हरिद्वार 26 जनवरी (कुलभूषण) 73वें गणतंत्र दिवस पर स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के पदाधिकारियों द्वारा शहीद जगदीश वत्स स्मारक पर पुष्पांजलि के पश्चात सम्मिलित रूप से ध्वजारोहण किया गया, उप जिलाधिकारी श्री पूरन सिंह राणा तथा श्री बिजेंद्र गिरि ने भी शहीद जगदीश वत्स की प्रतिमा पर पुष्पांजलि समर्पित किया।
इसके पूर्व उप जिला अधिकारी श्री पूरन सिंह राणा जी द्वारा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री भारत भूषण विद्यालंकार तथा वीरांगना श्रीमती चंद्रकांता देवी धर्मपत्नी स्व. श्री ओम प्रकाश बिजली वाले के घर जाकर उन्हें सम्मानित किया गया तथा इसके साथ ही तहसीलदार श्रीमती शालिनी मौर्य जी द्वारा वीरांगना श्रीमती कृष्णा देवी धर्मपत्नी स्वर्गीय श्री सागर सिंह राणा, श्रीमती सुंदरी देवी धर्मपत्नी स्वर्गीय श्री गोपाल सिंह बिष्ट तथा श्रीमती उर्मिला देवी धर्मपत्नी स्वर्गीय श्री मोहनलाल जी को उनके घर जाकर सम्मानित किया गया एवं नायब तहसीलदार श्री सुरेश चंद्र सैनी द्वारा वीरांगना श्रीमती पार्वती देवी धर्मपत्नी स्वर्गीय श्री प्रेम सिंह को उनके घर बहादराबाद जाकर सम्मानित किया गया।
इसके साथ ही स्व. भाई अम्बरीश जी के सम्मान में स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी श्री मुरली मनोहर जी द्वारा यूनियन भवन में भी ध्वजारोहण का कार्यक्रम आयोजित किया गया, श्री मुरली मनोहर ने संविधान की रक्षा के लिए कटिबद्ध होने की प्रेरणा दी। उपस्थित गणमान्य नागरिकों को सम्बोधित करते हुए स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के महासचिव श्री जितेन्द्र रघुवंशी ने सभी को गणतंत्र दिवस की बधाई दी तथा जिन सेनानियों के त्याग और बलिदान से आज गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि आज आवश्यकता है कि हम उन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को नमन करें और उनके सम्मान की रक्षा के लिए संगठित होकर आवाज उठाएं। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री भारत भूषण विद्यालंकार जी ने अपने उद्बोधन में संविधान के पालन करने पर जोर दिया। श्री सतपाल ब्रह्मचारी जी तथा श्री अशोक टंडन जी ने भी जन समुदाय को संबोधित किया।
कर्मचारी यूनियन नगर निगम के अध्यक्ष श्री मुकुल जोशी ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री भारत भूषण विद्यालंकार जी तथा स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारियों सर्व श्री जितेन्द्र रघुवंशी, सुभाष घई, मुरली मनोहर, ललित कुमार चौहान, नरेंद्र कुमार वर्मा, अशोक टंडन, रवि गुप्ता, डॉ वेद प्रकाश, धर्मवीर धींगरा, ऋषि धींगरा, राजेंद्र गहलोत, रमेश कुमार, मानस गोयल, शुभम शर्मा, बलबीर सिंह, मुकेश त्यागी, विकास कंबोज, अर्जुन सिंह राणा, तरुण कुमार वेरी, श्रीमती शोभा गोयल, श्रीमती विजयलक्ष्मी शर्मा, श्रीमती प्रतिभा रुहेला तथा श्रीमती रीता गुलाटी को माल्यार्पण के साथ शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। भल्ला पार्क में श्री शचिंद्र गिरी, श्री अर्जुन सिंह, रविंद्र शर्मा, दिनेश शर्मा, श्री बाल किशन कोरी, पंकज कोरी, शशि भूषण, तथा श्रीमती उमा शर्मा ने भी शहीद जगदीश वत्स को पुष्पांजलि समर्पित किया।
उधर रुड़की में भी ज्वाइंट मजिस्ट्रेट श्री अंशुल सिंह ने अपने कार्यालय में स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के अध्यक्ष श्री देशबन्धु जी के साथ सेनानी उत्तराधिकारियों को सम्मानित करके जलपान कराया।
गणतंत्र दिवस पर स्वतंत्रता सेनानियों को किया सम्मानित
गणतंत्र दिवस पर पीएम ने ब्रह्मकमल टोपी पहनकर उत्तराखंड का बढ़ाया मान : धामी
देहरादून, भारतीय गणतंत्र की 73वीं वर्षगांठ पर पीएम मोदी पोशाक को लेकर फिर चर्चा में हैं, पोशाक के साथ इस बार प्रधानमंत्री ने पगड़ी की बजाय टोपी धारण की थी, जिसको लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर दुनिया के सामने उत्तराखंड की विरासत का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया। कहा आज 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रह्मकमल से सजी देवभूमि उत्तराखंड की टोपी पहनकर हमारे राज्य की संस्कृति और परंपरा को गौरवांवित किया है। उत्तराखंड की सवा करोड़ जनता की ओर से, मैं माननीय प्रधानमंत्री के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं।
उल्लेखनीय हो कि उत्तराखंड में दुर्लभ प्रजाति का पुष्प ब्रह्मकमल समुद्रतल से 12 हजार फीट से लेकर 15 हजार फीट की ऊंचाई पर पाया जाता ह और जून महीने के अंतिम में खिलना शुरू हो जाता है और सितंबर तक देखने को मिलता है। केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग और नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व में यह बहुतायत में देखा जाता है। ब्रह्मकमल को पवित्रता और शुभ का प्रतीक माना जाता है। ब्रह्मकमल का अर्थ ही है ‘ब्रह्मा का कमल’। यह ब्रह्म कमल भगवान शिव को भी अत्यंत प्रिय है, शास्त्रों में यह पुष्प देवताओं की स्मृति तुल्य है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसे सिर पर लगाकर देवताओं का आशीर्वाद लिया है। इसलिए इसे आशीर्वाद स्वरूप धारण किया जाता है। बता दें कि रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने भी यही टोपी पहनने रहते हैं।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर उत्तराखंड की आन-बान-शान की प्रतीक पहाड़ी टोपी पहन कर यशस्वी प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सैनिकों को कृतज्ञ राष्ट्र की तरफ से नेशनल वॉर मेमोरियल पर श्रद्धांजलि दी।#RepublicDay pic.twitter.com/mWG9T34Ook
— BJP Uttarakhand (@BJP4UK) January 26, 2022
विधान सभा चुनाव : बगावती तेवरों से जूझ रहे राज्य के दोनों बड़े दल, कई सीटों पर प्रत्याशी बदलने का दबाव
देहरादून, राज्य दोनों बड़े दल भाजपा और कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर कई सीटों पर बगावती स्वर तेज हो रहे हैं। इधर कांग्रेस में हरीश रावत के घर पर भी टिकट के दावेदारों के समर्थकों ने प्रदर्शन किया, कांग्रेस आलाकमान की नजर के बीच बातचीत के संकेत भी आने लगे हैं, संभवत: कांग्रेस छह विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी बदल सकती है। जिन सीटों पर टिकट बदले जाने की चर्चाएं हैं, उनमें रामनगर सीट भी बताई जा रही है, जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को प्रत्याशी बनाया गया है। जबकि हरीश रावत इस सीट पर नामांकन करने का एलान कर चुके हैं। लेकिन सीट पर टिकट के दावेदार रणजीत रावत के बगावती तेवरों के बाद रामनगर में प्रत्याशी बदलने की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। अटकलें हैं कि हरीश रावत को हरिद्वार ग्रामीण से प्रत्याशी बनाया जा सकता है। इस सीट पर कांग्रेस ने अभी प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। इसके अलावा ऋषिकेश विधान सभा सीट पर भी जयेंद्र रमोला को प्रत्याशी बनाए जाने का विरोध होना शुरू हो गया है।
इस सीट पर टिकट के दावेदार राजपाल खरोला और शूरवीर सिंह सजवाण अपने समर्थकों के साथ हरीश रावत के राजपुर रोड स्थित आवास पर पहुंच गए। वहीं कुमाऊं में लालकुआं और कालाढूंगी विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस प्रत्याशी बदल सकती है। लालकुआं से कांग्रेस ने संध्या डालाकोटी को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कालाढूंगी से पूर्व सांसद महेंद्र पाल सिंह प्रत्याशी हैं। लालकुआं से पूर्व कैबिनेट हरीश्चंद्र दुर्गापाल ने बागी तेवर दिखा दिए हैं, जबकि कालाढूंगी से लंबे समय से तैयारी कर रहे महेश शर्मा भी नाराज बताए जा रहे हैं। डोईवाला विधानसभा सीट पर भी टिकट बदलने का दबाव बनाया जा रहा है।
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि लैंसडौन विधानसभा टिकट को लेकर विवाद चल रहा है। ऐसे में कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव ने उन्हें आज बातचीत के लिए बुलाया है। क्षेत्र के 22 दावेदारों का कहना था कि उनमें से किसी एक को टिकट दिया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
कांग्रेस भवन और पूर्व सीएम हरीश के आवास पर प्रदर्शन
कांग्रेस प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी होने के बाद गढ़वाल से कुमाऊं तक विभिन्न सीटों पर कार्यकर्ताओं में उबाल है। पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत की पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं को लैंसडाउन से टिकट दिए जाने से नाराज कुछ कार्यकर्ताओं ने दोपहर कांग्रेस भवन में प्रदर्शन किया तो देर रात ऋषिकेश से बड़ी संख्या में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के ओल्ड मसूरी रोड स्थित आवास पर पहुंचे कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जतायी |
दावेदारों बगावत पर उतरे :
दूसरी ओर भाजपा में भी बगावत के स्वर तेज हो गये, इधर देहरादून जिले की 10 विधान सभा सीटों पर तैयारी कर रहे दावेदार काफी नाखुश हैं। उनकी बगावत को थामने में भाजपा और कांग्रेस के पसीने छूट रहे हैं। कई दावेदार निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान कर चुके हैं जबकि कई इस पर विचार कर रहे हैं। चकराता विधानसभा में भाजपा ने रामशरण नौटियाल को टिकट दे दिया। इससे यहां पूर्व में भी चुनाव लड़ चुकीं मधु चौहान खासी खफा बताई जा रही हैं। वह सोशल मीडिया में जिस तरह की पोस्ट डाल रही हैं, उससे उनके बागी होने की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है। इससे भाजपा की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। हालांकि कांग्रेस के लिए माहौल थोड़ा शांत नजर आ रहा है। विकासनगर में भाजपा और कांग्रेस के लिए ऐसे बागी अभी तक खुलकर सामने नहीं आए हैं।
सहसपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के लिए हालात काफी चिंताजनक हो गए हैं। कांग्रेस से टिकट का दावा करने वाले राकेश नेगी खफा बताए जा रहे हैं। हालांकि उन्होंने अभी बगावत का एलान नहीं किया है। हालांकि भाजपा के लिए सहसपुर में इस बार हालात सामान्य नजर आ रहे हैं। धर्मपुर विधानसभा सीट में भाजपा के लिए अंदरखाने कई दावेदार खफा हैं। यहां पार्टी लगातार दावेदारों को मैनेज करने में जुटी हुई है। पार्टी नेता वीर सिंह पंवार तो खुलकर भाजपा प्रत्याशी विनोद चमोली के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि कांग्रेस के लिए यहां हालात सामान्य नजर आ रहे हैं।
रायपुर विधानसभा सीट पर पहले ही जिस विधायक उमेश शर्मा काऊ का विरोध हो रहा था, उन्हें भाजपा ने फिर प्रत्याशी बनाया है। विरोधियों यह बात संगठन में भी पहुंचाई लेकिन संगठन की ओर से भी कोई संतोषजनक निर्णय न होने पर उनके विरोधी अभी भी सक्रिय हैं और इसका सीधा असर चुनाव में पड़ेगा, इस सीट पर भी बगावत रोकने में भाजपा पदाधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं। कांग्रेस में भी यहां प्रभुलाल बहुगुणा सहित कई नेताओं ने दावा किया था, पार्टी ने यहां से हीरा सिंह बिष्ट को मैदान में उतार दिया है। दोनों ही पार्टियों के लिए यहां बगावती सुरों को दबाने की चुनौती बनी हुई है। देहरादून कैंट विधानसभा भाजपा व कांग्रेस के लिए काफी चुनौतियां पैदा कर रही है।
भाजपा ने यहां पूर्व विधायक स्व. हरबंस कपूर की पत्नी सविता कपूर को प्रत्याशी बनाया है तो कांग्रेस ने यहां पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना को टिकट दिया है। दोनों ही दलों में तमाम दावेदार थे। भाजपा में जहां आदित्य चौहान, जोगेंद्र पुंडीर, दिनेश रावत सहित कई दावेदार थे तो कांग्रेस में भी इस सीट पर लालचंद शर्मा, वैभव वालिया जैसे कई नाम थे। दिनेश रावत तो खुलकर बगावत पर उतर भी आए हैं। उधर धस्माना के विरोध में भी कई दावेदार उतर आए हैं। ऋषिकेश में भाजपा के लिए थोड़ी गुटबाजी मुश्किलें पैदा कर रही है जबकि कांग्रेस के लिए भी आपसी तनातनी चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। यहां कांग्रेस के कई दावेदार टिकट बदलने की मांग कर रहे हैं।
ब्रैकिंग : प्रदेश में आज 2904 कोरोना के नए मरीज मिले, चार की हुई मौत
देहरादून, उत्तराखंड़ में कोरोना संक्रमण लगातार अपनी पकड़ बनाये हुये है, तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण में कुछ राहत की खबर आज मिली है। पिछले 24 घंटे में राज्य में आज 2904 कोरोना के नए मरीज मिले हैं। जबकि 4 की मौत हो गई है और 1241 कोरोना मरीज स्वास्थ्य हुए हैं। प्रदेश में कुल 32880 एक्टिव केस है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार देहरादून में आज सबसे ज्यादा 1016 मामले सामने आए हैं, जबकि हरिद्वार में 337, नैनीताल में 397, पौड़ी गढ़वाल में 89, टिहरी में 85, चमोली में 6, रुद्रप्रयाग में 252, चंपावत में 30, पिथौरागढ़ में 127, उधम सिंह नगर में 384, उत्तरकाशी में 35, अल्मोड़ा में 19 और बागेश्वर में 127 मामले सामने आए हैं।
गणतंत्र दिवस 73वीं वर्षगांठ : राजपथ पर दिखी ‘सशक्त भारत’ की झांकी, 75 विमानों की गर्जना से गूंजा हिंदूस्तान
नई दिल्ली, देश आज अपना 73वां गणतंत्र दिवस मना रहा है, राजपथ पर आयोजित गणतंत्र दिवस परेड में 16 मार्चिंग दल, 17 सैन्य बैंड और विभिन्न राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, विभागों और सशस्त्र बलों की 25 झांकियां शामिल हुए। भारत की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन किया। इस वर्ष का गणतंत्र दिवस कार्यक्रम स्वतंत्रता के 75 वर्ष मनाने के लिए केंद्र के आजादी का अमृत महोत्सव का हिस्सा है। देश में सबसे बड़ा फ्लाईपास्ट था, जिसमें 75 विमान और हेलीकॉप्टर शामिल हुए। कोविड की चिंताओं के कारण, दिल्ली पुलिस ने 15 साल से कम उम्र के बच्चों और जिन लोगों को दोनों खुराक का टीका नहीं लगाया है, वे इस साल गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने से रोक दिया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय की झांकी पहली बार गणतंत्र परेड में शामिल हुई। यह क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना उड़ान को प्रदर्शित करता है। आज, 403 UDAN मार्ग 65 अछूते/अप्रयुक्त हवाई अड्डों को जोड़ते हैं, जिनमें हेलीकॉप्टर और पानी के हवाई अड्डे शामिल हैं और 80 लाख से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की सीमा भवानी मोटरसाइकिल टीम ने गणतंत्र दिवस परेड में अपना करतब दिखाया। भारतीय वायु सेना की झांकी ‘भविष्य के लिए भारतीय वायु सेना के परिवर्तन’ विषय को प्रदर्शित करती है। इसमें मिग-21, Gnat, लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (LCH), अश्लेषा रडार और राफेल विमान के स्केल-डाउन मॉडल प्रदर्शित किए गए हैं। राफेल लड़ाकू विमान में पहली महिला फाइटर पायलट, फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह आज भारतीय वायु सेना (IAF) की झांकी में शामिल हुई। गणतंत्र दिवस परेड के ग्रैंड फिनाले में भारतीय वायु सेना के 75 विमानों के साथ सबसे बड़ा फ्लाई पास्ट हुआ।
यूपी की झांकी में घाटों को दिखाया गया काशी विश्वनाथ धाम
हाल ही में उद्घाटन किए गए काशी विश्वनाथ धाम के साथ आध्यात्मिक शहर वाराणसी राजपथ पर 73वें गणतंत्र दिवस परेड में उत्तर प्रदेश की झांकी का केंद्रबिंदु है। मेगा प्रोजेक्ट का पहला चरण, पिछले साल 13 दिसंबर को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लोगों को समर्पित किया गया था, और इस पवित्र शहर में पर्यटन को बढ़ावा देने की उम्मीद है जिसे दुनिया के सबसे पुराने शहरों में से एक कहा जाता है। इसके केंद्र में उत्तर प्रदेश फ्लोट प्राचीन काशी विश्वनाथ मंदिर के एक मॉडल को दर्शाता है, जिसके बारे में कहा जाता है कि इसकी संरचना 1780 के आसपास होल्कर रानी अहिल्याबाई होल्कर द्वारा बनाई गई थी। जैसे ही औपचारिक परेड के दौरान राजपथ पर झांकी लुढ़कती है, साथ में गीत बजाया जाता है इसने नए गलियारे की भी प्रशंसा की और कैसे इसने भक्तों के लिए गंगा नदी के साथ मंदिर का सीधा संपर्क प्रदान किया।
गणतंत्र दिवस परेड में ‘खेल में नंबर वन’ थीम के साथ हरियाणा की झांकी ने हिस्सा लिया। टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत द्वारा जीते गए सात पदकों में से हरियाणा ने चार पदक जीते। इसी तरह पैरालिंपिक 2020 में देश ने जीते 19 मेडल में से हरियाणा के खिलाड़ियों ने 6 मेडल हासिल किए।
भारतीय सेना ने बुधवार को गणतंत्र दिवस परेड में सेंचुरियन टैंक, पीटी-76 टैंक, 75/24 पैक हॉवित्जर और ओटी-62 टोपाज़ बख्तरबंद कर्मियों के वाहक का प्रदर्शन किया, जिन्होंने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान को हराने में प्रमुख भूमिका निभाई थी। भारत ने 2021 में स्वर्णिम विजय वर्ष (स्वर्ण विजय वर्ष) मनाया 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत के उपलक्ष्य में जिसके कारण बांग्लादेश का निर्माण हुआ। बुधवार को सेना की मशीनीकृत टुकड़ियों ने एक पीटी-76 टैंक, एक सेंचुरियन टैंक, दो एमबीटी अर्जुन एमके-आई टैंक, एक ओटी-62 टोपाज़ बख़्तरबंद कार्मिक वाहक, एक बीएमपी-आई पैदल सेना से लड़ने वाले वाहन और दो बीएमपी-द्वितीय पैदल सेना को दिखाया। लड़ने वाले वाहन।
पैराशूट रेजिमेंट ने प्रतिष्ठित आर-डे परेड में भारतीय सेना की नई लड़ाकू वर्दी पहनी
पैराशूट रेजिमेंट ने भारतीय सेना की नई लड़ाकू वर्दी पहनी थी और इस साल प्रतिष्ठित गणतंत्र दिवस परेड में टवोर असॉल्ट राइफलों को ले जाया गया था।
झांकी में मुक्ति संग्राम की झलक
कुनबी समुदाय के नर्तक, गोवा के मूल निवासी, और मुक्ति संग्राम की झलक बुधवार को गणतंत्र दिवस परेड के दौरान राजपथ पर लुढ़कने वाले तटीय राज्य की झांकी का मुख्य आकर्षण थे। झांकी के सामने के हिस्से में राजसी किला अगुआड़ा अरब सागर की ओर दिखाई देता है, और इसे गोवा की विरासत का परिभाषित प्रतीक माना जाता है। संभावित डच आक्रमणों से बचाव के लिए 1612 में पुर्तगालियों द्वारा किले का निर्माण किया गया था। गोवा मुक्ति संग्राम के दौरान, किले ने एक जेल के रूप में कार्य किया जहां स्वतंत्रता सेनानियों को लंबी सजा के लिए लिस्बन में निर्वासित करने से पहले कैद किया गया था। सुशांत खेडेकर द्वारा डिजाइन की गई झांकी, पणजी के आजाद मैदान में शहीद स्मारक को भी प्रदर्शित करती है, जो गोवा की मुक्ति के लिए सैकड़ों स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए निस्वार्थ बलिदान का प्रतीक है।
राष्ट्रपति कोविंद का देश के नाम संबोधन, कहा – रफ्तार पकड़ रही है भारतीय अर्थव्यवस्था
नई दिल्ली, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को कहा कि केंद्र, राज्य सरकारों के प्रयास तथा नीतिगत उपायों से भारतीय अर्थव्यवस्था कोविड-19 महामारी के झटके से उबरते हुए गति पकड़ चुकी है और चालू वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि दर प्रभावशाली रहेगी वहीं केंद्र सरकार सभी क्षेत्रों में निरंतर सुधार लाने और आवश्यकता-अनुसार सहायता प्रदान करने हेतु सक्रिय है। कोविंद ने 73वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर टेलीविजन और रेडियो पर राष्ट्र के नाम संबोधन में राष्ट्रपति ने लोगों से कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए पूरी सावधानी बरतने की अपील करते हुए कहा कि अभी यह संकट गया नहीं है। उन्होंने कोविड-19 का टीका विकसित करने से लेकर इस वैश्विक महामारी का मुकाबला करने में भारत के प्रयासों की सराहना की। राष्ट्रपति ने कहा , अभूतपूर्व महामारी के संकट की इस घड़ी में हमने यह देखा है कि कैसे हम सभी देशवासी एक परिवार की तरह आपस में जुड़े हुए हैं। कठिन परिस्थितियों में लंबे समय तक काम करके, यहां तक कि मरीजों की देखभाल के लिए अपनी जान जोखिम में डाल कर भी डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिक्स ने मानवता की सेवा की है। बहुत से लोगों ने देश में गतिविधियों को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए यह सुनिश्चित किया है कि अनिवार्य सुविधाएं उपलब्ध रहें तथा सप्लाई-चेन में रुकावट न पैदा हो। केंद्र और राज्य स्तर पर जन-सेवकों, नीति-निर्माताओं, प्रशासकों और अन्य लोगों ने समयानुसार कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों के बल पर हमारी अर्थ-व्यवस्था ने फिर से गति पकड़ ली है। प्रतिकूल परिस्थितियों में भारत की दृढ़ता का यह प्रमाण है कि पिछले साल आर्थिक विकास में आई कमी के बाद इस वित्त वर्ष में अर्थ-व्यवस्था के प्रभावशाली दर से बढऩे का अनुमान है। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था का यह यह प्रदर्शन आत्मनिर्भर भारत अभियान की सफलता को भी दर्शाता है। इस प्रभावशाली आर्थिक प्रदर्शन के पीछे कृषि और मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्रों में हो रहे बदलावों का प्रमुख योगदान है। राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि हमारे किसान, विशेषकर छोटी जोत वाले युवा किसान प्राकृतिक खेती को उत्साह-पूर्वक अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि मानवता का कोरोना वायरस के विरुद्ध संघर्ष अभी भी जारी है। इस महामारी में हजारों लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा है। पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था पर आघात हुआ है। नित नए रूपों में यह वायरस नए संकट प्रस्तुत करता रहा है। यह स्थिति, मानव जाति के लिए एक असाधारण चुनौती बनी हुई है। उन्होंने कहा कि जनसंख्या घनत्व ऊंचा रहने से महामारी का सामना करना भारत में अपेक्षाकृत अधिक कठिन होना ही था। लेकिन ऐसे कठिन समय में ही किसी राष्ट्र की संघर्ष करने की क्षमता निखरती है। उन्होंने कहा , मुझे यह कहते हुए गर्व का अनुभव होता है कि हमने कोरोना-वायरस के खिलाफ असाधारण दृढ़-संकल्प और कार्य-क्षमता का प्रदर्शन किया है। हमने स्वदेशी टीके विकसित कर लिए और विश्व इतिहास में सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया। यह अभियान तेज गति से आगे बढ़ रहा है। हमने अनेक देशों को वैक्सीन तथा चिकित्सा संबंधी अन्य सुविधाएं प्रदान कराई हैं। भारत के इस योगदान की वैश्विक संगठनों ने सराहना की है। कोविंद ने कहा कि 21वीं सदी को जलवायु परिवर्तन के युग के रूप में देखा जा रहा है और भारत ने अक्षय ऊर्जा के लिए अपने साहसिक और महत्वाकांक्षी लक्ष्यों के साथ विश्व-मंच पर नेतृत्व की स्थिति बनाई है। उन्होंने पिछले साल जून में कानपुर देहात जिले में अपने गांव के अनुभवों को साझा करते हुए परिश्रम और प्रतिभा से जीवन की दौड़ में आगे निकलने में सफल लोगों से अपने जन्म-स्थान और देश के विकास में योगदान करने का आह्वान भी किया। सशस्त्र बलों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए उठाए जा रहे नए कदमों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, यह वर्ष सशस्त्र बलों में महिला सशक्तीकरण की दृष्टि से विशेष महत्वपूर्ण रहा है।
सीडीएस बिपिन रावत और कल्याण सिंह को मरणोपरांत पद्म विभूषण
नई दिल्ली,गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति ने अलग-अलग क्षेत्रों में शानदार काम करने वाले 71 लोगों को अलग अलग अवार्ड से सम्मानित किया है। सीडीएस जनरल बिपिन रावत, गुलाम नबी आजाद, कल्याण सिंह और प्रभा अत्रे को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।
बिपिन रावत की हैलीकाप्टर क्रैश हादस में मौत हो गई थी जबकि यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह का निधन हो चुका है। गायक सोनू निगम को पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर परम विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया। नीरज चोपड़ा ओलंपिक में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले ट्रैक और फील्ड एथलीट हैं। आज पुरस्कारों में 12 शौर्य चक्र, 29 परम विशिष्ट सेवा पदक, चार उत्तम युद्ध सेवा पदक, 53 अति विशिष्ट सेवा पदक, तीन विशिष्ट सेवा पदक और 13 युद्ध सेवा पदक, शामिल हैं।
इसके अलावा राष्ट्रपति 122 विशिष्ट सेवा पदक, तीन बार सेना पदक (वीरता), 81 सेना पदक (वीरता), दो वायु सेना पदक (वीरता), 40 सेना पदक (कर्तव्य के प्रति समर्पण), आठ नौ सेना पदक (कर्तव्य के प्रति समर्पण) और 14 वायु सेना पदक विजेताओं को भी सम्मानित किए गए। इसी प्रकार गणतन्त्र दिवस, 2022 के अवसर पर राष्ट्रपति द्वारा केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के कुल 29 अधिकारियों व कार्मिकों को राष्ट्रपति पुलिस पदक तथा पुलिस पदक प्रदान किए गए हैं। सीबीआई की एक एक विज्ञप्ति के अनुसार छह अधिकारियों/कार्मिकों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और 23 अन्य अधिकारियों/कार्मिकों को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक प्रदान किए गए हैं।
उत्तराखंड में धूमधाम से मना 73वां गणतंत्र दिवस, राज्यपाल ने किया ध्वजारोहण,175 कैदी भी हुये रिहा
देहरादून, देश आज अपना 73वां गणतंत्र दिवस मना रहा है, उत्तराखंड में राजधानी देहरादून स्थित परेड ग्राउंड में गणतंत्र दिवस का मुख्य समारोह आयोजित किया गया। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने मुख्य समारोह में ध्वजारोहण किया। इस दौरान उन्होंने परेड की सलामी ली। समारोह में सेना, आईटीबीपी, पुलिस, पीएसी, होमगार्ड और पीआरडी के जवानों ने मार्च पास्ट किया।
गणतंत्र दिवस पर 175 कैदी हुये रिहा :
गणतंत्र दिवस पर प्रदेश सरकार ने 175 कैदियों को रिहा कर दिया है। राजभवन की ओर से इसकी अनुमति मिल चुकी है। इसमें सबसे अधिक जिला कारागार हरिद्वार से 63 कैदी रिहा हुए हैं। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) ने गणतंत्र दिवस पर राज्य के विभिन्न कारागारों में लंबी अवधि से सजाएं काट रहे कैदियों के समयपूर्व रिहाई के प्रस्ताव को अनुमति दी।
राज्य गठन के बाद से यह पहला मौका है जब इतनी बड़ी संख्या में कैदियों को रिहा किया गया। जिन कैदियों को रिहा किया गया, उनमें एक पिछले 47 वर्षों से अधिक समय से सजा काट रहा था। सात अन्य कैदी 40 वर्षों से अधिक अवधि से विभिन्न कारागारों में सजा काट रहे थे। इनमें से 26 कैदी लगभग 30 वर्षों से अधिक अवधि से सजा काट रहे थे।श्
नौ महिला कैदियों को भी समय पूर्व मुक्त किए जाने की अनुमति दी गई। सम्पूर्णानन्द शिविर, सितारगंज से 27 कैदियों, केन्द्रीय कारागर ऊधमसिंहनगर से 52, जिला कारागार हरिद्वार से 63, जिला कारागार पौड़ी से एक, जिला कारागार चमोली से एक, केन्द्रीय कारागार बरेली उत्तर प्रदेश से 02, केन्द्रीय कारागार वाराणसी उत्तर प्रदेश से 01, केन्द्रीय कारागार फतेहगढ़ उत्तर प्रदेश से एक कैदी एवं 23 अन्य कैदियों को रिहा किया गया। कैदियों को राज्यपाल ने दया एवं उनके अच्छे आचरण के आधार पर समय पूर्व मुक्त किए जाने की अनुमति दी गई।
हरिद्वार पुलिस लाइन में गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडा रोहण करते हुए राष्ट्र ध्वज को सलामी दी गई और संविधान की शपथ ली गई। साथ ही जनपद के सभी थाना व शाखाओं में कोविड के नियमों का पालन करते हुए हर्षोल्लास के साथ राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी गई। हल्द्वानी में गणतंत्र दिवस के अवसर पर नैनीताल रोड स्थित शहीद पार्क में 155 फीट ऊंचा तिरंगा फहराया जाना था जो कि नहीं फहराया गया। वहीं ज्योलीकोट एसएसबी ट्रेनिंग सेंटर में ध्वजारोहण किया गया।
रुद्रप्रयाग से भाजपा के प्रत्याशी भरत सिंह चौधरी ने किया नामांकन
(रितेश पाण्डेय )
रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए प्रत्याशियों ने नामांकन करना शुरू कर दिया है. भरत सिंह चौधरी उत्तराखंड के बड़े राजनीतिक चेहरों में से एक हैं. मंगलवार 25 जनवरी को रुद्रप्रयाग विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी भरत सिंह चौधरी ने पर्चा दाखिल किया.
पौड़ी में धनसिंह रावत के साथ 6 विधानसभा सीटों के लिए 10 प्रत्याशियों ने किया नामांकन
पौड़ी, जनपद की 6 विधानसभा सीटों के लिए मंगलवार को 10 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किये। जिसमें श्रीनगर विधानसभा सीट के लिए बीजेपी से डॉ. धन सिंह रावत तथा आम आदमी पार्टी से गजेंद्र चैहान ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। वहीं पौड़ी विधानसभा के लिए भाजपा प्रत्याशी राजकुमार पोरी तथा अखंड भारत विकास पार्टी से हरि कुमार शाह द्वारा नामांकन पत्र दाखिल किया गया।
वहीँ लैन्सडौन विधानसभा सीट के लिए भाजपा की ओर से दिलीप रावत ने अपना नामांकन करवाया है। जबकि यमकेश्वर विधानसभा सीट के लिए बीजेपी प्रत्याशी रेणु बिष्ट तथा उत्तराखंड क्रांति दल से शांति प्रसाद भट्ट ने अपने-अपने नामांकन करवाए। कोटद्वार विधानसभा सीट के लिए कांग्रेस की ओर से सुरेन्द्र सिंह नेगी ने अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया। इसके अलावा चैबट्टाखाल विधानसभा से उत्तराखंड क्रांति दल के वीरेंद्र सिंह रावत तथा समाजवादी पार्टी से जयप्रकाश ने आज अपना नामांकन करवाया। इस तरह मंगलवार को जिले की 6 विधानसभा सीटों के लिए कुल 10 प्रत्याशियों ने अपने-अपने नामांकन करवाए।
इससे पहले सोमवार को श्रीनगर विधानसभा सीट पर यूकेडी प्रत्याशी मोहन काला तथा चैबट्टाखाल विधानसभा से उत्तराखंड क्रांति दल (डेमोक्रेटिक) के प्रत्याशी अनु पंत अपना नामांकन पत्र दाखिल कर चुके हैं। कुल मिलाकर अब तक पौड़ी जिले की 6 सीटों के लिए 13 प्रत्याशियों द्वारा नामांकन दर्ज किये जा चुके हैं। पौड़ी विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी राजकुमार पोरी ने अपना नामांकन किया।
नीरज चोपड़ा को बड़ा सम्मान, गणतंत्र दिवस पर मिलेगा परम विशिष्ट सेवा मेडल
टोक्यो ओलिंपिक्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा को गणतंत्र दिवस के मौके पर बड़ा सम्मान मिलेगा.
नीरज चोपड़ा को परम विशिष्ट सेवा मेडल से नवाजा जाएगा. बता दें नीरज चोपड़ा आर्मी में सूबेदार हैं और टोक्यो ओलिंपिक में गोल्ड जीतने के बाद उन्हें ये सम्मान दिया जा रहा है. बता दें परम विशिष्ट सेवा मेडल (PVSM) ,भारत का एक सैन्य पुरस्कार है. इस पुरस्कार का गठन 1960 में किया गया था. ये पुरस्कार शांति के लिए और सेवा क्षेत्र में सबसे असाधारण कार्य करने के लिए दिया जाता है नीरज चोपड़ा ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले खिलाड़ी हैं. टोक्यो ओलिंपिक में इस खिलाड़ी ने 87.58 मीटर दूर भाला फेंक गोल्ड मेडल जीता था. बता दें नीरज चोपड़ा 4 राजपूताना राइफल्स में सूबेदार पद पर भी तैनात हैं. सेना में रहते हुए इस एथलीट ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है जिसके चलते इन्हें विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया जा चुका है लेकिन अब इन्हें परम विशिष्ट सेवा मेडल मिलने वाला है. बता दें नीरज चोपड़ा की कामयाबी में सेना का बड़ा हाथ है. साल 2015 में राजपूताना राइफल्स की टीम ने नीरज चोपड़ा के टैलेंट की पहचान की थी. उस वक्त नीरज चोपड़ा महज 17 साल के थे. नाजपूताना राइफल्स रेजीमेंट के एथलेटिक्स कोच ने चोपड़ा को तुरंत आर्मी में भर्ती करने की सिफारिश की. इसके बाद नीरज चोपड़ा ने पोलैंड में IAAF अंडर-20 चैंपियनशिप में 86.48 मीटर दूर भाला फेंक इतिहास रचा और उन्हें सेना ने तुरंत अपने साथ जोड़ लिया. इसके बाद से नीरज चोपड़ा की ट्रेनिंग और इलाज का सारा खर्चा सेना ही उठाती है. (फोटो-नीरज चोपड़ा इंस्टाग्राम)
टोक्यो ओलिंपिक्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा को गणतंत्र दिवस के मौके पर बड़ा सम्मान मिलेगा. नीरज चोपड़ा को परम विशिष्ट सेवा मेडल से नवाजा जाएगा. बता दें नीरज चोपड़ा आर्मी में सूबेदार हैं और टोक्यो ओलिंपिक में गोल्ड जीतने के बाद उन्हें ये सम्मान दिया जा रहा है.
बता दें परम विशिष्ट सेवा मेडल (PVSM) ,भारत का एक सैन्य पुरस्कार है. इस पुरस्कार का गठन 1960 में किया गया था. ये पुरस्कार शांति के लिए और सेवा क्षेत्र में सबसे असाधारण कार्य करने के लिए दिया जाता है.
नीरज चोपड़ा ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले खिलाड़ी हैं. टोक्यो ओलिंपिक में इस खिलाड़ी ने 87.58 मीटर दूर भाला फेंक गोल्ड मेडल जीता था.
बता दें नीरज चोपड़ा 4 राजपूताना राइफल्स में सूबेदार पद पर भी तैनात हैं. सेना में रहते हुए इस एथलीट ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है जिसके चलते इन्हें विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया जा चुका है लेकिन अब इन्हें परम विशिष्ट सेवा मेडल मिलने वाला है.
बता दें नीरज चोपड़ा की कामयाबी में सेना का बड़ा हाथ है. साल 2015 में राजपूताना राइफल्स की टीम ने नीरज चोपड़ा के टैलेंट की पहचान की थी. उस वक्त नीरज चोपड़ा महज 17 साल के थे. नाजपूताना राइफल्स रेजीमेंट के एथलेटिक्स कोच ने चोपड़ा को तुरंत आर्मी में भर्ती करने की सिफारिश की. इसके बाद नीरज चोपड़ा ने पोलैंड में IAAF अंडर-20 चैंपियनशिप में 86.48 मीटर दूर भाला फेंक इतिहास रचा और उन्हें सेना ने तुरंत अपने साथ जोड़ लिया. इसके बाद से नीरज चोपड़ा की ट्रेनिंग और इलाज का सारा खर्चा सेना ही उठाती है.
Vodafone-Idea यूजर्स के लिए बुरी खबर, इस साल फिर से महंगे हो सकते हैं प्रीपेड प्लान
टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन-आइडिया (Vi) के यूजर्स के लिए बुरी खबर है। घाटे में चल रही यह कंपनी इस साल एक बार फिर से अपने प्लान्स की कीमतों में बढ़ोतरी कर सकती है। पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार कंपनी के एक टॉप-लेवल अधिकारी ने कहा कि इस साल टैरिफ को दोबारा महंगा किया जा सकता है, लेकिन यह पिछले साल नवंबर में किए गए टैरिफ हाइक और मार्केट रिएक्शन पर निर्भर करेगा।
वोडाफोन-आइडिया के MD और CEO रविंदर टक्कर का कहना है कि लगभग एक महीने की सर्विस वैलिडिटी देने वाले सबसे सस्ते प्लान की कीमत कंपनी ने 99 रुपये तय की है, जो 4G सेवाओं को यूज करने वाले यूजर्स के हिसाब से ज्यादा महंगा नहीं है। टक्कर ने आगे यह भी कहा कि इस साल एक बार फिर से प्लान्स को महंगा किया जा सकता है।
सब्सक्राइबर बेस के मामले में वोडाफोन-आइडिया एयरटेल और जियो से काफी पीछे है। प्लान्स के महंगे होने के बाद वोडाफोन-आइडिया का सब्सक्राइबर बेस एक साल में 26.98 करोड़ के घटकर 24.72 करोड़ पर आ गया है। टैरिफ महंगे होने के बावजूद भी कंपनी के ARPU यानी प्रति यूजर औसत रेवेन्यू में 5 प्रतिशत की कमी आई है और यह 115 रुपये हो गया है, जो साल 2020-21 की इसी तिमाही में 121 रुपये हुआ करता था।
कंपनी को बिजनस में लगातार घाटा
बड़े घाटे में चल रही वोडाफोन-आइडिया की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही। पिछले हफ्ते कंपनी ने बताया कि दिसंबर 2021 में खत्म हुई तीसरी तिमाही में कंपनी का कुल घाटा बढ़कर 7,230.9 करोड़ रुपये हो चुका था, जो एक साल पहले की इसी तिमाही में 4,532.1 करोड़ था।
राज्य में24 घंटे में मिले कोरोना के 3893 मरीज, छह मरीजों की हुई मौत
देहरादून, उत्तराखंड में बीते 24 घंटे के भीतर 3893 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं। जबकि छह मरीजों की मौत हुई है। मंगलवार को सक्रिय मामले 31236 हो गए हैं। कुल संक्रमितों की संख्या 407358 पहुंच गई है।
राज्य स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक मंगलवार को देहरादून में 1316, हरिद्वार में 609, नैनीताल में 585, ऊधमसिंह नगर में 290, अल्मोड़ा में 154, चमोली में 189, टिहरी में 100, पौड़ी में 214, बागेश्वर में 64, पिथौरागढ़ में 90, रुद्रप्रयाग में 108, उत्तरकाशी में 84 और चंपावत जिले में 90 संक्रमित मिले हैं।
अब तक 7497 मरीजों की मौत हो चुकी है। 3849 संक्रमित ठीक हुए हैं। इन्हें मिला कर 360180 मरीजों ने संक्रमण को मात दी है। वर्तमान में 31236 सक्रिय मरीजों का अस्पतालों और होम आइसोलेशन में इलाज चल रहा है। प्रदेश की रिकवरी दर 88.42 प्रतिशत और संक्रमण दर 13.68 प्रतिशत दर्ज की गई है।