नईदिल्ली । भारत का कच्चे इस्पात का उत्पादन पिछले वर्ष की तुलना में चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से अक्टूबर के बीच 25 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 6.69 करोड़ टन पर पहुंच गया है। संसद में सोमवार को पेश आर्थिक समीक्षा में यह जानकारी दी गई है।
समीक्षा में कहा गया है कि इस अवधि में देश में तैयार इस्पात का उत्पादन एक वर्ष पहले की तुलना में 28.9 फीसदी की वृद्धि के साथ 6.23 करोड़ टन हो गया जबकि इसकी खपत 25 प्रतिशत बढक़र 5.73 करोड़ टन रही।
अर्थव्यवस्था की वृद्धि में इस्पात उद्योग के प्रदर्शन को महत्वूपर्ण बताते हुए समीक्षा में कहा गया है कि इस्पात उद्योग मजबूत स्थिति में लौटा है और कच्चे और तैयार इस्पात का कुल उत्पादन 2021-22 (अप्रैल-अक्टूबर) के दौरान 6.69 करोड़ टन और 6.23 करोड़ टन रहा जो क्रमश: 25 और 28.9 प्रतिशत की बढ़त को दिखाता है।
समीक्षा के मुताबिक, यहां यह बताना आवश्यक है कि वैश्विक स्तर पर इस्पात उत्पादन में नरमी आई है। नवंबर, 2021 में वैश्विक इस्पात उत्पादन 14.33 करोड़ टन था, जो नवंबर, 2020 के मुकाबले 9.9 प्रतिशत की गिरावट है।
आर्थिक पुनरुद्धार के साथ इस वर्ष और अगले वित्त वर्ष में भी इस्पात की वैश्विक मांग बढ़ेगी।
समीक्षा में कहा गया है कि विशेष इस्पात के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना भी बिलकुल उचित समय पर आई है जो मूल्यवर्धित इस्पात में निवेश के लिए आवश्यक प्रोत्साहन होगी।
अप्रैल-अक्टूबर में इस्पात उत्पादन 25 प्रतिशत बढक़र 6.69 करोड़ टन पर
भारत अर्थव्यवस्था चुनौतियों से निपटने को तैयार : 2022-23 में वृद्धि दर 8-8.5 प्रतिशत रहेगी
नयी दिल्ली, भारतीय अर्थव्यवस्था अगले वित्त वर्ष (2022-23) में 8-8.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा सोमवार को संसद में पेश 2021-22 की आर्थिक समीक्षा में यह अनुमान लगाया गया है। समीक्षा के मुताबिक, 2022-23 का वृद्धि अनुमान इस धारणा पर आधारित हैं कि आगे कोई महामारी संबंधी आर्थिक व्यवधान नहीं आएगा, मानसून सामान्य रहेगा, कच्चे तेल की कीमतें 70-75 डॉलर प्रति बैरल के दायरे में रहेंगी और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के व्यवधान इस दौरान लगातार कम होंगे। समीक्षा में कहा गया कि तेजी से हुए टीकाकरण, आपूर्ति-पक्ष के सुधारों तथा नियमनों को आसान बनाने के साथ ही अर्थव्यवस्था भविष्य की चुनौतियों से निपटने को अच्छी तरह तैयार है। आर्थिक समीक्षा में उम्मीद जाहिर की गई है कि अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष के दौरान 9.2 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी, जो महामारी से पहले के स्तर के मुकाबले सुधार का संकेत है। इसका मतलब है कि वास्तविक आर्थिक उत्पादन का स्तर 2019-20 के कोविड-पूर्व स्तर को पार कर जाएगा। वित्त वर्ष 2020-21 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 7.3 प्रतिशत की गिरावट आई थी। प्रधान आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल के नेतृत्व वाले एक दल द्वारा तैयार इस दस्तावेज में आगे कहा गया कि 2020-21 में अर्थव्यवस्था को दिए गए वित्तीय समर्थन के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं के कारण राजकोषीय घाटा और सरकारी ऋण बढ़ गया। हालांकि, 2021-22 में अब तक सरकारी राजस्व में जोरदार उछाल देखने को मिला है। समीक्षा के अनुसार, सरकार के पास समर्थन बनाए रखने और जरूरत पड़ने पर पूंजीगत व्यय बढ़ाने की वित्तीय क्षमता है।
आर्थिक समीक्षा भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति को मजबूत बनाने के लिए आपूर्ति-पक्ष के मुद्दों पर केंद्रित है। समीक्षा में कहा गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था बेहतर स्थिति में है और यह 2022-23की चुनौतियों से निपटने में सक्षम है। समीक्षा कहती है, ‘‘कुल मिलाकर वृहद-आर्थिक स्थिरता संकेतक बताते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2022-23 की चुनौतियों का सामना करने के लिए अच्छी तरह से तैयार है। भारतीय अर्थव्यवस्था के अच्छी स्थिति में होने की एक वजह इसकी अनोखी प्रतिक्रिया रणनीति है।’’ समीक्षा कहती है कि अगले वित्त वर्ष में वृद्धि को व्यापक टीकाकरण, आपूर्ति-पक्ष में किए गए सुधारों से हासिल लाभ एवं नियमनों में दी गई ढील से समर्थन मिलेगा। समीक्षा में कहा गया है कि निर्यात में मजबूत वृद्धि और राजकोषीय गुंजाइश होने से पूंजीगत व्यय में तेजी आएगी जिससे अगले वित्त वर्ष में वृद्धि को समर्थन मिलेगा। इसमें कहा गया है, ‘‘देश की वित्तीय प्रणाली अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार को समर्थन देने के लिए बेहतर स्थिति में है। वित्तीय प्रणाली की मजबूती से निजी निवेश में तेजी आने की संभावना है।’’ समीक्षा कहती कि निजी क्षेत्र का निवेश बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार के लिए वित्तीय प्रणाली अच्छी तरह तैयार है। इसमें आगे कहा गया कि बैंकिंग प्रणाली अच्छी तरह से पूंजीकृत है और गैर-निष्पादित आस्तियों (एनपीए) में संरचनात्मक रूप से गिरावट आई है। समीक्षा के मुताबिक, थोक कीमतों पर आधारित मुद्रास्फीति की ऊंची दर कुछ हद तक आधार प्रभाव के कारण है, लेकिन साथ ही इसमें कहा गया है कि भारत को आयातित मुद्रास्फीति से सावधान रहने की जरूरत है। ऊंची ऊर्जा कीमतों के संबंध में खासतौर से यह बात कही गई है। समीक्षा के मुताबिक केंद्र एवं राज्य सरकारों का सामाजिक सेवा क्षेत्र पर सम्मिलित व्यय वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 71.61 लाख करोड़ रुपये हो गया। यह वर्ष 2020-21 में 65.24 लाख करोड़ रुपये के संशोधित अनुमान से 9.8 प्रतिशत अधिक है।
आर्थिक समीक्षा के मुताबिक, वर्ष 2021-22 में केंद्र एवं राज्य सरकारों का सामाजिक सेवाओं पर व्यय 71.61 लाख करोड़ रुपये रहने का बजट अनुमान है। इसमें शिक्षा क्षेत्र पर सर्वाधिक 6.97 लाख करोड़ रुपये खर्च किए गए जबकि स्वास्थ्य पर 4.72 लाख करोड़ रुपये खर्च हुए। वहीं वित्त वर्ष 2020-21 में सामाजिक सेवा क्षेत्र पर सरकारी व्यय 65.24 लाख करोड़ रुपये रहा था। इसमें शिक्षा क्षेत्र पर 6.21 लाख करोड़ रुपये खर्च किए गए थे जबकि स्वास्थ्य क्षेत्र पर 3.50 लाख करोड़ रुपये व्यय किए गए थे। दूरसंचार क्षेत्र में सुधारों से 4जी प्रसार को बढ़ावा मिलेगा, तरलता या नकदी का प्रवाह बढ़ेगा और 5जी नेटवर्क में निवेश के लिए अनुकूल माहौल बनेगा। समीक्षा में आगे कहा गया कि 2021 में समाप्त 2020-21 के आपूर्ति वर्ष में एथनॉल की आपूर्ति 302 करोड़ लीटर से अधिक रहने का अनुमान है। यह आपूर्ति वर्ष 2013-14 में केवल 38 करोड़ लीटर थी। आर्थिक समीक्षा ने कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए जारी टीकाकरण को न सिर्फ स्वास्थ्य बल्कि अर्थव्यवस्था को खोलने के लिहाज से भी बेहद अहम बताया है। इसके मुताबिक, देश की 70 फीसदी से अधिक वयस्क आबादी को कोविड टीके की दोनों खुराकें लगाई जा चुकी हैं। दस्तावेज में कहा गया कि देश को 2024-25 तक 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिये इस दौरान बुनियादी ढांचे पर 1,400 अरब डॉलर खर्च करने की जरूरत होगी। इसमें कहा गया है कि वित्त वर्षों 2008-17 के दौरान भारत ने बुनियादी ढांचे पर 1,100 अरब डॉलर खर्च किये हैं। हालांकि, बुनियादी ढांचा क्षेत्र में निवेश बढ़ाने को लेकर चुनौतियां भी हैं। निर्यात में विविधता लाने के लिए आर्थिक समीक्षा में प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) पर जारी बातचीत को तेजी से आगे बढ़ाने पर जोर दिया गया है। समीक्षा के मुताबिक भारत 630 अरब डॉलर से अधिक के विदेशी मुद्रा भंडार और हालात से निपटने के लिए पर्याप्त नीतिगत गुंजाइश होने से फेडरल रिजर्व समेत विदेशी केंद्रीय बैंकों के मौद्रिक नीतिगत कदमों का बखूबी सामना कर सकता है। आर्थिक समीक्षा में अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व और अन्य बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के केंद्रीय बैंकों की मौद्रिक नीतियों के साथ तालमेल बिठाने के लिए भारत की मौद्रिक स्थिति को उपयुक्त बताया गया। आर्थिक समीक्षा में कहा गया कि इक्विटी निवेश में सुस्ती के चलते अप्रैल-नवंबर, 2021 के दौरान शुद्ध प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) घटकर 24.7 अरब डॉलर रह गया, जबकि सकल एफडीआई आवक घटकर 54.1 अरब डॉलर रही। समीक्षा के मुताबिक कृषि क्षेत्र ने कोविड-19 के झटके को सहने के प्रति अपनी जिजीविषा को प्रदर्शित किया है और इसके चालू वित्तवर्ष में 3.9 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है। समीक्षा में सरकार को फसल विविधीकरण, संबद्ध कृषि क्षेत्रों और नैनो यूरिया जैसे वैकल्पिक उर्वरकों को प्राथमिकता देने का सुझाव भी दिया गया है।
इसमें कहा गया कि आपूर्ति पक्ष के बेहतर प्रबंधन और ईंधन शुल्क में कटौती के चलते चालू वित्त वर्ष में अभी तक कीमतें काफी हद तक नियंत्रित रही हैं। हालांकि, इसमें महंगाई को लेकर कोई पूर्वानुमान नहीं दिया गया है। समीक्षा में कहा गया है कि आयातित खाद्य तेल और दालों की मुद्रास्फीति ने इन उत्पादों की कीमतों को बढ़ा दिया, जिसे सरकार ने सक्रिय उपायों से नियंत्रित किया। आर्थिक समीक्षा के मुताबिक महामारी के आर्थिक झटकों को देश की वाणिज्यिक बैंकिंग प्रणाली ने अच्छी तरह झेला है। हालांकि कुछ विलंबित प्रभाव अभी भी देखे जा सकते हैं। समीक्षा में आगे कहा गया कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का कुल शुद्ध लाभ वर्ष 2021-22 की पहली छमाही में यह बढ़कर 31,144 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वर्ष 2020-21 की पहली छमाही में यह 14,688 करोड़ रुपये रहा था। समीक्षा में कहा गया कि रेल क्षेत्र में अगले 10 साल के दौरान भारी पूंजीगत खर्च देखने को मिलेगा। रेलवे की क्षमता वृद्धि पर ध्यान देने की जरूरत होगी, जिससे 2030 तक इसकी क्षमता मांग से अधिक रहे। इसके लिए क्षेत्र पर भारी पूंजीगत खर्च करने की जरूरत होगी। समीक्षा में कहा गया कि भारतीय रेल के लिए 2009-14 के दौरान औसत वार्षिक पूंजीगत व्यय 45,980 करोड़ रुपये था, जिसे 2021-22 के दौरान 2,15,058 करोड़ रुपये तक बढ़ाया गया। इसमें आगे कहा गया कि राजस्व में अच्छी वृद्धि और सरकार की अनुकूल राजकोषीय नीति से अतिरिक्त वित्तीय समर्थन की और गुंजाइश बनी है। सकल कर राजस्व अप्रैल-नवंबर 2021 के दौरान 50 प्रतिशत बढ़ा है। जबकि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह जुलाई, 2021 से लगातार एक लाख करोड़ रुपये के ऊपर बना हुआ है। आर्थिक समीक्षा पर प्रतिक्रिया देते हुए उद्योग जगत ने सोमवार को कहा कि अगले वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की 8 से 8.5 प्रतिशत की वृद्धि दर का अनुमान ‘आशावादी’ है।
उद्योग जगत का कहना है कि केंद्रीय बजट में अर्थव्यवस्था में नई जान डालने के लिये राजकोषीय प्रबंधन तथा सुधारों को आगे बढ़ाये जाने पर जोर दिये जाने की उम्मीद है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार को संसद में 2022-23 का बजट पेश करेंगी। जबकि 2021-22 की आर्थिक समीक्षा सोमवार को पेश की गयी। हालांकि, विशेषज्ञों ने कहा कि एक अप्रैल से शुरू हो रहे वित्त वर्ष 2022-23 के लिये 8 से 8.5 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान आशावादी जरूर है लेकिन यह जिन सकारात्मक मान्यताओं पर आधारित है, उसमें से कुछ शायद पूरे नहीं हों। उद्योग मंडल सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि आर्थिक समीक्षा में चालू वित्त वर्ष के लिये 9.2 प्रतिशत और अगले वित्त वर्ष के लिये 8 से 8.5 प्रतिशत वृद्धि दर का अनुमान भारत को लगातार दो साल तक दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बनाएगा। उद्योग मंडल एसोचैम ने कहा कि आर्थिक समीक्षा के अनुसार, आपूर्ति व्यवस्था में सुधार तथा कोविड-19 महामारी से प्रभावित समाज के कमजोर तबकों के लिये किये गये उपायों के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था 2022-23 की चुनौतियों का सामना करने के लिए अच्छी तरह से तैयार है। पीडब्ल्यूसी इंडिया में आर्थिक सलाहकार सेवाओं के भागीदार और प्रमुख रानेन बनर्जी ने कहा कि समीक्षा में वृद्धि दर अगले वित्त वर्ष में 8-8.5 प्रतिशत की सीमा में बढ़ने का अनुमान है। इसमें स्पष्ट आंकड़ों के बजाय दायरा दिया गया है। क्रिसिल के मुख्य अर्थशास्त्री धर्मकीर्ति जोशी ने भी कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 के लिये वृद्धि परिदृश्य आशावादी है क्योंकि बाह्य कारकों की वजह से इसके नीचे जाने का जोखिम है। इसमें कच्चे तेल की ऊंची कीमत और कई प्रमुख देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा मौद्रिक नीति रुख को कड़ा किये जाने को लेकर उठाये जा रहे कदम हैं।
उत्तराखंड में महंगाई के मुद्दे कांग्रेस पार्टी ने किया श्वेतपत्र जारी : सरकार देश के नागरिकों की करा रही जासूसी : सचिन
देहरादून, राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट मोदी सरकार पर हमलावर हुए। उन्होंने कहा कि पेगासस मामले नई जानकारी सामने आ रही है। केंद्र सरकार की ओर से मामले में की गई जांच संतोषजनक नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार देश के नागरिकों की जासूसी करा रही है। इस मौके पर उत्तराखंड में महंगाई को लेकर पार्टी का श्वेतपत्र भी जारी किया गया।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां लगातार तेज हो रही हैं। भाजपा-कांग्रेस दोनों ही दलों के स्टार प्रचार यहां हुंकार भर रहे हैं। इसी कड़ी में सचिन पायलट देहरादून पहुंचे। यहां उन्होंने राजपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार के लिए प्रचार किया। सचिन पायलट ने जनता के बीच पहुंचकर पार्टी को समर्थन देने की अपील की। इसके साथ ही सचिन पायलट ने व्यापारियों से भी बातचीत की।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान सचिन पायलट ने पेगासस मामले को लेकर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। यहां तक कि उन्होंने देश के नागरिकों की जासूसी तक का भी आरोप लगा दिया। साथ ही उत्तराखंड में महंगाई के मुद्दे पर पार्टी का श्वेतपत्र भी जारी किया।
भाजपा है कन्फ्यूज पार्टी- गौरव
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने रविवार को भाजपा पर निशाना साधते हुए उसे पांच साल में तीन मुख्यमंत्री बदलने वाली कन्फ्यूज पार्टी करार दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा के चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी तथा राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी मौजूदा सरकार के पांच काम भी नहीं गिना पाए। कांग्रेस जब सत्ता में आएगी, तो उसी दिन जिस टेबल पर मुख्यमंत्री अपना पद ग्रहण कर हस्ताक्षर करेंगे, उसी पर उत्तराखंडी स्वाभिमान के लिए चार धाम-चार काम पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
ब्रैकिंग : पत्नि ने की रानीहार मांग, पति ने उतार दिया मौत के घाट
देहरादून, रानी हार की मांग क्या की पति गुस्से में आ गया और उतार दिया मौत के घाट, यह घटना दून के फ्रेंड्स एनक्लेव की है जहां तो पति ने अपनी पत्नि की कर दी हत्या। पूछताछ के दौरान आरोपित ने इस मर्डर मिस्ट्री से पर्दा उठाया। मामला देहरादून के फ्रेंड्स एनक्लेव डिफेन्स कालोनी का है। इंस्पेक्टर प्रदीप चौहान ने बताया कि सौरभ श्रीवास्तव निवासी मूलन छपरा थाना पिटेरवा, जनपद कुशीनगर(यूपी) ने 29 जनवरी को अपनी पत्नी की गला रेत कर हत्या कर दी थी। वहीं, बेटी को भी मारने की कोशिश की थी।
सौरभ श्रीवास्तव आर्मी कैंटीन में मार्केटिंग का काम करता था, जहां से उसकी अच्छी खासी इनकम हो जाती थी। पुलिस के मुताबिक, उसकी पत्नी श्वेता ऐश परस्ती का जीवन जीने की आदी हो गई थी। उसकी पत्नी आमदनी से ज्यादा की खर्च करती रहती थी, जिससे वह कर्जे में डूब गया। तीन माह पूर्व उसकी नौकरी भी छूट गई और वह वर्तमान में काफी आर्थिक तंगी मे चल रहा था। तीन माह से वह अपने कमरे का किराया भी नही दे पाया था। आरोपित ने बताया कि उसकी छोटी बहन की शादी 10 फरवरी को होनी तय हुई थी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी उसके ऊपर ही थी,
सौरभ के अनुसार उसने अपनी बहन की शादी के लिए किसी व्यक्ति से पांच लाख रुपये ब्याज पर लेने की बात कर रखी थी, लेकिन वह टाल-मटोल कर रहा था। क्योंकि उसकी नौकरी छूट गयी थी। दूसरी ओर श्वेता को जब बहन की शादी में चलने के लिए कहा तो श्वेता कहने लगी शादी में तभी जाएगी जब रानीहार लाकर देगा। काफी समझाने पर भी वह नही मानी और उसने रानीहार की जिद करने लगी। गुस्से में वह घर के कपडे इधर-उधर फेंकने लगी। जब उसे रोकने की कोशिश की तो उसने हाथ उठा दिया। उस समय उसका बेटा दूसरे कमरे मे सो रहा था और बेटी बच्चों के साथ बाहर सड़क पर खेल रही थी, पत्नि श्वेता के हाथ उठाने से वह गुस्से में आ गया और उसे बैडरुम वाले कमरे मे पटक दिया। फिर दोनों हाथों से उसका गला दबाया तो उसके मुंह से झाग निकलने लगा। उसके होठ नीले पड़ गए। उसे लगा कि श्वेता जिन्दा है तो वह किचन से सब्जी काटने का चाकू लाया और श्वेता का गला काट दिया। इसी दौरान उसकी मेरी बेटी आ गई और देखकर रोने लगी। आरोपित ने उसे समझाया, लेकिन वह नही मानी और बाहर की तरफ भागकर चिल्लाने लगी तो उसने उसका गला दबाया तो वह बेहोश हो गई। घटना के बाद आरोपित स्कूटी लेकर फरार हो गया।
फरवरी में 12 दिन बंद रहेंगे बैंक, ब्रांच जाने से पहले देखें छुट्टियों की पूरी लिस्ट
नई दिल्ली. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने फरवरी 2022 के लिए बैंकों की छुट्टियों (Bank Holidays in February 2022) की लिस्ट जारी कर दी है. ऐसे में बेहतर होगा कि आप फरवरी के लिए छोड़े गए कामों के लिए ब्रांच जाने से पहले बैंकों की छुट्टियों की लिस्ट (Bank Holidays List) जरूर देख लें. इस लिस्ट के मुताबिक फरवरी 2022 में कुल 12 दिन बैंक बंद रहेंगे.
फरवरी में बैंकों की कुल 12 दिन की छुट्टियों (Bank Holidays in February) में 4 छुट्टी रविवार के हैं. इनमें कई छुट्टियां लगातार भी पड़ने वाली है. बता दें कि पूरे देश में 12 दिन बैंक बंद नहीं रहेंगे. आरबीआई की आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई अवकाश की सूची (Bank Holidays List) के मुताबिक, ये छुट्टियां अलग-अलग राज्यों में हैं. ये सभी छुट्टियां सभी राज्यो में लागू नहीं होंगी. वहीं, आरबीआई की गाइडलाइंस के मुताबिक रविवार के अलावा महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को बैंक बंद रहते हैं.
फरवरी 2022 में Bank Holidays
आइए जानते हैं कि फरवरी 2022 में किन राज्यों में कब-कब बैंक बंद रहेंगे? लिहाजा, अगले महीने छुट्टी की लिस्ट के आधार पर आप अपने बैंक से जुड़े कामकाज निपटा लें, जिससे आप बेवजह की दिक्कत से बच सकें.
तारीख छुट्टियां
2 फरवरी सोनाम लोसर (सिक्किम में बैंक बंद)
5 फरवरी सरस्वती पूजा/वसंत पंचमी (हरियाणा, ओडिशा, पंजाब, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में बैंक बंद)
6 फरवरी रविवार
12 फरवरी माह का दूसरा शनिवार
13 फरवरी रविवार
15 फरवरी हजरत अली जयंती/लुई-नगाई-नी (उत्तर प्रदेश और मणिपुर में बैंक बंद)
16 फरवरी गुरू रविदास जयंती (चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में बैंक बंद)
18 फरवरी डोलयात्रा (पश्चिम बंगाल में बैंक बंद)
19 फरवरी छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती (महाराष्ट्र में बैंक बंद)
20 फरवरी रविवार
26 फरवरी माह का चौथा शनिवार
27 फरवरी रविवार
जिन्होंने पवित्र चारों धामों के लिए कभी कोई कार्य नहीं किया वही लोग चार धाम चार काम का झूठा दावा कर रहे : डा. निशंक
देहरादून, भाजपा की तरफ से कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व सीएम डा॰ रमेश पोखरियाल निशंक कहा कि जिन्होंने पवित्र चारों धामों के लिए कभी कोई कार्य नहीं किया वही लोग चार धाम चार काम का झूठा दावा कर रहे हैं | पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होने कहा कि मोदी जी के मार्गदर्शन में भाजपा सरकार ने प्रदेश में अभूतपूर्वक काम किए है, जिसे जनता बखूबी जानती है | अब चूंकि कांग्रेस और विपक्ष ने जानते बूझते आँखें मूंदी हुई हैं इसलिए उन्हे नज़र नहीं आने वाला |
हरिद्वार रोड स्थित मीडिया सेंटर में पत्रकार वार्ता के दौरान बात करते हुए डा॰ निशंक ने कहा कि प्रदेश ने इन 5 वर्षों में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क-रेल व संचार इंटरकनेक्टिविटी, रोजगार, पर्यटन लगभग सभी क्षेत्रों में नए नए आयामों को छुआ है | उन्होने कहा कि स्वास्थ्य की बात करें तो 2017 के 836 करोड़ के मुक़ाबले आज लगभग 3000 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं | केंद्र की अटल आयुष्मान योजना के दायरे में प्रदेश के प्रत्येक परिवार को लाकर प्रदेशवासियों की सेहत की चिंता भाजपा सरकार ने की | अब तक 4 लाख से अधिक लोग इस योजना का लाभ ले चुके हैं | इसके अतिरिक्त चाहे ऋषिकेश में AIIMS की स्थापना के साथ श्रीनगर, हल्द्वानी, देहरादून, अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज व कुमायूं में सेटेलाइट AIIMS की स्थापना सभी भाजपा सरकारों की देन है | उन्होने कहा प्रदेश की हमारी सरकार ने कोरोना महामारी में बेहतर और शत प्रतिशत टीकाकरण करते हुए लोगों की जान बचाने का कार्य किया है
कोरोना काल में सूबे के 15 लाख परिवारों को 2 साल तक मुफ्त राशन उपलब्ध कराया गया, उज्ज्वला योजना के तहत राज्य में 4.25 लाख गैस क्नेक्सन फ्री दिये गए | संपत्ति में प्रदेश की आधी आबादी, महिलाओं को पूरा अधिकार दिलाया, साथ ही मातृ शक्ति को ब्याजमुक्त ऋण की योजना शुरू की | केंद्र की मदद से राज्य सरकार ने सड़क, रेल और हवाई मार्गों का जाल बिछाकर आधारभूत ढांचा मजबूत करते हुए प्रदेश को आज आर्थिक विकास के हाइवे पर पहुंचा दिया है |
उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तराखंड के सैनिक प्रदेश है लेकिन अपने जवानों के लिए एक भी बड़ा कार्य नहीं करने वाली कांग्रेस अब सैनिक प्रेमी होने का मुखौटा लगाकर जनता के बीच जा रही है | वहीं मोदी सरकार में 40 वर्षों से लटकाई वन रेंक वन पेंशन की मांग को पूरा किया, पांचवे धाम के रूप में सैनिक धाम की स्थापना की, कार्गिल युद्ध के समय पहली बार देशभक्तों को सम्मान दिलाने का कार्य भी अटल सरकार ने शुरू किया | वहीं दूसरी और उत्तराखंड की शान और दिवंगत जनरल विपिन रावत को गली का गुंडा बताने वाले, वीर जवानों को आतंकवादी और बलात्कारी तक कहने वाली कांग्रेस अब उत्तराखंड में सैनिकों की हितेषी दिखने का ढोंग कर रही है |
इस अवसर पर डोईवाला विधानसभा से निर्दलीय ताल ठोकने वाले असंतुष्ट पूर्व भाजयुमो अध्यक्ष सौरभ थपलियाल, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुभाष भट्ट और पूर्व प्रधान राहुल पँवार ने उपस्थित होकर नाम वापिस लेने की घोषणा की | ड़ा॰ निशंक ने जानकारी दी कि हरिद्वार से जय भगवान सैनी, रुड़की से टेक बल्लभ और नितिन शर्मा समेत अनेक प्रत्याशियों ने भाजपा के पक्ष में नाम वापिस लिया | पत्रकारों के सवाल का जबाब देते हुए निशंक ने कहा कि शीघ्र ही अन्य पार्टी असंतुष्टों को भी बैठा लिया जाएगा | पत्रकार वार्ता में प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी, महिला मोर्चे की राष्ट्रीय महामंत्री दीप्ति रावत, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान, प्रदेश प्रवक्ता रवीद्र जुगरान, विपिन केंथुरा, बद्रीकेदार मंदिर समिति अध्यक्ष अजयेन्द्र अजय, राजीव तलवार समेत अनेक पार्टी पदाधिकारी उपस्थित थे |
भाजपा कल 1 फरवरी से गढ़वाल और कुमायूं मंडलों में शुरू करेगी चुनाव अभियान
देहरादून, उत्तराखंड भारतीय जनता पार्टी कल 1 फरवरी से गढ़वाल और कुमायूं मंडलों में दो स्थानों पर एक साथ चुनाव अभियान की शुरू करने जा रही है | पार्टी प्रदेश महामंत्री राजेंद्र भण्डारी द्धारा जारी कार्यक्रम की जानकारी देते हुए प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने बताया कि इस अभियान का आगाज, गढ़वाल मण्डल, देहारादून के विकासनगर में प्रात: 11 बजे हिमाचल के मुख्यमंत्री माननीय जयराम ठाकुर द्धारा किया जाएगा | इसके बाद जयराम ठाकुर सहसपुर विधानसभा में पार्टी प्रत्याशी के डोर टू डोर कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे | वहीं दूसरी और कुमायूं मण्डल में भाजपा चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत हरियाणा के मुख्यमंत्री माननीय मनोहर लाल खट्टर द्धारा हल्द्वानी से प्रात: 12 बजे किया जाएगा | इसके उपरांत मनोहर लाल खट्टर लालकुंआ विधानसभा में स्थानीय भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में डोर टू डोर अभियान में भी शिरकत करेंगे |
इसके अतिरिक्त पार्टी की और से जानकारी दी गयी कि 3 फरवरी को राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय श्री जे पी नड़ड़ा और 4 फरवरी को माननीय गृह मंत्री श्री अमित शाह एक दिन के प्रवास में उत्तराखंड प्रचार अभियान में प्रतिभाग करने आ रहे हैं | इस क्रम में श्री जे पी नड़ड़ा जी उत्तरकाशी में प्रात 11.15 बजे जनसभा को संबोधित और डोर टू डोर कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे | इसके उपरांत राष्ट्रीय अध्यक्ष रामनगर विधानसभा में दोपहर 2.45 बजे जनसभा को संबोधित करेंगे और डोर टू डोर कैम्पेन में प्रतिभाग करेंगे | वहीं श्री अमित शाह जी 4 फरवरी को पिथौरागढ़ में प्रात 11.20 बजे जनसभा को संबोधित और डोर टू डोर कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे | इसके उपरांत माननीय गृह मंत्री जी नरेंद्रनगर विधानसभा में दोपहर 3 बजे जनसभा को संबोधित करेंगे और डोर टू डोर कैम्पेन में प्रतिभाग करेंगे |
सीएम पुष्कर सिंह धामी पहुंचे परमार्थ निकेतन, गंगा पूजन के साथ की मां गंगा की आरती
ऋषिकेश, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी परमार्थ निकेतन पहुंचकर गंगा पूजन के साथ मां गंगा की आरती की। उन्होंने परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती से भेंट कर आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि परमार्थ निकेतन गंगा तट आस्था, व्यवस्था और विद्वत्ता का चुम्बक है जो जनसमुदाय को अपनी ओर आकर्षित करता है। सायंकालीन गंगा आरती अपने आप में एक अनूठा आयोजन है और वैश्विक आकर्षण का केन्द्र भी है। इस दिव्य तट ने न केवल भारतीय समुदाय को बल्कि वैश्विक समुदाय को भी अपनी ओर आकर्षित किया है | इस अवसर पर निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशनन्द, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार, महापौर ऋषिकेश अनीता ममगाई, गायक कन्हैया मित्तल,यम्केश्वर से प्रत्याशी रेणु बिष्ट आदि मौजूद रहे।
सांसद ने किया भाजपा प्रत्याशी मुनीश सैनी के चुनावी कार्यालय का उदघाटन
हरिद्वार, जनपद के कलियर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी मुनीश सैनी ने बेलड़ी गांव में चुनावी कार्यालय खोला। चुनावी कार्यालय का उद्घाटन करते हुए राज्य सभा सदस्य ने भाजपा कार्याकर्ताओं से एकजुट होकर चुनाव में जुट जाने का आह्वान किया। सोमवार को हवन पूजन के बाद भाजपा प्रत्याशी मुनीश सैनी के चुनावी कार्यालय भाजपा के राज्य सभा सांसद नरेश बंसल ने फीता काटकर उद्घाटन किया। इस दौरान नरेश बंसल ने कहा कि अब समय आ गया है कि कार्यकर्त्ता पूरे जोश के साथ चुनाव में जुट जाएं। उन्होंने कहा कि कलियर विधानसभा में भाजपा कार्याकर्त्ताओं का उत्साह देखते ही बनता है। इस दौरान भाजपा नेता श्यामवीर सैनी, कल्पना सैनी, राजबाला सैनी, देशपाल रोड, त्रिवेश सैनी, संजय सैनी, राजपाल धीमान, रविंद्र सैनी, मुकेश रोड सहित आदि मौजूद रहे।
“स्वस्थ्य घर-स्वस्थ्य उत्तराखंड“ अभियान 15 फरवरी से होगा शुरू : डॉ. एस.डी. जोशी
देहरादून, उत्तराखंड के जाने-माने सीनियर फिजीशियन व कॉडियोलाटिस्ट डॉ. एस.डी. जोशी ने देहरादून स्थित अपने शंकर क्लीनिक में प्रेसवार्ता का आयोजन किया। प्रेसवार्ता में डॉ एसडी जोशी ने अपनी साल 2022 की कार्ययोजनओं रखकर बताया कि एक बार फिर “स्वस्थ्य घर-स्वस्थ्य उत्तराखंड अभियान“ शुरू करने जा रहे हैं। इस अभियान की शुरूआत चमोली जनपद के दुर्गम गांव से होगी। डॉ. जोशी ने बताया उनके इस अभियान में विचार एक नई सोच संस्था प्रमुख सहयोगी की भूमिका में रहेगी। संस्था निशुन्क दवाईयों के साथ ही कोरोना जागरूकता को लेकर मास्क व सेनेटाइजर भी उपलब्ध करायेगी। इस दौरान प्रेसवर्ता में डॉ जोशी के साथ विचार एक नई सोच संस्था के संचालक राकेश बिजल्वाण मौजूद रहे। पत्रकारवार्ता में डॉ एसडी जोशी के क्लीनिक के टीम के सदस्य दीपक जुगराण, कपिल थापा, हिमानी, प्रदीप चमोली, मोहन पुरोहित व अभिषेक मंमगई मौजूद रहे।
“स्वस्थ्य घर-स्वस्थ्य उत्तराखंड“ अभियान होगा शुरू
सीनियर फिजीशियन व कॉडियोलाटिस्ट डॉ एसडी जोशी ने बताया कि एक बार फिर आगामी 15 फरवरी से वह “स्वस्थ्य घर-स्वस्थ्य उत्तराखंड“ अभियान शुरू करने जा रहे हैं। इस बार उनका प्रयास है कि सीमांत गांवों में पहुंचकर निशुन्क हैल्थ कैंप लगाए जायें। उनकी प्राथमिकता में चमोली, पिथौरागढ़ व उधमसिंहनगर जनपद हैं। वह अलग-अलग विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम लेकर सीमांत गांवों में जायेंगे। आवश्यकता हुई तो रात्रि विश्राम भी करेंगे। उनका प्रयास रहेगा कि अधिक से अधिक लोगों को स्वास्थ्य लाभ मिल सके और हमारे पास एक डॉटा भी इक्कठा हो जाये कि आखिर पर्वतीय क्षेत्रों में किस तरह की बीमारियों के मरीजों की संख्या ज्यादा है।
कोरोना जागरूकता को लेकर उत्तराखंड भ्रमण अभियान
डॉ एसडी जोशी ने बताया कि पिछले साल की तरह इस साल भी वह कोरोना जागरूकता को लेकर उत्तराखंड भ्रमण अभियान शुरू कर चुके हैं। इस अभियान के जरिए उनकी कोसिश है कि हर व्यक्ति हर समय कोरोना को लेकर सर्तक रहे। कोरोना के आकड़े भले ही कम या ज्यादा हो रहे हैं लेकिन यह खत्म नहीं हुआ है। हमें इसके साथ ही जीना सीखना होगा। इसलिए सर्तकता और वैक्सीन लगवाना ही कोरोना से बचाव का एक मात्र उपाय है।
उत्तराखंड की बोली-भाषा को लेकर जागरूकता अभियान
डॉ एसडी जोशी ने बताया कि वह उत्तराखंड की बोली-भाषा को लेकर भी जागरूकता अभियान चला रहे हैं। अधिक से अधिक लोगों को अपनी बोली-भाषा की जानकारी हो इसको लेकर वह लोगों को लगातार प्रोत्साहित करते रहते हैं। उनके क्लीनिक भी जो भी व्यक्ति इलाज के लिए आते हैं वह उन सभी को जागरूक करते हैं। इसका परिणाम भी सामने आ रहा है। अब क्लीनिक में आने वाले ज्यादातर लोग उत्तराखंड की बोली-भाषा में बात करते हैं।
पत्रकारों व उनके परिजनों के लिए निशुल्क शिविर
डॉ एसडी जोशी ने बताया कि पत्रकार हमारे समाज का महत्वपूर्ण हिस्सा है। लोकतत्र के इस चौथे स्तंभ की समाज में महत्वपूर्ण भूमिका है। इसलिए उन्होने भी प्रत्येक माह एक दिन पत्रकारों व उनके परिजनों की निशुल्क स्वास्थ्य जांच के लिए रखा है। जिसमें पत्रकार व उनके परिजन आकर अपनी स्वास्थ्य जांच करा सकते हैं।
क्लीनिक की आमदमी का खर्च जरूरतमंद लोगों की मद्द में
डॉ एसडी जोशी ने बताया उनके द्वारा शुरू किए गये शंकर क्लीनिक को 2 वर्ष पुरे हो चुके हैं। यह क्लीनिक भी समाजसेवा के उद्देश्य से शुरू किया गया है। मेरा जीवन का मकसद है इलाज के अभाव में किसी की मृत्य न हो। इस क्लीनिक से होने वाली आमदनी को आर्थिक रूप से कमजोर लोगों व निशुल्क हैल्थ कैंप लगाने में खर्च किया जाता है।
घनसाली से सोहनलाल खण्डेवाल व ओम प्रकाश सहित 5 प्रत्याशियों ने लिया नाम वापस
टिहरी, विधान सभा सामान्य निर्वाचन-2022 के सफल सम्पादनाार्थ जिला निर्वाचन अधिकारी टिहरी गढ़वाल इवा आशीष श्रीवास्तव के दिशा-निर्देशन में आज रिटर्निंग ऑफिसरों द्वारा जनपद की सभी 06 विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों हेतु नामित प्रत्याशियों के नाम वापसी की प्रक्रिया सम्पन्न हुई, जिस 05 प्रत्याशियों द्वारा नाम वापस लिये गये। गौरतलब हो कि विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2022 में जनपद की सभी 06 विधानसभाओं हेतु कुल 44 प्रत्याशियों ने नामांकन करवाया था। जांच परीक्षण के उपरान्त विधानसभा क्षेत्र देवप्रयाग के प्रत्याशी सौरभ का नामांकन पत्र निरस्त किया गया। आज सोमवार को नाम वापसी के उपरान्त 43 प्रत्याशियों में से 05 प्रत्याशियों द्वारा नाम वापस लिये गये है, जिनमें विधानसभा देवप्रयाग सेे निर्दलीय प्रत्याशी पार्वती देवी, टिहरी से आम आदमी पार्टी के वैकल्पिक प्रत्याशी युद्ववीर सिंह नेगी, प्रतापनगर से आम आदमी पार्टी के वैकल्पिक प्रत्याशी संगीता देवी, घनसाली से निर्दलीय प्रत्याशी सोहन लाल खण्डेवाल व आम आदमी पार्टी के वैकल्पिक प्रत्याशी ओम प्रकाश शामिल है।जबकि विधानसभा नरेन्द्रनगर व धनोल्टी से किसी भी प्रत्याशी द्वारा नाम वापस नहीं लिया गया। जनपद में नाम वापसी के बाद कुल 38 प्रत्याशियों द्वारा चुनाव लड़ा जायेगा।
चारधाम यात्रा : श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि बसंत पंचमी को होगी तय
देहरादून/ गोपेश्वर: उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2022 की तैयारियां अब धीरे-धीरे शुरू हो रही है। चारधाम – श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि 5 फरवरी बसंत पंचमी के दिन नरेंद्र नगर राजदरबार में तय होगी।
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय करने की प्रक्रिया के तहत श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ने कल रविवार को श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ परिसर से गाडू घड़ा को योग बदरी पांडुकेश्वर हेतु रवाना किया। इससे पहले समिति ने खजाने में रखे पवित्र तेल कलश को डिमरी पंचायत प्रतिनिधि श्री राकेश डिमरी एवं अरूण डिमरी को सौंपा गया ।
आज पांडुकेश्वर से पूजा अर्चना पश्चात तेल कलश पुनः श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ पहुंचेगा। चार फरवरी को तेल कलश जोशी मठ से रवाना होकर मंदिर समिति की चंद्रभागा ऋषिकेश स्थित धर्मशाला में रात्रि विश्राम हेतु पहुंचेगा।
- श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि 1 मार्च शिवरात्रि पर तय होगी।
- श्री गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाट अक्षय तृतीया 3 मई को खुलेंगे।
- रविवार को गाडू घड़ा तेल कलश मंदिर समिति ने श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ में डिमरी पुजारियों को सौंपा।
- गाडू घड़ा-तेलकलश समिति के चंद्रभागा ऋषिकेश स्थित धर्मशाला में पहुंचेगा
- 5 फरवरी राजमहल के सुपुर्द होगा तेल कलश
5 फरवरी को श्री डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के प्रतिनिधि गाडू घड़ा तेल कलश नरेंद्र नगर राज दरबार के सुपुर्द करेंगे, कोरोना गाईड लाईन एवं ओमिक्रान के प्रकोप को देखते हुए 5 फरवरी बसंत पंचमी को प्रात: 10 बजे से अति संक्षिप्त रूप से आयोजित कार्यक्रम में धार्मिक परंपरा विधि- विधान पंचाग गणना के अनुसार श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय होगी। इसी के साथ गाडू घड़ा तेलकलश हेतु राजमहल में तिलों के तेल को पिरोने की तिथि भी तय हो जायेगी।
यह तिलों का तेल श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर डिमरी पंचायत द्वारा श्री बदरीनाथ धाम पहुंचाया जायेगा। उल्लेखनीय है कि श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि 1 मार्च शिवरात्रि के दिन तय होगी जबकि श्री गंगोत्री -यमुनोत्री धाम के कपाट परंपरागत रूप से 3 मई अक्षय तृतीया को खुलेंगे। औपचारिक घोषणा श्री गंगोत्री-यमुनोत्री मंदिर समितियों एवं तीर्थ पुरोहितगण करेंगे।
कांग्रेस नेता सचिन पायलट उत्तराखंड़ पहुंचे, दून के व्यापारियों से मांगा समर्थन
देहरादून, उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों की बिसात बिछ गयी और दिग्गज नेता प्रचार को मैदान में उतर रहे हैं। इसी कड़ी में राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट उत्तराखंड के दौरे पर हैं। वे दून के राजपुर विधानसभा क्षेत्र पहुंचकर जनता के बीच पहुंचे और यहां से कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में साथ मांगा। इसके साथ ही बाजार में व्यापारियों से भी बात की। महानगर दून व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुनील कुमार बांगा के नेतृत्व में व्यापारी सचिन पायलट का फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया। इसके बाद डिस्पेंसरी रोड के समीप महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लालचंद शर्मा और पूर्व विधायक राजकुमार सहित सभी कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं ने सचिन पायलट का स्वागत किया। व्यापारियों ने उनके साथ पलटन बाजार से डिस्पेंसरी रोड में प्रचार किया। सचिन पायलट करीब साढ़े 11 बजे घंटाघर पहुंचे। युवा कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ताऔर जिला प्रभारी आरुषि सुंदरियाल ने जानकारी दी कि राजपुर रोड विधानसभा क्षेत्र में प्रचार के बाद कांग्रेस नेताओं से बातचीत करेंगे। इस दौरान युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस, सेवादल के कार्यकर्त्ता मौजूद रहे।
कोरोना संक्रमण : राज्य में आज मिले 1200 संक्रमित, कोरोना के कहर ने ली 10 की जान
देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना का कहर लगातार जारी हैं। आज उत्तराखंड में संक्रमण से 10 मरीजों की मृत्यु हुई है जबकि 1200 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं।
आज राज्य में कोरोनावायरस संक्रमण के 30,790 एक्टिव मामले है। आज 2499 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। वर्तमान में राज्य में कोरोना संक्रमण की दर 8.87 प्रतिशत से अधिक है।
पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक मामले राजधानी देहरादून से सामने आए। आज देहरादून में 368, हरिद्वार में 160, नैनीताल में 210, पौड़ी में 34, ऊधमसिंह नगर में 211, अल्मोड़ा में 25, रुद्रप्रयाग में 35, उत्तरकाशी में 45, बागेश्वर में 17, चंपावत में 67, पिथौरागढ़ में 07, चमोली में 11 और टिहरी जिले में 10 नए केस सामने आए।