Sunday, June 22, 2025
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कोरोना पॉजिटिव निकला वाहन चोर कोतवाली में मचा हड़कंप  

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देहरादून। वाहन चोरी के मामले में पकड़े गए एक आरोपी के कोरोना पॉजिटिव निकलने से पुलिस में हड़कंप मच गया। मामला रानीपुर कोतवाली का है। आनन-फानन में आरोपी को मेला अस्पताल पहुंचाया गया।
हवालात सहित कोतवाली परिसर को सैनिटाइज किया जा रहा है। वहीं, आरोपी के संपर्क में आए कोतवाल कुंदन सिंह राणा समेत पुलिसकर्मियों का कोरोना टेस्ट कराया गया है। पुलिस के मुताबिक वाहन चोरी के एक मामले में फरार चल रहे आरोपी को रविवार रात गिरफ्तार किया गया था।
रविवार रात में उसे हवालात में रखने के बाद कोर्ट में पेश करने से पहले उसका मेडिकल कराया गया। मेडिकल जांच में आरोपी कोरोना संक्रमित पाए जाने से पुलिसकर्मियों के पैरों तले जमीन खिसक गई। उसे आनन-फानन में मेला अस्पताल ले जाया गया।
कोतवाल के संपर्क में भी कई अन्य लोग आए
कोतवाली परिसर को सैनिटाइज कराते हुए आरोपी को गिरफ्तार करने और अस्पताल ले जाने वाले पुलिसकर्मियों का कोरोना टेस्ट कराने की तैयारी शुरू हो गई है। बताया गया है कि आरोपी से कोतवाल कुंदन सिंह राणा ने भी पूछताछ की थी। वहीं, कोतवाल के संपर्क में भी कई अन्य लोग आए थे। उनका टेस्ट भी कराया जा सकता है।

 

उत्तराखंड में कोरोना के 9 ने केस  

देहरादून। बीते 24 घंटे में  उत्तराखंड के तीन जिलों में 9 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं, एक मरीज की मौत हुई है। 25 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 175 हो गई है। जबकि रविवार को प्रदेश में 192 सक्रिय मरीज थे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, सोमवार को 6827 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। 10 जिलों अल्मोड़, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, नैनीताल, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी, ऊधमसिंह नगर और उत्तरकाशी में एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है। देहरादून में सात, हरिद्वार और पौड़ी में एक-एक संक्रमित मिले हैं।
प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 344115 हो गई है। इनमें से 330376 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7405 लोगों की जान जा चुकी है। प्रदेश की रिकवरी दर 96.01 प्रतिशत और संक्रमण दर 0.13 प्रतिशत दर्ज की गई है।

गाड़ी साइड करने को लेकर हुआ विवाद, पर्यटकों और स्थानीय लोगों में हाथापाई और हुई फायरिंग

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मसूरी, शहर के रियाल्टो के पास गाड़ी साइड करने को लेकर स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच विवाद हो गया। इस दौरान दोनों पक्षों में हाथपाई भी हुई और आरोप है कि मसूरी घूमने आए कुछ लोगों ने इस बीच फायरिंग भी की। जिससे हड़कंप मच गया। विवाद बढ़ता देख आस-पास के लोग एकत्र हो गए और घटना की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई, लेकिन जिन लोगों पर मालरोड में फायरिंग का आरोप है वो लोग गाड़ी लेकर होटल की तरफ भागने लगे। इस दौरान स्थानीय लोगों ने पर्यटकों की गाड़ी रोक ली और पर्यटक गाड़ी छोड़कर होटल के अंदर चले गए। वहीं पुलिस के अनुसार विवाद में आरोपी देहरादून के बसंत विहार से मसूरी घूमने आए कपल मालरोड स्थित एक होटल में ठहरे हुए हैं। पुलिस होटल पहुंचीं और उक्त कपल की आईडी और गाड़ी थाने ले गई। स्थानीय लोगों ने देहरादून से घूमने आए कुछ लोगों पर फायरिंग का आरोप भी लगाया है।
देर रात माल रोड पर हुई इस घटना के विरोध में बड़ी संख्या में लोग मौके पर एकत्र हो गए। वहीं कुछ स्थानीय लोग थाने भी पहुंच गए और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे।
शहर कोतवाल गिरीश चंद्र शर्मा ने बताया कि एसबीआई के निकट स्थानीय लोगों और देहरादून से मसूरी घूमने आए उक्त कपल के बीच झगड़ा हो गया। वहीं स्थानीय लोगों ने देहरादून से घूमने आए कुछ लोगों पर फायरिंग करने का आरोप भी लगाया है। फायरिंग की बात पर जांच की जा रही है।

इस घटना से गुस्साए स्थानीय लोग कांग्रेस नेता मेघ सिंह कंडारी के नेतृत्व में देर रात को कोतवाली के बाहर धरने पर बैठ गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। मेघ सिंह कंडारी ने कहा कि एसबीआई के सामने काले रंग की क्रेटा में बैठे लोगों ने सरेआम तीन फायर किए, जिसके साक्षी प्रदीप भंडारी और रमेश सिंह हैं। इन लोगों ने उन सभी लोगों को पहचाना है।
कोतवाली में दी लिखित तहरीर में बताया गया है कि एक गोली प्रदीप भंडारी के कान के पास से गई है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि शहर में खुले आम गुंडागर्दी हुई, जिससे शहर का माहौल खराब हो रहा है। धरने पर बैठे लोगों ने कहा कि सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर कार्रवाई की जाए।

भीड़ में खो गई ‘सल्यणा स्याली’ : सरकारी उदासीनता की शिकार गढ़वाली गायिका मंजू सुंदरियाल

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देहरादून, उत्तराखंड संस्कृति विभाग में वर्ष 2013 में गायिका मंजू सुंद्रियाल का ‘ए’ ग्रेट कलाकार के रूप में पंजीकरण हुआ। वर्ष 2013 से संस्कृति विभाग ने उन्हें एक भी कार्यक्रम नहीं दिया। इससे पहले अविभाजित उत्तर प्रदेश के नजीबाबाद आकाशवाणी केंद्र में भी वहां ‘ए’ ग्रेट कलाकार के रूप में पंजीकृत थी। इस दौरान उन्होंने आकाशवाणी में क्षेत्रीय भाषा की कई कार्यक्रमों में अपनी प्रस्तुतियां दीं। मंजू सुंद्रियाल ने उत्तराखंड के प्रख्यात लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी के साथ भी कई गीत गाए हैं। उनके साथ कई मंचीय प्रस्तुतियों में उन्हें देखा गया। नरेंद्र सिंह नेगी की सुप्रसिद्ध गढ़वाली गीतों की कैसेट सैल्यणा स्याली के टाइटल सॉन्ग को नरेंद्र सिंह नेगी के साथ मंजू ने अपनी आवाज दी है। जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण के साथ भी उन्होंने कई वर्षों तक काम किया और मंचीय प्रस्तुतियां दी।

मूल रूप से जनपद पौड़ी गढ़वाल की रहने वाली मंजू सुंद्रियाल वर्तमान में अपने परिवार के साथ देहरादून के डोभाल चौक में किराये के मकान में रहतीं है। विगत वर्ष उनके पति का देहांत हो चुका है। उनकी एक बेटी विवाहित है, जबकि दूसरी बेटी अविवाहित है। तमाम तरह की आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रही गायिका मंजू सुंदरियाल को गढ़वाल की गायकी में तमाम विधाओं में महारत हासिल है। मंजू बताती है कि वह स्वयं नहीं जानती कि उनके साथ ऐसा क्यों किया गया। पिछले आठ-नौ वर्षों से वहां गुमनामी की जिंदगी जी रहीं हैं। वह काम करती रही। लेकिन, जब उन्होंने अपना मेहनताना मांगा तो उन्हें साइड कर दिया गया।

संस्कृति विभाग का काम कला व कलाकारों को बढ़ावा देने के साथ-साथ उन्हें और उनकी कला को संरक्षण प्रदान करना भी है। लेकिन, विभाग एक ऐसे कलाकार की हत्या करने पर तुला हुआ है जो गढ़वाली गीतों के माध्यम से कला की सेवा कर रहा है। साथ ही वह कला ही उस कलाकार की आजीविका का भी साधन है। ऐसे में 13 साल से कोई कलाकार खाली बैठकर कैसे दिन काट रहा होगा आप समझ सकते हैं।

तमाम मौकों पर आपने उत्तराखंड की संस्कृति और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने का दावा करते नेताओं के भाषण सुने होंगे। लेकिन, जमीनी हकीकत क्या है यह उत्तराखंड के कलाकार भली-भांति जानते हैं। उत्तराखंड में किस प्रकार से कला और कलाकारों का सरंक्षण हो रहा है यह सरकारी उपेक्षा की शिकार मंजू सुंदरियाल के मामले को देखकर कहा जा सकता है( साभार सत्येन्द्र डंडरियाल की फेसबुक वाल से)।

पति की हत्या के आरोप में पत्‍नी के खिलाफ मुकदमा

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रुड़की।  पत्नी पर प्रेमी और उसके दो अन्य साथियों के साथ मिलकर पति का अपहरण कराकर हत्या कराने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया गया है। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है कोर्ट को दिए प्रार्थना पत्र में शशि देवी पत्नी कालूराम निवासी डिफेंस कॉलोनी ढंडेरा रुड़की हाल निवासी ग्राम ढाबा माजरा सलोनी थाना बेहट जनपद सहारनपुर उत्तर प्रदेश ने बताया कि उनके पुत्र मनीष कुमार की शादी अंजू नामक युवती से हुई थी। बताया कि डिफेंस कॉलोनी में बने मकान में वह अपने बेटे और बहू के साथ में रहती थी। कभी-कभी वह अपने गांव चली जाती थी। आरोप है कि पुत्र वधु अमन नामक युवक के संपर्क में थी। पति के जाने पर वह घर आता था, जिसका परिवार के लोगों ने विरोध किया। पुत्रवधू को काफी समझाया गया, लेकिन वह अपनी जिद पर अड़ी रही। अमन के साथ रिश्ते खत्म करने से इनकार कर दिया। इस साल 12 फरवरी को वह डिफेंस कॉलोनी स्थित घर में मौजूद थे। तभी उनके घर के बाहर आकर एक कार रुकी। जिसमें तीन लोग उतर कर घर के भीतर आए। उन्होंने गाली-गलौज मारपीट शुरू कर दी। उसके पुत्र मनीष कुमार को जबरन कार में बैठाकर उसका अपहरण कर ले गए साथ में उनकी पुत्रवधू भी चली गई। बाद में आसफ नगर के एक बाग उनके बेटे का शव मिला। रुड़की और मंगलौर कोतवाली ने एक दूसरे क्षेत्र का मामला बताकर मुकदमा दर्ज नहीं किया। इंस्पेक्टर प्रवीण सिंह कोश्यारी ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर अंजू, अमन, पोरस और भूरा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की विवेचना वरिष्ठ उप निरीक्षक रफत अली को सौंपी गई है।

मुख्यमंत्री धामी ने बोधिसत्व: विचार श्रृंखला के तहत किया जन संवाद

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देहरादून।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित जनता दर्शन हॉल में आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड / 25 बोधिसत्व : विचार श्रृंखला के तहत प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाले लोगों के साथ प्रत्यक्ष एवं ई-संवाद किया।

2025 तक उत्तराखण्ड को अग्रणी राज्य बनाने के लिए जन सुझावों को ध्यान में रखते हुए बनाया जायेगा रोडमैप-सीएम
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड को 2025 तक सभी क्षेत्रों में अग्रणी राज्य बनाने के लिए हम सबको मिलकर प्रयास करने होंगे। विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े महानुभावों के जो भी सुझाव प्राप्त होंगे, उनको ध्यान में रखते हुए आगे के लिए रोडमैप तैयार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस जन संवाद से जो अमृत निकलेगा,  प्रदेश के समग्र विकास के लिए भावी रणनीति पर कार्य किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की भौगोलिक परिस्थितियां अलग हैं। प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।

समाज के हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए योजनाएं की जा रही हैं क्रियान्वित
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में केन्द्र सरकार से राज्य को हर क्षेत्र में पूरा सहयोग मिल रहा है। केन्द्र सरकार के सहयोग से राज्य में हवाई, रेल एवं सड़क कनेक्टिविटी का तेजी से विस्तार हुआ है। राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार एवं अन्य मूलभूत आवश्यकताओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। समाज के हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। समाज के अंतिम पंक्ति पर खड़े लोगों तक सरकार की योजनाओं का पूरा लाभ पंहुचाया जा रहा है।

दीर्घकालिक सोच के साथ उत्तराखण्ड में हो रहे हैं अनेक क्षेत्रों में कार्य
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड में दीर्घकालिक सोच के साथ अनेक क्षेत्रों में कार्य हो रहे हैं। नदियों एवं नालों के पुनर्जीवीकरण। वन्य जीवों के संरक्षण, स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए एक जिला दो उत्पाद, लोकल फॉर वोकल पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि उत्तराखण्ड से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर अधिक से अधिक अनुसंधान कार्य किया जाए। पलायन को रोकने एवं सीमान्त क्षेत्रों के विकास के लिए अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। स्मार्ट पुलिसिंग और और साइबर सिक्योरिटी की दिशा में प्रभावी कदम उठाये जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने प्राप्त किये विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों के सुझाव
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले लोगों से संवाद किया एवं उनके सुझाव भी लिए। संवाद के दौरान टिहरी जनपद के संजय बहुगुणा ने सुझाव दिया कि वेस्ट को बेस्ट में बदलने के लिए अपशिष्ट पदार्थों से अनेक सजावटी वस्तुएं बनाई जा रही हैं। अपशिष्ट पदार्थों के लिए कलेक्शन सेंटर बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके मानव अधिकार संरक्षण संगठन द्वारा सरकार की विभिन्न योजनाओं को ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों तक पहुंचाई जा रही है।

उत्तरकाशी के अनिल डंगवाल ने कहा कि नाकुरी, उत्तरकाशी में पांरपरिक घराटों का संचालन किया जा रहा है। इस क्षेत्र में अनेक महिलाएं कार्य कर रही हैं। इससे उनकी आजीविका भी बनी है। इस तरह के अन्य प्रयोग भी राज्य के लिए लाभकारी होंगे। वैज्ञानिक  डॉ. रूचि बडोला ने कहा कि उनके द्वारा वन एवं संरक्षित क्षेत्रों के आस-पास रहने वाले लोगों के आजीविका में वृद्धि करने तथा वन्य जीव संरक्षण की दिशा में कार्य किया जा रहा है। सुरंजना कुकरेती ने सुझाव दिया कि प्रदेश के सीमांत क्षेत्रों से पलायन को रोकने के लिए महिलाओं को स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार उपलब्ध कराने, कृषि कार्यों को बढ़ावा देने एवं राज्य में भू-कानून लागू करने का सुझाव दिया। सबरजीत सिंह ने सुझाव दिया कि रिवर्स माइग्रेशन के लिए शिक्षा को पर्यटन के साथ जोड़ते हुए कार्य होने चाहिए।

युवा राज्य को युवा सोच के साथ आगे बढ़ाना जरूरी- डॉ. अनिल प्रकाश जोशी
पद्म भूषण एवं हेस्को के संस्थापक डॉ. अनिल प्रकाश जोशी ने कहा कि सामुहिकता में हमेशा बल होता है। मुख्यमंत्री ने समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों से जो संवाद स्थापित किया है। इससे प्रदेश के हित के लिए अवश्य अमृत निकलेगा। उन्होंने कहा कि उतराखण्ड राज्य के 21 सालों के इस सफर में अनेक उतार-चढ़ाव देखने को मिले। उत्तराखण्ड हिमालयी राज्य है। हिमालय नवीन पर्वत श्रृंखला है और उत्तराखण्ड भी युवा राज्य है। युवा राज्य को युवा सोच के साथ आगे बढ़ाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धाम की कार्यशैली एवं व्यक्तित्व से लोग प्रभावित हैं। बहुत कम समय में उन्होंने काफी लोकप्रियता हासिल की है। उन्होंने लोगों से अपील की कि राज्य के समग्र विकास के लिए जो पहल शुरू की गई है, इसमें अपने अधिक से अधिक सुझाव अवश्य दें।
इस अवसर पर सचिव एच.सी. सेमवाल, जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आर. राजेश कुमार, नियोजन विभाग के निदेशक मनोज पंत, डॉ. दुर्गेश पंत, मंच संचालिका डॉ. कंचन नेगी एवं वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के सभी जनपदों से लोग जुड़े थे।

पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आकर स्कूटर सवार महिला और पुरुष घायल

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ऋषिकेश ।   बदरीनाथ-ऋषिकेश हाईवे पर पहाड़ी से अचानक पत्थर गिरने से उसकी चपेट में आकर स्कूटर सवार एक महिला और पुरुष से घायल हो गए। ब्यासी चौकी पुलिस ने घायलों को ऋषिकेश राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया है। पुलिस के मुताबिक सोमवार सुबह देहरादून से एलआईसी दफ्तर पौड़ी में कार्यरत सुरक्षा गार्ड और महिला अभिकर्ता स्कूटर से पौड़ी गढ़वाल जा रहे थे। सफर तय कर जैसे ही वह ब्यासी पहुंचे तभी सिंगटाली से पहले पहाड़ी से अचानक पत्थर लुढ़ककर उनकी ओर आ गया।

जब तक दोनों खुद को बचाते तब तक दोनों पत्थर की चपेट में आकर घायल हो गए। राहगीरों की सूचना पाकर ब्यासी चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को निजी वाहन से ऋषिकेश राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया। घायलों की पहचान सुनील रावत (45) पुत्र मातवर सिंह निवासी लक्ष्मीनारायण मार्ग पौड़ी और बबीता (34) पत्नी प्रमोद नेगी निवासी पौड़ी गढ़वाल के रूप में हुई है। बताया कि दोनों के सिर में गंभीर चोट आयी है। सुनील एलआईसी पौड़ी में कार्यरत हैं जो ऑफिस संबंधी कार्य से रविवार को देहरादून आए थे। वह सोमवार सुबह वापस पौड़ी लौट रहे थे।

गहलोत मंत्रिमंडल का हुआ पुनर्गठन, राज्यपाल कलराज मिश्र ने 11 कैबिनेट और चार राज्यमंत्री को दिलाई शपथ

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जयपुर, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र आज राजभवन में 11 कैबिनेट एवं चार राज्य मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके साथ ही राज्य के अशोक गहलोत मंत्रिमंडल का बहुप्रतीक्षित फेरबदल पूरा हो गया। राज्य की कांग्रेस सरकार अगले महीने अपने कार्यकाल के तीन साल पूरे करने जा रही है और मंत्रिमंडल में यह पहला फेरबदल है जिसे पार्टी आलाकमान द्वारा क्षेत्रीय व जातीय संतुलन के साथ साथ पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट खेमे को साधने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।

राजभवन में खचाखच भरे हाल में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल ने शपथ लेने के लिए जैसे ही पहले मंत्री हेमाराम चौधरी का नाम पुकारा तो कार्यकर्ताओं के जयकारों एवं नारेबाजी से हाल गुंज उठा। यह नारेबाजी क्रम शपथग्रहण कार्यक्रम पूरा होने तक चलता रहा। श्री मिश्र ने हेमाराम चौधरी, महेंद्र सिंह मालवीय, रामलाल जाट, महेश जोशी, विश्वेन्द्र सिंह, रमेश मीणा, गोविंद राम मेघवाल और शकुंतला रावत को केबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई। मिश्र ने निवर्तमान मंत्रिमंडल में शामिल ममता भूपेश, भजनलाल जाटव और टीकाराम जूली को कैबिनेट मंत्री की शपथ दिलाई वहीं बृजेंद्र सिंह ओला, मुरारीलाल मीणा, राजेन्द्र गुढा और जाहिदा खान को राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तीन मंत्रियों के संगठन में जाने के कारण इस्तीफा ले लिया जिसमें स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा, राजस्वमंत्री हरीश चौधरी एवं शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा शामिल है। शपथ ग्रहण समारोह में प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अजय माकन, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी उपस्थित रहे।

शपथग्रहण के पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दावा करते हुए कहा है कि प्रदेश में कांग्रेस एकजुटता और विकास के एजेंडे पर वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव को जीतकर पुन: राज्य में सरकार बनाएगी। गहलोत नए मंत्रियों के शपथ लेने से पहले प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी विधायकों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हम सब एकजुटता के साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं पार्टी नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की नीति, विचारधारा एवं कार्यक्रम को आम जनता तक लेकर जाएंगे एवं विकास के एजेंडे पर एक बार फिर 2023 के विधानसभा चुनाव को जीतकर पुन: राजस्थान में सरकार बनाएंगे।

उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकाल में हुए विधानसभा उपचुनावों एवं स्थानीय निकायों के चुनाव में कांग्रेस पार्टी को जीत दिलाकर जनता ने हमारी सरकार के सुशासन पर मुहर लगाई है। हम सभी को आने वाले समय में भी जनता के इस विश्वास को बनाए रखने का है। इसके लिए पूरी मेहनत एवं समर्पण के साथ कार्य जारी रखना है। उन्होंने कहा कि आलाकमान जो फैसला करता है उसे मानना कांग्रेस की परंपरा है। सब मिलकर जिम्मेदारी निभायेंगे और सुशासन देंगे तो सरकार वापस आएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना हो या कोई और चुनौती, सबका बखूबी मुकाबला किया। पिछले 35 महीने में हमारी सरकार ने प्रदेश को संवेदनशील, पारदर्शी एवं जवाबदेह सुशासन देने का कार्य किया है। तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद हमारी सरकार ने प्रदेश को विकास के पथ पर आगे बढ़ाया है।

उन्होंने कहा कि गोविन्द सिंह डोटासरा के नेतृत्व में कांग्रेस एकजुट रहेगी और उनके आह्वान पर आयोजित हर कार्यक्रम में भागीदार बनना है। उन्होंने मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले सभी विधायको को शुभकामनाएं दी।

भालू के हमले में घायल महिला का हाल चाल जाने एम्स पहुंचे गणेश गोदियाल, हर संभव मदद का दिया आश्वासन

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देहरादून (ॠषिकेश), प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने एम्स ऋषिकेश पहुँच कर श्रीनगर क्षेत्र से भालू के हमले में घायल महिला का हाल चाल जाना व परिजनों से मिलकर हर संभव मदद का आश्वासन दिया ।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने बताया कि पौडी ज़िले के ग्राम चौंरा पट्टी ढाईज्युली ब्लॉक थलीसैंण निवासी दयाल सिंह की पुत्रवधू सोबती देवी को भालू ने कुछ दिन पूर्व घायल कर दिया था जिनको घायल अवस्था में ऋषिकेश एम्स लेकर आये थे उनकी कुशलक्षेम जानने के लिये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल एम्स पहुँचे जहां उन्होंने डाक्टरों से घायल महिला का हाल चाल जाना और उनके परिजनों की हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया । मौक़े पर प्रदेश महामंत्री आईटी विभाग दीपक जाटव, प्रदेश प्रवक्ता राजेश चमोली आदि मौजूद थे ।

एम्स में मनाया गया राष्ट्रीय नवजात सप्ताह, शिशुओं से जुड़े विभिन्न तथ्यों पर आधारित प्रदर्शनी का भी हुआ आयोजन

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ॠषिकेश, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के कॉलेज ऑफ नर्सिंग व नियोनेटोलॉजी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय नवजात सप्ताह मनाया गया, जिसमें “सुरक्षा, गुणवत्ता पोषण देखभाल: प्रत्येक नवजात शिशु का जन्म अधिकार” पर जोर देते हुए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गई। राष्ट्रीय नवजात सप्ताह के अंतर्गत एम्स अस्पताल परिसर में नियोनेटोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर. श्रीपर्णा बसु, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. पूनम सिंह, कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्य जेवियर बेलसियाल, नर्सिंग प्रभारी शेनॉय की देखरेख में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में एमबीबीएस एवं नर्सिंग स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया।

सप्ताह के तहत संस्थाान के नर्सिंग अधिकारियों के लिए समय से पहले नवजात की देखभाल पर विचार-मंथन व प्रश्नोत्तरी आयोजित की गई। साथ ही अस्पताल परिसर में “आवश्यक नवजात देखभाल” विषय के तहत ओपीडी एरिया में जन स्वास्थ्य जागरुकता कार्यक्रम के तहत आम जनता के लिए मिथकों और नवजात शिशुओं से जुड़े विभिन्न तथ्यों पर आधारित प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसमें आमजन को नवजात की आवश्यक देखभाल, स्तनपान, नवजात शिशुओं को होने वाले खतरों के प्रति आगाह किया गया।

सप्ताहव्यापी कार्यक्रम में आयोजन समन्वयक डा. मलार कोडी, रूपिंदर देयोल, प्रसुना जेली, नर्सिंग ट्यूटर्स सुश्री शर्मिला जयरानी.जे, रश्मि नेगी, मीनाक्षी, रेणु आदि ने प्रतिभाग किया।, जिसमें “सुरक्षा, गुणवत्ता पोषण, देखभाल, प्रत्येक नवजात शिशु का जन्म अधिकार” पर जोर देते हुए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गई।

राष्ट्रीय नवजात सप्ताह के अंतर्गत एम्स अस्पताल परिसर में नियोनेटोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर. श्रीपर्णा बसु, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. पूनम सिंह, कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्य जेवियर बेलसियाल, नर्सिंग प्रभारी शेनॉय की देखरेख में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में एमबीबीएस एवं नर्सिंग स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया। सप्ताह के तहत संस्थाान के नर्सिंग अधिकारियों के लिए समय से पहले नवजात की देखभाल पर विचार-मंथन व प्रश्नोत्तरी आयोजित की गई। साथ ही अस्पताल परिसर में “आवश्यक नवजात देखभाल” विषय के तहत ओपीडी एरिया में जन स्वास्थ्य जागरुकता कार्यक्रम के तहत आम जनता के लिए मिथकों और नवजात शिशुओं से जुड़े विभिन्न तथ्यों पर आधारित प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसमें आमजन को नवजात की आवश्यक देखभाल, स्तनपान, नवजात शिशुओं को होने वाले खतरों के प्रति आगाह किया गया। सप्ताहव्यापी कार्यक्रम में आयोजन समन्वयक डा. मलार कोडी, रूपिंदर देयोल, प्रसुना जेली, नर्सिंग ट्यूटर्स सुश्री शर्मिला जयरानी.जे, रश्मि नेगी, मीनाक्षी, रेणु आदि ने प्रतिभाग किया।

 

वर्ल्ड एंटीबायोटिक वीक : नुक्कड़ नाटक व हैंड हाईजीन पर आधारित मॉब डांस का हुआ आयोजन

ॠषिकेश, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स)में आयोजित वर्ल्ड एंटीबायोटिक वीक के तहत नुक्कड़ नाटक व हैंड हाईजीन पर आधारित मॉब डांस का आयोजन किया गया। वर्ल्ड एंटीबायोटिक सप्ताह के तहत शनिवार को संस्थान के डिपार्टमेंट ऑफ मेडिसिन एवं कॉलेज ऑफ नर्सिंग की ओर से ओपीडी एरिया में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। जिसके तहत मरीजों व उनके तीमारदारों को एंटीबायोटिक के सही इस्तेमाल के तौर तरीके बताए गए, साथ ही उन्हें एंटीबायोटिक का बिना वजह गलत इस्तेमाल करने से होने वाले शारीरिक दुष्प्रभावों के प्रति आगाह किया गया। इस अवसर पर नर्सिंग स्टूडेंट्स की ओर से मॉब डांस के माध्यम से भी लोगों को हैंडहाईजीन को लेकर जागरुक किया गया, साथ ही बताया कि जिसके माध्यम से प्रतिभागियों को बताया कि हैंडहाईजीन से किस तरह से एंटीबायोटिक के उपयोग को कम किया जा सकता है। इस दौरान मरीजों व उनके तीमारदारों ने एम्स अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सकों से एंटीबायोटिक को लेकर कई तरह के सवाल किए जिनका ​चिकित्सकों ने निस्तारण किया। इस अवसर पर कम्यूनिटी एवं फेमिली मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. संतोष कुमार व उनकी टीम द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में शिविर आयोजित कर आम जनमानस को एंटीबायोटिक के सही इस्तेमाल की जानकारी दी गई साथ ही उन्हें एंटीबायोटिक के दुरुपयोग से होने वाले नुकसान से भी अवगत कराया गया। टीम में डा. निशांत व डा. गुरविंदर शामिल थे। उधर, वर्ल्ड एंटीबायोटिक वीक के तहत एम्स के गेट नंबर एक से जनजागरूकता रैली का आयोजन किया गया, जिसे संस्थान के डीन एकेडमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली आस्थापथ से होते हुए निकली, इस दौरान लोगों को एंटीबायोटिक के सही तरीके से इस्तेमाल को लेकर जागरूक किया गया। कार्यक्रम में डिपार्टमेंट ऑफ मेडिसिन के डा. प्रसन्न कुमार पंडा, डा. जेवियर बैल्सी, डा. राजेश कुमार, डा. रूचिका रानी,डा. राखी मिश्रा, डा. मनीष शर्मा, डा. मलार कोडी आदि मौजूद थे।

ये तूने क्या किया समीर वानखेड़े ? नवाब मलिक ने शेयर की एनसीबी अधिकारी के निकाह की तस्वीर

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मुम्बई, काफी लंबा समय बीतने वाला है समीर वानखेड़े बनाम नवाब मलिक की जुबानी जंग जारी है। आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद एनसीबी के अधिकारी समीर वानखेड़े पर महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कई बड़े आरोप लगाए। समीर वानखेड़े को फर्जी अधिकारी बताते हुए मलिक ने लगातार उनपर निशाना साधा। समीर वानखेड़े पर उनके ताजा आरोपों के अनुसार वानखेड़े ने फर्जी दस्तावेजों को दिखाकर सरकारी नौकरी का लाभ उठाया। उन्होंने अपनी पहचान छुपाई। वह जन्म से मुस्लिम हैं लेकिन उन्होंने आरक्षित कोटे के लिए जाली दस्तावेजों का प्रयोग किया और नौकरी पायी।

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के अधिकारी समीर वानखेड़े को निशाना बनाना जारी रखते हुए, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने सोमवार को एक तस्वीर साझा की, जिसमें दावा किया गया कि अधिकारी समीर वानखेड़े ने इस्लामी परंपराओं के अनुसार शादी की। वानखेड़े के खिलाफ मलिक के दावों में यह नवीनतम है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि अधिकारी का जन्म एक मुस्लिम परिवार में हुआ और वह जन्म से मुसलमान है। उन्होंने आरक्षित कोटे के माध्यम से सिविल सेवाओं में भर्ती होने के लिए ‘जाली’ जाति के दस्तावेज दिए।
इस बात को सिद्ध करने के लिए नवाब मलिक ने सोशल मीडिया पर वानखेड़े की एक तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि “क़ुबूल है, क़ुबूल है, क़ुबूल है.. तुमने क्या किया समीर दाऊद वानखेड़े?” तस्वीर में आप समीर वानखेड़े को मुस्लिम टोपी पहने हुए देख सकते हैं। उन्होंने कुछ दिन पहले शबाना कुरैशी की तस्वीर भी जारी की थी, जो कथित तौर पर वानखेड़े की पहली पत्नी थीं इसके अलावा उन्होंने दोनों के विवाह प्रमाण पत्र, निकाहनामा- की एक प्रति साझा की थी।

वानखेड़े ने मलिक द्वारा अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। वनखेड़े के पिता ज्ञानेश्वर वानखेड़े ने बॉम्बे हाईकोर्ट में नवाब मलिक के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था। नवाब मलिक के खिलाफ मानहानि के अपने मुकदमे में, वानखेड़े के पिता ने आग्रह किया कि महाराष्ट्र के मंत्री को उनके बेटे समीर वानखेड़े के खिलाफ मीडिया से बात करने से प्रतिबंधित किया जाए।

मलिक ने एक जन्म प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत किया, जो दर्शाता है कि वह एक मुस्लिम पैदा हुए थे और बाद में एससी में परिवर्तित हो गया। बॉम्बे हाईकोर्ट ने 12 नवंबर को आदेश सुरक्षित रखा था और समीर वानखेड़े के पिता नवाब मलिक और ज्ञानेश्वर वानखेड़े को 22 नवंबर को आदेश सुनाए जाने तक कोई भी दस्तावेज जमा नहीं करने को कहा था(साभार प्रभा साक्षी)।