Monday, May 19, 2025
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नैनीताल : रफ्तार का कहर , शराबी चालक ने 10 लोगों को रौंदा, दो गंभीर

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(चन्दन सिंह बिष्ट)

नैनीताल। उत्तराखंड के नैनीताल जिले से बड़ी खबर सामने आई है
यहां मल्लीताल रॉयल होटल क्षेत्र में एक तेज रफ्तार एसक्यूवी यूपी 16 सीके /1456 ने 10 लोगों को टक्कर मार दी।हादसे में सभी दस लोग घायल हो गए। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने घायलों को बीडी पांडे अस्पताल पहुंचाया।जहां घायलों का उपचार किया जा रहा है। डॉक्टर ने 2 लोगों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया है। वहीं मौके पर पुलिस ने कार चालक को हिरासत में लेकर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है।

नशे में धुत दिल्ली निवासी अमित बहुगुणा कार चालक नशे में धुत होकर तेज गति से गाड़ी चला रहा था। जिसे स्थानीय लोगों के द्वारा रोकने की कोशिश की गई, लेकिन कार चालक रुकने के बजाय और तेज गति से गाड़ी चलाने लगा। इसी दौरान उसने मून होटल, नैनीताल क्लब तिराहा समेत रॉयल होटल कंपाउंड क्षेत्र में सड़क पार कर रहे लोगों को रौंद दिया। इस हादसे में टक्कर से नैनीताल क्लब के एक कर्मचारी की पत्नी व उसके सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वालेसूचना पर पहुंची पुलिस ने कार और चालक को कब्जे में लेने के साथ ही मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है।

खास खबर : जवाहर नवोदय विद्यालय में 82 विद्यार्थी निकले कोरोना पाॕजीटिव, विद्यालय बंद करने के निर्देश

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नैनीताल, उत्तराखंड़ के नैनीताल से कोरोना संक्रमण की बड़ी खबर है, यहां भवाली-अल्मोड़ा हाईवे स्थित गंगरकोट सुयालबाड़ी के जवाहर नवोदय विद्यालय में शनिवार को 82 विद्यार्थी कोरोना पॉजिटिव पाए गए। क्षेत्र के राजकीय प्राथमिक विद्यालय सौनगांव में तैनात शिक्षक की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई, बीते बुधवार और गुरुवार को 11 छात्र-छात्राओं के साथ विद्यालय के प्रधानाचार्य की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी, जिन्हें अलग-अलग हॉस्टल में आइसोलेट किया गया है। इनकी देखभाल डॉक्टरों की टीम कर रही है। सीएचसी गरमपानी के कोविड सैंपल प्रभारी मदन गिरी गोस्वामी ने बताया कि विद्यालय के 82 विद्यार्थी कोरोना संक्रमित आए है। विद्यालय के 70 प्रतिशत बच्चे बुखार, खासी और नाक बंद से पीड़ित हैं।

दूसरी तरफ राप्रावि सौनगांव में तैनात दूसरे शिक्षक भी कोरोना संक्रमित आए हैं। क्षेत्र में लगातार कोरोना संक्रमण बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग की टीम भी सकते में आ गई है। वहीं प्रशासन भी क्षेत्र में बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए लोगों को मास्क, सैनिटाइजर और सामाजिक दूरी बनाने को लेकर जागरूक कर रहा है, एसडीएम के अनुसार नवोदय विद्यालय को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है | जवाहर नवोदय विद्यालय के हॉस्टल में रहने वाले 450 बच्चों की फिर सैंपलिंग की जायेगी । प्रधानाचार्य को विद्यालय बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। कोरोना संक्रमित बच्चों की निगरानी के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से डॉक्टरों की टीम गठित की गई है।

उत्तराखण्ड़ के मुख्य सूचना आयुक्त बने अनिल चंद्र पुनेठा, विवेक शर्मा और विपिन चंद्र को बनाया राज्य सूचना आयुक्त

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देहरादून, उत्तराखंड़ सरकार ने पूर्व आईएएस अधिकारी अनिल चंद्र पुनेठा को राज्य का मुख्य सूचना आयुक्त बनाया है। पुनेठा के साथ ही दो नए राज्य सूचना आयुक्त भी बनाए गए हैं। देहरादून के निवासी एडवोकेट विवेक शर्मा और नई दिल्ली के विपिन चंद्र राज्य सूचना आयुक्त की जिम्मेदारी संभालेंगे। प्रभारी सचिव सामान्य प्रशासन विनोद कुमार सुमन ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है।उत्तराखंड में अनिल चंद्र पुनेठा को राज्य मुख्य सूचना आयुक्त के साथ दो और  आयुक्तों की हुई नियुक्ति - Uttaranchal Today

उत्तराखंड सूचना आयोग में मुख्य सूचना आयुक्त व राज्य सूचना आयुक्त की कुर्सियां लंबे समय से खाली थीं। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बनीं चयन समिति ने शासन को प्राप्त आवेदनों के आधार पर चयन किया है। समिति में नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह और कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत भी थे।

पिथौरागढ़ के लोहाघाट के रहने वाले पुनेठा आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव भी रहे, मुख्य सूचना आयुक्त बनें अनिल चंद्र पुनेठा 1984 बैच के आईएएस अफसर (सेनि) रहे। वह आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव पद से सेवानिवृत्त हुये। उन्होंने सातवीं कक्षा तक पढ़ाई मूल गांव से ही की। उन्होंने हरिद्वार से इंटरमीडिएट और मुजफ्फरनगर से स्नातक की पढ़ाई की। दिल्ली विवि से उन्होंने विधि स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद वह भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए चयनित हुए। अपनी ईमानदार छवि और कर्तव्यनिष्ठा और प्रशासनिक अनुभव की वजह से वह पूर्व मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू की पसंद रहे।
वहीं प्रदेश सरकार ने देहरादून के एडवोकेट विवेक शर्मा को भी राज्य सूचना आयुक्त बनाया है। शर्मा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की पृष्ठभूमि से बताए जाते हैं। उनकी शिक्षा देहरादून से हुई। डीएवी पीजी कॉलेज से उन्होंने स्नातक और विधि की पढ़ाई पूरी की।

मुख्य सूचना आयुक्त और सूचना आयुक्तों के चयन को लेकर विवाद हो गया है। नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह जो चयन समिति के सदस्य भी हैं, उन्होंने नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि चयन को लेकर जो व्यवस्था बनी है, उसे ध्वस्त कर दिया गया। एक नई परंपरा शुरू कर दी गई है। दरअसल, प्रदेश सरकार ने मुख्य सूचना आयुक्त व सूचना आयुक्तों के चयन के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में एक चयन समिति बनी थी। समिति में कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत और नेता प्रतिपक्ष भी सदस्य थे। चयन समिति की बैठक भी हुई।

सूत्रों के मुताबिक, बैठक में वरीयता में रखे गए नामों पर सर्वसम्मति नहीं बन सकी। इसमें प्रीतम सिंह की राय जुदा थी। बकौल प्रीतम सिंह, मैं एक बैठक में शामिल हुआ, उसमें कोई सहमति नहीं बनी। इस बीच शासन ने मुख्य सूचना आयुक्त व दो सूचना आयुक्तों की नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर दी। प्रीतम सिंह ने सूचना आयुक्तों की नियुक्ति को लेकर अनभिज्ञता जाहिर की। उन्होंने कहा कि यदि नियुक्तियां हुई हैं, तो सरकार की ओर से एक नई परंपरा शुरू कर दी गई है। चयन की पूरी व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया गया है।
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी सूचना आयुक्तों के चयन को लेकर सवाल उठाए थे। सोशल मीडिया पर उन्होंने एक पोस्ट जारी की थी। इस पोस्ट में उन्होंने संकेत दिए थे कि दक्षिण में प्रशासनिक सेवा से जुड़े उत्तराखंड मूल के एक पूर्व नौकरशाह को मुख्य सूचना आयुक्त बनाया जा रहा है। शासन ने आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव अनिल चंद्र पुनेठा को मुख्य सूचना आयुक्त बनाया है। इस संबंध में संपर्क करने पर प्रभारी सचिव सामान्य प्रशासन विनोद कुमार सुमन ने कहा कि वह चयन समिति के सदस्य नहीं है, इसलिए इस बारे में कुछ भी कहने में असमर्थ हैं।

आप छोड़ राष्ट्रीय लोक नीति पार्टी में शामिल हुये पूर्व आईएएस सुवर्धन शाह, बने उत्त्तराखण्ड़ कन्वीनर

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देहरादून, आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने के बाद पूर्व आईएएस सुवर्धन शाह राष्ट्रीय लोक नीति पार्टी में शामिल हो गए। सुवर्धन शाह को पार्टी ने उत्तराखंड् का कन्वीनर बनाया है। शाह ही उत्त्तराखण्ड में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर कार्य करेंगे। स्वच्छ छवि के वरिष्ठ नौकरशाह सुवर्धन शाह के इस्तीफे से आप पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। शाह देहरादून की राजपुर सीट से मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। इधर, आप नेताओं की कार्यप्रणाली से नाराज चल रहे आईजी अनंत राम व राज्य आंदोलनकारी रविन्द्र जुगरान भी देर सबेर आप पार्टी को छोड़ सकते हैं।

गौरतलब है कि शाह ने 30 दिसंबर को आप की सदस्यता से इस्तीफा देकर झटका दिया था। अरविंद केजरीवाल को सम्बोधित इस्तीफे में सुवर्धन शाह ने साफ लिखा है-” उत्त्तराखण्ड में पार्टी को संचालित किए जाने के तौर तरीकों से क्षुब्ध होकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूँ।”

पूर्व आईएएस सुवर्धन शाह ने इस्तीफे के कारणों को गिनाते हुए आप पार्टी पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सभी कुछ दिल्ली से संचालित किया जा रहा। उन्होंने कई बार उत्त्तराखण्ड से जुड़े मुद्दों पर पार्टी का ध्यान खींचा। लेकिन दिल्ली की नीतियों पर चल रहे नेताओं ने कोई सार्थक पहल नहीं की।

उन्होंने कहा कि आप पार्टी में भी भाजपा व कांग्रेस की बुराई अंदर तक घुसी हुई है। इनके नेता पैसे वालों को तरजीह देकर निष्ठावान पार्टी लोगों को दरकिनार कर रहे हैं।

गौरतलब है कि पूर्व आईएएस सुवर्धन शाह और आई जी अनंत राम एक साथ आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। अनंत चौहान को विकासनगर से टिकट देने की बात हुई थी। लेकिन इस बीच, विकासनगर इलाके के एक व्यापारी ने आप पार्टी में पैठ बना ली। इसके बाद आप नेताओं ने अनंत राम को गढ़वाल का अध्यक्ष बना कर उक्त व्यापारी के टिकट का रास्ता साफ कर दिया।

इसके अलावा भाजपा छोड़ आप पार्टी में शामिल हुए आंदोलनकारी रविन्द्र जुगरान का भी पार्टी कोई उपयोग नहीं कर पायी। जुगरान की छवि एक जुझारू नेता की रही है। जुगरान भी लंबे समय से पार्टी के कार्यक्रमों में नहीं दिख रहे हैं। जबकि आप नेता राज्य आंदोलनकारी रविन्द्र जुगरान का समूचे प्रदेश में बेहतर उपयोग कर सकते थे। मुखर वक्ता व जन मुद्दों पर सड़क से अदालत तक संघर्ष करने वाले जुगरान ने स्वंय को किनारे कर लिया है। वे कभी भी आप पार्टी छोड़ सकते हैं।

बहरहाल, आप छोड़ राष्ट्रीय लोक नीति पार्टी में शामिल हुए पूर्व आईएएस सुवर्धन शाह ने बताया कि मार्च 2021 में राष्ट्रीय लोक नीति का गठन हुआ और
लेफ्टिनेंट जनरल एम एम लखेड़ा पार्टी के मुख्य सलाहकार हैं।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रधान का सपा पर तंज, ताल ठोंकना, गुंडागर्दी और आतंक ही रेड अलर्ट वालों की पहचान

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लखनऊ, केंद्रीय शिक्षा मंत्री और उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के विधानसभा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) की एक होर्डिंग्स को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और उनकी पार्टी की लाल टोपी पर तीखा प्रहार किया और कहा कि सही कह रहे हैं अखिलेश जी, ताल ठोकना, गुंडागर्दी और आतंक ही रेड अलर्ट वालों की पहचान है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रधान ने शनिवार को एक ट्वीट में कहा, सही कह रहे हैं अखिलेश जी, ताल ठोकना, गुंडागर्दी और आतंक ही रेड अलर्ट वालों की पहचान है। भाजपा नेतृत्व तो विनम्रता से जन विश्वास प्राप्त करने यात्रा पर निकला है।

इस ट्वीट में प्रधान ने अखिलेश यादव की पीठ की तरफ से ली गई एक तस्वीर के साथ पोस्टर भी संलग्न किया है जिसमें कहा गया है गुंडे-माफिया हैं तुम्हारी पहचान। जनता को तुमने किया था बदहाल। जनता करेगी लाल टोपी का बुरा हाल। लाल टोपी वालों से सावधान। उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, योगी जी के राज में ताल ठोक कर रेड अलर्ट करने वाले असामाजिक तत्व पीठ दिखाकर ही भाग रहे हैं, मुझे लगता है कि रेड अलर्ट वालों को इत्र की दुर्गंध ने ऐसा शर्मसार किया है कि उन्हें चेहरा दिखाने में भी शर्म आ रही है। उल्लेखनीय है कि नव वर्ष पर समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह साजन की तरफ से एक होर्डिंग लगाई गई है जिसमें सपा प्रमुख की पीठ की तरफ से ली गई तस्वीर है और यह नारा दिया गया है नया साल, ठोको ताल, पहचान अपनी, टोपी लाल। प्रधान ने इसी होर्डिंग को लेकर तंज किया है।
इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर की शुरुआत में गोरखपुर में एक जनसभा में कहा था, लाल टोपी उप्र के लिए रेड अलर्ट हैं, खतरे की घंटी है, लाल टोपी वालों को सत्‍ता घोटालों के लिए, अपनी तिजोरी भरने और माफियाओं को खुली छूट देने के लिए चाहिए। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लाल टोपी पर मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा था लाल रंग भावनाओं का रंग है और यह भाजपा नहीं समझ सकती है, भाजपा उप्र से जा रही है, उप्र में बदलाव होने जा रहा है। इसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ समेत भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने लाल टोपी वालों को गुंडा और माफिया करार दिया है।

गौशाला में लगी आग, 47 बकरियां जली,

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गोपेश्वर : चमोली जिले के देवाल विकासखंड के बेराधार गांव में तड़के गोशाला में आग लग गई। हादसे में गोशाला राख हो गई और 47 बकरियां जलकर मर गई। इस दौरान बकरी पालक भी झुलस गया।बताया जा रहा है कि भेड़ पालक गोशाला में आग जला सो गया था। शायद किसी कारण अंदर आग फैल गई थी।

गांव के सामाजिक कार्यकर्त्ता तेजपाल सिंह रावत ने बताया कि बेराधार गांव निवासी महिपाल सिंह (76 वर्ष) पुत्र शेर सिंह की गोशाला में तड़के पांच बजे अचनाक आग लग गई। देखते ही देखते आग भड़क गई। घटना का पता तब चला, जब ग्रामीणों ने धुआं देखा।

 

वहां पहुंचकर उन्होंने आग बुझाने की बहुत कोशिशें की, लेकिन बुझ नहीं पाई। ग्रामीणों ने महिपाल सिंह को किसी तरह बाहर निकाला। तब उसकी जान बच पाई। गोशाला के अंदर की 47 बकरियां जल कर मर गई। ग्रामीणों ने इसकी सूचना तहसील प्रशासन को दी। मौके पर पहुंचे देवाल के नायब तहसीलदार अर्जुन सिंह बिष्ट ने बताया है कि महिपाल सिंह सुबह चार बजे उठा और गोशाला में आग जला दी। उसके बाद वहां सो गया।

आग धीरे-धीरे गोशाला के अंदर फैलती रही और पूरी गौशाला को अपनी गिरफ्त में ले लिया। वहां 47 बकरियां बताई गई हैं। प्रथम दृष्टा आग लगने का कारण मानवीय भूल की आशंका जताई जा रही है। इधर, पशु चिकित्सक नितिन बिष्ट ने जली हुईं बकरियों का मेडिकल किया

मुख्यमंत्री धामी ने शहीद हवलदार प्रदीप थापा के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित

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*मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को अनारवाला गुच्चुपानी, देहरादून पहुँचकर शहीद हवलदार प्रदीप थापा (1/3 गोरखा राइफल्स) के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की, एवं उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। उन्होंने ईश्वर से अमर शहीद की दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने की प्रार्थना की।*

इस दौरान उन्होंने परिवारजनों से भेंट कर अपनी शोक संवेदनाएँ साझा की। उन्होंने कहा कि ईश्वर शोकाकुल परिवार को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें, उन्होंने कहा शहीद हवलदार प्रदीप थापा के बलिदान को हम सब नमन करते हैं। उत्तराखंड सरकार शहीद के परिवार के साथ हमेशा खड़ी रहेगी।

इस दौरान कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी एवं अन्य लोग मौजूद रहे ।

विश्वजीत नेगी ने जूस पिलाकर ग्रामीणों का धरना कराया समाप्त

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दुगड्डा, दुगड्डा विकास खण्ड के अन्तर्गत जुवा ग्राम वासियों द्वारा सड़क मार्ग के नदी पर पुल बनाने की मांग के लिए धरना दे रहे थे , जिसको भाजपा के किसान मोर्चे के सदस्य ने जूस पिलाकर समाप्त कराया ।

गौरतलब है कि यमकेश्वर विधान सभा के अन्तर्गत पिछले दो माह से दुगड्डा विकास खण्ड के जुवा के ग्रामीण सड़क के मार्ग पर पुल की मांग की को लेकर धरने पर बैठे थे । जिसको भाजपा किसान मोर्चे के प्रदेश कार्यकारणी सदस्य विश्वजीत सिंह नेगी ने जूस पिला धरना समाप्त करवाया ।
श्री नेगी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की गई घोषणा के बाद जारी शासनादेश की प्रति भी सभी ग्रामवासियो को दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार हर घर तक सुविधा पहुंचा रही हैं । कहा सरकार द्वारा यमकेश्वर में सड़कों को गांव गांव तक जोड़ने का वादा पूरा किया जा रहा है।
इस दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष दुगड़डा भावना चौहान, मंडल अध्यक्ष भाजपा ब्रिजमोहब उनियाल,मंडल महामंत्री राजेंद्र नौटियाल, जितेंद्र खर्कवाल,ग्राम प्रधान जुवा इस्लाम,हेमचंद धुलिया, अभिनंयु, दीपक नेगी ,अंजुल शर्मा, प्रमोद अग्रवाल,अतुल अग्रवाल,मनोज कंडवाल,राजेन्द्र बिष्ट, रविंदर नेगी छेत्र पंचायत सदस्य उमरैल,पूर्व प्रधान मातबर सिंह नेगी,आशा देवी, गीता देवी,कृष्ण देवी,इंदु देवी,सावित्री देवी, कांति देवी,सशी देवी,मनीष, यशपाल असवाल आदि

नए साल पर पेंशनर्स को सरकार का तोहफा, जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की समय सीमा बढ़ी

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बिजनेस डेस्कः नया साल पेंशनभोगियों के लिए एक राहत भरी खबर लेकर आया है। दरअसल, सरकार ने उनके लिए जीवन प्रमाण पत्र (लाइफ सर्टिफिकेट) जमा कराने की अंतिम तिथि को और आगे बढ़ा दिया है। अभी तक पेंशनभोगी के लिए ये काम करने की अंतिम तिथि बढ़ाकर 31 दिसंबर तक की गई थी लेकिन अब पेंशनर्स अपना लाइफ सर्टिफिकेट 28 फरवरी 2022 तक जमा करा सकते हैं।

पेंशन न रुके इसलिए लाइफ सर्टिफिकेट जरूरी
पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने दूसरी बार डेडलाइन बढ़ाने की घोषणा की है। बता दें कि हाल ही में सरकार ने लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने की अंतिम तिथि को 30 नवंबर से बढ़ाकर 31 दिसंबर किया था और अब इसे 28 फरवरी 2022 तक के लिए बढ़ा दिया गया है। सरकार के इस कदम से उन लोगों को राहत मिलेगी, जिन्होंने निर्धारित तिथि तक प्रमाण पत्र जमा नहीं करा पाया था। गौरतलब है कि पेंशनभोगियों को पेंशन हासिल करते रहने के लिए जीवन प्रमाण पत्र को जमा करना होता है। जिससे उसके जिंदा होने की पुष्टि होती है।

फिजिकल या डिजिटल कर सकते हैं जमा
डिपार्टमेंट ऑफ पेंशन एंड पेंशनर्स वेलफेयर के मुताबिक, अगर पेंशनधारक चाहते हैं कि उनकी पेंशन न रूके और हर महीने मिलती रहे, तो वे फिजिकल तौर पर या डिजिटल, दोनों तरीके से अपना लाइफ सर्टिफिकेट जमा कर सकते हैं। जीवन प्रमाण पत्र देश भर में पेंशनभोगियों के लिए बिना किसी परेशानी या ब्रेक के अपना मासिक भत्ता यानी पेंशन पाने का महत्वपूर्ण दस्तावेज है। पेंशनर्स पेंशन वितरण प्राधिकरणों (पीडीए) जैसे बैंकों, डाकघरों और अन्य से मिलता पेंशन पाने वाले पेंशनधार अपने घर बुलाकर भी अपना लाइफ सर्टिफिकेट दे सकते हैं।

ऑनलाइन निकालें लाइफ सर्टिफिकेट
पेंशनर्स को अपना लाइफ सर्टिफिकेट बनवाने के लिए स्वयं कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है। लाइफ सर्टिफिकेट स्वयं ऑनलाइन भी जेनरेट किया जा सकता है। सीनियर सिटिजन एक सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन का इस्तेमाल करके अपने डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र निकाल सकते हैं। इसके लिए एक सुरक्षित आधार आधारित बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन सिस्टम भी जरूरी है। पेंशनभोगी, साथ ही पीडीए जब भी आवश्यक हो, किसी भी समय अपना डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र निकाल सकते हैं। डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट स्टोर भी किया जा सकता है।

ऑनलाइन जमा करने का ये है तरीका
जीवन प्रमाण पोर्टल (https://jeevanpramaan.gov.in/) के जरिए पेंशनधारक ऑनलाइन अपना लाइफ सर्टिफिकेट जमा कर सकते हैं। इसके लिए पेंशनधारक को यूआईडीएआई आधारित फिंगरप्रिंट की जरूरत पड़ेगी। फिंगरप्रिंट डिवाइस की मदद से पेंशनधारक को जीवन प्रमाण पोर्टल के एप पर रजिस्टर करना होगा और अपना आधार नंबर, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी का जिक्र करना होगा। इस तरह से पेंशनधारक अपना लाइफ सर्टिफिकेट जमा कर सकते हैं। पेंशनधारकों का खाता जिस बैंक या पोस्ट ऑफिस में है, वहां जाकर वे लाइफ सर्टिफिकेट के फॉर्म को भरकर जमा कर सकते हैं। फॉर्म बैंक या पोस्ट ऑफिस के काउंटर पर ही उपलब्ध होते हैं।

देश में फिर बेकाबू हुआ कोरोना संक्रमण, ओमिक्रॉन ने भी पकड़ी गति

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नई दिल्ली । देश में कोरोना के नए वैरिएंट की बढ़ती गति के साथ कोरोना संक्रमण का भी विस्फोट होता नजर आ रहा है। पिछले एक दिन में सामने आए दैनिक संक्रमितों की संख्या 35 फीसदी ज्यादा यानि 22,775 नए मामले सामने आए। इस दौरान संक्रमण के कारण 406 मरीजों की मौत भी दर्ज की गई। जबकि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मरीजों की संख्या बढक़र 1,431 हो गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना संक्रमण के 22,775 नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढक़र 3,48,61,579 हो गई है। इससे पहले देश में छह अक्टूबर को 24 घंटे में संक्रमण के 22,431 नए मामले सामने आए थे। जबकि कोरोना के दैनिक मामलों में लगातार वृद्धि के कारण अब उपचाराधीन सक्रीय मरीजों की संख्या भी फिर से एक लाख के पार यानि 1,04,781 हो गई है। इससे पहले 30 नवंबर को एक्टिव रोगियों की संख्या एक लाख के पार थी। वहीं 406 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढक़र 4,81,080 हो गई है। पिछले एक दिन में कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ्य हुए 8,949 लोगों को घर भेजा गया है।
रिकवरी दर 98.32 प्रतिशत
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार उपचाराधीन मामले संक्रमण के मामलों का 0.30 प्रतिशत हैं, जबकि संक्रमणमुक्त होने की राष्ट्रीय दर 98.32 प्रतिशत है। इसने कहा कि पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 13,420 की वृद्धि हुई है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।
टीकाकरण 145 करोड़ के पार
केंद्र सरकार की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक अभी तक देश में 145.16 करोड़ वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। देश में इस वायरस से हर रोज संक्रमित होने वालों की दर 2.05 फीसदी है। वहीं हर सप्ताह इस संक्रमण से 1.10 फीसदी की दर से लोग संक्रमित हो रहे हैं। अब तक कुल 67.89 टेस्ट किये गये हैं।
ओमिक्रॉन ने भी पकड़ी रफ्तार
देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन के आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है पिछले एक दिन में ओमिक्रॉन के 161 नए मामले सामने आने के अब कुल मामलों की संख्या बढक़र 1,431 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार को जारी आंकडों के अनुसार देश में ओमीक्रोन स्वरूप के 1,431 मामले 23 राज्यों तथा केन्द्रशासित प्रदेशों में सामने आए हैं और इनमें से 488 लोग या तो स्वस्थ हो गए हैं, या देश से बाहर चले गए हैं। ओमीक्रोन के महाराष्ट्र में सबसे अधिक 454 मामले सामने आए हैं और इसके बाद दिल्ली में 351,केरल में 118 और गुजरात में 115 मामले सामने आए हैं।
ओमिक्रॉन के कहां-कितने मामले
आकंड़ों की बात करें तो महाराष्ट्र में अभी सबसे ज्यादा ओमिक्रॉन के केस मिले हैं। यहां इस वेरिएंट के 454 केस मौजूद हैं। दिल्ली में 351, तमिलनाडु में 118, गुजरात में 115, केरल में 109, राजस्थान में 69, तेलंगाना में 62, हरियाणा में 37, कर्नाटक में 34, आंध्र प्रदेश में 17, पश्चिम बंगाल में 17, ओडिशा में 14, मध्य प्रदेश में 9, उत्तर प्रदेश में 8, उत्तराखंड में 4, चंडीगढ़ में 3, जम्मू और कश्मीर में 3 और अंडमान और निकोबार में 2 केस मिले हैं। इसके अलावा गोवा, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, मणिपुर और पंजाब में क्रमश: 1-1 केस मिले हैं।