Thursday, May 22, 2025
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84.80 करोड़ की विभिन्न विकास योजनाओं का किया शिलान्यास एवं लोकार्पण

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देहरादून(आरएनएस)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को कांडा महोत्सव का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बागेश्वर जिले की 83 करोड़ की 11 योजनाओं का शिलान्यास एवं 1.80 करोड़ की योजना का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने जिले के विकास को और गति प्रदान करने के लिए अनेक घोषणाएं भी की।
कांडा महोत्सव को राज्य की अनमोल धरोहर बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महोत्सव की हमारी समृद्ध परंपराओं को संजोए रखने तथा उन्हें आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाने में अद्वितीय योगदान देने में बड़ी भूमिका रही है। ये महोत्सव हमारे छोटे व्यापारियों, कारीगरों और किसानों को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और उनकी बिक्री करने का मंच प्रदान करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी लोक संस्कृति ही हमारी मूल पहचान है और हम जीवन में किसी भी स्तर पर हों या विश्व में कहीं भी चले जाएं, हमारी पहली पहचान ये है कि हम उत्तराखंड वासी हैं। उत्तराखण्ड की संस्कृति, उत्तराखण्ड के पहनावे और उत्तराखण्ड के खान पान पर हमें सदैव गर्व रहना चाहिए। उन्होने कहा कि ऐसे आयोजनों के कारण ही हमारी लोक संस्कृति और भी अधिक सुदृढ़ होती है। अपनी सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने और उसे नई पीढ़ी तक पहुँचाने का अद्भुत कार्य करने के लिए उन्होने आयोजकों के प्रयासों को भी सराहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जीवित किया जा रहा है। वहीं वोकल फॉर लोकल,मेक इन इंडिया,मेड इन इंडिया जैसे पहलुओं के माध्यम से हमारे स्थानीय उद्योगों और स्वयं सहायता समूह में काम करने वाली महिलाओं को प्रोत्साहित करने का काम किया जा रहा है। इस दिशा में हमारी सरकार ने कई महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत भी की है। जिसमें स्थानीय उत्पादों को राज्य में ही नहीं अपितु राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की महिलाओं को सशक्त बनाया जा रहा है। प्रदेश में एक लाख महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी है। पहाड़ी उत्पादों का पहचान दिलाने के लिए हाउस ऑफ हिमालया ब्रांड बनाया गया है। प्रदेश सरकार ने एक जनपद दो उत्पाद योजना के माध्यम से स्थानीय आजीविका के अवसरों में बढ़ोत्तरी किए जाने का काम अनवरत रूप किया जा रहा है। स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि पहाड़ों से हो रहे पलायनों को रोका जाए। गांव में पर्यटन को बढ़ावा देकर स्थानीय निवासियों को होम स्टे के माध्यम से रोजगार व स्वरोजगार के अवसर प्रदान किया जा रहे हैं। उत्तराखंड में होम स्टे पूरी क्षमता के साथ चल रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों आजीविका मजबूत हो रही है। उन्होंने कहा कि बागेश्वर को रेल मार्ग से जोड़ने के लिए सरकार ने सर्वे का काम पूरा कर लिया है। रेल लाइन बनने से बागेश्वर के साथ ही चंपावत व पिथौरागढ जनपदों में भी विकास के अनेकों संभावनाओं के द्वार खुलेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिले के विकास के लिए वह सब कार्य पूर्ण हो रहे हैं, जिनका यहां की जनता को लंबे समय से इंतजार था।
जिले के विकास के लिए मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाएं-
कांडा को विकासखंड़ बनाने के लिए जो भी औपचारिकताएं है उसे आगे बढाने की दिशा में कार्य किया जाएगा। बनकोट क्षेत्र को बागेश्वर क्षेत्र में जोड़ने के लिए दोनों क्षेत्रों से एनओसी लेकर विधिक राय लेकर उस पर कार्यवाही की जाएगी। जनपद में सैनिकों के लिए कैंटीन भवन का निर्माण कराया जाएगा। कांडा क्षेत्र में मल्टी लेवल पार्किंग निर्माण व राइंका देवतोली भवन का पुर्ननिर्माण कार्य एवं देवतोली क्षेत्र में मिनी स्टेडियम बनाने की घोषणा की। वहीं मुख्यमंत्री ने सरयू घाटी एवं शामा क्षेत्र में विद्युत सब स्टेशन का निर्माण कराये जाने के साथ ही बिलखेत-गैराड़ मोटर मार्ग का नाम स्व.हीरा सिंह धपोला एवं कर्मी-तोली मोटर मार्ग का नाम स्व. हयात सिंह गढ़िया के नाम से रखने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांडा में नर्सिंग कॉलेज निर्माण जल्द पूर्ण कराया जाएगा तथा बागेश्वर में नशा मुक्ति केंद्र का कार्य किया जाएगा तथा जिले में सभागार निर्माण हेतु रेडक्रॉस भवन का निर्माण कराने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री द्वारा किए गए शिलान्यास एवं लोकार्पण-
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बागेश्वर जिले के लिए 8299.64 लाख की 11 योजनाओं का शिलान्यास एवं 180.25 लाख की एक योजना का लोकार्पण किया। विधानसभा बागेश्वर अंतर्गत रूनीखेत-गांधीग्राम-अमतौड़ा मोटर मार्ग में डामकरीकरण कार्य 192.30 लाख एवं अकुणाई-अणा-लोहारचौरा मार्ग का सुधारीकरण कार्य 442.08 लाख तथा विधानसभा कपकोट अंतर्गत कांडा-सानिउडियार-रावतसेरा मोटरमार्ग में सुधारीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य 2294.03 लाख,कफनी ग्लेशियर मार्ग पर सुंदरढुंगा ग्लेशियर से कफनी ग्लेशियर की ओर क्षतिग्रस्त मार्ग का नव निर्माण 96.98 लाख, बागेश्वर-कपकोट-तेजम मोटर मार्ग व असों बैड़ा पाखड़ दोफाड़ मार्ग में सुधारीकरण एवं डामरीकरण कार्य 94.73 लाख तथा चीराबगड़ से पोथिंग मोटर मार्ग कार्य 768.46 लाख, भ्यूं गुलेर मोटर मार्ग 661.62 लाख, भ्यूं गड़ेरा मोटर मार्ग 927.89 लाख, खंडलेख भनार मोटर मार्ग 542.66 लाख, कपकोट-पिंडारी-रिखाड़ी-वाछम मोटर मार्ग 1591.29 लाख व कमेड़ी देवी स्यांकोट मोटर मार्ग 687.60 लाख की योजनाओं का शिलान्यास किया। वहीं जिस एक योजना का लोकार्पण किया उसमें विधानसभा कपकोट अंतर्गत दूणी सुकंडा मोटर मार्ग में सुधारीकरण एवं डामरीकरण कार्य 180.25 लाख सम्मिलित है।
क्षेत्रीय विधायक सुरेश गढ़िया ने मुख्यमंत्री के मेले में प्रतिभाग करने पर क्षेत्रीय जनता की ओर से आभार व धन्यवाद प्रकट किया। इस दौरान उन्होंने सरकार के विकास कार्याे एवं उपलब्धियों को गिनाया। विधायक ने विधानसभा के विकास कार्याे को और गति प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री के समक्ष कई मांगे रखी।
इस अवसर पर दर्जा राज्य मंत्री शिव सिंह बिष्ट, निवर्तमान अध्यक्ष जिला पंचायत/प्रशासक बसंती देव, ब्लाक प्रमुख/प्रशासक गोविंद सिंह दानू, जिलाध्यक्ष भाजपा इंद्र सिंह फर्स्वाण, डीएम आशीष भटगांई, एसपी चंद्रशेखर आर घोड़के, सीडीओ आरसी तिवारी, निवर्तमान,अध्यक्ष कांडा महोत्सव हीरा सिंह कर्मयाल, संरक्षक गुसाईं सिंह धपोला, सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण व क्षेत्रीय जनता उपस्थित रही।

 

समाजसेवी बजाज का संयुक्त नागरिक संगठन ने किया स्वागत

देहरादून, समाजसेवी विशम्बर नाथ बजाज को उत्तराखंड मातापिता तथा वरिष्ठ नागरिकों का कल्याण नियमावली 2011 के क्रियान्वयन हेतु बनाई गई राज्य समिति में शामिल किए जाने पर संयुक नागरिक संगठन ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुये उनका फूल मालाएं पहनाकर स्वागत किया | संगठन द्वारा आयोजित एक सादे कार्यक्रम में अपने स्वागत के अवसर बोलते हुये बजाज ने कहा वरिष्ठ नागरिकों के हित में वे शासन से समन्वय बनाकर सभी संभव प्रयास करेंगे।
इस अवसर पर पूर्व पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी, चंद्रगुप्त विक्रम, कमला पंत, डॉ. अजीत गैरोला, सुशील त्यागी, देवेंद्रपाल मोंटी, प्रकाश नागिया, विवेक, अमरजीत सिंह भाटिया, जीएस जस्सल, डॉक्टर रमागोयल, ठाकुर शेर सिंह, एडवोकेट प्रियंका रानी,आरिफ खान, मुकेश नारायण शर्मा, चंदन सिंह नेगी, दिनेश भंडारी, उपेंद्र बिजलवान, रविंद्र कश्यप, चौधरी चंद्रपाल सिंह, हर्ष वर्धन शर्मा, इशांत बजाज, एल आर कोठियाल, जगदीश बावला, विनूशर्मा, डॉ. मुकुलशर्मा, सुनील बंगा, अवधेश शर्मा, एसपी चौहान, ऋषिका चौहान, परमजीत कक्कड, दर्शन लाल चान्ना,अनामिका जिंदल आदि शामिल थे।

 

 

छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को दी गयी यातायात नियमों की जानकारी

टिहरी (शिवांश कुंवर), वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टिहरी गढ़वाल के आदेशानुसार व अपर पुलिस अधीक्षक के निर्देशन एवं क्षेत्राधिकारी यातायात के निकट पर्यवेक्षण में यातायत पुलिस मुनिकीरेती अनिल नेगी व विपिन बिष्ट द्वारा पूर्णानन्द इण्टर कॉलेज मुनिकीरेती जनपद टिहरी गढवाल में अध्यनरत छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को यातायत नियमों के संबंध में विस्तृत रूप से जानकारी दी गई।
ओवर स्पीड, दुपहिया वाहन में ट्रिपल राइडिंग, zig zag mcycle चलाने ,नाबालिक द्वारा वाहन न चलाना , हेलमेट का प्रयोग , बिना सीट बेल्ट, नशे में वाहन चलाना, आदि की कानूनी जानकारी देकर जागरुक किया गया। छात्र-छात्राओं को गुड गुड सेमेरिटन , गोल्डन आवर के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई,उत्तराखण्ड पुलिस ट्रेफिक आई एप का प्रचार-प्रसार करते हुये एप के संबंध में भी जानकारी दी गई,जागरूकता कार्यक्रम में लगभग 350 छात्र-छात्राओं एवं 22 शिक्षक, शिक्षिकाओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।

वेस्ट वॉरियर्स के प्रोजेक्ट युवा का समापन, आयोजन में 16 संस्थानों और 35 स्कूलों छात्र छात्राओं ने लिया भाग

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देहरादून, वेस्ट वॉरियर्स संस्था जो ठोस कचरा प्रबंधन के लिए कार्य कर रही संस्था ने रविवार को आईआरडीटी ऑडिटोरियम, में प्रोजेक्ट युवा के तहत आयोजित इकोलिंपिक्स और ग्रीन गुरुकुल 2024 के सफल समापन कार्यक्रम आयोजित किया । इस आयोजन में 16 संस्थानों, 35 स्कूलों और 1,400 से अधिक छात्रों ने भाग लिया, जिन्होंने 2 महीनों में 4,500 से अधिक जलवायु और अपशिष्ट प्रबंधन क्रियाओं को अंजाम दिया।
समापन समारोह में 300 से अधिक युवा प्रतिभागियों के साथ प्रमुख अतिथियों में डॉ. एस.पी. सुबुद्धि, आईएफएस (निदेशक, राज्य पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन निदेशालय, उत्तराखंड) और गौरी प्रभात, आईएएस 2023 (एसडीएम कालसी) की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई।
समारोह में ट्रैशन वॉक विशेष आकर्षण रहा, जहां प्रतिभागियों ने कचरे से बने परिधानों को प्रदर्शित किया, जिससे पुनः उपयोग और रचनात्मकता का संदेश दिया गया। इसके अतिरिक्त, छात्रों ने ग्रीन आर्ट, सामुदायिक सफाई अभियान और जागरूकता अभियानों के माध्यम से 3,000 किलोग्राम से अधिक कचरे को लैंडफिल से हटाकर योगदान दिया।
मयंक शर्मा, निदेशक, वेस्ट वॉरियर्स द्वारा कहा गया कि प्रोजेक्ट युवा ने युवाओं को पर्यावरण संरक्षण के लिए सशक्त किया है। 2024 में 4,500 से अधिक जलवायु और अपशिष्ट प्रबंधन क्रियाएं इस परिवर्तनकारी पहल की गवाही हैं। डॉ. एस.पी. सुबुद्धि, आईएफएस द्वारा कहा गया कि, “प्रोजेक्ट युवा युवाओं को पर्यावरणीय नेतृत्व के लिए प्रेरित करने वाला एक सराहनीय प्रयास है। गौरी प्रभात, आईएएस 2023 ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम युवाओं की ऊर्जा और रचनात्मकता को सही दिशा में इस्तेमाल कर पर्यावरणीय बदलाव लाने का उत्कृष्ट उदाहरण है।

कार्यक्रम का उद्देश्य और भविष्य की दिशा :

प्रोजेक्ट युवा का उद्देश्य युवाओं को अपशिष्ट प्रबंधन और जलवायु परिवर्तन के समाधान में सशक्त बनाकर उन्हें परिवर्तनकर्ता बनाना है। समापन समारोह ने न केवल उपलब्धियों का उत्सव मनाया, बल्कि प्रतिभागियों को पर्यावरण के लिए निरंतर काम करने के लिए प्रेरित भी किया।
कार्यक्रम में वेस्ट वॉरियर्स की टीम के नवीन कुमार सडाना, भास्कर पिचाई, एडिसन स्टीवेन्सन, नीरज भाटिया, युवराज सिंह, मिस ओशनिका भट्ट, सौरभ चौधरी, अवदेश पुंडीर और अन्य सदस्यों ने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
समारोह के दौरान इकोलिंपिक्स और ग्रीन गुरुकुल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले संस्थानों को सम्मानित किया गया ।

ग्रीन गुरुकुल 2024

पहला स्थान: दून इंटरनेशनल स्कूल
दूसरा स्थान: केवी ओएनजीसी
तीसरा स्थान: दून गर्ल्स स्कूल

इकोलिंपिक्स 2024

पहला स्थान: ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी
दूसरा स्थान: आईएमएस यूनिसन यूनिवर्सिटी
तीसरा स्थान: श्री देव भूमि इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन, साइंस एंड टेक्नोलॉजी (एसडीबीआईटी)

दून में दो दिवसीय “सौर कौथिग” शुरू, सोलर वैन को हरी झण्डी दिखाकर सीएम ने किया रवाना

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2026 तक 250 मेगावाट क्षमता वाले सोलर प्लांट्स की स्थापना का लक्ष्य

देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को रेंजर्स ग्राउण्ड देहरादून में ‘ उत्तराखण्ड के प्रथम सोलर मेले दो दिवसीय ‘सौर कौथिग’ का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर उन्होंने पीएम सूर्यघर योजना, मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना और सोलर वाटर हीटर योजना के लाभार्थियों को अनुदान राशि के चेक प्रदान करने के साथ ही यूपीसीएल मुख्यालय में बनाई गई सौर ऊर्जा आधारित म्यूरल आर्ट का लोकार्पण भी मुख्यमंत्री ने किया। मुख्यमंत्री ने सौर ऊर्जा जन जागरूकता के लिए चलाई जा रही सोलर वैन को भी हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इसके माध्यम में आगामी सौ दिनों तक सोलर ऊर्जा से संबंधित विभिन्न जानकारी लोगों को दी जायेगी। साथ ही विभिन्न स्टॉल पर जाकर सौर ऊर्जा के क्षेत्र में किए जा रहे नवोन्मेषी प्रयोगों की जानकारी ली। सौर कौथिग को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सौर समृद्ध उत्तराखंड अभियान के अंतर्गत आयोजित यह मेला ऊर्जा सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण और राज्य के सतत् विकास की दिशा में एक विशिष्ट पहल है।
मेले में सौर ऊर्जा से जुड़ी सभी योजनाओं, उनके लाभों और विभिन्न प्रकार के सौर ऊर्जा उत्पादों के बारे में जानकारी से लोग सौर ऊर्जा अपनाने को लेकर जागरुक होंगे। साथ ही सोर ऊर्जा को अपनाते हुए अपनाकर उत्तराखंड को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में भी अपना योगदान देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवाश्म आधारित ईंधन के स्रोत सीमित हैं। इनके प्रयोग द्वारा पर्यावरण को बहुत अधिक नुकसान पहुंचता है। सौर ऊर्जा के स्रोत असीमित हैं और ये हमारे पर्यावरण को संरक्षित रखने में भी अपना योगदान देते हैं। सौर ऊर्जा की इसी विशेषता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विभिन्न योजनाओं और अभियानों के माध्यम से देशभर में सौर ऊर्जा के प्रयोग को लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2030 तक सौर ऊर्जा के माध्यम से 100 गीगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा है। साथ ही वर्ष 2070 तक देश को कार्बन न्यूट्रल बनाने का लक्ष्य भी रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में सौर उर्जा के प्रयोग को लगातार प्रोत्साहित कर रही है। सौर ऊर्जा की अधिकतम परियोजनाओं को स्थापित करने के उद्देश्य से नई सौर ऊर्जा नीति लागू की गई है। राज्य के सभी शासकीय भवनों पर सोलर पावर प्लांट स्थापित किये जा रहे हैं। राज्य में रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने को बढ़ावा देने के उद्देश्य से केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संयुक्त रूप से 70 प्रतिशत की सब्सिडी दी जा रही है। पी०एम० सूर्यघर योजना के तहत सोलर पावर प्लांट की स्थापना के लिए अभी तक करीब 11 हजार लाभार्थियों को 90 करोड़ रुपए से अधिक का अनुदान दिया जा चुका है। घरेलू और गैर घरेलू उपभोक्ताओं हेतु सोलर वाटर हीटर संयत्र की स्थापना पर भी 30 से 50 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना के तहत सोलर पावर प्लांट की स्थापना के माध्यम से राज्य के स्थायी निवासियों को स्वरोजगार का अवसर भी प्रदान किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत 2026 तक कुल 250 मेगावाट की क्षमता वाले सोलर प्लांट्स की स्थापना करने का लक्ष्य रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सोलर वेंडरों की संख्या बढ़ाते हुए आवासीय क्षेत्र के लिए 365 वेंडरों को मान्यता प्रदान की है। राज्य सरकार ने नेट मीटरिंग की व्यवस्था को भी सरल बनाने के साथ ही 10 किलोवॉट तक के सोलर सिस्टम को तकनीकी आकलन से बाहर रखा है, जिससे प्रदेशवासी सौर ऊर्जा को आसानी से अपना सकें। पिछले सात माह में उत्तराखंड में 23 मेगावाट से अधिक सौर ऊर्जा क्षमता सफलता पूर्वक स्थापित की जा चुकी है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सौर कौथिग के इस आयोजन से प्रदेश के सौर ऊर्जा क्षेत्र के विकास को और अधिक गति मिलेगी और भारत को कार्बन न्यूट्रल बनाने में उत्तराखण्ड योगदान देगा।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, विधायक खजान दास, बृजभूषण गैरोला, सविता कपूर, दर्जाधारी विश्वास डाबर, पद्मभूषण डॉ अनिल प्रकाश जोशी, सचिव डॉ. आर मीनाक्षीसुंदरम, अपर सचिव रंजना राजगुरु, एमडी यूपीसीएल अनिल कुमार, एमडी यूजेवीएनएल संदीप सिंघल, एमडी पिटकुल पीसी ध्यानी उपस्थित थे।

शुभंकर की भव्य लॉन्चिंग, योग और मलखंभ भी राष्ट्रीय खेल का हिस्सा

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– मुख्यमंत्री का आग्रह रंग लाया, पीटी उषा ने प्रतीकों के लॉन्चिंग कार्यक्रम में दी जानकारी
– अद्भुत लाइट एंड साउंड शो में दिखी उत्तराखंड की धमक
– शुभंकर के साथ ही लांच हुए लोगो, जर्सी, टॉर्च, एंथम और टैग लाइन

देहरादून। 38 वें राष्ट्रीय खेलों के शुभंकर समारोह की भव्यता के बीच योग और मलखंभ जैसे दो पारंपरिक खेल भी राष्ट्रीय खेल का हिस्सा बन गए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आग्रह को भारतीय ओलंपिक संघ ने स्वीकार कर लिया। रविवार को आयोजित भव्य शुभंकर समारोह में भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष डॉ पीटी ऊषा ने इसकी जानकारी सार्वजनिक की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने 38 वें राष्ट्रीय खेलों के शुभंकर प्रतीक मौली, लोगो, जर्सी, एंथम और टैग लाइन को लॉन्च किया। राष्ट्रीय खेलों के लिए टैग लाइन संकल्प से शिखर तक घोषित की गई है।
रविवार को महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज, रायपुर, देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन उत्तराखंड के खेल इतिहास में एक ऐतिहासिक दिन है। उन्होंने राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी का अवसर देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संपूर्ण उत्तराखंड वासियों की ओर से धन्यवाद प्रकट किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों का सुंदर लोगो उत्तराखंड के विविध रंगों को पूरे देश के सामने प्रदर्शित करता है। यह एंथम, हमारी एकजुटता को प्रदर्शित करने के साथ खिलाड़ियों को और अधिक परिश्रम करने हेतु प्रेरित करता है। राष्ट्रीय खेलों का शुभंकर, मोनाल हमारे प्रदेश की विशिष्टता को प्रदर्शित करने के साथ युवा खिलाड़ियों को बड़े लक्ष्यों को सामने रखकर जी-तोड़ मेहनत करने हेतु भी प्रेरित करता है। और लोगो हमारे राज्य पक्षी मोनाल से प्रेरित है जो उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता और विविधता के रंगों को भारत के प्रत्येक कोने तक पहुँचाएगा। राष्ट्रीय खेलों की सुंदर मशाल प्रज्वलित की है वो देश में एकता और सामूहिक प्रयास के प्रतीक के रूप में राज्य भर की यात्रा करेगी और समाज में खेल भावना और खेल संस्कृति विकसित करने में सहायता करेगी।
बतौर मुख्य अतिथि, मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा संकल्प, विकल्प रहित होना चाहिए। संकल्प से ही हम किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा राज्य 38वें राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन हेतु अब पूर्ण रूप से तैयार है। इस आयोजन के लिए राज्य सरकार ने अवस्थापना सुविधाओं में लगभग 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है, जिससे राज्य में कई नए खेल मैदानों का निर्माण, स्टेडियम और स्विमिंग पूलों का पुनर्निर्माण, वाटर स्पोर्ट्स के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर, साइकिलिंग ट्रैक, शूटिंग रेंज को विकसित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पर्वतीय क्षेत्रों में भी छोटे खेल स्टेडियमों का निर्माण कर रही है। जिससे स्थानीय खिलाड़ियों को भी अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर प्राप्त हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को खेल महाशक्ति के रूप में स्थापित करने हेतु प्रत्येक स्तर पर अभिनव प्रयास किए गए हैं। फिट इंडिया, खेलो इंडिया योजना के साथ मजबूत स्पोर्ट्स इकोसिस्टम विकसित किया गया है। उन्होंने कहा राज्य सरकार, प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों को लगातार प्रोत्साहित करने का काम कर रही है। प्रदेश में नई खेल नीति लागू कर राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक लाने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में खिलाड़ियों के लिए चार प्रतिशत आरक्षण पुनः लागू करने, प्रदेश के खिलाड़ियों को दी जाने वाली पुरस्कार राशि को दोगुना करने और खेल विश्वविद्यालय के निर्माण की बात को दोहराया। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि राष्ट्रीय खेलों में प्रतिभाग करने वाले देश के तमाम खिलाड़ी उत्तराखंड से अच्छा अनुभव लेकर जाएंगे।
इस मौके पर केंद्रीय खेल राज्यमंत्री रक्षा खडसे ने कहा कि देश के खिलाड़ी आज अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उत्तराखंड के खिलाड़ी देश और प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि खेल विकास में केंद्र सरकार उत्तराखंड को पूरी मदद देगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का प्रयास है कि ओलंपिक का आयोजन भारत में कराया जाए। खेल मंत्री मनसुख मंडाविया का वीडियो संदेश भी इस मौके पर प्रसारित किया गया।
भारतीय ओलपिंक संघ की अध्यक्ष डा. पीटी ऊषा ने राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी के लिए उत्तराखंड को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व की तारीफ करते हुए उम्मीद जताई कि खेलों के विकास में उत्तराखंड में बेहतर कार्य होगाा।
उत्तराखंड की खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि उत्तराखंड के रजत जयंती वर्ष में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन बेहद उत्साहित करने वाला है।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, विधायक उमेश शर्मा काऊ, सुनैना कुमारी, राज्य ओलंपिक संघ के अध्यक्ष महेश नेगी, विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा, सचिव शैलेश बगोली, खेल निदेशक प्रशांत आर्य समेत तमाम गणमान्य लोग उपस्थित थे। संचालन आरजे काव्य ने किया।

 

आयुर्वेद महाकुंभ ने दी विश्व को नई शक्ति – राज्यपाल

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Dehradun,  उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल ( सेवानिवृत्त ) गुरमीत सिंह ने आज यहां देहरादून के परेड ग्राउंड में आयोजित चार दिवसीय आयुर्वेद सम्मेलन में कहा कि आयुर्वेद महाकुंभ ने विश्व को नई शक्ति दी है। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग और टेलीमेडिसिन जैसी उभरती आधुनिक वैज्ञानिक प्रौद्योगिकीयो का उपयोग आयुर्वेद को और अधिक बढ़ावा देने के लिए किया गया जो पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली और अत्याधुनिक चिकित्सा प्रणाली के संगम को दर्शाता है।

राज्यपाल महोदय ने कहा कि यह कांग्रेस औषधीय पौधों, नवोन्मेषी उपचारों, वेलनेस उत्पादों और उन्नत अनुसंधान से जुड़े आयुर्वेद की समृद्ध विरासत की एक बेहतरीन प्रदर्शनी रही है जिसमें व्यावसायियों, उद्यमियों और चिकित्सकों को आपस में सहयोग करने और आयुर्वेद को वैश्विक बाजारों तक पहुंचाने के लिए एक मंच का काम किया है।

राज्यपाल महोदय ने बहुत गर्मजोशी के साथ उपस्थित लोगों और खासकर युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व आयुर्वेद कांग्रेस के इतिहास में शायद ऐसा पहली बार हुआ कि आधुनिक विज्ञान और राज्य स्वास्थ्य सेक्टर के लोगों ने इतनी बड़ी संख्या में भागीदारी की। उन्होंने खासकर उन पहलों को देखकर काफी प्रसन्नता जताई जिनका लक्ष्य युवा पीढ़ी के लिए आयुर्वेद को सुलभ बनाना है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को इसके लिए प्रेरित किया जाना चाहिए कि वे गर्व और प्रयोजन के साथ इस प्राचीन परंपरा को और आगे बढ़ाएं। उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों और अनुसंधान संगठनों से बेहतरीन प्रशिक्षण संस्थानों का निर्माण करने और विभिन्न संबंधित विषयों को बढ़ावा देने और आयुर्वेद में उल्लेखनीय शोध में सहायता करने की अपील की। उन्होंने प्रसन्नता जताई कि इस विधा में 4000 से अधिक शोधपत्रों को तैयार किया गया जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।

उन्होंने आयुर्वेद के ज्ञान को प्रचारित-प्रसारित करने, इसका ज्ञान आगे आने वाली पीढ़ी को हस्तांतरित करने और इस ज्ञान में मूल्य वर्धन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह केवल एक सम्मेलन भर नहीं रहा बल्कि स्वास्थ्य और वेलनेस के खूबसूरत युग की दिशा में एक रूपांतरकारी यात्रा रही है जिसने जीवन जीने के विजन को एक नई प्रेरणा दी है।

राज्यपाल ने इस सम्मेलन के दौरान आयुर्वेद के क्षेत्र में विभिन्न देशों के साथ किए गए समझौतों ज्ञापनों और की गई नेटवर्किंग पर भी प्रसन्नता जताई। उन्होंने कहा कि दूसरे देशों के साथ विचारों का आदान प्रदान स्वास्थ्य की वैश्विक प्रणाली के रूप में आयुर्वेद के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।

उल्लेखनीय है कि आयुर्वेद सम्मेलन और एक्सपो में 12,000 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया जिनमें 58 देशों के 352 से अधिक विदेशी प्रतिनिधि शामिल हैं। सम्मेलन में पूर्ण सत्रों के अतिरिक्त 150 वैज्ञानिक सत्र और 11 एसोसिएट सत्र शामिल रहे। आरोग्य एक्सपो में 1.2 लाख से भी अधिक लोगों ने भाग लिया।

उत्तराखंड के आकर्षण में खिंचे चले आए डेलीगेट्स

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विश्व आयुर्वेद कांग्रेस में सबसे ज्यादा 12 हजार डेलीगेट्स दून में पंजीकृत

चार दिन के आयोजन में जुटे 54 देशों के 300 डेलीगेट्स

आयुष भूमि होने की वजह से लोगों ने आने में दिखाई रुचि

चार दिन के विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो के दसवें संस्करण में 12 हजार डेलीगेट्स के पहुंचने का आंकड़ा दर्ज हुआ है। इस विश्व स्तरीय आयोजन के इतिहास में डेलीगेट्स की यह अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। इस लिहाज से उत्तराखंड ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। इस आयोजन में 54 देशों की भागीदारी रही। 300 विदेशी डेलीगेट्स ने इस कार्यक्रम में भाग लेकर आयुष के प्रति अपना प्रेम प्रदर्शित किया।

पिछले वर्ष गोवा में आयोजित इस आयोजन के नौवें संस्करण में सबसे ज्यादा डेलीगेट्स पहुंचे थे। वहां पर 5102 डेलीगेट्स का पंजीकरण हुआ था। कोच्चि में आयोजित इस आयोजन के पहले संस्करण में 1800 डेलीगेट्स का ही पंजीकरण हुआ था। देहरादून उत्तराखंड में जब इस आयोजन का एलान हुआ, तब ही ये माना जा रहा था कि यहां रिकॉर्ड पंजीकरण हो सकते हैं। आयुष के लिहाज से सबसे समृद्ध राज्य होने को इसकी वजह माना जा रहा था। ये अनुमान सही साबित हुआ है। देश विदेश के डेलीगेट्स ने उत्तराखंड आने में खास दिलचस्पी दिखाकर पंजीकरण का नया रिकॉर्ड रच दिया है।

आयुष विभाग के अपर सचिव डॉ विजय जोगदंडे के अनुसार, इस आयोजन में कुल 12 हजार पंजीकरण हुए हैं। 54 देशों के 300 प्रतिनिधियों की भी आयोजन में भागीदारी हुई है। उन्होंने कहा कि इस दौरान आयुष पर गहन चर्चा के साथ ही नई संभावनाओं पर भी बात हुई है।

विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो 2024 के सफल आयोजन के लिए उत्तराखंड देश विदेश से आए डेलीगेट्स के प्रति आभारी है। आयुष भूमि उत्तराखंड में विचार विमर्श महत्वपूर्ण विचार विमर्श हुआ है, जिसके दूरगामी परिणाम सामने आएंगे। आयुष के विकास और इससे आम जन को लाभ पहुंचाने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री

माल रोड मसूरी में स्थानीय नागरिक एवं पर्यटक जल्द करेंगे गोल्फकार्ट की सवारी

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डीएम सविन बंसल के माल रोड पर यातायात का दबाव कम करने तथा स्थानीय लोगों एवं पर्यटकों को सुगम सुविधा आवागमन के प्रयास ला रहे हैं रंग।

देहरादून, मसूरी पहुंचे गोल्फकार्ट प्रशिक्षकों द्वारा आज से स्थानीय रिक्शा चालकों को गोल्फ कार्ड चलाने का प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। नगर पालिका परिषद द्वारा प्रथम चरण में चार गोल्फ कार्ट चलाए जाएंगे। मसूरी माल रोड में यातायात के बढ़ते दबाव को कम करने के लिए माल रोड पर वाहनों का आवागमन पर रोक लगाते हुए, स्थानीय निवासियों एवं पर्यटकों की आवागमन हेतु सुगम सुविधा के लिए गोल्फ कार्ड चलाने का निर्देश डीएम सविन बंसल द्वारा दिए गए थे।
जल्द ही मसूरी पर्यटक स्थल पर जनमानस को गोल्फ कार्ड की सुविधा मिलने जा रहे हैं।

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने बच्चों को जीवन में सफल होने के दिए मूल मंत्र, जीवन में आगे बढ़ने के लिए भी किया प्रेरित।

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देहरादून, । काबिना मंत्री गणेश जोशी ने आज नगर निगम टाऊन हॉल में बब्बल्स स्कूल, रायपुर रोड़, देहरादून के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
वार्षिकोत्सव समारोह में स्कूली बच्चों ने द्वारा कई सांस्कृतिक की मनमोहन प्रस्तुतियां भी दी गई। इस अवसर पर मंत्री गणेश जोशी ने स्कूल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों और शिक्षकों को प्रमाण पत्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित भी किया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने बच्चों को जीवन में सफल होने के मूल मंत्र भी दिए और बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए भी प्रेरित किया। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ खेलों का होना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ साथ नैतिक शिक्षा और चरित्र शिक्षा का होना भी बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आधुनिक बनना है तो विचारों में आधुनिक बने। इस दौरान कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने स्कूल के वार्षिकोत्सव की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए विद्यालय और उसमें अध्ययनरत छात्र छात्राओं के उज्वल भविष्य की कामना भी की।
इस अवसर पर महानगर महामंत्री सुरेंद्र राणा, डायरेक्टर कोमल रौथाण, प्राचनाचार्य अनुषा गुप्ता, संकेत नौटियाल, अंकित रौथाण, गायिका सिमरन चौपड़ा सहित शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।

अरुणाचल प्रदेश में कर्तव्य पथ पर वीरगति को प्राप्त जवान सुनील नाथ को श्रद्धांजलि

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देहरादून, । सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने देहरादून निवासी और वर्तमान में अरूणांचल प्रदेश के मणिपुण में तैनात 49वीं बटालियन आईटीबीपी के जवान सुनील नाथ गोस्वामी के वीरगति प्राप्त होने पर उनके निजी आवास पहुंचकर गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए अपनी तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तरफ से श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने परिवारजनों को ढांढस भी बंधाया और परिवार जनों को हरसंभव मदद का भरोसा भी दिलाया। गौरतलब है कि आईटीबीपी के जवान सुनील नाथ गोस्वामी (54) वर्ष मणिपुर में तैनात थे। बीते शुक्रवार को ड्यूटी के दौरान हृदय गति रुकने से उनकी मौत हो गई।

देहरादून में ‘आरोहा म्यूजिकल वेलनेस रिट्रीट’: शास्त्रीय और सूफी संगीत का आध्यात्मिक संगम

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संगीत जो आपके मन को आध्यात्मिक एहसास दिलाये

तीन दिवसीय रिट्रीट 13-15 दिसंबर 2024 को पुनर्नवा वेलनेस रिज़ॉर्ट में होगा आयोजित

देहरादून,  देहरादून की शांत और सुरम्य पहाड़ियों में आयोजित होने जा रहे ‘आरोहा म्यूजिकल वेलनेस रिट्रीट’ के तहत संगीत, आध्यात्मिकता और वेलनेस का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। इस अनूठे आयोजन का उद्देश्य मानसिक शांति, भावनात्मक स्वास्थ्य और आत्मिक जुड़ाव को बढ़ावा देना है। रिट्रीट का आयोजन 13 से 15 दिसंबर 2024 के बीच पुनर्नवा वेलनेस रिज़ॉर्ट में होगा।

वैष्णवाचार्य श्री अभिषेक गोस्वामी महाराज के मार्गदर्शन में आयोजित इस रिट्रीट में सूफी क्वीन हरदीप कौर, बांसुरी वादक पं. अजय प्रसन्ना, शास्त्रीय गायिका मीता पंडित, उस्ताद अनवर खान मांगणियार और फ्यूजन मास्टर्स दिव्यांश और मनुराज जैसे कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे।

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण:
13 दिसंबर को मीता पंडित अपने शास्त्रीय गायन और उस्ताद अनवर खान मांगणियार राजस्थानी लोक संगीत से कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे।
14 दिसंबर को हरदीप कौर का सूफी संगीत और पं. अजय प्रसन्ना का बांसुरी वादन दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेगा।
15 दिसंबर को ‘प्रकृति की आरती’ और ध्यान संगीत के साथ रिट्रीट का समापन होगा।May be an image of 8 people, flute and text

वैष्णवाचार्य श्री अभिषेक गोस्वामी महाराज ने कहा, “आरोहा रिट्रीट एक ऐसा मंच है, जहां संगीत, आध्यात्मिकता और प्रकृति का संगम होता है। यह रिट्रीट न केवल मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देगा, बल्कि आध्यात्मिक अनुभवों के जरिए आत्मा को भी तृप्त करेगा।”

पैकेज विवरण:
रिट्रीट के लिए तीन दिवसीय डीलक्स पैकेज ₹30,000 प्रति युगल से शुरू होता है। इसमें भोजन, आवास और सभी कार्यक्रमों का वीआईपी प्रवेश शामिल है। बुकिंग BookMyShow पर उपलब्ध है।

रिट्रीट के आयोजकों का कहना है:
परियोजना प्रमुख बानी शर्मा ने कहा, “यह रिट्रीट वेलनेस और संगीत प्रेमियों के लिए एक अनोखा अवसर है। यह प्रकृति की गोद में तनाव से मुक्ति पाने और आध्यात्मिक ऊर्जा के साथ जुड़ने का एक माध्यम है।”

आरोहा म्यूजिकल वेलनेस रिट्रीट के बारे में:
यह रिट्रीट शास्त्रीय और सूफी संगीत के माध्यम से वेलनेस और आध्यात्मिकता का अनुभव कराता है। यह कार्यक्रम उपस्थित लोगों को प्रकृति, संगीत और ध्यान के जरिए आंतरिक शांति का अनुभव कराने के लिए प्रतिबद्ध है।May be an image of 9 people, flute and text