मा द्वारा फोन के माध्यम से कंट्रोल रूम को सूचना दी गयी कि आज सुबह से उनके घर में काम करने वाला नौकर राजू नहीं मिल रहा था, जिसकी तलाश हेतू उनकी पत्नी उन्नति शर्मा गई थी परंतु उसके बाद से ही दोनों का कोई पता नहीं चल पा रहा है, जिन्हें उसके द्वारा काफी तलाश किया गया पर उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है।

इस सूचना पर थाना प्रेमनगर से चीता पुलिस कर्मचारीगण मौके पर पहुंचे तथा स्थानीय लोगों के साथ गुमशुदा व्यक्तियों की तलाश प्रारम्भ की। दौराने तलाश पुलिस टीम को घर के पीछे परिसर में ही गुमशुदा महिला व नौकर का पन्नी से ढके खून से लथपथ शव बरामद हुए, जिसके सम्बन्ध में तत्काल उच्चाधिकारीगणों को अवगत कराया गया। Double murder in Dehradun woman and servents dead body found in house at  premnagarवरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा घटना स्थल पर जाकर मौके पर उपस्थित अधिकारियों से घटना के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की तथा घटना के अनावरण हेतु आवश्यक दिशा- निर्देश दिये गये। मौके पर एफएसएल की टीम द्वारा घटनास्थल तथा आस पास के क्षेत्र से साक्ष्य संकलन की कार्यवाही करते हुए फोटोग्राफी तथा वीडियोग्राफी की कार्यवाही की गयी। प्रथम दृष्टया दोनों मृतकों के सर पर किसी भारी वस्तु से वार कर हत्या किया जाना प्रतीत हो रहा है। पुलिस द्वारा मौके पर मृतक महिला के पति व आस-पास के लोगों से पूछताछ कर घटना के संबंध में सभी पहलुओं की विस्तृत जांच की जा रही है।

नाम पता मृतक :-

1- उन्नति शर्मा पत्नी सुभाष शर्मा निवासी धौलास, थाना प्रेमनगर, देहरादून, उम्र लगभग 55 वर्ष।
2- राजू उर्फ श्याम बहादुर थापा उम्र लगभग 45 से 50 वर्ष।

डबल मर्डर-दून में गुमशुदा महिला व नौकर की हत्या से दहशत - Avikal Uttarakhand

पॉलिथीन से ढके मिले दोनों के लहूलुहान शव

दून में हुई इस जघन्य हत्याकांड़ की हर एंगल पर पुलिस जांच कर रही है, नौकर और मालकिन की हत्या के बाद घटनास्थल के पास दीवार पर खून से सने हाथ के पंजे के निशान, दोनों शव आसपास होना, शव पॉलिथीन से ढके होना, धारदार हथियार की मार से चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनाई न देना आदि तमाम सवाल घर में मौजूद सुभाष शर्मा के इर्द-गिर्द घूम रहे हैं। पुलिस भी हैरान है कि पत्नी और नौकर के लापता होने की सूचना देने वाले सुभाष शर्मा की नजर रसोईघर की खिड़की के पास क्यों नहीं पड़ी। पुलिस इन्हीं सब सवालों में फिलहाल उलझी हुई है।

घटनास्थल को देखकर हत्या का मामला तो स्पष्ट है, लेकिन वारदात को अंजाम किसने और क्यों दिया। इस सवाल के जवाब के लिए पुलिस कई लोगों से पूछताछ कर रही है। घटनास्थल को देखकर कहीं से भी लूट का मामला भी नहीं लगता, क्योंकि घटनास्थल घर के बाहर है और सुभाष शर्मा सुरक्षित हैं।
घटनास्थल के पास दीवार पर खून से लथपथ हाथ के पंजे के निशान वहां पर संघर्ष की गवाही दे रहे हैं। लगता है कि दोनों ने बचने का भरसक प्रयास किया था। इसके अलावा दोनों को एकसाथ मारने के कोई पुष्टि नहीं हो रही है। साथ ही जानलेवा हमले के पहले कोई तो चिल्लाया होगा, लेकिन चंद कदमों की दूरी पर घर में मौजूद सुभाष शर्मा तक आवाज नहीं पहुंची। यह बात पुलिस के साथ किसी के गले के नीचे नहीं उतर रही है।
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घटनास्थल पर दोनों के शव अगल-बगल पड़े थे। राजकुमार के शव पर सामान्य पॉलिथीन पड़ी थी। जबकि, उन्नति शर्मा के ऊपर चमकीली लेमिनेशन वाली पॉलिथीन थी। ऐसे में यह तय है कि हत्या करने के बाद दोनों को एक साथ लेटाया गया। वहीं दीवार पर हाथ के पंजे के निशान भी ऐसी ही स्थिति की ओर इशारा कर रहे हैं।
बंगले के बगीचे और फुलवारी की लॉपिंग के लिए तमाम औजार घर पर रखे हुए थे, लेकिन पाठल नहीं मिली। बंगले के परिसर में बड़े पेड़ भी हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि पेड़ों की लॉपिंग के लिए पाठल जैसा औजार भी घर में होना चाहिए था। ऐसे में शक यह भी है कि घर में ही रखी पाठल से वार कर दोनों को मौत की नींद सुला दिया गया और फिर पाठल को कहीं छिपा दिया गया।
सुभाष शर्मा की यह कोठी गांव में सबसे बड़ी है। यहां रहने वाले लोग गांव के लोगों से बहुत ज्यादा संपर्क में नहीं रहते थे। ग्रामीणों के अनुसार उनके यहां से कोई गांव की शादी-विवाह में भी शामिल नहीं होता था। यही कारण था कि ज्यादातर ग्रामीणों को तो बंगले के मालिक सुभाष शर्मा का नाम तक नहीं मालूम।

ग्रामीणों के अनुसार अंदर कौन आता-जाता है इस बारे में किसी को खबर नहीं रहती है। सुभाष शर्मा और उनके परिवार वाले किसी से मिलते-जुलते नहीं थे। बस वहां पर दूध देने जाने वाली महिला जाती थी। शर्मा परिवार रोजाना एक लीटर दूध लिया करता था। बुधवार को भी दूध देने के लिए महिला वहां गई थी, लेकिन वह दूध का बर्तन रखकर चली गई।
लंदन से आने के बाद सुभाष शर्मा का कोई रोजगार नहीं था। बताया जा रहा है कि उनके बेटी-बेटा ही सब खर्च आदि भेजते थे। सुभाष शर्मा इस बंगले को फिल्मों और वेब सीरिज की शूटिंग के लिए किराए पर देते थे। यहां पर कभी-कभार बहुत से लोगों को होम स्टे करते भी देखा गया है। हालांकि, उनके पास होम स्टे का लाइसेंस है या नहीं इस बात की जानकारी अभी नहीं मिल पाई है।

समस्त दृश्य जगत् में ब्रह्म का ही औपाधिक रूप  

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हरिद्वार 29 सितम्बर (कुलभूषण)  गुरुकुल कांगडी समविश्वविद्यालय हरिद्वार के पिछले छः दिन से चल रहे संस्कृत महोत्सव में वेदान्त कार्यशाला में अतिथि वक्ता के रूप मे दिल्ली विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के प्रो0 ओमनाथ विमली ने वेदान्त दर्शन के अद्वैत मत का प्रतिपादन करते हुए कहा कि आचार्य शंकर के अनुसार यह समस्त दृश्य जगत् में ब्रह्म का ही औपाधिक रूप है जगत् के कण.कण में विद्यमान चेतन ब्रह्म की ही सत्ता है वही उपाधिरूप से जड प्रतीत होता है। वस्तुतः सभी जड.चेतन चराचरद्ध जगत् ब्रह्म ही है।

वैज्ञानिक जिसे पदार्थ कहते हैं वह भी ब्रह्म का ही एक रूप है ब्रह्म  से भिन्न कुछ भी नहीं है उसका पारमार्थिक रूप ब्रह्म या ईश्वर है माया के कारण अल्पज्ञ जीव प्रतिभासित होता हैए जीव उसका प्रातिभासिक रूप है। माया ईश्वर के अधीन है जबकि जीव माया के अधीन होने से अल्पज्ञ या अज्ञानी होता हैद्य गुरुकुल कांगडी विश्वविद्यालय ने वेदान्त कार्यशाला इसलिए आयोजित की कि जिससे मूल वेदान्त जिसमें त्रैतवाद वर्णित है तथा शांकर वेदान्त ;जिसमें अद्वैत वेदान्त हैद्ध दोनों वरिष्ठ विद्वानों के प्रवचन कराए जायें व चिन्तनशील श्रोताओं को निर्णय का अवसर दिया जाए।

कार्यशाला  में देशभर व अन्य देशों से सैकडों  प्राध्यापक शोधच्छात्र जुड़े रहे। संस्कृत विभाग के प्रो० सोमदेव शतांशुए
प्रो  ब्रह्मदेव विद्यालंकार  प्रो संगीता विद्यालंकार  प्रो विनय विद्यालंकार  डा  वीना विश्नोई  डा मौहर सिंह  डा  वेद व्रत डा  सुनीति आर्या आदि ने स्वागत व धन्यवाद किया। डा० प्राची आर्या ने कार्यक्रम का संचालन किया

 

परम्परागत जडी बूटियो ने कोरोना वायरस के खिलाफ मानव शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढाई

हरिद्वार 29 सितम्बर कुलभूषण गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय हरिद्वार के आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के द्वारा दो दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया जिसके प्रथम दिन भारत के सभी भागों से प्रतिभागियों ने आनलाइन माध्यम से जुड़कर कोविड.19 महामारी के दुष्परिणामों के बारे में जानकारी प्राप्त की। वेबिनार के उद्घाटन सत्र में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रूप किशोर शास्त्री ने   कहा कोविड.19 वैश्विक महामारी से विश्व का कोई भी देश अछूता नहीं रहा है संकट की घड़ी में सभी ने आपस में मिलकर कोरोना वायरस को हराने के लिये सार्थक प्रयास किये है। भारतीय परम्परा की अनेक जड़ी बूटियों ने अपनी कारगरता के कारण ही कोरोना वायरस के खिलाफ मानव शरीर में प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ाई है जिसको आज विश्व भी स्वीकार करता है।

कार्यक्रम के अध्यक्षीय भाषण में प्रो  डी के  माहेश्वरी ने कोरोना वायरस के विभिन्न प्रारूपों एवं उनसे होने वाले विभिन्न दुष्परिणामों के बारे में बताया। मार्च 2020 से सम्पूर्ण देश के अन्दर लाकडाउन के साथ ही सभी गतिविधियों पर इस महामारी का बहुत अधिक प्रभाव पड़ा परन्तु वैक्सीन के प्रयोग एवं कोविड दिशा निर्देशों को पालन करते हुये सभी ने इस बीमारी पर काफी हद तक नियन्त्रण पाया है। कार्यक्रम के चेयरमेन एवं आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के निदेशक प्रो आर सी  दुबे ने कोविड.19 के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की तथा इससे बचने के व्यापक उपायों को बताया। प्रथम सत्र में जवाहरलाल नेहरू दिल्ली के प्रो अरुण एस खरात ने कोविड.19 महामारी के कारण विश्वस्तर पर होने वाली मानव हानि को विभिन्न आंकड़ों के द्वारा बताया। उन्होंने कहा कि खानपान एवं आन्तरिक प्रतिरोधक क्षमता के कारण कोरोना वायरस के द्वारा उत्पन्न होने वाली इस महामारी का प्रसार भारत में कम हुआ और उसके दुष्प्रभाव भी अन्य देशों की तुलना में कम देखने को मिले।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश की डा0 अन्जू पाई ने बताया कि कोरोना वायरस हमारे शरीर को प्रतिरोधक क्षमता को कम करता है जिससे हमारे शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है। उन्होने वैक्सीन के शोध में होने वाले अनुसस्धानों के बारे में बताया तथा कारोना से बचने के उपायों के बारे में प्रकाश डाला। उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालयए देहरादून के प्रो सुरेश चैबे ने औषधीय पौधों के बारे में बताया कि काढ़ा जैसी आयुर्वेदिक पद्धति से कोरोना के संकट के समय में बहुत अधिक लाभ प्राप्त किया है। कार्यक्रम के सभी प्रतिभागियों अतिथियों का आभार विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा सुनील कुमार ने किया।
इस कार्यक्रम के अन्तर्गत सभी प्रतिभागियों का स्वागत भेषज विज्ञान विभाग के प्रो एस के राजपूत ने किया। कार्यक्रम में डा विनीत विश्नोई डा प्रिंस प्रशान्त शर्मा डा विपिन शर्मा अंकित कृष्णात्री पंकज चौहान मनोज दीपक सिंह नेगी आदि उपस्थित रहे।