Tuesday, June 10, 2025
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कांग्रेस प्रत्याशी सुमित हृदयेश ने घर-घर, द्वार-द्वार जाकर विधिवत् चुनावी प्रचार का किया शुभारंभ

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(अतुल अग्रवाल)

हल्द्वानी, विधानसभा हल्द्वानी से कांग्रेस प्रत्याशी सुमित हृदयेश ने घर-घर द्वार-द्वारा कांग्रेस कार्यक्रम के तहत आज वार्ड-1 (काठगोदाम) अंतर्गत रानीबाग क्षेत्र से चुनावी प्रचार का विधिवत शुभारंभ किया। माता रानी के जयकारे के साथ रानीबाग क्षेत्र में घर घर पहुँच कांग्रेस विधायक प्रत्याशी सुमित हृदयेश ने कोविड नियमों और आदर्श आचार संहिता का पालन करते हुऐ प्रचार किया। रानीबाग क्षेत्र के स्थानीय निवासियों लक्ष्मण सिंह रजवार, राजू गोस्वामी, श्री पवन रजवार, नितिन, अमित गोस्वामी आदि ने रानीबाग आगमन पर सुमित हृदयेश का जोरदार स्वागत किया। सभी ने स्व. डॉ. इंदिरा हृदयेश जी द्वारा किये गए विकास कार्यो को याद करते हुए रानीबाग क्षेत्र से भरी मतों से सुमित हृदयेश को जिताने का भरोसा दिया।
सुमित हृदयेश ने रानीबाग क्षेत्र के स्थानीय निवासियों से विकास के नाम पर वोट डालने सहित सभी से कोरोना महामारी से बचाव हेतु कोविड गाइडलाइन का पालन करने की बात कही और सभी को वचन दिया कि वे भी स्व. डॉ. इंदिरा हृदयेश जी के पदचिन्हों पर चलते हुए हमेशा समग्र विकास और सुख दुःख के साथी के रूप मे अपनी पहचान बनायेंगे।
आज की प्रचार कार्यक्रम में कांग्रेस प्रदेश महासचिव एडवोकेट गोविन्द बिष्ट, पूर्व पार्षद मोहन बिष्ट, पूर्व प्रधान आनंद कुजरवाल, पूर्व जिलापंचायत सदस्य संजय साह, एडवोकेट कुंदन बिष्ट, गुरप्रीत चड्डा, योगेंद्र बिष्ट, राजू रावत, पवन वर्मा, प्रदीप बिष्ट ने सुमित हृदयेश को सहयोग प्रदान किया।

निःशुल्क कोविड आरटीपीसीआर सैम्पल बूथ परेड ग्राउण्ड में स्थापित

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देहरादून, मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल ने अवगत कराया है कि कोविड के बढ़ते संक्रमण के दृष्टिगत परेड ग्राउण्ड में निःशुल्क कोविड आरटीपीसीआर सैम्पल बूथ स्थापित किया गया, जिसमें प्रातः 09 बजे से अपरान्ह 03 बजे अपना कोविड जांच हेतु सैम्पल दिया जा सकता है। उन्होंने बताया कि कई कोविड संक्रमण के दौरान जांच हेतु चिकित्सालय में भीड़ होने के कारण आने में परहेज करते हैं जिसको देखते हुए कनक चौक के समीप परेडग्राउण्ड में सैम्पल कलैक्शन केन्द्र स्थापित किया गया है जहा पर पर्याप्त स्थान होने के कारण सामाजिक दूरी के नियमों का पालन सुगमता से हो पाएगा।

 

कांग्रेस में कई जगह बगावत पर उतरे दावेदार, बिगाड़ेंगे कांग्रेस का चुनावी गणित

देहरादून/टिहरी, उत्तराखंड में ज्यों ज्यों नामांकन भरने की तिथि नजदीक आ रही है दोनों बड़े राजनैतिक दल भाजपा और कांग्रेस में बगावत के सुर तेज होते जा रहे हैं, कांग्रेस प्रत्याशियों के नाम की घोषणा होने के साथ ही गढ़वाल में विरोध के सुर सतह पर आ गए हैं। टिकट से वंचित रह गए दावेदार और उनके समर्थक अब पार्टी प्रत्याशियों से ही दो-दो हाथ करने के मूड में नजर आ रहे हैं। कई दावेदारों ने तो निर्दलीय मैदान में उतरने की घोषणा भी कर दी है, जबकि कुछ दावेदार समर्थकों के साथ रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं। जाहिर है इससे कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ेंगी ही।

घनसाली विधानसभा सीट पर प्रत्याशी घोषित होने के बाद कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ गई हैं। घनसाली से दावेदार रहे पूर्व विधायक भीमलाल आर्य का कहना है कि कांग्रेस ने धोखा किया है, इसलिए वह निर्दलीय मैदान में उतरेंगे।धनोल्टी सीट पर टिकट से वंचित रहे डा. वीरेंद्र सिंह रावत पार्टी से खासे नाराज हैं। उनका आरोप है कि पार्टी ने उन पर विश्वास नहीं किया। उन्हें आगे क्या करना है, इसका फैसला वह समर्थकों के साथ बैठक करने के बाद लेंगे।

यमुनोत्री सीट से टिकट न मिलने से नाराज संजय डोभाल ने चिन्यालीसौड़ में समर्थकों के साथ बैठक कर निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है। वहीं, कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष चिन्यालीसौड़ राजेंद्र पंवार, ब्रह्मखाल अध्यक्ष मनोज राणा, महिला कांग्रेस अध्यक्ष ब्रह्मखाल रेशमा रावत, उजाली बिष्ट, ब्लाक महिला कांग्रेस उपाध्यक्ष कविता परमार, यमुनोत्री विधानसभा अध्यक्ष अरुण नौटियाल, इंटरनेट मीडिया अध्यक्ष राहुल रावत, ब्लाक यूथ कांग्रेस अध्यक्ष नंदकिशोर व उपाध्यक्ष अखिलेश जुवांठा ने पार्टी से इस्तीफे का एलान किया है। उधर, पुरोला सीट से पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष प्यारे लाल हिमानी ने टिकट न मिलने पर नाराजगी जताई है।

कर्णप्रयाग सीट से टिकट वितरण में असंतोष जताते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेश बिष्ट ने समर्थकों से बातचीत के बाद आगे राजनीतिक कदम बढ़ाने की घोषणा की है। उनका कहना है कि पार्टी में बने रहने का अब कोई औचित्य नही है। सोमवार को समर्थकों के साथ बैठक के बाद निर्णय लिया जाएगा।पौड़ी विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा के बाद टिकट के दावेदार रहे पूर्व जिला पंचायत सदस्य तामेश्वर आर्य नाराज हैं। उन्होंने जहां चुनाव लड़ने की घोषणा की है, वहीं पार्टी छोड़ने का मन भी बना चुके है। अब देखना होगा कि निर्दलीय किसी अन्य दल से मैंदान में उतरेंगे।

भीमताल में कांग्रेस का कुनबा बढ़ा : पूर्व बसपा प्रत्याशी तारा दत्त पांडे ने थामा कांग्रेस का हाथ

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(चन्दन सिंह बिष्ट)

भीमताल/ओखलकांडा,
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने 53 प्रत्याशियों के नाम के ऐलान के बाद लगातार राजनीतिक दलों में उथल-पुथल का दौर जारी है, ऐसे में भीमताल विधानसभा क्षेत्र से 2017 विधानसभा चुनाव बसपा के टिकट पर लड़ चुके तारा दत्त पांडे अपने दर्जनों पंचायत के प्रतिनिधियों के साथ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली है, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और बाजपुर से कांग्रेस के प्रत्याशी यशपाल आर्य ने तारा दत्त पांडे और उनके साथ आए पंचायत प्रतिनिधियों को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई।
इस दौरान भीमताल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार दान सिंह भंडारी, नैनीताल विधानसभा के उम्मीदवार संजीव आर्य समेत दर्जनों कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे। यशपाल आर्य ने इस दौरान कहा कि सबका विश्वास धीरे-धीरे भाजपा, बसपा अन्य राजनीतिक दलों से उठा है और सब कांग्रेस की ओर आ रहे हैं। क्योंकि विधानसभा चुनाव में परिवर्तन होने जा रहा है, कांग्रेस की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ बनने जा रही है, क्योंकि इन पांच सालों में प्रदेश की भाजपा सरकार ने गरीबों, पिछड़ों, वंचितों के साथ धोखा देने का काम किया है।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष सतीश नैनवाल और ओखलकांडा ब्लॉक अध्यक्ष मदन सिंह ने नौलिय ,सुरेंद्र फर्त्याल ,प्रधान तल्ला कांडा ललित कांडपाल दिनेश गोस्वामी खीम सिंह लमगड़िया, के.डी रूवाली ,प्रमोद कोटलिया आदि लोग मौजूद थे।

कांग्रेस ने भीमताल से दान सिंह भंडारी और सुमित हृदयेश को हल्द्वानी सीट से बनाया अपना उम्मीदवार

(चन्दन सिंह बिष्ट)

हल्द्वानी, आखिरकार कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। कांग्रेस की सूची को लेकर पूरे उत्तराखंड में लोगों को इंतजार था। पहली सूची में 53 उम्मीदवारों के नाम दिए गए हैं।वीआईपी सीट हल्द्वानी से सुमित हृदयेश भीमताल विधानसभा से दान सिंह भंडारी को कांग्रेस ने अपना चेहरा बनाया है। इससे पहले हल्द्वानी विधानसभा सीट पर स्वर्गीय इंदिरा हृदयेश ने लगातार दो बार चुनाव जीता और अब तीसरी बार जीत कर हैट्रिक लगाने की जिम्मेदारी सुमित को दी गई है। वही भीमताल से दान सिंह भंडारी दूसरी बार विधायक बनने को बेकरार है राज्य गठन के बाद साल 2002 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने हल्द्वानी सीट पर कब्जा जमाया था और इंदिरा हृदयेश विधायक बनी थी। साल 2007 में हल्द्वानी विधानसभा सीट भाजपा के पक्ष में गई और बंशीधर भगत विधायक बने। साल 2012 और 2017 में कांग्रेस से हल्द्वानी का किला अपने नाम किया और बता दिया कि यह विधानसभा सीट उनका गढ़ है।May be an image of 4 people and people standing

कांग्रेस की दूसरी लिस्ट पर सीईसी की लगी मुहर, रामनगर से हरीश रावत और कैंट से सूर्यकांत धस्माना लड़ेंगे चुनाव

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देहरादून, प्रदेश कांग्रेस की दूसरी सूची में CEC की बैठक में इन नामों पर लगी मोहर , जल्द जारी होगी लिस्ट, रामनगर से हरीश रावत और देहरादून के कैंट विधानसभा से सूर्यकांत धस्माना लड़ेंगे चुनाव |

डोईवाला – मोहित उनियाल शर्मा
कैंट- सूर्यकांत धस्माना
ऋषिकेश- जयेंद्र रमोला
ज्वालापुर – बरखा रानी
झबरेड़ा – वीरेंद्र जाती
खानपुर – सुभाष चौधरी
लक्सर – अंतरिक्ष सैनी
रामनगर – हरीश रावत
लालकुआं – संध्या डालाकोटी
कालाढूंगी – डॉ0 महेंद्र पाल
लैंसडौन – अनुकृति गुसाईं

विचाराधीन सीट :
नरेंद्र नगर
टिहरी
सल्ट
हरिद्वार ग्रामीण
रुड़की
चौबट्टाखाल

कोरोना ब्रैकिंग : राज्य में आज 24 घंटे में मिले 3064 कोरोना के नए मरीज, 11 की हुई मौत

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देहरादून, उत्तराखण्ड़ में लगातार बढ़ता कोरोना संक्रमण से अभी राहत मिलने की उम्मीद कम लग रही है, पिछले एक हफ्ते से तेजी से फैल रहा कोरोना संक्रमण में आज कुछ हल्की राहत मिली है। पिछले 24 घंटे में राज्य में 3064 कोरोना के नए मरीज मिले हैं। जबकि 11 की मौत हो गई है और 2985 कोरोना मरीज स्वास्थ्य हुए हैं। प्रदेश में कुल 31280 एक्टिव केस है।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार देहरादून में आज सबसे ज्यादा 870 मामले सामने आए हैं, जबकि हरिद्वार में 485, नैनीताल में 243, पौड़ी गढ़वाल में 306, टिहरी में 58, चमोली में 169, रुद्रप्रयाग में 25, चंपावत में 28, पिथौरागढ़ में 37, उधम सिंह नगर में 529, उत्तरकाशी में 99, अल्मोड़ा में 148 और बागेश्वर में 67 मामले सामने आए हैं।

गहरी खाई में गिरी स्विफ्ट कार, एक की मौत, चार हुये घायल

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अल्मोड़ा, लगातार दो दिन से हो रही बारिश से पर्वतीय क्षेत्रों में सड़क हादसे कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं, रविवार को अल्मोड़ा जनपद के द्वाराहाट से नौबाड़ा की तरफ जा रही स्विफ्ट कार नागार्जुन के पास 200 मीटर गहरी खाई में गिर गई। इस हादसे में एक युवक की मौत हो गई जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जिनका उपचार चल रहा है। वहीं जवान बेटे की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। प्राप्त

जानकारी के अनुसार रविवार देर शाम द्वाराहाट से चार अन्य लोगों को अपनी कार से नौबाड़ा जा रहे थे। नागार्जुन के पास कार गहरी खाई में जा गिरी। जिसके बाद। स्थानीय लोगों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर घायलों को अस्पताल पहुंचाया तो वहीं शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया | मिली जानकारी के मुताबिक मृतक की पहचान कार स्वामी चौड़ा निवासी 26 वर्षीय गिरीश सिंह पुत्र राजेंद्र सिंह के रूप में हुई है। घायलों में चौड़ा निवासी चंदन बिष्ट पुत्र बहादुर सिंह, सिलंग निवासी प्रकाश सिंह पुत्र रणजीत भाकुनी, धमेड़ा निवासी दीपक रावत पुत्र नंदन सिंह और चौड़ा निवासी गोपाल बिष्ट पुत्र हर सिंह बिष्ट शामिल है। जिनका उपचार सीएचसी द्वाराहाट में चल रहा है।

जियो की 1000 शहरों में 5जी के लॉन्च की तैयारी

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नईदिल्ली, । रिलायंस जियो देश के एक हजार शहरों में 5जी लॉन्च की तैयारी कर रहा है। कंपनी अपने 5जी नेटवर्क पर हेल्थकेयर और इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन के टेस्ट कर रही है।
5जी नेटवर्क पर डेटा की खपत अधिक होगी इसलिए कंपनी उच्च खपत वाले इलाकों और ग्राहकों की पहचान के लिए हीट मैप्स, 3 डी मैप्स और रे ट्रेसिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रही है। ताकी ग्राहकों की जरूरत के मुताबिक एक मजबूत नेटवर्क खड़ा किया जा सके। रिलायंस इंडस्ट्रीज के तिमाही नतीजों में यह बात उभर कर सामने आई।
5जी सॉल्युशन्स को डेवलेप करने के लिए जियो ने कई टीमें बनाई हैं। जिन्हें भारत के साथ साथ अमेरिका में भी तैनात किया गया है ताकी वे विभिन्न प्रकार के 5जी सॉल्युशन्स को डेवलेप कर सकें। कंपनी का मानना है कि यह टीमें ऐसे 5जी सॉल्युशन्स तैयार करेंगी जो तकनीकी स्तर पर दुनिया के समकक्ष या उनसे बेहतर होंगे। इसके अलावा कंपनी ने यूरोप में एक टेक्नोलॉजी टीम भी बनाई है जो 5जी से आगे की तैयारी करेगी।
5जी की तेजी से तैनाती के लिए कंपनी बुनियादी ढ़ाचें को भी तेजी से बढ़ा रही है। साइट्स पर फाइबर और बिजली की उपलब्ध्ता को भी बढ़ाया जा रहा है। ताकी जब 5जी रोलआउट का वक्त आए तो इसमें कोई रूकावट या देर न हो।

सरकार देश में कृषि प्रबंधन में ड्रोन के इस्तेमाल को बढ़ावा देगी

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नईदिल्ली,। भारत में गुणवत्तापूर्ण खेती को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से एक प्रमुख पहल करते हुए, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने इस क्षेत्र के हितधारकों के लिए ड्रोन तकनीक को किफायती बनाने के दिशानिर्देश जारी किए। कृषि मशीनीकरण पर उप मिशन (एसएमएएम) के दिशा-निर्देशों में संशोधन किया गया है, जिसमें कृषि ड्रोन की लागत का 100 प्रतिशत तक या 10 लाख रुपये, जो भी कम हो, के अनुदान की कल्पना की गई थी। यह धनराशि कृषि मशीनरी प्रशिक्षण और परीक्षण संस्थानों, आईसीएआर संस्थानों, कृषि विज्ञान केंद्रों और राज्य कृषि विश्वविद्यालयों द्वारा ड्रोन की खरीद के लिए अनुदान के रूप में दी जाएगी। इसके तहत किसानों के खेतों में बड़े स्तर पर इस तकनीक का प्रदर्शन किया जाएगा।
कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) किसानों के खेतों पर इसके प्रदर्शन के लिए कृषि ड्रोन की लागत का 75 फीसदी तक अनुदान पाने के लिए पात्र होंगे।
उन कार्यान्वयन एजेंसियों को 6,000 रुपये प्रति हेक्टेयर आकस्मिक व्यय उपलब्ध कराया जाएगा, जो ड्रोन खरीदने की इच्छुक नहीं हैं लेकिन कस्टम हायरिंग सेंटर्स, हाई-टेक हब्स, ड्रोन मैन्युफैक्चरर्स और स्टार्ट-अप्स से किराये पर लेना चाहते हैं। उन कार्यान्वयन एजेंसियों के लिए आकस्मिक व्यय 3,000 रुपये प्रति हेक्टेयर तक सीमित रहेगा, जो ड्रोन के प्रदर्शन के लिए ड्रोन खरीदना चाहते हैं। वित्तीय सहायता और अनुदान 31 मार्च, 2023 तक उपलब्ध होगा।
ड्रोन के उपयोग के माध्यम से कृषि सेवाएं उपलब्ध कराने के क्रम में, मौजूदा कस्टम हायरिंग सेंटर्स द्वारा ड्रोन और उससे जुड़े सामानों की 40 प्रतिशत मूल लागत या 4 लाख रुपये, जो भी कम हो, वित्तीय सहायता के रूप में उपलब्ध कराए जाएंगे। कस्टम हायरिंग सेंटर्स की स्थापना किसान सहकारी समितियों, एफपीओ और ग्रामीण उद्यमियों द्वारा की जाती है। वहीं एसएमएएम, आरकेवीवाई या अन्य योजनाओं से वित्तीय सहायता के साथ किसान सहकारी समितियों, एफपीओ और ग्रामीण उद्यमियों द्वारा स्थापित किए जाने वाले नए सीएचसी या हाई-टेक हब्स की परियोजनाओं में ड्रोन को भी अन्य कृषि मशीनों के साथ एक मशीन के रूप में शामिल किया जा सकता है।
कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना कर रहे कृषि स्नातक ड्रोन और उससे जुड़े सामानों की मूल लागत का 50 प्रतिशत हासिल करने या ड्रोन खरीद के लिए 5 लाख रुपये तक अनुदान समर्थन लेने के पात्र होंगे। ग्रामीण उद्यमियों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं या उसके समान परीक्षा उत्तीर्ण होने चाहिए; और उनके पास नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा निर्दिष्ट संस्थान या किसी अधिकृत दूरस्थ पायलट प्रशिक्षण संस्थान से दूरस्थ पायलट लाइसेंस होना चाहिए।
सीएचसी/ हाई-टेक हब्स के लिए कृषि ड्रोनों की सब्सिडीयुक्त खरीद से तकनीक किफायती हो जाएगी और इनकी स्वीकार्यता बढ़ेगी। इससे भारत में आम आदमी तक ड्रोन की पहुंच बढ़ेगी और काफी हद तक ड्रोन का घरेलू उत्पादन भी बढ़ेगा।
नागर विमानन मंत्रालय (एमओसीए) और नागर विमानन महानिदेशक (डीजीसीए) द्वारा सशर्त छूट सीमा के माध्यम से ड्रोन परिचालन की अनुमति दी जा रही है। एमओसीए ने भारत में ड्रोन के उपयोग और संचालन को विनियमित करने के लिए 25 अगस्त, 2021 को जीएसआर संख्या 589 (ई) के माध्यम से ‘ड्रोन नियम 2021’ प्रकाशित किए थे। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग कृषि, वन, गैर फसल क्षेत्रों आदि में फसल संरक्षण के लिए उर्वरकों के साथ ड्रोन के उपयोग और मिट्टी तथा फसलों पर पोषक तत्वों के छिडक़ाव के लिए मानक संचालन प्रक्रियाएं(एसओपी) भी लाई गई हैं। प्रदर्शन करने वाले संस्थानों और ड्रोन के उपयोग के माध्यम से कृषि सेवाओं के प्रदाताओं को इन नियमों/ विनियमों और एसओपी का पालन करना होगा।

Post Office के बचत खातों में इतना रखना होता है मिनिमम बैलेंस, नहीं रखा तो देना पड़ेगा जुर्माना

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Post Office Minimum Balance Rule: आज भी हमारे देश में अधिकतर आबादी पोस्ट ऑफिस की योजनाओं (Post Office Schemes) पर भरोसा करती है. पोस्ट ऑफिस की कई ऐसी योजनाएं हैं जो हर आयु वर्ग के लिए बनी हैं.

भारतीय डाकघर समय-समय पर लोगों के लिए विभिन्न-विभिन्न प्रकार की फायदेमंद स्कीम लेकर लाता रहता है. इन योजनाओं में निवेश कर आप अनेक लाभ प्राप्त कर सकते हैं. इसके अलावा डाकघर में पैसों का निवेश करना बहुत ही ज्यादा सुरक्षित है. बता दें कि डाकघर की योजनाओं का बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव से कोई संबंध नहीं होता है.

अगर आप बिना जोखिम के सेफ निवेश करना चाहते हैं तो डाकघर की योजनाएं आपके लिए बेस्ट विकल्प रहेंगी. आपकी जानकारी के लिए बता दें डाकघर की अलग-अलग स्कीम में पैसा निवेश करने के लिए आपको अलग-अलग अकाउंट खोलने पड़ते हैं. इन सभी अकाउंट में मिनिमम बैलेंस (Minimum Balance) का रूल भी अलग-अलग होता है. इसके अलावा सभी स्कीमों में मिलने वाले रिटर्न और ब्याज दर में भी फर्क होता है. अपने इस लेख में हम आपको पोस्ट ऑफिस की अलग-अलग स्कीमों में मिनिमम बैलेंस के रूल के बारे में बताएंगे.

पोस्ट ऑफिस की स्कीम पर मिलने वाली ब्याज दर

1. नेशनल सेविंग्स रिकरिंग डिपॉजिट अकाउंट- 100 रुपये मिनिमम बैलेंस और 5.8% ब्याज दर.

2. मंथली इनकम स्कीम (Monthly Income Scheme)- एक हजार रुपये मिनिमम बैलेंस और 6.6% ब्याज दर.

3. पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट- पीपीएफ अकाउंट (Post Office PPF Scheme) में मिनिमम बैलेंस 500 रुपये रख सकते हैं और इसकी ब्याज दर 7.1% है.

4. सुकन्या समृद्धि अकाउंट (SSA)- इसमें आप 250 रुपये मिनिमम बैलेंस रख सकते हैं और और ब्याज दर 7.6%.

5. सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS)- इसमें एक हजार रुपये मिनिमम बैलेंस रखना आवश्यक है और ब्याज दर 7.4%.

6. नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट- इसमें व्यक्ति को अपने अकाउंट में कम से कम एक हजार रुपये रखने पड़ते हैं और ब्याज दर करीब 6.8% है.

7. किसान विकास पत्र (KVP)- इसमें व्यक्ति को कम से कम एक हजार रुपये रखने पड़ते हैं और 6.9% चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है.

आपकी जानकारी के लिए बता दें पोस्ट ऑफिस (Post Office) की किसी भी योजना में निवेश करने के लिए आप ऑनलाइन (Online) ओर ऑफलाइन (Offline) दोनों माध्यमों को इस्तेमाल में ले सकते हैं. ऑनलाइन खाता खोलने के लिए आपको इंडियन पोस्ट ऑफिस की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा. इसके अलावा आप अपने घर के पास वाली शाखा पर जाकर ऑफलाइन माध्यम से भी खाता खोल सकते हैं.

जिला आबकारी अधिकारी पर महिला ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का लगाया आरोप

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देहरादून, राज्य के आबकारी अधिकारी पर गुरुग्राम निवासी महिला ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। महिला ने इस संबंध में गुरुग्राम में तहरीर दी थी। गुरुग्राम पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर मामला देहरादून के डालनवाला कोतवाली में ट्रांसफर किया है। डालनवाला पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार आरोपी पहले देहरादून में जिला आबकारी अधिकारी रह चुका है।

गुरुग्राम निवासी महिला के मुताबिक वर्ष 2015 में उसका पति से तलाक हो गया था। वह दूसरी शादी करनी चाहती थी। उसके दो बच्चे हैं, जो देहरादून में पढ़ते थे। वह गुरुग्राम में अकेली रहती है और जॉब करती है। दूसरी शादी के लिए उसने मैट्रीमोनियल साइट और डेटिंग एप डाउनलोड किया था। एक सोशल एप पर वर्ष 2016 से परास नाम से उसके लिए काफी मैसेज आते थे। वह उससे बात करना चाहता था। उसने कहा कि वह एक अच्छा इंसान है और वह उस पर भरोसा कर सकती है। इसके बाद उसने उसे प्रपोज कर अपनी डिटेल भेजी। जिसमें उसने बताया कि उसका नाम मनोज कुमार उपाध्याय है और वह सरकारी नौकर है और वह गोरखपुर का है।
इसके बाद उसने शादी का भरोसा दिलाया। कहा कि उसका अपनी पत्नी से तलाक का मैटर चल रहा है और वह अपने आठ साल के बेटे के साथ अपने माता-पिता के साथ लखनऊ में रहती है। कहा कि तलाक होने के बाद वह शादी कर देंगे। महिला के मुताबिक जब उसने उससे सरकारी नौकरी का आईडी कार्ड मांगा तो उसके पास आबकारी विभाग के अधिकारी की आईडी थी। इसके बाद वह उस पर भरोसा करने लगी और उसे अपने और अपने बच्चों के बारे में पूरी जानकारी दे दी। भरोसा जीतने के लिए आरोपी ने उसकी बेटी को गिफ्ट भेजा और बच्चे के बर्थडे में भी आया। उसने बेटे के बर्थडे के लिए एक होटल भी बुक कराया था।

वर्ष 2017 में वह उसे मसूरी घूमाने ले गया। जहां वह दो दिन रुके। यहां उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। इसके बाद उसने दिल्ली की फ्लाइट बुक कराकर उसे एयरपोर्ट ड्राप कर दिया। वर्ष 2017 में उसके घर गुरुग्राम भी आया। यहां भी उसने संबंध बनाए। भरोसा दिलाया कि वह जरूर उससे शादी करेगा। महिला ने आरोप लगाया कि भरोसा जीतने के लिए उसने उसे महेंद्रा कोटक की चार-पांच पॉलिसी भी दिलाईं, लेकिन इसके बाद वह उससे दूरी बनाने लगा और बात करने से मना करने लग गया। महिला के मुताबिक उसके बच्चें देहरादून में पढ़ते थे इसलिए वह उससे डर गई और शिकायत नहीं कर पाई। वह उसे डराने धमकाने लगा। वर्ष 2019 में उसकी लड़की की पढ़ाई देहरादून से खत्म हो गई। इसके बाद ही वह शिकायत कर पाई।