नई दिल्ली, देश में जल्दी ही 12 से 15 साल के बच्चों के लिए भी कोरोना टीकाकरण शुरू हो सकता है। केंद्र सरकार बायोलॉजिकल-ई की वैक्सीन कोर्बेवैक्स को इस उम्र के बच्चों के लिए इस्तेमाल कर सकती है। सूत्र बताते हैं कि कोर्बेवैक्स की करीब 5 करोड़ खुराकें केंद्र सरकार को इसी महीने के आखिर तक उपलब्ध हो सकती हैं। कोरोना प्रबंधन से जुड़े केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि औषधीय नियामक की विषय-विशेषज्ञ समिति ने कोर्बेवैक्स को 12 से 18 साल तक के बच्चों के लिए भी उपयुक्त माना है। इस समिति ने भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) को इस बाबत अपनी सिफारिशें भेज दी हैं। डीसीजीआई जल्द ही यह टीका 12 से 18 साल तक के बच्चों को लगाने की मंजूरी दे सकता है। बताते चलें कि कोर्बेवैक्स टीका अभी आपात-उपयोग व्यवस्था के तहत 18 साल के ऊपर के लोगों को लगाया जा रहा है। इसके साथ ही देश में 15 से 18 साल तक के बच्चों को कोवैक्सीन की खुराकें भी दी जा रही हैं, लेकिन कोर्बेवैक्स को नए सिरे से मंजूरी मिलते ही 12 से 15 तक बच्चों का टीकाकरण भी शुरू हो जाएगा। सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार ने कोर्बेवैक्स की 5 करोड़ खुराकों की खरीद के लिए आदेश भी जारी कर दिया है। आपूर्ति इसी महीने होने की पूरी संभावना है। यही नहीं, बायोलॉजिकल-ई के इस टीके का केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला (CDL), कसौली में भी परीक्षण हो चुका है। यह निर्धारित मापदंडों पर खरा पाया गया है।
बड़ा हादसा : मांगलिक कार्यक्रम के दौरान कुएं में गिरे 30 लोग, नौ बच्चों समेत 13 की मौत
लखनऊ, उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में बुधवार की रात मांगलिक कार्यक्रम के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। कुएं का स्लैब टूटने से 30 लोग कुएं में गिर गए। बताया जा रहा है कि हादसे में 13 की मौत हो गई है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र में कुए में गिरने की दुर्घटना में लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया और जिला प्रशासन के अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर बचाव व राहत कार्य संचालित करने तथा हादसे में घायल लोगों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं |
घटना कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के नौरंगिया गांव में बुधवार रात करीब 10 बजे कुएं पर रखा स्लैब टूट कर गिरने से 30 लोग कुएं में गिर गए। हादसे में दो महिलाओं और 11 अन्य जिसमे बच्चे, किशोर-किशोरी, युवक युवती शामिल हैं की मौत गई। घटना के समय सभी लोग एक परिवार में हल्दी की रस्म के उत्सव में चल रहा डांस देख रहे थे। कई थानों की फोर्स रेस्क्यू आपरेशन कर बाहर निकाला।उक्त थाना क्षेत्र के नौरंगिया के स्कूल टोला निवासी परमेश्वर कुशवाहा के पुत्र की बृहस्पतिवार को शादी है। वैवाहिक रस्म के क्रम में महिलाएं हल्दी की रस्म अदायगी के दौरान गांव में स्थित कुआं पर मटकोड़ करने गई थीं। उनके साथ बच्चे भी गए थे। इसके बाद कुआं पर बने ढक्कन, स्लैब पर खड़ा होकर डांस देखने लगे। इस बीच स्लैब टूटकर कुआं में गिर पड़ा। बच्चे समेत महिलाएं कुआं में गिरकर दब गए। घटना की सूचना मिलते ही कोहराम मच गया। सब लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े।इस बीच पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू कर सबको बाहर निकाला। इसमें डेढ़ घंटे लग गए और तब तक काफी देर हो चुकी थी। 11 घायलों को जिला अस्पताल लाया गया, जहां उनको मृत घोषित कर दिया गया। इधर कोटवा सीएचसी में भर्ती दो बच्चों ने भी दम तोड़ दिया। सीएमएस डा एसके वर्मा ने बताया कि पांच से 25 वर्ष के नौ लोगों की और दो महिलाओं की मौत हो गई है। अन्य घायलों का इलाज चल रहा है। डीएम एस राजलिंगम व एसपी सचिन्द्र पटेल ने बताया कि इस लोमहर्षक घटना से सभी स्तब्ध हैं। जांच कराई जा रही है कि घटना में लापरवाही कहां और कैसे हुई।
3 साल के मासूम बेटे को पिता ने नहर में डुबोकर मारा
रुद्रपुर। साढ़े तीन वर्षीय बेटे को उसके पिता ने ही नहर में डुबोकर मार डाला। उसका शव अपने पैतृक गांव थाना बहेड़ी स्थित ढकिया नहर में फेंक दी। हत्या के बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए पुलभट्टा थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज करवा दी। पुलिस ने ढकिया से बच्चे का शव बरामद कर लिया है। पुलिस ने पिता को गिरफ्तार कर लिया है। सिरोली कलां निकट रजा मस्जिद वार्ड नंबर 19 निवासी तारिक पुत्र मो. जाकिर का साढ़े तीन वर्ष पुत्र शाबान हीमोफीलिया बीमारी से पीड़ित था। उसके शरीर से खून निकलने पर रिसाव लगातार जारी रहता था। साढ़े तीन वर्षीय बेटे शाबान की बीमारी से तंग आकर तारिक ने उसकी हत्या करने का मन बना लिया। मंगलवार सुबह वह बाइक पर बेटे को लेकर घर से निकला और अपने पैतृक गांव ढकिया थाना बहेड़ी जनपद बरेली उत्तर प्रदेश में ले जाकर उसकी नहर में डूबो कर हत्या कर शव नहर में ही फेंक दिया। जब शाबान वापस नहीं लौटा तो तारिक की पत्नी आयशा बी ने उससे मोबाइल पर संपर्क किया तो उसने अपने आपको बहेड़ी होने की बात कहीं। परेशान आयशा ने बच्चे की खोजबीन की पर उसका कहीं पता नहीं लगा।
मंगलवार शाम मामला पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर तारिक से पूछताछ की तो उसके बयान में लगातार विरोधाभास होने पर पुलिस ने वहां लगे कैमरे खंगालने शुरु कर दिए। एक होटल में लगे सीसीटीवी में तारिक शाबान को ले जाता दिखाई दिया तो पुलिस से उससे पूछा लेकिन वह बहाने बनाने लगा, जिस पर पुलिस को उस पर शक हो गया। बुधवार दोपहर ढकिया नहर किनारे बच्चे लकड़ी बीनने गए तो वहां बच्चे का शव देख कर उन्होंने पूर्व प्रधान अनवार मलिक को इसकी जानकारी दी। तब तक ढकिया में भी बच्चे के सिरोली से गायब होने की बात पहुंच चुकी थी। अनवार ने सिरोली निवासी अदील मलिक को मोबाइल पर फोटो भेजा तो पुष्टि हो गई कि शव शाबान का ही है। सूचना मिलने पर एसपी सिटी ममता वोहरा, सीओ ओपी शर्मा, पुलभट्टा एसओ राजेश पांडेय भी फोर्स के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए।
पुलिस को लगातार करता रहा गुमराह
तारिक सीसीटीवी में बच्चे को लेकर बरा की तरफ जाता दिखाई दिया तो पुलिस तारिक से मंगलवार रात संपर्क का प्रयास किया। लेकिन तारिक ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। बुधवार तड़के बामुश्किल पुलिस ने तारिक का पता लगाया तो उसके बाद वह लगातार पुलिस को गुमराह करता रहा। जिससे पुलिस का शक लगातार गहराता चला गया। दोपहर में शव मिलने के बाद तारिक टूट गया और उसने पुलिस को सब बता दिया।
सावधान: स्कूटर और मोटरसाइकिल पर बच्चों के बैठने को लेकर नया ट्रैफिक नियम, मंत्रालय ने दी जानकारी
नए ट्रैफिक नियम को लेकर लेटेस्ट खबर सामने आई है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय दोपहिया वाहन चालकों के लिए नया नियम लेकर आया है। इसमें चार साल से कम उम्र के बच्चों को दोपहिया वाहन पर ले जाने के लिए नए सुरक्षा नियमों को लेकर अधिसूचित किया गया है।
इस नए नियम में दोपहिया चालक को बच्चों के लिए हेलमेट और हार्नेस बेल्ट का इस्तेमाल करना अनिवार्य होगा और इसके साथ ही वाहन की गति को केवल 40 किमी प्रति घंटे तक सीमित रखना होगा।
उल्लंघन करने पर कितना जुर्माना?
नए यातायात नियम का उल्लंघन करने पर 1000 रुपए का जुर्माना और तीन महीने तक ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किया जा सकता है। दोपहिया वाहन पर पीछे बैठने वाले बच्चों के लिए अधिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नए नियम को शामिल करने के लिए केंद्रीय मोटर वाहन अधिनियम में संशोधन किया गया है। यह नियम चार साल तक के बच्चों को कवर करता है।
नए नियमों के अनुसार, इस्तेमाल किया जाने वाला सेफ्टी हार्नेस हल्का, वाटरप्रूफ, कुशन वाला होना चाहिए और इसमें 30 किग्रा भार वहन करने की क्षमता होनी चाहिए। यात्रा की पूरी अवधि के दौरान बच्चे को सुरक्षित करने के लिए वाहन चलाने वाले को बच्चे की सुरक्षा के लिए हार्नेस से बांधना होता है, जो कि दो पट्टियों के साथ आता है।
इस नए नियम में यात्रा के दौरान क्रैश हेलमेट या साइकिल हेलमेट भी पहनना जरुरी होगा। हेलमेट सरकार द्वारा निर्दिष्ट मानकों का पालन करना चाहिए। केंद्र पहले ही निर्माताओं को बच्चों के लिए हेलमेट बनाना शुरू करने के लिए अधिसूचित कर चुका है।
नया नियम दोपहिया वाहन चलाने वालों के लिए यह सुनिश्चित करना भी अनिवार्य बनाता है कि बच्चों के साथ यात्रा करते समय वाहन की गति 40 किमी प्रति घंटे से अधिक न हो। इससे पहले पिछले साल अक्टूबर में मंत्रालय ने एक मसौदा अधिसूचना जारी कर नियम में बदलाव का प्रस्ताव रखा था। इसमें वाहन चलाने वालों को बच्चों के लिए सेफ्टी हार्नेस और क्रैश हेलमेट का इस्तेमाल अनिवार्य करने का प्रस्ताव किया गया था। ये नियम 15 फरवरी 2023 से लागू हो जाएगा।
देश में कोविड संक्रमण के मामलों में लगातार गिरावट, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखा पत्र
नई दिल्ली, एएनआई: केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कोविड-19 प्रतिबंधों को लेकर समीक्षा करने के लिए कहा है। उन्होंने एक पत्र लिखकर कोरोना के कारण लगे अतिरिक्त प्रतिबंधों की समीक्षा कर उनमें संशोधन या फिर उन्हें समाप्त करने के लिए कहा है।
राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार आ रही गिरावट का जिक्र करते हुए यह कहा गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखे एक पत्र में कहा कि भारत में कोविड-19 महामारी 21 जनवरी से लगातार कम हो रही है। पिछले हफ्ते औसत दैनिक मामले 50 हजार से ज्यादा थे, जबकि पिछले 24 घंटे में 30 हजार नए मामले मिले है और दैनिक संक्रमण दर भी ढाई प्रतिशत से नीचे आ गई है।
भूषण ने कहा कि शुरआती महीनों में अधिक मामले सामने आने के मद्देनजर कुछ राज्यों ने अपनी सीमाओं और हवाईअड्डों पर अतिरिक्त पाबंदियां लगाई थीं। उन्होंने कहा है कि कोरोना संक्रमण से प्रभावी रूप से निपटने के साथ-साथ यह भी महत्वपूर्ण है कि लोगों का आवागमन और आर्थिक गतिविधियां राज्य स्तर पर लगाई गई अतिरिक्त पाबंदियों के चलते प्रभावित नहीं हों। भूषण ने पत्र में कहा है, ‘वर्तमान में चूंकि पूरे देश में संक्रमण के मामले घटने की प्रवृत्ति नजर आ रही है, ऐसे में यदि राज्य/केंद्र शासित प्रदेश अतिरिक्त पाबंदियों की समीक्षा/संशोधन करते हैं या उन्हें हटाते हैं तो यह उपयोगी होगा।’ उन्होंने कहा है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने विदेशों से आने वाले यात्रियों के लिए 10 फरवरी को अपने दिशानिर्देश संशोधित किए थे।
NSA अजीत डोभाल के घर सिक्योरिटी ब्रीच, गिरफ्तार शख्स बोला- शरीर में चिप लगी है
नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के घर में एक संदिग्ध शख्स ने घुसने की कोशिश की, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. जानकारी के मुताबिक, उस संदिग्ध आदमी ने करीब 7 बजकर 45 मिनट पर कार लेकर अजीत डोभाल के घर में कोशिश की थी, लेकिन वहां पहले सो मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
जांच सामने आई ये बात
शुरुआती जांच में पता चला है कि वह कर्नाटक का रहने वाला है. जांच में ये बात सामने आई है कि गिरफ्तार शख्स दिमागी तौर पर परेशान लग रहा है. फिलहाल पूछताछ जारी है
पुलिस का कहना है कि गिरफ्तारी के बाद वह शख्स बड़बड़ा भी रहा था. वह कह रहा था कि उसके जिस्म में किसी ने चिप लगा दिया है और उसे रिमोट के जरिए कंट्रोल किया जा रहा है. हालांकि जांच में ये बात सामने आई है कि उसके जिस्म से कोई चिप बरामद नहीं हुआ है.
आतंकियों के निशाने पर हैं डोभाल
गौरतलब है कि अजीत डोभाल को भारत का जेम्स बॉन्ड कहा जाता है, वह पाकिस्तान और चीन की आंखों की किरकिरी बने रहते हैं. डोभाल कई आतंकी संगठनों के निशाने पर भी हैं. पिछले साल फरवरी में जैश के आतंकी के पास से डोभाल के दफ्तर के रेकी का वीडियो मिला था. इस वीडियो को आतंकी ने अपने पाकिस्तानी हैंडलर को भेजा था. इसके बाद डोभाल की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी.
An unknown person tried to enter NSA Ajit Doval's residence. He was stopped by security forces & detained. Further investigations underway: Delhi Police Sources pic.twitter.com/XDljjCxuwM
— ANI (@ANI) February 16, 2022
हरिद्वार में आर्द्रभूमि की स्थिति दयनीय
हरिद्वार (कुलभूषण ) गुरुकुल कांगड़ी (समविश्वविद्यालय) के अन्र्तराष्ट्रीय पक्षी वैज्ञानिक प्रो0 दिनेश भट्ट की टीम ने पक्षी सर्वेक्षण के दौरान आद्रभूमि का भी संर्वेक्षण किया और पाया कि हरिद्वार के अधिकांश दलदली जमीन व पोखरों पर मानवीय अतिक्रमण हो चुका है, दलदली जमीनों को मलवा डालकर पाट दिया गया है या कूड़ा डालने की जगह बना दी गयी हैं।
धार्मिक नगरी में इस अधार्मिक कार्य का सबसे ताजा उदाहरण पाॅश कालोनी गोविन्द पुरी से गंगा-नहर से सटा सैकड़ो साल पुराना वैट लैण्ड यानी दलदली जमीन जो हजारों वर्ग फुट में फैली थी, अब सिकुड़ कर कुछ ही वर्ग फुट रह गयी है।
गोविन्द नगर घाट जाने हेतु इसी वैटलैण्ड को पाट कर रास्ता बना दिया गया है, जबकि नियमानुसार पुल बनना चाहिये था, सरकारी विभागों द्वारा ही ‘‘सींवेज पम्पिंग स्टेशन’’ भी इसी वैटलैण्ड पर ही बना दिया गया है। लोगों ने अपने घर का रिपेयरिंग का मलवा व सड़क के ठेकेदार ने सड़क का मलवा भी यही डाल दिया है। कालोनी वालांे ने सड़क चैडी कर कार पार्किग बना दी, बाकि काम अनियमित अवैद्य बस्तियों ने पूरा कर दिया।
गोविन्द पुरी का वैटलैण्ड जो कभी अतिवर्षा व बरसात मे ब्लौटिग पेपर की तरह पानी सोखता था, अब समाप्ति के कगार पर है और कालोनी बरसात में जलमग्न रहती है। भारत सरकार के वैटलैण्ड (कन्जरवेशन एवं मनैजमैंट) रुल्स 2017 के अनुसार वैटलैण्ड में कोई भी निर्माण, सोलिड वेस्ट का डम्पिंग अतिक्रमण इकोलोजीकल परिवर्तन इत्यादि प्रतिबन्धित है और पर्यावरण प्रोटेकशन एक्ट, 1986 के प्रावधान के अनुसार प्रतिबन्धित है। कनखल की लाटोवाली कालोनी भी वैटलैण्ड में ही बसी है। धार्मिक व एतिहासिक सतीकुन्ड जिसमें जकाना पक्षी व जलमुर्गी का वास था व जहां कमल-दल खिले रहते थे, आज परिवर्तित स्थिति में है। अतः सरकार व जनता दोनों को आद्रभूमि के संरक्षण में योगदान देना चाहिये। सर्वविदित है कि आद्रभूमि (वैट लैण्ड, दलदली भूमि तालाब, पोखर, झील आदि हमारे जीवन में पर्यावरण, आर्थिक एवं सामाजिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण होती हैं। इनके महत्व एवं उपयोगिता को देखते हुए, ‘जैव-विविधता का स्वर्ग’ एवं ‘बायोलाॅजिकल सुपर मार्केट’ भी कहा जाता है। परन्तु दुःख का विषय है कि विगत कुछ दशकों से हमारी महत्वपूर्ण आद्रभूमि गहरे संकट में है । सर्वेक्षण कार्य में शोधार्थी आशीष कुमार रेखा पारूल एवं डॉ विनय सेठी (संस्कृत विश्वविद्यालय)ने भाग लिया।
रक्तदान शिविर का आयोजन
हरिद्वार ( कुलभूषण) महिन्द्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड सिडकुल में गवर्मेन्ट ब्लड बैंक के सहयोग से ब्लड केम्प लगाया गया । जिसमें महिन्द्रा कम्पनी के कर्मचारियों ने बढ़ चढ़ कर इस अच्छे कार्य के लिये ब्लड दान किया । 126 यूनिट ब्लड महिन्द्रा कर्मचारियों द्वारा दिया गया ।
इस अवसर पर प्लांट हेड सत्यवीर सिंह ए ई आर एडमिन हेड विमल सिंहए मैनुफैक्चरिंग हेड राजेश मक्करए प्लांट इंजीनियरिंग हेड सुशील शर्मा व सीएसआर प्रबंधक अजय वर्मा व डॉक्टर टीम ने केम्प की शुरुआत की
इस अवसर पर जगमोहन सिंह धर्मेंद्र रावत प्रमोद दुबे नेत्रपाल रवि अमित संदीप मनदीप जयदीप सतीश तिवारी आदि शामिल थे ।
डॉ अनुपम चतुर्वेदी और रक्तकोष प्रभारी डॉ रविन्द्र चौहान ने कहा कि रक्तकोष में कोरोना के कारण रक्त की कमी हो रही थी महेंद्रा एन्ड महेंद्रा ने रक्तदान शिविर लगाकर रक्त की कमी से जूझ रहे रोगियों को जीवन दान देने का कार्य किया है इसके लिए रक्तकोष के अधिकारी कर्मचारी आभार व्यक्त करते हैं
रक्तकोष से डॉ अनुपम चतुर्वेदी महावीर चौहान राखी जितवान अकलीम हरीश दिनेश लखेडा नवीन रैना नैयर के एम जोसेफ कीर्ति आस्था आदि ने सहयोग किया।
डेंटल वेलनेस क्लीनिक का शुभारंभ
हरिद्वार (कुलभूषण) सीता राम चेरिटेबल हॉस्पिटल की डेंटल सर्जन डॉ निधि गर्ग कुमार ने अवधूत मण्डल मार्केट में डेंटल वेलनेस क्लीनिक का शुभारंभ कियाद्य उन्होने बताया अब अपनी टीम के साथ अपने निजी क्लीनिक में लोगों को अपनी सेवाएं देंगी। इस दौरान डॉ निधि गर्ग कुमार ने बताया कि हरिद्वार स्थित उनके क्लीनिक में बाहर से मंगवाईं गईं उच्च तकनीक वाली डेंटल मशीनों से अब मरीजों को दंत संबंधी उपचार करवाने के लिए कहीं और रूख नहीं करना पड़ेगा। इस क्लीनिक का उदघाटन विमल कुमार गर्ग दिशि गर्ग सुरेन्द्र सिंह सुषमा रानी अमित कुमार चरणजीत सिंह प्रीति मुकुल पाल सिंह मोंटी एवं शिल्पा रानी ने संयुक्त रूप से फीता काटकर कियाद्य
डॉ निधि गर्ग कुमार ने बताया की डेंटल वेलनेस्स क्लीनिक में एक्स रे दांतों के क्राउन एवं ब्रिज बनाना रूट कैनाल से नसों का इलाज पायरिया का इलाज दांतों की फिलिंग दांत निकालना मुह की दुर्गंध एवं मसूड़ों का इलाज किया जाएगा।
इस अवसर पर कृष्णा नगर कनखल के डॉ महक सिंह ने कहा कि शरीर के रोगों के मुख संबंधी लक्षणए मुख के भीतर के रोग घाव विकृतियाँ त्रुटियाँ रोग अथवा दुर्घटनाओं से क्षतिग्रस्त दाँतों की मरम्मत और टूटे दाँतों के बदले कृत्रिम दाँत लगाना ये सभी बातें आती हैं। इस प्रकार दंतचिकित्सा का क्षेत्र लगभग उतना ही बड़ा हैए जितना नेत्र या त्वचाचिकित्सा का।
इस अवसर पर मानव अधिकार संरक्षण समिति के राष्ट्रिय अध्यक्ष ई मधुसूदन आर्य लयन एस आर गुप्ता आर के गर्ग हेमंत सिंह नेगी कनखल नगर अध्यक्षा रेखा नेगी ज्योति रावत ने डॉ निधि गर्ग कुमार को आदि ने बधाई एवं शुभकामनाएँ दी ।
बड़ी खबर : राज्य से समाप्त हुआ रात का कर्फ्यू, स्वीमिंग पूल, वाटर पार्क 28 फरवरी तक रहेंगे बन्द
देहरादून, कोविड- 19 के New Variant ‘Omicron’ के नियत्रंण हेतु दिशा-निर्देश के सम्बन्ध में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा दिनांक 21 दिसम्बर, 2021 तथा गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी आदेश संख्या-403/2020-DM-I(A) दिनांक 27 जनवरी 2022 के प्रावधानों का लेते हुए राज्य सरकार द्वारा पूर्व में जारी अपने आदेश संख्या: 948 / USDMA/792 (2020), दिनांक 31 जनवरी, 2022 में वर्तमान में राज्य में कोविड संक्रमण की दरों में कमी होने के दृष्टिगत सम्यक विचारोपरान्त निम्नलिखित संशोधन किया जा रहा हैं :
1. राज्य में Night Curfew को समाप्त किया जाता है।
2. राज्य के समस्त जिम, शॉपिंग मॉल सिनेमा हॉल, स्पॉ, सैलून, थियेटर, ऑडिटोरियम, सभा कक्ष (Meeting Hall) आदि व इनसे सम्बन्धित समस्त गतिविधियों कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए अपनी क्षमता के साथ खुलेंगे।
3. राज्य में स्वीमिंग पूल / वाटर पार्क 28 फरवरी, 2022 तक बन्द रहेंगे।
4. राज्य में स्थित खेल संस्थान स्टेडियम एवं खेल के मैदान खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए अपनी क्षमता के साथ खोले जायेंगे।
5. समस्त सामाजिक / खेल गतिविधियां / मनोरंजन / विवाह समारोह / सांस्कृतिक समारोह का आयोजन स्थल की पूर्ण क्षमता के साथ व्यक्तियों को सम्मिलित होने की अनुमति होगी। इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन किया जायेगा।
6. राजनैतिक रैली / धरना प्रदर्शन की दिनांक 28 फरवरी, 2022 तक अनुमति नहीं होगी।
7. होटल, रेस्तरां, भोजनालयों और ढाबों को अपनी क्षमता एवं कोविड प्रोटोकॉल के तहत Dining के संचालन के लिए अनुमति होगी।
8. जो गतिविधियों, भारत निर्वाचन आयोग द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों में प्रतिबन्धित हैं, उक्त गतिविधियों के संचालन की अनुमति नहीं होगी।
9. राज्य के समस्त शासकीय एवं निजी विद्यालय (कक्षा-1 से 12 तक), विद्यालयी शिक्षा विभाग द्वारा जारी मानक प्रचलन विधि पत्रांक संख्या – 27 / XXIV-B 5/2021-03 (01)/ 2020 दिनांक 28.01.2022 एवं संख्या-30 / XXIV-B-5 / 2021-03 (01) / 2020 दिनांक 04.02.2022 (संलग्नक-1) के अनुसार संचालन किया जायेगा एवं सम्बन्धितों द्वारा उक्त मानक प्रचलन विधि का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा।
10. राज्य में सभी आंगनबाड़ी केन्द्र दिनांक 01 मार्च, 2022 से खुलेंगे। इस संदर्भ में विस्तृत दिशा-निर्देश महिला सशक्तिकरण और बाल विकास विभाग द्वारा पृथक से जारी किया जायेगा।
11. भारत सरकार एवं राज्य सरकार की निकायों द्वारा आयोजित परीक्षाओं के संचालन की अनुमति होगी।
12. सामान्य प्रशासन विभाग, उत्तराखण्ड शासन द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देश क अनुसार राज्य के समस्त कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जायेगी।
13. COVID Appropriate Behaviour / Sanitization: समस्त सार्वजनिक स्थानों पर्यटक स्थलों, बाजार, बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन, मण्डी शॉपिंग मॉल एवं अन्य भीडभाड वाले स्थानों पर COVID Appropriate Behaviour जैसे कि सामाजिक दूरी मास्क पहनना एवं हाथों को Sanitize करने आदि का अनुपालन कराना सुनिश्चित किया जाएगा।
14. Vaccination : राज्य में सभी पात्र व्यक्तियों का Covid Vaccination-Double Dose को शत प्रतिशत आच्छादित करने की कार्यवाही की जायेगी |
राज्य में COVID-19 प्रबंधन के निम्नलिखित निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जायेगा |
सार्वजनिक स्थानों, कार्यस्थल एवं सार्वजनिक परिवहन में यात्रा करने वाले व्यक्तियों को मास्क का उपयोग करना अनिवार्य होगा।
सार्वजनिक स्थानों पर व्यक्तियों को सामाजिक दूरी का पालन करते हुए, 6 फिट की दूरी बनाए रखना होगा।
सार्वजनिक स्थानों पर थूकना गैरकानूनी होगा जिसके लिए निर्धारित जुर्माने के साथ दंड का प्रावधान होगा।
सार्वजनिक स्थानों पर पान, गुटखा, तंबाकू आदि का सेवन प्रतिबंधित होगा।
ओएनजीसी की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ. अलका मित्तल के कर-कमलों द्वारा हुआ योग भवन का लोकार्पण
देहरादून, निगमित सामाजिक दायित्व(सीएसआर) के क्षेत्र में ओएनजीसी द्वारा एक कदम और बढ़ाया गया । यह कदम योग भवन निर्माण संबंधी है । समिति के अनुरोध पर इस योग भवन का निर्माण प्रसिद्ध टपकेश्वर मंदिर परिसर देवभूमि फाउंडेशन के माध्यम से किया गया ।
योग भवन का लोकार्पण ओएनजीसी की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक महोदया डॉ. अलका मित्तल जी के कर-कमलों द्वारा सीएसआर प्रभारी श्री सोमेश रंजन, महंत श्री कृष्णागिरि महाराज एवं श्री महंत भरतगिरि महाराज प्रधान निगमित प्रशासन, देहरादून श्री विजय राज, प्रभारी सीएसआर देहरादून, श्री रामराज द्विवेदी एवं समिति पदाधिकारी श्री अशोक मिश्रा, श्री एस. एस. गोयल की गरिमामयी उपस्थिति में आभासी (वर्चुअल) माध्यम से किया गया ।
इस अवसर पर महंत श्री कृष्णागिरि महाराज जी ने कहा कि इस परिसर का उपयोग गरीब/निर्धन परिवारों की बालिकाओं का विवाह एवं विभिन्न सामाजिक कार्यों के लिए किया जाता रहा है । ओएनजीसी के सहयोग से इस नव निर्मित हॉल का उपयोग नियमित योगाभ्यास के लिए किया जाएगा। ओएनजीसी द्वारा पूर्व में भी समय–समय पर इस परिसर में विभिन्न सकारात्मक कार्य किए गए ।
ओएनजीसी की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ. अलका मित्तल ने अपने उद्घाटन सम्बोधन में कहा कि कैसे कोरोना काल में ओएनजीसी द्वारा विभिन्न विकासात्मक सामाजिक कार्य किए गए हैं । इसके अतिरिक्त हमने सैंकड़ों अँधियारे गाँवों को सोलर लाइटों से रोशन करके उनकी ज़िंदगी खुशहाल बनाई है इसके साथ ही सैंकड़ों विद्यालयों को फर्नीचर एवं शौचालय उपलब्ध करा के पिछड़े क्षेत्रों के बच्व्होन के जीवन को छूने की कोशिश की है । टपकेश्वर मंदिर प्रबंधन मंडल की तरफ एक समर्पण ही है यह योग भवन । यह कृति महज योग हॉल की दृष्टि से ही नहीं बल्कि इस हॉल का बहु-उपयोगी प्रयोग शैक्षणिक गतिविधियों, सांस्कृतिक गतिविधियों के अतिरिक्त सभी निर्धन परिवारों के विवाह आयोजन कार्यक्रमों में भी होगा ।
डॉ. अलका मित्तल ने कहा कि विगत वर्षो में अपनी सामाजिक निगमित दायित्व के अंतर्गत पूरे भारत में विभिन्न विकासपरक, जीविकोपार्जन और सामाजिक कार्यक्रम चला रहे ओएनजीसी के प्रोजेक्ट एक मानक की तरह पूरे देश में स्थापित होते जा रहे हैं ।
इस आभासी उद्घाटन समारोह के अवसर पर टपकेश्वर महादेव मंदिर प्रबंधन मंडल के अध्यक्ष श्री गोपाल गुप्ता, सचिव श्री महेश खंडेलवाल, कोशाध्यक्ष मुकेश गुप्ता एवं ओएनजीसी के अधिकारीगण श्री कमलेश डोभाल, कमलेश परमार, सीएसआर टीम के नरेश सूद और ललित मोहन लखेड़ा आदि उपस्थित थे ।