Tuesday, May 20, 2025
Home Blog Page 1126

खास बातचीत : राष्ट्रीय पार्टियों ने केवल जनता को छलने का काम किया : शुऐब अहमद

0

(अतुल अग्रवाल)

हल्द्वानी, उत्तराखण्ड़ की विधानसभा हल्द्वानी से सपा के प्रत्याशी शुऐब अहमद ने सम्मानित प्रदेश की जनता का आभार व्यक्त किया कि उनके आशीर्वाद से विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के द्वारा भरोसा जताते हुए विधानसभा हल्द्वानी से प्रत्याशी घोषित किया गया है

सपा नेता शुऐब का कहना है कि विगत पिछले 21 वर्षों से प्रदेश की जनता को राष्ट्रीय पार्टियों ने केवल छलने का काम किया है, उनका कहना है कि प्रदेश की जनता ने ऐसे जनप्रतिनिधियों को अपना कीमती वोट दिया जिनके द्वारा आपके वोट एव आपकी अहमियत नहीं समझी गई | पिछले चुनावों को लेकर शुऐब का कहना है कि बहुत ही कम वक्त में जनता का जो प्यार आशीर्वाद मिला उसको वह कभी भूल नहीं सकते , अन्य नेताओं को पार्टियां एवं संगठन चुनाव लड़ाते हैं , परंतु हमारा कोई संगठन ना होने के बावजूद भी जनता ने जो अपना मताधिकार का प्रयोग किया हमको अपना आशीर्वाद दिया ये वही ताकत है जो हम पिछले 5 वर्षों से निरंतर अवाम के बीच रहकर आवाम के लिए हर वक्त मौजूद रहते हैं, शुऐब का कहना है कि 2017 के चुनाव में यह छोटा सा कार्यालय खोला गया था, मैं आज भी पिछले लगभग 5 वर्षों से इसी कार्यालय में जनता के दुख दर्द को साझा करने उनकी छोटी-छोटी समस्याओं को हल करने के लिए हर वक्त यही मौजूद रहता हूं | शुऐब ने पक्ष एवं विपक्ष के नेताओं पर यह भी आरोप लगाया कि चुनाव खत्म होते ही जीतने के बाद जो नेता बड़े बड़े वादे करते हैं वह नदारद दिखाई देते हैं |
आज राजनीति का स्तर इतना गिर गया है कि राजनीति आज एक कारोबार बन के रह गई है, आज चुनाव पैसे के दम पर जीतने का एक जरिया बन गया है और केवल वोट पाने की नियत से जनता के बीच यह भ्रम फैलाने का काम करते हैं, अवाम को समझना होगा हम ऐसी पार्टी को क्यों जिताए जो दूसरी पार्टी को हराने की बातें करते हैं, ऐसी बातें करके नेता आपके विश्वास को तोड़कर आपका वोट हासिल करना चाहते हैं |

हरक के खिलाफ कांग्रेसियों ने खोला मोर्चा, सभी 12 दावेदारों ने किया विरोध

0

कोटद्वार, भाजपा से निष्काषित हरक सिंह रावत की कांग्रेस में शामिल होने के बाद भी विरोध के स्वर जारी हैं अब कांग्रेस नेता धीरेंद्र प्रताप, रघुवीर बिष्ट समेत लैंसडौन विधानसभा से टिकट के सभी 12 दावेदारों ने भाजपा से निष्कासित पूर्व वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत को पार्टी में शामिल करने का पुरजोर विरोध किया है। दावेदारों ने उन्हीं में से एक को पार्टी प्रत्याशी बनाने की मांग की। साथ ही डॉ. हरक सिंह के कांग्रेस में शामिल होने पर उन्होंने लोकल फॉर वोकल के नारे के साथ अपने बीच के एक प्रत्याशी को निर्दलीय मैदान में उतारने की चेतावनी भी दी।
एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में जयहरीखाल के ब्लाक प्रमुख दीपक भंडारी, महिला कांग्रेस की प्रदेश महामंत्री रंजना रावत, मनीष सुंद्रियाल, गोपाल रावत ने डॉ. हरक सिंह रावत को कांग्रेस में शामिल करने का पुरजोर विरोध किया। कहा कि डॉ. हरक सिंह रावत अभी तक राजनीतिक दलों की लहर के चलते ही जीतते आए हैं। हरक सिंह रावत ने वर्ष 2016 में कांग्रेस की सरकार गिरायी। पत्रकार वार्ता में कहा कि पूर्व सीएम हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने रिखणीखाल में हुई सभा में सभी दावेदारों में से एक के नाम पर सहमति बना उसे पार्टी प्रत्याशी बनाने का आश्वासन दिया था। जिस पर सभी दावेदार गांव-गांव जाकर कांग्रेस के पक्ष में माहौल बना चुके हैं। ऐसे में उन्हें या उनकी पुत्रवधू को टिकट देना गलत होगा। डॉ. हरक सिंह को कांग्रेस प्रत्याशी बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यदि ऐसा हुआ तो सभी दावेदार अपने बीच से एक नाम पर सहमति बनाते हुए उसे निर्दलीय मैदान में उतारेंगे और उसकी जीत सुनिश्चित कराने के लिए कार्य करेंगे |

इस मौके पर ब्लाक अध्यक्ष होशियार सिंह (जयहरीखाल), प्रमोद रावत (रिखणीखाल), जंग बहादुर नेगी (नैनीडांडा), प्रधान संघ नैनीडांडा के अध्यक्ष देवेंद्र रावत, जिला महामंत्री पृथ्वीपाल पर्णवाल, क्षेत्र पंचायत सदस्य सूरजपाल सिंह, कांग्रेस के प्रदेश सचिव मनोज रावत, सोशल मीडिया सेल के प्रदेश सचिव आदित्य द्विवेदी, पूर्व प्रधानाचार्य वीरेंद्र सिंह, पूर्व प्रधान घनश्याम सिंह, यूथ कांग्रेस के जिला सचिव सनोज सिंह, किसान संगठन के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह नेगी, राज्य आंदोलनकारी चंद्रमोहन सिंह रावत, उप प्रधान संघ के अध्यक्ष पिंटू असवाल आदि मौजूद रहे।

कैंट सीट पर सविता कपूर को टिकट देने से नाराज हुये दिनेश रावत

देहरादून, भाजपा में टिकट बंटने के बाद से कई कार्यकर्ताओं के नाराज होने का सिलसिला जारी है, दून के कैंट क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपा नेता और रेशम फैडरेशन के पूर्व पदाधिकारी दिनेश रावत ने सविता कपूर को टिकट दिए जाने पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि पहले आठ बार एक परिवार को टिकट दिया गया। अब फिर उसी परिवार को टिकट देकर परिवारवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि वर्षों से पार्टी के लिए काम कर रहे अन्य कार्यकर्ताओं को भी मौका मिलना चाहिए। वह पिछले 15 से ज्यादा सालों से कैंट क्षेत्र में तैयारी कर रहे हैं। पार्टी को उनके संघर्ष और मेहनत का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अन्य कार्यकर्ताओं को भी मौका मिलना चाहिए।

भाजपा नेता दिनेश रावत ने कहा कि ये पार्टी के खिलाफ बगावत नहीं है। प्रत्येक कार्यकर्ता को अपनी बात कहने का अधिकार है। हम केवल पार्टी नेतृत्व के सामने अपनी बात रख रहे हैं। अगर पार्टी ने अपने फैसले पर पुनर्विचार नहीं किया तो कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता सामूहिक रूप से इस्तीफा देकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे |

जिपं सदस्य उमरोली आरती गौड़ की भावुक अपील, क्या राजनीति से सन्यास लेने का इशारा तो…

0

पौड़ी, भाजपा ने पहली 59 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी, पौड़ी के यमकेश्वर विधान सभा से बीजेपी से दावेदारो की लंबी फेरहिस्त थी, लेकिन बीजेपी हाईकमान ने चौंकाते हुए रेनू बिष्ट को प्रत्याशी घोषित कर दिया है। इसके बाद जिला पंचायत सदस्य आरती गौड़ ने एक भावुक अपील सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि टिकिट तय करना भारतीय जनता पार्टी शीर्ष नेतृत्व का काम है, मैं हमेशा से कहती आई हूं कि जो मेरी पार्टी तय करेगी मुझे वो निर्णय हमेशा स्वीकार होगा |
लेकिन आज जब एक राष्ट्रीय स्तर के नेता द्वारा मुझे कहा गया कि रायशुमारी से लेकर बूथ स्तर और प्रदेश स्तर के किसी भी सर्वे में आपका नाम कहीं नही था, तो मैं बेहद आहत हुई |
अगर वास्तव में ये सच है तो मुझे लगता है मुझे राजनीति से सन्यास ले लेना चाहिए |
क्योंकि यदि मैं आपके प्रति जिम्मेदार नही हूं,जनहित के कार्यों में सफल नही हूं और अपने कर्तव्य का पालन ठीक से नही कर पा रही हूं तो इसका मतलब मेरी मेहनत में कमी है !
लेकिन ईश्वर जानता है मैंने बतौर जनप्रतिनिधि हो या बतौर सामाजिक कार्यकर्ता सिर्फ अपने क्षेत्र में ही नही,यमकेश्वर विधानसभा में ही नही बल्कि प्रदेश के किसी भी कोने से मेरे पास आने वाले हर व्यक्ति की अपनी क्षमता नुसार निस्वार्थ भाव से मदद की |

मुझे कष्ट है कि मैं यमकेश्वर विधानसभा की सम्मानित जनता, भारतीय जनता पार्टी के बूथ स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक के सम्मानित कार्यकर्ता और पदाधिकारी गणों के दिलों में अपने लिए जगह नही पाई,
मैं अपनी इस नाकामयाबी के लिए यमकेश्वर विधानसभा की सम्मानित जनता और भारतीय जनता पार्टी के सभी सम्मानित कार्यकर्ता और पदाधिकारी गणों से माफी चाहती हूं, हालांकि मैं जीवन भर उन सब लोगों की ऋणी रहूंगी जिन्होंने मुझे ऐतिहासिक वोट से पी जी कॉलेज ऋषिकेश में छात्र नेता चुना और उमरोली यमकेश्वर से जिला पंचायत सदस्य चुना है, और उन सबसे वायदा भी कर रही हूं कि जीवन भर आप सबके प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने को प्रतिबद्ध रहूंगी | -(आरती गौड़)

खास खबर : भाजपा में भूचाल, एक दर्जन ने पद तथा प्राथमिक सदस्यता से दिया त्यागपत्र

0

मुनस्यारी, पिथौरागढ़ जनपद के धारचूला विधानसभा में टिकट मिलने के पहले दिन 1984 से भाजपा के सिपाही रहे एक दर्जन भाजपाइयों ने पद तथा प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देकर भूचाल मचा दिया। भाजपाइयों ने कहा कि यह तो एक टेलर मात्र है। अब गांव – गांव से त्यागपत्र पत्रों का सिलसिला जारी रहेगा।
राज्य एवं केंद्र सरकार सरकार द्वारा सीमांत क्षेत्र की उपेक्षा से तंग आकर भाजपाइयों ने धारचूला विधानसभा की भाजपा को सामूहिक इस्तीफा देकर जोर का झटका धीरे से दिया।इस्तीफा देने वाले भाजपाइयों ने कहा कि अभी सीमांत की उपेक्षा के चलते अभी और इस्तीफे होंगे।
इस्तीफा देने वालों में मंडल महामंत्री मनोज कुमार, सहित सांसद प्रतिनिधि प्रमोद द्विवेदी, जिला सहकारी बैंक निदेशक उत्तम गिरी गोस्वामी, जिला कोषाध्यक्ष ओबीसी मोर्चा पुष्कर नेगी, पूर्व भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष बबलू लोहनी, पूर्व मंडल महामंत्री जगदीश उप्रेती, हीरा सिंह मेहरा, पूर्व अध्यक्ष महिला मोर्चा हीरा रॉवत, हरकोट बूथ अध्यक्ष राजेंद्र सेमिया, सक्रिय सदस्य लवराज गोस्वामी, प्रेम सिंह नेगी, प्रह्लाद सिंह कठायत, रमेश फर्स्वाण आदि शामिल हैं।इस ग्रुप ने भाजपा छोड़ने के साथ आगे क्या करेंगे इसके अभी कोई संकेत नहीं दिए हैं। बड़ी संख्या में भाजपा से बाय बाय करने के बाद भाजपा का सामाजिक समीकरण तो इस खबर ने गड़बड़ा दिया है।

आओ चुने अपनी सरकार, जाति, धर्म, लिंग भेद भुलाकर सब करें मतदान

0

देहरादून, विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2022 को संमग्र समावेशी एवं सुरक्षित तरीके से सफल सम्पादन हेतु जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी डाॅ. आर राजेश कुमार संबंधित नोडल अधिकारियों को प्रभावी रूप से कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी ने जनपद में मतदान प्रतिशत बढ़ाने हेतु विभिन्न माध्यमों से मतदाता जागरूकता कार्यक्रम संचालित किए जाने के लिए दिए गए निर्देशों के क्रम में जिला प्रशासन के द्वारा विभिन्न मतदाता जागरूकता गतिविधियां चलाई जा रही है।
जिला प्रशासन द्वारा जनपद में अधिक से अधिक मतदान हेतु मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के अन्तर्गत हर वर्ग के मतदाताओं यथा पहली बार बने मतदाता, महिला, दिव्यांग, वृद्धजन, थर्ड जैन्डर मतदाताओं को निर्वाचन में शत-प्रतिशत भागीदारी हेतु विभिन्न स्तरों पर जागरूकता कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं।

जिनमें नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत सार्वजनिक स्थानों पर वाॅल पेन्टिंग के माध्यम से मतदाता जागरूकता स्लोगन यथा ”आओ चुने अपनी सरकार करें मतदान फिर इस बार”, “मेरा वोट मेरा अधिकार”, “रोक न पाएगी हमें कोई भी मजबूरी, वोट करने जाएंगे, चाहे कितनी भी हो दूरी”, “लोकतंत्र का है उपहार, 18 वर्ष से ऊपर सभी को है मताधिकार”, “देश हित के लिए आगे बढ़ाए कदम दिखाएं अपने वोट का दम”, “डालने वोट बूथ पर जाएं लोकतंत्र का पर्व मनाए”, “14 फरवरी को वोट देने जरूर जाना है अपना फर्ज निभाना है”, “मतदान करने से बढ़ेगा आत्म विश्वास सभी प्रतिनिधि चुनने पर ही होगा विकास”, “आपका मतदान है लोकतंत्र की जान”, “निर्भय हो मतदान करेंगे देश का हम सम्मान करेंगे”, छोड़ो अपने सारे काम पहले चलो करें मतदान”, “न नशे से न नोट से किस्मत बदलेगें वोट से”, “जाति, धर्म, लिंग भेद भुलाकर सब करें मतदान जाकर”, “मास्क, सैनिटाइजर और सामाजिक दूरी के साथ करें मतदान क्योंकि इससे बढ़ेगा अपना और देश का मान” आदि स्लोगन बनाकर जनमानस को मतदान हेतु जागरूक किया जा रहा है।
जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी ने जनपद में मतदान हेतु जागरूक करने के लिए कोविड सक्रमण को मध्यनजर रखते हुए स्वीप गतिविधि जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं। जिसके लिए उन्होंने विभिन्न माध्यमों यथा वाॅल पेन्टिग, प्रिन्ट मीडिया, इलैक्ट्रोनिक मीडिया एवं सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर मतदाता जागरूकता कार्यक्रम चलाने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए उन्होंने संबंधितों से इस कार्य में सहयोग की अपेक्षा की है ताकि लोकतंत्र के इस महापर्व पर जनपद का मतदान प्रतिशत अधिक से अधिक बढ़ाए जा सके।

कोरोना ब्रैकिंग : उत्तराखण्ड़ में फिर कोरोना विस्फोट, आज मिले 4964 मामले, दून में 1489 संक्रमित मिले

0

देहरादून, उत्तराखण्ड़ स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन उत्तराखंड में कोरोना मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 391915, वहीं उत्तराखंड में 349364 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुये।
अभी भी उत्तराखंड में 26950 केस एक्टिव। जबकि आज उत्तराखंड में कोरोना के 4964 मामले सामने आये। जिसमें
देहरादून 1489, हरिद्वार 706, पौड़ी 375, उतरकाशी 75, टिहरी 120, बागेश्वर 214, नैनीताल 666, अल्मोड़ा 261, पिथौरागढ़ 195, उधमसिंह नगर 485, रुद्रप्रयाग 44, चंपावत 279, चमोली 55 कोरोना संक्रमित मिले, आज कोरोना से मरने वालों की संख्या आठ है | प्रदेश की रिकवरी दर 89.14 प्रतिशत और संक्रमण दर 21.60 प्रतिशत दर्ज की गई है।

ऋषिकेश में 25 पर्यटक समेत 68 लोग कोरोना संक्रमित एसपीएस राजकीय चिकित्सालय, मुनिकीरेती और लक्ष्मणझूला क्षेत्र में 25 पर्यटक समेत 68 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से संक्रमित मरीजों को आइसोलेट करने की प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा शुक्रवार को 788 लोगों की कोरोना जांच की गई।

एसपीएस राजकीय चिकित्सालय के कोविड पर्यवेक्षक एसएस यादव ने बताया कि शुक्रवार को सरकारी अस्पताल में 266 लोगों की लोगों की कोरोना जांच की गई। जिसमें 36 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। उधर, फकोट ब्लॉक के स्वास्थ्य प्रभारी डॉ. जगदीश चंद्र जोशी ने बताया कि मुनिकीरेती क्षेत्र में 172 लोगों की कोरोना जांच की गई। जिसमें तीन लोग संक्रमित पाए गए। यमकेश्वर ब्लॉक के स्वास्थ्य प्रभारी डॉ. राजीव कुमार ने बताया कि लक्ष्मणझूला क्षेत्र में 25 पर्यटक समेत 29 लोग कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके अलावा 350 लोगों की कोरोना जांच की गई है।

एसपीएस राजकीय चिकित्सालय, संत निरंकारी भवन, मुनिकीरेती और लक्ष्मणझूला क्षेत्र में 337 लोगों को एहतियाती बूस्टर डोज लगाई गई। नर्सिंग ऑफिसर राहुल सक्सेना ने बताया कि सरकारी अस्पताल और संत निरंकारी भवन में 97 राजीवग्राम ढालवाला मुनिकीरेती में 200 और लक्ष्मणझूला में 40 लोगों को बूस्टर डोज लगाई गई।
पांच डॉक्टरों समेत 66 लोग कोरोना संक्रमित
श्रीनगर राजकीय मेडिकल कॉलेज के अधीन बेस अस्पताल में सैंपल देने वाले 66 लोगों की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें मेडिकल कॉलेज के तीन विभागाध्यक्षों सहित 18 कर्मचारी शामिल हैं। शेष लोग श्रीनगर और आसपास के क्षेत्रों के निवासी हैं।

कोविड अस्पताल के पीआरओ अरुण बडोनी के अनुसार, 5 डॉक्टर, इंटर्न डॉक्टर, नर्सिंग अफसर, एमबीबीएस छात्र, कक्ष सेवक और मिनिस्टीरियल समेत 18 कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि आरटीपीसीआर जांच में 60 लोग पॉजिटिव आए, जबकि शुक्रवार को बेस अस्पताल की फ्लू ओपीडी में 15 लोगों की रेपिड एंटीजन टेस्ट किया गया। इनमें छह लोग पॉजिटिव निकले।

बारात लेकर आ रही ट्रैवर्ल्स खाई में गिरी, एक की मौत, 19 घायल

0

पौड़ी, जनपद के धुमाकोट क्षेत्र में बारात लेकर आ रहे एक वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने की दुःखद खबर आई है। सूत्रों से मिली सूचना के अनुसार धुमाकोट थाना क्षेत्र के शंकरपुर इलाके में एक ट्रैवर्ल्स बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। एक की मौत हो गई जबकि बाकी सभी घायल बताये जा रहे हैं, वाहन ट्रैवर्ल्स में 20 लोग सवार थे। थाना प्रभारी धुमाकोट ने खबर की पुष्टि की है। बताया जा रहा है की ट्रैवर्ल्स गाजियाबाद से बारात लेकर नलाई गाँव आई थी और आज सुबह नलाई से वापस गाजियाबाद के लिए जा रही थी। इसी दौरान शंकरपुर के पास ट्रैवर्ल्स दुर्घटनाग्रस्त हो गई।

जानकारी के मुताबिक इस हादसे में एक महिला की मौके पर ही मौत हो गयी है जबकि 19 लोग घायल बताये जा रहे हैं। घायलों को 108 से हल्द्वानी रामनगर ले जाया जा रहा है।पुलिस व प्रशासन की टीम घटनास्थल पर मदद के लिये मौजूद है। फिलहाल दुर्घटना के कारण का पता नहीं चल पाया है।

एपिसोड खत्म हुआ : कांग्रेस के हुये हरक, बहू अनुकृति भी हुयी शामिल

0

देहरादून, आखिरकार पांच दिन से चला हरक एपिसोड खत्म हो गया, काफी जद्दोजहद के बाद बीजेपी से छह साल के लिए निकाले के गए पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत अपनी बहू अनुकृति के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। इस दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत मौजूद रहे। हरक सिंह रावत पर पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगने के बाद भाजपा से निष्कासित किया गया था। हरक को विगत रविवार को भाजपा से निकाला गया था। सूत्रों से खबर है कि एक टिकट की शर्त पर हरक की कांग्रेस में वापसी हुई है। अब देखना यह है कि पार्टी से हरक सिंह रावत को या फिर उनकी बहू में से किसको टिकट मिल सकता है ।

कांग्रेस में पिछले पांच दिन से ठोर लगाये बैठे हरक सिंह को सोनिया व राहुल गांधी की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद पार्टी में शामिल करने का अंतिम फैसला किया गया। हरक की वापसी में प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह व प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव लंबे समय से जुटे हुए थे। लेकिन पूर्व सीएम हरीश रावत ने 2016 के प्रकरण को देखते हुए उनकी वापसी को रोके रखा। वहीं हरक सिंह रावत के कांग्रेस में शामिल होने पर कांग्रेस भवन देहरादून में खूब आतिशबाजी और नारेबाजी हुई। भाजपा ने रविवार को हरक सिंह रावत के बगावती तेवरों के साथ तीन टिकट मांगने के दबाव के चलते पार्टी से निष्कासित कर दिया था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रावत को कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया था। इससे पहले भाजपा की उत्तराखंड इकाई की कोर ग्रुप बैठक के दौरान हरक सिंह रावत शामिल नहीं हुए थे, वहीं हरक सिंह रावत भाजपा से निष्कासित होने के बाद काफी भावुक नजर आए थे। उन्होंने आरोप लगाया की बीजेपी ने उनके साथ धोखा किया है। हरक सिंह ने यह भी कहा कि 10 मार्च को चुनाव के नतीजे आएंगे। जिसमें भाजपा सत्ता से बाहर होगी और कांग्रेस 40 सीटों के साथ सरकार बनाएगी।

Big breaking: कांग्रेस में शामिल हुए हरक सिंह रावत

0

हरक सिंह रावत को पिछले हफ्ते बीजेपी ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया दिया था. हरक सिंह रावत पर ये कार्रवाई कांग्रेस के संपर्क में रहने के चलते की गई थी. इसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि हरक सिंह रावत कांग्रेस में शामिल होंगे.

हरक सिंह रावत की कांग्रेस घर में वापसी हो गई है। जी हां, हरक सिंह रावत कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। उनकी बहू भी कांग्रेस में शामिल हो गई हैं।

हल्द्वानी और लालकुआं में उम्मीदवारों का चयन करने में डर रही है भाजपा: बल्यूटिया

0

*चन्दन सिंह बिष्ट *

हल्द्वानी। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पिछले 5 सालों में सिर्फ मुख्यमंत्री बदलने का काम करने वाली पार्टी अब विधायक के उम्मीदवारों का चयन करने में भी डर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की लगातार बढ़ रही लोकप्रियता से भाजपा बुरी तरह डरी हुई है। यही वजह है कि भाजपा हल्द्वानी और लालकुआं जैसी विधानसभाओं में प्रत्याशी घोषित करने से डर रही है।
बल्यूटिया ने कहा कि भाजपा के पास नैनीताल विधानसभा में कोई उम्मीदवार नहीं था। इसलिए भाजपा ने पहले कांग्रेस पार्टी के हेम आर्य को टिकट का झांसा देकर अपनी पार्टी में शामिल कर लिया। उसके बाद हेम आर्य को धोखा देकर सरिता आर्य को पार्टी में शामिल कर उन्हें टिकट दे दिया। भीमताल में भाजपा ने अपने ही पार्टी के दावेदारों और कार्यकर्ताओं को धोखा देकर निर्दलीय विधायक राम सिंह कैड़ा को अपने यहां शामिल कर टिकट दे दिया। खास बात यह कि पिछले 5 साल तक भाजपा सरकार ने कोई कार्य नहीं किए। इसीलिए सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने वाले पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चुनाव लड़ने से ही इनकार कर दिया। भाजपा को अपने कई सिटिंग विधायकों के टिकट काटने पड़े हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता अब भाजपा के चाल चरित्र को पूरी तरह समझ चुकी है। जनता पूरी तरह कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने का मन बना चुकी है।