देहरादून: फिजी देश व हांगकांग में सनातन धर्म व संस्कृति का प्रचार प्रसार करके वापस देहरादून पहुंचने पर 4Gप्लस सोसाइटी ग्रुप द्वारा कालिका प्रसाद सेमवाल का जोरदार नागरिक अभिनंदन व स्वागत किया गया।
विज्ञ हो कि गत दिनों जोगीवाला रिंगरोड निवासी कालिका प्रसाद सेमवाल मुम्बई की साहित्यिक सांस्कृतिक शोध संस्था के साथ फीजी व हांगकांग देशो में सनातन संस्कृति का विस्तार व प्रचार प्रसार व रामचरितमानस, गीता, रामायण, आदि ग्रंथो के प्रचार हेतु गये थे। तथा इस धर्म यात्रा के दौरान सेमवाल द्वारा अपने फीजी यात्रा में अपने उद्बोधन में देहरादून की 4G ग्रुप( गौ, गंगा, गांव व गायत्री) के कार्यो की चर्चा भी की गई ,जो एक अद्वितीय प्रयास व सराहनीय कार्य कर रही है।
4G ग्रुप के अध्यक्ष सुभाष भट्ट व कोर कमेठी ने निर्णय लिया कि ग्रुप के सदस्य सेमवाल की 4G प्लस सोसायटी के प्रति जो आत्मीयता और योगदान है वह बहुत सराहनीय है। तब कोर कमेठी ने उन्हें सम्मानित करने का निर्णय लिया।
आर0एम0टीम संस्थान बद्रीपुर देहरादून में 4G प्लस सोसाइटी ने सेमवाल को सम्मानित किया गया इस अवसर अभी पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित थे।
सभी सदस्यो के सम्मुख सेमवाल द्वारा अपनी फीजी,हांगकांग यात्रा को भी साझा किया गया कि फीजी में भारतीय मूल के बहुत सारे नागरिक है वे भी भारत से बहुत प्रेम करते है। तथा प्रत्येक सनातन धर्म के अनुयायी के घर के सम्मुख हनुमान मंदिर व ध्वजा होती है। सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा राष्ट्रीय संगठन है इसका मुख्यालय सुवा में है जो फीजी की राजधानी भी है तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष धीरेन्द्र नंद है।
4G ग्रुप द्वारा अपने को सम्मानित किए जाने पर सेमवाल ने सभी का आभार व्यक्त किया ।
देहरादून में 4G प्लस सोसाइटी ग्रुप ने सेमवाल को किया सम्मानित
फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी कर रहे 02 शिक्षकों को 05 वर्ष का कारावास
रुद्रप्रयाग- जनपद रुद्रप्रयाग में फर्जी डिग्री के आधार पर तैनात दो शिक्षकों को तत्काल निलंबित कर दिया गया है। साथ ही फर्जी डिग्री के आधार पर छल व कपट से नौकरी प्राप्त करने के संबंध में दोषी करार पाते हुए 05-05 वर्ष की कठोर कारावास की सजा तथा 10 हजार रुपए के अर्थदंड जुर्माने से भी दंडित किया गया है।
जनपद में तैनात फर्जी शिक्षक वीरेंद्र सिंह पुत्र जीत सिंह एवं रघुवीर सिंह बुटोला पुत्र भगत सिंह द्वारा अपनी बीएड की फर्जी डिग्री के आधार पर शिक्षक की नौकरी प्राप्त की गई। शिक्षा विभाग के एसआईटी एवं विभागीय जांच के अनुसार उक्त दोनों शिक्षकों को दो पृथक-पृथक फौजदारी मामलों में अलग-अलग वर्षों में प्राप्त फर्जी बीएड की डिग्री से नौकरी प्राप्त करने पर उनकी बीएड की डिग्री का सत्यापन कराया गया।
इसके बाद चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ से जांच आख्या प्राप्त हुई जिसमें उपरोक्त दोनों फर्जी शिक्षकों के द्वारा कोई भी बीएड की डिग्री जारी नहीं हुई पाई गई। शासन द्वारा एसआईटी जांच के उपरांत दोनों शिक्षकों पर मुकदमा पंजीकृत कराया गया। साथ ही उन्हें तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया गया। मुकदमे की सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री अशोक कुमार सैनी के न्यायालय द्वारा उक्त फर्जी शिक्षकों को फर्जी डिग्री के आधार पर छल व कपट से नौकरी प्राप्त करने के संबंध में दोषी करार पाते हुए अभियुक्तों को धारा-420 भारतीय दंड संहिता, 1860 के अंतर्गत 05-05 वर्ष की कठोर कारावास की सजा तथा दस हजार रुपए के जुर्माने से दंडित किया गया है। साथ ही जुर्माना अदा न करने पर तीन माह का अतिरिक्त कारावास की सजा भी सुनाई गई है। दोषसिद्ध फर्जी शिक्षक वीरेंद्र सिंह पुत्र जीत सिंह एवं रघुवीर सिंह बुटोला पुत्र भगत सिंह को न्यायिक अभिरक्षा में लेकर दंडादेश भुगतने हेतु जिला कारागार पुरसाड़ी (चमोली) भेज दिया गया है।
वहीं इस निर्णय एवं आदेश की प्रतिलिपि शिक्षा निदेशालय को भी प्रेषित की गई है ताकि शिक्षा विभाग के गैर जिम्मेदार शिक्षा अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके। राज्य सरकार की ओर से उक्त मामले में प्रभावी पैरवी अभियोजन अधिकारी प्रमोद चंद्र आर्य एवं विनीत उपाध्याय द्वारा की गई।
शहर में व्यापारियों के हो रहे नुकसान पर चिंता प्रकट की – पूर्व मुख्यमंत्री
हरिद्वार ( कुलभूषण ) नि.वर्तमान महापौर अनीता शर्मा के कैंप कार्यालय पर पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार हरीश रावत का आगमन हुआ
कार्यालय पर हुई चर्चा में शहर के विभिन्न मुद्दों पर पूर्व मुख्यमंत्री से चर्चा हुई संजय पालीवाल द्वारा शहर में व्यापारियों के हो रहे नुकसान पर चिंता प्रकट की गई पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने कहा कि शहर का व्यापारी उजड़ जाएगा नि वर्तमान महापौर अनीता शर्मा ने कहा कि हर की पौड़ी सुभाष घाट पर कई वर्षों से बड़े-बड़े गड्ढे हो रहे हैं बड़े-बड़े प्रदर्शन भी किया पर अधिकारी बजट की बंदर बात करने में व्यस्त हैं रोज गधों में गिरकर कहीं तीर्थ यात्री चोटिल हो रहे हैं! पूर्व सभासद अशोक शर्मा ने कहा कि सराय रोड पर यातायात का भारी दबाव रहता है सड़क की हालत खस्ता है रोजाना दुर्घटनाएं हो रही है!
इन सब विषयों पर पूर्व मुख्यमंत्री ने चिंता प्रकट की इन विषयों को गंभीरता से उठाया जाएगा और जल्दी एक आंदोलन की रूपरेखा भी तैयार की जाएगी! निर्भरतमन पार्षद उदयवीर चौहान जफर अब्बासी राव हरि शायरी दिनेश पुंडीर हरिद्वार लाल सत्येंद्र वशिष्ठ बृजमोहन भारतवाल गौरव शर्मा रणवीर शर्मा लालटेश मिश्रा यशपाल शर्मा देवेश गौतम वसीम सलमानी अमित राजपूत भुवन महेंद्रू रमेश महेंद्रु अरिजीत सिंह संजय अक्षय शर्मा आनंद करण वर्मा आरती शर्मा आदि उपस्थित रहे!
कांग्रेस ने मशाल जुलूस निकाल कारिडोर मामले पर प्रदेश सरकार पर बोला हमला
हरिद्वार ( कुलभूषण )जिला महानगर कांग्रेस कमेटी हरिद्वार,शहर व्यापार मंडल व विभिन्न संगठनों द्वारा रविवार को संयुक्त रूप से कारिडोर हटाओ हरिद्वार बचाओ व डीपीआर सार्वजनिक करने को लेकर मशाल यात्रा का आयोजन शिवमूर्ति रेलवे स्टेशन से हरकी पैड़ी तक किया गया, जिसमें व्यापारियों , स्थानीय नागरिकों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और प्रशासन को आर-पार की लड़ाई के लिए चेताया।।
मशाल जुलूस को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा और स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी प्रकोष्ठ अध्यक्ष मुरली मनोहर ने कहा कि हरिद्वार के प्राचीनतम स्वरूप , धार्मिक भावनाओं को और स्थानीय नागरिकों के हितो की रक्षा हर कीमत पर की जाएगी,
मशाल जुलूस को संबोधित करते हुए महानगर कांग्रेस अध्यक्ष अमन गर्ग और शहर व्यापार मंडल अध्यक्ष राजीव पाराशर ने कहा कि हरिद्वार के पौराणिक स्वरूप को किसी को भी नष्ट नहीं करने दिया जाएगा, कारिडोर योजना से हरिद्वार के व्यापारियों व स्थानीय नागरिकों के सामने बेरोजगारी का सवाल खड़ा हो जाएगा,जिसे हरिद्वार की जनता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी,
मशाल जुलूस को संबोधित करते हुए शहर व्यापार मंडल महामंत्री अमन शर्मा और निवर्तमान पार्षद राजीव भार्गव ने कहा कि हरिद्वार में कारिडोर योजना की कोई आवश्यकता नहीं है यह सिर्फ कुछ नेताओं और अधिकारियों की धनपशु योजना मात्र है ,
पूर्व विधायक रामयश सिंह और युवा नेता वरुण बालियान ने कहा कि हरिद्वार की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए कारिडोर योजना का कोई औचित्य नहीं है यह सिर्फ चंद उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने की साज़िश है,
कांग्रेस नेता महेश प्रताप राणा और मनोज सैनी ने कहा कि अगर सरकार ने जल्द ही कारिडोर योजना की डीपीआर सार्वजनिक नहीं की तो हरिद्वार वासी उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे,
सोम त्यागी और डा सुशील शर्मा ने कहा कि हरिद्वार कारिडोर योजना और पाड टैक्सी योजना से सरकार हरिद्वार के मूल स्वरूप को
तहस नहस करना चाहती है,जिसे हरिद्वारजन किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेंगे , इस मौके पर बडी संख्या मे कांग्रेस कार्यकर्ताओ व व्यापारीनेताओं ने भाग लिया।
सीएम धामी ने किया बलभद्र खलंगा विकास समिति द्वारा आयोजित ‘50वाँ खलंगा मेला’ में प्रतिभाग
देहरादून(आरएनएस)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को सागरताल नालापानी, देहरादून में बलभद्र खलंगा विकास समिति द्वारा आयोजित ‘50वाँ खलंगा मेला’ में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने खलंगा मेला आयोजन समिति को 5 लाख रुपए दिए जाने की घोषणा की। ‘50वाँ खलंगा मेला स्मारिका’ का विमोचन भी मुख्यमंत्री द्वारा किया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में कहा कि खलंगा मेला पूर्वजों की वीरता और अदम्य साहस को स्मरण करने का अवसर है। उन्होंने महान सपूत सेनानायक कुंवर बलभद्र थापा और उनके वीर साथियों, वीरांगनाओं को भी नमन किया। उन्होंने कहा खलंगा की वीरभूमि में वर्ष 1814 के एंग्लो-गोरखा युद्ध में सेनानायक कुंवर बलभद्र थापा और उनके वीर सैनिकों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। इस युद्ध में कुंवर बलभद्र थापा और उनके वीर सैनिकों ने ब्रिटिश सैनिकों की विशाल सेना का सामना करते हुए अपनी वीरता और रणनीतिक कौशल से ब्रिटिश सेना को खदेड़ दिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये युद्ध हमारे वीर गोरखा योद्धाओं के अदम्य साहस और मातृभूमि के प्रति उनके असीम प्रेम का प्रतीक है, जो हमेशा हमें देशभक्ति की प्रेरणा देता रहेगा। खलंगा की गाथा हमारे वीर पूर्वजों के अप्रतिम साहस का एवं हमारी गौरवशाली विरासत का प्रतीक है। उन्होंने कहा ये मेला हमारी समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं को सहेजते हुए उसे अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का भी एक माध्यम है। हमारे देश की ऐतिहासिक धरोहरें हमारे गौरवमयी अतीत की पहचान होने के साथ हमारे संस्कृति रूपी वट वृक्ष की मजबूत जड़ें भी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी संस्कृति को मजबूत करने का कार्य पूरे देश में किया जा रहा है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में विकास के साथ विरासत को भी आगे बढ़ाया जा रहा है। खलंगा युद्ध स्मारक को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के संरक्षण में रखना, इसका बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा राज्य सरकार गोरखा समाज के उत्थान के प्रति पूर्णतः प्रतिबद्ध है और उनके विकास व कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत है। निश्चित ही ऐसे आयोजनों से नई पीढ़ी को इन गोरखा समाज की परंपराओं को संजोए रखने तथा अपने पूर्वजों की वीरता और बलिदान को याद रखने में सहायक सिद्ध होंगे।
इस अवसर पर विधायक उमेश शर्मा काऊ, बलभद्र ख़लंगा विकास समिति के अध्यक्ष कर्नल विक्रम सिंह थापा, कुलदीप बुटोला, विश्वास डाबर, विजय बलूनी, पदम सिंह, ब्रिगेडियर राम सिंह थापा एंव लोग मौजूद रहे।
एसबीआई में बंद पड़े खाते को फिर से शुरू करने का मौका, बैंक ने शुरू किया नया कैंपेन
नईदिल्ली,। एसबीआई में बंद पड़े सेविंग और करेंट अकाउंट को फिर से शुरू करने का अच्छा मौका है। दरअसल, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने निष्क्रिय खातों को सक्रिय करने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया है। बैंक ने कहा कि बचत या चालू खाते को तब निष्क्रिय माना जाता है, जब ग्राहक ने दो साल से अधिक समय तक खाते में कोई लेन-देन नहीं किया हो। एसबीआई ने एक बयान में कहा कि इन खातों को सक्रिय करने के लिए पुन: केवाईसी (अपने ग्राहक को जानो) प्रक्रिया की आवश्यकता होती है।
खाते में नियमित लेन-देन की आवश्यकता और निष्क्रिय खातों की श्रेणी में आने से रोकना मुख्य संदेश है। एसबीआई के चेयरमैन सी एस शेट्टी ने पीएमजेडीवाई (प्रधानमंत्री जनधन योजना) खातों को सक्रिय स्थिति में बनाए रखने और ग्राहकों को निर्बाध रूप से लेन-देन करने में सक्षम बनाने के लिए पुन: केवाईसी प्रक्रिया को अक्षरश: लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बैंक प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे इस अंतर को पाटने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करें तथा अंतिम उपभोक्ता तक पहुंचें, जिससे ग्राहक अनुभव बेहतर हो।
कैंपेन की शुरुआत से पहले, एसबीआई ने गुरुग्राम में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित किया, ताकि आम लोगों को निष्क्रिय खातों को सक्रिय करने के महत्व के बारे में जागरूक किया जा सके। कार्यशाला में पीएमजेडीवाई खातों के महत्व और निष्क्रिय खातों को फिर से सक्रिय करने के महत्व पर जोर दिया गया। इसके अतिरिक्त, कार्यशाला में ग्राहक सेवा बिंदुओं (सीएसपी) को उनके जोखिम प्रोफाइल के आधार पर वर्गीकृत करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) मॉडल के कार्यान्वयन को प्रदर्शित किया गया। प्रौद्योगिकी का लाभ उठाकर, एसबीआई बैंकिंग उद्योग में जोखिम प्रबंधन और परिचालन दक्षता के लिए एक नया मानक स्थापित कर रहा है, साथ ही नियामक अनुपालन में सुधार और बेहतर ग्राहक सेवा प्रदान कर रहा है। उद्योग की मांग से निपटने के लिए नई पहल शुरू करने और चैनल को अधिक लचीला, जोखिम कम करने वाला और ग्राहक उन्मुख बनाने में एसबीआई द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की।
मुख्यमंत्री धामी और मंत्री रेखा आर्या द्वारा खेल महाकुंभ 2024 का उद्घाटन
देहरादून: खेल महाकुंभ उत्तराखंड 2024 का उद्घाटन आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, युवा कल्याण, पीआरडी एवं खेल मंत्री रेखा आर्या और रायपुर के विधायक उमेश शर्मा काऊ द्वारा किया गया। युवा कल्याण एवं पीआरडी विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में खेल और एथलेटिक भावना को मध्यनजर रखते हुए राज्य भर से प्रतिभागियों ने भाग लिया।
उद्घाटन समारोह की शुरुआत उत्तराखंड के विभिन्न जिलों अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चंपावत, बागेश्वर, नैनीताल, हरिद्वार, टिहरी, चमोली, उत्तरकाशी, पौड़ी गढ़वाल, उधम सिंह नगर और देहरादून के प्रतिभागियों द्वारा मार्च पास्ट से हुई। इसके बाद मुख्यमंत्री धामी ने चंपावत की चैंपियन खिलाड़ी मीनाक्षी सिंह को मशाल सौंपी, जिसके बाद शपथ ग्रहण समारोह हुआ।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खेल महाकुंभ उत्तराखंड 2024 के आयोजन के लिए राज्य खेल विभाग को बधाई दी। उन्होंने कहा, “लड़कों से ज्यादा लड़कियों की सक्रिय भागीदारी देखकर मुझे बेहद खुशी हो रही है, जो आज के दौर में महिलाओं के सशक्तीकरण को दर्शाता है। यह आयोजन एक बड़ा अवसर है, जो पूरे राज्य से प्रतिभागियों को एक साथ लाता है और उन्हें विभिन्न खेलों में अपनी प्रतिभा और कौशल दिखाने के लिए एक मंच प्रदान करता है।” उन्होंने खेल विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर भी प्रकाश डालते हुए कहा, “इस वर्ष विजेता एथलीटों को ₹11 करोड़ की राशि प्रदान की जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हमारी राज्य सरकार खेलों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। सरकार अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले एथलीटों को सरकारी नौकरी भी दे रही है।”
धामी ने खेलों के प्रति बदलते सामाजिक दृष्टिकोण के बारे में बात करते हुए कहा, “पहले, माता-पिता केवल पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करते थे और खेल को इतना महत्व नहीं देते थे। लेकिन आज, यह दृष्टिकोण बदल गया है और अब खेल को पढ़ाई के समान ही महत्वपूर्ण माना जाता है, और माता-पिता अपने बच्चों को विभिन्न खेलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।” उन्होंने नए मैदानों और आधुनिक स्टेडियमों के निर्माण के साथ-साथ मौजूदा स्टेडियमों के रखरखाव में सरकार के प्रयासों पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, “हम जल्द ही राज्य में एक खेल विश्वविद्यालय स्थापित करने की दिशा में भी काम कर रहे हैं। हमारी सरकार हमेशा एथलीटों के साथ खड़ी रहेगी और मैं यहां मौजूद सभी खिलाड़ियों को अधिक से अधिक खेलों में भाग लेने और उत्तराखंड का गौरव बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करता हूं।”
सीएम धामी ने आगे कहा, “मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि जनपद स्तरीय खेल महाकुंभ में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को स्पोर्ट्स किट दी जाएगी। इसके अलावा, खेल महाकुंभ के राज्य स्तर के सभी विजेताओं को सरकारी नौकरियों में 4% आरक्षण का लाभ मिलेगा।”
मंत्री रेखा आर्या ने सभा को संबोधित करते हुए राज्य में खेलों की बेहतरी के लिए उत्तराखंड सरकार द्वारा लागू की गई कई प्रमुख पहलों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री धामी जी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने 4% खेल आरक्षण, ‘पदक लाओ नौकरी पाओ योजना’ और खेल विकास कोष की स्थापना आदि की शुरुआत की है।” उन्होंने एथलीटों के समग्र विकास पर सरकार के फोकस और आगामी राष्ट्रीय खेलों में छात्रों को उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में मदद करने की सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। आर्या ने खेल विश्वविद्यालय स्थापित करने की आगामी योजनाओं के बारे में भी बताया, जो पेशेवर प्रशिक्षण और सहायता प्रदान करेगा, जिससे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अभ्यास के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा, “इस विश्वविद्यालय के माध्यम से, हमारा लक्ष्य समाज और विश्व स्तर पर खेलों की धारणा को बदलना है।” मंत्री आर्या ने आगे विश्वास व्यक्त किया कि यह खेल महाकुंभ आगामी राष्ट्रीय खेलों में सफलता के लिए एथलीटों को तैयार करने में मदद करेगा और उन्हें उत्कृष्टता का लक्ष्य रखने के लिए प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने कहा कि 3 लाख से अधिक प्रतिभागियों में से 12,000 से अधिक छात्रों का चयन किया गया है और उम्मीद जताई कि मलखंभ, पिट्टू और मुर्गा झपट जैसे पारंपरिक खेलों का राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व किया जाएगा। उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ने वाला कोई भी एथलीट ₹1 लाख का पुरस्कार पाने का पात्र होगा।”
विधायक उमेश शर्मा काऊ ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और मुख्यमंत्री धामी के पदभार ग्रहण करने के बाद से युवाओं में खेलों के प्रति ऊर्जा और उत्साह में वृद्धि की सराहना की। काऊ ने सभी प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा, “सभी क्षेत्रों में, विशेष रूप से खेलों में ऊर्जा का पुनरुत्थान हुआ है।”
खेल एवं युवा कल्याण विभाग के विशेष प्रमुख सचिव अमित कुमार सिन्हा ने हाल के वर्षों में खेल महाकुंभ के आयोजन में हुई महत्वपूर्ण प्रगति पर प्रकाश डाला। “यह खेल महाकुंभ का 8वां संस्करण है और इस वर्ष, 3 लाख से अधिक छात्रों ने इस आयोजन में भाग लिया है, जिसमें दो प्रमुख नवाचार हैं: विजेताओं के बैंक खातों में पुरस्कार राशि का सीधा वितरण, और ऑनलाइन पंजीकरण। इन कदमों ने प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और कुशल बना दिया है।”
कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों ने मलखंभ, मुर्गा झपट और पिट्ठू सहित विभिन्न पारंपरिक खेलों में अपने कौशल का प्रदर्शन किया और उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाया।
समारोह के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपलब्धियों के लिए तीन एथलीटों को चेक प्रदान किए। अमीषा चौहान को 20वीं विंटर डेफ ओलंपिक 2024 स्कीइंग प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए ₹50 लाख, सोनिया को 27वीं नेशनल फेडरेशन सीनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के लिए ₹2 लाख, और राहुल सरनालिया को 22वीं नेशनल फेडरेशन जूनियर अंडर-20 कप एथलेटिक्स प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक हासिल करने के लिए ₹1 लाख का पुरस्कार दिया गया।
खेल महाकुंभ 2024 के पहले दिन की शुरुआत करते हुए सीएम धामी ने तिरंगे गुब्बारे छोड़े और उसके बाद वॉलीबॉल प्रतियोगिता का उद्घाटन किया।
कार्यक्रम में युवा कल्याण एवं पीआरडी विभाग के निदेशक प्रशांत आर्या, अपर निदेशक आर सी डिमरी, संयुक्त निदेशक अजय अग्रवाल, उप निदेशक शक्ति सिंह व एस के जयराज, वित्त नियंत्रक भास्करानंद पांडे, सहायक निदेशक नीरज गुप्ता व दीप्ति जोशी, और स्पोर्ट्स कॉलेज के प्रिंसिपल राजेश ममगाईं समेत कई गणमान्य लोग और अधिकारी मौजूद रहे।
सरकारी भूमि कब्जाने वाले भू-माफियाओं का खेल बंद हो : अभिनव थापर
“कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर के ” भाजपा के 15 साल, दून नगर निगम बेहाल, अभियान में मसूरी विधानसभा में हुआ भू-माफियाओं के सरकारी जमीन कब्जाने पर प्रदर्शन”
देहरादून, नगर निगम देहरादून के मसूरी विधानसभा क्षेत्र के तरला नांगल – वार्ड 4 राजपुर में भाजपा के पिछले 15 सालों से भाजपा नगर निगम की अनदेखी से नाराज क्षेत्रवासियों ने कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर के नेतृत्व में सरकारी भूमि पर प्रदर्शन किया । उल्लेखनीय है कि कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर द्वारा ” भाजपा के 15 साल, दून नगर निगम बेहाल ” अभियान में जारी हेल्पलाइन पर देहरादून के विभिन्न वार्डों के लोग अपनी विभिन्न समस्याओं से अवगत करवा रहे है। इसी अभियान क्रम में आज कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर द्वारा जारी हेल्पलाइन पर जनसमस्याओं के क्रम में आज क्षेत्रवासियों के साथ तरला नांगल में भू-माफियाओं के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि नगर निगम देहरादून में पिछले 15 साल यानी 2008 से भाजपा का ही मेयर है और कई साल से इस क्षेत्र में भाजपा का विधायक और सांसद है किंतु यहाँ भू-माफियाओं के खुल्ला खेल है। मसूरी विधानसभा के राजपुर वार्ड-4 के तरला नांगल क्षेत्र में लगभग 3 बीघा जमीन गोल्डन फारेस्ट की है जिसपर कई वर्षों से अवैध निर्माण चल रहा है। 2021 से अब तक इस पर क्षेत्रीय जनता द्वारा कई बार जिलाधकारी, तहसीलदार व नगर निगम कार्यालय को शिकायत की गई है जिसपर बार-बार सिर्फ कार्य रोका गया और अवैध ध्वस्तीकरण व भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही नहीं की गई।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर ने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के क्रम में गोल्डन फॉरेस्ट की भूमि सरकार द्वारा अधिग्रहण कर नगर निगम देहरादून को इस पर क्षेत्रीय जनता के लिए पार्क, जिसमे बच्चों के लिये झूले व बुजुर्गों के लिये हरित क्षेत्र विकसित किया जाना चाहिए। इस भूमि पर तत्काल अवैध निर्माण का ध्वस्तीकरण, भूमि का नगर निगम देहरादून में अधिग्रहण व भू-माफियाओं के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही करनी चाहिए।
वार्ड 4 राजपुर के तरला नांगल में कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर के ” भाजपा के 15 साल, दून नगर निगम बेहाल ” अभियान में आनंद वर्मा, पंकज बंगवाल, पंकज पंवार, रीना आले, अरुण कर्णवाल, गगनदीप मदान, नरेंद्र, नेहा, रमेश सती, सुरेंद्र मल्होत्रा आदि क्षेत्रवासियों ने सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कर अभियान में हिस्सा लिया।
कल के लिए जल अभियान, भविष्य की उम्मीद
“राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कांगड़ा के छात्रों ने गोद लिया जल स्रोत”
टिहरी, कल के लिए जल अभियान से प्रेरित होकर एक विद्यालय एक जलस्रोत कार्यक्रम के अंतर्गत चैतराम सेमवाल शिक्षक के सार्थक प्रयास के माध्यम से राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कांगड़ा, भिलंगना के शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं ने कांगड़ा हल्सी का धारा गोद लिया गया, इसमें शिक्षकों एवं छात्र छात्राओं के द्वारा जल स्रोत के कैचमेंट क्षेत्र में अपने अपने जन्मदिन के निमित जल कुंड, कच्चे तालाब बनाए जा रहे है। साथ ही छात्रों के द्वारा जल स्रोत के आस पास पौधा रोपड़, फुलवारी लगाने के साथ सफाई की गई, मासिक सफाई की जाएगी। छात्रों के द्वारा जल डिसचार्ज का मैजरमेंट किया जाएगा।
जल दूत सम्मान से सम्मानित शिक्षक चैत राम सेमवाल ने बताया कि जलवायु परिवर्तन एवं बढ़ते मानवीय हस्तक्षेप के कारण कई प्राकृतिक जल स्रोत संकट में है, समय रहते यदि हम नही संभाले तो पानी की समस्या बिकराल हो जायेगी। हमारा प्रयास है की पढ़ाई के दौरान ही छात्रों को जल संकट से निपटने के लिए तैयार किया जाए। वर्तमान समय में बच्चो के द्वारा अपना जन्मदिन बड़े धूमधाम से मनाया जाता है हमारा प्रयास है की बच्चे अपने जन्मदिन पर तालाब बना कर जन्मदिन मनाए।
उत्तराखंड़ राज्य जल संरक्षण के ब्रांड एंबेसडर द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने कहा की कल के लिए जल अभियान के माध्यम से स्कूलों को जल संरक्षण की मुहिम से जोड़ा जा रहा है। जिसके अंतर्गत छात्रों एवं शिक्षको को जल संरक्षण के लिए प्रेरित किया जा रहा। यह बिल्कुल नया एवं अनोखा प्रयोग है ।
जल स्रोत को गोद लेने के अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य आर के मलिक , शिक्षक लोकेंद्र राणा, गौतम सिंह,हरिशंकर बिष्ट, श्रीमती साधना पवार, बलवीर सिंह पवार, श्रीमती गीता गौतम, मुरलीधर जोशी, गंभीर सिंह एवं ग्राम प्रधान संजय सिंह तथा अनुज, मनोज, साहिल, कृष्णा, कंचन, करिश्मा, शिवानी, सलोनी ग्रामीण मौजूद रहे।
जौनपुर क्षेत्र में बूढ़ी दीपावली का त्योहार शुरू
नैनबाग (शिवांश कुंवर), उत्तराखण्ड़ के जौनपुर क्षेत्र में बूढ़ी दीपावली का त्योहार शुरू हो गया है, जो कि हर्ष उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। यह त्योहार जौनपुर क्षेत्र की एक पारंपरिक और सांस्कृतिक विरासत है, जो कि पौराणिक समय से चली आ रही है।
इस त्योहार में ग्रामीणों द्वारा भांड तैयार किया जाता है, जो कि एक पारंपरिक रस्सा होता है। इस त्योहार में विभिन्न प्रकार के पकवान भी बनाए जाते हैं, जो कि ग्रामीणों द्वारा सामूहिक रूप से तैयार किए जाते हैं। भांड का त्योहार टटोर गाँव,कोटी गाँव में बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है,जिसमें दूर-दूर गांव से इन गांव में आकर भांड का त्यौहार बड़े पारंपरिक रूप से वह सांस्कृतिक नृत्य करके त्योहार का लुप्त उठाते हैं, इस त्योहार में सभी बाहर रह रहे लोग अपने गांव पहुंचते हैं, जो कि इस त्योहार को और भी विशेष बनाता है। अरविंद रावत ने बताया कि बूढ़ी दीपावली को बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाई जाती है, जो कि पूरे ग्रामीण सामूहिक रूप से इस त्यौहार का लुफ्त उठाते हैं।
इस त्योहार में गांव के सभी लोग, जिनमें पुरुष, महिलाएं, युवा, बुजुर्ग आदि शामिल रहते हैं और इस त्योहार को मनाने में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।
इस मौके पर इस मौके पर दीवान सिंह रावत,डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत, बच्चन सिंह रावत, अर्जुन सिंह रावत,विक्रम रावत,गंभीर सिंह रावत,प्रधान दिनेश खन्ना,रणबीर रावत,अरविन्द रावत (बिन्नी),नरेश तोमर,स्वराज रावत,अजय पाल रावत,खजान रावत,धीरेंद्र रावत,दिनेश रावत,धजवीर रावत,सिकंदर रावत,महेश तोमर,संजय रावत,विकास रावत,अमन रावत,अभिषेक रावत आदि मौजूद रहे।
स्कूल की दीवारों पर छात्रों द्वारा बनाए गए संदेश चित्र
नैनबाग (शिवांश कुंवर),सरदार सिंह रावत राजकीय आदर्श इंटर कॉलेज नैनबाग में छात्र- छात्राओं द्वारा स्कूल की दीवारों पर बनाए गए संदेश चित्र एक रचनात्मक और आकर्षक तरीके से विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने का एक अच्छा उदाहरण है।
इन चित्रों के माध्यम से,छात्र अपनी कल्पना, रचनात्मकता, और आत्म-व्यक्ति को प्रदर्शित कर सकते हैं। ये चित्र स्कूल के वातावरण को भी आकर्षक व रंगीन बना रहे है, संदेश चित्रों के माध्यम से व्यक्त कर सकते हैं,छात्र-छात्राओं द्वारा बनाए गए चित्र संदेश मित्रता और सहयोग का महत्व,पर्यावरण संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण,शिक्षा और ज्ञान का महत्व,पानी का संरक्षण सामाजिक मुद्दों और जीवन के सकारात्मक पहलुओं का प्रदर्शन इन चित्रों के माध्यम से छात्र-छात्राओं द्वारा किया गया, छात्र-छात्राएं न केवल अपनी रचनात्मकता को प्रदर्शित कर सकते हैं, बल्कि वे समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए समाज को भी प्रेरित कर सकते है, प्रधानाचार्य डॉ. चंद्रशेखर नौटियाल का कहना है, कि छात्र-छात्राएं पढ़ाई के साथ इस तरह के क्रियाकलाप होने से छुपी हुई प्रतिभाओं को निखारने का माध्यम भी है,और समय-समय पर स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ बहुत सारे क्रियाकलापों का होना भी जरूरी है। जो छात्र-छात्राओं को अपनी रचनात्मकता को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करती है।
उत्तराखण्ड राज्य एड्स नियंत्रण समिति द्वारा विश्व एड्स दिवस पर एड्स से बचाव को जागरूकता रैली का आयोजन
देहरादून । उत्तराखण्ड राज्य एड्स नियंत्रण समिति, स्वास्थ्य विभाग, उत्तराखण्ड सरकार द्वारा दिनांक 1 दिसम्बर 2024 को विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष्य पर गांधी पार्क, देहरादून से एक वृहद राज्य स्तरीय जागरूकता रैली का आयोजन किया। नाको, भारत सरकार द्वारा इस वर्ष विश्व एड्स दिवस के अवसर पर “TAKE THE RIGHTS PATH” थीम दी गयी है। जागरूकता रैली का फ्लैग ऑफ कर्नल आलोक गुप्ता, एस०एच०ओ० तथा डॉ० अमित शुक्ला, अपर परियोजना निदेशक द्वारा संयुक्त रूप से हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। जागरूकता रैली गांधी पार्क से आरम्भ होकर गांधी पार्क, घंटाघर, दर्शनलाल चौक, दून चौक, बुद्धा चौक, परेड ग्राउण्ड से होते हुए गांधी पार्क में सम्पन्न हुई।
रैली के सम्पन्न होने के अवसर पर अपर परियोजना निदेशक, डॉक्टर अमित शुक्ला द्वारा बताया गया उत्तराखंड राज्य एड्स नियन्त्रण सीमित द्वारा एचआईवी एड्स की जागरूकता तथा एचआईवी एड्स से संबंधित प्रदेश भर में दी जारी सुविधाओं के बारे में विस्तृत रूप से बताया। इसके पश्चात् कर्नल आलोक गुप्ता द्वारा बताया गया कि एचआईवी किन कारणों से होता है और हम उसे कैसे बच सकते हैं अगर कोई व्यक्ति एचआईवी पॉजिटिव हो जाता है तो वह किस प्रकार से एक अच्छी जिंदगी जी सकता है और सरकार द्वारा किस प्रकार से निशुल्क सभी एचआईवी पॉजिटिव लोगों की सहायता दवा तथा अन्य रूप से की जा रही है
कर्नल, आलोक द्वारा बताया गया कि एड्स का ज्ञान ही बचाए जान होता है इसलिए एचआईवी से दूर रहने के लिए समाज में हम सबको साथ मिलकर के इस बीमारी के खिलाफ लोगों को जागरूक करना चाहिए। उक्त जागरूकता रैली में जनपद देहरादून के विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी कॉलेजों के छात्र-छात्राओं जैसे भारत स्काउट एण्ड गाईड, नर्सिंग स्कूल एण्ड कॉलेज, एन०एस०एस० द्वारा उक्त जागरूकता रैली में प्रतिभाग किया गया एवं उक्त जागरूकता रैली में विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। उक्त के अतिरिक्त जागरूकता रैली में जनपद देहरादून में कार्यरत विभिन्न टी०आई० संस्थाओं- बालाजी सेवा संस्था, पी०जी०के०एस, एग्नस कुंज सोसाइटी, रूद्रा हिमालय जन-जागृति समिति के प्रतिनिधि एवं उत्तराखण्ड राज्य एड्स नियंत्रण समिति, देहरादून के अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण एवं विभिन्न अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
पीआरएसआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजीत पाठक ने सूचना महानिदेशक बंसीधर तिवारी से शिष्टाचार भेंट की
उत्तराखंड के बहुआयामी पर्यटन और उपलब्धियों को अपने राष्ट्रव्यापी नेटवर्क में साझा करेगा पीआरएसआई
देवभूमि उत्तराखंड के प्रति प्रत्येक देशवासी के मन में अगाध श्रद्धा: डॉ पाठक
देहरादून, पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजीत पाठक ने सूचना महानिदेशक बंसीधर तिवारी से शिष्टाचार भेंट कर पीआरएसआई के रायपुर, छत्तीसगढ़ में होने जा रहे नेशनल कॉन्फ्रेंस के लिए आमंत्रित किया। दोनों के बीच उत्तराखंड के 25 वें वर्ष रजत जयंती वर्ष में लोक संपर्क और संचार की भूमिका पर चर्चा की गई।
पाठक ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के प्रति प्रत्येक देशवासी के मन में अगाध श्रद्धा है। पिछले कुछ वर्षों में उत्तराखंड की प्रगति सराहनीय है। सतत विकास लक्ष्यों में नीति आयोग द्वारा जारी रैंकिंग में उत्तराखंड प्रथम स्थान पर रहा है। सीएम श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा नकल विरोधी कानून और यूसीसी पर लिए गए निर्णय अन्य राज्यों के लिए उदाहरण बने हैं। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन और सीएम पुष्कर सिंह धामी जी के नेतृत्व में उत्तराखंड में विरासत के संरक्षण और विकास, दोनों ही पहलुओं पर उत्कृष्ट काम हो रहे हैं।
सूचना महानिदेशक तिवारी ने इस बात पर जोर दिया कि उत्तराखंड की प्रगति और यहां पर्यटन के विविध आयामों की जानकारी देश भर में जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इसमें पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
पाठक ने उत्तराखंड की प्रगति की सराहना की और पीआरएसआई के व्यापक अखिल भारतीय नेटवर्क के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने राज्य की उपलब्धियों, निवेश और पर्यटन की जानकारी का प्रचार प्रसार देश भर में करने में एक सेतु के रूप में पीआरएसआई का उपयोग करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
इस अवसर पर पीआरएसआई देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष रवि बिजारनिया और सचिव अनिल सती भी मौजूद थे।