Wednesday, May 14, 2025
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फार्म हाउस पर न्यूड पार्टिया करता था बिल्डर, दोस्तों के साथ पत्नी के प्राइवेट पार्ट को सिगरेट से कई बार दागा

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इंदाैर, पत्नी को दोस्तों के सामने परोसने और उसके प्राइवेट पार्ट को सिगरेट से दागने वाले आरोपी बिल्डर पति के बारे में जो जो खुलासे हुए उन खुलासों ने सबको चाैंका दिया है। नई खबर सामने यह आई है कि पत्नी से गैंगरेप के आरोपी बिल्डर ने फार्म हाउस को अय्याशी का अड्‌डा बना रखा था। अय्याशी के अड्डे में यहां बने बार में महंगी शराब की बोतलें मिली हैं। लग्जीरियस ऑडी कार खड़ी है।

फार्म हाउस में सेक्स टॉय भी मिले हैं। फर्नीचर से लेकर कमरे तक यानी सब कुछ लग्जीरियस है। पीड़िता छत्तीसगढ़ की 32 साल की टीचर है और उसकी आरोपी राजेश से शादी मैट्रिमोनियल साइट से संपर्क में आने के बाद हुई थी। पीड़िता ने पुलिस की शिकायत में कहा है कि पति और उसके दोस्त प्राइवेट पार्ट पर सिगरेट से दागते थे। साथ ही दूसरे नाजुक अंगों पर भी सिगरेट सटाते थे। पीड़िता विरोध करती तो उसे जान से मारने की धमकी देते थे। धमकी देकर हैवानियत की हदें पार करने वालों के नाम राजेश विश्वकर्मा, अंकेश बघेल, विवेक विश्वकर्मा और विपिन भदौरिया के रूप में सामने आए हैं। इन्ही चार आरोपियों में से दो आरोपियों को पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर गिरफ्तार किया है। दो फरार बताए जा रहे हैं। पीड़िता नवंबर 2019 से 2021 तक सब कुछ सहती रही है। फार्म हाउस की जांच के दाैरान पता चला कि

कमरों में महंगे बेड, सोफे, अलमारियां और अन्य सामान रखा है। राजेश का नौकर अंकेश बघेल इस फार्म हाउस की देखरेख करता है। फार्म हाउस में न्यूड पार्टियां भी होती रही हैं। अब तक की पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी फार्म हाउस पर लड़कियों को भी लेकर आते थे। इनके साथ यहां अय्याशी करते थे। ज्यादातर लड़कियां बिल्डर का दोस्त विपिन और नौकर अंकेश लाते थे। दरिंदगी करने वाले नौकर अंकेश बघेल, दोस्त विपिन और विवेक पुलिस की गिरफ्त में हैं(साभार उत्तम हिन्दू न्यूज)।

पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक मामले की जांच कर रहीं जस्टिस इंदु मल्होत्रा को मिली धमकी

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नई दिल्ली, बीते सप्ताह ही पंजाब दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक मामले संबंधी एक और बड़ी खबर सामने आ रही है। मिली जानकारी के अनुसार इस मामले की जांच पैनल की अध्यक्षता कर रहीं पूर्व जस्टिस इंदु मल्होत्रा को धमकी मिली है। इससे पहले इस मामले में जुड़े वकीलों को भी जान से मारने की धमकियां मिल चुकी है। उनको फ़ोन कर साफ़ कहा गया था कि इस मामले में हो रही सुनवाई का हिस्सा न बने। अब एक बार फिर से पैनल की अध्यक्षता कर रही पूर्व जस्टिस इंदु मल्होत्रा को धमकी मिलना किसी बड़ी साजिश की और इशारा कर रहा है।

आरोपी की पहचान होनी अभी बाकी

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो प्रतिबंधित सिख फॉर जस्टिस संगठन की तरफ से ऐसा करके माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। इस संगठन की तरफ से ही उन्हें धमकी भरे ऑडियो क्लिप भेजे जा रहे है। फिलहाल किस व्यक्ति की तरफ से कॉल किया गया है इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है। लेकिन ऑडियो कॉल पर उन्हें साफ कहा गया है कि उन्हें सिक्खों और मोदी में से किसी एक को चुनना होगा। वही इस पूरे मामले से भी दूरी बनाकर रखनी होगी।

गौरतलब है कि 12 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंजाब यात्रा के दौरान सुरक्षा में हुई चूक की जांच के लिए कमेटी का ऐलान किया था। यह पांच सदस्यीय कमेटी की अध्यक्षता के लिए पूर्व जस्टिस इंदु मल्होत्रा को पिछले सप्ताह ही नियुक्त किया गया है।

SBI के ग्राहक हो जाएं सावधान! नहीं किया ये काम तो बंद हो सकती है आपकी बैंकिंग सेवा

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नई दिल्ली, अगर आप भी भारतीय स्टेट बैंक के ग्राहक हैं तो ये जानकारी आपके लिए है। क्योंकि बैंक ने अपने अकाउंट होल्डर्स को 31 मार्च 2022 के पहले पैन-आधार कार्ड को लिंक करने के लिए नोटिस किया है। बैंक के मुताबिक अगर ग्राहक ऐसा नहीं करते हैं तो उनकी बैंकिंग सेवा ठप हो सकती है। केवल 31 मार्च तक है समय
एसबीआई के मुताबिक हम अपने ग्राहकों को किसी भी असुविधा से बचने और निर्बाध बैंकिंग सेवा का आनंद लेने के लिए अपने पैन को आधार से जोड़ने की सलाह देते हैं। बैंक ने कहा कि ग्राहक समय पर पैन और आधार को लिंक करवा लें जिससे वो किसी भी असुविधा से बच सकेंगे।

अधिक जानकारी के लिए आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए पैन को आधार से जोड़ने की समय सीमा 30 सितंबर 2021 से बढ़ा कर 31 बैंक ने कहा कि पैन को आधार से लिंक करना अनिवार्य है। यदि पैन और आधार लिंक नहीं हैं, तो पैन निष्क्रिय हो जाएगा और स्पेसिफाइड ट्रांजैक्शन करने के लिए पैन का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।

नकरौंदा में हुई हत्या के मामले में आरोपित को पुलिस ने किया गिरफ्तार

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देहरादून(डोईवाला), गोकुलधाम सोसायटी नकरौंदा में हुई हत्या के आरोपित कपिल दत्त बलोदी को पुलिस ने मणिमाई मंदिर के समीप के जंगल से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित के पास से एक तमंचा और कारतूस भी बरामद हो गए है। पुलिस के अनुसार, आरोपित ने बताया कि मृतक हफीज खान उर्फ बाबू उसकी मां पर गलत नजर रखता था। जिसकी वजह से उसने उसकी हत्या की। आरोपित ने बताया कि वह हफिज की हत्या करने के लिए एक साल से कोशिश कर रहा था, लेकिन मौका न मिलने के कारण वह उसे नहीं मार पाया था।

बता दें कि शनिवार देर रात गोकुलधाम सोसायटी नकरौंदा में मकान मालिक कपिल दत्त ने अपने ही किरायेदार बाबू उर्फ हाफिज मूल निवासी पठानपुरा नजीबाबाद (उत्‍तर प्रदेश) की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद आरोपित घटनास्थल से फरार हो गया था। पुलिस ने देर रात तक आरोपी को पकड़ने के लिए सघन चेकिंग अभियान चलाया था। डोईवाला कोतवाली प्रभारी निरीक्षक प्रवीण सिंह कोश्यारी ने बताया कि आरोपित को पकड़ने के लिए सीसीटीवी कैमरे चेक करने के साथ ही सर्विलांस व एसओजी टीम के साथ ही कुल छह टीमें लगाई गई थी। जिसके बाद आज आरोपित को दबोच लिया गया।

भाजपा सरकार पलायन रोकने में पूरी तरह असफल : 38 विधानसभाओं में छह लाख मतदाताओं हुये कम

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ऋषिकेश, प्रदेश कांग्रेस के महासचिव संगठन विजय सारस्वत ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार पलायन रोकने में पूरी तरह असफल साबित हुई है। पिछले पांच वर्षों में उत्तराखंड की 38 पर्वतीय विधानसभाओं में छह लाख मतदाता कम हुए हैं, जो इस बात की तस्दीक करते हैं कि प्रदेश में किस स्तर पर पलायन हो रहा है।

सोमवार को ऋषिकेश के कांग्रेस भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में कांग्रेस के प्रदेश महासचिव संगठन विजय सारस्वत ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड में पहाड़ की जवानी और पानी को पहाड़ के काम में लाने का वादा कर सत्ता हासिल की थी। मगर, सरकार न तो युवाओं को रोजगार दे पाई और ना ही पहाड़ से पलायन ही रोक पाई |

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने वर्ष 2017 में लाइन पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए पलायन आयोग का गठन किया था। मगर, हकीकत यह है कि इन पांच वर्षों में सबसे अधिक पलायन हुआ है। आंकड़े बनाते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में उत्तराखंड के 38 पर्वतीय विधानसभा में 36 लाख 24 हजार मतदाता थे, जो वर्ष 2022 में घटकर 30 लाख रह गए हैं। इससे साफ है कि छह लाख मतदाता इन विधानसभाओं से पलायन कर चुके हैं। यह सिर्फ मतदाताओं का आंकड़ा है, इनमें बच्चों की संख्या जोड़ दी जाए तो यह आंकड़ा कई गुना बढ़ जाएगा |

उन्होंने कहा कि जो सरकार पलायन नहीं रोक पाई, युवाओं को रोजगार नहीं दे पाई अब जनता उसे बाहर का रास्ता दिखाने वाली है। उन्होंने क्षेत्रीय विधायक के कार्यों पर भी सवाल उठाया। कहा कि ऋषिकेश विधायक, अपनी विधायक निधि को खर्च करने में फिसड्डी साबित हुए हैं। कोई बड़ी योजना पिछले 15 वर्षों में ऋषिकेश में नहीं बनी। उपलब्धि के नाम पर विधायक अपनी विधायक निधि के कार्यों को गिना रहे हैं,
आचार संहिता लागू होने से ठीक पहले विधायक निधि से कार्यों की घोषणा की गई। जबकि यह कार्य वित्तीय सत्र आरंभ होने पर ही किए जाने चाहिए थे। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश में महिला महाविद्यालय, गंगा की धारा को स्थाई रूप से घाट पर लाने, नगर क्षेत्र में पार्किंग सहित तमाम मुद्दों पर कोई काम नहीं किया गया। कांग्रेस इन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 44 से 46 सीट जीतेगी। कांग्रेस संगठन जिसे भी अपना प्रत्याशी घोषित करेगी, कार्यकर्ता पूरी निष्ठा के साथ उसके लिए काम करेंगे। इस अवसर पर पार्षद राकेश मियां, राहुल शर्मा, सरल शर्मा, हरीश गावड़ी, राघव भटनागर, राजभर आदि मौजूद रहे।

कोरोना के बढ़ते केसों के बीच सरकार जारी की नई गाइडलाइन, रैली, धरना-प्रदर्शन पर भी 22 जनवरी तक रोक

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देहरादून, राज्य में कोरोना के बढ़ते केसों के बीच सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की है। कोविड 19 संक्रमण के चलते राजनीतिक दलों के सार्वजनिक स्थानों पर रैली, धरना-प्रदर्शन पर भी 22 जनवरी तक रोक रहेगी। राजनीतिक दलों के किसी भवन में होने वाले कार्यक्रमों में सभागार की क्षमता के 50 प्रतिशत अथवा 300 लोगों तक, जो भी कम होगा वहीं मान्य होगा। इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्र और 12 वीं कक्षा तक सभी शैक्षणिक संस्थानों को 22 जनवरी तक बंद रखने का निर्णय किया है।

रविवार शाम मुख्य सचिव और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सीईओ डॉ. एसएस संधु ने कोविड 19 के लिए संशोधित एसओपी जारी की। 11 जनवरी को जारी एसओपी की अवधि आज समाप्त हो गई थी। मुख्य सचिव के अनुसार कोविड के तहत लागू प्रतिबंधों को 22 जनवरी तक बढ़ा दिया गया है। नाइट करफ्यू, व्यापारिक प्रतिष्ठानों के लिए तय समयावधि पूर्व की तरह लागू रहेगी।

ये रहेंगे बंद:
– आंगनबाड़ी केंद्र, 12 वीं कक्षा तक के सभी सरकारी, सहायताप्राप्त व निजी स्कूल
– स्वीमिंग पूल, वाटर पार्क भी रहेंग बंद
– राजनीतिक दलों की गतिविधियों पर 22 तक पांबदी, इंडोर कार्यक्रम को सशर्त छूट
यह मानक रहेंगे जारी
नाइट कर्फ्यू रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक लागू रहेगा। जिम, शॉपिंग मॉल, सिनेमा हॉल, स्पा, सैलून, थिएटर, ऑडिटोरियम, मीटिंग हॉल केवल 50 फीसदी क्षमता के संचालित होंगे। खेल संस्थान, स्टेडियम, खेल के मैदान खिलाडियों के प्रशिक्षण के लिए 50 फीसदी क्षमता के साथ खोले जा सकेंगे।

इसी प्रकार खुले अथवा बंद स्थान पर होने वाले विवाह समारोह, शवयात्रा आदि में केवल 50 फीसदी क्षमता में ही लोग शामिल हो सकते हैं।
इसी प्रकार होटल,रेस्तरा, ढाबों में भी 50 प्रतिशत का मानक लागू होगा व होटालों के कांफ्रेंस हाल, स्पा, जिम का भी 50 प्रतिशत क्षमता में प्रयोग किया जा सकेगा। इन सभी में कोविड 19 के लिए तय मानकों का सख्ती से पालन करना होगा।

स्कूलों में नियमित रूप से ऑनलाइन पढ़ाई: सुंदरम
उत्तराखंड में स्कूल 22 जनवरी तक बंद रहेंगे लेकिन पढ़ाई पूर्व की तरह ऑनलाइन माध्यम से शुरू कर दी जाएगी। शिक्षा सचिव आर. मीनाक्षीसुंदरम ने कहा कि सभी अधिकारियों को इस बाबत निर्देश दे दिए गए हैं। बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए शिक्षक छात्रों को आनलाइन माध्यम से नियमित रूप से तैयारी कराएं। छोटी कक्षाओं में छात्र-छात्रों की पढ़ाई को भी पूर्व की तरह ऑनलाइन, वाट़सअप आदि विभिन्न माध्यमों के जरिए शुरू कर दिया जाए।

हरक अगर अपनी कांग्रेस छोड़ने की गलती मान लेते हैं, तो पार्टी में उनका स्वागत करने को तैयार : हरीश रावत

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देहरादून, उत्तराखंड़ में विधान सभा चुनाव की तारीख नजदीक आते आते राज्य की दोनों बड़े दलों में आना जाना लगा हुआ है, इसी बीच हरक सिंह रावत को भाजपा से निकाले जाने के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत का बयान सामने आया है। हरीश रावत ने कहा है कि अगर हरक सिंह रावत अपनी कांग्रेस छोड़ने की गलती मान लेते हैं तो हम पार्टी में उनका स्वागत करने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि कि हरक सिंह अभी कांग्रेस पार्टी में शामिल नहीं हुए हैं। कई मुद्दों पर विचार करने के बाद पार्टी कोई निर्णय लेगी। उल्लेखनीय है कि हरक सिंह रावत के कांग्रेस में शामिल होने की खबरें राजनीतिक गलियारों की तपिश तेज कर रही है। वहीं इस बीच हरीश रावत का बयान सामने आया है। जिसके बाद अब ये देखना दिलचस्प होगा कि हरक सिंह रावत अपनी गलती मानेंगे या नहीं।

अगर हरक सिंह अपनी गलती मान लेते हैं तो विरोधियों को उनके खिलाफ मुद्दा मिल जायेगा और वह हरक सिंह के राजनैतिक जीवन के लिए असहज सा लगेगा, वैसे भी भाजपा की इस कार्यवाही को राज्य की जनता भी सही ठहरा रही है, ऐसे में लगता है सौदेबाजी की राजनीति पर आने वाले समय में बड़ा सवाल खड़ा करेगी | इधर देखना यह होगा कि जिस दबाव की राजनीति भाजपा में रहते हुये हरक सिंह कर रहे थे क्या वह कांग्रेस में में जाने के बाद जारी रखेंगे याने पार्टी से परिवार के लिये टिकट की मांग और मांग पूरी होने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी जो कहीं न कहीं टिकट की लाइन में लगे हैं उनसे पार्टी को निपटना भी टेड़ी खीर की तरह साबित होगा |

 

इधर हरक की मंत्रिमंडल से छुट्टी
कांग्रेस में घरवापसी कर हरक सिंह रावत इससे पहले कि भाजपा को झटका देते पार्टी ने उनके रुख को भांपते हुए उन्हें छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। रविवार देर रात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी सख्ती और तेजी दिखाते हुए हरक की मंत्रिमंडल से छुट्टी कर दी।

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, हरक सिंह रावत विधानसभा चुनाव में पार्टी से अपने परिवार के लिए तीन टिकट की मांग कर रहे थे। उन्हें केदारनाथ या कोटद्वार विधानसभा सीट से टिकट की पेशकश हो गई थी। लेकिन वह लगातार दबाव बना रहे थे,
वहीं उत्तराखंड नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि आगामी चुनावों भाजपा का किला ध्वस्त होने जा रहा है। हरक सिंह रावत ने भाजपा के ताबूत पर आखिरी कील ठोंक दी है। पार्टी में उनकी वापसी पर राष्ट्रीय नेतृत्व फैसला लेगा। कहा कि अगर हरक वापस कांग्रेस में आते हैं तो पार्टी को मजबूती मिलेगी। भाजपा द्वारा निष्कासित किए जाने से हरक बहुत आहत हैं। उन्होंने खुद मीडिया से कहा है कि अब वह कांग्रेस की सेवा करेंगे। कहा कि उत्तराखंड ही नहीं देश के लोगों ने अब बदलाव का मन बनाया है। पांच राज्या में जो आगामी चुनाव होने जा रहे हैं, उसमें भाजपा का उजड़ना शुरू हो गया है।

उनकी भावनाएं आहत हुई हैं : गणेश गोदियाल

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि हरक सिंह रावत ने विपत्ति के समय में भाजपा का साथ दिया था, लेकिन आज जिस तरह से उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त किया गया और पार्टी से हटाया गया, इससे उनकी भावनाएं आहत हुई हैं। भाजपा ने 2016 में कांग्रेस के खिलाफ उनका इस्तेमाल कर पार्टी को नुकसान पहुंचाया था, तब भाजपा को सोचना चाहिए था कि प्रेशर पॉलिटिक्स कौन कर रहा है। कहा कि हरक सिंह रावत के पार्टी में शामिल होने पर हाईकमान फैसला लेगा। उन्होंने हरक सिंह के बयान का स्वागत किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि वे कांग्रेस पार्टी में शामिल होकर निस्वार्थ भाव से पार्टी की सेवा करना चाहते हैं। सोमवार को दिल्ली में ही पार्टी नेताओं की बैठक होने वाली है, जिस बैठक में हरक सिंह रावत के मसले पर चर्चा की जाएगी।

हरक अब महसूस कर रहे हैं कि 2016 में उनसे गलती हुई थी, अगर वह ऐसा सोचते हैं तो पार्टी में उनकी वापसी पर विचार किया जाना चाहिए। पार्टी उनका उपयोग किस रूप में करती है इस पर चर्चा की जाएगी। एक परिवार एक टिकट के सवाल पर गोदियाल ने कहा कि यह बात बीजेपी को सोचनी चाहिए। उन्होंने 2017 में भी यह फार्मूला लागू किया था, तब उन्होंने किस आधार पर यशपाल आर्य और संजीव आर्य को टिकट दिया था। गोदियाल ने माना कि हरक सिंह रावत यदि कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करते हैं तो इसका पार्टी को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में जो भी सियासी घटनाक्रम चल रहा है। उससे स्पष्ट है कि कांग्रेस सत्ता में वापसी कर रही है।

 

अटकलों पर लगा विराम : मरते दम तक भाजपा में रहूंगा : उमेश शर्मा काऊ

देहरादून, रायपुर से भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ ने पार्टी बदलने की अटकलों को खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि वह कहीं नहीं जा रहे हैं। ये वो पहले भी साफ कर चुके हैं कि भाजपा में हैं और मरते दम तक भाजपा में ही रहेंगे। इसी बयान पर वह आज भी कायम हैं। उनका कहना है कि भाजपा में उन्हें जब जो जिम्मेदारी मिलेगी, वह निभाएंगे। हरक सिंह के भाजपा से निष्कासन के बाद राज्य की सियासत में उथल-पुथल मची हुई है और राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है। इन सबके बीच हरक सिंह रावत कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। माना जा रहा है कि उनके साथ कुछ और विधायक भी कांग्रेस ज्वाइन करेंगे। रायपुर से विधायक उमेश शर्मा काऊ के भी पार्टी बदलने की चर्चाएं सियासी गलियारों में तेजी से चल रही थी। हालांकि, उन्होंने अब इसे सिरे से खारिज कर दिया है।BJP MLA Umesh Sharma Kau said I have told my pain now national leadership has to take a decision

कोटद्वार मेडिकल कालेज की मांग को लेकर जिस वक्त हरक सिंह रावत ने इस्तीफे की धमकी देकर कैबिनेट बैठक छोड़ी थी। उस वक्त भी उनके साथ विधायक उमेश शर्मा काऊ के भी कांग्रेस में जाने की बातें उठने लगी थी। हालांकि, उस वक्त भी उन्होंने इससे इन्कार किया था।

 

अब हरक सिंह रावत से उनका कोई संबंध नहीं : विधायक प्रदीप बत्रा

हरिद्वार, कैबिनेट मंत्री हरक सिंह को मंत्रीमंडल से हटाने छह साल के लिए पार्टी से निकाले जाने के बाद से सियासत जारी है और कहा जा रहा है हरक के साथ कुछ ओर विधायक भी कांग्रेस ज्वाइन कर सकते हैं, इस बीच एक नाम विधायक प्रदीप बत्रा का भी इंटरनेट मीडिया पर चर्चा में है, लेकिन इसको लेकर विधायक प्रदीप बत्रा ने साफ कहा कि हरक सिंह रावत जब तक भाजपा में थे, तब तक ही उनका संबंध उनसे था, अब हरक सिंह से उनका कोई संबंध नहीं है। वह भाजपा के कार्यकर्त्ता के रूप में काम कर रहे हैं।Pradeep Batra said that he has no relation with Harak Singh Rawat anymore गौरतलब हो कि वर्ष 2016 में हरक सिंह रावत के साथ हरिद्वार जिले से विधायक प्रदीप बत्रा एवं कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन भी बगावत कर भाजपा में शामिल हो गए थे। 2017 में नगर विधायक प्रदीप बत्रा ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीते। इसी बीच भाजपा ने बगावती तेवर अपना रहे कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को पार्टी से निकाल दिया। विधायक प्रदीप बत्रा ने कहा कि उनको लेकर इंटरनेट मीडिया पर जो बातें कहीं जा रही है वह पूरी तरह से गलत है। वह भाजपा के अनुशासित सिपाही है। पार्टी ने उन्हें जो जिम्मेदारी दी है वह लगातार उसका निर्वहन कर रहे है। भारतीय जनता पार्टी ने उनको जो सम्मान दिया है उसे कभी भूलाया नहीं जा सकता। पार्टी आगे भी जो जिम्मेदारी देगी, उसका ही निर्वहन किया जाएगा।

ब्रैकिंग : प्रदेश में 24 घंटे में 3295 कोरोना के नए मरीज मिले, दून में 987 मामले

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देहरादून, राज्य में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है, और कम होने का नाम नहीं ले रहा है। तेजी से फैल रहा कोरोना संक्रमण पिछले 24 घंटे में राज्य में 3295 कोरोना के नए मरीज मिले हैं। जबकि 4 की मौत हो गई है और 2067 कोरोना मरीज स्वास्थ्य हुए हैं। प्रदेश में कुल 18196 एक्टिव केस है।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार देहरादून में आज सबसे ज्यादा 987 मामले सामने आए हैं, जबकि हरिद्वार में 352, नैनीताल में 546, पौड़ी गढ़वाल में 289, टिहरी में 65, चमोली में 137, रुद्रप्रयाग में 53, चंपावत में 45, पिथौरागढ़ में 60, उधम सिंह नगर में 568, उत्तरकाशी में 43, अल्मोड़ा में 111 और बागेश्वर में 39 मामले सामने आए हैं। बढ़ते मामलों ने सरकार व स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। सरकार ने भी प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट पर रखा है।

बड़ी खबर : सरिता आर्य ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का थामा दामन

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देहरादून, उत्तराखंड़ के राजनैतिक गलियारों से सबसे बड़ी खबर सरिता आर्य ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने सरिता को आज बीजेपी ज्वाइन करा दिया है आपको बता दें सरिता आर्य पहले भी कह चुकी थी कि अगर बीजेपी मुझे टिकट देगी तो मैं कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो जाऊंगी वहीं कांग्रेस ने भी सरिता आर्य पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी के सभी पदों से निष्कासित कर दिया है सरिता आर्य महिला कांग्रेस की उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष थी |

कुछ यूं भाजपा से हवा हुयी हरक सिंह की हनक..? क्या होगा राजनैतिक नफा नुकसान का गणित

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देहरादून, आखिरकार लंबी उपापोह के बाद कैबिनेट मंत्री हरक रावत की भाजपा से हो गयी विदाई | हरक को धामी मंत्रीमण्डल से बर्खास्त और पार्टी से 6 वर्ष के लिए निष्काषित कर दिया गया है | सोमवार को कांग्रेस में जाने की खबरों के बीच देर शाम पार्टी से बाहर निकालने के पत्र पर मुहर लगा दी गयी |
काफी समय से भाजपा शुभचिंतकों में यह जुमला आम हो गया था कि ‘हरीश रावत से कमाई हरक सिंह ने लुटाई’ | क्योंकि पूर्व सीएम हरीश रावत के मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनने को लेकर अपने ही आलाकमान से विवाद व सोशल मीडिया में की गयी चिट्ठी पत्री ने भाजपा को जितना फायदा पहुंचाया, उतना ही नुकसान कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के बयानों व गतिविधियों ने भाजपा को कराया | यही वजह है अंतत पार्टी ने उनसे किनारा करने का निर्णय लिया | हरक सिंह को बाहर निकाले जाने के प्रमुख कारणों में है उनका अपनी वर्तमान कोटद्वार सीट को बदलने का दबाब | वह पार्टी से उन्हें केदारनाथ सीट से लड़ाये जाने के साथ साथ अपनी बहू के लिए लैंसडाउन विधान सभा सीट का टिकट मांग रहे थे | इस संबंध में उनके लगातार अखबारबाजी पर पार्टी में सख्त नाराजगी थी | वहीं इससे पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र के साथ लंबे समय तक चली खुली लड़ाई ने पार्टी को बहुत नुकसान पहुंचाया | उन पर मंत्री रहते लगे भ्रष्टाचार के आरोप पार्टी की ज़ीरो टोलेरेन्स सरकार के दावों पर डेंट लगाने का कार्य कर रहे थे | लंबे समय से उनके कांग्रेस में जाने की अटकलों को लेकर भी हरक सामने आकार कभी स्पष्ट जबाब नहीं दे रहे थे | हरक की आम जनता में बनी नकारात्मक छवि का नुकसान भी चुनाव में होने की आशंका प्रबल थी | शनिवार को हुई पार्टी कोर ग्रुप की बैठक में शामिल नहीं होने की घटना ने उनको पार्टी से बाहर करने के ताबूत पर अंतिम कील ठोक दी थी |
उत्तराखंड की राजनीति में लंबे समय से आ रही पार्टी छोड़ने की खबरों के बीच पहली मर्तबा किसी बड़े नेता को पार्टी से बाहर निकालने की खबर आई है | बरहाल जानकारों का कहना है कि हरक सिंह को पार्टी से निकालना भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है | उम्मीद लगाई जा रही है कि उनके कॉंग्रेस में शामिल होने से वहाँ हरीश रावत विरोधी गुटबाजी का बढ़ना तय है जिसका लाभ अंतत भाजपा को मिलेगा |

 

Big News: उत्तराखंड में कैबिनेट मंत्री रहे हरक सिंह रावत फूट-फूटकर रोए, कहा  संगठन ने बिना पूछे निकाल दिया... - Uttarakhand Today
अब वह कांग्रेस पार्टी के लिए काम करेंगे, बयान देते हुए हरक फूट-फूटकर रोते हुए भी नजर आए

देहरादून, भाजपा संगठन ने 6 साल के लिए पार्टी से बर्खास्त करने की खबर की जानकारी मिलने के बाद हरक सिंह रावत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। हरक सिंह रावत ने बड़ा बयान जारी करते हुए कहा कि भाजपा संगठन ने बिना पूछे उन्हें पार्टी से बर्खास्त कर दिया है लेकिन अब वह कांग्रेस पार्टी के लिए काम करेंगे। यही नहीं हरक सिंह रावत ने यहां तक कहा कि उत्तराखंड राज्य में कांग्रेस इस बार पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी। हालांकि, बयान देते हुए हरक सिंह रावत फूट-फूटकर रोते हुए भी नजर आए।
राज्य में काफी लंबे समय से हरक सिंह रावत के कांग्रेस ने घर वापसी की चर्चाएं जोरों शोरों पर चल रही थी। इसी बीच कांग्रेस नेताओं से बड़ी हरक सिंह रावत की नज़दीकियों का संज्ञान लेते हुए न सिर्फ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरक सिंह रावत को मंत्रिमंडल से निष्कासित कर दिया बल्कि भाजपा संगठन ने हरक सिंह रावत को पार्टी से भी 6 साल के लिए बर्खास्त कर दिया है। हरक सिंह रावत ने कहा कि केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने उन्हें दिल्ली में मिलने के लिए बुलाया था। लेकिन ट्रैफिक के चलते थोड़ी देर हो गई। हालांकि, वो उनसे और गृह मंत्री अमित शाह से मिलना चाहते थे, लेकिन जैसे ही मैं दिल्ली पहुंचा, तो उन्होंने सोशल मीडिया पर देखा कि भाजपा ने मुझे निष्कासित कर दिया। हरक सिंह रावत ने कहा कि इतना बड़ा फैसला लेने से पहले भाजपा ने मुझसे एक बार भी बात नहीं की। अगर मैं कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल नहीं होता तो 4 साल पहले बीजेपी से इस्तीफा दे देता। मुझे मंत्री बनने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं है। मैं सिर्फ काम करना चाहता हूं। इसके बाद हरक सिंह रावत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी उत्तराखंड में सरकार बनाएगी। मैं कांग्रेस पार्टी के लिए काम करूंगा। भाजपा ने मनगंढ़त खबरों के आधार पर कार्रवाई की है। उत्तराखंड में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत के साथ सरकार आ रही है।