Wednesday, May 14, 2025
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भाजपा की प्रदेश में पहली वर्चुअल सभा : विकास कार्यों का जन आशीर्वाद भाजपा को 60 पार के रूप में मिलेगा : धामी

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देहरादून, कोरोना महामारी के बीच चुनावी गाइडलाइन के मद्देनजर उत्तराखंड़ भाजपा ने अन्य पार्टियों पर बढ़त बनाते हुए आज पहली वर्चुअल सभा की ।देहरादून स्थित पार्टी के स्टुडियो से अपने सम्बोधन में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केंद्र सरकार की मदद से राज्य में संचालित 1.5 लाख करोड़ की योजनाएं और प्रदेश सरकार के विकास कार्यों का जन आशीर्वाद भाजपा को 60 पार के रूप में मिलेगा । इस अवसर पर उन्होंने डबल इंजन सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए विपक्ष पर हमला बोला कि जिन्होंने अपनी सरकार के कार्यकाल कोई बड़ा कार्य नहीं किया, जो सूबे में इतने बड़े पैमाने पर होने वाले विकास कार्यों की कल्पना भी नहीं कर सकते थे, वह लोगों को अब बरगलाने की असफल कोशिश कर रहे हैं । इस अवसर पर पार्टी प्रदेशाध्यक्ष मदन कौशिक ने कांग्रेस के साथ साथ ‘आप’ पार्टी को निशाने पर लेते हुए दिल्ली दंगों में उत्तराखंड़वासियों की हत्या के गुनाहगारों को बचाने का आरोप लगाया ।

भाजपा और प्रदेश की इस पहली वर्चुअल सभा में सीएम धामी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों ने मिलकर प्रदेश में सड़कों का जाल बिछा दिया है, चाहे वह चार धाम आल वेदर सड़क हो, भारतमाला सड़क प्रोजेक्ट हो या लिपुलेख के रास्ते निर्माणाधीन कैलाश मानसरोवर मार्ग । इतना ही नहीं देहरादून, हल्द्वानी सहित राज्य के जनपदों को दिल्ली से जोड़ने वाले सभी मार्गों को न केवल सुगम बनाया है साथ ही दूरियां भी बेहद कम कर दी है । केदारनाथ त्रासदी के बाद गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री रहते मोदी की मदद को ठुकराने वाली कांग्रेस को आईना दिखाते हुए धामी ने कहा कि बाबा केदारनाथ ने मोदी जी को अपने धाम के पुनर्निर्माण के लिए ही आशीर्वाद देकर 2014 में प्रधानमंत्री बनाया । यही वजह है कि मोदी जी ने 400 करोड़ से अधिक की योजनाएं स्वीकृत कर श्री केदार धाम को भव्य और दिव्य बनाने का चमत्कारिक कार्य किया है । इतना ही नहीं बद्रीनाथ धाम के लिए मास्टरप्लान बनाकर 250 करोड़ की व्यवस्थता मोदी सरकार ने की है । साथ ही साथ देहरादून के ज्योलिग्रांट एयरपोर्ट को उच्चीकृत कर शीघ्र अंतराष्ट्रीय बनाया जा रहा है । साथ ही पंतनगर, पिथौरागढ़, गौचर, उत्तरकाशी आदि अनेक स्थानों पर हवाई कनेक्टिविटी को बेहतर करने कार्य भाजपा सरकार ने किया है | उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि मोदी जी नेतृत्व में अटल आयुष्मान योजना को प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाने का कार्य हमारी सरकार ने किया, जिसका परिणाम है कि अब तक लगभग 4 लाख लोग इस मेडिकल सुविधा का लाभ ले चुके हैं | इसके अतिरिक्त किसान सम्मान निधि, श्रमिक कार्ड, अटाला आवास आदि अनेकों योजनाओं से समाज के अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक इसका लाभ पहुंचाने का कार्य किया है । वहीं दूसरी और कॉंग्रेस की सभी सरकारें एक खास वर्ग या तबके के लिए ही योजनाएँ बनाने में लगी रहती थी क्योंकि कांग्रेस और कारेपशन एक दूसरे के प्रयाय हैं ।
उन्होंने कांग्रेस में उमड़े सैनिक प्रेम पर निशाना लगते हुए कहा कि इस पार्टी के नेता दिवंगत जनरल विपिन रावत को सड़क का गुंडा कहते थे आज अपनी सभाओं में उनके बड़े बड़े कट आउट लगाकर ढोंग कर रहे हैं । जिन्होने वन रैंक बन पेंशन की मांग को हमेशा दबाये रखा, कभी सैनिकों के लिए जरूरी साजो समान और आधुनिक हथियारों की चिंता नहीं की और तो और जबाबी हमलों को लेकर सीमा पर खड़े सैनिकों के हाथ तक बांधे हुए थे | वही अब सैन्य प्रेमी होने का स्वांग रचाकर चुनाव में उतरे हुए हैं

सीएम धामी ने कहा कि उनके द्धारा अब तक 500 से अधिक योजनाओं को धरातल पर उतारने का कार्य शुरू किया जा चुका है । चाहे गन्ने के मूल्यों में 29.50 रुपए वृद्धि की बात हो, नजूल भूमि स्वामियों को उनका हक दिलवाने की बात हो, मलिन बस्तियों को पक्का करने की बात हो, बांग्लादेश से आए शरणार्थियों के परिचय पत्रों से पूर्वी पाकिस्तान शब्द हटाने की बात हो, चाहे सभी सरकारी पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की बात हो ।ऐसे अनेकों कार्य है जिन्हे हमारी सरकार ने जनता के आशीर्वाद से ही पूरा किया है | हमे विश्वास है कि सूबे की जनता हमे पुनः चुनाव में प्रचंड विजय दिलाकर 2025 की रजत जयंती से पूर्व ही उत्तराखंड का दशक शुरू करवाने का मौका देगी |

इस मौके पर पार्टी प्रदेशाध्यक्ष मदन कौशिक ने कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि कोविड प्रोटोकॉल के तहत वर्चुअल सभाए ही अधिक संभव हैं, इसलिए आप सभी मोदी जी, धामी जी और भाजपा के वास्तविक प्रतिनिधि बनकर जनता के बीच जाये और वोट के रूप में उनका आशीर्वाद लें ।उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जो कांग्रेस लोगों से एक मौका देने की अपील कर रहे हैं उनको केंद्र और राज्य दोनों जगह सरकार बनाने का भरपूर मौका मिला था, लेकिन इनकी नीयत में ही खोट था इसलिए इन्होने न तो स्वयं कोई कार्य किया और न ही उस समय केंद्र की मोदी सरकार को यहाँ मदद करने दी | प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार ने अपने सम्बोधन में सभी कार्यकर्ताओं से कोविड नियमों का पालन करते हुए अपने और संपर्क में आने वाली जनता के स्वस्थ्य की चिंता करते हुए विधानसभा चुनावों में जीत के लिए जुट जाने का आहवाहन किया ।

इस वर्चुअल सभा में सीएम व प्रदेशाध्यक्ष के साथ पार्टी महामंत्री संघटन अजेय कुमार, वर्चुअल सभा संयोजक पुष्कर काला, शेखर वर्मा, अजीत नेगी समेत अनेक पार्टी पदाधिकारी उपस्थित थे।

उत्तराखंड़ स्वास्थ्य विभाग ने डीआरडीओ के सहयोग से बनाए गये 500-500 बेड के अस्पतालों को फिर किया अधिग्रहण

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देहरादून, उत्तराखंड़ स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के मद्देनजर ऋषिकेश और हल्द्वानी में डीआरडीओ के सहयोग से बनाए गए 500-500 बेड के अस्पतालों का फिर से अधिग्रहण कर लिया है। इनका अधिग्रहण मार्च तक के लिए किया गया है। इस अवधि में इन अस्पतालों में आने वाले मरीजों का पूरा खर्च स्वास्थ्य विभाग उठाएगा।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। इस समय प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 18 हजार से अधिक एक्टिव केस हैं। प्रतिदिन तीन हजार से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर काम कर रहा है। अधिकांश सरकारी अस्पतालों को पूर्ण रूप से कोविड अस्पतालों में बदल दिया गया है। कोविड केयर सेंटर बनाए जा रहे हैं।

इसके साथ ही प्रदेश सरकार ने अब गत वर्ष डीआरडीओ द्वारा ऋषिकेश और हल्द्वानी में बनाए गए 500-500 बेड के दो फ्रेब्रिकेटेड अस्पतालों का भी अधिग्रहण कर लिया है। इन अस्पतालों के संचालन में काफी खर्च आता है। एक अनुमान के मुताबिक एक अस्पताल पर मासिक ढाई करोड़ रुपये खर्च होते हैं। इनमें चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ के वेतन से लेकर दवाओं, उपकरणों के साथ ही बिजली व पानी का बिल भी शामिल है। यही कारण भी था कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर समाप्त होने के बाद प्रदेश सरकार ने इन अस्पतालों को केंद्र के सुपुर्द कर दिया था।

अब क्योंकि कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे में स्वास्थ्य महकमे ने एहतियातन इन अस्पतालों का अधिग्रहण करने के साथ ही यहां चिकित्सकों की भी तैनाती कर दी है। यहां मरीजों का उपचार भी शुरू कर दिया गया है। सचिव स्वास्थ्य डा पंकज कुमार पांडेय का कहना है कि अभी मार्च तक के लिए इन अस्पतालों का अधिग्रहण किया गया है।

इसके बाद परिस्थितियों को देखते हुए इसकी समयसीमा को आगे बढ़ाने पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी ताकत के साथ जुटा हुआ है। विभाग के पास सभी आवश्यक दवाओं और उपकरण मौजूद हैं।

कांग्रेस और हरीश की सभी शर्तें मंजूर, 100 बार माफी मांगने को तैयार हैं हरक सिंह रावत

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देहरादून, भाजपा से निष्कासित होने के बाद अब पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के तेवर ढ़ीले नजर आये और उन्होंने पूर्व सीएम हरीश रावत की माफी मांगने की शर्त को स्वीकार करते हुए हरक सिंह रावत ने कहा कि वह 100 बार माफी मांगने को तैयार हैं। हरीश को बड़ा भाई कहते हुए हरक सिंह रावत कहते हैं कि उन्हें कांग्रेस और हरीश की सभी शर्तें मंजूर हैं। हरक ने कहा
उत्तराखंड के विकास के लिए वह कुछ भी कर सकते हैं। अगर उनके माफी मांगने पर उनके बड़े भाई हरीश उन्हें माफ कर देते हैं तो यह बहुत ही अच्छी बात होगी। ‘मैंने आज ( मंगलवार) को कांग्रेस हाईकमान से बात की है। उनके कांग्रेस के दोबारा ज्वाइन करने पर उन्हें जल्द ही बताया जाएगा, गौरतलब हो कि हरक सिंह रावत के कांग्रेस ज्वाइन करने पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा था कि हरक को कांग्रेस ज्वाइन करने से पहले माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस छोड़ने की गलती को हरक को स्वीकार करना होगा और तभी उनका कांग्रेस में दोबारा स्वागत होगा। हरीश ने कहा कि 2016 में हरक कांग्रेस पार्टी को संकट में डालकर भाजपा चले गए थे।

कहा कि हरक के कांग्रेस ज्वाइन करने पर हरीश ने दो टूक कहा कि कई पहलुओं पर विचार के बाद ही पार्टी हाईकमान कोई फैसला ले पाएगी। हरीश ने कहा था कि यदि कांग्रेस के लिए कोई काम करना चाहता है, तो करना चाहिए। किसी के हाथ बांधे नहीं जाते। हजारों लाखों लोग काम करते हैं। पार्टी ने अभी इस बाबत मुझसे पूछा नहीं है। पार्टी इस विषय पर सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेगी। राज्य की राजनीति, समाज में क्या प्रतिक्रिया होगी, उसके परिणाम क्या होंगे, सभी पर विचार करने के बाद ही निर्णय होगा

टिहरी बाईपास पर दुकान में करीब 90 हजार की नकदी व सामान की चोरी

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मसूरी। टिहरी बाईपास रोड मसूरी में एक दुकान में चोरो ने करीब 80 हजार का सामान पर हाथ साफ कर दिया जिसकी तहरीर थाने में दी गई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। टिहरी बाईपास पर दुकान चलाने वाले परवीन पंवार ने कोतवाली में तहरीर दी है जिसमें बताया गया कि उनकी परचून की दुकान से करीब 80 हजार का सामान पर चोरो ने हाथ साफ किया है। उन्होंने बताया कि पहले चोर उनके घर पर मध्यरात्रि दो बजे आये व घर का बाहर से दरवाजा बंद कर दिया तथा बिजली बंद करने के बाद दुकान पर चढ़ गये व खिड़की की जाली उखाड़ व शीशा तोड़कर दुकान में घुस गये व जमकर लूटपाट की। व बड़ी संख्या में दुकान का सामान व नकदी ले गये। उन्होंने बताया कि चोर पचास हजार रूपये नकद, तीन हजार की चाकलेट, दो पेटी अमूल, एक हजार पांच सौ, सात हजार की सिगरेट, 5 हजार की बीड़ी माचिस, चार हजार के चिप्स, दो हजार के परफयूम डियो, तीन हजार की क्रीम व 5 हजार का मेडिकल का सामान ले गये। इस संबंध में कोतवाल गिरीश चंद्र शर्मा ने कहा कि कोतवाली में चोरी की तहरीर दी गई है तथा पुलिस ने चोरी की जांच शुरू कर दी है।

राजनीतिक दलों व प्रत्याशियों को दिशा-निर्देशों के बारे में अवगत कराया

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देहरादून । जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी डॉ0 आर राजेश कुमार की अध्यक्षता में विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2022 के संबंध में राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों के साथ बैठक संपन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने निर्वाचन आयोग द्वारा राजनीतिक दलों व प्रत्याशियों हेतु जारी दिशा-निर्देशों के बारे में अवगत कराया और सभी से स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराए जाने हैं हेतु सहयोग की अपेक्षा की।
बैठक में नोडल व्यय अनुवीक्षण सेल/मुख्य कोषाधिकारी रोमिल चैधरी ने विस्तार पूर्वक राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों को आयोग द्वारा विस्तृत दिशा निर्देशों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नामांकन से पूर्व प्रत्येक अभ्यर्थी को एक अलग से चालू बैंक खाता खोलना होगा इसके साथ ही रु0 10 हजार से ऊपर के प्रत्येक लेनदेन ऑनलाइन या चेक के माध्यम से ही किए जाएं। उन्होंने बताया कि निर्वाचन के दौरान प्रचार हेतु उपयोग में लाए जाने वाले हैं पोस्टर पंपलेट आदि पर मुद्रक एवं प्रकाशक का नाम अवश्य रूप से लिखा होना जरूरी है। प्रत्याशियों को निर्वाचन व्यय का दैनिक रख-रखाव की भी जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि विधानसभा निर्वाचन हेतु आयोग द्वारा प्रति अभ्यर्थी के निर्वाचन व्यय की अधिकतम सीमा रु 40 लाख निर्धारित की है। बैठक में उन्होंने कई अन्य बिंदुओं पर भी उपस्थित पार्टी पदाधिकारियों को जानकारी उपलब्ध कराई।
इस दौरान नोडल अधिकारी एमसीएमसी रविंद्र जुवांठा ने बताया कि निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान राजनैतिक प्रकृति से सम्बन्धित/विज्ञापन/विज्ञापनो के टेलीविजन/रेडियो चैनलों/ श्रृव्य दृश्य प्रर्दशनो/इंटरनेट आधारित मीडिया/सोशल मीडिया और केबल नेटवर्क सहित बेबसाइड पर प्रकाशन-प्रसारण से राजनीतिक विज्ञापन प्रसारित किए जाने से पूर्व उनका प्रमाणीकरण कराना आवश्यक है।
बैठक में मुख्य कोषाधिकारी/नोडल अधिकारी व्यय रोमिल चैधरी, नोडल अधिकारी एमसीएमसी रविंद्र जुवांठा, उपकोषाधिकारी राजीव गुप्ता, तथा राजनैतिक पार्टियों में भाजपा से अरविन्द जैन व महेश गुप्ता, भारतीय राष्ट्रीय काग्रेंस से लाल चन्द शर्मा, सीपीआई (एम) से अन्नत आकाश, सीपीआई से एस.एस राजवर, यूकेडी से अभिषेक बहुगुणा, आम आदमी पार्टी से अमित कुमार, अशोक व रजनीश भास्कर, समाजवादी पार्टी से मौहम्मद नासीर, एवं यूजेपी से श्री एम सिंह उपस्थित थे।

बड़ी खबर : कोरोना का राज्य में बड़ा विस्फोट, आज रिकॉर्ड 4482 मरीज मिले, प्रदेश में कुल एक्टिव केस 20620 हुये

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‘देहरादून में 1687, हरिद्वार में 582, नैनीताल में 644 मामले सामने आये’

देहरादून, प्रदेश में कोरोना संक्रमण का आज भयंकर विस्फोट हुआ, जनवरी के इस माह में कोरोना संक्रमण ने तेजी पकड़ ली है, आज पिछले 24 घंटे में राज्य में 4482 कोरोना के नए मरीज मिले हैं। जबकि 6 की मौत हो गई है और 1865 कोरोना मरीज स्वास्थ्य हुए हैं। प्रदेश में कुल 20620 एक्टिव केस है।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार देहरादून में आज सबसे ज्यादा 1687 मामले सामने आए हैं, जबकि हरिद्वार में 582, नैनीताल में 644, पौड़ी गढ़वाल में 270, टिहरी में 157, चमोली में 202, रुद्रप्रयाग में 75, चंपावत में 104, पिथौरागढ़ में 30, उधम सिंह नगर में 398, उत्तरकाशी में 45, अल्मोड़ा में 207 और बागेश्वर में 81 मामले सामने आए हैं। बढ़ते मामलों ने सरकार व स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है।

विनोद रावत की फेसबुक पोस्ट से भूचाल : हमने दोस्ती निभाई, उन्होंने नौकर समझ लिया, वर्षों की दोस्ती को मिनटों में ठुकरा दिया

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देहरादून, पिछले 30 वर्षों से भाजपा से जुड़े विनोद रावत कोटद्वार से भाजपा की जीत दोहरा सकते हैं। कांग्रेस उम्मीदवार सुरेंद्र सिंह नेगी को यदि कोई जबरदस्त टक्कर दे सकता है तो वह हैं विनोद रावत। रावत छात्र जीवन से ही भाजयुमो से जुड़ गये थे और उन्होंने भाजपा को गढ़वाल में स्थापित करने में अहम भूूमिका अदा की। वह 1989 में भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार मनोहर कांत ध्यानी से लेकर जनरल बीसी खंडूड़ी के चुनाव में सक्रियता के साथ जुड़े रहे। भाजयुमो पौड़ी के जिलाध्यक्ष के तौर पर विनोद रावत ने उस दौर में भाजपा को पहाड़ में स्थापित किया जब भाजपा का वहां कोई अस्तित्व नहीं था।

विनोद रावत ने लैंसडाउन से भाजपा उम्मीदवार बलवीर सिंह नेगी के चुनाव में भी समर्थन जुटाने की हरसंभव कोशिश की। 1991 के लोकसभा चुनावो में भी जनरल खंडूड़ी के साथ लैंसडाउन, कर्णप्रयाग व पौड़ी विधान सभाओं के भ्रमण में लगातार सिर्फ वह और दयानंद चंदोला ही जुटे रहे।

विनोद रावत को पीड़ा है कि जिस दोस्त यानी हरक सिंह की खातिर उन्होंने पहले भाजपा छोड़ी और फिर किसी अन्य की ओर नहीं देखा तो उस दोस्त ने उन्हें नौकर समझ लिया। ऐसे में उनके पास मित्र का साथ छोड़ने के अलावा कोई चारा नहीं था। विनोद रावत ने हरक सिंह रावत का तब भी साथ दिया जब वे जैनी प्रकरण में फंस गये थे। हरक सिंह रावत को हर चुनाव जिताने में उनकी अहम भूमिका रही।

विनोद रावत एक कुशल रणनीतिकार हैं और किसी भी चुनाव की बाजी पलटने में सक्षम हैं। यदि भाजपा उन्हें कोटद्वार से टिकट देती है तो वह पार्टी की जीत को यहां से दोहरा सकते हैं

सत्ता की सीढ़ी चढ़ने के लिए बलि चढ़ेगा रघुवीर !, पिछले पांच साल से लैंसडाउन में सक्रिय है रघुवीर

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‘पहाड़ का लुटेरा हरक कर रहा रघु के सपनों की हत्या की साजिश’

पौड़ी जनपद के लैंसडाउन में पिछले पांच साल से गांव-गांव भटक रहे रघुवीर बिष्ट पर कल रात से खतरा मंडरा रहा है। वही खतरा जो महंत दिलीप रावत पर मंडरा रहा था। महंत ने जादू-टोना कर अपना कष्ट टाल दिया। हालांकि महंत की हार तब भी तय है लेकिन यह खतरा अब रघुवीर के सिर पर है। रघुवीर बिष्ट ने यहां कांग्रेस का बेस तैयार किया। यहां पिछले 10 साल से भाजपा का कब्जा है। रघुवीर ने न केवल यहां कांग्रेस का बेस बनाया और उसे इस तरह से मजबूत किया कि आज यहां कांग्रेस की सीट पक्की है। साथ ही रघुवीर ने गढ़वाल की संस्कृति और सभ्यता को बचाने का काम भी किया है। उन्होंने गांव-गांव में थड्या, चौंफला जैसे विलुप्त हो रहे लोकगीतों और लोकसंस्कृति को जिंदा किया। वह युवाओं के भी प्रेरणास्रोत रहे हैं। ग्रामीण युवाओं को खेलों के साथ ही करियर के प्रति जागरूक करने का भी काम किया है। उन्होंने इस पिछड़े इलाके में सड़क, शिक्षा, कृषि, रोजगार और स्वरोजगार के लिए हरसंभव प्रयास किये हैं। रघुवीर इस इलाके में ग्रामीणों के सुख दुख के साथी हैं।

अथक मेहनत कर कांग्रेस के अस्तित्व को बचाने वाले रघुवीर जैसे नेताओं की अब बदबलुओं के लिए राजनीतिक बलि लेने की तैयारी चल रही है। यदि ऐसा होता है तो यह सरासर अन्याय है। ऐसे में धरातल पर काम करने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटेगा। सच यह है कि हरक सिंह रावत जनता का नेता नहीं है, धन और अपयश का नेता है। यदि वह जननेता होता तो निर्दलीय चुनाव लड़कर प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत तक पहुंचता लेकिन वह धन से टिकट भी खरीदता है और वोट भी।
यह कांग्रेसी नेताओं को सोचना है कि वह पहाड़ के लुटेरे हरक को महत्व देते हैं या धरातल पर गांव और पहाड़ की संस्कृति बचाने के ध्वजारोहक रघुवीर बिष्ट को।
(गुणानंद जखमोला की फेसबुक पोस्ट से साभार)।

समाजसेवी मोहनखत्री ने किया अमृतजल यात्रा के नायक सुमेश पवांर का अभिनन्दन

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देहरादून, शहीद स्मारक में समाजसेवी और राज्य आंदोलनकारी मोहन खत्री के साथ आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष जगमोहन सिह नेगी ने अमृत जलयात्रा के नायक सुमेश पंवार का शाल और पुष्प माल्यार्पण करके स्वागत किया।

श्री मोहन खत्री ने बताया कि सुमेश पंवार ने बद्रीनाथ धाम का अमृत जल लेकर 1 अक्टूबर 2021को समाज में भाईचारा, एकता और अखंडता का संदेश लेकर देश के चारों धामों की यात्रा शुरू की। 4 अक्टूबर 2021को सुमेश पंवार शहीद स्मारक देहरादून पहुंचे और यहां से शहीदो को नमन् करके अपनी मंजिल की ओर निकल पडे।
इन्होंने चारों धामों जगन्नाथपुरी, द्वारिका, रामेश्वरम व कन्याकुमारी की 8500 किमी की साहसिक यात्रा साढे़ तीन माह में पूर्ण की। इन धामों में बद्रीनाथ से लाए अमृत जल को भी अर्पित किया। सोमवार 17 जनवरी को इन्होंने अपनी चारों धामो की देश की एकता अखंडता और सौहार्द पूर्ण वातावरण उत्पन्न करने के लिए शुरु की साहसिक यात्रा का समापान शहीद स्मारक देहरादून में किया। मंच अध्यक्ष जगमोहन सिह नेगी और वहां उपस्थित मंच साथियों ने उनके इस साहसिक यात्रा की भूरि भूरि प्रशंसा की।

सरकार बजट में किसानों को दे सकती है बड़ा तोहफा! जानिए क्या होगा फायदा?

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नई दिल्लीः इन दिनों सरकार बजट की तैयारियों में लगी है. इसी बीच खबर आई है कि सरकार आगामी बजट में किसानों को बड़ा तोहफा दे सकती है! ऐसी जानकारी मिल रही है कि सरकार आगामी बजट 2022-23 में उर्वरक सब्सिडी में बढ़ोत्तरी कर सकती है, जिसका फायदा किसानों को मिलेगा.

सरकार आगामी बजट में उर्वरक सब्सिडी में करीब 19 बिलियन डॉलर यानी कि 1.4 लाख करोड़ रुपए का प्रावधान कर सकती है.

किसानों को कैसे मिलेगा इसका फायदा?
एक फरवरी को आने वाले बजट में वित्त मंत्रालय उर्वरक सब्सिडी को बढ़ाकर 1.4 लाख करोड़ रुपए कर सकता है. बीते साल यह 1.3 लाख करोड़ रुपए से अधिक रही. हालांकि सब्सिडी बढ़ाने पर अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है और सरकार अभी इस पर विचार कर रही है. बता दें कि यह सब्सिडी उर्वरक निर्माता कंपनियों को दी जाती है, जिससे कंपनियां उर्वरक की कीमत बाजार दर से काफी कम रखती हैं और किसानों को कम कीमत पर उर्वरक मिलता है.

पिछले वित्तीय वर्ष में अपर्याप्त रहा था बजट प्रावधान
गौरतलब है कि चालू वित्तीय वर्ष में सरकार द्वारा दी गई उर्वरक सब्सिडी नाकाफी साबित हुई थी और बाद में सरकार को इस मद में और बजट का प्रावधान करना पड़ा था. बता दें कि सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष में उर्वरक सब्सिडी के लिए 79,530 करोड़ रुपए का प्रावधान किया था. हालांकि बाद में उर्वरक के कच्चे माल की कीमतों में भारी उछाल के बाद सब्सिडी में सरकार ने 1,30,000 करोड़ रुपए दिए, जो कि तय बजट से करीब 50 हजार करोड़ रुपए ज्यादा था.

यही वजह है कि ऐसा माना जा रहा है कि सरकार इस बार उर्वरक सब्सिडी में बजट में 1.4 लाख करोड़ रुपए का प्रावधान कर सकती है. इससे किसानों को कम कीमत पर उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित होगी और सीधे तौर पर इससे किसानों को फायदा होगा. माना जा रहा है कि यदि सरकार यह फैसला करती है तो इससे आगामी विधानसभा चुनाव में भी फायदा हो सकता है.